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Monday, August 23, 2021

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तालिबान : भारत के सामने नई चुनौतियां !’ विषय पर ‘ऑनलाइन’ विशेष संवाद

Posted: 22 Aug 2021 11:34 PM PDT

'तालिबान : भारत के सामने नई चुनौतियां !' विषय पर 'ऑनलाइन' विशेष संवाद

पाकिस्तान कर सकता है तालिबानियों का कश्मीर में उपयोग;भारतीय सेना सटीक प्रत्युत्तर देने में सक्षम ! - ब्रिगेडियर हेमंत महाजन
                 

         अफगानिस्तान में कराए गए सत्ता परिवर्तन के पीछे पाकिस्तान का प्रमुख हाथ है । वहां लडनेवाले 50-60 हजार तालिबानी आतंकवादियों के साथ पाकिस्तान के 30-40 हजार सैनिक और सेनाधिकारी हैं । वे तालिबान का नेतृत्व कर रहे हैं । बलवान अमेरिकासाथ ही लाख अफगानिस्तानी सेना तालिबान के सामने से पीछे हटने के कारण उनकी हिम्मत बढ गई है । इसलिए भविष्य में पाकिस्तान तालिबानियों का उपयोग कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों के लिए कर सकता है । इससे पहले 'ऑपरेशन जिब्राल्टर' और अन्य युद्धों के समय पाकिस्तान ने पठानपख्तून के 15-20 हजार कट्टर आतंकवादियों की टोलियों की सहायता से भारत पर आक्रमण किया था । तब भारतीय सैनिकों ने हजारों आतंकवादियों को मारकर उन्हें भागने पर विवश कर दिया था । भारत के सैनिकहवाई लडाई करनेवाले अमेरिकी सैनिक और शस्त्र नीचे रखनेवाले अफगानिस्तानी सैनिकों के समान नहीं हैं । भारत के सैनिक मैदान में उतरकर सटीक प्रत्युतर देते हैंइसलिए यदि कश्मीर में तालिबानियों ने आक्रमण किया तो उसे सटीक प्रत्युत्तर दिया जाएगाऐसा स्पष्ट प्रतिपादन सेना के 18 शौर्य पुरस्कार प्राप्त  (सेवानिवृत्तब्रिगेडियर हेमंत महाजन ने किया । हिन्दू जनजागृति समिति आयोजित 'तालिबान भारत के सामने नई चुनौतियां !' इस 'ऑनलाइन' विशेष संवाद में वे बोल रहे थे । यह कार्यक्रम 13 हजार लोगों ने देखा ।

         संवाद को संबोधित करते हुए हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्कसाथ ही  मुनव्वर राणा और स्वरा भास्कर ने अप्रत्यक्ष रूप से तालिबान का समर्थन कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बदनामी की है । वास्तव में यह लोकतंत्र और सेक्युलरिजम की हार है ।  अफगानिस्तान में तालिबानी आतंकवादियों के अमानवीय अत्याचार देखकर भी 'संयुक्त राष्ट्र संघ' चुप है ।  कश्मीर से साडेचार लाख हिन्दुआें को खदेडने पर भी वह चुप ही था । आज भारत में अनेक स्थानों पर मिनी पाकिस्तान निर्माण हुए हैं । प्रतिदिन हिन्दुआें का पलायन हो रहा है । ऐसे समय में तालिबान के कारण भारत के समक्ष निर्माण हुए संकटों का सभी हिन्दुआें को एकत्रित होकर सामना करना चाहिए । हमें छत्रपति शिवाजी महाराजजी की युद्धनीति का उपयोग कर हिन्दू राष्ट्र स्थापना हेतु संघर्ष करना होगा ।

          भारत रक्षा मंच के राष्ट्रीय महासचिव श्रीअनिल धीर ने कहा कि फ्रान्स और इजराइल द्वारा मुसलमानों पर अत्याचार करने का आरोप लगाते हुए पूर्ण विश्‍व के मुसलमान  हिंसक निषेध मोर्चे निकालते हैंपरंतु अफगानिस्तान में तालिबानी आतंकवादियों द्वारा मुसलमानों को निर्दयता से मारे जाने पर भी ये लोग चुप क्यों है यह इस्लामी देश और संगठनों की दोहरी भूमिका हैढोंग है । आज तालिबान की स्थिति पर पाक और चीन प्रसन्न हैंपरंतु कल उन्हें समस्या अवश्य होगी ।

