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Friday, October 30, 2020

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)


छतरपुर में कांग्रेस नेता पर रात को मामला दर्ज, सुबह 10000 का इनाम घोषित - MP NEWS

Posted: 30 Oct 2020 08:04 AM PDT

छतरपुर
। बड़ामलहरा उपचुनाव के 3 दिन पहले ही कांग्रेस नेता और यूपी के रेत कारोबारी चरण सिंह यादव पर छतरपुर पुलिस ने बड़ी कार्यवाही की है। कांग्रेस नेता पर बीती रात भगवां थाना क्षेत्र में चैकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता किए जाने के मामले में प्रकरण दर्ज किया गया और शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने चरण सिंह की गिरफ्तारी पर 10 हजार रूपए का इनाम घोषित कर दिया। एक तरफ पुलिस चरण सिंह को तलाश रही है तो वहीं दूसरी तरफ चुनाव के ठीक पहले हुई इस कार्यवाही के समय को लेकर कांग्रेस सवाल खड़े कर रही है।

पुलिस बैरिकेड तोड़कर फरार हो गया था

गुरुवार-शुक्रवार की रात भगवां थाना इलाके के घुवारा में एफएसटी टीम के द्वारा चेकिंग के लिए रोकने पर कांग्रेस नेता चरण सिंह यादव कथित रूप से पुलिस टीम के साथ उलझ गया। मौके पर मौजूद एफएसटी टीम के साथ झूमाझटकी करते हुए चेकिंग तोड़कर फरार हो गया। जिसके बाद एफएसटी टीम की शिकायत पर भगवां थाना पुलिस ने चरण सिंह के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने, धमकाने समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। वहीं चरण सिंह के अपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने चरण सिंह पर 10 हजार का इनाम घोषित कर दिया है।

कमलनाथ की सभा में ली थी कांग्रेस की सदस्यता

बड़ामलहरा में आयोजित चुनावी सभा में रेत कारोबारी नेता चरण सिंह यादव कमलनाथ के मंच पर कांग्रेस में शामिल हुए। चरण सिंह यादव पिछले दो महीने से बड़ामलहरा विधानसभा में सक्रिय हैं। पहले बड़ामलहरा से चुनाव लडऩे को लेकर भी उनके नाम की अटकलें थीं लेकिन जब टिकिट नहीं मिली तो वे बड़ामलहरा क्षेत्र में यादव समाज की बैठकों के माध्यम से कांग्रेस के लिए काम कर रहे थे। सभा के दौरान कमलनाथ ने उन्हें कांग्रेस में शामिल किया था।

चरण सिंह यादव का आपराधिक रिकार्ड भी है

चरण सिंह यादव के खिलाफ उत्तरप्रदेश के झांसी व लखनऊ में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, गैंगस्टर, डकैती, घर में घुसकर मारपीट, शासकीय कार्य मे बाधा, एससीएसटी एक्ट, पीसीआर एक्ट,लोकप्रतिनिधित्व एक्ट, गुड़ा अधिनियम समेत 16 केस दर्ज हैं। जिसमें से राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के केस में चरण सिंह को सजा हुई है, जबकि कुछ केसों की सुनवाई कोर्ट में चल रही है। 

एसपी छतरपुर का बयान
भगवां थाना इलाके में एफएसटी टीम की चेकिंग के दौरान शासकीय कार्य में बाधा, धमकाना और जबरन भाग जाने के मामले में केस दर्ज किया गया है। वहीं, पुराने अपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए इनाम भी घोषित किया गया है।
सचिन शर्मा, पुलिस अधीक्षक

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चेक बाउंस मामलों में सजा का प्रावधान खत्म करने से वकील नाराज - JABALPUR NEWS

Posted: 30 Oct 2020 07:28 AM PDT

जबलपुर
। जिला अधिवक्ता संघ, जबलपुर ने चेक बाउंस मामलों में सजा का प्रावधान खत्म किए जाने के रवैये की निंदा की है। जिला बार के पदाधिकारियों ने इस सिलसिले में एक परिचर्चा की। जिसमें तय किया गया कि हर हाल में इस निर्णय का विरोध जारी रखा जाएगा। 

जबलपुर के वकीलों का कहना है कि चेक बाउंस के मामले में सजा का प्रावधान खत्म करने का विरोध इसलिए किया जा रहा है क्योंकि यदि चेक बाउंस मामलों में सजा का प्रावधान खत्म हो गया तो अधिनियम का मूल उद्देश्य ही नष्ट हो जाएगा। इससे आरोपितों निर्भय होंगे और परिवादी परेशान। 

परिवादीयों को अपनी रकम वसूलने में भारी दिक्कत होगी। लिहाजा, इस रवैये के खिलाफ कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन शीघ्र भेजा जाएगा। परिचर्चा में जिला बार अध्यक्ष सुधीर नायक, सचिव राजेश तिवारी सहित सभी पदाधिकारी शामिल रहे।

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UGC NET ADMID CARD जारी, DOWNLOAD कैसे करें, यहां पढ़िए

Posted: 30 Oct 2020 07:29 AM PDT

नई दिल्ली।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन के एनईटी एग्जाम 2020 के लिए एडमिट कार्ड ऑनलाइन वेबसाइट पर अपलोड कर दिए हैं। उम्मीदवार केवल ऑफिशियल वेबसाइट से एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। कृपया ध्यान रखें कि किसी भी प्रकार की मिलते-जुलते नाम वाली वेबसाइट का उपयोग ना करें। आपका सिस्टम हैक हो सकता है।

HOW TO DOWNLOAD UGC NET ADMID CARD 2020

1. ऑफिशियल वेबसाइट ugcnet.nta.nic.in पर जाएं।
2. होम पेज पर UGC NET एडमिट कार्ड का ऑप्शन आएगा, उस पर क्लिक करें। 
3. इस के बाद डिस्प्ले स्क्रीन पर एक नया पेज ओपन होगा।
4. अपने क्रेडेंशियल्स (आईडी-पासवर्ड) डालकर लॉगिन करें। 

5. स्क्रीन पर UGC NET एडमिट कार्ड 2020 दिखाई देगा। 
6. UGC NET एडमिट कार्ड डाउनलोड का ऑप्शन आएगा उसे क्लिक करें और एडमिट कार्ड का प्रिंट आउट निकाल लें। 
7. प्रिंटआउट को ध्यान पूर्वक देखें, एडमिट कार्ड पर आपका नाम और अन्य जानकारी सही है या नहीं।

JABALPUR NEWS TODAY'S: HEADLINES, HINDI LATEST NEWS 30th OCTOBER 2020 / जबलपुर: आज के महत्वपूर्ण समाचार - MP NEWS

Posted: 30 Oct 2020 06:53 AM PDT

मध्य प्रदेश की की संस्कारधानी जबलपुर में आज की प्रमुख खबरों में दिनदहाड़े चैन स्नैचिंग व चोरी की घटना, शादी के 3 महीने बाद महिला ने की खुदकुशी, रेल अधिकारियों की पत्नियों ने शुरू की रसोई, किसान स्पेशल पार्सल ट्रेन शुरू, सरकार ने कोरोना में कमाए करोड़ों, त्योहार के दिन भी पेयजल संकट और भी महत्वपूर्ण समाचार 

VFJ  factory से सेवानिवृत्त कर्मचारी ने देहदान किया

अतुल आंचल परिसर, निवासी रवि शंकर गुप्ता ने पीड़ित मानव सेवा के साथ युवाओं के भविष्य संवारने के लिए मेडिकल कॉलेज के शरीर रचना विभाग पहुंच कर देहदान किया व शपथ पत्र भी भरा। वाहन निर्माणी फैक्ट्री (VFJ) से सेवानिवृत्त वृद्ध ने देहदान करके मिसाल पेश की है। 

दिनदहाड़े चैन स्नैचिंग / 65 साल की महिला का साहस देख कर भाग खड़ा हुआ चोर

वीणा खंडेलवाल (65 वर्ष) निवासी विजय नगर जब घर पर अकेली थी तो, एक युवक मीटर रीडर बनकर घर में घुसा व महिला की चेन खींचने की कोशिश की, परंतु वृद्धा के साहस के कारण वह चैन का आधा हिस्सा लेकर ही भाग पाया। बाकी का आधा हिस्सा महिला के पास ही रह गया। आरोपित का दूसरा साथी भी घर के बाहर खड़ा था। यह देखकर वह भी भाग गया। मामले में टीआई विजयनगर ट्रेनी डीएसपी सचिन धुर्वे ने बताया कि आरोपियों की तलाश हुलिए के आधार पर की जा रही है, सीसीटीवी फुटेज भी देखे जा रहे हैं। 

