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- UJJAIN पुल पर भ्रष्टाचार से बना स्लैब गिरा, 6 मजदूर घायल, इंजीनियर सस्पेंड, ठेकेदार के खिलाफ FIR - MP NEWS
- BHOPAL विधायक मसूद सहित 200 के खिलाफ महामारी एक्ट का मामला दर्ज - MP NEWS
- BHOPAL के इकबाल मैदान में फ्रांस से नाराज हजारों मुसलमानों का प्रदर्शन - MP NEWS
- JABALPUR, TODAY'S NEWS: HEADLINES, LATEST HINDI NEWS 29 th OCTOBER 2020 / जबलपुर: आज के महत्वपूर्ण समाचार - MP NEWS
- MP COLLEGE ADMISSION: चौथे चरण की काउंसलिंग डेट घोषित - EDUCATION NEWS
- JABALPUR: जाट रेजीमेंट के सिपाही ने पत्नी के अश्लील फोटो वायरल किये - MP NEWS
- हमीदिया के डॉक्टरों ने महिला की जबरदस्ती छुट्टी कर दी, चौथे दिन मौत - BHOPAL NEWS
- MP T&CP के डिप्टी डायरेक्टर शैलेश कोहद की याचिका हाई कोर्ट से खारिज - MP NEWS
- कमलनाथ जी, आपने अपनी पत्नी का सांसद पद से इस्तीफा क्यों करवाया: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा - MP NEWS
- BF ने दहेज के लालच में ब्रेकअप कर लिया, गुस्साई GF ने रेप की FIR करा दी - JABALPUR NEWS
- हां मैंने सपा प्रत्याशी को नाम वापस लेने के लिए कहा था, इसमें क्या हो गया: दिग्विजय सिंह - MP NEWS
- शिवराज सिंह के बेटे ने दिग्विजय सिंह से आशीर्वाद लिया - MP NEWS
- MP ELECTION : प्रेमचंद गुड्डू को नोटिस जारी, 48 घंटे में देना होगा जवाब - INDORE NEWS
- INDORE: युवक-युवती का शव पेड़ पर फांसी से लटका मिला - MP NEWS
- JABALPUR-BHOPAL फोरलेन बनाने वाली कंपनी को चेतावनी जारी - MP NEWS
- INDORE: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के नाती ने पत्नी की हत्या क्यों की, पढ़िए पुलिस की प्राथमिक तफ्तीश - MP NEWS
- LED लाइट स्विच ऑफ के बाद हल्की सी जलती हुई क्यों दिखाई देती है - GK IN HINDI
- मेहगांव में उमा भारती की आम सभा फ्लॉप, बिना भाषण दिए वापस लौटीं
- मध्य प्रदेश के 16215 शासकीय शिक्षक गायब, डेढ़ माह से तलाश लेकिन कुछ पता नहीं चला - MP EMPLOYEE NEWS
- शासकीय या जनता की संपत्ति का गबन किस धारा के अंतर्गत दंडनीय अपराध है जानिए - ASK IPC
- GWALIOR जिले के खेतों में धारा 144 लागू, नरवाई चलाई तो मामला दर्ज होगा - MP NEWS
- GWALIOR संपत्ति कर जमा न करने पर बिल्डर के 8 फ्लैट कुर्क
- मप्र के सरकारी स्कूलों में निर्माण कार्य मनरेगा के तहत किए जाएंगे - MP NEWS
- बल्लभगढ़ : ऐसे बयान देने वाला गृह मंत्री हटा दिया जाना चहिये - Pratidin
Posted: 29 Oct 2020 08:05 AM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के तराना तहसील में आगर रोड पर निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा (जो भ्रष्टाचार के चलते घटिया मसाले से बनाया गया था) गिर गया। इस घटना में 6 मजदूर घायल हो गए। उपचुनाव के कारण शिवराज सिंह सरकार ने साइट इंजीनियर रघुनाथ सिंह सूर्यवंशी को सस्पेंड कर दिया है और ठेकेदार के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। निर्माण के दौरान पूरा स्लैब भरभरा कर गिर गयाग्रामीणों के अनुसार गुरुवार सुबह से ही काली सिंध नदी के बीच में ब्रिज के लिए तैयार दो पिलर पर स्लैब का काम चल रहा था। दोपहर सवा 3 बजे के करीब अचानक जोर की आवाज आई और देखते ही देखते पूरा स्लैब जमींदोज हो गया। स्लैब डालने का काम करीब 25 से 30 मजदूर कर रहे थे। बाकी लोग इधर-उधर थे, जबकि छह मजदूर स्लैब ढलाई का काम कर रहे थे। ब्रिज के गिरते ही ये उसके साथ नीचे जा गिरे। ऊपर होने से ये मलबे में दबने की जगह लोहे की जाली में फंस गए। वहां मौजूद मजदूर दौड़े और तत्काल उन्हें ऊपर निकाल लिया। इन्हें तत्काल निजी वाहन से ग्रामीण अस्पताल लेकर पहुंचे। इनमें से एक का पाट इलाज चल रहा है, जबकि पांच को उज्जैन भेज दिया गया। निर्माणाधीन ब्रिज के गिरते ही कांग्रेस विधायक ने धरना दियाब्रिज के धराशायी होते ही कांग्रेस विधायक महेश परमार कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंच गए और ब्रिज की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए धरने पर बैठ गए। उन्होंने शिवराज सरकार को कोसते हुए कहा कि यह बस भाजपा नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत का नतीजा है। धरने बैठे लोगों की मांग थी कि भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई की जाए। घटिया निर्माण कार्य बिल्कुल भी नहीं चलेगा। ब्रिज के गिरने की सूचना पर कलेक्टर आशीष सिंह भी मौके पर पहुंचे। सेतु निगम के कार्यपालन यंत्री एसके अग्रवाल का कहना है कि ब्रिज का हिस्सा आखिर कैसे ढहा, इसकी जांच की जा रही है। निर्माणाधीन पुल के पास रहने वाला एक ग्रामीण लापताब्रिज के पास ही रहने वाली एक महिला शाम को मौके पर पहुंची। उसने बताया कि उसके पति दाेपहर में नहाने का कहकर नदी में गए थे। शाम होने को आई वे अब तक घर नहीं लौटे हैं। उनका मोबाइल भी बंद आ रहा है। वहीं, मलबे को हटाने के लिए दो जेसीबी, एक क्रेन और एक पोकलेन मशीन लगी हुई है। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
BHOPAL विधायक मसूद सहित 200 के खिलाफ महामारी एक्ट का मामला दर्ज - MP NEWS Posted: 29 Oct 2020 07:43 AM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मध्य क्षेत्र के विधायक श्री आरिफ मसूद एवं उनके 200 साथियों के खिलाफ कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के आरोप में आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि विधायक मसूद ने मुस्लिम समाज के प्रदर्शन के दौरान प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया एवं जनप्रतिनिधि होने के बावजूद लोगों को उल्लंघन करने से नहीं रोका। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के इकबाल मैदान में फ्रांस के राष्ट्रपति से नाराज मुस्लिम समाज के हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व मध्य क्षेत्र के विधायक श्री आरिफ मसूद कर रहे थे। कार्यक्रम की व्यवस्था में उनके साथ करीब 200 कार्यकर्ता मौजूद थे। प्रदर्शन से पूर्व व्यवस्था के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग एवं फेस मास्क के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। मंच से लोगों से इस बारे में कोई अपील नहीं की गई। श्री आरिफ मसूद एक विधायक है, जनप्रतिनिधि होने के नाते उन्हें जनता से अपील करनी चाहिए थी परंतु उन्होंने नहीं की। इसी के चलते तलैया थाना पुलिस ने विधायक आरिफ मसूद समेत 200 अज्ञात लोगों पर कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने का केस दर्ज किया है। टीआई दिनेश प्रताप सिंह ने इसकी पुष्टि की है। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
