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Wednesday, September 30, 2020

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)


GATE 2021 के रजिस्ट्रेशन की तारीख बढ़ाई गई, IITB का फैसला - परीक्षा कब होगी, डाक्यूमेंट्स की लिस्ट, रजिस्ट्रेशन कैसे करें

Posted: 30 Sep 2020 08:02 AM PDT

ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) 2021 के रजिस्ट्रेशन की लास्ट डेट बढ़ा दी है। परीक्षा के लिए अब कैंडिडेट्स 7 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। यह फैसला इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बॉम्बे ने लिया। इससे पहले रजिस्ट्रेशन की लास्ट डेट 30 सितंबर तय की गई थी। इच्छुक और एलिबिजल उम्मीदवार GATE 2021 के लिए appsgate.iitb.ac.in के जरिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

GATE 2021 परीक्षा का आयोजन कब होगा

वहीं, इस बार गेट में दो नए विषयों को जोड़ा गया है। इनमें एनवायरमेंटल साइंस एंड इंजीनियरिंग (ES) और ह्यमैनिटीज एंड सोशल साइंस इन इकोनॉमिक्स इंंग्लिश, सोशियोलाॅजी सहित अन्य विषय शामिल हैं। GATE 2021 का आयोजन 5,6, 7,12,13 और 14, 2021 फरवरी को देशभर में फैले विभिन्न केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। परीक्षा दो शिफ्ट में आयोजित की जाएगी, जिसका रिजल्ट 22 मार्च, 2021 को जारी किया जाएगा।

GATE 2021 परीक्षा के लिए जरूरी डाक्यूमेंट्स की लिस्ट

पर्सनल इफॉर्मेशन: नाम, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर, माता-पिता का नाम, माता-पिता का मोबाइल नंबर आदि।
एड्रेस और पिन कोड
एलिजिबिलिटी डिग्री डिटेल्स
पिन कोड के साथ कॉलेज का नाम और पता
गेट पेपर (सबजेक्ट)
गेट परीक्षा के लिए शहरों की पसंद
रिजरवेशन सर्टिफिकेट की स्कैन कॉपी
विकलांगता प्रमाण पत्र की स्कैन कॉपी
स्कैन की गई फोटो और हस्ताक्षर
डिग्री की स्कैन कॉपी 

GATE 2021 के लिए आवेदन ऐसे करें:

सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट gate.iitb.ac.in जाएं।
होमपेज पर GATE ऑनलाइन एप्लिकेशन पोर्टल लाइव लिंक पर क्लिक करें।
नया पेज खुलने पर मांगी गई डिटेल्स दर्ज कर साइन-इन करें।
अपने नवीनतम फोटोग्राफ और हस्ताक्षर की स्कैन की गई छवियां अपलोड करें
आखिर में आवेदन शुल्क का भुगतान करें।

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UPSC सिविल सेवा परीक्षा स्थगन याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला

Posted: 30 Sep 2020 07:48 AM PDT

नई दिल्ली।
दिनांक 4 अक्टूबर 2020 को आयोजित होने वाली यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन की सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 को स्थगित किए जाने के संबंध में दाखिल की गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने यूपीएससी के पक्ष से सहमत होते हुए परीक्षा आयोजित करने को मंजूरी दे दी है। संघ लोक सेवा आयोग ने हलफनामा दायर कर कहा था कि परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि वह उम्मीदवारों को संक्रमण मुक्त ठहरने के स्थान उपलब्ध कराएं। इस परीक्षा में भारत देश के 600000 उम्मीदवार शामिल होंगे, जो भारत के 72 शहरों में 6 घंटे लंबी ऑफलाइन परीक्षा देंगे।

COVID-19 संक्रमित उम्मीदवारों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं

सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने UPSC से कहा कि वह राज्यों को निर्देश दे सकता है कि वे उम्मीदवारों को होटलों में सिविल सेवा परीक्षा का एडमिट कार्ड दिखाकर कमरा प्राप्त करने की अनुमति दें। अदालत ने यह भी कहा कि वे UPSC को निर्देश नहीं दे सकती है कि वह COVID-19 संक्रमित उम्मीदवारों को परीक्षा में बैठने की अनुमति दे, क्योंकि इससे दूसरे लोगों को खतरा होगा। इसके अलावा SC ने कहा कि एक परीक्षा केंद्र में 100 से अधिक उम्मीदवारों की अनुमति नहीं है और MHA के SOP का परीक्षा में पालन करना अनिवार्य होगा। 

UPSC द्वारा जारी किए गए शेड्यूल के मुताबिक परीक्षा होगी

बता दें कि पिछली सुनवाई में उच्चतम न्यायालय ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) से कहा था कि कोविड-19 (Covid-19) के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि और देश के कई हिस्सों में बाढ़ से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर चार अक्टूबर को होने वाली सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा की तैयारियों के बारे में उसे अवगत कराया जाये। यूपीएससी ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था और आज इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने सिविल सेवा परीक्षा को तय शेड्यूल के मुताबिक 4 अक्टूबर को आयोजित कराने का फैसला सुना दिया है।

UPSC सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 विवाद क्या है

सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 2020 के आयोजन के खिलाफ UPSC के 20 उम्मीदवारों द्वारा याचिका दायर की गई थी। उन्होंने कहा था कि यह 7 घंटे लंबी ऑफ़लाइन परीक्षा है, जो लगभग छह लाख उम्मीदवारों द्वारा दी जाएगी। ये भारत के 72 शहरों में परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। याचिकाकर्ताओं का कहना था कि इससे कोविड -19 वायरस के आगे प्रसार का एक बड़ा स्रोत होने की संभावना है। इसलिए यह प्रस्तुत किया गया कि UPSC परीक्षा के लिए संशोधित कैलेंडर संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत पूरी तरह से मनमाना और स्वास्थ्य व जीने के अधिकार का उल्लंघन करने वाला है। इसी के साथ याचिकाकर्ताओं ने प्रस्तुत किया था कि बीमारी या मृत्यु के जोखिम के डर से, वे परीक्षा देने में सक्षम नहीं हो सकते हैं।

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₹300 से कम वाले PRE PAID PLAN में सबसे सस्ता ऑफर

Posted: 30 Sep 2020 07:17 AM PDT

टेलीकम्युनिकेशन इंडस्ट्री में उपभोक्ताओं द्वारा सबसे ज्यादा वह प्लान पसंद किए जाते हैं जो 1 महीने के लिए हो और जिनकी कीमत सबसे कम हो। 300 रुपए में 28 दिन वाले प्लान का कंपेयर करें तो VI सबसे सस्ता नजर आता है। ₹299 में 4GB प्रतिदिन डाटा और अनलिमिटेड कॉलिंग दे रहा है।

वोडाफोन-आइडिया का 299 रुपये वाला प्लान

वोडाफोन-आइडिया यानी कि Vi अपने यूजर्स तो 299 रुपये का शानदार प्लान ऑफर कर रहा है। इस प्लान में हर दिन 2जीबी डेटा मिलता है। हालांकि, आजकल इस प्लान को डबल डेटा ऑफर के तहत उपलब्ध करा रही है। अब इस प्लान को रिचार्ज कराने वाले यूजर्स को रोज 4जीबी डेटा मिल रहा है। यह प्लान अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग बेनिफिट के साथ आता है। 28 दिन की वैलिडिटी वाले इस प्लान में रोज 100 फ्री एसएमएस मिल जाते हैं।

एयरटेल का 298 रुपये वाला प्लान

एयरटेल के इस प्लान में आपको रोज 2जीबी डेटा मिलेगा। 28 दिन की वैलिडिटी के साथ आने वाले इस प्लान में देश भर में किसी भी नेटवर्क के लिए अनलिमिटेड कॉलिंग ऑफर की जा रही है। हर दिन 100 फ्री एसएमएस ऑफर करने वाले इस प्लान में एयरटेल एक्सट्रीम प्रीमियम और विंक म्यूजिक का भी फ्री सब्सक्रिप्शन मिलता है। प्लान के सब्सक्राइबर्स को FASTag की खरीद पर 150 रुपये का कैशबैक मिलेगा।

