प्राइमरी का मास्टर ● इन |
- सीबीएसई 12वीं के छात्र पढ़ेंगे सरदार पटेल के नजरिए से राष्ट्रवाद का पाठ
- यूपी बोर्ड की किताबें NCERT से भी 80 फीसदी तक सस्ती
- ऑनलाइन पढ़ाई ने शिक्षक और अभिभावकों की परेशानी बढ़ाई
- लखनऊ बीएसए का बड़ा निर्देश, BRC स्तर पर निबटाएँ समस्याएं, शिकायत को रजिस्टर करने के निर्देश
- शिक्षकों में कोरोना का डर, सोशल डिस्टेंसिंग के लिए रोस्टर प्रणाली की मांग
- कम्पोजिट व अन्य विद्यालय ग्रांट को वित्तीय वर्ष के आरंभ में भेजे जाने की मांग करते हुए PSPSA ने लिखा DGSE, स्कूली शिक्षा को पत्र
- यूपी बोर्ड में प्रधानाचार्य चवन्नी में भरवाएंगे परीक्षा फार्म, 2021 के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू
- ऑनलाइन पढ़ाई के लिए भी तो चाहिए किताब, यूपी बोर्ड के छात्रों की बगैर किताबों के शुरू होने जा रही ऑनलाइन पढ़ाई
- माध्यमिक में भी अब राज्य पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन
- सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बांटी जाएंगी किताबें, अभिभावकों को स्कूल बुलाकर दी जाएंगी पुस्तकें
- फतेहपुर : 47 शिक्षकों ने दी ARP की परीक्षा
- पॉलीटेक्निक : सितम्बर में परीक्षाएं कराने की तैयारी, 5 से 12 सितम्बर तक होंगी परीक्षाएं
- फतेहपुर : अब बेसिक शिक्षकों को दी जाएगी ऑनलाइन ट्रेनिंग, जिले के शिक्षकों का दो बैच में होगा प्रशिक्षण, प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षक ब्लॉक स्तर पर 25-25 शिक्षकों को देंगे प्रशिक्षण
- शिक्षुता प्रोत्साहन योजना : ITI प्रशिक्षु को हर माह मिलेगा छह हजार रुपए, कैबिनेट ने दी मंजूरी
- बेसिक शिक्षा विभाग में संचालित आनलाइन व्यवस्थाओं व अन्य कार्यों के निष्पादन में शिक्षकों के समक्ष आ रही समस्याओं के सम्बन्ध में RSMUP ने महानिदेशक स्कूली शिक्षा व बेसिक शिक्षा निदेशक को भेजा पत्र
- फतेहपुर : लॉकडाउन एवं ग्रीष्मावकाश की अवधि में मध्यान्ह भोजन योजना से आच्छादित विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को मध्यान्ह भोजन की प्रतिपूर्ति के रूप में खाद्यान एवं परिवर्तन लागत उपलब्ध कराए जाने के सम्बन्ध में
- स0अ0 को विद्यालय बुलाने की आवश्यकता का प्र0अ0 करेंगे निर्णय, विद्यालय खुलने एवं अन्य कार्यों के निर्धारण के सम्बन्ध में बीएसए हाथरस का आदेश जारी
- बाराबंकी : बीएसए समेत 20 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव
| सीबीएसई 12वीं के छात्र पढ़ेंगे सरदार पटेल के नजरिए से राष्ट्रवाद का पाठ Posted: 08 Jul 2020 09:49 PM PDT सीबीएसई 12वीं के छात्र पढ़ेंगे सरदार पटेल के नजरिए से राष्ट्रवाद का पाठ केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 12वीं के छात्र अब सरदार वल्लभ भाई पटेल का राष्ट्रवाद और दीन दयाल उपाध्याय के भारतीय धर्म निरपेक्षता का पाठ पढ़ेंगे। दरअसल, पहली बार 12वीं के कोर्स करिकुलम में सरदार पटेल का नाम आया है। यह पहले कोर्स में नहीं था। सीबीएसई ने अपना 30 फीसद पाठ्यक्रम घटाया है लेकिन 11वीं के पाठ्यक्रम से राष्ट्रवाद, संघवाद, धर्म निरपेक्षता तथा नागरिकता को हटाए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस बारे में सीबीएसई द्वारा बनाई गई कोर्स कमिटी ने निर्णय लिया था। इस कोर्स कमेटी के एक सदस्य का कहना है कोविड-19 से उपजी स्थिति को देखते हुए बस सत्र 2020-21 के लिए 30 फीसद तक कोर्स में कमी करनी थी। 