प्राइमरी का मास्टर ● इन |
- शर्तों के साथ खुल गए क्लास 9 से 12 तक के स्कूल, दो पालियों में चली कक्षाएं school reopening in uttar pradesh
- नई शिक्षा नीति की मदद से प्रतिभा पलायन रुकेगा : रमेश पोखरियाल निशंक
- नवंबर में खुलेंगे केंद्रीय और नवोदय विद्यालय, तैयारी हुई शुरू
- 69000 भर्ती : त्रुटि संशोधन के लिए घेरा परिषद मुख्यालय, नहीं हुआ अब तक आदेश
- एक तिहाई अभिभावकों ने ही दी स्कूल भेजने की सहमति, कोरोना का भय अभी भी हावी
- नई शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर सड़क पर उतरे डीएलएड प्रशिक्षु
- 69000 शिक्षक भर्ती मामला : अभ्यर्थियों की मांग, शिक्षक भर्ती की त्रुटियां हों दूर
- फतेहपुर : 449 नव नियुक्त शिक्षकों ने ग्रहण किया कार्यभार
Posted: 19 Oct 2020 06:58 PM PDT शर्तों के साथ खुल गए क्लास 9 से 12 तक के स्कूल, दो पालियों में चली कक्षाएं यूपी में सोमवार सुबह कक्षा 9 से लेकर 12 तक के छात्र के लिए स्कूल खुल गए हैं। राजधानी लखनऊ , कानपुर, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ, आगरा समेत सभी जिलों में सात महीने बाद सुबह स्कूलों के सामने चहल -पहल दिखी। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद छात्रों को अंदर के जाने की अनुमति दी गई। लखनऊ में करीब 1020 स्कूल सोमवार सुबह खुल गए है। सदर स्थित लखनऊ मांटेसरी इंटर कॉलेज के गेट पर सुबह छात्रों को थर्मल स्क्रीनिंग के प्रवेश दिया जा रहा था। लंबे समय के बाद स्कूल आने बाद छात्र खुश थे। इसी तरह राजधानी के अन्य स्कूल में कोरोना गाइड लाइन का पालन कर छात्रों का स्कूल प्रवेश कराया जा रहा था। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि राजकीय स्कूलों के 51 प्रिंसिपल को इन स्कूलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा, जिला मजिस्ट्रेट की ओर से 106 अन्य अधिकारियों की निरीक्षण के लिए लगाया गया है। डीआईओएस ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर सभी सीएचसी और पीएचसी को अलर्ट पर रखने को कहा गया है । इसके अलावा, सभी एसडीएम और तहसीलदार को अपने क्षेत्रों के स्कूलों के निरीक्षण को कहा गया है। शर्तों के साथ खुले स्कूल शर्तों के साथ हापुड़ जिले के स्कूल सोमवार सुबह से खुल गए हैं। स्कूलों में कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक की कक्षाएं चल रही हैं। कक्षाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है। स्टूडेंट्स को परीक्षा कक्षों में दूर-दूर बैठाया गया है। डीआईओएस निशा अस्थाना ने बताया कि कोविड 19 की गाइडलाइन का पालन कराते हुए स्कूल खुल गए हैं। कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक की कक्षाएं स्कूलों में चल रही हैं। वह खुद और नोडल अधिकारी स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं। कोरोना वायरस को लेकर स्कूलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सभी स्कूलों के कक्षों में स्टूडेंट्स को दूर-दूर बैठाया गया है। स्टूडेंट्स को कोई परेशानी नहीं हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सुलतानपुर में खुल गए माध्यमिक विद्यालय सोमवार को जिले के माध्यमिक स्कूल खुल गए। कोविड-19 महामारी संक्रमण के कारण नए शिक्षा सत्र अप्रैल महीने से स्कूलों एवं विद्यालयों में शिक्षण कार्य बंद था। शासन की गाइड लाइन का पालन करते हुए सोमवार से सोशल डिस्टेंसिंग के तहत विद्यालयों में कक्षा नौ से लेकर 12 तक की विद्यार्थियों की पढ़ाई शुरु हो गई। प्रथम पाली में सुबह 8.50 बजे से कक्षा नौ व 10 और द्वितीय पाली में अपराह्न 2.50 बजे से कक्षा 11 व 12 के विद्यार्थियों स्कूल बुलाया गया है। डीआईओएस जयप्रकाश यादव ने बताया कि से 30 प्रतिशत अभिभावकों ने अपने बच्चों को विद्यालयों में पढ़ाने के लिए भेजने पर सहमति पत्र प्रदान की है। विद्यालयों में