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Monday, March 22, 2021

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3 दिन की गोद ली थी बेटी, अब 17 साल की हुई तो प्रेमी संग फरार, सदमे में मां की मौत, पिता हुआ अंधा

Posted: 22 Mar 2021 04:08 AM PDT

जिस मां बाप ने गोद लेकर बच्ची को अपनी बेटी से भी बढ़कर पाला हो और आखिर में वो अपने ही मां बाप को छोड़कर पराई हो जाए तो उस मां बाप पर क्या गुजरती होगी। ऐसा ही एक मामला सामने आया है हरियाणा के पिहोवा इलाके से। यहां पर एक 17 साल की लड़की अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई है। इसी सदमे में मां की मौत हो गई है जबकि पिता की आंखों की रोशनी चली गई है। युवती 30 नवंबर को अपने प्रेमी कुणाल संग फरार हो गई थी।

पिहोवा के एक गांव निवासी दंपती ने औलाद न होने पर अपनी बहन की बेटी को गोद लिया था। उन्होंने उसका पालन-पोषण बेटे की तरह किया। अब 17 साल की बेटी 30 नवंबर को प्रेमी कुणाल के साथ भाग गई।

उन्होंने इसके अगले दिन थाने में बेटी के लापता होने की शिकायत दी। जब कोई कार्रवाई न हुई तो दो बार सीएम विंडो पर भी शिकायत दे चुके हैं, लेकिन बेटी का सुराग नहीं लग पाया है। बुजुर्ग पिता ने बताया कि बेटी के चले जाने से उनकी पत्नी टेंशन में रहने लगी और जनवरी में अचानक दम तोड़ दिया। रो-रोकर उनकी भी आंखों की रोशनी चली गई।

पिता ने आरोप लगाया कि आरोपी कुणाल के जीजा व बहन ने भी उन्हें धमकी दी थी कि वह उनकी शादी करा दे। वरना अपने तरीके से ले जाएंगे। उन्होंने हां भी कर दी थी, लेकिन नाबालिग होने के चलते इंतजार करने को कहा था। इसी बीच आरोपी बेटी को लेकर फरार हो गया। वहीं, घटना के ढाई माह बाद भी थाना प्रभारी जगदीश का कहना है कि वे ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं।

अब एक नहीं, दो महीने बाद लगेगी कोविशील्ड की दूसरी डोज, केंद्र की राज्यों को चिट्ठी

Posted: 22 Mar 2021 03:35 AM PDT

covid19

कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई में देश में वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है. इस बीच सोमवार को केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्य और केंद्र शासित सरकारों को अहम निर्देश भेजा गया है. अब कोविशील्ड वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज़ के बीच के अंतर को बढ़ाने का फैसला लिया गया है.

केंद्र के निर्देश के अनुसार, कोविशील्ड की पहली और दूसरी डोज़ के बीच अब कम से कम 6 से 8 हफ्ते का अंतर होना चाहिए. मौजूदा वक्त में पहली और दूसरी डोज़ के बीच का अंतर 28 दिन का है. यानी अब एक से दूसरी डोज़ के बीच का अंतर एक महीने से बढ़ाकर लगभग दो महीने कर दिया गया है.

एक्सपर्ट ग्रुप की रिपोर्ट के आधार पर फैसला
केंद्र द्वारा जानकारी दी गई है कि NTAGI और वैक्सीनेशन एक्सपर्ट ग्रुप की ताजा रिसर्च के बाद ये फैसला लिया जा रहा है, जिसका अमल राज्य सरकारों को करना चाहिए. दावा किया गया है कि अगर वैक्सीन की दूसरी डोज़ 6 से 8 हफ्ते के बीच में दी जाती है, तो ये अधिक लाभदायक होगी.

आपको बता दें कि कोविशील्ड वैक्सीन को पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा तैयार किया जा रहा है. भारत में अभी सबसे अधिक उपयोग इसी वैक्सीन का हो रहा है.

देश में जारी है वैक्सीनेशन का अभियान
भारत में कोरोना वैक्सीनेशन का मिशन 16 जनवरी से शुरू हुआ था, वहीं दूसरा फेज़ 1 मार्च से शुरू हुआ था. अभी तक देश में साढ़े चार करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन के डोज़ दिए जा चुके हैं. अभी स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना वॉरियर्स के अलावा 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोग, 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले (गंभीर बीमारी से ग्रसित) लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है.

Mohammed Shami की पत्नी हसीन जहां ने किसके नाम का लगाया सिंदूर? कौन है उनका पति

Posted: 22 Mar 2021 03:26 AM PDT

Mohammed Shami की पत्नी हसीन जहां ने किसके नाम का लगाया सिंदूर? कौन है उनका पति

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) पिच पर भले ही अच्छा प्रदर्शन करते हैं और तारीफें बटोरते हैं। मगर उनकी असल जिंदगी पिच के बिल्कुल उलट है। शमी का पत्नी हसीन जहां (Hasin Jahan) के साथ काफी वक्त से विवाद चल रहा है। हसीन जहां ने अपने पति के साथ उनके परिवार पर भी कई गंभीर आरोप लगाए थे। लेकिन अब तक कोई भी आरोप साबित नहीं हो पाया है।

वहीं हसीन (Hasin Jahan) जहां अक्सर ही सोशल मीडिया पर सुर्खियों में बनी रहती हैं। कभी अपनी बोल्ड तस्वीरों को लेकर तो कभी अपने ग्लैमरस अवतार तो लेकर इस बार हसीन जहां ने अपनी एक नई तस्वीर इंस्टाग्राम पर शेयर की है। तस्वीर में हसीन नई नवेली दुल्हन की तरह मांग में सिंदूर लगाए और खूबसूरत नीली रंग की साड़ी में दिखाई दी रही हैं। इस तस्वीर को देखने के बाद लोग उनसे नए पति का नाम पूछ रहे हैं।


हसीन जहां ने भरी मांग

क्रिकेटर शमी की पत्नी की इस तस्वीर को देखने के बाद यूजर्स हैरान हैं और कमेंट के जरिए पूछ रहे हैं कि आखिर सिंदूर किसने नाम का है?

