दिव्य रश्मि न्यूज़ चैनल |
- लौट आएगी हवा फिर देश में
- उत्तराखण्ड में भी बाबा का बुलडोजर
- माँ और बच्चे की ईमानदारी
- साईं भक्त गहतोड़ी ने धामी के लिए छोड़ी सीट
- प्रविंद जगन्नाथ की काशी यात्रा, पुरखों को काशी में दिलाया मोक्ष
- नफरत की आग
- भारत को लड़ाकू विमान बनाने में मदद देगा ब्रिटेन
- मुश्किल दिनों में इमरान को याद आ रहा भारत
- मारियुपोल पर कब्जे से पुतिन खुश
- दोस्त चीन को झटका देंगे शहबाज
- भूमि अलंकरण दिवस पर
- 23 अप्रैल 2022, शनिवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन ? क्या है आप की राशि में विशेष ? जाने प्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से |
- चार्टर्ड_फेलो मेंबर बनें डा. सुनील कुमार सिंह
- भारतका परिचय मत पुछो..
- गुजरात का दौरा करने वाले जानसन पहले ब्रिटिश पीएम
- सिब्बल के तर्क पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा देश भर में बुलडोजर पर रोक नहीं लगा सकते
- बारामूला में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को किया ढेर
- पोस्ट आफिस निवेश में है जीरो रिस्क
- एसईएल के शेयर ने किया मालामाल
- बैंक लॉकर के नियमों में बदलाव
- नागरिकता संशोधन कानून की सौगात
- एमसीडी का पुनर्मिलन
- श्रीलंका को चीन देगा मदद लेकिन कर्ज पर खामोश
- जानसन पहुंचे साबरमती आश्रम, चलाया चरखा
- हेलिकाप्टर से पीएम सचिवालय जाते थे इमरान
| Posted: 22 Apr 2022 06:33 AM PDT
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| उत्तराखण्ड में भी बाबा का बुलडोजर Posted: 22 Apr 2022 06:21 AM PDT उत्तराखण्ड में भी बाबा का बुलडोजरदेहरादून। उत्तर प्रदेश में चुनावी मुद्दे के तौर पर गूंजने के बाद एक बार फिर बुलडोजर सुर्खियों में है, तो उत्तराखंड में भी बुलडोजर को लेकर खासी हलचल दिख रही है। सितारगंज में हालिया ताबड़तोड़ एक्शन के बाद अब उधमसिंह नगर जिले के खटीमा क्षेत्र में कई ग्रामीणों को डर सता रहा है। वह भी उत्तराखंड सरकार नहीं, बल्कि यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के बुलडोजर का इसलिए इन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की है कि वह योगी से बात करें। इधर, सीएम धामी ने बुलडोजर के उपयोग पर बड़ा बयान भी दिया है। धामी ने देहरादून में सरकारी एक्शन का बचाव करते हुए कहा कि उनकी सरकार कहीं भी जबरन बुलडोजर नहीं चला रही है। समाचार एजेंसी एएनआई ने धामी का बयान जारी करते हुए लिखा, 'हमने अब तक हरिद्वार, उधमसिंह नगर और हल्द्वानी में बुलडोजर का इस्तेमाल किया है, वह भी गैर कानूनी अतिक्रमण को हटाने के लिए। ऐसा गैर कानूनी कुछ होगा तो बुलडोजर भी चलेगा।' धामी के इस बयान के साथ ही उनके विधानसभा क्षेत्र रहे खटीमा में खौफ का मामला भी सुर्खियों में है। असल में, खटीमा के एक दर्जन गांवों को उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से एक नोटिस मिला है, जिसमें जल्द अपने मकान और फसल समेटकर जगह खाली करने की चेतावनी है। एक खबर की मानें तो शारदा बांध के किनारे के ग्रामीण इस नोटिस से सांसत में आ गए हैं। इन गरीब लोगों को डर है कि जमीन खाली करवाने के लिए योगी सरकार का बुलडोजर न आ जाए। ये समस्या वास्तव में एक नहर के पास निर्माण से जुड़ा है। रिपोर्ट बताती है कि जब उत्तराखंड अलग राज्य नहीं बना था, तब लोहियाहेड पावर हाउस को पानी की आपूर्ति के लिए नहर यहां बनाई गई थी। 22 किलोमीटर लंबी नहर किनारे लोग बसते चले गए, तो राज्य सरकार ने यहां बिजली पानी जैसी सुविधाएं भी दीं। अब यूपी सरकार ने जमीन छोड़ने का नोटिस दे दिया है, तो ये लोग धामी सरकार से मांग कर रहे हैं कि 70 सालों के बाद उन्हें उजाड़ने की ऐसी कोशिश न की जाए। उधमसिंह नगर जिले के सितारगंज में दो ही दिन पहले बुलडोजर ने बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण तोड़े तो काफी देर तक प्रशासन और व्यापारियों के बीच कहासुनी होती रही। वहीं, प्रशासन ने अभी और बड़े स्तर पर ऐसी कार्रवाई की चेतावनी भी दे डाली। इससे पहले हल्द्वानी में कांग्रेस विधायक प्रशासन की इस तोड़फोड़ कार्रवाई का विरोध कर चुके हैं और कह चुके हैं कि भाजपा सरकार विपक्ष पर दमन की कार्रवाई कर रही है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| Posted: 22 Apr 2022 06:20 AM PDT माँ और बच्चे की ईमानदारीबरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक गरीब परिवार की ईमानदारी सामने आई है। जहां आज के इस दौर में ऐसे बहुत कम लोग मिलते हैं, जो रुपयों से भरा बैग वापस कर दे। दरअसल, 10 साल के मासूम हन्नान को रास्ते में 5 लाख रुपए से भरा बैग मिला था। यह बैग मिलने के बाद हन्नान ने लेकर रुपयों के मालिक की काफी तलाश की। मगर, वह नहीं मिला। इसके बाद उसने यह बैग अपनी मां के हाथ में रख दिया। मगर, मां ने भी ईमानदारी की मिसाल कायम की। उसने तुरंत बेटे को रुपयों के भरे मालिक को देने की सलाह दी। मां के कहने पर वह दोबारा वहीं बैग लेकर पहुंचा। जहां बैग पड़ा मिला था। काफी देर तक धूप में खड़े होकर इंतजार किया। इसके बाद बैग का मालिक पहुंच गया। उसने ठेकेदार को बैग सुपुर्द किया। कैंट थाना क्षेत्र की ठिरिया निजावत खां के हन्नान के पिता ऑटो मैकेनिक हैं, जिसके चलते परिवार के आर्थिक हालात बहुत अच्छी नहीं हैं। मगर, साबरी पब्लिक स्कूल में कक्षा 6 में पढ़ने वाले हन्नान की ईमानदारी की तारीफ नगर पंचायत ही नहीं आस पड़ोस के गांवों में भी हो रही है। हन्नान ने बताया कि उसकी मां ने पैसे खोलकर देखें जरूर थे। मगर, नोटों के बंडल देखने के बाद बोलीं, जिसके यह गिरे होंगे। उसका क्या हाल होगा। यह सोचकर तुरंत बेटे को वापस बैग देने के लिए भेज दिया। ठेकेदार फिरासत हैदर खां ने बताया की ठिरिया निजावत खां कार से आए थे। मगर, सड़क काफी पतली थी। इसलिए ऑटो पकड़ लिया। रकम का बैग कपड़ों के बैग में रखा था। रास्ते में कपड़ों के बैग का मुंह खुला रह गया। इसलिए नोटों वाला बैग गिर गया। कुछ दूर जाने के बाद उन्हें पता चला। मगर, तब तक बैग रास्ते में नहीं मिला। काफी तलाश किया। मगर, बैग नहीं मिला। छात्र हन्नान की ईमानदारी का किस्सा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। इसके बाद हन्नान के स्कूल मैनेजमेंट ने उसकी एक साल की फीस माफ कर दी। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| साईं भक्त गहतोड़ी ने धामी के लिए छोड़ी सीट Posted: 22 Apr 2022 06:18 AM PDT साईं भक्त गहतोड़ी ने धामी के लिए छोड़ी सीट(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) उत्तराखण्ड में एक बार फिर राजनीति गर्मा गयी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विधानसभा चुनाव हार गये थे। उनको मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भाजपा ने यह कहकर बैठाया कि धामी को कार्य करने का पूरा अवसर मिलना चाहिए। ध्यान रहे कि तकनीकी कारणों से ही तीरथ सिंह रावत को हटाकर चुनाव से डेढ़ महीने पहले ही मुख्यमंत्री बनाया गया था। भाजपा ने राज्य में सरकार तो बहुमत से बनायी लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चुनाव हार गये थे। अब उन्हें विधानमंडल के किसी एक सदन का सदस्य होना है। धामी ने इच्छा जतायी थी कि वे जनता के माध्यम से चुनकर आएंगे और अपनी जनप्रियता साबित करेंगे। उसी समय से उनके लिए सुरक्षित सीट की तलाश की जा रही थी। पहले यह रणनीति बनायी गयी कि कांग्रेस के किसी विधायक को अपने पाले में लाकर उसकी सीट खाली करायी जाए लेकिन वहां गोटी फिट नहीं बैठी। इसके बाद सुरक्षित सीट तलाशी जाने लगी और अंततः चंपावत के भाजपा विधायक कैलाश गहतोड़ी ने यह 'त्याग' किया। लहतोड़ी साईं भक्त हैं, इसलिए उन्होंने 21 अप्रैल वृहस्पतिवार को अपना इस्तीफा दिया है। उधर, कांग्रेस ने भी विधानसभा चुनाव हारने के बाद नेतृत्व परिवर्तन किया है। कांग्रेस ने करन महारा को प्रदेश की बागडोर सौंपी है और महारा को चम्पावत में पहली परीक्षा देनी है। उन्होंने कहा है कि हम जब तक दम है, तब तक लड़ेंगे। महारा का कहना है कि यह उपचुनाव कांग्रेस के लिए कोई चुनौती नहीं है क्योंकि पुष्कर धामी को कांग्रेस प्रत्याशी ने