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- शिवराज सिंह फेल: बाबूलाल गौर को हटाना और कमलनाथ सरकार गिराना, में अंतर समझना चाहिए था / MP NEWS
- शिवलिंग के सामने बैठकर 'हौं' 108 बार उच्चारण करें, फिटनेस के लिए जिम नहीं जाना पड़ेगा / SHIV KA SAWAN
- OMG! मध्यप्रदेश में 10787 में से 409 कोरोना पॉजिटिव, मुरैना 115, भोपाल 70, ग्वालियर 68 / MP CORONA UPDATE NEWS
- नेशनल पेंशन सिस्टम का अकाउंट मात्र ₹4 में खुलेगा, e-PRAN कार्ड मिलेगा / NATIONAL NEWS
- नगरीय निकायों और पंचायतों की मतदाता-सूची पर दावे-आपत्तियाँ की लास्ट डेट बदली / MP ELECTION NEWS
- मध्य प्रदेश आईएएस अफसरों के तबादलों में संशोधन / MP NEWS
- विकास दुबे ने गन पॉइंट पर रिचा से लव मैरिज की थी, जान बचाने रिचा का परिवार UP से MP आ गया / MP NEWS
- कटनी में भीषण सड़क हादसा, 6 की मौत, 5 घायल / MP NEWS
- विकास दुबे मामले में दो पुलिस अधिकारी गिरफ्तार, विकास की मदद करने का आरोप / VIKAS DUBEY UPDATE NEWS
- MPTET पास उम्मीदवारों ने सीएम हाउस के सामने प्रदर्शन करके बताया, हमें डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में कोई समस्या नहीं / MP NEWS
- सिंधिया के साथ भाजपा में नहीं गए कांग्रेसियों को वफादारी की परीक्षा देनी होगी: कमलनाथ / MP NEWS
- विधायकों ने पार्टी छोड़ने से पहले कमलनाथ को बहुत समझाया था: शिवराज सिंह चौहान / INDORE NEWS
- करण जौहर सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद पिछले 25 दिनों से क्या कर रहे हैं, उनके दोस्त ने बताया / BOLLYWOOD NEWS
- RGPV EXAM DATE घोषित, UGC की गाइडलाइन के बाद परीक्षा कराने का फैसला / RGPV UNIVERSITY
- अजय विश्नोई क्या बाबूलाल गौर की राह पर चल रहे हैं / JABALPUR NEWS
- भोपाल में होटल, कार्यालय, दुकान व धर्मस्थल को बंद किया जाएगा: कलेक्टर / BHOPAL NEWS
- इंदौर में 17 साल छोटे बॉयफ्रेंड ने 45 साल की ब्यूटी पार्लर संचालिका की हत्या की / INDORE NEWS
- ग्वालियर से कोरोना पॉजिटिव कैदी फरार / GWALIOR NEWS
- एप : जल्दी से भरिये, इस रिक्त स्थान को / EDITORIAL by Rakesh Dubey
- साबुन कई कलर्स में आते हैं लेकिन उनका झाग हमेशा सफेद क्यों होता है / GK IN HINDI
- यदि कोई मर्जी के बिना नशीली या जहरीली चीज खिला दे तो क्या उसके खिलाफ भी FIR हो सकती है, पढ़िए / ABOUT IPC
- किस धातु के शिवलिंग का अभिषेक करने से क्या फल प्राप्त होता है, यहां पढ़िए / SHIV KA SAWAN
- 12वीं के बाद मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए IIM IPM PROGRAM
- भोपाल में वटवृक्ष से प्रकट हुआ शिवलिंग, कुएं के पानी से चर्म रोग दूर होते हैं: बड़वाले महादेव की कथा / SHIV KA SAWAN
- 10th एमपी बोर्ड का रिजल्ट 62.84% नहीं 45% है, बेस्ट ऑफ फोर के कारण 62.84% नजर आ रहा है
| शिवराज सिंह फेल: बाबूलाल गौर को हटाना और कमलनाथ सरकार गिराना, में अंतर समझना चाहिए था / MP NEWS Posted: 08 Jul 2020 07:55 AM PDT भोपाल। किसने कितने रोड़े अटकाए और कौन किस विभाग की जिद पर अड़ा है, आम जनता को इन सब पचड़ों में पढ़ने की जरूरत नहीं है। मैसेज तो केवल एक ही नजर आ रहा है और वह यह कि भारतीय जनता पार्टी के नेता श्री शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री पद के लिए अयोग्य साबित हो गए हैं। मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद 1 सप्ताह तक मंत्रियों के बीच विभागों का वितरण ना हो पाना मुख्यमंत्री की असफलता को प्रमाणित करता है। शिवराज सिंह को सहानुभूति नहीं मिल सकतीमुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हुए व्यक्ति को कई प्रकार की राजनीतिक साजिशों का सामना करना ही पड़ता है। उसके विरोधी उसे कुर्सी से गिराने के लिए हमेशा कोशिश करते रहते हैं। हर मंत्री चाहता है कि उसे उसकी मर्जी का विभाग मिले। किसी भी पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व हमेशा राज्य की सरकार पर नियंत्रण बनाए रखने की कोशिश करता है। केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी और अनापत्ति अनिवार्य होती ही है। इस बार कुछ भी ऐसा नहीं हो रहा है जो नया हो, या फिर अजीब सा हो। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले स्थिति स्पष्ट कर लेनी चाहिए थीश्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जब अपने साथी विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे थे, तभी यह स्पष्ट हो गया था कि वह सत्ता में महत्वपूर्ण पदों पर कब्जा करेंगे। केंद्रीय नेतृत्व से उनकी बातचीत हुई है। सुना है नियम और शर्तें भी तय हुई है। ऐसी स्थिति में शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले अपनी स्थिति स्पष्ट कर लेनी चाहिए थी। बाबूलाल गौर को हटाकर शिवराज सिंह को मुख्यमंत्री बनाना और कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को गिराकर सत्ता में आना, दो अलग-अलग बातें हैं। यदि शिवराज सिंह चौहान में ऐसी सिचुएशन को हैंडल करने की क्षमता नहीं थी, तो बेहतर होता कि अपनी भद पिटवाने के बजाए शपथ ग्रहण ही ना करते। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसिंधिया के साथ भाजपा में नहीं गए कांग्रेसियों को वफादारी की परीक्षा देनी होगी: कमलनाथ विधायकों ने पार्टी छोड़ने से पहले कमलनाथ को बहुत समझाया था: शिवराज सिंह चौहान RGPV EXAM DATE घोषित, UGC की गाइडलाइन के बाद परीक्षा कराने का फैसला अजय विश्नोई क्या बाबूलाल गौर की राह पर चल रहे हैं भोपाल में होटल, कार्यालय, दुकान व धर्मस्थल को बंद किया जाएगा: कलेक्टर इंदौर में 17 साल छोटे बॉयफ्रेंड ने 45 साल की ब्यूटी पार्लर संचालिका की हत्या की यदि कोई मर्जी के बिना नशीली या जहरीली चीज खिला दे तो क्या उसके खिलाफ भी FIR हो सकती है किस धातु के शिवलिंग का अभिषेक करने से क्या फल प्राप्त होता है ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS |
| Posted: 08 Jul 2020 07:33 AM PDT लोग अपनी बॉडी को फिट रखने के लिए क्या नहीं करते। चर्बी कम करने के लिए, मोटापा घटाने के लिए, तोंद कम करने के लिए, कमर पर मास कम करने के लिए, वजन घटाने के लिए और ऐसे ही तमाम सारी समस्याओं से मुक्त रहने के लिए लोग घंटो जिम में पसीना बहाते हैं। कुछ लोग अपने घर में ही जिम बना लेते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि यदि ब्रह्म मुहूर्त में शिवलिंग के सामने बैठ कर 108 बार 'हौं' का सामान्य स्वर में ( नॉरमल वॉल्यूम) उच्चारण करेंगे तो आपको बिल्कुल वही फिटनेस प्राप्त होगी जो 5 किलोमीटर दौड़ लगाने पर या एक घंटा जिम में पसीना बहाने पर प्राप्त होती है। आपको जानकर प्राउड फील होगा कि 'हौं' एकाक्षरी महामृत्युंजय मंत्र है। महादेव के अनेक सिद्ध मंत्र हैं, जिनके जाप से भक्तो की मनचाही मुराद पूरी होती है। महादेव का एक ऐसा ही अमोघ रक्षाकवच है महामृत्युंजय मंत्र, जिसके जप से सुख-समृद्धि के साथ बेहतर स्वास्थ्य का वरदान शिव भक्त को मिलता है। अन्नत ऊर्जा और अपार शक्ति से भरपूर इस मंत्र को माना जाता है। सृष्टि में महादेव को सर्वशक्तिमान और ब्रह्माण्ड का स्वामी माना जाता है। इसलिए भगवान शिव के इस मंत्र को महामंत्र का संज्ञा दी गई है। इस मंत्र का प्रयोग कई तरह से किया जाता है। एकाक्षरी महामृत्युंजय मंत्र - 'हौं'उत्तम स्वास्थ्य के लिए ब्रह्म मुहूर्त में इस मंत्र का जाप किया जाता है। इससे महादेव के वरदान से शरीर स्वस्थ्य और सेहत दुरुस्थ रहती है। त्रयक्षरी महामृत्युंजय मंत्र - 'ऊं जूं स:'कोई सामान्य रोग यदि लंबे समय से परेशान कर रहा हो तो इस मंत्र का जाप रात्रि में सोने पहले कम से कम 27 बार करें। इससे शिवकृपा मिलती है और स्वास्थ्य में सुधार होता है। चतुराक्षी महामृत्युंजय मंत्र - 'ओम हौं जूं स:'जब आपकी कुंडली में किसी खतरनाक दुर्घटना के या किसी गंभीर बीमारी की अवस्था में सर्जरी के योग हों, तब ऐसी अवस्था में इस तरह के योग को टालने के लिए सुबह शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद इस मंत्र की तीन माला का जाप करें। दशाक्षरी महामृत्युंजय महामंत्र - 'ओम जूं स: माम पालय पालय'कुंडली में अल्पायु योग या स्वास्थ्य की गंभीर समस्या होने पर इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के स्वास्थ्य में सुधार होने के साथ वह लंबी उम्र को प्राप्त करता है। इस मंत्र को अमृत मृत्युंजय मंत्र भी कहा जाता है। मृत संजीवनी महामंत्युंजय मंत्र -ओम हौं जूं सः ओम भूर्भुवः स्वः ओम त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ओम स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ओम !! महामृत्युंजय मंत्र का जाप विधिपूर्वक करने से गंभीर रोग से फायदा होता है और आरोग्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही इसके जाप से कष्टों का नाश होता है और सुखों की प्राप्ति होती है। |