11वीं के राजनीतिक सिद्धांत पुस्तक में से धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रवाद को इसलिए हटाया गया है क्योंकि इसे 10वीं में छात्रों ने समाज विज्ञान विषय में पढ़ा है। धर्म निरपेक्षता व राष्ट्रवाद एक पश्चिमी संकल्पना है। 12वीं के पाठ्यक्रम में कमेटी ने धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रवाद को भारतीय संदर्भ में पढ़ाने का पाठ्यक्रम बनाया है। वह भारतीय महापुरुषों और भारतीय समाज व परिप्रेक्ष्य के नजरिए से होगा। उन्होंने बताया कि 12वीं में राष्ट्रवाद सरदार वल्लभ भाई पटेल की दृष्टि से पढ़ाया जाएगा। भारतीय धर्म निरपेक्षता को दीन दयाल उपाध्याय के मानवतावाद तथा राम मनोहर लोहिया व जय प्रकाश नारायण के समाजवाद के संदर्भ में पढ़ाया जाएगा। कोर्स कमेटी ने इसमें जो भी संशोधन किए हैं उसे सम सामयिकता व भारतीय परिप्रेक्ष्य को ध्यान मे रखकर किया है। भारत को विश्व की नई शक्ति के रूप में पढ़ाया जाएगा कोर्स कमेटी के सदस्य ने बताया कि पहले पाठ्यक्रम में चीन को पढ़ाया जाता था लेकिन अब छात्र ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) देश को पढ़ेंगे। भारत को उभरती हुई विश्व की नई शक्ति के रूप में पढ़ाया जाएगा। इसमें वैश्विक परिप्रेक्ष्य में भारत की महत्ता भी दर्शाई जाएगी। नई उभरती शक्तियों में खासकर भारत इजरायल के संबंध भी 12वीं के छात्रों के पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगे। किस कक्षा से क्या पाठ्यक्रम हटा ● दसवीं : लोकतंत्र एवं विविधता, लिंग, जाति एवं धर्म, लोकप्रिय संघर्ष एवं आंदोलन और लोकतंत्र के लिए चुनौतियां जैसे विषय हटाए गए हैं। ● 11वीं : संघवाद, नागरिकता, राष्ट्रवाद, धर्मनिरपेक्षता और भारत में स्थानीय सरकारों के विकास से संबंधित पाठ शामिल हैं। ● 12वीं : छात्रों को भारत के अपने पड़ोसियों- पाकिस्तान, म्यामां, बांग्लादेश, श्रीलंका और नेपाल के साथ संबंध, भारत के आर्थिक विकास की बदलती प्रकृति, भारत में सामाजिक आंदोलन और नोटबंदी सहित अन्य विषय पर पाठों को नहीं पढ़ना होगा। इसलिए घटाया गया पाठ्यक्रम मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक पाठ्यक्रम को विद्यार्थियों का बोझ कम करने के लिए घटाया गया है, लेकिन मुख्य अवधारणाओं को जस का तस रखा गया है। सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम भार में अनुपातिक कमी के लिए शिक्षण संबंधी समय के नुकसान का आकलन किया गया। इसके अनुसार, बोर्ड की पाठ्यक्रम समिति ने सिलेबस घटाने पर काम शुरू किया। विभिन्न पक्षधारकों से सुझाव मांगे गए थे। |
| यूपी बोर्ड की किताबें NCERT से भी 80 फीसदी तक सस्ती Posted: 08 Jul 2020 09:40 PM PDT |
| ऑनलाइन पढ़ाई ने शिक्षक और अभिभावकों की परेशानी बढ़ाई Posted: 08 Jul 2020 09:13 PM PDT |
| लखनऊ बीएसए का बड़ा निर्देश, BRC स्तर पर निबटाएँ समस्याएं, शिकायत को रजिस्टर करने के निर्देश Posted: 08 Jul 2020 09:05 PM PDT |
| शिक्षकों में कोरोना का डर, सोशल डिस्टेंसिंग के लिए रोस्टर प्रणाली की मांग Posted: 08 Jul 2020 09:59 PM PDT |
| Posted: 08 Jul 2020 08:45 PM PDT |
