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Tuesday, September 29, 2020

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मतदान में आगे पर उम्मीदवारी में अब भी महिलाएं पीछे हीं

Posted: 28 Sep 2020 06:22 PM PDT

मतदान में आगे लेकिन उम्मीदवारी में पीछे। सशक्तिकरण की चाहे जितनी बातें कर लें लेकिन विधानसभा चुनाव में महिलाओं का दायरा सिर्फ वोटिंग तक ही सीमित है। गत विधानसभा चुनाव में जिले के 11 विधानसभा क्षेत्रों में से 7 में तो महिला वोटिंग ही निर्णायक रही। पुरुषों की तुलना में कम मतदाता होने के बावजूद गायघाट, औराई, मीनापुर, सकरा, बरुराज, पारू, साहेबगंज में महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया।

मत प्रतिशत की बात करें तो सभी 11 विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं के मतदान का प्रतिशत काफी आगे रहा। लेकिन हकीकत यही है कि मतदान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेनी वाली आधी आबादी की उम्मीदवारी को राजनीतिक पार्टियों ने भी तव्वजो नहीं दी।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/news/women-still-lag-behind-in-candidature-in-voting-127763307.html

आरसीपी बोले-प्रत्याशी बेफिक्र रहें, पार्टी संगठन लड़ेगा चुनाव, बिहार को विकसित राज्य बनाने के लिए नीतीश कुमार को चौथी बार मुख्यमंत्री बनना जरूरी

Posted: 28 Sep 2020 06:22 PM PDT

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) आरसीपी सिंह ने कहा कि हमारे उम्मीदवारों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। विधानसभा चुनाव पार्टी का संगठन लड़ेगा। वे सोमवार को जिलाध्यक्षों व जिला संगठन प्रभारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। कहा कि बिहार को विकसित राज्य बनाने के लिए नीतीश कुमार को चौथी बार मुख्यमंत्री बनना जरूरी है। हर सीट को जीतने का संकल्प लें।
उन्होंने कहा-जदयू नंबर वन पार्टी है। हमारा संगठन बूथ तक तो पहुंचा ही हुआ है, सोशल मीडिया से भी हर बूथ के साथी जुड़ चुके हैं। किसी उम्मीदवार को चिंता की जरूरत नहीं है। बस अपने नेता के चेहरे को सामने रखकर संगठन की पूरी ताकत चुनाव में लगा दें। पंचायत को कार्यक्षेत्र बनाकर बूथ केंद्रित कैंपेन करें। 7 निश्चय पार्ट 2 के बारे में सभी लोगों को बताएं। बिहार अकेला प्रदेश है, जहां किसी किसान ने आत्महत्या नहीं की और न ही कोई भूख से मरा। केंद्र सरकार ने भी पर्याप्त सहायता दी।
प्रदेश जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ.अशोक चौधरी ने कहा कि हमें इस चुनाव में 200 से ज्यादा सीटें हासिल करनी है। इसके लिए हमारा स्ट्राइक रेट ज्यादा से ज्यादा हाे। बिल गेट्स और दलाई लामा जैसी हस्तियों ने हमारे नेता की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। उनके साथ काम करना मेरा सौभाग्य है।

मेरे लिए गर्व व सम्मान की बात कि मुझे चुनाव के समय कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। बैठक में ललन सर्राफ, डॉ.नवीन कुमार आर्य, अनिल कुमार, डॉ.अमरदीप, मंजीत सिंह, डॉ.विपिन यादव, कामाख्या नारायण सिंह, सुनील कुमार, अशोक बादल, पंचम श्रीवास्तव, आसिफ कमाल भी मौजूद थे।



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आरसीपी सिंह (फाइल फोटो)


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/rcp-said-candidates-remain-unperturbed-the-party-organization-will-contest-elections-nitish-kumar-must-become-chief-minister-for-the-fourth-time-to-make-bihar-a-developed-state-127763305.html

आधी आबादी का वोट प्रतिशत जब-जब बढ़ा, नतीजे तब-तब एकतरफा होते गए, 1990 और 2010 के बाद के चुनावी नतीजों पर महिला वोटरों का असर साफ दिखा

Posted: 28 Sep 2020 06:22 PM PDT

चुनाव डेस्क | पटना
बिहार चुनाव की जब भी, जहां भी बात होती है तो परिणाम का अनुमान जातियों के जोड़-घटाव के बूते ही लगाए जाते हैं। जेंडर आधारित रुझान की चर्चा होती ही नहीं क्योंकि महिला वोट को पुरुष का पिछलग्गू ही मानने की परिपाटी है। हालांकि 1990 और 2010 के बाद के चुनावी नतीजों को देखें तो उसमें गजब का उतार-चढ़ाव दिखता है। इसमें जातियों की करवट तो एक फैक्टर रहा ही लेकिन महिला मतदाताओं के मत प्रतिशत में आया अप्रत्याशित बदलाव भी प्रमुख कारक रहा। परिणामों से जाहिर है जब-जब महिलाओं ने बूथों की ओर रुख किया, पासा पलट गया बल्कि कहें खेल एकतरफा हो गया। चाहे वह 2010 का या 2015 का विधानसभा चुनाव हो, दोनों चुनावों में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से अधिक रहा।
1990 के चुनाव में पहली बार राज्य में महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 50 फीसदी को पार किया। लेकिन तब भी यह पुरुषों से 13 प्रतिशत कम था। बूथों तक महिलाओं के पहुंचने का क्रम 1995 बढ़ा तब जनता दल की पुनर्वापसी हुई, और यह वही चुनाव था जब जनता दल सर्वाधिक (167) सीट जीता। लेकिन इस जोश में थोड़ी कमी 2000 के चुनाव में आई। यह कमी तब हुई जब राज्य की कमान महिला मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के हाथ में थी। 2005 के विधानसभा के दो चुनावों में 1990 की तुलना में महिलाओं का वोट 9 प्रतिशत तक गिरा। महिला मतदाताओं का यह मोहभंग का काल माना गया तब राज्य में कानून-व्यवस्था प्रमुख मुद्दा था। यही राजद के ग्राफ गिरने का काल भी रहा। फरवरी 2005 के चुनाव में महिलाओं के मत प्रतिशत में 11 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई। लेकिन 2010 के विधानसभा चुनाव में महिलाएं बूथों पर मजे की उमड़ीं। पहली बार इसी चुनाव में पुरुष मताधिकार को चुनौती मिली। रिकार्ड टूटा। महिलाओं का मत प्रतिशत पहली बार पुरुषों से अधिक रहा। भाजपा-जदयू गठबंधन की वापसी में जातियों की जोड़-तोड़ से असरदार यह शांत लहर (साइलेंट वेव) रही । इस चुनाव में पुरुष मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 51.1 रहा तो महिलाओं का 54.5 फीसदी। 2005 की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक। मतदान के प्रति महिलाओं के रुझान में आई वृद्धि को सरकार की ओर से महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठाए गए प्रयासों यथा पंचायतों में 50 फीसदी आरक्षण, साइकिल पोशाक सरीखी योजनाओं से भी जोड़कर देखा गया। 2015 के विधानसभा चुनाव में भी यह ट्रेंड कायम रहा। 60.57% मतदान के साथ महिलाओं ने पुरुषों को काफी पीछे छोड़ दिया। 2020 के चुनाव में भी यह रुझान कायम रहा तो फिर एकतरफा नतीजे होंगे, ठीक वैसे ही जैसा 2010 के बाद के चुनावी नतीजे रहे। चाहे वे लोकसभा के हों या विधानसभा के।

{राज्य में 1952-2010 तक हुए विधानसभा चुनावों में 270 महिलाएं विजयी रहीं। इसमें 2000 के पूर्व झारखंड के भी आंकड़े शामिल।
{पार्टियों के हिसाब से देखें तो किसी एक दल से अब तक सर्वाधिक महिलाएं जदयू के टिकट पर ही जीतीं। 2010 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 24 महिलाओं को टिकट दिए इनमें 23 जीतीं।

बूथों पर दिखाया दबदबा तो मैदान में भी बढ़ी संख्या
बीते चुनावों को देखें तो महिलाओं ने बूथों पर ही दबंगई नहीं दिखाई चुनावी मैदान में भी अपना दबदबा बढ़ाया है। 2010 के विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक 307 महिला उम्मीदवारों ने भाग्य आजमाया। 34 जीतीं। 1957 में भी 34 महिलाएं विधानसभा पहुंचीं थीं, तब झारखंड भी बिहार में था। उम्मीदवारी और जीत के अनुपात को देखें तो यहां भी महिलाओं ने पिछले विधानसभा चुनाव में पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है।



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विधानसभा चुनाव में पुरुष और महिलाओं का मतदान प्रतिशत।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/when-the-vote-percentage-of-half-the-population-increased-the-results-were-unilateral-the-effect-of-women-voters-on-the-election-results-after-1990-and-2010-was-clearly-visible-127763285.html

मोदी ने तेजस्वी से पूछा-नेताओं ने आपकों क्यों दान की अपनी संपत्ति

Posted: 28 Sep 2020 06:22 PM PDT

उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजद के युवराज तेजस्वी यादव से पूछा है कि राजनेताओं ने अपनी करोड़ों की संपत्ति आपको क्यों दान कर दी? क्या आप बताएंगे कि इन राजनेताओं ने अपनी संपत्ति खुशी से दान कर दी या उन्हें टिकट पाने व मंत्री बनने के लिए मजबूरी में ऐसा करना पड़ा?

क्या पार्टी के टिकट पाने और मंत्री बनने के एवज में कांति सिंह और रघुनाथ झा ने पटना और गोपालगंज के करोड़ों की तीन मंजिला और दो मंजिला मकान उनके नाम दान नहीं कर दिया था? आपने तो टिकट देने और मंत्री बनाने के एवज में अकूत दौलत हासिल कर अपनी बेरोजगारी दूर कर ली, क्या इसी तरह का कोई टिप्स बिहार के युवकों को भी देने वाले हैं?
मोदी ने कहा कि लालू मई 2004 में यूपीए-1 सरकार में रेलमंत्री बने। इसके मात्र सात माह बाद 6 जनवरी 2005 को कांति ने तेज प्रताप और तेजस्वी यादव को पटना के चितकोहरा स्थित 9.39 डिसमिल जमीन और उसमें बना तीन मंजिला मकान मुफ्त में गिफ्ट कर दिया।

तेजस्वी बताएं कि क्या कांति सिंह ने टिकट पाने और मंत्री बनने के लिए करोड़ों की सम्पत्ति का दान नहीं किया? इसी प्रकार क्या मंत्री बनने के लिए ही रघुनाथ झा ने 18 जून 2005 को गोपालगंज में एनएच-28 से सटी अपनी करोड़ों की सम्पत्ति महज 8.75लाख कीमत बता कर नाबालिग तेजप्रताप और तेजस्वी के नाम पर गिफ्ट नहीं कर दिया?