| Posted: 08 Jul 2020 07:58 AM PDT भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं। मुरैना में 115, भोपाल में 70 और ग्वालियर में 68 पॉजिटिव मामले निश्चित रूप से चिंतित करने वाले आंकड़े हैं। मुरैना में एक्टिव केस की संख्या 400 से ज्यादा हो गई है। आबादी के अनुपात में पॉजिटिव की संख्या के हिसाब से हालात बेहद खराब हो चुके हैं। 10787 में से 409 सैंपल पॉजिटिव मिले। सरकारी रिपोर्ट की यह संख्या और औसत सरकारी दावों को झुठला रही है। MADHYA PRADESH CORONA BULLETIN 08 JULY 2020संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 08 जुलाई 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में 10787 सैंपल की जांच की गई जिसमें से 157 रिजेक्ट हो गए। 10378 सैंपल नेगेटिव लेकिन 409 पॉजिटिव मिले। इसी के साथ मध्यप्रदेश में महामारी से पीड़ित नागरिकों की कुल संख्या 16036 हो गई है। 7 मरीजों की मृत्यु के साथ महामारी से मरने वालों की संख्या 629 और 219 डिस्चार्ज के साथ कोरोनावायरस से जीतने वालों की संख्या 11987 हो गई है। मध्य प्रदेश में आज की तारीख में 3420 लोग COVID-19 महामारी से पीड़ित है। MP COVID-19 LATEST REPORT की खास बातेंमुरैना के हालात बेकाबू हो चुके हैं। अब तक कुल 833 लोग पॉजिटिव पाए गए। यह आंकड़ा भोपाल ( 871) के काफी नजदीक पहुंच चुका है। जबकि दोनों शहरों की आबादी में काफी अंतर है। मुरैना का जिला प्रशासन न केवल अपने यहां संक्रमण फैलने से रोक पाया बल्कि कोरोनावायरस को मुरैना की सीमाओं से बाहर निकलने से भी रोकने में नाकाम रहा। ग्वालियर में 712, भिंड में 313 और शिवपुरी में 98 की संख्या में मुरैना का काफी योगदान है। जैसे-जैसे मानसून सत्र और चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं राजस्थानी भोपाल में कोरोनावायरस का संक्रमण बेलगाम होता जा रहा है। 70 पॉजिटिव के साथ भोपाल में संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 3225 हो गई है। मध्य प्रदेश के 19 जिलों में 100 से ज्यादा नागरिक कोरोनावायरस के संक्रमण से पीड़ित हो चुके हैं। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसिंधिया के साथ भाजपा में नहीं गए कांग्रेसियों को वफादारी की परीक्षा देनी होगी: कमलनाथ विधायकों ने पार्टी छोड़ने से पहले कमलनाथ को बहुत समझाया था: शिवराज सिंह चौहान RGPV EXAM DATE घोषित, UGC की गाइडलाइन के बाद परीक्षा कराने का फैसला अजय विश्नोई क्या बाबूलाल गौर की राह पर चल रहे हैं भोपाल में होटल, कार्यालय, दुकान व धर्मस्थल को बंद किया जाएगा: कलेक्टर इंदौर में 17 साल छोटे बॉयफ्रेंड ने 45 साल की ब्यूटी पार्लर संचालिका की हत्या की यदि कोई मर्जी के बिना नशीली या जहरीली चीज खिला दे तो क्या उसके खिलाफ भी FIR हो सकती है किस धातु के शिवलिंग का अभिषेक करने से क्या फल प्राप्त होता है ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS |
| नेशनल पेंशन सिस्टम का अकाउंट मात्र ₹4 में खुलेगा, e-PRAN कार्ड मिलेगा / NATIONAL NEWS Posted: 08 Jul 2020 06:38 AM PDT नई दिल्ली। भारत सरकार ने NPS- National Pension System के संदर्भ में एक बड़ा फैसला किया है। अकाउंट होल्डर्स को अब e-PRAN CARD भी मिल सकेगा। e-PRAN यानी परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर (स्थायी रिटायमेंट खाता संख्या)। सबसे अच्छी बात यह है कि जो खाताधारक e-PRAN का विकल्प चुनेंगे, उनका खाता महज 4 रुपए में खुल जाएगा। पेंशन निधि विनियामक (पीएफआरडीए) ने इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी है। अब तक नया NPS खाता खोलने पर खाताधारक को वेलकम किट दी जाती है, जिसमें फिजिकल PRAN होता है। अब यदि खाताधारक चाहेगा तो उसके ईमेल पर e-PRAN भेज दिया जाएगा। समझिए क्या है पूरा नियम और नई व्यवस्थाNPS के तहत स्थायी रिटायरमेंट खाता खुलवाते समय दो एजेंसियों के विकल्प रहते हैं। पहला NCRA (NSDL-CRA) और दूसरा - KCRA (Karvy-CRA)। NCRA के तहत खाता खोलने और फिजिकल PRAN कार्ड (जिसको आप जेब में रख सकते हैं) लेने पर 40 रुपए का शुल्क देना होता है। वहीं KCRA में 39.36 रुपए वसूले जाते हैं। अब यदि KCRA से खाता खुलवाते समय कोई ग्राहक e-PRAN का विकल्प चुनता है, यानी उसे फिजिकल नहीं, बल्कि डिजिटल कार्ड ही चाहिए, तो खाता खुलवाने की यह राशि घटकर महज 4 रुपए रह जाती है। वहीं NCRA में 18 रुपए चुकाने होंगे। e-PRAN होने से रहेगी यह सहूलियतe-PRAN और फिजिकल PRAN में कोई अंतर नहीं है, बस सहूलियत का फर्क है। दोनों कार्ड एक ही तरह से काम करेंगे। चाहें कहीं पहचान पत्र के रूप में हों, या NPS से जुड़ी किसी प्रोसेस के लिए। वहीं e-PRAN चुनने के बाद यदि किसी ग्राहक को फिजिकल कार्ड की जरूरत होती है तो वह अतिरिक्त भुगतान करके हासिल कर सकता है। बता दें, पेंशन निधि विनियामक ने हाल ही में पेपरलेस सिस्टम के जरिए नए NPS खाताधारकों को जोड़ने की सुविधा शुरू की है। इसके लिए ई-सिग्नेचर और ओटीपी सिस्टम लागू किया गया है। बता दें, नेशनल पेंशन सिस्टम के तहत पेंशन निधि विनियामक के पास 3.60 करोड़ खाताधारक हैं और 4.55 लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि का AUM यानी Assets Under Management है। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसिंधिया के साथ भाजपा में नहीं गए कांग्रेसियों को वफादारी की परीक्षा देनी होगी: कमलनाथ विधायकों ने पार्टी छोड़ने से पहले कमलनाथ को बहुत समझाया था: शिवराज सिंह चौहान RGPV EXAM DATE घोषित, UGC की गाइडलाइन के बाद परीक्षा कराने का फैसला अजय विश्नोई क्या बाबूलाल गौर की राह पर चल रहे हैं भोपाल में होटल, कार्यालय, दुकान व धर्मस्थल को बंद किया जाएगा: कलेक्टर इंदौर में 17 साल छोटे बॉयफ्रेंड ने 45 साल की ब्यूटी पार्लर संचालिका की हत्या की यदि कोई मर्जी के बिना नशीली या जहरीली चीज खिला दे तो क्या उसके खिलाफ भी FIR हो सकती है किस धातु के शिवलिंग का अभिषेक करने से क्या फल प्राप्त होता है ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS |
| नगरीय निकायों और पंचायतों की मतदाता-सूची पर दावे-आपत्तियाँ की लास्ट डेट बदली / MP ELECTION NEWS Posted: 08 Jul 2020 06:25 AM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरीय निकायों और त्रि-स्तरीय पंचायतों की प्रारूप मतदाता-सूची पर दावे-आपत्तियाँ लेने की अंतिम तारीख बढ़ाकर 25 जुलाई कर दी गई है। पहले एक जुलाई से 9 जुलाई तक दावे-आपत्तियाँ लेनी थीं। सचिव मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग श्री डी.व्ही. सिंह ने जानकारी दी है कि कोविड-19 संक्रमण के निरंतर बढ़ रहे प्रकरणों के कारण दावा-आपत्ति केन्द्रों तक लोगों के पहुँचने में असुविधा से दावे-आपत्तियाँ कम प्राप्त हो रही हैं। इसलिये आयोग ने दावे-आपत्ति लेने की तारीख बढ़ाई है। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी संशोधित कार्यक्रम के अनुसार मतदाता-सूची पर दावे-आपत्ति प्राप्त करने की अवधि एक जुलाई से 25 जुलाई तक है। दावे-आपत्तियों के निराकरण की अंतिम तिथि 5 अगस्त, 2020 है। फोटोयुक्त अंतिम मतदाता-सूची का विहित स्थानों पर सार्वजनिक प्रकाशन 2 सितम्बर को होगा। अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री शर्मा बने ऊर्जा विभाग के ओएसडीभोपाल। राज्य शासन द्वारा श्री शिवकुमार शर्मा अतिरिक्त मुख्य अभियंता मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कम्पनी को विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी (ओएसडी) ऊर्जा विभाग के पद पर पदस्थ किया गया है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिये गये हैं। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसिंधिया के साथ भाजपा में नहीं गए कांग्रेसियों को वफादारी की परीक्षा देनी होगी: कमलनाथ विधायकों ने पार्टी छोड़ने से पहले कमलनाथ को बहुत समझाया था: शिवराज सिंह चौहान RGPV EXAM DATE घोषित, UGC की गाइडलाइन के बाद परीक्षा कराने का फैसला अजय विश्नोई क्या बाबूलाल गौर की राह पर चल रहे हैं भोपाल में होटल, कार्यालय, दुकान व धर्मस्थल को बंद किया जाएगा: कलेक्टर इंदौर में 17 साल छोटे बॉयफ्रेंड ने 45 साल की ब्यूटी पार्लर संचालिका की हत्या की यदि कोई मर्जी के बिना नशीली या जहरीली चीज खिला दे तो क्या उसके खिलाफ भी FIR हो सकती है किस धातु के शिवलिंग का अभिषेक करने से क्या फल प्राप्त होता है ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS |
| मध्य प्रदेश आईएएस अफसरों के तबादलों में संशोधन / MP NEWS Posted: 08 Jul 2020 08:01 AM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने दिनांक 8 जुलाई 2020 को एक आदेश जारी किया है जिसमें भारतीय प्रशासनिक सेवा के कुछ अधिकारियों के तबादलों को संशोधित किया गया है। श्री सोमेश मिश्रा आईएएस जिला पंचायत बड़वानी का मुख्य कार्यपालन अधिकारी बनाया गया था, आदेश निरस्त करते हुए वापस चिकित्सा शिक्षा विभाग में उपसचिव बना दिया गया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा 2012 बैच के अधिकारी श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी को उपसचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग से उप सचिव खनिज साधन विभाग भेजा गया। श्री ऋतुराज 2015 बैच मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सिंगरौली से सीईओ जिला पंचायत श्योपुर तबादला किया गया था, निरस्त करते हुए श्री ऋतुराज को जिला पंचायत बड़वानी का मुख्य कार्यपालन अधिकारी बनाया गया है। मध्य प्रदेश राज्य शासन ने प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ भोपाल श्री पी. नरहरि को उनके वर्तमान कर्त्तव्यों के साथ-साथ अस्थाई रूप से आगामी आदेश तक आयुक्त तकनीकी शिक्षा का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसिंधिया के साथ भाजपा में नहीं गए कांग्रेसियों को वफादारी की परीक्षा देनी होगी: कमलनाथ विधायकों ने पार्टी छोड़ने से पहले कमलनाथ को बहुत समझाया था: शिवराज सिंह चौहान RGPV EXAM DATE घोषित, UGC की गाइडलाइन के बाद परीक्षा कराने का फैसला अजय विश्नोई क्या बाबूलाल गौर की राह पर चल रहे हैं भोपाल में होटल, कार्यालय, दुकान व धर्मस्थल को बंद किया जाएगा: कलेक्टर इंदौर में 17 साल छोटे बॉयफ्रेंड ने 45 साल की ब्यूटी पार्लर संचालिका की हत्या की यदि कोई मर्जी के बिना नशीली या जहरीली चीज खिला दे तो क्या उसके खिलाफ भी FIR हो सकती है किस धातु के शिवलिंग का अभिषेक करने से क्या फल प्राप्त होता है ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS |
| विकास दुबे ने गन पॉइंट पर रिचा से लव मैरिज की थी, जान बचाने रिचा का परिवार UP से MP आ गया / MP NEWS Posted: 08 Jul 2020 07:02 AM PDT भोपाल। उत्तर प्रदेश पुलिस के 8 कर्मचारियों की हत्या के आरोप में फरार 500000 के इनामी विकास दुबे का मध्य प्रदेश कनेक्शन खुलकर सामने आ गया है। विकास दुबे ने मध्य प्रदेश की लड़की से शादी नहीं की थी बल्कि शादी के बाद लड़की का परिवार विकास दुबे से बचने के लिए मध्य प्रदेश आ गया था। स्पेशल टास्क फोर्स उत्तर प्रदेश शहडोल मध्य प्रदेश में रह रहे विकास दुबे की पत्नी के भाई एवं उनके बेटे को उठा ले गई है। कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के बुढ़ार कस्बे की रिचा निगम उर्फ सोनू से विकास ने करीब 20 साल पहले कानपुर में लव मैरिज की थी। इस शादी के रिचा के पिता और घरवाले खिलाफ थे। उनके विरोध करने पर विकास ने गन पॉइंट पर ले लिया था। इन दिनों विकास के काम रिचा खुद देख रही थी। 2 जुलाई को 8 पुलिसवालों को हत्या के बाद से रिचा भी फरार है। विकास की तलाश में 5 राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार को यूपी एसटीएफ की एक टीम विकास की ससुराल पहुंची। यहां से विकास के साले ज्ञानेंद्र निगम उर्फ राजू और भतीजे आदर्श को उठाकर ले गई है। यूपी एसटीएफ सोमवार शाम को शहडोल के बुढ़ार पहुंची और विकास के साल के लड़के आदर्श को उठा लिया। उस समय आदर्श के पिता ज्ञानेंद्र बुढ़ार में नहीं थे। मंगलवार शाम को जब वे बुढ़ार पहुंचे तो सीधे एसपी से मिलने पहुंचे और अपना पक्ष रखा। बुढ़ार पुलिस ने रातभर ज्ञानेंद्र को थाने में रखा। इसके बाद बुधवार सुबह यूपी एसटीएफ की टीम फिर बुढ़ार पहुंची और ज्ञानेंद्र को भी अपने साथ ले गई। 25 साल पहले दोस्त था विकास, 20 साल पहले बहन से लवमैरिज कीमंगलवार शाम ज्ञानेंद्र ने पुलिस को बताया था कि वे और विकास 25 साल पहले अच्छे दोस्त थे। दो आपराधिक केसों में उसका विकास के साथ आने के बाद वह कानपुर से बुढ़ार आ गया। यहीं पर अपना कारोबार कर रहा है। करीब 20 साल पहले विकास ने उसकी बहन रिचा निगम से लवमैरिज की थी। इसके बाद उसका विकास और रिचा से कोई संबंध नहीं है। 10-15 साल से विकास से बात भी नहीं हुई है। ज्ञानेंद्र का कहना है कि विकास ने उसके कानपुर स्थित मकान पर कब्जा कर लिया था। बड़ी मुश्किल से वह फिर से कब्जा कर पाया है। हालांकि, पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर विकास का साला शहडोल के बुढ़ार कस्बा ही क्यों पहुंचा और उसने यहां रहकर भूसे का ही कारोबार करना क्यों चुना। विकास दुबे की लव स्टोरी, रिचा के पिता एयर फोर्स में थेविकास दुबे की जो लव स्टोरी सामने आई है, उसके अनुसार विकास कानपुर में शास्त्री नगर में अपनी बुआ के घर पढ़ाई करने आया था। पड़ोस में रहने वाले एयरफोर्स कर्मी एचपी निगम की बेटी रिचा से उसकी मुलाकात हुई। रिचा को उसके पापा प्यार से सोनू कहते थे। रिचा से नजदीकी बढ़ाने के लिए विकास ने उसके भाई ज्ञानेंद्र से दोस्ती कर ली। दोस्ती इतना परवान चढ़ी कि विकास के हर काम में रिचा का भाई ज्ञानेंद्र साथ देने लगा। विकास का रिचा के घर आना-जाना शुरू हो गया। विकास किसी भी बहाने से रिचा के घर पहुंच जाता। धीरे-धीरे दोनों में नजदीकियां बढ़ीं और एक दूसरे से प्यार करने लगे। इस बीच, विकास ने रिचा के माता-पिता के सामने शादी का प्रस्ताव रखा। लेकिन उन्होंने दूसरी जाति में शादी करने से मना कर दिया। इसके बाद रिचा के पिता ने घर में पाबंदियां दीं। विकास को भी घर आने से मना कर दिया। इससे गुस्साए विकास ने उनकी कनपटी पर पिस्टल लगा दी और जान से मारने की धमकी दी। विकास 1997 में रिचा को भगाकर ले गया और लव मैरिज कर ली। कुछ दिन बाद रिचा विकास को छोड़कर वापस आ गई। बाद में विकास की धमकियों के आगे हार मान गई और फिर साथ रहने लगी। इधर, रिचा का भाई विकास का राइट हैंड बनकर काम करने लगा। उस पर कई आपराधिक केस दर्ज हो गए। राजू और उसकी पत्नी ने एसपी से मुलाकात कीमंगलवार को राजू निगम और उसकी पत्नी पुष्पा निगम पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंचे। इन दोनों ने पुलिस अधीक्षक को बताया कि वह 15 साल पहले ही कानपुर छोड़कर बुढ़ार आकर रहने लगे। विकास दुबे से उनका कोई लेना-देना नहीं है। इन्होंने शपथ पत्र देकर कहा कि 15 साल से विकास के साथ कोई नाता भी नहीं है। पुष्पा निगम ने यूपी के मुख्यमंत्री से पति और बेटे को छोड़े जाने के निर्देश दिए जाने की मांग की। पुष्पा का कहना था कि विकास यहां न तो आता है और न ही हम लोग विकास के यहां जाते हैं। पुष्पा ने कहा है कि विकास ने जो कुछ भी किया है, वह गलत है और उसका परिणाम उसे भुगतना चाहिए 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसिंधिया के साथ भाजपा में नहीं गए कांग्रेसियों को वफादारी की परीक्षा देनी होगी: कमलनाथ विधायकों ने पार्टी छोड़ने से पहले कमलनाथ को बहुत समझाया था: शिवराज सिंह चौहान RGPV EXAM DATE घोषित, UGC की गाइडलाइन के बाद परीक्षा कराने का फैसला अजय विश्नोई क्या बाबूलाल गौर की राह पर चल रहे हैं भोपाल में होटल, कार्यालय, दुकान व धर्मस्थल को बंद किया जाएगा: कलेक्टर इंदौर में 17 साल छोटे बॉयफ्रेंड ने 45 साल की ब्यूटी पार्लर संचालिका की हत्या की यदि कोई मर्जी के बिना नशीली या जहरीली चीज खिला दे तो क्या उसके खिलाफ भी FIR हो सकती है किस धातु के शिवलिंग का अभिषेक करने से क्या फल प्राप्त होता है ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS |
| कटनी में भीषण सड़क हादसा, 6 की मौत, 5 घायल / MP NEWS Posted: 08 Jul 2020 04:58 AM PDT कटनी। मध्य प्रदेश के कटनी जिले के अनुभाग ढीमरखेड़ा अंतर्गत खमतरा रोड पर ट्रक और ऑटो रिक्शा की सीधी टक्कर में 6 व्यक्तियों की मौत हो गई। इस हादसे में 5 लोग घायल हो गए हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार ऑटो में ड्राइवर सहित करीब 10 से 12 लोग सवार थे। इनमें से ड्राइवर सहित 6 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मरने वालों में तीन महिलाएं और एक बच्ची शामिल है। हादसे के बाद घायलों को तत्काल जिला चिकित्सालय कटनी रेफर किया गया है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए उमरिया पान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया है। सूचना मिलते ही एस डी एम सपना त्रिपाठी, पुलिस अधिकारी एवं चिकित्सा टीम मौके पर पहुंची और राहत बचाव कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। बताया जाता है कि मृतक और घायल ढीमरखेड़ा क्षेत्र के ग्राम ढुढहा और झिर्री के निवासी हैं। घटना स्थल ढीमरखेड़ा से करीब 15-16 किमी की दूरी पर है। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसिंधिया के साथ भाजपा में नहीं गए कांग्रेसियों को वफादारी की परीक्षा देनी होगी: कमलनाथ विधायकों ने पार्टी छोड़ने से पहले कमलनाथ को बहुत समझाया था: शिवराज सिंह चौहान RGPV EXAM DATE घोषित, UGC की गाइडलाइन के बाद परीक्षा कराने का फैसला अजय विश्नोई क्या बाबूलाल गौर की राह पर चल रहे हैं भोपाल में होटल, कार्यालय, दुकान व धर्मस्थल को बंद किया जाएगा: कलेक्टर इंदौर में 17 साल छोटे बॉयफ्रेंड ने 45 साल की ब्यूटी पार्लर संचालिका की हत्या की यदि कोई मर्जी के बिना नशीली या जहरीली चीज खिला दे तो क्या उसके खिलाफ भी FIR हो सकती है किस धातु के शिवलिंग का अभिषेक करने से क्या फल प्राप्त होता है ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS |
| विकास दुबे मामले में दो पुलिस अधिकारी गिरफ्तार, विकास की मदद करने का आरोप / VIKAS DUBEY UPDATE NEWS Posted: 08 Jul 2020 04:51 AM PDT लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने विकास दुबे मामले में 2 पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने विकास दुबे की मदद की जिसके कारण विकास दुबे पुलिस पार्टी पर हमला कर पाया। विकास दुबे पर आरोप है कि उसने पुलिस पार्टी पर हमला करके 8 पुलिस कर्मचारियों की हत्या कर दी है। उत्तर प्रदेश के चौबेपुर पुलिस स्टेशन के स्टेशन ऑफिसर सब इंस्पेक्टर विनय तिवारी को घटना के बाद से ही पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया था। श्री तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया था। लंबी पूछताछ के बाद श्री विनय तिवारी को आधिकारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया। तिवारी पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने विकास तिवारी को पुलिस पार्टी के आने की सूचना दी। बुधवार को विनय तिवारी के अलावा तत्कालीन चौकी इंचार्ज केके शर्मा से भी पूछताछ की गई। केके शर्मा पर भी मुखबिरी का आरोप है। श्री केके शर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम विकास दुबे से जुड़े हर व्यक्ति को राउंडअप कर रही है। हालाकी विकास दुबे अब तक उत्तर प्रदेश पुलिस के हाथ नहीं आया है। इस मामले में पूरे चौबेपुर थाने को लाइन हाजिर किया जा चुका है। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसिंधिया के साथ भाजपा में नहीं गए कांग्रेसियों को वफादारी की परीक्षा देनी होगी: कमलनाथ विधायकों ने पार्टी छोड़ने से पहले कमलनाथ को बहुत समझाया था: शिवराज सिंह चौहान RGPV EXAM DATE घोषित, UGC की गाइडलाइन के बाद परीक्षा कराने का फैसला अजय विश्नोई क्या बाबूलाल गौर की राह पर चल रहे हैं भोपाल में होटल, कार्यालय, दुकान व धर्मस्थल को बंद किया जाएगा: कलेक्टर इंदौर में 17 साल छोटे बॉयफ्रेंड ने 45 साल की ब्यूटी पार्लर संचालिका की हत्या की यदि कोई मर्जी के बिना नशीली या जहरीली चीज खिला दे तो क्या उसके खिलाफ भी FIR हो सकती है किस धातु के शिवलिंग का अभिषेक करने से क्या फल प्राप्त होता है ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS |
| Posted: 08 Jul 2020 04:14 AM PDT भोपाल। शासकीय स्कूलों में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा की जा रही स्थाई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को बीच में ही कोरोना के नाम पर स्थगित कर दिया है। जिससे सैकड़ों की संख्या में पात्र अभ्यर्थी आक्रोशित होकर बुधवार को प्रात 11:00 बजे मुख्यमंत्री निवास पहुंचे एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नाम शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने ज्ञापन-पत्र के माध्यम से दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया को पुनः प्रारंभ करने की अपील की है। लोक शिक्षण संचालनालय में भी संचालक के नाम आवेदन पत्र सौंपा गया है। DPI ने दलील दी थी कि सार्वजनिक परिवहन बंद होने के कारण उम्मीदवार सत्यापन के लिए नहीं आ पा रहे हैं। ज्ञात हो कि लोक शिक्षण संचालनालय एवं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 15,000 एवं माध्यमिक शिक्षकों के कुल 5,670 पदों पर स्थाई शिक्षकों की भर्ती शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से की जा रही है। रिक्त पदों में वृद्धि एवं आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा माध्यमिक शिक्षक भर्ती के लिए रोस्टर जारी कराने की मांगों को लेकर भी मुख्यमंत्री के नाम अलग से ज्ञापन पत्र सौंपा गया। पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा जो शिक्षक भर्ती में पद आवंटन में घोर विसंगतियां की गई हैं उन्हीं विसंगतियों में संशोधन और समस्त रिक्त पदों को शामिल करते हुए पद वृद्धि की मांग की गई है। उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का कहना है कि जब प्रदेश में हजारों की संख्या में प्रत्येक विषय के मान से पद रिक्त पड़े हैं, तो ये नाममात्र के पदों भर्ती कर उत्तीर्ण शिक्षित युवा बेरोजगारों के साथ छलावा क्यों किया जा रहा है? हम शिक्षक पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को गंदी राजनीति में खिलौना क्यों बना कर रखा है कि जब चुनाव आएंगे तो इनसे झूठे वादे करके खेलेंगे। उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का कहना है कि उत्तीर्ण युवाओं में राजनीति और राजनेताओं के विरुद्ध आक्रोश चरम पर है, जिसका खामियाजा इन्हें चुनाव के समय जरूर ही भुगतना पड़ेगा। इसलिए हम बार-बार समस्त जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। यदि हमारी मांगे नहीं मानी गयी तो शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ चुनाव में इन सभी जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों का विरोध करेंगे,चाहे वे किसी भी राजनीतिक दल के हों। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसीएम शिवराज सिंह दिल्ली से बैरंग वापस लौटे, केंद्रीय नेतृत्व को विश्वास में नहीं ले पाए MPPSC: हाईकोर्ट ने दिव्यांग सहायक प्रध्यापकों को नियुक्ति देने की लास्ट डेट तय की ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रीवा को मंत्री पद नहीं मिला तो क्या एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना मिल गई कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS ग्वालियर में 'महाराज' के महल के सामने कमलनाथ कैंप लगाएंगे |
| सिंधिया के साथ भाजपा में नहीं गए कांग्रेसियों को वफादारी की परीक्षा देनी होगी: कमलनाथ / MP NEWS Posted: 08 Jul 2020 04:52 AM PDT भोपाल। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश में उपचुनाव 24 में कांग्रेस पार्टी के सीएम कैंडिडेट श्री कमलनाथ का एक बयान कार्यकर्ताओं के बीच डिस्कशन का सब्जेक्ट बन गया है। श्री कमलनाथ ने उन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को टारगेट किया है जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में नहीं गए। ऐसे सभी कांग्रेस नेताओं को पार्टी के प्रति अपनी वफादारी की परीक्षा देनी होगी। फैसला किया गया है कि ऐसे सभी नेताओं को ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ सार्वजनिक बयान देने होंगे। तभी हमारा जाएगा कि वह कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं और कांग्रेस पार्टी में ज्योतिरादित्य सिंधिया के जासूस नहीं है। जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ बयान नहीं दे उसे पार्टी से बाहर निकाल दो: कमलनाथअध्यक्ष श्री कमलनाथ ने ने 19 जून को भोपाल में आयोजित पार्टी की बैठक में जिन 24 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उन क्षेत्रों के जिलाध्यक्षों को निर्देश दिए कि जिस कार्यकर्ता पर यह शक हो कि वह चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया या भाजपा के साथ जा सकता है तो ऐसे कार्यकर्ता से सिंधिया या भाजपा के विरोध में मीडिया में बयान जारी कराओ। बयान जिलाध्यक्ष के संयुक्त हस्ताक्षर से जारी हों। शक के दायरे में आ रहा कार्यकर्ता अगर बयान पर हस्ताक्षर नहीं करे या आनाकानी करे तो उसे तत्काल पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दो। कांग्रेस पार्टी के शिवपुरी जिला अध्यक्ष श्री प्रकाश शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि भोपाल में 19 जून को प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ जी के साथ मीटिंग थी। मीटिंग में जिन 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उन क्षेत्रों के पार्टी जिलाध्यक्ष व पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे। बैठक में कमलनाथ जी ने निर्देश दिए थे कि जिन कार्यकर्ताओं पर सिंधिया या भाजपा के संपर्क में रहने या उनके साथ जाने का शक हो, उन कार्यकर्ताओं से सिंधिया या भाजपा नेता के खिलाफ संयुक्त (जिलाध्यक्ष के साथ) हस्ताक्षर से बयान जारी कराएं। अगर कार्यकर्ता बयान जारी नहीं करता तो उसे पार्टी के बाहर का रास्ता दिखाएं। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसीएम शिवराज सिंह दिल्ली से बैरंग वापस लौटे, केंद्रीय नेतृत्व को विश्वास में नहीं ले पाए MPPSC: हाईकोर्ट ने दिव्यांग सहायक प्रध्यापकों को नियुक्ति देने की लास्ट डेट तय की ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रीवा को मंत्री पद नहीं मिला तो क्या एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना मिल गई कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS ग्वालियर में 'महाराज' के महल के सामने कमलनाथ कैंप लगाएंगे |
| विधायकों ने पार्टी छोड़ने से पहले कमलनाथ को बहुत समझाया था: शिवराज सिंह चौहान / INDORE NEWS Posted: 08 Jul 2020 04:52 AM PDT इंदौर। मध्यप्रदेश की सांवेर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनसंवाद करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि जो 22 विधायक कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में आए हैं वह सच्चे जनसेवक हैं। उन्होंने कमलनाथ को बहुत समझाया कि हमें जनता ने प्रदेश के विकास के लिये चुना है, लेकिन कमलनाथ जी वल्लभ भवन में बैठकर पैसे गिनने में लगे रहे। ऐसी भ्रष्ट सरकार को गिराना ज़रूरी था। जनसेवा की बात करते हुए शर्म नहीं आती ?मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ जी, आपने संबल योजना बंद की, बच्चों को पढ़ाई – लिखाई तक से वंचित कर दिया। गरीब की मृत्यु पर भाजपा सरकार ने कफ़न का इंतजाम किया था उसका भी आप पैसा खा गये। आज इन्हें जनसेवा की बात करते हुए शर्म नहीं आती ? हर लाभ से वंचित करने की कोशिश की कमलनाथ जी नेसीएम शिवराज सिंह ने कहा कि कमलनाथ जी ने फसल बीमा योजना का प्रीमियम ही नहीं भरा था। हमने आते ही साथ सबसे पहले बीमा का प्रीमियम भरा जिससे किसान भाइयों के बैंक खातों में 2,990 करोड़ रुपये आये। हर लाभ से वंचित करने की कोशिश की कमलनाथ जी ने! प्रदेश के साथ कमलनाथ ने बड़ा अपराध किया है: सीएम शिवराज सिंह चौहानशिवराज सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि कोरोनाकाल में कमलनाथ जी ने प्रदेश को संकट में डाल दिया। इस महामारी से निजात के लिये उनके पास बिल्कुल भी समय नहीं था। आईफा की बैठक करने और पैसे बनाने में पूरी कांग्रेस सरकार व्यस्त थी। प्रदेश के साथ इन्होंने बड़ा अपराध किया है। राहुल बाबा कहते थे कि 10 दिन में कर्ज़ माफ नहीं किया तो मुख्यमंत्री बदल दूंगाकमलनाथ जी, अपने वचनपत्र में ऋणमाफी की कोई तारीख तय नहीं की थी, कहा गया था कि सबके ऋण माफ होंगे। बाद में कहा गया कि 31 मार्च 2018 तक के ही ऋण माफ होंगे! ऐसे कैसे मुकर गए कमलनाथ जी, जनता को जवाब दीजिए! राहुल बाबा कहते थे कि 10 दिन में कर्ज़ माफ नहीं किया तो मुख्यमंत्री बदल दूंगा। अब कहाँ गए बाबा?कमलनाथ जी, दिग्विजय सिंह जी और राहुल जी जवाब दें, झूठ क्यों बोला? 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसीएम शिवराज सिंह दिल्ली से बैरंग वापस लौटे, केंद्रीय नेतृत्व को विश्वास में नहीं ले पाए MPPSC: हाईकोर्ट ने दिव्यांग सहायक प्रध्यापकों को नियुक्ति देने की लास्ट डेट तय की ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रीवा को मंत्री पद नहीं मिला तो क्या एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना मिल गई कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS ग्वालियर में 'महाराज' के महल के सामने कमलनाथ कैंप लगाएंगे |
