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- MP CORONA: 29 मौतें, 2311 पॉजिटिव, नेताओं को छूट, दुकानदारों पर दबाव - UPDATE NEWS
- GWALIOR में आतंकवादी घुस आए हैं, पुलिस को सूचना देने वाला हिरासत में - MP NEWS
- 16 साल की लड़की से लव मैरिज करने वाला गिरफ्तार, अपहरण और रेप का मामला दर्ज - JABALPUR NEWS
- BHOPAL में कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वाली दुकानों को 3 दिन सील करो: कलेक्टर का निर्देश - MP NEWS
- BHOPAL में ₹200 वाला ऑक्सीजन सिलेंडर ₹1000 में, अस्पतालों में मनमाने दाम - MP NEWS
- BHOPAL के सौम्या हेरिटेज में 7वीं के छात्र का शव पंखे से लटका मिला - MP NEWS
- प्राइवेट छोड़कर सरकारी स्कूल में भर्ती हो जाओ: फीस विवाद पर कैबिनेट मंत्री का बेतुका जवाब - INDORE NEWS
- गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के बेटे COVID-19 पॉजिटिव
- कृषि मंत्री क्या विधानसभा में शराब पीकर बोल रहे थे: जीतू पटवारी ने पूछा - MP NEWS
- PMMSY: प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के तहत आवेदन आमंत्रित - MP NEWS
- UJJAIN में रोड एक्सीडेंट, कटनी के 5 लोगों की मौत, 7 गंभीर - MP NEWS
- INDORE में 2 दिन लॉकडाउन के फैसले से व्यापारी नाराज: नेता सभाएं बंद करें - INDORE NEWS
- बनिए के नौकर से लेकर कंपनी के कर्मचारी तक सबका स्वास्थ्य बीमा होगा - EMPLOYEE NEWS
- BHOPAL DOCTOR LIST FOR CORONA COVID-19 HOME ISOLATION - भोपाल में होम आइसोलेशन के लिए डॉक्टरों की लिस्ट
- जल्दबाजी में लाये बिलों से सरकार ने क्या खोया ? - Pratidin
- KHILCHIPUR कॉलेज में छात्रा को गोली मारी, किडनैप कर ले गए - MP NEWS
- ज्योतिरादित्य सिंधिया नहीं तो क्या माधवराव सिंधिया के नाम पर वोट मांगेगी कांग्रेस, बिना सिंधिया के कांग्रेस का काम नहीं चलता - INDORE NEWS
- 12th TOPPER: भगवान ने हाथ नहीं दिए, कृष्ण कुमार ने पैरों से लिख कर 82.8% बना लिए - INSPIRATIONAL STORY WITH MORAL
- रसोई गैस जलाकर खाली प्रेशर कुकर रख दिया जाए तो क्या होगा - GK IN HINDI
- एक जादुई अंक जो बताता है कि आपका पार्टनर आपको कितनी वैल्यू देता है - Prediction of married life from date of birth
- 12 साल से कम उम्र की लड़की का गैंगरेप देखना भी अपराध है, मृत्युदंड निर्धारित - ASK IPC
- OMG! 151 इंजीनियरिंग कॉलेजों की 55000 से ज्यादा सीटों के लिए मात्र 3000 आवेदन - MP NEWS
- MP PPT EXAM इस साल नहीं होंगे, को डायरेक्ट एडमिशन मिलेगा - MP NEWS
- SAHARA SHRI के खिलाफ शिवपुरी में 420 का मामला दर्ज - MP NEWS
- SDM मनीषा वास्कले मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया - JABALPUR NEWS
MP CORONA: 29 मौतें, 2311 पॉजिटिव, नेताओं को छूट, दुकानदारों पर दबाव - UPDATE NEWS Posted: 26 Sep 2020 07:51 AM PDT भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस महामारी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। इंदौर में 400, भोपाल में 200, जबलपुर और ग्वालियर में डेढ़ सौ के आसपास पॉजिटिव मरीज मिलना आम बात हो गई है। संक्रमण को रोकने के लिए मुख्यमंत्री ने बाजार बंद करने की जरूरत बताई थी फल स्वरूप कलेक्टर ने दुकानदारों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इधर दुकानदारों का कहना है कि जब नेताओं को छूट दी गई है तो फिर उन पर दबाव क्यों बनाया जा रहा है। MADHYA PRADESH CORONA BULLETIN 26 SEPTEMBER 2020संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 26 सितंबर 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में:- 22999 सैंपल की जांच की गई। 156 सैंपल रिजेक्ट हो गए। 20688 सैंपल नेगेटिव पाए गए। 2311 सैंपल पॉजिटिव पाए गए। 29 मरीजों की मौत हो गई। 2252 मरीज डिस्चार्ज किए गए। मध्यप्रदेश में संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 119899 मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 2181 मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से स्वस्थ हुए नागरिकों की संख्या 95490 26 सितंबर 2020 को संक्रमित नागरिकों की संख्या 22228 MADHYA PRADESH COVID UPDATE NEWS TODAY 26 SEPTEMBER 2020सागर जिले की स्थिति गंभीर होती जा रही है। महामारी से मरने वालों की संख्या 95 हो गई है। उज्जैन के हालात बीच में सुधरे थे परंतु फिर से बिगड़ने लगे हैं। मरने वालों की संख्या 92 हो गई है। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार इंदौर में हर रोज 5 से ज्यादा लोग मर रहे हैं। भोपाल के वीआईपी इलाकों में महामारी का प्रकोप देखा जा रहा है। सरकार की तरफ से सार्वजनिक स्थलों का सैनिटाइजेशन और निशुल्क आयुर्वेदिक दवा का वितरण बंद कर दिया गया है। सरकारी अस्पतालों में ICU जगह खाली नहीं है। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
GWALIOR में आतंकवादी घुस आए हैं, पुलिस को सूचना देने वाला हिरासत में - MP NEWS Posted: 26 Sep 2020 07:37 AM PDT ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में एक अनजाने कॉल ने शुक्रवार रात ग्वालियर पुलिस की नींद उड़ा दी। कॉलर ने कुछ लोगों द्वारा बस स्टैंड, मॉल व स्टेशन पर बम ब्लास्ट की योजना बनाने की सूचना दी। इस पर तत्काल साइबर टीम को अलर्ट कर कॉल ट्रेस किया गया। यह भिंड के कोतवाली क्षेत्र का निकला। भिंड पुलिस से संपर्क किया और कॉल करने वाले को पकड़ लिया गया। वह काफी नशे में था। पहले उसने आतंकवादियों के होने की झूठी कहानी सुनाई। आखिर में नशे में कॉल करना कुबूला। शुक्रवार रात ग्वालियर पुलिस को कंट्रोल रूम पर एक कॉल आया। यह कॉल आने के बाद गश्त पर निकले पुलिस अफसरों की नींद उड़ गई। कॉल करने वाले ने बताया था कि वह इटावा से भिंड आ रहा था। बस में 3 युवक सवार थे। वह ग्वालियर में भीड़ वाले स्थानों के बारे में पूछ रहे थे। मैंने जब जानकारी देने से मना किया तो उन्होंने 50 हजार रुपये का लालच दिया, लेकिन मैंने जानकारी नहीं दी। इसके बाद उन्हें बात करते सुना कि 28 से 30 सितंबर के बीच रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और इनके बीच में एक मॉल में धमाके की बात कर रहे थे। कुछ देर बाद बस रुकी तो वह उतरकर एक अन्य गाड़ी में चले गए। जिसमें पहले से ही अन्य लोग सवार थे। यह सुनकर पुलिस जवान हरकत में आए। साइबर टीम से नंबर ट्रेस करने के लिए कहा गया। जब नंबर की जानकारी निकाली तो यह भिंड जिले के कोतवाली थानाक्षेत्र स्थित भवानीपुरा निवासी अहसान खान का नाम सामने आया। इसके बाद भिंड पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। कोतवाली थाना प्रभारी उदयभान सिंह की टीम ने तत्काल अहसान को उठा लिया। वह काफी नशे में था। पहले तो अपनी झूठी कहानी दोहराता रहा, लेकिन बाद में नशे में कॉल करना कुबूल किया। फिलहाल पुलिस उसे थाना में बैठाकर पूछताछ कर रही है। |
16 साल की लड़की से लव मैरिज करने वाला गिरफ्तार, अपहरण और रेप का मामला दर्ज - JABALPUR NEWS Posted: 26 Sep 2020 07:22 AM PDT जबलपुर। बेलखेड़ा थाना पुलिस ने सतना से एक लड़के को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने 16 साल की लड़की के साथ विधि विरुद्ध लव मैरिज की और नियमित रूप से शारीरिक संबंध बनाने के कारण उसे गर्भवती कर दिया। पुलिस ने नाबालिग लड़की के पति के खिलाफ उसके अपहरण और बलात्कार का मामला दर्ज किया है। घटना दिसंबर 2019 की है। आरोपी का नाम सागर बर्मन निवासी भेड़ाघाट जबलपुर बताया गया है। सागर ने 18 साल से कम उम्र (16 साल) की लड़की को ना केवल उसके माता-पिता के विरुद्ध शादी के लिए प्रपोज किया बल्कि उससे लव मैरिज करने के लिए, लड़की को भगा ले गया। तभी से दोनों सतना जिले में रह रहे थे। लड़की के पिता ने आरोपी सागर के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया था। लड़की के पिता ने पुलिस को बताया कि आरोपी लड़का उनकी बेटी को लेकर सतना में रह रहा है। पुलिस ने दोनों को सतना से हिरासत में लिया और आरोपी लड़के को गिरफ्तार कर लिया। बताते चलें कि भारत में 18 साल से कम उम्र की लड़की को उसके माता-पिता की मर्जी के बिना अपने साथ ले जाना, अपहरण माना जाता है। 18 साल से कम उम्र की लड़की के साथ विवाह अवैध माना जाता है और शारीरिक संबंध बलात्कार। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
