प्राइमरी का मास्टर ● इन |
- इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिये मैथ्स, फिजिक्स और केमेस्ट्री बने रहेंगे जरूरी सब्जेक्ट, AICTE ने किया साफ
- फतेहपुर : सैकड़ों शिक्षकों को पगार का इंतजार, पटल प्रभारी को भी दी थी 15 दिन की डेडलाइन, सत्यापन की स्थिति पर सर्वाधिक पेंच
- जून में माध्यमिक शिक्षकों के तबादले की तैयारी, ग्रेडिंग को भी जोड़ने की तैयारी
- आफत: होली के दिन कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों का रिजल्ट बनाएंगे परिषदीय स्कूलों के शिक्षक
- डीएलएड की कॉपियों से चार दिन में निकले एक लाख रुपये, परीक्षा में पास होने के लिए कॉपियों में नोट गए रखे
- अपने घर के पास परीक्षा दे सकेंगे कक्षा 10वीं व 12वीं के विद्यार्थी, कोरोना महामारी के कारण सीबीएसई ने दी बड़ी राहत, छात्र परीक्षा केंद्र बदलने के लिए कर सकते हैं 25 मार्च तक आवेदन
Posted: 21 Mar 2021 10:04 PM PDT इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिये मैथ्स, फिजिक्स और केमेस्ट्री बने रहेंगे जरूरी सब्जेक्ट, AICTE ने किया साफ अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष अनिल सहस्त्रबुद्धे ने स्पष्ट किया कि इंजीनियरिंग में दाखिले के लिये गणित, भौतिकी और रसायन शास्त्र महत्वपूर्ण बने रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कम्प्यूटर साइंस, सूचना प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी जैसे सहयोगी विषय लेने वाले छात्रों को इंजीनियरिंग में नामांकन की अनुमति देने के मकसद से दिशानिर्देशों में विकल्प दिया गया है। अनिल सहस्त्रबुद्धे ने बताया, '' हमने ऐसा कभी नहीं कहा कि इंजीनियरिंग में दाखिले के लिये गणित, भौतिकी, रसायन नहीं चाहिए। यह जरूरी विषय हैं। उन्होंने कहा कि भौतिकी, गणित के बिना कोई भी इंजीनियरिंग की शिक्षा पूरी कर ही नहीं सकता। एआईसीटीई के अध्यक्ष ने कहा कि इंजीनियरिंग में दाखिले के लिये गणित, भौतिकी और रसायन शास्त्र महत्वपूर्ण बने रहेंगे।सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप, छात्रों में बहु-विषयक दृष्टिकोण को विकसित करने की जरूरत महसूस की गई जिसकी वजह से इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रवेश से संबंधित विषयों के बारे में स्थिति स्पष्ट करना जरूरी था। उन्होंने कहा कि विस्तृत विचार-विमर्श के बाद परिषद ने अनुमोदन प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए जो वास्तव में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के इच्छुक छात्रों को उनकी पसंद के अनुरूप विकल्प प्रदान करते हैं। गौरतलब है कि हाल ही में एआईसीटीई ने स्नातक स्तर पर इंजीनियरिंग संकाय में दाखिले के लिये प्रवेश स्तर के दिशानिर्देशों में बदलाव करते हुए 11वीं एवं 12वीं कक्षा में गणित एवं भौतिकी नहीं पढ़ने वाले छात्रों को नामांकन के लिये पात्र बताया था । हालांकि, इससे पहले इंजीनियरिंग में दाखिले के लिये छात्रों को हाई स्कूल के स्तर पर भौतिकी, गणित की पढ़ाई करना जरूरी था। अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि ये बदलाव किसी राज्य या इंजीनीयरिंग कालेजों के लिये अनिवार्य नहीं हैं और न ही जेईई या सीईटी जैसी