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Monday, May 17, 2021

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)


बच्चों की हेल्पलाइन का नंबर जारी, वीडियो कॉल भी कर सकते हैं

Posted: 17 May 2021 08:35 AM PDT

Helpline number for children's

भोपाल। कोरोना महामारी की वर्तमान स्थिति एवं लॉकडाउन की अवस्था में लगातार समाचार सुनने, पढ़ने, देखने, चर्चा से बालगृह में रहने वाले बच्चों के साथ ही अन्य बच्चों के मन में भी भय व्याप्त हो सकता हैं। 

बच्चों में उत्पन्न मानसिक तनाव से बच्चों के मध्य हिंसा, प्रताड़ना, उपेक्षा के चलते तनाव, गुस्सापन, उग्रता आना स्वाभाविक हैं। ऐसे समय में बच्चों के लिए परामर्श सेवाएं अत्यंत आवश्यक हैं। इस विकट परिस्थिति में राज्य स्तर पर एवं जिला स्तर पर नामांकित विशेषज्ञों से चर्चा, परामर्श सेवाएं ली जा सकती है।

बच्चों के स्वास्थ्य के संबंध में परामर्श प्रदान करने हेतु उपरोक्त सदस्यों द्वारा समय की उपलब्धता के आधार पर बच्चों की शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के उपचार, समाधान हेतु दूरभाष, ऑनलाइन वीडियो कॉल के माध्यम से निःशुल्क परामर्श प्राप्त किया जा सकता हैं।

बालकों के परामर्श हेतु कोविड के दौरान विपरित परिस्थितियों में रह रहे प्रतिकूल रूप से प्रभावित बच्चों की तत्काल सहायता हेतु 24×7 उपलब्ध चाईल्ड हेल्पलाईन नंबर 1098 या 181 (टोल फ्री नंबर) या व्हाट्सअप नंबर 9407896571 या scpshelpline/gmail.com पर संपर्क किया जा सकता हैं।

मध्य प्रदेश के 20 जिलों में सबसे पहले कर्फ्यू हटेगा

Posted: 17 May 2021 08:13 AM PDT

भोपाल
। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मध्य प्रदेश शासन के स्वास्थ्य विभाग की सरकारी रिपोर्ट कोरोनावायरस के कमजोर होने की सूचनाएं तो दे रहे हैं परंतु केंद्रीय गाइड लाइन के अनुसार मध्यप्रदेश में सिर्फ 20 जिले हैं जो 30 मई तक कर्फ्यू और प्रतिबंध के दायरे से बाहर निकल सकते हैं। याद दिलाना जरूरी है कि भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार कर्फ्यू खत्म करने के लिए संक्रमण की दर कम से कम 1 सप्ताह तक 5% से कम होना चाहिए। 

मध्य प्रदेश के इन जिलों में सबसे पहले बाजार खुलेगा

मध्य प्रदेश के प्रदेश के 20 जिलों होशंगाबाद, देवास, विदिशा, बालाघाट, टीकमगढ़, मुरैना, छिंदवाड़ा, छतरपुर, श्योपुर, मंडला, गुना, आगर मालवा, बड़वानी, अशोकनगर, झाबुआ, निवाड़ी, भिण्ड, खण्डवा, बुरहानपुर तथा अलीराजपुर की साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से कम है। जिस तरह से ग्राफ नीचे जा रहा है उम्मीद की जा रही है कि 22 मई तक इन जिलों की पॉजिटिविटी रेट 5% से कम हो जाएगी और यदि ऐसा हुआ तो 1 जून को कंटेनमेंट जोन छोड़कर शेष इलाकों में बाजार खोला जा सकेगा। 

मध्य प्रदेश के इन जिलों में कर्फ्यू लगा रहेगा

प्रदेश के 5 जिलों में ही अब 200 से अधिक तथा 12 जिलों में 100 से अधिक नए प्रकरण आए हैं। इंदौर में 1307, भोपाल में 657, जबलपुर में 421, उज्जैन में 232, ग्वालियर में 201, सागर में 195, रतलाम में 190, रीवा में 170, शिवपुरी में 114, नरसिंहपुर में 113, सीहोर में 106 तथा दमोह में 104 नए प्रकरण आए हैं। इन सभी जिलों की पॉजिटिविटी रेट भी 10% से अधिक चल रही है जबकि मध्य प्रदेश की औसत संक्रमण दर 10% से कम हो गई है। अतः यह बताने की जरूरत नहीं कि इन जिलों में 1 जून से कर्फ्यू खत्म होने या उस में ढील दिए जाने की संभावना काफी कम है। 

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MP CORONA: मीडिया बुलेटिन एवं आज की न्यूज़ हेडलाइंस 17 MAY 2021

Posted: 17 May 2021 07:21 AM PDT

भोपाल
। सबसे अच्छी खबर यह है कि मध्यप्रदेश के अलीराजपुर में एक्टिव केस की संख्या 100 से कम (99) हो गई है। मध्य प्रदेश की ओवरऑल पॉजिटिविटी रेट 9.1 प्रतिशत रह गई है। मध्य प्रदेश की 4 नालायक जिले (भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर) को छोड़कर सिर्फ 7 जिले ऐसे हैं जहां आज 100 से ज्यादा पॉजिटिव मिले। यानी मध्य प्रदेश के 41 जिलों में कोरोनावायरस कमजोर हो गया है। बस चिंता की बात सिर्फ इतनी है कि 26 जिलों में आज भी एक्टिव केस की संख्या 1000 से ज्यादा है। यानी अस्पताल से संक्रमण कभी भी शहर में फैल सकता है।

मध्य प्रदेश में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 26

इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, रीवा, सागर, खरगोन, बैतूल, धार, शिवपुरी, सतना, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, शहडोल, सीहोर, रायसेन, सीधी, बालाघाट, अनूपपुर, सिंगरौली, मंदसौर, राजगढ़, दमोह और उमरिया ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 13000, भोपाल 13000, ग्वालियर 7000 और जबलपुर 4000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।

मध्य प्रदेश के 8 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है 

बुरहानपुर, भिंड, आगर मालवा, अलीराजपुर, अशोकनगर, निवाड़ी, खंडवा और छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।

MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS HEADLINES 17 MAY 2021 

विशेष नोट:- अपने जिले के अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता या कोविड संबंधी अन्य जानकारी एक फोन पर प्राप्त कर सकते हैं। कोविड टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर - 1075 
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि यदि COVID-19 ड्यूटी में लगे किसी भी स्थाई अथवा अस्थाई कर्मचारी की संक्रमित हो जाने के कारण मृत्यु हो जाती है तो उसके उत्तराधिकारी को अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। 
- चिरायु अस्पताल में एक बार फिर आयुष्मान कार्ड स्वीकार करने से मना कर दिया है। इससे पहले एक वीडियो वायरल हुआ था। मुख्यमंत्री ने फटकार लगाई थी। अजय गोयंका ने खंडन भी किया था। 
- भोपाल की सांसद एवं विश्व हिंदू परिषद के नेता साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का कहना है कि नियमित रूप से गोमूत्र पीने से कोरोनावायरस का संक्रमण नहीं होता। 
- कोरोनावायरस से संक्रमित महिला एडवोकेट पुष्पा मिश्रा की मृत्यु के मामले में भोपाल एसडीएम और ड्रग इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच के आदेश जारी हुए हैं। अधिकारियों ने महिला वकील के लिए इंजेक्शन नहीं दिया था। 
- जबलपुर मेडिकल कॉलेज में कोरोनावायरस से संक्रमित एक युवक की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। उसका गला धारदार हथियार से कटा हुआ है। 
- ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने केंद्र से मांगे एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन के 24 हजार डोज। 
- भिंड जिले के गेंथरी गांव में लगभग 80% लोगों में कोरोनावायरस संक्रमण के लक्षण दिखाई दिए लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने यहां किसी को दवाई नहीं दी। लोग देसी दवाइयों से अपना इलाज कर रहे हैं। 
- अलीराजपुर मध्य प्रदेश का पहला जिला है जहां एक्टिव केस की संख्या 100 से कम हो गई है।

MADHYA PRADESH CORONA BULLETIN 17 MAY 2021 DISTRICT WISE STATUS LIST



17 मई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार


मध्यप्रदेश के किस जिले में कब तक कर्फ्यू रहेगा, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव ने बताया - MP NEWS

Posted: 17 May 2021 08:14 AM PDT

भोपाल
। मध्य प्रदेश शासन के गृह विभाग मंत्रालय के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने प्रेस को जारी सूचना में बताया है कि मध्य प्रदेश के किस जिले में कब तक कर्फ्यू रहेगा। उन्होंने बताया है कि आज सोमवार से ही प्रदेश के 19 जिलों में 31 मई,  25 जिलों में 24 मई, पांच जिलों में 25 मई और 20 मई सुबह 6 बजे तक बुरहानपुर, 27 मई सुबह 7 बजे तक डिंडोरी एवं 29 मई की रात्रि तक इन्दौर में कोरोना कर्फ्यू रहेगा।