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/modi-asked-tejashwi-why-did-the-leaders-donate-their-wealth-to-you-127763258.html

बिहार की राजनीति के 75 पार के ये सात चेहरे, जो संभवत: इस बार चुनावी मैदान में न दिखें, पिछली बार मजबूत स्थिति में थे

Posted: 28 Sep 2020 06:22 PM PDT

पकी उम्र में भी अपनी-अपनी पार्टी की पक्की जीत सुनिश्चित करने वाले सात चेहरे, कोरोनाकाल में हो रहे इस चुनाव में संभवत: नहीं दिखाई देंगे। पिछली बार जब ये मैदान में कूदे तो 70 पार के थे और उन्होंने नौजवानों को पानी पिला दिया तब चुनाव जीतने वाले चेहरों की औसत आयु 50 वर्ष थी।

साहेबपुर कमाल से राजद के टिकट पर पिछला चुनाव श्रीनारायण यादव जब लड़े तो उनकी उम्र 80 साल थी। चुनाव खर्च में टॉप पर रहने वाले भाजपा के दिनकर राम तब 73 साल के थे अब 78 के हैं। सुल्तानगंज से सुबोध राय और अमरपुर से जदयू विधायक जनार्दन मांझी अब 76 वर्ष के हैं।

कहलगांव सीट का लंबे समय तक प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस विधायक सदानंद सिंह अब 75 वर्ष के हो चुके हैं तो परबत्ता के जदयू विधायक रामानंद सिंह अब 79 वर्ष के हो चुके हैं। पिछला चुनाव जीतने वाले सत्तर पार के विधायकों में डेहरी के राजद विधायक इलियास हुसैन और बछवाड़ा के कांग्रेस विधायक रामदेव राय दिवंगत हो चुके हैं।

पिछले चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने वाले उम्रदराज नेता

  1. दिनकर राम

(बथनाहा, सीतामढ़ी)

उम्र-73
राजनीति में प्रवेश 1974 ई. विधानसभा सदस्य फरवरी 2005, नवंबर 2005 से 2010, नवंबर 2010 से 2015, 2015 से 2020

2. श्रीनारायण यादव

(बेगूसराय)

उम्र-80
राजनीति में प्रवेश 1980, जेपी आंदोलन में जेल यातना, विधानसभा सदस्य 1980 से अबतक 21 साल, 13 वर्षों तक नगर विकास मंत्री रहे

3. सुबोध राय
(सुलतानगंज, भागलपुर)

उम्र-71
राजनीति में प्रवेश 1960 छात्र जीवन से, विधानसभा सदस्य नवंबर 2010, नवंबर 2015, बिहार विधानपरिषद सदस्य 1994, सांसद 1999

4. जनार्दन मांझी
(अमरपुर, बांका)

उम्र-71
राजनीति में प्रवेश 1995
विधानसभा सदस्य नवंबर 2005, नवंबर 2010, नवंबर 2015 से फिर, जिला परिषद सदस्य 2001 से 2005 तक

5. हरिनारायण सिंह
(हरनौत, नालंदा)

उम्र-75
राजनीति में प्रवेश 1967 विधान सभा सदस्य 1977, 1983, 1990, 2000, मार्च 2005, 2010, नवंबर 2015 से फिर..

6. सदानंद सिंह
(कहलगांव, भागलपुर)

उम्र-70
राजनीति में प्रवेश 1968 ई., विधानसभा सदस्य 1969, 1972, 1977, 1980, 1985, 2000 मार्च 2005, नवंबर 2010, नवंबर 2015

7. रामानंद प्रसाद सिंह
(परबत्ता, खगड़िया)

उम्र-74
राजनीति में प्रवेश 1995, विधानसभा सदस्य 2004 उप चुनाव, मार्च 2005 नवंबर 2005, 2014 उपचुनाव, नवंबर 2015 से ..2020



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दिनकर राम (फाइल फोटो)


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/these-seven-faces-from-across-the-75-states-of-bihar-who-may-not-appear-in-the-electoral-fray-this-time-were-in-a-strong-position-last-time-127763236.html

तोमर बिहार के पंचायत प्रतिनिधियों और किसानों से आज रूबरू होंगे

Posted: 28 Sep 2020 06:22 PM PDT

केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मंगलवार को वर्चुअल कांफ्रेंस के माध्यम से बिहार के किसानों, बुद्धिजीवियों, पंचायत प्रतिनिधियों से रूबरू होंगे। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि केन्द्रीय कृषि मंत्री कृषि बिल समेत किसानों से जुड़े तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखेंगे। केन्द्र द्वारा किसानों के कल्याण और उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए किये गये उपायों पर भी विस्तार से चर्चा होगी। वे कृषि बिल पर विपक्ष द्वारा फैलाये जा रहे भ्रम का भी जवाब देंगे।
तोमर खुद किसान परिवार से हैं और वे किसानों की समस्याओं को अच्छी तरह समझते हैं। उनके संबोधन को लेकर बिहार के किसानों व भाजपा के कार्यकर्ताओं में गजब का उत्साह है। बिहार में रहने वाले किसानों, पंचायत प्रतिनिधियों व अन्य कार्यकर्ताओं को वर्चुअल कांफ्रेंस का आमन्त्रण भेजा जा चुका है। इसके अलावा इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी किया जाएगा, जिससे आम जनता भी इस कार्यक्रम से जुड़ सकेगी।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/tomar-will-meet-the-panchayat-representatives-of-bihar-and-farmers-today-127763182.html

बिहार कितना तैयार; पार्टियां, नेता जो कहें, लेकिन आधी आबादी उलझन में है कि वोट डालने जाएं या परिवार की सुरक्षा देखें

Posted: 28 Sep 2020 06:22 PM PDT

चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ और साथ ही बिहार में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई। सभी पार्टियां अपनी तरफ से लुभावने दावों के दौर में प्रवेश कर चुकी हैं। लेकिन, बिहार की आधी आबादी यानी महिला वोटर्स क्या सोच रही है, यह एक बड़ा सवाल है। ऐसा इसलिए क्योंकि बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां पुरुषों की तुलना में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत ज्यादा होता है।

इस आधार पर यह कह सकते हैं कि बिहार में सरकार की लगाम आधी आबादी के हाथों में आ चुकी है। महिलाओं ने लगातार हर चुनाव में, बार-बार यह साबित किया है कि उनका वोट पार्टियों की जीत या हार में निर्णायक भूमिका निभा सकता है।

यही वजह रही कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी सरकार के फैसलों में बालिका शिक्षा से लेकर महिलाओं को पंचायत चुनाव में आरक्षण देने जैसी पहल की, जिसका फायदा भी उन्हें मिलता रहा। लेकिन, इस बार बहुत कुछ बदला हुआ है। आधी आबादी की ओर से उठते सवाल यह सोचने को मजबूर कर रहे हैं कि क्या वाकई इस बार सब कुछ पहले जैसा ही रहेगा या कि कुछ बदला-बदला सा दिखेगा!

यह सवाल इसलिए भी कि इस बार बिहार चुनाव सामान्य परिस्थितियों में नहीं बल्कि कोरोना के भय के बीच हो रहा है। राजनीतिक पार्टियों में भी इस बात को लेकर आशंका है कि क्या इस बार भी वोटर हमेशा की तरह घर से बाहर निकलेंगे या नहीं। इस लिहाज से महिलाओं की वोटिंग का मसला और गंभीर हो जाता है।

इन दिनों महिलाएं आमतौर पर वैसे भी घर से कम ही निकल रही हैं। उन्हें कोरोना का डर है कि कहीं परिवार के अन्य सदस्यों, खासकर बच्चों में संक्रमण की कैरियर न बन जाएं। उनकी चिंता गैरवाजिब भी नहीं है।

उषा झा उद्यमी हैं और कहती हैं, अगर हालात सही रहे, तभी वोट डालने जाएंगी।

महिलाओं पर खुद के साथ अपने बच्चों ही नहीं, घर के बड़े-बुजुर्गों की देखभाल की दोहरी जिम्मेदारी भी होती है। मौजूदा दौर में तो कोरोना संक्रमण के भय ने उन्हें चौतरफा जिम्मेदारी के एक नए अहसास में घेर दिया है।

कामकाज के कारण मजबूरी में पुरुष तो कोरोना जनित विपरीत हालात में भी घर से बाहर काम करने को निकल रहे हैं, लेकिन वर्किंग महिलाओं को छोड़कर ज्यादातर महिलाएं घरों से कम ही निकल रही हैं। वर्किंग महिलाएं भी सुरक्षा कारणों से वर्क फ्रॉम होम ही ज्यादा पसंद कर रही हैं।

हमने जानी महिलाओं से उनकी राय
अपने ऐसे ही कुछ सवाल लेकर हम सीधे महिलाओं तक पहुंचे। सबसे पहले हमारी मुलाकात महिला उद्यमी उषा झा से हुई। वोट डालने जाएंगी या नहीं? उनका सीधा जवाब था यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है। मतदान केंद्रों पर कोरोना से बचाव को लेकर की गई तैयारियों से संतुष्ट हुई तभी वोट डालने जाऊंगी।

लेकिन, उन्होंने सवाल भी किया- क्या पोलिंग बूथ कि तैयारियां मात्र ही कोरोना से बचाने को पर्याप्त हैं? कहा- अगर वोट नहीं डाल पाई तो इस बात का दुख जरूर होगा, लेकिन इस समय सबसे ज्यादा जरूरी स्वस्थ और सुरक्षित रहना है। चुनाव थोड़े और दिनों बाद होता तो अच्छा होता।

हमारी मुलाकात इंदु और अमृता से भी हुई। दोनों उषा झा के यहां ही काम करती हैं। उनकी राय भी ज्यादा अलग नहीं है। कहती हैं काम पर आना इतना मुश्किल हो गया है कि वोट डालने जाने की सोच तो भी नहीं सकते। परिवार चलाने के लिए काम करना जरूरी है इसलिए निकल रहे हैं, लेकिन वोट डालने के बारे में सोचेंगे। उनका इशारा आसपास के दबाव पर भी है।