परीक्षाओं के संदर्भ में कोई बाध्यता हैं। उन्होंने कहा, '' पहले की तरह ही गणित, भौतिकी, रयायन शास्त्र विषय में जेईई, सीईटी जैसी प्रवेश परीक्षा जारी रहेगी । एआईसीटीई के अध्यक्ष ने कहा '' बहरहाल, नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बाद जब 10+2 की प्रणाली खत्म्र होगी, 5+3+3+4 का प्रारूप होगा और कला, विज्ञान तथा कामर्स संकाय वर्तमान स्वरूप में नहीं रहेंगे, तब छात्रों के बीच बहु-विषयक दृष्टिकोण विकसित करने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए एक व्यवस्था के संदर्भ में यह बात कही गई है। उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर साइंस, सूचना प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी जैसे सहयोगी विषय लेने वाले छात्रों को इंजीनियरिंग में नामांकन की अनुमति देने के मकसद से दिशानिर्देशों में विकल्प दिया गया है। दिशानिर्देशों को लेकर भ्रम के बारे में पूछे जाने पर सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि अगर किसी छात्र का स्कूल के स्तर पर कोई कोर्स छूट गया है तब इसे पूरा करने के लिये कालेज पूरक कोर्स या ब्रिज कोर्स पेश कर सकते हैं। |
Posted: 21 Mar 2021 05:55 PM PDT फतेहपुर : सैकड़ों शिक्षकों को पगार का इंतजार, पटल प्रभारी को भी दी थी 15 दिन की डेडलाइन, सत्यापन की स्थिति पर सर्वाधिक पेंच फतेहपुर : जिले में परिषदीय शिक्षकों को अब भी अपने नियमित एवं अवशेष वेतन का बेसब्री से इंतजार है। हालात यह हैं कि तमाम ऐसे शिक्षक भी हैं जिन्हें करीब सात साल की नौकरी के बाद भी अपना बकाया वेतन नहीं मिल सका है। प्राशिसं ने तमाम ज्ञापन भी सौंपे लेकिन उनका अब तक असर नहीं दिखाई पड़ा है। डीएम के निर्देशपर सत्यापन पटल प्रभारी को दी गई डेडलाइन कल समाप्त हो रही है। जिले में अन्तर्जनदीय स्थानान्तरण से आए शिक्षकों को पदस्थापित हुए करीब एक माह बीत चुका है लेकिन जिले में उनके वेतन भुगतान के बारे में कोई सटीक सूचना नहीं मिल रही है। जिससे होली बेरंग गुजरने के आसार हैं। 41556 सहायक शिक्षक भर्ती के अन्तर्गत कई शिक्षकों को नियमित एवं एक हजार से अधिक शिक्षकों को अपने अवशेष वेतन का इंतजार है। 15 हजार, 16448 और 12460 के करीब दो सौ शिक्षकों को अवशेष वेतन नहीं मिल सका है। पटल प्रभारी को दी थी 15 दिन की डेडलाइन बीते 6 मार्च को मुख्यालय बीईओ ने पटल प्रभारी को निर्देशित किया था कि संघ व बीएसए के मध्य हुई वार्ता को देखते हुए 15 दिनों के भीतर कार्य को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए पूरा कराया जाए। कल यह डेडलाइन समाप्त हो रही है। सैकड़ों शिक्षकों की निगाहें बीएसए आफिस को ताक रही हैं। | शिक्षकों की होली में रंग भरने का दारोमदार बीएसए कार्यालय पर है। सत्यापन की स्थिति पर सर्वाधिक पेंच सूत्र बताते हैं कि नवनियुक्त शिक्षकों में सत्यापन की स्थिति अस्पष्ट होने से सबसे अधिक रोष है। शिक्षकों को यही नहीं पता है कि उनके अब तक कितने सत्यापन विभाग द्वारा कराए जा चुके हैं। पटल प्रभारी भी शिक्षकों को संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं। संघ ने अपनी तीन सूत्रीय मांगों में सत्यापन की स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। बोले जिम्मेदार यदि किसी टीचर की शिकायत हो जाए कि फर्जी शिक्षक है या अभिलेख में कमी है तो विभाग उसका सत्यापन एक सप्ताह में करा लेता है किन्तु दुर्भाग्य है कि शिक्षकों का हक दिलाने के लिए विभाग कई साल बाद भी सत्यापन नहीं करा सका है। विजय त्रिपाठी, जिला मंत्री प्राशिसं फतेहपुर |