रिलायंस जियो का 249 रुपये वाला प्लान

जियो का यह प्लान 28 दिन की वैलिडिटी के साथ आता है। प्लान में रोज 2जीबी डेटा ऑफर किया जा रहा है। इस प्लान में जियो नेटवर्क्स के लिए अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग मिलती है। वहीं, दूसरे नेटवर्क्स के लिए इस प्लान में 1000 FUP मिनट्स मिलते हैं। डेली 100 फ्री एसएमएस के साथ आने वाले इस प्लान में जियो ऐप्स का फ्री सब्सक्रिप्शन भी मिलता है।

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MP CORONA: 24 घंटे में 35 मौतें, 20997 लोग अस्पतालों में - UPDATE NEWS

Posted: 30 Sep 2020 06:54 AM PDT

भोपाल
। मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 महामारी के कारण 35 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। 20997 लोग अस्पतालों में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। शिवपुरी में एक मरीज की मौत आईसीयू में आग लग जाने के कारण हो गई। पूरे प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 2004 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। 

MADHYA PRADESH CORONA BULLETIN 30 SEPTEMBER 2020

संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 30 सितंबर 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में:- 
23175 सैंपल की जांच की गई।
126 सैंपल रिजेक्ट हो गए।
21171 सैंपल नेगेटिव पाए गए।
2004 सैंपल पॉजिटिव पाए गए।
35 मरीजों की मौत हो गई।
2289 मरीज डिस्चार्ज किए गए।
मध्यप्रदेश में संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 128047
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 2316 
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से स्वस्थ हुए नागरिकों की संख्या 104734 
30 सितंबर 2020 को संक्रमित नागरिकों की संख्या 20997 

MADHYA PRADESH COVID UPDATE NEWS TODAY 30 SEPTEMBER 2020 

आज की सरकारी रिपोर्ट में आंकड़े संतोषजनक हैं। 
पॉजिटिव पाए गए नागरिकों की संख्या से डिस्चार्ज किए गए नागरिकों की संख्या ज्यादा है। 
आज का पॉजिटिविटी रेट 8.6 प्रतिशत है। पिछले कुछ दिनों से लगातार 10% से अधिक चल रहा है जबकि मध्यप्रदेश में सामान्य औसत 5% है। 
केवल एक आंकड़ा दुखदाई है। 24 घंटे में 35 लोगों की मौत। 
कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की मौत के मामले में मध्य प्रदेश आज भारत के टॉप टेन में है।



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GWALIOR DIG के पद पर IPS सचिन अतुलकर की पदस्थापना

Posted: 30 Sep 2020 06:13 AM PDT

भोपाल
। भारतीय पुलिस सेवा 2007 बैच के अधिकारी सचिन अतुलकर को ग्वालियर डीआईजी के पद पर पदस्थ किया गया है। इससे पहले श्री अतुलकर SAF की 7वीं बटालियन में पदस्थ थे। अपनी फिटनेस के कारण सचिन अतुलकर युवाओं में काफी लोकप्रिय रहते हैं।

भोपाल, उज्जैन में दे चुके हैं सेवाएं
2007 बैच के IPS सचिन अतुलकर फिटनेस के मामले में पुलिस डिपार्टमेंट के अफसर-कर्मचारियों के आइकॉन हैं। इसके पहले IPS सचिन अतुलकर का ट्रांसफर भोपाल पुलिस हेडक्वार्टर में किया गया था। IPS सचिन अतुलकर एसपी उज्जैन के रूप में भी पदस्थ रहे है। 

महज 22 साल की उम्र में IPS बनने वाले अतुलकर ने अपनी ज्वाइनिंग के बाद से ही युवाओं बीच काफी लोकप्रियता हासिल कर ली थी। सचिन अतुलकर अपनी फिटनेस को लेकर काफी सतर्क रहते हैं, यही वजह है कि उनका अंदाज किसी फिल्मी स्टार की तरह नज़र आता है।

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मेरी पत्नी मुझे ब्लैकमेल कर रही है: IPS पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा - BHOPAL NEWS

Posted: 30 Sep 2020 05:33 AM PDT

भोपाल।
पत्नी श्रीमती प्रिया शर्मा के साथ झगड़े का वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री पुरुषोत्तम शर्मा को पहले स्पेशल डीजी के पद से हटाया और फिर सस्पेंड कर दिया गया। आईपीएस शर्मा अब एक साथ दो मोर्चों पर लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं। एक विवाद जो पत्नी के साथ चल रहा है और दूसरा डिपार्टमेंटल विवाद। श्री शर्मा का कहना है कि उनकी पत्नी उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। धमकी दे रही है कि यदि उसकी डिमांड पूरी नहीं की तो वह मेरे खिलाफ FIR दर्ज करा देगी।

IPS शर्मा निलंबन के खिलाफ अपील करेंगे, मुख्यमंत्री के सामने अपना पक्ष रखेंगे

मध्य प्रदेश में पत्नी की पिटाई मामले में स्पेशल डीजी के पद से हटाए गए पुरुषोत्तम शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है। इस कार्रवाई के खिलाफ वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर अपना पक्ष रखेंगे। साथ ही अपीलेट कमेटी में पुनर्विचार के लिए अपील करेंगे। पुनर्विचार हुआ तो ठीक, नहीं तो फिर पुरुषोत्तम शर्मा कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। इससे पहले पुरुषोत्तम ने गृह विभाग को भेजे जवाब में बताया था कि यह मामला उनको प्रताड़ित करने वाला है। यह न तो घरेलू हिंसा का केस है और न ही महिला उत्पीड़न का, बल्कि ये पुरुष प्रताड़ना का केस है। इस जवाब को प्रदेश सरकार ने संतोषजनक नहीं माना और शर्मा को सस्पेंड कर दिया था। इससे पहले शर्मा ने लोक अभियोजन के पद से हटाए जाने के फैसले को स्वीकार किया था, लेकिन उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई से अब वह नाराज हैं। 

पूरी प्लानिंग के साथ वीडियो बनाया गया है

शर्मा का कहना है कि 'वीडियो को पूरे प्लानिंग के तहत बनाया गया है। मैंने किसी तरीके की मारपीट नहीं की, झूमा-झटकी हुई है। मैं सालों से अपनी पत्नी की प्रताड़ना को झेल रहा हूं। परिवार न टूटे इसलिए कोई बड़ा कदम नहीं उठाया।'

मेरी पत्नी जो मांग रही है वह मैं उसे कभी नहीं दे सकता: IPS पुरुषोत्तम शर्मा

आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि उनकी पत्नी उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। उनसे ऐसी डिमांड की गई है, जिसे वे जीवनभर पूरा नहीं कर पाएंगे। पुरुषोत्तम शर्मा की तरफ से यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि उनकी पत्नी ने यह सब कुछ उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए किया था। प्लानिंग के तहत वीडियो बनाया और उसे वायरल कर दिया। अब उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है। उनकी डिमांड पूरी नहीं करने पर FIR दर्ज करने की धमकी दी जा रही है। आरोप है कि पत्नी की तरफ से एक करोड़ रुपए, शर्मा की आधी सैलरी और आधी पेंशन के साथ कई जगहों पर घर की डिमांड की गई है।

अनुशासनात्मक कार्रवाई के खिलाफ सीधे कोर्ट नहीं जा सकते

सरकार के किसी भी आदेश के तहत आप डायरेक्ट कोर्ट नहीं जा सकते हैं। विशेषकर अनुशासनात्मक से जुड़े मामले होते हैं। जब सरकार आदेश जारी करती है, एक अपीलेट कमेटी होती है, जहां पर अपील दायर कर रहा हूं, कि इस पर पुनर्विचार कर लिया जाए। पुनर्विचार करने के बाद फिर कोर्ट जाएंगे। कोर्ट जाने के पहले कैट (सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल) जाते हैं। यहां पर भी अपील करुंगा।