कारपेंटर ही निकला चोर 

अनमोल ग्रोवर (सीए) रतन कॉलोनी, गोरखपुर निवासी के घर की मरम्मत का काम चल रहा था। घर पर 10 से 12 लोग काम कर रहे थे। घर की अलमारी में ₹4,10000 घर के काम के लिए ही रख दिए थे परंतु जब उन्होंने 28 अक्टूबर को पेमेंट करने के लिए अलमारी खोली तो देखा कि उनके पैसों का बैग गायब था। गोरखपुर थाने में उन्होंने चोरी का मामला दर्ज कराया तो सभी काम करने वाले मजदूरों से पुलिस ने पूछताछ की। तब मामले का खुलासा हुआ कि कारपेंटर प्रीतम शर्मा ने ही ही चोरी की है।

शादी के 3 महीने बाद महिला ने की खुदकुशी

30 जून 2020 को वैष्णवी कॉल की शादी आशीष कौल के साथ हुई थी। पुलिस FIR के अनुसार शादी के कुछ दिनों बाद से ही वैष्णवी पर पति आशीष, सास चंद्रकांता, देवर देवीलाल व ननद, बाइक के लिए पैसों की मांग का दबाव डालने लगे थे। उसके साथ मारपीट करते थे, शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित होने के बाद महिला ने 3 महीने बाद साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने दहेज प्रताड़ना करने का केस दर्ज कर पति समेत परिवार के तीन लोगों को कोर्ट में पेश किया जहां से सभी को जेल भेज दिया है। 

रेल अधिकारियों की पत्नियों ने शुरू की रसोई

रेल अधिकारियों की पत्नियों ने मिलकर सामाजिक कार्य में आगे आकर रसोई शुरू की है। उन्होंने गरीब व असहाय महिला और बच्चों की मदद करने के लिए यह कार्य शुरू किया है। वह निर्धन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के काम में जुटी हैं। वरिष्ठ महिला पदाधिकारी ने निर्धन बच्चों की पढ़ाई का भी जिम्मा लिया है। इनके द्वारा बनाए गए व्यंजन रेल अधिकारी व कर्मचारी ही खरीद रहे हैं व लोगों को यह व्यंजन बहुत पसंद भी आ रहे हैं।

किसान स्पेशल पार्सल ट्रेन शुरू

रेलवे ने किसानों की उपज को बाजार तक पहुंचाने के लिए किसान स्पेशल पार्सल ट्रेन चलाई है। सप्ताह में 3 दिन चलने वाली इस ट्रेन में किसान अपनी उपज को तय किराए से 50% कम दामों पर बुक करके दूसरे शहरों तक पहुंचा सकते हैं परंतु यह प्रक्रिया इतनी कठिन और लंबी है कि किसान इसे समझ ही नहीं पा रहे हैं। 

OMG  सरकार ने कोरोना में कमाए करोड़ों

 कोरोना संक्रमण के दौरान " रोको टोको " अभियान के तहत जुर्माना भी वसूला जा रहा है। जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस और राजस्व अधिकारियों के सहयोग से यह अभियान चलाया जा रहा है। अब तक 115530 लोगों पर कार्रवाई कर 1 करोड़ 27 लाख 40 हजार 858 रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है। साथ ही 7 लोगों व संस्थाओं पर FIR दर्ज हो चुकी है, व अब तक 103 दुकानों को सील किया जा चुका है।

त्यौहार के दिन भी पेयजल संकट 

आज जहां शरद पूर्णिमा है तो वहीं ईद मिलादुन्नबी भी है। ऐसे में लोगों को पानी के लिए ग्वारीघाट तक भटकना पड़ा। जानकारी के अनुसार एसबीआई कॉलोनी की 2 लाख गैलन क्षमता वाली पानी की टंकी में रिसाव के चलते जलापूर्ति ठप हो गई थी। जिसके कारण करीब 3000 आबादी को सुबह पानी नहीं मिला। हालांकि नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारी सुबह से ही लीकेज को सुधारने में जुट गए हैं। बताया जा रहा है कि पेयजल संकट 3 दिन तक रह सकता है। ऐसे में नगर निगम टैंकरों से जलापूर्ति कराने के प्रयास कर रहा है। 

24 दिन ऐसे जिनमें नर्मदा तटों पर सबसे ज्यादा कचरे का बोझ होता है

पूर्णिमा और अमावस्या के पूरे 24 दिनों में कचरे का बोझ नर्मदा तटों पर सामान्य दिनों से सबसे ज्यादा रहता है। लॉकडाउन के दौरान नर्मदा नदी में जो सफाई नजर आई थी, वह अब लॉकडाउन खत्म होने के बाद पूरी तरह ध्वस्त होती नजर आ रही है।

नर्मदा महोत्सव नहीं, महा आरती हुई

त्वदीय पाद पंकजं नमामि देवी नर्मदे के बोल से जबलपुर के भेड़घाट की संगमरमरी वादियों में धुआंधार की गूंज में धार्मिक भाव उमड़ आया। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पुण्यसलिला मैया नर्मदा का पूजन किया गया। कोरोना संकट के कारण नर्मदा महोत्सव का इस बार आयोजन नहीं हो रहा है। ऐसे में दो दिन के आयोजन के स्थान पर नर्मदा पूजन का आयोजन किया गया।

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कमलनाथ की 'धीमी चक्की' से कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा भी निराश थे - INDORE NEWS

Posted: 30 Oct 2020 06:35 AM PDT

इंदौर
। मध्य प्रदेश कांग्रेस के तारणहार, राज्यसभा सांसद एवं सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट श्री विवेक तन्खा ने यहां बयान दिया है कि मध्यप्रदेश में गठित हुई कांग्रेस की सरकार से वह भी निराश हो गए थे। कांग्रेस पार्टी ने जिन मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ा, सरकार गठित होने के बाद उन पर ध्यान नहीं दिया। खासकर उन घोटालों पर कोई कार्यवाही नहीं की जिन्हें चुनावी मुद्दा बनाया गया था। उल्लेखनीय है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कमलनाथ ने भ्रष्टाचार के मुद्दों पर बयान दिया था कि उनकी चक्की धीमी चलती है परंतु महीन पीसती है। तात्पर्य था कि भ्रष्टाचार के मामलों में कड़ी कार्रवाई होगी, परंतु 15 महीने की कांग्रेस सरकार में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।

शुक्रवार को इंदौर पहुंचे कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं इस बात से निराश था। हमने जब चुनाव लड़ा था तो व्यापम हो या ई-टेंडरिंग घोटाला हो इन सब भ्रष्टाचार के मामलों को अहम मुद्दा बनाया था। 15 महीनों में हमको जो करना चाहिए था वो जमीन पर दिखा नहीं। अब कांग्रेस लौटेगी तो कांग्रेस के मुख्यमंत्री से मेरा आग्रह होगा कि ये जो लड़ाई और कार्रवाई पूरी नहीं की गई उसे अब पूरा करना होगा। 

तन्खा ने चर्चा करते हुए कांग्रेस को 20 से ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद जताई। राज्यसभा सांसद ने साथ ही कह दिया कि उपचुनाव के बाद भाजपा में जो बदलाव होंगे उसे आप भी देखेंगे। तन्खा के इस बयान के मायने निकाले जा रहे हैं कि भले ही उपचुनाव समाप्त हो जाए। उसके बाद भी प्रदेश में राजनीतिक तोड़फोड़ और दलबदल का दौर जारी रहेगा।

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INDORE निवासी जिला पंचायत सीईओ की संदिग्ध मौत, राजगढ़ के होटल में मृत पाए गए - MP NEWS

Posted: 30 Oct 2020 06:38 AM PDT

इंदौर
। इंदौर के विजय नगर क्षेत्र में रहने वाले श्री राजेंद्र यादव की संदिग्ध मृत्यु हो गई है। उनका शव मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के एक होटल में मिला है। श्री यादव राजगढ़ जिला पंचायत में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के पद पर पदस्थ थे। होटल के कमरे का दरवाजा खुला हुआ था और टीवी चल रही थी। उनके शरीर पर संघर्ष के निशान नहीं है लेकिन शव जमीन पर पड़ा हुआ था। मृत्यु के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इंदौर के विजय नगर क्षेत्र के रहने वाले राजेंद्र यादव राजगढ़ जिला पंचायत में एडिशनल सीईओ के रूप में पदस्थ थे। करीब 2 माह पहले उनकी राजगढ़ में पोस्टिंग हुई थी। तब ही से वह यहां पर बंग्ला-क्वार्टर एलॉट नहीं होने पर होटल संस्कृति में एक रूम लेकर रूके हुए थे। हर दिन वह डयूटी करने के बाद यहीं पर होटल में आकर रूकते थे।

बीती रात को भी वह होटल में रूके हुए थे। सुबह के समय पत्‍नी ने इंदौर से उन्हें फोन लगाया तो उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया। इसके बाद पत्‍नी ने होटल के नंबर पर संपर्क कर मोबाइल रिसीव नहीं करना बताते हुए जाकर देखने को कहा। ऐसे में स्टॉफ ने जाकर देखा तो वह मृत अवस्था में नीचे फर्श पर पाए गए हैं। पुलिस ने घटना के बाद परिजनों को सूचना दी। जिला अस्पताल में पीएम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है, हालांकि उनके शरीर आदि पर कहीं चोट के निशान नहीं पाए गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

