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- MP CORONA: भोपाल गैस कांड से ज्यादा लोगों की मौत - UPDATE NEWS
- रेल टिकट में ₹35 बढ़ाने की तैयारी, रेगुलर को स्पेशल पहले ही कर चुके हैं - NATIONAL NEWS
- JABALPUR में गर्ल्स हायर सेकेंड्री स्कूल के प्रिंसिपल सस्पेंड - MP NEWS
- पिता के घर बेटी बंधक नहीं होती: हाईकोर्ट ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका खारिज की - JABALPUR NEWS
- JABALPUR में कोरोना संक्रमित की चिता की अग्नि कूदा युवक - MP NEWS
- IPS पुरुषोत्तम शर्मा सस्पेंड, पत्नी ने FIR नहीं लिखाई लेकिन विभाग ने कार्रवाई की - BHOPAL NEWS
- INDORE के विकास में माधवराव सिंधिया की मूर्ति बाधक, पुलिस ने हटाने के लिए पत्र लिखा - MP NEWS
- INDORE में कैफे सील, लड़के- लड़कियों ने बिना मास्क, शराब और डांस पार्टी की थी - MP NEWS
- IPS शर्मा की पत्नी ने पुलिस को वापस लौटाया, FIR दर्ज कराने से इनकार - BHOPAL NEWS
- INDORE में कोरोना संक्रमित शव को श्मशान तक ले जाने के लिए अवैध वसूली - MP CORONA UPDATE NEWS
- HIGH COURT ने ग्वालियर सहित 5 जिलों के कलेक्टर-एसपी तलब किए - GWALIOR NEWS
- BHOPAL में 2 दिन बच्ची की हत्या, शरीर पर 80 घाव मिले - MP NEWS
- IPS शर्मा को मिला बेटी का साथ, जबकि पत्नी-बेटा खिलाफ - MP NEWS
- BHOPAL: VIP गेस्ट हाउस गैंगरेप मामले में दोनों अधिकारी बर्खास्त - MP NEWS
- BHOPAL में पुलिसकर्मी के बेटे की दिनदहाड़े हत्या - CRIME NEWS
- MADHYA PRADESH में आचार संहिता लागू, उप चुनाव कार्यक्रम घोषित - BY-ELECTION NEWS
- मध्य प्रदेश केबिनेट: परिवहन निगम कर्मचारी, पटवारी, मुरैना, छतरपुर, पिछड़ा वर्ग आयोग, स्वास्थ्य सेवाएं - MP NEWS
- BHOPAL AIMS के कर्मचारी पर टीचर ने लगाया दुष्कर्म का आरोप , 4 महीने बाद कराई FIR - MP NEWS
- IPS पुरुषोत्तम शर्मा की महिला मित्र मैदान में, बयान दिया, पुलिस से शिकायत की - MP NEWS
- DABRA उप चुनाव क्षेत्र के SDM की कोरोना से मौत - GWALIOR NEWS
- बिजली गिरने पर बंद कार में बैठा व्यक्ति सुरक्षित क्यों बच जाता है, यहां पढ़िए - GK IN HINDI
- यदि ऑफिस में महिला कर्मचारी का रेप हुआ तो बॉस के खिलाफ भी FIR होती है - ASK IPC
- मुकेश रंगानी और मुकेश अंबानी के 24 घंटों में क्या फर्क है, 1 मिनट में यहां समझिए - MOTIVATIONAL ARTICLE
- Google के मंच पर 100000 लोगों की ऑनलाइन आम सभा संबोधित कर सकते हैं - TECH NEWS
- MADHYA PRADESH में प्राइमरी स्कूल के हर शिक्षक को कम से कम एक कहानी लिखनी होगी - EMPLOYEE NEWS
| MP CORONA: भोपाल गैस कांड से ज्यादा लोगों की मौत - UPDATE NEWS Posted: 29 Sep 2020 08:28 AM PDT भोपाल। दिनांक 3 दिसंबर 1984 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के नजदीक स्थित औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप से निकली एक जहरीली गैस ने हजारों लोगों की जान ले ली थी। सरकार ने सबसे पहले भोपाल गैस कांड में मरने वालों की संख्या 2259 बताई थी (यह आंकड़ा विकिपीडिया से लिया गया)। आज मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 2281 बताई है। दोनों आंकड़े सरकारी हैं और प्रारंभिक है। भोपाल गैस कांड में समय के साथ सरकार ने आंकड़ों में परिवर्तन किया और कोरोनावायरस मामले में सरकार क्या करेगी समय ही स्पष्ट कर पाएगा। फिलहाल प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या भोपाल गैस कांड में मरने वालों से ज्यादा हो गई है। MADHYA PRADESH CORONA BULLETIN 29 SEPTEMBER 2020संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 29 सितंबर 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में:- 18732 सैंपल की जांच की गई। 125 सैंपल रिजेक्ट हो गए। 16855 सैंपल नेगेटिव पाए गए। 1877 सैंपल पॉजिटिव पाए गए। 39 मरीजों की मौत हो गई। 2433 मरीज डिस्चार्ज किए गए। मध्यप्रदेश में संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 126043 मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 2281 मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से स्वस्थ हुए नागरिकों की संख्या 102445 29 सितंबर 2020 को संक्रमित नागरिकों की संख्या 21317 मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से जीतने वालों की संख्या 100000 के पारमध्यप्रदेश में उन लोगों की संख्या 100000 से अधिक हो गई है जो कोरोनावायरस से संक्रमित हुए थे परंतु अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं और अपना सामान्य जीवन जी रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस सफलता के लिए मध्य प्रदेश के डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ का आभार व्यक्त किया है। उन्हें सम्मानित भी किया है। संक्रमण के अलावा कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या कहीं दर्ज नहींसरकारी रिकॉर्ड में वह संख्या तो दर्ज है जो लोग कोविड-19 से संक्रमित होकर किसी अस्पताल में अकाल मृत्यु का शिकार हुए परंतु कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या किसी सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण कितने लोगों की मृत्यु हुई, पता नहीं। लॉकडाउन के कारण बेरोजगार हुए कितने लोगों ने आत्महत्या की, पता नहीं। ऐसे कितने मरीजों की मृत्यु हुई, जो किसी और बीमारी से पीड़ित थे परंतु कोरोना के कारण डॉक्टरों ने या तो इलाज करने से मना कर दिया है या फिर डॉक्टर उपलब्ध ही नहीं थे। इंदौर, भोपाल और जबलपुर सहित कई शहरों में अस्पतालों में होने वाली मृत्यु से ज्यादा श्मशान घाट में होने वाले अंतिम संस्कार की संख्या रिकॉर्ड की जा रही है। यदि मार्च 2020 से पहले की औसत मृत्यु दर और कोविड-19 के कारण अकाल मृत्यु का शिकार हुए लोगों की संख्या को जोड़ दिया जाए तब भी अंतिम संस्कार की संख्या इससे ज्यादा है। भले ही इन लोगों की मौत कोविड-19 से संक्रमित होने के कारण ना हुई हो परंतु इनकी मौत का कारण कोरोनावायरस तो कहा ही जाएगा। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| रेल टिकट में ₹35 बढ़ाने की तैयारी, रेगुलर को स्पेशल पहले ही कर चुके हैं - NATIONAL NEWS Posted: 29 Sep 2020 08:02 AM PDT नई दिल्ली। भारतीय रेल अब प्राइवेट स्कूलों की तरह हो गई है। जैसे प्राइवेट स्कूल में स्टूडेंट लाइब्रेरी का यूज करें या ना करे लेकिन उससे लाइब्रेरी शुल्क वसूला जाता है ठीक उसी प्रकार रेलवे ने यात्रियों से रेलवे स्टेशन के विकास के नाम पर निर्धारित किराए के अलावा जबरन चंदा वसूली की योजना तैयार कर ली है। सरल शब्दों में, स्टेशन मास्टर के केबिन में लगने वाली एसी का खर्चा स्टेशन पर आने वाले यात्रियों से वसूला जाएगा। स्टेशन मास्टर के वेतन से नहीं। रेल किराए में रेलवे स्टेशन विकास कर लगाने का प्रस्ताव तैयारन्यूज एजेंसी पीटीआई के सूत्रों ने बताया है कि स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए रेल यात्रियों को 10 रुपये से लेकर 35 रुपये तक अतिरिक्त किराये का भुगतान करना पड़ सकता है। इस प्रस्ताव को रेलवे अंतिम रूप दे रहा है जिसे मंजूरी के लिए जल्द ही कैबिनेट के पास भेजा जाएगा। जिस स्टेशन को अपग्रेड किया जाएगा वहां के यात्रियों से वसूली होगीसूत्रों ने कहा कि ये किराया यूजर चार्ज की वजह से बढ़ रहा है। रेलवे ने पहले स्पष्ट किया था कि यूजर चार्ज केवल उन स्टेशनों के लिए लिया जाएगा जिनका पुनर्विकास किया जा रहा है और जहां यात्रियों की संख्या अधिक होती है। बीते दिनों रेलवे की ओर से बताया गया था कि देश भर में कुल सात हजार स्टेशनों में से करीब 700 से 1000 स्टेशन इस श्रेणी में आते हैं। फ्लाइट के करोड़पति यात्रियों जैसी वसूली रेल के गरीब यात्रियों से भी होगीदरअसल, यूजर चार्ज सुविधा के एवज में लगाया जाता है। फिलहाल, ये एयरपोर्ट पर लगता है। एयरपोर्ट पर लगने वाले इस चार्ज को एयर टिकट में जोड़ दिया जाता है। कहने का मतलब ये है कि एयर टिकट की जो कीमत आप देते हैं उसमें यूजर चार्ज शामिल होता है। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| JABALPUR में गर्ल्स हायर सेकेंड्री स्कूल के प्रिंसिपल सस्पेंड - MP NEWS Posted: 29 Sep 2020 07:35 AM PDT जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में शासकीय कन्या उमावि चेरीताल के प्राचार्य पीके श्रीवास्तव को संभागायुक्त महेश चंद्र चौधरी ने सस्पेंड कर दिया है। प्राचार्य पर आरोप है कि उन्होंने समग्र छात्रवृत्ति योजना में छात्रों की कक्षा उन्नयन और नए छात्रों का मैपिंग कार्य 100 में से सिर्फ 41 प्रतिशत ही पूरा किया, जिससे जिले के कुल प्रतिशत में गिरावट दर्ज हुई। इस पर आयुक्त लोक शिक्षण ने अप्रसन्नता भी जताई थी। प्राचार्य पर यह भी आरोप है कि इसी संकुल के अंतर्गत उन्होंने रिटायर्ड कर्मचारियों के पेंशन प्रकरण और अन्य स्वत्वों का भुगतान नहीं किया या फिर विलम्ब से किया जा रहा है। इन आरोपों को लेकर जारी कारण बताओ नोटिस का कोई जवाब न दिए जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने प्राचार्य को निलंबित करने का प्रस्ताव संभागायुक्त को भेजा था। श्री चौधरी ने प्राचार्य श्रीवास्तव पर लगे आरोपों को मप्र सिविल सेवा (आचरण) नियम की धारा 3 के तहत दंडनीय पाते हुए उन्हें निलंबित करने का आदेश जारी किया। निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय डीईओ जबलपुर के कार्यालय में होगा। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| पिता के घर बेटी बंधक नहीं होती: हाईकोर्ट ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका खारिज की - JABALPUR NEWS Posted: 29 Sep 2020 07:31 AM PDT जबलपुर। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने दंपति के बीच विवाद के बाद महिला द्वारा प्रस्तुत की गई बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका को खारिज कर दिया है। हाई कोर्ट का कहना है कि महिला अपनी बेटी को अपने साथ रखना चाहती है तो इसके लिए कई अन्य कानूनी प्रक्रिया आए हैं जिनका उपयोग किया जा सकता है लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि पिता ने अपनी बेटी को बंधक बना लिया है। न्यायमूर्ति संजय द्विवेदी की एकलपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिकाकर्ता जबलपुर निवासी महिला की ओर से पक्ष रखा गया। अधिवक्ता ने दलील दी कि महिला के पति ने पांच वर्षीय पुत्री को अवैध रूप से बंधक बनाकर रखा है। लिहाजा, मुक्त कराकर याचिकाकर्ता के हवाले किया जाए। यह मांग इसलिए की जा रही है क्योंकि महिला का अपने पति से विवाद चल रहा है। ऐसे में मासूम बच्ची की जान को खतरा बना हुआ है। महिला ने अपने पति के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसके बाद से वह मायके में रह रही है। सुनवाई के दौरान राज्य शासन की ओर से पैनल लॉयर मनोज कुशवाहा ने पक्ष रखा। कोर्ट ने पूरी बहस सुनने के बाद साफ किया कि एक पुत्री अपने पिता के संरक्षण में रह सकती है। पिता अपनी पुत्री का नैसर्गिक संरक्षक होता है। ऐसे में उस पर अपनी ही पुत्री को बंधक बनाने का आरोप वैधानिक दृष्टि से उचित नहीं है। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| JABALPUR में कोरोना संक्रमित की चिता की अग्नि कूदा युवक - MP NEWS Posted: 29 Sep 2020 07:21 AM PDT जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर के गढ़ा थाना क्षेत्र में चौहानी श्मशान घाट में दोपहर को उस वक्त हड़कम्प मच गया जब एक कोविड संक्रमित की चिता जल रही थी उसी दौरान नशे में धुत एक युवक वहाँ पहुँचा और जलती चिता में कूद गया। अचानक हुई इस घटना से श्मशान में अफरा-तफरी मच गयी। वहाँ मौजूद लोगों ने युवक को बचाया। पुलिस के हवाले किया। सूत्रों के अनुसार सोशल मीडिया में एक 27 सेकेंड का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें गढ़ा चौहानी में एक कोविड संक्रमित की मौत होने के बाद प्रशासनिक अमले की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार किया जा रहा था। उसी दौरान अचानक एक युवक पहुँचा और चिता में कूद गया। इस वीडियो की हकीकत का पता लगाने जब गढ़ा पुलिस से पूछा गया तो पुलिस का कहना था कि चिता में कूदने वाले युवक का मृतक से कोई रिश्ता नहीं है। दोपहर के वक्त वह युवक नशे की हालत में चौहानी श्मशान पहुँचा था और चिता में कूद गया जिसे लोगों ने सुरक्षित बचा लिया था। टीआई ने बतायाचिता में कूदने वाला युवक नशे की हालत में था। उसके कपड़ों में आग लग गई थी जिसके बाद लोगों ने उसके कपड़े उतरवा दिए थे। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची थी। वह अत्यधिक नशे में था और कुछ बोलने-बताने की स्थिति में नहीं था जिसे छोड़ दिया गया। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| IPS पुरुषोत्तम शर्मा सस्पेंड, पत्नी ने FIR नहीं लिखाई लेकिन विभाग ने कार्रवाई की - BHOPAL NEWS Posted: 29 Sep 2020 07:08 AM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश के हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले से सुर्खियों में आए भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री पुरुषोत्तम शर्मा को घरेलू हिंसा के मामले में सस्पेंड कर दिया गया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के ऑफिस ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी है। मंगलवार 29 सितंबर को दिन भर हाईप्रोफाइल ड्रामा चलता रहा। पॉइंट टू पॉइंट समझिए क्या-क्या हुआ ➨ सबसे पहले आईआरएस पार्थ गौतम शर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अपने पिता एवं तत्कालीन डीजे स्पेशल श्री पुरुषोत्तम शर्मा की शिकायत की और दो वीडियो अटैच किए। ➨ सोमवार को दोनों वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। ➨ पहले वीडियो में श्री पुरुषोत्तम शर्मा ग्वालियर की रहने वाली एक महिला के भोपाल स्थित निवास पर दिखाई दे रहे थे। श्री शर्मा की पत्नी प्रिया शर्मा ने छापामार कार्रवाई की और विवाद शुरू हुआ। ➨ दूसरे वीडियो में श्री पुरुषोत्तम शर्मा और उनकी पत्नी श्रीमती प्रिया शर्मा के बीच हाथापाई होते हुए दिखाई दी। ➨ यह वीडियो देश भर की मीडिया में सुर्खियां बन गया। ➨ वीडियो वायरल होने के बाद मध्य प्रदेश शासन के गृह विभाग ने श्री पुरुषोत्तम शर्मा को नोटिस जारी करके 24 घंटे के भीतर जवाब तलब किया। ➨ श्री पुरुषोत्तम शर्मा ने मीडिया के सामने आकर बयान दिया कि उन्हें बदनाम करने की साजिश रची गई है। यह उनके घर का मामला है। ➨ महिला मित्र ने निजता के हनन की शिकायत पुलिस से की और उनके घर का वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही महिला ने यह भी कहा कि श्री पुरुषोत्तम शर्मा उनके लिए पिता तुल्य हैं। ➨ श्री पुरुषोत्तम शर्मा की बेटी देवांशी गौतम ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर बताया कि उनकी मां का मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है। ➨ भोपाल की महिला पुलिस श्री पुरुषोत्तम शर्मा के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज करने के लिए श्रीमती प्रिया शर्मा घर गई लेकिन श्रीमती प्रिया शर्मा ने शिकायत करने से मना कर दिया। ➨ मध्य प्रदेश शासन के गृह विभाग ने आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा द्वारा प्रस्तुत किए गए जवाब को असंतोषप्रद और असमाधानकारक माना एवं घरेलू हिंसा और नैतिक पतन के लिए प्रथम दृष्टया कदाचारण का दोषी पाते हुए सस्पेंड कर दिया। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| INDORE के विकास में माधवराव सिंधिया की मूर्ति बाधक, पुलिस ने हटाने के लिए पत्र लिखा - MP NEWS Posted: 29 Sep 2020 06:38 AM PDT इंदौर। इंदौर शहर के विकास कार्य में स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की मूर्ति बाधक बन गई है। स्वर्गीय सिंधिया की मूर्ति के कारण ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। पुलिस ने लोक निर्माण विभाग को चिट्ठी लिखकर चौराहे से मूर्ति को हटाने के लिए कहा है। इंदौर के विकास में माधवराव सिंधिया की मूर्ति बाधकबंगाली चौराहे पर अनलॉक के बाद पुल का काम फिर से शुरू हो गया है। दोनों ओर से पिलर डल गए है। अब बीच में पिलर बनना बाकी है। इसके बाद गर्डर डाली जाएगी। ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों के अनुसार अभी हम लोग सर्विस रोड से दोनों तरफ का ट्रैफिक निकाल रहे है, लेकिन पलासिया की तरफ से आने और बायपास की तरफ से जाने वाला ट्रैफिक अभी-भी चौराहे से होकर गुजर रहा है। इंदौर ट्रैफिक पुलिस ने माधवराव सिंधिया की मूर्ति हटाने के लिए पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखापिलर के कारण यहां पर पहले ही कम जगह रह गई है। नया पिलर डलने से यहां मुश्किल हो जाएगी। इसलिए हमने ब्रिज का निर्माण कर रहे पीडब्ल्यूडी को पत्र लिख कर माधवराव सिंधिया की प्रतिमा और नगर निगम को पत्र लिख कर चौराहे पर लगा हाईमास्ट हटाने के लिए कहा है। जिससे ट्रैफिक निकल जाए। अधिकारियों के अनुसार हमने यहां पर ट्रैफिक संचालन करने के लिए पिपलियाहाना चौराहे की तरफ ट्रैफिक संचालन करवाने का प्लान भी बनाया है। जरूरत पड़ने पर उसे ही लागू कर दिया जाएगा। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| INDORE में कैफे सील, लड़के- लड़कियों ने बिना मास्क, शराब और डांस पार्टी की थी - MP NEWS Posted: 29 Sep 2020 07:05 AM PDT इंदौर। इंदौर शहर में एडिशनल कलेक्टर पवन जैन और ASP राजेश रघुवंशी की संयुक्त टीम ने अपोलो प्रीमियर बिल्डिंग स्थित फर्जी कैफे एंड बार में छापा मारा। यहां पर टीम ने CCTV चेक किए तो कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन साफ नजर आया। इस पर टीम ने नाराजगी जताते हुए कैफे को सील कर दिया। एएसपी रघुवंशी के अनुसार शिकायत मिली थी कि फर्जी कैफे में शनिवार रात को साढ़े 12 बजे के बाद भी पार्टी चली थी। एडिशनल कलेक्टर पवन जैन के अनुसार, सूचना मिल रही थी कि कैफे में कोविड की गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। पब और रेस्टोरेंट पर लागू धारा 144 के प्रावधान की भी अनदेखी की जा रही थी। इसके बाद हम पुलिस के साथ यहां पहुंचे और की मौजूदगी में ही सीसीटीवी चेक किए। सीसीटीवी में साफ नजर आया कि यहां पर प्रोटोकाल का पालन नहीं किया गया है। कानून का उल्लंघन करने पर फर्जी कैफे को सील कर दिया गया। जैन ने कहा कि वर्तमान समय में कोराेना तेजी से पैर पसार रहा है। ऐसे में खुद ही जागरूक रहते हुए कोविड के नियमों का पालन करें। बार और होटल, रेस्टोरेंट संचालकों को सख्त लहजे में उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कानून का उल्लंघन किया गया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| IPS शर्मा की पत्नी ने पुलिस को वापस लौटाया, FIR दर्ज कराने से इनकार - BHOPAL NEWS Posted: 29 Sep 2020 06:23 AM PDT भोपाल। भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री पुरुषोत्तम शर्मा की पत्नी श्रीमती प्रिया शर्मा ने घर पर आई पुलिस की टीम को वापस लौटा दिया है। उन्होंने अपने पति आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने से इंकार कर दिया है। इससे पहले उनके बेटे आईआरएस पार्थ गौतम शर्मा ने वीडियो वायरल करके मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की थी। यह हमारे घर का मामला है: श्रीमती प्रिया शर्मा ने पुलिस से कहाभोपाल स्थित महिला थाना प्रभारी और उनकी टीम मंगलवार को उनके अलकापुरी स्थित घर पर पहुंची थी। जहां उनसे संपर्क कर उनके साथ हुई हिंसा को लेकर पुलिस में शिकायत करने की बात कही थी। उन्होंने पुलिस से साफ कह दिया कि वह पुलिस में कोई शिकायत नहीं करना चाहती हैं। यह उनका घर का मामला है, वह घर में ही सुलझा लेंगे। जब जरूरत होगी, तब पुलिस की मदद अवश्य लेंगे। श्रीमती प्रिया शर्मा मेडिकल कराने तक को तैयार नहीं: अजीता नायर थाना प्रभारीमहिला थानाप्रभारी अजीता नायर ने बताया कि बागसेवनिया के अलकापुरी स्थित स्पेशल डीजी के निवास पर पत्नीे प्रिया शर्मा से मुलाकात के लिए गए थे। जहां उनसे पुलिस में एफआइआर कराने को लेकर बात की, लेकिन उन्होंने साफ इन्कार कर दिया है। यहां तक कि वह मेडिकल कराने तक के लिए तैयार नहीं हैं। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| INDORE में कोरोना संक्रमित शव को श्मशान तक ले जाने के लिए अवैध वसूली - MP CORONA UPDATE NEWS Posted: 29 Sep 2020 05:31 AM PDT इंदौर। आम नागरिकों को महामारी से बचाना कोई चुनावी घोषणा नहीं बल्कि सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है। बावजूद इसके इंदौर में कोरोनावायरस के कारण आम जनता को खुली लूट का शिकार होना पड़ रहा है। अधिवक्ता परिषद मालवा प्रांत के अध्यक्ष एडवोकेट उमेश यादव का आरोप है कि कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज की मृत्यु हो जाने पर उसका शव श्मशान घाट तक ले जाने के बदले अवैध वसूली की जा रही है। जबकि अंतिम संस्कार का पूरा खर्चा सरकार को उठाना है। संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर को लिखे पत्र में एडवोकेट उमेश कुमार यादव ने लिखा है कि इंदौर में कुछ लोगों ने महामारी को धंधा बना लिया है। एमआरटीबी अस्पताल, सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल व एमटीएच अस्पताल में मरीजों के इलाज की नि:शुल्क व्यवस्था की गई है। इलाज के दौरान मृत्यु होने पर उनका शव एमवाय अस्पताल के पोस्टमार्टम विभाग में भेजा जाता है। वहां से शासन के निर्देश पर सुरक्षा की दृष्टि से शव को लेकर एंबुलेंस से श्मशान भेजा जा रहा है। यह काम करने वाले एंबुलेंस चालक शव उठाने को लेकर मनमानी वसूली कर रहे हैं। यादव के अनुसार मृतकों के स्वजन के नंबर पर फोन लगाकर उन्हें बुलाया जाता है शव को एंबुलेंस में रखने, श्मशान तक छोड़ने और अंतिम संस्कार करने के लिए 8 से 10 हजार रुपये तक मांगे जा रहे हैं। मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. ज्योति बिंदल के अनुसार इस पूरे मामले की जानकारी ली जाएगी। 6 माह पहले होनी थी व्यवस्था लगभग 6 माह पहले मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने एमवाय अस्पताल से शव ले जाने के लिए अस्पताल के काउंटर से ही बुकिंग करने का निर्णय लिया था जिससे इस तरह की मनमानी वसूली पर रोक लगाई जा सके, लेकिन अभी तक इसकी व्यवस्था नहीं हो पाई है। कोरोना शव को श्मशान घाट तक ले जाने के ₹10000 लिएउमेश यादव ने बताया कि 25 सितंबर को अशोक नगर एयरपोर्ट रोड पर रहने वाले उनके भानजे की मौत कोरोना से हुई थी। 26 तारीख को सुबह फोन आया और एमवाय अस्पताल में बुलाया गया। वहां पहुंचने पर बताया गया कि 700 रुपये शमशान तक ले जाने के लगेंगे। इसके अलावा तीन पीपीई किट के 3 हजार रुपये और दो मजदूरों के 6000 रुपये भी मांगे गए। कुल मिलाकर 10 हजार रुपये स्वजन से लिए गए। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| HIGH COURT ने ग्वालियर सहित 5 जिलों के कलेक्टर-एसपी तलब किए - GWALIOR NEWS Posted: 29 Sep 2020 07:11 AM PDT ग्वालियर। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने ग्वालियर सहित भिंड, मुरैना, शिवपुरी एवं दतिया जिला के कलेक्टर-एसपी को तलब किया है। 30 सितंबर को सभी जिलों के कलेक्टर-एसपी हाईकोर्ट की युगल पीठ के सामने अपना जवाब पेश करेंगे। मामला उप चुनाव प्रचार के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल के खुले उल्लंघन का है। 24 से 28 सितंबर तक राजनीतिक कार्यक्रमों में भारी भीड़ रहीअधिवक्ता आशीष प्रताप सिंह ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि 24 सितंबर से 28 सितंबर के बीच जो राजनीतिक कार्यक्रम हुए हैं, उनकी स्थिति आपने देख ही ली है। कार्यक्रमों में भारी भीड़ हो रही है, न मास्क लगा रहे हैं न सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा है। न्याय मित्र की रिपोर्ट में कहीं भी 100 से ज्यादा लोग नहीं बताएसभा में बच्चों को भी बुलाया जा रहा है। राजनीतिक कार्यक्रम में एक एसडीएम भी संक्रमित हुए थे। एसडीएम की संक्रमण के कारण मौत भी हो चुकी है, फिर भी राजनेता सबक नहीं ले रहे हैं। गाइड लाइन का उल्लंघन कर रहे हैं। आम आदमी के जीवन को खतरे में डाल दिया है। अतिरिक्त महाधिवक्ता अंकुर मोदी ने तर्क दिया कि न्यायमित्र की रिपोर्ट में ऐसा कोई तथ्य नहीं है, जिसमें कहीं भी 100 से ज्यादा लोग बताए हैं। न्याय मित्र ने अखबार की कटिंग के आधार पर रिपोर्ट तैयार की, स्वयं उपस्थित होकर साक्ष्य एकत्रित नहीं किएअखबार की कटिंग के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई है। इसलिए गाइड लाइन का उल्लंघन नहीं माना जा सकता है। न्यायमित्र संजय द्विवेदी, राजू शर्मा, विजय दत्त शर्मा ने भी अपनी रिपोर्ट पेश की। 24 से 28 सितंबर के बीच हुए राजनीतिक कार्यक्रमों की फोटो कोर्ट के समक्ष पेश की गई। न्यायमित्रों की ओर से बताया गया कि गाइड लाइन का उल्लंघन हो रहा है। न्यायमित्रों ने इन स्थानों के फोटो पेश किए-जीवाजी विश्वविद्यालय में मल्टी आर्ट कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन के समय केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की गाड़ी के चारों ओर भारी भीड़ खड़ी हुई थी। इस दौरान गाइड लाइन का उल्लंघन हो रहा था। -पिछोर में आयोजित मुख्यमंत्री की सभा के फोटो भी पेश किए गए। सीएम की सभा में गाइड लाइन का उल्लंघन बताया गया है। मंच व नीचे बैठे लोगों के फोटो कोर्ट के समक्ष पेश किए गए। याचिकाकर्ता ने भूमि पूजन व सभाओं के फोटो पेश किए- याचिकाकर्ता भी शहर में आयोजित सभा व भूमि पूजन कार्यक्रमों के फोटो खींचने पहुंच रहे हैं। उन्होंने ग्वालियर पूर्व व ग्वालियर विधानसभा में हुए भूमि पूजन कार्यक्रम, जनसंपर्क व सभाओं के फोटो पेश किए हैं। जिसमें भारी भीड़ नजर आ रही है। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| BHOPAL में 2 दिन बच्ची की हत्या, शरीर पर 80 घाव मिले - MP NEWS Posted: 29 Sep 2020 04:59 AM PDT भोपाल। मप्र की राजधानी भोपाल के अयोध्या नगर G सेक्टर में धार्मिक स्थल परिसर में सोमवार सुबह दो दिन के नवजात (कन्या) की लाश मिली थी। पीएम रिपार्ट मिलने के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपित के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। आरोपित की तलाश जारी है। पीएम रिपोर्ट में सामने आया है कि आरोपित ने नवजात की बेरहमी से हत्या की है। नवजात के शरीर पर 80 घाव मिले हैं। अयोध्या नगर संभाग सीएसपी एसके दामले ने बताया कि सोमवार सुबह करीब सात बजे सूचना मिली थी कि एक धार्मिक स्थल परिसर में शॉल से लिपटा नवजात का शव पड़ा है। टीम मौके पर पहुंची तो देखा नवजात का शव खून से लथपथ था। शुरुआत में ऐसा लगा कि किसी जानवर ने उसे नोंचकर खाने की कोशिश की होगी, जिससे उसकी छाती, पीठ और शरीर के बाकी हिस्से पर घाव हो गए। हमीदिया अस्पताल से शाम को पीएम रिपोर्ट मिली। इसके बाद अज्ञात आरोपित के खिलाफ केस दर्ज किया है। दामले ने बताया कि मासूम के शरीर पर मिले जख्म को देखकर ऐसा लगता है कि आरोपित ने पेचकसनुमा हथियार से शरीर पर घाव किए हैं। अधिक खून बहने के कारण नवजात की मौत हुई है। पुलिस आरोपित की तलाश में पूरे इलाके के सीसीटीवी खंगाल रही है। घटनास्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ कर जानकारी जुटाई जा रही है। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| IPS शर्मा को मिला बेटी का साथ, जबकि पत्नी-बेटा खिलाफ - MP NEWS Posted: 29 Sep 2020 07:11 AM PDT भोपाल। भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री पुरुषोत्तम शर्मा का परिवार दो भागों में बट गया है। बेटा पार्थ गौतम शर्मा जो भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी भी हैं, मां प्रिया शर्मा के साथ हैं जबकि बेटी देवांशी गौतम खुलकर अपने पिता के साथ खड़ी हो गई हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर बताया है कि उनकी मां प्रिया शर्मा मानसिक तौर पर स्वस्थ नहीं है। आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा की बेटी देवांशी गौतम ने सीएम शिवराज सिंह को पत्र लिखावरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डीजी पुरुषोत्तम शर्मा द्वारा पत्नी को पीटने के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। अब उनकी बेटी देवांशी गौतम खुलकर पिता के समर्थन में आ गई है। उसका कहना है कि उसकी मां मानसिक तौर पर बीमार है। वो अपने घर को भी न सिर्फ आग लगाने की कोशिश कर चुकी है बल्कि खुद को मारने के प्रयास भी कर चुकी हैं। देवांशी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस मामले में पत्र भी लिखा है। आईआरएस पार्थ गौतम शर्मा ने वीडियो वायरल करते हुए आईपीएस पिता की शिकायत की थीआइपीएस पुरुषोत्तम शर्मा द्वारा उनकी पत्नी को पीटने के वीडियो के साथ उनके बेटे का पार्थ गौतम शर्मा का एक संदेश में चल रहा था, जिसमें उन्होंने इस घटना की शिकायत सीएम सहित पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से करने की बात कही थी, लेकिन अब आइपीएस शर्मा की बेटी देवांशी गौतम ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कहा है कि उनकी मां मानसिक रूप से बीमार हैं। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| BHOPAL: VIP गेस्ट हाउस गैंगरेप मामले में दोनों अधिकारी बर्खास्त - MP NEWS Posted: 29 Sep 2020 04:26 AM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी स्थित भोपाल जंक्शन में वीआईपी गेस्ट हाउस में इंटरव्यू के बहाने बुलाई गई उत्तर प्रदेश की लड़की से गैंगरेप के मामले में रेलवे ने विभागीय जांच में दोनों अधिकारियों राजेश तिवारी और आलोक मालवीय (दोनों रेल पर्यवेक्षक) की सेवाएं समाप्त कर दी है। इससे पहले दोनों को सस्पेंड किया गया था। मामला दर्ज होने के बाद सस्पेंड किए गए थेजीआरपी भोपाल में दोनों के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद रेलवे ने उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद एक जांच टीम बनाई गई। टीम ने इस मामले में सबसे पहले रेस्ट हाउस के कस्टोडियन (अभिरक्षक) सीनियर सेक्शन इंजीनियर (कार्य) अभिजीत साहा को भी सस्पेंड कर दिया था। अभिजीत ने पात्र नहीं होने के बाद भी राजेश और आलोक को गेस्ट हाउस में वीआईपी कमरा दे दिया था। इंटरव्यू के नाम पर बुलाया था, दवा बनाकर लड़की को शराब पिलाईआरोपियों को घटना के बाद भोपाल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उन्होंने बताया कि पीड़िता को उन्होंने ही भोपाल बुलाया था। 26 सितंबर की सुबह उसके पहुंचने के बाद राजेश खुद उसे वीआईपी गेस्ट रूम में ले गया था। युवती के लिए नाश्ते का ऑर्डर देने के बाद वह उसका इंटरव्यू कराने के नाम पर वहां से चला गया। बाद में वह आलोक मालवीय को अपने साथ ले आया। यहां पर बैठकर दोनों ने शराब पी और युवती को जबरन शराब पिलाई थी। पूछताछ में आरोपियों ने दुष्कर्म करने की बात कबूली ली थी। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| BHOPAL में पुलिसकर्मी के बेटे की दिनदहाड़े हत्या - CRIME NEWS Posted: 29 Sep 2020 02:23 AM PDT भोपाल। भोपाल के अवधपुरी इलाके में मंगलवार सुबह करीब साढ़े 9 बजे 35 साल के एक युवक की घर में घुसकर हत्या कर दी गई। तीन आरोपी गाड़ियों से पहुंचे और युवक पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया था। घायल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जब तक परिजन घर से मदद के लिए दौड़े, तब तक आरोपी भाग चुके थे। एएसपी जोन-2 राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि 35 वर्षीय वीरेंद्र बीडीए कॉलोनी अवधपुरी में रहते थे। मंगलवार सुबह करीब 9.30 बजे वे घर के बाहर बैठे हुए थे। इसी दौरान तीन लोग गाड़ियों से आ गए और उससे झगड़ा करने लगे। पहले उनके बीच कहासुनी हो रही थी, थोड़ी देर बाद कहासुनी मारपीट में बदल गई। आरोपियों ने वीरेंद्र पिता कैलाश परसोंधिया के सिर पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। मृतक के पिता रिटायर्ड पुलिसकर्मी हैं वीरेंद्र होशंगाबाद रोड पर स्थित एक शिक्षक का कार ड्राइवर था। उसका कुछ लोगों से दस दिन पहले विवाद हुआ था। उसके कुछ महिलाओं से भी संबंध होने की बात सामने आ रही है। मंगलवार सुबह जब वह घर पर था, तब दो बाइक पर सवार करीब चार लोग उसके घर पहुंचे। आरोपितों को बृजेंद्र घर के अंदर ही मिल गया। उस पर ताबड़तोड़ तरीके से डंडे और लोहे की छड़ से हमला किया। घर के अंदर से परिजन उसकी मदद के लिए भागे तो आरोपी वहां से फरार हो गए। घटना के बाद सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी, लेकिन तब तक वीरेंद्र की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। भदौरिया ने बताया कि वीरेंद्र का कुछ लोगों से कुछ दिन पहले विवाद हुआ था। अब तक की जांच उसी ओर इशारा कर रही है। ऐसे में वीरेंद्र का जिन से विवाद हुआ था। उनकी तलाश की जा रही है। साथ ही इलाके के सीसीटीवी फुटेज देखे जा रहे हैं। हत्या के पीछे के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| MADHYA PRADESH में आचार संहिता लागू, उप चुनाव कार्यक्रम घोषित - BY-ELECTION NEWS Posted: 29 Sep 2020 01:47 AM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनाव आयोग ने 28 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया है। इसी के साथ आचार संहिता लागू हो गई है। चुनाव आयोग का कहना है कि दिनांक 3 नवंबर को मतदान होगा और 10 नवंबर को मतगणना के साथ चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। (नामांकन जमा करने की आखिरी तारीख 16 अक्टूबर, नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 19 अक्टूबर, वोटिंग 03 नवंबर, नतीजे 10 नवंबर) आचार संहिता के तहत क्या कर सकते हैं क्या नहीं नामांकन के दौरान उम्मीदवार के साथ दो से ज्यादा वाहन नहीं जा सकते हैं। एक बूथ पर होंगे सिर्फ 1,000 मतदाता। कोरोना मरीज वोटिंग के आखिरी घंटे में वोट डाल पाएंगे। पांच से ज्यादा लोग एक साथ किसी के घर जाकर प्रचार नहीं करेंगे। विधानसभा कैंडिडेंट समेत कुल 5 लोग ही डोर टू डोर कैंपेन में शामिल होंगे। 