मध्य प्रदेश के इतिहास में पहली बार इतने वरिष्ठ आईपीएस को सस्पेंड किया गया

मध्य प्रदेश के इतिहास में पहली बार किसी सीनियर आईपीएस अफसर को सस्पेंड किया गया है। पत्नी के साथ मारपीट का वीडियो वायरल होने पर सरकार ने सबसे पहले स्पेशल डीजी पुरुषोत्तम शर्मा को डायरेक्टर लोक अभियोजन के पद से हटाया। इसके बाद उनसे स्पष्टीकरण मांगा और इस स्पष्टीकरण पर असंतोष जताते हुए राज्य शासन ने उन्हें सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिया था।

तनाव के बीच जवाब पेश करने के लिए मात्र 24 घंटे दिए

गृह विभाग ने आदेश में लिखा है कि शर्मा को 27 सितंबर को वायरल वीडियो के संबंध में अगले दिन यानी 28 सितंबर को नोटिस जारी किया गया था। उनका जवाब असंतोषजनक पाया गया है। ऐसे में उन्‍हें तत्‍काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन काल में पुरुषोत्तम शर्मा पुलिस मुख्यालय में रहेंगे।

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CORONA ICU के वेंटिलेटर में आग लगी, एक मरीज की मौत, CMHO ने कहा: बड़ी बात नहीं है - MP NEWS

Posted: 30 Sep 2020 05:19 AM PDT

ललित मुद्गल/शिवपुरी।
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित है सरकारी हॉस्पिटल में कोरोनावायरस के संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आरक्षित आईसीयू में आज अचानक आग लग गई। इस अग्निकांड में गुना से इलाज कराने आए कोरोनावायरस से संक्रमित एक मरीज की मौत हो गई। 

मोहम्मद ताहिर निवासी गुना ने बताया कि मेरे पिता मोहम्मद इस्लाम उम्र 55 साल निवासी कर्नलगंज गुना को 8 दिन पहले सांस लेने में दिक्कत होने के चलते अच्छे इलाज के लिए गुना से मेडीकल कॉलेज शिवपुरी रैफर किया गया था। गुना में उसे बताया गया था कि शिवपुरी मेडिकल में गुना से ज्यादा अच्छी सुविधाएं हैं। शिवपुरी में उन्हें कोविड-19 के लिए आरक्षित आईसीयू में भर्ती कर लिया गया। आज अचानक वेंटिलेटर में आग लग गई। अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। मरीज अपनी जान बचाने के लिए भागे। इसी भाग दौड़ में ऑक्सीजन ना मिलने के कारण मोहम्मद इस्लाम की दर्दनाक मौत हो गई।

CMHO ने कहा: छोटा सा हादसा हुआ है 

शिवपुरी के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने इस गंभीर घटनाक्रम जिसके कारण एक व्यक्ति की अकाल मृत्यु हो गई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'हां आज छोटा सा हादसा हुआ है। जिसके बाद सभी मरीजों को सुरक्षित शिफ्ट कर दिया गया है। इसमें इतनी बड़ी बात नहीं है। सभी मरीज सुरक्षित है और कोई हताहत नहीं है।

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UJJAIN टीआई की सड़क हादसे में मौत, पत्नी गंभीर - MP NEWS

Posted: 30 Sep 2020 05:05 AM PDT

धार।
धार जिले के बदनावर में बुधवार सुबह सड़क हादसे में CID थाने के टीआई की मौत हो गई। वहीं, उनकी पत्नी को हाथ समेत अन्य जगह गंभीर चोट आई है। हादसा बदनावर से 4 किमी दूर पेटलावद रोड पर डोकलियापाड़ा गांव स्थित नागेश्वर धाम के पास हुआ। हादसे के बाद लोगों की मदद से पुलिस ने टीआई और उनकी पत्नी को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।  
 
जानकारी के अनुसार, हादसे में उज्जैन सीआईडी थाने में पदस्थ टीआई हीरालाल मेड़ा की मौत हो गई है। वहीं, उनकी पत्नी के हाथ में फ्रैक्चर हुआ है। मेड़ा का घर झाबुआ जिले के सरदारपुर में है, जबकि वे उज्जैन में पदस्थ हैं। बुधवार को वह घर सरदारपुर जाने के लिए पत्नी के साथ बाइक से निकले थे। वे बदनावर के आगे पेटलावद रोड स्थित नागेश्वर धाम के पास जैसे ही पहुंचे, तभी एक पिकअप वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। 

आमने-सामने की टक्कर के बाद टीआई बाइक से उछलकर पत्नी समेत दूर जा गिरे। उन्हें सिर पर गंभीर चोट आई। यहां से गुजर रहे राहगीरों ने पुलिस को कॉल किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस की मदद से पति-पत्नी को बदनावर अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने टीआई को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पिकअप वाहन को जब्त कर लिया है। बताया गया कि पिकअप वाहन सरदारपुर से बदनावर की ओर आ रही थी।

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SATNA गोलीकांड का मामला आत्महत्या में बदला - MP NEWS

Posted: 30 Sep 2020 01:40 AM PDT

सतना। 
सतना गोलीकांड में एक नया मोड़ आ गया है। सिंहपुर थाने में हेड कांस्टेबल ने एक FIR दर्ज कराई है।जिसके मुताबिक राजपति कुशवाहा की मौत पुलिस की गोली लगने से नहीं हुई थी। बल्कि उसने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की थी। 

बता दें कि सतना कलेक्टर और एसपी धर्मवीर सिंह ने मृतक के परिवार का समर्थन कर रहे कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा के घर पहुंचे। जिला प्रशासन और पीड़ित परिजनों के बीच बातचीत हुई। मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये का चेक और 1 लाख रुपये नगद आर्थिक सहायता दी गयी।

मृतक के परिजन बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए सतना से कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा की शरण में पहुंच गए हैं। विधायक दोषियों के खिलाफ 302 का मामला दर्ज कर गिरफ्तारी करने की मांग कर रहे हैं। वहीं इस मामले में रीवा रेंज के DIG का कहना है बिना विवेचना के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी। सूत्रों के मुताबिक FIR को गोपनीय पत्र बता कर पुलिस ने अब तक किसी को भी FIR की कॉपी नहीं दी है।  DIG ने 304 का मामला दर्ज किए जाने की बात कही है।

मृतक के गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात है। इसके लिए जबलपुर और ग्वालियर से भी फोर्स बुलाई गयी है। राजपति कुशवाहा को चोरी के आरोप में बंद किया गया था। जहां गोली लगने से उसकी मौत हो गई थी. युवक की मौत से गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने नागौद कालिंजर स्टेट हाइवे को जाम कर उग्र प्रदर्शन किया था। अधकारियों के समझाने पर भी जब लोग नहीं माने तो पुलिस ने लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए थे।

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JITU PATWARI निराश! चुनावी बिगुल बजते ही जनता को कोसा - INDORE NEWS

Posted: 30 Sep 2020 03:19 AM PDT

इंदौर।
राजनीति में नेता लोग अक्सर जनता को तरसते हैं जब चुनाव परिणाम आ जाते हैं लेकिन मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद के दावेदार प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के बाद कांग्रेस पार्टी के सबसे लोकप्रिय चेहरा जीतू पटवारी ने आचार संहिता लागू होते ही जनता को घोषणा शुरू कर दिया है। उन्होंने देश की बर्बादी के लिए जनता को जिम्मेदार बताया है जबकि कमलनाथ कहते हैं कि जनता समझदार है।

पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने भी बुधवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर सरकार से लेकर मीडिया पर हमला बोला लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने आम जनता को भी नहीं छोड़ा। पटवारी ने ट्वीट में लिखा- अब तो विश्वास होने लगा है कि बिकी हुई मीडिया और सोई हुई जनता ही देश की बर्बादी का कारण होती है। 

