प्राइमरी का मास्टर ● इन |
- हाथरस : दिनाँक 25 एवं 26 अगस्त को समस्त शिक्षिकाओं को दो दिवसीय वेबिनार में प्रतिभाग करने के सम्बन्ध में
- हाथरस : मौहर्रम का सार्वजनिक अवकाश 19 के स्थान पर 20 अगस्त को किये जाने के सम्बन्ध में आदेश, देखें
- अब बेसिक शिक्षा सचिव करेंगे संजय सिन्हा के कार्यकाल की गड़बड़ियों की जांच
- गोरखपुर : डीएम समेत 57 अफसरों ने परिषदीय विद्यालयों की परखी स्थिति, 67 शिक्षक व 32 शिक्षामित्र बिना सूचना के मिले गैरहाजिर
- यूपी बोर्ड : वर्ष 2021 के घोषित हुए हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट के परीक्षाफल के संबंध मे अंकसुधार हेतु आवेदन करने हेतु विज्ञप्ति, दिशा निर्देश एवं आवेदन पत्र जारी
- माध्यमिक : दो पालियों में विद्यालय खोलने की व्यवस्था पूरी तरह अस्थाई, शिक्षकों को नहीं लेनी पड़ेंगी अतिरिक्त कक्षाएं
- यूपी : पुरानी पेंशन बहाली से साफ इनकार, नहीं है कोई प्रस्ताव विचाराधीन
- अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मियों हेतु NPS अंतर्गत सरकारी अंशदान व्यय हेतु वांछित धनराशि मांगपत्र उपलब्ध कराने हेतु
- यूपी बोर्ड : हाईस्कूल और इंटर की अंक सुधार परीक्षा 18 सितंबर से, बिना शुल्क दिए एक या अधिक विषयों का दे सकते इम्तिहान
- फतेहपुर : अवशेष वेतन भुगतान आदेश जारी, देखें सूची
- यूपी में 11 हजार बच्चों को हर साल मिलेगा 10 हजार रुपये, जानिए नियम और शर्ते
Posted: 18 Aug 2021 04:49 AM PDT |
हाथरस : मौहर्रम का सार्वजनिक अवकाश 19 के स्थान पर 20 अगस्त को किये जाने के सम्बन्ध में आदेश, देखें Posted: 18 Aug 2021 04:04 AM PDT |
अब बेसिक शिक्षा सचिव करेंगे संजय सिन्हा के कार्यकाल की गड़बड़ियों की जांच Posted: 17 Aug 2021 06:33 PM PDT अब बेसिक शिक्षा सचिव करेंगे संजय सिन्हा के कार्यकाल की गड़बड़ियों की जांच लखनऊ : शिक्षा निदेशक संजय सिन्हा पर आरोप है कि उन्होंने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद उप्र प्रयागराज के पद पर रहते कई गड़बड़ियां की हैं। शासन ने उन्हें निलंबित करके अनुशासनिक जांच शुरू कराने का आदेश दिया। इधर हाईकोर्ट के आदेश पर उन्हें बहाल भी किया जा चुका है, लेकिन अनुशासनिक जांच शुरू नहीं हो पा रही है। पांच माह में तीन जांच अधिकारी बदले जा चुके हैं। शासन ने अब बेसिक शिक्षा विभाग की सचिव को पदेन जांच अधिकारी नामित किया है, क्योंकि इसके पहले दो अफसर जांच करने में असमर्थता जता चुके हैं। शासन ने अनुशासनिक जांच करने के लिए सबसे पहले बेसिक शिक्षा विभाग की तत्कालीन विशेष सचिव डा. काजल को नामित किया था। बाद में उन्हें बदलकर बेसिक शिक्षा विभाग के तत्कालीन सचिव रणवीर प्रसाद को जांच अधिकारी बनाया गया। उन्होंने जांच करने में असमर्थता जताई है। प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने अब सचिव बेसिक शिक्षा विभाग को पदेन जांच अधिकारी नामित कर दिया है। |