जून में माध्यमिक शिक्षकों के तबादले की तैयारी, ग्रेडिंग को भी जोड़ने की तैयारी Posted: 21 Mar 2021 05:31 PM PDT जून में माध्यमिक शिक्षकों के तबादले की तैयारी, ग्रेडिंग को भी जोड़ने की तैयारी लखनऊ। माध्यमिक शिक्षा विभाग बोर्ड परीक्षाओं के बाद जून में हाईस्कूल और इंटर कॉलेजों में कार्यरत सहायक अध्यापकों, प्रवक्ता और प्रधानाचार्यों के तबादले करने की तैयारी कर रहा है । कोरोना संक्रमण के कारण शैक्षिक सत्र 2020-21 में विभाग में तबादले नहीं किए गए थे। विभाग में शिक्षकों की कमी कुछ हद तक दूर होने के बाद अब वर्षों से गृह जिले से दूरस्थ जिले में तैनात शिक्षक तबादले के लिए राजनीतिक दबाव बना रहे हैं। प्रदेश में 12 मई तक बोर्ड परीक्षाएं संचालित होंगी। सूत्रों के मुताबिक कुल कार्यरत शिक्षकों की संख्या का 10 प्रतिशत तक शिक्षकों के तबादले किए जाएंगे। विभाग इस बार तबादला नीति के साथ ग्रेडिंग को भी जोड़ने की तैयारी कर रहा है। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि बोर्ड परीक्षा के बाद तबादला प्रक्रिया शुरू की जाएगी। लेकिन तबादले बहुत ही सीमित संख्या में किए जाएंगे। |
आफत: होली के दिन कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों का रिजल्ट बनाएंगे परिषदीय स्कूलों के शिक्षक Posted: 21 Mar 2021 09:55 PM PDT आफत: होली के दिन कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों का रिजल्ट बनाएंगे परिषदीय स्कूलों के शिक्षक परिषदीय स्कूलों में होली के अवकाश पर संशय, महानिदेशक स्कूल शिक्षा के पत्र में छुट्टी का जिक्र नहीं ■ रविवार 28 मार्च को होली जलेगी और सोमवार को 29 मार्च को रंगोत्सव है। ■ बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों की वार्षिक परीक्षा की समय सारिणी जारी हो गई है। ■ महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को जिस तरह के निर्देश दिए हैं उससे शिक्षक परेशान हैं। प्रयागराज । प्रदेश में बेसिक स्कूलों में सिर्फ दो दिन यानी 25 व 26 मार्च को वार्षिक परीक्षा कराने के बाद 31 मार्च तक परीक्षाफल भी तैयार हो जाएगा। इसी बीच शिक्षकों को 27 से 30 मार्च के बीच में मूल्यांकन भी करना होगा। यानी होली के अवकाश पर संशय है। महानिदेशक स्कूली शिक्षा के अधिकारियों के लिए जारी निर्देश का तो यही अर्थ निकाला जा रहा है कि प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में इस बार होली का अवकाश नहीं होगा। बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों की वार्षिक परीक्षा की समय सारिणी जारी हो गई है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को जिस तरह के निर्देश दिए हैं उससे शिक्षक परेशान हैं कि इस बार होली का अवकाश क्या नहीं होगा। इस बार रविवार 28 मार्च को होली जलेगी और सोमवार को 29 मार्च को रंगोत्सव है। इसके बाद 30 मार्च को भाईदूज का पर्व