| यूपी बोर्ड में प्रधानाचार्य चवन्नी में भरवाएंगे परीक्षा फार्म, 2021 के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू Posted: 08 Jul 2020 08:26 PM PDT यूपी बोर्ड में प्रधानाचार्य चवन्नी में भरवाएंगे परीक्षा फार्म, 2021 के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू प्रयागराज। यूपी बोर्ड की परीक्षा 2021 के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बोर्ड की ओर से हाईस्कूल के छात्रों के लिए परीक्षा शुल्क 501 और इंटरमीडिएट के लिए 601 रुपये रखा गया है। इस शुल्क में स्कूल के प्रधानाचार्यों को फार्म भरने के लिए मात्र 25 पैसे (चवन्नी) दिया जा रहा है। स्कूलों को इसी 25 पैसे में बच्चों का ऑनलाइन फार्म भरवाना होगा। प्रधानाचार्यों का कहना है कि ऑनलाइन फार्म भरने के लिए साइबर कैफे अथवा ऑनलाइन काम करने वाली किसी एजेंसी की सेवा लेनी होगी, इसके लिए कम से कम प्रति फार्म दो रुपये का शुल्क देना होगा। ऐसे में प्रधानाचार्यों ने सवाल उठाया है कि 25 पैसे में कैसे फार्म भरा जाएगा। प्रधानाचार्य परिषद के प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश कुमार शर्मा का कहना है कि प्रधानाचार्यों की ओर से हर साल आवेदन शुल्क में स्कूल का खर्च बढ़ाने की मांग की जाती है, सरकार और बोर्ड की ओर से आश्वासन भी मिलता है परंतु होता कुछ नहीं है। एक बार फिर से यूपी बोर्ड के परीक्षा शुल्क में स्कूलों को फिर से चवन्नी ही मिली है। प्रधानाचार्य परिषद के प्रवक्ता एसपी तिवारी का कहना है कि यह कितना अव्यवहारिक है कि बोर्ड जब ऑफलाइन आवेदन होता था, उसी समय का आवेदन खर्च हमें दे रहा है जबकि फीस 200 से 500 रुपये तक पहुंच गई। बोर्ड की ओर से माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों के प्रवेश लेने और शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि पांच अगस्त रखी गई है। कोरोना संकट के काल में प्रधानाचार्यों ने पांच अगस्त तक शुल्क जमा करने और प्रवेश पूरा होने को अव्यवहारिक बताया है। बच्चे स्कूल आ नही रहे हैं, उनके लिए स्कूल 31 जुलाई तक बंद हैं। पांच अगस्त तक परीक्षा शुल्क जमा करना और प्रवेश लेना मुश्किल होगा। पांच अगस्त तक परीक्षा शुल्क नहीं जमा करने पर छात्रों, अभिभावकों को 100 रुपये परीक्षा शुल्क देना होगा। |
| Posted: 08 Jul 2020 07:57 PM PDT ऑनलाइन पढ़ाई के लिए भी तो चाहिए किताब, यूपी बोर्ड के छात्रों की बगैर किताबों के शुरू होने जा रही ऑनलाइन पढ़ाई यूपी बोर्ड के छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई बगैर किताबों के शुरू होने जा रही है। एनसीईआरटी के पैटर्न पर यूपी बोर्ड की किताबें लागू तो कर दी गई लेकिन ये अभी छात्रों के पास नहीं पहुंची हैं। प्रकाशकों के पास किताबों का स्टॉक भरा पड़ा है लेकिन मांग न होने की वजह से विक्रेता किताबें नहीं उठा रहे हैं।... जेएनएन, मेरठ। यूपी बोर्ड के छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई बगैर किताबों के शुरू होने जा रही है। एनसीईआरटी के पैटर्न पर यूपी बोर्ड की किताबें लागू तो कर दी गई, लेकिन ये अभी छात्रों के पास नहीं पहुंची हैं। प्रकाशकों के पास किताबों का स्टॉक भरा पड़ा है, लेकिन मांग न होने की वजह से विक्रेता किताबें नहीं उठा रहे हैं। हालात तो ये हैं कि बहुत से प्रकाशक किताबों से रायल्टी तक