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Monday, October 19, 2020

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)


SBI मैनेजर को नौकरानी से प्यार महंगा पड़ा, 4 तबादले करवाए, 16 लाख रुपए दिए फिर भी ब्लैकमेलिंग जारी - MP NEWS

Posted: 19 Oct 2020 09:23 AM PDT

इंदौर।
मप्र के इंदौर में भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजर निखिल नारायण विश्वजीत माथुर की शिकायत पर जूनी इंदौर थाना पुलिस ने नौकरानी मालती वर्मा और किशन वर्मा के विरुद्ध ब्लैकमेलिंग, धमकी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। आरोपित मालती ने मैनेजर से शारीरिक संबंध बना लिए और करीब 16 लाख रुपए ऐंठ लिए। महिला आत्महत्या की धमकी देकर रुपये लेती थी।

पुलिस के मुताबिक, ग्रीन वैशाली सेक्टर-4 गाजियाबाद निवासी 36 वर्षीय निखिल फिलहाल दिल्ली में पदस्थ हैं। उन्होंने रिपोर्ट लिखवाई कि वर्ष 2014 में वे चेतकपुरी (ग्वालियर) शाखा में पदस्थ थे। पड़ोस के घर में काम करने वाली मालती उनके घर में भी काम करने लगी। उसने स्वयं को अविवाहिता बताकर नजदीकी बढ़ा ली। दोनों के शारीरिक संबंध बन गए और उसने फोटों खींच लिए। कुछ समय बाद पता कि चला मालती शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं। निखिल ने तबादला करवा लिया और पौरसा (मुरैना) चले गए। मालती ने उनसे कहा मैंने तुम्हारे कारण बच्चों और पति को छोड़ दिया। मुझसे शादी करो वरना दुष्कर्म का केस कर दूंगी। उसने रुपयों की मांग करना शुरू कर दी। निखिल ने लाखों रुपये दे दिए और परेशान होकर भोपाल तबादला करवा लिया।

वर्ष 2017 में उनकी शादी हो गई लेकिन महिला ब्लैकमेल करती रही। तंग आकर निखिल दिल्ली चले गए। इसके बाद मालती ने पति किशन को शामिल कर लिया और रुपये मांगते रहे। पीड़ित ने बयान में बताया कि अभी तक करीब 16 लाख रुपये दे चुका हूं। करीब पांच लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए हैं। नौकरानी फिलहाल बैराठी कॉलोनी में रहती है और रुपये भी इंदौर में ही लिए थे। पुलिस ने रविवार देर रात केस दर्ज कर लिया।

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GWALIOR TODAY NEWS: HEADLINES, LATEST NEWS 19 OCT 2020 / ग्वालियर: आज के महत्वपूर्ण समाचार

Posted: 19 Oct 2020 08:42 AM PDT

✔ भारतीय जनता पार्टी ने उनकी अधिकृत प्रत्याशी इमरती देवी के बारे में कमलनाथ द्वारा दिए गए आपत्तिजनक बयान के विरोध में धरना प्रदर्शन किया तो कांग्रेस पार्टी ने इसके जवाब में ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ नदी गेट पर धरना दिया। नेताओं ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अजान होती थी तो अपना भाषण रूप देते थे परंतु आज किसान की मौत हो गई और ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाषणों पर कोई असर नहीं पड़ा। 

✔ मतदान दलों के प्रशिक्षण में गैर हाजिर 115 अधिकारियों कर्मचारियों को कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत निलंबन एवं सख्त वैधानिक कार्रवाई करने के नोटिस जारी किए।
✔ माधव नगर थाना क्षेत्र में कैलाश टॉकीज के पास समीर खान नाम के युवक को बाइक से गिरा कर उस पर कुल्हाड़ी से हमला किया और बदमाश उसकी बाइक लेकर भाग गया। हमलावर का नाम अनवर खान बताया गया है।

✔ रेलवे प्रशासन द्वारा त्योहारों के अवसर पर यात्रियों की अतिरिक्त सुविधा हेतु 04185/04186 ग्वालियर-बरौनी-ग्वालियर एवं नई दिल्ली-बरौनी-नई दिल्ली द्विसाप्ताहिक पूजा विशेष गाड़ी का संचलन 20 अक्टूबर से 30 नवंबर तक किया जाएगा।
✔ ग्वालियर जिले की डबरा तहसील के भाजपा नेता अशोक शर्मा को धमकी दी गई है कि यदि उन्होंने ₹6000000 नहीं दिए तो उनके परिवार के सदस्यों के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए जाएंगे।

✔ कैबिनेट मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी प्रद्युम्न सिंह तोमर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस फोटो एवं वीडियो में प्रद्युम्न सिंह तोमर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चरणों में इस तरह नमन कर रहे हैं जैसे भक्तगण मंदिरों में भगवान की प्रतिमा के सामने ढोक लगाते हैं।
✔ ग्वालियर मूल के निवासी शीतल प्रसाद शर्मा जो इन दिनों चांदनी चौक दिल्ली में रहते हैं, को गुड़गांव में बदमाशों ने लूट लिया। उनके पास ₹600000 थे।

✔ भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजर निखिल नारायण विश्वजीत माथुर 2014 में ग्वालियर में पदस्थ थे, तब उनके यहां घरेलू काम करने आने वाली बाई मालती ने उन्हें आकर्षित किया, दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने और आप कामवाली बाई मालती उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। मामला इंदौर में दर्ज किया गया है। क्योंकि ब्लैकमेल की आरोपी इंदौर की रहने वाली है।

19 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

इमरती देवी क्या आइटम है / कमलनाथ का शिवराज सिंह को खुला खत - MP NEWS

Posted: 19 Oct 2020 08:16 AM PDT

प्रिय श्री शिवराज सिंह चौहान जी
, आपके द्वारा श्रीमती सोनिया गांधी जी को लिखा गया एक पत्र मेरी जानकारी में आया है। जिस तरह आप अपनी चुनावी सभा में रोज झूठ परोसते हैं। झूठी घोषणाएं करते हैं, झूठे नारियल फोड़ते है, इतना झूठ बोलते है कि झूठ भी शरमा जाता है, उसी प्रकार इस पत्र में भी आपने झूठ को बढ़-चढ़कर रेखांकित किया है। 

डबरा की सभा में अपने संबोधन में मैंने कोई असम्मानजनक टिप्पणी नही (श्री कमलनाथ का बयान सुनने के लिए यहां क्लिक करें) की फिर भी आपने झूठ परोस दिया एवं जिस शब्द की ओर आप इंगित कर रहे है, उस शब्द के कई मायने हैं, कई तरह की व्याख्याएं है लेकिन सोच में खोट अनुसार आप और आपकी पार्टी अपनी मनमर्जी की व्याख्या कर झूठ परोसने लगे और जनता को गुमराह करने का काम कर रहे है। प्रदेश की जनता इस सच्चाई को जानती है कि आप ऐन केन प्रकारेण अपनी कुर्सी बचाने के लिए चुनाव को वास्तविक मुद्दों से भटकाकर अनैतिक और पतित भावनात्मक राजनीति की ओर ले जा रहे है।

मुझे आश्चर्य है कि आज आप श्रीमती सोनिया गांधी जी को महिलाओं के सम्मान व सुरक्षा को लेकर पत्र लिख रहे है, जिनकी 15 वर्ष की सरकार में मध्यप्रदेश, बहन-बेटियों से दुष्कर्म, महिलाओं पर अत्याचार और महिला अपराधों में, देश में शीर्ष पर रहा है और इस दौरान ऐसी घटनाओं पर आप अपने दायित्वों का निर्वहन न करते हुये सालों तक मौन रहे है। गत 07 माह की भाजपा सरकार में कोरोना काल में भी बहन-बेटियों के साथ कई दरिंदगी की घटनाएं हुई और मध्यप्रदेश पुन: दुष्कर्म के मामलों में देश में शीर्ष स्थान पाने वाले प्रदेश के रुप में सामने आ रहा है और आप पुन: अकर्मण्य रहकर मौन रहे है । परन्तु चुनाव जीतने के लिए "चुनावी मौन व्रत " रख कर झूठ परोस रहे है।

आपको यह भी अवगत कराना चाहता हूँ कि भारतीय संस्कृति में महिलाओं का सम्मान और सुरक्षा सर्वोपरि है चाहे वह किसी जाति अथवा धर्म की महिला हो। यदि आप सचमुच में महिलाओं और दलित सम्मान को लेकर द्रवित होते तो हाथरस की घटना, स्वामी चिन्मयानंद की घटना, भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के द्वारा कारित घटनाओं और रीवा जेल में महिला बंदी पर घटित घटनाओं पर मौन और उपवास अवश्य रखते परन्तु आपने पत्र में महिला की जाति का उल्लेख कर अपनी अनैतिक राजनीति की मानसिकता को स्पष्टत: प्रदर्शित किया है। सर्व विदित है कि आपका पत्र " वोट पाने की राजनीति में से प्रेरित है और आपको महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा की कोई चिंता न कभी रही है और ना ही आज कोई चिंता है। आप भले ही खुद को बहन-बेटियों का हितैषी दिखायें, पर सत्य तो यह है कि आपकी सरकार में ही प्रदेश की बहन-बेटियाँ सबसे ज्यादा असुरक्षित रहीं है और आज भी असुरक्षित है पर आज भी आपका ध्यान इस गंभीर विषय पर न होकर कही और ही है।

