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Friday, August 21, 2020

न्यूज़ हिमाचली News Himachali | हिमाचल की No. 1 हिंदी वेबसाइट

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चंबा: भालू के हमले से महिला बुरी तरह लहूलुहान

Posted: 20 Aug 2020 11:51 PM PDT


चंबा: जिले में जंगली जानवरों ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। जोत क्षेत्र की ग्राम पंचायत बसोधन में भालू के हमले से एक महिला बुरी तरह लहूलुहान हो गई। महिला को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज चंबा में भर्ती करवाया गया है। जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

महिला की पहचान जुगनी पत्नी थंथा राम गांव भोई डाकघर बसोधन तहसील व जिला चंबा के रूप में हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जुगनी देवी घर के पास घास काटने गई थी। जब वह घास काटने के लिए झुकी तो अचानक भालू ने उस पर हमला कर दिया। जिससे महिला के पीठ व बाजू पर गंभीर चोटे आई।

महिला ने चीखना चिल्लाना शुरू किया तो स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने भालू को वहां से भगाया। जिसके बाद महिला को उपचार के लिए तुरंत मेडिकल कॉलेज चंबा पहुंचाया गया है जहां उसका उपचार जारी है। गौरतलब हो कि जिला चंबा में भालू कई लोगों को अपना शिकार बना चुका है। जिससे अब लोगों में भी दहशत का माहौल पैदा हो गया है।

मंडी: गहरी खाई में गिरा सेना का ट्रक, 3 जवान गंभीर घायल

Posted: 20 Aug 2020 11:47 PM PDT


मंडी: कोरोना संकटकाल के इस दौर में हिमाचल प्रदेश में हादसे थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। शुक्रवार को पठानकोट मंडी राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर सेना का ट्रक उरला के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में सेना के 3 जवान बुरी तरह से घायल हुए हैं। जिन्हें स्थानीय लोगों की सहायता से तुरंत उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सेना का यह वाहन मंडी की तरफ से पठानकोट लौट रहा था। इस दौरान उरला से 2 किलोमीटर आगे ट्रक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा। जिससे उसमें सवार 3 सेना के जवान बुरी तरह जख्मी हुए हैं। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके की तरफ भागे और तीनों घायलों को सड़क तक पहुंचाया और वहां से स्थानीय सिविल अस्पताल पधर लाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है।

हमीरपुर : कलयुग के बेटे और बहू ने बुजुर्ग मां को पीटा, पीड़ित पहुंची DC दरबार

Posted: 20 Aug 2020 11:42 PM PDT


हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के बडसर की एक बुजुर्ग महिला को बेटे और बहू पर मारपीट और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. बुजुर्ग महिला ने बडसर थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन बुजुर्ग पुलिस की कार्रवाई से नाखुश है और अब डीसी द्वार पहुंची है. महिला ने उपायुक्त हमीरपुर से न्याय की गुहार लगाई है. वहीं, नारी शक्ति संस्था की प्रधान सोमा डोगरा ने भी उपायुक्त से उचित कार्रवाई की मांग की है.

डॉक्टर ने ऑप्रेशन करवाने को कहा: हमीरपुर के खास बड़सर गांव  की श्यामो देवी पत्नी स्व. श्याम लाल ने अपने बेटे और बहू के खिलाफ बार-बार मारपीट करने का आरोप लगाया है. हमीरपुर उपायुक्त कार्यालय में श्यामो देवी ने बताया कि उसके ससुर ने सारी जमीन बेटे के नाम कर दी थी. उसके पति की मौत हो गई है. अब बेटे और बहू उसकी पिटाई करते हैं. उसकी बाजू तीन जगह से टूट चुकी है, जिसका बडसर अस्पताल में उपचार करवाया गया है. अब डॉक्टर ने ऑप्रेशन करवाने को कहा है.

कई बार की मारपीट: 
बुजुर्ग ने बताया कि पहले भी कई बार उनका बेटा सोहन लाल और बहू उनके साथ मारपीट कर चुके हैं, जिसकी शिकायत भी थाना बडसर में दर्ज करवाई है. उन्होंने कहा कि हर बार बेटा और बहू माफी मांग कर सहमति कर लेते थे और उसके बाद पुनः प्रताडित करना शुरू कर देते हैं. श्यामो देवी उपायुक्त हमीरपुर से गुहार लगाते हुए कहा कि उनकी मदद की जाए. उन्होंने कहा कि उनके ईलाज में जो भी खर्च आएगा, उसे, उसके खाते में डाला जाए और बेटे और बहू को अरेस्ट किया जाए.

हिमाचल में बदलेंगे टीजीटी भर्ती के नियम, 8 साल बाद

Posted: 20 Aug 2020 07:09 PM PDT


हिमाचल में आठ साल बाद टीजीटी के भर्ती एवं पदोन्नति नियमों को बदला जा रहा है। अंडर ग्रेजुएशन के अलावा अब पोस्ट ग्रेजुएशन में भी 50 फीसदी अंक प्राप्त करने वाले भर्ती के लिए मान्य होंगे। वर्तमान नियमों के तहत यूजी में पचास फीसदी अंक वालों को ही भर्ती में शामिल किया जाता है। शिक्षा विभाग ने कैबिनेट में जाने से पहले कार्मिक विभाग को यह प्रस्ताव भेजा है।

कार्मिक विभाग से मंजूरी मिलते ही प्रस्ताव को 24 अगस्त को प्रस्तावित मंत्रिमंडल की बैठक में लाया जाएगा। टीजीटी के भर्ती नियमों में बदलाव करते हुए प्रदेश सरकार एनसीटीई के नियमों को प्रदेश में भी लागू करने की तैयारी में है। प्रदेश में अभी टीजीटी के आरएंडपी नियम साल 2012 के चल रहे हैं। एनसीटीई ने 2014 में नियमों में संशोधन किया है। ऐसे में अब प्रदेश सरकार भी नियमों को बदलने जा रही है।