प्रतिभा सिंह गृहिणी और ब्लॉगर हैं। कहती हैं कि मैं तो वोट डालने जरूर जाऊंगी। सारे काम तो हो ही रहे हैं, फिर इस काम को क्यों छोड़ा जाए? यह भी जरूरी है, हां थोड़ी मुश्किल जरूर है, लेकिन वोट डालने जाऊंगी।

मेडिकल की छात्रा साक्षी की भी यही राय है। सामाजिक कार्यकर्ता सरिता सजल तो वोट डालने को लेकर पूरे जोश में दिखती हैं। कहती हैं, मुश्किल है लेकिन वोट डालने जरूर जाऊंगी। अपनी सुरक्षा का पूरा ख्याल रखूंगी। हालांकि, कोरोना से पैदा हुए डर का असर सब पर बराबर है।

साक्षी मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं और जब उनसे वोट डालने के बारे में पूछा गया तो जवाब में उन्होंने कहा कि जरूर जाएंगी।

यह तो थी युवाओं की राय। हमने अपना सवाल 65 साल की प्रभावती देवी से पूछा कि क्या वह वोट डालने जाएंगी? अब तक उत्साह से वोट डालती आ रहीं प्रभावती देवी ने साफ तौर से मना कर दिया। कहा कि आज की परिस्थितियों में जब हमारा घर से निकलना मुश्किल है, ऐसे में हमें नहीं लगता कि हमारे बच्चे हमें वोट डालने जाने देंगे।

कुछ ऐसी ही राय ब्यूटी पार्लर चला रहीं मेनका भी रखती हैं। कहती हैं कि ना तो मैं घर से निकल रही हूं और ना महिलाएं ही पार्लर आ रही हैं। ऐसे में वोट डालने जाने की बात बेहद मुश्किल लगती है। खुद को मना भी लूं तो परिवार को कैसे समझाऊंगी।

बिहार में महिला और पुरुष वोटरों की संख्या में है 40 लाख 14 हजार 432 का अंतर
बिहार में कुल 7 करोड़ 6 लाख 3778 वोटर हैं। पुरुष और महिला वोटर्स की संख्या में 40 लाख 14432 का अंतर है। राज्य के प्रमुख जिलों में पुरुषों की तुलना में अगर महिला वोटरों की संख्या को देखें तो प्रति 1000 में सबसे अधिक महिला वोटर्स गोपालगंज में हैं। यहां इनकी संख्या 992 है।

वहीं, सबसे कम महिला वोटर्स मुंगेर में हैं, जहां इनकी संख्या प्रति 1000 पुरुषों पर 848 है। पटना की बात करें तो यहां प्रति हजार पुरुष वोटर्स पर 905 महिला वोटर्स हैं।



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Whatever the Election Commission is ready for Bihar, parties, leaders should say, but half the population is confused about whether to vote or see the safety of the family.


source https://www.bhaskar.com/bihar-election/news/bihar-assembly-election-2020-what-female-voters-thinks-about-election-127763175.html

पप्पू ने थर्ड फ्रंट की तरफ बढ़ाया कदम, बनाया प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन

Posted: 28 Sep 2020 06:22 PM PDT

जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने सोमवार को थर्ड फ्रंट की तरह एक और बढ़ाया। उन्होंने प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन यानी पीडीए बनाने की घोषणा की। इस गठबंधन में चंद्रशेखर आजाद की अध्यक्षता वाली आजाद समाज पार्टी, एमके फैजी के नेतृत्व वाली सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी यानी एसटीपीआई और बीपीएल मातंग की बहुजन मुक्ति पार्टी शामिल हुई है।

गठबंधन का ऐलान करते हुए जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि यह गठबंधन 30 साल के महापाप को समाप्त करने के लिए बनाया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी बात रालोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से भी हो रही है।

दो दिनों में बनाया जाएगा कॉमन मिनिमम प्रोग्राम
पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा और कहा कोरोना वायरस और लॉकडाउन के दौरान गुजरात और दिल्ली में तड़पते बिहारियों की मदद क्यों नहीं की। वहीं, आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि जहां भी न्याय की लड़ाई लड़ाई लड़ी जाएगी वह वहां जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन सांप्रदायिक ताकतों और जातीय हिंसा को रोकने के लिए बना है।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/pappu-moves-towards-third-front-creates-progressive-democratic-coalition-127763174.html

ये दबंगाें के पुल हैं, जिन्हें पैदल पार करने पर देने पड़ते हैं रुपए

Posted: 28 Sep 2020 06:22 PM PDT

बागमती व लखनदेई नदी पर दबंगाें के पुल से छुटकारा पाने की छटपटाहट देखनी हाे ताे कटरा हाेते हुए औराई चले आएं। इन पीपा-चचरी पुलाें पर पैदल पार करने के लिए भी 5 रुपए देने हाेते हैं। गाड़ियां पार कराने के लिए ताे 50 रुपए की वसूली हाेती है। विराेध किया ताे खैर नहीं, चूंकि इसे दबंगाें ने बनाया है...। मतलब जाे समझिए।

इसे आप रंगदारी कह सकते हैं या सुविधा शुल्क भी। चुनावी आहट हाेते ही हर बार वाेट बहिष्कार की चेतावनी और नेताओं की खाेखली बयानबाजी शुरू हाे जाती है। इस बार फिर चचरी पुल चुनावी मुद्दा बनेगा। मथुरापुर बुजुर्ग पंचायत की सुंदरखौली गांव के निकट वर्षों से चचरी पुल ही आवागमन का सहारा है। पिछले दो चुनावाें में यहां "पुल नहीं तो वोट नहीं' के नारा लगे थे।



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These are the bridges of Dabangg, which have to be paid on crossing


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/news/these-are-the-bridges-of-dabangg-which-have-to-be-paid-on-crossing-127763168.html

16 जिलों के 2000 बूथों पर कमर भर पानी, सूख भी गए तो कीचड़ में कैसे होगा मतदान, 5 जिलों में ही होंगी दो चरणों में वोटिंग

Posted: 28 Sep 2020 06:22 PM PDT

चुनाव की तारीख घोषित हो चुकी है। बूथों की संख्या भी तय है। कोरोना के कारण इस बार राज्य में राज्य में बूथों की संख्या में 62.96% की वृद्धि हुई है। 2015 में 65,367 बूथ थे जो अब बढ़कर 1,06,526 हो है। कोरोना और बाढ़ को देखते हुए चुनाव आयोग ने भले ही 10 जिलों में चुनाव दो दिन या दो फेज में कराने का निर्णय लिया हो लेकिन इनमें बाढ़ की चपेट में आए 5 जिले ही शामिल हैं जबकि तबाही 16 जिलों में मची थी।

मौजूदा हालत यह है कि इन जिलों के 2000 से अधिक बूथों पर आज भी कमर तक पानी है। 1000 मतदाता पर इस बार बूथ बने हैं यानी समस्या 20 लाख वोटरों की है। बाढ़ग्रस्त जिलों में दूसरे व तीसरे फेज (3 व 7 नवंबर) को मतदान है। तीस दिन की अवधि में बूथों पर जमा पानी निकल भी गया तो कीचड़-कादो से निबटना जिला प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी क्योंकि 20 जुलाई के बाद आई बाढ़ के बाद से ही यहां पानी ठहरा हुआ है।

बाढ़ प्रभावित 16 जिलों में 7 सीतामढ़ी,दरभंगा, मुजफ्फरपुर,पूर्वी व पश्चिमी चंपारण,समस्तीपुर,मधुबनी में दो फेज (दूसरे व तीसरे) में चुनाव होगा। शेष 9 जिलों में से शिवहर, ,गोपालगंज,खगड़िया, सारण व सिवान में दूसरे चरण में एक ही दिन और सुपौल, किशनगंज,,मधेपुरा और सहरसा में तीसरे चरण में एक दिन में चुनाव होगा।

खगड़िया जिले के तीन प्रखंडों के 84 मतदान केंद्र बाढ़ से प्रभावित हैं

जिले के तीन प्रखंडों के 84 मतदान केंद्र बाढ़ प्रभावित हैं। बकौल डीएम आलोक रंजन घोष अलौली में 27, बेलदौर में 53 और खगड़िया विधानसभा क्षेत्र के 4 बूथ पानी से घिरे हैं। यहां वोटरों को लाने और ले जाने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से सुनिश्चित की गई है। समय के हिसाब से पानी उतर सकता है। लेकिन अभी नदियों के जलस्तर में उतार चढ़ाव जारी है।

छपरा मकेर प्रखंड में दोबारा बाढ़ की नौबत
छपरा जिले के पानापुर, तरैया, मशरक, अमनौर और मकेर प्रखंड में दोबारा बाढ़ की नौबत आ गई है। यह एरिया तरैया व अमनौर विस क्षेत्र में आता है। यहां के करीब 12 बूथों में पानी घुस गया है। करीब सवा लाख मतदाता बाढ़ से घिरे है। तरैया विधानसभा के पानापुर प्रखंड का उत्क्रमित मध्य विद्यालय बगडीहा तो तीसरी बार बाढ़ के पानी में डूब गया है।

अररिया यहां भी कई बूथों पर जलजमाव की स्थिति
जिले में 7 नवंबर को मतदान होगा। तीन प्रखंडों सिकटी, पलासी, जोकीहाट के 70% बूथ अभी पानी से घिरे हैं। अररिया और फारबिसगंज के 20% बूथों पर पानी है। जिले के 200-250 बूथ आज भी पानी से घिरे हैं। पूर्णिया : महानंदा, कनकई और परमान में उफान से बायसी, बैसा और अमौर में जलजमाव की समस्या बनी हुई है।

सहरसा 211 बूथ कोसी तटबंध के अंदर हैं
इस जिले के 211 बूथ बाढ़ प्रभावित कोसी तटबंध के अंदर हैं। जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि मतदान 7 नवंबर हो है। तब तक पानी उतर जाएगा लेकिन तटबंध के भीतर 70 ऐसे बूथ होंगे जहां पहुंचने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ेगा। मधेपुरा : जिले के 13 प्रखंडों में 2 बाढ़ग्रस्त हैं। चौसा के 9 बूथ और आलमनगर के 14 बूथ पानी से घिरे हैं।