BHOPAL के इकबाल मैदान में फ्रांस से नाराज हजारों मुसलमानों का प्रदर्शन - MP NEWS Posted: 29 Oct 2020 07:29 AM PDT भोपाल। पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का विवादित कार्टून फिर से छप जाने से नाराज मुस्लिम समाज के हजारों लोग भोपाल के इकबाल मैदान में इकट्ठा हुए और फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में भोपाल मध्य के विधायक आरिफ मसूद भी उपस्थित थे। फ्रांस के राष्ट्रपति माफी नहीं मांगेंगे तो भारत में प्रदर्शन जारी रहेंगेबताया जा रहा है कि फ्रांस के राष्ट्रपति ने पैगंबर हजरत मोहम्मद का कार्टून बनाया। उनके खिलाफ अभद्र टिप्पणी की जिसके चलते विश्व भर के मुस्लिम समुदाय में आक्रोश है और उनसे माफी मांगने की अपील की जा रही है। मुस्लिम समुदाय के नेताओं का कहना है कि जब तक वह माफी नहीं मांगेंगे, तब तक इसी तरह के आंदोलन विश्व भर में जारी रहेंगे भारत में भी इस तरह के आंदोलन जगह-जगह किए जाएंगे। विधायक आरिफ मसूद चाहते हैं: भारत, फ्रांस के साथ सभी रिश्ते तोड़ लेमोहम्मद नबी की शान में गुस्ताखी करने पर विधायक मसूद ने भारत सरकार से अपील की है कि वह फ्रांस के साथ अपने सभी प्रकार के रिश्ते तोड़ ले। उन्होंने कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति ने भारत में रह रहे मुस्लिमों को आहत किया है। इसलिए भारत के प्रधानमंत्री को या निर्णय लेना चाहिए कि फ्रांस से अब हमें आयात-निर्यात बंद कर दिया जाए। दुनिया भर के मुस्लिम फ्रांस से नाराज क्यों हो गएतनाव तब शुरू हुआ, जब सितंबर में विवादित कार्टून मैग्जीन चार्ली हेब्दो ने पैगंबर मुहम्मद के विवादित कार्टून फिर से छाप दिए। 2015 में इसी कार्टून को छापने को लेकर चार्ली हेब्दो के ऑफिस पर आतंकी हमला हुआ था। 14 आरोपियों के खिलाफ सुनवाई शुरू होने वाली थी। उससे ठीक पहले चार्ली हेब्दो ने फिर वही कार्टून छाप दिए। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
Posted: 29 Oct 2020 07:04 AM PDT मध्य प्रदेश की की संस्कारधानी जबलपुर में आज की प्रमुख खबरों में नौकरी से हटाने पर संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने किया प्रदर्शन, मरीजों की हेल्थ कुंडली अब एक क्लिक पर देख सकेंगे डॉक्टर, रेल मंडल में दूसरी और तीसरी लाइन बिछाने का काम रफ्तार पकड़ने लगा, रजिस्ट्री करवाने वालों का आंकड़ा बड़ा, वन विभाग के रेस्क्यू अमले ने मौके पर पहुंचकर ने मौके पर पहुंचकर मगरमच्छ को पकड़ा, हाईकोर्ट के प्रमुख सचिव राजस्व सहित अन्य को नोटिस और भी महत्वपूर्ण समाचार नौकरी से हटाने पर संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने किया प्रदर्शनCovid-19 स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने नौकरी से निकालने पर गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। इससे पहले संघ ने सीएमएचओ को भी ज्ञापन की एक प्रति सौंपी थी। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें नियमित नहीं किया गया तो वे 1 नवंबर से भोपाल में प्रदेश स्तरीय भूख हड़ताल करेंगे। मरीजों की हेल्थ कुंडली अब एक क्लिक में देख सकेंगे डॉक्टरसरकार की पहल से e- हॉस्पिटल पोर्टल योजना से जिले के तीन प्रमुख सरकारी अस्पतालों को जोड़ा गया है। एनआईसी में ई-हॉस्पिटल पोर्टल योजना से नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल, जिला चिकित्सालय एवं लेडी एल्गिन हॉस्पिटल जोड़ा गया है। इस पोर्टल के डैशबोर्ड पर ओपीडी में आए मरीज और आईपीडी की संख्या का प्रदर्शन होता है। इलाज के लिए मरीज को पंजीयन के रूप में एक आईडी मिलती है। यदि मरीज इन अस्पतालों में भर्ती होता है तो उसका इलाज और उपचार में दी गई दवाइयों सहित तमाम जानकारी चिकित्सक ऑनलाइन देते हैं। रेल मंडल में दूसरी और तीसरी लाइन बिछाने का काम रफ्तार पकड़ने लगारेल मंडल की 2015 की परियोजना जो कि सर्वे, बजट और काम की सुस्त रफ्तार की वजह से पूरी नहीं हो सकी थी। अब दूसरी और तीसरी रेल लाइन बिछाने का काम कोरोना काल के बाद रफ्तार पकड़ने लगा है। जबलपुर रेल मंडल सीमा के अंतर्गत आने वाले सतना से रीवा के बीच दूसरे रेल लाइन बिछाई जा रही है। 50 किलोमीटर लंबी इस रेलवे लाइन पर 60 रेल ब्रिज बनाने हैं। रजिस्ट्री करवाने वालों का आंकड़ा बढ़ामकान और भूमि की रजिस्ट्री कराने करीब 150 लोग रोज कलेक्टर कार्यालय में स्थित पंजीयन दफ्तर में पहुंचते हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने खाली पड़े कमरों का उपयोग किया। जिससे लोगों के बीच दूरी बनी रहे। त्योहारी सीजन में जबलपुर सहित प्रदेश में अन्य बड़े शहरों जैसे भोपाल और इंदौर में भी रजिस्ट्री का आंकड़ा बढ़ा है। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण काल में प्रॉपर्टी का कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया था। मोहनिया का मगरमच्छ पकड़ा गया, डुमना में नया मगरमच्छ निकलारांझी के पास स्थित मोहनियां मे एक गड्ढे के बाहर करीब 5 फीट लंबे मगरमच्छ को पकड़ लिया गया है। जबकि डुमना रोड स्थित इंदिरा बस्ती में भी एक मगरमच्छ निकला है। वन विभाग टीम ने करीब 1 घंटे लगातार प्रयास कर इसे पकड़ा व पैरियट जलाशय के प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट से प्रमुख सचिव राजस्व सहित अन्य को नोटिसमध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने कृषि भूमि से जुड़े मामले में यथास्थिति बरकरार रखने का अंतरिम आदेश पारित किया साथ ही राज्य शासन प्रमुख सचिव राजस्व, अपर आयुक्त भोपाल संभाग, कलेक्टर रायसेन, तहसीलदार सांची, जिला रायसेन, अनुविभागीय अधिकारी रायसेन को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। इसके लिए 4 सप्ताह का समय दिया गया है। न्यायमूर्ति विशाल धगट की एकल पीठ ने इस मामले की सुनवाई की। जानकारी के अनुसार याचिकाकर्ता विदिशा निवासी डॉ प्रेम शंकर शर्मा ,संचालक सेंट्रल अकादमी स्कूल की ओर से अधिवक्ता शंभू दयाल गुप्ता ने पक्ष रखा था। 15 नवंबर से ही होगी ठंड की शुरुआतइस वर्ष ला-नीना (एक प्रकार की महासागरीय हवाएं) के प्रभाव के चलते लगभग डेढ़ महीने कड़ाके की ठंड पड़ेगी। मौसम विभाग के अनुसार दिसंबर के दूसरे सप्ताह से लेकर पूरी जनवरी तक कड़ाके की ठंड रहेगी। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