 
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दस्तक देते धागे

Posted: 22 Aug 2021 11:30 PM PDT

दस्तक देते धागे

छीजते सम्बन्धों के दरवाजे पर
हर साल यह रेशमी धागा
दस्तक देने चली आती है
कहती है- बांध लो भाई !!
वह सत्तर बरस की बूढ़ी बहन
मृत्यु से जूझती , सिर पर सहती
तेज धूप
जा रही होती है नैहर की सुनसान गलियों में
ढहती हुई दीवारों
नोनिया लगे ईंटों से कहने
बांध लो भाई !!
वह ढूंढती है खण्डहर हुए
चेहरों के भीतर
अपने बाप की प्यारी मुस्कान
और
भौजाइयों के आंचल में
मैया का दूब धान
मधुमेह से ग्रस्त बूढ़ी बहन
निर्लज्जों के मुँह में डालती है मिठाई।
खा लो भाई !!
बहन के दरबाजे पर
जिसने बिताए थे कई साल
कई महीने , और कई कई दिन
उनके पास अब नहीं है
बहन के लिए - पल छिन
फिर भी यह तिरिया
छोड़ती नहीं हठ
कह कर आती है
यह मेरा आना अंतिम है भाई ।
बांध लो भाई
खा लो मिठाई।
© ज्योतीन्द्र मिश्र
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विहँसेगी पूनम की रात

Posted: 22 Aug 2021 11:24 PM PDT

विहँसेगी पूनम की रात

*******************
परनिंदा का स्वाद अनूठा
लेते रहे हैं जीवन भर,
चौथापन भी कहाँ अछूता
पी ही रहे हैं जी भरकर।
हम हैं दूध के धोए ऐसा
समझ लिया है निज मन में,
शक्ति भले ही चली गई हो
नहीं मलाल जर्जर तन में।
स्वार्थ प्रबल होता ही है
कब रुकती है इसकी धारा,
तोड़ चुके कई प्रेम के बंधन
फिर भी नर है कब हारा?
विष की प्यास मिटाते फिरते
लोलुप बुजदिल कायर नर,
अन्त समय सम्मुख दिखता पर
नहीं उन्हें ईश्वर का डर।
ठहरो, पल भर सुन लो मानव
अपने मन की ही कुछ बात,
घना अँधेरा छँट जायेगा
विहँसेगी पूनम की रात।
रजनीकांत।
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कहना, हमने सीख लिया

Posted: 22 Aug 2021 11:18 PM PDT

कहना, हमने सीख लिया

बात बात में सर जी कहना, हमने सीख लिया है,
बहन बेटियां- मैडम कहना, हमने सीख लिया है।
नहीं चाहिए मां की ममता, अब बापू का साया,
मम्मी डैडी कहना उनको, हमने सीख लिया है।
नये दौर में जाने क्या-क्या, हम सीख सीखा रहें हैं,
चाची ताई बुआ मौसी, आन्टी कहना सीख लिया है।
ताऊ चाचा मामा मौसा, निज रिश्तों को बिसराकर,
रिश्तों से सड़कों तक, अंकल कहना सीख लिया है।
करते सब संस्कार की बातें, पर खुद सीख न पाते,
संस्कार संस्कृति को धता बताना, हमने सीख लिया है।

अ कीर्ति वर्द्धन
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संवादहीनता

Posted: 22 Aug 2021 11:14 PM PDT

संवादहीनता

संवादहीनता इस तरह बढ़ने लगी,
ज़िन्दगी खुद, खुद में सिमटने लगी।
मोबाइल और टी वी का चलन हुआ,
दूरियां घर के भीतर भी बढ़ने लगी।
पहले लिखते चिट्ठियां कुछ बात होती,
मोबाइल पर काम की बात होने लगी।
सोशल मीडिया के बहाने लिखने लगे,
Thank you की जगह th होने लगी।
भारतीय संस्कृति का दर्शन रोज होता,
क्या- कहां बात अंग्रेजी में होने लगी।
बैठे हुए हैं सामने ही सब परिवार जन,
बात सबसे वाह्टस एप पर होने लगी।
दौर ऐसा बदला कि सबके बीच तन्हां,
तन्हाइयों को भी अब तन्हाई होने लगी।

अ कीर्ति वर्द्धन
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धागों का त्योहार

Posted: 22 Aug 2021 11:12 PM PDT

धागों का त्योहार

बांध सकीं कब बेड़ियां,जाति-धर्म की रीति। 
न्यारी सबसे है यहां,बहन-भ्रात की प्रीति।। 

कच्चे धागे से बंधा ,रिश्ता है मजबूत।
आकर इसके सामने,नतमस्तक यमदूत।। 

भाई-बहना सा कहां,है कोई संबंध।
लड़े-भिडे फिर एक हो,देते नेह सुगंध।। 

मिला प्रेम को है यहां,अति पावन संसार।
रिश्ते को पक्का करे,धागों का त्योहार।। 

राखी का त्योहार यह,देता है संदेश।
पावन रिश्ते को मिलेअति प्रगाढ परिवेश। 

इतराती बहना फिरे ,भाई के घर द्वार।
कच्चे धागे बांधकर,पाती पक्का प्यार।।

इसमेंभाई-बहनका,भरा अपरिमित प्यार।
यह केवल होता नहीं,धागों का त्योहार।।
                           *
~जयराम जय
'पर्णिका'बी-11/1, कृष्णविहार ,
कल्यणपुर,कानपुर-208017(उ.प्र. )
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वरिष्ठ नागरिक सामाजिक समरसता का धरोहर

