प्राइमरी का मास्टर ● इन |
- महराजगंज : DCF पर भरे गये आंकड़ों का मिलान छात्र-छात्राओं के आधार कार्ड आंकड़े के अनुसार करवाने तथा अभिभावकों के सहमति पत्र भरवाने के सम्बन्ध में बीएसए ने जारी किया निर्देश
- एक महीने की भी फीस न देने वाले छात्रों को स्कूल में नहीं मिलेगा प्रवेश - निजी स्कूलों ने शासन को कराया अवगत
- CBSE और CISCE के साथ संबद्धता के लिए विद्यालयों को अब ऑनलाइन NOC
- यूपी बोर्ड : 10वीं व 12वीं की पूरक परीक्षा के प्रवेशपत्र जारी
- स्कूलों में अक्तूबर से लौट सकती है रौनक, केंद्र ने जारी की एसओपी
- फतेहपुर : डायट के प्रवक्ता 10-10 विद्यालयों को लेंगे गोद, शिक्षण गुणवत्ता सुधार के लिए शुरू हो रही नई व्यवस्था
- कोविड-19 ड्यूटी में परिषदीय शिक्षकों के साथ अन्य विभाग के शिक्षक/कर्मचारियों की ड्यूटी भी समानुपात में लगाये जाने हेतु PSPSA का मांगपत्र
- महराजगंज : वर्ष 2019-2020 के फार्म-16 एवं 26 AS में त्रुटियों के सम्बन्ध में सूचना 29 सितम्बर तक उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में वित्त एवं लेखाधिकारी ने किया निर्देशित
- हाथरस : कोविड संक्रमण के चलते कार्यालय में प्रवेश/कार्य हेतु प्रोटोकॉल के सम्बन्ध में
- हाथरस : जर्जर भवनों की नीलामी के सम्बन्ध में नवीन निर्देश जारी
- हाथरस : विद्यालयों में विद्युत संयोजन के ऑफलाइन आवेदन फॉर्म भरने के सम्बन्ध में
- आकांक्षी जनपदों से स्थानांतरण एवं पारस्परिक स्थानांतरण के सम्बन्ध में प्रा0शि0संघ ने मा0 राज्य मंत्री को दिया ज्ञापन
- हाथरस : वर्ष 2020-21 में इंस्पायर अवार्ड मानक योजनांतर्गत छात्र/छात्राओं के ऑनलाइन नामांकन के सम्बन्ध में
- हाथरस : परिषदीय शिक्षकों के वेतन खातों व पैन नंबर में परिवर्तन न करने के सम्बन्ध में
- हाथरस : दिनाँक 24 सितम्बर 2020 को मीना दिवस के अवसर पर ऑनलाइन पोस्टर प्रतियोगिता के आयोजन के सम्बन्ध में
- हाथरस : विभागीय कार्यों में रुचि न लेने वाले शिक्षकों का वेतन अवरुद्ध किये जाने के सम्बन्ध में
- हाथरस : आरोग्य सेतु एप इनस्टॉल कराने वाले शिक्षामित्रों को प्रशस्ति पत्र एवं रुचि न लेने वाले शिक्षामित्रों का स्पष्टीकरण निर्गत करने के सम्बन्ध में
Posted: 26 Sep 2020 02:24 AM PDT |
Posted: 25 Sep 2020 06:58 PM PDT एक महीने की भी फीस न देने वाले छात्रों को स्कूल में नहीं मिलेगा प्रवेश 12 अक्टूबर से विद्यालय खोलने की मांग, फीस जमा न करने वालों को नहीं मिलेंगी कक्षाएं। अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला को सौंपा ज्ञापन। अक्तूबर में अगर निजी स्कूल खुलें तो उन छात्रों को प्रवेश नहीं मिलेगा, जिन्होंने अभी तक एक भी महीने की फीस जमा नहीं कराई है। निजी स्कूलों के संगठन अनएडेड प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन ने अपने इस निर्णय से शासन को लिखित में अवगत करा दिया है। पहले चरण में केवल कक्षा 10 और 12 के छात्रों के लिए ही स्कूल खोलने का प्रस्ताव है। एसो. अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि निजी स्कूलों को 30 से 40 प्रतिशत तक छात्रों की ही फीस मिली है। बार-बार कहने के बावजूद ऐसे कई अभिभावक हैं जिन्होंने अप्रैल से अभी तक एक भी महीने की फीस जमा नहीं कराई है। 