गेट खुला था, टीवी चालू थी
पुलिस ने बताया कि जब होटल के स्टॉफ ने जाकर देखा तो कक्ष का गेट खुला हुआ था एवं टीवी भी चालू अवस्था में मिली है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि संभवत: देर रात तक टीवी देख रहे होंगे। मौत के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए देर शाम तक पीएम रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा था। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।

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MP BOARD: विवाद के चलते 9-12th नामांकन की लास्ट डेट बढ़ाई - MP NEWS

Posted: 30 Oct 2020 06:01 AM PDT

भोपाल
। माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्यप्रदेश में कक्षा 9 से 12 तक के स्टूडेंट्स की नामांकन की तारीख बढ़ा दी है। नवीन संशोधन के अनुसार हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल के स्टूडेंट्स दिनांक 7 नवंबर 2020 तक नामांकन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। दरअसल प्राइवेट स्कूल और पेरेंट्स के बीच फीस को लेकर विवाद चल रहा है। प्राइवेट स्कूल संचालक बिना फीस के नामांकन प्रक्रिया पूरी कराने को तैयार नहीं है और पेरेंट्स मनमानी स्कूल फीस जमा कराने को तैयार नहीं है।

एमपी बोर्ड ने पहले 31 अक्टूबर नामांकन भरने के लिए अंतिम तारीख दी थी। स्कूलों में मनमानी फीस के विरोध में पालकों का प्रदर्शन चल रहा है। कई पालक ऐसे हैं जिन्होंने कोर्ट के फैसले का इंतजार करते हुए अभी तक फीस नहीं भरी है। कई लोगों की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। ऐसे में फीस नहीं भरी जाने से स्कूलों ने नामांकन आवेदन भी जमा नहीं किया था। शासन का सख्त निर्देश है कि फीस न भरने पर भी नामांकन नहीं रोका जा सकता। नामांकन आवेदन पहुंचाने वाले विद्यार्थियों की संख्या कम होने से तारीख को आगे बढ़ाया गया है।

प्राइवेट स्कूल संचालक फीस के बिना नामांकन प्रक्रिया पूरी करने को तैयार नहीं

सीबीएसई की स्कूलों में फीस भरने के बाद ही नामांकन किए जाने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। जिसके विरोध में भी अब पालक आ चुके हैं। स्कूलों ने विरोध को देखते हुए कोर्ट का निर्णय आने तक फीस में राहत और सभी का नामांकन भरे जाने को लेकर भी आश्वासन दिया है।

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कोलार में पाइप लाइन फूटी, 30 फुट ऊंचा फव्वारा फूटा - BHOPAL NEWS

Posted: 30 Oct 2020 06:37 AM PDT

भोपाल
। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कोलार इलाके में दृष्टि प्लाजा के सामने एक पाइप लाइन फूट गई। इसके कारण करीब 30 फुट ऊंचा फव्वारा फूट रहा है। यह लाइव वीडियो कोलार के श्री ऋषिकेश तिवारी ने वायरल किया है। 

बताया गया है कि पाइप लाइन में लीकेज नर्मदा से भोपाल आई नई पाइप लाइन में हुआ है। लाखों गैलन पानी बह रहा है। निश्चित रूप से भोपाल के कई इलाकों में शनिवार को पानी की सप्लाई प्रभावित हो सकती है। समाचार लिखे जाने तक पाइप लाइन में लीकेज का पारा लगातार बह रहा था।

गरीबों की झोपड़ियां बर्बाद

इंजीनियर की गलती के कारण नर्मदा की नई पाइप लाइन में फूटा फव्वारा नजदीक बने गरीबों के कच्चे मकान पर गिर रहा है। उनकी झोपड़िया पूरी तरह से तबाह हो गई हैं।

वीडियो देखिए जो श्री ऋषिकेश तिवारी ने वायरल किया

चुनाव आयोग ने कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीना

Posted: 30 Oct 2020 07:45 AM PDT

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव में 40 साल के राजनीतिक जीवन को बेदाग बताकर अपना प्रचार अभियान चलाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ से चुनाव आयोग ने कांग्रेस पार्टी के स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। 

चुनाव आयोग ने अपने आदेश में लिखा है कि ' इस आदेश के जारी होने के बाद यदि पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ किसी भी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करते हैं तो उनके प्रचार अभियान एवं यात्रा आदि का खर्चा प्रत्याशी के खर्चे में जोड़ दिया जाएगा।' चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि श्री कमलनाथ के कार्यक्रमों को स्टार प्रचारक के तौर पर किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं दी जाए। 

अपडेट: चुनाव आयोग की कार्रवाई पर प्रतिक्रियाएं
MP उपचुनाव: भारत निर्वाचन आयोग ने आचार संहिता का बार-बार उल्लंघन का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता कमलनाथ के स्टार प्रचारक का दर्जा रद्द कर दिया है। 

BY ANI: Election Commission of India revokes the star campaigner status of Congress leader Kamal Nath, citing repeated violation of Model Code of Conduct. Currently, campaigning for the by-election to the state Assembly is underway in Madhya Pradesh.

We are approaching Supreme Court to intervene: Vivek Tankha

Order of ECI removing kamal Nath ji from the list of star campaigner two day before campaign closure on Nov 1 is completely undemocratic. Given without notice to Mr kamal Nath & Congress party. We are approaching Supreme Court to intervene & save democracy. Vivek Tankha says

मेरी आवाज को दबाने का प्रयास है: कमलनाथ 

चुनाव आयोग के डिसीजन पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि अब जनता फ़ैसला करेगी। मेरी आवाज़ को रोकने का, दबाने का प्रयास है। कांग्रेस की आवाज़ को कुचलने का प्रयास है। सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं।जनता सच्चाई का साथ देगी।

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शासकीय कर्मचारियों के लिए जनरल प्रोविडेंट फंड की नवीन ब्याज दरें घोषित - GPF NEW INTEREST RATE OCT-DEC 2020

Posted: 30 Oct 2020 05:14 AM PDT

नई दिल्ली।
शासकीय कर्मचारियों के लिए GPF- जनरल प्रोविडेंट फंड की ब्याज दरें घोषित कर दी गई है। यह ब्याज अक्टूबर से दिसंबर 2020 तक के लिए है। कर्मचारियों को 7.1% ब्याज दिया जाएगा। वित्‍त मंत्रालय के दायरे में आने वाले आर्थिक मामलों से संबंधित विभाग के बजट सेक्‍शन ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की है। 

ब्‍याज दर को 1 अक्‍टूबर, 2020 से लागू माना जाएगा

इस नोटिफिकेशन के अनुसार इस ब्‍याज दर को 1 अक्‍टूबर, 2020 से लागू माना जाएगा। कोरोना संकट में सामने आए सरकार के इस फैसले से देश के लाखों कर्मचारियों को सीधे तौर पर फायदा होगा। 

केंद्र सरकार हर 3 महीने में लघु बचत योजनाओं पर ब्याज की समीक्षा करती है

हर साल केंद्र सरकार वित्‍तीय वर्ष की हर तिमाही के आरंभ में स्‍मॉल सेविंग स्‍कीम यानी लघु बचत योजनाओं के लिए ब्‍याज दरों में बदलाव करती है। इसके बाद GPF और अन्‍य योजनाओं को लेकर भी ब्‍याज दरों में संशोधन तय किया जाता है। यानी जीपीएफ पर जो ब्‍याज मिलता है, उसकी हर तीन महीने के अंतराल से समीक्षा की जाती है एवं जरूरत पड़ने पर संशोधन भी किया जाता है। 

प्रोविडेंट फंड और जनरल प्रोविडेंट फंड में क्या अंतर है

जीपीएफ GPF भी एक प्रकार का प्रोविडेंट फंड अकाउंट Provident Fund Account ही होता है लेकिन यह सभी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए लागू नहीं होता है। इसका लाभ केवल सरकारी कर्मचारियों को दिया जाता है। इसमें केंद्र एवं राज्‍य के कर्मचारी शामिल हैं। सरकारी कर्मचारियों के भी एक निश्‍चित वर्ग को इस फंड में अपनी तरफ से अंशदान, योगदान देना अनिवार्य किया गया है। हालांकि यह पीएफ से सर्वथा अलग प्रकार का फंड होता है।

