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Wednesday, October 28, 2020

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)


EPF ऑनलाइन शिकायत कहां और कैसे करें

Posted: 28 Oct 2020 08:18 AM PDT

ईपीएफ यानी एम्पलाई प्रोविडेंट फंड (कर्मचारी भविष्य निधि) किसी भी कर्मचारी की वह संपत्ति होती है जो उसके आड़े वक्त में काम आती है। स्वभाविक है कि कर्मचारी चाहता है उसे उसका जमा धन वापस प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो परंतु नियमों और प्रक्रियाओं की जानकारी ना होने के कारण कई बार कर्मचारी परेशान होते हैं। ऐसी स्थिति में कुछ शरारती तत्व कर्मचारियों का फायदा भी उठाते हैं। यहां आपको बताया जा रहा है कि कर्मचारी भविष्य निधि के संबंध में किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर आप घर बैठे ऑनलाइन शिकायत कैसे कर सकते हैं।

how to file online complaint for EPF

स्टेप 1. www.epfigms.gov.in वेबसाइट पर जाएं और शिकायत दर्ज करने के लिए 'Register Grievance' पर क्लिक करें।
स्टेप 2. आपको एक नया पेज खुला दिखाई देगा। आपको पीएफ मेंबर, ईपीएफ पेंशनर, एंप्लॉयर आदि में से वह स्टेटस चुनना होगा, जिसमें शिकायत दर्ज करानी है।

स्टेप 3. पीएफ अकाउंट से जुड़ी शिकायत दर्ज कराने के लिए स्टेटस के तौर पर 'पीएफ मेंबर' चुनना होगा। अपना यूएएन और सिक्योरिटी कोड डालें।
स्टेप 4. जानकारी डालने के बाद आपको 'गेट डिटेल्स' पर क्लिक करना होगा। अब आपके यूएएन से लिंक्ड आपकी व्यक्तिगत जानकारी स्क्रीन पर दिखाई देगी। 


स्टेप 5. अब 'Get OTP' पर क्लिक करें। आपने जो रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी दी है OTP उसी पर आएगा।
स्टेप 6. ओटीपी डालकर सबमिट पर क्लिक करें। ओटीपी के वेरिफिकेशन के बाद आपको पर्सनल डिटेल्ड डालने के लिए कहा जाएगा।

स्टेप 7. आपको उस पीएफ नंबर पर क्लिक करना होगा, जिसके संबंध में शिकायत दर्ज करवानी है।
स्टेप 8. अब एक पॉप-अप आएगा। यहां आपको वह विकल्प चुनना होगा जिससे आपकी शिकायत संबंधित है- PF कार्यालय, नियोक्ता, कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा (EDLI) योजना या पूर्व-पेंशन।

स्टेप 9. डिटेल और जरूरी दस्तावेज अपलोड करें। इसके बाद सबमिट पर क्लिक करें।
स्टेप 10. आपकी शिकायत दर्ज हो जाएगी। इसके बाद शिकायत का रजिस्ट्रेशन नंबर आपके मोबाइल नंबर या ईमेल-आईडी पर आ जाएगा।

दिग्विजय सिंह का सौदेबाजी वाला ऑडियो वायरल, कमलनाथ के दावे पर सवाल - GWALIOR NEWS

Posted: 28 Oct 2020 07:44 AM PDT

भोपाल। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं उपचुनाव में कांग्रेस का चेहरा श्री कमलनाथ लगातार दावा कर रहे हैं कि वह सौदेबाजी की राजनीति नहीं करते परंतु सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हो रहा है। इस ऑडियो में पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रोशन मिर्जा से सौदेबाजी करते हुए सुनाई दे रहे हैं। (भोपाल समाचार इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता परंतु समाचार लिखे जाने तक श्री दिग्विजय सिंह की ओर से इसका खंडन नहीं किया गया था।) 

दिग्विजय सिंह, रोशन मिर्जा के साथ सौदेबाजी करते सुनाई दे रहे हैं

श्री रोशन मिर्जा ग्वालियर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हैं। नाम वापस लेने की निर्धारित तारीख तक उन्होंने नाम वापस नहीं लिया। बताया जा रहा है कि श्री रोशन मिर्जा मुस्लिम समाज के वोटों को लामबंद करने में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। वायरल ऑडियो में श्री दिग्विजय सिंह, रोशन मिर्जा के साथ सौदेबाजी करते सुनाई दे रहे हैं। 

श्री दिग्विजय सिंह सपा प्रत्याशी को आश्वस्त कर रहे हैं कि यदि कांग्रेस पार्टी के समर्थन में बैठ जाते हैं तो उन्हें कांग्रेस पार्टी की तरफ से नगर निगम चुनाव में पार्षद का टिकट दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस ऑडियो को सपा प्रत्याशी श्री रोशन बिरजा द्वारा ही वायरल किया गया है। हालांकि ऑडियो में श्री रोशन मिर्जा, दिग्विजय सिंह को बता रहे हैं कि सौदा करने के लिए वह खुद गए थे परंतु उनकी बात पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।

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प्रशिक्षु डीएसपी ने राजस्व न्यायालय को नोटिस जारी कर दिया, हंगामा, माफी मांगी है - JABALPUR NEWS

Posted: 28 Oct 2020 08:18 AM PDT

जबलपुर।
प्रशिक्षु डीएसपी श्री सचिन धुर्वे जो इन दिनों प्रशिक्षण के लिए विजय नगर थाने में बतौर टाउन इंस्पेक्टर पदस्थ किए गए हैं, ने राजस्व न्यायालय का नोटिस जारी कर दिया। इसके साथ ही प्रशासनिक गलियारों में हंगामा खड़ा हो गया। तहसीलदार से लेकर कलेक्टर तक सभी नाराज हो गए। बाद में टीआई सचिन धुर्वे ने अपनी गलती मानी है और नोटिस वापस ले लिया। (एक पुलिस अधिकारी राजस्व न्यायालय को नोटिस जारी नहीं कर सकता, यह उसके अधिकार क्षेत्र का मामला नहीं है।) क्योंकि सचिन धुर्वे प्रशिक्षण की प्रक्रिया में हैं इसलिए उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही नहीं की गई।

कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने पूरे मामले की जानकारी मांगी

इस घटनाक्रम की जानकारी कलेक्टर कर्मवीर शर्मा को मिली तो उन्होंने पूरे प्रकरण का ब्योरा प्राप्त किया। तहसीलदार ने बताया कि टीआइ ने गलत तरीके से उन्हें व राजस्व न्यायालय को नोटिस जारी कर दिया था। चूंकि यह उनके कार्यक्षेत्र से बाहर की कार्रवाई थी, इसलिए उन्हें लिखित में इस बात की जानकारी भी दी गई। 

इस पूरे प्रकरण में न्यायालयीन कार्यवाही में हस्तक्षेप करने पर टीआइ को अपनी गलती का अहसास हुआ। तब जाकर उन्होंने तहसीलदार प्रदीप मिश्रा से खेद व्यक्त किया और फिलहाल शिकायतकर्ता व्यक्ति को अपने स्तर पर राजस्व न्यायालय रिकार्ड प्राप्त करने का आवेदन लगाने कहा गया है।

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JABALPUR NEWS TODAY'S: HEADLINES, LATEST HINDI NEWS 28 th OCTOBER 2020 / जबलपुर: आज के महत्वपूर्ण समाचार -MP NEWS

Posted: 28 Oct 2020 06:47 AM PDT

मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में आज की खबरों में पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग, रेलवे परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया, रेलवे ने एक्सप्रेस  चलाई पर पैसेंजर ट्रेन चलाना भूल गया, 48 घंटे के अंदर रोड एक्सीडेंट में 8 लोगों की जान गई, टीआई ने मानी गलती तहसीलदार को भेजा नोटिस वापस लिया, कलेक्टर ने कहा मैं अपने घर के लोगों को भी नौकरी नहीं दिला सकता और भी महत्वपूर्ण समाचार

हिंदू संगठनों के 50 कार्यकर्ता और 200 पुलिसकर्मियों का आमना सामना

शहर में सोमवार रात महाकाली विसर्जन के दौरान पुलिस ने कुछ लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया था। इस घटना के विरोध में बुधवार 28 अक्टूबर 2020 को 5 हिंदू संगठन के 50 कार्यकर्ता एसपी ऑफिस का घेराव करने निकले लेकिन पहले से मुस्तैद पुलिस बल को देखकर कार्यकर्ता और संगठन के पदाधिकारी एसपी ऑफिस के 400 मीटर पहले ही ज्ञापन सौंप कर चलते बने क्योंकि वहां ASP 200 पुलिसकर्मियों के साथ खुद ही मोर्चा संभाले थे। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि लाठीचार्ज करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाए में घायल हुए लोगों का मेडिकल कराया जाय। 

48 घंटे के अंदर रोड एक्सीडेंट में 8 लोगों की जान गई

आज कुंडम थानांतर्गत टिकरिया घाट पर दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई। जिसमें एक बाइक सवार की पहले ही मौत हो चुकी है व दूसरे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। 2 दिन में बाइक टक्कर के मामले में मामले में यह 8वीं मौत है। 