नए नियमों के तहत अगर किसी अभ्यर्थी को अंडर ग्रेजुएशन में 45 फीसदी अंक प्राप्त हुए और पोस्ट ग्रेजुएशन में पचास फीसदी अंक हैं तो भी वो अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हो सकेगा। सरकार द्वारा किए गए जा रहे इस बदलाव से हजारों युवाओं को टीजीटी की भर्ती परीक्षा में भाग लेने का मौका मिल जाएगा। टीजीटी भर्ती के लिए तय किए गए अन्य नियमों में कोई बदलाव नहीं होगा। टेट पास करना अनिवार्य ही रहेगा।

हिमाचल में बारिश का कहर: भारी भूस्खलन से 118 सड़कें बंद, हमीरपुर में 3 मकान गिरे

Posted: 20 Aug 2020 07:03 PM PDT


हिमाचल में अगस्त में भी बर्फ गिरने का दौर जारी है। गुरुवार को लाहौल और कुल्लू जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ के फाहे गिरे। येलो अलर्ट के बीच चंद्रा घाटी समेत कुल्लू में झमाझम बारिश हुई। भारी भूस्खलन से पांवटा-शिलाई एनएच पांच घंटे रहा बंद। हमीरपुर जिले के भोरंज, टिक्कर और कड़ोहता में एक-एक मकान, फाहल में पशुशाला ढह गई है। मंडी में घर का आंगन धंस गया। प्रदेश में 118 सड़कें बंद रहीं । शुक्रवार को भी प्रदेश में बारिश जारी रहने के आसार हैं। पूरे प्रदेश में 26 अगस्त तक मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। चोटियों पर बर्फ के फाहे गिरने और बारिश से कुल्लू घाटी का मौसम सुहावना हो गया है। लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है।

बरसात को देखते हुए जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीम को अलर्ट रहने को कहा है। बरसात में ब्यास व सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। प्रशासन ने लोगों को नदी-नालों से दूर रहने को कहा है। सिरमौर में बारिश से एक बार फिर पांवटा-शिलाई एनएच 707 भारी मलबा आने से पांच घंटे रहा बंद। कांगड़ा में भी गुरुवार को बारिश का सिलसिला जारी रहा। धर्मशाला के आसपास के क्षेत्रों में सुबह से दोपहर तक मूसलाधार बारिश हुई। शहर की सड़कें, नाले पानी से लबालब हो गए। मंडी के सरकाघाट के सुलपुर बही में भारी बारिश से आंगन धंस गया है। सुंदरनगर में भी भारी बारिश से नुकसान हुआ है। राजधानी शिमला में भी गुरुवार को रुक-रुककर बारिश का दौर जारी रहा।

Chamba: सड़क से अभी तक नहीं जुड़ा गांव, पालकी से अस्पताल ले जा रहे मरीज ने बीच रास्ते में तोड़ा दम 

Posted: 20 Aug 2020 06:59 PM PDT

हिमाचल के चंबा जिले के खज्जियार की ग्राम पंचायत कोहलड़ी के धामग्रां से पालकी में उठाकर अस्पताल लेकर जा रहे 70 वर्षीय बीमार बुजुर्ग ने बीच रास्ते में ही दम तोड़ दिया। धामग्रा निवासी चमन लाल की  सुबह के समय अचानक तबीयत खराब हो गई। परिजन ग्रामीणों की मदद से उसे पालकी में उठाकर चंबा मेडिकल कॉलेज के लिए निकल पड़े। सड़क के अभाव में परिजनों को बीमार व्यक्ति पहले पालकी में उठाकर दो किमी दूर खज्जियार पहुंचाना था।

जहां से उसे निजी गाड़ी के जरिए चंबा मेडिकल कॉलेज पहुंचाया जाना था। लेकिन खज्जियार से आधा किमी पीछे गंगू बेई गांव के पास बुजुर्ग ने अपना दम तोड़ दिया। परिजन व ग्रामीण मृत देह को वहीं से वापस घर ले गए। जहां पर शव का अंतिम संस्कार किया गया। अगर धामग्रा से कोहलड़ी तक सड़क बनी होती तो शायद उपरोक्त बुजुर्ग बीमार व्यक्ति बीच रास्ते में दम नहीं तोड़ता। इसको लेकर सभी ग्रामीणों में भारी रोष है।

ग्रामीणों में पवन कुमार, सोनू, सुभाष, दीनानाथ, महिंद्र, काकू राम, रमेश कुमार व ओम प्रकाश का कहना है कि सड़क ना होने की वजह से गांव में बीमार होने वाले व्यक्ति को पालकी या पीठ में उठाकर ही स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाना पड़ता है। हालांकि कोहलड़ी से धामग्रां तक सड़क बनाने को लेकर ग्रामीण लंबे समय से मांग कर रहे हैं। लेकिन उनकी मांग आज दिन तक पूरी नहीं हो पाई है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर उपरोक्त सड़क बनी होती तो शायद बुजुर्ग समय पर अस्पताल पहुंच जाता। जिससे उसकी जान भी बच सकती थी। लेकिन सड़क के अभाव में इस तरह पहले भी कई मरीज बीच रास्ते में दम तोड़ चुके हैं। इसलिए उपरोक्त सड़क का निर्माण होना काफी आवश्यक है। कहा कि सड़क बन जाने से काकेला, रौण, रेस, कोटा, थोल सहित अन्य गांवों की तीन हजार की आबादी लाभांवित होगी वार्ड मेंबर पवन कुमार ने बताया कि लोनिवि को कई बार सड़क बनाने के लिए मांगपत्र दिया गया है

लेकिन अभी तक विभाग की ओर से उपरोक्त सड़क का कार्य शुरू नहीं  किया गया है। इसको लेकर लेेगों में रोष है।लोनिवि के सहायक अभियंता मीत कुमार ने बताया कि कोहलड़ी से धामग्रां तक सड़क की डीपीआर बन चुकी है। लोगों द्वारा निजी भूमि ना दिए जाने की वजह से सड़क नहीं बन पाई है।


धोनी के संन्यास लेने पर पीएम मोदी ने तारीफ कर दी थी शुभकामनाएं, तो धोनी ने जवाब में लिखी ये बात..