| Posted: 08 Jul 2020 12:58 AM PDT मुंबई। बॉलीवुड में नेपोटिज्म के लिए जिम्मेदार माने गए करण जौहर पिछले 25 दिनों से सोशल मीडिया से दूर है। मीडिया में उनका कोई बयान, कोई ताजा तस्वीर भी नहीं आई है। सुना है वह फोन पर अपने कुछ नजदीकी लोगों से बात कर रहे हैं । किधर सोशल मीडिया पर करण जौहर के खिलाफ गुस्सा लगातार दिखाई दे रहा है। बॉलीवुड हंगामा नाम की एक मैगजीन ने उनके एक करीबी दोस्त (जिसका नाम नहीं बताया) के हवाले से खुलासा किया है कि करण जौहर टूट चुके हैं। कोई फोन करता है तो वे टूट जाते हैं और रोने लगते हैं। पूछते हैं कि क्या वाकई वे यह सब डिजर्व करते हैं? उन्हें सालों से ट्रोल किया जा रहा है और वे सोचते थे कि उन पर इसका कोई असर नहीं पड़ता। लेकिन सुशांत की मौत के बाद से उन्हें अपने खिलाफ जो नफरत देखने को मिली, उसने उन्हें बिखेर कर रख दिया है। बॉलीवुड में नेपोटिज्म के खिलाफ जबरदस्त माहौलभारत के इतिहास में शायद पहली बार ऐसा हुआ है कि बॉलीवुड के दर्शकों की एक बड़ी संख्या नेपोटिज्म के खिलाफ ना केवल उसकी निंदा कर रही है बल्कि डेपुटेशन को बढ़ावा देने वाले लोगों का बायकाट करने का ऐलान भी कर रही है। अब तक केवल कुछ कलाकार नेपोटिज्म का विरोध करते थे लेकिन इस बार आम जनता की आवाज जोर से गूंज रही है। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसीएम शिवराज सिंह दिल्ली से बैरंग वापस लौटे, केंद्रीय नेतृत्व को विश्वास में नहीं ले पाए MPPSC: हाईकोर्ट ने दिव्यांग सहायक प्रध्यापकों को नियुक्ति देने की लास्ट डेट तय की ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रीवा को मंत्री पद नहीं मिला तो क्या एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना मिल गई कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS ग्वालियर में 'महाराज' के महल के सामने कमलनाथ कैंप लगाएंगे |
| RGPV EXAM DATE घोषित, UGC की गाइडलाइन के बाद परीक्षा कराने का फैसला / RGPV UNIVERSITY Posted: 08 Jul 2020 04:52 AM PDT भोपाल। Rajiv Gandhi Proudyogiki Vishwavidyalaya ने UGC-University Grants Commission के नोटिफिकेशन के बाद परीक्षा कराने का फैसला लिया है। आरजीपीवी ने परीक्षा की तारीखों की घोषणा भी कर दी है। हालांकि मध्य प्रदेश की किसी अन्य यूनिवर्सिटी ने अब तक परीक्षा कराने की घोषणा नहीं की है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कॉलेज स्टूडेंट्स को जनरल प्रमोशन की घोषणा की थी। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) ने आखिरी सेमेस्टर की परीक्षाओं को लेकर तारीखों का ऐलान कर दिया है। आरजीपीवी ने यह फैसला विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की तरफ से परीक्षओं को लेकर जारी गाइडलाइन के बाद लिया। आरजीपीवी की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक स्नातक (UG) अंतिम वर्ष की प्रैक्टिकल की परीक्षाएं 23 जुलाई से, जबकि थ्योरी की परीक्षाएं 5 अगस्त से आयोजित की जाएगी। आदेश के अनुसार प्रैक्टिकल और थ्योरी दोनों ही परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित की जाएगी। वहीं प्रदेश की अन्य यूनिवर्सिटीज ने अभी तक आखिरी सेमेस्टर की परीक्षाओं को आयोजित कराने के लिए कोई फैसला नहीं लिया है। ऐसा माना जा रहा है कि राज्य सरकार की गाइडलाइन आने के बाद अन्य यूनिवर्सिटीज भी इस पर फैसला लेंगी। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसीएम शिवराज सिंह दिल्ली से बैरंग वापस लौटे, केंद्रीय नेतृत्व को विश्वास में नहीं ले पाए MPPSC: हाईकोर्ट ने दिव्यांग सहायक प्रध्यापकों को नियुक्ति देने की लास्ट डेट तय की ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रीवा को मंत्री पद नहीं मिला तो क्या एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना मिल गई कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS ग्वालियर में 'महाराज' के महल के सामने कमलनाथ कैंप लगाएंगे |
| अजय विश्नोई क्या बाबूलाल गौर की राह पर चल रहे हैं / JABALPUR NEWS Posted: 08 Jul 2020 04:52 AM PDT जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक श्री अजय विश्नोई इन दिनों हर रोज हेड लाइन में बने हुए हैं। आज भी उन्होंने एक ट्वीट किया है। कुल मिलाकर एक बात स्पष्ट हो जाती है कि श्री अजय विश्नोई भारतीय जनता पार्टी से बगावत करने की कोई प्लानिंग नहीं कर रहे। क्योंकि राजनीति में जो व्यक्ति कुछ प्लानिंग करता है इस तरह बार-बार बयान देकर सबका ध्यान अपनी और आकर्षित नहीं करता। शायद श्री विश्नोई भोपाल के वरिष्ठ भाजपा नेता श्री बाबूलाल गौर से प्रेरित है। अजय विश्नोई ने अब तक क्या-क्या कियाश्री अजय विश्नोई ने सबसे पहले कहा कि शायद वक्त मुझसे कुछ बड़ा करवाना चाहता है। निश्चित रूप से यह सनसनीखेज बयान था क्योंकि इसके अंदर बगावत के संकेत नजर आ रहे थे। इसके बाद श्री बिश्नोई ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर मांग की कि जबलपुर और रीवा का प्रभारी मंत्री किसी और को ना बनाया जाए बल्कि मुख्यमंत्री स्वयं दोनों जिलों का प्रभार अपने पास रखें। इस तरह श्री बिश्नोई ने कहा कि वह अपने ऊपर किसी भी मंत्री को बर्दाश्त नहीं करेंगे। आज श्री विश्नोई ने ट्विटर पर लिखा है कि 'पहले मंत्रियों की संख्या और अब विभागों का बंटवारा। मुझे डर है कही भाजपा का आम कार्यकर्ता हमारे नेता की इतनी बेइज्जती से नाराज न हो जाय। नुकसान हो जाएगा।' भोपाल के धाकड़ भाजपा नेता स्वर्गीय बाबूलाल गौर क्या करते थेयह तो सब जानते ही हैं कि स्वर्गीय बाबूलाल गौर भोपाल में एक फैक्ट्री में मजदूरी करने के लिए आए थे। अपनी साइकिल से उन्होंने भोपाल में भारतीय जनता पार्टी की स्थापना काम किया। जब पार्टी बड़ी हो गई तो श्री बाबूलाल गौर का महत्व कम होता चला गया। ऐसी स्थिति में श्री बाबूलाल गौर एक खास प्रकार की ट्रिक यूज करते थे। जब भी पार्टी में उनकी पूछ पर कम होती थी, वह कुछ इस तरह के बयान देने लगते थे जिससे आभास हो कि बाबूलाल गौर कुछ ऐसा कर सकते हैं जो पार्टी के लिए नुकसानदायक होगा। इसी के साथ और साहब के घर पर पावरफुल भाजपा नेताओं का चाय नाश्ता शुरू हो जाता था। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारमेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िएचुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातु हैं साबुन कई कलर्स में आते हैं लेकिन उनका झाग हमेशा सफेद क्यों होता है रीवा को मंत्री पद नहीं मिला तो क्या एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना मिल गई रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को इंदौर में एक ही परिवार के 27 कोरोना पॉजिटिव मिले, पूरा मोहल्ला सील इंदौर में 17 साल छोटे बॉयफ्रेंड ने 45 साल की ब्यूटी पार्लर संचालिका की हत्या की सिंधिया विरोधी रामनिवास रावत के कॉलेज की जमीन सरकारी घोषित, पेट्रोल पंप बंद हो चुका है मध्य प्रदेश कोरोना: 37 जिलों में 10 से ज्यादा एक्टिव केस, स्थिति चिंताजनक यदि कोई मर्जी के बिना नशीली या जहरीली चीज खिला दे तो क्या उसके खिलाफ भी FIR हो सकती है, पढ़िए भोपाल में गाय के साथ दुष्कर्म करने वाला साबिर अली गिरफ्तार विकास दुबे: मध्य प्रदेश से रिश्तेदार के बेटे को उठा ले गई भोपाल में होटल, कार्यालय, दुकान व धर्मस्थल को बंद किया जाएगा: कलेक्टर |
| भोपाल में होटल, कार्यालय, दुकान व धर्मस्थल को बंद किया जाएगा: कलेक्टर / BHOPAL NEWS Posted: 07 Jul 2020 11:58 PM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने संबंधी स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए नियमों का उल्लंघन करना अब आपको भारी पड़ सकता है। कलेक्टर ने धारा 144 के तहत आदेश जारी करते हुए कहा कि जिस भी होटल, धर्मस्थल, कार्यालय, मॉल, दुकान में नियम तोड़े जाएंगे उन प्रतिष्ठान को तीन दिन के लिए बंद कर दिया जाएगा। दरअसल, शहर में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के कारण अब प्रशासन ने कड़ा रूख अपनाना शुरू कर दिया है। सुरक्षित शारीरिक दूरी सहित स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन सख्ती से नहीं हो रहा है। अब इन सब पर नकेल कसने के लिए कलेक्टर अविनाश लवानिया ने एसडीएम की अध्यक्षता में आठ दलों का गठन किया है। यह दल हर दिन नियमों का सख्ती से पालन कराएंगे। साथ ही मालिक या प्रबंधकों को सजा के तौर पर तीन दिन कोरोना वॉलंटियर्स के रूप में ड्यूटी करनी होगी। इसके लिए उन्हें तीन दिन सरकारी अधिकारियों के साथ नाको, फीवर क्लीनिक एवं प्रचार-प्रसार की व्यवस्था में ड्यूटी करना होगा। इसके अलावा धारा 188 के तहत इन पर कार्रवाई भी की जाएगी। शॉपिंग मॉल में नियमों का पालन जरूरीग्राहकों, कर्मचारियों को थर्मल स्क्रीनिंग कर ही प्रवेश दिया जा रहा है या नहीं। प्रवेश स्थान पर मॉल की दुकानों में हैंड सैनिटाइजर है या नहीं। मॉल तथा पार्किंग क्षेत्र में सुरक्षित शारीरिक दूरी के नियमों का पालन किया जा रहा है या नहीं। मॉल में संचालित दुकान में सीमित ग्राहकों को प्रवेश दिया जा रहा है नहीं। रेस्टारेंट, फूड कोर्ट के कर्मचारियों अथवा सफाईकर्मिंयों ने मास्क, ग्लव्स पहने है या नहीं। कार्यालय में नियमों का पालन जरूरीप्रवेश गेट पर सभी अधिकारी-कर्मचारी की थर्मल स्क्रीनिंग हो रही या नहीं। कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी मास्क पहन रहे हैं या नहीं। सुरक्षित शारीरिक दूरी के नियमों का पालन हो रहा है या नहीं। वॉशरूम, कॉरिडोर, लॉबी, लिफ्ट, स्विच, दरवाजें के हेंडल, रैलिंग, कार्य टेबल, सोफे, कुर्सी आदि को सैनिटाइज किया जा रहा है या नहीं दुकान के लिए नियमसभी कर्मचारी मास्क व ग्लब्स पहनकर कार्य कर रहे हैं या नहीं। कर्मचारियों, ग्राहकों के हाथ धुलवाने के लिए साबुन-पानी की व्यवस्था है या नहीं। दुकान में आने वाले ग्राहक मास्क पहनकर ही प्रवेश कर रहे हैं या नहीं। दुकानों में आने वाले ग्राहकों के बीच दो गज की दूरी रखी जाती है या नहीं। क्या दुकान में ई-पेमेंट की सुविधा है? यदि नहीं तो कैश काउंटर पर करेंसी सैनिटाइजर करने की सुविधा है या नहीं। धर्मस्थल की होगी जांचकार्यरत सेवादारों, कर्मचारियों द्वारा मास्क का उपयोग किया जा रहा है या नहीं। पूजा या अन्य कार्य करते समय सुरक्षित शरीरिक दूरी रखी जा रही या नहीं। सेवादारों द्वारा सैनिटाइजर का उपयोग किया जा रहा है या नहीं। सेवादारों द्वारा आयोग्य सेतू एप डाउनलोड है या नहीं। सामाजिक दूरी के लिए कतार में खड़े रहने के लिए कम से छह फीट की दूरी के मान से गोले बनाए गए है या नहीं। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसीएम शिवराज सिंह दिल्ली से बैरंग वापस लौटे, केंद्रीय नेतृत्व को विश्वास में नहीं ले पाए MPPSC: हाईकोर्ट ने दिव्यांग सहायक प्रध्यापकों को नियुक्ति देने की लास्ट डेट तय की ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रीवा को मंत्री पद नहीं मिला तो क्या एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना मिल गई कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS ग्वालियर में 'महाराज' के महल के सामने कमलनाथ कैंप लगाएंगे |