Posted: 26 Sep 2020 06:51 AM PDT भोपाल। कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रभावी कार्यवाही और धारा 144 में जारी आदेश का पालन कराने के लिए सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि व्यवसायिक संस्थानों विशेषकर ऐसी जगहों पर जहाँ पर लगातार भीड़ इकट्ठी हो रही हैं और लोगो द्वारा मॉस्क नहीं लगाया जा रहा हैं, सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हो रहा है तो ऐसे व्यवसायिक संस्थानों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करें, आर्थिक जुर्माने के साथ ही 3 दिन के लिए संस्थान बंद करने की कार्यवाही भी सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री लवानिया ने सभी राजस्व अधिकारी, नगर निगम और पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शहर में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और इसके साथ ही मॉस्क लगाना अनिवार्य किया गया है। बाजारों और सार्वजनिक जगहों जहाँ भीड़-भाड़ रहती है उन जगहों पर मॉस्क लगाने के साथ ही सोशल डिस्टेंस का पालन अनिवार्य किया गया है। इसके लिए आवश्यक है कि शहर में जन-जागरूकता के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। सभी व्यवसायिक संस्थानों, दुकानों, होटल, रेस्टोरेंट, चाय-पान की गुमठियों पर मॉस्क लगाए जाने के संदेश प्रदर्शित किए जाएं। लोगों को मॉस्क लगाया रखने के लिए प्रेरित किया जाए। पोस्टर बैनर लगाने के साथ ही दुकान, होटल आदि संस्थानों में बिना मॉस्क के प्रवेश न दिया जाए। यदि कोई संस्थान बिना मॉस्क के प्रवेश देता है और प्रबन्ध के कर्मचारी मॉस्क नहीं लगाए हुए हो तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही कर आर्थिक जुर्माना लगाया जाए और इसके साथ ही दुकानों को सील करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
BHOPAL में ₹200 वाला ऑक्सीजन सिलेंडर ₹1000 में, अस्पतालों में मनमाने दाम - MP NEWS Posted: 26 Sep 2020 06:19 AM PDT भोपाल। कोरोनावायरस महामारी के चलते हालात कुछ ऐसे हैं जैसे युद्ध काल में नागरिकों के घायल हो जाने पर दुश्मन की सेना फायदा उठाती है। वह घायलों का उपचार और मृतकों का अंतिम संस्कार नहीं करती बल्कि उनके शरीर पर मौजूद आभूषण एवं मूल्यवान वस्तुएं लूट लेती है। महामारी के कारण ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है। नतीजा ऑक्सीजन के कारोबार में कालाबाजारी शुरू हो गई। औद्योगिक क्षेत्र में ₹200 वाला ऑक्सीजन का सिलेंडर ₹1000 में सप्लाई किया जा रहा है। अस्पतालों में आलम यह है कि अस्पताल के नाम के हिसाब से ऑक्सीजन के दाम तय किए जा रहे हैं। 10 क्यूबिक मीटर का जो सिलिंडर पहले उद्योगपतियों को 200 रुपये में मिलता था, अब उसके 1000 रुपये तक चुकाने पड़ रहे हैं। उद्योगपतियों का कहना है कि लंबित ऑर्डर पूरे करने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत है। इसलिए कुछ सिलिंडर अधिक कीमत चुकाकर खरीदना मजबूरी है। आम दिनों में गोविंदपुरा में 3000 और मंडीदीप में 2500 से अधिक ऑक्सीजन सिलिंडर की प्रतिदिन जरूरत होती है। ऐसे समझें ऑक्सीजन का गणितअस्पताल व उद्योगों में ऑक्सीजन दो तरह के सिलिंडर में सप्लाई होती है। अस्पताल में जो सिलिंडर पहुंचते हैं, वह साढ़े सात क्यूबिक मीटर के होते हैं, जबकि उद्योगों में उपयोग किए जाने वाले सिलिंडरों की क्षमता 10 क्यूबिक मीटर होती है। ऐसे आया भाव में अंतरउद्योगों में आइनॉक्स समेत कुछ अन्य कंपनियां ऑक्सीजन की सप्लाई करती हैं। मेडिकल इमरजेंसी के चलते सरकार ने उद्योगों में सप्लाई बंद करवा दी है। ऐसे में उन लोगों ने मुनाफाखोरी का रास्ता ढूंढ़ निकाला, जिनके पास ऑक्सीजन का पहले से स्टॉक था। पहले 20 रुपये प्रति क्यूबिक मीटर मिलने वाली ऑक्सीजन अब 90 से 100 रुपये में दी जा रही है। यानी पांच गुना कीमत बढ़ गई है। सप्लाई न होने से यह असर- 1100 उद्योग गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में - 600 उद्योग फेब्रिकेशन व फार्मा से जुड़े, जिनमें काम बंद मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र में- 400 उद्योग मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्र में - 80 उद्योगों में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं होने से काम प्रभावित - 20 में काम ठप - 200 करोड़ रुपये का प्रतिदिन नुकसान हो रहा गोविंदपुरा व मंडीदीप में मंडीदीप में ऑक्सीजन की सप्लाई तीन सितंबर से बंद है। इस कारण उद्योगपति पांच गुना तक अधिक कीमत चुका रहे हैं। सरकार को जल्द व्यवस्था करना चाहिए। - राजीव अग्रवाल, अध्यक्ष एसोसिएशन ऑफ ऑल इंडस्ट्रीज मंडीदीप गोविंदपुरा में प्रतिदिन तीन हजार सिलिंडर की जरूरत पड़ती है। वर्तमान में सप्लाई नहीं हो रही है। इसकी आड़ में 200 का सिलिंडर 1000 रुपये तक में बेचा जा रहा है। मजबूरी में कुछ उद्योगपति खरीद भी रहे हैं। - अमरजीत सिंह, अध्यक्ष गोविंदपुरा इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
BHOPAL के सौम्या हेरिटेज में 7वीं के छात्र का शव पंखे से लटका मिला - MP NEWS Posted: 26 Sep 2020 06:21 AM PDT भोपाल। भोपाल के मिसरोद इलाके में कक्षा 7वीं कक्षा के 12 वर्षीय एक छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना के वक्त उसकी ममेरी बहनें बाहर गई थीं। लौटकर आने पर वह उन्हें फंदे पर मिला। यह देख दोनों इतना घबरा गईं कि कुछ बोल भी नहीं पा रही हैं। सुसाइड नोट नहीं मिलने के कारण खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल पाया है। मिसरोद पुलिस के अनुसार मूलत: पन्ना की रहने वाली 27 वर्षीय अंबर अहिरवार पिता फूलचंद अहिरवार होशंगाबाद रोड स्थित सौम्या हेरिटेज अपनी छोटी बहन ज्वाला के साथ रहती है। उन्होंने बताया कि उनका 12 साल का ममेरा भाई अभिषेक अहिरवार भी साथ में रह रहा था। वह भी पन्ना का रहने वाला था। अंबर ने बताया कि शनिवार सुबह उसकी ज्वाला का कॉलेज का एग्जाम था। वह उसे सुबह करीब 8.45 बजे गांधीनगर लेकर गई थी। दोपहर करीब 1.30 बजे बहन को परीक्षा दिलाकर घर पहुंचीं। ताला खोलकर अंदर पहुंचने पर अभिषेक पंखे से लगे फांसी के फंदे पर लटका था। उसने दुपट्टे से फांसी का फंदा बनाया था। घटना के बाद अंबर ने खुद इसकी सूचना पुलिस को दी। अंबर ने पुलिस को बताया कि ज्वाला की किडनी का ऑपरेशन हुआ है। उसी के इलाज के लिए वे यहां पर रहे हैं। उसकी कालेज की पढ़ाई पूरी हो चुकी है। उनके यहां रहने के कारण मामा ने अभिषेक को यहां भेज दिया था। उन्हें भी कुछ समझ नहीं आ रहा। पुलिस के अनुसार अभिषेक घर पर अकेला था। घटना स्थल के पास एक कुर्सी और कूलर रखा मिला है। संभावना है कि वह कुर्सी पर चढ़कर कूलर पर चढ़ा होगा। इसके बाद दुपट्टे का फंदा बनाकर उसने पंखे से लटका दिया होगा। इसके बाद उसने फांसी लगा ली होगी। टीआई निरंजन शर्मा ने बताया कि दोनों लड़कियां बहुत डरी हुई हैं। वह किसी तरह की बात करने की स्थिति में नहीं हैं। वे बोल भी नहीं पा रही हैं। ऐसे में अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि आखिर अभिषेक ने यह कदम क्यों उठाया? घटना के वक्त वह घर पर अकेला था और अंबर बाहर से ताला लगाकर गई थी। परिजनों को घटना की सूचना दे दी है। रविवार को उनके आने के बाद ही कुछ पता चल पाएगा। अंबर ने पुलिस को बताया कि अभिषेक करीब 3 महीने पहले ही ममेरी बहनों के साथ रहने आया था। इस साल कक्षा 6वीं की परीक्षा पास करने के बाद 7वीं में आया है। वह भोपाल के नवोदय स्कूल में प्रवेश के लिए तैयारी कर रहा था। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