तस्वीर शेयर करते हुए हसीन जहां ने कैप्शन दिया- 'सब्र की उंगली पकड़ कर हम इतना चले कि रास्ते हैरान रह गए।' हसीन जहां इस तस्वीर को लेकर काफी सुर्खियों में आ गई हैं और शमी के फैंस भी उनसे अलग-अलग सवाल पूछ रहे हैं।

नहीं हुआ है तलाक

मोहम्मद शमी और हसीन जहां के बीच काफी लंबे वक्त से विवाद चल रहा है लेकिन अब तक दोनों का तलाक नहीं हुआ है। हसीन अपनी बेटी के साथ अलग रह रही हैं। दोनों का मामला काफी लंबे वक्त से कोर्ट में है जिस पर फिलहाल कोई फैसला नहीं आया है।

हसीन जहां ने अपने पति पर दूसरी औरतों के साथ संबंध बनाने और बलात्कार जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। हसीन के इन आरोपों पर काफी बवाल भी मचा था लेकिन कोई भी आरोप कोर्ट में साबित नहीं हो पाया है। बता दें, इनकी शादी 7 अप्रैल 2014 में हुई थी।
दुकानदार से हुआ था प्यार

जब हसीन जहां और मोहम्मद शमी की पर्सनल लाइफ सबसे सामने आई तो कई ऐसी बातें भी खुली, जिनसे अधिकतर लोग अनजान थे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो साल 2002 में हसीन जहां एक दुकानदार को दिल दे बैठी थी। उस वक्त हसीन जहां 10वीं में पढ़ती थीं और परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर हसीन जहां ने शेख सैफूद्दीन नाम के दुकानदार से शादी कर ली। मगर 2010 में दोनों का तलाक हो गया।

इस शादी से दो बच्चे हुए जो अब सैफूद्दीन के पास ही रहते हैं। सैफूद्दीन से अलग होने के बाद 2012 में हसीन जहां की मुलाकात मोहम्मद शमी से हुई। हैरानी की बात ये थी कि, पहली मुलाकात में ही दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे और शादी का फैसला कर लिया। मगर अब दोनों एक-दूसरे से अलग रह रहे हैं। मोहम्मद शमी अपने करियर पर ध्यान दे रहे हैं और काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।

चंबा में 400 फीट गहरी खाई में गिरी कार, तीन दिन बाद मिला पिता-बेटे के शव

Posted: 22 Mar 2021 03:18 AM PDT

चंबा में 400 फीट गहरी खाई में गिरी कार, तीन दिन बाद मिला पिता-बेटे के शव

हिमाचल प्रदेश ( Himachal Pradesh) के चंबा ( Chamba) जिले के सलूणी उपमण्डल के कोटी पुल-लचोड़ी मार्ग पर बड़ा हादसा हो गया. यहां टटोला के निकट कार हादसे में पिता-पुत्र की दर्दनाक मौत हो गई है. मृतकों की पहचान राकेश कुमार (33) पुत्र धनी राम व करण कुमार (10) पुत्र राकेश कुमार निवासी सालवां के रूप में हुई है. हादसे के बाद परिजनों को तीन दिनों तक इसका पता नहीं चला. परिवार ने पुलिस ( Police) से लपता पिता-पुत्र को खोजने की गुहार लगाई थी. खोजबीन के बाद कार खाई में मिली. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक बीते बुधवार देर रात को राकेश कुमार अपने दस साल के बेटे करण कुमार को कार एच.पी. 44-1491 में लेकर चंबा की ओर रवाना हुआ था, लेकिन वह चंबा नहीं पहुंचे और बीच रास्ते में ही गायब हो गए. उनके घर नहीं पहुंचने पर परिजन परेशान हो गए. शुक्रवार तक जब उसका कोई अता पता नहीं चला तो राकेश के पिता पिता धनी राम ने इसकी डी.सी. दुनी चंद राणा से गुहार लगाई.

शनिवार को जब तलाश शुरू की गई तो कार कोटी पुल-लचोड़ी मार्ग पर टटोला के पास दुर्घटना ग्रस्त मिली. कार अनियंत्रित होकर लगभग चार सौ फुट नीचे जा गिरी थी. इसमें सवार दोनों बाप-बेटे की मौत चुकी थी. सालवां पंचायत की प्रधान वंदना देवी ने बताया कि उनके पति व पूर्व उप प्रधान सतीश कुमार भी मौके पर पहुंचे. मामले की पुष्टि डी.एस.पी. सलूणी शेर सिंह ने की है. उन्होंने बताया कार एच.पी. 44-1491 टटोला के पास दुर्घटना ग्रस्त हो चुकी है. उसमें सवार राकेश कुमार व करण कुमार के शव बरामद हो गए हैं. शवों को पोस्टमार्टम के लिए मैडिकल कॉलेज चंबा को ले जाया गया है. पोस्टमार्टम करवाने के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया गया. पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है.

कांगड़ा: पठानकोट पर हुए सड़क हादसे में छुट्टी आये सेना के जवान व उसके साथी की मौत

Posted: 22 Mar 2021 03:16 AM PDT

कांगड़ा: पठानकोट पर हुए सड़क हादसे में छुट्टी आये सेना के जवान व उसके साथी की मौत

कांगड़ा: हिमाचल में एक दर्दनाक सड़क हादसा पेश आया है। जहां छुट्टी आए एक सेना के जवान व उसके साथी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। हादसा पुलिस थाना क्षेत्र नूरपुर के तहत पठानकोट-मंडी एन एच पर छतरोली में हुआ। मृतक युवको की पहचान अमित शर्मा ( 22 ) वर्षीय पुत्र रवि शंकर निवासी धार, पंचायत बरंडावही व विक्रम शर्मा ( 26) वर्षीय पुत्र नगीन चंद निवासी धार, पंचायत बरंडा के रूप में हुई है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस को रात 2 बजे हादसे की सूचना मिली। जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। लेकिन तब तक दोनों युवकों की मौत हो गई थी। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर नूरपुर के सिविल अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौप दिए गए है। बता दे कि दोनों युवक रविवार को घर से जसूर की ओर आए थे।

रात करीब 2 बजे जब वह अपने घर धार बरंडा को वापस जा रहे थे। अचानक छतरोली में क्लासिक एजेंसी के नजदीक उनका बाइक शीशम के पेड़ से टकरा गई जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। उधर, पुलिस थाना नूरपुर के प्रभारी कल्याण सिंह ठाकुर ने पुष्टि करते हुए बताया पुलिस द्वारा घटना की जांच शुरू कर दी है।

दो सैनिक भाइयों का कमाल: एक 24 घंटे में 191.3 किमी की दौड़ा तो दूसरा 8.46 घंटे में 100 किमी

Posted: 21 Mar 2021 07:19 PM PDT

दो सैनिक भाइयों का कमाल: एक 24 घंटे में 191.3 किमी की दौड़ा तो दूसरा 8.46 घंटे में 100 किमी

चंडीगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की स्टेडियम रन प्रतियोगिता में इस साल 13 से 14 मार्च को लेफ्टिनेंट कर्नल स्वरूप सिंह कुन्तल व मेजर सचिन सिंह कुन्तल ने मथुरा का नाम रोशन किया। यह दोनों लेफ्टिनेंट-मेजर सगे भाई हैं और मथुरा के रहने वाले हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल स्वरूप सिंह कुन्तल ने ताऊ देवीलाल स्टेडियम में लगातार 24 घंटे दौड़कर 191.3 किलोमीटर की दूरी तय की जबकि मेजर सचिन सिंह कुन्तल ने 100 किलोमीटर की दौड़ आठ घंटे 46 मिनट में पूरा कर क्षेत्र को गौरवान्वित किया।