मध्य प्रदेश के किन जिलों में 31 मई तक कर्फ्यू

डॉ. राजौरा ने बताया है कि 19 जिलों की विभिन्न क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार उज्जैन, ग्वालियर, शिवपुरी, सागर, मुरैना, नीमच, शहडोल, उमरिया, देवास, आगर-मालवा, रायसेन, भिंड, बालाघाट, श्योपुर, सिवनी, सीहोर, विदिशा, मंडला और दमोह में आगामी 31 मई 2021 की सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू जारी रहेगा। 

मध्य प्रदेश के किन जिलों में 25 मई तक कर्फ्यू

उन्होंने बताया कि अलीराजपुर, नरसिंहपुर, बैतूल, अनूपपुर और रतलाम में 25 मई की सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू रहेगा।

मध्य प्रदेश के किन जिलों में 24 मई तक कर्फ्यू

अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन कमेटी द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार आगामी 24 मई 2021 की सुबह 6 बजे तक भोपाल, जबलपुर, रीवा, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, सिंगरौली, सतना, सीधी, अशोकनगर, धार, मंदसौर, राजगढ़, टीकमगढ़, पन्ना, खरगोन, गुना, बड़वानी, शाजापुर, निवाड़ी, खंडवा, छतरपुर, झाबुआ, कटनी, हरदा और दतिया में कोरोना कर्फ्यू जारी रहेगा।

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मध्य प्रदेश के 7 संभागों और 9 जिलों में तूफानी बारिश का अलर्ट - MP WEATHER FORECAST

Posted: 17 May 2021 07:23 AM PDT

भोपाल
। अरब सागर से उठे तूफान ताऊते की हवाएं रविवार को ही मध्यप्रदेश में आ गई थी। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार करीब 12 जिलों में तूफान के कारण बारिश हुई है और आने वाले 24 घंटों में मध्य प्रदेश के 7 संभागों में और इनके अलावा 9 अन्य जिलों में तूफानी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 

मध्यप्रदेश मौसम: इन संभागों एवं जिलों के लिए चेतावनी जारी

मौसम विभाग (Weather Alert) ने जबलपुर, सागर, भोपाल, रीवा, शहडोल, उज्जैन, इंदौर, होशंगाबाद, ग्वालियर और चंबल संभाग में गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है। वही नरसिंहपुर, रायसेन, सागर, राजगढ़, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, शाजापुर, आगर मालवा, नीमच औऱ मंदसौर जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। 

18 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आएगी आंधी

विभाग ने आज सोमवार को एक साथ येलो और ऑरेज अलर्ट जारी किया है। यहां पर हवाओं की रफ्तार 18 किमी प्रतिघंटा तक हो सकती है। वही 18-19 मई काे पूरे मध्य प्रदेश में तेज हवाएं चलने के साथ बारिश के आसार है। इस दौरान कहीं-कहीं तेज बौछारें भी पड़ेंगी। बरसात का यह सिलसिला रूक-रूक कर तीन-चार दिन तक भी बना रह सकता है। कुल मिलाकर बात इतनी है कि यदि कोई ऐसी चीज घर के बाहर है जिसके आंधी में उड़ जाने की संभावना है तो कृपया उसे सुरक्षित कर लें। 

भारत में कहां-कहां तूफान आया है

भारतीय मौसम विभाग (Weather Forecate) के अनुसार, केरल, कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में तबाही मचाने के बाद Cyclone Tauktae तेजी से गुजरात की तरफ बढ़ रहा है। तूफान की आहट के साथ गुजरात के तटीय इलाके में 17-18 मई को भारी बारिश की आशंका है, ऐसे में आपदा से निपटने के लिए NDRF की 50 टीमें तैनात की गई हैं।प्रशासन अलर्ट पर है और तटीय इलाकों के मछुआरों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। गुजरात में तूफान के पहुंचने के दौरान 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।तूफान के मद्देनजर सूरत एयरपोर्ट को शाम 6 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है।

पिछले 24 घंटे का बारिश का रिकॉर्ड

Rainfall dt 17.05.2021 (Past 24 hours)
Chindwara 0.5
Hoshangabad 9.9
Betul 3.6
Khajuraho trace
sidhi 3.8
Jabalpur 0.1
Sagar 5.0
Damoh 2.0
Nowgaon 2.8
Raisen 2.4
Guna 14.4
Ujjain 18.0
Ratlam 15.0
Shajapur trace
Bhopal 10.4
Indore trace
Khandwa 8.0
Dhar 1.9
Tikamgarh 3.0
Bhopal city 7.2mm
Umaria 2.8
Malanjkhand 1.8
Narsinghpur 3.0
Seoni 38.2

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BHOPAL एसडीएम और ड्रग इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच के आदेश - TODAY NEWS

Posted: 17 May 2021 05:44 AM PDT

COVID पॉजिटिव महिला वकील पुष्पा मिश्रा की इंजेक्शन के अभाव में मौत का मामला

भोपाल। महिला एडवोकेट पुष्पा मिश्रा की मौत के मामले में एसडीएम माया अवस्थी और ड्रग इंस्पेक्टर के एल अग्रवाल के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से भोपाल कलेक्टर को जांच अधिकारी बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि महिला वकील की मृत्यु समय पर रेडमेसिवीर इंजेक्शन नहीं मिलने के कारण हुई थी। 

इमरजेंसी ड्यूटी के बावजूद SDM और ड्रग इंस्पेक्टर में कोई मदद नहीं की

भोपाल के एडवोकेट यावर खान ने बताया कि भोपाल की वरिष्ठ महिला वकील पुष्पा मिश्रा को कोरोना होने के बाद गंभीर हालत में करोंद स्थित आयुष्मान अस्पताल में एडमिट कराया गया था। डॉक्टरों ने उन्हें रेमडेसिवियर इंजेक्शन की आवश्यकता बताई थी। इंजेक्शन के बाजार में उपलब्ध नहीं होने के कारण पुष्पा के परिजनों ने जिला प्रशासन में आम जनता को इंजेक्शन उपलब्ध कराने के लिए नियुक्त अधिकारी ड्रग इंस्पेक्टर केएल अग्रवाल और SDM भोपाल माया अवस्थी से संपर्क किया, लेकिन दोनों ही अधिकारियों द्वारा मदद नहीं की गई।

उचित उपचार और दवाइयां प्राप्त नहीं होने के कारण पुष्पा की मृत्यु हो गई। ड्रग इंस्पेक्टर केएल अग्रवाल और SDM माया अवस्थी द्वारा अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतना और मरीजों का सहयोग नहीं करना है। इन अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए। इस संबंध में मैंने मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन को एक ईमेल 20 अप्रैल 2021 तथा पत्र लिखा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य आयुक्त सह सचिव, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग आकाश त्रिपाठी ने भोपाल कलेक्टर को इस मामले में जांच करने के आदेश दिए हैं। 

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सिंधिया की सेंधमारी से ठाकुर नाराज, रिश्तों में तकरार साफ नजर आई - GWALIOR NEWS

Posted: 17 May 2021 07:23 AM PDT

ग्वालियर
। कमलनाथ द्वारा दुत्कार दिए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया की सेंधमारी से पाकुर नरेंद्र सिंह तोमर नाराज हैं। रिश्तो में तकरार उस समय साफ नजर आई जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ग्वालियर में आपदा प्रबंधन समिति की बैठक लेने के लिए पहुंचे। यह दोनों नेता मौजूद थे परंतु दोनों ने एक दूसरे का अभिवादन तक नहीं किया।  

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कौन सी सेंधमारी की है

उपचुनाव के बाद इसी जनवरी 2021 में ज्योतिरादित्य सिंधिया मुरैना के उन दो गांव में पहुंच गए थे, जहां जहरीली शराब पीने से 25 लोगों की मौत हो गई थी। यह दोनों गांव केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का संसदीय क्षेत्र हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ना केवल शोक व्यक्त किया बल्कि 50-50 हजार की आर्थिक सहायता भी दी। राजनीति में किसी दूसरे नेता के निर्वाचन क्षेत्र में इस तरह जाना और सहायता एवं बयान देना सेंधमारी माना जाता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस दौरे को इसलिए भी आपत्तिजनक माना गया क्योंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया संगठन अथवा सरकार में ऐसे किसी भी पद पर नहीं है, जो उन्हें किसी दूसरे व्यक्ति के निर्वाचन क्षेत्र में दौरा करने का अधिकार प्रदान करता हो।

रिश्तों में तकरार कैसे नजर आई 

दिनांक 16 मई 2021 को ग्वालियर में आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया उपस्थित थे परंतु दोनों मुख्यमंत्री तक ही सीमित रहे। एक दूसरे के साथ संगठित नजर नहीं आए। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर पर शिवराज सिंह चौहान को टैग किया परंतु नरेंद्र सिंह तोमर को टैग नहीं किया। बाद में नरेंद्र सिंह तोमर ने भी अपने ट्वीट में केवल मुख्यमंत्री को ही टैग किया। 