3 दर्जन से अधिक बूथ पानी से घिरे हैं
बागमती और गंडक में ऊफान से औराई एवं साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र के करीब 3 दर्जन से अधिक मतदान केंद्र बाढ़ के पानी में घिर गए हैं। औराई विधानसभा क्षेत्र के 12 मतदान भवन में स्थित दो दर्जन बूथ बाढ़ के पानी में डूबे हैं। इसमें कटरा के 7 मतदान भवन के 15 बूथ और औराई के पांच मतदान भवन के 9 बूथ बाढ़ के पानी से घिरे हैं। साहेबगंज विस के भी 15 मतदान केंद्र बाढ़ के पानी से घिरे हैं। उप निर्वाचन पदाधिकारी संजय मिश्र का कहना है, चुनाव तब तक पानी उतर जाएगा।

लखीसराय यहां 55 बूथ बाढ़ग्रस्त हैं
इस जिले के 55 बूथ बाढ़ग्रस्त हैं। पिपरिया प्रखंड के 37, सूर्यगढ़ा के 10 और लखीसराय टाल क्षेत्र के 8 बूथ आज भी डूब क्षेत्र में हैं। कीचड़ और जलजमाव है। यहां वोट पहले चरण में पड़ेंगे। प्रशासन का दावा है कि मतदान के दिन तक सब ठीक हो जाएगा। तब तक पानी भी उतर जाएगा। तैयारी पूरी कर ली जाएगी।

इन जिलों में भी बूथ पानी से घिरे हैं
कटिहार : इस जिले के 1320 बूथ बाढ़ प्रभावित हैं। कटिहार विधानसभा क्षेत्र में 50, कदवा के करीब 370, बलरामपुर के 200, प्राणपुर के 10, मनिहारी के 230, बरारी के 210 और कोढ़ा के 250 बूथों पर अभी भी पानी गहरा है।
दरभंगा: जिले में 47 बूथ बाढ प्रभावित हैं । यह जानकारी जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी पुष्कर कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि इसमें से अधिकांश बूथ गौडाबौराम एवं कुशेश्वरस्थान विधान सभा क्षेत्र के हैं। हनुमाननगर प्रखंड क्षेत्र के 13 बूथ बाढ प्रभावित हैं।



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बिहार में कई बूथों पर कमर तक पानी भरा हुआ है। इन जगहों पर मतदान कराना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/water-filled-up-to-2000-booths-in-16-districts-even-if-dried-up-how-will-the-mud-be-voted-in-only-5-districts-will-vote-in-two-phases-127763153.html

विधानसभा चुनाव में उत्तर बिहार ने महिलाओं को दिया ज्यादा मौका, 13 सीटों पर दो बार जीती महिला प्रत्याशी

Posted: 28 Sep 2020 06:22 PM PDT

बिहार की बड़ी और प्रमुख नदियां उत्तर बिहार में ज्यादा हैं। महिलाओं को विधानसभा भेजने के मामले में भी उत्तर बिहार आगे है। विधानसभा के 243 क्षेत्रों में 153 गंगा के उत्तर में हैं, जबकि दक्षिण बिहार में 90 हैं। जिलों के हिसाब से देखें, तो पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, पूर्णिया, खगड़िया और बेगूसराय जिले महिलाओं को मौका देने में अधिक उदार रहे हैं। सीतामढ़ी जिले के सात में से तीन ऐसे क्षेत्र हैं, जहां पिछले दो चुनावों से महिलाएं जीत का परचम लहरा रही हैं।

प्रति सीट महिला प्रत्याशी द. बिहार में ज्यादा
चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर खड़े होने के मामले में दक्षिण बिहार की महिलाएं कुछ आगे ही हैं। 2010 में कुल महिला प्रत्याशी थीं 307, जिनमें उत्तर बिहार से 184 तथा दक्षिण बिहार से 123 थीं। प्रति सीट के हिसाब से देखें, तो उत्तर बिहार में यह संख्या 1.2 तथा दक्षिण बिहार में 1.3 थी। 2015 के चुनाव मैदान में 271 महिलाएं थीं, जिनमें उत्तर बिहार से 160 तथा दक्षिण बिहार से 111 थीं। प्रति सीट यह संख्या उत्तर बिहार में 1.04 तथा दक्षिण बिहार में 1.2 थी।

इन 13 सीटों पर दोबारा जीत कर आईं महिलाएं

  • रामनगर
  • बाजपट्‌टी
  • रुन्नी सैदपुर
  • बेलसंड
  • फुलपरास
  • त्रिवेणीगंज
  • धमदाहा
  • रूपौली
  • दरौंदा
  • चेरिया
  • बरियारपुर
  • खगड़िया
  • दानापुर
  • बाराचट्‌टी

4 सीटों पर तीसरी बार जीत कर आईं महिलाएं

  • रुन्नी सैदपुर
  • रूपौली
  • खगड़िया
  • दानापुर

इन चार सीटों में रुन्नी सैदपुर, रूपौली और खगड़िया उत्तर बिहार में हैं, जबकि दानापुर दक्षिण बिहार में है।



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महिलाओं को विस भेजने के मामले में भी उत्तर बिहार आगे।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/north-bihar-gives-women-more-chance-in-assembly-elections-women-candidates-won-13-seats-twice-127763102.html

केस के डर से कांग्रेसियों का ‘घर’ में ही धरना

Posted: 28 Sep 2020 06:22 PM PDT

केस होने का डर ऐसा का कांग्रेसियों ने अपने कार्यालय के परिसर में भी नहीं सदाकत आश्रम भवन में अंदर धरना दिया। वो कार्यालय के परिसर में भी नहीं बैठे क्योंकि प्रशासन की नजर टेढ़ी हुई तो मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट की अवहेलना में केस दर्ज हो सकता है। तीन दिन पहले बिहार कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अविनाश पांडेय समेत अन्य नेताओं को रिसीव करने पटना एयरपोर्ट पहुंचे कई कांग्रेसियों पर मामला दर्ज हुआ है।
कृषि बिल के संसद में पास होने के बाद कांग्रेस ने एक महीने तक विरोध जताने का निर्णय किया है। उसी कड़ी में शक्ति सिंह गोहिल ने घोषणा की थी कि 28 सितंबर को कांग्रेसी राजभवन मार्च करेंगे। उनकी इस घोषणा के बाद चुनाव आयोग ने बिहार में विधानसभा चुनाव के तारीखों का एलान कर दिया।

प्रदेश कांग्रेस धर्म संकट में पड़ी थी कि हाईकमान के इस निर्देश को कैसे पालन किया जाए कि उनका प्रदर्शन मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के दायरे में नहीं आए और विरोध भी प्रदर्शित हो जाए। प्रदेश अध्यक्ष डऍ. मदन मोहन झा के सलाहकारों ने यह रास्ता निकाला कि अगर अपने को केस दर्ज होने से बचाना है तो भवन के अंदर ही धरना दे दिया जाये। मैसेज भी चला जाएगा और केस होने से भी बच जाएंगे। डाॅ. झा ने उसी सलाह पर अमल करते हुए हाईकमान तक धरना देकर उसकी सूचना भी भिजवा दी।



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सदाकत आश्रम में धरना देते कांग्रेस के कार्यकर्ता।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/congressmen-staging-home-fearing-case-127763110.html

पटना की बेटी पांचवीं कक्षा की गौरी सिंह काे इसराे साइबर स्पेस प्रतियाेगिता में दूसरा स्थान

Posted: 28 Sep 2020 06:22 PM PDT

पटना डीपीएस की क्लास 5 की छात्रा गाैरी सिंह ने ऑल इंडिया लेवल पर आयाेजित इसराे साइबर स्पेस प्रतियाेगिता में दूसरा स्थान हासिल किया है। गाैरी के पिता डाॅ. प्रशांत कुमार सिंह और मां डाॅ. श्रुति सिंह एम्स में डाॅक्टर हैं। यह प्रतियाेगिता हरेक साल क्लास 4 और 5 के छात्र-छात्राओं के लिए देशभर में हाेती है। इस साल यह परीक्षा जुलाई में हुई थी।

इसबार का विषय था- इंडियन लाॅन्च व्हीकिल। इसका माॅडल छह घंटे में बनाकर इसके बारे में विस्तृत जानकारी देनी थी। गाैरी ने पीएसएलवी सी-35 का माॅडल बनाकर विस्तृत जानकारी। इस प्रतियाेगिता में देशभर के 2 लाख 4 हजार 631 छात्र शामिल हुए थे। भारतीय अंतरिक्ष के जनक डाॅ. विक्रम सारा भाई के जन्मदिवस यानी 25 सितंबर काे राष्ट्रपति इस प्रतियाेगिता में टाॅप छात्राें काे प्रमाणापत्र देकर सम्मानित करते हैं। इस साल काराेना की वजह से सम्मान समाराेह दिल्ली में आयाेजित नहीं हाे सका। इसराे की ओर से प्रमाणपत्र स्कूल भेजा गया।

गाैरी ने कहा-स्पेस साइंटिस्ट बनना है
गाैरी ने बताया कि इस सफलता के पीछे स्कूल के शिक्षक हैं। इनके अलावा मां-पिता हैं। पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम मेरे आदर्श हैं। मेरे मां-पिता भले ही डाॅक्टर हैं, पर मैं डाॅक्टर नहीं बनना चाहती हूं। मुझे स्पेस साइंटिस्ट बनना है। गाैरी की सफलता पर एम्स के निदेशक डाॅ. पीके सिंह, अधीक्षक डाॅ. सीएम सिंह, काेराेना के नाेडल अफसर डाॅ. संजीव कुमार, डाॅ. अनिल कुमार, डाॅ. वीणा सिंह, डाॅ. देवेंदु भूषण, डाॅ. मुक्ता अग्रवाल शुभकामनाएं दी हैं।



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Gauri Singh, daughter of Patna's fifth grade, is second in the cyber space competition


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/fulwarishrif/news/gauri-singh-daughter-of-patnas-fifth-grade-is-second-in-the-cyber-space-competition-127763060.html