Posted: 26 Sep 2020 06:02 AM PDT देवास। भारतीय जनता पार्टी की महिला नेता एवं मध्य प्रदेश की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने प्राइवेट स्कूल फीस विवाद पर बेतुका बयान दिया है। मनमानी स्कूल फीस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं से मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में भर्ती हो जाओ, इनकी दुकान है अपने आप बंद हो जाएंगी और फीस की समस्या भी खत्म हो जाएगी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं ने इंदौर कलेक्ट्रेट पर धरना दियादरअसल ABVP के पदाधिकारी विद्यार्थी और अभिभावकाें के साथ कलेक्टाेरेट में नारेबाजी करते हुए समस्या बताने आए थे। आवेदन लेने के लिए SDM प्रदीप साेनी आए ताे विद्यार्थियाें ने इनकार कर दिया। वे कलेक्टर चंद्रमाैली शुक्ला काे आवेदन देना चाहते थे।कलेक्टर के नहीं आने पर कलेक्टाेरेट परिसर में ही धरने पर बैठ गए। नारेबाजी करने लगे। कैबिनेट मंत्री ने प्रदर्शनकारी छात्रों को बेतुका जवाब दियाकुछ ही देर में कलेक्टोरेट में अंदर से पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला, विधायक गायत्रीराजे पवार बाहर आए। छात्राें काे जमीन पर बैठा देख मंत्री उषा ठाकुर उनके पास पहुंची। एबीवीपी छात्र संगठन के राजवर्धन यादव ने आवेदन का वाचन कर मंत्री काे दिया। एक छात्र ने ठाकुर काे फीस की पर्ची हाथ में देते हुए कहा, देखाे प्राइवेट स्कूल वाले काेराेनाकाल में भी इतनी फीस ले रहे हैं। मंत्री ने कहा सरकारी स्कूलाें में कितनी अच्छी पढ़ाई चल रही हैं। प्राइवेट स्कूल में भर्ती हाेना बंद कर दाे, इनकी दुकानें अपने आप बंद हाे जाएंगी। स्कूल वालाें से कहाे अभी ताे एडमिशन दाे फीस जमा नहीं हाेने पर रिजल्ट मत देना। प्राइवेट स्कूलों को कंट्रोल करना सरकार की जिम्मेदारी हैइस अवसर पर बताना जरूरी है कि प्राइवेट स्कूलों पर कंट्रोल करना सरकार की जिम्मेदारी है। कोई भी मंत्री, जनप्रतिनिधि या अधिकारी इस तरह का बयान नहीं दे सकता जैसा कि उषा ठाकुर ने दिया। सरकार की तरफ से प्राइवेट स्कूलों को कई तरह की सुविधाएं दी जाती हैं। यहां तक की सस्ती जमीन और स्कूल बसों के परिवहन टैक्स पर छूट दी जाती है। ग्वालियर में सिंधिया स्कूल को 200 करोड रुपए मूल्य की सरकारी जमीन ₹100 प्रति वर्ष में 99 साल के लिए लीज पर दी गई है। ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी है कि वह स्कूल संचालकों पर नियंत्रण करें। दूसरी सरकार की जिम्मेदारी यह भी है कि वह अपने सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर इतना अच्छा कर दे कि लोग लाइन लगाकर अपने बच्चों का एडमिशन कराएं। मंत्री उषा ठाकुर से एक सरल सा सवालक्या कारण है कि प्राइवेट स्कूलों में महंगी फीस देकर पढ़ाई करने वाले बच्चों के पेरेंट्स हायर एजुकेशन के समय सरकारी कॉलेजों को प्राथमिकता देते हैं। अंतर स्पष्ट है, सरकारी कॉलेजों में पढ़ाई का स्तर प्राइवेट कॉलेजों से अच्छा है। यदि उषा ठाकुर के क्षेत्र में सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर अच्छा होगा तो उन्हें इस तरह का कोई बयान नहीं देना पड़ेगा। लोग अपने आप लाइन लगाकर स्कूल के बाहर खड़े नजर आएंगे। पेरेंट्स अपने बच्चों के भविष्य के लिए हर संभव कोशिश करते हैं। उषा ठाकुर अब मंत्री बन गई हैं, उन्हें सरकारी जिम्मेदारियां और जनता की समस्याएं समझना चाहिए। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के बेटे COVID-19 पॉजिटिव Posted: 26 Sep 2020 05:28 AM PDT भोपाल। प्राथमिक सूचना प्राप्त हुई है कि मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के बेटे सुकर्ण मिश्रा कोरोनावायरस (COVID-19) से संक्रमित हो गए हैं। उनकी पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सुकर्ण मिश्रा विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारी कर रहे हैंसुकर्ण मिश्रा अपने पिता के विधानसभा क्षेत्र दतिया में नियमित रूप से सक्रिय रहते हैं। कहा जाता है कि सुकर्ण मिश्रा 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रमों के अलावा विधानसभा के लोगों की जनसुनवाई और पिता की कुर्सी के पास बैठकर विधानसभा के दूसरे कामकाज सुकर्ण मिश्रा की जिम्मेदारी बन गए हैं। दतिया के अलावा डबरा सीट पर भी सक्रिय हैं सुकर्ण मिश्रासुकर्ण मिश्रा ना केवल अपने पिता के विधानसभा क्षेत्र दतिया में सक्रिय हैं बल्कि डॉ नरोत्तम मिश्रा की पुरानी विधानसभा डबरा में भी सुकर्ण मिश्रा की सक्रियता कम नहीं है। 2018 के विधानसभा चुनाव में इमरती देवी यहां से विधायक बनकर कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री बनी और बाद में इस्तीफा देकर शिवराज सिंह सरकार में मंत्री हैं। डबरा सीट आरक्षण मुक्त होने वाली है। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
कृषि मंत्री क्या विधानसभा में शराब पीकर बोल रहे थे: जीतू पटवारी ने पूछा - MP NEWS Posted: 26 Sep 2020 07:16 AM PDT भोपाल। पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री जीतू पटवारी का नशीले पदार्थों खासकर शराब से काफी गहरा रिश्ता है। जब कन्यादान योजना के तहत मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार की तरफ से दी जाने वाली उपहार राशि बढ़ाकर 51000 की थी, तब जीतू पटवारी ने बताया था कि जो ₹20000 बढ़ाए गए हैं वह विवाह में शामिल अतिथियों की शराब के लिए हैं। आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने एक बार फिर ऐसा ही कुछ बयान दिया है। शनिवार को पीसीसी दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कृषि मंत्री कमल पटेल पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। उन्होंने कहा कि कमल पटेल पांच बार FIR कराने की बात बोल चुके हैं, लेकिन कराई एक बार भी नहीं। जब सदन में कमल पटेल कर्जमाफी के सवाल का जबाब दे रहे थे तो क्या उस वक्त शराब पीकर या भांग खाकर बोल रहे थे। जीतू पटवारी ने कहा कि 'आदरणीय कमल पटेल का मानस या उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है या उनका अध्ययन ठीक नहीं है। कमल पटेल कहां थे, जब वो सदन में जवाब दे रहे थे कि कांग्रेस सरकार ने 27 लाख किसानों का कर्जामाफ किया तो या तो जब वो नशे में थे, या जब बोल रहे थे और बेहोश थे। खुद अपनी एक बात पर वो कायम तो हों। ऐसा कृषि मंत्री कैसे प्रदेश के किसानों की रक्षा कर सकता है।' ऐसे अपरिपक्व मंत्री को कैबिनेट से हटा देना चाहिएजीतू पटवारी ने आगे कहा- 'मैं शिवराज सिंहजी से अनुरोध करना चाहता हूं कि ऐसे अपरिपक्व मंत्री को मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए या इस्तीफा ले लेना चाहिए। वरना जनता तो तैयार है, वो खुद ही हटा देगी।' पटवारी पत्रकारों के उस सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें पूछा गया था कि कमल पटेल ने शुक्रवार को कहा था कि कमलनाथ और राहुल गांधी के किसानों के मामले में झूठ बोलने के लिए माफी नहीं मांगेंगे तो वह उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