नामांकित कक्षावार विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से एक दिन में 50 फीसदी ही बच्चों को पढ़ने के लिए बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुछ विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण प्रथम पाली में सुबह नौ बजे से तथा द्वितीय पाली में अपराह्न तीन बजे से पढ़ाई होगी। सोमवार को नगर के शैम्फोर्ड फ्यूचरस्टिक स्कूल में सैनिटाइजेशन, थर्मल स्क्रीनिंग के बाद मास्क के साथ बच्चों का प्रवेश कराया गया। प्रधानाचार्य डॉ. अजय तिवारी ने बताया कि शासन की गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। गोंडा : स्कूल कालेजों से हटा कोरोना का ताला सरकार की गाइड लाइन के बाद करीब सात माह बाद स्कूल और कालेजों पर जड़ा कोरोना का ताला सोमवार को हट गया। पहले दिन पहुंचे बच्चों को अधिकतर स्कूलों में कोविड गाईड लाईन के तहत प्रवेश दिया गया। यहां के अधिकतर स्कूलों में सुबह पहुंचे छात्र छात्राओं को सैनिटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग के बाद प्रवेश दिया गया। क्लास में भी दैहिक दूरी का अनुपालन कराया जा रहा है। पहले दिन खुले स्कूलों में शिक्षकों और स्टाफ को भी नियमों के तहत जांच से गुजरना पड़ा। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक कहीं नियमों की अनदेखी की सूचना नहीं है। स्थानीय सेंट जेवियर्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल पंतनगर में प्रातः काल बच्चों का प्रवेश होने पर बच्चों को सैनिटाइज करने के साथ-साथ उनका थर्मल स्क्रीनिंग की गई। तत्पश्चात विद्यालय में प्रवेश दिया गया। प्रधानाचार्य रामागिरी विद्यासागर ने बताया शासनादेश के बाद प्रथम दिन इस सत्र का विद्यालय खोला गया है। जिसमें समस्त प्रकार की सावधानियां को ध्यान में रखते हुए हुए कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों को बुलाया गया है। उनके अभिभावक के स्वीकृति पत्र के साथ विद्यालय में प्रवेश दिया जा रहा है। जनता इंटर कालेज खरगूपुर, देवीबख्श इंटर कालेज बेलसर में नियमों के तहत प्रवेश दिया गया। डीआईओएस अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि निगरानी दल बनाएं गए हैं और निरीक्षण कराया जा रहा है। दो पालियों में कक्षाएं - दो पालियों में स्कूल चलेंगे। पहली पाली में कक्षा 9 व 10 और दूसरी पाली में कक्षा 11 व 12 के बच्चे बुलाए जाएंगे। - विद्यालय खुलने पर प्रतिदिन प्रत्येक पाली के उपरांत कक्ष का सैनिटाइजेशन कराना होगा। - बच्चों के आने पर ट्रेम्परेचर परीक्षण के बाद सैनिटाइजेशन कराना होगा। मास्क लगाना अति आवश्यक है। - प्रत्येक विद्यालय में जिला प्रशासन के इन्टीग्रेटेड कंट्रोल रूम का नंबर डिस्प्ले करना होगा। - यदि किसी विद्यालय में विद्यार्थी, शिक्षक अथवा किसी कर्मचारी को खासी, जुकाम या बुखार है तो उसकी सूचना तत्काल कंट्रोल रूम में देनी होगी। - कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए विद्यालयों में एक कमेटी का गठन की जाएगी। - ऑनलाइन कक्षाएं यथावत चलती रहेंगी उन्हें बंद नहीं किया जाएगा। - दो शिफ्टों में 50-50 फीसद बच्चों को बुलाकर कक्षाएं संचालित की जाएंगी। - लंच के समय बच्चे जब मास्क उतारें तो छह फीट की दूरी उनके बीच आवश्यक है। खाने-पीने की कोई सामग्री बच्चे आपस में शेयर न करें। |