ही पराजित किया था। बहरहाल, उत्तराखण्ड में एक तरफ आकाश में सूर्य तप रहा है तो नीचे वादियों में राजनीति भी गर्म हो रही है। उत्तराखंड के भाजपा विधायक कैलाश चंद्र गहतोड़ी ने 21 अप्रैल को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को विधानसभा का सदस्य बनाने के लिए चंपावत सीट से इस्तीफा दे दिया। अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के वहां से उपचुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचने का रास्ता साफ माना जा रहा है। गहतोड़ी के एक दिन पहले बयान के हवाले से ही यह चर्चा हो रही थी और उसी के मुताबिक अगले दिन सुबह गहतोड़ी ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया। इस घटनाक्रम के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि एक दर्जन ऐसे विधायक थे, जिन्होंने सीएम धामी के लिए सीट छोड़ने की पेशकश की थी। बहरहाल, चंपावत से विधायक कैलाश गहतोड़ी ने आखिरकार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट छोड़ दी। उन्होंने गुरुवार 21 अप्रैल को सुबह करीब नौ बजे विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी को अपना इस्तीफा सौंपा। इस दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, महामंत्री संगठन अजेय कुमार, मंत्री सौरभ बहुगुणा, चंदन राम दास, गणेश जोशी, विधायक खजानदास भी मौजूद रहे। कौशिक ने गहतोड़ी को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी हित में बड़ा दिल दिखाया। वहीं, इस्तीफे के बाद कैलाश गहतोड़ी प्रेस से मुखातिब हुए। गहतोड़ी ने कहा कि पिछली सरकार में अपने छह महीने के कार्यकाल में पुष्कर धामी ने जो ताबड़तोड़ विकास कार्य किए, इससे जनता का उनके प्रति लगाव बढ़ा। ये अलग बात है कि धामी खटीमा से चुनाव हार गए, लेकिन उत्तराखंड ने उनके नेतृत्व में विश्वास जताया। गहतोड़ी ने कहा कि चंपावत बॉर्डर एरिया है और विकास की दृष्टि से काफी पिछड़ा है। यहां की 80 किलोमीटर सीमा नेपाल से शेयर होती है। कई विधायक आए और गए, लेकिन विकास नहीं हो पाया। यह सीएम का चुनाव क्षेत्र बनेगा, तो क्षेत्र का तेजी के साथ विकास होगा। यह तो सभी जानते हैं कि राजनीति में त्याग नाम की कोई चीज नहीं बची है। सीट छोड़ने के बाद कैलाश गहतौडी के सरकार में क्या भूमिका होगी इस सवाल पर गहतोड़ी कहते हैं कि सीट छोड़ने के पीछे क्षेत्र के विकास के अलावा उनका कोई स्वार्थ नहीं है। रिजाइन के बाद गहतोड़ी सीधे सीएम आवास चले गए। माना जा रहा है कि विधायकी छोड़ने के एवज में सरकार में उन्हें महत्वपूर्ण दायित्व दिया जा सकता है। चर्चा है कि उन्हें वन विकास निगम का अध्यक्ष बनाने के साथ ही कुछ और जिम्मेदारियों से नवाजा जा सकता है। रिजाइन करने से पहले गहतोड़ी राजपुर रोड स्थित साईं मंदिर पहुंचे। यहां मंदिर के बाहर चैखट पर अपने रिजाइन लेटर पर साइन किए। इसके बाद उन्होंने खंडूरी के आवास पर पहुंचकर यह लेटर सौंपा। गहतोड़ी साईं भक्त हैं इसलिए उन्होंने गुरुवार का दिन खास तौर पर चुना और इस्तीफे के मौके पर पीला कुर्ता भी पहना। उधर, चंपावत विधायक कैलाश गहतोड़ी के विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने भी उपचुनाव में दमखम दिखाने की ताल ठोक दी है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार हल्द्वानी पहुंचे करन माहरा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि उपचुनाव कांग्रेस के लिए कोई चुनौती नहीं है क्योंकि पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री रहते हुए खटीमा से कांग्रेस के हाथों ही चुनाव हार चुके हैं। धामी के उपचुनाव के साथ ही कांग्रेस के संगठन को लेकर चल रही अंदरूनी उठापटक के बारे में भी माहरा ने टीम में बदलाव के संकेत दिए। माहरा ने कहा, धामी चूंकि अपने विधानसभा क्षेत्र खटीमा से हार गए इसलिए अब सीट बदलकर चंपावत से चुनाव लड़ने के मूड में हैं, लेकिन कांग्रेस दमखम के साथ उनका मुकाबला करने के लिए तैयार है। भाजपा के टिकट पर गहतोड़ी चंपावत से दूसरी बार विधायक चुने गए थे। इस बार उन्होंने कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल को 5000 से ज्यादा वोटों से हराया था। अब माहरा ने चंपावत से दमदार कैंडिडेट उतारने की बात भी कही। कांग्रेस में नए प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालते ही यह चर्चा भी गर्म है कि आखिर प्रदेश कांग्रेस की नई टीम कैसी होगी? जवाब खुद नए प्रदेश अध्यक्ष ने देकर साफ कर दिया है कि कई पुराने और सुस्त लोगों का सफाया होना है। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार कुमाऊं दौरे पर पहुंचे माहरा का फूलों से स्वागत करने पहुंचे कार्यकर्ताओं से माहरा ने कहा कि इन फूलों से काम नहीं चलेगा बल्कि उनकी टीम में वही जगह पाएगा, जो काम का होगा। दूसरी तरफ, कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी नए प्रदेश अध्यक्ष से पार्टी ढांचे में बदलाव की आस लगाए बैठे हैं। जाहिर है करन माहरा को प्रदेश अध्यक्ष और यशपाल आर्य के नेता प्रतिपक्ष बनाने के साथ ही कांग्रेस ने बड़ा दांव खेला है। कांग्रेस को इस मुश्किल दौर में ऐसे ही तेवरों की जरूरत भी है, जैसे करन माहरा जाहिर कर रहे हैं। इसलिए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की दूसरी पारी आसान नहीं होगी। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| प्रविंद जगन्नाथ की काशी यात्रा, पुरखों को काशी में दिलाया मोक्ष Posted: 22 Apr 2022 06:17 AM PDT प्रविंद जगन्नाथ की काशी यात्रा, पुरखों को काशी में दिलाया मोक्ष(डॉ. दिलीप अग्निहोत्री-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) सामाजिक आधार पर भारत और मॉरीशस का रिश्ता करीब एक सौ सत्तर वर्ष पुराना है। प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम से सात आठ वर्ष पहले अंग्रेजो ने पूर्वी उत्तर प्रदेश से श्रमिको को मॉरीशस भेजने शुरुआत की थी। यह क्रम करीब सत्तर वर्षो तक चलता रहा। गिरमिटिया मजदूर के रूप में पचास लाख से ज्यादा मजदूर पूर्वी उत्तर प्रदेश से गए थे। अनेक ऐसे देश हैं, जिनसे भारत के रिश्ते दोस्ती नहीं बल्कि बन्धुत्व पर आधारित हैं। इसका अनुभव शासन,सत्ता,विदेश नीति ही नहीं, समाज के भी स्तर पर किया जाता है। एक दूसरे देशों के सुख-दुख का भावनात्मक असर होता है। भौगोलिक दूरी होने के बावजूद भावनात्मक लगाव बना रहता है। कुछ दिन पहले नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा काशी यात्रा पर आए थे। उन्होंने कहा था कि श्री काशी विश्वनाथ धाम व यहां से गंगा मैया के दर्शन कर उनका जीवन धन्य हुआ। कुछ दिन के अंतराल पर मॉरिशस के पीएम प्रविंद्र जगन्नाथ काशी पहुंचे। मॉरिश स को भारत से गए लोगों ने सजाया सँवारा है। कई पीढ़ी पहले श्रमिक बन कर भारत से गए लोगों ने ही इस भूखण्ड को इंसानों के रहने लायक बनाया। आज यहॉ सभी आधुनिक संसाधन उपलब्ध हैं। सामाजिक आधार पर भारत और मॉरीशस का रिश्ता करीब एक सौ सत्तर वर्ष पुराना है। प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम से सात आठ वर्ष पहले अंग्रेजो ने पूर्वी उत्तर प्रदेश से श्रमिको को मॉरीशस भेजने शुरुआत की थी। यह क्रम करीब सत्तर वर्षो तक चलता रहा। गिरमिटिया मजदूर के रूप में पचास लाख से ज्यादा मजदूर पूर्वी उत्तर प्रदेश से गए थे। पोर्टलुइस के अस्थाई निवास को अप्रवासी घाट कहा जाता है। कई पीढ़ी बीतने के बावजूद यहां के लोग भारत से अपने जुड़ाव को भूलना नहीं चाहते है। वहां के सामान्य नागरिक से लेकर राष्ट्रपति तक जब अपने पूर्वजों का गांव तलाश करते है,तब भारत को खुशी और गर्व की अनुभूति होती है। यह संयोग है कि यूपी के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल मॉरिसस में आयोजित अप्रवासी दिवस समारोह में सहभागी हो चुके है।