PMMSY: प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के तहत आवेदन आमंत्रित - MP NEWS Posted: 26 Sep 2020 01:42 AM PDT भोपाल। मत्स्य पालन से जुड़े कृषकों तथा मात्स्यिकी से जुडऩे हेतु इच्छुक व्यक्तियों के लिए वित्तीय वर्ष 2020-21 में भारत सरकार ने मातिस्यकीय विभाग के लिए नई योजना प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना प्रारंभ की गई है। उक्त योजना का मुख्य उद्देश्य मछली उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि, गुणवत्ता, तकनीकी, आधारभूत संरचना एवं प्रबंधन के अंतर को कम करना मूल्य श्रृंखला का आधुनिकीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, मजबूत मत्स्य पालन-प्रबंधन ढांचा की स्थापना तथा मछुआरों एवं मत्स्य कृषकों की आय दोगुनी करना है। इस योजना में विभिन्न योजनाएं जिसमें मत्स्य बीज उत्पादन हेतु बीज उत्पादन हैचरी की स्थापना, नवीन मत्स्यबीज संवर्धन हेतु पोखर/तालाब का निर्माण, नवीन तालाब का निर्माण, मिश्रित मत्स्य पालन, पंगेशियस मछली पालन, तिलापिया मछली पालन हेतु इनपुट्स की व्यवस्था, जलाशय में मत्स्य अंगुलिकाओं का संचयन, रंगीन मछलियों की ब्रीडिंग एवं रियरिंग के लिए ईकाई की स्थापना, पुन: संचारी जल कृषि प्रणाली (आरएएस) की स्थापना, बायोफलास्क की स्थापना, आइस बॉक्स युक्त मोटर साइकिल, मछली बिक्री हेतु ई-रिक्शा, प्रशीतक कुंस वाहक वाहन, जलाशय पिंजरा कृषि (केज) फिश फीड मिल प्लांट, मछली कियोस्क का निर्माण, थोक मछली बाजार का निर्माण इत्यादि सम्मिलित है। उक्त योजना में सम्मिलित गतिविधियों से लाभ लेने हेतु इच्छुक व्यक्ति अपने जिले के सहायक संचालक मत्स्योद्योग कार्यालय में 30 अक्टूबर 2020 तक आवेदन कर सकते हैं।कलस्टर आधारित तथा पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर हितग्राहियों की चयन में प्राथमिकता दी जाएगी। जिला स्तर की समिति के प्रशासनिक अनुमोदन के पश्चात् ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
UJJAIN में रोड एक्सीडेंट, कटनी के 5 लोगों की मौत, 7 गंभीर - MP NEWS Posted: 26 Sep 2020 05:00 AM PDT उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के दताना गांव में तूफान कार और ट्राॅले की टक्कर में 5 मजदूरों की मौत हो गई। जबकि 7 की हालत गंभीर है। सभी को जिला अस्पताल लाया गया। यहां उनका इलाज चल रहा है। एक घायल मजदूर सोमदेव ने बताया कि हम लोग कटनी जिले के रहने वाले हैं। एक तूफान गाड़ी किराए से लेकर मजदूरी करने नीमच जा रहे थे। उसी दौरान उज्जैन से पहले दताना गांव के पास सुबह तड़के 4 बजे हमारी गाड़ी ट्राॅले से जा टकराई। दुर्घटना देवास-उज्जैन रोड पर हुई। सभी मजदूर कटनी निवासी हैं और काम के सिलसिले में नीमच जा रहे थे। हादसे में 5 मजदूरों की मौत हो गई है और 7 मजदूर भाई गंभीर हैं। मरने वाले 5 मजदूर में मेरा एक भाई है। जिसका नाम सोमचंद्र शामिल है। पुलिस ने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ट्राॅला गाड़ी का नंबर आरजे 09 जीडी 4165 है और तूफान का नंबर यूपी 20 टीवाई 1702 है। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
INDORE में 2 दिन लॉकडाउन के फैसले से व्यापारी नाराज: नेता सभाएं बंद करें - INDORE NEWS Posted: 26 Sep 2020 07:16 AM PDT इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में 47 व्यापारिक संगठनों द्वारा शनिवार, रविवार को घोषित किए गए स्वैच्छिक लॉकडाउन को लेकर अब कारोबारी ही अपने संगठनों के खिलाफ होने लगे हैं। इसके चलते बाजार बंद को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है। कारोबारियों ने एसोसिएशनों के खिलाफ सोशल मीडिया पर संदेश चलाने शुरू कर दिए हैं। उनका कहना है कि जब केंद्र, मप्र शासन और जिला प्रशासन से बंद का कोई नोटिफिकेशन नहीं है तो फिर हम क्यों अपनी दुकान बंद करें? एक ओर तो राजनेता लगातार बिना मास्क के मंच पर बैठ रहे हैं और हजारों की संख्या में लोगों को बुलाकर सभाएं कर रहे हैं, दावतें दे रहे हैं, केवल बाजार वालों से कहा जा रहा है कि वह बंद करें। कारोबारियों का यह भी कहना है कि एसोसिएशन अपने स्तर पर ही कलेक्टर से बात करने पहुंच गई और स्वैच्छिक लॉकडाउन का फैसला ले लिया, इस संबंध में उन्होंने कारोबारियों के साथ कोई बैठक नहीं की, वैसे भी अब त्योहारी सीजन आ गया है। लॉकडाउन के चलते बाजार बंद रहने से कई कारोबारी कर्ज में उतर गए हैं, इसलिए हम बाजार बंद नहीं करेंगे। वहीं अहिल्या चैंबर के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल का इस बारे में कहना है कि हम कारोबारियों से लगातार अपील कर रहे हैं। प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि वह इस संबंध में कोई औपचारिक आदेश जारी कर दे। उधर, मालवा चैंबर द्वारा भी व्यापारियों से स्वैच्छिक लॉकडाउन के लिए अपील की जा रही है। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
बनिए के नौकर से लेकर कंपनी के कर्मचारी तक सबका स्वास्थ्य बीमा होगा - EMPLOYEE NEWS Posted: 26 Sep 2020 07:16 AM PDT नई दिल्ली। भारत सरकार ने फैसला लिया है कि अब हर कर्मचारी का स्वास्थ्य बीमा कराया जाएगा। इतना ही नहीं भारत के सभी 740 जिलों में बीमा प्राप्त कर्मचारियों को इलाज के लिए अस्पताल होंगे। संसद में लेबर कोड बिल पास हो चुका है। बिल में ECIC और EPFO स्कीमों के तहत सामाजिक सुरक्षा का दायरा बढ़ा दिया गया है। भारत के सभी 740 जिलों में कर्मचारियों के लिए बीमा अस्पताल होंगेकर्मचारी राज्य बीमा निगम की सुविधाएं अब भारत के सभी 740 जिलों में मिल सकेंगी। इससे श्रमिकों को काफी राहत मिलेगी। खतरनाक क्षेत्र में काम कर रहे संस्थानों को ईएसआईसी स्कीम से जुड़ना जरूरी होगा। चाहे उनमें केवल एक ही श्रमिक काम क्यों नहीं करता हो। असंगठित क्षेत्र और गिग वर्कर्स को भी ECIC से जोड़ा जाएगा। बागानों में काम करने वाले और 10 से कम श्रमिक वाले संस्थाओं के श्रमिकों को ECIC का वकिल्प दिया जाएगा। प्रोफेशनल्स के लिए भी EPFO योजना बनाई जाएगीकर्मचारी भविष्य निधि संगठन की कवरेज 20 कामगारों वाले सभी संस्थानों पर लागू होगा 20 से कम कर्मचारियों वाले संस्थानों को भी EPFO से जुड़ने का विकल्प होगा। स्वरोजगार या किसी अन्य श्रेणी के कामगारों के लिए EPFO की योजना बनाई जाएगी। इन योजनाओं को इंप्लीमेंट करने के लिए सामाजिक सुरक्षा कोष बनाया जाएगा। गिग कामगार और प्लेटफॉर्म पर काम करने वाले कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा योजना के दायरे में लाया जाएगा। अस्थाई कर्मचारी भी योजना के दायरे में लाभान्वित होंगेप्रत्येक कारोबार में कुछ काम ऐसे होते हैं जिनको अस्थाई कर्मचारियों से कराया जाता है। ऐसे काम के लिए कंपनियों कर्मचारियों को काम के आधार पर भुगतान करती हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो काम के बदले भुगतान के आधार पर रखे गए कर्मचारियों को गिग वर्कर (Gig Worker) कहा जाता है। पर ऐसा जरूरी नहीं की गिग कर्मचारी कुछ दिन ही कंपनी के लिए काम करें ये किसी कंपनी से लम्बे समय तक जुड़े रह सकते हैं। भारत की प्राइवेट कंपनियों में कितने संविदा कर्मचारीभारत में ऑनलाइन कारोबार बढ़ने के बाद गिग वर्कर्स की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। एक अनुमान के अनुसार भारत में लगभग 12 करोड़ गिग वर्कर हैं। भारत में अधिकांश गिग वर्कर ऑनलाइन फूड प्लेटफॉर्म, ई-कॉमर्स कंपनी और सामान की डिलीवरी जैसे काम कर रहे हैं। बड़ी संख्या में गिग वर्कर ड्राइविंग का काम भी कर रहे हैं। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
Posted: 26 Sep 2020 12:38 AM PDT भोपाल कलेक्टर ने उन डॉक्टरों की लिस्ट जारी कर दी है जो होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों को टेली कॉलिंग के जरिए स्वास्थ्य परामर्श देंगे। ये कोरोना संक्रमित मरीजों को टेलीकॉलिंग पर इलाज की सेवाएं देंगे और दवाइयां भी बताएंगे। कलेक्टर ने बताया कि यह सुविधा निजी स्तर पर उपलब्ध कराई जा रही है। ये सभी डॉक्टर कोरोना पेशेंट के लिए अपनी सेवाएं देने को तैयार हैं। मेडिकल एसोसिएशन द्वारा इन डॉक्टरों के नंबर भी जारी कर दिए गए हैं। इन डॉक्टरों को फोन करने पर संबंधित संक्रमित मरीज जो होम आइसोलेशन में हैं, उनसे डॉक्टर टेलीकॉलिंग के माध्यम से इलाज व दवाइयां भी देंगे। इसके लिए इन्हें निजी स्तर पर 750 रुपए की फीस का भुगतान करना होगा। यह सेवाएं पूरी तरह से निजी होंगी। डॉक्टर मोबाइल नंबर डॉक्टर डॉ.सुदीप पाठक 9893837104 डॉ.संजीवगुलाटी --------- डॉ.गोपाल बटनी 9827055612 डॉ.हसमख जैन 9425013786 डॉ जीडी तिवारी 9425013786 डॉ.अतुल गुप्ता 9425674287 डॉ.मोहितसिक्का 9426178141 डॉ.राजीवमदन 9425302577 डॉ.बसंत श्रीवास्तव 9425018008 डॉ नरेन्टचावलानी 700699937 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