मैंने अपने 40 वर्ष के सार्वजनिक जीवन में सदैव महिलाओं का सम्मान किया है और मैं सदैव महिलाओं का सम्मान करूंगा परन्तु महिलाओं के सम्मान का दिखावा कर आपकी तरह कुत्सित राजनीति कभी नहीं करूंगा। 

महिलाओं के संबंध में आज तक मैंने कभी भी, कोई भी अशोभनीय टिप्पणी नहीं की है, जबकि आपकी पार्टी के कई नेता महिलाओं पर अशोभनीय टिप्पणी के आदी है और इसके कई उदाहरण मौजूद है। आपको विदित होगा कि कल ही आपकी पार्टी के सम्मानीय केंद्रीय मंत्री जी द्वारा कांग्रेस में शामिल हुये नये सदस्यों, जिसमें महिला सदस्य भी शामिल है, को 'रिजेक्टेड माल बता रहे थे और आज आपकी सरकार के मंत्री श्री बिसाहूलाल जी द्वारा कांग्रेस प्रत्यासी श्री विश्वनाथ सिंह जी की पत्नी को ऐसे शब्दों से संबोधित किया गया है जिसे कि भारतीय संस्कृति में बोलना तो दूर सुनना भी उचित नही माना जाता है। अच्छा होता कि आप अपने पार्टी अध्यक्ष जी को पत्र लिखकर अपने साथी केंद्रीय मंत्री जी और अपनी सरकार के मंत्री जी द्वारा की गई इन अशोभनीय टिप्पणियों की जानकारी देते और प्रदेश की सम्मानीय महिलाओं से क्षमा याचना करते हुये वास्तविक मौन व्रत रखते।

आपसे अपेक्षा करता हूँ कि कृपया राजनैतिक शुचिता और नैतिकता का वास्तविकता में पालन करेंगे एवं राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए कभी कोई वास्तविक एवं गंभीर प्रयास भी करेंगे। 
शुभकामनाओं सहित, आपका (कमल नाथ) 

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MP CORONA: इंदौर में ब्रेक, भोपाल टॉप पर, 13 लोगों की मौत, 13000 अस्पताल में - UPDATE NEWS

Posted: 19 Oct 2020 07:48 AM PDT

भोपाल।
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमण के आंकड़े सुखद नहीं है, लेकिन हां जितने भयावह हो गए थे अब इतने डरावने भी नहीं है। 24 घंटे में 1000 से ज्यादा लोगों को संक्रमण, 13 लोगों की मौत और अस्पतालों में लगभग 13 हजार मरीज, कोरोनावायरस को कमजोर कहने से रोकते हैं। पॉजिटिविटी रेट जिसे घटकर 3% पर आ जाना चाहिए था, अभी भी 5% के आसपास बनी हुई है। 

MADHYA PRADESH CORONA BULLETIN 19 OCTOBER 2020

संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 19 अक्टूबर 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में:- 
21554 सैंपल की जांच की गई।
215 सैंपल रिजेक्ट हो गए।
20539 सैंपल नेगेटिव पाए गए।
1015 सैंपल पॉजिटिव पाए गए।
13 मरीजों की मौत हो गई।
1287 मरीज डिस्चार्ज किए गए।
मध्यप्रदेश में संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 161203 
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 2786 
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से स्वस्थ हुए नागरिकों की संख्या 145421 
19 अक्टूबर 2020 को संक्रमित नागरिकों की संख्या 12996

CORONA (COVID-19) UPDATE NEWS TODAY 19 OCTOBER 2020 

इटली में कोरोनावायरस की दूसरी लहर शुरू हो गई है। आम जनजीवन प्रभावित हुआ है और सरकार ने कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। 
सरकारी पैनल का मानना है कि भारत में कोरोनावायरस का सबसे बुरा दौर गुजर चुका है परंतु दूसरे देशों की तरह कोरोनावायरस की दूसरी लहर शुरू ना हो इसलिए जरूरी है कि प्रोटोकॉल का पालन करें और फरवरी 2021 का इंतजार करें। 
कोलकाता में ईस्टर्न कमांड में तैनात भारतीय सेना के एक ब्रिगेडियर की कोरोना वायरस से मौत हो गई है। 
भारत देश में पोलियो की तरह कोरोनावायरस का टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। 
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक सरकारी स्कूल की छात्राओं में कोरोनावायरस का संक्रमण पाया गया। 
बॉलीवुड अभिनेत्री जेनेलिया देशमुख का कहना है कि कोरोना वायरस की लड़ाई बहुत ही मुश्किल है क्योंकि आप चाहे कितना भी डिजिटली एक्टिव रहे, यह आपके अकेलेपन को दूर नहीं कर सकती। अगस्त महीने में जेनेलिया कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाई गई थीं। शनिवार को उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है।

19 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार


BHOPAL ITI छात्रों के एडमिशन में गड़बड़ी, छात्र परेशान - MP NEWS

Posted: 19 Oct 2020 07:34 AM PDT

भोपाल
। मप्र की राजधानी भोपाल ITI गोविंदपुरा भोपाल में प्रवेश प्रक्रिया में गड़बड़ी सामने आई है। एमपी ऑनलाइन पर पांचवें चरण में प्रवेश के लिए चयनित विद्यार्थियों को 18 अक्टूबर शाम 5 बजे 19 अक्टूबर तक प्रमाण पत्रों को सत्यापित कराने की सूचना दी गई थी। जब विद्यार्थी पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि एमपी ऑनलाइन से यह गलती हुई है। 

18 अक्टूबर को शाम 5 बजे तक जो विद्यार्थी यहां हाजिरी लगा गए हैं, उनके ही नामों की सूची आज निकाली गई है। अब यदि सीट खाली रहेगी तो 20 अक्टूबर को खुली प्रक्रिया के तहत पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। इलेक्ट्रिशियन ट्रेड में आज चस्पा सूची में 78% तक अंक वाले अनारक्षित वर्ग के विद्यार्थियों के नाम हैं। जबकि 83% अंक वाले विद्यार्थी को प्रवेश से वंचित रखा गया।

19 अक्टूबर सोमवार को दूरदराज से आए विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को मायूस होकर वापस जाना पड़ा। प्राचार्य श्रीकांत गोलाइत का कहना है कि गलत सूचना एमपी ऑनलाइन ने दी है। हमने रविवार को शाम 5 बजे तक आने वालों की सूची निकली है। सोमवार को आने वालों को सूची में शामिल नहीं किया जा रहा। सीटें रिक्त रहीं तो मंगलवार को जो आएंगे, उन्हें प्रवेश दिया जाएगा।

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KAMAL NATH क्या प्रियंका गांधी को भी आइटम कहकर संबोधित करते हैं: रमेश मेंदोला - INDORE NEWS

Posted: 19 Oct 2020 07:29 AM PDT

इंदौर।
मध्य प्रदेश की कैबिनेट मंत्री एवं विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी श्रीमती इमरती देवी को कमलनाथ द्वारा "क्या आइटम है" कहे जाने के बाद आज दिनभर राजनीति इसी पर केंद्रित रही। कमलनाथ ने दावा किया कि आइटम शब्द अपमानजनक नहीं है। विधायक रमेश मेंदोला ने प्रति प्रश्न किया कि क्या वह (कमलनाथ) प्रियंका गांधी को भी आइटम कहकर संबोधित करते हैं। 

क्या कांग्रेसी प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी को आइटम शब्द से संबोधित करके सम्मान देते हैं: रमेश मेंदोला

विधायक रमेश मेंदोला ने अपने बयान में लिखा "चोरी तो चोरी ऊपर से सीनाजोरी। कमलनाथ  कह रहे है कि आइटम असम्मानित शब्द नहीं है। माफ कीजिएगा प्रियंका गांधी जी पर यदि आप लोगों की नजर में महिलाओं के लिए  "आइटम" सम्मानित शब्द है तो क्या कांग्रेसी आपको और सोनिया गांधी जी को इसी सम्मानित शब्द से संबोधित कर सम्मान देते है? 