नहीं निकाल पा रहे। प्रदेश में यूपी बोर्ड की एनसीईआरटी पैटर्न की किताबों के प्रकाशन के लिए चार प्रकाशक अधिकृत किए गए हैं। इनमें रवि आफसेट प्रिटर्स एंड पब्लिशर्स प्राइवेट लिमिटेड आगरा, राजीव प्रकाशन प्रयागराज, आलोक प्रिटर्स आगरा और काका संस नोएडा हैं। मेरठ के बहुत से प्रकाशक यूपी बोर्ड की संदर्भ किताबें व एनसीईआरटी से इतर किताबें प्रकाशित करते हैं। प्रकाशकों पर कोविड का व्यापक असर पड़ा है। मार्च में प्रकाशकों ने किताबें छाप दीं, लेकिन इस समय तक मुश्किल से 20 फीसद ही विक्रेताओं के पास पहुंच पाई। ये कहते हैं प्रकाशक मार्च में किताबें सप्लाई कर दी थीं। बच्चे किताब नहीं खरीद रहे हैं, जिस वजह से दुकानदार किताब लेने को तैयार नहीं है। पिछले साल के मुकाबले मांग शून्य है। दुकान और प्रकाशक दोनों जगह स्टाक भरे हैं। पूरे प्रदेश की यही स्थिति है। इस साल रायल्टी भी नहीं निकाल पा रहे हैं। यह रायल्टी बोर्ड के माध्यम से एनसीईआरटी को जाती है। अतुल जैन, डायरेक्टर, रवि आफसेट प्रिटर एंड पब्लिशर्स प्राइवेट लिमिटेड आगरा करीब 25 फीसद किताबें ही मार्केट में सप्लाई हुई थीं। 75 फीसद स्टॉक गोदाम में है। स्कूल कब खुलेंगे पता नहीं। यूपी बोर्ड में छात्रों के पास किताबें नहीं होंगी तो वे क्या पढ़ेंगे। बच्चों को प्रोत्साहित करें। किताबें खरीदें, स्वयं अध्ययन करें। अजय रस्तोगी, डायरेक्टर, चित्रा प्रकाशन, मेरठ यूपी बोर्ड की संदर्भ किताबें प्रकाशित करते हैं। इस बार मांग शून्य है। बच्चे किताब नहीं खरीद पा रहे हैं। जब तक स्कूल नहीं खुलेंगे, किताबों की मांग नहीं आएगी। सौरभ जैन, डायरेक्टर, विद्या प्रकाशन मेरठ किताबों की बिक्री के लिए विकल्प देना होगा। स्कूल के अंदर स्टाल लगा दिए जाएं, सेक्शन वाइज कक्षा में किताबें रख दी जाएं। अभिभावक को बुलाकर किताबें दी जा सकती हैं। मोहित जैन, नगीन प्रकाशन, मेरठ 80 फीसद पुस्तक विक्रेताओं के पास जा चुकी हैं। लेकिन ये बच्चों तक नहीं पहुंची हैं। अगर अप्रैल में किताबें उपलब्ध करा दी जाती तो बहुत अच्छा रहता। यूपी बोर्ड में ऑनलाइन पढ़ाई तभी होगी जब हाथ में किताब हो। कोरोना की वजह से किताबों की बिक्री की सरकार ने अनुमति नहीं दी। अजय रस्तोगी, रीडर्स च्वाइस, मेरठ |
| माध्यमिक में भी अब राज्य पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन Posted: 08 Jul 2020 07:43 PM PDT माध्यमिक में भी अब राज्य पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन माध्यमिक शिक्षा लखनऊ अब माध्यमिक शिक्षा विभाग में भी राज्य अध्यापक पुरस्कार के आवेदन ऑनलाइन लिए जाएंगे अध्यापकों को इसके लिए चुना जाएगा। इसके लिए हर वर्ष 15 अप्रैल से 15 मई तक आवेदन लिए जाएंगे। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में फैसला ले लिया गया है। इस वर्ष आवेदन 15 से 30 जुलाई तक लिए जाएंगे। जिला स्तर कमेटी एक से 10 अगस्त, मंडलीय कमेटी 11 से 17 अगस्त, राज्य स्तरीय कमेटी 18 से 25 अगस्त तक अध्यापकों का चयन करेगी। बेसिक में पहले से ही राज्य अध्यापक पुरस्कार के मानक तय हर वर्ष 9 हैं। हर वर्ष 75 अध्यापक पुरस्कृत करने का नियम है। अब माध्यमिक शिक्षा विभाग में भी मानक तय कर दिए गए हैं। इसके लिए राज्य स्तर पर प्रमुख सचिव, मंडल स्तर पर मंडलायुक्त व जिला स्तर पर डीएम की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी। राज्य स्तरीय कमेटी एक से 20 अगस्त तक चुनाव करेगी। |
| सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बांटी जाएंगी किताबें, अभिभावकों को स्कूल बुलाकर दी जाएंगी पुस्तकें Posted: 08 Jul 2020 07:36 PM PDT परिषदीय स्कूलों में मुफ्त मिलती हैं किताबें, अभिभावकों को स्कूल बुलाकर दी जाएंगी पुस्तकें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बांटी जाएंगी किताबें परिषदीय स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की किताबें खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों तक पहुंच चुकी हैं। एक दो दिन में स्कूलों से किताबों का वितरण शुरू हो जाएगा। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार बच्चों के बजाए उनके अभिभावकों को स्कूल बुलाकर किताबें वितरित की जाएंगी। शिक्षकों को पुस्तक वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखना होगा। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को सरकार की ओर से निशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया जाता है। लखनऊ में 1850 से अधिक स्कूलों में करीब एक लाख साठ हजार छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि बच्चों की पुस्तकें छप कर आ चुकी हैं। इन्हें सभी ब्लाकों के खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों तक पहुंचा दिया है। यहां से शिक्षक पुस्तकें ले जाकर वितरित करेंगे। उन्होंने बताया कि इस बार अभिभावकों को स्कूल बुलाकर पुस्तकें वितरित की जाएंगी। शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह एक बार में दस से बारह अभिभावकों को ही पुस्तकें प्राप्त करने के लिए स्कूल बुलाएं। एक समय में अभिभावकों की भीड़ स्कूल में न लगने दें। पुस्तक वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाए। हालांकि नगर क्षेत्र के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की पुस्तकें अभी नहीं पहुंची हैं। अधिकारियों का कहना है कि नगर क्षेत्र के छात्रों की पुस्तकें भी जल्द वितरित की जाएंगी। अभिनव मॉडल स्कूल में पुस्तक वितरण शुरू जिले के अभिनव मॉडल स्कूलों में बच्चों की पुस्तकों का वितरण शुरू हो गया है। एडी बेसिक पीएन सिंह और बीएसए दिनेश कुमार ने बच्चों के अभिभावकों को बुलाकर पुस्तक वितरण की शुरूआत की। उन्होंने बताया कि इस बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाएगा ताकि सब कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रहें। अब यहां पर शिक्षक पुस्तकें वितरित करेंगे। |
| फतेहपुर : 47 शिक्षकों ने दी ARP की परीक्षा Posted: 08 Jul 2020 07:27 PM PDT फतेहपुर : 47 शिक्षकों ने दी ARP की परीक्षा। फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग ने बुधवार को एआरपी (अकादमिक रिसोर्स पर्सन) परीक्षा का आयोजन कराया 40 पदों के लिए 47 शिक्षक परीक्षा में बैठे। परीक्षा केंद्र जीआईसी फतेहपुर बनाया गया था। सुबह 11 बजे से शुरू है परीक्षा में सभी को कोरोना संक्रमण को देखते हुए दूर-दूर बैठाया गया। बता दें कुछ समय पहले एनआरसी का पद समाप्त कर दिया गया थाने की जगह एआरपी पद का सृजन किया गया है। इनका काम शिक्षा संवर्धन करना है। एआरपी का चयन पांच विषयों के लिए होना है, जिसमें पूर्व में कुछ पद भरे गए थे। पद रिक्त होने पर पुनः परीक्षा कराकर चयन किया जाना है। परीक्षा के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह, राकेश सचान मौजूद रहे। सफल शिक्षकों का साक्षात्कार होगा। चयनितों को विभिन्न ब्लाक में तैनाती दी जाएगी। ![]() |