12 अक्तूबर से स्कूल खोलने का प्रस्ताव शासन को सौंप दिया है। इसमें साफ तौर पर स्कूलों के निर्णय से शासन को अवगत करा दिया है कि जिन अभिभावकों ने एक भी महीने की फीस नहीं दी है, उनके बच्चों को स्कूल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी निजी स्कूलों के प्रबंधन ने एकमत से यह निर्णय लिया है। अभिभावकों को पहले भी निर्देश दिया था कि जिन्हें फीस देने में कठिनाई है, वे साक्ष्य के साथ 20 प्रतिशत तक फीस कटौती को आवेदन कर सकते हैं। बताया कि अभी केवल बड़े क्लास खोलने का ही प्रस्ताव दिया है। वहीं, जो छात्र नहीं आना चाहते हैं तो उनकी इच्छा है। इतना ही नहीं जो स्कूल अभी नहीं खोलना चाहते, उन पर भी कोई दबाव नहीं होगा। छात्र केवल अभिभावकों की अनुमति से ही स्कूल आएंगे। शासन को एसओपी भी सौंपी अध्यक्ष ने बताया कि सभी स्कूलों ने बात कर शासन के निर्देश अनुसार स्कूल खोलने को एसओपी भी तैयार कर शासन को सौंप दी है। इसके अनुसार 12 अक्तूबर से 10वीं और 12वीं की ही पढ़ाई शुरू होगी। इन्हें प्रोजेक्ट वर्क, प्रैक्टिकल और मिड टर्म परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा। स्थिति को देखते हुए बाद में 9वीं और 11वीं के छात्रों को पढ़ाई के लिए बुलाया जाएगा। लखनऊ । अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने 12 अक्टूबर से दो शिफ्टों में विद्यालय खोले जाने की मांग की है। इस संबंध में प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला को ज्ञापन दिया है। एसोसिएशन ने यह साफ कर दिया है कि जिन बच्चों की एक भी माह की फीस लॉकडाउन से अबतक नहीं जमा की गई है वह उन्हें कक्षाएं नहीं देंगे। फीस जमा न करने वाले बच्चों को अगली कक्षा में प्रमोट भी नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही विद्यालय खोले जाने को लेकर कोविड-19 से विद्यार्थियों की सुरक्षा के मानक भी निर्धारित किए हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि जिन बच्चों की फीस नहीं जमा है उनके अभिभावक धीरे-धीरे फीस जमा कर दें। क्योंकि विद्यालय प्रबंधन को स्टॉफ का वेतन देना है और इसक अलावा अन्य खर्च भी हैं। जिन अभिभावकों के पास आर्थिक समस्या है वह विद्यालय प्रबंधन से मिलकर अपनी समस्या बताएं और एक से दो माह की फीस जमा कर दें। बाकी की फीस के लिए कुछ समय प्रबंधन से मांग लें। एसोसिएशन ने विद्यालय खोलने को यह बनाए मानक एक कक्षा में 20 से अधिक विद्यार्थी नहीं होंगे। सीट से सीट की दूरी तीन फिट होगी। सुबह पहली शिफ्ट में आठ से 11 बजे तक 10वीं और 12वीं की कक्षाएं संचालित होंगी। दूसरी पाली में दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक कक्षा नौ और 11 की कक्षाएं संचालित होंगी। प्रवेश और निकास द्वार की अलग-अलग व्यवस्था होगी। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर रहे विद्यालयों में अगर कोई बच्चा संक्रमित होता है तो विद्यालय प्रबंधन की जिम्मेदारी नहीं होगी। प्रोटोकॉल का पालन न करने वाले विद्यालय के खिलाफ शासन सख्त कार्यवाही करे। प्रवेश द्वार से लेकर कक्षाओं तक गोले बने होंगे। शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा जाएगा। अगर किसी बच्चे को बीच में बाहर जाने की जरूरत पड़ती है तो उसके लिए पास जारी किया जाएगा। एक बार में एक ही बच्चा बाहर जा सकेगा। बिना मास्क के बच्चों का विद्यालय में प्रवेश नहीं होगा। निकास और प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजेशन की व्यवस्था होगी। |
CBSE और CISCE के साथ संबद्धता के लिए विद्यालयों को अब ऑनलाइन NOC Posted: 25 Sep 2020 06:38 PM PDT सीबीएसई और सीआइएससीई के साथ संबद्धता के लिए विद्यालयों को अब ऑनलाइन एनओसी बढ़ते संक्रमण के कारण सीबीएसई और सीआइएससीई के साथ संबद्धता के लिए एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) के आवेदन की व्यवस्था ऑनलाइन कर दी गई है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने यह आदेश जारी किया है। विभाग की वेबसाइट पर इसकी जानकारी दे दी गई है। बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण यह व्यवस्था की जा रही है। अब सीबीएसई और सीआइएससीई से संचालित विद्यालय प्रबंधन को एनओसी के लिए अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वह एनओसी से सम्बंधित सारी अर्हताएं पूरी करके विभाग की वेबसाइट पर लॉगइन करके आवेदन कर सकेंगे। आवेदन के बाद संयुक्त शिक्षा निदेशक द्वारा विद्यालय का स्थलीय निरीक्षण करके एनओसी देने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। |