रेलवे परीक्षा में सामने आया बड़ी गड़बड़ी का मामला

CAT के आदेश की अवमानना पर पश्चिम मध्य रेलवे (WCR) जबलपुर के GM, CPO और कोटा के DRM से जवाब तलब किया गया। मामला यह है कि पश्चिम मध्य रेलवे ने करीब डेढ़ महीने पहले सहायक मंडल इंजीनियर (AEN) पद के लिए विभागीय पदोन्नति परीक्षा आयोजित की थी। जिसमें कुछ अभ्यार्थियों को नहीं बुलाया गया। उन्होंने इसकी शिकायत  CAT से की है। 

रेलवे सर्च स्पेशल ट्रेन चला रहा है, पैसेंजर ट्रेन के यात्रियों की किसी को फिक्र नहीं

जबलपुर रेल मंडल ने Express और superfast ट्रेनें तो चला दी परंतु अभी पैसेंजर ट्रेन चलाने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जबकि जबलपुर से नैनपुर, सुकरी, शिकारा ,घंसौर ,लामता के लोगों के सामने ट्रेन के अलावा और कोई आवागमन का साधन नहीं है। 

टीआई ने मानी गलती तहसीलदार को भेजा नोटिस वापस लिया

नामांतरण के मामले में राजस्व न्यायालय के नाम यानी तहसीलदार (प्रदीप मिश्रा) को टीआई विजयनगर (सचिन धुर्वे) ने एक नोटिस जारी कर दिया था। एक व्यक्ति की शिकायत के बाद बिना सोचे समझे यह नोटिस दिया और उसमें सभी रिकॉर्ड मांगे थे। इस मामले ने तूल पकड़ा और जब आला अधिकारियों तक बात पहुंची तो टीआई 
को अपनी गलती का एहसास हुआ कि नोटिस उनके द्वारा नहीं दिया जा सकता था।  टीआई ने मामले में सुधार करते हुए अपना नोटिस वापस ले लिया है। क्योंकि सचिन धुर्वे प्रशिक्षु डीएसपी है इसलिए उनके खिलाफ कोई विभागीय कार्यवाही नहीं की गई परंतु राजस्व अधिकारियों में टीआई के इस रवैया को लेकर आक्रोश फैल गया है।

तेंदुए की जगह रिकॉर्ड में कुत्तों की तस्वीरें

वेटरनरी कॉलेज केंपस तेंदुआ पकड़ने लगाए गए ट्रैप कैमरो में कुत्तों की तस्वीरें कैद हो रही हैं। वहीं वन विभाग का पिंजरा भी खाली ही दिखाई दिया। वेटरनरी कॉलेज में तेंदुए के पदचिन्ह मिले हैं। तभी से दहशत का माहौल है। वेटरनरी कॉलेज को तेंदुए के कारण लॉकडाउन कर दिया गया था।

कलेक्टर ने कहा मैं अपने घर के लोगों को भी नौकरी नहीं दिला सकता

कलेक्टर कर्मवीर शर्मा जब बुधवार को लोगों की शिकायतें प्राप्त कर रहे थे। तभी एक महिला अपनी बेटी सहित आकर बोली कि मुझे नौकरी दिला दो। महिला ने कलेक्टर को महिला एवं बाल विकास में कार्यकर्ता व सहायिका के पद के लिए नौकरी की मांग के लिए आवेदन दिया। कलेक्टर ने कहा कि नियमानुसार आवेदन करने पर ही विभागीय प्रक्रिया के तहत नौकरी मिल सकती है। महिला ने अपनी आर्थिक स्थिति का भी हवाला दिया परंतु कलेक्टर का यही जवाब था कि मैं अपने घर के लोगों को भी नौकरी नहीं दिला सकता।

जबलपुर में उपभोक्ता आयोग की नई बिल्डिंग, नया पता

राज्य उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष जस्टिस शांतनु एस केमकर ने कहा कि जबलपुर में अब एक छत के नीचे उपभोक्ता संबंधी मामलों का निराकरण हो सकेगा। इससे न्याय प्रशासन में भी तेजी आ सकेगी। जस्टिस केमकर ने यह उद्गार मंगलवार को कटंगा स्थित राज्य एवं जिला उपभोक्ता प्रतितोषण आयोग की नई बिल्डिंग का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन करते हुए व्यक्त किए। 

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UJJAIN में डंपर ने रौंदा पूरा परिवार, मां - बच्चों की मौत, पिता गंभीर - MP NEWS

Posted: 28 Oct 2020 06:12 AM PDT

उज्जैन।
 मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले से सड़क दुर्घटना की बड़ी खबर सामने आईं है जहां आगर-मक्सी रोड पर डंपर ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में तीन बच्चों समेत मां की मौत हो गई है। 

जानकारी के अनुसार आज बुधवार दोपहर करीब 2 बजे पंवासा के पण्डियाखेड़ी चौराहे पर तेज रफ्तार से आते डंपर ने बाइक सवार परिवार को चपेट लेकर उन्हें रौंदते हुए निकला। जिससे डंपर के पहिए के नीचे आने से तीनों बच्चों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जिनके शरीर के अंग सड़क पर बिखर गए। वहीं अस्पताल में इलाज के दौरान मां ने भी दम तोड़ दिया तो वहीं पिता की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं आरोपी डंपर चालक मौके से भागने में कामयाब हुआ।

इस संबंध में घटना के बाद पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए CSP पल्लवी शुक्ला ने बताया कि शंकरपुर डेरे के पारधी समाज के अवतार सिंह, पत्नी पूनम और तीनों बच्चों के साथ खिलाैने खरीदने बाइक से इंदौर जा रहे थे। उसी दौरान यह हादसा हो गया। पुलिस ने डंपर जब्त कर आगे की कार्रवाई में डंपर चालक की तलाश शुरू कर दी है।

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MP PHE के दो अधिकारी हाई कोर्ट की अवमानना के दोषी, 50 हजार का हर्जाना - MP NEWS

Posted: 28 Oct 2020 06:07 AM PDT

ग्वालियर।
लोक स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग भोपाल के प्रमुख अभियंता सीएस संकुल व ग्वालियर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता एसके अंदमान को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच की एकल पीठ में अवमानना के मामले में दोषी पाते हुए 50,000 रुपए हर्जाना से दंडित किया है।

हाई कोर्ट ने 2011 में एरियर के भुगतान का आदेश दिया था

पीएचई (लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग) में रामदास कुशवाह व गोपाल कुशवाह ने वर्ष 2010 रेगुलर पे स्केल प्राप्त करने और स्थायी वर्गीकरण का एरियर प्राप्त करने के लिए याचिका दायर की थी। हाई कोर्ट ने 2011 में याचिका को स्वीकार करते हुए 3 महीने में एरियर का भुगतान करने का आदेश दिया था। इस आदेश के खिलाफ पीएचई ने युगल पीठ में अपील दायर की थी, लेकिन पीएचई काे कोई राहत नहीं मिली। 

उसके बाद रामदास कुशवाह ने वर्ष 2015 में हाई कोर्ट में अवमानना याचिका दायर कर दी। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता देवेश शर्मा ने तर्क दिया कि कोर्ट ने एरियर के भुगतान का आदेश दिया था, लेकिन 8 साल बाद भी विभाग ने भुगतान नहीं किया। यह कोर्ट के आदेश की अवमानना है। कोर्ट की अवमानना के मामले में अधिकारियों पर निलंबन की कार्रवाई होना चाहिए। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद भोपाल के प्रमुख अभियंता सीएस संकुल व ग्वालियर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता एसके अंदमान पर 25-25 हजार रुपये का हर्जाना लगाया है। 20 हजार रुपये डिस्पेंसरी को दिए जाएंगे। 30 हजार रुपये याचिकाकर्ता को दिए जाएंगे।

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दिग्विजय सिंह के साथ चुनाव आयोग के सामने धरना देने वाले 150 कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज - BHOPAL NEWS

Posted: 28 Oct 2020 05:53 AM PDT

भोपाल
। मध्य प्रदेश राज्य के निर्वाचन कार्यालय के सामने धरना देने वाले 150 कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। सभी कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ निर्वाचन भवन पहुंचे थे। अचानक दरवाजे पर पहुंचकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।

प्लानिंग के साथ आए थे, दिग्विजय सिंह के सामने नारेबाजी शुरू कर दी थी

मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ कई कांग्रेस कार्यकर्ता भी चुनाव आयोग पहुंचे और आयोग पहुंचते ही कार्यकर्ताओं ने दिग्विजय सिंह के सामने ही जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। इतना ही नहीं जैसे ही दिग्विजय सिंह दो और प्रतिनिधियों के साथ चुनाव आयोग में अंदर शिकायत दर्ज कराने गए तो बाहर मौजूद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग के गेट पर ही बैठकर धरना शुरू कर दिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस प्रदर्शन को नियमों का उल्लंघन मानते हुए पुलिस ने 150 कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज किया है।