Posted: 22 Aug 2021 11:06 PM PDT

वरिष्ठ नागरिक सामाजिक समरसता का धरोहर 

जहानाबाद ।  समाजिक चेतना  का  महत्वपूर्ण धरोहर  बुजुर्ग  व वरिष्ठ नागरिक है । सच्चिदानंद शिक्षा एवं समाज कल्याण संस्थान द्वारा आयोजित विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस के अवसर पर वरिष्ठ नगरी संगोष्ठि के जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन जहानाबाद के उपाध्यक्ष साहित्यकार व इतिहासकार सत्येन्द्र कुमार पाठक ने कहा    ज्ञान का विशाल भंडार एवं  इतिहास की जीती जागती स्मृतियां बुजुर्ग हैं। बुजुर्ग  जीवन के विविध क्षेत्रों में देने के लिए सलाह, समर्थन और मार्ग दर्शन है। प्रत्येक वर्ष 21 अगस्त को वर्ल्ड  सीनियर सिटीजन डे व विश्व  वरिष्ठ नागरिक दिवस   मनाते हैं।
समाज के बुजुर्गों के जीवन, उपलब्धियों और उनसे जुड़े मुद्दों के लिये विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस समर्पित है। बुजुर्ग सरकार, व्यापार, विज्ञान, चिकित्सा और मनोरंजन के क्षेत्र में रहे या खेती किसानी से जुड़े रहे हैं, और नौकरी पेशा बुजुर्ग सेवानिवृत्ति के बाद जीवन के नए पहलुओं और चुनौतियों का सामना करते हैं । वरिष्ठ नागरिक दिवस की शुरुआत पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के विचारों और प्रयासों से 21 अगस्त  1988 में आधिकारिक तौर पर को राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस के रूप में मनाया था ।  संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 1990 ई.  को विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस के उत्सव के रूप में समर्पित किया।  बुजुर्ग माता-पिता और दादा-दादी का सम्मान करने के लिए एक साथ  21 अगस्त को आते हैं। सरकार द्वारा वुजुर्ग की खुशियाली और रख रखाव तथा मानसिक संपन्नता के लिए वृद्धाश्रम की व्यवस्था भी की है । वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान भावी पीढ़ियों के लिए ज्ञान का विंदू है ।
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बाल मनोविज्ञान पर आधारित हिन्दी फीचर फिल्म 'स्कूल ड्रेस' का मुहूर्त संपन्न

Posted: 22 Aug 2021 07:43 AM PDT

बाल मनोविज्ञान पर आधारित हिन्दी फीचर फिल्म 'स्कूल ड्रेस' का मुहूर्त संपन्न

विद्यालयों में हर साल ड्रॉप आउट जैसी समस्या को केंद्र में रखकर हिंदी फीचर फिल्म स्कूल ड्रेस का मुहूर्त शॉट रविवार को राजधानी पटना के यूथ हॉस्टल के सभागार में किया गया। इस मौके पर फिल्म के लेखक-निर्देशक रीतेश परमार ने फ़िल्म की कहानी को लेकर बताया कि फिल्म की नायिका स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा है, जो अपने ही पड़ोस में स्कूल ड्रॉपआउट हुई बच्ची को देखती है और इस समस्या को तलाशने निकलती है।

उन्होंने बताया कि इस फिल्म की पूरी शूटिंग पटना और उसके आसपास के क्षेत्रों में की जाएगी। इस फिल्म में काम करने वाले सारे कलाकार और तकनीशियन बिहार के ही हैं। मुहूर्त शॉट के अवसर पर उपस्थि तवरिष्ठ रंगकर्मी अभिमन्यु प्रिय ने कहा कि सरकार के स्तर पर बिहार में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहन देने की नीति बननी चाहिए।

फ़िल्म की निर्माता सुप्रिया परमार व डॉ. हर्षवर्धन ने मुहूर्त शॉट पर आए हुए लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि शीघ्र ही फिल्म की शूटिंग शुरू होगी। इस अवसर बिहार प्रदेश भाजपा के कला संस्कृति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष वरुण सिंह, रेडियो उद्घोषक संजय किशोर, कत्थक के प्रशिक्षक कुमार कृष्ण किशोर, पटना कला एवं शिल्प महाविद्यालय के शिक्षक प्रो. विनोद कुमार, रंगकर्मी मिथिलेश सिंह, वरिष्ठ पत्रकार संजीव कुमार समेत फिल्म जगत से जुड़े कई कलाकार फिल्मकार और तकनीशियन उपस्थित थे। कार्यक्रम का मंच संचालन फिल्मकार प्रशांत रंजन ने किया।
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आज 23 अगस्त 2021, सोमवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन ? क्या है आप की राशी में विशेष ? जाने प्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से |

Posted: 22 Aug 2021 06:32 AM PDT

आज 23 अगस्त 2021, सोमवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन ? क्या है आप की राशी में विशेष ? जाने प्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से |

श्री गणेशाय नम: !!