गायघाट ग्रिड मरम्मत के लिए आज सुबह 7 से शाम 6 बजे तक रहेगा बंद

Posted: 28 Sep 2020 05:22 PM PDT

नया बस स्टैंड (पाटलीपुत्रा बस टर्मिनल) से बसों का परिचालन 5 अक्टूबर से होगा। इस दौरान बसों परिचालन में बाधक बनने वाले 132 केवी फतुहा-गायघाट-कटरा ट्रांसमिशन लाइन की ऊंचाई बढ़ाने का अनुरोध बुडको ने बिजली कंपनी से किया है। इस पत्र के आलोक में बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी द्वारा मंगलवार की सुबह 7 से शाम 6 बजे तक 132 केवी फतुहा-गायघाट-कटरा ट्रांसमिशन लाइन बंद कर ऊंचाई बढ़ाई जाएगी। इस दौरान गायघाट ग्रिड से पावर सप्लाई बंद रहेगी।
पेसू जीएम दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि गायघाट ग्रिड से 5 पावर सब स्टेशन काे बिजली आपूर्ति की जाती है। इसमें गायघाट, सैदपुर, मीना बाजार, एनएमसीएच, मंगल तालाब पावर सब स्टेशन शामिल हैं। गायघाट ग्रिड के बंद रहने के दौरान गायघाट और एनएमसीएच पावर सब स्टेशन को 33 केवी पहाड़ी फीडर से बिजली आपूर्ति की जाएगी।

मंगल तलाब पावर सब स्टेशन को कटरा ग्रिड से बिजली आपूर्ति की जाएगी। सैयदपुर और मीना बाजार पावर सब स्टेशन को 33 केवी राजेंद्र नगर फीडर से बिजली आपूर्ति की जाएगी। लोड बढ़ने पर सैयदपुर और मीना बाजार पावर सब स्टेशन इलाके में रहने वाले लोगों को रोटेशन पर बिजली दी जाएगी।



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Gaighat grid will be closed from 7 am to 6 pm today for repairs


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/gaighat-grid-will-be-closed-from-7-am-to-6-pm-today-for-repairs-127763052.html

मीठापुर पुल के आर ब्लॉक छोर की दोनों लेन बंद होने से रोज यही हाल

Posted: 28 Sep 2020 05:22 PM PDT

मीठापुर पुल के आर ब्लाॅक छाेर की दाेनाें लेन बंद हाे जाने से राजधानी में जाम से निजात नहीं मिल रही है। साेमवार काे भी चिरैयाटांड़ पुल से लेकर मीठापुर पुल, आयकर गाेलंबर और डाकबंगला पर जाम ही जाम था।

वहीं चुनाव की घाेषणा के बाद वीरचंद पटेल मार्ग पर राजनीतिक दलाें के प्रदेश मुख्यालयाें में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ जाने से वाहनाें की खासी तादाद रहती है। इस वजह से भी इस मार्ग पर जाम लगा रहता है। ट्रैफिक जवान इन स्थानाें पर रहते हैं पर लंबे जाम रहने से कुछ नहीं कर पाते।



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Ditto for the closure of both lanes of R Block end of Mithapur Bridge.


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/ditto-for-the-closure-of-both-lanes-of-r-block-end-of-mithapur-bridge-127763042.html

पिछली बार मिलकर लड़े राजद-जदयू इस बार आमने-सामने की होगी टक्कर, अभी प्रत्याशी तय नहीं होने से मतदाताओं में असमंजस की स्थिति

Posted: 28 Sep 2020 05:22 PM PDT

(आलोक कुमार) कभी उग्रवादग्रस्त रहे मसौढ़ी विधानसभा क्षेत्र में कोरोना का किसी को भय नहीं है। मास्क लगाए लोग इक्के-दुक्के ही दिखते हैं। चुनाव का बिगुल बज गया है, सो लोगों के बीच चुनाव की चर्चा भी शुरू है। किसे टिकट मिलेगा...फिलवक्त बहस का विषय यही है। राजद की मौजूदा विधायक रेखा देवी समेत टिकट की दावेदारी कर रहे इलाके के एक दर्जन से अधिक नेता पटना में डेरा डाले हुए हैं। मतदाताओं का मूड बताता है कि मुकाबला राजद और जदयू के बीच ही होगा। यहां पहले चरण में 28 अक्टूबर को मतदान होना है।
इस सीट पर अभी राजद का कब्जा है। इस क्षेत्र में पिछले कई चुनावों में राजद और जदयू के बीच कांटे की टक्कर रही है। लगातार तीन बार से जीत हासिल करने के बावजूद 2015 में जदयू से यह सीट छिन गई थी। गठबंधन के तहत सीट राजद के खाते में चली गई थी।

राजद की रेखा देवी ने एनडीए की घटक हम की प्रत्याशी नूतन पासवान को हराया था। लेकिन, इस बार बदली हुई परिस्थिति में राजद और जदयू के बीच आमने-सामने की टक्कर तय है। यहां यादव वोट सबसे अधिक हैं। ऐसे में हर राजनीतिक दल उनको ध्यान में रखते हुए उम्मीदवार चुनता है। यहां इसबार 3,35,742 लाख वोटर हैं। इनमें से यादव वोट 70 हजार, कुर्मी 40 हजार, भूमिहार 25 हजार, राजपूत 15 हजार, पासवान 18 हजार, चंद्रवंशी 12 हजार, मुसलमान 20 हजार और महादलित करीब 25 हजार हैं।

शहर में जाम और जलनिकासी बड़ी समस्या
नीमा हाॅल्ट के पास सड़क जर्जर है, इस वजह से रोज जाम लग रहा है। मसौढ़ी पहुंचने पर भी रेलवे क्राॅसिंग के पास जाम से सामना होता है। वार्ड पार्षद मो. इसाराईल बताते हैं-मसौढ़ी से पटना, एकंगरसराय, जहानाबाद, गया, पालीगंज, नौबतपुर होते खगौल आदि जगहों के लिए बसें खुलती हैं, लेकिन स्टैंड नहीं है।

पहले रेलवे की जमीन में बस स्टैंड था, जिस पर फ्लाईओवर बन रहा है। मसौढ़ी के पश्चिमी मोड़ से मलकाना तक पईन के रास्ते बरसाती और नाले का पानी पहले निकलता था जो अब बंद है। इससे मलकाना, गंगाचक, दमड़ीचक, राधेश्याम नगर, कृष्णापुरी समेत शहर के कई मोहल्ले व आसपास के गांवों में जलजमाव से लोगों का घर से निकलना भी मुश्किल है।

करीब दो करोड़ की राशि से जल संसाधन विभाग की पहल के बाद समाधान संभव है। जिला पार्षद रेखा कुमारी के प्रतिनिधि भाई वीरेंद्र उर्फ किरी यादव ने बताया कि क्षेत्र में एक भी डिग्री कॉलेज नहीं है। रेफरल अस्पताल में भी इलाज का मुकम्मल इंतजाम नहीं है।

वीर कुंवर सिंह कॉलोनी रोड नहीं तो वोट नहीं
मसौढ़ी अनुमंडल कार्यालय के पास है वीरकुंवर सिंह कॉलोनी। करीब तीन हजार आबादी वाली यह कॉलोनी 20 साल पुरानी है। पूरे मसौढ़ी बाजार का पानी वीरकुंवर सिंह कॉलोनी में ही गिरा दिया गया है। मोटर से लेकर चापाकल तक का पानी गंध देता है और झाग निकलता है। लोग खरीद कर पानी पीते हैं। कॉलोनी के लोगों ने इसबार वोट बहिष्कार का ऐलान कर रखा है। इस मोहल्ले में करीब 1700 वोटर हैं।

विधायक बोलीं- इसबार भी मौका मिला तो बचे काम को पूरा करूंगी
विधायक रेखा देवी ने कहा-पांच साल में इलाके में काफी काम हुए। सिंचाई के लिए बेर्रा बराज बनवाया। नदवा, बौरही, कादिरगंज और भगवानगंज में चार पावर ग्रिड बनवाए। इलाके में करीब 150 सड़कें बनवाईं। इसके अलावा जरूरत के लिहाज से कई गांवों में नाली-गली, सामुदायिक भवन, छठ घाट आदि बनवाया। इसबार भी लोगों का आशीर्वाद मिला तो बचे हुए कार्यों को पूरा करेंगे। सबसे पहले वीरकुंवर सिंह कॉलोनी में पानी निकासी और पेयजल की समस्या को दूर करूंगी।

एससी के लिए सुरक्षित
यह विधानसभा सीट 1957 में अस्तित्व में आया था, तब एससी के लिए सुरक्षित थी। फिर इसे सामान्य सीट बना दिया गया। 2010 तक यह सीट सामान्य रही। 2015 के चुनाव से पहले इसे दोबारा एससी सुरक्षित सीट बना दिया गया। पिछले करीब 25 साल से इस सीट पर राजद और जदयू को ही जीत मिली है।



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शहर में जाम और जलनिकासी बड़ी समस्या है।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/masaurhi/news/rjd-jdu-fought-together-last-time-this-time-there-will-be-a-face-to-face-competition-the-situation-of-voters-is-not-sure-due-to-the-candidates-not-being-decided-yet-127763030.html

एनडीए की सीट शेयरिंग में लोजपा के भारी पेच के बीच जदयू ने अपनी सीटें और उम्मीदवारी खंगाली

Posted: 28 Sep 2020 05:22 PM PDT

एनडीए की सीट शेयरिंग में लोजपा की भारी पेंच के बीच जदयू ने अपने पाले की सीटों के बारे में लगभग सबकुछ तय कर लिया है। सोमवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी कोर टीम के साथ पूरे 7 घंटे बैठे और बारी-बारी से सीटों और उम्मीदवारी पर बात की।

सिटिंग सीटों के अलावा उन सभी सीटों को भी देखा गया, जहां पार्टी लड़ने की उत्कट इच्छा रखती है। भाजपा द्वारा लोजपा को नॉर्मल करने या उसके बारे में अंतिम तौर पर कुछ तय करते ही, जदयू उससे (भाजपा) सीटों के तालमेल पर बात करेगी। जदयू ने माना हुआ है कि लोजपा को शांत-संतुष्ट करने का जिम्मा भाजपा का है। भाजपा इस जिम्मेदारी में जुटी हुई भी है। जदयू की बैठक में लोजपा द्वारा 143 सीटों पर लड़ने की लगातार कही जा रही बात पर गौर किया गया।