MP COLLEGE ADMISSION: चौथे चरण की काउंसलिंग डेट घोषित - EDUCATION NEWS Posted: 29 Oct 2020 06:39 AM PDT भोपाल। हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट मध्यप्रदेश ने यूजी एवं पीजी कोर्स में एडमिशन के लिए कॉलेज लेवल काउंसलिंग राउंड-4 की डेट अनाउंस कर दी है। फिलहाल मध्य प्रदेश के कॉलेजों में यू जी की कक्षाओं में आधे से ज्यादा सीटें खाली हैं और पीजी में लगभग 50000 सीटें खाली पड़ी हुई है। इस ऑनलाइन काउंसलिंग के जरिए स्टूडेंट्स को उनका पसंदीदा कॉलेज उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी। MP CLC-4 कब से कब तकउच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश 30 अक्टूबर से फिर से सीएलसी शुरू कर रहा है, जो 10 नवंबर तक चलेगी। इसके तहत नवीन पंजीयन 30 अक्टूबर से 3 नवंबर तक होंगे। विद्यार्थी अपना सत्यापन 2 से 4 नवंबर तक कराएंगे। पूर्व में पंजीकृत और सत्यापित विद्यार्थियों को दोबारा पंजीयन और सत्यापन कराने की जरूरत नहीं होगी। 5 नवंबर से विद्यार्थी अपने पसंदीदा कॉलेज में प्रवेश लेने हेतु सुबह साढ़े दस बजे पहुंचकर रिपोर्ट करेंगे, जो दोपहर डेढ बजे तक होगी। इस दौरान विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। इसमें विद्यार्थियों को अपनी पूरी जानकारी देना होगी। कॉलेज प्राचार्य तीन बजे विद्यार्थियों की मेरिट जारी करेंगे। इस दौरान विद्यार्थियों को सूचित करने के लिए लाउड स्पीकर पर प्रवेश देने के लिए नाम की घोषणा की जाएगी। इसके बाद चयनित विद्यार्थी रात 12 बजे ऑनलाइन फीस जमा कर प्रवेश ले पाएंगे। विद्यार्थी यहां प्रवेश किसी वजह से नहीं ले पाता है तो उन्हें अगले दिन इसी प्रक्रिया में दोबारा शामिल होकर मेरिट में स्थान पाने की प्रतीक्षा करना होगी। बड़ी संख्या में सीटें खाली हैंअभी तक यूजी और पीजी में करीब 4.80 लाख विद्यार्थियों का एडमिशन हो चुका है। यूजी में करीब 3.80 लाख और पीजी में करीब 1 लाख प्रवेश हो चुके हैं। पीजी में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थियों के पास तीसरे चरण की CLC के तहत प्रवेश लेने का मौका है। इसके बाद उन्हें चौथे चरण में प्रवेश लेने का मौका दिया जाएगा। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
JABALPUR: जाट रेजीमेंट के सिपाही ने पत्नी के अश्लील फोटो वायरल किये - MP NEWS Posted: 29 Oct 2020 06:33 AM PDT जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के पुलिस ने गुरुवार को घरेलू विवाद के बाद पत्नी की अश्लील फोटो वायरल करने वाले युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी फौज की मेरठ स्थित जाट रेजीमेंट में पदस्थ है। सिपाही ने पत्नी से विवाद के बाद उसकी अश्लील फोटो सोशल मीडिया में वायरल करने लगा। जाट रेजीमेंट का सिपाही इंदौर से गिरफ्तारआरोपी पत्नी की सहेलियों, रिश्तेदारों को उसकी फोटो भेजता था। स्टेट सायबर सेल ने पीड़ित की शिकायत पर एफआईआर कर आरोपी को इंदौर से गिरफ्तार कर लिया। जबलपुर की रहने वाली पीड़ित महिला ने दिसम्बर 2019 में मामले की शिकायत की थी। पीड़ित ने बताया था कि उसके अश्लील फोटो सोशल मीडिया वाट्सएप पर उसके दोस्तों और रिश्तेदारों को भेजे जा रहे हैं। पुलिस ने शिकायत के बाद अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। सिम और मोबाइल लगातार बदल रहा थाटीआई ताम्रकार के मुताबिक आरोपी लगातार सिम और मोबाइल बदल रहा था। जांच में सिम की आईडी पीड़ित का ही निकलता था। इस कारण आरोपी तक पहुंचने में काफी मुश्किल आई। बाद में जांच में पता चला कि इंदौर निवासी अमित ये हरकत कर रहा था। पूछताछ में पता चला कि आरोपी पीड़ित का पती है। घरेलू विवाद के चलते पीड़ित जबलपुर में मां पिता के साथ रहने लगी थी। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
हमीदिया के डॉक्टरों ने महिला की जबरदस्ती छुट्टी कर दी, चौथे दिन मौत - BHOPAL NEWS Posted: 29 Oct 2020 06:22 AM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित हमीदिया अस्पताल में प्रदेश के 15 जिलों से अधिक के नागरिक अच्छे इलाज की प्रत्याशा में आते हैं परंतु हमीदिया के डॉक्टर क्या करते हैं, इसकी एक बानगी उस समय पर पेश आई जब सागर की रहने वाली महिला आशा रानी शर्मा का निधन हो गया। मृत्यु के 4 दिन पहले हमीदिया के डॉक्टरों ने उन्हें पूरी तरह से स्वस्थ घोषित करते हुए छुट्टी कर दी थी। सागर जिले के मालथोन के रहने वाले परिजन ने बताया कि आशारानी घर में फिसलकर 17 अक्टूबर को गिर गई थीं। उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। सागर के चिकित्सकों ने इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल रेफर किया था। यहां न्यूरोसर्जरी वार्ड में उनका इलाज चल रहा था। महिला अचेत थी। उधर, डॉक्टरों ने छुटृटी का पर्चा बना दिया। परिजन इस बात पर अड़ गए कि जब महिला की हालत ठीक नहीं है तो छुट्टी नहीं कराएंगे। इसके बाद उनकी छुट्टी नहीं की गई। आरोप है कि छुट्टी का पर्चा बना देने के बाद डॉक्टरों ने अस्पताल में महिला का इलाज नहीं किया। परिजन ने आरोप लगाया है कि सीटी स्कैन में सिर में गंभीर चोट पता चली थी, इसके बाद भी गंभीरता से इलाज करने की जगह डॉक्टर उनकी छुट्टी करने पर तुले थे। इलाज नहीं करने के कारण महिला की बात हुई है। इस संबंध में हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आइडी चौरसिया ने कहा कि उन्हें इस घटना के बारे में जानकारी नहीं है। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
MP T&CP के डिप्टी डायरेक्टर शैलेश कोहद की याचिका हाई कोर्ट से खारिज - MP NEWS Posted: 29 Oct 2020 06:04 AM PDT जबलपुर। एमपी टाउन प्लान (संचालनालय नगर तथा ग्राम निवेश) के डिप्टी डायरेक्टर शैलेंद्र कोहद में अपनी सुविधा के लिए शहडोल की स्पेशल कोर्ट में चल रहे भ्रष्टाचार के मामले को भोपाल ट्रांसफर करने के लिए मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। एक्टिंग चीफ जस्टिस संजय यादव और जस्टिस राजीव कुमार दुबे की डिवीजन बैंच ने सुनवाई के बाद याचिका को खारिज कर दिया है। शैलेश कोहद के खिलाफ शहडोल की स्पेशल कोर्ट में भ्रष्टाचार का मामलाभोपाल के नगर एवं ग्राम निवेश के संयुक्त संचालक शैलेश कोहद की ओर से दायर याचिका में कहा गया कि शहडोल में पदस्थापना के दौरान उनके खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था, जो वर्तमान में लोकायुक्त की विशेष न्यायालय शहडोल में विचाराधीन है। शैलेश कोहद चाहते थे, ट्रांसफर भोपाल हो गया है इसलिए केस भी भोपाल में चलेयाचिका में कहा गया कि 22 सितंबर 2020 को निलंबन समाप्त कर उनका तबादला शहडोल से भोपाल कर दिया गया है। इसके आधार पर प्रकरण को शहडोल से भोपाल ट्रांसफर करने का अनुरोध किया गया। सुनवाई के बाद डिवीजन बैंच ने याचिका खारिज कर दी है। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