दैनिक पंचांग

23 अगस्त 2021, सोमवार

पंचांग   

🔅 तिथि  प्रतिपदा  दिन  04:19:17

🔅 नक्षत्र  शतभिषा  रात्रि  08:29:11

🔅 करण :

           कौलव  16:33:05

           तैतिल  28:15:27

🔅 पक्ष  कृष्ण 

🔅 योग  अतिगंड  08:32:36

🔅 वार  सोमवार 

सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ

🔅 सूर्योदय  05:37:11

🔅 चन्द्रोदय  19:47:00 

🔅 चन्द्र राशि  कुम्भ 

🔅 सूर्यास्त  18:23:06

🔅 चन्द्रास्त  06:25:00 

🔅 ऋतु  शरद 

हिन्दू मास एवं वर्ष

🔅 शक सम्वत  1943  प्लव

🔅 कलि सम्वत  5123 

🔅 दिन काल  12:58:51 

🔅 विक्रम सम्वत  2078 

🔅 मास अमांत  श्रावण 

🔅 मास पूर्णिमांत  भाद्रपद 

शुभ और अशुभ समय

शुभ समय   

🔅 अभिजित  11:57:39 - 12:49:34

अशुभ समय   

🔅 दुष्टमुहूर्त :

                    12:49:34 - 13:41:30

                    15:25:21 - 16:17:16

🔅 कंटक  08:29:57 - 09:21:52

🔅 यमघण्ट  11:57:39 - 12:49:34

🔅 राहु काल  07:31:32 - 09:08:54

🔅 कुलिक  15:25:21 - 16:17:16

🔅 कालवेला या अर्द्धयाम  10:13:48 - 11:05:43

🔅 यमगण्ड  10:46:15 - 12:23:36

🔅 गुलिक काल  14:00:58 - 15:38:19

दिशा शूल   

🔅 दिशा शूल  पूर्व 

चन्द्रबल और ताराबल

ताराबल 

🔅 अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद 

चन्द्रबल 

🔅 मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, धनु, कुम्भ 

🌹विशेष फसली एवं राष्ट्रीय भाद्र मासारम्भ, षोडष कारण मुष्टि विधान प्रारंभ (जैन), गायत्री पुनश्चरण प्रारंभ, चन्द्रोदय व्यापिनी द्वितीया अशुन्यशयन व्रत, चन्द्रोदय रात्रि 07:20:17 उपरान्त।

पं.प्रेम सागर पाण्डेय्

राशिफल 23 अगस्त 2021, सोमवार

मेष (Aries): सक्रियता बढ़ी हुई रहेगी। दूर देश की यात्रा संभव है। प्रभावशीलता और सृजनात्मकता बढ़ेगी। निजी जीवन में ठहराव पर जोर दें। दिन उत्तम फलकारक। उतावलेपन से बचें।

शुभ रंग  =  उजला

शुभ अंक  :  4

वृषभ (Tauras): कलाप्रियता बढ़ेगी। श्रेष्ठ वस्तुओं की खरीदी में रुचि ले सकते हैं। रिश्तों में उत्साह बना रहेगा। खर्च पर अंकुश रखें। विरोधी भी आपकी कार्यगति देखकर प्रभावित होंगे।

शुभ रंग  =  क्रीम

शुभ अंक  :  2

मिथुन (Gemini): धर्म अर्थ और प्रेम पक्ष उम्मीद से अच्छा रहेगा। प्रियजनों के साथ श्रेष्ठ समय बिताएंगे। सफलता का प्रतिशत बेहतर बना रहेगा। कार्यक्षेत्र में उपलब्धि प्राप्ति के संकेत हैं।

शुभ रंग  =  हरा

शुभ अंक  :  3

कर्क (Cancer): बड़ी उछाल की सोच पर अमल बढ़ा सकते हैं। चहुंओर से सहयोग के संकेत हैं। पद प्रतिष्ठा और पदोन्नति को बल मिलेगा। तेजी बनाए रखें। दिन उत्तम।

शुभ रंग  =  उजला

शुभ अंक  :  4

सिंह (Leo): बेहतर वक्त अक्सर थोड़े समय ही रहता है। इसका अधिकाधिक दोहन किया जाना चाहिए। भाग्य की प्रबलता बढ़ेगी। धर्म मनोरंजन में रुचि लेंगे। आस्था, आत्मविश्वास बढ़ेगा।

शुभ रंग  =  पीला

शुभ अंक  :  9

कन्या (Virgo): आकस्मिक लाभ के संकेत हैं। अपना को साथ लेकर सहजता से आगे बढ़ते रहें। गरिमा गोपनीयता पर जोर दें। सेहत प्रभावित रह सकती है। दिन सामान्य से शुभ।

शुभ रंग  =  हरा

शुभ अंक  :  3

तुला (Libra): निजी जीवन में सुख सौख्य बढ़ा हुआ रहेगा। स्थिर मामलों में निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। मित्र विश्वसनीय बने रहेंगे। संबंधों को मजबूती मिलेगी। भ्रमण पर जा सकते हैं।