है। इसी दौरान महानिदेशक स्कूली शिक्षा ने मूल्यांकन व परिणाम तैयार करने का आदेश दिया है। परिषद मुख्यालय वैसे तो प्रयागराज में है, लेकिन परिषदीय स्कूलों के संबंध में दिशा-निर्देश देने की परिपाटी इधर काफी बदली हुई है। अभी तक आमतौर जो आदेश परिषद सचिव की ओर से जारी होते रहे हैं वे आदेश अब शासन और महानिदेशक स्तर से जारी हो रहे हैं। पिछले महीनों में शिक्षकों के तबादले का आदेश बेसिक शिक्षा निदेशक की ओर से निर्गत हुआ था। पिछले वर्षों तक वार्षिक परीक्षा की सूचनाएं सचिव स्तर से ही जारी होती रही हैं। इस बार महानिदेशक ने निर्देश भेजें हैं। वार्षिक परीक्षा की समय सारिणी के अनुसार जिलों में 22 मार्च तक विकासखंड व संकुल स्तर के विद्यालय तक निर्देश भेजे जाएंगे। 24 को प्रश्नपत्र मुद्रित कराकर वितरित होंगे, वार्षिक परीक्षा 25 व 26 को कराई जाएगी। मूल्यांकन व परीक्षाफल 27 से 30 मार्च तक तैयार किया जाएगा, जबकि 31 मार्च को परीक्षाफल वितरित होगा। यह भी देखें - Primary School Exam Result 2021: परिषदीय स्कूलों के शिक्षक होली के त्योहार पर बच्चों की कॉपियां जांचेंगे और रिजल्ट तैयार करेंगे। महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद की ओर से 19 मार्च को जारी समय सारिणी के अनुसार कक्षा एक से आठ तक के बच्चों की वार्षिक परीक्षाएं 25 व 26 मार्च को होंगी। 27 से 30 मार्च तक शिक्षक कॉपियों का मूल्यांकन करेंगे और रिजल्ट बनाएंगे। 28 मार्च रविवार को होलिका दहन और 29 मार्च को होली का अवकाश है। प्रयागराज में परंपरा के अनुसार 30 मार्च को बड़ी होली मनाई जाएगी। ऐसे में 28 से 30 मार्च तक पूरी तरह से होली का माहौल रहेगा। इस दौरान लोगों के एक-दूसरे के घर आने जाने का सिलिसला चल रहा होता है। ऐसे में 31 मार्च को परीक्षाफल घोषित करना है। शिक्षक इस बात को लेकर परेशान हैं कि 27 मार्च को एक दिन में कॉपियां जांचकर रिजल्ट तैयार नहीं किया तो होली में खलल पड़ना तय है। बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार कुशवाहा के अनुसार कक्षा तीन से आठ तक के तीन लाख से अधिक छात्र-छात्राएं वार्षिक परीक्षा में सम्मिलित होंगे। इनका कहना है प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा, "हिन्दुओं के इतने महत्वपूर्ण पर्व की अनदेखी करके परीक्षा का कार्य कराना ठीक नहीं है। कोरोना को देखते हुए 50 प्रतिशत बच्चों को ही बुलाने का शासनादेश है। ऐसे में कैसे दो दिन में परीक्षा हो जाएगी। क्या नियम बदल दिया गया। परीक्षा इतनी आवश्यक थी तो पहले भी हो सकती थी।" |
Posted: 21 Mar 2021 05:22 PM PDT डीएलएड की कॉपियों से चार दिन में निकले एक लाख रुपये, परीक्षा में पास होने के लिए कॉपियों में नोट गए रखे परीक्षा में पास होने के लिए कॉपियों में नोट रखने की प्रवृत्ति हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं से होते हुए डीएलएड तक पहुंच गई है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) सीतापुर में इन दिनों डीएलएड 2018 बैच चतुर्थ सेमेस्टर की कॉपियों का मूल्यांकन चल रहा है। इस दौरान पिछले दिनों गणित की उत्तरपुस्तिकाओं में चार दिन में तकरीबन एक लाख रुपये के नोट मिले हैं। एक शिक्षक ने रुपये रखकर फेल अभ्यर्थी