भारत और मॉरीशस के संबन्ध मात्र दो मित्र देशों जैसे ही नहीं है। बल्कि उससे भी आगे दोनों देशों के बीच बंधुत्व भाव भी है। वहां की करीब सत्तर प्रतिशत आबादी भारतीय मूल की है। उन्हें इस बात का गर्व है, उन्होंने अपनी भारतीय धरोहर को सहेज कर भी रखा है। प्रयागराज कुंभ में वहां के राष्ट्रपति सहित हजारों लोग पवित्र स्नान हेतु आये थे। भारत के हजारों लोग समुद्री यात्रा के बाद पहली बार यहां पहुंचे थे। जहाँ उनके पहले कदम पड़े उसी को प्रवासी घाट कहा जाता है। यह वैश्विक धरोहर है। उनकी अगली पीढ़ियों ने भारतीय संस्कृति को सदैव प्रतिष्ठित रखा। कुछ वर्ष पहले सवाने जनपद में मां दुर्गा की विशाल प्रतिमा को विधि विधान के साथ स्थापित किया गया था। यह तीर्थाटन का महत्वपूर्व स्थान बन गया। सवाने जिले में ही गंगा तलाओ नाम की झील है। यहां गंगा जी प्रतीक रूप में सम्मानित है। प्रत्येक पर्वो पर लोग इसके जल से स्नान करते है। इसे पवित्र झील माना जाता है। इसी स्थान पर एक सुंदर सागर शिव मंदिर की स्थापना भी की गई। करीब सात वर्ष पहले यहां भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित की गई थी। यह भी तीर्थाटन का स्थल बन गया। स्पष्ट है कि इस देश का माहौल भारतीय है। प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ काशी में दशाश्वमेध घाट गए। उन्होंने अपने पिता मॉरीशस के पूर्व प्रधानमंत्री अनिरूद्ध जगन्नाथ के अस्थि कलश को गंगा में विधि विधान से विसर्जित किया। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम पहुंच कर उन्होंने पूजा अर्चना की। प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उनकी बैठक हुई। प्रविंद्र जगन्नाथ के साथ उनकी पत्नी कोबिता जगन्नाथ भी थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर मॉरीशस के प्रधानमंत्री अपनी पत्नी कोबिता जगन्नाथ और उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ आठ दिवसीय दौरे पर भारत आए हैं। करीब तीन वर्ष पहले वह काशी में आयोजित पन्द्रहवें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शामिल हुए थे। प्रविन्द्र जगन्नाथ ने अपनी पिछली काशी यात्रा को भी याद किया। तीन वर्ष पहले पहली बार विश्व की सबसे प्राचीन नगरी काशी में यह सम्मेलन आयोजित हुआ था। काशी के प्रवासी सम्मेलन में लगभग नब्बे देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। प्रवासी भारतीय विश्व के किसी भी हिस्से में हों काशी के प्रति उनका भक्तिभाव रहता है। दूसरा संयोग प्रयागराज कुम्भ ने बनाया था। योगी आदित्यनाथ ने इसे कुम्भ आयोजन से जोड़ने का अभूतपूर्व कार्य किया था। वह प्रवासी भारतीयों के लिए यह भाव विभोर करने वाला निर्णय था। काशी में सम्मेलन और प्रयागराज में कुम्भ ने भी एक प्रकार का संगम बनाया था। योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रवासी सम्मेलन स्थल का स्वरूप भी सांस्कृतिक गौरव को रेखांकित करने वाला बनाया गया था। अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में प्रवेश के लिए सात द्वार बनाये गए थे। गंगा सागर, पाटलीपुत्र,काशी, प्रयागराज, हरिद्वार, गंगोत्री नामकरण किया गया था। योगी आदित्यनाथ ने प्रवासी भारतीयों को कुंभ दर्शन का औपचारिक आमंत्रण दिया था। सैकड़ों वर्षों बाद प्रयागराज में अक्षयवट और सरस्वती कूप के दर्शन का मौका मिला था। मॉरीशस के प्रधानमंत्री की यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के सदाबहार सम्बंध को और मजबूत बनाना है। ब्रिटिश उपनिवेशवाद से मुक्ति के आंदोलन में मॉरिशस भी भारत का सहयोगी रहा। दोनों देश मुक्त व्यापार,ब्लू ओशन इकनॉमी,समुद्री सुरक्षा जैसे अहम मसलों पर साझीदार हैं। भारत मॉरीशस के सबसे बड़े व्यापारिक भागीदारों और निर्यातकों में से एक है। भारतीय दिवस के अवसर पर मॉरीशस में भारतीय मूल के लोगों के लिए विशेष ओसीआई कार्ड की व्यवस्था की गई थी। मॉरीशस ने पहले ही भारतीय पर्यटकों के लिए वीजा मुक्त व्यवस्था की शुरुआत की थी। मॉरीशस में तीस दिनों तक की अवधि के लिए आने वाले भारतीय पर्यटकों को वीजा की आवश्यकता नहीं होती है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| Posted: 22 Apr 2022 06:15 AM PDT नफरत की आग(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) देश की राजधानी दिल्ली एक बार फिर नफरत की आग में झुलसी है। हनुमान जन्मोत्सव पर 16 अप्रैल को उत्तरी दिल्ली के जहांगीरपुरी में शोभा यात्रा निकाली जा रही थी, उसी समय दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गयी। इस झड़प में एक नागरिक और 8 पुलिसकर्मी घायल हो गये। सबसे बड़ी बात यह कि वहां के हिन्दू वाशिंदे दहशत में आ गये और वे कहने लगे कि यहां भी योगी जैसा मुख्यमंत्री चाहिए जो गुंडों, माफियाओं के घर पर बुलडोजर चलवा सके। योगी का नाम आया तो यूपी के कुशीनगर के बाबर अहमद की याद आ गयी। बाबर ने भाजपा की जीत की खुशी पर लड्डू खिलाये गये तो उसकी पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी। एक विशेष समुदाय में नफरत की आग फैलती ही जा रही है। सहारनपुर में समाजवादी पार्टी के एक नेता ने पार्टी इसलिए छोड़ दी कि अखिलेश यादव उस सम्प्रदाय के लोगों के समर्थन में सड़क पर उतरकर संघर्ष क्यों नहीं कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के ही गोंडा में भाजपा को वोट देने वाले एक मुसलमान युवकों को काफिर बताकर मस्जिद से भगा दिया गया। इतना ही नहीं तालीम की विश्व प्रसिद्ध संस्था सहारनपुर की दारुल उलूम के बड़े ओहदेदार ने मुसलमानों को सड़क पर उतर कर सघर्ष करने का आह्वान किया। हालांकि बाद में उन्होंने यूटर्न लेते हुए कहा कि मेरे बयान को मीडिया में तोड़फोड़ कर पेश किया गया है। बहरहाल, यह नफरत की आग अगर तत्काल बुझाई गयी तो इंसानियत के जलने की आशंका बनी रहेगी। विश्व प्रसिद्ध इस्लामिक विश्वविद्यालय दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने पहले विवादास्पद बयान दिया फिर बयान से यू-टर्न लेते हुए मीडिया पर बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया है। विवादित ऑडियो वायरल होने के बाद दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पत्र जारी कर शांति और अमन की बात भी कही है। उन्होंने कहा है कि दारुल उलूम देश में शांति और भाईचारे का पैगाम देता है। इससे पहले मुफ्ती नोमानी का एक विवादित ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था मुस्लिमों को भड़काते हुए सुने जा रहे थे। गौरतलब है कि यूपी के सहारनपुर के देवबंद में इस्लामी तालीम के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम के चांसलर मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने बड़ा बयान दिया था। उन्होंने दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के दौरान निकली शोभा यात्रा में हुई हिंसा पर बयान दिया जो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वायरल ऑडियो में नोमानी मुसलमानों को भड़काते हुए नजर आ रहे हैं। वह यह कह रहे हैं कि मुसलमानों को छत पर छाड़कर नारा-ए-तकबीर बोलने से कुछ नहीं होगा। अब डटकर मुकाबला करना होगा। नोमानी ने मुसलमानों को बुजदिली का रास्ता छोड़ने और समझदारी से हालात का मुकाबला करने के लिए कहा है। अपने ट्विटर हैंडल पर ऑडियो जारी करते हुए उन्होंने कहा कि अगर जानमाल पर आंच आए तो छत पर चढ़कर सिर्फ नारा-ए-तकबीर बुलंद न करें। पूरी ताकत के साथ हालात का मुकाबला करें। मुफ्ती नोमानी ने देश में कई स्थानों पर हुए सांप्रदायिक दंगों पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मुसलमान अपने गुनाहों से तौबा करें। अपनी जिंदगी में इस्लामी तालीम को अपनाएं। देश के लोग और पड़ोसियों के सामने इस्लाम की असली तस्वीर पेश करें। इससे उनके जेहन में, जो गंदगी भरी जा रही है, वह साफ हो सकेगी। यह गंदगी साफ होती नहीं दिख रही है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद समाजवादी पार्टी में मुस्लिम नेताओं के बगावती सुर तेजी से मुखर हो रहे हैं। इसी क्रम में सहारनपुर के वरिष्ठ सपा नेता सिकंदर अली ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। सिकंदर अली ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर मुस्लिम समाज की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम नेताओं के खिलाफ हो रही कार्रवाई पर अखिलेश यादव की चुप्पी से उन्हें घुटन महसूस हो रही थी। सपा के पूर्व जिला महासचिव समेत अन्य विभिन्न पदों पर आसीन रहे हैं सपा नेता सिकंदर अली ने कहा कि आजम खान की गिरफ्तारी समेत कई मामलों में अखिलेश यादव चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह वह सपा नहीं है जो मुलायम सिंह यादव के समय थी। अखिलेश यादव के नई हवा है नई सपा के नारे पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव मुसलमानों का वोट लेकर ही 111 सीटों पर जीते हैं। लेकिन जिस तरह से आजम खान और नाहिद हसन के मसले पर उन्होंने कुछ नहीं किया इससे साफ है कि जब एक विधायक के लिए खड़े नहीं हो सकते तो आम कार्यकर्ता का क्या साथ देंगेबता दें कि सिकंदर अली ने 2022 में विधानसभा चुनाव में सपा से टिकट की मांग भी की थी। सिकंदर अली का आरोप है कि मुस्लिम समाज के उत्पीड़न के मामलों पर सपा प्रमुख कोई भी प्रतिक्रिया नहीं देते, जबकि मुसलमानों ने उन्हें हमेशा वोट दिया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव चापलूसों और चाटुकारों से घिरे हुए हैं। अखिलेश यादव ने सिर्फ मुस्लिमों को वोट बैंक समझा। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि बीजेपी और मुसलमानों की दुश्मनी कराने का काम भी अखिलेश यादव ने ही किया है। इसी वजह से मैंने पार्टी छोड़ी है। जो नेता अपने विधायकों और सांसदों की लड़ाई नहीं लड़ सकता वह आम कार्यकर्ताओं की क्या सुनेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में बसपा की तरह ही मुसलमान समाजवादी पार्टी को समाप्तवादी पार्टी बनाने का काम करेगा। यूपी के ही गोंडा जिले में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का कट्टरपंथी चेहरा भी सामने आया है। कट्टरपंथियों ने बीजेपी का सपोर्ट करने पर एक युवक को मस्जिद में नमाज पढ़ने से रोक दिया। जब युवक ने इसका विरोध किया तो उसे मस्जिद के बाहर भगा दिया गया और फिर लाठी डंडों से लैस होकर उसके घर पर भी धावा बोला गया। इसकी सूचना मिलने पर एसपी संतोष मिश्रा खुद पीड़ित के गांव पहुंचे और सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी। पीड़ित युवक लुकमान बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा का पूर्व महामंत्री रहा है और चुवाव में उसने बीजेपी को सपोर्ट किया था। फिलहाल लुकमान की शिकायत पर 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही गांव में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गयी थी। मो लुकमान का कहना है कि इस बार भी उन्होंने चुनाव में बीजेपी को सपोर्ट किया था। इससे गांव के कुछ लोग नाराज हैं। लुकमान 19 अप्रैल को मस्जिद में नमाज पढ़ने गया था तो उसे नमाज पढ़ने से रोक दिया गया और मस्जिद में नहीं घुसने दिया गया। लुकमान ने विरोध किया तो उसे काफिर कहकर मस्जिद से भगा दिया। इसके बाद कुछ लोगों ने लाठी-डंडों से लैस होकर उसके घर पर धावा बोल दिया और उसके साथ मारपीट की। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| भारत को लड़ाकू विमान बनाने में मदद देगा ब्रिटेन Posted: 22 Apr 2022 06:12 AM PDT भारत को लड़ाकू विमान बनाने में मदद देगा ब्रिटेनलंदन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन के बीच होने वाली महत्वपूर्ण मीटिंग से पहले, यूके ने कहा है कि वह भारत को लड़ाकू विमान बनाने के लिए आवश्यक तकनीक प्रदान करेगा। ब्रिटेन का ये ऑफर ऐसे समय आया है जब मोदी सरकार रक्षा क्षेत्र में भी मेक इन इंडिया पर फोकस कर रही है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि यूके, युद्ध जीतने वाले लड़ाकू विमानों के बारे में अपना ज्ञान और तकनीक भारत के साथ साझा करने को तैयार है। ब्रिटेन के इस ऑफर को रूस पर भारत की निर्भरता कम करने के प्रयास के तौर पर भी देखा जा रहा है। बता दें कि भारत अपनी रक्षा जरूरतों का एक बड़ा हिस्सा मॉस्को से पूरा करता है। यूके के बयान में आगे कहा गया है कि हिंद महासागर में खतरों की पहचान करने और उनसे निपटने के लिए भारत की तकनीकी संबंधी जरूरतों में भी लंदन मदद करेगा। गौरतलब है कि इस क्षेत्र में चीन की उपस्थिति पिछले कुछ समय से काफी बढ़ गई है। इसके मद्देनजर यूके ने पिछले साल कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को हिंद महासागर में तैनात किया था, जो इंडो-पैसिफिक को लेकर उसकी बदलती रणनीति को दर्शाता है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| मुश्किल दिनों में इमरान को याद आ रहा भारत Posted: 22 Apr 2022 06:10 AM PDT मुश्किल दिनों में इमरान को याद आ रहा भारतइस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इन दिनों भारत को लेकर खूब मीठा बोल रहे हैं। पीएम रहते हुए अपने खर्चों को लेकर विपक्ष के निशाने पर आए इमरान खान ने भारत के विदेश नीति की तारीफ की है। साथ ही उन्होंने मुल्क में नए सिरे से चुनाव कराने की मांग भी की। पीएम पद से हटने के बाद इमरान खान ने लाहौर में एक और पावर शो को संबोधित किया। उन्होंने विदेश नीति के लिए भारत की फिर से प्रशंसा की। इमरान ने इस बात पर जोर दिया कि भारत दूसरे देशों के लाभ से पहले अपने लोगों के लिए सोचता है। अपनी सभा में भीड़ से भी वह काफी खुश दिखे। उन्होंने कहा, "मैंने इतनी बड़ी भीड़ कभी नहीं देखी।" सभा को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा, "भारत संयुक्त राज्य अमेरिका का एक रणनीतिक सहयोगी है। वह रूस से तेल ले रहा है। जब अमेरिका ने भारत को तेल नहीं खरीदने के लिए कहा, तो उसने सीधे कहा कि मेरे देश के लिए जो भी अच्छा होगा उसी के आधार पर निर्णय लेते हैं।" इमरान खान ने कहा, "भारत की विदेशी नीति अपने लोगों के लिए है, जबकि हमारी दूसरे देश के लाभ के लिए है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| मारियुपोल पर कब्जे से पुतिन खुश Posted: 22 Apr 2022 05:57 AM PDT मारियुपोल पर कब्जे से पुतिन खुशमॉस्को। रूस और यूक्रेन के बीच जंग अब दूसरे महीने में पहुंच चुकी है और पुतिन इसे जल्द से जल्द जीत में बदलना चाहते हैं। विश्लेषकों का कहना है कि रूस का मारियुपोल पर कब्जा यूक्रेन की जंग में जीत की तरह है। विशेषज्ञों के मुताबिक, अजोव सागर के तट पर बसे यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल पर कब्जा रूस को उसके नियंत्रण वाले क्रीमिया से स्वयंभू डोनेट्स्क रिपब्लिक के बीच तक जमीनी रास्ता मुहैया कराएगा। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर हमले से ठीक पहले डोनेट्स्क और लुहान्स्क रिपब्लिक को स्वतंत्र क्षेत्र के रूप में मान्यता दे दी थी। ऐसे में मारियुपोल पर कब्जे से पुतिन बेहद खुश हैं। जंग की शुरुआत से रूस का पूरा फोकस मारियुपोल पर कब्जा करने का था। 18वीं सदी के रूसी राजा मारिया फिओडोरोवना के नाम पर बसा यह मारियुपोल शहर रूस में शाही शासन के दौर में अजोव गवर्नर के नियंत्रण में था। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान मारियुपोल पर हिटलर के नेतृत्व वाली जर्मन सेना ने कब्जा कर लिया जो करीब दो साल तक चला। इस दौरान नाजी सेना ने स्थानीय लोगों की मदद से यहूदियों के खात्मे का अभियान शुरू किया। इसके बाद मारियुपोल शहर को रूस की लाल सेना ने मुक्त कराया और इसका नाम सोवियत वामपंथी नेता एंद्रेई झदानोव के नाम पर झदानोव रखा। साल 1989 में सोवियत संघ के पतन से दो साल पहले इसका नाम एक बार फिर से मारियुपोल रखा गया। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| Posted: 22 Apr 2022 05:43 AM PDT दोस्त चीन को झटका देंगे शहबाजबीजिंग। पाकिस्तान में नई सरकार ने दोस्त चीन को तगड़ा झटका देने की तैयारी कर ली है। दरअसल, पाकिस्तान में शहबाज शरीफ की सरकार ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा प्राधिकरण को खत्म करने के लिए एक प्रक्रिया शुरू की है। पाकिस्तान के योजना मंत्री ने कहा कि यह एक ''अनावश्यक संगठन'' है, जिसने संसाधनों को बर्बाद किया और महत्वाकांक्षी क्षेत्रीय संपर्क कार्यक्रम के त्वरित कार्यान्वयन को विफल किया। चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर या सीपीईसी चीन का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है, जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और अक्साई चीन जैसे विवादित इलाको से होकर गुजरता है। भारत इस प्रोजेक्ट का विरोध करता है क्योंकि यह पाक अधिकृत कश्मीर से गुजरता है। 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' समाचार पत्र के अनुसार, योजना मंत्री अहसान इकबाल ने संबंधित अधिकारियों को प्राधिकरण को खत्म करने की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया, क्योंकि चीनी बिजली उत्पादकों ने 300 अरब रुपये की बकाया राशि का भुगतान नहीं होने के कारण 1,980 मेगावाट उत्पादन क्षमता को बंद कर दिया है। 2019 में एक अध्यादेश के माध्यम से स्थापित चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियाराप्राधिकरण का उद्देश्य सीपेक से संबंधित गतिविधियों को तेज करना, विकास के नए माध्यम की खोज करना, क्षेत्रीय और वैश्विक सम्पर्क के माध्यम से परस्पर उत्पादन नेटवर्क की क्षमता को खोलना था। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| Posted: 22 Apr 2022 05:26 AM PDT