शुभ रंग  =  क्रीम

शुभ अंक  :  2

वृश्चिक (Scorpio): पद प्रतिष्ठा और प्रभाव को बनाए रखने के लिए संवेदनशील रहेंगे। विपक्ष परास्त बना रहेगा। मौसमी संबंधी सावधानियों पर ध्यान दें। खर्च पर नियंत्रण रखें।

शुभ रंग  =  लाल

शुभ अंक  :  8

वृश्चिक (Scorpio): पद प्रतिष्ठा और प्रभाव को बनाए रखने के लिए संवेदनशील रहेंगे। विपक्ष परास्त बना रहेगा। मौसमी संबंधी सावधानियों पर ध्यान दें। खर्च पर नियंत्रण रखें।

शुभ रंग  =  गुलाबी

शुभ अंक  :  5

मकर (Capricorn): भवन वाहन और संसाधनों पर जोर बना रह सकता है। बड़ों से निकटता बढ़ेगी। अपनों को अधिकाधिक सम्मान और स्नेह दें। कार्यक्षेत्र में शुभता रहेगी।

शुभ रंग  =  आसमानी

शुभ अंक  :  7

कुंभ (Aquarius): सक्रियता और समझ से सफलता की नई ऊंचाइयां छुएंगे। प्रभावशीलता बढ़ेगी। संपर्कों को बल मिलेगा। भाग्य सहयोगी रहेगा। साहस पराक्रम से सब संभव कर दिखाएंगे।

शुभ रंग  =  क्रीम

शुभ अंक  :  2

मीन (Pisces): सोच विचार से ज्यादा कर दिखाने की प्रयास करें। शुभता का संचार बना रहेगा। पूर्वाग्रहो से मुक्त रहें। प्रभावशीलता बढ़त पर रहेगी। सहज भरोसा करने से बचें। दिन शुभकर।

शुभ रंग  =  गुलाबी

शुभ अंक  :  5

 प्रेम सागर पाण्डेय् ,नक्षत्र ज्योतिष वास्तु अनुसंधान केन्द्र ,नि:शुल्क परामर्श -  रविवार , दूरभाष  9122608219  /  9835654844
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वयोवृद्ध पंडित सुरेश दत्त मिश्र जी के निधन पर आयोजित शोक सभा में बड़ी संख्या में व्यक्तियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए

Posted: 22 Aug 2021 06:12 AM PDT

वयोवृद्ध पंडित सुरेश दत्त मिश्र जी के निधन पर आयोजित शोक सभा में बड़ी संख्या में व्यक्तियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए

22 अगस्त 2000 का डॉक्टर विवेकानंद पथ गोल बगीचा गया स्थित आयुर्वेद चिकित्सक भवन में स्वतंत्रा  सेनानियों के सक्रिय सहयोगी रहे बिहार राजभाषा विभाग एवं सूर्य पूजा परिषद पटना के संस्थापक गया जिला अंतर्गत टेकारी ग्राम  से सयानंदपुर निवासी वयोवृद्ध पंडित सुरेश दत्त मिश्र जी के निधन पर आयोजित शोक सभा में बड़ी संख्या में भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच से जुड़े व्यक्तियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए महासभा की अध्यक्ष विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर विवेकानंद मिश्र ने किया मुख्य रूप से शोक सभा में विचार व्यक्त करने वालों में डॉक्टर सच्चिदानंद प्रेमी प्रोफेसर मनोज कुमार मिश्र डॉक्टर ज्ञानेश भारद्वाज पंडित सिद्ध नाथ मिश्र अर्चना मिश्रा वैष्णवी मांडवी गुर्दा केशव लाल भैया शिवकुमार भैया आदि ने उनके रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।
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काश मेरी भी एक बहन होती

Posted: 22 Aug 2021 06:07 AM PDT

काश मेरी भी एक बहन होती 

काश मेरी भी एक बहन होती !
[ एक अभागा ] 

" जो हरपल मेरे साथ रहती
मेरी खुशी में वो मुस्कराती
मेरे गम में मेरा साथ देती
रक्षाबंधन पर राखी के साथ प्यार देती
काश मेरी भी एक बहन होती। " 

" जो मेरे उदास होने पर मुझे समझाती
मेरे गलती करने पर मुझे डाट भी देती
कभी पापा की मार से बचा देती
तो कभी माँ की डांट में बीच मे आ जाती
काश मेरी भी एक बहन होती। " 

" जो मेरे पर्स से चुपके से पैसे निकाल लेती
मेरे जरूरत पर मेरी मदद भी कर देती
अपने जन्मदिन पर मुझसे महंगा गिफ्ट लेती
दिवाली पर मेरी भी चॉकलेट खा जाती
काश मेरी भी एक बहन होती। " 

" जो छोटी छोटी बातों पर मुझसे लड़ती
कभी वो मुझसे गुस्सा होती
कभी मेरे गुस्सा होने पर मुझे वो प्यार से मनाती
मुझे बहुत सारा प्यार करती
काश मेरी भी एक बहन होती। " 