 

पूरे प्रदेश में प्रदर्शन हुए, मायावती भी नाराज लेकिन कमलनाथ ने माफी नहीं मांगी 

अनुसूचित जाति वर्ग की महिला श्रीमती इमरती देवी को "क्या आइटम है" कहने वाले कमलनाथ ने माफी नहीं मांगी। उल्टा अपने बयान को जस्टिफाई करने की कोशिश की। उन्होंने दिन भर में 3 बार बताया कि आइटम शब्द अपमानजनक नहीं है। इधर पूरे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने कमलनाथ के खिलाफ प्रदर्शन किए। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी कड़ी नाराजगी जताते हुए बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं मतदाताओं से अपील की कि कमलनाथ के इस बयान के विरोध में, बसपा प्रत्याशी ना होने की स्थिति में कांग्रेस को वोट नहीं दें। 

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मध्यप्रदेश में मासूम बच्चे के किडनैपर की पुलिस हिरासत में मौत - JABALPUR NEWS

Posted: 19 Oct 2020 06:53 AM PDT

जबलपुर
। मध्यप्रदेश के जबलपुर में कारोबारी के 13 वर्षीय बेटे का अपहरण कर उसकी हत्या करने वाले आरोपी राहुल विश्वकर्मा उर्फ मोनू की पुलिस हिरासत में मौत हो गई है। गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस तीनों आरोपियों का जुलूस निकाल रही थी उसी दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए राहुल विश्वकर्मा की तबीयत खराब हुई और अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। मृत्यु के कारण का पता नहीं चल पाया है। मासूम बच्चे के अपहरण और हत्या के मामले में जबलपुर शहर में काफी रोष व्याप्त था।

जबलपुर मीडिया के सामने किडनैपर की तबीयत खराब हुई, अस्पताल में मौत

बता दें कि इस मामले में मास्टर माइंड राहुल उर्फ मोनू विश्वकर्मा (30), मलय राय (25) और करण जग्गी (24) को गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अधारताल चौराहे से तीनों आरोपितों का जुलूस निकाला था। पुलिस के अनुसार मीडिया से बातचीत के बाद अचानक मोनू विश्वकर्मा की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा कि आरोपी की मौत तबीयत बिगड़ने से हुई है या पिटाई से हुई है।

अपहरण एवं हत्या के आरोपी का मृत्यु पूर्व बयान 

मीडिया से बातचीत के दौरान उसने बताया कि 15 अक्टूबर को वे लोग कारोबारी के घर रेकी के लिए गए थे। इस दौरान उन्हें आदित्य बाहर दिख गया। जिसके बाद उन्होंने उससे पिता मुकेश के बारे में पूछा तो आदित्य बताने लगा। इसी दौरान उसे कार में उठा लिया। इसके बाद उन्होंने उसकी मां को फोन कर 2 करोड़ रुपयों की मांग की। इसके लिए उन्होंने चोरी के फोन का इस्तेमाल किया। उसके अगले दिन वे आदित्य खाली पड़े एक मकान में ले गए। इसके बाद उन्होंने एक ऑल्टो कार किराए पर ली और आदित्य को कुंडम बघराजी क्षेत्र में घुमाते रहे। उन्होंने रास्ते में एक होटल में समोसा भी खाया और आदित्य को भी खिलाया। इस दौरान आदित्य ने मोनू से कहा,''अंकल मैं तो आपको जानता हूं। एक बार एक अंकल के साथ घर आए थे।'

ये बात सुनते ही तीनों आरोपियों ने उसकी हत्या की योजना बनाई। शाम को वे लोग आदित्य को पनागर के आगे जलगांव ले गए, जहां उन्होंने आदित्य से 'पापा आ जाओ' बुलवाते हुए रिकॉर्डिंग की और आदित्य के हाथ और मुंह को बांध दिया। जिससे कुछ ही देर में उसकी सांसें रुक गई और उसने दम तोड़ दिया।

JABALPUR NEWS TODAY: HEADLINES, LATEST NEWS 19TH OCTOBER 2020 / जबलपुर: आज के महत्वपूर्ण समाचार - MP NEWS

Posted: 19 Oct 2020 06:42 AM PDT

मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में आज राज्य सरकारों ने की कोरोना वैक्सीन लगाने की तैयारियां तेज, सराफा एसोसिएशन के चुनाव संपन्न ,कैंट विधानसभा क्षेत्र के विधायक के दफ्तर के सामने हंगामा, ज्ञान गंगा कॉलेज में सीटों के आवंटन की प्रक्रिया एक बार फिर से शुरू, तांत्रिक पूजन के लिए वन्य प्राणियों के अंग बेचने वाले गिरफ्तार, समर्थन मूल्य पर शुरू की गई खरीदी में फर्जीवाड़ा और अन्य महत्वपूर्ण समाचार 

जबलपुर में कोरोनावायरस का टीका लगाने की तैयारियां शुरू

√ देश में कोरोना वैक्सीन जल्द आने की खबरों के बीच राज्य सरकारों ने इसको लगाने की तैयारियां भी शुरू कर दी है। टीका या वैक्सीन लगाने का काम एएनएम (ANM) द्वारा  ही किया जाता है परंतु जिले में एएनएम की संख्या आबादी के हिसाब से काफी कम है। विशेष अभियानों में ट्रेनिंग एएनएम और बीएससी नर्सिंग स्टाफ का भी सहयोग लिया जाता है।

जबलपुर सराफा एसोसिएशन चुनाव के लिए मतदान संपन्न

√ सराफा एसोसिएशन के चुनाव रविवार को मिलोनीगंज स्थित हितकारिणी स्कूल में संपन्न हुए। कल सुबह 10:00 बजे से 5:00 बजे तक मतदान प्रक्रिया चली उसके बाद शाम 6:00 बजे से देर रात तक मतगणना का कार्य किया गया।

विधायक अशोक रोहाणी के ऑफिस के सामने कांग्रेस का प्रदर्शन

√ कैंट विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री अशोक रोहाणी के दफ्तर के सामने आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी विधायक का दफ्तर घेर लिया परंतु यह कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भारी पड़ गया  पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खदेड़ा व कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी कर लिया।

ज्ञान गंगा इंजीनियरिंग कॉलेज में सीट आवंटन प्रक्रिया दोबारा शुरू

√ ज्ञान गंगा इंजीनियरिंग कॉलेज में तकनीकी शिक्षा को लेकर आज से कॉलेज में सीट आवंटन की प्रक्रिया एक बार फिर शुरू हो गई है। यह प्रक्रिया 19 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक चलेगी। कॉलेज के डायरेक्टर डॉ पंकज गोयल का कहना है कि डीटीआई द्वारा पहले राउंड में जेईई मेन की मेरिट लिस्ट के आधार पर आवंटन किया गया है।

तांत्रिक प्रक्रिया के लिए वन्य प्राणियों की तस्करी करने वाले तीन गिरफ्तार

√ वन विभाग एवं टाइगर स्ट्राइक फोर्स की कार्रवाई से तांत्रिक पूजन के लिए वन्य प्राणियों के अंग बेचने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों के अनुसार राम नारायण गुप्ता वन्य प्राणियों की तस्करी करता है। वन विभाग की टीम ने उसके घर दबिश कि जहां 5 नग जिंदा कछुए बरामद हुए। राम नारायण गुप्ता ने स्वयं बताया कि वह अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर तांत्रिक पूजन के लिए वन्यजीवों के अंगों की तस्करी करता है।

जबलपुर में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में फर्जीवाड़ा

√ समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होने से पहले ही फर्जीवाड़ा सामने आ गया है। कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें किसान के पास भूमि ही नहीं थी परंतु उसका पंजीयन  हो गया। दूसरा मामला जिसमें किसी दूसरे जिले के किसान का धान बेचने के लिए जबलपुर में रजिस्ट्रेशन हो गया। इसके अलावा व्यापारियों के पंजीयन होने की बात भी सामने आई है।

जबलपुर में दशहरे के साथ शुरू होगी गुलाबी ठंड

√ निम्न दाब का क्षेत्र बनने से आने वाले एक-दो दिनों के भीतर मौसम फिर एक बार करवट लेगा। दशहरे के आसपास न्यूनतम तापमान में कमी आएगी जिससे गुलाबी ठंड का एहसास होने लगेगा।

जबलपुर किडनैपिंग मामले के आरोपी की मौत

जबलपुर में 13 वर्षीय बालक का अपहरण कर हत्या करने वाले मुख्य आरोपी की मौत मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत। इस हत्याकांड में आज ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनका जुलूस भी निकाला था।

19 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

How to do EPFO e-nomination / कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में ई-नामांकन कैसे करें

Posted: 19 Oct 2020 06:25 AM PDT

भोपाल।
EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने सदस्यों के लिए ई-नामांकन की सुविधा शुरू की है। यह सभी सदस्यों के लिए अनिवार्य है। नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया के लिए ई-सेवा पोर्टल का उपयोग करना होगा। 

ई-नॉमिनेशन (EPFO e-nomination) का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अंशधारक की मृत्यु होने पर क्लेम का सही और जल्दी निपटान हो सकेगा। इससे परिवार को आर्थिक परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। EPFO e-nomination का दूसरा फायदा यह है कि यदि इसे समय से और सही तरीके से किया गया तो परिवार में विवाद की स्थिति नहीं बनेगी। EPFO e-nomination से सुनिश्चित होगा कि सदस्य अपने ईपीएफ अकाउंट की ओनरशिप ले और समय-समय पर उसे अपडेट करे। यह पेंशन फंड के असल वैल्युएशन में मददगार है। रिकॉर्ड डिजिटल रहेंगे और कर्मचारी का अनुभव बेहतर रहेगा।

EPFO ई-नामांकन में लगने वाले आवश्यक दस्तावेज

सदस्या का आधार कार्ड
परिवार के सदस्यों का आधार कार्ड
परिवार के सदस्यों का पता
परिवार के सदस्यों की फोटो जेपीईजी या जेपीजी या पीएनजी प्रारूप में। (फोटो अपलोड करने से पहले 3.5 सेमी X 4.5 सेमी के आकार तक सीमित होना चाहिए।) फोटो की यह फाइल 100 केबी से कम होना चाहिए।
कर्मचारी और परिवार के सदस्यों का बैंक विवरण
परिवार के सदस्यों को देय हिस्सेदारी का प्रतिशत।

ई नॉमिनेशन फाइल कर ऑनलाइन पेंशन का लाभ लें। रिटायरमेंट पर सदस्य अपना पेंशन प्रकरण (प्रपत्र 10डी) ऑनलाइन भर सकते हैं। सदस्य के निधन पर परिवार के सदस्य या नामित व्यक्ति अपनी पात्रतानुसार प्रपत्र 20/10डी/आयएफ ऑलाइनलाइन भर सकते हैं।

कैसे करें EPFO e-nomination?