जल्दबाजी में लाये बिलों से सरकार ने क्या खोया ? - Pratidin Posted: 25 Sep 2020 11:50 PM PDT संसद में जल्दबाजी में पारित 3 कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों का भारत बंद कुछ राज्यों में जोरदार तो कुछ में ढीला रहा। सबसे ज्यादा असर पंजाब और हरियाणा में देखने को मिल रहा है पंजाब में अमृतसर, फरीदकोट समेत कई शहरों में किसान रेलवे ट्रैक पर बैठे दिखे | रेलवे ने पंजाब जाने वाली 13 जोड़ी ट्रेनों को पंजाब पहुंचने से पहले ही रद्द कर दिया। इसके अलावा 14 ट्रेनों को निरस्त कर दिया है। वैसे जिस तरह बहुमत के बल पर जल्दबाजी से तीन कृषि अध्यादेशों को नये कानूनों में बदला गया है,उसका विरोध भी प्रजातंत्र में आस्था रखने वाले लोग कर रहे हैं| इस सम्पूर्ण घटनाक्रम से हमारी संसदीय लोकतांत्रिक पद्धति के भविष्य को लेकर कई सवाल पैदा होते हैं।जैसे विपक्ष की आवाज़ को अनसुना कर दिया जाना। वास्तव में यह मुद्दों पर सार्थक बहस न होने देने वाली ताकत का निर्लज्ज नमूना ही तो है। स्थापित संसदीय प्रक्रिया को दरकिनार करने वाले प्रसंग को जनता आसानी से कहाँ भूलने वाली है । अब तक स्थापित परंपरा यही है कि सरकार सदन में कानून का मसौदा रखते वक्त इसकी उपयोगिता गिनाती है और चर्चा होती है, किंतु पिछले कुछ वक्त से बहस करवाने की जरूरी प्रक्रिया की अनदेखी करते हुए विधायी प्रक्रिया का ह्रास करना नित्यक्रम हो गया है। यह दृश्य राज्य विधान सभा में तो आम हो गया है| सदन के सत्रावसान का उपयोग "वीटो पावर "की तरह होने लगा है। इन हरकतों से लोकतांत्रिक और नैतिक वैधता बेमानी होती जा रही है। साफ है, लोकतंत्र में कोई ऐसा कानून, जिसे सरकार जोर-जबरदस्ती से लाद कर यह कहे कि जनता खुशी से कबूल रही है और पालना करेगी, तो यह दावा करना सही नहीं,बल्कि चिंगारी को हवा देना है। दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि स्वतंत्र भारत के जीवट कृषक समुदाय की प्रतिष्ठा कायम करने के स्थान पर सरकार उसे वोट बैंक समझती है | सब यह जानते हैं कि किसी कानून की प्रभावशीलता उसके न्यायोचित होने और सार्थकता महसूस करने पर आधारित होती है। पहले से ही कोविड-१९ महामारी से बनी अति विकट स्थितियों के बावजूद नये विवादित कृषि कानूनों को लेकर आज सड़कों पर जनाक्रोश देखने को मिल रहा है |पंजाब के मुख्यमंत्री इस प्रतिक्रिया ने कि "जिस तरह संसद में कानूनों को धक्के से पारित करवाया गया है, उसे न्यायलय में चुनौती दी जाएगी यह भारतीय संघीय व्यवस्था के भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं है। नये कृषि कानूनों और पारित करने के तरीके का विरोध देशभर में हो रहा है और भिन्न राजनीतिक विचारधारा वाले दल इन्हें बनाने एवं लागू करने क्र खिलाफ हैं। कांग्रेस, डीएमके, तृणमूल कांग्रेस, आईएडीएमके, बीजेडी, आरजेडी, टीआरसी, शिरोमणि अकाली दल और वाम दलों ने अपना पक्ष रखते हुए मांग की है कि तीनों कानूनों को राज्यसभा के चुनींदा सदस्यों वाली समिति के पास विस्तृत पुनः समीक्षा के लिए भेजा जाए। होना तो यह चाहिए था, विपक्ष शासित राज्य सरकारों और संबंधित पक्षों से पहले समर्थन जुटाया जाता। नये कानूनों का निर्मम होना और फिर न्यूनतम समर्थन मूल्य व्यवस्था हटने की आशंका से किसानों में इसके प्रति धारणा घातक होने वाली बन गई है। कुल मिलाकर किसानों को डर है कि मूल्य निर्धारण, बाजार के मुक्त खेल के रहमो-करम पर छोड़ दिया गया है। तर्क के लिए यह मान भी लें किसानों में इन कानूनों के लेकर बनी धारणा मात्र गलतफहमी है तो यह सरकार का दायित्व था कि वह उनकी स्वीकार्यता बनाने को सही और संपूर्ण जानकारी मुहैया करवाती, लेकिन यह नहीं किया गया। इसके विपरीत केवल खुद को सही समझने वाली सरकार अपने निर्णयों को सही सिद्ध करने पर अड़ी है का प्रदर्शन संसद के अंदर और बाहर दिखा। ऐसे में अपने ही देश के नागरिकों के हितों से खिलवाड़ करने वाली सरकार शासन करने का नैतिक हक खो बैठती है। जरूरत महत्वपूर्ण मुद्दों पर बृहद राष्ट्रीय सहमति बनाने के लिए उभयनिष्ठ बिंदुओं की पहचान है , जिसमें कृषि-आर्थिकी को बदलने से संबंधित मामले भी शामिल हो । सरकार को लगातार घटती जा रही सहानुभूति और संवेदना को नहीं भूलना चाहिए है, यही क्रिया मानवता को परिभाषित करती है। देश और मध्यप्रदेश की बड़ी खबरें MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं। |
KHILCHIPUR कॉलेज में छात्रा को गोली मारी, किडनैप कर ले गए - MP NEWS Posted: 26 Sep 2020 04:56 AM PDT राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में खिलचीपुर स्थित कॉलेज में मोहम्मद कैफ नाम की एक लड़के ने सरेआम 19 साल की एक छात्रा को गोली मारी और किडनैप करके ले गया। वारदात के लिए उसने बाइक का प्रयोग किया और बड़ी ही आसानी से फरार हो गया। छात्रा के अपहरणकर्ता ने ₹500000 फिरौती मांगीछात्रा के पिता ने बताया कि उनके पास उनकी बेटी के मोबाइल फोन से अपहरणकर्ता ने बात की थी। उसने ₹500000 बतौर फिरौती मांगे थे। पुलिस का दावा है कि मोबाइल की लोकेशन के आधार पर शुक्रवार को अपहृत लड़की को मुक्त करा लिया गया है। पुलिस किडनैपर को गिरफ्तार नहीं कर पाई इसलिए चर्चा यह भी है कि फिरौती देकर छात्रा को मुक्त कराया गया। लड़की के कंधे को छूते हुए गोली निकल गई थीसमाचार लिखे जाने तक इस मामले में किसी भी प्रकार का कोई एंगल सामने नहीं आया है। लड़की के कंधे को छूते हुए गोली निकल गई थी। कंधे पर घाव का निशान है और छात्रा का इलाज कराया जा रहा है। बड़ा सवाल यह है कि इतने बड़े कॉलेज में, किसी लड़की का अपहरण क्यों हुआ। मोहम्मद कैफ कौन है, क्या इससे पहले भी उसने इसी तरह के अपहरण किए हैं। उसके खिलाफ कुल कितने मामले दर्ज हैं। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
Posted: 26 Sep 2020 04:56 AM PDT इंदौर। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपनी सारी जिंदगी और ताकत कांग्रेस के लिए लगा दी लेकिन आज भी मध्य प्रदेश की कांग्रेस पार्टी सिंधिया राजवंश की छत्रछाया में बनी हुई नजर आती है। ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी माधवराव सिंधिया के नाम पर वोट इकट्ठा करने की तैयारी कर रही है। स्वर्गीय माधवराव सिंधिया जी श्रद्धांजलि सभाएं बड़े पैमाने पर क्यों चाहते हैं कमलनाथदिनांक 30 सितंबर 2020 को माधवराव सिंधिया की पुण्यतिथि है। मध्यप्रदेश उपचुनाव के कारण कांग्रेस पार्टी स्वर्गीय माधवराव सिंधिया को अपना नेता मानते हुए बड़े पैमाने पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन करने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस उनकी पुण्यतिथि के जरिए लोगों की माधवराव सिंधिया से जुड़ी भावनाओं को वोट बैंक में बदलना चाहती है। 2018 के विधानसभा चुनाव में एक चिट्ठी वायरल हुई थी जिसमें स्वर्गीय सुभाष यादव की पुण्यतिथि बड़े पैमाने पर बनाने की प्लानिंग थी। स्थिति में बताया गया था कि स्वर्गीय सुभाष यादव की श्रद्धांजलि सभा के जरिए पिछड़ा वर्ग का वोट प्राप्त किया जाएगा। मध्यप्रदेश में बिना सिंधिया के कांग्रेस का काम नहीं चलताकमलनाथ के रणनीतिकारों को विश्वास है कि स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करके वह पिता-पुत्र के बीच एक बड़ी लकीर खींच पाएंगे। माधवराव सिंधिया से प्रेम करने वालों का वोट कांग्रेस में रोक पाएंगे लेकिन शायद उन्होंने यह नहीं सोचा कि इसका एक और मैसेज लाउड एंड क्लियर हो जाएगा। मध्यप्रदेश में बिना सिंधिया के कांग्रेस का काम नहीं चलता। आजादी के बाद पंडित जवाहरलाल नेहरू ने दबाव बनाकर सिंधिया राजपरिवार को कांग्रेस में शामिल किया था। आपातकाल के समय इंदिरा गांधी ने दबाव बनाकर माधवराव सिंधिया को कांग्रेस में शामिल किया और जब सिंधिया परिवार का कोई सदस्य कांग्रेस में नहीं है तो सोनिया गांधी और कमलनाथ दबाव बनाकर स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के फोटो के जरिए वोटों की कमाई करना चाहते हैं। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