पुलिस ने वीडियोग्राफी कराई थी, पहचानने में आसानी होगी

जिस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता दिग्विजय सिंह के साथ चुनाव आयोग पहुंचे पुलिस पूरी मुस्तैदी के साथ वहां लगी हुई थी। पुलिस, कांग्रेस कार्यकर्ताओं की हर गतिविधि की वीडियोग्राफी कर रही थी। जैसे ही कांग्रेस कार्यकर्ता चुनाव आयोग पहुंचे उन्होंने वहां प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को चुनाव आयोग के दफ्तर के अंदर जाने से तो रोका तो कार्यकर्ता बाहर ही प्रदर्शन और नारेबाजी करने लगे। इस दौरान पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की वीडियोग्राफी भी कराई और वीडियोग्राफी के आधार पर ही कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज लिया। 

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भोपाल-जोधपुर एक्सप्रेस ट्रेन के यात्रियों के लिए सूचना - BHOPAL NEWS

Posted: 28 Oct 2020 05:38 AM PDT

भोपाल।
भोपाल-जोधपुर एक्सप्रेस यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। भोपाल-जोधपुर-भोपाल एक्सप्रेस 1 नवंबर 2020 से फिर शुरू होने जा रही है। रेलवे ने इसे स्पेशल ट्रेन बनाकर शुरू किया है। भोपाल जोधपुर एक्सप्रेस 1 नवंबर को जोधपुर से चलकर भोपाल आएगी और 2 नवंबर को भोपाल से जोधपुर के लिए रवाना होगी। नोट करने वाली बात यह है कि भोपाल जोधपुर एक्सप्रेस पूर्व निर्धारित कुछ स्टेशनों पर हाल्ट नहीं करेगी।

इस ट्रेन के पुन: चलने से हजारों यात्रियों को सहूलियत होगी। यह ट्रेन कोरोना संक्रमण के पहले तक नियमित रूप से चलती थी, लेकिन मार्च में देशव्‍यापी लॉकडाउन लागू होने के बाद इसे बंद कर दिया गया था। अब यह दोबारा चालू की जा रही है। ट्रेन संख्‍या 04813 जोधपुर-भोपाल स्पेशल एक्सप्रेस जोधपुर स्टेशन से सुबह 8.50 बजे चलकर अगले दिन सुबह 09.10 बजे भोपाल स्टेशन पहुंचेगी। ट्रेन संख्‍या 04814 भोपाल-जोधपुर स्पेशल एक्सप्रेस भोपाल स्टेशन से शाम 5.25 बजे चलकर अगले दिन शाम 6.45 बजे जोधपुर स्टेशन पहुंचेगी।

यह ट्रेन रुठियाई, गुना, अशोक नगर, मुंगावली, बीना, मंडीबामोरा, गंजबासौदा, गुलाबगंज एवं विदिशा स्‍टेशनों पर रुकेगी, जबकि सलामतपुर, सांची, कल्हार, बरेठ, पबई, कंजिया, शाडोरागांव, पिपरईगांव, गुनेरूबामोरी, पगारा, महूगड़ा, सालपुरा, अटरू, अंता, केशोराय पाटन, कापरेन, आमली एवं रवांजना डूंगर स्टेशन पर इसका हॉल्ट समाप्त किया गया है। इस ट्रेन में 01 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी, 06 शयनयान श्रेणी, 04 सामान्य श्रेणी एवं 02 एसएलआर सहित कुल 13 डिब्बे रहेंगे।

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INDORE में जीतू पटवारी और ASP राजेश रघुवंशी के बीच तनातनी - MP NEWS

Posted: 28 Oct 2020 05:27 AM PDT

इंदौर।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता जीतू पटवारी और एडिशनल एसपी राजेश रघुवंशी के बीच खुलेआम तनातनी हो गई। जीतू पटवारी ने एएसपी रघुवंशी को धमकी दिए की जल्द ही उन्हें सस्पेंड करवाएंगे। 

जीतू ने ASP राजेश रघुवंशी को कहा- गलत बात मत करो। आप मेरे रडार पर आ रहे हो। हरकत करने वालों को तो मैं सस्पेंड करवाऊंगा ही। मौके पर DIG भी थे। विधायक जीतू पटवारी ने एक फोटाे दिखाते हुए कहा- एक गाड़ी वाले ने दूसरी गाड़ी वाले को शराब पीकर टक्कर मार दी। जो लोग चौराहे पर खड़े थे, उन्होंने बाइक सवार से कहा कि तू शराब के नशे में है, गाड़ी एक तरफ कर ले, ट्रैफिक जाम हो रहा है। इस पर वह लोगों को गाली देने लगा। इसी दौरान सादे ड्रेस में एक पुलिसकर्मी आया और उसने खुद को लसुडिय़ा का TI बताया।

लोग TI को जानते हैं, इसलिए उन्होंने कहा कि यह TI नहीं है। भीड़ ने उसे धक्का देते हुए उसे वहां से जाने को कहा। इस पर पुलिस ने मामले में धक्का-मुक्की की तीन धाराओं में केस दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में जमानत भी दे दी। दो दिन बाद उन्हीं पर 307 की धारा लगा दी। इसके बाद फिर से गिरफ्तार कर लिया।

पटवारी ने कहा- इस मामले पर हमने जांच के लिए आवेदन दिया। मामले को जांच में लिया और सभी को सुबह फिर से गिरफ्तार कर लिया। सुबह फोन आया कि भाजपा ज्वाइन करो या फिर जेल जाना हाेगा। कुछ देर बाद 100 पुलिसकर्मी आए और उन्हें उठाकर ले गए।

'हमारे पास रिकॉर्डिंग है': जीतू पटवारी ने का
पटवारी ने पुलिस अफसरों से कहा- तीन दिन हमारे कार्यकर्ता पर पहले 151 और 116 जैसी छोटी धाराओं में केस दर्ज किया। दो दिन बाद 307 की धारा लगा दी। भाजपा नेताओं का फोन गया कि भाजपा ज्वाइन कर लो, हम सब सुलझा देंगे। एक घंटे बाद पुलिस पहुंच गई। आप कांग्रेसियों को मूर्ख समझते हो। पूरी रिकॉर्डिंग है मेरे पास, जिसने हरकत की है उसे सस्पेंड करवाऊंगा।

जीतू के आरोपों पर ASP ने कहा- उन्होंने सिपाही को मारा है। इस पर तमतमाए पटवारी ने अंगुली दिखाते हुए जोर से चिल्लाते हुए कहा - गलत बात मत करो रघुवंशी... आप मेरे रडार में आ रहे हो...। गहमागहमी के बीच सांवेर से प्रत्याशी गुड्‌डू बोले- हमने 10 से ज्यादा गुंडों के नाम आपको दिए, आपने कितनों पर कार्रवाई की? इस पर DIG ने कहा कि जो भी आपकी मांग है, उसका एक ज्ञापन दे दीजिए।

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BHOPAL में धारा 420 के आरोपी शर्मा दंपति पंजाब से गिरफ्तार, पढ़िए किस-किस के साथ क्या-क्या किया - MP NEWS

Posted: 28 Oct 2020 05:08 AM PDT

भोपाल
। डीआईजी भोपाल शहर ने बताया कि आवेदक संतोष दास बैरागी का आवेदन थाना क्राइम ब्रांच में जांच हेतु प्राप्त हुआ, जिसके अनुसार अनावेदक मनीष शर्मा पिता विजय शर्मा, उम्र- 42 वर्ष निवासी- 301, पाईन एफ स्प्रिंग वैली न्यू कटारा हिल्स, भोपाल, जो शेयर मार्केट में इनवेस्टमेंट का कार्य करता है। उसने आवेदक को अपनी फर्म AMPM के माध्यम से ज्यादा लाभ देने का वादा किया और अन्य व्यक्तियों को भी इस स्कीम में जोड़ने के लिए बताया। 

मनीष एवं मनीषा शर्मा के खिलाफ किस-किस ने शिकायत की

पुलिस ने बताया कि आरोपी मनीष शर्मा द्वारा कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की गयी। जिसमें आवेदकगणों 01. विषाल कक से 23 लाख रूपये, 02. अविनाष शर्मा से 18 लाख रूपये, 03. श्रीमती जया चौहान से 5 लाख रूपये, 04. संतोष दास बैरागी से 9 लाख रूपये एवं 05. आवेदक रितेष वैष्णव से 5 लाख रूपये लगभग 60 लाख रूपये एकत्रित कर मनीष शर्मा व उसकी पत्नी मनीषा शर्मा को दिये, जिस पर आरोपी द्वारा शीघ्र ही इन्वेस्ट की गयी राशि को दुगना तिगुना करने का प्रलोभन देकर कई लोगों से धोखाधड़ीपूर्वक लगभग 60 लाख रूपये लेकर फरार हो गया। आरोपी दंपत्ति ने बाद में अपने सभी मोबाइल नंबर एवं सोशल मीडिया अकाउंट बंद कर दिए। जांच पर मामला धोखाधड़ी का होने से आरोपी दंपत्ति के विरूद्ध अपराध क्रमांक 31/20, धारा 420 भादवि का कायम कर विवेचना में लिया गया। 

