दिव्य रश्मि न्यूज़ चैनल |
- आज 25 - मार्च - 2021, गुरूवार को क्या है आप की राशी में विशेष ?
- विधानमंडल परिसर में मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से की बातचीत
- शिलापट्ट को शीघ्रातिशीघ्र हटाने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति ने दिया ज्ञापन !
आज 25 - मार्च - 2021, गुरूवार को क्या है आप की राशी में विशेष ? Posted: 24 Mar 2021 08:43 AM PDT आज 25 - मार्च - 2021, गुरूवार को क्या है आप की राशी में विशेष ?दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन जाने प्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से श्री गणेशाय नम: पंचांग 25 - मार्च - 2021, गुरूवार तिथि द्वादशी रात्रिशेष 05:02:12 नक्षत्र आश्लेषा रात्रि 07:30:42 करण : विष्टि 09:49:27 बव 21:12:24 पक्ष शुक्ल योग सुकर्मा 10:02:59 वार गुरूवार सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ सूर्योदय 05:57:48 चन्द्रोदय 15:00:00 चन्द्र राशि कर्क - 22:49:49 तक सूर्यास्त 06:03:43 चन्द्रास्त 28:49:59 ऋतु वसंत हिन्दू मास एवं वर्ष शक सम्वत 1942 शार्वरी कलि सम्वत 5122 दिन काल 12:14:56 विक्रम सम्वत 2077 मास अमांत अमांत फाल्गुन मास पूर्णिमांत पूर्णिमांत फाल्गुन शुभ और अशुभ समय शुभ समय :- अभिजित 12:03:00 - 12:52:00 अशुभ समय :- दुष्टमुहूर्त : 10:25:01 - 11:14:00 15:18:59 - 16:07:59 कंटक 15:18:59 - 16:07:59 यमघण्ट 07:09:01 - 07:58:01 राहु काल 13:59:22 - 15:31:14 कुलिक 10:25:01 - 11:14:00 कालवेला या अर्द्धयाम 16:56:59 - 17:45:59 यमगण्ड 06:20:01 - 07:51:54 गुलिक काल 09:23:46 - 10:55:38 दिशा शूल दक्षिण चन्द्रबल और ताराबल
आज का दैनिक राशिफल 25 - मार्च - 2021, गुरूवार
पं. प्रेम सागर पाण्डेय् ,नक्षत्र ज्योतिष वास्तु अनुसंधान केन्द्र ,नि:शुल्क परामर्श - रविवार , दूरभाष 9122608219 / 9835654844 दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
विधानमंडल परिसर में मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से की बातचीत Posted: 24 Mar 2021 08:28 AM PDT विधानमंडल परिसर में मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से की बातचीतपटना, 24 मार्च 2021:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानमंडल परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक-2021 समेत कई अन्य विधेयक विधानसभा और विधान परिषद से पारित हो गया है। सभी विधेयकों को राज्यपाल महोदय के पास भेजा जायेगा। उनकी स्वीकृति मिल जाने के बाद विधेयक लागू हो जायेगा। विधेयकों के पारित होने पर हम सभी सदस्यों को बधाई देते हैं। सदन में विपक्ष के हंगामे को लेकर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष का जो भी रवैया रहा वह सबको मालूम है। जिस तरह से विपक्षी सदस्यों ने व्यवहार किया है, वह अच्छी बात नहीं थी। कल विपक्षी सदस्यों ने विधानसभा में कार्यवाही नहीं होने को लेकर काफी व्यवधान उत्पन्न किया। उन्होंने कहा कि अगर किसी विधेयक को लेकर विपक्षी सदस्यों के मन में कोई शंका थी तो उस पर चर्चा करनी चाहिए थी। विधेयक के बारे में पूरी स्पष्टता से सारी बातें बताई गयी हंै। विधेयक में ऐसा कुछ भी नहीं है जिसके बारे में दुष्प्रचार किया गया। विपक्षी सदस्यों को सदन की चर्चा में भाग लेना चाहिए था। विधेयक पर चर्चा करनी चाहिए थी। कल सदन में ऐसी घटना घटी है जो पहले कभी नहीं घटी थी। अब स्पीकर महोदय के अधिकार क्षेत्र में है कि वे कल की घटना को लेकर क्या करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एन0डी0ए0 के सभी विधायक कल विधानसभा में शांति से बैठे हुए थे। स्पीकर के चैंबर का भी कल घेराव किया गया। सदन में स्पीकर के आसन के आसपास जिस प्रकार का आचरण किया गया, उसे सभी ने देखा। इस तरह का व्यवहार सदन में कभी नहीं होता है। आज कहा जा रहा