नई शिक्षा नीति की मदद से प्रतिभा पलायन रुकेगा : रमेश पोखरियाल निशंक Posted: 19 Oct 2020 06:50 PM PDT नई शिक्षा नीति की मदद से प्रतिभा पलायन रुकेगा : रमेश पोखरियाल निशंक। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को भरोसा जताया कि नई शिक्षा नीति देश से प्रतिभाओं का पलायन रोकने में मददगार साबित होगी। उन्होंने कहा कि इस नीति के तहत देश के उच्च शिक्षा संस्थानों में शोध और अनुसंधान की गति बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही, ज्ञान के अंतरराष्ट्रीय आदान-प्रदान को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। इंदौर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के आठवें दीक्षांत समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंस से शामिल हुए निशंक ने कहा,''भारत के 7.5 लाख से आठ लाख विद्यार्थी विदेशी संस्थानों में पढ़ रहे हैं। इससे 1.5 लाख करोड़ रुपये देश से बाहर चले जाते हैं। यानी हमारी प्रतिभाएं और पैसा, दोनों देश से बाहर जा रहे हैं।'' केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, ''हम स्टे इन इंडिया (भारतीय विद्यार्थियों का देश में ही उच्च शिक्षा हासिल करना) अभियान के तहत उच्च शिक्षा के पैमानों पर अपने देश को मजबूत करेंगे। इसके लिए नई शिक्षा नीति के माध्यम से शोध और अनुसंधान की गति तेज की जाएगी।'' उन्होंने रेखांकित किया, ''भारत में पढ़े कई विद्यार्थी आज गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कम्पनियों में शीर्ष पदों पर काम कर रहे हैं। जब हमारे देश में ही अच्छे उच्च शिक्षा संस्थान हैं, तो विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए विदेश जाने की क्या जरूरत है?'' निशंक ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए दुनिया के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों को भारत में आमंत्रित किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार स्टडी इन इंडिया अभियान के तहत उच्च शिक्षा के मामले में भारत को अंतरराष्ट्रीय ब्रांड बनाना चाहती है। नई शिक्षा नीति भारतीय जीवन मूल्यों पर केंद्रित उन्होंने बताया कि कोविड-19 के प्रकोप से पहले अलग-अलग देशों के करीब 50,000 नए विद्यार्थियों ने भारत के उच्च शिक्षा संस्थानों में पढ़ने के लिए पंजीयन कराया था। लेकिन महामारी के संकट के बाद इस काम की गति थोड़ी धीमी पड़ गई। मंत्री ने जोर देकर कहा, ''हमारी नई शिक्षा नीति भारतीय जीवन मूल्यों पर केंद्रित है। इस नीति से अगले एक-दो साल के भीतर देश के शिक्षा जगत में बड़ा परिवर्तन दिखाई देगा।'' स्कूली स्तर से ही कृत्रिम मेधा की पढ़ाई होगी निशंक ने बताया कि भारत दुनिया का संभवत: पहला देश है जो स्कूली स्तर से ही कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पढ़ाना शुरू करने जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा, ''लॉर्ड मैकाले की शिक्षा पद्धति ने हमें अपनी जड़ों से दूर कर दिया था। सैकड़ों बरसों तक गुलामी के थपेड़ों ने हमें ऐसी स्थिति में ला खड़ा किया था कि हम जब अपने प्राचीन ज्ञान की बात करते थे, तो हमारी हंसी उड़ाने की कोशिश होती थी।'' 412 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं उन्होंने कहा, ''अब हमारे सामने यह चुनौती है कि हम भास्कराचार्य, सुश्रुत, चरक और आर्यभट्ट जैसे प्राचीन भारतीय विद्वानों की विरासत को नए अनुसंधान के साथ कहां तक आगे बढ़ा सकते हैं?'' आईआईटी के आठवें दीक्षांत समारोह में अलग-अलग संकायों के कुल 412 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। इनमें बी. टेक पाठ्यक्रम के 233 विद्यार्थी और एम. टेक पाठ्यक्रम के 57 विद्यार्थी शामिल हैं। |
नवंबर में खुलेंगे केंद्रीय और नवोदय विद्यालय, तैयारी हुई शुरू Posted: 19 Oct 2020 06:19 PM PDT नवंबर में खुलेंगे केंद्रीय और नवोदय विद्यालय, तैयारी हुई शुरू नई दिल्ली: करीब सात महीने से बंद पड़े स्कूलों के फिर से खुलने का सिलसिला शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और सिक्किम जैसे राज्यों ने सोमवार को अपने स्कूलों को खोल दिया है। ऐसे में केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय जैसे सगंठनों ने भी देशभर के अपने स्कूलों को नवंबर से खोलने की तैयारी कर ली है। इसे लेकर अभिभावकों से राय ली जा रही है। मौजूदा समय में देशभर में 1250 केंद्रीय विद्यालय और 650 नवोदय विद्यालय है। जिसमें करीब 15 लाख छात्र पढ़ते है। स्कूलों के खोलने का यह सिलसिला गृह मंत्रलय के दिशा-निर्देशों के बाद शुरू हुआ है, जिसमें स्कूलों को 15 अक्टूबर के बाद खोलने की अनुमति दी गई है। हालांकि अभी सिर्फ नौवीं से बारहवीं तक के ही बच्चों को बुलाने की अनुमति दी गई है। शिक्षा मंत्रलय ने सुरक्षा मानकों का एलान किया है जिसमें छात्रों के लिए पूरे समय मास्क पहनना और दो गज की दूरी को अनिवार्य किया गया है। |