GPF का नवीन नोटिफिकेशन किस किसको प्रभावित करेगा

सरकार की इस अधिसूचना का जनरल प्रोविडेंट फंड GPF, ऑल इंडिया सर्विस प्रोविडेंट फंड, कांट्रिब्‍यूटरी प्रोविडेंट फंड, स्‍टेट रेलवे प्रोविडेंट फंड, डिफेंस सर्विस ऑफिसर्स प्रोविडेंट फंड, आर्म्‍ड फोर्सेस पर्सनल प्रोविडेंट फंड, इंडियन ऑर्डिनेंस डिपार्टमेंट प्रोविडेंट फंड, इंडियन आर्डिनेंस फैक्‍टरीज वर्कमैन्‍स प्रोविडेंट फंड और इंडियन नेवल डाकयार्ड वर्कमैन्‍स प्रोविडेंट फंड आदि फंड्स पर सीधा प्रभाव पड़ेगा।

30 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

भोपाल के इकबाल मैदान प्रदर्शन के बाद पूरे देश में तीखी प्रतिक्रियाएं, कांग्रेस विधायक सहित 2000 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज - BHOPAL NEWS

Posted: 30 Oct 2020 05:46 AM PDT

भोपाल
। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के इकबाल मैदान में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद द्वारा आयोजित किए गए मुस्लिम समाज के प्रदर्शन की देशभर में तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। श्री मसूद सहित 2000 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट कहा है कि सद्भाव बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

आप अपनी मान्यता दूसरों पर नहीं थोप सकते: बाबा रामदेव

बाबा रामदेव ने इस रवैये पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, 'बार-बार एक ही संप्रदाय के लोग आकर क्यों आग लगाने लग जाते हैं? फिर हिंदू भी सोचेंगे कि आग ही लगाओ। आप अपनी मान्यता पर विश्वास रखो, लेकिन पूरी दुनिया पर तो नहीं थोप सकते। स्वयं के प्रति दृढता रखो और दूसरों के प्रति उदारता रखो। स्वधर्म निष्ठा, परधर्म सहिष्णुता रखो।' 

ये पोलराइजेशन की पॉलिटिक्स है, बंद होना चाहिए

रामदेव ने कहा कि ध्रुवीकरण की घृणित राजनीति खत्म होनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'ये जो पोलराइजेशन की पॉलिटिक्स है, ये जो पोलराइजेशन के नाम पर मजहबी जमात इकट्ठा की जाती है, यह बंद होना चाहिए। यह ध्रुवीकरण का पूरा का पूरा घृणित अजेंडा है। इस पर लगाम लगाना होगा।' 

मध्य प्रदेश में कानून का राज है, कार्रवाई की जा रही है: गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा

मध्यप्रदेश में कानून का राज है। समाज में शांति भंग करने का प्रयास करने वाले तत्वों से पुलिस- प्रशासन पूरी सख्ती से निपटेगा। इस मामले में आईपीसी की धारा 188 के तहत मामला दर्ज कर संबंधित तत्वों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। 

शांति को भंग करने वालों से हम पूरी सख्ती से निपटेंगे: सीएम शिवराज सिंह

मध्यप्रदेश शांति का टापू है। इसकी शांति को भंग करने वालों से हम पूरी सख्ती से निपटेंगे। इस मामले में 188 IPC के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा, वो चाहे कोई भी हो।

30 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

छतरपुर में भाजपा प्रत्याशी की तबीयत बिगड़ी, भोपाल रेफर - MP NEWS

Posted: 30 Oct 2020 04:27 AM PDT

भोपाल
। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की बड़ा मलहरा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्री प्रद्युमन लोधी की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। उन्हें प्राथमिक इलाज के लिए दमोह ले जाया गया था जहां से डॉक्टरों ने भोपाल रेफर कर दिया। श्री लोधी को चिरायु अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। 

शिवराज सिंह सरकार के मंत्री गोपाल भार्गव ने इसकी पुष्टि की है। भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री जयराम चतुर्वेदी ने बताया कि गुरुवार शाम को जनसंपर्क के दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। दमोह की अस्पताल में उन्हें इलाज के लिए भर्ती किया गया था। शुक्रवार सुबह श्री लोधी जनसंपर्क के लिए निकलना चाहते थे परंतु उनकी तबीयत फिर से बिगड़ गई। डॉक्टरों ने उन्हें भोपाल रेफर किया है। 

श्री जयराम चतुर्वेदी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्री प्रद्युम्न लोधी को चिरायु अस्पताल रेफर किया गया है। डॉक्टरों ने उनके फेफड़ों में इन्फेक्शन बताया है। भोपाल का चिरायु अस्पताल मध्यप्रदेश शासन द्वारा अधिकृत कोविड-19 सेंटर भी है। इसलिए चिंता ज्यादा बढ़ गई है। चिरायु अस्पताल से उनका कोई मेडिकल अपडेट जारी नहीं हुआ है।

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ब्राह्मण बालिका को कन्या भोज से भगाया, लड़की ने आत्मदाह कर लिया - SHIVPURI MP NEWS

Posted: 30 Oct 2020 06:35 AM PDT

भोपाल।
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित ग्राम मुहारीखुर्द में खाप पंचायत जैसी सामाजिक पंचायत ने एक ब्राह्मण बालिका को नवरात्रि के कन्या भोज से अपमानित करके भगा दिया। पूरे गांव के सामने हुए अपमान से व्यथित ब्राह्मण कन्या ने आत्मदाह कर लिया। उल्लेखनीय है कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र में नवरात्रि पर्व के दौरान ब्राह्मण कन्याओं को माता दुर्गा का स्वरूप मानकर, उनकी पूजा की जाती है।

लड़की का नाम चांदनी पांडे उम्र 17 साल पिता का नाम बृजेश पांडे है। उसने अपने घर की छत पर खड़े होकर खुद को आग लगा ली। चांदनी के भाई संजू पांडे ने बताया कि 4 माह पूर्व उनके खेत में किसी दूसरे की गाय की बछिया घुस आई थी जिसे 9 साल उम्र के बालक विनीत पांडे ने खेत से निकालकर बाड़े में बांध दिया था। खूंटी की रस्सी गले में फंस जाने के कारण बछिया की मृत्यु हो गई थी।

गांव में पंचायत बुलाई गई और बृजेश पांडे के पूरे परिवार को गौ हत्या का दोषी घोषित कर दिया गया। पंचायत ने फैसला सुनाया कि पूरा परिवार गंगा स्नान करेगा। पूजा पाठ एवं भंडारा किया जाएगा। तब तक पूरे परिवार का गांव से बहिष्कार किया जाएगा। 50,000 का खर्चा बताया गया। संजू पांडे ने बताया कि हमने पंचायत द्वारा बताए गए सभी काम पूरे कर दिए थे। 

दो दिन पूर्व गांव के जगदम्बां मंदिर पर सार्वजनिक कन्या भोज का आयोजन हुआ था उस भंडारे में मेरी छोटी बहन चांदनी गई थी वहां पंचायत के लोगों ने उसे भगा दिया। कहा कि शापित परिवार के लोगों को मंदिर परिसर में नहीं आने दिया जाएगा। इसके बाद वह रोते-रोते घर आई और अपनी मां को पूरी बात बताई, मां ने उसे समझाने का प्रयास किया। 

भाई ने बताया कि वह दो दिन से चुपचाप थी और समाज में श्रापित करने के मानसिक प्रेशर में आकर उसने यह आत्महत्या जैसा कदम उठाया है। पिता ने बताया कि गांव के एक भागवताचार्य उनसे 21 हजार की डिमांड कर रहे है और धमकी दी थी कि जब तक पैसे नहीं दिए तब तक समाज में घुसने नही दूंगा।

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कमलनाथ का मंच / प्रत्याशी से कहा, आरोप लग रहे हैं, आंसू टपका-टपका कर रोना है - MP NEWS

Posted: 30 Oct 2020 12:02 AM PDT

भोपाल
। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव 2020 छतरपुर जिले की बड़ा मलहरा सीट पर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की आम सभा का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी बड़ा मलहरा से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी राम सिया भारती को बड़े मंच पर माइक के सामने समझा रहे हैं कि "तुमाए ऊपर आरोप लगाए जा रए। तुम्हें असुआ टपका-टपका के रोने है।" मजेदार बात यह है कि आलोक चतुर्वेदी की यह आवाज माइक से पूरे परिसर में गूंज उठी।

वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कमलनाथ के साथ मंच पर बैठे छतरपुर से विधायक आलोक चतुर्वेदी भाषण शुरू होने के पहले बड़ा मलहरा से कांग्रेस प्रत्याशी राम सिया के पास जाते हैं। वे माइक पकड़कर उनसे बात करने लगते हैं। इस दौरान पास खड़े दूसरे लोग भी उनकी बातें सुनने लगते हैं। यह बात माइक के माध्यम से पूरे सदन में सुनाई देती है। (समाचार लिखे जाने तक ऑडियो की पुष्टि नहीं हुई थी परंतु विधायक आलोक चतुर्वेदी की तरफ से इसका खंडन भी नहीं किया गया था।)