को पास कर दिया। अंकेक्षण के दौरान फेल अभ्यर्थी को पास करने की बात पकड़ में आ गई। उसके बाद बिना जंची हुई कॉपियों को देखा गया तो उसमें से नोट मिलने लगे। चार दिन में कुल लगभग एक लाख रुपये मिलने पर डायट प्राचार्य ने धनराशि कोषागार में जमा करवाते हुए इसकी रिपोर्ट परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय प्रयागराज को भेज दी। गोपनियता के लिहाज से यह पता नहीं चल सका है कि कॉपियां किस जिले की हैं। पास होने, अधिक मेरिट के लालच में रखे नोट डीएलएड की कॉपियों में नोट मिलने के पीछे दो प्रमुख कारण हैं। एक तो हाईस्कूल से लेकर इंटर और स्नातक तक नकल या कॉपियों में नोट रखकर पास होने वाले छात्र डीएलएड में भी इसी तिकड़म से पास होना चाहते हैं। अन्य विषयों की तुलना में गणित कठिन होता है और उसमें कुछ भी लिखकर पास होना संभव नहीं इसलिए इसमें नोट रखने की प्रवृत्ति अधिक है। दूसरा कारण अच्छी मेरिट के लिए अधिक नंबर पाने का लालच होता है। परिषदीय स्कूलों की शिक्षक भर्ती के लिए बनने वाली मेरिट में डीएलएड के अंकों को भी जोड़ा जाता है इसलिए छात्र नोट रखते हैं। भावना शिक्षार्थी, पूर्व सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी का कहना है कि ये खतरनाक संकेत हैं। इससे योग्य अभ्यर्थयों का नुकसान होगा। यदि नकल मारकर या कॉपियों में नोट रखकर पास होने वाले लोग शिक्षक बन गए तो हजारों बच्चों का भविष्य चौपट कर देंगे। |
Posted: 21 Mar 2021 05:09 PM PDT अपने घर के पास परीक्षा दे सकेंगे कक्षा 10वीं व 12वीं के विद्यार्थी, कोरोना महामारी के कारण सीबीएसई ने दी बड़ी राहत, छात्र परीक्षा केंद्र बदलने के लिए कर सकते हैं 25 मार्च तक आवेदन नई दिल्ली : कोरोना महामारी के बीच केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 10वीं व 12वीं के छात्रों को बड़ी राहत दी है। अब परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र बदलाकर अपने घर के आसपास ही परीक्षा दे सकते हैं। इसके लिए 25 मार्च तक अपने स्कूल को अनुरोध करना होगा। स्कूलों को 31 मार्च तक यह सूचना सीबीएसई की वेबसाइट पर देनी होगी। बोर्ड के मुताबिक, कोरोना महामारी के कारण काफी विद्यार्थी अपने गृह नगरों या राज्यों में लौट गए हैं। परीक्षार्थियों ने पहले जिन परीक्षा केंद्रों के लिए पंजीकरण किया था वहां वह वापस नहीं जा सकते हैं। इसलिए उन परीक्षार्थियों को यह सुविधा देने का फैसला लिया गया है इस तरह वह प्रयोगात्मक व थ्योरी परीक्षा के लिए भी केंद्र बदल सकते हैं। बोर्ड की ओर से कहा गया है कि परीक्षार्थियों को केंद्र का चुनाव ध्यानपूर्वक करना होगा एक बार परीक्षा केंद्र बदलने का अनुरोध स्वीकार होने के बाद उसे बदला नहीं जाएगा। थ्योरी और प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए केवल एक ही शहर में केंद्र की सुविधा मिलेगी दोनों परीक्षा के लिए अलग अलग शहर बदलने की अनुमति नहीं मिलेगी परीक्षार्थी के अनुरोध पर 1. परीक्षा केंद्र उसी शहर या उसके पास के किसी शहर में आवंटित किया जाएगा। वह परीक्षार्थी जो केंद्र बदलकर अपनी परीक्षा देंगे, स्कूल उनके अंक अपलोड करते समय ट्रांसफर (टी) लिखेंगे। |
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