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Monday, September 28, 2020

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)

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30 सितंबर को जयभान सिंह पवैया लौटकर ग्वालियर आएंगे या जेल जाएंगे, उन्होंने खुद बताया - GWALIOR NEWS

Posted: 28 Sep 2020 07:26 AM PDT

ग्वालियर।
दिनांक 6 दिसंबर 1992 को उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर में विवादित ढांचा गिराए जाने के मामले में 30 सितंबर को फैसला आने वाला है। ग्वालियर के हिंदू नेता जय भान सिंह पवैया घटना के समय बजरंग दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। इसी कारण मामले में आरोपी भी हैं। ग्वालियर में इन दिनों जबकि उप चुनाव के प्रचार का जोर है भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता होने के कारण सभी लोग कयास लगा रहे हैं कि जवान सिंह पवैया लखनऊ से लौटकर ग्वालियर आएंगे या जेल जाएंगे। 

जेल गया तो राम नाम जपूंगा, बाहर रहा तो राम काज करूंगा: जय भान सिंह पवैया

इस सवाल के जवाब में जय भान सिंह पवैया का एक बयान सामने आया है। श्री पवैया ने कहा कि रामकाज करने का सौभाग्य जीवन में कभी-कभी और किसी-किसी को ही मिलता है। मैं 29 सितंबर की सुबह लोटा, लंगोटी साथ लेकर लखनऊ जा रहा हूं। जेल के भीतर रहे तो रामजी का नाम जपूंगा, सलाखों के बाहर रहा तो बचा हुआ जीवन राम और राष्ट्र के नाम है। यह मेरे लिए लज्जा का नहीं गौरव की बात है। कितने जीवन न्यौछावर हुए, कितनों ने खून तो कितनों ने पसीना बहाया है तब मंदिर निर्माण होते आंखों से देख पा रहा हूं। 

आरोपी हिंदू नेताओं पर आतंकवादी हमला हो सकता है: जय भान सिंह पवैया

पवैया ने कहा कि राममंदिर विरोधी कुछ ताकतें और आंतकवादी गुटों की निगाहें इस फैसले पर लगी हैं। गुप्तचर विभाग को इन लोगों की बौखलाहट और हरकत करने की तैयारियों के संकेत मिल रहे हैं। प्रमुख नेताओं और संतों को पूरी तरह सुरक्षा कवच देने की तैयारियां सरकार ने की है। उप्र पुलिस मुख्यालय ऐसे संवेदनशील नेताओं व संतों के पहुंचने के मांर्गो की जानकारी जुटा रहा है।

अयोध्या में विवादित ढांचा गिरने के बाद क्या कार्यवाही हुई थी

बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि 6 दिसंबर 1992 को बाबरी ढांचा का विध्वंस हुआ था। इसके बाद 36 लोगों पर प्रकरण दर्ज किया गया। उमाभारती, लालकृष्ण आडवाणी, अशेाक सिंघल व मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, विनय कटियार को ढांचा विध्वंस के तत्काल बाद हिरासत में ले लिया गया था। इसके बाद 7 दिसंबर 1993 को हम लोगों ने यह सारा प्रकरण कांग्रेस सरकार के इशारे पर कूटरचित तरीके से दर्ज किए जाने के विरोध में जमानत लेने से इंकार कर दिया था। इसके बाद हमें लखनऊ जेल भेज दिया गया। 8 दिसंबर को अचानक मुलायम सिंह का राजकीय विमान आया और हमें लेकर माताटीला में अस्थाई जेल में भेजा गया। यह समाचार मिलने पर बुंदेलखंड व ग्वालियर में कार्यकर्ताओं में सरगर्मी तेज हो गई। इसकी सूचना मिलते ही दो दिन बाद विमान से हमें वाराणसी ले जाया गया। वहां से मुझे गिर्राज किशोर, सतीश प्रधान को मिर्जापुर के चुनार किले में जेल बनाकर रखा गया। वहां पर मैंने व आचार्य गिर्राज किशोर ने अनशन किया था।

जवान सिंह पवैया के भाषणों की कैसेट और दस्तावेज चार्जशीट में

जयभान सिंह पवैया ने कहा कि इस कार्य के लिए पार्टी व संघ ने कानूनी मोर्चे पर लड़ने के लिए तात्कालीन भाजपा नेता प्रमोद महाजन को जिम्मेदारी सौंपी थी। कांग्रेस सरकार ने आरएसएस पर उस समय प्रतिबंध लगा दिया था। इसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज किया था। इस दौरान अनेक नेताओं सहित मेरे घर भी छापा डाला गया। वहां से सीबीआइ को बाबरी ढांचे की ईंट बरामद नहीं हुई थी, लेकिन वे मेरे भाषणों की कैसेट व दस्तावेज जब्त कर ले गए थे।

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GWALIOR: कोरोना के कारण लोग वोट डालने नहीं आए तो क्या होगा - MP BY-ELECTION NEWS

Posted: 28 Sep 2020 07:29 AM PDT

ग्वालियर
। मध्य प्रदेश की 28 सीटों पर विधानसभा का उपचुनाव होना है लेकिन चुनावी दंगल का केंद्र ग्वालियर बन गया है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों दलों के विशेषज्ञ, पंडित और तांत्रिक ग्वालियर में अपना-अपना पंडाल सजाए बैठे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि कोरोनावायरस के कारण लोग वोट डालने नहीं आए तो क्या होगा।

चुनाव का पूर्वानुमान लगाने वाले किसी भी पार्टी के हो या सरकारी अधिकारी, एक बात गारंटी के साथ कह रहे हैं कि वोट ऑफ परसेंट 2018 के चुनाव के मुकाबले कम होगा। कितना कम होगा, इसका अनुमान कोई नहीं लगा पा रहा। दोनों पार्टियों के उम्मीदवार इस कैलकुलेशन में पूरी तरह से व्यस्त हैं कि यदि मतदान का प्रतिशत कम हुआ तो फायदा किसे होगा।

चुनाव आयोग की हर चुनाव में कोशिश होती है कि अधिक से अधिक मतदान हो। इसके लिए मतदाताओं को मतदान करने के लिए प्रेरित करने जागरूकता अभियान चलाया जाता है। 2013 व 2018 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश के साथ जिले में मतदान के प्रतिशत में रिकॉर्ड वृद्धि हुई थी। 2020 में विषम परिस्थितियों में जिले की 6 विधानसभा सीटों में से 3 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होना हैं। ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व व डबरा (अजा) विधानसभा क्षेत्र में पिछले दो विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ा है लेकिन इस बार बड़ी गिरावट दर्ज की जा सकती है। 

ग्वालियर वालों को कोरोनावायरस से डर नहीं लगता साहब, डॉक्टरों से लगता है

मार्च में जब पूरा भारत देश टोटल लॉकडाउन हुआ तब से लेकर बाजार के अनलॉक होने तक ग्वालियर के आम नागरिकों में कोरोनावायरस का कोई डर दिखाई नहीं दे रहा था। ग्वालियर के लोगों की अपनी मान्यता थी। पहली: उन्हें खुद पर विश्वास था कि उनकी इम्यूनिटी पावर दूसरे शहरों के नागरिकों से ज्यादा है क्योंकि ग्वालियर का पर्यावरण काफी गर्म होता है। दूसरी: ग्वालियर के लोगों की मान्यता थी कि सरकारी रिपोर्ट में बढ़ते आंकड़े महामारी के कारण नहीं बल्कि कोरोना घोटाले के कारण है। लेकिन अब बात बदल गई है। ग्वालियर शहर का ऐसा कोई मोहल्ला/ कॉलोनी नहीं है जहां कोई ना कोई व्यक्ति संक्रमण का शिकार ना हुआ हो। लोगों को संक्रमित होने से डर नहीं लगता, लेकिन उसके बाद अस्पतालों में मरीज और परिजनों के साथ जो व्यवहार होता है उसकी दहशत मरीज से जुड़े कम से कम 100-200 लोगों में दिखाई देती है।

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INDORE में लड़कियों ने बताया: पुलिस वाले भी हैवानियत करते थे, अब तक 10 से ज्यादा अधिकारियों के नाम - MP NEWS

Posted: 28 Sep 2020 06:23 AM PDT

इंदौर।
एक गेस्ट हाउस में ग्राहकों को खुश करने के लिए बंधक बनाई गई चार बांग्लादेशी लड़कियों को मुक्त कराने के बाद पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही थी परंतु लड़कियों ने बताया कि उनके शरीर का शोषण करने के लिए केवल सेक्स रैकेट संचालक के मेहमान ही नहीं बल्कि पुलिस वाले भी आते थे। एक लड़की ने बताया कि लसूड़िया थाना पुलिस को नियमित रूप से पैसा दिया जाता था। एक सिपाही पैसा लेने आता था और लड़कियों के साथ गंदे काम भी करता था।

मीडिया की सुर्खियां बन चुके इस कांड में पुलिस वालों का नाम आते ही अधिकारियों ने लड़कियों से सीधी पूछताछ शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि पूछताछ के दौरान अब तक क्राइम ब्रांच, MIG, विजय नगर और लसूड़िया थाने के एक दर्जन पुलिसवालों के नाम सामने आए। अधिकारी अभी इनका खुलासा नहीं कर रहे हैं। मामले की जांच आईजी योगेश देशमुख की निगरानी में की जा रही है। 