गौरतलब है कि लेफ्टिनेंट स्वरूप ने 26 अक्टूबर 2019 को आयरन मैन मलयेशिया लंकावी द्वीप मलेशिया में 3.8 किलोमीटर की तैराकी, 180 किलोमीटर की साइकिलिंग और 42.2 किलोमीटर की रनिंग कुल 12 घंटे 14 मिनट में पूरी की। यह ट्रायथलॉन किसी भारतीय द्वारा अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। बता दें लेफ्टिनेंट कुन्तल को अल्ट्रामैन कनाडा ने आमंत्रित किया है। उन्होंने आईआईटी दिल्ली से प्रोडक्शन इंजीनियरिंग में एम.टैक. भी किया है। वर्तमान में वह 3 ई.एम.ई सेंटर भोपाल में तैनात हैं।

वहीं, मेजर सचिन सिंह कुन्तल ने वर्ष 2017 में इंडिया गेट के कारगिल वार मेमोरियल तक 1401 किलोमीटर डुआथलॉन करके लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया था। मेजर सचिन ने वर्ष 2019 में अपनी टीम के साथ मध्यप्रदेश के जबलपुर से तेलंगाना के सिकंदराबाद तक की 777 किलोमीटर की दूरी को महज 11 दिनों में दौड़कर राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित किया था। इससे पूर्व भी मेजर कुन्तल तमाम अल्ट्रा मैराथन खिताब अपने नाम कर चुके हैं।

सचिन एक उत्कृष्ट खिलाड़ी हैं जो कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का परिचय कर चुके हैं। वर्तमान में वह पैरा ब्रिगेड आगरा में पदस्थ हैं। उल्लेखनीय है कि लेफ्टिनेंट कर्नल स्वरूप सिंह कुन्तल व मेजर सचिन सिंह कुन्तल के बड़े भाई प्रीतम सिंह प्रमुख हैं। वह महाराजा ग्रुप व मथुरा के चेयरमैन हैं। दोनों भाई अपने माता-पिता श्री महाराज सिंह और श्रीमती हरनन्दी व बड़े भाई प्रीतम सिंह प्रमुख को अपना आदर्श मानते हैं।

कांगड़ा के जवाली में 16 साल की छात्रा ने लगाया फंदा

Posted: 21 Mar 2021 07:14 PM PDT

कांगड़ा के जवाली में 16 साल की छात्रा ने लगाया फंदा

जिला कांगड़ा में एक युवती के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। यहां पुलिस थाना जवाली के अधीन पंचायत दोराना में 16 साल की छात्रा ने पंखे से फंदा लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। जानकारी अनुसार छात्रा स्कूल से घर लौटी और कमरे में जाकर पंखे से फंदा लगा लिया। काफी देर के बाद घरवालों ने उसको पंखे से लटके देखा तो इसकी सूचना पंचायत प्रधान को दी और पुलिस को सूचित किया।


सूचना मिलते ही डीएसपी जवाली सिद्धार्थ शर्मा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और लाश को कब्जे में ले लिया साथ ही मौके से कुछ साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नूरपुर भेज दिया है। वहीं, डीएसपी ने बताया पुलिस ने 174 सीआरपीसी के तहत मुकद्दमा दर्ज कर दिया है और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।

हिमाचलः दो बच्‍चों की मां ने पति से लिया तलाक, अब प्रेमी कर रहा शादी से इनकार

Posted: 21 Mar 2021 07:14 PM PDT

हिमाचलः दो बच्‍चों की मां ने पति से लिया तलाक, अब प्रेमी कर रहा शादी से इनकार

हिमाचलः दो बच्‍चों की मां ने पति से लिया तलाक, अब प्रेमी कर रहा शादी से इनकार: महिला ने एक युवक पर शादी करने का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। आरोप लगाया कि अब युवक ने शादी करने से इनकार कर दिया है। युवक से शादी करने के लिए उसने अपने पति से तलाक भी ले लिया। महिला की शिकायत पर पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है।

लक्सर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी विवाहिता का गांव के ही एक युवक से प्रेम प्रंसग था। आरोप है कि युवक ने शादी करने का झांसा देकर कई बार दुष्कर्म किया। इस बीच महिला ने युवक पर शादी करने का दबाव बनाया तो उसने पति से तलाक लेने की बात कही। इस पर महिला ने पिछले साल अगस्त में पति से तलाक ले लिया। अब युवक शादी करने से इनकार कर रहा है। दबाव बनाने पर धमकी दे रहा है। 

Also Read: डेलीहंट क्या है ? डेलीहंट से पैसे कैसे कमाए

महिला ने शुक्रवार को कोतवाली पहुंचकर मामले की शिकायत की। पुलिस में शिकायत करने पर युवक ने शनिवार को लक्सर तहसील में कोर्ट मैरिज करने की बात कही थी। महिला कोर्ट पहुंची, लेकिन युवक तहसील नहीं पहुंचा। महिला ने युवक से संपर्क किया तो उसने शादी करने से इनकार कर दिया। कोतवाली प्रभारी प्रदीप चौहान ने बताया कि तहरीर के आधार पर जांच कराई जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

वनडे सीरीज से पहले टीम इंडिया के लिए अच्छी खबर, इंग्लैंड का ये मैचविनर हुआ बाहर

Posted: 21 Mar 2021 07:02 PM PDT

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भारत के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज के लिए इंग्लैंड ने 14 सदस्यीय टीम का ऐलान किया है। टीम में एक बड़ा नाम गायब है। वह हैं तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर। आर्चर एल्बो इंजरी की वजह से सीरीज में नहीं खेलेंगे, जबकि उनकी जगह मैट पार्किंसन को टीम में शामिल किया गया है। टी-20 में भारतीय टीम ने 3-2 से जीत दर्ज की थी, जबकि टेस्ट सीरीज 3-1 से अपने नाम किया था। अब वनडे में देखने वाली बात होगी कि कौन सी टीम मैदान मारती है।

सभी वनडे होंगे पुणे में टेस्ट और टी-20 की तरह वनडे सीरीज के लिए पुणे का महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) स्टेडियम बायो बबल बनेगा। तीन मैचों की वनडे सीरीज के सभी तीन मैच-23, 26 और 28 मार्च को इसी स्टेडियम में खेले जाएंगे। कोविड-19 के बाद पहली बार भारत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच हो रहे हैं। महामारी के कारण ही पिछली बार आईपीएल का आयोजन भारत के बाहर संयुक्त अरब अमीरात में कराया गया था।