Posted: 17 Aug 2021 06:23 PM PDT गोरखपुर (एसएनबी)। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की समय से उपस्थिति तथा शासन की योजनाओं की प्रगति का आकलन करने के लिए ड़ीएम विजय किरण आनन्द ने बुधवार को जिले के ५७ अधिकारियों को विभिन्न ब्लॉकों में निरीक्षण के लिए भेजा। ड़ीएम ने खुद भी बांसगांव एवं कौड़़ीराम ब्लॉक पहुंचकर विद्यालयों का हाल जाना। निरीक्षण को लेकर शिक्षकों में हड़़कंप रहा। हालांकि‚ निरीक्षण के दौरान २४ प्रधानाध्यापक‚ ४३ सहायक अध्यापक एवं ३२ शिक्षामित्र व अनुदेशक अनुपस्थित मिले। ड़ीएम ने सभी का वेतन रोकते हुये बीएसए को स्पष्टीकरण लेते हुये विभागीय कार्यवाही करने का निर्देेेश भी दिया॥। बुधवार को सभी एसड़ीएम‚ खंड़ शिक्षाधिकारी‚ खंड़ विकास अधिकारी‚ बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारियों को सुबह उनके व्हाट्सएप पर यह बताया गया कि उन्हें किस ब्लॉक का निरीक्षण करना है। सभी अधिकारियों से दो–दो परिषदीय विद्यालय एवं दो–दो आंगनबाड़़ी केंद्रों का निरीक्षण करने को कहा गया। अधिकाारियों को विद्यालयों में शौचालय‚ कक्षा मे टाईल्स लगने‚ रंगाई–पुताई‚ विद्युतीकरण‚ खेल का मैदान‚ शिक्षकों की उपस्थिति सहित पुष्टाआर वितरण आदि विभिन्न बिंदुओं पर जांच करनी थी। ड़ीएम ने बांसगांव ब्लॉक के धनौडा प्राथमिक विद्यालय एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय के अलावा कौड़़ीराम ब्लॉक में राजकीय इंग्लिश मीडि़यम विद्यालय का निरीक्षण किया। धनौडा प्राथमिक विद्यालय एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक सहित सभी शिक्षक उपस्थित मिले। ड़ीएम ने शिक्षकों से बेसिक शिक्षा से सम्बधित प्रश्न पूछे। शिक्षकों द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं देने पर उन्होंने इस रोष व्यक्त करते हुए समुचित प्रशिक्षण के साथ दायित्वों का निवर्हन करने को कहा। ॥ उन्होंने शिक्षक एवं बच्चों के अभिभावकों के बीच एवं अच्छा रिश्ता बनाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के निरीक्षण आगे भी जारी रहेंगे। लापरवाह लोगों के खिलाफ कार्यवाही होगी। ॥ |
Posted: 17 Aug 2021 06:20 PM PDT |
Posted: 17 Aug 2021 06:06 PM PDT माध्यमिक : दो पालियों में विद्यालय खोलने की व्यवस्था पूरी तरह अस्थाई, शिक्षकों को नहीं लेनी पड़ेंगी अतिरिक्त कक्षाएं प्रदेश में कोविड- 19 की स्थितियों को देखते हुए कक्षा नौ से 12 तक के स्कूलों को दो पालियों में खोलने का शासन का आदेश मंगलवार को विधान परिषद में छाया रहा। शिक्षक विधायकों ने इस आदेश के खिलाफ काम रोको प्रस्ताव देकर चर्चा की मांग की। प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए नेता सदन एवं प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने स्पष्ट किया कि दो पालियों में विद्यालय खोलने की व्यवस्था पूरी तरह अस्थाई है। डॉ. शर्मा ने कहा कि व्यापक विचार-विमर्श के बाद सरकार ने दो पालियों में स्कूल खोलने का फैसला किया है। इसमें विशेषज्ञों से भी राय ली गई है। स्थितियां सामान्य होते ही पूर्व स्थिति बहाल कर दी जाएगी । आदेश में शिक्षकों से अतिरिक्त कक्षाएं पढ़वाए जाने की बात नहीं कही गई है। सदन के सदस्य ध्रुव कुमारत्रिपाठी व सुरेश कुमार त्रिपाठी के अलावा राज बहादुर सिंह चंदेल, डॉ. आकाश अग्रवाल व बृजेश सिंह उर्फ अरुण ने अलग-अलग काम रोको प्रस्ताव दिया था। |