69000 भर्ती : त्रुटि संशोधन के लिए घेरा परिषद मुख्यालय, नहीं हुआ अब तक आदेश Posted: 19 Oct 2020 06:14 PM PDT 69000 भर्ती : त्रुटि संशोधन के लिए घेरा परिषद मुख्यालय, नहीं हुआ अब तक आदेश प्रयागराज : परिषदीय स्कूलों की 69000 सहायक अध्यापक भर्ती का विवाद थम नहीं रहा है। लिखित परीक्षा के आवेदन फार्म में संशोधन की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने सोमवार को परिषद मुख्यालय का घेराव किया। उनका कहना है कि परिषद सचिव ने वादे के मुताबिक दो दिन बाद भी निर्देश जारी नहीं किया है। देर रात तक अभ्यर्थी परिसर में ही जमे रहे और पुलिस के समझाने पर भी वहां से जाने का तैयार नहीं हुए। ज्ञात हो कि न्याय मोर्चा के अमर बहादुर गौतम ने 16 अक्टूबर से जो 69 घंटे की भूख हड़ताल पर शुरू की थी। उनकी मांग थी कि आनलाइन आवेदन में संशोधन का मौका दिया जाए। शनिवार को बेसिक शिक्षा परिषद सचिव ने आश्वासन दिया था कि वे आवेदन फार्म में त्रुटि करने वाले सभी अभ्यíथयों को संशोधन का मौका देंगे, लेकिन सोमवार तक सचिव की ओर से कोई भी लिखित आदेश जारी हुआ तो कई जिलों के अभ्यर्थियों ने परिषद मुख्यालय पर पहुंचकर आंदोलन शुरू कर दिया है। सोमवार को हजारों अभ्यर्थी त्रुटि सुधार के लिए परिषद के प्रांगण में ही आंदोलन कर रहे हैं, कुछ लोग भूख हड़ताल पर भी बैठे हुए हैं उनकी मांग है कि संशोधन का मौका भूख हड़ताल जारी रखेंगे। यहां लखनऊ की प्रीति कुमारी, रायबरेली की सरस्वती, बागपत की पूजा वर्मा, गाजीपुर की रीना चौहान, अयोध्या की रीता, चित्रकूट की सोनम, आगरा के राजमणि आदि रहे। |
एक तिहाई अभिभावकों ने ही दी स्कूल भेजने की सहमति, कोरोना का भय अभी भी हावी Posted: 19 Oct 2020 06:07 PM PDT एक तिहाई अभिभावकों ने ही दी स्कूल भेजने की सहमति, कोरोना का भय अभी भी हावी लखनऊ : यूपी में 28,474 स्कूलों में कक्षा नौ से इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई करने वाले कुल 1.02 करोड़ विद्यार्थियों में से 34.68 लाख विद्यार्थियों के अभिभावकों ने ही उन्हें स्कूल भेजने की लिखित सहमति दी है। कोरोना संक्रमण को लेकर अभी भी ज्यादा अभिभावक डरे हुए हैं। उन्हें भय है कि स्कूल भेजने पर उनका बच्चा कहीं कोरोना की चपेट में न आ जाए। यही कारण है कि सिर्फ 33.70 फीसद विद्यार्थियों के अभिभावक ही उन्हें स्कूल भेजने को राजी हुए। सोमवार को पहले दिन स्कूलों में आए विद्यार्थियों को कोरोना से बचाव का पाठ पढ़ाया गया। उन्हें कोरोना प्रोटोकॉल का किस तरह पालन करना है, इसकी जानकारी दी गई। |
नई शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर सड़क पर उतरे डीएलएड प्रशिक्षु Posted: 19 Oct 2020 05:51 PM PDT नई शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर सड़क पर उतरे डीएलएड प्रशिक्षु प्रयागराज। डीएलएड 2017 बैच के प्रशिक्षुओं ने प्राथमिक विद्यालयों के लिए नई शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। डीएलएड प्रशिक्षुओं का कहना हे कि 2018 के बाद से कोई शिक्षक भर्ती घोषित नहीं की गई। ऐसे में डीएलएड पास करने बाद से 2017 बैच के दो लाख प्रशिक्षु बेकार बैठे हैं। उनका कहना था कि हम सभी उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा और केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर चुके हैं। ऐसे में सरकार तत्काल शिक्षक भर्ती की घोषणा करे। |