Posted: 25 Sep 2020 10:32 PM PDT उमेशचन्द्र तिवारी/रीवा। परीक्षा किसी भी तरह की हो परीक्षा देने वाले के मन में तनाव और शरीर में सिहरन पैदा कर देती है। लेकिन कई ऐसे निडर व्यक्ति हैं जो हर परीक्षा के लिये तैयार रहते हैं। ऐसे ही प्रतिभाशाली दिव्यांग विद्यार्थी रीवा जिले के कृष्ण कुमार केवट हैं। बोर्ड परीक्षाओं में जो सफलता हाथ से लिखने वाले विद्यार्थियों को मिलना कठिन होती है वह सफलता कृष्ण कुमार ने पैरौं से लिखकर प्राप्त की है। कृष्ण कुमार को 12वीं की बोर्ड परीक्षा में कला समूह में 82.8 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 12वीं के छात्र कृष्ण कुमार केवट को सलाम कियाजन्म से ही दोनों हाथों से लाचार कृष्ण कुमार ने पैरों से लिखकर यह सफलता प्राप्त की है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उनके इस जज्बे को सलाम किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से 25 सितम्बर को प्रदेश के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटाप के लिये 25 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की। मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से कई विद्यार्थियों से संवाद किया। कृष्ण कुमार केवट से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अपनी जिद और जुनून से कृष्ण कुमार ने इतिहास रच दिया है। आपने पैरों से लिखकर 82 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हैं। कल तक पिता फीस नहीं भर पा रहे थे, आज सरकार सारा खर्चा उठाने को तैयारप्रतिदिन 10 किलोमीटर की यात्रा करके गरीब परिवार का यह होनहार छात्र नियमित रूप से स्कूल जाता रहा। अपनी लगन और मेहनत से इसने जो सफलता प्राप्त की है उसे विरले ही प्राप्त कर पाते हैं। इनकी पढ़ाई का पूरा खर्च सरकार उठायेगी। कमिश्नर रीवा छात्र कृष्ण कुमार केवट के स्वास्थ्य की जांच करा लें। इनके हाथों के उपचार तथा कृत्रिम हाथ लगाने के लिये पूरी व्यवस्था करें। इसके लिये भी पूरी राशि सरकार द्वारा दी जायेगी। कृष्ण कुमार जैसे बच्चों की सफलता पूरे प्रदेश ही नहीं देश के लिये गर्व की बात है। कृष्ण कुमार केवट आईएएस अधिकारी बनना चाहता हैमुख्यमंत्री को कृष्ण कुमार ने बताया कि उनके ग्राम हर्रई मुंडहान से उनका स्कूल 10 किलोमीटर दूर है। पिता रामजस केवट तथा भाई मजदूरी करके परिवार की आजीविका चला रहे हैं। अपनी शिक्षा पूरी करके मैं आईएएस अधिकारी बनना चाहता हूं। मुख्यमंत्री ने कृष्ण कुमार को हर संभव सहायता देने की बात कही। MORAL OF THE STORYमोरल ऑफ द स्टोरी यह है कि यदि कोई इस बात पर फोकस किए बिना कि उसके पास क्या है और क्या नहीं है, अपना टारगेट सेट करके आगे बढ़ता है तो सक्सेस 100% श्योर हो जाती है। श्री कृष्ण कुमार का फोकस पढ़ाई के बजाए अपनी गरीबी और दिव्यांगता की तरफ चला जाता है तो वह 82.8% तक कभी नहीं पहुंच पाता। 12वीं पास करने के बाद जब कृष्ण कुमार से पूछा था कि क्या बनना चाहते हो तो उसका उत्तर था "क्लर्क" कल जब मुख्यमंत्री ने सम्मान समारोह में कृष्ण कुमार से पूछा कि बड़े होकर क्या बनना चाहते हो तो उसका उत्तर था "आईएएस।" (लाइफ के टारगेट खुद सेट किए जाते हैं, पेरेंट्स और टीचर से हेल्प लेते हैं, पढ़ाई करके उन पर एहसान नहीं करते।) |
रसोई गैस जलाकर खाली प्रेशर कुकर रख दिया जाए तो क्या होगा - GK IN HINDI Posted: 25 Sep 2020 10:33 PM PDT हम सभी जानते हैं कि प्रेशर कुकर का मतलब एक ऐसा बर्तन जो किसी भी चीज को पकाने के लिए दूसरे बर्तनों की तुलना में काफी कम समय लेता है। रसोई गैस एक ऐसा ईंधन है जो एक निर्धारित मात्रा में उर्जा उत्पन्न करता है। सवाल यह है कि यदि रसोई गैस जलाकर रसोई गैस चूल्हे के ऊपर प्रेशर कुकर बंद करके रख दिया जाए तो क्या होगा। ज्यादातर सवालों में जवाब होता हैसोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इस सवाल का बड़ा अजीब सा जवाब दिया। किसी ने कहा कि कुछ नहीं होगा क्योंकि रसोई गैस जल नहीं रही थी। किसी ने कहा कि प्रेशर कुकर का ढक्कन खुला हुआ था इसलिए कुछ नहीं होगा। हमने स्पष्ट किया कि यह एक टेक्निकल क्वेश्चन है और आदर्श स्थिति (रसोई गैस प्रज्वलित थी और प्रेशर कुकर उसके ऊपर ढक्कन बंद करके रखा गया) में क्या होगा। इंडियन आर्मी से रिटायर श्री रामपाल नागी बताया कि प्रेशर कुकर में ब्लास्ट नहीं होगा क्योंकि प्रेशर कुकर खाली है और जब तक उसके अंदर तरल पदार्थ का वाष्पीकरण नहीं होगा तब तक ना तो गैस बनेगी और ना ही ब्लास्ट होगा। थोड़ी बहुत गैस बनेगी जो किसी भी स्तर पर नुकसानदायक नहीं हो सकती है। यदि आप रसोई गैस की अग्नि को तेज कर देंगे तब प्रेशर कुकर का धातु अत्यधिक गर्म हो जाएगा इस वजह से सबसे पहले तो रबर का गॉस्केट पिघल कर नष्ट हो जाएगा। उसके पश्चात कुकर पर लगे प्लास्टिक या बेकेलाइट से बने पार्टस खराब होंगे और अंत में कुकर के पैंदे का धातु पिघल जाएगा। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,) |
Posted: 25 Sep 2020 10:32 PM PDT आपकी जन्म तारीख यानी डेट ऑफ बर्थ केवल 1 तारीख नहीं होती बल्कि 1 अंकों का आपकी लाइफ से काफी क्लोज रिलेशन होता है। उस डेट के नंबर आपकी लाइफ को इफेक्ट करते हैं। यह बात केवल न्यूमैरोलॉजिस्ट नहीं बोलते बल्कि कई तरह की रिसर्च में यह साबित भी हुआ है। जीवन साथी से व्यवहार का निर्धारण जन्म तारीख से होता हैन्यूमैरोलॉजी यानी अंकशास्त्र के मुताबिक आप जिस तारीख को जन्म लेते हैं, वह इस बात को प्रभावित करती है कि आप अपने जीवनसाथी से कैसा व्यहवहार रखते हैं। यह तारीख बताती है कि आप उनके साथ रोममांक हैं या नहीं, अपने पार्टनर के साथ समय बिताना पसंद करते हैं या नहीं और सबसे महत्वपूर्ण, आप अपने पार्टनर को कितनी अहमियत देते हैं। अंक शास्त्र में मूलांक किसे कहते हैंआपके स्वभाव से जुड़े तथ्यों को करीब से जानने के लिए जरूरत है तो बस आपके जन्म की तारीख की। अंकशास्त्र में जन्म की तारीख को मूलांक कहा जाता है। इसके द्वारा किसी विशेष व्यक्ति के रोमांटिक स्वभाव को समझने के लिए अंकों को 1 से 9 में बांटा गया है। यानी कि हमारे आसपास कुल 9 तरह के लोग हैं जो अपने-अपने तरीके से प्यार का इज़हार करते हैं। जन्म तारीख के अनुसार जानिए लाइफ पार्टनर का स्वभावअंकशास्त्र में सबसे पहला अंक 1 है, इसे सूर्य ग्रह का प्रतीक माना जाता है। मूलांक 1 वाले लोग सूर्य की तरह चमकदार और आत्मविश्वासी से भरे होते हैं। यदि आपका जन्म 1, 10 (1+0), 19 (1+9=10, 1+0=1) या 28 (2+8=10, 1+0=1) तारीख को हुआ है, तो आपका मूलांक 1 है। प्यार के मामले में मूलांक 1 वाले व्यक्ति सूर्य ग्रह की तरह व्यवहार करते हैं। जिस प्रकार से सूर्य सभी ग्रहों का नेतृत्व करता है, ठीक इसी तरह से आप भी अपने पार्टनर को नियंत्रण में रखना पसंद करते हैं। तारीख 2, 11, 20 और 29 को जन्मे हुए लोगों का मूलांक 2 और ग्रह चंद्रमा होता है। यदि आपका मूलांक 2 है तो ज़ाहिर तौर पर आप काफी भावुक तथा संवेदनशील व्यक्तित्व वाले हैं। कई बार आप मूडी भी हो जाते हैं। आपके लिए अपने पार्टनर के प्रति शारीरिक संबंध से ज्यादा जरूरी है दिल से जुड़े रहना। उसकी हर इच्छा का ध्यान रखना अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। इनके लिए कभी-कभी प्यार से बढ़कर इनका कॅरियर जरूरी हो जाता है। दिल की बातों के अलावा शारीरिक संबंध बनाते हुए भी आप अपने पार्टनर पर हावी होना पसंद करते हैं। ऐसे लोगों को यदि इनकी बातें मानने वाला पार्टनर मिल जाए तो रिलेशनशिप परफेक्ट चलता रहता है। यह अपनी पार्टनर की नज़रों में हमेशा खास बने रहना चाहते हैं, जो कि कई मायनों में एक अटूट रिश्ते के लिए सही भी है। इसीलिए अपने पार्टनर से भी ऐसी ही कुछ इच्छा रखते हैं। यदि आपको खुद में खोए रहने वाला और गैर जिम्मेदार पार्टनर मिले तो आप दुखी रहते हैं। लेकिन फिर भी आपका प्यार आपके पार्टनर के लिए किसी भी रूप में कम नहीं होता। क्योंकि आप दिल से प्यार करते हैं और प्यार की बातों में कभी भी दिमाग की नहीं सुनते। 