सेक्स रैकेट से जुड़े 10 में से सात आरोपियों का विजय नगर पुलिस ने दोबारा रिमांड लिया है। इसके अलावा एमआईजी पुलिस ने दो एजेंटों को पकड़ा है। ये बांग्लादेशी लड़कियों के आधार कार्ड फर्जी ढंग से तैयार करते थे।

एक दलाल पुलिस वाले का भाई, बाकी शहर छोड़कर भाग गए

पुलिस को बांग्लादेश से लड़कियां लाने वाले एक दलाल प्रमोद बाबा की तलाश है। इसका भाई पुलिस विभाग में पूर्व क्षेत्र के एक थाने में पदस्थ है। इसके अलावा गुलाब बाग में रहने वाले सरगना सागर जैन, रोहन और बाबू भाई की तलाश में दबिश दी गई तो वे भी नहीं मिले। उनके मोबाइल भी बंद आ रहे। बाबू भाई बांग्लादेश से युवतियों को लाने वाले गिरोह के गुजरात, महाराष्ट्र के बड़े दलालों से जुड़ा है।

रूसी लड़कियों को लाता था सागर

क्राइम ब्रांच के नए व पुराने कई आरक्षकों की सागर से सीधी सेटिंग है। सागर रूसी लड़कियों को शहर में लाने के मामले में आरोपी रह चुका है। इसकी विजय नगर, एमआईजी, लसूड़िया, पलासिया, कनाड़िया व खजराना थाने के कई पुलिस वालों से सांठगांठ है।

टीआई के नाम पर 50 हजार

सूत्रों की मानें तो लड़कियां जिन होटलों में रखी जातीं। उन थानों के बीट इंचार्ज के माध्यम से टीआई से सांठ-गांठ कर उन तक 50 हजार रुपए महीना भेजकर रैकेट संचालित करते थे। इसमें बीट अधिकारी व जवान 15 हजार रखते थे।

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JEE(Advanced) 2020: कोरोना पीड़ित छात्र को परीक्षा देने से रोका, कलेक्टर ने मदद नहीं की - MP NEWS

Posted: 28 Sep 2020 05:43 AM PDT

इंदौर।
शहर के देवास नाका स्थित आयन डिजिटल ज़ोन में एक उम्मीदवार को इसलिए परीक्षा देने से रोक दिया गया क्योंकि उसने ईमानदारी से बता दिया था कि वह कोविड-19 पॉजिटिव है। केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार परीक्षा केंद्र पर आइसोलेशन कक्ष होना चाहिए था परंतु यहां नहीं था। कलेक्टर ने भी नेताओं की तरह फोन पर सहयोग किया परंतु डिस्टिक मजिस्ट्रेट होने के नाते आदेश जारी नहीं किया। ना ही परीक्षा केंद्र के खिलाफ समाचार लिखे जाने तक कोई कार्यवाही प्रारंभ की थी।

केंद्र सरकार की गाइडलाइन है लेकिन JEE अधिकारियों ने मौखिक प्रतिबंध लगा दिए

राजगढ़ निवासी ये छात्र तीन साल से परीक्षा की तैयारी कर रहा था, पर चार दिन पहले संक्रमित हो गया। जेईई के नियमों के अनुसार संक्रमित छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते, लेकिन पलाश का कहना है कि ये मौखिक निर्देश हैं। इसके उलट प्रवेश पत्र का नियम 6 कहता है कि जब तक कोई छात्र केंद्र या राज्य के किसी नियम को नहीं तोड़ता, तब तक उसे परीक्षा में बैठने से वंचित नहीं कर सकते।

कलेक्टर ने सहयोग किया, आदेश नहीं दिया

पलाश ने सेंटर के आईआईटी रिप्रेजेंटेटिव (आईआर) से गुहार लगाई। उन्होंने इनकार किया तो पलाश ने उनकी बात कलेक्टर मनीष सिंह से करवाई। पलाश के अनुसार, कलेक्टर ने कहा कि आइसोलेशन रूम की व्यवस्था हो तो परीक्षा दे सकते हैं। हालांकि आईआर ने कलेक्टर को बताया कि MHRD के निर्देश हैं, संक्रमित को परीक्षा में नहीं बैठा सकते। यहां बताना जरूरी है कि आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कलेक्टर को यह अधिकार है कि उनके क्षेत्र में होने वाली सभी परीक्षाओं में आइसोलेशन कक्ष का इंतजाम हो। किसी भी परीक्षार्थी को संक्रमित होने के कारण वंचित ना किया जाए।

हमने ईमानदारी से सबको बताया, इसलिए अन्याय हुआ: पीड़ित पक्ष

पलाश ने बताया, भाई 23 सितंबर को संक्रमित हुआ। ईमानदारी से हमने परीक्षा केंद्र, IIT DELHI और जेईई एडवांस्ड की HGELPLINE पर इसकी सूचना दी। यदि हम नहीं बताते तो मेरा भाई परीक्षा में आसानी से शामिल हो जाता। हेल्पलाइन पर भी यही जवाब मिला था। अब जेईई मेन की तरह जेईई एडवांस्ड की भी कोरोना संक्रमित छात्रों के लिए अलग से परीक्षा हो।

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BHOPAL में कांग्रेस का जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन, किसान कानून मामला - MP NEWS

Posted: 28 Sep 2020 05:24 AM PDT

भोपाल
। प्रदेश कांग्रेस के आव्हान पर आज राजधानी भोपाल के कमला पार्क स्थित रेत घाट पर केंद्र सरकार द्वारा पारित किये गये किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ कांग्रेसजनों ने जंगी प्रदर्शन कर केंद्र सरकार की किसान नीतियों को जमकर कोसा। 

हजारों की संख्या में प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं एवं किसानों के साथ एकत्र होकर किसान कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर उसका पुरजोर विरोध किया है तथा केंद्र सरकार द्वारा पारित किसान संबंधी नए कानूनों को वापस लिये जाने की मांग का दस सूत्रीय ज्ञापन राज्यपाल महोदय को सौंपा।

अभा कांग्रेस के सचिव प्रदेश प्रभारी सुधांशु त्रिपाठी, प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी चंद्र प्रभाष शेखर, उपाध्यक्ष प्रकाश जैन, महामंत्री राजीव सिंह, अभा कांगे्रस के सदस्य भूपेन्द्र सिंह सहित अन्य कांग्रेसजनों ने राजभवन जाकर राज्यपाल महोदय को ज्ञापन सौंपा।

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DPI कमिश्नर और एडिशनल डायरेक्टर द्वारा जारी ट्रांसफर ऑर्डर विवाद का निपटारा प्रमुख सचिव करें: हाई कोर्ट - MP NEWS

Posted: 28 Sep 2020 05:13 AM PDT

भोपाल
। लोक शिक्षण संचालनालय के कमिश्नर और एडिशनल डायरेक्टर द्वारा अपनी-अपनी मर्जी से एक ही पद के लिए दो अलग-अलग अधिकारियों के ट्रांसफर कर दिए। विवाद बढ़ा तो हाईकोर्ट पहुंच गया। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग को आदेश दिया है कि 6 सप्ताह के अंदर यह फैसला करके बताएं कि लोक शिक्षण संचालनालय में अधिकारियों के ट्रांसफर का अधिकार कमिश्नर को है या एडिशनल डायरेक्टर को। क्या एडिशनल डायरेक्टर, कमिश्नर के ट्रांसफर आर्डर को रद्द कर सकता है। हाईकोर्ट ने प्रमुख सचिव द्वारा फैसला किए जाने तक याचिकाकर्ता डॉक्टर युवराज राहंगडाले के पक्ष में जारी किया गया स्टे आर्डर निरंतर रखने के आदेश दिए हैं।

कमिश्नर लोक शिक्षण संचालनालय ने दो अधिकारियों के ट्रांसफर किए थे

विवाद उत्कृष्ट शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय बालाघाट में पदस्थापना को लेकर था। डॉक्टर युवराज राहंगडाले प्राचार्य, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोदा, बालाघाट का स्थानांतरण योग्यता के आधार पर, शासकीय उत्कृष्ट उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय, बालाघाट, दिनाँक 28/12/2019  को किया गया था। शैक्षणिक सत्र के कारण, दिनाँक  01/04/2020 को उत्कृष्ट विद्यालय मे, जॉइन करने के आदेश थे। उत्कृष्ट विद्यालय में पदस्थ श्री एलसी मानवतकर प्राचार्य का ट्रांसफर आदेश, दिनांक 28/12/2019 को शासकीय उत्कृष्ट उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय, बालाघाट से उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,  कायदी, बालाघाट कर दिया गया था। दोनो ही ट्रांसफर आदेश, आयुक्त लोक शिक्षण, भोपाल द्वारा जारी किए गए थे। 

अपर संचालक डीपीआई ने एक अधिकारी का ट्रांसफर रद्द कर दिया, एक पद पर दो अधिकारी पदस्थ कर दिए

परंतु, श्री राहंगडाले के जॉइनिंग देने के पूर्व की श्री एलसी मानवतकर का ट्रांसफर, अपर संचालक, लोक शिक्षण द्वारा बिना किसी अधिकारिता के दिनांक 18/03/2020 को निरस्त कर दिया गया था। यद्दपि, श्री राहंगडाले का स्थानांतरण, जो कि सक्षम अधिकारी, लोक शिक्षण, भोपाल द्वारा किया गया था,अस्त्तिव में था। 