5 से ज्यादा लोग घर जाकर प्रचार नहीं कर पाएंगे। सुबह 7 बजे से शाम के 6 बजे तक होगी वोटिंग। मतदान का समय एक घंटा बढ़ा दिया गया है। नामांकन ऑनलाइन भी किया जा सकेगा। नए सुरक्षा मानकों के तहत कोरोना काल में चुनाव की तैयारी की गई है। हैंड सैनेटाइजर, पीपीई किट्स, बेड्सशीट, हैंड ग्लब्स का इंतजाम किया गया है। कोविड के चलते नए सुरक्षा मानकों के तहत चुनाव होंगे। पोलिंग बूथ पर मतदाताओँ की संख्या घटाई जाएगी। एक बूथ पर 1 हजार मतदाता होंगे। चुनाव नागरिकों का लोकतांत्रिक अधिकार है। इसलिए चुनाव कराने जरूरी हैं। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| Posted: 29 Sep 2020 03:22 AM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश शासन के गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार दिनांक 29 सितंबर 2020 को आयोजित हुई शिवराज सिंह सरकार की कैबिनेट मीटिंग का विवरण मीडिया के सामने प्रस्तुत किया। श्री मिश्रा के अनुसार कैबिनेट में परिवहन एवं कर्मचारियों के वेतन, पटवारियों को कंप्यूटर, मुरैना और छतरपुर में सिंचाई परियोजनाएं, पिछड़ा वर्ग आयोग और स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में फैसले लिए गए। (यूट्यूब पर देखने के लिए यहां क्लिक करें) डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि कैबिनेट ने मप्र राज्य परिवहन निगम के कर्मचारियों के लंबित वेतन का भुगतान करने को मंजूरी दे दी है। उन्हें कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के दौरान लंबित 15 महीने के वेतन का भुगतान किया जाएगा। कैबिनेट ने मुरैना के जौरा और छतरपुर के बड़ामलहरा में प्रस्तावित सिंचाई परियोजनाओं को प्रशासकीय मंजूरी दे दी है। इनके निर्माण से दोनों जिलों के बड़े इलाके में सिंचाई सुविधा का विस्तार होगा। प्रदेश में पिछड़ा वर्ग आयोग का अब संवैधानिक दर्जा होगा। कैबिनेट ने यह महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए आयोग को आवश्यकता पड़ने पर अधिकारियों को भी तलब करने का अधिकार दिया है। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए कई स्थानों पर स्वास्थ्य केंद्रों को सिविल अस्पताल के रूप में उन्नत करने का निर्णय लिया है। कैबिनेट ने नए अस्पतालों के लिए आवश्यक पदों को भी मंजूरी दे दी है। सरकार 17 हजार पटवारियों को लैपटॉप उपलब्ध कराएगी। यह कार्य राजस्व विभाग के कामकाज के कंप्यूटरीकरण की प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| BHOPAL AIMS के कर्मचारी पर टीचर ने लगाया दुष्कर्म का आरोप , 4 महीने बाद कराई FIR - MP NEWS Posted: 29 Sep 2020 03:22 AM PDT भोपाल। राजधानी भोपाल के बागसेवनिया इलाके में एक स्विमिंग टीचर से रेप किए जाने का मामला सामने आया है। आरोपी एम्स का कर्मचारी है। उसकी इलाज के दौरान लड़की से पहचान हुई थी। वह अपनी बहन से मिलाने के बहाने घर पर लेकर आया और नशीली चाय पिला दी थी। बेहोशी की हालत में उसने टीचर से दुष्कर्म किया। बागसेवनिया पुलिस के अनुसार, 25 वर्षीय लड़की अरेरा कॉलोनी (हबीबगंज) की रहने वाली है। वह स्विमिंग टीचर है। उसने बताया कि 19 दिसंबर 2019 में वह इलाज कराने एम्स गई थी। वहां मेल नर्स राजेश शर्मा ने उसे इंजेक्शन लगाया था। 10 दिन बाद अस्पताल से छुट्टी हो गई थी। इसके बाद उनकी फेसबुक पर दोस्ती हो गई थी। अप्रैल में राजेश ने अपना नंबर देकर उससे फोन नंबर ले लिया था। जून में उनकी मुलाकात हुई थी। उसने अपनी बहन से उसे मिलवाया था। 20 जून को राजेश ने उसे अपने घर अमराई परिसर बुलाया था। पीड़िता का कहना है कि उसने मना कर दिया था तो राजेश ने कहा कि उसकी बहन आई हुई है। वह मिलना चाहती है। पीड़िता के मना करने के बाद भी राजेश उसे लेने उसके घर पहुंचा और अपने साथ अमराई ले गया। यहां बहन के नहीं मिलने पर पीड़िता ने उससे इसके बारे में पूछा। उसने कहा कि वह पड़ोस में गई है। अभी आ जाएगी तब तक तुम चाय पियो। राजेश ने ही उसे चाय बना कर दी। चाय पीने के बाद उसे नींद आ गई। बाद में उसे पता चला कि उसके साथ कुछ गलत हुआ है। उसने राजेश से इस संबंध में बात की तो पहले वह शादी की बात करता रहा, लेकिन बाद में मुकर गया। अब उसका फोन भी नहीं रिसीव हो रहा है। परेशान होकर उसने मामले की शिकायत की। पुलिस के अनुसार, युवती रात करीब 11 बजे थाने आई थी। उसके साथ उसके परिचित भी थे। उसकी शिकायत पर पुलिस ने तत्काल आरोपी राजेश शर्मा के खिलाफ 376 समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया। आज सुबह पुलिस ने आरोपी राजेश शर्मा को एम्स अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| IPS पुरुषोत्तम शर्मा की महिला मित्र मैदान में, बयान दिया, पुलिस से शिकायत की - MP NEWS Posted: 29 Sep 2020 12:49 AM PDT भोपाल। भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री पुरुषोत्तम मिश्रा का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। वीडियो वायरल होने के बाद ग्वालियर निवासी वह महिला भी सामने आ गई है जिसके घर में प्रिया शर्मा ने अपने पति आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा को पकड़ा था। महिला ने पुलिस से लिखित शिकायत की है और मीडिया के सामने आकर बयान भी दिया है। महिला ग्वालियर की रहने वाली है और खुद को पेशे से पत्रकार बताती है। मैं ग्वालियर के संभ्रांत परिवार से हूं, शाम को DG शर्मा का फोन आया था इसलिए उन्हें चाय पर बुलायाआईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा जिस महिला के घर में मिले थे, उसने कहा कि मैं ग्वालियर के प्रतिष्ठित और संभ्रांत परिवार से हूं। मेरा 11 साल का बेटा मेरे साथ रहता है। पत्रकारिता से जुड़ी होने के कारण कई बार अफसरों और नेताओं से मिलना-जुलना होता है। 27 सितंबर को शाम 7 बजे डीजी पुरुषोत्तम शर्मा का फोन मेरे पास आया कि वे मेरे घर के पास ही है। वे मेरे पिता तुल्य है। इसलिए चाय पर आमंत्रित कर लिया। उनके मेरे घर आने के कुछ देर बाद पत्नी भी घर में जबरन घुस गई। मेरे सामने ही डीजी और पत्नी की कहासुनी होने लगी। IRS पार्थ गौतम शर्मा पर महिला ने आरोप लगाएडीजी के जाने के बाद पत्नी घर पर ही मुझसे अजीब सवाल पूछने लगी। उन्होंने मेरे बेडरूम की जबरदस्ती वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली। बाद में बेटे पार्थ शर्मा द्वारा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर अनर्गल आरोप लगाए जा रहे है। डीजी पितातुल्य है और मुझे बेटा कहकर ही बुलाते हैं। चाय पीने का घटनाक्रम बड़ा बन जाएगा। इसका अंदाजा नहीं था। मेरे वीडियो को सोशल मीडिया में गलत तरीके से प्रस्तुत और प्रचारित किया जा रहा है। जिससे मेरे मान-सम्मान और निजता का हनन हो रहा है। मेरा परिवार और निजी जिंदगी एक वीडियो से मानसिक अवसाद में है। मुझे मानसिक प्रताड़ना से निजात के लिए उचित कार्रवाई की जाए। शिकायत मिली है, जांच करेंगे: टीआई चंद्रभान पटेलशाहपुरा पुलिस थाने के इंस्पेक्टर चंद्रभान पटेल ने बताया कि डीजी से जुड़े वीडियो मामले में महिला का आवेदन मिला है। पुलिस ने इसे जांच में ले लिया है। इसके बाद ही स्थिति साफ होगी। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| DABRA उप चुनाव क्षेत्र के SDM की कोरोना से मौत - GWALIOR NEWS Posted: 28 Sep 2020 11:33 PM PDT भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव के प्रचार के लिए प्रोटोकॉल तोड़कर आयोजित किए गए राजनीतिक कार्यक्रमों के कारण फैले कोरोनावायरस से ग्वालियर जिले की डबरा विधानसभा क्षेत्र के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट श्री राघवेंद्र पांडे की अकाल मृत्यु हो गई। अनुविभागीय अधिकारी श्री राघवेंद्र पांडे उपचुनाव होने के कारण लगातार ड्यूटी पर थे और इसी दौरान वह संक्रमित हो गए। अत्यधिक वर्क लोड होने के कारण जब तक संभव हो सका उन्होंने काम किया। तकलीफ बढ़ने पर श्री पांडे ने कोविड-19 की जांच के लिए सैंपल दिया। पॉजिटिव आने पर तत्काल भर्ती कर लिए गए थे। बताया गया है कि सोमवार को उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी। और मंगलवार की सुबह 8:00 बजे उनका दुखद निधन हो गया। याद दिलाना जरूरी है कि उपचुनाव वाले क्षेत्रों में ना केवल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है बल्कि अकाल मृत्यु के मामले भी बढ़ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी की ओर से डबरा विधानसभा से कैबिनेट मंत्री श्रीमती इमरती देवी को प्रत्याशी बनाया गया है। बताने की जरूरत नहीं कि इमरती देवी कोरोनावायरस को जानलेवा संक्रमण नहीं मानती। पिछले दिनों इस संदर्भ में उनका एक वीडियो वायरल हुआ था। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| बिजली गिरने पर बंद कार में बैठा व्यक्ति सुरक्षित क्यों बच जाता है, यहां पढ़िए - GK IN HINDI Posted: 29 Sep 2020 01:45 AM PDT शायद आप जानते होंगे, वज्रपात यानी बादलों के टकराने से उत्पन्न होने वाली बिजली जब जमीन पर गिरती है तो उसके संपर्क में जो कुछ भी आता है जलकर राख हो जाता है। मनुष्य और जानवरों की पलक झपकते ही मृत्यु हो जाती है परंतु बंद कार पर बिजली गिरे तो उसके अंदर बैठा व्यक्ति 100% सुरक्षित बच जाता है। आइए जानते हैं विज्ञान का ऐसा कौन सा जादू है जो अत्यंत खतरनाक और जानलेवा वज्रपात को बंद कार के भीतर निष्प्रभावी कर देता है। यदि कार पर बिजली गिरी तो अंदर बैठे व्यक्तियों का क्या होगाउत्तराखंड शिक्षा विभाग में सेवाएं दे रहे श्री कुलदीप सिंह चौहान बताते हैं कि शोधकर्ताओं ने इस बात का पता लगाया है कि यदि मौसम खराब हो रहा हो, बिजली गिरने की संभावना हो तो सबसे सुरक्षित जगह एक कार ही होती है, क्यूंकि कार अंदर से लगभग पूरी तरह इंसुलेट (बिजली की धारा को जाने से रोकती है) होती है और यदि आप कार के कोई स्टील या लोहे से बने पार्ट के संपर्क में ना हों तो बिजली आप पर कोई प्रभाव नहीं डालेगी। वज्रपात की स्थिति में कार के अंदर बैठे व्यक्ति को झटका क्यों नहीं लगतायह सिद्धांत महान वैज्ञानिक टेस्ला के उस सिद्धांत पर आधारित है जिसमें आप यदि टेस्ला क्वाइल पर हों या टेस्ला चेंबर में हों तो आपका पूरा शरीर उसी आवेश से आवेशित होता है जो आवेश क्वाइल या चेंबर में होता है, यानी आप स्वयं एक सुपर कंडक्टर बन जाते हैं। बिजली गिरने पर कार भी एक टेस्ला चैंबर की भांति कार्य करती है और बिजली को बाहर की मेटल बॉडी से ग्राउंड कर देती है ((बिजली को जमीन के अंदर भेज देती है)) जिससे अंदर बैठे हुए आदमी को बिजली का झटका नहीं लगता। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,) |
| यदि ऑफिस में महिला कर्मचारी का रेप हुआ तो बॉस के खिलाफ भी FIR होती है - ASK IPC Posted: 28 Sep 2020 02:24 PM PDT सरकारी या प्राइवेट संस्थान, ऑफिस, कंपनी, होटल या दुकान कुछ भी हो। यदि किसी महिला के साथ बलात्कार या सामूहिक बलात्कार होता है तो उस प्रतिष्ठान के स्वामी/ संचालक/ बॉस की जिम्मेदारी है कि वह घटना की सूचना पुलिस को दे, यदि वह ऐसा नहीं करता तो उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376-च के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है। भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 376-च,की परिभाषा:-किसी भी कार्य स्थल के प्रभारी व्यक्ति की जिम्मेदारी (कर्तव्य) है कि उसके प्रभारी क्षेत्र में किसी महिला के साथ बलात्संग का अपराध घटित हो रहा है तो वह इस अपराध की सूचना पुलिस या किसी दूसरे व्यक्ति को दे। अगर वह प्रभारी व्यक्ति ऐसा नहीं करता है तब वह धारा-376 च, के अंतर्गत दण्डित किया जाएगा। भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 376 च, के अंतर्गत दण्ड का प्रावधान:-इस धारा का अपराध किसी भी प्रकार से समझौता योग्य नहीं है, यह अपराध संज्ञेय(Cognizable) एवं अजमानतीय(Non-Bailable) अपराध होते हैं। इनकी सुनवाई का अधिकार प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट(Magistrate of the first class) को हैं। सजा(punishment)- इस अपराध के लिए 3 वर्ष की कारावास एवं जुर्माना से दण्डित किया जा सकता है। लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) कानूनी जानकारी से संबंधित 10 सबसे लोकप्रिय लेखकोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है सरकारी अधिकारी निर्दोष नागरिक को जबरन रोककर रखे तो IPC की किस धारा के तहत मामला दर्ज होगा अधिकारी, कोर्ट में गलत जानकारी पेश कर दे तो विभागीय कार्रवाई होगी या FIR दर्ज होगी क्या जमानत की शर्तों का उल्लंघन अपराध है, नई FIR दर्ज हो सकती है एक व्यक्ति अपराध करे और दूसरा सिर्फ साथ रहे तो दूसरा अपराधी माना जाएगा या नहीं रात के समय किसी के घर में चोरी छुपे घुसना किस धारा के तहत अपराध है यदि कोई मर्जी के बिना घर में घुस आए तो क्या FIR दर्ज करवाई जा सकती है धूम्रपान करने वालों के खिलाफ IPC की किस धारा के तहत FIR दर्ज होगी आम रास्ते में रुकावट पैदा करने वाले के खिलाफ किस धारा के तहत FIR दर्ज होती है गर्भपात के दौरान यदि महिला की मृत्यु हो गई तो जेल कौन जाएगा डॉक्टर या पति यदि जबरदस्ती नशे की हालत में अपराध हो जाए तो क्या सजा से माफी मिलेगी |