| पॉलीटेक्निक : सितम्बर में परीक्षाएं कराने की तैयारी, 5 से 12 सितम्बर तक होंगी परीक्षाएं Posted: 08 Jul 2020 07:14 PM PDT पॉलीटेक्निक : सितम्बर में परीक्षाएं कराने की तैयारी, 5 से 12 सितम्बर तक होंगी परीक्षाएं। लखनऊ निज संवाददाता पॉलीटेक्निक में अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर अब तक असमंजस है। बुधवार को प्राविधिक शिक्षा परिषद कार्यालय में हुई परीक्षा समिति की बैठक में चारों जोन के संयुक्त निदेशक और एकेटीयू के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में परीक्षा के लिए 5 से 12 सितम्बर की तिथि तय की गई। परीक्षा समिति अधिकारी और निदेशक प्राविधिक शिक्षा मनोज कुमार ने यह भी कहा कि एकेटीयू, एचबीटीयू और एमएमआईटी में जो परीक्षाएं होंगी तभी पॉलीटेक्निक भी परीक्षाएं कराएगा। अन्यथा छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन और पिछली परीक्षाओं के परिणाम के आधार पर अंक दे दिए जाएंगे। बैठक में 65 फीसदी कोर्स को पूरा मानते हुए छात्रों से परीक्षा में पांच की जगह चार प्रश्न हल कराने पर सहमति बनी। निदेशक मनोज कुमार के मुताबिक छात्रों को कितना कोर्स पढ़ाया गया है उसके आधार पर ही परीक्षा होगी। इसके लिए विकल्प बढ़ाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही तैयार प्रश्नपत्रों में ही बदलाव के लिए निदेशक की अनुमति ली जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों की सम सेमेस्टर परीक्षाएं नहीं होगी। छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन और पिछली परीक्षाओं में प्राप्त नम्बरों के आधार पर प्रमोट किया जाएगा। परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया फैसला, 5 से 12 सितंबर तक होंगी पॉलीटेक्निक परीक्षाएं ![]() |
| Posted: 08 Jul 2020 07:06 PM PDT फतेहपुर : अब बेसिक शिक्षकों को दी जाएगी ऑनलाइन ट्रेनिंग, जिले के शिक्षकों का दो बैच में होगा प्रशिक्षण, प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षक ब्लॉक स्तर पर 25-25 शिक्षकों को देंगे प्रशिक्षण। फतेहपुर : कोरोना संक्रमण को देखते हुए बेसिक शिक्षकों को प्रेरणा मिशन के तहत कई बिंदुओं पर प्रशिक्षण देने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की गई है। प्रदेश स्तर पर ऑनलाइन प्रशिक्षण जिला के शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे। उसके बाद प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले शिक्षक ब्लाक स्तर पर 25-25 शिक्षकों के बैच को प्रशिक्षित करेंगे। ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए 20 जुलाई की दिन निर्धारित किया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग के डीसी अखिलेश सिंह ने बताया कि सी-मैट के तहत बेसिक शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाना है। जिले में 10 जुलाई को दो बैच में शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। यह शिक्षक ब्लॉक स्तर पर बाद में 25-25 शिक्षकों प्रशिक्षण देकर उन्हें साक्षी करेंगे। प्रेरणा मिशन के तहत कई बिंदुओं पर जिले के सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाना है। सभी शिक्षकों को यह प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है। इसके लिए पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रेरणा मिशन के तहत विभिन्न बिंदुओं पर प्रशिक्षण प्रशिक्षण देंगे। ![]() |