यूपी बोर्ड : 10वीं व 12वीं की पूरक परीक्षा के प्रवेशपत्र जारी Posted: 25 Sep 2020 06:38 PM PDT यूपी बोर्ड : 10वीं व 12वीं की पूरक परीक्षा के प्रवेशपत्र जारी। प्रयागराज : यूपी बोर्ड ने इंप्रूवमेंट व कंपार्टमेंट 2020 परीक्षा के लिए प्रवेशपत्र जारी कर दिया है। परीक्षार्थी वेबसाइट से इसे डाउनलोड कर सकते हैं। परीक्षा तीन अक्टूबर को जिला मुख्यालयों पर होगी। जिलों में 29 व 30 सितंबर को हाईस्कूल व इंटर के उन परीक्षार्थियों की आंतरिक व प्रायोगिक परीक्षाएं होंगी, जिन्होंने परीक्षा के लिए आवेदन किया है। बोर्ड सचिव ने बताया कि संबंधित छात्र-छात्रएं अपने पंजीकृत कालेजों के प्रधानाचार्यो से संपर्क कर लें, वेबसाइट से डाउनलोड प्रधानाचार्य के हस्ताक्षर से ही जारी होगा। वहीं, हाईस्कूल इंप्रूवमेंट व कंपार्टमेंट परीक्षा का आंतरिक मूल्यांकन 29 व 30 सितंबर को होगा। यह मूल्यांकन भी प्रधानाचार्य करेंगे। |
स्कूलों में अक्तूबर से लौट सकती है रौनक, केंद्र ने जारी की एसओपी Posted: 25 Sep 2020 06:13 PM PDT स्कूलों में अक्तूबर से लौट सकती है रौनक, केंद्र ने जारी की एसओपी प्री प्राइमरी व प्राइमरी की कक्षाएं संचालित करने के आसार कम, निजी विद्यालयों ने स्कूल खोलने का भेजा प्रस्ताव लखनऊ के स्कूलों में अक्तूबर से रौनक लौट सकती है। केंद्र सरकार ने कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को परामर्श देने के लिए स्कूलों को एसओपी जारी की है। इसके बाद शासन ने भी इसी तरह की एसओपी जारी की है तो स्कूल खुलने के आसार लगने लगे हैं। इस पर निजी स्कूलों के संगठन ने स्कूल खोलने का प्रस्ताव भेज दिया है। अक्तूबर के मध्य से स्कूल खुल सकते हैं। बारी-बारी से कक्षाओं को शुरू करने की योजना है। अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि एक साथ सभी कक्षाएं नहीं चलेंगी। अक्तूबर के मध्य 12 के बाद से खोलने का प्रस्ताव भेजा गया है। पहले बड़ी कक्षाएं 10 और 12 को संचालित करने का प्रस्ताव है। इसके बाद कक्षा 9 और 11 की। फिर चरणबद्ध तरीके से जूनियर की कक्षाएं शुरू करने का प्रस्ताव है। उन्होंने बताया कि प्री प्राइमरी व प्राइमरी की कक्षाएं संचालित करने के आसार फिलहाल कम ही लग रहे हैं। बोर्ड परीक्षा को ध्यान में रखते हुए कक्षा 10 और 12 के छात्रों की पढ़ाई बहुत जरूरी है। प्रस्ताव में यह भी दिया गया है कि किस तरीके से क्लास चलाए जाएंगे। कोविड रोकथाम के सभी नियम जैसे सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर का कड़ाई से पालन किया जाएगा। कोरोना में कक्षाएं संचालित करने के लिए अलग से विशेष टाइम टेबल बनाने का प्रस्ताव है। इसके तहत दो शिफ्टों में संचालित करने की योजना है। छात्रों को विभिन्न वर्गों में बांट कर अलग-अलग समय पर बुलाया जाएगा। साथ ही अलग-अलग दिन पर भी बुलाने का प्रस्ताव है। गाइनलाइन का इंतजार उन्होंने बताया कि कक्षा 10 और 12 के छात्रों की बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर प्रोजेक्ट वर्क व प्रैक्टिकल कार्यों के लिए उनकी कक्षाएं प्रारंभ करना अब जरूरी लग रहा है। उन्होंने बताया कि प्रस्ताव में कक्षा की पढ़ाई के साथ ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने की योजना दी गई है। स्कूल खोलने को लेकर बाध्यता नहीं होगी। प्रस्ताव अभिभावकों की राय लेकर तैयार किया गया है और अभिभावकों के अनुमति पर ही छात्रों को बुलाया जाएगा। जो स्कूल अभी नहीं बाद में खोलना