ई-नॉमिनेशन प्रक्रिया पूरी करने के लिए मेम्बर के पास ई-साइन (आईडी पासवर्ड) होना जरूरी है। EPFO e-nomination के लिए सबसे पहले कर्मचारी को यूनिफाइड मेम्बर पोर्टल पर लॉग-इन करना होगा।इसके बाद यदि फोटो अपलोड नहीं है तो 'Profile section के 'View' सेक्‍शन में जाकर इसे अपलोड करें।
यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद 'Manage' टैब में जाकर 'e-nomination' पर क्लिक करें। इसके बाद नॉमिनी की डिटेल उपलब्ध कराई जा सकती है। 

इसके बाद सिस्टम यह सुनिश्चित करेगा कि अंशधारक की फैमिली है या नहीं। यदि सदस्य शादीशुदा है और उसका परिवार है तो उसे अपने परिवार की ​डिटेल जानकारी भरनी होगी। ध्यान रहे कि इस सेक्शन को पूरा करने के लिए परिवार के सदस्यों की फोटो और आधार डिटेल होनी जरूरी है, जैसे कि ऊपर बताया गया है।

इसके बाद, Save Family Details पर क्लिक करें। EPFO सदस्य नॉमिनेशन में परिवार के किस सदस्य को ईपीएफ फंड में कितनी हिस्सेदारी देना चाहता, उसकी जानकारी दे। इसके बाद सेव बटन पर क्लिक करें।

यदि कर्मचारी ने परिवार का जिक्र नहीं किया है तो सिस्टम उसे सीधे ईपीएफ नॉमिनेशन सेक्शन में ले जाएगा। यदि परिवार (पत्नी, बेटा या बेटी) नहीं है तो कर्मचारी को ईपीएस नॉमिनेशन की डिटेल देनी होगी।

भारत के 48 लाख कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में वृद्धि की तैयारी - EMPLOYEE NEWS

Posted: 19 Oct 2020 07:30 AM PDT

नई दिल्ली। भारत सरकार के 4800000 केंद्रीय कर्मचारियों के लिए गुड न्यूज़ है। यदि कुछ अशुभ नहीं हुआ तो उन के महंगाई भत्ते में जबरदस्त वृद्धि होने की संभावना है। संभावना जताई गई है कि भारत सरकार दीपावली से पहले ही अपने कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने का विचार बना रही है। यह उपभोक्‍ता मूल्‍य सूचकांक यानी CPI-IW के बेस ईयर यानी आधार वर्ष में बदलाव करने से संभव हो सकेगा। अगर सरकार इस आधार वर्ष को 2016 कर देती है तो कर्मचारियों को दिए जाने वाले महंगाई भत्‍ते DA में इजाफा होना तय है। इस परिवर्तन से देश के 48 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को सीधे तौर पर फायदा होगा।

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार वर्ष में परिवर्तन की संभावना

रिपोर्ट्स के अनुसार यह माना जा रहा है कि आगामी 21 अक्‍टूबर को सरकार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार वर्ष में परिवर्तन कर सकती है और इस संबंध में डिटेल जानकारी जारी कर सकती है। इस वर्ष के आरंभ में केंद्र सरकार ने डीए के भुगतान को हरी झंडी दे दी थी और प्रक्रिया भी शुरू होने वाली थी लेकिन मार्च में कोरोना महामारी के चलते लगाए गए देशव्‍यापी लॉकडाउन के दौरान डीए के भुगतान पर रोक लगा दी गई। यह रोक वर्ष 2021 तक के लिए लगाई गई है। वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों को जो महंगाई भत्‍ते का भुगतान किया जा रहा है वह 17 प्रतिशत है। पिछले दिनों ही सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए दिवाली प्री-पेड उपहार घोषित किया था। इस शॉपिंग कार्ड का उपयोग कर्मचारी 31 मार्च, 2021 तक कर सकते हैं।

प्राइवेट कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन में भी वृद्धि होगी

केंद्रीय कर्मचारियों की निगाहें अब 21 अक्‍टूबर को होने वाले निर्णय पर हैं। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार इस दिन नया CPI-IW सीपीआई-आईडब्ल्यू सूचकांक जारी कर सकते हैं। यदि यह बदल दिया जाता है तो कर्मचारियों का वेतन बढ़ना तय है क्‍योंकि वेतन एवं डीए का आकलन इस सीपीआई-आईडब्ल्यू पर ही आधारित होता है। जब इसे आधार वर्ष में परिवर्तित किया जाता है तो सीधा महंगाई भत्‍ते पर प्रभाव पड़ता है। उम्‍मीद यह भी जताई जा रही है कि सीपीआई-आईडब्ल्यू के आधार वर्ष को बदलने से निजी क्षेत्र के कामगारों के न्यूनतम वेतन में भी इजाफा होगा।

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक क्‍या होता है 

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक एक महत्‍वपूर्ण मापदंड है। इसका इस्‍तेमाल सेवाओं एवं वस्‍तुओं की एवरेज वैल्‍यू यानी औसत मूल्‍य के माप के लिए किया जाता रहा है। वस्‍तुओं एवं सेवाओं (goods and services) के एक स्‍टैंडर्ड ग्रुप की औसत मूल्‍य की गणना करके इसका कैल्‍क्‍युलेशन किया जाता है। इसका इस्‍तेमाल अर्थव्‍यवस्‍था में खुदरा मुद्रास्‍फीति का आकलन करने एवं कर्मचारियों के DA महंगाई भत्‍ते की गणना के लिए भी होता है।

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रसोई गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी के नियम बदले - NATIONAL NEWS

Posted: 19 Oct 2020 05:30 AM PDT

New LPG Cylinder Home Delivery Rules from Nov 1, 2020

नई दिल्ली। भारत में रसोई गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी के नियम बदल गए हैं। नए नियम 1 नवंबर 2020 से लागू हो जाएंगे। तेल कंपनियों का कहना है कि सही ग्राहक की पहचान करने और चोरी को रोकने के लिए नए सिस्टम को लागू किया गया है। इस सिस्टम को डिलीवरी ऑथेंटिकेशन कोड (DAC) नाम दिया गया है। 

रसोई गैस डिलीवरी के नए नियम में क्या होगा

वर्तमान में ग्राहक फोन पर रसोई गैस सिलेंडर के लिए बुकिंग करता है और सिलेंडर की होम डिलीवरी हो जाती है लेकिन अब बुकिंग कराने के बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक कोड आएगा। जब एलपीजी गैस सिलेंडर लेकर डिलीवरी बॉय आपके घर आएगा तो आपको उसे आपके मोबाइल पर प्राप्त हुआ CODE बताना होगा तभी आपको सिलेंडर की डिलीवरी दी जाएगी। यह सिस्टम केवल डोमेस्टिक रसोई गैस सिलेंडर पर ही लागू किया गया है। कमर्शियल सिलेंडर पर यह नियम लागू नहीं किया गया है। 

यदि रसोई गैस सिलेंडर सप्लाई करने वाली कंपनी का रिकॉर्ड में आपका कोई पुराना मोबाइल नंबर दर्ज है तो कृपया अपना नया नंबर अपडेट करा ले। डिलीवरी मैन के साथ साथ गैस एजेंसी के सभी कर्मचारियों के पास कंपनी का एक मोबाइल ऐप होता है। उस मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से आपका नंबर अपडेट हो जाएगा। आप रसोई गैस की बुकिंग करने के बाद जब डिलीवरी ब्वॉय सिलेंडर लेकर आएगा तब भी अपना नंबर अपडेट करा सकते हैं। इसके तुरंत बाद कोड जनरेट हो जाएगा और दिखाने पर सिलेंडर की डिलीवरी हो जाएगी। यानी कि आपको नंबर अपडेट कराने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। कंपनियों की ओर से बताया गया कि फिलहाल यह सिस्टम भारत की 100 स्मार्ट सिटी में लागू किया गया है, इसके बाद पूरे देश में लागू किया जाए।

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आधार अपडेशन मुफ्त, कोई शुल्क नहीं लगेगा, आयु सीमा की शर्त लागू - MP NEWS

Posted: 19 Oct 2020 08:44 AM PDT

भोपाल
। यदि बच्चे की उम्र 5 से 7 साल या फिर 15 से 17 साल है तो ऐसे बच्चों के आधार अपडेशन का कोई शुल्क नहीं लगेगा। प्राधिकरण की ओर से आदेश जारी किए जा चुके हैं। निर्धारित आयु वर्ग के बच्चों का पूरा बायोमैट्रिक डाटा यानी फिंगर प्रिंट व आयरिश स्कैनिंग समेत नाम, जन्मतिथि, पता, ईमेल आईडी, माता-पिता के नाम की स्पेलिंग या आधार में लिंग संबंधी यदि काेई गलती है तो वह मुफ्त में अपडेट करा सकेंगे।

यूआईडीएआई सेंटर मैनेजर इबरार अहमद ने बताया कि प्राधिकरण के रीजनल ऑफिस दिल्ली द्वारा इन आयु समूह के आधार में बायाेमैट्रिक अपडेशन के लिए काॅल किए जा रहे हैं। अहमद ने बताया कि भाेपाल शहर के 3000 लाेगाें के आधार नंबर निष्क्रिय हाे सकते हैं। वजह यह है कि उन्हाेंने आधार एनराेलमेंट कराने के बाद से अपडेशन नहीं कराया है। आधार निष्क्रिय हाेने से बचने के लिए तुरंत अपडेशन कराना हाेगा।

Online Aadhaar Update Request

Registered mobile number is mandatory for Online Aadhaar Update Request. You will receive OTP for Aadhaar Authentication in your registered mobile. Click Here
Note: For other updates like Head of Family/Guardian details or Biometric update, resident will be required to visit Aadhaar Seva Kendra or Enrolment/Update Centre.