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उमंग सिंघार, सोनिया से मैट्रिमोनियल साइट पर मिले थे, दिल्ली में डेट हुई थी - MP NEWS

Posted: 17 May 2021 07:22 AM PDT

भोपाल
। कमलनाथ सरकार के मंत्री एवं कांग्रेस पार्टी के विधायक उमंग सिंघार की महिला मित्र सोनिया भारद्वाज की आत्महत्या के मामले में कई नई जानकारियां सामने आई है। खास बात यह है कि उमंग सिंघार करीब 3 साल पहले एक मैट्रिमोनियल साइट के जरिए सोनिया से मिले थे। दोनों की पहली डेट दिल्ली में हुई थी।

उमंग और सोनिया मैट्रिमोनियल साइट पर जीवन साथी तलाश रहे थे

बताया जा रहा है कि उमंग सिंघार मैट्रिमोनियल साइट के जरिए अपने लिए पत्नी की तलाश कर रहे थे, तभी उनकी मुलाकात सोनिया भारद्वाज से हुई। दोनों के बीच दिल्ली में मीटिंग हुई और फिर बात आगे बढ़ गई। अंबाला में चर्चा है कि करीब 3 साल पहले दोनों की बातचीत शुरू हो गई थी। सोनिया भारद्वाज कम से कम 2 बार भोपाल आई है। इस बार पिछले 25 दिनों से भोपाल में और उमंग सिंघार के घर में रह रही थी। जबकि अंबाला में लोगों को पता है कि सोनिया भारद्वाज भोपाल में किसी मार्केटिंग कंपनी में जॉब कर रही थी। 

पहले को सोनिया ने छोड़ा, दूसरे ने सोनिया को छोड़ा, उमंग सिंघार तीसरे थे 

बताया जा रहा है कि सोनिया भारद्वाज दो बार शादी कर चुकी है। हाई प्रोफाइल लाइफ के लिए सोनिया ने अपने पहले पति को छोड़ दिया था। उसकी लाइफ स्टाइल से परेशान होकर दूसरे पति ने उसे छोड़ दिया था। उमंग सिंघार उसकी लाइफ में तीसरे नंबर पर थे, जिन से शादी करने की तैयारी कर रही थी। शायद उमंग को इस बात का पता चल चुका था इसीलिए सोनिया के सुसाइड नोट में लिखा है कि 'अब सहन नहीं होता है, किसी बात का स्पष्ट जवाब नहीं देते हैं।' इस मामले में मजेदार कॉमन पाइंट यह है कि उमंग सिंघार की भी 2 शादियां हो चुकीं हैं और सोनिया तीसरी थी। 

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मध्यप्रदेश में कर्मचारियों के लिए मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्ति योजना की घोषणा - MP EMPLOYEE NEWS

Posted: 17 May 2021 05:02 AM PDT

भोपाल
। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि कोविड के दौरान हमारे कर्मचारी जान हथेली पर लेकर काम कर रहे हैं। कोविड के दौरान कई लोगों की जान गई है, उनके परिवारों की देखभाल के लिए हमने 2 योजनाएं बनाने का फैसला किया है, जिसमें से एक है मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्त योजना। 

सभी स्थाई और अस्थाई कर्मचारियों के आश्रित अनुकंपा नियुक्ति के पात्र होंगे

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना काल में हमारे कर्मचारी पूरी निष्ठा और लगन से कर रहे हैं, कुछ साथी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए हमे छोड़कर चले गए। इसलिए हमने आज तय किया है की जिन कर्मचारियों का कोरोना से निधन हुआ है उनके लिए दो योजनाएँ बनाई गयी हैं। 

पहली, वो किसी भी स्तर के कर्मचारी हों, नियमित, दैनिक वेतन भोगी, संविदा, कलेक्टर रेट, आउट्सोर्स हों या संविदा हों, कोरोना से मृत्यु होने पर परिवार के सदस्य को तुरंत अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी, जिससे परिवार की आजीविका चलती रहे। 

दूसरी, पाँच लाख रुपये तक की अनुग्रह राशि एकमुश्त ऐसे परिवारों के आश्रित को दी जाएगी। कोविड की महामारी के कारण अगर किसी बच्चे के माता पिता का निधन हो गया हो वो अनाथ हो गये हों तो उनके नाम भेज दें। हम उन्हें 5 हजार रुपये पेंशन देंगे। 

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GK - उबले हुए चने अंकुरित क्यों नहीं होते जबकि भीगे हुए चने में अंकुर निकल आता है

Posted: 17 May 2021 03:53 AM PDT

Why do the boiled gram not get sprout

जैसे उबले अंडे से चूजा बाहर नहीं आ सकता वैसे ही उबले चने से अंकुर बाहर नहीं आ सकता। यह तो एक साधारण सी बात है जो सबको पता होती है परंतु महत्वपूर्ण बात यह है कि इसके पीछे वैज्ञानिक कारण क्या है। ऐसा क्यों है कि सामान्य पानी में भीगने के बाद चने अंकुरित हो जाते हैं लेकिन उसी पानी में उबलने के बाद अंकुरण नहीं होता। आइए आज हम इसका वैज्ञानिक कारण जानते हैं।

वैज्ञानिक रूप से चना क्या है / Scientifically What is Gram 

सबसे पहले तो यह जान लीजिए कि चना (Gram) का वैज्ञानिक नाम साईसर ऐरिटिनम (Cicer arietinum) है। चना लेग्युमिनेसी फैमिली (Leguminacece, दालकुल)  का एक पौधा है। जिसे बंगाल ग्राम, चिकन पी, एजिप्टियन पी आदि नामों से भी जाना जाता है। इसका खाया जाने वाला मुख्य भाग बीज होता है तथा भाजी के रूप में इसकी पत्तियां खाई जाती हैं। यह एक आवृत्तबीजी, द्विबीजपत्री तथा एकवर्षीय (Angiospermic, Dicotyledon and Annual) पौधा है। 

आवृतबीजी, द्विबीजपत्री एवं एकवर्षीय क्या है 

What is the meaning of  Angiosperm, Dicotyledon and Annual plant 

आवृत्तबीजी का अर्थ होता है कि इसके बीजों के ऊपर कवर या खोल या आवरण पाया जाता है तथा द्विबीजपत्री का अर्थ होता है कि इसके बीजों को दो बराबर भागों में विभाजित किया जा सकता है तथा एकवर्षीय का अर्थ है कि इसकी फसल एक साल में तैयार हो जाती है। अन्य उदाहरण जैसे  - मटर, मूंग, अरहर ,मूंगफली आदि। 

चने में अंकुरण  / Sprouting in Gram

चने के बीज को पानी में भिगोकर (6 से 8 घंटे के लिए) और फिर पानी से निकालकर कपड़े में बांधकर रख दिया जाता है, तो चने के बीजों में से एक छोटा सा अंकुर या स्प्राउट (Sprout) बाहर निकल आता है। इसे ही अंकुरण कहा जाता है। ऐसी ही प्राकृतिक प्रक्रिया यदि मिट्टी में की जाए तो मिट्टी में भी sapling (नन्हा पौधा) बाहर आ जाता है।

आइए जानते हैं बीज में अंकुरण का क्या कारण है 
What is the Reason behind Sprouting

अंकुरण के लिए आवश्यक कंडीशन हवा, पानी और प्रकाश है। चने के बीज या अन्य बीज जो कि अपने अंदर पौष्टिक पदार्थ को संचित किये होते है पानी में डालते ही पानी यह नमी अवशोषित कर के फूल जाते हैं और उनके अंदर उपस्थित पौष्टिक पदार्थ एक नुकीले सिरे से होकर बाहर निकलता है। अगर इसे जमीन में गाढ़ दिया जाए तो बीज का सिरा (नुकीला भाग) पूरी तरह अंकुरित होकर पौधे का एरियल पार्ट यानी तना, पत्ती, फल, फूल, आदि बनाता है जबकि बीज का नीचे वाला आधारीय भाग पौधे का अंडरग्राउंड पार्ट (जड़) को बनाता है। 

उबले हुए चने अंकुरित क्यों नहीं होते 
Why does boiled Gram not Sprout 

तो इसका सीधा सा जवाब है कि जब हम किसी बीज को उबालते हैं तो उसकी कोशिकाएं मृत या डेड हो जाती हैं जैसे- जब हम पानी को उबालते हैं तो पानी के जर्मस् भी मर जाते हैं। उसी तरह उबालने से चने के बीज की भी कोशिकाएं मृत हो जाती हैं और मृत कोशिकाओं में अंकुरण संभव नहीं है।

चने के बारे में कुछ रोचक जानकारी 
interesting facts about Chana or Gram

• आपको यह जानकर सुखद आश्चर्य होगा कि किसी मछली का नाम भी चाना है जोकि एशियन कंट्रीज का स्टेपल फूड है।
* Staple food- ऐसा खाद्य पदार्थ जो सबसे अधिक मात्रा में खाया जाता है।
• काबुली चने को, chicken pea इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसका कलर चिकन के जैसा होता है।
• संभवत यह सबसे प्राचीन दलहनी फसल है।
• चना प्रोटीन का रिच सोर्स होता है।
• चने के पौधे की जड़ों में नाइट्रोजन का स्थिरीकरण करने वाले बैक्टीरिया पाए जाते हैं।
• इसलिए पर्यावरण की दृष्टि से चने के पौधे महत्वपूर्ण हैं। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article