Posted: 29 Oct 2020 05:31 AM PDT भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव के लिए जैसे-जैसे मतदान की तारीख पास आती जा रही है वैसे-वैसे हमले और ज्यादा बड़े होते जा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के बयानों का एडिटेड वीडियो वायरल किया है। इस वीडियो में कमलनाथ से सौदेबाजी की राजनीति पर कुछ सवाल पूछे जा रहे हैं। कमलनाथ जी, आपका हवाला कांड से संबंध क्या था। आपका नाम आया था या नहीं आया था। आपने इस्तीफा क्यों दिया था। आपने अपनी पत्नी को चुनाव क्यों लडाया था। आप महिला सशक्तिकरण में कितना विश्वास करते हैं इसका सबूत तो यह है कि आप इधर उधर से गुणा भाग करके आए और अपनी सांसद पत्नी से इस्तीफा दिलाकर उपचुनाव करवाया। (इन दिनों कमलनाथ लगातार बता रहे हैं कि उपचुनाव तब होते हैं जब जनप्रतिनिधि की मृत्यु हो जाए, निर्वाचित पद से इस्तीफा देकर उपचुनाव करवाना लोकतंत्र के साथ गद्दारी है।) बहन इमरती देवी ने जो कहा कि 5-5 लाखों रुपए हर विधायक को कमलनाथ प्रतिमाह देते थे। इसलिए कि शांत बने रहें। सरकार के खिलाफ ना बोलें। राजनीति में जिस खरीद-फरोख्त की आप बात करते हैं, जिस दलाली की आप बात करते हैं, वह तो कमलनाथ जी आप सरकार के अंदर रहकर कर रहे थे। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
BF ने दहेज के लालच में ब्रेकअप कर लिया, गुस्साई GF ने रेप की FIR करा दी - JABALPUR NEWS Posted: 29 Oct 2020 05:14 AM PDT जबलपुर। कृषि विभाग के कर्मचारी अनुराग सोनकर के खिलाफ जबलपुर शहर के ओम जी थाने में बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है। 22 साल की लड़की ने रेप का मामला दर्ज कराया है। लड़की का कहना है कि अनुराग सोनकर उसका बॉयफ्रेंड है। सिविल लाइंस स्थित ऋषि रीजेंसी होटल में दोनों के बीच कई सालों तक फिजिकल रिलेशन बने। अब अनुराग सोनकर दहेज के लालच में किसी और से शादी कर रहा है। पुलिस के मुताबिक पीड़ित के पिछले के तीन साल से भरतीपुर सिटी चर्च के पास रहने वाले अनुराग सोनकर से प्रेम संबंध थे। वह पीड़ित को सिविल लाइंस क्षेत्र स्थित ऋषि रिजेंसी होटल में ले जाता था। जहां दोनों के बीच शारीरिक संबंध बनते थे। शिकायतकर्ता लड़की ने बताया कि आरोपी अनुराग सोनकर को सरकारी नौकरी के चलते दहेज देने वाले कई परिवारों से रिश्ता आ रहा था। आखिर में उसने एक पैसे वाले परिवार में रिश्ता भी जोड़ लिया। जब इसकी जानकारी लड़की को मिली तो उसने लड़के के खिलाफ रेप केस दर्ज करवा दिया। टीआई ओमती एसपीएस बघेल ने बताया पीड़ित बुधवार की रात थाने आई थी। उसकी शिकायत पर रेप का प्रकरण दर्ज किया गया है। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
हां मैंने सपा प्रत्याशी को नाम वापस लेने के लिए कहा था, इसमें क्या हो गया: दिग्विजय सिंह - MP NEWS Posted: 29 Oct 2020 04:59 AM PDT भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव में ग्वालियर से समाजवादी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी रोशन मिर्जा से हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद दिग्विजय सिंह ने स्वीकार किया कि यह बातचीत उन्होंने ही की थी। इसके साथ दिग्विजय सिंह ने जोड़ा कि इसमें सौदेबाजी नहीं है। इससे पहले सपा प्रत्याशी रोशन मिर्जा ने ऑडियो की पुष्टि कर दी थी। कांग्रेस का कार्यकर्ता निर्दलीय फॉर्म भरे तो मेरी जवाबदारी है कि उस से प्रार्थना करूं: दिग्विजय सिंहपूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि "मैं स्वीकार करता हूं कि मैंने कहा है। ये कोई लालच या लोभ नहीं है। कांग्रेस का कार्यकर्ता यदि निर्दलीय फार्म भरता है तो मेरी जवाबदारी बनती है कि मैं उससे प्रार्थना करूं कि आप नाम वापस ले लीजिए। उसकी शिकायत थी कि मेरी कोई सुनता नहीं है। मुझे चुनाव लड़ना है वार्ड का। मैंने कहा नगर निगम चुनाव आएंगे तो लड़ाएंगे तुम्हें। इसमें क्या हो गया? सत्य है और मैं कहकर पलटता नहीं हूं। रोशन मिर्जा तो सपा के प्रत्याशी है, निर्दलीय कैसे हुएपूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने रोशन मिर्जा को कांग्रेस का नाराज कार्यकर्ता बताते हुए कहा कि उन्होंने निर्दलीय फॉर्म भरा है जबकि रोशन मिर्जा समाजवादी पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि जिस समय दिग्विजय सिंह, श्री रोशन मिर्जा से बात कर रहे थे तब रोशन मिर्जा कांग्रेस के नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी के नेता है। नाराज कार्यकर्ताओं को दिग्विजय सिंह किस हैसियत से मना रहे हैंएक प्रश्न यह भी उपस्थित होता है कि कांग्रेस पार्टी के नाराज कार्यकर्ताओं को श्री दिग्विजय सिंह किस हैसियत से मना रहे हैं। वह किस अधिकार थे रोशन मिर्जा को नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की तरफ से पार्षद का टिकट देने की बात कर रहे थे जबकि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी में श्री दिग्विजय सिंह किसी भी निर्णायक पद पर नहीं है। विधानसभा उपचुनाव के टिकट वितरण के दौरान उन्होंने स्पष्ट कहा था कि चुनाव में टिकट वितरण से उनका कोई संबंध नहीं है। सबसे पहले सपा प्रत्याशी रोशन मिर्जा ने ऑडियो की पुष्टि कीसपा प्रत्याशी रोशन मिर्जा ने ऑडियो को सही बताया है। उनका कहना है कि दिग्विजय सिंह का फोन आया था। उन्होंने कहा कि 'आप चुनाव क्यों लड़ रहे हैं? आपको चुनाव लड़ना तो आता नहीं है। देख रहे हैं कि भाजपा और कांग्रेस किस कंडीशन में हैं। फिर मैंने उनसे कहा था कि अपनी बात कहने का सबको अधिकार है। आजाद भारत में तो कोई भी चुनाव लड़ सकता है। हम भी पार्टी से लड़ रहे हैं।" कांग्रेस की तरफ से ₹1000000 का ऑफर मिला था: सपा प्रत्याशी रोशन मिर्जा"इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि आप चुनाव मत लड़ो, नाम वापस ले लो, मुझसे मिलना। पार्षद का टिकट हम देंगे, हमने कहा कि पार्षद के टिकट की कोई बात नहीं है। हम सुनील शर्मा के पास गए थे, उन्होंने भी मना कर दिया कि टिकट नहीं देंगे। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनसे मिल लो। इसके बाद लालच भी दिया। टिकट देने की बात थी और कांग्रेस के दूसरे नेताओं ने कहा कि 10 लाख रुपए दे देंगे।" साफ हो गया है कि खरीद-फरोख्त कौन करता है: शिवराज सिंह चौहानऑडियो के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "जो हम पर आरोप लगाते हैं, उन पर ही आरोप साबित हो रहे हैं। पैसे का ऑफर दिया जा रहा है। अब यह साफ हो गया है कि खरीद-फरोख्त कौन करता है।" 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