जीतू पटवारी निराश क्यों है 

इसमें कोई दो राय नहीं कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के प्रति नाराजगी अभी भी बनी हुई है। कम हुई है या ज्यादा हो गई है इसका फैसला 10 नवंबर को हो जाएगा लेकिन जीतू पटवारी के सामने कई समस्याएं भी हैं। कांग्रेस पार्टी में जीतू पटवारी को नेपोटिज्म का फायदा नहीं मिला। उनके पिता ना तो पूर्व मुख्यमंत्री हैं और ना ही पूर्व केंद्रीय मंत्री। जीतू पटवारी जो कुछ भी है, अपने दम पर है। बावजूद इसके कमलनाथ की चिरंजीव नकुल नाथ और दिग्विजय सिंह के युवराज जयवर्धन सिंह ठीक उसी प्रकार खुद को कांग्रेस पार्टी का सबसे बड़ा नेता और मुख्यमंत्री पद का दावेदार मानने लगे हैं जैसे राहुल अजय सिंह खुद को मध्य प्रदेश के लोकप्रिय नेता अर्जुन सिंह के पद पर स्वाभाविक दावेदार मानते थे। निराशा की बात यह है कि, पार्टी को चुनाव जिताने का प्रेशर जमीनी कार्यकर्ताओं पर है और यदि कांग्रेस की सरकार बन गई तो पावरफुल कुर्सियां पुत्र-पुत्रियों को प्रदान की जाएंगी।

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KAMAL NATH की हनुमान भक्ति पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का सवाल - MP BY-ELECTION NEWS

Posted: 30 Sep 2020 12:14 AM PDT

भोपाल।
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी का चेहरा कमलनाथ की हनुमान भक्ति पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि अगर कमलनाथ इतने ही हनुमान भक्त होते तो अमंगल होता ही क्यों? 

दरअसल चुनाव प्रचार में श्री राम भक्त हनुमान का जिक्र सबसे पहले कांग्रेस पार्टी ने किया। चुनाव परिणाम की तारीख 10 नवंबर 2020 है। इस दिन मंगलवार है। सोशल मीडिया पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं की तरफ से 10 नवंबर की तारीख को कमलनाथ के लिए मंगलकारी बताया जा रहा है क्योंकि कमलनाथ हनुमान भक्त हैं।

बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर उपचुनाव के लिए 03 नवंबर का दिन ऐतिहासिक होगा। इस दिन जागरूक मतदाता कांग्रेस के 15 महीने के कुशासन और झूठे वादों के खिलाफ वोट कर भाजपा सरकार की मजबूती के लिए जनादेश देंगे। उपचुनाव में भाजपा की विजय के लिए पार्टी का हर निष्ठावान कार्यकर्ता तैयार है।

कांग्रेस दिन में सपना देख रही है
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस दिन में सपना देख रही है। 10 नवंबर को सबको पता चल जाएगा क्योंकि प्रदेश की जनता तय कर चुकी है कि अबकी बार, पूर्ण बहुमत भाजपा सरकार। भाजपा सभी 28 सीटों पर विजय हासिल करेगी।

प्रियंका जहां भी गईं कांग्रेस हारी है
एक अन्य सवाल के जवाब में मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में होने वाले उप चुनावों में प्रचार के लिए यदि कांग्रेस प्रियंका गांधी वाड्रा को बुला रही है तो उनका स्वागत है। लेकिन उन्हें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि प्रियंका गांधी को जहां-जहां जिम्मेदारी मिली है वहां-वहां कांग्रेस हारी है।

30 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

JABALPUR में वर्चस्व की लड़ाई: युवक की गोली मारकर हत्या - MP NEWS

Posted: 30 Sep 2020 12:13 AM PDT

जबलपुर।
मप्र में जबलपुर के इंद्राना में अवैध रेत घाट पर वर्चस्व को लेकर मंगलवार की दोपहर करीब 1.30 बजे दो पक्षों में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के लोगों पर ताबड़तोड़ फयरिंग कर दी।एक युवक के पेट में तीन गोलियां लगीं। युवक को गंभीर हालत में इलाज के लिए जबलपुर के निजी अस्पताल लाया गया। यहां इलाज के दौरान युवक ने दमतोड़ दिया। आरोपित पुलिस के आने से पहले घटनास्थल से फरार हो गए। 
पुलिस की अलग-अलग टीमें आरोपित की तलाश कर रही है। 

इंद्राना के गनियारी स्थित हिरन नदी घाट से अवैध रेत निकालने को लेकर दोनों पक्षों में पुराना विवाद था। मंगलवार को गनियारी निवासी विकास राजपूत (38) और मदना निवासी उजियार सिंह (55) के बीच घाट से रेत निकालने पर विवाद हो गया। दरअसल उजियार सिंह अपनी कार से इंद्राना की देशी शराब दुकान आया था। इसी दौरान विकास सिंह भी वहीं आया और उसके साथ उसके दोस्त नीलू गोंटिया और प्रशांत राजपूत भी पहुंचे। इसी बीच दोनों के बीच बहस होने लगी। इतने में आरोपित उजियार सिंह ने अपनी कार में रखी बारह बोर की बंदूक निकालकर विकास पर दनादन तीन फायर कर दिए। गोली लगते ही विकास जमीन पर गिर पड़ा। इस दौरान विकास के साथियों ने उजियार पर भी हमला कर दिया, लेकिन वह कार छोड़कर भाग निकला।

वरदात के बाद घायल विकास को दोस्त जबलपुर के मेट्रो हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उसने दमतोड़ दिया। गोलीकांड की इस घटना के बाद मझौली थाना और इंद्राना चौकी का पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा। पुलिस को घटनास्थल से सड़क पर खून के धब्बे और टूटी हुई बंदूक का हिस्सा और कार मिली है।

पुलिस ने आरोपित उजियार के घर गनियारी गांव में दबिश दी। लेकिन आरोपित नहीं मिला। पुलिस को मौके पर आरोपित की वह कार मिली है, जिसे पुलिस ने जप्त कर लिया है। दोपहर बाद घटनास्थल पर एफएसएल की टीम घटनास्थल पहुंची और जांच के लिए आवश्यक नमूने लिए।

मझौली थाना क्षेत्र के इंद्राना कस्बे में उजियार नाम के व्यक्ति ने विकास सिंह को गोली मारी है। घायल को इलाज के जबलपुर के एक अस्पताल में भेजा गया। जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस अलग-अलग टीमें बनाकर आरोपित की तलाश कर रही है।
श्रुतिकीर्ति सोमवंशी, SDOP सिहोरा

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BHOPAL के रेल यात्रियों के लिए गुड न्यूज़, 22 ट्रेनें मंजूर - MP NEWS

Posted: 29 Sep 2020 11:46 PM PDT

भोपाल।
भोपाल एवं आसपास के नागरिकों के लिए गुड न्यूज़ है। रेलवे ने अक्टूबर महीने में 200 ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। इनमें से 22 ट्रेनें भोपाल रुकते हुए जाएंगी। रेलवे ने सभी ट्रेनों को स्पेशल बनाकर चलाने का फैसला किया है। यानी किराया सामान्य से ज्यादा लगेगा। रेल मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इन स्पेशल ट्रेनों को चलाने की घोषणा कर दी जाएगी। संभवत: इनका संचालन अक्टूबर के पहले सप्ताह में किया जा सकता है।

अभी रेलवे द्वारा राजधानी सहित 470 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। इनमें से चार राजधानी व 36 स्पेशल ट्रेनें भोपाल से गुजरती हैं व स्टॉपेज लेती हैं। जबकि भोपाल एक्सप्रेस और जबलपुर जनशताब्दी की शुरुआत हबीबगंज से हो रही है। इस बीच मंगलवार शाम रेलवे बोर्ड ने भोपाल मंडल से शुरू व गुजरने वाली तीन और स्पेशल ट्रेनों के संचालन को मंजूरी दे दी है। इनमें दुर्ग-भोपाल-दुर्ग अमरकंटक स्पेशल, जबलपुर-सोमनाथ-जबलपुर वाया बीना व इटारसी और जबलपुर-राजकोट-जबलपुर गरीब रथ स्पेशल वाया इटारसी शामिल हैं।