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BJP नेता पर नाबालिग से गैंगरेप और अपहरण की FIR, 4 भाई भी शामिल - INDORE NEWS

Posted: 17 May 2021 03:25 AM PDT

इंदौर।
 मध्य प्रदेश के इंदौर में भाजपा नेता और आपदा प्रबंधन समिति सदस्य रेहान शेख और उसके चचेरे भाईयों पर सदर बाजार थाना पुलिस ने अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म जैसी गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। 16 वर्षीय किशोरी ने पेयपदार्थ में नशीला पदार्थ मिलाकर कर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। शेख वार्ड-8 का मंडल अध्यक्ष है। मामले में दो किशोरियों की भूमिका भी संदिग्ध है। रेहान पर पूर्व में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं।     

घटना के बाद पुलिस ने आरोपितों की तलाश में छापे मारे, लेकिन वे फरार हो गए। देर शाम टीम ने आरोपितों के स्वजन को हिरासत में ले लिया। टीआइ अजय वर्मा के मुताबिक जूना रिसाला निवासी महिला रविवार दोपहर किशोरी को लेकर थाने पहुंची और जूना रिसाला निवासी रेहान शेख सहित उसके चचेरे भाई समीर गट्टी, आसिफ, बिट्टू, हसनैन, जुनैद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। महिला ने पुलिस को बताया कि 16 वर्षीय बेटी को आरोपित रेहान के चार चचेरे भाई अपहरण कर ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया।

रेहान उसके साथी जुनैद के साथ महिला के घर पहुंचा और कहा कि रिपोर्ट लिखवाई तो जान से खत्म कर देंगे। महिला को बयान बदलने के लिए भी धमकाया गया। मामला बड़े अफसरों के संज्ञान में आया तो महिला एसआइ ने बयान दर्ज कर आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

चोरल में दुष्कर्म किया


पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपित समीर व अन्य रेहान के चाचा के बेटे हैं। शनिवार दोपहर आरोपितों ने दो लड़कियों के माध्यम से पीड़िता को बुलाया और कार से चोरल ले गए। यहां नशीला पदार्थ पिलाकर दुष्कर्म किया। रात 8 बजे तक घर नहीं लौटने पर स्वजन ने उन लड़कियों से संपर्क किया जो पीड़िता को बुलाकर ले गई थीं। कुछ देर बाद रेहान भी आ गया और उसे धमकाते हुए कहा कि भाईयों के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाई तो अंजाम अच्छा नहीं होगा। दोपहर को मामला थाने पहुंचा तो पूर्व विधायक व अन्य बीजेपी नेताओं के फोन आ गए। भाजपा शहर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने भी टीआइ अजय वर्मा को फोन किया।

टीआइ ने पूरा घटनाक्रम बताया तो रणदिवे ने रेहान को फटकारा और टीआइ से कहा कि आरोपितों पर उचित कार्रवाई करें। रणदिवे के मुताबिक मामला संज्ञान में आने के बाद जानकारी लेने के लिए फोन किया था। दोषी कोई भी उस पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए। 

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JABALPUR मेडिकल कॉलेज में हत्या की आशंका, कोरोना संदिग्ध की गला कटने से मौत - MP NEWS

Posted: 17 May 2021 03:42 AM PDT

जबलपुर
। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना के उपचार के लिए भर्ती 30 वर्षीय मरीज ने चाकू से खुद का गला रेत कर आत्महत्या कर ली। घटना रविवार शाम करीब 7:00 बजे की है।   

वारदात की सूचना मिलते ही मेडिकल के वार्डों में हड़कंप मच गया। शल्य चिकित्सकों ने मरीज की जान बचाने की कोशिश की लेकिन अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसे नहीं बचाया जा सका। गढ़ा थाना प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि नुनसर पाटन के मुड़िया गांव निवासी गणेश पिता देवी सिंह 30 वर्ष को 14 मई को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के वार्ड क्रमांक 3 में भर्ती कराया गया था। इस वार्ड में कोरोना संदिग्ध मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जाता है।

उपचार के दौरान 16 मई की देर शाम गणेश ने फल काटने वाली चाकू से अपना गला रेत लिया। पलंग पर रहने के दौरान उसने आत्मघाती कदम उठाया जिसके चलते बिस्तर खून से सन गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। थाना प्रभारी ने बताया कि गणेश 5-6 दिन पहले से बीमार था। स्वजन ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन में चिकित्सीय परामर्श दिलाया जहां से उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। गणेश को लेकर स्वजन कुछ निजी अस्पतालों में पहुंचे परंतु वहां भर्ती नहीं किया गया। जिसके बाद 14 मई को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया।

भर्ती के बाद कोरोना की जांच के लिए सैंपल लिए गए, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था। इसी बीच गणेश ने आत्मघाती कदम उठाते हुए चाकू से अपना गला रेत लिया। इधर स्वजन ने मेडिकल के वार्ड में गणेश की हत्या का आरोप लगाया है। थाना प्रभारी राकेश तिवारी ने कहा कि स्वजन के आरोपों की भी जांच की जा रही है।

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GWALIOR में ब्लैक फंगस से 2 महिलाओं की मौत, JAH में 3 नए मरीज मिले - MP NEWS

Posted: 17 May 2021 04:04 AM PDT

ग्वालियर।
  मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में रविवार काे ब्लैक फंगस के चलते दाे महिलाओं की मौत हो गई। इनमें एक शिवपुरी की रहने वाली थी और दूसरी नाका चंद्रवदनी ग्वालियर की निवासी थी। दाेनाें महिलाओं का निजी अस्पतालाें में इलाज चल रहा था। जेएएच में तीन और मरीजाें में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। 

कोरोना को हरा चुकीं नाका चंद्रबदनी निवासी 43 वर्षीय रमा देवी काे ब्लैक फंगस की शिकायत के चलते सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पांच दिन पहले उनका सफल ऑपरेशन हाे गया, लेकिन शनिवार रात उनका अचानक आक्सीजन लेवल कम हुआ और रविवार सुबह चार बजे उनकी माैत हाे गई। सिम्स हॉस्पिटल के डा अनुराग सिकरवार का कहना है कि महिला की माैत हैप्पी हाइपाेक्सिया के कारण हुई है। जबकि ENT विशेषज्ञ डा. रविंद्र बंसल का कहना है कि आपरेशन हाेने के बाद भी ब्लैक फंगस से माैत से इंकार नहीं किया जा सकता है।

नवजीवन अस्पताल में कोरोना संक्रमित शिवपुरी की कृष्णा अग्रवाल के ब्रेन में ब्लैक फंगस की शिकायत थी। जिसके चलते उनकी रविवार को मौत हो गई। उनका पिछले छह दिन से इलाज चल रहा था पर ब्रेन का आपरेशन कर ब्लैक फंगस निकालना संभव नहीं था। इससे पहले कृष्णा के पति की कोरोना से 26 अप्रैल को मौत हो चुकी है। 

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BOMBAY HOSPITAL JABALPUR की नर्स ने रेमडेसिविर 1.69 लाख में बेचा - MP NEWS

Posted: 17 May 2021 03:54 AM PDT

जबलपुर।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के प्रकरण के बीच एक और रैकेट का खुलासा हुआ। इस रैकेट में अस्पताल के फीमेल-मेल नर्स, लैब टेक्निशियन और फर्जी डिग्री से डॉक्टर बने लोग शामिल थे। रैकेट में तीन अस्पताल के स्टाफ की भूमिका सामने आई है। मरीजों को लगने के लिए आने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन आरोपी चुराकर बेचते थे। बाॅम्बे अस्पताल की नर्स ने 12 इंजेक्शन 1.69 लाख रुपए में बेचा था।

ओमती और क्राइम ब्राच की टीम ने मामले में 15 मई को 12-12 हजार रुपए में दो रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचते हुए इनफिनिटी हार्ट इंस्टीटयूट के डॉक्टर नरेन्द्र ठाकुर निवासी ग्राम किन्दराहो पथरिया जिला दमोह हाल निवासी आमनपुर मदनमहल, राम अवतार पटेल निवासी ग्राम खिरवा खुर्द विजय राघवगढ, थाना कैमोर जिला कटनी हाल निवासी आगा चैक सांई होटल के बाजू वाली गली लार्डगंज और संदीप कुमार प्रजापति निवासी बघराजी कुण्डम हाल निवासी कोठारी मेडिकल के पास कोतवाली को गिरफ्तार किया था।