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| Posted: 22 Apr 2022 05:21 AM PDT 23 अप्रैल 2022, शनिवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन ? क्या है आप की राशि में विशेष ? जाने प्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से |23 अप्रैल 2022, शनिवार का दैनिक पंचांग🔅 तिथि : सप्तमी 09:31 AM 🔅 नक्षत्र उत्तराषाढ़ा 09:46 PM 🔅 करण : बव 06:29 AM बालव 06:29 AM 🔅 पक्ष कृष्ण 🔅 योग साघ्य +01:30 AM 🔅 वार शनिवार ☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ 🔅 सूर्योदय 05:36 AM 🔅 चन्द्रोदय +01:15 AM 🔅 चन्द्र राशि मकर 🔅 सूर्यास्त 06:24 PM 🔅 चन्द्रास्त 11:01 AM 🔅 ऋतु ग्रीष्म ☀ हिन्दू मास एवं वर्ष 🔅 शक सम्वत 1944 शुभकृत 🔅 कलि सम्वत 5124 🔅 दिन काल 12:56 PM 🔅 विक्रम सम्वत 2079 🔅 मास अमांत चैत्र 🔅 मास पूर्णिमांत वैशाख ☀ शुभ और अशुभ समय ☀ शुभ समय 🔅 अभिजित 11:22:17 - 12:14:01 ☀ अशुभ समय 🔅 दुष्टमुहूर्त 05:20 AM - 06:11 AM 🔅 कंटक 11:22 AM - 12:14 PM 🔅 यमघण्ट 02:49 PM - 03:40 PM 🔅 राहु काल 08:34 AM - 10:11 AM 🔅 कुलिक 06:11 AM - 07:03 AM 🔅 कालवेला या अर्द्धयाम 01:05 PM - 01:57 PM 🔅 यमगण्ड 01:25 PM - 03:02 PM 🔅 गुलिक काल 05:20 AM - 06:57 AM ☀ दिशा शूल 🔅 दिशा शूल पूर्व ☀ चन्द्रबल और ताराबल ☀ ताराबल 🔅 भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती ☀ चन्द्रबल 🔅 मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, मकर, मीन 🌹विशेष ~ बाबू कुँवर सिंह जयन्ती। 🌹 पं.प्रेम सागर पाण्डेय् नक्षत्र ज्योतिष वास्तु अनुसंधान केन्द्र नि:शुल्क परामर्श - रविवार 23 अप्रैल 2022, शनिवार का दैनिक राशिफलमेष (Aries): साल का पहना दिन आर्थिक और व्यवसायिक दृष्टि से लाभदायी रहेगा। धन लाभ के साथ आप लंबी अवधि के लिए धन का आयोजन भी कर पाएंगे। अगर आप व्यापार से जुड़े हैं तो उसके विस्तार की योजना बना पाएंगे। शरीर और मन से तरोताजा महसूस करेंगे। आपका दिन मित्रों और स्वजनों के साथ आनंद-प्रमोद में बीतेगा। छोटी यात्रा या प्रवास भी हो सकता है। कोई धार्मिक या पूण्य का काम करेंगे। आज का दिन आपके लिए शुभ है। शुभ रंग = पींक शुभ अंक : 1 वृषभ (Tauras): आप अपनी वाणी से किसी को मंत्रमुग्ध कर लाभ ले पाएंगे और मेलजोल के सम्बंध बना सकेंगे। आपकी वैचारिक समृद्धि में बढ़ोतरी होगी और आपका मन प्रफुल्लित रहेगा। आप किसी शुभ कार्य को करने के लिए प्रेरित होंगे। आज मेहनत की अपेक्षा परिणाम कम मिलने पर भी दृढ़तापूर्वक आगे बढ़ेंगे। धन की व्यवस्थित योजना बनाने के लिए आज का दिन अनुकूल है। शुभ रंग = आसमानी शुभ अंक : 7 मिथुन (Gemini): आपके मन में भांति-भांति के विचार आएंगे और आप उन विचारों में खोए रहेंगे। आज बौद्धिक कार्यों से जुड़ना होगा, लेकिन वाद-विवाद में न उतरने की सलाह देते हैं। आज आप संवेदनशील रहेंगे। प्रवास के योग रहने पर भी यथासंभव प्रवास को टालें। पानी और तरल पदार्थों के मामले में सावधानी बरतें। मानसिक थकान की अनुभूति रहेगी और विचारों में असमंजस रहेगा। शुभ रंग = नीला शुभ अंक : 6 र्क (Cancer): आज आपका दिन शुभ रहेगा। नए कार्य प्रारंभ करने के लिए दिन शुभ है। मित्रों और स्वजनों से भेंट होगी। पर्यटन की योजना बना सकते हैं। मन में प्रसन्नता छाई रहेगी। आज किए गए कार्य में सफलता प्राप्त होने के योग हैं। नौकरी या व्यापर में प्रतिस्पर्धियों पर विजय प्राप्त कर पाएँगे। आर्थिक लाभ होगा। सामाजिक मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। शुभ रंग = क्रीम शुभ अंक : 2 सिंह (Leo): आज आपका दिन आर्थिक रूप से लाभदायी रहेगा। खर्च अधिक होगा। दूर के लोगों से संदेश-व्यवहार से लाभ होगा। आज परिवारवालों का अच्छा सहयोग मिलेगा। स्त्री मित्र भी आपके सहायक होंगे। आंख या दांत संबंधी पीड़ा में राहत का अनुभव होगा। उत्तम भोजन प्राप्त होने के योग हैं। आप अपनी मधुर वाणी से किसी का भी मन जीत पाएंगे। कार्यो में सफलता मिलने की संभावना है। शुभ रंग = केशरी शुभ अंक : 7 कन्या (Virgo): आपका दिन मध्यम फलदायी होगा। विचारों की समृद्धि बढेगी। लाभकारी तथा मेलजोल भरे संबंध आप वाणी की सहायता से बना सकेंगे। व्यवसायिक रूप से दिन लाभदायी रहेगा। आपका स्वास्थ्य अच्छा और मन प्रसन्न रहेगा। आर्थिक लाभ ले सकेंगे। सुख और आनंद की प्राप्ति होगी। शुभ समाचार मिलेंगे। आनंददायी प्रवास होगा। उत्तम वैवाहिक सुख की अनुभूति होगी। शुभ रंग = नीला शुभ अंक : 6 तुला (Libra): अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए सूचित करते हैं। असंयमित या अविचारी वर्तन आपको परेशानी में डाल सकता है। दुर्घटना से सावधान रहें। खर्च अधिक रहेगा। व्यवसायिक व्यक्तियों के साथ उग्र विवाद होने की संभावना है, इसलिए वाणी पर संयम रखें। वाद-विवाद में ना फंसे, कोर्ट-कचहरी के कार्य में सावधानी बरतें। सगे-सम्बंधियों के साथ अनबन के योग हैं। आध्यात्मिकता से सहायता मिल सकती है। शुभ रंग = क्रीम शुभ अंक : 7 वृश्चिक (Scorpio): आपका आज का दिन लाभदायी रहेगा। नौकरी-व्यवसाय में लाभ प्राप्त होगा। मित्रों के साथ भेंट हो सकती है। घूमने की योजना भी बन सकती है। विवाह योग्य युवक-युवतियों को योग्यपात्र मिल सकते हैं। पुत्र तथा पत्नी से लाभ होगा। विशेषकर स्त्री मित्रों से आज लाभ होगा। उपहार मिल सकते हैं। ऊपरी अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। सांसारिक जीवन में आनंद का अनुभव करेंगे। शुभ रंग = पींक शुभ अंक : 1 धनु (Sagittarius): आज आप आर्थिक मामलों में उचित योजना बना सकेगें। अन्य लोगों की सहायता करने का प्रयत्न करेंगे। हर एक कार्य सफलतापूर्वक संपन्न होगा। व्यापार-विषयक योजना बनेगी। आनंद-प्रमोद के साथ दिन बीतेगा। व्यापार के हेतु प्रवास की संभावना है। उच्च पदाधिकारियों से लाभ होगा। पदोन्नति के योग हैं व मान-सम्मान बढ़ेगा। पिता और बड़े-बुजुर्गों से लाभ होगा। शुभ रंग = पीला शुभ अंक : 9 मकर (Capricorn): आज का आपका दिन मध्यम फलदायी रहेगा ऐसा प्रतीत होता है परंतु बौद्धिक कार्य करने के लिए आज का दिन शुभ है। आज लेखन प्रवृत्ति या साहित्य से जुड़ी कोई भी प्रवृत्ति अच्छी तरह से निभा पाएंगे। इसके लिए आप योजना भी बना सकेगें। सरकारी कार्यों में परिस्थिति प्रतिकूल महसूस होगी। शरीर में हल्की थकान रहेगी और मानसिक हालत भी ठीक नहीं होंगे। शुभ रंग = श्याम शुभ अंक : 3 कुंभ (Aquarius): आज अत्याधिक विचारों से मानसिक थकावट का अनुभव करेंगे। मन में क्रोध की भावना रहेगी जिसे दूर करने के प्रयास से अनिष्ट से बच सकेंगे। चोरी, अनैतिक कृत्यों, निषेधात्मक कार्यों तथा नकारात्मक विचारों से दूर रहें। वाणी पर संयम रखें। परिवार में किसी के विवाह होने की संभावना है। खर्च में वृद्धि होने के कारण हाथ तंग रहेगा। ईश्वर का नाम और आध्यात्मिक विचार आपके मन को शांत बनाएंगे। शुभ रंग = नीला शुभ अंक : 6 मीन (Pisces): आज के दिन आपके अंदर छिपे लेखक या कलाकार को अपनी कला दिखाने का अवसर मिलेगा। व्यवसाय में भागीदारी के लिए शुभ समय है। प्रतिदिन के क्रियाकलापों से निकलकर आप अपना समय आमोद प्रमोद में बीता सकेगें। स्वजन, मित्र के साथ पार्टी या पिकनिक का आयोजन होगा। नाटक, सिनेमा, मनोरंजन स्थल की भेंट करके निकटता प्राप्त कर सकते हैं। यश-कीर्ति में वृद्धि होगी। शुभ रंग = गुलाबी शुभ अंक : 5 प्रेम सागर पाण्डेय् ,नक्षत्र ज्योतिष वास्तु अनुसंधान केन्द्र ,नि:शुल्क परामर्श - रविवार , दूरभाष 9122608219 / 9835654844 हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| चार्टर्ड_फेलो मेंबर बनें डा. सुनील कुमार सिंह Posted: 22 Apr 2022 04:24 AM PDT चार्टर्ड_फेलो मेंबर बनें डा. सुनील कुमार सिंहजितेन्द्र कुमार सिन्हा की खास खबर पटना, 22 अप्रैल राजधानी पटना के प्रतिष्ठित जेनिथ कामर्स एकाडमी के डायरेक्टर डा.