कोरोना वायरस के फ़ैलाव को दृष्टिगत रखते हुए, आदेश दिनाँक 28/12/19 के  क्रियान्वयन की तिथि, आयुक्त लोक शिक्षण द्वारा आदेश दिनाँक 23/03/2020 जारी कर, दिनांक 01/06/2020 कर दी गई थीं। परंतु, अपर संचालक लोक शिक्षण के आदेश के कारण, श्री राहंगडाले उत्कृष्ट विद्यालय, बालाघाट में प्रिंसिपल के पद पर उपस्थित नही हो सकते थे। 

अपर संचालक को, कमिश्नर द्वारा जारी ट्रांसफर आदेश रद्द करने का अधिकार नहीं

प्राचार्य, डॉक्टर श्री युवराज़ राहंगडाले द्वारा हाई कोर्ट, जबलपुर के समक्ष, आदेश दिनांक 18/03/2020 को हाई कोर्ट के अधिवक्ता श्री अमित चतुर्वेदी के माध्यम से चुनौती दी गई थी। श्री राहंगडाले का ट्रांसफर, परीक्षण के बाद सुयोग्य पाए हाने पर, लोकशिक्षण आयुक्त द्वारा, उत्कृष्ट विद्यालय दिनाँक 28/12/19 को किया गया था। शैक्षणिक शत्र के कारण, श्री राहंगडाले को एक अप्रैल को उत्कृष्ट में उपस्थिति देनी थी। परंतु, उसके पूर्व ही एल सी मानवतकर जो, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में ट्रांसफर के अधीन काम कर रहे थे। श्री मानवतकर का ट्रान्सफर आदेश दिनांक 28/12/19 अपर संचालक, लोक शिक्षण, भोपाल द्वारा,जो ऐसा आदेश जारी करने के लिए सक्षम नहीं थे, द्वारा निरस्त कर दिया गया। उसके पीछे का कारण मनमाफिक पदस्थापना प्रदान करना था। परिणामस्वरूप श्री एल सी मानवतकर को, उत्कृष्ट विद्यालय में प्रचार्य के पद पर कार्य करने की अनुमति मिल गई थी।  

हाईकोर्ट ने अपर संचालक के आदेश पर स्टे लगा दिया था

वहीं दूसरी ओर सक्षम अधिकारी आयुक्त, लोक शिक्षण, भोपाल द्वारा श्री राहंगडाले के स्थानांतरण आदेश दिनाँक 28/12/2020 के क्रियान्वयन की तिथि कोरोना फ़ैलाव को रोकने के उद्देश्य से 01/06/2020 कर दी गई थी। स्पष्ट था कि, आदेश दिनाँक 18/03/2020 बिना अधिकारिता के एवं मनमाना था। उच्च न्यायालय, जबलपुर के  अधिवक्ता श्री चतुर्वेदी के तर्कों में बल पाते हुए , हाई कोर्ट जबलपुर ने शासन को नोटिस जारी करने करते हुए, प्राचार्य श्री एलसी मानवतकर के शासकीय उत्कृष्ट उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय, बालाघाट में कार्य करने पर पर दिनांक 28/05/2020 स्टे लगा दिया था। 

मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में ट्रांसफर विवाद के निपटारे हेतु प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा को निर्देशित किया

शासन द्वारा प्राप्त, उत्तर एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई विस्तृत सुनवाई दिनांक 29/08/2020 को हाई कोर्ट जबलपुर द्वारा की गई थी। सुनवाई के दौरान अधिवक्ता श्री अमित चतुर्वेदी द्वारा उच्च न्यायालय को बताया गया कि प्रकरण में अतिरिक्त संचालक, लोकशिक्षण की सक्षमता के अतिरिक्त श्री राहंगडाले की पदस्थापना को बाधित करना, राजनैतिक हस्तक्षेप का परिणाम भी है, जो शासन द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों से स्पष्ट है।  प्रकरण का अंतिम निराकरण करते हुए, कोर्ट द्वारा दिनाँक 29/08/2020 को प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया है कि पदस्थापना विवाद का निराकरण, 6 सप्ताह के अंदर, श्री राहंगडाले को सुनवाई का अवसर देते हुए करें। उस अवधि में दिनाँक 28/05/2020 को श्री प्राचार्य श्री युवराज राहंगडाले के पक्ष में दिया गया स्टे निरंतर रहेगा।

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SATNA थाने में मजदूर को गोली मारी, थाने पर पथराव, टीआई सिपाही सस्पेंड, एसपी को हटाया - MP NEWS

Posted: 28 Sep 2020 05:14 AM PDT

भोपाल।
मध्यप्रदेश के सतना जिले में स्थित सिंहपुर पुलिस थाने में पूर्व सरपंच के कहने पर चोरी के संदेह में उठाकर लाए गए मजदूर की मौत हो गई। उसके सिर में गोली लगी है, जो सब इंस्पेक्टर विक्रम पाठक की सर्विस रिवाल्वर से चली। गुस्साए ग्रामीणों ने थाने के सामने जबरदस्त प्रदर्शन किया, पथराव कर दिया। एसपी रियाज इकबाल ने सब इंस्पेक्टर विक्रम पाठक और आरक्षक आशीष मिश्रा को सस्पेंड कर दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एसपी रियाज इकबाल को सतना से हटा दिया है। 

प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़े

युवक के परिजन को 10 लाख रुपए मुआवजा दिए जाने का ऐलान किया। मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं। मरने वाले युवक का नाम राजपति कुशवाह बताया गया। परिजन ने पुलिस पर गोली मारने का आरोप लगाया है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए दूसरे थाने से पुलिस बुलानी पड़ी। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा।

सतना पुलिस ने युवक को लॉकअप में गोली मारी, शव भी नहीं दे रहे: कमलनाथ

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना को लेकर शिवराज सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि रविवार रात में युवक को लॉकअप में गोली मार दी गई और अब परिजन को शव भी नहीं दे रहे हैं। ये कैसी कानून व्यवस्था है। 

टेबल पर रिवॉल्वर रखी थी, छीनने की कोशिश में गोली चली: एसपी रियाज इकबाल

एसपी रियाज इकबाल ने बताया कि चोरी के मामले में राजपति को पूछताछ के लिए थाने लाया गया था। थाना प्रभारी और आरक्षक पूछताछ कर रहे थे। टेबल पर सर्विस रिवॉल्वर रखी थी। राजपति ने इसे छीनने की कोशिश की, इसी दौरान गोली चल गई। यह गोली युवक के सिर में लगी। इसके बाद पुलिस ने बिरला अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन हालत गंभीर होने पर रीवा रेफर कर दिया गया। वहां पर उसकी मौत हो गई।

पुलिस थाना सील, टीआई और आरक्षक सस्पेंड, मजिस्ट्रियल जांच के आदेश

एसपी रियाज इकबाल ने बताया कि जिला मजिस्ट्रेट के निर्देश पर मामले की न्यायिक जांच होगी। इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं। राजपति और उसे हिरासत में लेकर आने वाले पुलिसवालों के हाथ की जांच कराई है, ताकि यह पता चल सके कि किसके हाथ से गोली चली है। आरोप सामने आया कि पुलिसकर्मी नशे में थे, उनका भी मेडिकल कराया है। थाना प्रभारी और आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है। दूसरे थाना प्रभारी को यहां प्रभार दिया है। जांच होने तक घटनास्थल यानी थाने को सील कर दिया है। सीसीटीवी फुटेज भी सुरक्षित कर दिए गए हैं। अब पोस्टमॉर्टम जांच कर रहे मजिस्ट्रेट के सामने होगा। इसमें पुलिस सीधे FIR नहीं कर सकती है। अब जांच अधिकारी के लिखित एप्लीकेशन के बाद ही केस दर्ज किया जाएगा।

दो महीने पहले चोरी हुई थी, संदेह के तौर पर थाने लाए थे

एसपी ने बताया कि दो महीने पहले एक चोरी की वारदात हुई थी, जिसमें एक रायफल और सोने-चांदी के जेवर चोरी हुए थे। इसमें राजपति का नाम संदेह के तौर पर था, इसलिए एक आरक्षक रविवार शाम को राजपति को लेकर आया था।

पूर्व सरपंच के कहने पर पुलिस उठा लाई थी, पहले थाने का गेट बंद किया फिर लाइट भी बंद कर दी

धीरेंद्र कुशवाहा ने बताया कि राजपति उनके मामा थे। वे राजमिस्त्री का काम करते थे। पुलिसवाले रात 9 बजे मामा को लेकर थाने आ गए थे। हम लोगों को अंदर नहीं जाने दे रहे थे। बोले- बैठो, बाद में बात होगी। साहब आ रहे हैं बाहर... बात करा देंगे। पुलिसवालों ने ही हत्या की है। हम लोग खाना लेकर आए थे। दो महीना पहले पूर्व सरपंच के घर पर चोरी हुई थी। थाने में पहले गेट खुला था। बाद में बंद कर दिया गया। लाइट भी बंद कर दी गई।

मैं थाना परिसर में ही था, मैंने गोली मारने की आवाज सुनी: मृतक का भतीजा

भतीजे ओंकार कुशवाहा ने बताया कि मैं थाने गया था तो मेरे साथ मारपीट की गई। मुझसे पूछा कि कहां के रहने वाले हो। मैंने अपना पता बताया कि नारायणपुर का हूं। यह भी पूछा कि यहां क्यों आए। मैंने बोला कि चाचा को छुड़वाने आया हूं तो बोले कि तुम चले जाओ। इसके बाद वे अंदर गए और गोली मार दी। इसकी आवाज आई थी।