ओमती पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपियों के खिलाफ इनिफिनटी हार्ड इंस्टीट्यूट हॉस्पिटल के एचआर प्रमोद ठाकुर की शिकायत पर धारा 188, 420, भादवि, 3 महामारी अधिनियम तथा 3, 7 आवश्यक वस्तु अधिनियम का अपराध दर्ज कर जांच जेल भेज दिया था। एसपी के निर्देश पर तीनों आरोपियों का पुलिस ने रिमांड लिया। छानबीन में पता चला कि नरेंद्र सिंह ठाकुर ने फर्जी डिग्री पर डॉक्टर बना है। नरेंद्र सिंह ठाकुर के साथ विभिन्न हॉस्पिटल में काम करने वाले नर्स व मेल नर्स का एक रैकेट है, जो अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए लगने वाला रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी करता है।

रिमांड पर लिए गए नरेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि बाम्बे हॉस्पिटल में काम करने वाली नर्स शाहजहां बेगम निवासी घुलघुली उमरिया से उसने 12 इंजेक्शन 10 से 17 हजार रुपए में खरीदे थे। इसके एवज में उसे 1.69 लाख रुपए दिए थे। इसके अलावा अनंत अस्पताल में कार्यरत मेल नर्स दीपक बिसेन निवासी बालाघाट से 10 रेमडेसिविर इंजेक्शन 12 से 15 हजार रुपए में खरीदा था। साथ ही इनफिनिटी अस्पताल के कैथलैब टेक्निशियन कृष्णपाल सिंह भदौरिया से भी 5 रेमडेसिविर इंजेक्शन खरीदे थे। इन इंजेक्शनों वह श्याम सिंह लोधी निवासी कालीमठ आमनपुर मदनमहल को बेचता था।

इस खुलासे के बाद टीम बाम्बे हॉस्पिटल की नर्स शाहजहां बेगम और इनफिनिटी अस्पताल के कैथलैब टेक्निशियन कृष्णपाल सिंह भदौरिया को दबोच लिया। जबकि अन्य दो आरोपी श्यामसिंह लोधी और दीपक बिसने फरार हैं। शाहजहां ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह मरीजों को लगने वाले 2 इंजेक्शन के पहले डोज में से 1 इंजेक्शन ही लगाती थी। इस बचे इंजेक्शन को ही वह नरेंद्र सिंह ठाकुर को बेच देती थी। पूरा भुगतान उसने नरेंद्र सिंह ठाकुर से फोन-पे से लिया था। इसका रिकॉर्ड भी पुलिस ने शाहजहां के मोबाइल से जब्त कर लिया है। वहीं कृष्णपाल सिंह ने बताया कि वह संदीप प्रजापति से रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर नरेंद्र सिंह ठाकुर को बेचता था। वह भी फोन-पे के माध्यम से भुगतान प्राप्त करता था।

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GWALIOR में ब्लड डोनर की कोरोना से मौत, 119 बार रक्त दान किया - MP NEWS

Posted: 17 May 2021 03:55 AM PDT

ग्वालियर।
 मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में आपात स्थिति में रक्त उपलब्ध कराने वाले चलते-फिरते ब्लड बैंक यानी राजेश मारवाड़ी उर्फ लाला भैया अब नहीं रहे। खुद 119 बार रक्तदान करने वाले इस सेवाभावी सराफा कारोबारी को कोरोना ने हमसे छीन लिया है। उनके देहांत से हर शहरवासी, समाजसेवी व व्यापारी वर्ग शाेकमग्न है।  
 
रोटरी क्लब रीगल ग्वालियर के अध्यक्ष सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि लाला भैया शहर में मौजूद करीब 230 थैलीसीमिया से पीड़ित बच्चों का सहारा थे। लंबे समय से उन्हें रक्त उपलब्ध कराने के काम में लगे लाला भैया को यह याद हो गया था कि किस बच्चे का कौन सा ब्लड ग्रुप है। रेयर ब्लड ग्रुप की उपलब्धता भी वह सुनिश्चित कर देते थे। शहर के कई ऐसे लोगों को भी उन्होंने रक्त उपलब्ध कराया, जिनके मरीज देश के अन्य राज्यों में इलाज के लिए भर्ती हुए। जो अब लाला भैया के सद्कर्मों को याद कर श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे हैं। 

कैट के प्रदेशाध्यक्ष भूपेंद्र जैन ने बताया कि कोरोना संक्रमित होने के बाद विगत कुछ दिनों से उनका ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। एक-दो दिन उनकी हालत कुछ ज्यादा ही नाजुक हो गई थी। उनके प्रशंसक, सामाजिक कार्यकर्ता, नगर के रक्तसेवक और उनके सेवाभाव से वाकिफ सभी लोग उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए चिंतित थे व ईश्वर से कामना र रहे थे। मगर लाला भैया हजारों चाहने वालों को रोता बिलखता छोड़कर चले गए। मारवाड़ी मात्र 15 वर्ष की आयु से रक्तदान सेवा अभियान से जुड़े थे। 

थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के अभिभावक तो उन्हें भगवान समान मानते थे। थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों को हर महीने रक्त की जरूरत होती है। राजेश मारवाड़ी ने अपनी कोई संस्था तो नहीं बनाई और न अपने सेवाभावी कार्यों के प्रचार प्रसार के प्रयत्न किए, लेकिन उनके काम की खुशबू से पूरा शहर वाकिफ है।

8 अगस्त 1968 को जन्मे राजेश मारवाड़ी ने नई परिपाटी शुरू की थी। वे अपने मित्रों, परिचितों व शुभचिंतकों से जन्मदिन, शादी की सालगिराह आदि शुभ अवसरों पर रक्तदान कराते थे। जेएएच ब्लडबैंक, रेडक्रॉस, बिडला हॉस्पीटल्स ब्लड बैंक एवं कम्पू स्थित इमरजेंसी ब्लडबैंक के जरिए उनका सेवा अभियान अनवरत चलता था। यही कारण है कि चिकित्सक भी उनका सम्मान करते हैं। बीते साल 27 सितंबर को कैंसर पहाड़ी पर आयोजित कार्यक्रम में नगर के वरिष्ठ चिकित्सकों ने रक्तदान के क्षेत्र में उनके द्वारा किए कार्यों के लिए सम्मानित किया था।

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पूर्व मंत्री उमंग सिंघार की महिला मित्र की लाश उन्हीं के बंगले में मिली - MP NEWS

Posted: 17 May 2021 07:22 AM PDT

भोपाल।
मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और गंधवानी से कांग्रेस पार्टी के विधायक और आदिवासी नेता उमंग सिंघार के शाहपुरा भोपाल स्थित बंगले में उनकी महिला मित्र की लाश मिली है। उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें उमंग सिंघार और महिला के बेटे का जिक्र है। श्री उमंग सिंघार, ज्योतिरादित्य सिंधिया के नजदीकी नेता थे जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को हिला कर रख दिया था। दल बदल के समय उमंग सिंघार कमलनाथ के साथ खड़े हो गए थे।

मैं खुद हैरान हूं, वो मेरी अच्छी मित्र थी: उमंग सिंघार 

महिला का नाम सोनिया भारद्वाज उम्र 39 साल निवासी हरियाणा बताया गया है। पुलिस के अनुसार शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें लिखा है- तुम गुस्से में बहुत तेज हो, अब सहन नहीं कर सकती। पूर्व मंत्री उमंग सिंघार ने कहा, मैं खुद हैरान हूं, उसने ऐसा क्यों किया, वो मेरी अच्छी मित्र थी। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि भारद्वाज मैडम मामले में जांच चल रही है। उनकी माँ भोपाल आ चुकी है। उनके पिता नहीं है। आज शाम तक मामले में तस्वीर साफ हो जायेगी। 

उमंग सिंघार की महिला मित्र 25 दिन से उनके बंगले में रह रही थी

शाहपुरा टीआई महेंद्र मिश्रा के मुताबिक शाहपुरा में मकान नं. 238 पूर्व मंत्री उमंग सिंघार का निजी मकान है। सोनिया भारद्वाज हरियाणा के अंबाला के बलदेव नगर की रहने वाली थी। महिला का पति संजीव अंबाला में रहता है। महिला का 20 साल का बेटा आर्यन है। बताया जाता है कि महिला 25 दिन से उमंग सिंघार के बंगले पर रह रही थी। वह पहले भी दो बार आ चुकी थी। पुलिस ने बताया, महिला बंगले पर बने ऑफिस में रुकती थी। बंगले पर नौकर गणेश अपनी पत्नी गायत्री के साथ रहता था। उसकी पत्नी ही बंगले की साफ-सफाई और महिला को खाना देने का काम करती थी। बताया जाता है कि पूर्व मंत्री की सोनिया से दिल्ली में मुलाकात हुई थी।

पुलिस को जब सूचना मिली तब तक सब उतारा जा चुका था

रविवार सुबह महिला गई, तो अंदर से दरवाजा बंद था। उसने यह बात अपने पति को बताई। मामले की जानकारी उमंग सिंघार को दी गई। उन्होंने परिचितों को बंगले पर भेजा। दरवाजा खुलवा कर देखा, तो महिला दरवाजे के ऊपर बनी ग्रिल से बंधे दुपट्‌टे से फंदा बनाकर लटकी थी। जब तक उसे उतारा, उसकी मौत हो चुकी थी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। 