| इंदौर में 17 साल छोटे बॉयफ्रेंड ने 45 साल की ब्यूटी पार्लर संचालिका की हत्या की / INDORE NEWS Posted: 07 Jul 2020 11:54 PM PDT इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में लसूड़िया थाना क्षेत्र स्थित सैटेलाइट ग्रीन टाउनशिप के पास मंगलवार रात करीब 8.30 बजे ब्यूटी पार्लर संचालिका का उसके प्रेमी ने दरांते से गला रेतकर हत्या कर दी। आरोपित को शक था कि महिला के किसी और से संबंध हैं। टीआइ इंद्रमणि पटेल ने बताया कि सैटेलाइट ग्रीन टाउनशिप में रहने वाली 45 वर्षीय उषा राठौर के 28 वर्षीय रोहित से संबंध थे। महिला के कारण रोहित चार साल से अपने परिवार से अलग रह रहा था। महिला का 10 साल पहले पति से तलाक हो गया था। महिला के दो बेटे (28 वर्षीय राहुल और 20 वर्षीय रोहन) हैं। बड़े बेटे की शादी के बाद से महिला घर के पास ब्यूटी पार्लर संचालित करने लगी। इसी दौरान आरोपित रोहित से उसका परिचय हुआ। दोनों में बातचीत होने लगी, फिर प्रेम हो गया। चार साल से दोनों के संबंध थे। कुछ दिन से रोहित परेशान था। उसे शक था कि उषा उसे धोखा दे रही है। मंगलवार शाम रोहित शराब पीकर आया और ब्यूटी पार्लर में घुसकर उसका गला रेत दिया। महिला की चीख सुन मौके पर भीड़ जमा हो गई। इस दौरान किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। 20 मिनट में पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। टीआइ के मुताबिक आरोपित दरांता लिए था, इसलिए लोगों ने डर के कारण उसे पकड़ने की कोशिश नहीं की। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। आरोपित की गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर उसका भाई थाने पहुंचा। उसने बताया कि आरोपित की प्रेमिका की उम्र उसकी मां से भी ज्यादा थी। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसीएम शिवराज सिंह दिल्ली से बैरंग वापस लौटे, केंद्रीय नेतृत्व को विश्वास में नहीं ले पाए MPPSC: हाईकोर्ट ने दिव्यांग सहायक प्रध्यापकों को नियुक्ति देने की लास्ट डेट तय की ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रीवा को मंत्री पद नहीं मिला तो क्या एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना मिल गई कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS ग्वालियर में 'महाराज' के महल के सामने कमलनाथ कैंप लगाएंगे |
| ग्वालियर से कोरोना पॉजिटिव कैदी फरार / GWALIOR NEWS Posted: 07 Jul 2020 09:16 PM PDT ग्वालियर। कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद जेल से अस्पताल में भर्ती होने आया चोर जेल प्रहरियों को चमका देकर फरार हो गया। घटना कंपू थाना क्षेत्र स्थित सुपर मल्टी स्पेशलिटी की है। जेल प्रहरी जावेद को लेकर सुपर स्पेशलिटी के गेट पर खड़े होकर एंबुलेंस का इंतजार कर रहे थे और इसी बीच हर पांच मिनट में जावेद ने बाथरूम जाना शुरू कर दिया। दो से तीन बार तो प्रहरी उसके साथ गए, लेकिन इसी बीच बारिश होने लगी तो प्रहरी लापरवाह हुए और मौका पाकर जावेद भाग निकला और प्रहरी उसके इंतजार में ही खड़े रहे। पुलिस को पता चला है कि भागा हुए चोर का परिवार दिल्ली में रहता है। कंपू थाना क्षेत्र के अवाड़पुरा निवासी जावेद खान को दो दिन पहले मोबाइल चोरी करते समय जनता ने पकड़ा था और पुलिस को सौंपा था। पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया और वहां से उसे जेल भेज दिया था। जेल में दाखिल होने से पहले उसकी कोरोना की जांच कराई थी, जिसमें वह पॉजीटिव आया था। इसका पता चलते ही उसे जेल से जेएएच स्थित सुपरमल्टी स्पेशलिटी में भर्ती कराने के लिए जेल प्रहरी सोनू डंडोतिया हरि गुप्ता एंबुलेंस से लेकर पहुंचे। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसीएम शिवराज सिंह दिल्ली से बैरंग वापस लौटे, केंद्रीय नेतृत्व को विश्वास में नहीं ले पाए MPPSC: हाईकोर्ट ने दिव्यांग सहायक प्रध्यापकों को नियुक्ति देने की लास्ट डेट तय की ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रीवा को मंत्री पद नहीं मिला तो क्या एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना मिल गई कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS ग्वालियर में 'महाराज' के महल के सामने कमलनाथ कैंप लगाएंगे |
| एप : जल्दी से भरिये, इस रिक्त स्थान को / EDITORIAL by Rakesh Dubey Posted: 07 Jul 2020 08:42 PM PDT सुरक्षा चिंताओं का हवाला देकर भारत सरकार ने टिक टॉक सहित 59 चीनी एप पर पाबंदी लगाई, इस बारे में जो राय समाने आई वो यह है कि यह भविष्य की वार्ताओं में मोलभाव का हमारा हथियार बन सकता है, पर इससे जो स्थान रिक्त हुआ है वो फौरन भरा जाना चाहिए। वैसे इससे न तो लद्दाख में जारी तनातनी का हल नहीं निकलेगा और इसे चीन के पूर्ण बहिष्कार का संकेत समझने की गलती भी नहीं करना चाहिए। फिर भी, इस प्रतिबंध का भारत के घरेलू डिजिटल सेवा उद्योग के लिए इसका गहरा अर्थ है। जो सबको समझना चाहिए। दरअसल, पिछले कुछ दशकों से विदेशी प्रत्यक्ष निवेश की तरफ ही हमारी आर्थिक नीतियों का जोर रहा है। भारत की विशाल, नौजवान और आकांक्षी आबादी स्वाभाविक तौर पर सभी प्रकार की विदेशी वस्तुओं और सेवाओं के लिए एक आकर्षक बाजार है। अपने दरवाजे विदेशी कारोबारियों के लिए कुछ-कुछ खोलकर सरकारों ने वर्षों से इस अवसर को भुनाया भी है। हालांकि, इस रुख की वजह से भारतीय कंपनियों को भी विदेशी प्रतियोगियों के खिलाफ मैदान में उतरने में मदद मिली है। भारत कोई अकेला देश नहीं है, जो अपने बाजार पर नियंत्रण रखता है। औद्योगिकीकरण की अपनी यात्रा में यूरोपीय संघ, जापान, दक्षिण कोरिया व अधिकांश विकसित देशों ने भी ऐसा किया है। बाजार-पहुंच और विदेशी स्वामित्व की बाधाएं दुनिया भर में हैं और तमाम तरह के चलन, व देशों के बीच व्यापार को व्यवहार-कुशल बनाने के एकमात्र उद्देश्य के साथ विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) भी अस्तित्व में है। भारत में दूरसंचार लाइसेंस, फ्रीक्वेंसी के आवंटन और नीलामी के इर्द-गिर्द ही बहसें सिमटती गई हैं, आधुनिक दूरसंचार की सहायता से होने वाले कारोबार की तरफ बहुत कम ध्यान दिया गया। ऐसा इसलिए है, क्योंकि नई पीढ़ी की डिजिटल सेवाओं के कामकाज के बारे में बहुत से लोगों को पता नहीं है। भारत के उपभोक्ता बाजार में विदेशी कंपनियों का कितना दखल हो, यह व्यापार और राजनीति में तीखी बहस का विषय रहा है। नागरिक उड्डयन, ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स, बीमा, बैंकिंग, खुदरा, रेलवे, यहां तक कि आउटसोर्सिंग भी ऐसे उद्योग हैं, जिनके लिए विदेशी निवेश और बाजार में पहुंच को मंजूरी बारीक जांच-पड़ताल के बाद ही मिली है। मगर अब तक इस पर शायद ही गंभीर चर्चा हुई है कि एक अरब से अधिक डिजिटल उपभोक्ताओं तक पहुंच बनाने के लिए विदेशी कंपनियों को कितना अधिकार देना चाहिए। स्थिति को और बेहतर समझने के लिए विमानन उद्योग से इसकी तुलना कर सकते हैं। वर्ष 2014 में हवाई यात्रा करने वाले भारतीयों की संख्या 17 करोड़ थी, जो 2019 में दोगुनी हो गई। इस क्षेत्र में वर्तमान और पिछली सरकारों ने विदेशी प्रत्यक्ष निवेश बढ़ाने की तरफ पर्याप्त ध्यान दिया और हर वर्ष यहां विदेशी कंपनियों को अनुमति दी गई। इसके मुकाबले भारतीय डिजिटल दुनिया को कीमती नहीं माना गया| अपने यहां टिक टॉक के अनुमानित 12 करोड़ उपभोक्ता थे और वाट्सएप के 40 करोड़ हैं । यह हर साल हवाई यात्रा करने वाले भारतीयों की संख्या से कहीं अधिक है। अब इसकी तुलना जरा चीन से करें। चीन का चर्चित 'ग्रेट फायरवाल' नियमों और तकनीक का ऐसा मजबूत संयोजन है कि चीन में सूचना, सामग्री और डाटा का स्वतंत्र आवागमन संभव ही नहीं है। इसी वजह से टिक टॉक के भारतीय संस्करण "चिनगारी" जैसे एप के लिए अपना मालिकाना हक चीनी हाथों में सौंपे बिना चीन की आभासी दुनिया में काम करना असंभव होगा। वाट्सएप पर तो वर्षों से वहां पाबंदी लगी हुई है। वहां स्थानीय एप वीचैट के एक अरब से अधिक उपयोगकर्ता हैं और इसमें वाट्सएप को आसानी से टक्कर दे सकने की संभावना है। यही नहीं, चीन फेसबुक, यू-ट्यूब, गूगल, इंस्टाग्राम, स्पॉटिफाई, विकिपीडिया, गूगल मैप्स जैसी अन्य सेवाओं का भी उपयोग नहीं करता, जबकि इन पर हमारी रोजाना की निर्भरता है। इन जैसी सेवाओं के लिए वहां स्थानीय एप हैं, जिनमें से कई तो अपेक्षाकृत बडे़ उपभोक्ता-आधार वाले और बेहतर हैं। यहां तक कि कनाडा, फ्रांस और यूरोपीय संघ के देशों में भी कुछ सख्त नियम-कानून हैं, जिससे उन्होंने बड़ी डिजिटल कंपनियों को भी खास रियायत देने के लिए मजबूर किया है। लिहाजा, भारत सरकार द्वारा लगाए गए इस प्रतिबंध को दुनिया व्यापक तौर पर समझेगी। इन दिनों दुनिया में क्लाउड पर सूचनाओं को जमा करके रखने का चलन बढ़ा है, इसलिए भौगोलिक सीमाएं अब काफी हद तक बेमानी हो गई हैं। बेहतर व विकसित अर्थव्यवस्थाओं से आने वाली बड़ी कंपनियों को मुफ्त और पूरे भूगोल तक पहुंच से पर्याप्त लाभ मिलती रही है, जबकि छोटी कंपनियों के लिए मुकाबला समान नहीं रह पाता है। स्थानीय कंपनियों का समर्थन करना देशों के लिए सामान्य बात है। हालिया प्रतिबंध भारतीय उद्यमियों के लिए एक अच्छा मौका है कि वे बाजार में बन आए खालीपन को तेजी से भरें। उन्हें जल्द ही यह करना होगा, क्योंकि वक्त बीत रहा है। देश और मध्यप्रदेश की बड़ी खबरें MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं। |