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IPS शर्मा का वीडियो वायरल होने के बाद DG पद से हटाया, मंत्रालय अटैच - MP NEWS

Posted: 28 Sep 2020 04:14 AM PDT

भोपाल।
भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री पुरुषोत्तम शर्मा को पुलिस मुख्यालय में डीजे स्पेशल के पद से हटा दिया गया है। उनका एक वीडियो वायरल हो गया था। वीडियो में वह अपनी पत्नी पर बल प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं। बचाव में पत्नी ने उन पर कैंची से हमला किया। वीडियो सामने आने पर गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने पहले तो यह कहा कि जब तक लिखित शिकायत नहीं आएगी कार्रवाई नहीं की जाएगी लेकिन जब मामला नेशनल मीडिया तक सुर्खियों में आ गया तो फिर श्री शर्मा को पद से हटा दिया गया। 

मैं मारपीट करता तो वह 32 साल मेरे साथ कैसे रहती: आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा

पद से हटाए जाने से पहले और वीडियो वायरल हो जाने के बाद एडिशनल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा ने बयान दिया था कि हमारी शादी 32 साल पहले हुई थी। 2008 में भी मेरी पत्नी ने मेरे खिलाफ शिकायत की थी लेकिन प्रश्न ये उठता है कि 2008 से आज 12 साल हो गए वो मेरे घर में ही रह रही, मेरे ही पैसे से विदेश जा रही, यदि मेरा स्वभाव मार-पीट का होता तो बहुत पहले ही शिकायत आ जाती। 

हनीट्रैप मामले में पुरुषोत्तम शर्मा की चर्चा

इससे पहले STF के डीजी रहते हुए भी पुरुषोत्तम शर्मा सुर्खियों में रहते थे। हनीट्रैप कांड के दौरान इनका नाम खूब उछला था। साथ ही प्रदेश से बाहर STF के एक प्लैट की चर्चा भी खूब हुई थी। तकरार यहां तक बढ़ गया था कि प्रदेश के डीजीपी और ये आमने-सामने आ गए थे। उसके बाद तत्कालीन कमलनाथ की सरकार ने पुरुषोत्तम शर्मा को पद से हटा दिया था।

श्री पार्थ गौतम शर्मा भी IRS अधिकारी हैं, जिन्होंने शिकायत की

जानकारी के अनुसार पुरुषोत्तम शर्मा के बेटे पार्थ गौतम शर्मा भी आईआरएस अधिकारी हैं। चर्चा है कि बेटे ने ही यह वीडियो जारी किया है। वहीं, पुलिस के बड़े अफसर का मामला होने की वजह से तमाम आलाधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। हनीट्रैप मामले में जब पुरुषोत्तम शर्मा का नाम उछला था, तब उन्होंने कहा था कि मुझे बदनाम करने की साजिश है।

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BHOPAL में ड्राइव-इन सिनेमा, ओपन थियेटर के लिये जगह फाइनल, कार में बैठकर फिल्म देख सकेंगे - MP NEWS

Posted: 28 Sep 2020 07:02 AM PDT

भोपाल।
 देशभर में सिनेमाघर संक्रमण के खतरे के कारण बंद हैं। काेराेना काल में केंद्र सरकार ने ओपन थियेटर के संचालन काे मंजूरी दी है। मप्र पर्यटन विकास निगम ने इस परिस्थिति से निपटने प्रदेश के चार बड़े शहराें में ड्राइविंग ओपन थियेटर खोलने जा रहा है। 

निगम ने भोपाल में लेक ब्यू होटल के प्रांगण में खाली भूमि ओपन थियेटर के लिए फाइनल कर ली है। भोपाल के साथ, ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर काे इसके लिए चुना गया है। ओपन थियेटराें में लोग अपने लग्जरी वाहन में बैठकर परिवार सहित फिल्म देख सकेंगे। यहां फूड जोन भी रहेगा, जिसमें से पर्यटक खानपान की सामग्री ले सकेंगे। पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप के तहत इस प्राेजेक्ट पर काम शुरू किया जाएगा। 

ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर में जमीन की तलाश चल रही है। इस कारण मप्र राज्य पर्यटन विकास निगम ने प्रदेश में ड्राइविंग ओपन थियेटर खाेलने के लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं। 10 अक्टूबर को ये टेंडर खाेले जाएंगे। पर्यटन निगम ने प्रदेश के चार बड़े शहरों में ड्राइविंग ओपन थियेटर खोलने के लिए टेंडर वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है।

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UPSC- सिविल सेवा परीक्षा स्थगित होगी या नहीं, सुप्रीम कोर्ट में आज की कार्यवाही - NATIONAL NEWS

Posted: 28 Sep 2020 04:14 AM PDT

नई दिल्ली।
संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2020 को स्थगित करने की मांग वाली जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई की। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन की ओर से जवाब पेश किया गया। यूपीएससी ने परीक्षा को स्थगित करने से इंकार कर दिया। साथ ही आश्वासन दिया कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने यूपीएससी से हलफनामा मांगा है। 30 सितंबर 2020 को इस मामले में फैसला हो जाएगा। (UPSC प्रारंभिक परीक्षा एडमिट कार्ड कैसे DOWNLOAD करें (पोस्ट में सबसे नीचे☟))

हम तैयारियां कर चुके हैं, अब परीक्षा स्थगित नहीं करेंगे: सुप्रीम कोर्ट में UPSC का जवाब

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि 4 अक्टूबर को होने वाली सिविल सेवा प्रारंभिक 2020 को स्थगित करना असंभव है क्योंकि सभी लॉजिस्टिकल व्यवस्था पहले ही की जा चुकी है। न्यायमूर्ति एएम खानविल्कर की अध्यक्षता वाली 3 न्यायाधीशों की पीठ ने यूपीएससी को यह तथ्य रखने को कहा है। अब इस मामले की सुनवाई बुधवार को होगी। जिसके बाद ही मालूम चलेगा 4 अक्टूबर को परीक्षा का आयोजन किया जाएगा या नहीं।

यदि परीक्षार्थी महामारी का शिकार हो गए तो कौन जिम्मेदार होगा: याचिकाकर्ता

आपको बता दें, शीर्ष अदालत एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें कहा गया था कि यूपीएससी सिविल सेवा के कुछ उम्मीदवारों ने कोविड -19 महामारी के बीच प्रारंभिक परीक्षा 2020 को स्थगित करने की मांग की है। यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 4 अक्टूबर को होना है। 

UPSC: 6 लाख का उम्मीदवार 72 शहरों में परीक्षा

इस साल यूपीएससी  प्रारंभिक परीक्षा में लगभग 6 लाख उम्मीदवारों के शामिल होने की उम्मीद है, परीक्षा देश के 72 शहरों में विभिन्न केंद्रों पर आयोजित की जानी है। पहले यह परीक्षा 31 मई 2020 को होनी थी, लेकिन कोविड -19 के कारण इसे स्थगित कर दिया गया। 5 जून को, यूपीएससी ने संशोधित परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी किया, जिसमें बताया प्रारंभिक परीक्षा 4 अक्टूबर को होगी। 

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UPSC प्रारंभिक परीक्षा एडमिट कार्ड कैसे DOWNLOAD करें 

स्टेप 1 - सबसे पहले आयोग की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाएं.
स्टेप 2 - होमपेज पर ई-एडमिट कार्ड लिंक पर क्ल‍िक करें.
स्टेप 3 - रजिस्ट्रेशन नंबर और रोल नंबर दर्ज करें.
स्टेप 4 - सबमिट करें.
स्टेप 5 - आपका एडमिट कार्ड स्क्रीन पर होगा.
स्टेप 6 - एडमिट कार्ड डाउनलोड करें और इसका प्रिंटआउट निकाल लें. (एडमिट कार्ड डायरेक्ट डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें)

कई देशों में फिर से लॉक डाउन की तैयारी, अब तक 10 लाख से ज्यादा मौतें - WORLD CORONA NEWS

Posted: 28 Sep 2020 04:14 AM PDT

नई दिल्ली।
लॉक डाउन करके कोविड-19 नाम के कोरोनावायरस के अपने आप खत्म हो जाने की उम्मीद करने वाली सरकारों के सामने बड़ा संकट आ गया है। महामारी लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक 3.33 करोड़ से ज्यादा लोग महामारी का शिकार हो चुके हैं। महामारी से मरने वालों की संख्या 10 लाख से ज्यादा हो गई है। दुनिया के कई देशों में एक बार फिर लॉक डाउन की तैयारियां शुरू हो रही है। 

नॉर्दर्न ब्रिटेन और लंदन में फिर से टोटल लॉकडाउन

बोरिस जॉनसन सरकार नॉर्दर्न ब्रिटेन और लंदन में फिर सख्त लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रही है। द टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम ने पिछले दिनों साफ कर दिया था कि देश में संक्रमण की दूसरी लहर तेज हो रही है और इससे वही हालात पैदा होने का खतरा है जो मई और जून में सामने आए थे।