शिवराज सिंह के बेटे ने दिग्विजय सिंह से आशीर्वाद लिया - MP NEWS Posted: 29 Oct 2020 04:54 AM PDT भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनावी मंच से भले ही दिग्विजय सिंह को कितना भी बुरा भला कहते हो परंतु सरकारी दीवारों के पीछे दोनों परिवारों के बीच काफी अच्छे रिश्ते हैं। राजनीति की प्राइमरी पास करके आगे बढ़ रहे शिवराज सिंह चौहान के चिरंजीव कार्तिकेय सिंह ने आज मध्यप्रदेश में राजनीति के धुरंधर नेता दिग्विजय सिंह से आशीर्वाद प्राप्त किया। दरअसल, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान को विधानसभा उपचुनाव में स्टार प्रचारक बनाकर चुनाव प्रचार के लिए भेजा है। श्री कार्तिकेय सिंह राजगढ़ जिले के ब्यावरा विधानसभा सीट पर चुनाव प्रचार के लिए गए थे, यह क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह का गढ़ है। चुनावी रणनीति के तहत दिग्विजय सिंह भी ब्यावरा में थे। जैसे ही श्री कार्तिकेय सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह को देखा, राजनीति भूलकर पारिवारिक रिश्तो को ध्यान में रखते हुए विनम्रता पूर्वक प्रणाम किया और श्री दिग्विजय सिंह ने भी उन्हें आशीर्वाद दिया। सिर्फ राजनीति के अखाड़े में आमने-सामने होते है शिवराज सिंह और दिग्विजय सिंहयदि तारीख के पन्ने पलटे गे तो नजर आएगा कि दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए शिवराज सिंह चौहान राधौगढ़ तक गए थे। 2008 और 2013 का विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने जनता को दिग्विजय सिंह के नाम पर डरा कर वोट हासिल किए थे परंतु जैसे ही दोनों जनता से दूर होते हैं, एक दूसरे के काफी पास आ जाते हैं। कहा जाता है कि दोनों परिवारों के बीच काफी अच्छे रिश्ते हैं। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
MP ELECTION : प्रेमचंद गुड्डू को नोटिस जारी, 48 घंटे में देना होगा जवाब - INDORE NEWS Posted: 29 Oct 2020 04:14 AM PDT इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले की सांवेर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू को रिटर्निंग अधिकारी ने नोटिस जारी किया है। ये नोटिस उन्हें 15 अक्टूबर को नामांकन फॉर्म जमा करने के बाद बाजार चौक में हुई सभा में इंदौर, उज्जैन, भाेपाल, रतलाम कलेक्टर के लिए अशोभनीय और धमकाने वाली भाषा का उपयोग करने पर दिया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा की शिकायत पर दिए इस नोटिस पर गुड्डू को दो दिन में जवाब देना है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव का कहना है कि 13 दिन बाद नोटिस बदले की भावना से दिया है। हमने मंगलवार को चुनाव आयोग के पर्यवेक्षक से जिला निर्वाचन अधिकारी की शिकायत की थी, इसलिए हमें नोटिस दे दिया। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
INDORE: युवक-युवती का शव पेड़ पर फांसी से लटका मिला - MP NEWS Posted: 28 Oct 2020 11:04 PM PDT इंदौर। मप्र के इंदौर शहर बाणगंगा थाना क्षेत्र के लवकुश चौराहा के पास सर्विस रोड गुरुवार सुबह एक युवक-युवती पेड़ पर फंदे से लटके मिले। राहगीराें की सूचना मिलने के तुरंत बाद माैके पर पहुंची पुलिस ने दाेनाें काे फंदे से नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया। पुलिस के अनुसार युवक ने जहां गमछे से फांदा बनाया। वहीं, युवती अपने दुपट्टे से लटकी मिली। पुलिस के अनुसार सुबह निगम के सफाईकर्मियों ने सूचना दी थी कि लवकुश चौराहा के पास सर्विस रोड एक युवक-युवती फांसी से लटके हुए हैं। इस पर टीम मौके पर पहुंची और शव को फंदे से नीचे उतारा। युवक के पास से एक पैन कार्ड मिला है जिसमें उसका नाम दिलीप पवार लिखा हुआ है। लड़की की पहचान दुर्गा के रूप में हुई है। दिलीप निपानिया के पास कृष्ण विहार कॉलोनी में चौकीदारी करता था। लसूडिया पुलिस ने बताया कि बुधवार को ये वहां से कहीं चले गए थे। दिलीप मूलत: बागली देवास तरफ के रहने वाले हैं। प्रारंभिक जांच में प्रेम-प्रसंग में जान देने का मामला नजर आ रहा है। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
JABALPUR-BHOPAL फोरलेन बनाने वाली कंपनी को चेतावनी जारी - MP NEWS Posted: 28 Oct 2020 09:11 PM PDT जबलपुर। जबलपुर-भोपाल फोरलेन रोड के पहले हिस्से पर काम कर रही है राजस्थान की कंपनी मेसर्स बागड़ इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड राजस्थान को चेतावनी जारी की गई है। मप्र सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी) का कहना है कि फोरलेन रोड का काम पूरा करने के लिए कंपनी को अतिरिक्त समय नहीं दिया जाएगा। उसके पास जनवरी 2021 तक का समय है। इसी अवधि में कंपनी को अपना पूरा काम करना होगा। यदि ऐसा नहीं किया तो कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मप्र सड़क विकास निगम कार्यालय ने बताया है कि जबलपुर-भोपाल सड़क एनएच-12 कुल 301 किलोमीटर लंबी है। केंद्र के निर्देश पर इस 2 लेन सड़क को EPC के तहत 5 हिस्सों में फोरलेन बनाया जा रहा है। इसका पहला हिस्सा शहर मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर भेड़ाघाट बायपास से शुरू होता है, जो ग्राम तेवर, भेड़ाघाट, सहजपुर, शहपुरा, नटवारा, मनकेड़ी, बेलखेड़ा होकर हिरन नदी के पुल (नरसिंहपुर जिले की सीमा) तक कुल 55.60 किलोमीटर का है। केंद्र ने यह सड़क 391.5 करोड़ की लागत से 2 लेन से कंक्रीट फोरलेन बनाने के लिए बागड़ इंफ्रा बंसवारा राजस्थान का चयन किया। इस कंपनी ने 19 दिसंबर 2017 को एमपीआरडीसी के माध्यम से शासन से अनुबंध करके सड़क बनाना शुरू कर दिया। कंपनी के काम के चलते जमीन अधिग्रहण के कुछ मामले न्यायालय में लंबित होने से कंपनी जनवरी-2020 तक यह काम पूरा करने में नाकाम रही। तब कंपनी ने सड़क का अधूरा काम पूरा करने MPRDC से एक साल का अतिरिक्त समय ले लिया, जो जनवरी में समाप्त हो जाएगा। अधूरा काम होने से लोग परेशान जबलपुर-भोपाल फोरलेन सड़क बनाने का काम ग्राम तेवर, भेड़ाघाट, सहजपुर, शहपुरा, बेलखेड़ा व हिरन नदी के पुल पर अधूरा है। वर्तमान में अधूरी सड़क से आवाजाही करने में लोग परेशान हो रहे हैं। डामर के होंगे पुल-पुलिया व ब्रिज जबलपुर-भोपाल कंक्रीट फोरलेन सड़क में बनाए जा रहे एक सौ मीटर से अधिक लंबाई के सभी पुल-पुलिया व ब्रिज डामर के होंगे। MPRDC का कहना है कि सड़क यह संरचनाएं बनाने के दौरान ग्राम तेवर, भेड़ाघाट, सहजपुर, शहपुरा व बेलखेड़ा में डामर का प्रयोग किया जाएगा। डामर सड़क में तेज रफ्तार से वाहनों की आवाजाही होने पर कंपन कम होता है। इससे वाहनों की सुरक्षित आवाजाही होती है और उनके सवारों को भी आराम मिलता है। प्रोजेक्ट मैनेजर व एजीएम का बयान भोपाल फोरलेन जनवरी-2021 तक बनकर तैयार हो जाएगी। ठेका कंपनी को जल्द काम पूरा करने पत्र निर्देश दिए गए हैं। - संतोष शर्मा, प्रोजेक्ट मैनेजर व एजीएम, एमपीआरडीसी 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