इंग्लैंड टीम: इयोन मोर्गन (कप्तान), जॉनी बेयरस्टो, सैम बिलिंग्स, जोश बटलर, सैम करन, टॉम करन, लियाम लिविंगस्टोन, मैट पार्किंगसन, आदिल रशीद, जेसन रॉय, बेन स्टोक्स, आर. टॉपले, मार्क वुड

वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया– विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), शिखर धवन, शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), लोकेश राहुल (विकेटकीपर), युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, क्रुणाल पंड्या, वॉशिंगटन सुंदर, टी नटराजन, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर।

12वीं पास युवाओं के लिए नौकरियों की बहार, इन विभागों में निकली 6552 पदों पर भर्ती

Posted: 21 Mar 2021 07:00 PM PDT

12वीं पास युवाओं के लिए नौकरियों की बहार, इन विभागों में निकली 6552 पदों पर भर्ती

कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) ने बारहवीं पास अभ्यर्थियों के लिए बंपर नौकरियां निकाली हैं। ये नौकरियां स्टेनोग्राफर से लेकर अपर डिवीजन क्लर्क/अपर डिवीजन क्लर्क कैशियर पदों के लिए हैं। स्टेनोग्राफर के पदों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की शैक्षणिक योग्यता बारहवीं पास मांगी गई है। हालांकि, इन नौकरियों के लिए अभी आवेदन की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है।

ईएसआईसी मार्च/अप्रैल तक इन नौकरियों के बारे में विस्तृत अधिसूचना जारी करेगा। इन विभिन्न पदों की नौकरियों के लिए नोटिफिकेशन आधिकारिक वेबसाइट www.esic.in पर जारी किया जाएगा। इन नौकरियों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की अधिकतम उम्र 27 साल रखी गई है।

कुल पदों की संख्या 6,552

कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) ने अपर डिवीजन क्लर्क और स्टेनोग्राफर पदों की कुल 6,552 रिक्तियों की घोषणा की है। इन रिक्तियों में से 6,306 रिक्तियां अपर डिवीजन क्लर्क / अपर डिवीजन क्लर्क कैशियर की हैं। जबकि, 246 रिक्तियां स्टेनोग्राफर पदों की हैं। अभी इन रिक्तियों को लेकर विस्तृत अधिसूचना जारी होना बाकी है।

बारहवीं पास कर सकेंगे स्टेनोग्राफर के लिए आवेदन

बारहवीं पास अभ्यर्थी इन रिक्तियों में से स्टेनोग्राफर के पदों के लिए आवेदन कर सकेंगे। वहीं, अपर डिवीजन क्लर्क / अपर डिवीजन क्लर्क कैशियर पदों के पदों के स्नातक की डिग्री मांगी गई है। इन पदों पर आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा, अभ्यर्थियों को कंप्यूटर की नॉलेज होनी चाहिए।

इन नौकरियों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की उम्र 18 से लेकर 27 साल तक मांगी गई है। इन रिक्तियों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को सरकारी मानदंडों के अनुसार आरक्षित श्रेणी में आयु सीमा में छूट दी जाएगी। कर्मचारी राज्य बीमा निगम की इन रिक्तियों के लिए अभ्यर्थियों का चुनाव लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के जरिए होगा।

बिहार पुलिस में 2380 पदों पर भर्ती, 12वीं पास के लिए है ये नौकरी

Posted: 21 Mar 2021 06:57 PM PDT

बिहार पुलिस में 2380 पदों पर भर्ती

सेंट्रल सिलेक्शन बोर्ड ऑफ कॉन्स्टेबल (CSBC) ने बिहार पुलिस में फायरमैन के 2380 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे हैं। इच्छुक कैंडिडेट्स बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट के जरिए इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इन पदों पर कैंडिडेट्स का सिलेक्शन लिखित परीक्षा, फिजिकल और मेडिकल टेस्ट के आधार पर किया जाएगा। इस भर्ती प्रक्रिया में महिला और पुरुष कैंडिडेट्स शामिल हो सकते हैं।

योग्यता इन पदों के लिए किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से इंटरमीडिएट परीक्षा पास कर चुके कैंडिडेट्स आवेदन कर सकते हैं।

आयु सीमा इन पदों के लिए आवेदन करने वाले कैंडिडेट्स की न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम उम्र 25 साल होनी चाहिए। हालांकि, रिजर्व कैटेगरी के कैंडिडेट्स को नियमानुसार उम्र सीमा में छूट दी जाएगी। उम्र की गणना 1 अगस्त 2020 से की जाएगी।

जरूरी तारीखें

आवेदन की आखिरी तारीख 25 मार्च, 2021
फीस जमा करने की तारीख 25 मार्च, 2021
भर्ती परीक्षा की तारीख घोषित नहीं

ऐसे करें आवेदन इन पदों के लिए सेंट्रल सिलेक्शन बोर्ड ऑफ कॉन्स्टेबल की ऑफिशियल वेबसाइट http://csbc.bih.nic.in/ के जरिए आवेदन किया जा सकता है। वेबसाइट पर आपको भर्ती से संबंधित पूरी जानकारी और नोटिफिकेशन मिल जाएगा। 

एप्लीकेशन फॉर्म सावधानी से भरें, फॉर्म में गलती होने पर इसे निरस्त किया जा सकता है।

आधार कार्ड से पैन कार्ड लिंक करने की आखिरी तारीख, भरना पड़ सकता है जुर्माना

Posted: 21 Mar 2021 06:53 PM PDT

आधार कार्ड से पैन कार्ड लिंक करने की आखिरी तारीख, भरना पड़ सकता है जुर्माना

आधार कार्ड किसी भी भारतीय नागरिक की पहचान को दर्शाने वाला बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज है. आधार कार्ड के माध्यम से आप कई सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं.

वहीं पैन कार्ड का इस्तेमाल वित्तीय इस्तेमाल के लिए किया जाता है. अब अगर आप अपने पैन कार्ड को आधार कार्ड से नहीं जोड़ते हैं, तो आपको इसके लिए जुर्माना भी भरना पड़ सकता है.

भारत सरकार ने कुछ दिनों पहले, पैन कार्ड से आधार कार्ड को जोड़ना अनिवार्य कर दिया है. आप 31 मार्च, 2021 तक अपने पैन कार्ड से आधार कार्ड को लिंक करवा सकते हैं.

कितना लगेगा जुर्माना

भारत सरकार ने आयकर रितरण दाखिल करने के लिए पैन कार्ड को आधार से जोड़ना अनिवार्य कर दिया है. पैन किसी भी भारतीय नागरिक की एक स्थायी खाता संख्या होती है.