सुनील कुमार सिंह चार्टर्ड_फेलो मेंबर बन गये हैं। डा. सुनील कुमार सिंह ने चार्टर्डफेलो परीक्षा पास कर प्रतिष्ठित टाइटल "#चार्टर्डफेलो मेंबर में अपना नाम दर्ज करा लिया है। गौरतलब है कि सुनील कुमार सिंह द्वारा राजधानी पटना में संचालित जेनिथ कामर्स एकादमी ने सफलता के शिखर के 20 साल पूरे कर लिये हैं। जेनिथ कामर्स एकादमी से अबतक 50 हजार से अधिक छात्र शिक्षा हासिल कर विभिन्न कंपनियों में उच्चपद पर आसीन है। सुनील सिंह ने बैंगलुरू, दिल्ली देहरादून, कोलकाता और पुणे समेत कई जगहों पर उच्च्स्तरीय मैनेजमेंट कॉलेज में क्लास ले चुके हैं। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित और देश के प्रतिष्ठित भारतीय प्रबंध संस्थान से मैनेजमेंट कोर्स कर चुके सुनील कुमार सिंह को चेन्नई के प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी उपमे विद्यापीठ के द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि भी दी गयी है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| Posted: 22 Apr 2022 04:12 AM PDT
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| गुजरात का दौरा करने वाले जानसन पहले ब्रिटिश पीएम Posted: 21 Apr 2022 10:30 PM PDT गुजरात का दौरा करने वाले जानसन पहले ब्रिटिश पीएमअहमदाबाद। ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन आज दो दिन के दौरे पर भारत पहुंच गए हैं। इस अधिकारिक यात्रा में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जॉनसन और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच खास मुलाकात होगी। इस मुलाकात का मकसद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है। दोनों देश रक्षा और व्यापार के क्षेत्र में अपने संबंधों को और आगे ले जाना चाहते हैं। वहीं देश की धरती में जॉनसन के विमान के लैंड करते ही एक नया इतिहास भी बन गया है। बता दें कि जॉनसन गुजरात का दौरा करने वाले वे ब्रिटेन के पहले पीएम हैं। जॉनसन अहमदाबाद से अपनी भारत यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। वो अहमदाबाद में प्रमुख व्यापारिक समूह के नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे। आपको बता दें कि इस दौरान वे भारत और ब्रिटेन के व्यापारिक संबंधों पर चर्चा करेंगे। यह पहली बार होगा जब ब्रिटिश पीएम भारत के पांचवें सबसे बड़े राज्य और करीब आधी ब्रिटिश-भारतीय जनसंख्या के पुश्तैनी घर गुजरात पहुंचे हैं। इस बीच कार्यक्रम की शुरुआत में वह सबसे पहले महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम पहुंचे। गुजरात के बाद शुक्रवार की सुबह बोरिस जॉनसन राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत समारोह में शामिल होंगे। इसके बाद महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पाजंलि अर्पित करेंगे। पीएम मोदी और बोरिस जॉनसन की मुलाकात भी कल ही होगी। इस दौरान दोनों नेता रक्षा, राजनयिक, आर्थिक साझेदारी पर चर्चा करेंगे। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी बातचीत करेंगे। गुजरात में ब्रिटिश पीएम जॉनसन बड़े निवेश का ऐलान कर सकते हैं। इससे दोनों देशों में रोजगार और विकास को बढ़ावा मिलेगा। पीएम मोदी और बोरिस जॉनसन के बीच हरित प्रौद्योगिकी और हरित तकनीक के लिए जरूरी फंड जुटाने पर भी बातचीत होने की संभावना है। उम्मीद की जा रही है कि गुजरात में जॉनसन यूके और भारत के उद्योगों में बड़े निवेश के साथ-साथ नए साइंस, हेल्थ और टेक्नोलॉजी से जुड़ी परियोजनाओं का ऐलान कर सकते हैं। पीएम मोदी बोरिस जॉनसन इससे पहले नवंबर 2021 में ग्लासगो में जलवायु सम्मेलन में मिले थे। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| सिब्बल के तर्क पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा देश भर में बुलडोजर पर रोक नहीं लगा सकते Posted: 21 Apr 2022 10:26 PM PDT सिब्बल के तर्क पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा देश भर में बुलडोजर पर रोक नहीं लगा सकते
नई दिल्ली। जहांगीरपुरी में उत्तरी दिल्ली नगर निगम की अतिक्रमण पर कार्रवाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई चल रही है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को इस मामले में अग्रिम आदेश जारी कर बुलडोजर की कार्रवाई पर रोक लगाने का आदेश दिया था। इतना ही नहीं कोर्ट ने जहांगीरपुरी में यथा स्थिति बनाए रखने के लिए भी कहा था। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई दो हफ्ते के लिए टाल दी है। हालांकि, तब तक कोर्ट ने यथास्थिति बनाए रखने का आदेश जारी रखा है। कोर्ट ने इस मामले में सभी पक्षों से जवाब मांगा है। कोर्ट ने कहा, सभी लोग एक दूसरे की दलीलों पर जवाब दें। हम सभी याचिकाओं पर नोटिस कर रहे हैं। कोर्ट ने कहा, हमारे आदेश के बाद भी कार्रवाई चलती रही है, तो हम इसे भी गंभीरता से लेते हैं। कोर्ट ने साफ कर दिया कि यथास्थिति का आदेश सिर्फ दिल्ली के लिए है। याचिकाकर्ता के वकील दवे ने कहा- ये देश संविधान और कानून के शासन से चलता है। यहां 30 साल से ज्यादा पुरानी दुकाने हैं । जे जे कालोनी, स्लम, गांव आदि के लिए नियम कानून बनाए गए हैं। बीजेपी अध्यक्ष की चिट्ठी देश के हालात की दुखद कमेंट्री है। इस पर जस्टिस राव ने कहा, हमने सुना है कि हिंदुओं की प्रापर्टी भी तोड़ी गई है। कपिल सिब्बल ने कहा, अतिक्रमण की समस्या दिल्ली नहीं बल्कि पूरे देश की है। लेकिन यहां सिर्फ मुस्लिमों को टारगेट किया जा रहा है। वो भी खासतौर पर रामनवमी के दिन। सॉलिसिटर जनरल ने कहा, कल का अभियान सिर्फ फुटपाथ साफ करने के लिए था। इस पर जस्टिस बीआर गवई ने कहा, आपको कुर्सियां, डब्बों आदि के लिए बुलडोजर की जरूरत पड़ी। सॉलिसिटर जनरल ने कहा, जहां तक जहांगीरपुरी की बात है, मैंने जानकारी ली है। हम जहांगीरपुरी से अतिक्रमण हटाना चाहते हैं, ताकि रोड साफ हों। यह अभियान जनवरी में शुरू किया गया था। इसके बाद जनवरी, फरवरी और मार्च में कार्रवाई की। 19 अप्रैल को अगली बार कार्रवाई होनी थी। वे अतिक्रमण और कचरा साफ कर रहे थे। यह सब तब हुआ, जब संगठनों ने इसमें दखल देना शुरू किया। कुछ इमारतें अवैध हैं और सड़क पर बनी हैं, उन्हें नोटिस दिया गया। 2021 में मार्केट एसोसिएशन की ओर याचिका दायर की थी, हाईकोर्ट ने अतिक्रमण हटाने का आदेश भी दिया था। कपिल सिब्बल ने कहा, अतिक्रमण को मुद्दा बनाया जा रहा है। हम चाहते हैं कि कार्रवाई पर रोक लगे। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, हम देशभर में तोड़फोड़ की कार्रवाई पर रोक नहीं लगा सकते। सिब्बल ने कहा, मेरा मतलब है कि इस तरह से बुलडोजर के इस्तेमाल पर रोक लगनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, तोड़फोड़ तो हमेशा बुलडोजर से ही होती है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| बारामूला में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को किया ढेर Posted: 21 Apr 2022 10:19 PM PDT बारामूला में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को किया ढेर