Posted: 29 Oct 2020 03:37 AM PDT इंदौर। मप्र के इंदौर शहर में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष यज्ञदत्त शर्मा के नाती हर्ष शर्मा (23) ने कुत्ते को बांधने वाली चेन से गला घोंटकर 2 महीने की प्रेग्नेंट पत्नी अंशु (22) की हत्या कर दी। इसके बाद गुप्ती से उस पर कई वार किए। हर्ष को शक था कि अंशु के पूर्व मंगेतर सचिन से संबंध हैं। हत्या के पहले किसी का वॉट्सऐप कॉल आया थामंगलवार रात को भी हत्या के पहले किसी का वॉट्सऐप कॉल आया था, जिसमें कहा गया था कि अंशु अब भी सचिन के संपर्क में है। इस पर दोनों में विवाद हुआ और हर्ष ने अंशु की हत्या कर दी। यह पता नहीं चल पाया कि वॉट्सऐप कॉल किसका था। हर्ष एक घंटे तक अंशु के शव के पास बैठा रहा। फिर पलासिया में रहने वाले पिता राजीव शर्मा को फोन किया। इसके बाद खुद संयोगितागंज थाने पहुंचा और बोला मैंने पत्नी की हत्या कर दी है। दोनों ने ढाई महीने पहले ही शादी की थी। हर्ष की कंपनी में अंशु रिसेप्शनिस्ट थीहर्ष ने लॉकडाउन के दौरान जून में जैविक खाद का बिजनेस शुरू किया। जुलाई में अंशु ने बतौर रिसेप्शनिस्ट नौकरी ज्वॉइन की। दोनों में नजदीकियां बढ़ी। 25 जुलाई को हर्ष ने कंपनी बंद कर दी। 6 अगस्त को दोनों गायब हो गए और 19 अगस्त को आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। बाद में वे जावरा कम्पाउंड के फ्लैट में रहने लगे। अंशु की मां हर्ष से मिलना चाहतीं थीं, शव रखकर प्रदर्शन कियाअंशु की मां संतोष उसकी सगाई सचिन से करा चुकी थी। 8 अगस्त को उन्होंने विजयनगर थाने में अंशु की गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। हालांकि कुछ दिन बाद उन्हें दोनों की शादी का पता चल गया। हर्ष के पिता राजीव का शेयर एडवाइजरी का काम है। वे पत्नी से अलग रहते हैं। उन पर भी धोखाधड़ी मामला दर्ज है। पोस्टमार्टम के बाद दोपहर संतोषबाई और परिजन अंशु का शव लेकर संयोगितागंज थाने पहुंच गए। शव को थाने के सामने रख चक्काजाम किया। संतोषबाई अड़ गईं कि उन्हें आरोपी हर्ष से मिलवाया जाए। CSP पूर्ति तिवारी ने किसी तरह उन्हें समझाया। मंगलवार रात हर्ष के पिता ने फोन किया थाअंशु ने इंटरव्यू देकर हर्ष की कंपनी ज्वॉइन की थी। वह उसे 8 हजार रुपए महीने देता था। शादी के बाद हर्ष नशे में अंशु से बदसलूकी करता था। अंशु की मां ने बताया, "14 सितंबर को बेटी का बर्थ डे था। मैंने दोनों को बुलाया, लेकिन हर्ष उसे नहीं लाया। मंगलवार रात हर्ष के पिता राजीव ने फोन किया और पूछा कि अंशु से बात हुई क्या? मैंने मना किया तो हालचाल पूछे और फोन काट दिया। पता नहीं बेटी को कब मार डाला। हर्ष और उसके पिता दोषी हैं, उन्हें फांसी की सजा मिले। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
LED लाइट स्विच ऑफ के बाद हल्की सी जलती हुई क्यों दिखाई देती है - GK IN HINDI Posted: 29 Oct 2020 03:37 AM PDT शायद आपने कभी नोट किया हो, जब हम एलईडी लाइट को बंद करते हैं (स्विच ऑफ करते हैं) तब भी वह हल्की सी जलती हुई दिखाई देती है यानी उसमें थोड़ी सी रोशनी दिखाई देती है। सवाल यह है कि जब इलेक्ट्रिक सप्लाई कट हो जाती है तो फिर एलईडी बल्ब में रोशनी कहां से आती है। LED लाइट जल्दी से खराब क्यों नहीं होतीरूपेश भोई (CSEB में जूनियर इंजीनियर) ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि एलईडी लाइट्स विद्युत ऊर्जा को प्रकाश ऊर्जा में एक विशिष्ट दिशा में फोकस करती है जिसके कारण एलईडी लाइट्स बहुत ज्यादा गर्म हो जाती है, लाइट्स के इस तापमान को कम एवं नियंत्रित करने के लिए हीट सिंक ( Heat Sink) का प्रयोग किया जाता है जोकि लाइट्स के तापमान को सोखकर बाहरी वातावरण में फैला देती है और एलईडी को गर्म होने से बचाती है इसी कारण एलईडी लाइट्स बाकी लाइट्स की तुलना में अधिक समय तक चलती है, जल्द खराब नहीं होती। स्विच ऑफ करने के बाद भी एलईडी लाइट में रोशनी क्यों रह जाती हैरूपेश भोई बताते हैं कि जब एलईडी लाइट्स के स्विच को ऑफ करते हैं तो एलईडी लाइट्स में उपस्थित इलेक्ट्राॅन जो एक ऊर्जा स्तर से दूसरे ऊर्जा स्तर में गति करते हैं, उनकी गति बंद हो जाती है , परंतु एलईडी में उपस्थित हारमोनिक्स के कारण उन्हें बहुत नगण्य मात्रा में वोल्टेज प्राप्त होता है जिसके कारण इलेक्ट्रान ऊर्जा स्तर में गति करने की कोशिश करते हैं तथा हीट सिंक लाइट्स के तापमान को सोखकर बाहरी वातावरण में फैलाती है और यही हमें देखने पर लाइट्स बुझाने के बाद भी हल्की रोशनी जैसी दिखाई देती है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,) |
मेहगांव में उमा भारती की आम सभा फ्लॉप, बिना भाषण दिए वापस लौटीं Posted: 28 Oct 2020 09:24 PM PDT भिंड। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव के तहत मेहगांव विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की स्टार प्रचारक उमा भारती की आम सभा पूरी तरह से फ्लॉप हो गई। उन्हें सुनने के लिए 200 लोग भी नहीं आए। खाली कुर्सियां देख तिलमिलाईं उमा भारती बिना भाषण दिया वापस लौट गईं। मंच से जनता को संबोधित नहीं किया, आयोजकों पर नाराजगी जताईपूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती बुधवार को मेहगांव विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी प्रत्याशी ओपीएस भदौरिया के समर्थन में सभा करने पहुंची थीं लेकिन परमिशन ना मिलने की वजह से उनका हेलीकॉप्टर सभा स्थल से 25 किलोमीटर दूर मेहगांव में उतरा, जिसके चलते नुंहड़ गांव में सभा स्थल पर मंच पर पहुंचते ही उन्होंने अपनी नाराजगी संचालकों पर जाहिर की। बीजेपी नेता उमा भारती का गुस्सा उस वक्त और भड़क गया, जब सभा में 200 लोगों की भी भीड़ नहीं जुटी। कार्यक्रम में जनता ना होने ओर खाली पड़ी कुर्सियां देख उनकी नाराजगी बढ़ गई। उन्होंने मंच से ही संचालकों पर अपनी नाराजगी जाहिर की और बिना भाषण दिए रवाना हो गई। उमा भारती की नाराजगी सुनिए, वीडियो29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
मध्य प्रदेश के 16215 शासकीय शिक्षक गायब, डेढ़ माह से तलाश लेकिन कुछ पता नहीं चला - MP EMPLOYEE NEWS Posted: 28 Oct 2020 09:25 PM PDT भोपाल। स्कूल शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश के रिकॉर्ड से 16215 शिक्षक गायब है। वह कहां है और क्या कर रहे हैं किसी को कुछ नहीं पता। बस इतना पता है कि एजुकेशन पोर्टल पर उनकी जानकारी अपडेट नहीं है। लोक शिक्षण संचालनालय पिछले डेढ़ महीने से लापता शिक्षकों की तलाश कर रहा है परंतु समाचार लिखे जाने तक उसे कोई सफलता नहीं मिली थी। लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ) द्वारा संयुक्त संचालकों को 7 सितंबर को पत्र जारी किए गए थे और सभी जिलों से जानकारी मांगी गई थी, ताकि सूची को अपडेट किया जा सके। लेकिन डेढ़ माह बाद भी विभाग गायब शिक्षकों को ढूंढ नहीं पाया है। डीपीआइ द्वारा जारी किए पत्र में सत्र 2018-19 में 3,20,440 शिक्षक पोर्टल पर दर्ज थे। वहीं 2019-20 के जारी किए गए आंकड़ों में शिक्षकों की संख्या 3,04,225 रह गई है। यानी 16,215 शिक्षकों की जानकारी एजुकेशन पोर्टल से गायब हैं। इससे कई जिलों के स्कूलों में शिक्षण कार्य ठीक से नहीं हो पा रहा है। सबसे ज्यादा सिंगरौली जिले में शिक्षक पोर्टल पर दर्ज नहीं हैं। इसके लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारिेयों को फिर से जानकारी अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों को शिक्षकों की गिनती करने के लिए लगायाविभाग के अधिकारियों का मानना है