संभावित ट्रेन
मालवा एक्सप्रेस, झेलम, दक्षिण एक्सप्रेस, केरल एक्सप्रेस, पंजाब मेल, भोपाल-जोधपुर एक्सप्रेस, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, इंदौर-भोपाल इंटरसिटी, ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी, भोपाल-इटारसी विंध्याचल एक्सप्रेस वाया बीना।

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मानसून विदा हो रहा है, गुलाबी ठंड कब से आएगी, पढ़िए - MP WEATHER FORECAST

Posted: 30 Sep 2020 03:19 AM PDT

भोपाल
। देश से पूरी तरह से मानसून वापसी की तारीख 15 अक्टूबर है। मध्यप्रदेश समेत अधिकतर राज्यों में मानसून ने वापसी करना भी शुरु कर दिया है।वही ठंड की दस्तक होने लगी है। बीते एक हफ्ते से देर रात से सुबह तक ठंडक महसूस हाेने लगी, क्याेंकि रात का तापमान भी कम हाेने लगा, हालांकि दिन में उमस और चिलचिलाती धूप से गर्मी का अहसास हो रहा है। अक्टूबर के पहले सप्ताह में धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में मानसून कमजोर होता जाएगा, हालांकि वाातवरण में नमी के कारण उमस और कड़ी धूप के बीच कहीं-कहीं छिटपुट बारिश हो सकती है। 

मौसम विभाग (Weather Department) की माने तो अक्टूबर में मौसम में बदलाव आएगा। दिन का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के करीब रहेगा। न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। 15 अक्टूबर के बाद गुलाबी ठंड दस्तक दे सकती है। अगले 48 घंटे में उज्जैन, ग्वालियर-चंबल संभाग से मानसून की विदाई शुरू हाे जाएगी। भाेपाल से यह 5 अक्टूबर तक विदा हो सकता है। 

अक्टूबर के पहले सप्ताह में मप्र के कुछ जिलों से मानसून विदा हो सकता है। प्रदेश में इस सप्ताह कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। अक्टूबर के पहले सप्ताह में राजस्थान से लगे मप्र के जिलों से भी मानसून विदा होने लगेगा। अब मध्य प्रदेश में वर्षा में भारी कमी आने के साथ-साथ तापमान में हल्की वृद्धि हो सकती है।

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BHOPAL फैशन अड्डा के मालिक ने युवती को बंधक बनाकर, 90 दिन तक रेप किया: FIR - MP NEWS

Posted: 29 Sep 2020 11:29 PM PDT

भोपाल।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रेडीमेड कपड़ा व्यापारी ने युवती का किडनैप कर उसे 3 महीने तक फ्लैट में बंधक बनाकर रेप किया। युवती आरोपी के चंगुल से छूट कर परिजनों के साथ थाने पहुंची और व्यापारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।   

तलैया थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक युवती ने थाने पहुंच कर रेडीमेड कपड़ा व्यापारी एवं फैशन अड्डा के संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। थाना प्रभारी डीपी सिंह ने बताया कि आरोपी ने शादी का झांसा देकर युवती को रेतघाट तलैया स्थित एक फ्लैट में बंधक बनाया था जुलाई महीने से वह फ्लैट में पीड़िता का शारीरिक शोषण कर रहा था। दो दिन पहले आरोपी के चंगुल से छूटकर युवती अपने परिजन के पास पहुंची। उन्होंने बताया कि युवती की इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आरोपी ताहिर अथर के खिलाफ धारा 376(2)(N), 366, 344, 323 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

थाना प्रभारी डीपी सिंह ने बताया कि नदीम प्रेस रोड कोतवाली में आरोपी ताहिर फैशन अड्डा के नाम से रेडीमेड की दुकान का संचालन करता है। उसकी दुकान पर पीड़ित युवती खरीदारी के लिए पहुंची थी। इस दौरान आरोपी ने बहला-फुसलाकर युवती को अपने झांसे में लिया और उसे शादी करने का झांसा देकर अपने प्लेट में ले गया। इस फ्लैट में आरोपी ने युवती को 3 महीनों तक बंधक बनाकर रखा। उसके साथ कई बार गलत काम किया। इसके बाद आरोपी ने उससे शादी करने से भी इनकार कर दिया। कई बार युवती ने आरोपी के चंगुल से छूट कर भागने की कोशिश की, लेकिन आरोप है कि आरोपी उसे फ्लैट में बंद करके चला जाता था। पुलिस ने रिपोर्ट के बाद आरोपी को इब्राहिम पुरा इलाके से गिरफ्तार किया है।

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IPS पुरुषोत्तम शर्मा को उनकी पत्नी ने ट्रैप किया था, वीडियो में लगा कि मारपीट कर रहे हैं: अर्दली सगीर का बयान - BHOPAL NEWS

Posted: 29 Sep 2020 11:07 PM PDT

भोपाल।
भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री पुरुषोत्तम शर्मा को अपनी पत्नी से मारपीट के मामले में सस्पेंड कर दिया गया है। मंगलवार को दिन भर उनके निर्दोष और मासूम होने के बयान आते रहे लेकिन गृह विभाग ने शाम को कड़ी कार्रवाई की। गृह विभाग की कार्रवाई के बाद आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा के अर्दली सगीर का बयान सामने आया है। यदि अर्दली सगीर के बयान पर विश्वास करें तो आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा ने अपनी पत्नी के साथ मारपीट नहीं की बल्कि उन्हें ट्रैप किया गया है। श्रीमती प्रिया शर्मा ने उन पर हाथ उठाया और उन्हें उकसाया। वीडियो में पुरुषोत्तम शर्मा हमला करने आई अपनी पत्नी को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि प्रिया शर्मा ने उन पर कैंची से वार किया था।

प्रिया मैडम ने साहब को मुक्का मारा और फिर कैमरे के सामने जाकर खड़ी हो गई: अर्दली सगीर

अर्दली सगीर ने बताया कि घटना के दिन रविवार को साहब (IPS पुरुषोत्तम शर्मा) दूध लेकर अपने कमरे में सोने चले गए थे। पीछे से प्रिया मैडम पहुंचीं और दरवाजे पर लात मारने लगी। साहब ने दरवाजा खोला और मैडम के हाथ जोड़कर बोले कि वे बहुत थक गए हैं, उन्हें सोने दें परेशान न करें, लेकिन मैडम ने चिल्लाते हुए उनके कुर्ते की कालर पकड़कर झूमाझटकी शुरू कर दी फिर साहब को अचानक मुक्का मार दिया। इसके बाद दौड़कर कैमरे के सामने खड़ी हो गईं। फिर जो हुआ सबके सामने था। मैडम ने साहब को कैंची भी मारी थी। यदि साहब मैडम पर हाथ नहीं उठाते तो बड़ा हादसा साहब के साथ हो जाता। इसके पहले भी मैडम कई बार साहब के साथ मारपीट कर चुकी थीं। इसके बावजूद साहब ने कभी मैडम पर हाथ नहीं उठाया।

प्रिया शर्मा के खिलाफ कोर्ट जाऊंगी: एंकर मोनिका राजपूत

इस मामले में न्यूज एंकर मोनिका राजपूत का कहना है कि उन्होंने शाहपुरा थाने में आवेदन देकर निलंबित डीजी शर्मा की पत्नी प्रिया शर्मा के खिलाफ निजता का उल्लंघन करने समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज करने की मांग की थी। इसके बावजूद प्रिया के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। अब वह कोर्ट की शरण में जाकर प्रिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगी।

मेरी पत्नी रुपयों के लिए कुछ भी कर सकती है: IPS पुरुषोत्तम शर्मा 

आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा का भी एक बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी रुपयों के लिए कुछ भी कर सकती है। मेरी बेटी अब भी मेरे साथ है। मेरे बेटे को जरूर मेरी पत्नी ने मेरे खिलाफ कर दिया है। श्री शर्मा ने बताया कि मेरे माता-पिता ने कई बार मेरी पत्नी को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उसने मेरे माता-पिता की ही एक बार पिटाई कर दी थी। इसके बाद उन्होंने कभी उससे बात नहीं की। मैंने अपनी पत्नी के समक्ष आपसी सहमति से अलग होने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन उसने मानने से इन्कार कर दिया। वो करोड़ों रुपयों की प्रापर्टी लिए बिना मानने को तैयार नहीं थी।