| शिक्षुता प्रोत्साहन योजना : ITI प्रशिक्षु को हर माह मिलेगा छह हजार रुपए, कैबिनेट ने दी मंजूरी Posted: 08 Jul 2020 06:18 PM PDT शिक्षुता प्रोत्साहन योजना : ITI प्रशिक्षु को हर माह मिलेगा छह हजार रुपए, कैबिनेट ने दी मंजूरी। लखनऊ : आईटीआई प्रशिक्षित युवाओं को अप्रेंटिसशिप पर रखने वाले निजी उद्योगों व सार्वजनिक उपक्रमों को प्रदेश सरकार अपनी तरफ से एक हजार और केन्द्र से 1500 रुपये के अंशदान के साथ ढाई हजार रुपये महीना देगी। इससे प्रदेश के करीब एक लाख आईटीआई प्रशिक्षत युवक निजी उद्योगों सार्वजनिक उपक्रमों से प्रति माह छह हजार रुपये तो एक साल तक पाएंगे। वहां स्थाई नौकरी के मौके भी मिलेंगे। मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के क्रियान्वयन को बुधवार को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। इस साल फरवरी में इस योजना के लिए बजट में 100 करोड़ की व्यवस्था की गई है। साथ ही उद्योगों के लिए यह अनिवार्य कर दिया गया है कि वे न्यूनतम छह हजार रुपये महीना प्रशिक्षु को देंगे। शिक्षुता प्रोत्साहन योजना :: * मुख्यमंत्री शिक्षुता योजना को कैबिनेट ने दी मंजूरी * आईटीआई प्रशिक्षु को मौका देने पर उद्योगों को ढाई हजार महीना ![]() |
| Posted: 08 Jul 2020 06:33 AM PDT |
| Posted: 08 Jul 2020 06:15 AM PDT |
| Posted: 08 Jul 2020 05:00 AM PDT |
| बाराबंकी : बीएसए समेत 20 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव Posted: 08 Jul 2020 04:08 AM PDT बाराबंकी:बीएसए समेत 20 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव कोरोना का संक्रमण सरकारी दफ्तरों तक पहुंच गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी के अलावा 20 पुलिस कर्मचारी पॉजिटिव पाए जाने से हड़कंप मच गया है। मंगलवार की देर रात को आई रिपोर्ट के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। जिसका मुख्य कारण बीएसए के अलावा कई कर्मचारी व 20 पुलिसकर्मी भी पॉजिटिव पाए गए। पुलिसकर्मियों में कई एसपी ऑफिस में तैनात थे इसे लेकर एसपी ऑफिस 48 घंटे के लिए सील कर दिया गया। वही विकास भवन में चल रहे बेसिक शिक्षा विभाग के लेखा कार्यालय के एक कर्मचारी के पॉजिटिव आने के बाद पूरा विकास भवन सील कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि विकास भवन में समाज कल्याण, कृषि विभाग, पंचायती राज विभाग, जिला विकास अधिकारी समेत एक दर्जन विभागों के मुख्यालय चलते हैं। ऐसे में यह सभी कार्यालय आगामी 48 घंटों के लिए बंद कर दिए गए हैं। उधर बीएसए दफ्तर भी सील कर दिया गया है। सभी सरकारी दफ्तरों को सैनिटाइज करने के लिए अधिकारी व कर्मचारी जुट गए हैं। संक्रमित पाए गए सभी मरीजों को एल वन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। |
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