राम सिया का स्थानीय नेताओं ने विरोध किया था

कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने राम सिया को टिकट दिए जाने पर विरोध किया था। आनंद सिंह ने कहा था कि बाहरी प्रत्याशी राम सिया भारती को टिकट दिया गया है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने पार्टी के स्थानीय नेताओं की उपेक्षा की है। उन्होंने एक बार फिर बाहरी प्रत्याशी को बड़ा मलहरा क्षेत्र की जनता पर थोप दिया है। इसका खामियाजा कांग्रेस को चुनाव में भुगतना पड़ेगा। हालांकि इस पर राम सिया का कहना थ कि सभी लोग कांग्रेस परिवार के हैं। उन्हें वे मना लेंगी।

वायरल वीडियो एवं ऑडियो सुनिए


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JITU PATWARI सहित 200 कांग्रेसियों के खिलाफ मामला दर्ज: DIG ऑफिस के सामने ASP को धमकी दी थी

Posted: 29 Oct 2020 11:43 PM PDT

इंदौर
। कांग्रेस पार्टी के विधायक एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री श्री जीतू पटवारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पिछले दिनों उन्होंने अपने 200 समर्थकों के साथ डीआईजी ऑफिस के सामने धरना दिया और एडिशनल एसपी को देख लेने की धमकी दी थी। पुलिस ने जीतू पटवारी सहित 21 नेताओं के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया है। शेष अज्ञात है।

कांग्रेस उम्मीदवार प्रेमचंद गुड्डू और विधायक संजय शुक्ला पर भी FIR 

दरअसल, सांवेर में कांग्रेस नेताओं पर मुकदमा दर्ज होने की शिकायत को लेकर जीतू पटवारी समेत कई कांग्रेस नेताओं ने DIG ऑफिस में धरना प्रदर्शन किया था। जिसपर अब जीतू पटवारी पर ही एफआईआर दर्ज हो गई है। एफआईआर में कांग्रेस के सांवेर सीट से उम्मीदवार प्रेमचंद गुड्डू और विधायक संजय शुक्ला समेत 21 बड़े नेताओं के नाम भी शामिल है।

पुलिस ने कांग्रेस के 200 से ज्यादा कार्यकर्ताओं पर IPC की धारा 188, 269 और आपदा नियंत्रण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। बता दें कि मध्य प्रदेश में 3 नवंबर को 28 सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान होना है, जिसमें इंदौर की सांवेर सीट भी शामिल है। जहां बीजेपी ने तुलसीराम सिलावट तो कांग्रेस ने प्रेमचंद्र गुड्डू को मैदान में उतारा है।

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शरद पूर्णिमा / आज चांद, पृथ्वी से कैसा दिखेगा, कितना दूर है, चंद्रोदय कब होगा - NATIONAL NEWS

Posted: 30 Oct 2020 12:04 AM PDT

30 अक्टूबर 2020, दिन शुक्रवार पंचांग के अनुसार शरद पूर्णिमा का दिन। पृथ्वी और चंद्रमा के संबंध में यह सबसे महत्वपूर्ण रात होती है। इस दिन पृथ्वी से चंद्रमा 99.2% चमक के साथ दिखाई देगा। चंद्रमा शाम 5:13 बजे उदय होगा और पूरे 12 घंटे तक क्षितिज पर रहेगा। 31 अक्टूबर सुबह 5:08 बजे चंद्र धरती के पश्चिम में अस्त होगा।

शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा सुपरमून की तरह नहीं चमकेगा

नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका ने बताया कि चंद्रमा एक ही रात में न तो रंग बदलता है और न आकार। दरअसल उदित होते समय हमारी पृथ्वी का वातावरण चंद्रमा को लालिमा लिए दिखाता है। जब चंद्रमा पृथ्वी से लगभग 3 लाख 60 हजार किमी रहता है तो वह अधिक बड़ा और चमकीला दिखता है, जिसे सुपरमून कहते हैं। इस शरद पूर्णिमा को चंद्रमा 406394 किमी रहते हुए हमसे ज्यादा दूर है इसलिए यह सुपरमून की तरह नहीं चमकेगा।

चंद्र उदय और अस्त के समय चंद्रमा से लाल रोशनी क्यों दिखाई देती है

सारिका ने बताया कि उदय एवं अस्त के समय चंद्रमा की किरणें पृथ्वी के वायुमंडल में अधिक दूरी तय करती हैं जिससे बाकी रंग तो बीच में ही खो जाते हैं केवल लालिमा हमारी आंखो तक आती है।

चंद्र उदय और अस्त के समय चंद्रमा बड़ा क्यों दिखता है

उदय एवं अस्त के समय चंद्रमा को देखते समय हमारे सामने पृथ्वी पर स्थित इमारत, पहाड़, वृक्ष, आदि भी दिखते हैं जिनको साथ देखने पर हमे लगता है कि चंद्रमा का गोला बड़ा हैं। यह आंखों का भ्रम या इल्यूजन होता है।

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अच्छी बच्ची / पढ़ाई पूरी करने 13 साल बाद पिता ढूंढा और केस ठोक दिया - BHOPAL MP NEWS

Posted: 30 Oct 2020 02:10 AM PDT

भोपाल
। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 17 साल की लड़की ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए 13 साल पहले उसे छोड़ कर चले गए पिता को खोजा और उनके खिलाफ केस ठोक दिया। कुटुंब न्यायालय में काउंसलिंग के बाद लड़की के बायोलॉजिकल पिता ने उसकी पढ़ाई का खर्चा उठाने की जिम्मेदारी ली।

दरअसल, लड़की के माता-पिता के बीच 13 साल पहले तलाक हो गया था। दोनों ने दूसरी शादी कर ली थी और अपने नए जीवन साथी के साथ रह रहे थे। बेटी अपनी मां के साथ थी और लड़की की मां ने उसके सौतेले पिता को ही उसका असली पिता बताया था। उसने 12वीं पास कर ली तो कॉलेज की पढ़ाई के लिए सौतेले पिता ने इन्कार कर दिया, लेकिन वह आगे पढ़ना चाहती थी। इसी तरह के दौरान उसे पता चला कि जिसे वह अपने पिता मानती है असल में वह उसका सौतेला पिता है।

इसलिए उसने अपने सगे पिता की तलाश शुरू कर दी। पता चला कि उसके पिता अजमेर में रहते हैं। उन्होंने दूसरी शादी कर ली है और उनका अपना पूरा परिवार है। माता-पिता दूसरी शादी कर के अपने अपने परिवार में खुश थे परंतु उन दोनों की बेटी पढ़ाई पूरी करने के लिए परेशान हो रही थी। लड़की ने गुस्से में आकर अपने माता-पिता के खिलाफ भरण पोषण के लिए कोर्ट केस ठोक दिया।

पिता ने गुजारा भत्ता देने से इंकार कर दिया था

काउंसिलिंग में अजमेर से आए पिता ने कहा कि 2003 में पहली शादी हुई थी और 2007 में दोनों अलग हो गए। इसके बाद दोनों ने दूसरी शादी कर ली। अब मेरी दूसरी पत्नी से दो बेटे हैं। उसका पहली पत्नी से तलाक हो गया तो वह बेटी को गुजारा भत्ता नहीं दे सकते। काउंसलर ने पिता की काउंसिलिंग कर समझाया।

कानून की किताब दिखाई तो पिता को सब समझ में आ गया

इसके बाद पिता बेटी का खर्च उठाने के लिए तैयार हो गया। मामले की काउंसलर सरिता राजानी ने पिता से कहा कि अपनी बेटी को किसके भरोसे छोड़ दिया, अगर सौतेला पिता उसे पढ़ाना नहीं चाहता है तो उन्हें उसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। इसके बाद पिता बेटी को हर माह हॉस्टल व पढ़ाई का खर्च देने के लिए तैयार हो गया। साथ ही बेटी की शादी भी कराने की इच्छा जताई।

लड़की ने बताया, उसे क्यों अपने माता-पिता के खिलाफ कोर्ट में आना पड़ा

बेटी ने काउंसिलिंग में कहा कि जब उसके माता-पिता का तलाक हुआ तो वह बहुत छोटी थी। वह अपने सौतेले पिता को ही पिता मानती थी, लेकिन जब उन्होंने मेरी पढ़ाई पर रोक लगा दी तो मां ने भी कुछ नहीं कहा। तब मैंने अपने पिता के बारे में जानकारी जुटाई। उसने कहा कि दोनों ने दूसरी शादी कर ली और अपने-अपने परिवार में खुश हैं। अब कोई भी उसकी जिम्मेदरी उठाने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए मुझे कोर्ट में केस लगाना पड़ा।

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MANDLA में हरे सिंह को बीईओ पद से हटाने कर्मचारी संगठन लामबंद, भ्रष्टाचार के आरोप - EMPLOYEE NEWS