शर्मा दंपति को पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा

आरोपी दंपत्ति की पतारसी हेतु मुखबिर सूचना व सूत्रों के माध्यम से थाना क्राइम ब्रांच की टीम जालंधर पंजाबा रवाना हुयी, जहां पर से आरोपी दंपत्ति को गिरफ्तार किया गया एवं अरोपीगण के पास से ठगी के 6,56,000/- नगद और ठगी के रूपयों से खरीदे गयी 01 कार, कई घरेलू इलेक्ट्रॉनिक सामान एवं घर के कागज़ात भी जप्त किये गये। आरोपी का माननीय न्यायालय से पुलिस रिमांड लिया जा रहा है। 

आरोपी का विवरण
01- मनीष शर्मा पिता विजय शर्मा, उम्र- 42 वर्ष निवासी- 301, पाईन एफ स्प्रिंग वैली न्यू कटारा हिल्स, भोपाल, हालः- 66,पाली हिल्स, जालंधर, पंजाब-प्रायवेट कंपनी में काम। 

02- मनीषा शर्मा पति मनीष शर्मा, उम्र- 42 वर्ष, निवासी- निवासी- 301, पाईन एफ स्प्रिंग वैली न्यू कटारा हिल्स, भोपाल, हालः- 66,पाली हिल्स, जालंधर, पंजाब-प्रायवेट कंपनी में काम।

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कोरोना ड्यूटी करने वाले "शैक्षणिक संवर्ग" अर्जित अवकाश हेतु आवेदन करें - MP EMPLOYEE NEWS

Posted: 28 Oct 2020 08:19 AM PDT

भोपाल।
श्री केके द्विवेदी उप सचिव मप्र शासन स्कूल शिक्षा विभाग के संशोधित आदेश दिनांक 23/04/2020 द्वारा शिक्षकों के लिए ग्रीष्मावकाश 01 मई से 07 जून नियत किया था। मप्र तृतीय वर्ग शास कर्म संघ के प्रांतीय अध्यक्ष प्रमोद तिवारी ने अपने प्रेस नोट में बताया कि शिक्षकों को ग्रीष्मावकाश में कर्तव्यारूढ़ किया जाता है तो नियमानुसार अर्जित अवकाश पात्रता घोषित की जाती है। 

शासन ने अवकाश पात्रता घोषित करवाने हेतु सात दिवस तक डीएम व अधिक के लिये आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल को अधिकृत किया है। उक्त ग्रीष्मावकाश के दौरान प्रदेश के जो शिक्षक कर्मचारी कोराना ड्यूटी पर कर्तव्यारूढ़ रहे, उनसे अपील है कि वे "अपने ड्यूटी आदेश की फोटो कापी के साथ अपने-अपने संकुल प्राचार्य के माध्यम से अग्रेषित करवाकर डीएम/आयुक्त लोकशिक्षण संचालनालय मप्र भोपाल को आवेदन प्रेषित करें।" 

अर्जित अवकाश पात्रता घोषित करवाने के लिए आवेदन प्रेषित करने के बाद लगभग दो माह तक अपेक्षित कार्रवाई नहीं होती है तो वाट्सप नंबर 07552555582 पर Hai टंकण कर प्राप्त निर्देशानुसार सीएम हेल्पलाइन पर अपनी शिकायत दर्ज करवा कर पंजीयन क्रमांक प्रात करें। प्रकरण का निराकरण न होने पर इसी सीएम हेल्पलाइन वाट्सप नंबर पर अपनी शिकायत स्थति अपने पंजीयन क्रमांक से देख सकेंगे। 

अर्जित अवकाश पात्रता घोषित होने पर उसकी एक फोटो प्रति अपने संकुल प्राचार्य को आवेदन देकर सेवापुस्तिका में इंद्राज करवाने की कार्रवाई करें। इन अवकाश का नगदीकरण सेवानिवृत पर लिया जा सकता है।

28 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

कर्मचारी भविष्य निधि के ब्याज में वृद्धि और EPS पेंशन बढ़ाने की तैयारी - EMPLOYEE NEWS

Posted: 28 Oct 2020 08:19 AM PDT

नई दिल्ली।
भारत सरकार, कर्मचारी भविष्य निधि के खातों में जमा रकम पर पहले से ज्यादा ब्याज दिलाने की तैयारी में है। संसदीय समिति द्वारा गठित लेबर पैनल इस दिशा में काम करेगा। इसी हफ्ते पैनल की एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। माना जा रहा है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन जल्द ही ब्याज के संदर्भ में बड़ा फैसला ले सकता है। बैठक में पैनल EPFO के तहत 10 खरब रुपए के कोष का प्रबंधन, प्रदर्शन और निवेश पर मंथन करेगा। पैनल का गठन पिछले महीने ही किया गया था।

कोरोना के कारण EPFO पर पड़े असर की होगी जांच

जानकारी के मुताबिक, प्रोविडेंट फंड (PF) पर अब आपको ज्यादा ब्याज मिलेगा, साथ ही इम्प्लाइज पेंशन फंड (EPS) भी ज्यादा हो सकता है। सूत्रों की मानें तो EPFO को संगठित और असंगठित सेक्टर में काम करने वालों के लिए ज्यादा फायदेमंद कैसे बनाया जाए, इस पर भी पैनल विचार करेगा. काफी समय से EPFO के कोष को फंड मैनेजर देख रहे हैं। साथ ही इसके निवेश से जुड़े फैसले भी वही करते हैं। ऐसे में यह पैनल इसका आकलन करेगा। पैनल के सदस्य कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते EPFO कोष पर पड़ने वाले प्रभाव का भी आकलन करेगा। 

सामाजिक सुरक्षा बढ़ाने पर जोर
केंद्र सरकार का उद्देश्य है कि असंगठित श्रमिकों को बुढ़ापे की सुरक्षा और सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना (PM-SYM) के जरिए रिक्शा चालक, स्ट्रीट वेंडर, हेड लोडर, ईंट भट्ठा मजदूर, कोबलर, चीर बीनने वाले, घरेलू कामगार, कृषि निर्माण श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा को मजबूत बनाना है। EPFO में केंद्र सरकार ने असंगठित क्षेत्र को भी शामिल कर लिया है. पहले यह केवल संगठित क्षेत्र के लिए था। 

पेंशन में हो सकती है 5000 रुपये तक की वृद्धि

सूत्रों के मुताबिक, PF कोष के लिए गठित पैनल की बुधवार को होने वाली बैठक में कर्मचारियों की पेंशन योजना (EPS) के तहत पेंशन बढ़ाने और खाताधारक की मृत्यु के मामले में परिवारों को मिलने वाली राशि की उपलब्धता सुनिश्चत करने पर भी चर्चा होगी। EPS योजना के तहत न्यूनतम पेंशन को बढ़ाकर 5,000 रुपए मासिक भुगतान करने पर भी विचार होगा. कई ट्रेड यूनियन और श्रमिक संगठन भी पिछले कुछ समय से पेंशन की राशि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।

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MP BE/BTECH और इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स की काउंसलिंग डेट में संशोधन - MP ENGINEERING COLLEGE ADMISSION

Posted: 28 Oct 2020 04:35 AM PDT

भोपाल
। मध्य प्रदेश के टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने BE/BTECH और इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन के लिए काउंसलिंग प्रोग्राम में अमेंडमेंट किया है। मध्य प्रदेश में इलेक्शन के लिए वोटिंग डेट को देखते हुए पहले अनाउंस की गई 2 से 4 नवंबर की डेट के सभी प्रोग्राम पोस्टपोन कर दिए गए हैं।

बीई/बीटेक तथा इंजीनियरिंग डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में काउंसलिंग कार्यक्रम में संशोधन

तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा बी.ई./बी.टेक. तथा इंजीनियरिंग डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में एआईसीटीई (अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद) नई दिल्ली द्वारा प्रवेश की अंतिम तिथि बढ़ाये जाने के फलस्वरूप काउंसलिंग कार्यक्रम में संशोधन किया गया है। 

प्रदेश विधानसभा उपचुनाव वाले जिलों में संशोधन

मध्यप्रदेश विधानसभा उप चुनाव वाले जिलो में स्थित शासकीय एवं अनुदान प्राप्त संस्थाओं में द्वितीय चरण की काउंसलिंग के बाद उपस्थिति एवं प्रवेश संबंधी कार्यों के लिये पूर्व में निर्धारित तिथियां 2, 3 एवं 4 नवम्बर 2020 स्थगित कर दी गई हैं। बताया गया है कि बी.ई./बी.टेक. और इंजीनियरिंग डिप्लोमा पाठ्यक्रम में काउंसलिंग 9 नवम्बर तक होगी।