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गहराई में उतरने पर इंसान के खून का रंग बदल जाता है, क्या आप जानते हैं - GK IN HINDI

Posted: 30 Sep 2020 03:20 AM PDT

यदि आप जानते हैं तो आज का दिन आपके लिए सबसे अच्छा है। आप अपने दोस्तों को इसके बारे में बता सकते हैं। यदि आप नहीं जानते तो आज का दिन आपके लिए सबसे अच्छा है क्योंकि आज आपको कुछ नया पता चलने वाला है। कहते हैं कि इंसान के खून का रंग हर हाल में लाल होता है। एक फिल्म में तो नाना पाटेकर ने दो-चार लोगों का खून निकाल कर बताया भी था परंतु क्या आप जानते हैं कि जमीन के नीचे पानी की गहराई में उतरने पर इंसान के खून का रंग बदल जाता है। 

यूट्यूब पर मजेदार जानकारियां शेयर करने वाले विकास जोशी का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति जमीन के नीचे पानी के अंदर 30-50 फुट नीचे है और किसी कारण से उसका खून निकलता है तो उसे अपना खून हरे रंग का दिखाई देगा। उसके साथ मौजूद दूसरे व्यक्ति को भी खून का रंग हरा दिखाई देगा। दरअसल, खून का रंग नहीं बदलता बल्कि आंखों को दिखाई देने वाला दृश्य बदल जाता है। यह विज्ञान का एक बेहतरीन उदाहरण है।

खून का रंग लाल क्यों होता है

दरअसल ज़मीन पर हमें खून का रंग लाल इसलिए दिखाई देता है क्योंकि हमारा खून सूर्य से आ रही सभी रंग कि किरणों को सोख लेता हैं लेकिन सिर्फ लाल रंग कि किरण को नहीं सोख पाता और उसे परावर्तित या कहे कि वापस भेज देता हैं। इसीलिए ज़मीन पर हमें खून लाल रंग का दिखाई देता हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि खून में लाल रक्त कणिकाओं की संख्या ज्यादा होती है।

पानी की गहराई में खून का रंग हरा क्यों दिखाई देता है

लेकिन पानी के अंदर स्थिति थोड़ी बदल जाती हैं। वहाँ खून सूर्य से आ रही सारी किरणों को (लाल रंग कि किरणों को भी) सोख लेता हैं सिर्फ हरे रंग कि किरणों को नहीं सोख पाता और उसे परवर्तित या कहें कि वापस भेज देता हैं। इसी कारण पानी के 30 से 50 फ़ीट नीचे हमे खून का रंग हरा नज़र आता हैं। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)

यदि कोई पुरुष दूसरे पुरुष का यौन शोषण करें तो क्या बलात्कार का मामला दर्ज होगा - ASK IPC

Posted: 29 Sep 2020 02:20 PM PDT

शक्तिशाली पुरुषों द्वारा निर्मल पुरुषों का यौन शोषण कोई नई बात नहीं है। अब तो समलैंगिक प्रेम संबंध भी होने लगे हैं परंतु कुछ समय पहले तक यह केवल यौन प्रताड़ना ही थे। भारत के इतिहास में करीब 500 साल या इससे पहले भी, पुरुषों को यौन प्रताड़ना दिए जाने की घटनाओं का उल्लेख मिलता है। आप जानकर चौक जायेंगे कि बलात्कार की पीड़ित महिला की तुलना में यौन शोषण का शिकार पुरुष ज्यादा शर्मसार होता है और सामाजिक अपमान के डर से पुलिस थाने जाकर रिपोर्ट नहीं लिखा था। आइए जानते हैं इस तरह के अपराध के लिए भारतीय दंड संहिता में किस धारा का प्रावधान है।

भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 377 की परिभाषा:-

अगर कोई स्त्री या पुरूष निम्न प्रकार के से प्रकृति विरुद्ध इन्द्रिय भोग का अपराध करेगा:-
1. गुदा मैथुन(पुरुषों के साथ रेप) करेगा।
2. अप्राकृतिक मैथुन ,समलैंगिक संबंध बिना सहमति के।
3. पशुओं से मैथुन बनाना।
ऐसा करने वाला व्यक्ति धारा 377 के अंतर्गत दोषी होगा।

भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 377 के अंतर्गत दण्ड का प्रावधान:-

इस धारा का अपराध किसी भी प्रकार से समझौता योग्य नहीं है। यह अपराध संज्ञेय(Cognizable) एवं अजमानतीय (Non-Bailable) अपराध है। इनकी सुनवाई का अधिकार सेशन न्यायालय(Court of Session) को हैं। सजा(Punishment)-  आजीवन कारावास या दस वर्ष की कारावास साथ में जुर्माने से दण्डित किया जा सकता है। लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

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MADHYA PRADESH उपचुनाव आचार संहिता में क्या कर सकते हैं, क्या नहीं

Posted: 29 Sep 2020 11:25 PM PDT

भोपाल
। मध्यप्रदेश विधानसभा के उप निर्वाचन 2020 की चुनावी प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आदर्श आचार संहिता लागू की जा चुकी है। चुनावी प्रक्रिया के तहत कानून व्यवस्था की दृष्टि से यह आवश्यक हो गया है कि विधानसभा क्षेत्र में धारा 144 जाफौ लागू की जाए। इसके संबंध में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत आदेश जारी किए जाएं। 

विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति क्या कर सकता है, क्या नहीं कर सकता:-

(1) बिना सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के जुलूस, रैली, धरना या सभा का आयोजन/संचालन नहीं करेगा और न ही उसमें सम्मिलित होगा।
(2) कोई भी व्यक्ति ऐसा कार्य नहीं करेंगा जिसके कारण शिक्षण संस्थाऐं, होटल, दुकानें, उद्योग, निजी एवं सार्वजनिक सेवाओं में व्यवधान उत्पन्न हो सके।
(3) कोई भी व्यक्ति सक्षम अनुमति के बिना ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग नहीं करेगा।
(4) आग्नेय शस्त्र, धारदार हथियार, बांस, बल्लम, फर्सा, भाला आदि लेकर नहीं घूमेगा और न ही उनका प्रदर्शन करेगा। सभी आग्नेय शस्त्र की अनुज्ञप्ति निलंबित की जाती है, अनुज्ञप्तिधारी तत्काल अपने शस्त्र संबंधित थाने में जमा कराये।    
(5) उपरोक्त जारी की जाने वाली अनुमति हेतु सक्षम प्राधिकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी, नेपानगर रहेंगे।

उपरोक्त आदेश का पैरा (3) व (4) निम्नलिखित व्यक्तियों पर लागू नहीं होगा:-

(अ) ड्यूटी पर तैनात मजिस्ट्रेट,
(ब) ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी/कर्मचारी,
(स) ड्यूटी पर तैनात अन्य अधिकृत लोक सेवक,
(द) राज्य शासन एवं केन्द्र शासन द्वारा दी गयी छूट वाले नागरिक,

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MP NEWS: चुनाव तत्काल: पहले दिन 3 कर्मचारी सस्पेंड - EMPLOYEE NEWS

Posted: 29 Sep 2020 01:55 PM PDT

गुना।
कलेक्‍टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कुमार पुरूषोत्‍तम द्वारा विधानसभा उप निर्वाचन 2020 के मद्देनजर जिला निर्वाचन कार्यालय में स्‍थापित जिला स्‍तरीय कॉल सेंटर में तैनात किये गए तीन कर्मचारियों द्वारा उपस्थिति दर्ज नहीं कराने, निर्वाचन कार्य में लापरवाही, उदासीनता एवं अनुशासनहीनता के कारण तत्‍काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