इस बार के लॉकडाउन में स्कूल खुलेंगे, शराब की दुकानें बंद रहेंगी

लॉकडाउन के दौरान सभी पब, बार और रेस्टोरेंट्स पूरी तरह बंद रखे जाएंगे। लोगों के सार्वजनिक स्थलों पर मिलने पर भी रोक लगाई जाएगी। हालांकि, इस दौरान स्कूल और कुछ दुकानों को खोलने की मंजूरी दी जाएगी। जहां तक संभव हो सकेगा, वहां तक लोगों को वर्क फ्रॉम होम करना होगा। माना जा रहा है कि यह लॉकडाउन दो हफ्ते के लिए होगा। लेकिन, जरूरत होने पर इसे बढ़ाया भी जा सकेगा।

चीन से दूसरे देशों में जाने वाले कर्मचारियों को रहस्यमई टीका लगाया गया

दुनिया के कई देशों में कोरोना वैक्सीन पर रिसर्च और ट्रायल जारी हैं, लेकिन, चीन ने अपने नागरिकों को असुरक्षित वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये वैक्सीन असुरक्षित इसलिए हैं क्योंकि इनका सफल ट्रायल के सबूत सामने नहीं आ सके हैं। यह वैक्सीन एक सरकारी कंपनी की है। इसे सरकारी अफसर, कंपनी के स्टाफ, टीचर्स और उन लोगों को लगाया जा रहा है जो विदेश जाने वाले हैं।मर्डोक यूनिवर्सिटी के डॉक्टर किम मुलहोलेन्ड ने कहा- इस तरह की अनप्रूवन वैक्सीन बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। मुझे इस बात की आशंका है कि कंपनी के कर्मचारियों को वैक्सीन इसलिए लगाई गई होगी क्योंकि वे इससे इनकार भी नहीं कर सकते थे।

लैटिन अमेरिकी देश पेरू में आपातकाल बढ़ाया

संक्रमण की दूसरी लहर को लेकर लैटिन अमेरिकी देश पेरू ने सख्त रवैया अपनाया है। यहां राष्ट्रीय आपातकाल 31 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। प्रेसिडेंट मार्टिन विजकारा ने कहा- इस बात की संभावना है कि यह इमरजेंसी साल के आखिर तक बनी रहे। फिलहाल, हम इसे 31 अक्टूबर तक बढ़ा रहे हैं। पेरू की हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा- हम जानते हैं कि लोगों को कुछ प्रतिबंधों से काफी परेशान होना पड़ रहा है। लेकिन, कोविड-19 से बचने का फिलहाल यही उपाय है कि हम हर सावधानी बरतें। मास्क और सैनिटाइजेशन का खास ध्यान रखें।

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BHOPAL डॉक्टर की पत्नी इसी सेल्फी के बाद डैम के पानी में बह गई, तलाश जारी - MP NEWS

Posted: 28 Sep 2020 04:14 AM PDT

भोपाल
। डॉक्टर उत्कर्ष मिश्रा की पत्नी हिमानी मिश्रा हलाली डैम के पानी में बह गई। यह सेल्फी जो डॉक्टर उत्कर्ष मिश्रा ने उपलब्ध कराई है, हिमानी मिश्रा की लास्ट सेल्फी है। इसी के बाद को पानी में बह गई। समाचार लिखे जाने तक पुलिस उनकी तलाश कर रही थी परंतु हिमानी मिश्रा का पता नहीं चल पाया था।

हिमानी मिश्रा के पति डॉक्टर उत्कर्ष मिश्रा का बयान

मैं अपनी 33 वर्षीय पत्नी हिमानी मिश्रा के साथ सुबह 7 बजे अपने घर कोलार से कार से हलाली डैम के लिए निकला था। मैं भोपाल के वीणावादिनी कॉलेज में आयुर्वेदिक डॉक्टर हूं। मेरे दो बच्चे हैं। 9 साल पहले मेरी हिमानी से शादी हुई थी। हलाली डैम पर पहुंचने के बाद हम दोनों देर तक इधर-उधर घूमते रहे। हम दोनों ने वेस्ट वीयर के पास खूब सारे फोटो भी लिए।

सुबह करीब 10.45 बजे वेस्ट वीयर के निचले हिस्से से हम लोग ऊपर की तरफ आने लगे। इस बीच मैंने अपने मोबाइल पर वॉटसएप के मैसेज चैक करना शुरू कर दिए। हिमानी भी सेल्फी लेने लगी। चढ़ते वक्त उसका पैर फिसल गया और वह पानी में गिर गई। तेज बहाव होने के कारण वह बहने लगी। कुछ देर तक तो वो मुझे नजर आई, लेकिन इसके बाद आंखों से ओझल हो गई। (जैसा कि डॉ. उत्कर्ष मिश्रा ने पुलिस को बताया)

हिमानी मिश्रा की तलाश जारी

हिमानी के वेस्ट वीयर (डैम के पूरा भरने के बाद अतिरिक्त पानी जहां से निकलकर बह जाता है, वह जगह वेस्ट वीयर कहलाती है।) में बहने की सूचना पर करारिया पुलिस मौके पर पहुंची। करारिया टीआई अरुणा सिंह ने बताया कि रात तक पुलिस तलाश में लगी रही। यहां रात में किसी को तलाशना मुश्किल होती है। पुलिस ने बताया कि यदि यहां कोई फिसलकर बह जाए तो उसकी तलाशी में 24 घंटे लग जाते हैं।

नहीं है सुरक्षा के इंतजाम, पिछले साल डैम में डूबने से हुई थीं 4 मौत

हलाली डैम के वेस्ट वीयर पर काफी संख्या में लोग घूमने आते हैं, लेकिन यहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। यहां आने वाले लोग वेस्ट वीयर के निचले हिस्से में पहुंच जाते हैं। इन दिनों वेस्ट वीयर से करीब पौने तीन फीट पानी बह रहा है। इस पानी की गति तेज है। वहीं पहाड़ी हिस्सा होने और लगातार पानी बहने से चट्टानों पर काई जम जाती है। इससे पैर फिसलने की वजह से लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं। पिछले साल डैम में डूबने से 4 मौतें हुई थी। हालांकि सलामतपुर पुलिस यहां गश्त करती है, लेकिन पुलिसकर्मी दिन में एक बार ही यहां आते हैं।

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INDORE में कॉम्प्लेक्स में आग लगी, लाखों के कपड़े जलकर खाक - MP NEWS

Posted: 27 Sep 2020 11:15 PM PDT

इंदौर।
मप्र की आर्थिक राजधानी इंदौर के एमजी रोड थाना क्षेत्र के तिलक पथ रोड स्थित इंदिरा कॉम्प्लेक्स के तलघर में देर रात आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। इस बिल्डिंग में कई दुकानें और गोदाम हैं, ऐसे में तलघर से निकल रहे धुएं का गुबार देखकर दुकान संचालकों की सांसें फूल गईं। सूचना पर मौके पर पहुंची फायर टीम ने जाली तोड़कर और सीढिय़ों के रास्ते घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग प्रेस की दुकान में लगी थी। आग से लाखों के कपड़े जलने की बात सामने आई। 

मामला देर रात एमजी रोड थाना क्षेत्र के तिलक पथ रोड स्थित इंदिरा कॉम्प्लेक्स का है। जांच अधिकारी बीएस रघुवंशी के अनुसार सूचना मिली थी कि कॉम्प्लेक्स के तलघर में आग लगी है। मौैके पर पहुंचे ताे पता चला कि आग बेसमेंट में लगी है। बेसमेंट में जाने के लिए रास्ता बहुत ही संकरा था। इसके बाद यहां लगी जालियां काे तोड़कर आग काे बुझाने का प्रयास किया गया। खास सफलता नहीं मिलने पर सीढिय़ों से नीचे उतरकर पाइप लाइन के जरिए आग पर काबू पाने की कोशिश की गई।

टीम के अनुसार जहां से आग भभकी थी, वहां पर पकड़ों में प्रेस किए जाते हैं। संभवत: प्रेस करने वाला प्रेस चालू छोड़कर चला गया था। वहां उसका बोर्ड भी जल गया है। मामले में जांच की जा रही है। यह मल्टी रहवासी नहीं हैं। इस बिल्डिंग में गोदाम और दुकानें हैं। प्रारंभिक रूप से दुकान में रखे लाखों रुपए के कपड़े जलकर बुरी तरह खाक हो गए हैं। फिलहाल एमजी रोड पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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IPS पुरुषोत्तम शर्मा द्वारा पत्नी की पिटाई वीडियो, सोशल मीडिया पर वायरल, CM और गृह मंत्री से शिकायत

Posted: 28 Sep 2020 12:08 AM PDT

भोपाल
। भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एवं मध्य प्रदेश पुलिस में स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा के घर के अंदर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा अपनी पत्नी को पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं, साथ ही उनकी आवाज सुनाई दे रही है जिसमें वह अपनी किसी अन्य महिला को अपनी पत्नी बता रहे हैं। आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा के बेटे ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से घरेलू हिंसा की शिकायत करके कार्रवाई की मांग की है।

आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा के बेटे ने शिकायत के साथ वीडियो अटैच किया