बी.ई., बी.टेक. एवं इंजीनियरिंग डिप्लोमा पाठ्यक्रम में आवेदन पत्रों को ऑनलाइन उपलब्धता/आवंटित संस्था में उपस्थिति, मूल दस्तावेजों का सत्यापन एवं प्रवेश अब 2 से 9 नवम्बर के मध्य निर्धारित किया गया है। पूर्व में 6 नवम्बर तक प्रवेश प्रक्रिया होनी थी। प्रवेशित संस्था के लिए च्वाइस फिलिंग 9 एवं 10 नवम्बर तथा ब्रांच परिवर्तन की सूची एवं पत्रों की ऑनलाइन उपलब्धता 13 नवम्बर को निर्धारित की गई है। संस्था स्तर पर काउंसलिंग 10 से 16 नवम्बर तथा 19 एवं 20 नवम्बर को इच्छुक संस्था में प्रवेश प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों को उपस्थित होना होगा। काउंसलिंग के बाद रिक्त रह गई सीटों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 21 से 24 नवम्बर 2020 तथा प्रवेश प्रक्रिया के लिये 27 एवं 28 नवम्बर 2020 तिथि निर्धारित की गई है।

लेट्रल एण्ट्री बी.ई./डिप्लोमा नॉन पीपीटी डिप्लोमा अम्बेडकर-एकलव्य योजनान्तर्गत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 10 से 16 नवम्बर तक प्रवेश 19 एवं 20 नवम्बर निर्धारित की गई है। रिक्त सीटों के लिए 21 से 24 नवम्बर तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होंगे तथा 27 एवं 28 नवम्बर को इच्छुक संस्था में प्रवेश लिया जा सकेगा।

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HONEY TRAP के आरोपी का शव फांसी पर लटका मिला, सुसाइड नोट बरामद - INDORE NEWS

Posted: 28 Oct 2020 04:45 AM PDT

इंदौर।
 मप्र के बहुचर्चित हनी ट्रैप केस के आरोपी जीतू सोनी के करीबी और होटल माय होम केस में आरोपी रहे नरेंद्र रघुवंशी ने मंगलवार को सुसाइड कर लिया। रघुवंशी सुदामा नगर स्थित अपने घर पर फंदे में लटके मिले। उन्होंने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें पुलिस-प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के कारण जान देने की बात लिखी। साथ ही मौत के बाद अंग दान करने को भी कहा है। रघुवंशी पिछले दिनों वृद्ध पिता के स्वास्थ्य को लेकर पैरोल पर सेंट्रल जेल से बाहर आए थे। आज पैरोल खत्म हो रही थी।  

पुलिस के अनुसार पलासिया थाना में मानव तस्करी और देह व्यापार का केस दर्ज हाेने के बाद नरेंद्र को जीतू सोनी के बेटे अमित के साथ गिरफ्तार किया गया था। कुछ दिन पहले ही उसे पैराेल पर छाेड़ा गया था। मंगलवार को पैरोल खत्म हाेने के बाद उसे फिर से जेल पहुंचना था। जानकारी अनुसार रघुवंशी 20-25 साल से जीतू के साथ जुड़ा हुआ था। वह जीतू के साथ होटल माय होम भी संभालता था। पुलिस को पूछताछ में उसने कबूला था कि उसे 70 हजार रुपए महीने का वेतन भी मिलता है। उसे जीतू के किसी गलत धंधे की उसे जानकारी नहीं थी। वह केवल बिजनेस में साथ देता था।

सुसाइड नोट में यह लिखा 

रघुवंशी के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने लिखा   कि मैं अपनी मर्जी से जान दे रहा हूं। इसमें मेरे परिवार का कोई दोष नहीं है। पुलिस-प्रशासन द्वारा मेरे खिलाफ जो कार्रवाई की गई, उससे मेरी प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। उसी बात को लेकर मैं जान दे रहा हूं। मेरे मरने के बाद आंख, दिल, किडनी, लीवर किसी जरूरतमंद को दे देना।

उधर, नरेंद्र के बेटे लक्ष्य ने कहा कि पुलिस ने पापा पर झूठा केस दर्ज किया था। 9 महीने तक जेल में रहे थे। जेल में भी उन्हें बहुत परेशान किया था। 2 महीने पहले घर आए थे। कहते थे कि मैं अब जेल नहीं आऊंगा। पापा हमेशा बोलते थे कि कुछ नहीं होगा। मैं जेल से जल्दी आ जाऊंगा। मैंने कोई गलत नहीं किया था। सब जगह मेरा नाम गलत जोड़ा है। लक्ष्य का कहना है कि उसके पिता ना तो माय होम में मैनजर थे और ना ही जीतू सोनी के पार्टनर थे। वे इंजीनियर थे और नाॅर्मल बिजनेस करते थे। वे हुकुम अंकल को जानते थे। सोमवार रात को भी बहुत तनाव में थे। झूठी कार्रवाई की प्रताड़ना से तंग आकर ही जान दी है।

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भारत के ऋषि-मुनियों ने चारपाई क्यों बनाई, बेड नहीं बना सकते थे क्या - GK IN HINDI

Posted: 28 Oct 2020 04:45 AM PDT

भारत की ज्यादातर आबादी इन दिनों एक ऐसे बिस्तर पर सोती है जिसकी सतह प्लाई की बनी होती है। देखने में डिजाइन बहुत अच्छा होता है। जबकि भारत में प्राचीन वैज्ञानिक जिन्हें हम ऋषि-मुनि के नाम से जानते हैं, ने विश्राम करने के लिए चारपाई बनाई थी। सवाल यह है कि उन्होंने चारपाई क्यों बनाई थी। क्या हुआ इस तरह के प्लाई वाले बेड या लकड़ी के पट्टे वाले बेड नहीं बना सकते थे। या फिर इसके पीछे कुछ और ही लॉजिक है। आइए थोड़ी चर्चा करते हैं:-

यदि आप आराम कुर्सियों को देखेंगे तो आपको चारपाई की टेक्नोलॉजी समझ में आ जाएगी। दोनों की झोली लगभग एक जैसी होती है। बच्चों के लिए जो पारंपरिक पालने होते हैं वह भी इसी प्रकार से बनाए जाते हैं। इसका प्रमुख कारण यह है कि चारपाई पर विश्राम करने से कमर और पीठ का दर्द नहीं होता। कुछ डॉक्टर्स भी कमर और पीठ के दर्द के मरीजों को पारंपरिक चारपाई पर विश्राम करने की सलाह देते हैं।

चारपाई का दूसरा फायदा यह है कि उसे बड़ी आसानी से खड़ा किया जा सकता है। उसके नीचे साफ सफाई की जा सकती है। जिससे किसी भी प्रकार की कीटाणुओं के पनपने की संभावना ही नहीं होती। जबकि अत्याधुनिक डिज़ाइनर डबल बेड के नीचे पूरा का पूरा किंग कोबरा आसानी से आराम कर सकता है। चारपाई की एक खास बात यह भी है कि गर्मियों के दिनों में डबल बेड की तुलना में गर्मी कम लगती है क्योंकि चारपाई नीचे से ओपन होती है।  Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)

KHANDWA में बैंक का पूर्व प्रबंधक छोटी बच्चियों को मोबाइल पर गंदे वीडियो दिखाता था - MP NEWS

Posted: 28 Oct 2020 12:35 AM PDT

खंडवा
। भूमि विकास बैंक के पूर्व समिति प्रबंधक कुंज बिहारी देसाई उम्र 61 साल निवासी महर्षि गौतम नगर के खिलाफ थाना कोतवाली में प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोप है कि कुंज बिहारी देसाई मंदिर परिसर में खेल रही छोटी बच्चियों को अपने मोबाइल में गंदे वीडियो दिखाता था। क्षेत्र के लोगों ने पकड़ कर उसकी पिटाई कर दी थी। डायल 100 बुलाकर उसे पुलिस के सुपुर्द भी कर दिया था परंतु पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बाद में लोगों ने एडिशनल एसपी सीमा अलावा को शिकायत की तब कहीं जाकर प्रकरण दर्ज हुआ।

सूरजकुंड स्थित मंदिर के आसपास की पहली व दूसरी कक्षा की छात्राओं ने 25 अक्टूबर की शाम 7.30 बजे अपनी मां व बड़ी बहनों को बताया कि मंदिर में एक टकले अंकल जिसे सब देसाई के नाम से पुकारते हैं, हमारे साथ गंदी हरकत कर अश्लील वीडियो दिखाता है। मंदिर में आरती खत्म होने के बाद अकसर ऐसा करता है। हम सब लड़के व लड़कियां एक साथ खेलते हैं, लेकिन देसाई अंकल लड़कों को भगा देता है। आज भी (25 अक्टूबर) उसने हमारे साथ गंदी हरकत की। बालिकाओं की शिकायत सुन परिजन आक्रोशित होकर तत्काल मंदिर पहुंचे और देसाई की पिटाई की। इस दौरान कुछ लोगों ने कहा कि मारपीट करने से मना कर पुलिस (डायल 100) के सुपुर्द करने को कहा। लोगों को यह उम्मीद थी की पुलिस प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई करेगी। दो दिन बाद भी कार्रवाई नहीं हुई तो क्षेत्रवासियों ने एएसपी सीमा अलावा से शिकायत की। जिस पर तत्काल कार्रवाई हुई।