| साबुन कई कलर्स में आते हैं लेकिन उनका झाग हमेशा सफेद क्यों होता है / GK IN HINDI Posted: 07 Jul 2020 11:58 PM PDT साबुन का उपयोग तो हर कोई हर रोज करता है। बात लिक्विड सोप की हो या फिर ड्राई सोप की, बाजार में सभी के लिए बहुत सारे विकल्प उपलब्ध हैं। साबुन कई खुशबू और कई रंगों में आते हैं। कुछ कंपनियां तो यह भी कहती हैं कि उनके साबुन में चांदी होती है। अपना सवाल सिर्फ इतना सा है कि साबुन लाल हो या हरा उसका झाग सफेद क्यों होता है। साबुन का झाग साबुन के रंग जैसा क्यों नहीं होता। आइए समझने की कोशिश करते हैं:- पंजाब के श्री राहुल शर्मा जो एक प्राइवेट कंपनी में मैनेजर की पोस्ट पर है, बताते हैं कि साबुन विशेषकर टॉयलेट सोप बनाने मे सबसे पहले जो कच्चा माल प्रयोग होता है वह है नूडल ( ये खाने वाले नूडल नहीं हैं ) और नूडल को सफेद ही बनाया जाता है ताकि उसमे कोई भी रंग मिला के उस रंग का साबुन बनाया जा सके । असल मे नूडल ही वह साबुन होता है उसे बाद में मिक्सर में मिक्स करके जरूरत के हिसाब से रंग , पानी, परफ्यूम आदि वस्तुयें मिलाई जाती हैं उसके बाद एक मशीन में उसके डाई के हिसाब से साबुन बनाया जाता है। ये तो हुई साबुन बनाने की बात अब आते हैं मुख्य प्रश्न पर, तो मित्रों साबुन में विशेष प्रकार के कलर मिलाये जाते है जो कि पानी के संपर्क में आने पर छूटते नही है न ही पानी में घुलनशील होते हैं (सिंदूर भी उनमें से एक है ) । इसीलिए तो साबुन का झाग उसकी (नूडल) की प्रकर्ति के अनुसार सफेद ही होता है। और रंग तो पानी मे मिक्स होते नही है । सरल शब्दों में बात सिर्फ इतनी सी है कि जब हम साबुन का उपयोग करते हैं मारे हाथ में मौजूद उत्पाद में से केवल नूडल ही झाग बनाता है। उसके अलावा जो कुछ भी उसके अंदर है को पानी के साथ बह जाता है। साबुन का रंग कुछ इस तरह का होता है कि वह पानी के साथ घुलकर हाथ पर नजर नहीं आता, बल्कि पानी के साथ बह जाता है और अपने हाथ में सिर्फ झाग रह जाता है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,) |
| Posted: 07 Jul 2020 11:59 PM PDT आपने अक्सर सुना होगा, कोई व्यक्ति या व्यक्तियों का समूह किसी एक पुरुष या स्त्री को धोखे में रखकर नशीली या जहरीली खिला देता है। इसके बाद कई बार अपराध ( रेप, लूट या हत्या आदि) भी किए जाते हैं परंतु कभी-कभी अपराध घटित नहीं हो पाता। सवाल यह है कि जब अपराध घटित नहीं हो पाता तब क्या अपराध की साजिश करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जा सकती है। क्या किसी की मर्जी के बिना उसे नशीली या जहरीली चीज खिलाना भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध है। आइए समझने की कोशिश करते हैं:- भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 328 की परिभाषा:-सरल शब्दों में:- अगर कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति को ऐसी चीज देगा या कोशिश भी करेगा जैसे- विष, नशीली दवा, कोई भी हानिकारक पदार्थ जिससे शरीर में गलत प्रभाव या नुकसान होने की संभावना हो, खाने में कोई भी अवांछित पदार्थ आदि। वह व्यक्ति धारा 328 के अंतर्गत दोषी पाया जाएगा। भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 328 के अंतर्गत दण्ड का प्रावधान:-इस धारा के अपराध किसी भी प्रकार से समझौता योग्य नहीं होते हैं। यह अपराध संज्ञेय एवं अजमानतीय अपराध होते हैं।इनकी सुनवाई सेशन न्यायालय करता है। सजा- दस वर्ष की कारावास और जुर्माना से दण्डित किया जा सकता है। उधारानुसार वाद:- सुशीला तेलुनी बनाम राज्य- ड, नामक व्यक्ति को आरोपी ने कढ़ी खिलाई उसके तुरन्त बाद उस व्यक्ति को बेचैनी अनुभव हुई और उसके मुँह का स्वाद भी बुरी तरह कड़वा हो गया। न्यायालय ने आरोपी को धारा 328 के अंतर्गत अपराध का दोषी ठहराया। 【आज कल रेलगाड़ी में जो व्यक्ति जहरीली चीज खिला कर लोगों को बेहोश कर लूटपाट करते हैं उनके ऊपर इसी धारा अंतर्गत अपराधिक कार्यवाही होती हैं।】 (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | कानूनी जानकारी से संबंधित 10 सबसे लोकप्रिय लेखकोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है सरकारी अधिकारी निर्दोष नागरिक को जबरन रोककर रखे तो IPC की किस धारा के तहत मामला दर्ज होगा अधिकारी, कोर्ट में गलत जानकारी पेश कर दे तो विभागीय कार्रवाई होगी या FIR दर्ज होगी क्या जमानत की शर्तों का उल्लंघन अपराध है, नई FIR दर्ज हो सकती है एक व्यक्ति अपराध करे और दूसरा सिर्फ साथ रहे तो दूसरा अपराधी माना जाएगा या नहीं रात के समय किसी के घर में चोरी छुपे घुसना किस धारा के तहत अपराध है यदि कोई मर्जी के बिना घर में घुस आए तो क्या FIR दर्ज करवाई जा सकती है धूम्रपान करने वालों के खिलाफ IPC की किस धारा के तहत FIR दर्ज होगी आम रास्ते में रुकावट पैदा करने वाले के खिलाफ किस धारा के तहत FIR दर्ज होती है गर्भपात के दौरान यदि महिला की मृत्यु हो गई तो जेल कौन जाएगा डॉक्टर या पति यदि जबरदस्ती नशे की हालत में अपराध हो जाए तो क्या सजा से माफी मिलेगी |
| किस धातु के शिवलिंग का अभिषेक करने से क्या फल प्राप्त होता है, यहां पढ़िए / SHIV KA SAWAN Posted: 07 Jul 2020 02:07 PM PDT सावन के महीने में शिवालयों में तो भक्तों की भीड़ रहती है परंतु लगभग सभी शिवभक्त अपने निवास स्थान पर अंगूठे के आकार के शिवलिंग की स्थापना करके सावन मास में विशेष पूजन करते हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि किस धातु, वस्तु या पदार्थ से निर्मित शिवलिंग का अभिषेक करने पर क्या फल प्राप्त होता है। पारद शिवलिंग के पूजन से क्या लाभ होता हैशिवपूजा के लिए प्रयोग में लाए जाने वाले विभिन्न प्रकार में पारद शिवलिंग की सबसे ज्यादा पूजा होती है।पारद शिवलिंग के पूजन से शीघ्र ही प्रसन्न होकर भगवान भोले भंडारी अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। पारद शिवलिंग का पूजन सर्वकामप्रद, मोक्षप्रद और पापनाशक है। सोने के शिवलिंग का पूजन करना चाहिए या नहींसोने से बने शिवलिंग की पूजा करने से शिव साधक की समृद्धि होती है। चांदी के शिवलिंग का पूजन करने से क्या फल प्राप्त होता हैचांदी का शिवलिंग बनवाकर पूजा करने से शिव के भक्त के धन के भंडार में वृद्धि होती है। पीतल के शिवलिंग की पूजा का फलपीतल के बने शिवलिंग को पूजा, रुद्राभिषेक आदि करने से साधक की दरिद्रता का नाश होता है। लोहे के शिवलिंग की पूजा से क्या लाभ होता हैलोहे के बने शिवलिंग का विशेष पूजन सिद्धि प्राप्ति के लिए किया जाता है। मोती का शिवलिंग की पूजा से क्या लाभ होता हैमोती से बने शिवलिंग का पूजन करने से शिव के साधक को स्त्री सुख दिलाता है। मोती के शिवलिंग के पूजन से साधक की पत्नी के सौभाग्य में वृद्धि होती है। स्फटिक का शिवलिंग की पूजा से क्या लाभ होता हैस्फटिक से बने शिवलिंग का पूजन करने से शिव साधक की दीर्घ प्रतीक्षित मनोकामना पूरी होती है। फूल का शिवलिंग की पूजा से क्या लाभ होता हैयदि आपको पैतृक संपत्ति या किसी जमीन या मकान की कामना है तो श्रावण मास में फूलों से बने शिवलिंग की अवश्य पूजा करें। फूल से बने शिवलिंग की साधना भू-संपत्ति का आशीर्वाद दिलाती है। मिश्री का शिवलिंग की पूजा से क्या लाभ होता हैइस कोरोना काल में यदि आप किसी रोग-शोक को लेकर पीड़ित हैं तो आपके लिए मिश्री से बने शिवलिंग की पूजा अत्यंत लाभ देने वाली है। किसी भी प्रकार की बीमारी से मुक्ति पाने के लिए श्रावण मास में मिश्री से बने शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए। कपूर का शिवलिंग की पूजा से क्या लाभ होता हैकपूर से बने शिवलिंग का विधि-विधान तरीके से पूजन और अभिषेक करने से साधक को भक्ति और मुक्ति का आशीर्वाद मिलता है। |