वायरल वीडियो में आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा अपनी पत्नी की पिटाई कर रहे हैं। बचाव में पत्नी भी उनके हाथ पर कैंची चला देती है। वहीं, घर के दो कर्मचारी बीच-बचाव में लगे हैं लेकिन पुरुषोत्तम शर्मा पत्नी को भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे हैं। पुरुषोत्तम शर्मा अभी राज्य पुलिस में स्पेशल डीजी पुलिस अभियोजन हैं। बेटे ने शर्मा की करतूत का वीडियो प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, डीजीपी और अन्य पुलिस अधिकारियों को भेजा है। हालांकि वीडियो सामने आने के बाद पुलिस अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। लेकिन अभी तक पुरुषोत्तम शर्मा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा का वीडियो देशभर में वायरल, मीडिया की सुर्खियां

वीडियो में आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा की करतूत शर्मसार कर देने वाली है। वीडियो वायरल होने के बाद उनके ऊपर कार्रवाई की मांग उठ रही है। हालांकि सरकार की तरफ से अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जबकि उनके बेटे पार्थ गौतम शर्मा ने इसकी शिकायत सीएम शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से भी की है। ऐसे में अब सबकी निगाहें सरकार पर टिकी है कि शिवराज सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है। 

हनीट्रैप मामले में पुरुषोत्तम शर्मा की चर्चा

इससे पहले STF के डीजी रहते हुए भी पुरुषोत्तम शर्मा सुर्खियों में रहते थे। हनीट्रैप कांड के दौरान इनका नाम खूब उछला था। साथ ही प्रदेश से बाहर STF के एक प्लैट की चर्चा भी खूब हुई थी। तकरार यहां तक बढ़ गया था कि प्रदेश के डीजीपी और ये आमने-सामने आ गए थे। उसके बाद तत्कालीन कमलनाथ की सरकार ने पुरुषोत्तम शर्मा को पद से हटा दिया था।

श्री पार्थ गौतम शर्मा भी IRS अधिकारी हैं

जानकारी के अनुसार पुरुषोत्तम शर्मा के बेटे पार्थ गौतम शर्मा भी आईआरएस अधिकारी हैं। चर्चा है कि बेटे ने ही यह वीडियो जारी किया है। वहीं, पुलिस के बड़े अफसर का मामला होने की वजह से तमाम आलाधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। हनीट्रैप मामले में जब पुरुषोत्तम शर्मा का नाम उछला था, तब उन्होंने कहा था कि मुझे बदनाम करने की साजिश है।

मेरे हाथ में कोई हथियार नहीं था: DG पुरुषोत्तम शर्मा

वहीं, स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि ये मेरा पारिवारिक मामला है। मैं इस संबंध से तंग आ चुका हूं। आगे की कार्रवाई के लिए मैं तैयार हूं। मेरे हाथ में कोई हथियार नहीं था। पत्नी के हाथ में कैंची थी। वायरल वीडियो में डीजी पुरुषोत्तम शर्मा पत्नी को धमका रहे हैं कि तुम लिखवाओ थाने में रिपोर्ट।

लिखित शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई करूंगा: गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा

इसे लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान आया है। उन्होंने कहा है कि मेरे पास लिखित शिकायत आएगी, तो कार्रवाई होगी। वहीं, महिला आयोग की तरफ से कहा गया है कि इस अधिकारी को बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्हें बर्खास्त कर जेल भेजा जाना चाहिए।

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INDORE में कुत्ता रोज भौंकता था, युवक ने गोली मार दी - CRIME NEWS

Posted: 27 Sep 2020 10:19 PM PDT

इंदौर।
 मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में बाणगंगा पुलिस ने एक युवक के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम में केस दर्ज किया है। शहर में कुत्ते के भौंकने से परेशान होकर युवक ने गोली मारकर कुत्ते की जान ले ली।   

इंदौर पुलिस ने कुत्ते का शव बरामद किया है। सोमवार को उसका पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। टीआई राजेंद्र सोनी के अनुसार पीपुल्स फॉर एनिमल्स संस्था की प्रियांशु जैन की शिकायत पर टिगरिया बादशाह में रहने वाले गब्बर उर्फ पंकज शुक्ला के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। 

प्रियांशु जैन ने 27 सितंबर को लिखित शिकायत करते हुए कहा था कि आरोपित पंकज ने 12 बोर की बंदूक से एक श्वान को मौत के घाट उतारा है। जब आरोपी से से पूछताछ की गई तो बोला कि वह कुत्ता मुझ पर रोजाना भौंकता था, इसलिए उसे गोली मार दी।

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INDORE में लड़कियां बिना मास्क शराब पार्टी में DJ पर लड़को के साथ नाचती रही, थाने के बगल में हुई पार्टी - MP NEWS

Posted: 27 Sep 2020 10:21 PM PDT

इंदौर।
 मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में पिछले कुछ दिनों से महामारी से 400 से ज्यादा पीड़ित मिल रहे है इसके बावजूद न नेता मान रहे हैं न युवा। नेता सभाएं कर रहे और युवा पार्टियां। होटल, पब व बार को मिली अनुमति के बाद बिना मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग के पार्टियों का दौर भी शुरू हो गया है। शनिवार रात को विजय नगर थाने से चंद कदम की दूरी पर स्थित अपोलो प्रीमियर बिल्डिंग में संचालित रिवॉल्यूशन बार में ऐसा ही नजारा था।    
 
सैंकड़ों की संख्या में यहां युवक-युवती पार्टी मनाने पहुंचे थे। यहां विशेष तौर पर डीजे प्रफुल्ल को पार्टी के लिए आमंत्रित किया गया था। देर रात 2 बजे तक डीजे की धुन पर सोशल डिस्टेंसिंग को ताक में रखकर बिना मास्क के युवाओं ने जमकर शराबखोरी की और डांस करते रहे। गंभीर बात यह है कि थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित बिल्डिंग में इतनी बड़ी पार्टी चलती रही, लेकिन विजय नगर पुलिस ने एक्शन नहीं लिया।

न ही पुलिस को इस पार्टी की भनक लग पाई। मामले में टीआई तहजीब काजी से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि इस पार्टी की उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली। वे बांग्लादेश से भारत लाई गई लड़कियों के मामले में जांच कर रहे थे। जब उन्हें पार्टी के फोटो व वीडियो पहुंचाए तो उन्होंने मामले में कार्रवाई करने की बात कही है।

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दौड़ने पर सबसे ज्यादा दबाव पैरों पर आता है तो फिर दर्द पेट में क्यों होता है - GK IN HINDI

Posted: 27 Sep 2020 10:18 PM PDT

आपने अक्सर महसूस किया होगा। जब आप दौड़ लगाते हैं, तो दौड़ते समय थोड़ी देर बाद आपके पेट में दर्द होने लगता है और आपको मजबूरन दौड़ना बंद करके थोड़ी देर आराम करना पड़ता है। सवाल यह है कि दौड़ लगाने के दौरान सबसे ज्यादा दबाव पैरों पर आता है तो फिर दर्द पेट में क्यों होता है। 

दौड़ लगाने के समय पेट में दर्द की समस्या किसी भी प्रोफेशनल एथलीट हो नहीं आती। यह समस्या केवल उसी व्यक्ति को आती है जो अचानक दौड़ लगाता है। प्रैक्टिस और वार्म अप के बिना जब कोई भी व्यक्ति अचानक दौड़ लगाता है तो पूरे शरीर में हलचल शुरू हो जाती है। किडनी की नसों में खिंचाव होता है, जिसके कारण दौड़ लगाने वाले व्यक्ति को पेट में दर्द का एहसास होता है। इसके अलावा फेफड़ों में खिंचाव होने पर फेफड़ों के नीचे पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द का एहसास होता है। 

जब हम दौड़ते हैं तो उस समय हम नाक और मुंह  दोनों से सांस ले रहे होते हैं क्योंकि उस समय हमारे शरीर को ऑक्सीजन की बहुत अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है परंतु जितनी मात्रा में हम ऑक्सीजन अंदर लेते हैं उतनी ही मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड बाहर नहीं निकाल पाते। जिसके कारण फेफड़े फूल जाते हैं और वक्ष गुहा (Thorasic cavity) तथा उदर गुहा  (Abdominal cavity)  को विभाजित करने वाला मध्यकपट या डायाफ्राम(Diaphram) भी फैल जाता है जिसके कारण पेट के नीचे की तरफ दबाव उत्पन्न होता है और पेट की तरफ  रक्त  का प्रवाह (Blood circulation)कम हो जाता है जिसके कारण किडनी(वृक्क) तक रक्त कम मात्रा में पहुंच पाता है। जिसके कारण पेट में दर्द(साइड पेन )होने लगता है।

इसी कारण दौड़ते समय सलाह दी जाती है कि गहरी सांस अंदर की तरफ लें  और जितनी गहरी सांस अंदर ली है उतनी ही गहरी सांस बाहर निकाले जिससे ऑक्सीजन और  कार्बन डाइ ऑक्साइड की मात्रा  में बैलेंस बन जाये।

ध्यान देने वाली बातें 

किसी भी स्थिति में अचानक तेज गति से दौड़ लगाना शुरु ना करें। 
यदि प्रैक्टिस नहीं भी है तो भी दौड़ने से पहले वार्म अप जरूर करें। 
यदि दौड़ लगाना बहुत जरूरी है और वार्म अप करने का समय नहीं है तो कोशिश करें कि शुरुआती कदम थोड़े स्लो हो। 
पेट के निचले आए ऊपरी हिस्से में दर्द का एहसास होने पर तुरंत रुक जाएं। आराम मिलने पर फिर से दौड़ लगा सकते हैं। 
यदि पेट में दर्द की स्थिति में दौड़ लगाना बंद नहीं किया तो यह जानलेवा हो सकता है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)