चाहते हैं उन्हें बाध्य नहीं किया जाएगा। एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि शासन के अधिकारी उप मुख्यमंत्री से इस संबंध में वार्ता करेंगे। स्कूल खोलने को लेकर शासन की गाइडलाइन का इंतजार है। केंद्रीय विद्यालय भी अक्तूबर से कुछ छात्रों को बुलाने की तैयारी कर रहे हैं। केंद्र सरकार की एसओपी के अनुसार उन्होंने अभिभावकों से छात्रों को बुलाने को लेकर अनुमति मांगी थी। हालांकि, महज दो से पांच प्रतिशत अभिभावकों ने छात्रों को परामर्श के लिए भेजने की अनुमति दी है। केवी गोमती नगर के प्रधानाचार्य डॉ. सीबीपी वर्मा ने बताया कि कक्षा नौ से 12 तक में 1400 छात्रों में से 20 अभिभावकों ने ही परामर्श के लिए स्कूल भेजने की अनुमति दी है। अक्तूबर में छात्रों को बुलाया जाएगा। इनकी स्थिति को देखते हुए अभिभावक भी छात्रों को भेजने के लिए राजी हो जाएंगे। |
Posted: 25 Sep 2020 04:37 PM PDT फतेहपुर : डायट के प्रवक्ता 10-10 विद्यालयों को लेंगे गोद, शिक्षण गुणवत्ता सुधार के लिए शुरू हो रही नई व्यवस्था। पहल : शिक्षण गुणवत्ता सुधार के लिए शुरू हो रही नई व्यवस्था, गोद के लिए डी-श्रेणी के स्कूलों का करना होगा चयन। फतेहपुर : बेसिक शिक्षा द्वारा संचालित परिषदीय स्कूलों की शिक्षण गुणवत्ता को मजबूत करने के लिए डायट प्रवक्ता भी जिम्मेदारी सम्भालेंगे। जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के प्रवक्ताओं के लिए भी वर्क परियोजना कार्य अनिवार्य कर दिया गया है। प्रवक्ताओं को माह में कम से कम 10 10 स्कूलों को गोद लेकर शिक्षण गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कार्य करना होगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक डा. सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह ने निर्देश जारी किया है। निदेशक द्वारा जारी पत्र में बताया गया है कि इसके लिए किसी एक विषय को चुनना होगा। चुने गए विषय पर कार्य योजना बनाने के बाद इसका मूल्यांकन होगा। जिला स्तर पर डाइट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। डायट में ही कार्यरत शिक्षक व अध्ययनरत प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण व शिक्षण प्रदान किया जाता है। डायट प्रवक्ताओं को परिषदीय प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में शैक्षिक स्तर के सुधार के लिए भी दायित्व तय किए गए हैं। समय के साथ डायट प्रवक्ता मात्र डायट तक ही सीमित रह गए हैं। विभाग ने प्रेरणा लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी सरकारी व स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग का खाका खींचा है। अब डायट प्रवक्ता जनपद ग्रेडिंग लर्निंग में डी-श्रेणी के स्कूलों को गोद लेंगे। |
Posted: 25 Sep 2020 07:19 AM PDT |
Posted: 25 Sep 2020 05:26 AM PDT |
हाथरस : कोविड संक्रमण के चलते कार्यालय में प्रवेश/कार्य हेतु प्रोटोकॉल के सम्बन्ध में Posted: 25 Sep 2020 05:14 AM PDT |
हाथरस : जर्जर भवनों की नीलामी के सम्बन्ध में नवीन निर्देश जारी Posted: 25 Sep 2020 05:11 AM PDT |
हाथरस : विद्यालयों में विद्युत संयोजन के ऑफलाइन आवेदन फॉर्म भरने के सम्बन्ध में Posted: 25 Sep 2020 05:02 AM PDT |
Posted: 25 Sep 2020 04:13 AM PDT |
Posted: 25 Sep 2020 05:04 AM PDT |
हाथरस : परिषदीय शिक्षकों के वेतन खातों व पैन नंबर में परिवर्तन न करने के सम्बन्ध में Posted: 25 Sep 2020 05:17 AM PDT |
Posted: 25 Sep 2020 05:20 AM PDT |
हाथरस : विभागीय कार्यों में रुचि न लेने वाले शिक्षकों का वेतन अवरुद्ध किये जाने के सम्बन्ध में Posted: 25 Sep 2020 05:55 AM PDT |
Posted: 25 Sep 2020 05:36 AM PDT |
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