3, 12, 21 और 30 तारीख को जन्म लेने वाले लोग बृहस्पति ग्रह के अधीन होते हैं। यह ग्रह विशाल और ताकतवर होता है और कुछ ऐसा ही व्यवहार प्यार के मामले में भी दिखाते हैं मूलांक 3 वाले लोग। इन्हें एक परफेक्ट पार्टनर चाहिए होता है, क्योंकि यह खुद को भी सर्वश्रेष्ठ समझते हैं। यदि आपका मूलांक 3 है तो आप रोमांटिक नहीं हैं और प्यार के सिलसिले में भी दिल की नहीं दिमाग की ही सुनना ज्यादा सही मानते हैं। आपके अनुसार हर फैसला सही होना चाहिए, जो केवल दिमाग ही ले सकता है। इनके लिए कभी-कभी प्यार से बढ़कर इनका कॅरियर जरूरी हो जाता है। दिल की बातों के अलावा शारीरिक संबंध बनाते हुए भी आप अपने पार्टनर पर हावी होना पसंद करते हैं। ऐसे लोगों को यदि इनकी बातें मानने वाला पार्टनर मिल जाए तो रिलेशनशिप परफेक्ट चलता रहता है। यह अपनी पार्टनर की नज़रों में हमेशा खास बने रहना चाहते हैं, जो कि कई मायनों में एक अटूट रिश्ते के लिए सही भी है। अंक 4 वालों का कनेक्शन राहु ग्रह के साथ है। यदि आपका जन्म 4, 13, 22 और 31 तारीख को हुआ है तो आप इसी श्रेणी में आते हैं। मूलांक 4 वाले भले ही कुछ खास रोमांटिक नहीं होते लेकिन अपने पार्टनर के सामने झुकने, उनकी हर तरह की बातों को सुनने और उनके लिए भरोसेमंद पार्टनर बनने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। बेवजह का फ्लर्ट करना इन्हें नहीं पसंद। को पूरा करने के लिए ही होता है। भावनाएं केवल यह अपने परिवार के लिए ही व्यक्त करते हैं। इनके लिए इनका परिवार सबसे पहले है, जिसमें यह अपने पार्टनर से ज्यादा अपने बच्चों की ओर ज्यादा ध्यान देते हैं। लेकिन इन अच्छाईयों के बावजूद मूलांक 4 वाले लोग अपने गुस्से की वजह से रिश्तों में दरार ले आते हैं। यह दरार इतनी बढ़ जाती है कि तलाक होना लाज़मी है। यदि इन्हें कोई प्यार से रिश्ते में बांधे रख सकता है तो वह है मूलांक 2, 6 और 8 वाले लोग। यदि किसी का जन्म 5, 14 या 23 तारीख को हुआ है तो उसका मूलांक 5 तथा ग्रह बुध है। बुध ग्रह का नियंत्रण व्यक्ति के विचारों पर होता है। रिश्तों में समय-समय पर निपुणता भांपते रहना इनकी आदत होती है। इसीलिए शादी से पहले इनके काफी अफेयर भी रहते हैं। इन्हें हर चीज़ में बदलाव काफी भाता है इसीलिए प्यार के संबंध बनाते समय भी विभिन्न प्रकार के तरीके अपनाना इन्हें पसंद है। शारीरिक संबंध इनके लिए एक शादीशुदा रिश्ते की नींव है। मूलांक 3 वालों की तरह ही यह भी प्यार में दिल से नहीं दिमाग से फैसला लेना पसंद करते हैं। क्योंकि अक्सर दिल से लिए हुए फैसले गलते भी साबित हो जाते हैं फिर चाहे वो कुछ समय के लिए व्यक्ति का दिल ही क्यों ना दुखाएं। तारीख 6, 15 और 24 को जन्में लोगों का ग्रह शुक्र है। शुक्र ग्रह से नाता रखने वालों की चमकती किस्मत को देख दुनिया भी सलाम करती है। प्यार के मामले में भी यह ग्रह सभी ग्रहों को पीछे छोड़ता है। मूलांक 6 वाले लोग काफी रोमांटिक होते हैं। किसी को कैसे अपनी ओर आकर्षित करना है इन्हें अच्छे से आता है। अपने पार्टनर को हर तरह से खुश रखना इन्हें पसंद है। लेकिन इसके विपरीत मूलांक 6 की श्रेणी में ही कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो एक से ज्यादा रिश्ते बना लेते हैं। यह केवल तब होता है जब वे अपने पार्टनर के साथ भावनात्मक ढंग से ना जुड़ पा रहे हों। यही कारण है कि मूलांक 2 की तरह ही इनके लिए भी शारीरिक संबंधों से ज्यादा जरूरी है दिल से जुड़े हुए रिश्ते। यदि शारीरिक संबंध बनाएं भी तो अंत तक प्यार दिखाते हैं। 7, 16 और 25 तारीख को जन्में लोगों का मूलांक 7 और ग्रह केतु है। वैसे तो इनकी ज़िंदगी में तकलीफें कम ही होती हैं लेकिन इनकी निरंतर चिंता करते रहने की आदत ही इनकी सबसे बड़ी दुश्मन है। यह कुछ खोए हुए तथा हमेशा कुछ सोचते रहते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि ये रोमांटिक नहीं है, बस इजहार करना नहीं आता। मूलांक 2 की तरह ही यह अपने पार्टनर से भावानात्मक ढंग से जुड़े होते हैं। यह अपने जीवनसाथी के प्रति हमेशा वफादार रहते हैं लेकिन यदि पार्टनर दुख थे तो उसे सहन नहीं कर पाते। बात चाहे छोटी ही क्यों ना हो, लेकिन यदि पार्टनर के संबंध में है तो यह हमेशा इनके दिमाग में जगह बनाए रखती है। इसीलिए छोटे से झगड़े भी कई बार बड़े हो जाते हैं। ऐसे में इन्हें अपने दिल की बात अपने पार्टनर के साथ शेयर करते रहना चाहिए। मूलांक 8 निश्चित रूप से भावुक किस्म के इंसान हैं, लेकिन अपने व्यक्तित्व का यह हिस्सा किसी के सामने नहीं आने देते। भावनाओं से भरपूर, आप अपने पार्टनर के प्रति हमेशा वफादार रहते हैं। लेकिन कोई भी आपको ठीक तरह से समझ नहीं पाता। यही कारण है कि खासतौर पर मूलांक 8 वाली महिलाओं की शादीशुदा ज़िंदगी संघर्ष से भरी रहती है। ज्यादा दुख मिलने पर उसे रिश्ते से बाहर आने से भी कोई नहीं रोक सकता आपको। आपका व्यक्तित्व ऐसा है कि आप एक परफेक्ट मैरिज मेटिरियल हैं, लेकिन मूलांक 4 और मूलांक 8 वालों से शादी करना आपको भारी पड़ सकता है। मूलांक 9: लोग हमेशा गुस्से में ही रहते हैं। लेकिन यह भावानात्मक भी होते हैं, पर लोगों को अपनी भावनाएं दिखाना नहीं चाहते। उपरोक्त दिए सभी मूलांकों में से यदि शारीरिक संबंधों को सबसे ज्यादा कोई तवज्जो देता है तो वह मूलांक 9 है। |
12 साल से कम उम्र की लड़की का गैंगरेप देखना भी अपराध है, मृत्युदंड निर्धारित - ASK IPC Posted: 25 Sep 2020 02:07 PM PDT 12 साल से कम उम्र की लड़की की रक्षा करना समाज के प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है, चाहे वह लड़की आपके रिश्तेदार हो या ना हो। यदि 12 साल से कम उम्र की लड़की का रेप या गैंगरेप हो रहा है और कोई व्यक्ति अपराधियों के साथ घटना स्थल पर उपस्थित है, घटना होते हुए देख रहा है, भले ही उसने लड़की के साथ कुछ भी नहीं किया फिर भी उसे बराबर का अपराधी माना जाएगा और मृत्युदंड से दंडित किया जा सकता है। पढ़िए आईपीसी की किस धारा में बलात्कारी के साथी को सजा का प्रावधान है:- भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा- घख की परिभाषा:-अगर एक से अधिक व्यक्ति किसी 12 वर्ष से कम स्त्री के साथ जबर्दस्ती बलात्संग करते हैं, तब सभी आरोपी जिसने बलात्संग नहीं किया भी है लेकिन बलात्कारी के साथ में उनकी मदद की हो तब सभी पर धारा 376 घख, के मामला दर्ज होगा। भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा- 376घख, के अंतर्गत दण्ड का प्रावधान:-इस धारा के अपराध किसी भी प्रकार से समझौता योग्य नहीं होते हैं, यह अपराध संज्ञेय(Cognizable) एवं अजमानतीय (Non Bailable) अपराध होते हैं। इनकी सुनवाई का अधिकार सेशन न्यायालय(कोर्ट ऑफ सेशन) को होता है। सजा- आजीवन कारावास अर्थात व्यक्ति की शेष जीवन की मृत्यु तक होगा, संशोधन विधि के अनुसार मृत्यु दण्ड तक हो सकती है,ओर साथ में जुर्माना भी। लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) कानूनी जानकारी से संबंधित 10 सबसे लोकप्रिय लेखकोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है सरकारी अधिकारी निर्दोष नागरिक को जबरन रोककर रखे तो IPC की किस धारा के तहत मामला दर्ज होगा अधिकारी, कोर्ट में गलत जानकारी पेश कर दे तो विभागीय कार्रवाई होगी या FIR दर्ज होगी क्या जमानत की शर्तों का उल्लंघन अपराध है, नई FIR दर्ज हो सकती है एक व्यक्ति अपराध करे और दूसरा सिर्फ साथ रहे तो दूसरा अपराधी माना जाएगा या नहीं रात के समय किसी के घर में चोरी छुपे घुसना किस धारा के तहत अपराध है यदि कोई मर्जी के बिना घर में घुस आए तो क्या FIR दर्ज करवाई जा सकती है धूम्रपान करने वालों के खिलाफ IPC की किस धारा के तहत FIR दर्ज होगी आम रास्ते में रुकावट पैदा करने वाले के खिलाफ किस धारा के तहत FIR दर्ज होती है गर्भपात के दौरान यदि महिला की मृत्यु हो गई तो जेल कौन जाएगा डॉक्टर या पति यदि जबरदस्ती नशे की हालत में अपराध हो जाए तो क्या सजा से माफी मिलेगी |