है कि सदन में पुलिस क्यों आयी थी? ये स्पीकर के अधिकार क्षेत्र में है कि वो स्थिति को नियंत्रित करने के लिए क्या कदम उठाते हैं। स्पीकर के चैंबर के बाहर आज तक किसी ने भी ऐसा हंगामा नहीं किया था। स्पीकर को बंधक बनाया गया। स्पीकर के आसन का भी अपमान किया गया। रिपोटर्स टेबुल को भी तोड़ा गया। सदन में पेपरवेट भी फेंका गया। सदन के अंदर ऐसी गतिविधियां आज तक नहीं हुई थी। इन सभी चीजों को बर्दाश्त करते हुए कल विधानसभा की कार्यवाही हुयी और जिन विधेयकों को सदन से पारित किया जाना था उसे पारित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव भी संपन्न हो गया है। सदस्यों ने अपना मत प्रकट किया है। आज सदन में बहुमत से ज्यादा 124 सदस्यों ने उपाध्यक्ष के चुनाव में एन0डी0ए0 प्रत्याशी को अपना मत दिया और श्री महेश्वर हजारी उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए। आज विधान परिषद में भी कार्यवाही को बाधित करने की कोशिश की गयी। विधानसभा और विधान परिषद के सभी माननीय सदस्यों की जिम्मेवारी है कि सदन नियमों के अनुकूल चले। सभी सदस्यों को नियमों के मुताबिक कार्य करना चाहिए। सदन के अंदर अपनी बातें कहनी चाहिए। सदन के अंदर अगर विपक्षी सदस्य अपनी बातें रखते तो उसका जवाब दिया जाता। सदन में चर्चा के बाद वे अपने मन के मुताबिक विधेयक के पक्ष या विपक्ष में अपना मत देते। हमने गृह विभाग को निर्देश दिया है कि इस बिल के बारे में सभी बातों की जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दें। इस बिल का प्रचार प्रसार कीजिए। इस बिल में ऐसा कुछ भी नहीं है जो किसी का अहित करे। ये लोगों के हित में है। अन्य राज्यों में भी इस तरह के कानून हैं। किसी को परेशान करने के लिए यह कानून नहीं लाया गया है। दोनों सदनों में इसके संबंध में सारी बातें संक्षेप में बतायी गयी हैं। विपक्षी दलों द्वारा दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कौन सी कार्रवाई, कौन सा दोषी अधिकारी? पहले वे बतायें कि उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के चैंबर का क्यों घेराव किया और अध्यक्ष के आसन का अनादर क्यों किया ? विधानसभा के अंदर क्या किया ? सत्तापक्ष के सब सदस्य सदन में शांति से बैठे रहे और विपक्षी सदस्य सदन में क्या-क्या बोलते रहे। जो जुलूस निकाल रहे थे वे पत्थर फेंक रहे थे। वे लोग बतायें कि किस-किस तरह की हरकतें उनलोगों ने की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पूरा कैंपस सीधे विधानसभा अध्यक्ष महोदय के नियंत्रण में है। यहां सरकार का या मुख्यमंत्री का या किसी अन्य का नियंत्रण नहीं है। विपक्षी सदस्यों ने जिस प्रकार का दृश्य यहां पैदा किया उसे नियंत्रित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को जो उचित लगा उन्होंने कार्रवाई की। स्थिति को संभालने के लिए उन्हें जिसकी जरुरत पड़ी उनको बुलाया गया। इसके अलावा काई चारा नहीं था। जिस तरह का व्यवहार विपक्षी सदस्यों ने सदन के अंदर किया ये आज तक कभी नहीं किया गया। इस पर उन्हें जो कुछ भी कहना है, स्पीकर साहब के सामने एक्सप्लेन करें। स्पीकर साहब को यह निर्णय लेना है कि इस तरह के व्यवहार करने वालों पर वे क्या कार्रवाई करते हैं। विधानसभा की कार्यवाही के सुचारू संचालन का उन्हें अधिकार है। विधान परिषद को चलाना सभापति महोदय का अधिकार है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रोसेडिंग को रोकने के लिये आप लगातार खड़े हैं, बोल रहे हैं, ये सब होता है, चलता रहा है लेकिन आप सीधे स्पीकर के आसन को इस तरह से डिस्टर्ब करियेगा, स्पीकर साहब को चैम्बर से निकलने नहीं दीजियेगा, ये आज तक कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि पता नहीं विपक्षी सदस्यों को ऐसा करने की सलाह कौन देता है। हमने तो यहां तक कहा है कि विधानसभा की कार्यवाही जिस तरह से होती है इसके