Posted: 29 Oct 2020 09:48 PM PDT

मंडला
। कर्मचारी व सामाजिक संगठनों के द्वारा सहायक आयुक्त को ज्ञापन देकर मवई बीईओ की जिला स्तरीय टीम बिठाकर जांच करने व तत्काल हटाए जाने की मांग की गई है। मवई बीईओ हरे सिंह पर आरोप लगाए गए हैं कि स्थानीय सत्ताधारी दल के नेताओं से मिलीभगत कर अनियमितता कर शासकीय नियमों के विरूद्ध कार्य कर रहे हैं। 

दिए गए ज्ञापन में आरोप लगाए गए हैं कि वर्ष 2019-20 में जिला शिक्षा अधिकारी मंडला के द्वारा मवई विकासखंड के अंतर्गत आने वाले सभी हाई स्कूल व हायर सेकंडरी स्कूलों में अध्ययनरत कक्षा 9वीं से 12 तक के बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण कराने के लिए शासकीय राशि आवंटित किया गया। पर भ्रमण नहीं कराया गया और फर्जी बिल बाउचर बनाकर राशि गबन कर दी गई।

स्कूलों के प्रभार से हटाया जाए
हाई स्कूल, हायर सेकंडरी के स्कूलों का प्रभार अपने पास रखकर शिक्षा विभाग के आदेशों का स्पष्ट उल्लंघन कर रहे हैं। उत्क्रष्ट मवई, मॉडल मवई, हाई स्कूल मवई, रमसा कन्या छात्रावास मवई, हाई स्कूल सकवाह, हाई स्कूल जमगांव का प्रभार अपने पास रखकर स्थानीय फंडों में नियम विरूद्ध सामग्री क्रय कर अवैध लाभ ले रहे हैं।

शासकीय नियमों के विरूद्ध पार्ट टाइम चपरासी की भर्ती करना
ज्ञापन में आरोप लगाए गए हैं कि 2020 में उत्क्रष्ट विद्यालय मवई व अंग्रेजी आश्रम शाला, बैगा आश्रम शाला अमवार, हाई स्कूल सोढ़ा, राशि लेकर अवैध भर्ती की गई है। इसे साथ ही एसएमडीसी से बिना प्रस्ताव पारित कर स्थानीय फंड से सामग्री क्रय करने, कर्मचारियों के साथ अभद्रता जैसे विभिन्ना शिकायतें की गई है। मप्र आदिवासी विकास परिषद, शिक्षक कांग्रेस ब्लॉक शाखा मवई, तृतीय श्रेणी कर्मचारी संघ मंडला ने लिखित शिकायत कर जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।

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MP BOARD परीक्षाओं की गाइडलाइन जारी, पढ़िए इस साल किस तरह से होंगी 10वीं-12वीं की परीक्षाएं - EDUCATION

Posted: 30 Oct 2020 01:40 AM PDT

भोपाल
। माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्यप्रदेश, भोपाल ने हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल की परीक्षाओं के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। कोरोनावायरस महामारी के कारण इस बार कई परिवर्तन किए गए हैं। मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने सभी जिलों के कलेक्टर्स को गाइडलाइन भेज दी है। ताकि परीक्षा से पहले सभी तैयारियां सुनिश्चित की जा सके। बता दें कि मंडल की 10वीं-12वीं की परीक्षा में हर साल करीब 20 लाख विद्यार्थी शामिल होते हैं। प्रदेश में साढ़े तीन हजार से अधिक केंद्र बनाए जाते हैं।

माध्यमिक शिक्षा मंडल की नई गाइड लाइन में क्या बदला है 

मंडल सचिव उमेश कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक समन्वय संस्था द्वारा प्रश्न-पत्रों का वितरण परीक्षा केंद्रों पर किया जाता रहा है। इससे परिवहन व्यवस्था में मंडल के लाखों रुपये खर्च होते हैं। साथ ही परीक्षा केंद्रों से कई बार पेपर आउट होने की अफवाह भी फैलती है। इस कारण मंडल ने यह निर्णय लिया है की पेपर ऑनलाइन भेजे जाएंगे। परीक्षा केंद्र पर उनके प्रिंट आउट निकाल कर स्टूडेंट्स में वितरित कर दिए जाएंगे। 

परीक्षा केंद्रों का चयन किस आधार पर होगा

गाइडलाइन में मंडल ने कहा कि परीक्षा केंद्रों के लिए ऐसे स्कूलों का चयन किया जाए, जिनमें कंप्यूटर, इंटरनेट, प्रिंटर, फोटोकापी मशीन स्वयं की हो या किराए पर आसानी से उपलब्ध हो सके। साथ ही केंद्रों का चयन सरकारी या निजी के बजाय स्कूलों में उपलब्ध अधोसंचरना, संसाधन एवं सुविधाओं के आधार पर किया जाए। 25 नवंबर तक केंद्रों का चयन करना होगा। केंद्रों के चयन के बाद जिला योजना समिति से फाइनल कराकर 30 नवंबर तक सभी जिलों को मंडल को सूची भेजनी होगी।

एक केंद्र पर तीन स्कूलों के विद्यार्थी होंगे शामिल

गाइडलाइन में कहा गया है कि परीक्षा केंद्रों में शामिल स्कूलों की दूरी शहरी क्षेत्र में पांच किमी एवं ग्रामीण क्षेत्र में 10 किमी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। परीक्षा केंद्र के लिए ऐसे स्कूलों का चयन किया जाए, जहां फर्नीचर, पेयजल, प्रसाधन व सुरक्षा की अच्छी व्यवस्था हो। एक परीक्षा केंद्र में 250 से कम परीक्षार्थी होने की स्थिति में ऐसे स्कूल को केंद्र के लिए प्रस्तावित नहीं किया जाए। एक परीक्षा केंद्र पर तीन स्कूलों के विद्यार्थियों को शामिल किया जाए।

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क्या धूप में खड़ी बाइक का पेट्रोल सचमुच वाष्प बनकर उड़ जाता है - GK IN HINDI

Posted: 29 Oct 2020 11:31 PM PDT

बाइक या स्कूटर का उपयोग करोड़ों लोग करते हैं। कई बार अपने टू व्हीलर को धूप में खड़ा करना पड़ता है। पुराने लोग बताते हैं कि यदि किसी टू व्हीलर को धूप में खड़ा किया जाए तो उसका पेट्रोल वाष्पीकरण के माध्यम से उड़ जाता है। सवाल यह है कि क्या वह सही कहते हैं। क्या सचमुच धूप में खड़ी हुई बाइक या फिर स्कूटर का पेट्रोल भाप बनकर उड़ जाता है। आइए पता लगाते हैं:- 

क्या धूप में खड़ी कार का पेट्रोल भी भाप बनकर उड़ जाता है

इस सवाल का जवाब श्री पराग त्रिपाठी, मैकेनिकल इंजीनियर ने दिया है। श्री त्रिपाठी बताते हैं कि पुराने लोग सही कहते थे। बाइक का पेट्रोल टैंक बाहर की तरफ होता है इसलिए उसको सबसे ज्यादा नुकसान होता है लेकिन कार में ऐसा नहीं होता। 1970 के आसपास एक ऐसी टेक्नोलॉजी (एवेपोरेटिव एमिशन कंट्रोल सिस्टम) आई थी, जिसके चलते कार के पेट्रोल टैंक से पेट्रोल का वाष्पीकरण नहीं होता था। इस तकनीक में पेट्रोल के भाप बनकर उड़ने के रास्ते में एक कॉम्पोनेन्ट लगाया जाता है जिसका नाम है "कार्बन कैनिस्टर" यह एक उच्च ग्रेड की प्लास्टिक से निर्मित डब्बा होता है जिसमे शुरु में एक फ़िल्टर होता है। उसके बाद उसमें एक्टिवेटिड कार्बन भरा होता है।जो भी ईंधन की वाष्प होती है उसे यह कार्बन इकठ्ठा कर लेता है। जब गाड़ी आइडलिंग में आती है तो वैक्यूम से यह वाष्प इंजन के सिलिंडर में पहुँच जाती है।

लेकिन इससे भी आगे की तकनीक में एक वाल्व होता है जिसे पर्ज कंट्रोल वाल्व कहते हैं। यह इंजन के इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट से कंट्रोल होता है। इससे होता ये है कि जब ज़्यादा ईंधन की आवश्यकता होती है तब ही इस वाल्व द्वारा कार्बन कैनिस्टर में से ईंधन खींचा जाता है, जिससे फ्यूल एफिशिएंसी बढ़ जाती है। इस तरह यह सिस्टम पेट्रोल का नुकसान होने से बचाता है।

बाइक चलाने वालों के लिए गुड न्यूज़ यह है कि इन दिनों जो बाइक और स्कूटर आ रहे हैं उनमें भी इसी तरह की टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है। यानी निश्चिंत रहिए, बिंदास अपनी बाइक को कहीं भी पार्क कर दीजिए। यदि वह धूप में है तब भी उसके पेट्रोल का वाष्पीकरण नहीं होगा। पहले जो 5% का नुकसान होता था, अब वह भी नहीं होगा। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)