Posted: 20 Aug 2020 06:56 PM PDT


दुनिया के महानतम कप्तानों में गिने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। धोनी ने आधिकारिक सोशल मीडिया के जरिए संन्यास की घोषणा की। हालांकि धोनी आईपीएल खेलते रहेंगे, लेकिन अब धोनी को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं देख पाएंगे।

इस मौके पर कई जानी-मानी हस्तियों ने उनके करियर की जमकर तारीफ की। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पत्र लिखकर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान धोनी की सराहना की। वहीं अब धोनी ने टि्वटर पर पीएम मोदी का इसके लिए शुक्रिया अदा किया है।

एमएस धोनी ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए लिखा, 'एक कलाकार, सैनिक और खिलाड़ी को प्रशंसा की कामना होती है। वे चाहते हैं कि उनकी मेहनत और बलिदान को सभी पहचानें। शुक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आपकी ओर से मिली प्रशंसा और शुभकामनाओं के लिए।'

पीएम मोदी ने धोनी के नाम इस चिट्ठी में लिखा कि आपमें नए भारत की आत्मा झलकती है, जहां युवाओं की नियति उनका परिवार का नाम तय नहीं करता है, बल्कि वे अपना खुद का मुकाम और नाम हासिल करते हैं।

धोनी ने पहले ही टेस्ट क्रिकेट को कह दिया था अलविदा

धोनी ने पहले ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उन्होंने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच पिछले साल 2019 में इंग्लैंड में खेले गए विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। तब से वह टीम से बाहर चल रहे थे और उनके संन्यास की अटकलें तेज थी। उम्मीद थी की धोनी आस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप में खेलेंगे लेकिन कोविड-19 के कारण इसे टाल दिया गया था।

धोनी की कप्तानी में भारत ने टी-20 विश्व कप-2007 जीता और 28 साल बाद 2011 में भारत को वनडे विश्व कप दिलाया। इसके अलावा धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को चैम्पियंस ट्रॉफी दिलाई और टेस्ट में टीम को नंबर-1 बनाया। धोनी दुनिया के इकलौते कप्तान थे जिन्होंने आईसीसी के सभी टूनार्मेंट्स- टी-20 विश्व कप, वनडे विश्व कप और चैम्पियंस ट्रॉफी जीती।

200 साल बाद इन 3 राशि वालों के लिए बड़ी खुशखबरी, जरूर पढ़ें

Posted: 20 Aug 2020 06:52 PM PDT


इस लेख में हम आपको ज्योतिष शास्त्र की उन 3 राशियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके किस्मत में पैसों का उबाल गर्म दूध की तरह आएगा, इन राशियों पर धन की देवी मां लक्ष्मी अपनी कृपा बरसाने वाली है, जिससे इन राशियों में 21 अगस्त से राजयोग शुरू हो रहा है, इनके जिंदगी में पैसों से संबंधित कोई भी समस्या नहीं रहेगी, इनके पास खूब पैसा आने वाला है, व्यापार में लगातार वृद्धि होगी

सामाजिक क्षेत्र में मान सम्मान में बढ़ोतरी होगी। आप अपने भाग्य के बलबूते अपने हर काम में लगातार सफलता हासिल करेंगे। मित्रों की पूरी सहायता प्राप्त हो सकती है। घरेलू खुशियों में बढ़ोतरी होगी, संतान की तरफ से उन्नति की खबर मिल सकती है। जिससे आपको खुशी और गर्व महसूस होगा। आपके दिमाग में नई-नई योजनाएं आ सकती है। कार्यस्थल में उच्च अधिकारी आपसे प्रसन्न रहेंगे।

आने वाला समय आपके लिए खुशियों की सौगात लेकर आने वाला है, पारिवारिक झगड़ों से राहत मिलेगी, नौकरी मिलने के योग नजर आ रहे हैं, इन राशि वाले लोगों के जीवन की परिस्थितियों में सुधार आने के योग बन रहे हैं, आपको पैसे के साथ-साथ सच्चा प्यार भी मिलेगा, आपके घर परिवार में कोई शुभ कार्य का आयोजन हो सकता है, संतान की तरफ से सभी परेशानियां दूर होंगी, आपका व्यापार बहुत ही तेजी से चलेगा, इससे लाभ भी भरपूर होगा।

जिन 3 भाग्यशाली राशियों के बारे में हम बात कर रहे हैं वह सिंह, वृश्चिक और कुंभ राशि के जातक हैं

कभी खुद पीसकर बेचते थे मसाले, आज कमाते है इतने करोड़

Posted: 20 Aug 2020 06:46 PM PDT


कहते हैं कि कुछ कर गुजरने का जज्बा और इरादा हो तो कोई भी बाधाएं रुकावट नही डालती है. एक न एक दिन सफलता मिलती ही है. आज हम आपको एक ऐसी उत्साहवर्धक कहानी बताने वाला हूँ जिसे जानकर आप भी सलाम करेंगे. तो चलिए जानते हैं.

दरअसल आज हम आपको मसाला कंपनी महाशिया दी हट्टी यानी MDH के बारे में बताने वाला हूँ. आज ये मसाला कंपनी 1500 करोड़ रुपए की है.

इसके फाउंडर महाशय धर्मपाल गुलाटी महज 5वीं पास हैं. उन्होंने 650 रुपए में अपना तांगा खरीदकर मसालों का व्यापर शुरू किया. कम कीमत पर शुद्ध मसाले बेचकर उन्होंने जल्द ही मार्किट में अपने पैर जमा लिए.

आज पुरे भारत में MDH की 15 फैक्ट्रीयां हैं. यह कंपनी 100 देशों में अपने मसाले एक्सपोर्ट करती है. 97 साल के धर्मपाल को हर साल 21 करोड़ की सैलरी मिलती है.