सीसीटीवी में कैद हुआ घटनाक्रम
25 अक्टूबर की शाम 7.30 बजे से रात 8 बजे तक आधा घंटे का घटनाक्रम मंदिर के सीसीटीवी कैमरों में कैद हुआ। कुंजबिहारी देसाई ने बालकों को मंदिर से भगाया। फिर वह बालिकाओं के साथ बैठा। कुछ बालिकाएं घर चली गईं। एक महिला देसाई की पिटाई करते दिख रही है। क्षेत्र का एक युवक देसाई की कालर पकड़कर धक्के देकर बाहर निकालते हुए दिख रहा है।

मंगलवार को जानकारी मिलते ही आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 354, 354(क), पॉक्सो एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया। आरोपी घर पर नहीं मिला, जल्द गिरफ्तार करेंगे। -बीएल मंडलोई, टीआई कोतवाली

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क्या पुलिस के अलावा मजिस्ट्रेट भी किसी व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकता है, जानिए CRPC

Posted: 28 Oct 2020 12:21 AM PDT

आरोपियों या अपराधियों को गिरफ्तार करना एवं न्यायालय में पेश करके उन्हें जेल दाखिल करना पुलिस का काम है। न्यायाधीश या मजिस्ट्रेट भी किसी व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को आदेश देते हैं परंतु कुछ विशेष परिस्थितियां ऐसी होती है जब एक मजिस्ट्रेट को यह अधिकार होता है कि वह किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकता है।

मजिस्ट्रेट कौन होता है संक्षिप्त रूप में समझे:- 

एक सिविल अधिकारी जो कानून का प्रशासन करता है, विशेष रूप से वह जो एक अदालत का संचालन करता है एवं जो मामूली अपराधों से निपटता है और अधिक गंभीर लोगों के लिए प्रारंभिक सुनवाई करता है। वह न्यायिक मजिस्ट्रेट होता है।

दण्ड प्रक्रिया संहिता,1973 की धारा 44 की परिभाषा:-

कोई भी मजिस्ट्रेट किसी भी व्यक्ति को निम्न उपधारा के अंतर्गत गिरफ्तार कर सकता है :-
1. अगर कोई व्यक्ति मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कोई अपराध करता है तो ऐसे व्यक्ति को वह स्वयं गिरफ्तार कर सकता है या किसी को तुरंत ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करने का आदेश दे सकता है। एवं उस व्यक्ति को उसी समय जेल भेजने के आदेश भी दे सकता है।
2. मजिस्ट्रेट उस वह को गिरफ्तार करने की भी शक्ति (अधिकार) रखता है,जिस व्यक्ति के बारे में संदेह है या कोई संदिग्ध व्यक्ति है। लेकिन उस समय ऐसे व्यक्ति को तुरंत जेल भेजने का अधिकार नहीं रखता है।
''यहाँ पर मजिस्ट्रेट दोनो स्तर पर व्यक्ति को बिना वारण्ट के गिरफ्तार करने का अधिकार शक्ति रखता है। या बिना वारण्ट के तुरंत किसी दूसरे को गिरफ्तार करने का आदेश भी दे सकता है।  :- लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

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आरक्षण विवाद: शिवराज सिंह का राजपूत समाज के कार्यक्रम में भारी विरोध - INDORE NEWS

Posted: 28 Oct 2020 04:45 AM PDT

इंदौर
। मध्य प्रदेश उप चुनाव का प्रचार कर रहे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान राजधानी भोपाल में राजपूत समाज द्वारा आयोजित शस्त्र पूजन कार्यक्रम में शामिल होने आए तो उन्हें आरक्षण के मामले में भारी विरोध का सामना करना पड़ा। 2018 के विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह ने कहा था कि उन्हें सवर्ण वोटों की जरूरत नहीं है। राजपूत समाज के लोग पूछना चाहते थे कि यदि हमारे वोटों की जरूरत नहीं है तो आप क्यों आए हैं।

मुख्यमंत्री की तरफ बढ़ रहे युवक को बाथरूम में बंद किया

कार्यक्रम के दौरान एक व्यक्ति सीएम से बात करने के लिए मंच की ओर जाने लगा तो पुलिस और वहां मौजूद लोगों ने उसे रोक लिया। युवक का कहना है कि उपचुनाव में सीएम को हमारे वोट की चिंता सताने लगी है। मैंने अपनी बात रखनी चाही तो उन लोगों ने कार्यक्रम स्थल से बाहर कर मुझे बाथरूम में बंद कर दिया।

शिवराज सिंह भड़के, बोले: बुलाने पर आया हूं, मेरा कार्यक्रम नहीं था

कार्यक्रम में लगातार विरोध को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सभा को संबोधित किया और निकल गए। इस दौरान उन्होंने मंच से कहा कि उनका आज यहां आने का कार्यक्रम नहीं था, लेकिन आपके बुलावे पर आया हूं, मुझे और भी कई जगह पर जाना है।

चुनाव में हार का डर सता रहा है इसलिए वोट मांगने आए हैं

मनोहर रघुवंशी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 2018 के चुनाव में कहा था कि उन्हें सामान्य वर्ग का वोट नहीं चाहिए। अब उपचुनाव में स्मारक बनाने की बात कह रहे हैं। अब इन्हें चुनाव में हार का डर सता रहा है। इसलिए वोट मांगने आए हैं। मैंने इसका विरोध किया तो पुलिस और अन्य लोगों ने मेरे साथ झूमाझटकी की। वे पकड़कर मुझे साइड में ले गए और बाथरूम में बंद कर दिया।

जिस दिन आरक्षण खत्म होगा, उसी दिन हमारा दशहरा

राजपूताना संघ की सरला सोलंकी ने कहा हमें आरक्षण नहीं हमें हमारा हक चाहिए। हमने सीएम से जातिगत आरक्षण को खत्म करने की मांग की है। जिस दिन यह होगा, हमारा दशहरा उसी दिन मनेगा। क्योंकि आरक्षण रूपी रावण मर जाएगा, उस दिन रामराज्य आ जाएगा। इंदौर में सोमवार को राजपूताना समाज ने शस्त्र पूजन का आयोजन किया था। जिसमें प्रदेशभर के करीब 15 जिलों से राजपूत समाज के लोग आए थे।

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जॉब में टॉप परफॉर्मेंस के लिए जरूरी है ब्रेक मैनेजमेंट, यहां सीखिए - MOTIVATIONAL ARTICLE IN HINDI

Posted: 28 Oct 2020 12:22 AM PDT

शक्ति रावत।
कोरोनाकाल में हमारे काम करने की तरीके पूरी तरह से बदल गए हैं, ऐसे में ज्यादातर लोग वर्क फ्रॉम होम कल्चर में काम कर रहे हैं, हालांकि जो लोग पहले से वर्क-ब्रेक मैनेजमेंट को जानते हैं, वे तो ठीक हैं, लेकिन घर से काम करने के दौरान ज्यादातर लोगों को काम के दौरान ब्रेक लेने के मामले में परेशानी आ रही है। क्योंकि इस मामले में बड़ा सवाल यह है, कि आपको दिन में कितने ब्रेक काम के दौरान लेने चाहिये। 

यह वैज्ञानिक तथ्य है कि, लगातार बिना ब्रेक काम करने से थकान के साथ ही फोकस में भी कमी होती है, जो आपके लिए नुकसान दायक है, तो आईये यहां बात करते हैं, वर्क-ब्रेक मैनेजमेंट के कुछ सफल फार्मूलों की आपको जो भी पंसद आए चुन लीजिये।

90 मिनिट ब्रेक का फार्मूला

इसको अपनाने वाले लोग 90 मिनिट लगातार काम करने के बाद एक लंबा ब्रेक लेते हैं, इस दौरान वे खुद को रिलेक्स करते हैं, करीब 30 मिनिट के ब्रेक के दौरान वे खुद को फिर काम करने के लिए तैयार कर लेते हैं। इससे थकान दूर करने और फोकस बढ़ाने में मदद मिलती है। यह फार्मूला वैज्ञानिक शोध पर आधारित है, जो यह बताता है कि, इंसान का शरीर बिना ब्रेक लिये लगातार 90 मिनिट तक काम कर सकता है, लेकिन इसके बाद शरीर को ब्रेक की जरूरत होती है।

ब्रेक के लिए 50-10 फार्मूला, सबसे लोकप्रिय 
अगर 90 मिनिट का समय आपको ज्यादा लगता है, तो दूसरा फार्मूला 50-10 का है। इसके तहत आप 50 मिनिट लगातार काम करने के बाद 10 मिनिट का ब्रेक लेते हैं। दस मिनिट रिलैक्स होने के बाद आप फिर अगले 50 मिनिट के लिए काम करने को तैयार हो जाते हैं। ज्यादातर लोग इस फार्मले को कारगर मानते हैं, यह लोकप्रिय है।