कि 16 हजार शिक्षकों के कम दर्ज होने से केंद्र से शासकीय अनुदान में कमी हो जाएगी। इस कारण जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शिक्षकों की संख्या की गिनती कर पोर्टल पर जल्द से जल्द अपडेट किया जाए, ताकि स्कूल खुलने पर या ऑनलाइन कक्षा के दौरान शिक्षण कार्य प्रभावित न हो। इनमें छोटे जिले के शिक्षकों की संख्या ज्यादा है, जो ऑनलाइन दर्ज नहीं हैं। इन जिलों में ज्यादा गड़बड़ी सिंगरौली - 1090 शिवपुरी - 997 सागर - 873 देवास - 782 बड़वानी- 745 विदिशा- 738 खंडवा - 685 सीधी - 670 टीकमगढ़- 573 उज्जैन- 548 छतरपुर- 546 झाबुआ- 502 कटनी - 678 बडे़ शहरों में संख्या कम भोपाल- 6 इंदौर - 120 होशंगाबाद- 101 ग्वालियर -76 जबलपुर- 30 मध्य प्रदेश से पिछले 2 साल में गायब हुए 16215 शिक्षकदो साल के आंकड़ों में शिक्षकों की संख्या में कमी आई है। इससे शिक्षकों को मिलने वाले अनुदान में कमी आएगी, इसलिए डाटा को जल्द अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। जयश्री कियावत, आयुक्त, डीपीआइ 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
शासकीय या जनता की संपत्ति का गबन किस धारा के अंतर्गत दंडनीय अपराध है जानिए - ASK IPC Posted: 28 Oct 2020 01:59 PM PDT वर्तमान स्थिति की बात करे तो आम जनता को हर जगह लुटना पड़ रहा है, कोई भी व्यक्ति आम जनता के साथ कब लूट कर लेता है, पता ही नहीं चलता है। एक व्यापारी से लेकर कोई भी शासकीय अधिकारी या कोई एजेन्ट आम जनता को विश्वास दिलाकर कब विश्वास-घात कर दे किसी को पता भी नहीं चलता है। लेकिन ऐसा विश्वास-भंग करने वाले व्यक्ति को भारतीय दण्ड संहिता में कितना कठोर दण्ड दिया जाता है जानिए। भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 409 की परिभाषा:-अगर कोई लोकसेवक, व्यापारी, एजेंट, बैककर्मी, ग्राम सरपंच -सचिव,कियोस्क संचालक, दलाल, अटॉर्नी आदि व्यक्ति किसी व्यक्ति या आम जनता की संपत्ति को बेईमानीपूर्वक गबन कर लेता है। या ऐसी संपत्ति को जो जनता से कर या टैक्स के रूप में कार्यालय में जमा करने के लिए ली गई है। उसको बीच में ही गबन कर दे तब ऐसे लोकसेवक का उपर्युक्त कर्मी धारा 409 के अंतर्गत अपराधी होगा। क्योंकि ये सभी कर्मी जनता के विश्वास के पात्र होते हैं,इसी लिए इनका अपराध क्षमा योग्य नहीं होता है। उधरणानुसार वाद:- वसंत बनाम राज्य- आरोपी एक तहसीलदार था जिसके रीडर ने लोगों से राजस्व राशि वसूली करके तहसीलदार की उपस्थिति में रसीदें बनाकर दी जिन पर तहसीलदार के हस्ताक्षर भी थे। उच्चतम न्यायालय ने अभिनिर्धारित किया कि इस प्रकार की वसूल की गई राजस्व राशि पर तहसीलदार जबाबदार था, उसने राशि को कोषालय में न जमा करना एक लोकसेवक द्वारा आपराधिक न्यास भंग का अपराध किया है। इसके लिए आरोपी तहसीलदार को धारा 409 के अंतर्गत दोषी ठहराया गया। भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 409 के अंतर्गत दण्ड का प्रावधान:-इस धारा के अपराध किसी भी प्रकार से समझौता योग्य नहीं है, यह संज्ञेय एवं अजमानतीय अपराध है। इनकी सुनवाई का अधिकार प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट को हैं। सजा:- इस अपराध के लिए आजीवन कारावास से 10 वर्ष की कारावास हो सकती है एवं साथ मे जुर्माने से भी दण्डित किया जा सकता है। :- लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) कानूनी जानकारी से संबंधित 10 सबसे लोकप्रिय लेखकोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है सरकारी अधिकारी निर्दोष नागरिक को जबरन रोककर रखे तो IPC की किस धारा के तहत मामला दर्ज होगा अधिकारी, कोर्ट में गलत जानकारी पेश कर दे तो विभागीय कार्रवाई होगी या FIR दर्ज होगी क्या जमानत की शर्तों का उल्लंघन अपराध है, नई FIR दर्ज हो सकती है एक व्यक्ति अपराध करे और दूसरा सिर्फ साथ रहे तो दूसरा अपराधी माना जाएगा या नहीं रात के समय किसी के घर में चोरी छुपे घुसना किस धारा के तहत अपराध है यदि कोई मर्जी के बिना घर में घुस आए तो क्या FIR दर्ज करवाई जा सकती है धूम्रपान करने वालों के खिलाफ IPC की किस धारा के तहत FIR दर्ज होगी आम रास्ते में रुकावट पैदा करने वाले के खिलाफ किस धारा के तहत FIR दर्ज होती है गर्भपात के दौरान यदि महिला की मृत्यु हो गई तो जेल कौन जाएगा डॉक्टर या पति यदि जबरदस्ती नशे की हालत में अपराध हो जाए तो क्या सजा से माफी मिलेगी |
GWALIOR जिले के खेतों में धारा 144 लागू, नरवाई चलाई तो मामला दर्ज होगा - MP NEWS Posted: 28 Oct 2020 01:21 PM PDT ग्वालियर। जिले में धान के अवशेषों (नरवाई) को खेतों में ही अंधाधुंद तरीके से जलाए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा-144 के तहत इस आशय का आदेश जारी किया है। उन्होंने आदेश में स्पष्ट किया है कि जो भी व्यक्ति या संस्था ऐसा करते हुए पाई गईं तो उसे नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशानुसार निर्धारित पर्यावरण मुआवजा जमा करना होगा। साथ ही इस आदेश का उल्लंघन दण्ड विधान की धारा-188 के तहत दण्डनीय होगा। पर्यावरण मुआवजा निर्धारण तथा अर्थदण्ड के लिये संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय दण्डाधिकारी अधिकृत किए गए हैं। धान के अवशेषो को जलाने पर दो एकड़ या उससे कम जमीन धारक को 2500 रूपए अदा करने होंगे। इसी तरह दो एकड़ से अधिक और 5 एकड़ से कम जमीन वाले धारक को अवशेष जलाने की हर घटना पर 5 हजार रूपए का मुआवजा देना होगा। 5 एकड़ से अधिक भूमि के लिये 15 हजार रूपए का मुआवजा निर्धारित किया गया है। कलेक्टर सिंह ने आदेश में स्पष्ट किया है कि कम्बाइन संचालकों को धान फसल कटाई के समय पूरा एहतियात बरतना होगा। इस अवसर पर अग्निशमन यंत्र, रेत की बाल्टियाँ इत्यादि सहित कर्मचारियों की व्यवस्था भी रखनी होगी। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को भी इस आदेश के जरिए हिदायत दी गई है कि धान के खेतों के पास स्थित ट्रांसफार्मर की निरंतर निगरानी रखें, जिससे चिंगारी व शॉर्ट सर्किट की वजह से अग्नि दुर्घटना की संभावना न रहे। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