5वीं पास इस शख्स ने महज ₹650 से की थी शुरुआत, आज लेते हैं ₹21 करोड़ सैलरी
  1. MDH के मालिक का नाम महाशय धर्मपाल गुलाटी (Mahatmas Dharmapal Gulati) है
  2. इनका जन्म 27 मार्च 1923 को पाकिस्तान के सियालकोट में एक सामान्य परिवार में हुआ था
  3. इनके पिता का नाम महाशय चुन्नीलाल और माताजी माता चनन देवी था
  4. सियालकोट में इनके पिताजी की मसालोंं की एक छोटी सी दुकान थी जिसका नाम महाशय दी हट्टी था
  5. इसी महाशय दी हट्टी से नाम आया M – महाशय D- दी H- हट्टी यानि MDH
  6. इन्‍होंने 1933 में 5 वी कक्षा मेें फेल होने से स्कूल की पढाई छोड़ दी थी
  7. इनके पढाई छोडने के बाद सबसे पहले इनके पिता ने उन्हें लकड़ी का काम सीखने एक बढ़ई के पास भेजा
  8. इनका मन वहॉ भी नहीं लगा और ये 8 माह काम करने के बाद वहॉ भी नहीं गये
  9. इसके बाद इन्‍होंने साबुन का व्यवसाय किया फिर कपड़ो के व्यापारी बने फिर बाद में ये चावल के भी व्यापारी बने लेकिन इनमेंं से किसी भी व्यापार में वे लंबे समय तक नही टिक सके
  10. इसके बाद में इन्होंने दोबारा अपने पैतृक व्यवसाय को ही करने की ठानी और मसालोंं का व्यवसाय किया
  11. इसके बाद देश का विभाजन हुआ और ये 27 सितम्बर 1947 को भारत आकर दिल्ली रहने लगे
  12. दिल्‍ली आकर इन्‍होंने न्यू दिल्ली स्टेशन से कुतब रोड और करोल बाग़ से बड़ा हिन्दू राव तक तांगा चलाने का कार्य किया
  13. इसके बाद कुछ पैसे इकट्ठे कर एक लकडी की दुकान खरीदी और परिवारिक के व्यवसाय यानि मसालों का व्‍यवसाय का कार्य करोल बाग से शुरू किया
  14. इसके बाद इन्‍होंने 1953 में अपनी दूसरी दुकान चांदनी चौक में स्‍थापित की
  15. इसके बाद 1959 में इन्‍होंने दिल्‍ली के कीर्ति नगर में मसालों की एक फैक्‍ट्री लगा दी
  16. इन्होंने अपने ब्रांड MDH का नाम रोशन करने के लिए काफी महेनत की आज एमडीएच की देशभर में 15 फैक्ट्री हैं
  17. MDH ब्रांड मसालों के भारतीय बाज़ार में 12 % हिस्से के साथ दुसरे स्‍थान पर है
  18. आज MDH कंपनी 100 से ज्यादा देशों मेंं अपने 60 से अधिक प्रोडक्ट्स बेच रही है
  19. महाशय धरमपाल गुलाटी जी मसालों के व्‍यापार के साथ-साथ कई सामा‍जिक कार्यों से भी जुडे हुऐ हैं
  20. इनकी संस्‍था ने कई स्‍कूल और अस्‍पताल भी बनवाये है
  21. जिनमें MDH इंटरनेशनल स्कूल, महाशय चुन्नीलाल सरस्वती शिशु मंदिर, माता लीलावती कन्या विद्यालय, महाशय धरमपाल विद्या मंदिर इत्यादि शामिल है
  22. ये 94 साल की उम्र में भारत में 2017 में सबसे ज्यादा कमाने वाले FMCG सीईओ बने

ये पत्ता आपकी लीवर, किडनी और हार्ट को 70 साल तक बीमार नहीं होने देगा

Posted: 20 Aug 2020 06:37 PM PDT


पपीता एक ऐसा फल है, जिसे लगभग सभी लोग खाना पसंद करते हैं. आपने यह जरूर पढ़ा होगा कि पपीता खाने के क्या-क्या फायदे हैं? लेकिन आज हम आपको पपीता के पत्तों का रस पीने के फायदे बताने वाले हैं. पपीते के पत्तों में कई तरह के बीमारियों का इलाज संभव है. पपीता का पत्ता आपकी लीवर, किडनी और हार्ट को 70 साल तक बीमार नहीं होने देगा. तो चलिए जानते हैं इसके बारे में। आपने पपीते का सेवन कभी ना कभी तो जरुर ही किया होगा।

पपीता को आप सब्जी और फल दोनों बोल सकते है। पपीता जब कच्चा होता है तो इसे लोग सब्जी बनाकर खाते है। वहीँ जब पपीता पाक जाता है तब इसे फल के रूप में खाया जाता है। आपको शायद पता ना हो तो मई आपको बता दू की पके पपीता में सभी फलो से ज्यादा गुण पाए जाते है। इसलिए अगर आप नियमित रूप से पपीते का सेवन करते है तो आपका शरीर कई बीमारियों से दूर ही रहता है।

पपीता बालों और त्वचा के लिए भी अच्छा होता है. पपीते का उपयोग उपयोग सलाद के रूप में भी किया जाता है। तो आइए पपीता के क्या-क्या फायदे हैं और इसका उपयोग किस-किस तरह से किया जा सकता है। पपीता केवल फल नहीं है यह एक दवाई भी है क्योंकि यह पेट से दिल तक स्वस्थ्य लाभ पहुंचता है। पपीता एक ऐसा फल है, जो कच्चा और पका हुआ दोनों ही रूप में खाया जाता है।

सबसे अच्छी बात यह है पपीते में कई तरह के विटामिन मिलते हैं, नियमित रूप से खाने से शरीर में कभी विटामिन्स की कमी नहीं होती। बीमार व्यक्ति के लिए भी यह बहुत फायदेमंद होता है। यह आसानी से अवशोषित होकर शारीर को काफी फायदा पहुचता है। पपीते में पपेन नामक पदार्थ पाया जाता है जो मांसाहार गलाने के काम आता है। भोजन पचाने में भी यह अत्यंत सहायक होता है।