सुसाइड नोट में उमंग सिंघार और बेटे का जिक्र

एएसपी राजेश भदौरिया के मुताबिक मृतका के परिजनों को सूचना दे दी गई है। उनके आने के बाद शव का पोस्टमॉर्टम होगा। रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। एएसपी के मुताबिक महिला के पास से मिले सुसाइड नोट में बेटे आर्यन के बारे में लिखा है। साथ ही, उमर सिंघार का भी जिक्र है। उसमें लिखा है कि अब सहन नहीं होता है, गुस्से बहुत तेज हैं। किसी बात का स्पष्ट जवाब नहीं देते हैं। मामले में पूर्व मंत्री के भी बयान लिए जाएंगे। सुसाइड नोट की हैंड राइटिंग भी जांची जाएगी। पुलिस ने बताया, सोनिया ने सुसाइड नोट में अपने बेटे का जिक्र करते हुए लिखा- मैं तुम्हारे लिए कुछ नहीं कर पाई। जान दे रही हूं। आई लव यू।

इधर, पूर्व मंत्री उमंग सिंघार ने कहा, मैं 3 दिन से अपने विधानसभा क्षेत्र में था। कोरोना मरीजों की सेवा कर रहा था। मुझे आज ही जानकारी मिली और मैँ तत्काल भोपाल आ गया। मैं खुद हतप्रभ हूं कि उसने ऐसा क्यों किया। वो मेरी बहुत अच्छी मित्र थी।

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GK- संसद में 2 सदन क्यों होते हैं, जनता द्वारा चुने सांसदों के काम में राज्यसभा सदस्य टांग क्यों अड़ाते हैं

Posted: 17 May 2021 02:44 AM PDT

भारत की संसद में दो सदन है। एक लोकसभा और दूसरा राज्यसभा। लोकसभा में आम जनता द्वारा चुने गए सांसद बैठते हैं और भारत की जनता के हित में फैसले लेते हैं एवं कानून बनाते हैं। सवाल यह है कि दूसरे सदन की जरूरत क्या है। राज्यसभा की उपयोगिता और महत्व क्या है। 

भारत में राज्यसभा का गठन क्यों, दो सदनों की आवश्यकता क्यों 

भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जो कई राज्यों से मिलकर बना हुआ है। लोकतंत्र से तात्पर्य जनता द्वारा चुनी गई सरकार के माध्यम से देश का संचालन करना। जनता अपने क्षेत्र के सांसद को चुनती है जो लोकसभा का सदस्य होता है। राज्यसभा के सदस्य को जनता नहीं चुनती लेकिन जनता द्वारा चुने गए विधायक जनता की तरफ से मतदान करके राज्यसभा के सदस्य का चुनाव करते हैं। अपने प्रश्न का उत्तर चुनाव की प्रक्रिया में मौजूद है। राज्यसभा का सदस्य जिसे सांसद के समकक्ष दर्जा दिया गया है, संसद में राज्य का प्रतिनिधि होता है। राज्यसभा के सदस्य इस बात की निगरानी रखते हैं कि केंद्र सरकार यानी लोकसभा राज्य सरकारों के हितों को नुकसान पहुंचाने वाले फैसले ना कर पाए। 

राज्यसभा की उपयोगिता और महत्व क्या है 

राज्यसभा में आम जनता में लोकप्रिय नेता नहीं बल्कि विषयों के विशेषज्ञों को चुना जाता है। 
लोकसभा जब भी कोई कानून बनाती है तो उसे राज्यसभा से पारित करवाना जरूरी होता है ताकि उस कानून को राजनीति के अलावा एक दूसरे नजरिए से भी देखा जा सके। 
लोकसभा में लोकप्रिय पार्टी के सांसदों की संख्या सबसे ज्यादा होती है। ऐसी स्थिति में मनचाहे संविधान संशोधन का खतरा पैदा हो जाता है। राज्यसभा इस खतरे का समाधान है। राज्यसभा की मंजूरी के बिना संविधान में संशोधन नहीं हो सकता। 
राज्यसभा के माध्यम से लोकतंत्र में शक्ति के संतुलन की कोशिश की गई है। 
एक सदन में लोकप्रिय नेता होते हैं और दूसरे सदन में विशेषज्ञ। दोनों ही देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण माने गए हैं। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article

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खुली आंखों से श्रीगणेश बुध ग्रह देखना है तो शाम को छत पर आ जाना - Unique Astronomical Event

Posted: 16 May 2021 10:35 PM PDT

यदि आप सौर परिवार के सबसे छोटे सदस्य यानी बुध ग्रह (Mercury) को खुली आंखों से देखना चाहते हैं तो आपके पास सिर्फ आज का दिन है। आज सोमवार 17 मई 2021 को सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में दिखाई देगा। यह सबसे छोटे ग्रह है जिसे हम अपनी खाली आंखों से भी देख सकते हैं। इस विशिष्ट खगोलीय घटना को पूर्वी दीर्घीकरण (Estern Elongation) कहा जाता है।

What is Unique Astronomical Event - यूनिक एस्ट्रोनॉमिकल इवेंट क्या है

नेशनल अवार्ड विनर एवं विज्ञान प्रसारक सारिका घाऊ ने बताया कि यह घटना वर्ष में दो बार होती है। आज आप सूर्यास्त होते ही इस सबसे छोटे ग्रह को अपनी आंखों से देख सकेंगे। कई बार भारी प्रदूषण अथवा बादलों के कारण ब्रह्मांड का सबसे छोटा ग्रह है दिखाई नहीं देता परंतु सौर्य मंडल में रुचि रखने वाले हैं हमेशा इसका इंतजार करते हैं। आइए जानते हैं इसका क्या कारण है।

Reason of Eastern and Western Elongation - पूर्वी और पश्चिमी दीर्घीकरण का कारण

बुध ग्रह का परिक्रमण काल मात्र 88 दिन होता है जो कि सभी ग्रहों में सबसे कम है।  यानी कि बुद्ध ग्रह को सूर्य की परिक्रमा करने में मात्र 88 दिन ही लगते हैं। जैसे पृथ्वी को सूर्य की परिक्रमा लगाने में 365.26 दिन लगते हैं। परिक्रमण काल छोटा होने के कारण बुद्ध ग्रह सूर्य की परिक्रमा करता हुआ दो बार एक ही कोण पर आता है और इसका क्षितिज  से उठाव सबसे ज्यादा लगभग 20 डिग्री होता है। 

What is The greatest elongation - ग्रेटेस्ट एलॉन्गेशन किसे कहते हैं 

इस खगोलीय घटना को ही ग्रेटेस्ट एलॉन्गेशन कहते हैं। वर्ष में एक बार ईस्टर्न एलॉन्गेशन होता है जबकि यह बुध ग्रह पश्चिम दिशा में सूर्यास्त के बाद दिखाई देता है। और एक बार वेस्टर्न एलॉन्गेशन होता है जिसमें यह पूर्व दिशा में सुबह सूर्योदय के पहले दिखाई देता है।

 बुध ग्रह से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां / Interesting facts about Mercury planet

• यह सूर्य का सबसे नजदीकी ग्रह है फिर भी सबसे गर्म ग्रह नहीं है।
• सूर्य की परिक्रमा करने में सबसे कम समय मात्र 88 दिन ही लगते हैं।
• सर्वाधिक कक्षीय गति वाला ग्रह है।
• सबसे छोटा और सबसे हल्का ग्रह एवं कोई भी उपग्रह नहीं है।
• इस ग्रह पर चुंबकीय क्षेत्र पाया जाता है।
• इस ग्रह का तापांतर सभी ग्रहों से सबसे ज्यादा (600 डिग्री सेंटिग्रेड तक) होता है।
• यहां दिन का तापमान 427 डिग्री सेंटीग्रेड तक जबकि रातें बर्फीली होती है - 173 डिग्री सेंटीग्रेड।

छाती में कभी-कभी वाइब्रेशन क्यों होता है / Why Does our chest Vibrate

Posted: 16 May 2021 08:46 PM PDT

पिछले कुछ दिनों में फेफड़े यानी छाती का महत्व सभी को समझ में आ गया है। जिंदा रहने के लिए यह बहुत जरूरी है क्या फेफड़े पूरी तरह से स्वस्थ हों। ज्यादातर लोग इस बात की चिंता करते हैं कि उन्हें किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या ना हो लेकिन कभी-कभी छाती में वाइब्रेशन यानी कंपन महसूस होता है। सवाल यह है कि क्या यह कोई बीमारी है या फिर किसी बीमारी का संकेत। आइए जानते हैं:-