चूंकि सरकार ने पैन कार्ड से आधार कार्ड को जोड़ना अनिवार्य कर दिया है, तो अगर आप 31 मार्च, 2021 तक अपने पैन कार्ड से आधार कार्ड को लिंक नहीं करवा पाते हैं.

ऐसी स्थिति में आपको 10,000 रुपये का जुर्माना भरना पड़ सकता है. अब आप घर बैठे भी सामान्य सी प्रक्रिया को अपनाकर अपने पैन कार्ड से आधार को लिंक कर सकते हैं.

कैसे आधार से लिंक करें अपना पैन कार्ड

अपने आधार कार्ड से अपने पैन कार्ड को लिंक करने के लिए आपको सबसे पहले www.incometaxindiaefiling.gov.in वेबसाइट पर विजिट करना होगा.

इस वेबसाइट में आपको 'Link Aadhaar'का ऑप्शन दिखाई पड़ेगा.

इस लिंक पर क्लिक करते ही आपकी स्क्रीन पर एक नया पेज खुलकर सामने आ जाएगा.

यहां पर आपको अपना आधार नंबर, पैन कार्ड नंबर और अपनी कुछ निजी जानकारी भरनी होगी.

इसके बाद 'Submit' के बटन पर क्लिक करते ही आपका पैन कार्ड आपके आधार से लिंक हो जाएगा.

बंद हो सकती हैं ये सुविधाएं

अगर आप 31 मार्च, 2021 तक अपने पैन कार्ड से आधार कार्ड को लिंक नहीं करवा पाते हैं, तो आप अपने पैन कार्ड का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.

31 मार्च के बाद आपका पैन कार्ड इनएक्टिव कर दिया जाएगा.

अगर आप तय समय पर पैन को आधार से लिंक नहीं कर पाते हैं, तो आपको कई सुविधाओं का लाभ नहीं उठा सकेंगे.

ऐसी स्थिति में आप किसी भी बैंक में खाता नहीं खुलवा पाएंगे.

आप किसी भी तरह की स्कॉलरशिप, सरकारी योजना एवं सब्सिडी का लाभ नहीं उठा सकेंगे.

बिना किसी कोचिंग के भटियात की शिखा ने पाया मुकाम, माता-पिता से की यह खास गुजारिश

Posted: 21 Mar 2021 06:50 PM PDT

बिना किसी कोचिंग के भटियात की शिखा ने पाया मुकाम, माता-पिता से की यह खास गुजारिश

मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं जिनके सपनों में उड़ान होती है, हौसला बुलंद हो तो कुछ भी असंभव नहीं। यही कुछ संभव कर दिखाया है चंबा जिला के भटियात क्षेत्र के एक छोटे से गांव मंगनूह की शिखा समितिया ने। शिखा ने बिना कीसी कोचिंग के हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा परीक्षा उत्‍तीर्ण कर चौथा स्थान हासिल किया है। उन्‍होंने गांव सहित जिला चंबा का भी नाम रोशन किया है।

शिखा सेवानिवृत्‍त सेना अधिकारी लिन्जो राम व स्वर्गीय माता गुड्डी देवी की सात बेटियों में से सबसे छोटी हैं। कई बार असफल होने के बावजूद शिखा ने हिम्‍मत नहीं हारी और प्रयासरत रहीं। इससे पहले भी वह तीन बार एचएएस, दो बार अलाइड की परीक्षा में असफल हो चुकी थीं। लेकिन हार न मानते हुए कठिन परिश्रम से आज वह इस मुकाम पर पहुंची हैं इसका श्रेय वह अपने माता-पिता गुरुजनों व परिवार के सदस्यों को देती हैं।

शिखा का कहना है कि 66 वर्षीय पिता मेरे लिए सबसे बड़े प्रेरणा स्रोत हैं, जिन्होंने एचएएस के इस कठिन सफर में मेरा साथ दिया। ऐसे अवसर प्रदान किए कि आज मैं इस मुकाम पर पहुंची हूं। मैं हर एक पिता से गुजारिश करती हूं कि अपने बच्चों पर भरोसा रखें और सवर रखें, मेहनत का फल जरूर मिलता है।

कभी किसी गैर के घर में नही छोडनी चाहिये अपनी पत्नी, सुनिए क्या कहते है इस पर चाणक्य

Posted: 21 Mar 2021 06:44 PM PDT

कभी किसी गैर के घर में नही छोडनी चाहिये अपनी पत्नी, सुनिए क्या कहते है इस पर चाणक्य

जीवन में हम लोगो को कुछ एक चीजे है जो हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए क्योंकि हम कितने ही अच्छे, स्वाभिमानी और साफ़ मन के हो लेकिन हम लोगो के जीवन में हमे कमी तो पड़ ही जाती है. ये बात आप भी मानते ही होंगे और इस वजह से जीवन जीने के लिये कुछ एक सूत्र निर्धारित किये जाते है जिनको अगर पालन करते हुए हम लोग चलते है तो हम लोगो के लिए ये अच्छा होता है चलिए फिर आज हम पति और पत्नी के रिश्ते को लेकर के चाणक्य का जो अंकलन है वो जान लेते है.

कभी भी अपनी पत्नी को किसी भी गैर के घर में या फिर ख़ास तौर पर एक गैर पुरुष के घर में नही छोड़ा जाना चाहिये जिसके पीछे दो कारण होते है. सबसे पहला कारण होता है चरित्र में दोष. जब आप पत्नी को पहुँच से बाहर रखते है तो उसके चरित्र में दोष लग सकता है.

इसमें फिर आप खुदको दोष भी नही दे सकते है कि आपने ऐसा क्यों किया? दूसरा कारक होता है जब पुरुष स्त्री के साथ में नही होता है तो अन्य व्यक्ति उसे एक अन्य व्यक्ति की पत्नी की तरह सम्मान नही देता है और संभावित रूप से बलपूर्वक उसे अपने वश में करने की कोशिश भी करता है जो एक स्त्री के परिदृश्य से भी बिलकुल भी उचित नही माना जाता है. इसलिए ध्यान यही रखा जाना चाहिए कि आप ऐसा बिलकुल भी न करे.

चाणक्य नीति के इसी भाग में बिना अनुभवी की सलाह के कोई काम करने या फिर तेज बहाव वाली नदी के नजदीक पेड़ लगाने यानी संकट वाली जगह पर निवेश करने पर भी रोक लगाने की बात कही गयी है. अगर व्यक्ति इन बातो का ध्यान रखते हुए जीवन में आगे बढ़ता है तो फिर उसको जीवन में काफी अधिक लाभ की प्राप्ति होती है.