पपीता आसानी से हजम होने वाला फल है। पपीता भूख व शक्ति को बढ़ाता है। यह प्लीहा (तिल्ली), यकृत (लीवर), पांडु (पीलिया) आदि रोग को समाप्त करता है। पेट के रोगों को दूर करने के लिए पपीते का सेवन करना लाभकारी होता है। पपीते के सेवन से पाचनतंत्र ठीक होता है। पपीते का रस अरूचि, अनिद्रा (नींद का न आना), सिर दर्द, कब्ज व आंवदस्त आदि रोगों को ठीक करता है। पपीते का रस सेवन करने से अम्लपित्त (खट्टी डकारें) बंद हो जाती है। पपीता पेट रोग, हृदय रोग , आंतों की कमजोरी आदि को दूर करता है। पके या कच्चे पपीते की सब्जी बनाकर खाना पेट के लिए लाभकारी होता है। पपीते के पत्तों के उपयोग से उच्च रक्तचाप में लाभ होता है और हृदय की धड़कन नियमित होती है।

पपीते के पत्ते के फ़ायदे

कैंसर : कैंसर की रोकथाम में पपीते का पत्ता लाभदायक होता है। पपीते के पत्तों में एंटी ट्यूमर गुण पाए जाते हैं. जो ट्यूमर को बढ़ने से रोकने में सहायक होते हैं. पपीते के पत्तों का रस सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और फेफड़ों के कैंसर को होने से रोकते हैं।

कब्ज : पपीते के पत्तों का रस कब्ज दूर करने में भी लाभकारी साबित होता है। क्योंकि यह एक लैक्सेटिव के रूप में भी जाना जाता है. लैक्सेटिव कब्ज की समस्या को दूर करता है।

डेंगू : डेंगू के उपचार के लिए पपीते के पत्तों का रस रामबाण की तरह कार्य करता है. पपीते के पत्तों का रस ब्लड में प्लेटलेट्स और आरबीसी को बढ़ाता है। जिससे ब्लड सर्कुलेशन में तेजी से सुधार होता है।

लीवर, किडनी और हार्ट : पपीते के पत्तों का रस शरीर की इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करते हैं। पपीते के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने और लीवर, किडनी और हार्ट को सही रखने में सहायक होते हैं। साथ ही यह हमारे हार्ट को भी स्वस्थ बनाए रखता है।

नींबू के ये टोटके बदल देंगे आपकी किस्मत, चारों तरफ से होगी बरकत

Posted: 20 Aug 2020 06:34 PM PDT


1. अगर आप किसी भी काम में सफलता पाना चाहते हैं तो मंगलवार या शनिवार के दिन हनुमान मंदिर में एक नींबू रख दें। इसमें चार लौंग गाड़ दें। अब हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से आपके सभी काम बन जाएंगे।

2. अगर घर में नकारात्मक शक्ति का वास है तो इसे दूर करने के लिए घर में नींबू का पेड़ लगाएं। इसके अलावा आप घर के चारों कोनों में एक नींबू दिखाएं। इसके बाद नींबू को चार टुकड़ों में काटकर चौराहे में चारों दिशाओं की ओर फेंक दें। ये प्रक्रिया करने के बाद पीछे मुड कर न देखें।

3. यदि आपको व्यापार में नुकसान हो रहा हो तो आप नींबू को शहद में डुबोकर दुकान के चारों दीवार के कोनों पर दिखाएं। अब इसके चार टुकड़ेकर चौराहे में डाल दें। इससे घाटा दूर हो जाएगा।

4. यदि आपके घर में कोई लंबे समय से बीमार है और इलाज के बाद भी फायदा नहीं हो रहा है तो आप नीबू का टोटका कर सकते हैं। इसके तहत एक नींबू को लाल, दूसरे नींबू का नीला और तीसरे नींबू को काले रंग की स्याही में रंग लें।

5. अब तीनों नींबूओं पर एक-एक लौंग गाड़ दें। अब एक रुमाल में तीन मोतीचूर के लड्डू और तीन लाल एवं पीले फूल बांध लें। अब इस रुमाल को बीमार व्यक्ति पर से सात बार उतारें। अब इसे सुनसान जगह पर रख दें। रोगी जल्द ही स्वस्थ हो जाएगा।

6. अगर कई कोशिशों के बावजूद आपको कार्य में सफलता नहीं मिल रही है और किस्मत भी आपसे रूठी हुई है तो एक नींबू के दो टुकड़े कर लें। अब दाएं हाथ से बाईं ओर नींबू का एक टुकड़ा फेंके। जबकि बाएं हाथ से दाई ओर नींबू को फेंके। ऐसा करने से आपका भाग्य चमक जाएगा।

7. अगर आप मनचाही नौकरी पाना चाहते हैं तो एक नींबू पर चार लौंग गाड़ कर इसे बजरंगबली के पास रख दें। अब ॐ श्री हनुमते नम: मंत्र का 108 बार जाप करें। ऐसा करने के बाद नींबू को पूजा के स्थान पर रख दें और जब भी आप इंटरव्यू में जाएं तो इसे अपने साथ पॉकेट में रखकर लेते जाएं।

8. यदि किसी के घर अक्सर सांप एवं बिच्छू निकलते रहते हैं तो इनसे बचने के लिए एक नींबू के दो टुकड़े करके इसको रात भर पानी मे भींगो दें और फिर सुबह इससे घर के चारो तरफ लकीर खींच दें। इस टोटके से सांप-बिच्छू घर में नहीं आएंगे।

9. जो लोग मुसीबतों से छुटकारा पाना चाहते हैं उन्हें एक नींबू और दो लौंग को काले कपड़े में बांधकर घर के मुख्य द्वार पर टांगना चाहिए। इससे परेशानियां दूर हो जाएंगी।

इन 5 बातों को दूसरे के आगे शेयर करते हैं, तो हमेशा दुख ही झेलना पड़ेगा

Posted: 20 Aug 2020 06:32 PM PDT


असुराचार्य, भृगु ऋषि तथा हिरण्यकशिपु की पुत्री दिव्या के पुत्र जो शुक्राचार्य के नाम से अधिक विख्यात हैं। इनका जन्म का नाम 'शुक्र उशनस' है। पुराणों के अनुसार यह दैत्यों के गुरु तथा पुरोहित थे।कहते हैं, भगवान के वामनावतार में तीन पग भूमि प्राप्त करने के समय, यह राजा बलि की झारी (सुराही) के मुख में जाकर बैठ गए थे और बलि द्वारा दर्भाग्र (कुशा) से सुराही को साफ करने की क्रिया में इनकी एक आँख फूट गई थी। इसीलिए यह "एकाक्ष" भी कहे जाते थे।