क्या पत्रकार को कैदी का इंटरव्यू लेने का अधिकार है, जानिए प्रेस की स्वतंत्रता का अधिकार - LAW FOR PRESS

Posted: 29 Oct 2020 01:09 PM PDT

समाचार-पत्र सूचनाओं और विचारों के संप्रेषण का एक महत्वपूर्ण साधन है। राजनीतिक स्वतंत्रता तथा प्रजातंत्र की सफलता के लिए प्रेस की स्वतंत्रता अनिवार्य है। भारतीय प्रेस-कमीशन ने इस प्रकार विचार व्यक्त किये हैं- प्रजातंत्र केवल विधानमंडल के संचेत देखभाल में ही नहीं वरन लोकमत की देखभाल और मार्गदर्शन के अंतर्गत भी फलता-फूलता है, प्रेस की ही यह सबसे बड़ी विशिष्टता है कि उसके ही माध्यम से लोकमत स्पष्ट होता है।

साकल पेपर्स लिमिटेड बनाम भारत संघ- 

मामले में यह अभिनिर्धारित किया है कि वाक और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में प्रेस की स्वतंत्रता भी शामिल है, क्योंकि समाचार-पत्र विचारों को अभिव्यक्त करने के माध्यम मात्र ही है। प्रेस की स्वतंत्रता एक साधारण नागरिक की स्वतंत्रता से बढकर नहीं है और यह उन निर्बन्धनों के अधीन है जो भारतीय संविधान अधिनियम, 1950 के अनुच्छेद 19(2) द्वारा नागरिकों के वाक और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर लगाये गए है, एवं प्रेस को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। 

प्रेस नागरिकों की सूचनाएं जान सकती है: प्रभुदत्त बनाम भारत संघ 

इस मामले में यह अभिनिर्धारित किया गया है कि प्रेस की स्वतंत्रता में सूचनाओं तथा समाचारों को जानने का अधिकार भी शामिल है। प्रेस को व्यक्तियों से साक्षात्कार के माध्यम से सूचनाएं जानने की स्वतंत्रता है लेकिन जानने की स्वतंत्रता आत्यंतिक नहीं है, प्रेस नागरिकों से तभी सूचनाएं जान सकता है जब वे प्रेस को अपनी इच्छा से कोई बात बताना चाहते हो।

उक्त मामले में यह निर्णय भी दिया गया है कि यदि मृत्युदण्ड के अपराधी अपनी इच्छा से कोई बात बताना चाहते है तो प्रेस को उनसे पूछने की अनुमति दी जानी चाहिए। यदि किसी मामले में उन्हें इंटव्यू करने की अनुमति नहीं दी जाती है तो उसके कारणों का उल्लेख किया जाना चाहिए। 

प्रस्तुत मामले में हिंदुस्तान टाइम्स के चीफ रिपोर्टर (पत्रकार) को रंगा-बिल्ला का इंटरव्यू करने की अनुमति देने से जेल के अधिकारियों ने इनकार कर दिया था जब कि दोनो दोषसिद्धि आरोपी थे और वह स्वेच्छा से इंटरव्यू देना चाहते थे।

2. दूसरा महत्वपूर्ण वाद (एम. हसन बनाम आंध्रप्रदेश सरकार) -: इस मामले में दो मृत्युदण्ड के कैदियों से साक्षात्कार करने की प्रार्थना को इनकार कर दिया था। जेल अधिकारियों ने इनकार करने के निम्न कारण बताए थे:-
1.बताया गया कि बहुत से लोग उनकी सजा हटाने के लिए आंदोलन करेंगे।
2.ऐसे प्रदर्शन और वीडियो फिल्म न्यायालय की प्रतिष्ठा को घटायेगी।
3.बताया गया कि कैदियों ने पहले इंटरव्यू की स्वीकृति नहीं दी थी उन्होंने बाद में स्वीकृति दी।
4. कैदियों के विचारों और भावनाओं को प्रेस या वीडियो फिल्मों द्वारा रिपोर्टिंग को उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अनुमति नहीं दी जा सकती है।

इस मामले में न्यायालय ने अभिनिर्धारित किया कि उपर्युक्त कारणों का अनुच्छेद 19 के खण्ड (2) में विनिर्दिष्ट निर्बंधनो में कोई उल्लेख नहीं है। फ़िल्म, चलचित्र, वीडियो या इंटरव्यू से उनकी सहमति प्राप्त होने के बाद चाहे वह कभी भी दी गई हो दोषसिद्धि कैदियों को रोकना भारतीय संविधान अधिनियम, 1950 के अनुच्छेद 19(1)(क) के अधीन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन है और असंवैधानिक तथा अविधिमान्य है। 

"लेकिन विचाराधीन कैदियों का साक्षात्कार लेना प्रेस को अधिकार नहीं है। राज्य बनाम चारुलता जोशी के मामले में उच्चतम न्यायालय ने यह अभिनिर्धारित किया है कि प्रेस जेल में विचाराधीन कैदियों के साक्षात्कार करने का अवाध अधिकार नहीं है। :- लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

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GWALIOR में टेरर टैक्स के लिए मेडिकल कारोबारी की हत्या का प्रयास - MP NEWS

Posted: 29 Oct 2020 12:50 PM PDT

ग्वालियर
। टेरर टैक्स ना देने पर एक मेडिकल कारोबारी को तीन बदमाशों ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। घटना कंपू थाना क्षेत्र के विजय नगर की है। घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल मेडिकल कारोबारी को उपचार के लिए भर्ती कराकर आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है। जबकि इससे पहले भी आरोपियों ने घायल मेडिकल कारोबारी के कर्मचारी से मारपीट की थी। 

माधौगंज थाना क्षेत्र के सिकन्दर कंपू गली नंबर छह निवासी दिनेश पुत्र रमेश तेजवानी पेशे से मेडिकल कारोबारी हैं और उनकी अस्पताल रोड पर परिवार फार्मेसी के नाम से मेडिकल स्टोर है। रात वह मेडिकल स्टोर बंद कर अपने घर जा रहे था। अभी वह विजय नगर पहुंचा ही था कि तभी उसका रास्ता अनिल कुशवाह, अमन शर्मा व दो अन्य ने रोका और उसको गाड़ी से खींचकर पटक लिया। 

इसके बाद आरोपियों ने उसकी बेरहमी से हॉकियों से मारपीट कर दी। घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को उपचार के लिए भर्ती करा दिया। घायल की हालत ज्यादा गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे आईसीयू में भर्ती कर दिया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने पीडि़त की शिकायत पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है। 

इससे पहले दोपहर में अनिल कुशवाह, अमन शर्मा अपने दो अन्य साथियों के साथ मेडिकल स्टोर पर पहुंचे और वहां पर मौजूद कर्मचारी लखन लाल पुत्र महेश साहू व अन्य कर्मचारी संतोष से टेरर टैक्स में एक हजार रुपए मांगे थे। जब उन्होंने रुपए देने से इनकार किया तो आरोपियों ने उन पर सरिया से हमला कर दिया। हमले में संतोष को गंभीर चोट आई थी, जबकि लखन लाल को मामूली चोट आई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ लखन लाल की शिकायत पर मामला दर्ज किया था। 

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GWALIOR ड्रग इंस्पेक्टर के लिए रिश्वत वसूल रहा सहायक गिरफ्तार, दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज - MP NEWS

Posted: 29 Oct 2020 12:43 PM PDT

ग्वालियर।
लोकायुक्त पुलिस ने दावा किया है कि उसने एक छापामार कार्रवाई में ड्राइवर फूड इंस्पेक्टर कार्यालय के सैंपल सहायक आयूब खान को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त पुलिस का कहना है कि रिश्वत की रकम ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर के कहने पर ली जा रही थी। 

लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक संजीव सिन्हा ने बताया कि महेन्द्र बाथम मछली मार्केट लधेडी ने ड्रग लायसेंस के लिये 13 अक्टूबर को ऑन लाइन आवेदन किया था। जिस पर लायसेंस नहीं बना तो उसने ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर से बात की जिन्होने लायसेंस के एवज में 30 हजार रूपये मांगे। इन रूपयों के लिये आयूब खान सेम्पल सहायक से महेन्द्र बाथम का सौदा बातचीत में 25 हजार में तय हुआ। 

गुरूवार को महेन्द्र बाथम ने फूड व औषधि विभाग के कार्यालय कलेक्ट्रेट में जैसे ही 25 हजार रूपये की राशि दी तो पहले से ही तैयार लोकायुक्त टीम ने आयूब खान को दबोच लिया। लोकायुक्त की टीम में डीएसपी प्रद्युम्र पाराशर, कविन्द्र सिंह चौहान, आराधना डेविस व अन्य कर्मचारी शामिल थे। 

लोकायुक्त पुलिस ने ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर व सेम्पल सहायक आयूब खान के खिलाफ धारा 7, 31/1 बी, 13 (2)पीसी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। 

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एक अवस्था ऐसी भी होती है जब बच्चा सोचता है कि वह सारी दुनिया का केंद्र है - child psychology

Posted: 29 Oct 2020 01:09 PM PDT

At which stage a child thinks that he or she is the centre of the world  ! 