यूपी : पुरानी पेंशन बहाली से साफ इनकार, नहीं है कोई प्रस्ताव विचाराधीन Posted: 17 Aug 2021 06:02 PM PDT यूपी : पुरानी पेंशन बहाली से साफ इनकार, नहीं है कोई प्रस्ताव विचाराधीन। सदस्य ध्रुव कुमार त्रिपाठी व सुरेश कुमार त्रिपाठी के एक सवाल पर डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने फिर दोहराया कि पुरानी पेंशन को बहाल करने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। दोनों ने 19 फरवरी 2021 को नियम 105 के तहत नोटिस देकर राज्य कर्मचारियों व शिक्षकों को पुरानी पेंशन बहाल किए जाने की मांग की थी। |
Posted: 17 Aug 2021 05:58 PM PDT अंशदायी पेंशन योजनार्न्तगत अशासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों / शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष 2021-22 के अशदायी पेंशन स्कीम के लिए सरकारी अंशदान पर व्यय हेतु वाछित धनराशि का मांग पत्र उपलब्ध कराये जाने के संबंध में। अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मियों हेतु NPS अंतर्गत सरकारी अंशदान व्यय हेतु वांछित धनराशि मांगपत्र उपलब्ध कराने हेतु। |
Posted: 17 Aug 2021 06:15 PM PDT यूपी बोर्ड : हाईस्कूल और इंटर की अंक सुधार परीक्षा 18 सितंबर से, बिना शुल्क दिए एक या अधिक विषयों का दे सकते इम्तिहान ◆ परीक्षार्थियों को मूल्यांकन में मिले अंक ही मान्य होंगे लखनऊ : यूपी बोर्ड में पंजीकृत छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। जो विद्यार्थी हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में मिले अंकों से संतुष्ट नहीं हैं, वे अब अंक सुधार की परीक्षा दे सकते हैं। उन्हें बिना परीक्षा शुल्क दिए एक या अधिक विषयों में शामिल होने का मौका दिया जा रहा है। अंक सुधार की परीक्षा 18 सितंबर से छह अक्टूबर तक कराई जाएगी। इसमें शर्त यह है कि परीक्षार्थियों को मूल्यांकन में मिले अंक ही मान्य होंगे, उनका 31 जुलाई को घोषित रिजल्ट अमान्य हो जाएगा। इसे ऐसे समझें कि जो विद्यार्थी अभी उत्तीर्ण हैं, अंक सुधार परीक्षा में शामिल होने पर जरा सी चूक होने पर वे फेल भी हो सकते हैं । कोरोना की दूसरी लहर में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर-2021 की परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। दोनों कक्षाओं में पंजीकृत छात्र-छात्राओं का बिना इम्तिहान परिणाम तैयार कराया गया। इसके लिए पूर्व में कक्षावार मिले अंकों के तय प्रतिशत से रिजल्ट बनाया गया। हाईस्कूल व इंटर का परिणाम 31 जुलाई को घोषित हुआ था। उस समय कहा गया था कि जो पंजीकृत विद्यार्थी अंक सुधार की परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें अगली बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का अवसर दिया जाएगा, उनका परीक्षाफल 2021 ही माना जाएगा। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने बताया कि अंक सुधार की परीक्षा अब 18 सितंबर से छह अक्टूबर के बीच कराई जाएगी। हाईस्कूल की 12 और इंटर की परीक्षा 15 दिन में कराई जाएगी। परीक्षाएं पूरी तरह से नकलविहीन होंगी, इसके लिए बोर्ड परीक्षा की तरह इंतजाम किया जाएगा। उन्होंने बोर्ड सचिव व सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश जारी कर दिया है। विद्यार्थी 27अगस्त तक करें आवेदन परीक्षा के लिए विद्यार्थी 27 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं। उन्हें बोर्ड की वेबसाइट 222. हश्चद्राश्च. द्रस्रह द्बठ्ठ पर उपलब्ध आवेदन पत्र के प्रारूप को डाउनलोड करना होगा या विद्यालय से प्राप्त करके उसे भरकर प्रधानाचार्य के यहां 27 अगस्त तक जमा करना होगा। प्रधानाचार्यों को आवेदनों का परीक्षा विवरण, परीक्षार्थी का अनुक्रमांक व आवेदित विषयों की सूचना वेबसाइट पर अपने लागइन से 29 अगस्त दोपहर 12 बजे तक अनिवार्य रूप से अपलोड करनी होगी मिले आवेदन पत्रों के अनुसार विद्यालय व जिलावार परीक्षा केंद्र तय किए जाएंगे। |
फतेहपुर : अवशेष वेतन भुगतान आदेश जारी, देखें सूची Posted: 17 Aug 2021 06:52 AM PDT |
यूपी में 11 हजार बच्चों को हर साल मिलेगा 10 हजार रुपये, जानिए नियम और शर्ते Posted: 17 Aug 2021 06:37 PM PDT यूपी में 11 हजार बच्चों को हर साल मिलेगा 10 हजार रुपये, जानिए नियम और शर्ते 11460 मेधावियों को मिलेगी सालाना 10 हजार की छात्रवृत्ति, जानें कितने अंक वालों को मिलेगी छात्रवृत्ति यूपी बोर्ड से 2021 में इंटर पास करने वाले 11460 मेधावियों को केंद्र सरकार की ओर से स्नातक स्तर पर सालाना दस हजार रुपये की छात्रवृत्ति मिलेगी। विज्ञान, वाणिज्य व मानविकी वर्ग में क्रमश: 3:2:1 के अनुपात से छात्रवृत्ति दी जाएगी। बोर्ड सचिव ने 14 अगस्त को छात्रवृत्ति के लिए योग्य छात्र-छात्राओं का कटऑफ जारी कर दिया। विज्ञान, वाणिज्य व कला वर्ग में क्रमश: 372, 330 व 335 अंक वाले ऐसे अभ्यर्थी जिनकी सालाना पारिवारिक आय आठ लाख रुपये से कम हो, वे आवेदन कर सकते हैं। आवेदन नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर सोमवार से शुरू हो गए। योग्य छात्र-छात्राओं के विवरण शिक्षा मंत्रालय की वेबसाइट scholarships.gov.in पर उपलब्ध हैं। ऐसे छात्र-छात्राएं जो किसी उच्च शिक्षण संस्थान में नियमित अध्ययनरत होंगे, उन्हें विशेष रूप से छात्रवृत्ति देने की घोषणा की गई है। पूर्व के वर्षों 2017, 2018, 2019 व 2020 में छात्रवृत्ति पाने वाले छात्र-छात्राएं अपनी छात्रवृत्ति नवीनीकरण के लिए इस वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करें। सभी छात्र-छात्राओं को अपना आधार नंबर अपने राष्ट्रीयकृत बैंक खाता संख्या से लिंक कराना होगा। कोरोना काल में बढ़ गया कटऑफ कोरोना काल में बिना परीक्षा घोषित 12वीं के परिणाम में छात्रवृत्ति का कटऑफ पिछले साल से बढ़ गया है। पिछले साल विज्ञान, वाणिज्य व कला वर्ग के लिए कटऑफ क्रमश: 334, 313 व 304 अंक निर्धारित था जो इस साल क्रमश: 372, 330 व 335 हो गया है। |
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