ब्रेक के लिए 25-5 फार्मूला

इसके तहत आप 25-25 मिनिट के टाइम स्लॉट में काम कर सकते हैं, और हर 25 मिनिट के बाद एक 5 मिनिट का ब्रेक लेते हैं। इसें दिन में चार से पांच बार दोहराकर 25 से 30 मिनिट के ब्रेक में फोकस के साथ ज्यादा देर तक काम किया जा सकता है, और शारीरिक और मानसिक थकावट कम होती है।

ब्रेक के लिए 52-17 फार्मूला ज्यादा प्रोडेक्टिव कर्मचारियों के लिए

यह फार्मूला ज्यादा प्रोडेक्टिव कर्मचारियों के लिए है। इसमें 52 मिनिट काम करने के बाद 17 मिनिट का लंबा ब्रेक लोग लेते हैं, इस दौरान कोई काम नहीं करते और खुद को रिलेक्स करते हैं, इस फार्मूले के जरिये भी आप बेहतर फोकस के साथ काम करते हुए, खुद को स्ट्रेस फ्री रख सकते हैं।

ब्रेक के दौरान क्या करें

वर्क-ब्रेक  के दौरान खुद को पूरी तरह रिलेक्स करें। इस दौरान संगीत सुनना, आंखे बंद करके शांंति से बैठना या घर में ही कुछ देर टहलने, गार्डन की हरियाली या गमलों के पेड़ों और फूलों को देखने जैसी चीजें करें, ब्रेक के दौरान कोई भी काम ना करें। -लेखक मोटीवेशनल स्पीकर और लाइफ मैनेजमेंट कोच हैं।

INDORE इंदौर में कुत्ते की चेन से पत्नी की हत्या कर पति थाने पहुंच गया #MPNews

Posted: 27 Oct 2020 11:12 PM PDT

इंदौर
। जावरा कंपाउंड क्षेत्र में एक युवक ने अपनी नवविवाहित पत्नी की हत्या कर दी। पहले उसने कुत्ते को बांधने वाली जंजीर से उसका गला दबाया और फिर चाकू मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद वह खुद पुलिस थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया। दोनों एक ही ऑफिस में काम करते थे। कुछ दिनों पहले दोनों ने लव मैरिज कर ली थी।

पहले जंजीर से गला दबा या फिर चाकू मारकर हत्या कर दी

संयोगितागंज पुलिस के मुताबिक, जावरा कंपाउंड में रहने वाली 22 साल की नवविवाहित अंशु शर्मा की पति हर्ष ने हत्या की है। पारिवारिक विवाद के बाद हर्ष ने देर रात जंजीर से पत्नी का गला दबाया और चाकू मार कर हत्या की। 

दोनों लिव-इन रिलेशन में थे, मंदिर में शादी कर ली थी

शुरुआती जांच में पता चला है कि दोनों एक ही जगह पर काम करते थे। यहीं पर दोनों की दोस्ती हुई। दोस्ती प्यार में बदली तो दोनों ने साथ रहने का निर्णय ले लिया। तीन महीने पहले ही दोनों ने साथ रहना शुरू किया। इसी दौरान उन्होंने मंदिर में शादी भी कर ली। यह भी बात सामने आई है कि लड़की अपने परिजनों को बिना बताए हर्ष के साथ रहने आ गई थी।

शादी के बाद बार-बार झगड़ा करने लगी थी

पुलिस ने पति हर्ष और उसके परिजनों को हिरासत में ले लिया गया है। पूछताछ में पति ने बताया कि तकरीबन 2 महीने पहले ही उसने आर्य समाज मंदिर से अंशु से प्रेम विवाह किया था। विवाह के बाद से ही वह छोटी-छोटी बातों को लेकर हमेशा विवाद करती रहती थी। घटना वाले दिन भी उसने विवाद किया और विवाद इतना बढ़ गया कि उसने पहले अंशु का जंजीर से गला दबाया, लेकिन उससे मौत नहीं हुई तो उसने किचन में रखे चाकू से घटना को अंजाम दिया। 

अगस्त में दोनों ने मर्जी से शादी की थी

अंशु की मां ने बताया कि देर रात थाने से फोन आया था कि आपकी बेटी की कुछ दिक्कत हाे गई, थाने पर आ जाओ। हमारे आते ही हर्ष के पिता हाथ जोड़कर कहने लगे की हमें बचा लेना। इस पर मैंने कहा कि पहले ये तो बताओ की आप लोगों ने मेरी बेटी के साथ किया क्या है। इस पर पुलिस ने कहा कि आप भीतर चले जाओ। मैंने मैडम से जाकर पूछा तो उन्होंने कहा कि आपकी बेटी की मौत हो गई है। वे तीनों बाप-बेटे आराम से सो रहे थे। इनकी मुलाकात तीन महीने पहले ही हुई थी। वह हर्ष के ऑफिस में काम करती थी। एक महीने बाद ही दोनों आए और कहा कि हम अपनी मर्जी से शादी करना चाहते हैं। इसके बाद बिना बताए वो घर से लेकर चला गया था। 10-12 दिन बाद पता चला कि उन्होंने शादी कर ली है। दाेनों ने अगस्त में लव मैरिज कर ली थी। दोनों अच्छे से रह रहे थे, उनके बीच कोई विवाद नहीं था।

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MP BOARD / 9वीं से 12वीं तक की छमाही परीक्षा कैसे होगी

Posted: 28 Oct 2020 04:45 AM PDT

भोपाल
। माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश ने सभी प्रमुख स्कूलों के प्राचार्य एवं विशिष्ट शिक्षकों से सलाह मांगी है कि हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल की छमाही परीक्षा किस तरह से संपन्न कराई जाए। स्कूल शिक्षा विभाग इस मामले में प्रस्ताव तैयार कर रहा है। माना जा रहा है कि 3 नवंबर को इसके बारे में डिसीजन ले लिया जाएगा। फिलहाल जो सूचनाएं मिल रही है उसके अनुसार मध्य प्रदेश में हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल की छमाही परीक्षा ओपन बुक सिस्टम से करवाई जाएगी।

बता दें कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक की छमाही परीक्षा होती है। इस साल कोरोना के चलते स्कूलों में क्लासेस नहीं लगी हैं, जिसके कारण छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। स्कूलों में 21 सितंबर से अब तक 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए दो घंटे का सैशन ही हुआ है। जो छात्रों को गाइड करने के मकसद से आयोजित किया गया है। इसके अलावा छात्र केवल ऑनलाइन क्लासेस पर ही निर्भर हैं।

अब शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है कि 15 नवंबर तक स्कूलों में गाइडेंस सैशन संचालित होगा। साथ ही गाइडलाइन के अनुसार स्कूल खुलने पर एक हफ्ते तक कोई टेस्ट नहीं लिए जाएंगे। मध्य प्रदेश में स्कूल खुलने की तारीख तय नहीं हो पायी है। हालांकि अनलॉक 5.0 के साथ केंद्र सरकार ने स्कूलों को ओपन करने का निर्णय राज्यों पर छोड़ दिया था। मगर मध्य प्रदेश सरकार ने स्कूलों को बंद रखना सही समझा। ऐसी स्थिति में बच्चों को परीक्षा के लिए बुलाना काफी मुश्किल है। इसलिए बोर्ड विचार कर रहा है कि कॉलेजों की तरह हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों को भी ओपन बुक सिस्टम से परीक्षा का मौका दिया जाए।

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कमलनाथ की बजाय ज्योतिरादित्य सिंधिया का वजन बढ़ा गए सचिन पायलट - GWALIOR NEWS

Posted: 28 Oct 2020 12:15 AM PDT

भोपाल
। राजस्थान के युवा तुर्क एवं कांग्रेस नेता श्री सचिन पायलट मध्यप्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी की तरफ से स्टार प्रचारक के रूप में आए थे परंतु कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की बजाए अपने पुराने मित्र एवं भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का वजन बढ़ाकर चले गए। 

सभाओं में सिर्फ शिवराज पर निशाना, सिंधिया की तरफ इशारा तक नहीं किया 

मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी का मुख्य एजेंडा "गद्दारी" है। कांग्रेस का कहना है कि जिन लोगों ने विधायक पद पर चुने जाने के बाद इस्तीफा दिया और मध्य प्रदेश पर उपचुनाव थोप दिया, वह लोग लोकतंत्र के लिए गद्दार है। इन लोगों में ज्योतिरादित्य सिंधिया, उनके साथ 16 विधायक एवं शेष 9 विधायक शामिल है। सचिन पायलट ने अपनी सभाओं में इस बारे में कोई बात नहीं की। उन्होंने केवल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी पर हमले किए। 

सिंधिया और सचिन एयरपोर्ट पर मिले, दोस्ती बरकरार है 

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि ग्वालियर एयरपोर्ट पर उनकी सचिन पायलट से मुलाकात हुई। उन्होंने ग्वालियर में सचिन पायलट का स्वागत किया। दरअसल दोनों की टाइमिंग कुछ इस तरह की थी कि उनकी मुलाकात ग्वालियर एयरपोर्ट पर हो जाए। अपनी मुलाकात के बारे में मीडिया को बताकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना मैसेज क्लियर कर दिया।