FENG SHUI कछुए की प्रतिमा घर, दुकान या ऑफिस में रखना शुभ है या अशुभ, पढ़िए - Turtle Statue lucky or unlucky

Posted: 27 Sep 2020 10:16 PM PDT

सौंदर्यशास्त्र की सदियों पुरानी चीनी पद्धति फेंगशुई में बताया जाता है कि घर की साज-सज्जा में कौन सी वस्तुओं का उपयोग करें ताकि घर में मौजूद नेगेटिव एनर्जी खत्म हो जाए और पॉजिटिव एनर्जी का स्टोर बन जाए। सरल शब्दों में घर में माता लक्ष्मी, भगवान श्री गणेश, रिद्धि-सिद्धि एवं शुभ-लाभ के साथ निवास करें।

कछुआ: घर में हो तो उम्र बढ़ाता है ऑफिस में हो तो इनकम

फेंगशुई के अनुसार घर में कछुए की मौजूदगी शुभ एवं लाभदायक मानी जाती है। कछुआ घर में होने से मन के लिए शांति और जीवन के लिए धन ले कर आता है। फेंगशुइ्र के अनुसार घर में कछुआ रखने से घर के सदस्यों की उम्र लंबी होती है और सौभाग्य में भी वृद्धि होती है, इसलिए घर या ऑफिस में इसका होना लाभदायक माना जाता है। 

फेंगशुई वाले धातु से बने कछुए की प्रतिमा को कहां और कैसे रखें

कछुए को कैसे और कहां रखें असली या धातु से बने कछुए को पानी से भरे बाउल में डाल दें। इस बाउल को मकान की उत्तर दिशा में रखें। फेंगशुई के अनुसार कछुआ या कछुए की प्रतिमा रखने के लिए उत्तर दिशा शुभ मानी जाती है। 

बेडरूम में पानी रखना चाहिए या नहीं

कहां रखना चाहिए यदि घर की उत्तर दिशा में आपका बेडरूम है, तो भूल से भी पानी से भरे बउाल को बेडरूम में न रखें। ऎसी स्थिति में सिर्फ धातु का कछुआ रखें। फेंगशुई के अनुसरार बेडरूम में पानी रखना अशुभ माना जाता है। 

यदि एक बलात्कारी दूसरी बार रेप करे तो सजा कितनी कठोर हो जाती है, ध्यान से पढ़िए - ASK IPC

Posted: 27 Sep 2020 01:53 PM PDT

भारत में यदि कोई चोर, जुआरी, लूटेरा यहां तक कि हत्यारा दूसरी बार वही अपराध करे तो IPC की धारा और सजा वही रहते हैं जो पहली बार लगाए गए थे लेकिन यदि एक बलात्कारी दूसरी बार उसी पीड़ित महिला का या फिर किसी अन्य महिला का बलात्कार कर दे तो IPC में ऐसे अपराधियों के लिए एक नई धारा का प्रावधान किया गया है। इस धारा में दूसरी बार बलात्कार करने वाले की सजा पहले से अधिक कठोर हो जाती है। दूसरी बार बलात्कार करने वाले को मृत्युदंड दिया जा सकता है।

भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 375 ङ, की परिभाषा:-

अगर कोई व्यक्ति पर धारा 376 के अंतर्गत निम्न धाराओं के अपराध सिद्ध हो गए हैं:- धारा-376क, धारा- 376 - ख, धारा- 376ग, धारा 376घ आदि।  पुनः वह व्यक्ति इन धारा के अंतर्गत किसी भी अपराध को दूसरी बार करता है, तब वह धारा 376-ङ के अंतर्गत दोषी होगा। 
नोट:- जिस महिला के साथ पहले बलात्संग का अपराध किया था,दुबारा उसी महिला के साथ वह अपराधी बलात्संग करता है तब भी यह धारा लागू होगी।

भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा-376ङ के अंतर्गत दण्ड का प्रावधान:-

इस धारा का अपराध किसी भी प्रकार से समझौता योग्य नहीं है। यह अपराध संज्ञेय(Cognizable) एवं अजमानतीय (Non-Bailable) अपराध है। इनकी सुनवाई का अधिकार सेशन न्यायालय(Court of Session) को हैं। सजा(Punishment)- दूसरी बार अपराध करने पर आजीवन कारावास से मृत्यु दण्ड तक हो सकती है। लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

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आम रास्ते में रुकावट पैदा करने वाले के खिलाफ किस धारा के तहत FIR दर्ज होती है
गर्भपात के दौरान यदि महिला की मृत्यु हो गई तो जेल कौन जाएगा डॉक्टर या पति
यदि जबरदस्ती नशे की हालत में अपराध हो जाए तो क्या सजा से माफी मिलेगी

JABALPUR निदान वॉटरफॉल पर्यटकों के लिए बंद - MP NEWS

Posted: 27 Sep 2020 01:32 PM PDT

जबलपुर
। जबलपुर का प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट निदान वॉटरफॉल पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। पिछले दिनों यहां पिकनिक मनाने आए 5 लड़कों में से एक लड़का डूब गया था जिससे उसकी मौत हो गई थी।

जबलपुर कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने बताया कि कोरोना के संक्रमण को रोकथाम एवं आम नागरिकों के स्वास्थ की सुरक्षा के मद्देनजर कटंगी के समीप स्थित निदान वॉटरफॉल में बैरिकेडिंग कर लोगों के प्रवेश को निषेध किया गया। इस दौरान नायब तहसीलदार आकाश दीप नामदेव ,सीएमओ नीलम चौहान और पुलिस कर्मचारी उपस्थित थे।

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JABALPUR COLLECTOR WHATS-APP NUMBER - केयर बाय कलेक्टर

Posted: 28 Sep 2020 01:49 AM PDT

जबलपुर
। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री कर्मवीर शर्मा ने CARE BY COLLECTOR सुविधा की शुरुआत की है। इसके तहत उन्होंने एक व्हाट्सएप नंबर सार्वजनिक किया है। लोग इस व्हाट्सएप नंबर पर किसी भी प्रकार की समस्या, सुझाव फोटो एवं वीडियो सहित कलेक्टर को भेज सकते हैं।

कलेक्टर ऑफिस से प्राप्त आधिकारिक सूचना के अनुसार कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने किसी भी तरह का फीडबैक अथवा समस्या या सुझाव देने के लिये व्हाट्सएप नंबर 7587970500 जारी किया है। इस नम्बर पर कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या या सुझाव सीधे कलेक्टर को प्रेषित कर सकता है। इस व्हाट्सएप नंबर को केयर बाय कलेक्टर का नाम दिया गया है।

JABALPUR COLLECTOR OFFICE ADDRESS, CONTACT NUMBER, FAX, E-MAIL 

Address: Room No.4, Collectorate Campus Rd, South Civil Lines, Jabalpur, Madhya Pradesh 482001 
Phone Number: 076126 24100 (office) 
Phone Number: 0761-2603333 (Residence)
FAX NUMBER: 0761-2624100
EMAIL : dmjabalpur@nic.in 

BHOPAL में कोरोना के लिए बेड की कमी नहीं, कलेक्टर का दावा लेकिन यह नहीं बताया कि... - MP NEWS

Posted: 27 Sep 2020 01:10 PM PDT

भोपाल।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया का एक ऐसा बयान जारी हुआ है जो सत्तारूढ़ दल के विधायक द्वारा जारी किए जाने वाले बयानों के समकक्ष प्रतीत होता है। कलेक्टर श्री लवानिया ने दावा किया है कि भोपाल शहर में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों के लिए अस्पतालों में बैठ की कमी नहीं है लेकिन यह नहीं बताया कि इमरजेंसी में यदि कोई अस्पताल कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज को भर्ती करने से मना कर दे तो किस हेल्पलाइन नंबर पर मदद मांगे कि किसी भी अस्पताल में ICU बेड मिल जाए।

भोपाल में कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड की स्थिति पर कलेक्टर का बयान

कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि भोपाल में किसी प्रकार की बेड की कोई कमी नहीं है। सभी हॉस्पिटलों में बेड उपलब्ध हैं। विशेषकर प्राइवेट हॉस्पिटल इन को चिन्हित किया गया था। आयुष्मान कार्ड धारियों के लिए 300 बेड अतिरिक्त रूप से उपलब्ध करा दिए गए हैं। इसके साथ ही निजी अस्पतालों जो कोराना संक्रमित मरीजों का इलाज करने के इच्छुक हैं वे भी इस काम को शुरू कर सकते हैं। आने वाले समय में कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि 500 से अधिक अतिरिक्त बेड की उपलब्धता सुनिश्चित हो, आगामी एक माह की रणनीति बनाई जा रही है। टेली कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आइसोलेटेड मरीजों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए दो शिफ्ट में पांच से सात डॉक्टर लगातार इन मरीजों से प्रतिदिन बात करते हैं, उनके हालचाल जानते हैं, उनके साथ ही इनको समय पर उपचार संबंधी जानकारी भी उपलब्ध कराते हैं। 

कलेक्टर ने कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर जारी नहीं किया 