इसके बहुत खतरनाक मायनों-मतलब पर चर्चा हुई; इसे बहुत शातिर राजनीतिक चाल के रूप में चिह्नित किया गया। बैठक की स्पष्ट समझ रही कि लोजपा के एनडीए में रहते हुए उसका यह कारनामा बिल्कुल मंजूर नहीं है। जदयू, 2010 के सीट शेयरिंग के फार्मूले के पक्ष में रही है। इसके वास्ते उसके पास गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी का तर्क या हवाला रहा है।

2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू 141 सीटों पर लड़ी थी। भाजपा 102 सीटों पर लड़ी थी। अबकी भाजपा, जदयू के बराबर सीटें चाहती है। जदयू सूत्रों के मुताबिक उसके और भाजपा के बीच सीटों की संख्या को लेकर कोई बड़ा मसला नहीं है। दोनों के बीच सीटों की संख्या का इतना बड़ा अंतर नहीं रहेगा, जो उनके रिश्तों को ऐन चुनावी मौके पर खराब करे।

राजद नेता इलियास के बेटे भी जदयू में, बेटी पहले से ही थी

राजद के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री मो. इलियास हुसैन की पुत्री डॉ. आसमा परवीन तो जदयू में थीं ही, अब उनके पुत्र फिरोज हुसैन भी जदयू में आ गए। फिरोज को जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने सदस्यता दिलाई। इस दौरान फिरोज ने कहा-राजद गरीबों की पार्टी नहीं है। उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने की बात कही। इधर, दरभंगा के कई सामाजिक कार्यकर्ताओं को जदयू अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।



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JDU scrutinizes its seats and candidature amid LJP's heavy catch in NDA seat sharing


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/jdu-scrutinizes-its-seats-and-candidature-amid-ljps-heavy-catch-in-nda-seat-sharing-127763034.html

कुशवाहा ने बसपा से गठबंधन के लिए बातचीत शुरू की, एनडीए में शामिल होने की अटकलों को खारिज किया

Posted: 28 Sep 2020 05:22 PM PDT

रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बसपा से गठबंधन के लिए बातचीत शुरू कर दी है। उन्होंने एनडीए में शामिल होने की अटकलों को खारिज कर दिया। तीसरे मोर्चे में शामिल होने की ओर भी इशारा किया। कुशवाहा ने कहा कि भाजपा और जदयू से कोई बात नहीं हुई है। न तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात हुई है और न ही भाजपा नेता भूपेंद्र यादव से।

सोमवार को दिल्ली से पटना पहुंचने पर कुशवाहा मीडिया से बात कर रहे थे। उपेंद्र कुशवाहा ने बसपा और जाप नेताओं से एनडीए और महागठबंधन के खिलाफ संयुक्त प्रत्याशी उतारने की बात कही। तीसरा मोर्चा बनाने की दिशा में कुशवाहा की बात पप्पू यादव से हो चुकी है।



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Kushwaha begins talks with BSP for alliance, dismisses speculation about joining NDA


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/kushwaha-begins-talks-with-bsp-for-alliance-dismisses-speculation-about-joining-nda-127763013.html

शिक्षक व स्नातक निर्वाचन के लिए 22 को होगी वोटिंग, स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनाव लड़ेंगे जदयू के नीरज, देवेश, दिलीप

Posted: 28 Sep 2020 05:22 PM PDT

बिहार विधान परिषद के लिए शिक्षक और स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों की चार-चार सीटों पर चुनाव के लिए सोमवार को अधिसूचना जारी हो गई। इसके साथ ही नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। हालांकि पहले दिन किसी भी सीट के लिए कोई नामांकन नहीं हुआ।

नामांकन की अंतिम तिथि-5 अक्टूबर, स्क्रूटिनी-6 अक्टूबर, नाम वापसी की अंतिम तिथि 8 अक्टूबर तय की गई है। वोटिंग 22 अक्टूबर को होगी। मतगणना 12 नवंबर को होगी। गौरतलब है कि पटना, दरभंगा, तिरहुत और कोशी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र व पटना, दरभंगा, तिरहुत और सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव होना है।

स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनाव लड़ेंगे जदयू के नीरज, देवेश, दिलीप

जदयू ने बिहार विधानपरिषद के स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए अपने उम्मीदवार तय कर लिए हैं। ये तीनों, इन्हीं क्षेत्रों से पिछला चुनाव भी जीते थे। सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार पटना स्नातक क्षेत्र से लड़ेंगे। देवेश चंद्र ठाकुर तिरहुत स्नातक क्षेत्र के उम्मीदवार होंगे और दिलीप चौधरी दरभंगा स्नातक क्षेत्र के। विधानपरिषद की 4 स्नातक तथा 4 शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों का चुनाव 22 अक्टूबर को होना है।




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Voting will be held on 22nd for teacher and graduate elections, JDU's Neeraj, Devesh, Dileep to contest for graduate constituency


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/voting-will-be-held-on-22nd-for-teacher-and-graduate-elections-jdus-neeraj-devesh-dileep-to-contest-for-graduate-constituency-127763001.html

पटना में कोरोना के 219 नए मरीज मिले, पांच संक्रमितों की मौत

Posted: 28 Sep 2020 05:22 PM PDT

पटना जिले में सोमवार को कोरोना के 219 नए मरीज मिले हैं। जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 27143 हो गई है। इनमें 24864 मरीज ठीक हाे चुके हैं। अभी 2178 एक्टिव केस हैं। रिकवरी रेट 92 फीसदी हो गई है। पीएमसीएच में 598 सैंपल की जांच हुई जिसमें 21 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें पीएमसीएच के दो स्टाफ समेत यहां भर्ती 11 मरीज हैं। कोविड अस्पताल में 48 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है।

दो कोरोना मरीजों मनेर की महाजनी देवी और समस्तीपुर के रतिकांत झा की मौत हो गई। आईजीआईएमएस में 2889 सैंपल की जांच में 50 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई जिनमें चार यहां भर्ती मरीज हैं। एम्स में 16 काेराेना मरीजाें काे भर्ती किया गया। इनमें पटना के 3 डाॅक्टर भी हैं।
पटना के मरीजाें में फुलवारीशरीफ के 3, पाटलिपुत्र, हनुमाननगर, रूपसपुर व राजीवनगर के एक-एक मरीज हैं। वहीं साेमवार काे चार डाॅक्टर समेत 9 काे अस्पताल से छुट्टी दी गई। इनमें बेगूसराय के दाे डाॅक्टर आदिति सिंह व प्रवीण कुमार के अलावा राजस्थान के डाॅक्टर राजथ राव व माेतिहारी की डाॅ. रूबी कुमारी है। दाे मरीजाें सारण के राजेंद्र साह व अगमकुआं के दामाेदर प्रसाद सिंह की माैत हाे गई।

इधर, एनएमसीएच में एक मरीज परसा पटना के जुमा रहीम की माैत हो गई। अबतक यहां 179 मरीजों की मौत हो चुकी है। सोमवार को न तो नया मरीज भर्ती हुआ और न ही किसी मरीज की छुट्टी हुई। अस्पताल में अभी 424 बेड खाली हैं। बीते 24 घंटे में विभिन्न जिलों के पांच डॉक्टर कोरोना संक्रमित हुए हैं। इनमें एक डाइरेक्टर इन चीफ, एक हड्डी रोग विशेषज्ञ, एक सर्जन, एक एसीएमओ और एक पीएचसी के प्रभारी शामिल हैं। आईएमए (बिहार) के वरीय उपाध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने बताया कि सभी एम्स में भर्ती हैं।



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219 new corona patients found in Patna, death of five infected


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/219-new-corona-patients-found-in-patna-death-of-five-infected-127762999.html

प्रदेश दफ्तर में युवा संवाद कार्यक्रम के दौरान बोले फडणवीस, 10 लाख तमंचे बांट तेजस्वी देंगे रोजगार

Posted: 28 Sep 2020 05:22 PM PDT

बिहार के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बिहार के लिए 15 साल महत्वपूर्ण हैं। यह अवधि विकास के लिए काफी अहम है। वे सोमवार को भाजपा प्रदेश दफ्तर में टाउन-हॉल कार्यक्रम में युवा संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा 10 लाख लोगों को रोजगार देने के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह 10 लाख तमंचे बांट कर लोगों को रोजगार देंगे?

उनका आइडिया क्या है? क्या अपराध, अपहरण, लूटमार का रोजगार फिर से शुरू होगा? फडणवीस ने कहा कि बिहार के युवा देश और दुनिया को नयी राह दिखाएंगे। देश में युवाओं की संख्या 50 फीसदी है जबकि बिहार में इनकी संख्या 58 प्रतिशत है। केन्द्र सरकार का फोकस युवाओं का कौशल विकास और रोजगार देना है।

हम चाहते हैं तो आने वो समय में बेरोजगार युवक रोजगार देने की क्षमता प्राप्त करें। भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि बिहार ने दुनिया को लोकतंत्र का मतलब समझाया। आज भी यह सूबा पूरे देश को रास्ता दिखाता है। नयी शिक्षा नीति को उन्होंने मौजूदा समय के लिए बेहद अहम बताया। इस नीति की यही खासियत है कि हम कन्नड़ सीख सकते हैं और कर्नाटक का व्यक्ति मैथिली।



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Fadnavis said during the Youth Dialogue program in the state office, 10 lakh tomatoes will be distributed, giving employment


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/fadnavis-said-during-the-youth-dialogue-program-in-the-state-office-10-lakh-tomatoes-will-be-distributed-giving-employment-127762983.html

शर्त राजद-कांग्रेस के सिंबल पर लड़ने की थी, इसीलिए बिदके हम-रालोसपा, दल बदल से बचने की रणनीति पर तैयार नहीं हुए हम-रालोसपा

Posted: 28 Sep 2020 05:22 PM PDT

महागठबंधन से हम और रालोसपा ने क्या इसलिए नाता तोड़ लिया कि राजद और कांग्रेस ने उनके कोटे के उम्मीदवारों को अपने सिम्बल (लालटेन व पंजा) पर चुनाव लड़ने की शर्त रख दी थी? ...सीटों की हिस्सेदारी या सम्मान कोई बड़ा मसला नहीं था? अंदरखाने की बात यह है कि हम और रालोसपा अपने प्रत्याशियों को राजद या कांग्रेस के सिम्बल पर मैदान में उतारने को तैयार नहीं हुईं और दोनों ने अलग राह पकड़ ली।