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INDORE की लड़की ने बैंक मैनेजर को हनीट्रैप का शिकार बनाया - MP NEWS

Posted: 19 Oct 2020 06:34 AM PDT

इंदौर।
जूनी इंदौर थाना क्षेत्र में एक युवा दंपति के खिलाफ बैंक मैनेजर को ब्लैकमेल करने का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि लड़की ने घरेलू कामकाज के बहाने बैंक मैनेजर से संपर्क बढ़ाएं और शारीरिक संबंध बनाकर फोटो-वीडियो बना लिए। जब बैंक मैनेजर का ट्रांसफर गाजियाबाद हो गया तो उसे ब्लैकमेल करना शुरू किया। बैंक मैनेजर से युवा दंपति अब तक 850,000 रुपए वसूल चुका है।

जूनी इंदौर पुलिस के अनुसार 34 वर्षीय बैंक मैनेजर निखिल माथुर ने बताया- मेरी पोस्टिंग जब ग्वालियर और भोपाल में थी तो महिला मेरे यहां घरेलू कामकाज करती थी। मुझे लगा वह कुंआरी है। उससे आकर्षित हो गया। महिला ने संबंध बनाए। इस दौरान महिला ने मेरे कुछ फोटो और वीडियो भी बना लिए। 

बाद में पता चला कि महिला शादीशुदा है और उसके बच्चे हैं तो उसने उससे दूरी बना ली। बाद में महिला ने धमकाना शुरू कर दिया। अलग-अलग किस्तों में 5 लाख, 1.50 लाख और 2 लाख रुपए वसूल लिए। इस साजिश में इसका पति भी शामिल है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है परंतु अभी तक लड़की और उसके पति को गिरफ्तार नहीं किया है। पुलिस का कहना है कि लड़की की गिरफ्तारी के बाद दोनों पक्षों के नाम का खुलासा किया जाएगा।

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मध्य प्रदेश सरकार की विशेष अवकाश याचिका सुप्रीम कोर्ट में खारिज - MP NEWS

Posted: 19 Oct 2020 07:12 AM PDT

Special leave petition of Madhya Pradesh government dismissed by Supreme Court

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई विशेष अवकाश याचिका खारिज कर दी गई है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि राज्य सरकार ने याचिका दाखिल करने में 1 साल 10 महीने की देरी की। राज्य सरकारों को यह समझ लेना चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट उनकी सैरगाह नहीं है। इसलिए इसे खारिज कर दिया जाता है। 

सरकारें जानबूझकर देरी से याचिका दाखिल करती हैं: सुप्रीम कोर्ट 

मध्य प्रदेश सरकार की याचिका को खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की कि सरकारें जानबूझकर याचिका दायर करने में देरी करती है, ताकि उनकाे यह कहने का बहाना मिल जाए कि काेर्ट ने याचिका खारिज कर दी, अब इस मामले में कुछ नहीं किया जा सकता।

मध्य प्रदेश के ब्यूरोक्रेट्स के रवैया से सुप्रीम कोर्ट नाराज, 25000 का हर्जाना

जस्टिस संजय किशन काैल और दिनेश माहेश्वरी की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस संबंध में नाैकरशाहाें के रवैये पर भी नाराजगी जताई और याचिका काे लेकर 25 हजार रुपए का हर्जाना भी लगाया। मप्र राज्य बनाम भेरू लाल से जुड़े मामले में यह याचिका निर्धारित अवधि से 1 साल, 10 महीने, 1 दिन की देरी से दायर की गई थी। याचिका 15 अक्टूबर काे जस्टिस काैल की पीठ में सुनवाई के लिए आई थी।

राज्य सरकार को दी गई छूट असीमित अवधि के लिए नहीं: सुप्रीम कोर्ट

काेर्ट में राज्य सरकार की ओर से कहा गया था कि देरी का कारण "दस्तावेज की अनुपलब्धता और उन्हें व्यवस्थित करना बताया गया था। इसके लिए नौकरशाही को भी जिम्मेदार ठहराया गया था। इस पर सुप्रीम काेर्ट ने कहा, "इसमें काेई संदेह नहीं है कि सरकार की ओर से याचिका दायर करने में देरी काे कुछ हद तक छूट दी गई है, लेकिन इसे असीमित अवधि तक नहीं बढ़ाया जा सकता है।'

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COLLEGE ADMISSION: मध्यप्रदेश में साइंस लवर्स बढ़े, 12वीं पास स्टूडेंट्स की पहली पसंद BSc

Posted: 19 Oct 2020 03:50 AM PDT

भोपाल।
मध्य प्रदेश के सरकारी एवं प्राइवेट कॉलेजों में एडमिशन प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। फिलहाल एक्स्ट्रा राउंड चल रहा है जो जल्दी खत्म हो जाएगा। इस बार सबसे स्पेशल यह है कि मध्यप्रदेश में साइंस लवर्स की संख्या बढ़ गई है। सबसे ज्यादा एडमिशन आर्ट्स में होते हैं लेकिन उसके बाद मध्यप्रदेश में दूसरे नंबर पर कॉमर्स पसंद किया जाता था लेकिन इस बार ज्यादातर 12वीं पास स्टूडेंट्स ने साइंस (बीएससी में एडमिशन) लिया है। 

मध्यप्रदेश में कॉलेज एडमिशन क्लोज, सप्लीमेंट्री और रुक जाना नहीं वालों का का क्या होगा

मध्यप्रदेश में 18 अक्टूबर 2020 को प्राप्त आंकड़ों के अनुसार यूजी-पीजी में 3.50 लाख एडमिशन हुए हैं, जिनमें यूजी में 2.90 लाख और पीजी में 60 हजार हैं। इनमें आर्ट्स के बाद बीएससी में सबसे ज्यादा एडमिशन हुए हैं। वहीं 1405 कॉलेजों में मूल प्रवेश प्रक्रिया बंद हो गई है। अब 'रुक जाना नहीं' और 'सप्लीमेंट्री' के विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त राउंड चल रहा है।

कोरोना वायरस के कारण मध्यप्रदेश में साइंस में एडमिशन ज्यादा हुए

साइंस की सीटें फुल कर चुके कॉलेजों के कुछ प्रिंसिपल्स ने कहा कि पिछले साल तक साइंस के अधिकतर स्टूडेंट्स प्रदेश से बाहर पढ़ाई करने चले जाते थे। इसलिए यहां के कॉलेजों में साइंस सब्जेक्ट में एडमिशन कम होते थे। इस बार कोरोना संकमण के कारण पैरेंट्स बच्चों को बाहर पढ़ने के लिए नहीं भेज रहे। ऐसे में इन सभी छात्रों ने प्रदेश के साइंस कॉलेजों में एडमिशन लिया है, इसलिए एडमिशन ज्यादा हुए हैं और कॉमर्स के बजाय साइंस चूज करने वाले छात्र बढे हैं।

इंजीनियरिंग और कॉमर्स वालों को नौकरी नहीं मिलती, इसलिए साइंस ले रहे हैं स्टूडेंट्स

उच्च शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारियों का मानना है कि जिस तरह इंजीनियरिंग का क्रेज एकदम से बढ़ा और फिर बाद में जॉब की कमी के कारण कम हो गया, उसी तरह पिछले वर्षों में कॉमर्स पास होकर निकले युवाओं को भी जॉब मिलने में तेजी से कमी आई है। इसलिए एक बार फिर स्टूडेंट्स ने साइंस में एडमिशन लेकर रिसर्च और मेडिसन के क्षेत्र में कॅरियर तलाशना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं चीन से आयात पर रोक के बाद भारत में फार्मेसी सेक्टर के तेजी से डेवलप होने से जॉब्स भी बढ़ेंगे।

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कमलनाथ की कुर्सी छिन गई तो पागल हो गए, महिलाओं को घूरता है: इमरती देवी - GWALIOR NEWS