| 12वीं के बाद मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए IIM IPM PROGRAM Posted: 07 Jul 2020 01:30 PM PDT देश की वर्तमान की स्थिति के कारण 12वीं के छात्र अपने करियर को लेकर काफी डरे हुए हैं। ऐसे में सभी विपरीत स्थितियों के बाद भी आईआईएम का 5 सालों का मैनेजमेंट कोर्स छात्रों के करियर को संवारने का सबसे बेहतर विकल्प है। मैनेजमेंट के अधिक से अधिक छात्र उज्जवल भविष्य के लिए आईआईएम आईपीएम का कोर्स चुनते हैं। दी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम), हर साल एक एप्टीट्यूड टेस्ट का आयोजन करता है, जिसमें 20,000 से भी ज्यादा छात्र भाग लेते हैं। इस एप्टीट्यूड टेस्ट के जरिए छात्रों को मैनेजमेंट में 5 साल के इंटीग्रेटेड प्रोग्राम में प्रवेश पाने का मौका मिलता है। प्रवेश की प्रक्रिया में आईपीएम एप्टीट्यूड टेस्ट शामिल है, जिसके कट-ऑफ को क्लियर करने के बाद रिटेन एबिलिटी टेस्ट (डब्ल्यूएटी) और पर्सनल इंटरव्यू (पीआई) होता है। प्रथम टेस्ट प्रेप के मैनेजिंग डायरेक्टर, अंकित कपूर ने बताया कि, "आईपीएम एक अनोखा कोर्स है जो छात्रों को मात्र मैनेजमेंट के बारे में नहीं सिखाता बल्कि उन्हें संपूर्ण विकास प्रदान करता है। यह किसी भी अन्य ग्रेजुएट प्रोग्राम से कहीं अधिक बेहतर है। आईपीएमएटी के लिए तैयारी करना और इसे समझना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है। हालांकि, सफलता के लिए एक साल पहले से ही तैयारी शुरू करना बेहतर होता है। एक बार जब आप सभी चीजों को लेकर संतुष्ट हो जाते हैं और तैयारी की प्लानिंग कर लेते हैं तो इस प्रोग्राम का सिलेबस भी आसान लगने लगता।" 5 साल का यह कोर्स 2 हिस्सों में विभाजित किया गया है- 3 साल और 2 साल। पहले 3 सालों में आपकी नींव को मजबूत किया जाता है, जहां आपको फिलॉसफी यानी कि दर्शनशास्त्र, साइकोलॉजी, गणित, स्टेटिस्टिक्स और इकोनॉमी आदि विषयों के बारे में विस्तार में समझने का मौका मिलता है। बाकी के 2 सालों में कैट क्लियर करने वालों को लिया जाता है। अंकित कपूर ने और अधिक जानकारी देते हुए बताया कि, "इन 5 वर्षों में आपको सबसे उज्जवल दिमाग वाले छात्रों, दोस्तों और शिक्षकों से मिलने का मौका मिलता है। इसके अलावा छात्रों के लिए गेस्ट लेक्चर भी कराए जाते हैं। इससे छात्रों को तैयारी के लिए एक अलग माहौल मिलता है। ये गेस्ट लेक्चर सरकारी विभागों सहित हर प्रकार की इंडस्ट्रीज से होती हैं। यह केवल कुछ ही कॉलेज में देखने को मिलता है जिसमें आईआईएम आपीएम भी शामिल है।" हालांकि, भारत में अधिकतर छात्रों को 12वीं के बाद काम करने का मौका नहीं मिलता है लेकिन आईपीएम पहला साल खत्म होने के बाद छात्रों को सामाजिक इंटर्नशिप के ज़रिए काम का माहौल और नैतिकता के बारे में समझने का अवसर देता है। अंकित कपूर ने आगे बताया कि, "छात्रों को उनके मुकाम तक पहुंचाने के लिए उन्हें हर साल के अंत में अलग-अलग प्रकार की इंटर्नशिप करने का मौका मिलता है। इन दो सालों में छात्र अपना समय अनुभव प्राप्त करने में, पैसा कमाने में या अपनी इच्छा अनुसार कुछ भी करने में लगा सकता है। इसकी मदद से छात्र जिंदगी में आगे बढ़ना सीखते हैं। आईपीएम के अलावा छात्रों के पास फॉरेन एक्सचेंज प्रोग्राम का विकल्प भी होता है। यह प्रोग्राम 3-5 महीनों का होता है, जहां छात्रों को इसके बारे में बेहतर रूप से सीखने का मौका मिलता है। लेकिन यह प्रोग्राम छात्रों को केवल उनकी मेहनत से मिलता है। इतना ही नहीं, आईपीएम के छात्रों को कैंपस प्लेसमेंट के जरिए पीजीडीएम से भी बड़ा पैकेज मिलता है।" इस कोर्स की खासियत यह है कि छात्र ने 11वीं और 12वीं में गणित या मैनेजमेंट लिया हो या नहीं, वे इंटरव्यु क्लियर कर के इस कोर्स को आसानी से कर सकता है। हालांकि, इस प्रोग्राम में सीमित सीटें होने के कारण इसका पेपर बेहद मुश्किल होता है। इसलिए इसमें सफल होने के लिए छात्रों को एक साल पहले से तैयारी शुरू कर देना चाहिए। 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसीएम शिवराज सिंह दिल्ली से बैरंग वापस लौटे, केंद्रीय नेतृत्व को विश्वास में नहीं ले पाए MPPSC: हाईकोर्ट ने दिव्यांग सहायक प्रध्यापकों को नियुक्ति देने की लास्ट डेट तय की ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रीवा को मंत्री पद नहीं मिला तो क्या एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना मिल गई कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS ग्वालियर में 'महाराज' के महल के सामने कमलनाथ कैंप लगाएंगे |
| Posted: 07 Jul 2020 01:16 PM PDT देश की राजधानी भोपाल में एक ऐसा शिव मंदिर भी है जिसके शिवलिंग वट वृक्ष से प्रकट हुए। शिवलिंग जमीन के अंदर कितनी गहराई तक है यह तो किसी को नहीं पता लेकिन कहते हैं कि 200 साल पहले 36 हाथ नीचे तक खुदाई की गई थी, तब वहां से एक जलधारा निकली। कहा जाता है कि मंदिर परिसर में बने कुएं के पानी लोगों के चर्म रोग दूर हो जाते हैं। अथ श्री बड़वाले महादेव की कथाजिस स्थल पर बाबा बटेश्वर विराजमान हैं, वे इसी पेड़ की जड़ से प्रगट हुए थे। 200 साल पूर्व एक राहगीर को सबसे पहले बाबा बटेश्वर के दर्शन हुए। ऐसा कहा जाता है कि बिना जटाओं का बड़ नहीं होता है, लेकिन इस मंदिर में एक ऐसा वटवृक्ष है, जिसमें जटाएं नहीं हैं। 200 साल पहले इस धार्मिक स्थल के स्थान पर बगीचा हुआ करता था। इसमें कई प्रजातियों के वृक्ष लगे थे। एक समय की बात है जब एक राहगीर इसी बगीचा में धूप का समय बिताने के लिए आराम करने लगा। थकान के चलते नींद लग गई, लेकिन करवट लेते समय बड़ की जड़ में स्थित एक सिला से सिर टकराया। उसे देखने पर उसमें शिवलिंग के दर्शन हुए। इसके बाद पेड़ के आसपास खुदाई करवाई गई। 36 फीट नीचे खुदाई के बाद भी छोर नहीं मिला। खाई में पानी भर गया। इसके बाद राहगीर ने पेड़ की जड़ में स्वयंभू शिवलिंग की बटेश्वर महादेव के रूप में पूजा-अर्चना की। तभी से यहां पूजा-अर्चना की जा रही है। 35 वर्ष पूर्व मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया। पिछले तीन दशकों से महाशिवरात्रि के पर्व पर शिव बारात का आयोजन होता है, जिसमें शहर के सभी वरिष्ठजन शामिल होते हैं। सभी प्रदोष व्रत पर विशेष श्रृंगार भी होता है। श्री बड़वाले महादेव मंदिर से जुड़े चमत्कार- मंदिर का 200 साल से अधिक पुराना इतिहास। - बड़ की जड़ से प्रगट हुए बाबा बटेश्वर। - 36 फीट खुदाई के बाद भी शिला का नहीं मिला छोर। - मंदिर में बिना जटाओं वाला वट्वृक्ष। - पीपल के पेड़ में बड़ी जटाएं हैं। - वर्षों पुराने कुआं के पानी से कई लोगों का चर्म रोग ठीक हुआ। - इस कुआं का जल स्तर भीषण गर्मी में भी कम नहीं होता। |
| 10th एमपी बोर्ड का रिजल्ट 62.84% नहीं 45% है, बेस्ट ऑफ फोर के कारण 62.84% नजर आ रहा है Posted: 07 Jul 2020 12:57 PM PDT भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश द्वारा दोनों घोषित किया गया 10वीं हाई स्कूल का रिजल्ट 62.84% रहा और यह पिछले साल 61.32% के मुकाबले 1.52% ज्यादा दिखाई दे रहा है, परंतु सिर्फ दिखाई दे रहा है। असल में यह रिजल्ट पिछले साल के मुकाबले और ज्यादा खराब है क्योंकि इस साल का रिजल्ट बेस्ट ऑफ फोर के आधार पर बनाया गया है। उम्मीद की गई थी कि यदि छात्रों ने पिछले साल के बराबर प्रदर्शन किया तो इस साल सरकारी आंकड़ों में रिजल्ट 75% नजर आएगा। मध्य प्रदेश हाईस्कूल का सही परीक्षा परिणाम 45% हैमाशिमं ने 'बेस्ट ऑफ फाइव' योजना परीक्षा परिणाम बढ़ाने के लिए 2018 में शुरू की थी लेकिन यह बच्चों में कठिन विषयों को प्रति अरुचि जगा रही है। इसे देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने इस साल से योजना को बंद करने के लिए पत्र लिखा था। इस पर योजना को बंद कर जब परिणाम निकाला गया तो प्रदेश का परीक्षा परिणाम 45 फीसद ही बना। वहीं, कोरोना के कारण पूरे विषयों की परीक्षा नहीं हो सकी। इसे देखते हुए माशिमं ने "बेस्ट ऑफ फाइव" के बदले "बेस्ट ऑफ फोर" लागू कर परिणाम बनाया। तब कहीं जाकर परीक्षा परिणाम 62.84 फीसदी रहा जो पिछले साल के 61.32 प्रतिशत के मुकाबले 1.52 फीसद अधिक है। बता दें कि इस साल दसवीं बोर्ड परीक्षा में प्रदेश भर से 8,93,336 विद्यार्थी शामिल हुए थे। इनमें से गणित में 3,98,366 व अंग्रेजी में 2,49,272 विद्यार्थी फेल हुए हैं योजना से रिजल्ट के आंकड़े बदल रहे हैं परंतु स्टूडेंट्स पिछड़ रहे हैंयोजना के आने से गणित, अंग्रेजी व विज्ञान विषय में फेल विद्यार्थियों को पास किया जा रहा है। यह सही है कि योजना के कारण विद्यार्थी कठिन विषय को पढ़ना छोड़ रहे हैं। इससे उनका बेसिक नॉलेज कमजोर हो रहा है। वे आगे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी कमजोर साबित होंगे- सुनीता सक्सेना, शिक्षाविद हम तो बेस्ट ऑफ फाइव योजना बंद करना चाहते हैं: कमिश्नर लोक शिक्षण संचालनालयहर साल गणित और अंग्रेजी विषय में बेस्ट ऑफ फाइव योजना के तहत पास किया जा रहा है। इसे हटाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है, लेकिन निर्णय नहीं हुआ है। प्रतियोगी परीक्षाओं लिए गणित व अंग्रेजी विषय पढ़ना जरूरी है।- जयश्री कियावत, आयुक्त, लोक शिक्षण संचालनालय 08 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारसीएम शिवराज सिंह दिल्ली से बैरंग वापस लौटे, केंद्रीय नेतृत्व को विश्वास में नहीं ले पाए MPPSC: हाईकोर्ट ने दिव्यांग सहायक प्रध्यापकों को नियुक्ति देने की लास्ट डेट तय की ये खूब रही, शिक्षा मंत्री ने सरकार गिरा दी और हाई स्कूल रिजल्ट का क्रेडिट कमलनाथ को रसोई गैस की आग नीली क्यों होती है, क्या इससे खाना गर्म तो होता है लेकिन पकता नहीं मेष, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए विशेष उपाय, ध्यान से पढ़िए चुम्बक केवल लोहे को ही क्यों खींचता करता है, पीतल, सोना या चांदी भी तो धातू हैं मध्य प्रदेश के 5 लाख शासकीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रीवा को मंत्री पद नहीं मिला तो क्या एशिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना मिल गई कोर्ट में यूज होने वाला पेपर हरा और थोड़ा ज्यादा बड़ा क्यों होता है यदि किसी व्यक्ति को आवेदन देने से रोका जाए तो क्या FIR दर्ज हो सकती है हद कर दी, घरों में स्कूल लगवा दिए, सरकार संक्रमण फैलाएगी! यदि कोई दबंग धमकी देकर किसी से अवैध काम करवाए तो FIR किसके खिलाफ दर्ज होगी BSNL: ₹6.66 में 5Gb डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग +100 SMS ग्वालियर में 'महाराज' के महल के सामने कमलनाथ कैंप लगाएंगे |
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