जी हां सही पढ़ा आपने बच्चा सोचता है कि वह ही सारी दुनिया का केन्द्र है। अगर वो खुश है तो सब खुश है है, अगर वह दुखी है तो सब दुखी है। वह सोचता है कि जैसे मैं सोचता है, वैसे ही सारी दुनिया सोचती है।

जीन पियाजे (A swiss Psychologist) जिन्होंने बच्चों को नन्हे वैज्ञानिक यानी Little scientist भी कहा। उनके अनुसार यह अवस्था पूर्व संक्रियात्मक अवस्था (Pre operational stage ) कहलाती है जो लगभग 2 से 6 वर्ष तक होती है। इस अवस्था में बच्चे animism (जीववाद) में विश्वास करते हैं। उन्हें निर्जीव चीजें भी सजीव लगती हैं। उदाहरण के तौर पर यदि उसे किसी चीज से चोट लग जाए तो जब तक हम उस चीज को मारते नहीं है, तब तक उसको अच्छा नहीं लगता। वह सोचता है कि इस चीज की वजह से मुझे चोट लगी है तो इसको भी मारना चाहिए। वह सोचता है कि वह वस्तु भी जीवित ही है। 

इस अवस्था में बच्चा ( Egocentric) अर्थात अहम केंद्रित होता है। वह खुद के अलावा किसी और के बारे में नहीं सोचता। चांद गोल है, उसकी बॉल भी गोल है, तो उसकी बॉल ही चांद है, इस तरीके के टेढ़े मेढ़े लॉजिक लगाने लगता है। अगर कोई सामान लेने कहीं भेजा है तो वह चला तो आसानी से जाएगा परंतु वापस आने में उसको प्रॉब्लम हो सकती है क्योंकि उसमें परिवर्तनशीलता का गुण (Irreversiblilty of thoughts) नहीं आता। वह 5+4= 9 समझता है परंतु 5+2+2 = 9 नहीं समझ पाता। 

एक बार में केवल एक ही चीज पर पर फोकस कर पाता है परंतु चीजों को तोड़कर, खोलकर पता करना चाहता है की कोई चीज कैसे बनी है। इसी कारण जीन प्याजे ने इन्हें नन्हे वैज्ञानिक कहा। ऐसा आपने भी कभी ना कभी जरूर किया होगा। जैसे कांच के पेपर वेट को सभी तोड़कर देखते हैं कि आखिर उनके अंदर है क्या। या पेन को खोल कर देखना कि इसके अंदर आखिर है क्या। 

तो यह सब बच्चे अपने वर्ल्ड को explore करने के लिए करते है। उनका इरादा चीजों को तोड़ने का नहीं होता बल्कि वह तो जानना चाहते हैं कि चीजें बनी कैसे हैं, इसी कारण ने उन्हें लिटिल साइंटिस्ट कहा जाता है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)

एक देश, एक संविधान, एक निशान; फिर केंद्र व राज्य कर्मचारियों के वेतन भत्ते क्यों असमान? - EMPLOYEE NEWS

Posted: 29 Oct 2020 12:18 PM PDT

भोपाल
। एक देश, एक संविधान, एक निशान से पूरे भारत के साथ प्रदेशवासी व कर्मचारी भी फख्र महसूस करते है, लेकिन मप्र में कर्मचारी राज्य सरकार की उपेक्षा पूर्ण नीति के चलते सदैव आर्थिक रूप से परेशान रहे है। मप्र तृतीय वर्ग शास कर्म संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष कन्हैयालाल लक्षकार ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि केंद्रीय कर्मचारियों के मुकाबले राज्य कर्मचारियों का आर्थिक शोषण सभी वेतनमानों में बदस्तूर जारी है। 

वेतनमानों के साथ मिलने वाले प्रासंगिक भत्तों से लगातार वंचित रखा गया है। यहां तक कि "गृह भाड़ा" भत्ता भी प्रदेश कर्मचारियों को आजादी से अब तक वर्षों बाद भी समान दर पर नहीं दिया गया है। केंद्र में बोनस भुगतान बदस्तूर जारी है, लेकिन विडंबना है कि प्रदेश में "चंद वर्षों" भुगतान कर इसे बंद कर दिया गया है। केंद्र में बीस वर्ष सेवाकाल पूर्ण होने पर पूर्ण पेंशन का प्रावधान है, इसके उलट प्रदेश में इसके लिये तैतीस वर्ष सेवाकाल अनिवार्य है। राज्य में वर्षों तक नियमित भर्ती नहीं की जाती है, कर्मी, संविदा के नाम पर शोषण किया जाता रहा है। केवल भर्ती नियमों में उम्र बढ़ा दी जाती है। 

संविदा में नियुक्त साठ हजार कंप्यूटर ऑपरेटरों एवं कोरोना काल में भर्ती डाक्टर पैरामेडिकल स्टाफ से रोजगार छिनने की तैयारी परवान चढ़ रही है।वर्तमान में आरक्षण के चलते तैंतीस से पैंतालीस वर्ष उम्र के अभ्यर्थियों को नियुक्ति में प्रावधान है। पैंतालीस वर्षीय नियुक्ति वाले बांसठ वर्ष उम्र में  सेवानिवृत होने पर महज सत्रह वर्ष ही नोकरी कर पायेंगे। फिर तैंतीस वर्ष सेवाकाल पर "पूर्ण पेंशन" का प्रावधान कैसे न्यायोचित माना जा रहा है! माननीयों को शपथ ग्रहण करते ही पेंशन के लिये पात्र माना गया है, चाहे कार्यकाल पांच वर्ष भी पूरा न हो। 

केंद्र में कर्मचारियों के लिए जनवरी 2005 से अंशदायी पेंशन योजना लागू की गई थी, जिसे राज्य ने हाथों हाथ लागू किया गया, लेकिन प्रदेश में 1995 से 1998 तक नियुक्त शिक्षाकर्मियों को जो कालांतर में "अध्यापक व अब जुलाई 2018 से उच्च माध्यमिक, माध्यमिक व प्राथमिक शिक्षक के नाम से जाने जाते है", इससे वंचित रखा गया है। इनका नवीन शिक्षक संवर्ग में संविलियन करने के बजाय नियुक्ति दी गई है, ताकि पुरानी पेंशन पर ये दावा न कर सके। इन्हें अंशदायी पेंशन योजना में शामिल किया गया, हालाकि देशभर में इसका विरोध किया जा रहा है। 

पुरानी पेंशन योजना की राष्ट्र व्यापी मांग बलवती होती जा रही है। डीए/डीआर वर्तमान में केंद्र व राज्य के "भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को" सत्रह फीसदी तो "राज्य कर्मचारियों" को बारह फीसदी दिया जा रहा है। केंद्र ने सातवें वेतनमान से उत्पन्न देय एरियर को दो किश्तों में वर्ष 2018 तक भुगतान कर दिया था, लेकिन प्रदेश में इसकी तीन किश्तें की गई थी, जो विगत "मई माह" तक भुगतान होना थी। दुखद है कि अंतिम किश्त को रोककर उसके महज पच्चीस फीसदी भुगतान के आदेश दिये गये। 

नवीन शिक्षक संवर्ग को छठे/सातवें वेतनमान का एरियर लंबित रखा गया है। कुल मिलाकर केंद्र के मुकाबले प्रदेश के कर्मचारी अपने समकक्षों से ओसत पंद्रह से बीस हजार रूपये प्रतिमाह आर्थिक नुकसान उठा रहे है। कर्मचारी वर्ग एक बुद्धिजीवी व संगठित मतदाता है जो कई बार परिणाम प्रभावित करता है। इस वर्ग की उपेक्षा कई बार राजनीतिक रूप से नुकसानदायक सिध्द हो चुकी है। केंद्र व राज्य कर्मचारियों के वेतन,भत्तों का अंतर पाटा जाना चाहिए। जन जीवन सामान्य होता जा रहा है, ऐसे में कोरोना के बहाने रोके गये स्वत्वों को भुगतान किया जाना चाहिए। 

मप्र तृतीय वर्ग शास कर्म संघ विधानसभा उप चुनाव के चलते कर्मचारियों से अपील करता है कि "अपने संवैधानिक अधिकारों का उपयोग करते हुए निर्वाचन ड्यूटी के दौरान डाक मतपत्र/निर्वाचन ड्यूटी प्रमाण पत्र से निश्चित तौर पर शत प्रतिशत "विवेकपूर्ण मतदान करें।" साथ ही परिवार व मित्रों को भी शत-प्रतिशत मतदान हेतु प्रोत्साहित करें।

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