Posted: 19 Oct 2020 01:24 AM PDT

ग्वालियर
। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव में ग्वालियर जिले की डबरा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी एवं कैबिनेट मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने कमलनाथ के "आइटम" बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कमलनाथ यह मुख्यमंत्री बनने आए थे। कुर्सी छिन गई तो पागल हो गए हैं। महिलाओं की इज्जत करना नहीं आता। महिलाओं को घूरता रहता है। 

श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि कमलनाथ ने जो भी किया और कहा वह स्वाभाविक था। क्योंकि वह मध्यप्रदेश के नहीं है इसलिए उन्हें मध्य प्रदेश की संस्कृति के बारे में भी नहीं पता। यहां महिलाओं का सम्मान किया जाता है परंतु वह जहां से हैं वहां शायद महिलाओं का सम्मान नहीं किया जाता होगा। 

श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि कमलनाथ मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री बनने के लिए आए थे। मुख्यमंत्री पद की कुर्सी छिन गई तो पागल हो गए हैं। यहां वहां कुछ भी कहते रहते हैं। महिलाओं का सम्मान करना कमलनाथ को कभी नहीं आता। आपने पहले भी देखा था, मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी बेटी की उम्र की हीरोइन की कमर में हाथ डाल कर खड़े थे।

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आइटम कोई अपमानजनक शब्द नहीं: कमलनाथ ने कहा, माफी नहीं मांगेंगे - MP NEWS

Posted: 18 Oct 2020 11:00 PM PDT

भोपाल।
मध्य प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। विधानसभा उपचुनाव के बीच कमलनाथ में कैबिनेट मंत्री एवं दलित महिला श्रीमती इमरती देवी को "आइटम" कहा। चारों तरफ विरोध शुरू हो गया। कमलनाथ ने इस मामले में माफी मांगने के बजाय अपने बयान पर टिके रहने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि आइटम कोई अपमानजनक शब्द नहीं है। 

अड़ गए कमलनाथ: ना बयान वापस लेंगे, ना माफी मांगेंगे 

कैबिनेट मंत्री एवं दलित महिला श्रीमती इमरती देवी के संदर्भ में आपत्तिजनक बयान की चारों तरफ निंदा होने के बावजूद कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ अपने बयान पर टिके हुए हैं। उन्होंने तय किया है कि ना तो वह अपना बयान वापस लेंगे और ना ही माफी मांगेंगे। उल्टा उन्होंने अपने बयान को जस्टिफाई करते हुए कहा कि "आइटम" शब्द अपमानजनक नहीं है। लोकसभा और विधानसभा में कार्यसूची को आइटम नंबर लिखा जाता है, पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में भी आइटम नंबर लिखा जाता है। क्या यह असम्मानजनक है? कमलनाथ ने कहा कि क्या यह कोई मुद्दा है? क्या इससे जनता का जीवन जुड़ा है। 

वीडियो में खुद देखिए कमलनाथ ने इमरती देवी के लिए आइटम शब्द का उपयोग किस तरह से किया, और यह सम्मानजनक है या अपमानजनक 


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MP BOARD ने हायर सेकेंडरी में से 21 विषय खत्म किए, विशेषज्ञ शिक्षक नाराज - MP NEWS

Posted: 19 Oct 2020 12:56 AM PDT

भोपाल।
माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश, भोपाल (MPBSE) ने हायर सेकेंडरी (11th-12th) व्यवसायिक पाठ्यक्रम में 21 विषयों को हटा दिया है। अब इन विषयों में स्टूडेंट्स को एडमिशन नहीं मिलेगा। बोर्ड का कहना है कि इन विषयों में एडमिशन नहीं आ रहे थे और हमारे पास टीचर भी नहीं है। जबकि हायर सेकेंडरी के विशेषज्ञों का कहना है कि सभी विषय स्टूडेंट्स के लिए काफी उपयोगी है और इन्हें घटाने के बजाय बढ़ाना चाहिए। माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश का यह फैसला प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के खिलाफ है।

माध्यमिक शिक्षा मंडल ने हायर सेकेंडरी में से इन विषयों को हटाया गया

एग्रीकल्चरल बिजनेस मेनेजमेंट, पोल्ट्री फॉर्मिंग, ऑफिस मैनेजमेंट, डेयरी फॉर्मिंग, फोटोग्राफी, वेल्डिंग टेक्नॉलॉजी एंड फेब्रीकेशन, हॉस्पिटल हाउस कीपिंग, लेदर टेक्नोलॉजी, टेक्सटाइल डिजाइनिंग, विड गुड्स मेकिंग एंड कार्विंग, एक्सरे टेक्नीशियन, नरिसिंग एंड मिडवाइफरी, फैशन डिजाइनिंग एंड गारमेंट मेकिंग, मार्केटिंग एंड सेल्समेनशिप, को ऑपरेटिव मैनेजमेंट, फॉर्म मैकेनिक्स, प्रिंटिंग बाइंडिंग, फ्रूट्स एंड वेजिटेबल प्रिजर्वेशन, बेकरी, बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन, मोपेड, स्कूटर, मोटर साइकिल रिपेयर।

MP BOARD हायर सेकेंडरी व्यवसायिक पाठ्यक्रम में अब केवल इन विषयों में एडमिशन

जारी आदेश के मुताबिक एमपी बोर्ड 11वीं और 12वीं में हार्टिकल्चर, बुक कीपिंग एंड एकाउंटेंसी, गारमेंट मेकिंग-कॉस्च्यूम डिजाइनिंग एंड टेलरिंग, रिपेयर ऑफ रेडियो एंड टीवी, रिपेयर ऑफ इलेक्ट्रिक डोमेस्टिक एप्लाइंसेज, बैंकिंग असिस्टेंस, स्टोर कीपिंग, कंप्यूटर एप्लीकेशन, मेडिकल लेबोरेट्री टेक्नोलॉजी और स्टेनो टाइपिंग कोर्सों में अब रेगुलर एडमिशन दिया जाएगा।

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मध्य प्रदेश में दलित समाज, कांग्रेस को वोट ना दें: कमलनाथ से नाराज मायावती की अपील - MP NEWS

Posted: 18 Oct 2020 09:57 PM PDT

भोपाल।
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती जिन्होंने 2018 में कमलनाथ को बिना शर्त समर्थन दिया था, उनके खिलाफ खड़ी हो गई है। मायावती ने मध्य प्रदेश के दलित समाज से अपील की है कि वह कांग्रेस को वोट ना दें। उन्होंने कमलनाथ द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग की महिला नेता एवं कैबिनेट मंत्री श्रीमती इमरती देवी के संदर्भ में की गई बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी "ये क्या आइटम है" पर अपनी कड़ी आपत्ति जताते हुए निंदा की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस नेता की तरफ से की गई टिप्पणी महिला विरोधी और अति शर्मनाक है। कांग्रेस आलाकमान को इस बयान के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। 

कमलनाथ की कहने का तरीका हर वर्ग के व्यक्ति को चुभ गया

आपको बता दें कि पूर्व सीएम कमलनाथ रविवार को ग्वालियर जिले के डबरा दौरे पर थे। इस दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने मध्य प्रदेश की कैबिनेट मंत्री, अनुसूचित जाति वर्ग की महिला नेता एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी इमरती देवी को लेकर बेहद आपत्तिजनक बयान दे डाला था। बीजेपी की प्रत्याशी इमरती देवी पर तंज कसते हुए कहा कि आप तो उसे मुझसे ज्यादा पहचानते हैं, आपको मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था। ये क्या आइटम है। (इसके बाद कमलनाथ ने जनता की तरफ देखकर डर्टी स्माइल दी, कुछ लोगों ने तालियां बजाई, कुछ लोग ठहाके लगाने लगे, कमलनाथ ने फिर कहा "ये क्या आइटम है।")

अकेले पड़े कमलनाथ, मध्य प्रदेश के गैर राजनीतिक लोग भी नाराज

कमलनाथ के इस बयान की चारों तरफ घोर निंदा हो रही है और अब तक कमलनाथ ने माफी नहीं मांगी है। भारतीय जनता पार्टी पूरे प्रदेश में कमलनाथ के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। दलित समाज के संगठनों ने कमलनाथ का पुतला दहन शुरू कर दिया है। भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और इंदौर में ज्योतिरादित्य सिंधिया 2 घंटे का मौन धारण करके विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। और इस सब के बाद अब मायावती का बयान। यानी उपचुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी और उससे जुड़े लोग जो कांग्रेस के प्रति नरम रुख रखते थे, कमलनाथ से नाराज हो गए हैं।

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राजगिरा क्या है: अनाज, दाल, फल या फिर केमिकल, चलिए पता लगाते हैं - GK IN HINDI

Posted: 18 Oct 2020 11:08 PM PDT

भारतवर्ष के सबसे अच्छे 9 दिन (नवरात्रि) चल रहे हैं, जब गली-गली में श्रद्धा और आस्था की लहरें भक्तों के हृदय में से डर और डिप्रेशन को दूर भगातीं है। ज्यादातर लोग उपवास रखते हैं। विदेशी वृक्ष के तने से बनने वाले साबूदाने के बाद फलाहार में राजगिरा से बने व्यंजन खाए जाते हैं। जैसे राजगिरा के लड्डू, हलवा, खीर, पूरी ,पराठे, पकोड़े आदि। प्रश्न यह है कि राजगिरा क्या है। कहां से आता है। कहां पाया जाता है। खेतों में उगाया जाता है या बगीचे में मिलता है। आइए आज पता लगाते हैं:-