दरअसल, राजद-कांग्रेस ने यह शर्त ही इसलिए रखी कि चुनाव बाद दल-बदल या किसी दूसरे गठबंधन में जाने की संभावना खत्म हो जाए। वीआईपी महागठबंधन में ही रहेगी लेकिन उसे सीटें राजद के कोटे से मिलेंगी और उसके उम्मीदवार राजद के चुनाव चिह्न पर मैदान में उतरेंगे। हम और रालोसपा के अलग हो जाने से महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग थोड़ी आसान हो गई है, क्योंकि दावेदार घट गए।

महागठबंधन: सीट शेयरिंग की घोषणा 2-3 अक्टूबर को संभव

महागठबंधन के बचे घटकों राजद-कांग्रेस-वाम दलों के बीच सीट शेयरिंग अब अंतिम दौर में है। और इसी सप्ताह 2-3 अक्टूबर को इसकी घोषणा भी हो जाएगी। हालांकि सूत्रों की मानें तो राजद-कांग्रेस के बीच अभी 10 सीटों पर तनातनी चल रही है। राजद 150 सीटें अपने खाते में चाहता है तो कांग्रेस अपनी हिस्सेदारी 70 या उससे पार ले जाना चाहती है।

ऐसे में वामदलों की हिस्सेदारी अधिकतम 25 सीटों की होगी। घटक दलों में जब सीट बंटवारे की बातचीत शुरू हुई तो 2015 विधानसभा चुनाव के फार्मूले को आधार बनाए जाने की संभावना थी। जदयू के कोटे की 101 सीटों के बंटवारे में राजद को 50, कांग्रेस को 30 और वामदलों को 20 सीटें मिलनी थीं। सीट शेयरिंग में कांग्रेस इस बार ज्यादा सतर्क है। फिर भी दोनों पार्टियां जानती हैं कि अलग-अलग लड़ने से दोनों को भारी नुकसान होगा।

कोई भी अकेले चुनाव नहीं जीत सकता : झा

बिहार कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अविनाश पांडेय ने 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही थी। आज सदाकत आश्रम में धरना पर बैठे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा ने उनकी राय से असहमति जता दी। उन्होंने कहा कि आज का दौर गठबंधन का है। देश का कोई भी दल अकेले चुनाव लड़ने का दावा नहीं कर सकता है।

जमीनी हकीकत समझे कांग्रेस : वीआईपी

मुकेश सहनी की नेतृत्व वाली वीआईपी अपने स्टैंड पर कायम है। महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ेगी। पार्टी प्रवक्ता राजीव मिश्र ने कहा कि जब राजद ने तेजस्वी को अपना नेता माना है, तो महागठबंधन के सभी दलों को उनके नेतृत्व में मजबूती से चुनाव मैदान में उतरना चाहिए। कांग्रेस अपने रुख में लचीलापन लाते हुए जमीनी हकीकत को समझे।



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The condition was to fight on RJD-Congress symbol, that's why Bidke Ham-RLSP, did not agree on strategy to avoid change of party.


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/the-condition-was-to-fight-on-rjd-congress-symbol-thats-why-bidke-ham-rlsp-did-not-agree-on-strategy-to-avoid-change-of-party-127762971.html

आरक्षण आंदोलन से शुरुआत की, गठबंधन कर तीसरा मोर्चा खोला; हिन्दी पट्‌टी में असर दिखाएंगे

Posted: 28 Sep 2020 05:22 PM PDT

पप्पू यादव हिन्दी पट्‌टी की राजनीति में असरदार कारक होंगे। दरअसल वह जिस धारा और सोच की राजनीति करने का दावा करते हैं, समय के साथ उसमें और उछाल बिल्कुल स्वाभाविक है। इस क्रम में उनका बेहद सक्रिय और फायरी अंदाज उनका मददगार होगा।

पप्पू, बिहार विधानसभा चुनाव में तीसरा मोर्चा की धुरी बनने की कवायद में हैं। अपनी जन अधिकार पार्टी (लो.) को विस्तार दिया है। तीन और पार्टियों के साथ प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन बनाया है। उनका यह दावा परखा जाना बाकी है कि गठबंधन में असर रखने वाली कई और पार्टियां आएंगी।

यह, खुद को 'द्रोहकाल का पथिक' कहने वाले इस शख्स के जीवन का शुरुआती रंग है। कई रंग जिए। आरक्षण आंदोलन के दौरान कोसी इलाके में टकराहट का रंग, बाहुबली का रंग, जेल यात्राओं का रंग, विधानसभा में अपने बूते जाने का रंग। सपा, राजद, होते पार्टी खड़ी करने की ताकत का रंग।



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पप्पू यादव भविष्य में हिंदी पट्टी के असरदार कारक होंगे।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/starting-with-the-reservation-movement-the-coalition-opened-a-third-front-will-show-the-effect-in-hindi-belt-127762960.html

आत्मनिर्भर भारत स्वतंत्र भारत

Posted: 28 Sep 2020 08:22 AM PDT

आत्मनिर्भर भारत स्वतंत्र भारत

              कुछ दिन पहले किसी ने सोचा भी नहीं था कि भारत की गरीबी को मिटाने के लिए आत्मनिर्भर भारत बनाना होगा। गरीबी मिटाओ- गरीबी मिटाओ के नारे लगे, आंदोलन हुए, गरीबी तो नहीं मिटी परंतु गरीब अवश्य मिट गए। खुश करने की परिपाटी आई ।कुछ नोट ,कुछ प्रशंसा के द्वारा लोगों को खुश कर दिया गया ,बस भारत स्वतंत्र है।
      सबका एक समय अच्छा आता है ।भारत का भी अच्छा समय आया और एक  यशस्वी , तपस्वी, स्वावलंबी, स्वविवेकी , स्वाध्यायी, मनीषी  माननीय श्री नरेंद्र दास दामोदर दास मोदी प्रधानमंत्री बने।  उन्होंने कुछ नहीं किया, सिर्फ गरीबी मिटाने की तकनीक सोची । बहुत लोगों को यह बात रास नहीं आई। लगभग 71 वर्षों तक राज करने वाले देश को अपनी संपत्ति समझते रहे ,वैसे लोगों ने  इसे समझा ही नहीं । गरीबी मिटाने की एक ही  तकनीक है, वह है राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाना ।जब तक राष्ट्र आत्मनिर्भर नहीं बनेगा तब तक उसकी स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं होगा। स्वतंत्र किस मायने में ?स्वतंत्रता का अर्थ है आत्मनिर्भर स्वाबलंबी राष्ट्र का निर्माण ।सबसे पहले ऐसी चीजें जिसमें विशेष तकनीक की आवश्यकता नहीं है ,उसका निर्माण अपने देश में हो ।हम तो साबुन -सोडा के लिए भी विदेशों पर निर्भर करते थे। परंतु यह समय आया कि हम वैसे मामलों में आत्मनिर्भर हो गए जिसमें 0 तकनीक से उत्पादन होता है ।अब तो हमारे  रक्षा मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि हम युद्ध के औजार भी अपने घर पर ही बनाएंगे ।हम उसमें भी स्वाबलंबन दिखाएं ।
       मनुष्य की तीन  आवश्यकताएं नितांत होती हैं, उनमें भोजन ,आवासन, वसन प्रमुख हैं। ये शिक्षा,सुरक्षा , स्वास्थ्य ऐसे  आवश्यक तत्वों  पर लंबित है।भोजन के मामले में हम आत्मनिर्भर पूर्णतः नहीं हैं ।भारत के हर एक व्यक्ति को  दिन के भोजन के समय 250 ग्राम मट्ठा और  रात में सोने के पूर्व 200 ग्राम दूध मिलना आवश्यक है।  इसके लिए हमें गोधन पर निर्भर करना होगा ।इसीलिए गाय को माता कहा जाता है ।मां का दूध से कम हितकारी गाय का दूध नहीं है ।हम गाय नहीं पालते हैं ।गाय नहीं पालने से हम कृषि से दूर हो गए ।कृषि से दूर हो जाने से हमारा भोजन और हमारा वस्त्र दोनो परावलम्बी  हो गया।  इसलिए हमें पुनः लौट कर गोधन पर आना होगा । गाय बचेगी ,उसके गोबर को खाद के लिए प्रयोग किया जाएगा , उसके बछड़े को बैल के रूप में प्रयोग किया जाएगा। कृषि पर हम पूर्णतः आत्मनिर्भर हो जाएंगे। और तब  हम भोजन और वस्त्र पर भी आत्मनिर्भर होंगे।   भारत का बना हुआ,  भारत में उगा हुआ कपास बाहर जाता है और वहां से वस्त्र बनकर आता है। इसे हम बहुत गर्व के साथ विदेशी वस्त्र कह कर पहनते हैं ।हमारे यहां खादी वस्त्र का कोई मिसाल नहीं है। जाड़े में गरम  और गर्मी में ठंडा।  पुनः स्वास्थ्य की बात करें तो  भारतीय चिकित्सा पद्धति से अच्छी कोई चिकित्सा पद्धति नहीं है। हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने आयुष मंत्रालय  स्थापित किया है ।आयुष मंत्रालय का तो कहना ही क्या !आयुर्वेद तो आयु देने वाला होता है। हर रोग की दवा इस में उपलब्ध है ।और कुछ रोग तो सिर्फ योग से ही चले जाते हैं। गांव में ऐसे  औषधीय पौधों का उत्पादन किया जाए तो हम इसमें भी आत्मनिर्भर हो जाएंगे ।नई शिक्षा नीति मैं कौशल विकास पर काफी जोर दिया गया है ।विद्यार्थी छठी क्लास से ही किसी न किसी कौशल के साथ अपना ज्ञान अर्जित करेगा ।इससे भारत को स्वावलंबी बनने में काफी मदद मिलेगी। स्वावलंबन ही स्वतंत्रता है  स्वतंत्रता हीं विकास है ।इस तरह हम समर्थ  साक्षर और स्वाबलंबी भारत की नीव रख सकते हैं ।जय हिंद।
लेखक  डाॅ  सच्चिदानंद प्रेमी , राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आचार्य कुल , मुख्यालय -वर्धा ,महाराष्ट्र ,पूर्व प्राचार्य -राष्ट्रीय शिक्षा सम्मान, राष्ट्रीय निराला साहित्य सम्मान ,राधाकृष्णन शिक्षा सम्मान एवं हिन्दी  साहित्य सम्मेलन शताब्दी सम्मान प्राप्त ,अध्यक्ष ,अ भा मगही  प्रचारिनी सभा, गया एवं अध्यक्ष ,वियोगी  साहित्य परिषद्, गया है |
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आज 29 - सितम्बर – 2020 मंगलवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन जाने प्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से