हमारे शरीर का रक्षा तंत्र / Defence mechanism of our body

हमारे शरीर के प्रत्येक ऑर्गन में में एक डिफेंस मैकेनिज्म भी होता है जैसे-सिर के ऊपर  बालों का पाया जाना, आंखों के ऊपर पलक और आइब्रोज का पाया जाना, नाक में बाल का पाया जाना, कान में वैक्स और हल्के बालों का पाया जाना, उंगलियों के सिरों पर नाखूनों का पाया जाना। यह सब हमारे डिफेंस मेकैनिज्म का ही हिस्सा है। इसी कड़ी में हमारे श्वसन में हमारे श्वसन तंत्र (Respiratory system, रेस्पिरेट्री सिस्टम) में भी कुछ डिफेंस मैकेनिज्म पाए जाते हैं जैसे:- छिंकना , खाँसना, हिचकी लेना, उबासी आना और छाती में कंपन आदि।

छाती में वाइब्रेशन का कारण / Reason behind the Vibration in chest

जब हमें साधारण सर्दी, जुखाम (Cold and cough) होता है तो हमारे फफड़ों (lungs)  में कुछ मात्रा में Sputum या बलगम एकत्रित हो जाता है और इसे बाहर निकालने के लिए शरीर को थोड़ा सा एक्स्ट्रा एफर्ट लगाना पड़ता है। यह जब तक हमारे फेफड़ों और श्वास नली में चिपका रहता है तब तक सांस लेने की स्थिति में कभी-कभी कंपन या वाइब्रेशन होता है।

फेफड़ों की स्थिति  /  Position of lungs

हमारे lungs या फेफड़े, छाती (Chest, Thorasic Cavity) में स्थित गुब्बारे के समान रचनाएं होती हैं जोकि oxygen को अंदर लेने और carbon-dioxide को बाहर निकालने का काम करते हैं। Lungs के पीछे की ओर कशेरुक दंड (Spinal chord, Vertebral column) आगे की तरफ उरास्थि (Sternum), साइड में पसलियां (Ribs) और नीचे की तरफ तंतुपट (Diaphram) स्थित होता है। मतलब हमारे lungs चारों तरफ से एक कठोर आवरण में  बंद होते हैं। 

जब Cough, Cold की स्थिति होती है तो इस स्थान पर बलगम या Sputum Or Cough एकत्रित हो जाता है और इसे बाहर निकालने के लिए चारों तरफ से प्रेशर लगता है। जिसे ज्वारीय बल (Tidal Pressure) कहते हैं। जिसके कारण छाती में कंपन या वाइब्रेशन होता है।

क्या कोर्ट समन के पहले गिरफ्तारी वारंट जारी कर सकता है - LEARN CrPC SECTION 87

Posted: 16 May 2021 08:29 PM PDT

वारण्ट कब जारी किया जाता है जानिए

किसी आरोपी को न्यायालय के समक्ष हाजिर करने के लिए न्यायालय के पीठासीन अधिकारी द्वारा समन जारी कर आदेश दिया जाता है। समन के माध्यम से न्यायालय में हाजिर करवाने का प्रयास किया जाता है परंतु यदि व्यक्ति समन से बच रहा है, और समन मिलने के पश्चात भी न्यायालय के समक्ष हाजिर नहीं होता है, तब ऐसी परिस्थिति में व्यक्ति को न्यायालय के समक्ष पेश करने के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी करना पड़ता है।
सवाल यह है कि क्या न्यायालय समन के पहले वारण्ट जारी कर सकता है जानिए?

दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा 87 की परिभाषा (सरल एवं स्पष्ट शब्दों में)

न्यायालय किसी भी ऐसे मामलों में जिसमें वह व्यक्ति को हाजिर करने के लिए समन जारी करने के बाद या पहले निम्न कारण को देखते हुए व्यक्ति का गिरफ्तारी वारण्ट जारी कर सकता है:-
1. यही आरोपी को न्यायालय में पेश करने के लिए समन भेजा गया है और न्यायालय को लगता है कि ऐसी सूचना पा कर आरोपी फरार हो सकता है तब उसे समन के अतिरिक्त न्यायालय वारण्ट जारी कर सकता है।

2. व्यक्ति को समन प्राप्त हो गया हो और वह जानबूझकर कर न्यायालय के समक्ष पेश नहीं हो रहा है तब न्यायालय ऐसे व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए समन के स्थान पर वारण्ट जारी करेगा। लेकिन अगर समन प्राप्त व्यक्ति बीमार हो गया हो, दुर्घटना हो गई हो, या अचानक कोई परेशानी आ गई है तब इस कि जानकारी वह न्यायालय को भेज देता है तब न्यायालय गिरफ्तारी वारण्ट जारी नहीं करेगा। :- लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

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अधिकारी, कोर्ट में गलत जानकारी पेश कर दे तो विभागीय कार्रवाई होगी या FIR दर्ज होगी
क्या जमानत की शर्तों का उल्लंघन अपराध है, नई FIR दर्ज हो सकती है
एक व्यक्ति अपराध करे और दूसरा सिर्फ साथ रहे तो दूसरा अपराधी माना जाएगा या नहीं
रात के समय किसी के घर में चोरी छुपे घुसना किस धारा के तहत अपराध है
यदि कोई मर्जी के बिना घर में घुस आए तो क्या FIR दर्ज करवाई जा सकती है
धूम्रपान करने वालों के खिलाफ IPC की किस धारा के तहत FIR दर्ज होगी
आम रास्ते में रुकावट पैदा करने वाले के खिलाफ किस धारा के तहत FIR दर्ज होती है
गर्भपात के दौरान यदि महिला की मृत्यु हो गई तो जेल कौन जाएगा डॉक्टर या पति
यदि जबरदस्ती नशे की हालत में अपराध हो जाए तो क्या सजा से माफी मिलेगी

FREE WHATSAPP CLINIC: डॉक्टर का मुफ्त परामर्श, RSS का आयोजन

Posted: 16 May 2021 08:14 PM PDT

Free online consultation with doctor

महामारी के वक्त आम जनता की सहायता के लिए सक्रिय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने लोगों को व्हाट्सएप पर मुफ्त चिकित्सा सलाह की सेवा शुरू की है। यहां पर लोग किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के लिए संपर्क कर सकते हैं। 

व्हाट्सएप क्लीनिक में सभी प्रकार की बीमारियों के बारे में सलाह मिलेगी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघ चालक सुशील कुमार एवं कार्यवाह पृथ्वी सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी के समय में घर से बाहर जाने से परहेज है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह आपके घर पर व्हाट्स एप क्लीनिक के माध्यम से पहुंचाने का फैसला लिया गया है। इस सुविधा में आप किसी भी शारीरिक या मानसिक समस्या के लिए डॉ. व्हाट्स एप के जरिये जानकारी ले सकते हैं। 

व्हाट्सएप क्लीनिक में डॉक्टर से परामर्श के लिए क्या करें

व्हाट्सएप क्लीनिक के प्रभारी डॉ. अमनजीत ने बताया कि व्हाट्स एप क्लीनिक के फोन नंबर सार्वजनिक किए हैं। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इस सेवा का लाभ ले सकेंगें। अपना नाम, स्थान, समस्या के साथ इस व्हाट्स एप ग्रुप में जुड़ें। 
डॉ विनोद 992120921 
डॉ प्रदीप 8168808611 

कोरोना योद्धाओं को 7वें वेतनमान की तीसरी किस्त अ​ब तक नहीं मिली - EMPLOYEE NEWS

Posted: 17 May 2021 03:58 AM PDT

जबलपुर
। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि जिले में सैकड़ों कोरोना योद्धाओं को शासन के आदेश के बाद भी 7वें वेतनमान के एरियर्स की तृतीय किस्त का 25 प्रतिशत व 75 प्रतिशत का भुगतान आज दिनांक तक नहीं किया गया है। 

शासन द्वारा स्पष्ट आदेश दिये गये थे कि 31 मार्च 2021 के पूर्व एरियर्स के सभी भुगतान कर दिये जावे, उसके बाद भी कोरोना योद्धाओं को 7वें वेतनमान की तृतीय व अंतिम किस्त का भुगतान सेवापुस्तिका के अनुमोदन का बहाना बना कर नहीं किया गया हैं। जबकि सेवापुस्तिका में अनुमोदन 7वे वेतनमान लागू होने के साथ ही कराये जाने के निर्देश थे उसके उपरांत ही प्रथम, द्वितीय एवं अंतिम किस्त का भुगतान निरंतर हो रहा है। सेवापुस्तिका में अनुमोदन के लिए उत्तरदायित्व कार्यालय प्रमुख का होता है न कि कर्मचारी का। 

कोरोना योद्धा लगातार प्रथम लहर से वर्तमान तक अपने कर्तव्य व दायित्वा का निर्वाहन निष्ठा व ईमानदारी से कर रहे हैं जिसके कारण संक्रमण का शिकार वे व उनका परिवार हो रहा है । स्वयं के व्यय पर तत्काल चिकित्सा सुविधा हेतु रूपयों की आवश्यकता होती है, परन्तु धन के अभाव में उन्हें साहुकार की शरण में जाने हतु विवश होना पड़ रहा है और वे कर्ज में डूब रहें है, समय पर एरियर्स का भुगतान न होने पर ऐसी स्थिति निर्मित रही है।