अगर बदलना चाहते हैं किस्मत, तो पलंग के नीचे फौरन रख दें ये चीज

Posted: 21 Mar 2021 06:43 PM PDT

अगर बदलना चाहते हैं किस्मत, तो पलंग के नीचे फौरन रख दें ये चीज

कुंडली के दोष के आधार पर ही व्यक्ति की मुसीबतो का हल भी ढूंढा जा सकता है. इसलिए आज हम आपको एक ऐसा उपाय बताने जा रहे है, जिसे करने के बाद आपकी जिंदगी में सफलता का आना तय है. जी हां यक़ीनन ये उपाय जितना आसान है, उतना ही असरदार भी है. इसलिए इस उपाय को नजर अंदाज करने की गलती मत कीजियेगा. तो चलिए अब आपको बताते है कि इस उपाय से आप अपनी कुंडली का दोष कैसे दूर कर सकते है और अपने लिए कैसे सफलता के दरवाजे खोल सकते है.

१. गौरतलब है कि अगर आपकी कुंडली में मंगल दोष है और इसी मंगल दोष के कारण आपको कई मुसीबतो का सामना करना पड़ रहा है तो इन परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए कांसे के बर्तन में पानी भर कर पलंग के नीचे रख दीजिये. इसके बाद अपने तकिए के नीचे सोने या चांदी के गहने रख दीजिये. यक़ीनन इस उपाय से आपका मंगल दोष दूर हो जाएगा.

२. इसके इलावा अगर आपकी कुंडली में गुरु का दोष है और इस दोष के कारण आपको हर काम में असफलता मिल रही है, तो इस गुरु दोष को दूर करने के लिए तकिए के नीचे हल्दी की गांठो को एक कपडे में बाँध कर रख दीजिये और फिर आराम से सो जाईये. इससे आपका गुरु दोष जरूर दूर हो जाएगा.

३. वही अगर आपकी कुंडली में चंद्र दोष है, तो अपने पलंग के नीचे चांदी के बर्तन में पानी रख कर सो जाईये. बता दे कि चांदी को चन्द्रमा का पूरक माना जाता है. इसलिए वास्तु के अनुसार ये उपाय काफी मददगार सिद्ध होगा और इसका असर भी आपको जल्दी ही दिखाई देगा. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ये उपाय करने से न केवल आपके रुके हुए काम बनने लगेंगे, बल्कि आपको जीवन में खूब सफलता भी मिलेगी.

इसलिए अगर हो सके, तो एक बार इन उपायों को आजमा कर जरूर देखे, क्यूकि वो कहते है न कि किस्मत बदलते देर नहीं लगती और अगर व्यक्ति सच्चे मन से कोशिश करे, तो किस्मत खुद उसका साथ देने के लिए मजबूर हो जाती है. यानि अगर आप भगवान् को याद करके और पूरी आस्था के साथ कोई काम करेंगे, तो आपको सफलता और कामयाबी जरूर मिलेगी. जी हां आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी, कि भगवान् भी उन्ही की मदद करते है, जो अपनी मदद खुद करते है.

सपने में आएं परिवार के ये सदस्य तो सावधान, आपको मिल रहे हैं ऐसे संकेत

Posted: 21 Mar 2021 06:41 PM PDT

सपने में आएं परिवार के ये सदस्य तो सावधान, आपको मिल रहे हैं ऐसे संकेत

सोने जाने से पहले हर किसी के दिमाग में कुछ न कुछ बातें चलती रहती हैं। कोई परिवार की समस्या के बारे में सोचता है तो कोई बच्चों के बारे में।अब भला सपने देखना किसे नहीं पसंद होगा, फर्क इतना ही है कि कोई बंद आंखों से सपना देखता है तो कोई खुली आंखों से सपना देखता है। सपने भी बहुत तरह के होते हैं, कोई अच्छा सपना होता है तो कोई बुरा सपना होता है जो हमे सपने के रूप में संकेत देते हैं। बताया जाता है कि जब भी हमारे साथ कुछ होने वाला होता है वो हमे सपने द्वारा संकेत मिलने लगते हैं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर आपको सपने में आपके परिवार का ये सदस्य दिखाई दे तो समझ जायें कि आपके साथ ऐसा होने वाला है।

सपने में लाल साड़ी पहनी हुई महिला
हर सपने का एक अगल रहस्य होता है जैसे अगर सपने में लाल साड़ी में कोई स्त्री दिखाई दे तो मतलब होता है कि आपको कहीं से धन मिलने वाला है जहां से आपको उम्मीद भी नहीं होगी। वैसे ही परिवार के हर सदस्य का दिखाई देना अलग-अलग संकेत देता है।

सपने में दिखाई दे मां तो
बहुत से लोग हैं जो सपने में अगर अपने घरवालों को देख लेते हैं तो डर जाते हैं उन्हें उनके स्वास्थ्य का डर लगने लगता है लेकिन घबराइये मत अगर सपने में आप अपनी मां को देखते हैं तो इससे अच्छा कोई सौभाग्य नहीं होता है इसका मतलब होता है कि आपको कोई शुभ समाचार मिलने वाला है।

सपने में पति को देखना
अगर कोई महिला सपने में अपने पति को देखती है मतलब उसे कुछ खुशखबरी मिलने वाली है। वहीं सपने में भाई को देखने का मतलब होता है कि कोई नया दोस्त बनने वाला है।

पेटदर्द या अपच को कभी हल्के में न लें, पेट का कैंसर बन सकती है ये बीमारी

Posted: 21 Mar 2021 06:39 PM PDT

पेटदर्द या अपच को कभी हल्के में न लें, पेट का कैंसर बन सकती है ये बीमारी

पेटदर्द को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर (पेट की आंतों या पेट के कैंसर) भारत में चौथा सबसे ज्यादा संख्या में लोगों को होने वाला कैंसर बन गया है। पिछले साल जीआई कैंसर के 57,394 मामले सामने आए। यह महिलाओं की तुलना में पुरुषों को ज्यादा प्रभावित करता है।

चिकित्सक बताते हैं कि जीआइ कैंसर के ज्यादातर मरीजों को शुरुआत में गैर-विशिष्ट लक्षण होते हैं, जैसे पेट दर्द और असहजता होना, लगातार अपच बने रहना, मलोत्सर्ग की आदत में गड़बड़ी होना।

यह साइलेंट किलर के रूप में धीरे-धीरे बढ़ता जाता है और शरीर के आंतरिक अंगों जैसे बड़ी आंत, मलाशय, भोजन की नली, पेट, गुर्दे, पित्ताशय की थैली, पैनक्रियाज या पाचक ग्रंथि, छोटी आंत, अपेंडिक्स और गुदा को प्रभावित करता है।