निलंबित कर्मचारियों में श्री अंशुल रैकवार मत्‍स्‍य निरीक्षक गुना, श्री जितेन्‍द्र सिंह परमार सहायक ग्रेड-3 कृषि उपज मंडी गुना तथा श्री सुरेन्‍द्र चौधरी सहायक ग्रेड-3 लोक स्‍वास्‍थ्‍य यांत्रिकी विभाग शामिल है।

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MADHYA PRADESH में बटाई की खेती के नियम बदले, ध्यान से समझिए

Posted: 30 Sep 2020 12:37 AM PDT

भोपाल
। सामान्य तौर से कृषकों और भू-स्वामियों द्वारा अपनी भूमि अन्य व्यक्तियों को धन या फसल का अंश भूमि स्वामी को देकर खेती के लिए भूमि दे दी जाती है जिसे सामान्य तौर पर बटाई, सिकमी, अन्य स्थानीय नामों से जाना जाता है। तत्संबंध में मध्यप्रदेश भूमि स्वामी एवं बटाईदारों के हित संरक्षण अधिनियम 2016 के अनुरूप भूमि बटाई पर दिए जाने की मान्यता प्रदान की गई है।

अधिनियम भूमि स्वामी बटाईदार दोनों के हितों का संरक्षण करता है। अब कोई भी भूमि स्वामी अपनी भूमि बटाई पर देने या किसी व्यक्ति द्वारा बटाई पर लेने की वैधानिकता तभी मानी जाएगी जब दोनों पक्षों के द्वारा मध्यप्रदेश भूमि स्वामी बटाईदारों के हित संरक्षण अधिनियम 2016 के नियम चार के तहत अनुबंध निष्पादित किया हो और एक प्रति संबंधित क्षेत्र के तहसीलदार को उपलब्ध कराई हो।

कोई भी बटाईदार, भूमि बटाई पर लेकर यदि वह फसल क्षति की देय राहत राशि, बीमा राशि और कृषि उपज का उपार्जन हेतु शासन द्वारा तभी स्वीकार माना जाएगा जब भूमि स्वामी और बटाईदार के मध्य उपरोक्त अधिनियम के अंतर्गत अनुबंध निष्पादित हुआ हो और विधिवत अनुबंध के अभाव में उपरोक्त हित लाभ दिया जाना संभव नही होगा। अतः हितवद्व व्यक्ति उपरोक्त अधिनियम के तहत कार्यवाही करना सुनिश्चित करेंगे।

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LIC एजेंट लक्ष्मण दास भारत के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल - INSPIRATIONAL STORY WITH MORAL

Posted: 29 Sep 2020 01:42 PM PDT

पंजाब का एलआईसी एजेंट लक्ष्मण दास मित्तल भारत के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल हो गया है। IIFL WEALTH HURUN INDIA RICH LIST 2020 में कुल 828 करोड़पतियों को जगह मिली है। इस लिस्ट में केवल उनका नाम शामिल किया जाता है जिनकी संपत्ति 1000 करोड़ से ज्यादा होती है। लक्ष्मण दास मित्तल का नाम 164 नंबर पर है। नंबर वन पर मुकेश अंबानी। 2- हिंदूजा ब्रदर्स, 3- शिव नादर, 4- गौतम अडानी, 5- अजीम प्रेमजी का नाम है।

लक्ष्मण दास मित्तल कौन है, LIC एजेंट एक करोड़ की संपत्ति का मालिक कैसे बन गया

सोनालिका ग्रुप के चेयरमैन लक्ष्मण दास मित्तल आज देश के 164वें सबसे अमीर शख्स हैं। 89 साल के लक्ष्मण दास मित्तल की जिंदगी बेहद संघर्ष भरी रही है। पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले लक्ष्मण दास मित्तल ने अपने करियर की शुरुआत एलआईसी एजेंट के रूप में की। 1962 में उन्होंने थ्रेसर बनाना शुरू किया। इस धंधे में कड़ा कंपटीशन था। लक्ष्मी दास मित्तल के पास ना तो कोई खास टेक्निक थी और ना ही एक्सपीरियंस इसलिए मित्तल का थ्रेसर का धंधा बंद हो गया। बिजनेस में घाटे की वजह से लक्ष्मण दास मित्तल ने अपने पिता को रोते हुए देखा। जिसके बाद उन्होंने फिर से थ्रेसर बनाने का काम शुरू किया। कहते हैं ना कि सफलता की गारंटी दो चीजों पर टिकी होती है, या तो जिंदगी के लिए जरूरी हो या जिंदगी की सबसे बड़ी मजबूरी हो। 

लक्ष्मण दास मित्तल के लिए थ्रेसर का धंधा जिंदगी के लिए जरूरी हो गया था, इसलिए सफलता भी मिली। सन 1969 में लक्ष्मण दास मित्तल ने सोनालिका ग्रुप की नींव रखी। संघर्ष अभी भी खत्म नहीं हुआ है। सोनालिका ट्रैक्टर, भारत के सबसे लोकप्रिय ट्रैक्टर की लिस्ट में तीसरे नंबर पर आता है। टॉप पर जाने के लिए बड़ी लड़ाई बाकी है। लेकिन एक सुखद मोड आया है। पंजाब का एलआईसी एजेंट लक्ष्मी दास मित्तल अब भारत के सबसे अमीर लोगों में से एक है।

MORAL OF THE STORY 

सफलता के लिए रिश्तो में भावनाएं और ईमानदारी जरूरी है। क्योंकि यही भावनाएं आपको परिस्थितियों से जूझने और लंबी रेस में दौड़ने की शक्ति प्रदान करती है। यदि लक्ष्मण दास के पिता की आंख में आंसू ना आए होते और लक्ष्मण दास का अपने पिता से आत्मीय लगाओ ना होता तो वह कभी भी घाटे में जा चुके धंधे को फायदे में पहुंचाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। लक्ष्मण दास में कोई परिवर्तन नहीं आया लेकिन पिता के आंसुओं ने लक्ष्मण दास को सफलता के शिखर तक पहुंचा दिया।

POPULAR INSPIRATIONAL STORY

MADHYA PRADESH के कर्मचारी नाराज: आचार संहिता लग गई, त्योहार कैसे मनाएंगे - EMPLOYEE NEWS

Posted: 30 Sep 2020 12:14 AM PDT

भोपाल
। कोरोनावायरस के नाम पर सरकार ने कर्मचारियों के सभी प्रकार के लाभ रोक दिए परंतु मध्य प्रदेश के 1000000 कर्मचारियों को पूरा विश्वास था कि आचार संहिता लागू होने से पहले कुछ ना कुछ जरूर मिल जाएगा। मंगलवार को चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले कैबिनेट की बैठक का आयोजन हुआ तो कर्मचारी उम्मीद बांध बैठे परंतु भारी निराशा हुई जब उन्हें कुछ नहीं मिला। अब नवरात्र और दीपावली की तैयारियां तंगहाली में करनी पड़ेगी। 

कर्मचारी संगठनों का आरोप है कि सरकार उन्हें ऐसे समय में भूल रही है, जब प्रत्येक कर्मचारी खुद को संकट में डालकर सेवाएं दे रहा है। बता दें कि किसानों को केंद्र से 6 हजार रुपये सालाना सम्मान निधि मिलती है, उसमें राज्य सरकार ने चार हजार रुपये अतिरिक्त देने, आवासहीनों को पट्टा देने, गरीबों का बिल माफ करने जैसी घोषणा हाल के दिनों में की है। 

इसके बाद कर्मचारी भी अपनी मांगों को लेकर सरकार से आस लगाए बैठे हैं। ज्ञात हो कि कर्मचारियों को पांच फीसद बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता नहीं मिला है। जुलाई माह में मिलने वाली वेतन वृद्घि रोक दी गई है। मई 2020 में सातवें वेतनमान के एरियर्स की राशि का भुगतान होना था, जो नहीं अब तक नहीं हुआ।