GWALIOR संपत्ति कर जमा न करने पर बिल्डर के 8 फ्लैट कुर्क Posted: 28 Oct 2020 01:16 PM PDT ग्वालियर। अपर आयुक्त मुुकुल गुप्ता के निर्देशन में रामदास घाटी स्थित बिल्डर मां पीतांबरा कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा 380528 रुपए का संपत्तिकर जमा न करने के कारण मां पीतांबरा मल्टीस्टोरी बिल्डिंग, शिंदे की छावनी के बिल्डर के स्वामित्व के मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के 8 फ्लैट कुर्की कर सील्ड गए। सहायक संपत्ति के अधिकारी महेश कुशवाह ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन के निर्देश पर शहर में बडे सम्पत्तिकर बकायदारों के खिलाफ चल रहे वसूली अभियान के चलते आज बुधवार को अपर आयुक्त मुकुल गुप्ता के निर्देशन में मां पीतांबरा मल्टी स्टोरी बिल्डिंग शिंदे की छावनी के बिल्डर के स्वामित्व के मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के 8 फ्लैट का सम्पत्तिकर 380528 रुपए जमा न होने के कारण बिल्डर मां पीतांबरा कंपनी कंस्ट्रक्शन कंपनी को नगर निगम की ओर से नगर निगम अधिनियम 1956 की धारा 173 एवं 174 के नोटिस जारी किए गए थे एवं निगम की बकाया राशि जमा करने के निर्देश दिए गए थे। उसके उपरांत भी बिल्डर के द्वारा निगम बकाया नहीं जमा किया गया। जिसके कारण आज बुधवार दिनांक 28 10 2020 बिल्डर मां पीतांबरा कंस्ट्रक्शन कंपनी के स्वामित्व के 8 फ्लैट कुर्क कर सील्ड करने की कार्यवाही की गई। यदि बिल्डर के द्वारा यह राशि जमा नहीं की जाती है, तो उक्त फ्लैट की नीलामी करके निगम का बकाया सम्प्त्तिकर वसूल किया जाएगा। कुर्की कार्रवाई में अपर आयुक्त नगर निगम ग्वालियर मुकुल गुप्ता, सहायक संपत्ति के अधिकारी महेश कुशवाह कर संग्रहण वार्ड 34 लखन एवं निगम का अन्य दस्ता उपस्थित था। अपर आयुक्त श्री गुप्ता ने बताया कि नगर निगम द्वारा चलाए जा रहे सम्पत्तिकर वसूली अभियान में संपत्तिकर के अन्य बड़े बकायेदारों को भी आयुक्त नगर निगम संदीप माकिन की ओर से वसूली की नोटिस जारी कराए गए हैं, यदि उनके द्वारा समय पर राशि जमा नहीं की जाएगी तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
मप्र के सरकारी स्कूलों में निर्माण कार्य मनरेगा के तहत किए जाएंगे - MP NEWS Posted: 28 Oct 2020 01:05 PM PDT भोपाल। इस साल कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लंबे समय तक काम, धंधा बंद रहा, इससे मनरेगा के जॉब कार्ड धारी लोग भी आर्थिक रूप से संकट में आ गए। इसे देखते हुए अब विभिन्न सरकारी कार्यों में उन्हें काम का मौका दिया जा रहा है। जिससे उनकी गुजर-बसर आसानी से हो सके। नहरों और रेलवे ट्रैक की सफाई के बाद अब सरकारी स्कूलों में होने वाले काम भी मनरेगा के तहत कराए जाने का निर्णय लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि लोक शिक्षण संचालनालय ने स्कूल परिसरों में भी मनरेगा के तहत काम कराने का निर्णय लिया है। इसे स्कूल परिसर की स्थिति में सुधार होगा, साथ ही मजदूरों को भी काम मिलेगा। मनरेगा के तहत कराए जाने वाले काम में मार्ग बनाना, परिसर की जमीन को लेवल करना। बाउंड्रीवाल निर्माण, कटीले तार की बागुड बनाने जैसे काम कराए जाएंगे। इसके लिए जिला पंचायत सीईओ आरके शर्मा ने हरदा, खिरकिया, टिमरनी जनपद के सीईओ से कार्यों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा इसके प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे, इसके बाद काम का एस्टीमेट तैयार होगा। 29 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
बल्लभगढ़ : ऐसे बयान देने वाला गृह मंत्री हटा दिया जाना चहिये - Pratidin Posted: 28 Oct 2020 09:37 PM PDT बड़ा अजीब बयान आया है हरियाणा के गृहमंत्री का कि "पुलिस के द्वारा व्यक्तिगत सुरक्षा कर पाना संभव नहीं है। तो सवाल यह है कि शासन-प्रशासन का संवैधानिक दायित्व क्या है ?" ऐसे संवेदन शील मामले में ऐसा असंवेदनशील बयान देने के बदले में मंत्री जी को इस्तीफा दे देना चाहिए था या इस बयान के बाद उन्हें इस जिम्मेदारी से मुक्त कर देना चाहिए था। बल्लभगढ़ में बी.कॉम. अंतिम वर्ष की छात्रा के अपहरण की कोशिश के बाद दिनदहाड़े हुई हत्या कानून व्यवस्था के प्रति अपराधियों के बेखौफ होने को दर्शाती है। यह घटना जहां अपराधी के निरंकुश व्यवहार को दर्शाती है, वहीं पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है। इस छात्रा के अपहरण की कोशिश दो वर्ष पूर्व भी हुई थी। यदि इस मामले में सख्त कार्रवाई होती तो शायद छात्रा आज जिंदा होती। शासन-प्रशासन का संवैधानिक दायित्व बनता है कि व्यक्ति विशेष के जीवन पर आने वाले किसी भी खतरे से उसकी रक्षा की जाये। खासकर लड़कियों की शिक्षण संस्थाओं के बाहर तो सुरक्षा इंतजाम ऐसे होने चाहिए कि बेटियां सिरफिरे आशिकों से अपनी रक्षा करने में सक्षम हो सकें। यहाँ सवाल समाज में पनप रही आपराधिक मनोवृत्ति का भी है कि क्यों और कैसे पथभ्रष्ट युवा हाथरस, होशियारपुर और बल्लभगढ़ जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और बेकसूर बेटियों को उनकी क्रूरता का शिकार बनना पड़ रहा है। हाल ही में आये एक सर्वेक्षण में इस बात का खुलासा हुआ था कि समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच विकसित हो रही है। अभिभावक अब बेटियों के परिवार में आने का स्वागत कर रहे हैं और बिना किसी भेदभाव के उनका बेहतर ढंग से भरणपोषण कर रहे हैं। बेटियों के प्रति लगातार बढ़ रहे अपराधों से उनका उत्साह कम हो सकता है। इन आशंकाओं को दूर करना शासन-प्रशासन का दायित्व बनता है। देश के सुप्रीम कोर्ट ने हाथरस में यौन हिंसा की शिकार हुई युवती को न्याय दिलाने की दिशा में सार्थक पहल की है। शीर्ष अदालत ने आदेश दिया है कि हाथरस कांड मामले में सीबीआई की जांच की निगरानी इलाहाबाद हाईकोर्ट करेगा। हाईकोर्ट मामले की जांच के बाद फिर तय करेगा कि केस का स्थानांतरण उत्तर प्रदेश से दिल्ली किया जाये या नहीं ,इसके साथ ही पीड़िता के परिजनों व गवाहों की सुरक्षा पर भी उच्च न्यायालय ध्यान देगा। दरअसल, इस सारे प्रकरण में प्रदेश सरकार की कारगुजारियों के मद्देनजर पीड़ित परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी कि मामले का ट्रायल दिल्ली में हो। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एस. ए. बोबड़े की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खंडपीठ ने एक जनहित याचिका व वकीलों की ओर से दायर हस्तक्षेप याचिकाओं पर पंद्रह अक्तूबर को अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था। आशंका जतायी जा रही थी कि उत्तर प्रदेश में निष्पक्ष सुनवाई की संभावना कम है। जांच को बाधित करने के आरोप लगाये गये थे। ऐसी आशंकाएं १४ सितबंर को यौन हिंसा की शिकार युवती के शव का आनन-फानन में परिवार की गैर मौजूदगी में रात में अंतिम संस्कार करने के बाद जतायी जा रही थी। इस सारे प्रकरण से उत्तर प्रदेश पुलिस व शासन सवालों के घेरे में आ गया था। इस मामले में भारी राजनीतिक विरोध के बाद योगी सरकार ने मामले की जांच पहले एसआईटी को सौंपी थी और बाद में जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की गई।समय की मांग है बेटियों के खिलाफ होने वाली हिंसा को रोकने के लिये पुलिस-प्रशासन को संवेदनशील व जवाबदेह बनाने की जरूरत है। वहीं समाज को भी भुत कुछ करने की जरूरत है | देश और मध्यप्रदेश की बड़ी खबरें MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं। |
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