संघ के योगेन्द्र दुबे, अरवेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, नरेन्द्र दुबे, संजय यादव, अटल उपाध्याय, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, दुर्गेश पाण्डेय, आशुतोष तिवारी, सुरेन्द्र जैन, वीरेन्द्र तिवारी, घनश्याम पटेल, अजय दुबे, मनोज खन्ना, राजेश चतुर्वेदी, चंदू जाउलकर, नंदु चंसौरिया, अरूण दुबे, आर.के गोलाटी, अंकुर प्रताप सिंह, बिटू अहलूवालिया, विजय सेन, उमेश पारखी, शकील खान, अनिल दुबे आदि ने माननीय कलेक्टर, जबलपुर से मांग की है कि सी.एम.एच.ओ. कार्यालय के जंगलराज को समाप्त कर एरियर्स का भुगतान कराया जावे।

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RAISEN में डॉक्टर और असिस्टेंट DPC, दतिया में पटवारी सस्पेंड - MP NEWS

Posted: 17 May 2021 04:38 AM PDT

भोपाल
। कमिश्नर कवींद्र कियावत ने रायसेन में एक डॉक्टर और जिला शिक्षा केंद्र के सहायक परियोजना समन्वयक को सस्पेंड कर दिया है जबकि दतिया में एसडीएम ने एक पटवारी को सस्पेंड किया है।

रायसेन में डॉक्टर कपूर और असिस्टेंट DPC सस्पेंड

भोपाल संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने बैठक तथा मुख्यालय से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने पर वरिष्ठ पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ डॉ एसके कपूर एवं जिला शिक्षा केन्द्र के सहायक परियोजना समन्वयक श्री अर्जुन सिंह सिसोदिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। संभागायुक्त श्री कियावत द्वारा जारी आदेश के तहत वरिष्ठ पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ डॉ एसके कपूर एवं सहायक परियोजना समन्वयक श्री अर्जुन सिंह सिसोदिया का अनाधिकृत रूप से मुख्यालय से अनुपस्थित रहना पदीय दायित्व के निर्वहन में घोर लापरवाही, उदासीनता एवं स्वेच्छाचारिता को प्रदर्शित करता है जो मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 का उल्लंघन है। इस कृत्य के लिए डॉ एसके कपूर तथा श्री अर्जुन सिंह सिसोदिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए निलंबन अवधि में मुख्यालय कलेक्टर कार्यालय निर्धारित किया गया है। 

दतिया में पटवारी लक्ष्मी नारायण झा सस्पेंड

शासकीय कार्य में लापरवाही बरतने एवं आदेश की अवहेलना करने के आरोप में पटवारी श्री लक्ष्मी नारायण झा (प्रभारी राजस्व निरीक्षक) को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व भाण्ड़ेर ने निलंबित कर दिया गया है। एसडीएम ने पटवारी को सस्पेंड करने का कारण प्रेस को नहीं बताया है। निलंबन अवधि में इनका प्रभारी राजस्व निरीक्षक वृत्त भाण्ड़ेर श्री भूपेन्द्र कुमार पांचाल राजस्व निरीक्षक वृत्त गोंदन को सौंपा गया है। 

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मध्य प्रदेश के 9 जिले कोरोना मुक्त, 7 जिलों में संकट बरकरार - MP NEWS

Posted: 17 May 2021 05:25 AM PDT

भोपाल
। बड़े दिनों बाद गुड न्यूज़ है। मध्य प्रदेश के 9 कोरोनावायरस के संक्रमण से लगभग मुक्त हो गए हैं। आधिकारिक घोषणा होना बाकी है। हालांकि कर्फ्यू लगा हुआ है। जबकि 7 जिलों में संकट बरकरार है। यह संक्रमण कम करना सरकार के लिए चुनौती बन गया है। 

मध्यप्रदेश के कौन-कौन से जिले कोरोनावायरस से मुक्त 

मध्य प्रदेश के 9 जिलों छिंदवाड़ा, बड़वानी, भिंड, गुना, अशोकनगर, झाबुआ, खंडवा, बुरहानपुर, अलीराजपुर का साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत व उससे कम है। जिन इलाकों में संक्रमण की दर 2.5% होती है उस इलाके को कोरोनावायरस के संक्रमण से मुक्त माना जाता है एवं सभी प्रकार के प्रतिबंध हटा लिए जाते हैं।

मध्य प्रदेश के 7 जिले जहां संकट बरकरार है

मध्य प्रदेश के 7 जिलों में ही अब 200 से अधिक नए प्रकरण आए हैं। इंदौर में 1487, भोपाल में 982, जबलपुर में 452, ग्वालियर में 387, उज्जैन में 250, रतलाम में 244 एवं सागर जिले में 220 नए प्रकरण आए हैं। सिर्फ इतना ही नहीं इन जिलों में एक्टिव केस की संख्या भी काफी ज्यादा बनी हुई है। हालांकि पॉजिटिविटी रेट कम हो रही है परंतु यदि हालात ऐसे ही बनी रहे तो इन 7 जिलों में कोरोनावायरस का कर्फ्यू खत्म होते-होते दीपावली आ जाएगी।

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GWALIOR में जज की पत्नी के शव से हीरे की अंगूठी, स्वर्ण आभूषण गायब - MP NEWS

Posted: 17 May 2021 04:50 AM PDT

ग्वालियर।
अस्पतालों में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों के साथ अमानवीयता एवं अपराध की खबरें लगातार आ रही हैं। बिरला अस्पताल में भर्ती जज की पत्नी के शव से हीरे की अंगूठी और स्वर्ण आभूषण गायब मिले। पुलिस का कहना है कि हॉस्पिटल के मैनेजमेंट ने जज के बेटे को 15 दिन तक पुलिस के पास नहीं आने दिया। घटना 29 अप्रैल 2021 को बिड़ला अस्पताल की है। रिपोर्ट 16 मई 2021 को दर्ज की गई।

बिरला अस्पताल में भर्ती करते समय हीरे की अंगूठी और स्वर्ण आभूषण पहने थीं

न्यायाधीश अरुण सिंह तोमर इन दिनों उपभोक्ता फोरम में पदस्थ हैं और सचिन तेंदुलकर मार्ग स्थित टाउनशिप में रहते हैं। 19 अप्रैल को उनकी पत्नी सरला तोमर की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। हालत बिगड़ने पर पत्नी को बिड़ला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। हॉस्पिटल में भर्ती करते समय सरला तोमर दोनों हाथ में सोने की अंगूठी, एक अंगूठी में डायमंड लगा था। इसके अलावा कान में टॉप्स, पैरों में पायल, बिछिया व नाक में लोंग पहने थीं।

डॉक्टरों ने केवल एक लोंग और पायल वापस की

29 अप्रैल की रात 11 बजे सरला देवी की मौत हो गई। परिजन को सूचना दी। इस पर जज का बेटा राघवेन्द्र सिंह हॉस्पिटल पहुंचे। यहां बकाया बिल 3.11 लाख रुपए भी जमा किए। उस समय तक महिला के शव को कोविड बैग में पैक कर मुक्तिधाम के लिए भेज दिया गया था। डॉक्टर ने एक लोंग व पायल परिजन को सौंप दी। शेष सामान उनके कपड़े के बैग में रखा होने की बात कही।

बैग में से सभी स्वर्ण आभूषण, हीरे की अंगूठी, नगदी और ऑक्सीमीटर गायब थे

इसके बाद, कोविड गाइडलाइन से महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया। दो से तीन दिन बाद जब परिजन ने उनका बैग खोला, तो उसमें गहने नहीं थे। साथ ही, पेशेंट का ऑक्सीमीटर व एक हजार रुपए नकदी भी गायब थे। पुलिस ने मामले में रविवार को जज के बेटे राघवेन्द्र सिंह की शिकायत पर बिड़ला हॉस्पिटल के अज्ञात वार्ड बॉय के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 

मामले में TI गोला का मंदिर थाना विनय शर्मा का कहना है, FIR दर्ज कर ली है। अब CCTV कैमरों की फुटेज देखकर चोरी करने वाले की पहचान की जाएगी। मामले में इतनी देरी से FIR का कारण यह है, जब गहने बैग में नहीं मिले, तो जज के बेटे ने बिड़ला हॉस्पिटल प्रबंधन को मामले की सूचना दी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि वह हॉस्पिटल में लगे CCTV कैमरों की फुटेज देखकर आरोपी को बेनकाब करेंगे। ऐसा हुआ नहीं। वह मामले को टालते गए। इसके बाद राघवेन्द्र ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।

मुरार में भी हुई थी ऐसी ही घटना

हॉस्पिटल के कोविड वार्ड में यह इस तरह की पहली घटना नहीं है। इससे पहले लगातार इस तरह की हरकतें होती रही हैं। हाल में मुरार जिला अस्पताल में गुढ़ा निवासी पूनम वीरे के गहने चोरी हो गए थे। घटना के एक दिन बाद पूनम की मौत भी हो गई थी। मुरार थाना में मामला भी दर्ज है।

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