जैसा की आप सभी को जानते है शुक्राचार्य एक महान ज्ञानी महापुरुष थे| शुक्राचार्य ने कुछ नीतियां बनाई थी और उन नीतियों का बहुत कम लोगों के बारे में पता है| यह नीतियां मनुष्य के जीवन में बहुत ज्यादा काम आती हैं| आज के इस पोस्ट में हम आपको शुक्राचार्य की उन 5 नीतियों के बारे में बताने वाले हैं| जिन्हें किसी भी व्यक्ति को छुपा कर रखना चाहिए| तो आइए फिर जान लेते हैं उन बातों के बारे में|

1.दान दान पुण्य का काम है| लेकिन बहुत से लोग जिन्हें पता है वह गुप्त दान करते हैं और इसीलिए वह दान उनके लिए फलदाई होता है| लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जो दूसरे लोगों की तारीफ पानी के लिए अपनी महानता दिखाने के लिए अपने दान का दिखावा करते हैं और ऐसे में उसका पुण्य नष्ट हो जाता है|

2. धन धन का घमंड किसी को भी नहीं करना चाहिए| आपके पास कितना भी धन है उसकी जानकारी जितने कम लोगों को होगी उतना ही आपके लिए फलदाई होगा| वरना कई लोग आपके धन के लालच में आकर आपसे जान पहचान बढ़ाने लगते हैं और बाद में नुकसान पहुंचा सकते हैं|

3. मंत्र भगवान की कृपा पाने के लिए प्रतिदिन पूजा पाठ करते समय मंत्र का जाप करते हैं तो ऐसे में आप उन मंत्रों का जप किसी अन्य लोगों के बारे में ना बताएं |अन्यथा आपको नुकसान होगा|

4.ग्रह दोष बहुत से लोग ग्रह दोष के चलते पीड़ित होते हैं| जिसकी वजह से उन्हें कई तरह के समस्या झेलनी पड़ती है| ऐसे में आप अपने ग्रह दोष के बारे में किसी को ना बताएं| अन्यथा यह आपके लिए नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है|

5.आयु मनुष्य को अपनी दौलत और आयु के बारे में कभी किसी को नहीं बताना चाहिए| क्योंकि दूसरे व्यक्तियों को आपकी आयु का ज्ञात होने से किसी बात का विरोध समय आने पर आप के खिलाफ कर सकते हैं|

151 बार सांप के डसने के बावजूद आज भी जिन्दा है ये औरत, सच्चाई जानेंगे तो उड़ जाएंगे होश

Posted: 20 Aug 2020 06:30 PM PDT

इन दिनों सोशल मिडिया पर इस औरत की ये खबर वायरल हो रही हैं। जी हां, जो कोई भी ये खबर पढ़ रहा हैं वो इस सोच में हैं कि आखिर कैसे 151 बार सांप के डसने के बावजूद जिंदा हैं।

यह औरत चडीगढ़ की रहने वाली 60 वर्षीय कला देवी जी हैं। और सबसे पहली बार ससुराल में सांप में डसा था। लेकिन उस वक्त समय इनकी उम्र 18 साल थी। चौंका देने वाली ये बात हैं कि उसके बाद लगातार 60 वर्ष बाद शरीर में कोई भी ऐसी जगह नहीं बची, जहां सांप ने न डसा हो।सांप के डर से उन्होंने कई दिन मंदिर में भी बिताए। 
जैसे ही वे मंदिर से घर चली जाती हैं तो सांप आकर डस लेता है। इतना ही नगीं इस औरत के परिजन कहते हैं कि पहले जड़ी बूटियों से सांप के जहर को उतारा जाता था, मगर अब जैसे ही सांप डसे उसे अस्पताल ले जाना पड़ता है। कई बार वे लगातार 6-7 दिनों तक बेहोश भी रही, मगर मौत को भी मात दे देती।सांप के जहर से बचाने के लिए हम हर सभव उपाय करते हैं। हर डॉक्टर और विशेषज्ञ से इसके बारे में बात की। कोई कुछ नहीं कर पाता।खुद ये औरत बताती है कि अब उन्हें सांप के डसने की एक आदत हो गई है।

सांप के काटने से पहले ही इसका अहसास हो जाता है। सांप ने खाना बनाते, घास काटते और नहाते समय डसा।कई बार सांप सोते समय डस लेता था। शुरु में उन्हें और परिवार को डर लगता था, लेकिन धीरे-धीरे उनका डर खत्म हो गया। पर अब उन्हें डॉक्टर के पास ले जाना पड़ता है। 

शरीर व आंखें भी पीली पड़ चुकी हैं। मगर 78 वर्ष की उम्र में अभी भी वह घर के तमाम कार्य करती हैं। डॉक्टर मानते हैं कि उनमें एक अदभुत साहस व शक्ति है, जिससे वे सांप का जहर सहन कर रही।बता दें कि इस औरत का कहना हैं कि सितंबर 2015 में सांप ने आखिरी बार डसा था। उसके बाद एक साल बीत गया, लेकिन सांप ने नहीं काटा। सांप के जहर से उनका शरीर अब जवाब देने लगा है तथा उसके फेफड़े व किडनियां खराब होने लगी हैं।

10वीं पास युवाओं के लिए यहाँ निकली बंपर भर्ती, मेरिट पर होगा सिलेक्शन

Posted: 20 Aug 2020 06:28 PM PDT


सरकारी नौकरी की चाहत रखने वाले 8वीं-10वीं पास के लोगों के लिए हैवी इंजीनियरिंग कार्पोरेशन रांची ने कई पदों पर भर्तियां निकाली हैं। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जा कर ऑनलाइन के द्वारा आवेदन कर सकते हैं।

आवेदन की तिथि:

ऑनलाइन आवेदन करने की प्रारंभिक तिथि : 12 अगस्त 2020

ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि : 29 अगस्त 2020

पदों का विवरण: हैवी इंजीनियरिंग कार्पोरेशन रांची ने 164 प्रशिक्षु के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किये हैं। इच्छुक उम्मीदवार फटाफट अप्लाई करें।

योग्यता: इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की योग्यता 8वीं-10वीं पास निर्धारित की गई हैं। इसके बारे में और अधिक जानकारी के लिए हैवी इंजीनियरिंग कार्पोरेशन रांची द्वारा जारी नोटिफिकेशन पढ़ें।

आयु सीमा: इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवार की अधिकतम आयु 14 से 40 वर्ष के अंदर होनी चाहिए। कृपया आयु में छूट की जानकारियों के लिए प्रकाशित नोटिफिकेशन देखिये।

चयन प्रक्रिया: हैवी इंजीनियरिंग कार्पोरेशन के इन पदों पर उम्मीदवारों का चयन मेरिट के द्वारा होगा। उम्मीदवारों के इंटरव्यू लिया जायेगा।

आवेदन प्रक्रिया: उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट http://hecltd.com/ पर जा कर नोटिफिकेशन पढ़ें और नियमानुसार आवेदन करें।

सभी गुप्त रोगों के लिए रामबाण है ये देशी उपचार, जरुर जान लें

Posted: 20 Aug 2020 06:26 PM PDT

 


शीघ्रपतन, वीर्यवेग, नपुंसकता और स्वप्नदोष एक ऐसा रोग है जिसके बारे में एक व्यक्ति दूसरों को नहीं बता पाता है. लेकिन जब वह नपुंसकता नामक बीमारी का शिकार हो जाता है तो इसका बहुत बुरा प्रभाव उसके व्यक्तिगत जीवन पर पड़ता है. आज हम आपको इस समस्या से बचने के लिए रामबाण देसी इलाज बताने जा रहे हैं जो इस समस्या को बिलकुल ही समाप्त कर सकते हैं. तो चलिए जान लेते हैं.

गुप्तरोगों के लिए रामबाण उपचार: 1. सफेद प्याज के रस को शहद और अदरक में मिलाकर प्रतिदिन सेवन करें, रोजाना ऐसा करने से नपुंसकता से छुटकारा मिल सकता है.

2. रात को छुआरे और किशमिश को पानी में भिगोकर छोड़ दे. सुबह पानी में से निकालकर गर्म दूध के साथ इनका सेवन करें. ऐसा करने से शरीर मजबूत बना रहता है.

3. ईसबगोल की भूसी को रोजाना एक चम्मच दूध में मिलाकर सेवन करें. इस उपाय से गुप्त रोग से मुक्ति मिलती है और साथ ही शीघ्रपतन में भी काफी हद तक सहायता मिलेगी.

4. एक किलो प्याज का रस और एक किलो शहद मिलाकर आग पर अच्छे से पका लें. प्रतिदिन सुबह सफेद मूली के पाउडर के साथ इसका सेवन करें. यह उपाय सभी गुप्त रोगों से छुटकारा दिलाता है.

5. जामुन के पेड़ की गुठलियों को पीसकर उसका पाउडर बना लें. रोजाना गर्म दूध के साथ चूर्ण का सेवन करें. यह वीर्यवेग को रोकने के लिए मदद करता है.

6. रोजाना रात को सोने से पहले दूध में छुआरे उबालकर दूध का सेवन करें. यह नपुंसकता को दूर करने में मदद करता है.

सफर के दौरान होने वाली उल्टी को रोक सकती है सिर्फ माचिस की एक तीली, जानिये

Posted: 20 Aug 2020 06:24 PM PDT


हर किसी को सफर करना अच्छा लगता है. लेकिन बहुत से लोगों को सफ़र के दौरान उल्टी होने की समस्या होती है. इस समस्या के कारण ऐसे लोग लम्बा सफर करने से कतराते है. पहले के मुकाबले आज के समय में ये समस्या और भी ज्यादा बढ़ गयी है क्योंकि आज हमारा खानपान बदल चुका और बढ़ता हुआ प्रदूषण इसमें और भी समस्या बढ़ा रहा है.

सफ़र के दौरान होने वाली उल्टियों की समस्या के कारण लोग गर्मियों में वातानुकूलित बसों और गाड़ियों में तो बिलकुल ही सफर नही कर पाते हैं. ये गाड़ियाँ पूरी तरह से बंद होती है. ऐसे में इन लोगों का दम घुटने लगता है. लेकिन आज हम आपको इस परेशानी से बचने का सबसे आसान और सस्ता तरीका बताने वाले हैं. तो चलिए जानते हैं.

बता दें कि जिन लोगों को सफर के दौरान उल्टी होती है. उनकी इस समस्या का इलाज सिर्फ एक माचिस की तीली में छुपा हुआ है. जी हाँ, आपको जानकर शायद आश्चर्य तो होगा लेकिन ये पूरी तरह से सच है. इसके लिए आपको माचिस की तीली के आगे का लाल वाला हिस्सा जिसमे फॉस्फोरस होता है उसे तोड़कर फ़ेंक देना है और बाकी बचे हुए हिस्से को मुंह में दांतों के नीचे दबा लेना है. इस तरीके के बाद आपको बिलकुल भी उल्टी नही होगी.

दूध पीते समय कभी भूलकर भी ना करे इस चीज का सेवन, वरना हो सकती है ये गंभीर बिमारी

Posted: 20 Aug 2020 06:22 PM PDT


अगर आप भी दूध पीते हैं तो ये खबर पढना आपके लिए जरुरी है. बता दें कि दूध पीना शरीर के लिए बहुत जरूरी और फायदेमंद माना जाता है. दूध में शरीर के लिए आवश्यक लगभग सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं. इसलिए दूध को संपूर्ण आहार भी माना जाता है. दूध पीने से शरीर में कैल्शियम की कमी दूर हो जाती है. जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं और शरीर ताकतवर बनता है.