नवरात्रि के उपवास में राजगिरा क्यों खाया जाता है

भारत में राजगिरा को कई नामों से जाना जाता है। राजगिरा के अलावा राजगिर, चौलाई, लाल साग, रामदाना आदि नामों से भी जाना जाता है। सरल शब्दों में बताएं तो राजगीर भी भारतीय फसल या पौधा नहीं है। इसकी उत्पत्ति अफ्रीका के जंगलों में हुई है। इसे अफ्रीकी पालक भी कहा जाता है। वैज्ञानिक इसे झूठा अनाज कहते हैं और जंगली घास की एक प्रजाति के रूप में दर्ज करते हैं। कुल मिलाकर राजगिरा ना तो कोई फल है, ना दाल और ना ही अनाज। यह तो अफ्रीका के जंगलों की घास है। क्योंकि इसमें अत्यधिक मात्रा में प्रोटीन और आयरन पाया जाता है अतः इसे उस समय सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है जब मनुष्य को शारीरिक श्रम करने की आवश्यकता है और उसके पास पर्याप्त भोजन ना हो। आइए अब वैज्ञानिक दृष्टि से जानते हैं कि राजगीर क्या है:-

राजगिरा का वैज्ञानिक नाम क्या है

राजगीर वैज्ञानिक दृष्टि से Amarantheceae family में आता है। जिसका वैज्ञानिक नाम  Amaranthus cruentus है। इसे African spinach (अफ्रीकन पालक) भी कहा जाता है।यह एक cosmopolitan (कॉस्मापॉलिटन ) या सर्वव्यापी, (Annual) या वार्षिक, छोटा पौधा है। इसकी कुछ प्रजातियों को लीफ वेजिटेबल्स (Leafvegetable) के रूप में उपयोग किया जाता है। यह pseudocereal (झूठा अनाज), ornamental plant (सजावटी पौधा)  तथा weed (जंगली घास) के रूप में भी उपयोगी है।

आइए जानते हैं राजगीर का आटा कैसे प्राप्त होता है

राजगीर का आटा राजगीर के पेड़ के बीज से प्राप्त होता है। जिस के बीजों को सुखाकर और पीसकर कर आटा तैयार किया जाता है। इस आटे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, रेशांक (fibre) तथा लोह तत्व उपस्थित होता है। इसके साथ ही इसमें ग्लूटेन (Gluten) नामक चिपचिपा या लसलसा पदार्थ भी पाया जाता है। जो इस आटे को लोच प्रदान करता है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)

क्या फरार व्यक्ति अग्रिम जमानत का हकदार होता है, क्या होती है फरार व्यक्ति की उद्द्घोषणा, जानिए CRPC धारा 83

Posted: 18 Oct 2020 12:37 PM PDT

जब भी कोई व्यक्ति अपराध करने के बाद खुद को छुपा लेता है और इन्वेस्टिगेशन में सहयोग नहीं देता तो अक्सर मीडिया में कहा जाता है कि वह व्यक्ति फरार हो गया परंतु सरकारी दस्तावेजों के अनुसार वह फरार नहीं होता। एक व्यक्ति तकरार होता है जब वह अपने आपको इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (पुलिस इत्यादि) से लंबे समय तक छुपाए रखने में सफल हो जाए और न्यायालय के सामने जाकर इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यह स्वीकार कर लेगी वह आरोपी को ढूंढ पाने में असफल साबित हुई है।

जानिए फरार होना क्या है:-

फरार होने से सामान्य अर्थ अपने आपको छिपाना होता है। इसके अंतर्गत यह आवश्यक नहीं है कि वह व्यक्ति जहाँ हो उस स्थान को छोड़ दे। वह उसी स्थान पर रह सकता है एवं अपने को छिपा सकता है। फरार शब्द का अर्थ केवल एक या दो दिन अनुपस्थित से नहीं निकलता है, इसका अर्थ होता हैं लगातार कुछ दिनों तक अनुपस्थित रहना।

दण्ड प्रक्रिया संहिता,1973 की धारा 83 की परिभाषा:-

कोई भी आरोपी न्यायालय द्वारा भेजे गए वारण्ट को नहीं मानता है एवं समन प्राप्त होने के बाद भी उपस्थित नहीं होता, तब न्यायालय को CRPC धारा 82 के अनुसार अधिकार प्राप्त है कि वह ऐसे आरोपी के लिए फरारी की उद्द्घोषणा (सरकारी या सार्वजनिक घोषणा) जारी करेगा। कि उचित समय और उचित स्थान पर आकर न्यायालय को बयान दे। सार्वजनिक घोषणा निम्न स्थान पर की जाएगी:-
1. ग्राम पंचायत में सार्वजनिक स्थान पर जहाँ ग्राम के व्यक्तियों को जानकारी हो।
2. आरोपी के निवास स्थान के पास होना चाहिए।

अगर फरार व्यक्ति न्यायालय की उद्द्घोषणा की शर्तों को नही मानता है, तब न्यायालय स्वतंत्र हो जाता है अगली कार्यवाही के लिए।

क्या फरार व्यक्ति अग्रिम जमानत का हकदार होता है?:-

जी नहीं! फरार व्यक्ति अग्रिम जमानत का हकदार नहीं होता है जानिए।
स्टेट ऑफ मध्यप्रदेश बनाम प्रदीप शर्मा वाद:-* इस मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा यह अभिनिधरित किया गया है कि फरार व्यक्ति किसी भी प्रकार से अग्रिम जमानत का हकदार नहीं होता है। :- लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

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टेंशन और डिप्रेशन से मुक्ति के लिए हेल्पलाइन नंबर / Helpline number for tension and depression relief

Posted: 18 Oct 2020 12:30 PM PDT

कोविड 19 कोरोना वायरस संक्रमण से उपजे संकट और लॉकडाउन का प्रभाव व्यक्ति की जीवनशैली के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ा है। इन परिस्थितियों में आमजन तनावग्रस्त और अवसादग्रस्त न हों इसके लिए भोपालवासियों को मनोवैज्ञानिक परामर्श हेल्पलाइन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।  स्वास्थ्य विभाग की हेल्पलाइन नंबर 1800-233-0175 पर कॉल करके व्यक्ति मनोवैज्ञानिक परामर्श ले सकता है।  यह सुविधा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित की जा रही है। 

संस्थागत क्वारंटाइन या होम आइसोलेट किए गए व्यक्तियों और उनके परिजनों को भी इस सुविधा के जरिए अपनी मनोवैज्ञानिक परेशानी का समाधान विशेषज्ञों द्वारा प्राप्त हुआ है। लॉकडाउन के कारण अकेलेपन या एक ही स्थान पर रहने के कारण अवसादग्रस्त हुए लोगों ने भी अपने मन की ​बात विशेषज्ञों से साझा की और उन्हें तनावमुक्ति के लिए उचित परामर्श दिया गया है।

मनोवैज्ञानिक परामर्श हेल्पलाइन पर कॉल करने वाले लोगोंं के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव के तरीके भी साझा किए जाते हैं। साथ ही उन्हें यह भी बताया जाता है कि संक्रमण से बचते हुए क्वारंटाइन या आइसोलेट किए गए व्यक्ति के साथ कैसे व्यवहार करना है। उन्हें समझाया जाता है कि इस समय हमें एक दूसरे के साथ और सहयोग की आवश्यकता है और इसी से हम इस कोरोना महामारी को हरा सकते है।

टाइफाइड से बचने के लिए क्या करें / What to do to avoid typhoid

Posted: 18 Oct 2020 12:16 PM PDT

वर्तमान मौसम परिवर्तन की स्थितियों में सामान्य रूप से टाईफाईड और जलजनित बीमारियों से प्रभावित होने की आशंका आमजन के लिए बढ़ जाती है। भोपाल के स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस बारे में गाइडलाइन जारी की गई है। कृपया ध्यानपूर्वक पढ़ें एवं पालन करें:-

✔ टाईफाईड यानी मोतीझरा जिसे सामान्य भाषा में मियादी बुखार कहा जाता है। 
✔ टाईफाईड सालमोनेला टाईफी नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। 
✔ ये बेक्टीरिया सामान्यत: दूषित पानी या संक्रमित खाद्य पदार्थों में ही पनपता हैं। 
✔ दूषित पानी या संक्रमित भोज्य पदार्थ का उपयोग करने से व्यक्ति बीमार हो जाता है। 
✔ तेज बुखार के साथ उल्टी, बदन दर्द, कमजोरी, सिरदर्द, पेटदर्द, भूख ना लगना आदि टाईफाईड के मुख्य लक्षण है। 