| Posted: 28 Sep 2020 02:17 PM PDT शक्ति रावत। कहते हैं, जिसने समय प्रबंधन सीख लिया, उसने जीना सीख लिया। क्योंकि जीवन में आगे बढऩे या यह कहें की सफलता की पहली शर्त होती है, टाइम मैनेजमेंट यानि समय प्रबंधन। हम सभी के पास 24 घंटे हैं, क्योंकि 25 वां घंटा ऊपरवाले ने बनाया नहीं, लेकिन इसी समय के अंदर कोई अपने जीवन में कहीं से कहीं पंहुच जाता है, और कोई जीवन में वहीं खड़ा रह जाता है, जहां वह था, या फिर पीछे चला जाता है। आप सोचते हैं, ऐसा क्यों होता है। आखिर क्या फर्क होता है, एक सफल और असफल इंसान के बीच। पहला और अंतिम सबसे बुनियादी फर्क है, समय की कद्र। हममे से ज्यादातर लोग अपना दिन किस तरह बिताते हैं, आप बेहतर तरीके से जानते हैं। दिनभर में समय का बड़ा हिस्सा उन कामों में खर्च हो जाता है, जिनका आपके भविष्य या सफलता से कोई लेना देना नहीं है। देर से सोना और देर से उठना ऐसे ही काम हैं। तो फिर क्या करें, कि समय का बेहतर प्रबंधन हो सके और आप यह कला सीख सकें। पहला नियम है कि, सबसे पहला काम सुबह जल्द उठने की आदत डालिये। दुनिया के सफल लोगों की दिनचर्या में यह आदत हमेशा शुमार रही है। क्योंकि समय से उठने पर ही आपका दिन और समय व्यवस्थित हो सकता है। आपके दिन में कुछ अतरिक्त घंटे जुड़ जाएंगे। दूसरा नियम है, अपने हर दिन के काम की लिस्ट तैयार कीजिये। इससे आपको जीवन में अपनी प्राथमिकताएं पता चलेंगीं, और यह भी जान पाएंगे, कि आपको कौन सा काम पहले करना है, और कौन सा बाद में। डे-प्लान हाथ में होगा तो दिमाग में उलझन भी कम होगी। तीसरा नियम कहता है, कि समय प्रबंधन के लिए खाने और सोने जैसे कामों का समय तय कीजिये। ये काम समय पर नहीं किये तो आपका दिन कभी व्यवस्थित नहीं हो सकता। चौथा और अंतिम नियम है, समय की बर्बादी रोको। पैसे की तरह ही समय का उपयोग आप दो तरीकों से कर सकते हैं, या तो उसे फिजूल खर्च कर दें, दोस्तों की गपशप में, सोशल मीडिया पर या फिर दूसरी बेकार की बातों में, और या फिर उसे अपने भविष्य और सपनों के लिए निवेश कर दें। यह ध्यान रखें, गया हुआ समय वापस नहीं लौटेगा, ऐसे में आप समय की बचत ही कर सकते हैं, उसकी बर्बादी को रोककर। मैं यह नहीं कहता कि दोस्त, सोशल मीडिया या गपशप जरूरी नहीं हैं, लेकिन अगर आप अपना पूरा दिन इन कामों में लगा देंगे, जैसा कि, आजकल ज्यादातर लोग कर रहे हैं, तो फिर आपके लक्ष्य के लिए समय कैसे बचेगा। समय का जितना बेहतर इस्तेमाल आप कर पाएंगे, जीवन में उतने ऊपर उठते जाएंगे। अब तक दुनिया में सफल हुए लोगों का इतिहास तो कम से कम यही कहता है, आगे आपकी मर्जी, लेकिन फिर आप ईश्वर को दोष नहीं दे सकते, क्योंकि उसने उतना ही समय आपका दिया है, जितना दूसरों को दिया है, समय प्रबंधन की कला जीवन में जितनी जल्दी सीखें, उतना फायदेमंद है। -लेखक शक्ति रावत मोटीवेशनल स्पीकर हैं। |
| Google के मंच पर 100000 लोगों की ऑनलाइन आम सभा संबोधित कर सकते हैं - TECH NEWS Posted: 28 Sep 2020 01:47 PM PDT गूगल ने एक बार फिर अपनी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग फैसिलिटी को PAID कर दिया है। गूगल का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मैप Google Meet 1 अक्टूबर 2020 से केवल पहले 1 घंटे तक की फ्री रहेगा उसके बाद Paid हो जाएगा। अच्छी बात यह है कि G Suite के जरिए एक विशाल ऑनलाइन मंच सजाया जा सकता है जिस पर एक समय में 250 वक्ताओं को स्थान दिया जा सकता है और श्रोताओं की संख्या एक लाख तक हो सकती है। best video conferencing for large groupsगूगल अपने उपभोक्ताओं को यह सुविधा भी देता है कि विशाल आम सभा को रिकॉर्ड करके गूगल ड्राइव में सेव भी किया जा सकता है। इस सेवा के लिए इंटरप्राइजेज ग्राहकों को प्रत्येक महीने 25 डॉलर यानी मात्र 1,800 रुपये का भुगतान करना होगा। गौरतलब है कि संक्रमण फैलने के बाद पूरी दुनिया में वीडियो कॉलिंग एप और वेबसाइट की मांग बढ़ गई है। शुरुआत में जूम एप को लोगों ने खूब इस्तेमाल किया जिसके बाद बाजार को देखते हुए गूगल ने भी अपने वीडियो कॉलिंग एप गूगल मीट (Google Meet) को लेकर कई सारे अपडेट जारी किए। best video conferencing systemपहले गूगल मीट का इस्तेमाल सिर्फ जीसूट यूजर्स ही कर सकते थे लेकिन बाद में इसे सभी के लिए उपलब्ध है। गूगल मीट की डाउनलोडिंग महज 50 दिन में दोगुनी हुई थी। एप ट्रैफिक को ट्रैक करने वाली साइट एपब्रेन (AppBrain) ने बताया था कि 17 मई 2020 तक गूगल मीट के डाउनलोड्स पांच करोड़ थे जो कि सात जुलाई तक 10 करोड़ के आंकड़े को पार कर गए। बता दें कि गूगल मीट फिलहाल सभी यूजर्स के लिए फ्री है। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| MADHYA PRADESH में प्राइमरी स्कूल के हर शिक्षक को कम से कम एक कहानी लिखनी होगी - EMPLOYEE NEWS Posted: 28 Sep 2020 01:37 PM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश के सभी शासकीय प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों की दक्षता सुधारने के लिए अब हिंदी कहानियों का सहारा लिया जाएगा। कहानी स्कूल के हर शिक्षक को लिखना होगी। जो स्कूलों में बच्चों को सुनाई और पढ़ाई जाएगी। अच्छी कहानियों को प्रदेश स्तर पर भेजा जाएगा। जहां से चयनित कहानियों को सभी स्कूलों में पढ़ाया जाएगा। पहली से पांचवी कक्षा तक शासकीय प्राथमिक स्कूल के सभी शिक्षकों को एक-एक कहानी लिखना है। विषय चयन शिक्षक स्वयं ही कर सकेंगे। स्वतंत्र रूप से जिले के इतिहास, प्राचीन मान्यताएं, ऐतिहासिक स्थल व मंदिरों पर कहानी लिखी जा सकती है। विभागीय स्तर पर निर्देश हैं कि कहानी सरल भाषा में हो जिसे विद्यार्थी आसानी से समझ सकें। इससे विद्यार्थी की दक्षता का विकास होने के साथ-साथ उनकी रुचि जागृत हो और वे अपने जिले के बारे में जान सके। जिले में 1583 शासकीय प्राथमिक स्कूल हैं। 10 कहानी राज्य स्तर पर जाएगी जिले के प्रत्येक विकासखंड के स्कूल से जिला स्तर पर 2-2 कहानियों का चयन किया जाएगा। चयन के लिए विकासखंड स्त्रोत समन्वय के नियुक्त किए जाएंगे। विकासखंड से कहानियां डाइट स्तर पर भेजी जाएगी। वहां से 10 चयनित कहानियां राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल भेजी जाएगी। प्रदेश स्तर से आई कहानियों का चयन कर सभी स्कूलों में उन्हीं कहानियों को पढ़ाया जाएगा। कहानी लिखने को लेकर जिला शिक्षा केंद्र द्वारा शिक्षकों को वेबिनार के माध्यम से जानकारी भी दी जा चुकी है। इस तरह से होगी प्रक्रिया - शिक्षकों को 3 अक्टूबर तक कहानियां लिखकर जनशिक्षकों को वाट्सएप पर भेजना है। - जनशिक्षक दो कहानियों का चयन करके विकासखंड स्रोत समन्वयक को 8 अक्टूबर तक वाट्सएप पर भेजेंगे। - विकासखंड स्रोत समन्वयक कहानियों का चयन कर डाइट प्रशिक्षण संस्थान में जमा कराएंगे। - डाइट द्वारा 16 अक्टूबर को राज्य शिक्षा केंद्र को कहानियां भेजी जाएंगी। 29 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
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