(  संजय कुमार झा  )
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मुख्यमंत्री ने रक्षा बंधन के पावन अवसर पर वृक्ष को रक्षा सूत्र बांधा एवं वृक्षारोपण किया

Posted: 22 Aug 2021 06:05 AM PDT

मुख्यमंत्री ने रक्षा बंधन के पावन अवसर पर वृक्ष को रक्षा सूत्र बांधा एवं वृक्षारोपण किया 

मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने रक्षा बंधन के पावन अवसर पर आज पटना स्थित राजधानी वाटिका-2 में पीपल वृक्ष को रक्षा सूत्र बांधा। बिहार वृक्ष सुरक्षा दिवस के अवसर पर राजधानी वाटिका में मुख्यमंत्री ने पाटली वृक्ष का रोपण भी किया। 
पहली बार 13 अगस्त 2012 को रक्षा-बंधन के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री ने ''वृक्ष सुरक्षा दिवस'' का शुभारंभ किया गया था। इसका उद्देश्य है कि पर्यावरण के प्रति लोग जागरूक हों और अधिक-से-अधिक पौधारोपण करें एवं पौधों को संरक्षित करें। जलवायु परिवर्तन से पृथ्वी पर हो रहे नुकसान को कम करने के लिए पौधारोपण करना एवं इन्हें बचाना आवश्यक है। जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत इस वर्ष 5 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है। राज्य का हरित आवरण अब लगभग 15 प्रतिशत हो गया है जिसे 17 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिये राज्य सरकार प्रयासरत है। राज्य में इको टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जा रहा है इसके लिये विभाग में इको टूरिज्म विंग का गठन तथा इको टूरिज्म पाॅलिसी बनायी जा रही है। इन सभी प्रयासों से राज्य के लोग पर्यावरण एवं जीव-जंतुओं के संरक्षण तथा पौधारोपण के प्रति जागरूक होंगे। 
इस अवसर पर षिक्षा मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी, भवन निर्माण मंत्री श्री अषोक चैधरी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री आषुतोष, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, जिलाधिकारी श्री चन्द्रषेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री उपेन्द्र शर्मा सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे। 
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षा बंधन के अवसर पर सभी लोगों को बधाई है। जैसे सभी लोग एक दूसरे की रक्षा करते हैं, भाई, बहन की रक्षा करते हैं, उसी प्रकार हम सभी को वृक्षों की भी रक्षा करनी चाहिये। इसी उद्देष्य से हमलोगों ने वर्ष 2012 से वृक्ष सुरक्षा दिवस की शुरूआत की। इसी सिलसिले में हमलोग आज का यह कार्यक्रम करते हैं। इस अवसर पर इस बात का हम सभी को ध्यान रखना चाहिये कि पर्यावरण के संरक्षण के लिये वृक्षारोपण करने के साथ वृक्षों की रक्षा करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि शुरू से ही वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा है और अब जल-जीवन-हरियाली अभियान के अन्तर्गत यह काम किया जा रहा है। इससे हरियाली का माहौल बनेगा, यह सबके हित में होगा। नई पीढ़ी को भी इसके बारे में पूरी तौर पर जो समझ हो रही है उससे सबका भविष्य सुरक्षित होगा। 
भाजपा के दिग्गज नेता एवं उत्तर प्रदेष के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनसे हमारा पहले से ही संबंध रहा है। कल उनके निधन की सूचना मिलते ही हमने अपना शोक प्रकट किया है। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी और कल उनका निधन हो गया। यह दुखद है, हम उनके प्रति अपनी श्रद्धांजलि प्रकट करते हैं। 
जातीय जनगणना को लेकर कल प्रधानमंत्री से मुलाकात के प्रष्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कल 11 बजे पूर्वाह्न मेरे साथ 10 और लोगों को प्रधानमंत्री जी से दिल्ली में मिलना है। कुछ लोग दिल्ली पहुॅच चुके हैं और कुछ लोग आज पहुॅचेंगे। हमलोग शुरू से ही जातीय जनगणना को लेकर अपनी बात कहते रहे हैं, यह हो जाता है तो अच्छी बात होगी। बिहार ही नहीं पूरे देष में लोग इसके बारे में सोचते हैं। इसी दृष्टिकोण को लेकर कल हमलोग अपनी बात को रखेंगे। 
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भगवान शिव : सनातन धर्म