69000 शिक्षक भर्ती मामला : अभ्यर्थियों की मांग, शिक्षक भर्ती की त्रुटियां हों दूर Posted: 19 Oct 2020 06:09 PM PDT 69000 शिक्षक भर्ती मामला : अभ्यर्थियों की मांग, शिक्षक भर्ती की त्रुटियां हों दूर 69000 शिक्षक भर्ती: सुप्रीम कोर्ट का फैसला घोषित कराए सरकार, तीन माह से इंतजार प्रयागराज : 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में हुई त्रुटियों को सुधारने की मांग के समर्थन में प्रदेशभर से आए अभ्यर्थियों ने सोमवार को शिक्षा निदेशालय में धरना प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि 69000 शिक्षक भर्ती के तहत जारी की गई सूची में कई तरह की गड़बड़ियां की गई हैं। इसमें आरक्षण नियमों की अनदेखी की गई है। साथ ही पिछली लिस्ट में शामिल हाईमेरिट वालों का अभ्यर्थन निरस्त कर दिया गया है। इसकी तुलना में कम मेरिट वालों का चयन कर लिया गया है। इसे सुधारा जाना चाहिए। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती के 37339 पदों को लेकर असमंजस बना है। शीर्ष कोर्ट ने 24 जुलाई को सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित कर लिया है। करीब तीन माह से इंतजार कर रहे प्रतियोगी प्रदेश सरकार से मांग कर रहे हैं कि फैसले के लिए सरकार पहल करे। परिषदीय स्कूलों की शिक्षक भर्ती में शीर्ष कार्ट ने 21 मई को आदेश दिया था कि प्रदेश सरकार 31661 पदों पर नियुक्ति कर सकती है, जबकि 37339 पदों पर नियुक्ति करने से रोका था। कोर्ट ने मामले में 24 जुलाई को सुनवाई पूरी करके फैसला सुरक्षित कर लिया। इस बीच प्रदेश सरकार ने 31661 पदों के सापेक्ष 31277 पढ़ों की अनंतिम सूची जारी की और 30235 पदों पर नियुक्तियां कर दी हैं। अभिषेक, बद्री नारायण शुक्ल, अभय राज आदि ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर मांग की है कि प्रदेश सरकार सुरक्षित आदेश जारी कराने के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल करे, ताकि दीपावली के पहले नियुक्तियां की जा सकें। |
फतेहपुर : 449 नव नियुक्त शिक्षकों ने ग्रहण किया कार्यभार Posted: 19 Oct 2020 03:27 PM PDT फतेहपुर : 449 नव नियुक्त शिक्षकों ने ग्रहण किया कार्यभार फतेहपुर : जिले में नव नियुक्त शिक्षकों ने सोमवार को कार्य भार ग्रहण करने के लिए एक बार फिर लाइन में लगे नजर आए। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों को ज्वानिंग कराने के लिए गठित की गई तीनों टीमों ने शिक्षकों को कोविड-19 की गाइड लाइनों के साथ कार्य भार ग्रहण कराया। जिसमें महिला शिक्षकों समेत 449 ने ज्वानिंग ली है। जिले के लिए कुल 475 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने के बाद बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह ने इनको कार्यभार ग्रहण कराने के लिए यूआरसी में बीईओ नाहिद इकबाल एवं विश्वनाथ पाठक महिला शिक्षकों को, महात्मा गांधी प्राथमिक विद्यालय में मुक्तेश कुमार गुप्ता एवं राजीव रंजन, तथा महात्मा गांधी पूर्व माध्यमिक विद्यालय में देवेन्द्र कुमार व पुष्पराज सिंह को काउंसिलिंग क्रमांक के आधार पर अभ्यर्थियों को कार्यभार ग्रहण कराने की जिम्मेदारी दी है। सोमवार को तीनों स्थानों में ज्वाइन करने के लिए शिक्षकों की भीड़ रही। बीईओ मुख्यालय राकेश सचान ने बताया कि सोमवार को शिक्षकों के शैक्षिक, प्रशिक्षण, अन्य योग्यता के प्रमाण पत्रों एवं फोटो युक्त पहचान पत्र जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी या पते से सम्बंधित अन्य पहचान पत्र आदि की गहनता के साथ जांच करने के बाद 134 महिला शिक्षक एवं 315 पुरुष शिक्षकों समेत कुल 449 ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष 19 शिक्षक सम्भावत: मंगलवार को ज्वाइन करेंगे। |
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