Posted: 28 Sep 2020 08:05 AM PDT

आज   29 - सितम्बर – 2020 मंगलवारका दैनिक पंचांग एवं  राशिफल - सभी 12 राशियों  के लिए कैसा रहेगा आज का दिन जाने प्रशिद्ध  ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से    

श्री गणेशाय नम:

दैनिक पंचांग     29 - सितम्बर – 2020 मंगलवार

 

 

पंचांग

तिथि                  त्रयोदशी                    रात्रि  10:35:12

नक्षत्र                  शतभिषा                   रात्रि  01:42:14

करण :                कौलव                      09:45:23

                        तैतिल                       22:35:06

                        विष्टि                        19:48:19

पक्ष                    शुक्ल

योग                   शूल                         19:23:25

वार                    मंगलवार

सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ

                            चन्द्रोदय                        17:08:59

                            चन्द्र राशि                      कुम्भ

                            चन्द्रास्त                         28:37:59

                            ऋतु                              शरद

हिन्दू मास एवं वर्ष

             शक सम्वत                                     1942  शार्वरी

             कलि सम्वत                                    5122 

             दिन काल                                       13:12:31

             विक्रम सम्वत                                  2077 

             मास अमांत                                    आश्विन (अधिक)

             मास पूर्णिमांत                                 आश्विन (अधिक) 

शुभ और अशुभ समय

शुभ समय  :- 

             अभिजित                    11:47:10 - 12:34:53

अशुभ समय   :-

             दुष्टमुहूर्त :                    08:36:20 - 09:24:02

                                            कंटक                         07:00:54 - 07:48:37

             यमघण्ट                      10:11:45 - 10:59:27

             राहु काल                    15:09:56 - 16:39:24

             कुलिक                       13:22:35 - 14:10:18

             कालवेला या अर्द्धयाम     08:36:20 - 09:24:02

             यमगण्ड                      09:12:06 - 10:41:34

              गुलिक काल                12:11:01 - 13:40:29

दिशा शूल                                दिशा शूल                  उत्तर                

चन्द्रबल और ताराबल

ताराबल

अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद

चन्द्रबल 

मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, धनु, कुम्भ

विशेष 

पंचक पचखा प्रारंभ  दिन  11:55:16 से।

 आज का दैनिक राशिफल  29 - सितम्बर – 2020 मंगलवार

1.   

मेष (Aries):

कम समय में अधिक लाभ पाने के विचार में आप फंस न जाएं इसका ध्यान रखें। कोर्ट-कचहरी के विषय में न पड़ें। मानसिक रूप से एकाग्रता कम रहेगी। शारीरिक स्वास्थ्य संभालें। धन सम्बंधित लेन-देन में ध्यान रखें। भ्रांति और दुर्घटना से संभलकर चलें। पारिवारिक वातावरण में सुख-शांति बनी रहेगी। धार्मिक कार्य तथा प्रवास हो सकता है। नए कार्य का प्रारंभ आज कर सकेंगे। आकस्मिक धन लाभ होगा।

शुभ रंग  =  लाल

शुभ अंक  :  5

2.   

वृषभ (Tauras):

घर और संतान सम्बंधी शुभ समाचार मिलेंगे। पुराने व बचपन के मित्रों से भेंट के कारण मन में आनंद छाया रहेगा। नए मित्र भी बन सकते हैं। व्यवसायिक और आर्थिक रूप से लाभ होगा। मध्याहन के बाद संभलकर चलें। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। पूंजी निवेश करते हुए सावधानी बरतें। धार्मिक कार्यों के पीछे धन खर्च हो सकता है।

शुभ रंग  =  उजला

शुभ अंक  :  4

3.   

मिथुन (Gemini):

आज का दिन लाभदायी दिन है। व्यवसायिक क्षेत्र में उच्च अधिकारीगण की कृपादृष्टि से आपकी प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा। व्यापार में आय बढ़ने की और उगाही की वसूली की संभावना है। पिता और बड़ों के आशीर्वाद से लाभ होगा। मध्याहन के बाद मित्रों से लाभ होगा। किसी सामाजिक प्रसंग में उपस्थित रहना पड़ सकता है। आकस्मिक धन लाभ की भी संभावना है।

शुभ रंग  =  लाल

शुभ अंक  :  5

4.   

कर्क (Cancer):

उच्च अधिकारियों के साथ वाणी और व्यवहार में संभलकर चलें। शारीरिक रूप से अस्वस्थता और मानसिक चिंता बनी रहेगी। व्यापार में विघ्न की संभावना है। मध्याहन के बाद व्यवसायिक क्षेत्र में आपके लिए परिस्थिति अनुकूल रहेगी। ऊपरी अधिकारीगण आप के कार्य से संतोष का अनुभव करेंगे। आर्थिक दृष्टि से भी लाभ होगा।

शुभ रंग  =  पींक

शुभ अंक  :  1

5.   

सिंह (Leo):

आज क्रोध और वाणी पर संयम बरतें। स्वास्थ्य भी संभालें। सरकार विरोधी प्रवृत्तियों से दूर रहें। मानसिक रूप से व्यग्रता बनी रहेगी। परिजनों के साथ कलह के प्रसंग बन सकते हैं। ईष्टदेवता का नामस्मरण और आध्यात्मिकता का अनुसरण इन समस्याओं का निवारण है। उच्च अधिकारी, प्रतिस्पर्धियों के साथ वाद-विवाद में न उतरें। नकारात्मक विचारों से दूर रहें।

शुभ रंग  =  गुलाबी

शुभ अंक  :  8

6.   

कन्या (Virgo):

प्रातः काल का समय मित्रों के साथ घूमने-फिरने, खान-पान और मनोरंजन में बीतेगा। भागीदारों के साथ सम्बंध अच्छे रहेंगे। परंतु मध्याहन के बाद आपको प्रतिकूलता का अहसास होगा। सेहत खराब हो सकती है। आकस्मिक खर्च हो सकता है। परंतु साथ-साथ धन लाभ भी आपकी चिंता को कम कर देगा।

शुभ रंग  =  हरा

शुभ अंक  :  3

7.   

तुला (Libra):

आज दृढ़ मनोबल और आत्मविश्वास के साथ प्रत्येक कार्य को सफल बनाएं। गृहस्थ जीवन में सुख और शांति बनी रहेगी। स्वभाव में उग्रता रहेगी, इसलिए वाणी पर संयम रखें। मध्याहन के बाद आप की प्रवृत्तियों में परिवर्तन आएगा और आप मनोरंजन की तरफ बढ़ेंगे। मित्रों और स्नेहीजनों के साथ प्रवास या पर्यटन का योग है। शारीरिक और मानसिक रूप से आप स्वस्थ रहेंगे।

शुभ रंग  =  उजला

शुभ अंक  :  4

8.   

वृश्चिक (Scorpio):

आपमें भावुकता अधिक रहेगी। इसलिए मानसिक रूप से समतुल बनाए रखने की कोशिश करें। विद्यार्थिगण आज अभ्यास और करियर सम्बंधित विषयों में सफलता प्राप्त कर सकेंगे। अपनी कल्पनाशक्ति से साहित्य-सृजन में आप नवीनता ला पाएंगे। घर के वातावरण में सुख-शांति बनी रहेगी। व्यवसाय में सफलता प्राप्त होगी और सहकर्मियों का सहयोग भी प्राप्त होगी। प्रतिस्पर्धियों पर विजय प्राप्त होगी।

शुभ रंग  =  गुलाबी

शुभ अंक  :  8

9.   

धनु (Sagittarius):

पारिवारिक शांति बनाए रखने के लिए निरर्थक वाद-विवाद न करें। माता का स्वास्थ्य खराब रहेगा। धन और प्रतिष्ठा में हानि होने की संभावना है। मध्याहन के बाद स्वभाव में भावुकता बढ़ सकती है। आप की सृजनशक्ति में सकारात्मक वृद्धि होगी। विद्यार्थियों के लिए समय अनुकूल है। स्नेहीजनों के साथ घनिष्ठता में वृद्धि होगी।

शुभ रंग  =  पीला

शुभ अंक  :  9

10.      

मकर (Capricorn):

आज मित्रों और प्रियपात्र के साथ भेंट होगी। छोटे से प्रवास का आयोजन हो सकता है। भाईयों के साथ संबंधो में निकटता आएगी। मध्याहन के बाद अरुचिकर घटनाओं से मन अस्वस्थ होगा। शारीरिक रूप से आज स्फूर्ति नहीं रख पाएंगे। धन और कीर्ति की हानि होने की संभावना है। स्थावर संपत्ति के दस्तावेज करते समय सावधान रहें। माता के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी।

शुभ रंग  =  पींक

शुभ अंक  :  1

11.      

कुंभ (Aquarius):

आज क्रोध और वाणी पर संयम बरतें। नकारात्मक विचार मन में न आने दें। खान-पान में भी संयम बरतें। मध्याहन के बाद आप वैचारिक स्थिरता के साथ अपने हाथ में आए हुए कार्यों को पूर्ण कर पाएंगे। रचनात्मक अथवा सृजनात्मक क्षेत्र में मान-सम्मान प्राप्त होगा।

शुभ रंग  =  उजला

शुभ अंक  :  4

12.      

मीन (Pisces):

आज का दिन शुभफलदायी है। नए कार्य का शुभारंभ करने के लिए समय अनुकूल है। परिजनों के साथ समय आनंदपूर्वक बीतेगा। धार्मिक कार्यों में खर्च होगा। प्रवास या पर्यटन का योग है। परंतु मध्याहन के बाद खुद पर संयम रखें, नहीं तो किसी के साथ वाद-विवाद या झगडा होने की संभावना है। धन संबंधित लेन-देन में सावधानी बरतें। मानसिक रूप से आज आप अधिक स्वस्थ रहेंगे।

शुभ रंग  =  पीला

शुभ अंक  :  9


पं. प्रेम सागर पाण्डेय् ,नक्षत्र ज्योतिष वास्तु अनुसंधान केन्द्र ,नि:शुल्क परामर्श -  रविवार , दूरभाष  9122608219 /  9835654844
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