मेदांता-द मेडिसिटी में इंस्टिट्यूट ऑफ डाइजेस्टिव एंड हेपोटोबिलरी साइंसेज में गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी के निदेशक डॉ. राजेश पुरी का कहना है, "हमें जीआई कैंसर की प्रकृति के संबंध में जागरूकता और इसका जल्दी से जल्दी पता लगाने के लिए जांच कार्यक्रमों की उपलब्धता की काफी आवश्यकता है। अपर जीआई की स्क्रीनिंग, कोलोनोस्कोपी और एनबीआई एंडोस्कोपी की मदद से जीआई कैंसर का जल्द से जल्द पता लगाने में मदद मिलती है। प्रतिरोधी पीलिया और पित्ताशय की थैली में कैंसर की पुष्टि सीटी स्कैन, एमआरआई और ईआरसीपी से नहीं होती। मेडिकल दखल जैसे कोलनगियोस्कोपी की मदद से कैंसर को देखने और उनके ऊतकों का परीक्षण करने में मदद मिलती है। इससे पित्ताशय की थैली के कैंसर का जल्द पता लगाया जा सकता है, जिसका किसी परंपरागत उपकरण या रूटीन जांच से इस कैंसर का पता नहीं लगाया जा सकता।"

आईजीआईएमएस में गैस्ट्रोइंटेस्ट्रोलॉजी के हेड डॉ. वी. एम. दयाल का कहना है, "चूंकि जीआई कैंसर रोग की स्थिति और लक्षणों के आधार अलग-अलग हो सकते हैं। इनमें अंतर करने के लिए और कैंसर के खास प्रकार का पता लगाने के लिए मरीजों की जल्द से जल्द जांच करना बेहद आवश्यक है। कोलनगियोस्कोपी की मदद से डॉक्टर पित्ताशय की थैली को देख सकते हैं और इससे उन्हें खास तरह के कैंसर का पता लगाने में मदद मिलती है। इससे वह शरीर में मौजूक ऊतकों और तरल पदार्थ के अध्ययन से किसी खास तरह के कैंसर की जड़ तक पहुंच सकते हैं और उसका उचित इलाज शुरू कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में 1 एमएम के चौड़े वीडियो कैमरा के साथ पतली और लचीली ट्यूब का इस्तेमाल कर डॉक्टर पित्ताशय की थैली की अंदरूनी परत की सावधानीपूर्वक निगरानी कर सकते हैं। अगर कोई संदिग्ध क्षेत्र पाया जाता है तो डॉक्टर ऊतक का छोटा टुकड़ा लेकर प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए भेज सकते हैं।"

गट क्लिनिक इलाहाबाद के डॉ. रोहित गुप्ता के अनुसार, किसी भी कैंसर का इलाज करने के लिए बहुत जरूरी है कि सही समय पर हम उसके इलाज को शुरू करें, परंतु समस्या यही है कि बहुत से लोगों को इसका पता तभी चलता है जब कैंसर दूसरे या तीसरे स्टेज पर पहुंच जाता है। बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ जब से नए एंडोस्कोपस और हाई डेफिनेशन एंडोस्कोपी एंड कोलोनोस्कोपी की सुविधा उपलब्ध हुई है, डॉक्टर्स के लिए यह बहुत हो गया है जिससे वह समय रहते इसकी जांच और इलाज कर पा रहे है, क्योंकि जितनी जल्दी जांच होगी उतनी ही जल्दी हम उसका इलाज कर पाएंगे।

गर्मी में रखें सेहत का ख्याल, खूब पीएं पानी और बचें लू की समस्या से

Posted: 21 Mar 2021 06:37 PM PDT

गर्मी में रखें सेहत का ख्याल, खूब पीएं पानी और बचें लू की समस्या से

गर्मियों में अत्यधिक पसीना आने के कारण इस मौसम में वयस्कों के शरीर में पानी की जरूरत 500 मिलीलीटर बढ़ जाती है। इसका ध्यान रखते हुए खूब पानी पीना आपको हीट सट्रोक (लू) से बचाएगा।

लंबे समय तक गर्मी में रहने के कारण होने वाली तीन सबसे आम समस्याएं हैं, जिनमें ऐंठन, थकावट और हीट स्ट्रोक शामिल हैं। अत्यधिक पसीना निकलने से, मूत्र और लार के रूप में तरल पदार्थ तथा इलेक्ट्रोलाइट्स का प्राकृतिक नुकसान होता रहता है, जिससे डिहाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट्स का तीव्र असंतुलन हो सकता है।

अधिक समय तक धूप में रहने, शारीरिक गतिविधि, उपवास, तीव्र आहार, कुछ दवाओं और बीमारी व संक्रमण के चलते निर्जलीकरण कहीं भी और कभी भी हो सकता है। इसके आम लक्षणों में थकान, चक्कर आना, सिरदर्द, गहरे पीले रंग का मूत्र, शुष्क मुंह और चिड़चिड़ापन शामिल हैं। इसलिए इस मौसम में खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहना महत्वपूर्ण है।

हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया (एचसीएफआइे) के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. के.के. अग्रवाल का कहना है, "गर्मियों में अत्यधिक पसीना आने के कारण वयस्कों में पानी की आवश्यकता 500 मिलीलीटर तक बढ़ जाती है। यह टाइफाइड, पीलिया और दस्त का मौसम भी है। इसके कुछ कारणों में पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना और खराब भोजन, पेयजल व हाथों की स्वच्छता न रखना शामिल है।"

उन्होंने कहा कि लौकी, तोरी, टिंडा, कद्दू आदि गर्मियों की सब्जियां हैं, जो बेलों पर उगती हैं। इन सभी में पानी की मात्रा अधिक होती है और ये मूत्रवर्धक होती हैं। ये प्रकृति के कुछ नियमों का पालन करती हैं। प्रकृति हमेशा उस मौसम के रोगों को रोकने के लिए जानी जाने वाली सब्जियों और फलों का उत्पादन करती है। उदाहरण के लिए, नारियल तटीय क्षेत्रों में उगते हैं, क्योंकि वे आद्र्रता संबंधी विकारों से प्रतिरक्षा प्रदान करते हैं। गर्मियों में आम पकते हंै, क्योंकि आम का पना गर्मी के विकारों को रोक सकता है।



डॉ. अग्रवाल ने कहा कि पसीने की अनुपस्थिति, शुष्क कांख या बगल, 8 घंटे तक मूत्र न आना या गर्मियों में उच्च बुखार – ये सभी खतरे के संकेत हैं और तुरंत चिकित्सा की मांग करते हैं। हाथ, पैरों या पेट की मांसपेशियों में ऐंठन हीट क्रैंप कहलाते हैं, जो अधिक व्यायाम के कारण बड़ी मात्रा में नमक और पानी की हानि के परिणामस्वरूप होते हंै। इसका उपचार है तरल पदार्थों और नमक का सेवन।