भोपाल शहर में केवल आसपास के ही नहीं बल्कि दूर-दूर के कोरोनावायरस संक्रमित मरीज इलाज कराने के लिए आ रहे हैं। इनमें से कई वीआईपी होते हैं तो कई वीआईपी के रिश्तेदार। किसी भी समय आप ऐम्स, चिरायु, हमीदिया सहित किसी भी अस्पताल में आम नागरिक की तरह निवेदन करके देखें। आपको कहीं पर मरीज को भर्ती करने की सुविधा नहीं मिलेगी। प्राइवेट अस्पतालों को यदि आप मनचाही फीस देने का आश्वासन देते हैं तो अस्पताल की तरफ से कुछ देर इंतजार करने के लिए कहा जाता है। फिर आईसीयू से किसी एक मरीज को बाहर निकाला जाता है और नए मरीज को भर्ती किया जाता है। कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया का बयान काफी पॉजिटिव साउंड कर रहा है परंतु सिर्फ एक कमी है। उन्होंने कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर जारी नहीं किया। उन्होंने नहीं बताया कि यदि संक्रमित व्यक्ति की तबीयत खराब होती है तो किस नंबर पर फोन लगाकर पता करें कि शहर के किसी अस्पताल में बिस्तर खाली है या नहीं।

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MATHURA: श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर पर भारी पुलिस बल तैनात, श्री कृष्ण विराजमान की याचिका दाखिल - NATIONAL NEWS

Posted: 27 Sep 2020 12:51 PM PDT

नई दिल्ली।
अयोध्या में रामलला के बाद मथुरा में श्री कृष्ण विराजमान ने कोर्ट में याचिका दाखिल करके अपने अधिकार की 13.37 एकड़ जमीन का स्वामित्व मांगा है।5247 साल पहले इसी स्थान पर भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था और मथुरा के राजा कंस का वध करने के बाद 13.37 एकड़ जमीन श्री कृष्ण के लिए आरक्षित की गई थी। 1669 तक इस जमीन पर भगवान श्री कृष्ण का 250 फीट ऊंचा भव्य मंदिर स्थापित था।

श्रीकृष्ण विराजमान ने 13.37 एकड़ जमीन का मालिकाना हक मांगा

उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर में श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मामला कोर्ट की चौखट पर आ खड़ा हुआ है। अयोध्या की तरह मथुरा में भी श्रीकृष्ण विराजमान नाम से अदालत में एक याचिका दाखिल कर 13.37 एकड़ जमीन का मालिकाना हक मांगा गया है। सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता हरीशंकर जैन और विष्णु शंकर जैन ने श्रीकृष्ण विराजमान की ओर से मथुरा में सीनियर सिविल जज छाया शर्मा की अदालत में याचिका दाखिल की है। इनमें 13.37 एकड़ की श्रीकृष्ण जन्मभूमि का मालिकाना हक मांगा गया है।

शाही ईदगाह मस्जिद की सुरक्षा के लिए फोर्स तैनात

श्रीकृष्ण विराजमान की ओर से अदालत में याचिका दाखिल होने के बाद श्रीकृष्ण जन्मस्थान, शाही ईदगाह के साथ वृंदावन, गोवर्धन, बरसाना, दाऊजी जैसे प्रमुख धर्मस्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एसपी सुरक्षा आरके मिश्रा ने बताया कि हमने संस्थान की सुरक्षा को और भी चाक-चौबंद कर दिया है। साथ ही शाही ईदगाह मस्जिद की सुरक्षा को भी सतर्क कर दिया है। 

श्री कृष्ण जन्मस्थान मथुरा में 250 फीट ऊंचा भव्य मंदिर किसने बनवाया था

श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के विशेष कार्याधिकारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य वर्तमान कटरा केशव देव स्थित कंस के कारागार में लगभग 5247 वर्ष पूर्व हुआ था। श्रीकृष्ण के प्रपौत्र व्रजनाभ ने उसी का कारागर स्थली पर श्री केशव देव के प्रथम मंदिर की स्थापना की। कालांतर में यहां बार-बार मंदिरों का निर्माण हुआ। अंतिम 250 फीट ऊंचा मंदिर जहांगीर के शासनकाल में ओरछा के राजा वीर सिंह देव ने बनवाया था। 

मथुरा श्री कृष्ण जन्म स्थान का विवाद क्या है 

इतिहासकार बताते हैं कि 1669 में मुगल शासक औरंगजेब ने ओरछा के राजा वीर सिंह देव द्वारा बनवाए गए भव्य मंदिर के अग्रभाग को तोड़कर मंदिर की सामग्री से ईदगाह मस्जिद बनवा दी थी। औरंगजेब का उद्देश्य एक धर्म स्थल का निर्माण नहीं था बल्कि हिंदू समुदाय के आराध्य भगवान श्री कृष्ण के भव्य मंदिर को तोड़कर समुदाय को अपमानित करना था। मंदिर के अग्रभाग पर ईदगाह का निर्माण इसलिए करवाया गया ताकि दशकों तक हिंदू समुदाय के लोगों को इस बात का एहसास होता रहे कि उनकी हैसियत मुगलों से बहुत कम है। और वह कभी भी मुगलों से बगावत करने की योजना नहीं बनाएं। 

1967 में दोनों धर्मस्थल के पदाधिकारियों के बीच भाईचारा समझौता हुआ है

ईदगाह इंतजामिया कमेटी के सचिव तनवीर अहमद एडवोकेट ने कहा कि मथुरा सौहार्द की नगरी है। यहां ईद पर हिंदू गले मिलने आते हैं तो होली पर हम लोग उनके गले मिलते हैं। दीवाली और जन्माष्टमी साथ-साथ मनाते आए हैं। कोई विवाद की स्थिति है ही नहीं और आगे भी नहीं होगी। दोनों धर्म स्थल बराबर हैं। मंदिर में भगवान की पूजा होती है और मस्जिद में नमाज अदा होती है। 1967 में दोनों धर्मस्थल के पदाधिकारियों के बीच आपनी भाईचारे और आदर बनाए रखने के लिए भी समझौता हुआ है। हम देखेंगे कि दायर याचिका में हमें पार्टी बनाया गया है या नहीं। इसके बाद ही कमेटी आगे का निर्णय लेगी।

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MADHYA PRADESH में प्याज, टमाटर और आलू सबसे सस्ते

Posted: 27 Sep 2020 11:22 PM PDT

भोपाल
। जहां एक और दिल्ली में प्याज, टमाटर और आलू को लेकर सरकार आपातकालीन मीटिंग आयोजित कर रही है वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश में सब्जियों के दाम दिल्ली की तुलना में 4 गुना कम है। 

शुक्रवार को दिल्ली में प्याज और टमाटर की कीमत ₹100 प्रति किलो तक पहुंच गई थी। रविवार को दाम कुछ कम हुए। टमाटर ₹61 और प्याज ₹51 खरीदी गई। दिल्ली के खुदरा बाजार में आलू का भाव ₹37 था। दिल्ली के अलावा मुंबई, पणजी, नासिक, शिमला, रांची, सूरत, पटना, चंडीगढ़, नागपुर, अहमदाबाद, रायपुर, देहरादून, हैदराबाद और राजकोट की मंडियों में प्याज, टमाटर और आलू के दाम 30 रुपए से अधिक और ₹50 के आसपास रहे। 

मध्य प्रदेश की इंदौर मंडी में आलू ₹27 किलो, प्याज ₹20 किलो और टमाटर अधिकतम ₹48 किलो बिका। भारत में इंदौर के अलावा गया बिहार की मंडी ऐसी थी जहां सबसे कम कीमत पर सब्जियों का विक्रय हुआ। कुल मिलाकर टीवी चैनलों पर आ रही है खबरों से मध्य प्रदेश के नागरिकों को घबराने की जरूरत नहीं है।

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MP 10th-12th: रुक जाना नहीं योजना के परीक्षा परिणाम घोषित - MP NEWS

Posted: 27 Sep 2020 12:19 PM PDT

भोपाल।
माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में फेल हुए विद्यार्थियों के लिए रुक जाना नहीं योजना के तहत आयोजित परीक्षा के परिणाम को घोषित कर दिए गए। मप्र राज्यमुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित 10वीं की परीक्षा में 85 हजार 616 परीक्षार्थी शामिल हुए थे।

दसवीं का रिजल्ट 25% और बारहवीं का 41%

इसमें 18 हजार 102 सफल हुए। इनमें से 1133 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी, 13 हजार 108 द्वितीय व 3861 तृतीय श्रेणी से पास हुए। परीक्षा परिणाम 25.24 प्रतिशत रहा। वहीं 12वीं में 67 हजार 490 परीक्षार्थियों में से 27 हजार 784 पास हुए हैं। इनमें से 2418 परीक्षार्थी प्रथम श्रेणी, 19 हजार 472 द्वितीय और 5894 तृतीय श्रेणी से पास हुए हैं।परीक्षा परिणाम 41.16 प्रतिशत रहा। 

रुक जाना नहीं योजना में 12 स्टूडेंट्स अब क्या कर सकते हैं

इस परीक्षा में जो विद्यार्थी सफल नहीं हुए हैं वे दिसंबर में होने वाली परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। ओपन बोर्ड के वेबसाइट पर परीक्षा परिणाम अपलोड कर दिए गए हैं। इसके साथ ही 10वीं व 12वीं का परिणाम घोषित होने से विद्यार्थी 30 सितंबर तक प्रवेश ले सकेंगे। ज्ञात हो कि रुक जाना नहीं योजना के तहत 10वीं व 12वीं की परीक्षा 17 अगस्त से तीन सितंबर के बीच आयोजित की गई थी।

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