लेकिन आपको बता दें कि कुछ लोग दूध के साथ ऐसी चीजों का सेवन करते हैं जिनसे अनेक गंभीर समस्याएं हो जाती हैं. लोगों को इसके बारे में ज़रा सी भी जानकारी नहीं रहती है. तो चलिए जानते हैं कि आखिर दूध के साथ हमें किस चीज का सेवन नहीं करना चाहिए.

दूध का सेवन अधिकतर लोग चीनी डालकर करते हैं. ऐसा करना शरीर के लिए नुकसानदायक होता है. इससे दूध के पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं. दूध को स्वादिष्ट बनाने के लिए आप इसमें केसर और गुड़ डाल सकते हैं जो शरीर के लिए ज्यादा फायदेमंद रहेग और इससे दूध का स्वाद भी बढ़ जाएगा.

मछली खाने के तुरंत बाद भी दूध का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए. वरना आपके पूरे शरीर पर सफेद दाग-धब्बे हो जाएंगे. बता दें कि इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है. इसलिए मछली खाने के बाद भूल कर भी दूध नहीं पिएं.

₹10 का माता वैष्णो देवी वाला सिक्का है आपके पास, तो जरूर पढ़ें यह खबर

Posted: 20 Aug 2020 06:17 PM PDT



हम आपको बताने वाले हैं ₹10 के ऐसे सिक्के के बारे में जिस सिक्के पर माता वैष्णो देवी की तस्वीर बनी हुई है. और अशोक स्तंभ का चक्र भी बना हुआ है. अगर यह सिक्का आपके पास है तो आप बहुत ही खुशकिस्मत इंसान हो. यह सिक्के 2012 में छापे गए थे.

हालांकि ये सिक्के ज्यादा महंगे नहीं है. लेकिन फिर भी जो लोग ऐसे सिक्के पाने की इच्छा रखते है. वो इन सिक्को को बेहद पसंद करते है. ऐसे में वो लोग आपको इन सिक्को के अच्छे खासे पैसे भी दिला सकते है. इसके साथ ही माता वैष्णो देवी के दस रूपये और पच्चीस रूपये के सिक्के भी जारी हुए है. जी हां ऐसे में अगर आपके पास इन सिक्को का पूरा सेट हो तो आपको इसके लिए दस हजार से पंद्रह हजार तक रूपये यक़ीनन मिल सकते है.

अगर आप लोग भी इस तरह के सिक्कों की शौकीन है या आपके पास इस तरह का सिक्का मौजूद है. तो हमें कमेंट में बताएं और अगर न्यूज़ पसंद आती है तो लाइक करें और अन्य लोगों के साथ शेयर करें.

आपकी जिंदगी में बुरा वक्त आने से पहले ही मिलने लगते हैं ऐसे संकेत

Posted: 20 Aug 2020 06:09 PM PDT

इंसान अपने कर्मों के अनुसार सुख और दुःख भोगता है। लेकिन फिर जब इंसान के जीवन में बुरा समय आता है तो इससे पहले समय ही हमें संकेत देता है कि अब सम्भलने की जरूरत है। और व्यक्ति को और ज्यादा मजबूत बनाता है हो सकता है कि जो ऊंचाई और सफलता आप चाहते हैं उसके लिए आप अभी इतने मजबूत नहीं है पर कभी कभार बुरा समय आने की वजह से काफी कुछ सीखता है।

ये है बुरे वक्त के संकेत: घर पर सुबह के सामय सुहागिन के द्वारा सिन्दूर लगाते समय सुहागन की सिन्दूर की डिबिया गिरना उसके पति के कारोबार के लिए बुरे समय का संकेत है।

बुरे सपनों का हर रोज आना इस बात का संकेत है कि घर में कोई क्लेश होने वाला है, इससे कारोबार मंदा होने के संकेत भी मिलते हैं।

आपके घर के आसपास या आपकी पाली हुयी बिल्ली अगर अक्सर अलग अलग तरफ की आवाज निकाल रही है और डर रही है तो समझिये कि आपके आसपास के परिवेश में कोई नकारात्मक उर्जा काम कर रही है।

मंगलसूत्र का अचानक टूट जाना पति के जीवन पर आने वाले संकट का संकेत डेटा है। ऐसी स्थिति में पत्नी को तुलसी की पूजा करनी चाहिए।

घर निकलने पर आये दिन कहीं न कहीं झगड़ा मारपीट देखने को मिले तो समझिए कि किसी कोई क्लेश होगा या फिर आपसी रिश्तों में खटास आने की आशंका है।

अगर कभी पूजापाठ के दौरान पूजन थाल गिर जाती है तो समझिये कि आपसे देवतागण रुष्ट हैं। इसलिए पूजन विधि में सुधार की जरूरत है।

OMG! मनचाही नौकरी चाहिए तो आज ही इस दिशा में लगा दें आईना, और भी होंगे कई लाभ

Posted: 20 Aug 2020 06:07 PM PDT


घर में लगे आईने का बहुत महत्व होता है। यह हमारे भविष्य का भी निर्धारण करता है। अगर गलत जगह लगा हो तो यह हमें बर्बाद भी कर सकता है। जीवनयापन करने के लिए नौकरी का होना बहुत ज़रूरी होता है। बहुत लोग ऐसे है जो नौकरी की तलाश में भटकते रहते है और उन्हें मनचाही नौकरी नहीं मिलती है।

नौकरी पाने के आसान तरीके: हमारे घर के उत्तरी हिस्से को जीवन की राह के प्रतीक चिन्ह के रूप में जाना जाता है और इस दिशा का सीधा असर हमारे करियर पड़ता है। ये दिशा पॉजिटिव एनर्जी का प्रवाह करती है।

अपने घर की उत्तरी दिशा की ओर हमेशा सक्सेसफुल लोगों की तस्वीरें लगाएं ऐसे लोग जिन्हें आप अपना आदर्श मानते हैं।

अगर आप अपने घर की उत्तरी दिशा में आईना या पानी से जुड़ी कोई वस्तु जैसे एक्वेरियम या फाउंटेन लगते हैं तो यह अच्छा माना जाता है।

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