उन्होंने आगे कहा, "आपका पर्यावरण तय करता है कि आपको कितना पानी पीना चाहिए। गर्म जलवायु वाले व्यक्तियों को पसीने के माध्यम से खोए हुए तरल की भरपाई करने के लिए अधिक पानी पीना चाहिए। अधिक ऊंचाई पर रहने वाले व्यक्तियों को भी अधिक पानी पीने की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि हवा में ऑक्सीजन की कमी अधिक तेजी से सांस लेने और श्वसन के दौरान नमी का अधिक नुकसान होने का संकेत देती है। तो नियम यह है कि आपको गर्मी के महीनों में अधिक पानी पीना चाहिए, क्योंकि गर्मी और अतिरिक्त समय बाहर बिताने से तरल का अधिक नुकसान हो सकता है।"

डॉ. अग्रवाल के कुछ सुझाव :

* खाद्य स्वच्छता के लिए यह सूत्र याद रखें : गर्म करें, उबालें, पकाएं, छीलें या फिर उसे भूल जाएं।

* कोई भी भोजन या तरल, यदि उपयोग करने से पहले गर्म किया जाता है, तो संक्रमण का कारण नहीं बन सकता। कोई भी तरल या पानी, यदि उपयोग करने से पहले उबाला जाता है, तो संक्रमण का कारण नहीं बन सकता है।

* कोई भी फल, जो हाथों से छीला जा सकता है, उदाहरण के लिए, केला और नारंगी, तो वो भी संक्रमण का कारण नहीं बन सकता है।

* अस्वच्छ पानी से तैयार किए गए बर्फ का उपयोग न करें।

* ऐसे कटे फल और सब्जियों का सेवन न करें, जिन्हें खुला छोड़ दिया गया है। सड़कों पर बिकने वाले गन्ने का रस न पिएं। सड़क किनारे गिलास में पानी पीने से बचें।

* कमरे के तापमान पर 2 घंटे से अधिक समय तक रखा हुआ भोजन न करें।

* सड़कों पर बिकने वाले खीरे, गाजर, तरबूज आदि का सेवन न करें, जब तक कि वो पूर्ण स्वच्छ न हो।

पुनर्नवा पौधा बीमार गुर्दे को कर सकता है स्वस्थ

Posted: 21 Mar 2021 06:36 PM PDT

पुनर्नवा पौधा बीमार गुर्दे को कर सकता है स्वस्थ

आयुर्वेद में पुनर्नवा पौधे के गुणों का अध्ययन कर भारतीय वैज्ञानिकों ने इससे 'नीरी केएफटी' दवा की है, जिसके जरिए गुर्दा (किडनी) की बीमारी ठीक की जा सकती है। गुर्दे की क्षतिग्रस्त कोशिकाएं फिर से स्वस्थ्य हो सकती हैं। साथ ही संक्रमण की आशंका भी इस दवा से कई गुना कम हो जाती है।

हाल ही में पुस्तिका 'इंडो-अमेरिकन जर्नल ऑफ फॉर्मास्युटिकल रिसर्च' में प्रकाशित एक शोध रिपोर्ट के अनुसार, पुनर्नवा में गोखुरू, वरुण, पत्थरपूरा, पाषाणभेद, कमल ककड़ी जैसी बूटियों को मिलाकर बनाई गई दवा 'नीरी केएफटी' गुर्दे में क्रिएटिनिन, यूरिया व प्रोटीन को नियंत्रित करती है। क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को स्वस्थ्य करने के अलावा यह हीमोग्लोबिन भी बढ़ाती है। नीरी केएफटी के सफल परिणाम भी देखे जा रहे हैं।

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के प्रोफेसर डॉ. के.एन. द्विवेदी का कहना है कि रोग की पहचान समय पर हो जाने पर गुर्दे को बचाया जा सकता है। कुछ समय पहले बीएचयू में हुए शोध से पता चला है कि गुर्दा संबंधी रोगों में नीरी केएफटी कारगार साबित हुई है।

दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के किडनी विशेषज्ञ डॉ. मनीष मलिक का कहना है कि देश में लंबे समय से गुर्दा विशेषज्ञों की कमी बनी हुई है। ऐसे में डॉक्टरों को एलोपैथी के ढांचे से निकलकर आयुर्वेद जैसी वैकल्पिक चिकित्सा को अपनाना चाहिए। आयुर्वेदिक दवा से अगर किसी को फायदा हो रहा है तो डॉक्टरों को उसे भी अपनाना चाहिए।

आयुष मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीते माह केंद्र सरकार ने आयुष मंत्रालय को देशभर में 12,500 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की स्थापना करने की जिम्मेदारी सौंपी है। इन केंद्रों पर आयुष पद्धति के जरिए उपचार किया जाएगा। यहां वर्ष 2021 तक किडनी की न सिर्फ जांच, बल्कि नीरी केएफटी जैसी दवाओं से उपचार भी दिया जाएगा।



उन्होंने यह भी बताया कि गुर्दा की बीमारी की पहचान के लिए होने वाली जांच को सभी व्यक्तियों को नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि मरीजों को शुरुआती चरण में ही उपचार दिलवाया जा सके।

एम्स के नेफ्रोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. एस.के. अग्रवाल का कहना है कि हर दिन 200 गुर्दा रोगी ओपीडी में पहुंच रहे हैं। इनमें 70 फीसदी मरीजों के गुर्दा फेल पाए जाते हैं। उनका डायलिसिस किया जाता है। प्रत्यारोपण (ट्रांसप्लांट) ही इसका स्थायी समाधान है। प्रत्यारोपण वाले मरीजों की संख्या भी काफी है। इस समय एम्स में गुर्दा प्रत्यारोपण के लिए आठ माह की वेटिंग चल रही है। यहां सिर्फ 13 डायलिसिस की मशीनें हैं, जो वार्डो में भर्ती मरीजों के लिए हैं। इनमें से चार मशीनें हेपेटाइटिस 'सी' और 'बी' के मरीजों के लिए हैं। एम्स में सप्ताह में तीन दिन गुर्दा प्रत्यारोपण किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि गुर्दा खराब होने पर मरीज को सप्ताह में कम से कम दो या तीन बार डायलिसिस देना जरूरी है। मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। देश में सालाना 6,000 किडनी प्रत्यारोपण हो रहे हैं। इसलिए लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बेहद जरूरी है।
यह भी जानिए :

– 1,200 गुर्दा विशेषज्ञ हैं देश में

– 1,500 हीमोडायलिसिस केंद्र हैं देश में

– 10,000 डायलिसिस केंद्र भी हैं

– 80 फीसदी गुर्दा प्रत्यारोपण हो रहे निजी अस्पतालों में

– 2,800 गुर्दा प्रत्यारोपण हो चुके हैं एम्स में

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