✔ लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर उचित जांच एवं उपचार कराना चाहिए। 
✔ पेयजल छानकर एवं उबालकर उपयोग करें, बाहर का खाना खाने से बचें। 
✔ ठेले पर बिकने वाले खाद्य पदार्थों एवं पेय पदार्थों का उपयोग नहीं करें। 
✔ फल या सब्जी को पानी से धोकर ही उपयोग करें। 
✔ खाना खाने से पहले अपने हाथ साबुन से अच्छी तरह धोएं। 
✔ व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। 
✔ घर के आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखें। 
✔ किचन में भोज्य पदार्थ ढांक कर रखें। 
✔ पानी पीने के लिए हेंडल वाले मग का उपयोग करें। 
✔ बासी भोजन का प्रयोग ना करे, ताजा भोजन करें। 
✔ दरवाजों के हैंडल, टेलीफोन व नल पर होने वाली गंदगी से बचें। 
✔ नियमित तथा तेज बुखार के साथ उल्टी की शिकायत होने पर नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सक से संपर्क करें। 
✔ सभी सरकारी अस्पतालों में टाईफाईड की जॉच उपचार की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध है।

ऐसी जानकारियां जो आपको सोसायटी में स्पेशल बनातीं हैं 

बटाईदार किसान एग्रीमेंट की कॉपी तहसीलदार के पास जमा कराएं - BHOPAL NEWS

Posted: 18 Oct 2020 11:48 AM PDT

मध्यप्रदेश भूमि स्वामी बटाईदारों के हित संरक्षण अधिनियम 2016

भोपाल। सामान्य तौर से कृषकों और भू-स्वामियों द्वारा अपनी भूमि अन्य व्यक्तियों को धन या फसल का अंश भूमि स्वामी को देकर खेती के लिए भूमि दे दी जाती है जिसे सामान्य तौर पर बटाई, सिकमी, अन्य स्थानीय नामो से जाना जाता है। ततसंबंध में मध्यप्रदेश भूमि स्वामी एवं बटाईदारो के हित संरक्षण अधिनियम 2016 के अनुरूप भूमि बटाई पर दिए जाने की मान्यता प्रदान की गई है।

अधिनियम भूमि स्वामी बटाईदार दोनो के हितो का संरक्षण करता है अब कोई भी भूमि स्वामी अपनी भूमि बटाई पर देने या किसी व्यक्ति द्वारा बटाई पर लेने की वैधानिकता तभी मानी जाएगी जब दोनो पक्षो के द्वारा मध्यप्रदेश भूमि स्वामी बटाईदारों के हित संरक्षण अधिनियम 2016 के नियम चार के तहत अनुबंध निष्पादित किया हो और एक प्रति संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार को उपलब्ध कराई हो।

कोई भी बटाईदार, भूमि बटाई पर लेकर यदि वह फसल क्षति की देय राहत राशि, बीमा राशि और कृषि उपज का उपार्जन हेतु शासन द्वारा तभी स्वीकार माना जाएगा जब भूमि स्वामी और बटाईदार के मध्य उपरोक्त अधिनियम के अंतर्गत अनुबंध निष्पादित हुआ हो और विधिवत अनुबंध के अभाव में उपरोक्त हित लाभ दिया जाना संभव नही होगा। अतः हितवद्व व्यक्ति उपरोक्त अधिनियम के तहत कार्यवाही करना सुनिश्चित करेंगे।

19 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले समाचार

क्यों भारत में व्यापार करना आसान नहीं है ? - Pratidin

Posted: 18 Oct 2020 11:15 PM PDT

मध्यप्रदेश हो या देश का कोई अन्य प्रदेश, सारे मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अनुसरण करते हुए विदेशी उद्ध्योगपतियों को आकर्षित करने के नाम पर विदेश भ्रमण कर ही आते हैं | इस भ्रमण और प्रदर्शन कार्यक्रम के नतीजे के रूप में विदेशी संस्थानों का देश में आना होना और उसके परिणाम स्वरूप जी डीपी में बढ़ोतरी होना होना चाहिए था | लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है | अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का आकलन है, बांग्लादेश प्रति व्यक्ति जीडीपी के मामले में भारत से आगे निकल जाएगा। इसके कई कारण नजर आते हैं।कुछ प्रमुख कारण बड़े सवाल भी पैदा करते हैं|

जैसे क्या भारत में निर्यात करना या व्यवसाय करना उतना ही आसान है, जितना बांग्लादेश में? यदि भारत मांग और दुनिया के अनुरूप चलता , तो आज एशिया के देशों में सबसे आगे होता । देश में इस बात बहुत चर्चा होती है कि कारोबार को कैसे बेहतर या आसान बनाया जाए। विश्व बैंक की 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' की रैंकिंग में भारत पिछले साल ६३ वें स्थान पर था| इसके विपरीत अप्रैल २०१८  से अगस्त २०१९  के बीच चीन से बाहर गए ५६  व्यवसायों में से केवल ३ भारत आए, शेष ने वियतनाम, ताइवान, थाईलैंड और इंडोनेशिया को चुना। ध्यान देने वाली बात यह है कि इसी रैंकिंग में भारत व्यापार स्थापित करने में १३६ वें, अनुबंधों को लागू करने में १६३ वें, संपत्ति के पंजीकरण में१५४ वें और कर भुगतान में ११५ वें स्थान पर था।

गत माह प्रकाशित की गई भारत के राज्यों की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में राज्यों की स्थिति सुधरती तो दिख रही है, लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और बयां करती है। जैसे, इस रैंकिंग में२०१७ में उत्तर प्रदेश १२ वें स्थान पर था और ताजा रैंकिंग में वह दूसरे स्थान पर है। इसका अर्थ तो यही है कि वहां व्यापार करना बहुत आसान होगा, लेकिन वहां की हकीकत किसी से छिपी नहीं है, व्यापारी वहां की कानून व्यवस्था को अनूकुल नहीं मन रहे हैं । कागजी बदलाव और जमीनी बदलाव में बहुत फर्क होता है। सरकारें कितने भी दावे कर दें, जब तक कागजी बदलाव को जमीन पर नहीं उतारा जाएगा, कुछ नहीं बदलेगा। 

जब भी हमारी तुलना होती है पडौसी बंगलादेश से होती है | जरा बंगलादेश की अर्थव्यवस्था पर गौर करें, तो मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात उसकी आर्थिकी के दो मजबूत स्तंभ हैं। वस्त्र-निर्यात उसके कुल निर्यात का ८० प्रतिशत है। निर्यात के लिए उसने नियमों को बहुत सरल भी किया है और निर्यात को सुविधाओं से लैस भी। जैसे, वहां किसी सामान को बंदरगाह तक पहुंचने में एक दिन लगता है, पर भारत में करीब सात दिन। वहां की अर्थव्यवस्था में मैन्युफैक्चरिंग का हिस्सा भी करीब २४.२ प्रतिशत है, जबकि भारत में लगभग १८ प्रतिशत । यह तुलना इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर रोजगार के अवसर पैदा करने की सबसे ज्यादा क्षमता रखता है।भारत में रोजगार की बेहद जरूरत है |

भारत के व्यापार जगत का अविश्वास इस बात से भी झलकता है कि उद्योग और इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों में क्रेडिट-ग्रोथ में भारी गिरावट आई है। आर्थिक अनिश्चितता से जहां कुछ क्षेत्रों में व्यापार जगत क्रेडिट लेने से परहेज कर रहा है, वहीं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को क्रेडिट की नहीं, नकद सहायता की जरूरत है। व्यवसाय करना मुश्किल होता जा रहा है। अब समय आ गया है, व्यापार को और सरल बनाने के लिए सभी हितधारकों का ख्याल रखना होगा, खासकर बेहतर बुनियादी ढांचा, संगत आर्थिक नीतियां, भूमि/श्रम शासन में सुधार और पर्याप्त वाणिज्यिक अदालतें जरूरी हैं।

अमेरिका और चीन के व्यापार-युद्ध में कंपनियों को भारत की तरफ आकर्षित करने का मौका भी हमारे पास था, लेकिन हम कितना लाभ ले पाए, यह एक बड़ा सवाल है ? रही-बची कसर कर-व्यवस्था में सुधार न लाने की जिद पूरी कर रही है, जिस कारण कई कंपनियां भारत में मुश्किल महसूस कर रही हैं। जैसे, ऑटो कंपनियां सरकार से दो पहिया वाहनों पर जीएसटी २८ प्रतिशत से १८  प्रतिशत करने की मांग कर रही हैं। यह छूट आवश्यक है, क्योंकि पिछले दो वर्षों में जनरल मोटर्स, मान ट्रक और हार्ले डेविडसन जैसी कंपनियां भारत में अपना निर्माण बंद कर चुकी हैं।

भारत में आज भी किसी व्यवसाय को स्थापित करने में औसतन १८  दिन लगते हैं, जबकि न्यूजीलैंड में यह आधे दिन का काम है। प्रॉपर्टी रजिस्टर करने में भी भारत में ३० से ५८  दिन तक लगते हैं। भारत को दूसरे देशों से सीख लेकर यहां की व्यावसायिक प्रक्रियाओं को ऐसा सरल बनाना होगा,जिससे  व्यापारियों के  समय और पैसे की बचत हो |  वैसे सरकार ने भी व्यापार में सुधार के कई दावे किए हैं, मगर जमीन पर लाभ नहीं दिख रहा है|
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श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।
संपर्क  9425022703        
rakeshdubeyrsa@gmail.com
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