लिये जो नियम, कानून हैं, प्रावधान हैं सब चीजों के बारे में जितने निर्वाचित सदस्य हैं, जो नये सदस्य आये हैं, उनके लिये एक ट्रेनिंग की व्यवस्था कर दीजिये ताकि एक-एक चीज को वे सब जान सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन की कार्यवाही में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है, चाहे वह सत्तापक्ष के हांे या विपक्ष के। आप सभी लोग जानते हैं कि हम 1985 में पहली बार विधायक बने उसके बाद हम सांसद बने। वर्ष 2005 के 24 नंवबर से बिहार के लोगों की सेवा कर रहे हैं। आज तक हमने ऐसा दृश्य नहीं देखा था। हम इतना जरूर आग्रह करेंगे कि विधानसभा हो, विधान परिषद हो ये सबकी जिम्मेवारी है कि सदन के सुचारू संचालन में सहयोग करें। अपनी भूमिका का सबको निवर्हन करना चाहिये और जो कुछ भी अपना विचार है उसे प्रकट करना चाहिये। सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलने देना चाहिये। सत्तापक्ष के जो माननीय विधायकगण हैं वे सब नियमों के अनुसार काम करना चाहते थे। पुलिसकर्मियों के साथ भी विपक्षी सदस्यों ने दुव्र्यवहार किया। दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
शिलापट्ट को शीघ्रातिशीघ्र हटाने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति ने दिया ज्ञापन ! Posted: 24 Mar 2021 04:49 AM PDT वाराणसी के भरत मिलाप मैदान के किनारे की शिलापट्ट में लगाए गए पवित्र रामचरितमानस की चौपाई पर अत्यधिक गंदगी !शिलापट्ट को शीघ्रातिशीघ्र हटाने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति ने दिया ज्ञापन !वाराणसी शहर के नाटी इमली स्थित भरत मिलाप मैदान के किनारे की शिलापट्ट में पवित्र रामचरितमानस की चौपाई लगायी गयी है । चूंकि ये शिलापट्ट सडक के अत्यधिक नजदीक हैं, इस कारण उन पर जानवरों के मल-मूत्र के छींटे, पान की पीकें, सडक की धूल एवं अन्य गंदगी निरंतर लगते रहते है । इस दृष्टि से इन शिलापट्ट को उक्त स्थान से शीघ्रातिशीघ्र हटाकर किसी पवित्र स्थल पर लगाया जाए इस मांग हेतु यहां के जिलाधिकारी को हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ज्ञापन दिया गया । इस समय राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं न्याय परिषद के महासचिव अधिवक्ता अरूण कुमार मौर्य, अधिवक्ता विकास सेठ, श्री. राहुल सिंह, श्री. शशिकांत मालवीय तथा हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. विश्वनाथ कुलकर्णी तथा श्री. राजन केशरी उपस्थित थे । विडंबना ये है कि जिस मैदान में प्रसिद्ध भरत मिलाप एवं रामलीला का मंचन होता है उसी स्थान पर प्रभु श्रीरामचंद्र की चौपाइयों का घोर अनादर हो रहा है । वष में इसी स्थानपर 6 से 7 बार व्यापारी वर्ग की दुकानों का मेला का आयोजन होता है । उस समय लोगों की भीड अधिक होने के कारण इस स्थान पर अत्यधिक गंदगी होती है । इसे देखकर आसपास के क्षेत्र के हिन्दू धर्मीय लोगों की धार्मिक भावनाएं प्रतिदिन आहत हो रही है । पवित्र रामचरितमानस हमारी 'सांस्कृतिक धरोहर' है । यह जीवन के विविध आयामों की विवेचना कर हमें सही मार्ग पर चलने की दिशा प्रदान करती है एवं धर्माचरण करने की प्रेरणा देती है । श्रीमद्भगवगद्गीता के समान यह हरेक जीव को तत्व ज्ञान से आलोकित करती है । इस प्रकार के अनादर से हिन्दू धर्मियों की आस्था को ठेस पहुंचती है तथा आनेवाली पीढियों के समक्ष अयोग्य आदर्श निर्माण होता है, अतः प्रशासन तत्परता से इस अपमान को रोके, ऐसे इस ज्ञापन द्वारा विनती की गई ।दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com |
You are subscribed to email updates from दिव्य रश्मि समाचार (Divya Rashmi "News For Every One"). To stop receiving these emails, you may unsubscribe now. | Email delivery powered by Google |
Google, 1600 Amphitheatre Parkway, Mountain View, CA 94043, United States |