OMG! 151 इंजीनियरिंग कॉलेजों की 55000 से ज्यादा सीटों के लिए मात्र 3000 आवेदन - MP NEWS Posted: 25 Sep 2020 12:42 PM PDT भोपाल। इंजीनियरिंग कॉलेजों का दिवाला पीटने का समय आ गया है। इतनी बुरी हालत तो किसी भी कोर्स की नहीं थी। मोटी फीस लेकर इंजीनियरिंग की डिग्री थमाने वाले प्राइवेट कॉलेज शायद बंद होने वाले हैं क्योंकि मध्य प्रदेश के 151 इंजीनियरिंग कॉलेजों में 55420 सीटों के लिए शुरुआत के 3 दिनों में मात्र 3 हजार रजिस्ट्रेशन हुए हैं।
मैनेजमेंट को समझ में आ जाएगा इंजीनियरिंग कॉलेज डिग्री की दुकान नहीं होतेइस साल उन तमाम कॉलेजों के मैनेजमेंट को समझ में आ जाएगा कि इंजीनियरिंग कॉलेज डिग्री की दुकान नहीं होते। इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई और प्रैक्टिकल जरूरी होता है। कैंपस में कंपनियां बुलाने से काम नहीं चलता। स्टूडेंट्स में इतना टैलेंट भरना पड़ता है कि जॉब मिलने के बाद प्रमोशन मिले टर्मिनेशन नहीं। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
MP PPT EXAM इस साल नहीं होंगे, को डायरेक्ट एडमिशन मिलेगा - MP NEWS Posted: 25 Sep 2020 09:53 PM PDT भोपाल। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के मिसमैनेजमेंट के कारण इस साल प्री-पॉलिटेक्निक टेस्ट का आयोजन नहीं होगा। Directorate of Technical Education, Madhya Pradesh ने डिसीजन लिया है कि इस साल 10th मेरिट के बेस पर डायरेक्ट एडमिशन दिए जाएंगे ताकि समय रहते शिक्षा सत्र का संचालन किया जा सके। डायरेक्टरेट ने इसका प्रपोजल शासन को भेज दिया है। उप चुनाव की आचार संहिता इस प्रक्रिया को प्रभावित नहीं करेगी। 10th मेरिट के बेस पर एडमिशन की तैयारियां शुरूप्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) को पीपीटी अप्रैल में करानी थी, लेकिन MPPEB के अधिकारियों ने COVID-19 के नाम पर सभी परीक्षाओं को कई बार स्थगित किया। जबकि विभिन्न बोर्ड द्वारा दूसरी कई महत्वपूर्ण परीक्षाओं का आयोजन किया जाता रहा। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के चेयरमैन समाचार लिखे जाने तक पीपीटी एग्जाम की नई तारीख घोषित नहीं कर पाए थे। यदि वह अक्टूबर में परीक्षा कार्यक्रम घोषित करते भी हैं तब भी नवंबर से पहले रिजल्ट घोषित नहीं कर पाएंगे। इसलिए तकनीकी शिक्षा निदेशालय ने डायरेक्ट एडमिशन का विकल्प चुन लिया है। स्टूडेंट्स के आवेदन शुल्क का क्या होगापीईबी ने पीपीटी में विद्यार्थियों को शामिल करने के लिए दो बार फार्म जमा करने की अंतिम तिथि में बढ़ोतरी की थी। इसमें पीईबी को करीब 21 हजार आवेदन मिले थे। अब PPT निरस्त होने के कारण PEB को सभी विद्यार्थियों का आवेदन शुल्क वापस करना होगा। यह आवेदन शुल्क विद्यार्थियों को उनके उसी खाते में भेजा जाएगा, जिससे उन्होंने आवेदन के लिए राशि जमा की थी। गौरतलब है कि प्रदेश में 137 पॉलिटेक्निक संस्थाएं संचालित हो रही हैं। इसमें करीब 28 हजार सीटें हैं। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
SAHARA SHRI के खिलाफ शिवपुरी में 420 का मामला दर्ज - MP NEWS Posted: 25 Sep 2020 02:30 PM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिला मुख्यालय पर स्थित सिटी कोतवाली में सहारा इंडिया के प्रमुख सुब्रत राय सहित छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि शिवपुरी के 184 लोगों को बैंक से ज्यादा ब्याज दर का वादा करके डिपॉजिट स्कीम में पैसे जमा कराए गए और जब पेमेंट करने का समय आया तो पैसे देने से इंकार कर दिया। याद दिला दें कि इस तरह की निवेश योजनाओं के कारण सुब्रत राय को जेल में लंबा समय काटना पड़ा। विरोध प्रदर्शन के दौरान उनका मुंह काला कर दिया गया था। सुब्रत राय के अलावा टेरिटरी हेड से लेकर ब्रांच मैनेजर तक सबके खिलाफ FIRजानकारी के अनुसार सहारा इंडिया में पैसा जमा करने वाले शिवपुरी शहर व जिले के कई लोग पिछले कई दिनों से पुलिस व प्रशासन को शिकायत कर रहे थे कि उनके लाखों रुपए सहारा कंपनी ने जमा करने के बाद तय सीमा के बाद भी वापस नही किए। इसी के चलते कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार की देर रात शिवपुरी शहर में गायत्री कॉलोनी निवासी नरेन्द्र शर्मा की शिकायत पर सहारा इंडिया के प्रमुख सुब्रत रॉय सहित टेरिटरी हेड बीके श्रीवास्तव, एरिया मैनेजर रतन कुमार श्रीवास्तव, जूनियर मैनेजर देवेन्द्र सक्सेना, रीजनल मैनेजर माधव सिंह व शिवपुरी के शाखा प्रबंधक नदीम अहमद के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इस मामले में शिकायत करने वाले लोग 184 है जिनका करीब 3 करोड़ से अधिक का बकाया सहारा इंडिया को देना है। सहारा प्रमुख के खिलाफ FIR का मामला प्रदेश संभवत पहला है। 26 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
SDM मनीषा वास्कले मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया - JABALPUR NEWS Posted: 25 Sep 2020 11:44 AM PDT जबलपुर। मध्य प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा की महिला अधिकारी एवं सबडिवीजन गोरखपुर जिला जबलपुर की तत्कालीन एसडीएम मनीषा वास्कले द्वारा एक जमीन विवाद के संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई याचिका की प्रक्रिया में प्रस्तुत की गई जानकारी, गुमराह करने वाली पाई गई है। सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी करके जवाब तलब किया है। जवाब पेश करने की तारीख 5 अक्टूबर 2020 सुनिश्चित की गई है। जबलपुर की जमीन का मामला: हाई कोर्ट में सरकार हार गईजबलपुर में गढ़ा क्षेत्र निवासी केसर इकबाल की ओर से 2009 में हाइकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जिसमें कहा गया था कि उनकी जमीन को अर्बन सीलिंग एक्ट के तहत सरकार ने अपने नाम कर लिया। इसके लिए एक्ट व सुको के निर्देशों के तहत विहित प्रक्रिया का पालन नही किया गया। 15 मई 2017 को मप्र हाइकोर्ट के न्यायमूर्ति जेके माहेश्वरी की एकलपीठ ने याचिका मंजूर करते हुए राज्य सरकार की प्रक्रिया को गलत बताया। कोर्ट ने प्रक्रिया निरस्त कर विवादित जमीन को रिकॉर्ड में याचिकाकर्ता के नाम दर्ज करने के निर्देश दिये। जबलपुर अर्बन सीलिंग एक्ट: सरकार ने हाईकोर्ट के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाईइसके खिलाफ सरकार की ओर से अपील की गई, लेकिन 4 जनवरी 2018 को तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश हेमंत गुप्ता की युगलपीठ ने इसे खारिज कर दिया। इस आदेश को फिर से सरकार ने पुनरीक्षण याचिका के जरिए चुनौती दी लेकिन इसे भी 19 मार्च 2019 को तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश एसके सेठ की युगलपीठ ने निरस्त कर दिया। उक्त आदेशों के खिलाफ सरकार की ओर से 2019 में सुको में यह एसएलपी दायर की गई। झूठ बोल कर लिया स्टे : सुप्रीम कोर्ट में इकबाल की ओर से सीनियर एडवोकेट रवि प्रकाश और अनुज त्यागी ने पक्ष रखा। उन्होंने दलील दी कि SDM ने गलतबयानी की है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट जानकारी दी कि राज्य सरकार की ओर से इसके पूर्व कोई SLP इस मसले पर दायर नहीं की गई। जबकि पूर्व में वापस लेने के आधार पर 18 दिसंबर 2018 को उनकी एसएलपी सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी। इसके अलावा यह भी झूठ बोला गया कि उन्हें हाइकोर्ट में पुनरीक्षण याचिका दायर करने की छूट मिली थी। इन घोषणाओं को कोर्ट ने गुमराह करने वाली मानकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा SDM के प्रति नाराजगी जाहिर की गई। 25 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
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