Posted: 22 Aug 2021 12:38 AM PDT

भगवान शिव :  सनातन धर्म 

सत्येन्द्र कुमार पाठक 

    वेदों , स्मृतियों , पुरणों में   शिव पुराण में भगवान शिव सृष्टि और प्रलय का रूप  है । शिव पुराण और लिंग पुराण में  शिव अजन्मा और जीवों , वनस्पतियों , जंतुओं   देवों  की उत्पत्ति एवं सृष्टि  कारक  है । शिव के अट्ठाईस अवतारों के संबंध में  शिव पुराण के  " वायवीय संहिता " और लिंगपुराण में वर्णित है। ब्रह्मा,  विष्णु  और  रुद्र    कारणात्मा और  चराचर जगत् की सृष्टि,  पालन और  संहार और  साक्षात्  महेश्वर  से प्रकट हुए हैं । ब्रह्मा की सृष्टि कार्य में  , विष्णु की रक्षा कार्य में तथा रुद्र की संहारकार्य में नियुक्ति हुई थी ।भव कल्प में  परमेश्वर शिव से रुद्र , ब्रह्मा और नारायण की सृष्टि प्रारम्भ हुई  थी ।  भुवः  कल्प में  ब्रह्मा ने रुद्र तथा विष्णु को उत्पन्न किया था । तप: कल्प में   भगवान् विष्णु ने  रुद्र तथा ब्रह्मा की सृष्टि हुई थी  ।विष्णु का सप्तम वाराह कल्प चल रहा है । याने  7 × 4 ( चतुर्युग )  =  28 , अभी अठाईसवां  चतुर्युग चल रहा है । 1000   चतुर्युग बीतने पर कल्प बदलने पर   ब्रह्मा जी का एक दिन कहलाता है । श्वेत कल्प में भगवान शिव के  28  अवतारों में प्रथम अवतार  श्वेत था । वराह कल्प में भगवान विष्णु का प्रथम अवतार वाराह है ।   श्वेत कल्प से पूर्व ब्रह्मकल्प   " विश्व  रुप कल्प ब्रह्मांड " ब्रह्मा को समर्पित था । ऋषि - महर्षियों ने  अठारह पुराणों की कुल श्लोक संख्या चार लाख है ।  कल्प विवरण -    ब्रह्म लोक का एक सहस्र चतुर्युग   43,20,000  मानवीय वर्ष  × 1,000  =  4,32,00,00,000  ( चार अरब बत्तीस करोड़  मनुष्य  वर्ष )  को एक कल्प कहते हैं ।  प्रत्येक ब्रह्मा की आयु सौ वर्ष निर्धारित  है । अतः  30 × 12 =  360 × 100 = 36,000 कल्प एक ब्रह्मा के लिए है ।   ऋषि  - महर्षियों  ने वायु पुराण  द्वारा  35 कल्पों का निर्धारण किया है । ( 1 )   भव कल्प  ;( 2 )   भुव कल्प  ; ( 3 )   तपः कल्प  ;( 4 )   भव  कल्प  ;  ? (1)( 5 )   रम्भ कल्प  ;( 6 )   ऋतु  कल्प  ;( 7 )   क्रतु  कल्प  ;( 8 )   वह्नि  कल्प  ;( 9 )   हव्य वाहन कल्प  ;(10)   सावित्र  कल्प  ;(11)   भुवः  कल्प  ;(12)   उशिक  कल्प  ;(13)   कुशिक  कल्प  ;(14)   गान्धार  कल्प  ;(15)   ऋषभ  कल्प  ;(16)   षड्ज कल्प  ; (17)   मार्जालीय  कल्प ;(18)   मध्यम  कल्प  ;(19)   वैराजक  कल्प  ;(20)   निषाद  कल्प  ;(21)   पञ्चम  कल्प  ;(22)   मेघ वाहन  कल्प  ;(23)   चिन्तक  कल्प (24)   आकूति कल्प  ;(25)   विज्ञाति  कल्प  ; (26)   मन  कल्प  ;(27)   भाव  कल्प  ;(28)   वृहत्  कल्प  ; (29)   श्वेत  लोहित  कल्प  ;(30)   रक्त  कल्प  ;(31)   पीतवाशा  कल्प  ;(32)   कृष्ण  कल्प  ;(33)   विश्व रुप  कल्प  ;(34)   श्वेत  कल्प  और  (35)   वाराह  कल्प  है ।
शिव लिंग के प्रकार -  मिश्री(चीनी) से बने शिव लिंग कि पूजा से रोगो का नाश होकर सभी प्रकार से सुखप्रद होती हैं।
सोंठ, मिर्च, पीपल के चूर्ण में नमक मिलाकर बने शिवलिंग कि पूजा से वशीकरण और अभिचार कर्म के लिये किया जाता हैं।. फूलों से बने शिव लिंग कि पूजा से भूमि-भवन कि प्राप्ति होती हैं। जौं, गेहुं, चावल तीनो का एक समान भाग में मिश्रण कर आटे के बने शिवलिंग कि पूजा से परिवार में सुख समृद्धि एवं संतान का लाभ होकर रोग से रक्षा होती हैं। किसी भी फल को शिवलिंग के समान रखकर उसकी पूजा करने से फलवाटिका में अधिक उत्तम फल होता हैं।