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बेटियों की शादी की उम्र ? - Pratidin

Posted: 28 Oct 2020 01:00 AM PDT

देश में इन दिनों एक बहस चल रही है कि "भारत में बेटियों के विवाह की उम्र क्या हो? युवा समाज,प्रौढ़ समाज, बुद्धिजीवी और न्यायालय तक में इस विषय पर विचार विमर्श जारी है| सांखियकी बताती है कि हमारे देश में 27 प्रतिशत बेटियों का विवाह किशोरवय में हो जाता है| लगभग सात प्रतिशत बेटियों का विवाह 15 वर्ष की आयु के पहले होने की पुष्टि हो रही है| ऐसे में यह सवाल उठाना लाजिमी है कि बेटी के विवाह की न्यूनतम उम्र क्या हो? न्यूनतम आयु बढ़ने के बाद कम से कम उनकी शादी तो 18 वर्ष के बाद होगी|

विवाह की न्यूनतम आयु बढ़ाने का मुख्य उद्देश्य बेटियों को न केवल शिक्षित होने का मौका देना है, बल्कि बच्चे कुपोषित जन्म न लें, इस पर भी ध्यान रखना है| कुपोषित बच्चों सम्बन्धी ताजा आंकड़े देश को डरा रहे हैं | किशोरवय में जब भी कोई बेटी मां बनती है, तो उसके स्वस्थ बच्चे के जन्म लेने की संभावना भी कम हो जाती है, क्योंकि उसमें रक्त अल्पता होती है| ऐसा बच्चा कुपोषित रहता है और कुपोषित शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का विकास संभव नहीं है| इसमें कोई संदेह नहीं की एक शिक्षित मां ही अपने बच्चे के लिए शिक्षा के द्वार खोल सकती है| शिक्षा का अभाव सभी प्रकार की रूढ़िवादिता को जन्म देता है|

पूर्व राष्ट्रपति डॉ कलम कहते थे "शिक्षा हमें भ्रम, तर्क विहीनता, अंधविश्वास और रूढ़ियों से मुक्ति दिलाती है, मनुष्य के भीतर तर्कशीलता का भाव उत्पन्न करती है|" ऐसे में मां यदि स्वयं शिक्षित नहीं है और आत्मसम्मान की स्वयं रक्षा नहीं कर पा रही है, तो वह कैसे अपने बच्चे को सर्वांगीण विकसित और सक्षम नागरिक बना सकेगी| इस स्थिति में देश का विकास ही अवरुद्ध हो जाता है| मामला केवल इतना नहीं है कि विवाह की न्यूनतम आयु बढ़ाने से समाज से रूढ़िवादिता हटेगी, बल्कि यह एक स्वस्थ भावी पीढ़ी के निर्माण और राष्ट्र के विकास के लिए भी जरूरी है| इस दिशा में ठोस व मजबूत पहलहोनी ही चाहिए |

बेटियों के विवाह की उम्र बढने से उनके उच्च शिक्षित होने की संभावना बढ़ जायेगी| उनके साथ होनेवाले दुर्व्यवहार में कमी आयेगी, क्योंकि 18 से 21 वर्ष की समयावधि में व्यक्ति किशोरावस्था को पार कर युवावस्था की तरफ बढ़ और मानसिक तौर पर परिपक्व हो रहा होता है| वह शारीरिक और मानसिक तौर पर अपने को अधिक मजबूत महसूस करता है|उसकी निर्णय लेने की क्षमता भी बढ़ चुकी होती है, जबकि यदि एक बेटी कम आयु में मां बनती है, तो उसके जीवन जीने की संभावना कम हो जाती है| ऐसी बेटियां घरेलू हिंसा का बहुत अधिक शिकार होती हैं| विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े भी कहते हैं कि किशोरावस्था में एक बेटी के गर्भवती होने पर उसमें खून की कमी, एचआइवी जैसी बीमारियां होने की आशंका बढ़ जाती हैं| कम आयु में विवाह और प्रसव होने के बाद लड़कियों के अवसाद जैसे मानसिक विकार से ग्रस्त होने की भी बहुत ज्यादा संभावना रहती है|

आज जब हम लैंगिक समानता की बात कर रहे हैं, तो बेटियों के जीवन को बचाने की बात भी करनी जरूरी है| जब उनका जीवन बचेगा, तभी तो लैंगिक समानता की बात उठेगी| जब बेटियां आत्मसम्मान को बचा कर रख पायेंगी, अपने अधिकारों के लिए भी लड़ पायेंगी|आप बेटियों को तमाम तरह के अधिकार दे दीजिए, लेकिन जब उन्हें पाने की समझ ही उनके भीतर पैदा नहीं होगी, तो वे अपने अधिकारों के लिए कैसे लड़ पायेंगी? जब मां अपने अधिकारों के प्रति सजग नहीं होगी, तो अपने बच्चों को कैसे सजग बना पायेगी?

बेटियों की शादी की न्यूनतम उम्र बढ़ाने को लेकर तीन संदर्भ में 3 प्रमुख तर्क सामने आई हैं, जिनके सर्वसम्मत जवाब चाहिए | पहली , न्यूनतम आयु को लेकर पहली बार यह प्रश्न बार बार उठता है कि लड़के और लड़कियों के विवाह की निर्धारित आयु में अंतर क्यों है? इसे लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गयी और कहा गया कि यह समानता के संवैधानिक अधिकार के विरुद्ध है| इस विषय पर एक वैज्ञानिक राय देश में बनना चाहिए | दूसरी बात, मुस्लिम पर्सनल लाॅ के अनुसार, लड़की के रजस्वला हो जाने के बाद उसकी विवाह की अनुमति है, इसका भी एक तर्कसम्मत जवाब समाज के सामने आना जरूरी है तीसरी बात, विवाह की न्यूनतम उम्र बढ़ाने की बात इसलिए उठी है, क्योंकि वैज्ञानिक रूप से यह प्रमाणित हो चुका है कि कम आयु में मां बनने पर लड़की के जीवन को खतरा रहता है| तो इसकी पालना में गुरेज क्यों ?

यह एक सर्व ज्ञात तथ्य है समाज में जब भी परिवर्तन होता है, तो उसका विरोध होता है| इस बदलाव का भी विरोध होना तय है| विरोध का स्वरूप परिवर्तित करने और उसे सकारात्मक दिशा देने के लिए आमजन के मन में जो संशय है, उसे दूर करना आवश्यक है| राष्ट्र हित में सरकार को इस बारे में नीति निर्धारित करना चाहिए पर उससे पहले एक आम सहमति की कोशिश जरूरी है |
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श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।
संपर्क  9425022703        
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DENGUE FREE PUNJAB APP DOWNLOAD करें / पंजाब को डेंगू मुक्त बनाने के अभियान का मोबाइल ऐप

Posted: 27 Oct 2020 10:16 PM PDT

डेंगू के डंक से लोगों को बचाने के लिए पंजाब प्रदेश सरकार द्वारा डेंगू फ्री पंजाब एप शुरू किया गया है। यह डेंगू के बारे में हर तरह की जानकारी और बचाव का बहुत बढि़या स्रोत है। सेहत विभाग द्वारा डेंगू फैलने से रोकने के लिए चलाई गई मुहिम को इस एप के साथ बहुत सहयोग मिलेगा। 

यह एप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर से आसानी के साथ फ्री डाउनलोड की जा सकती है। आप की सुविधा एवं आपको मिलते जुलते नाम वाले मोबाइल एप्स बचाने के लिए हमने इसकी डायरेक्ट लिंक सबसे नीचे उपलब्ध करा दी है। यह एप पंजाबी व अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है।

डेंगू फ्री पंजाब एप में खास बात है

यदि किसी भी व्यक्ति को डेंगू हो गया है तो उसे क्या करना या क्या नहीं करना चाहिए। 
इसके अलावा एडीज मच्छर की किस्मों, कालचक्र, ब्रीडिग के स्थानों, मच्छर की रोकथाम, लक्षण आदि के बारे में बहुत सी जानकारी दी गई है।
यदि किसी भी व्यक्ति को डेंगू के लक्षण लगते हैं, तो इस एप पर टेस्टिग केंद्रों और इलाज केंद्रों की पूरी सूची दिखाई गई है। 
इसलिए संबंधित व्यक्ति को एप डाउनलोड करने समय सिर्फ अपनी जानकारी दर्ज करनी पड़ती है।
डेंगू के साथ संबंधित किसी भी तरह की जानकारी लेने के लिए व्यक्ति इस एप के द्वारा सीधा हेल्पलाइन नंबर 104 व 108 पर भी सीधा संपर्क कर सकता है। 
सेहत विभाग के चंडीगढ़ स्थित अधिकारियों के बारे में जानकारी के लिए विभाग का पता, वेबसाइट व ईमेल पता भी दर्ज किया गया है।
DENGUE FREE PUNJAB APP DOWNLOAD करने के लिए यहां क्लिक करें

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