30 सितम्बर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

INDORE-BHOPAL इंटरसिटी ट्रेन कब से चलेगी, यहां पढ़िए

Posted: 29 Sep 2020 11:26 PM PDT

इंदौर।
कोविड-19 के कारण बंद कर दी गई महू-इंदौर-भोपाल इंटरसिटी ट्रेन चलाने की तैयारियां शुरू हो गई है। रेलवे ने 7 सितंबर को मध्य प्रदेश शासन के साथ कागजी कार्रवाई शुरू कर दी थी। गृह विभाग ने भोपाल और इंदौर के कलेक्टरों को इस विषय में डिसीजन लेने के लिए अधिकृत कर दिया है। इंदौर की सांवेर विधानसभा सीट पर चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है अतः मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सूचित करके किसी भी समय ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जा सकती है।

इंटरसिटी ट्रेन चलती है, तो इंदौर से लॉकडाउन के बाद चलने वाली यह चौथी ट्रेन होगी। फिलहाल इंदौर से हावड़ा, इंदौर से दिल्ली और इंदौर से जबलपुर ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। अन्य ट्रेनों की तरह भोपाल इंटरसिटी ट्रेन में भी यात्री रिजर्वेशन करवाकर सफर कर सकेंगे। रेलवे ने ट्रेन संचालन के लिए आंतरिक स्तर पर तैयारी भी पूरी कर ली है, लेकिन औपचारिक अनुमति नहीं मिलने से ट्रेन नहीं चल पा रही है।

इंटरसिटी ट्रेन के संचालन के विषय में कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि इंदौर जिला प्रशासन पश्चिम रेलवे को स्पेशल ट्रेन चलाने की अनुमति दे रहा है। उम्मीद की जा रही है कि भोपाल कलेक्टर भी बिना देरी किए अनुमति प्रदान कर देंगे।

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“आत्मनिर्भर भारत” का विचित्र चित्र - Pratidin

Posted: 29 Sep 2020 10:44 PM PDT

आज सच में बड़ा मुश्किल है यह कहना कि हम भारतीयों का आर्थिक भविष्य क्या है ? बिकती राष्ट्र सम्पदा, खाली खजाना, बिजली पानी स्वास्थ्य और यातायात पर बाजार का कब्जा, बैंकों के मुकाबले में उतर आये निजी वित्तीय संस्थानों की मनमानी,बेरोजगारों की फ़ौज, रोज छूटती नौकरियां, सकल घरेलू उत्पाद का 23 प्रतिशत से ज्यादा गिरना, देश को कहाँ ले जायेगा? आर्थिक विकास के बारह पंचवर्षीय पैमाने ध्वस्त हो गये | पिछले छह बरसों में प्रधानमंत्री मोदी ने योजना आयोग की जगह नीति आयोग को नीतियाँ बनाने का जो काम सौंपा, उसने देश के सार्वजनिक क्षेत्र को निजी क्षेत्र के साये तले जाने पर मजबूर कर दिया | सवाल यह है कि हम कौन से नये समन्वयवादी समाज की रचना कर रहे हैं? पालने में झूल रहे पूत के पाँव टेड़े-मेढे दिख रहे हैं | ऐसे में वो कैसे "आत्मनिर्भर" होगा ?

अभी हुआ एक ताजा फैसला, आपकी नज़र है | "केंद्र सरकार ने 20 सितंबर को सभी राज्यों को स्टैंडर्ड बिडिंग डॉक्युमेंट भेजा है जो वास्तव में बिजली वितरण कंपनियों के संपूर्ण निजीकरण का दस्तावेज है। यह पूरा दस्तावेज बिजली वितरन का निजीकरण किस प्रकार किया जाए उसका ब्लू प्रिंट है। केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने बोली दस्तावेजों पर 5 अक्तूबर तक स्टेकहोल्डरों से आपत्ति आमंत्रित की हैं।" केंद्र द्वारा सभी राज्यों को यह पत्र जारी किए जाने के बाद अब बिजली कंपनियों के निजीकरण का भी रास्ता साफ हो गया है। दस्तावेज को इस प्रकार तैयार किया गया है कि किसी प्रदेश को बिजली डिस्ट्रीब्यूशन का निजीकरण करने में देर नहीं लगेगी। इससे अभी चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली वितरण कम्पनी,कर्मचारी और आम उपभोक्ता सभी प्रभावित होंगे इसमें कोई संदेह नहीं है |

अब इसके साथ कोरोना की मानवीय विभीषिका को समझिये । जिसे आज तक सही मानकर चलते रहे, वही गलत होता हुआ नजर आता है। कभी नेहरू युग की दूसरी पंचवर्षीय योजना से भारत में औद्योगिक क्रांति का नारा दिया गया था। तब घरेलू और विदेशी निवेश की सहायता से बड़े-बड़े औद्योगिक संस्थान उभरे। कृषक भारत में किसानी जीने का ढंग नहीं रही। वह हानि-लाभ का सौदा हो गयी। तब भारत में हजारों गांवों से किसी बेहतर जिंदगी की तलाश में करोड़ों युवक महानगरों के उभरते हुए औद्योगिक संस्थानों के लिए निकल पड़े और वहां निराशा हाथ लगी तो कबूतरबाजों के साथ परदेस की ओर चल पड़े ।लॉकडाउन के पांच चरण, जिन्हें आज अनलॉक के चार चरण भी संभाल नहीं पा रहे। कभी देश के गांव घरों से करोड़ों श्रमिक इन महानगरों और विदेशों के विकल्प की तलाश में चले आये थे। आर्थिक निष्क्रियता के इस नये सत्य ने उन्हें पंगु बना दिया। विदेशों और महानगरों में अपनी जड़ें तलाशते हुए ये लोग उखड़ गये और वापस अपनी ग्रामीण सभ्यता की ओर भी न लौट सके |आंकड़े यह बताते हैं कि इस आर्थिक दुरावस्था के दिनों में जहां सकल घरेलू उत्पादन 23.9 प्रतिशत कम हो गया। ऐसे में आत्मनिर्भर भारत किन उम्मीदों पर खड़ा होगा सोचिये |

क्या आपको नहीं मालूम कि बिजली कंपनियों के निजीकरण का सबसे अधिक असर आम लोगों पर पड़ेगा। बिजली दरें महंगी होनी तय हैं, जबकि इसका असर किसानों पर भी होगा |नई नीति और निजीकरण के बाद सब्सिडी समाप्त होने से स्वाभाविक तौर पर सारे उपभोक्ताओं के लिए बिजली महंगी होगी।नए कानून के अनुसार बिजली दरों में मिलने वाली सब्सिडी पूरी तरह समाप्त हो जाएगी और किसानों सहित सभी घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली की पूरी लागत देनी होगी| जरा इलेक्ट्रिसिटी(अमेंडमेंट) बिल 2020 पर नजर डालिए इसमें कहा गया है कि नई टैरिफ नीति में आने वाले तीन सालो में सब्सिडी और क्रास सब्सिडी समाप्त कर दी जाएगी और किसी को भी लागत से कम मूल्य पर बिजली नहीं दी जाएगी। अभी किसानों, गरीबी रेखा के नीचे और 500 यूनिट प्रति माह बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं को सब्सिडी मिलती है जिसके चलते इन उपभोक्ताओं को लागत से कम मूल्य पर बिजली मिल रही है। 

अब बात बैंकों के मुकाबले खड़े निजी वित्तीय संस्थानों की भी हो जाये | कोरोना काल के पहले इण्डिया बुल्स नामक एक निजी वित्तीय कम्पनी ने जिस ब्याज दर पर ऋण दिया था, उस ब्याज दर एकाएक बड़ा दिया, एक मित्र जब किश्त चुकाने पहुंचे, हतप्रभ रह गये | ऐसी कलाकारी लगभग सभी निजी वित्तीय कम्पनियों ने की है | दूसरी तरफ बैंक ऋण देने के लिए आतुर हैं, पर छोटे व्यापारियों को नहीं, सिर्फ बड़े व्यापारियों और खास तौर पर उनको जिनकी सिफारिश सत्तारूढ़ दल कर रहे हैं | क्या यह आत्मनिर्भर भारत का चित्र है ?
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श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।
संपर्क  9425022703        
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