 यज्ञ कि भस्म से बने शिव लिंग कि पूजा से अभीष्ट सिद्धियां प्राप्त होती हैं। यदि बाँस के अंकुर को शिवलिंग के समान काटकर पूजा करने से वंश वृद्धि होती है। दही को कपडे में बांधकर निचोड़ देने के पश्चात उससे जो शिवलिंग बनता हैं उसका पूजन करने से समस्त सुख एवं धन कि प्राप्ति होती हैं। गुड़ से बने शिवलिंग में अन्न चिपकाकर शिवलिंग बनाकर पूजा करने से कृषि उत्पादन में वृद्धि होती हैं। आंवले से बने शिवलिंग का रुद्राभिषेक करने से मुक्ति प्राप्त होती हैं। कपूर से बने शिवलिंग का पूजन करने से आध्यात्मिक उन्नती प्रदत एवं मुक्ति प्रदत होता हैं। दुर्वा को शिवलिंग के आकार में गूंथकर उसकी पूजा करने से अकाल-मृत्यु का भय दूर हो जाता हैं। स्फटिक के शिवलिंग का पूजन करने से व्यक्ति कि सभी अभीष्ट कामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं। मोती के बने शिवलिंग का पूजन स्त्री के सौभाग्य में वृद्धि करता हैं। स्वर्ण निर्मित शिवलिंग का पूजन करने से समस्त सुख-समृद्धि कि वृद्धि होती हैं। चांदी के बने शिवलिंग का पूजन करने से धन-धान्य बढ़ाता हैं।. पीपल कि लकडी से बना शिवलिंग दरिद्रता का निवारण करता हैं।लहसुनिया से बना शिवलिंग शत्रुओं का नाश कर विजय प्रदत होता हैं। बिबर के मिट्टी के बने शिवलिंग का पूजन विषैले प्राणियों से रक्षा करता है। पारद शिवलिंग का अभिषेक सर्वोत्कृष्ट माना गया है।
जब भी हम किसी शिव मंदिर जाते हैं तो अक्सर देखते हैं कि कुछ लोग शिवलिंग के सामने बैठे नंदी के कान में अपनी मनोकामना कहते हैं। ये एक परंपरा बन गई है। इस परंपरा के पीछे की वजह एक मान्यता है। मान्यता है जहां भी शिव मंदिर होता है, वहां नंदी की स्थापना भी जरूर की जाती है क्योंकि नंदी भगवान शिव के परम भक्त हैं। जब भी कोई व्यक्ति शिव मंदिर में आता है तो वह नंदी के कान में अपनी मनोकामना कहता है। इसके पीछे मान्यता है कि भगवान शिव तपस्वी हैं और वे हमेशा समाधि में रहते हैं। ऐसे में उनकी समाधि और तपस्या में कोई विघ्न ना आए। इसलिए नंदी ही हमारी मनोकामना शिवजी तक पहुंचाते हैं। इसी मान्यता के चलते लोग नंदी को लोग अपनी मनोकामना कहते हैं। 
शिलाद नाम के एक मुनि थे, जो ब्रह्मचारी थे। वंश समाप्त होता देख उनके पितरों ने उनसे संतान उत्पन्न करने को कहा। शिलाद मुनि ने संतान भगवान शिव की प्रसन्न कर अयोनिज और मृत्युहीन पुत्र मांगा। भगवान शिव ने शिलाद मुनि को ये वरदान दे दिया। एक दिन जब शिलाद मुनि भूमि जोत रहे थे, उन्हें एक बालक मिला। शिलाद ने उसका नाम नंदी रखा। एक दिन मित्रा और वरुण नाम के दो मुनि शिलाद के आश्रम आए। उन्होंने बताया कि नंदी अल्पायु हैं। यह सुनकर नंदी महादेव की आराधना करने लगे। प्रसन्न होकर भगवान शिव प्रकट हुए और कहा कि तुम मेरे ही अंश हो, इसलिए तुम्हें मृत्यु से भय कैसे हो सकता है? ऐसा कहकर भगवान शिव ने नंदी का अपना गणाध्यक्ष भी बनाया।
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रक्षाबंधन

Posted: 22 Aug 2021 12:35 AM PDT

रक्षाबंधन

       ---:भारतका एक ब्राह्मण.
         संजय कुमार मिश्र "अणु"
निर्बलों की रक्षा का-
भार है कंधों पर।
तभी विश्वास रहता है-
आपसी संबंधों पर।।
      ये आपसी संबंध-
      तभी होता बेजोड।
      जब रक्षा विधान को-
      न पाता कोई तोड।।
बडा कठीन है व्रत-
निभाना धागों का।
यह सुरक्षा चक्र है-
निर्बल,अभागों का।।
         कहो मैं रक्षक हूं-
         तुम रहो निडर।
         हमारे रहते तुम्हें-
         न लगेगी बुरी नजर।।
ये स्नेह का बंधन है
ये प्रेम का बंधन है,
देखो सजा है आज-
हर गांव हर घर।।
       कितना पावन,
       कितना मन भावन।
       आओ संकल्प लें-
       रक्षाबंधन!रक्षाबंधन।।
हर पल,हर क्षण,
हर कदम,हर डगर।।
----------------------------------------वलिदाद,अरवल(बिहार)
संपर्क --- 8340781217.
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