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में सुरक्षा बलों की आतंकियों के साथ मुठभेड़ जारी है। ताजा जानकारी के मुताबिक, एक आतंकी यहां मारा गया है गुरुवार सुबह शुरू हुए एनकाउंटर में तीन जवान घायल हो गए हैं। इन जवानों को मामूली चोटें आई हैं। आईजीपी कश्मीर ने बताया कि बारामूला एनकाउंटर में लश्कर का टॉप आतंकी कमांडर यूसुफ कांतरू मारा गया है। वह हाल ही में बडगाम जिले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसपीओ और उसके भाई, एक सैनिक और एक नागरिक की हत्या समेत नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की कई हत्याओं में शामिल था। उन्होंने इसे एक बड़ी सफलता बताया है। इससे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर बताया यह मुठभेड़ मालवा इलाके में चल रही है। यहां शुरुआत में ही तीन सैनिकों को चोट आ गई। हालांकि ऑपरेशन अभी भी जारी है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| पोस्ट आफिस निवेश में है जीरो रिस्क Posted: 21 Apr 2022 10:15 PM PDT पोस्ट आफिस निवेश में है जीरो रिस्कशेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के बीच अगर आप कहीं सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस की स्कीम आपके बेहद काम की है। यहां आप जीरो रिस्क पर आप तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं। पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम्स के तहत अगर आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस की किसान विकास पत्र स्कीम बेस्ट है। इसमें आपके पैसे डबल तो होंगे ही रिस्क भी नहीं होगा। किसान विकास पत्र भारत सरकार की एक वन टाइम इन्वेस्टमेंट स्कीम है, जिसके तहत एक तय अवधि में आपका पैसा दोगुना हो जाता है। यह देश के सभी डाकघरों और बड़े बैंकों में मौजूद है। इसका मेच्योरिटी पीरियड अभी 124 महीने है। इसमें कमसे कम 1000 रुपये का निवेश करना होता है, जबकि इसके तहत अधिकतम निवेश की कोई लिमिट नहीं है। किसान विकास पत्र में सर्टिफिकेट के रूप में निवेश होता है, जिन्हें आप 1000 रुपये, 5000 रुपये, 10,000 रुपये और 50,000 रुपये के सर्टिफिकेट के रूप में खरीद सकते हैं। सरकार ने इसमें 50,000 रुपये से ज्यादा के निवेश पर पेनकार्ड अनिवार्य कर दिया है। साथ ही पहचान पत्र के तौर पर आधार भी देना होता है। इसमें 10 लाख या इससे ज्यादा निवेश करते हैं तो आपको इनकम प्रूफ भी जमा करना होगा। सिंगल होल्डर टाइप सर्टिफिकेट खुद के लिए या किसी नाबालिग के लिए खरीदा जाता है। ज्वाइंट अकाउंट सर्टिफिकेट दो वयस्कों को ज्वाइंट रूप से जारी किया जाता है। दोनों होल्डर्स को भुगतान होता है, या जो जीवित हो। इसमें गारंटी के साथ रिटर्न मिलता है, इस पर बाजार के उतार चढ़ाव का कोई असर नहीं होता है। अवधि खत्म होने के बाद आपको पूरी रकम मिल जाती है। इस स्कीम में इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट नहीं मिलती है। इस पर मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से टैक्सेबल है। मैच्योरिटी के बाद निकासी पर कोई टैक्स नहीं लगता है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| Posted: 21 Apr 2022 10:11 PM PDT एसईएल के शेयर ने किया मालामालशेयर बाजार में पैसा कमाना मुश्किल काम नहीं है। बस जरूरत है तो सही समय पर शेयर को परखने की। कई पेनीस्टॉक ने 2021 में निवेशकों को बंपर रिटर्न दिया है। लेकिन अगर मल्टीबैगर स्टॉक पर आपका दांव सही बैठ गया तो यह कुछ ही महीनों में आपको लखपति से करोड़पति बना सकता है। ऐसे ही एक शेयर के बारे में हम आपको बता रहे हैं जिसने निवेश करने वालों को करोड़पति बना दिया है। अगर आपने इस शेयर में निवेश नहीं भी किया है तो चिंता की बात नहीं है, आप अभी भी इसमें इनवेस्ट कर सकते हैं। बाजार में गिरावट के बावजूद भी यह शेयर लगातार चढ़ रहा है। इतना ही नहीं एक महीने में ही शेयर ने करीब 300 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। हम आज आपसे जिस स्टॉक की बात कर रहे हैं, वो है एसईएल मैन्युफैक्चरिंग कम्पनी का शेयर। इस कंपनी के शेयर ने पिछले कुछ महीनों में रिटर्न के पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अक्टूबर में जिसने इस शेयर में एक लाख रुपये का निवेश किया होगा, आज उसके ये शेयर 3 करोड़ रुपये से भी ज्यादा के हो गए। पिछले कुछ दिन से तो यह शेयर रॉकेट की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। छह महीने से भी कम के समय में इस शेयर ने 30 हजार प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न दिया है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| Posted: 21 Apr 2022 10:10 PM PDT बैंक लॉकर के नियमों में बदलावरिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से बैंक ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए नए-नए नियम बनाए जा रहे हैं। हाल ही में केंद्रीय बैंक की तरफ से लोन देने के नियमों में बदलाव के बाद अब आरबीआई ने बैंक लॉकर के नियमों में बदलाव किया है। बैंक में लॉकर लेने वाले ग्राहकों की शिकायत पर आरबीआई ने इन नियमों को जारी किया है। नए नियम लागू होने का सीधा फायदा बैंक ग्राहकों को मिलेगा। अक्सर बैंक लॉकर्स में चोरी होने की शिकायतें आती रहती थीं। लेकिन अब बैंक लॉकर से कुछ भी चोरी होने पर संबंधित बैंक की तरफ से ग्राहक को लॉकर किराये का 100 गुना मुआवजा दिया जाएगा। अभी तक चोरी की वारदात पर बैंक पल्ला झाड़ लेते थे और कह देते थे कि इसमें उनकी जिम्मेदारी नहीं है। आरबीआई ने अपने आदेश में यह भी कहा कि बैंकों को खाली लॉकर की लिस्ट, लॉकर के लिए वेटिंग लिस्ट नंबर डिस्पले पर लगाना होगा। इससे लॉकर सिस्टम में ज्यादा पारदर्शिता आने की उम्मीद है। आरबीआई का मानना है कि बैंक ग्राहक को अंधेरे में नहीं रख सकते। सही जानकारी प्राप्त करना उनका हक है। अब जब भी आप अपना लॉकर एक्सेस करेंगे तो इसका अलर्ट बैंक के माध्यम से आपको ई-मेल और एसएमएस के जरिये दिया जाएगा। आरबीआई की तरफ से यह नियम किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचाव के लिए बनाया गया है। नए नियमों के तहत बैंकों को लॉकर का अधिकतम तीन साल का किराया लेने का हक है। अगर आपके लॉकर का किराया 2000 रुपये है तो बैंक अन्य मेंटीनेंस चार्ज छोड़कर आपसे 6000 रुपये से ज्यादा शुल्क बैंक नहीं ले सकता। लॉकर रूम में आने-जाने वालों की अब सीसीटीवी से निगरानी करना जरूरी है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज का 180 दिन तक का डेटा स्टोर करके रखना होगा। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| नागरिकता संशोधन कानून की सौगात Posted: 21 Apr 2022 10:04 PM PDT नागरिकता संशोधन कानून की सौगात(डॉ. दिलीप अग्निहोत्री-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) नागरिकता संशोधन कानून को लेकर नई दिल्ली व लखनऊ में नए अंदाज का आंदोलन चलाया गया था। बिडंबना देखिए देश व यूपी की राजधानी में उत्पीड़ित लोगों को कानून के अनुरूप नागरिकता प्रदान की गई। इस प्रकार कानून अपने में सार्थक सिद्ध हुआ। इसी के साथ आन्दोलनजीवी जवाबदेह हुए हैं। उनको बताना चाहिए कि वह नागरिकता देने वाले कानून का विरोध क्यों कर रहे थे। क्या उन्हें अफगानिस्तान में तालिबानी हिंसा से प्रताड़ित भारतीय मूल के लोगों को नागरिकता देना गलत लग रहा है। इन लोगों को नई दिल्ली में नागरिकता प्रदान की गई थी। तालिबानी हिंसा में इनका व्यापार तबाह हो गया था। इनकी सम्पत्ति पर तालिबानी आतंकियों का कब्जा हो गया था। भारत के अलावा दुनिया का कोई देश इनकी चिंता करने वाला नहीं था। इसी प्रकार लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेश से उत्पीड़ित भारतीय मूल के लोगों को नागरिकता प्रदान की। इनकी सुनवाई भी दुनिया में कहीं भी संभव नहीं थी। क्या आन्दोलनजीवी इसका भी विरोध करेंगे। क्या वह कहेंगे कि शाहीन बाग व घण्टाघर का प्रदर्शन सही था। क्या वह विरोध प्रदर्शन मानवीय आधार पर उचित था। सवाल केवल आन्दोलनजीवियों से नहीं है। उस आंदोलन को अपना समर्थन देने वाले सभी नेता भी जवाबदेह हैं। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में विपक्षी नेताओं व आन्दोलन जीवियों ने जमीन आसमान एक कर दिया था। यह कानून उत्पीड़ित बंधुओं को नागरिकता देने के लिए था। इस आधार पर हंगामा अमानवीय कहा जाता। इसलिए सुनियोजित तरीके से भ्रम फैलाया गया। कहा गया कि इस कानून से वर्ग विशेष से कागज मांगें जाएंगे। उनकी नागरिकता समाप्त की जा सकती है। मतलब नागरिकता देने संबन्धी कानून को नागरिकता छीनने वाला बताया गया। शाहीन बाग से लेकर घन्टाघर तक नए अंदाज का आंदोलन चलाया गया। इसमें मुस्लिम महिलाओं को धरने पर बैठाया गया। मर्द लोग घर पर रहे, धरना देने वालों को सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही थीं। फिर इसी तर्ज पर किसानों के नाम पर आंदोलन शुरू किया गया था। भारत में इस प्रकार सम्पूर्ण सुविधायुक्त आंदोलन को वर्ष नहीं दशकों तक खींचा जा सकता है। जब तक फंडिंग मिलेगी तब तक आंदोलन को चलाया जा सकता है। योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित अनेक हिन्दू बंगाली परिवारों के पुनर्वासन हेतु कृषि भूमि का पट्टा, आवासीय पट्टा तथा मुख्यमंत्री आवास योजना के स्वीकृति पत्र वितरित किये। पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित इन हिन्दू बंगाली परिवारों की अड़तीस वर्षों की प्रतीक्षा दूर हुई। जबकि विरोधियों ने नागरिकता कानून पर नफरत फैलाने का कार्य किया था। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश घोषित रूप से इस्लामिक मुल्क हैं। भारत के इस नए नागरिकता कानून में धार्मिक रूप से इन मुल्कों में प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान किया गया था। इन मुल्कों में अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित किया जाता है। इसका प्रमाण इनकी घटती जनसंख्या को देख कर लगाया जा सकता है। नागरिकता कानून केवल इन तीन मुल्कों के प्रताड़ित अल्पसंख्यकों पर लागू है। इन तीन देशों के अल्पसंख्यकों के अलावा किसी अन्य देश के संबन्ध में भी यह बात लागू नहीं की गयी है। जम्मू कश्मीर में सत्तर वर्षों तक दलितों को सुविधाएं नहीं मिली थीं, तब कोई सरकार संविधान की दुहाई नहीं देती थी। संविधान का अनुच्छेद चैदह अवैध घुसपैठियों पर लागू नहीं होता। यह अनुच्छेद केवल भारतीय नागरिकों पर लागू है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि नागरिकता संशोधन कानून तीन पड़ोसी देशों में धार्मिक उत्पीड़न के शिकार शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देगा न कि भारत में किसी की नागरिकता छीनेगा। नए कानून का मतलब यह नहीं है कि सभी शरणार्थियों को अपने आप ही भारतीय नागरिकता मिल जाएगी। उन्हें भारत की नागरिकता पाने के लिए आवेदन करना होगा जिसे सक्षम प्राधिकरण देखेगा। संबंधित आवेदक को जरूरी मानदंड पूरे होने के बाद ही भारतीय नागरिकता दी जाएगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान से भारत आये हुए अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भारत की नागरिकता देने और उनके पुनर्वास के कार्यक्रम हेतु एक एक्ट पास किया गया। इसके पश्चात वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में रह रहे ऐसे परिवारों की जानकारी इकट्ठा की गयी। उन्होंने कहा कि वर्ष 1970 में आये इन परिवारों के बारे में पता चला कि इन परिवारों की स्थिति अत्यन्त बदहाल है। यह लोग खानाबदोश की तरह जीव-यापन कर रहे हैं। इनके पुनर्वास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का कार्य किया गया। राजस्व विभाग ने समयबद्ध ढंग से इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाकर इन परिवारों के लिए व्यवस्थित पुनर्वास की कार्ययोजना को यहां लागू कर इन्हें आवासीय पट्टा प्रदान किया है। जो लोग उस देश में जहां के वे मूल निवासी थे,वहां पर प्रताड़ित हुए,उन पीड़ित परिवारों को भारत सरकार द्वारा सहर्ष स्वीकार कर उनका देश में स्वागत किया गया। साथ ही उनके पुनर्वास के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया। भारत का मानवता के प्रति सच्ची सेवा का एक यह अभूतपूर्व उदाहरण सबके सामने है। मानवता की रक्षा करने का कार्य भारत द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है। पूर्ववर्ती संवेदनहीन सरकारें इनकी बातों को गम्भीरता से नहीं लेती थीं। इनका गांव एक नये गांव के रूप में बसाया जा रहा है। इनके गांव को आदर्श गांव या स्मार्ट विलेज के रूप में स्थापित किया जाएगा। वर्तमान प्रदेश सरकार ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से कार्य कर जनजातियों को भी चिन्हित करके आवासीय पट्टा उपलब्ध कराने के साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ प्रदान किया। मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अन्तर्गत प्रदेश में अब तक एक लाख आठ हजार से अधिक परिवारों को आवास आवंटित किये जा चुके हैं। वर्तमान प्रदेश सरकार ने अड़तीस वनटांगिया गांवों को राजस्व गांवों में परिवर्तित किया। वनटांगिया समुदाय के लोगों को विकास की मुख्य धारा से जोड़कर विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाया गया। आजादी के बाद पहली बार इन लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया। आजादी के बाद सत्तर वर्षों तक इनका कोई मकान नहीं बन पाया था। आज वर्तमान केन्द्र व राज्य सरकार के प्रयासों से इनके पास अपने पक्के मकान हैं। वर्तमान सरकार द्वारा प्रदेश के बयालीस हजार से अधिक मुसहर परिवारों को आवासीय पट्टा और आवास उपलब्ध कराया गया है। प्रदेश में वनटांगिया गांवों के करीब पांच हजार परिवारों, कुष्ठावस्था से प्रभावित करीब चार हजार परिवारों,दैवीय आपदा से पीड़ित छतीस हजार परिवारों, कालाजार से प्रभावित करीब ढाई सौ परिवारों इन्सेफेलाइटिस से पीड़ित छह सौ परिवारों, थारू वर्ग के डेढ़ हजार से अधिक परिवारों, कोल वर्ग के तेरह हजार से अधिक परिवारों, सहरिया समुदाय के साढ़े पांच हजार से अधिक परिवारों, चेरो समुदाय के करीब छह सौ परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत एक एक आवास उपलब्ध करवाने का कार्य किया जा चुका है। हमारे खबरों को शेयर 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| Posted: 21 Apr 2022 10:00 PM PDT एमसीडी का पुनर्मिलन(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) देश की राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में 16 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव के दौरान हिंसा हुई थी। इसी के बाद वहां मस्जिद के पास अवैध निर्माण को ढहाने की मांग की गयी थी। यह क्षेत्र उत्तरी दिल्ली महानगर निगम के अंतर्गत आता है। एमसीडी के मेयर राजा इकबाल सिंह हैं। उन्हांेने उत्तरी दिल्ली नगर निगम से जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के आरोपियों की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाने का आदेश दे दिया। बुलडोजर चला भी लेकिन इसी बीच याचिकाकर्ता सुप्रीम कोर्ट पहुंच गये। सुप्रीम कोर्ट ने जब यथास्थ्ािित बनाए रखने का आदेश दिया तो एमसीडी की कार्रवाई भी रोक दी गयी। दिल्ली की एमसीडी इस समय चर्चा में भी है क्योंकि नरेन्द्र मोदी की सरकार ने इसका पुनर्मिलन कर दिया है। दिल्ली में तीन महानगर हैं और तीन ही मेयर होते हैं। हालांकि पहले भी एक ही दिल्ली महानगर निगम (एमसीडी) था। लगभग 10 साल बाद तीनों एमसीडी को एक में मिला दिया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल इसका विरोध भी कर रहे हैं लेकिन मोदी सरकार ने कैबिनेट में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। केन्द्र सरकार का मानना है कि इससे दिल्ली की जनता को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी और तीन नगर निगमों में जो भेदभाव की शिकायतें की जा रही थीं, वे नहीं आएंगी। जहांगीरपुरी में हिंसा के बाद ही अतिक्रमण की याद एमसीडी को क्यों आयी? इस तरह की समस्याएं भी अब नहीं आएंगी। दिल्ली के तीनों नगर निगम के बंटवारे के समय बगैर क्षेत्रफल का नाप लिये ही अलग-अलग दिशाओं में इसके पांव फैला दिए गए थे। दिल्ली के सुदूर उत्तरी क्षेत्र नरेला और बवाना में रहने वाले किसी व्यक्ति को यदि उत्तरी नगर निगम में कोई काम पड़ जाए तो उसे कम से कम 40 किलोमीटर दूर आना पड़ता था। जबकि इसका उद्देश्य यही था। इसी तरह दक्षिणी नगर निगम के पास एक दशक से अधिक समय बीत जाने के बावजूद आज तक अपना कार्यालय नहीं है। चूंकि वह अपना कार्यालय सिविक सेंटर से संचालित करता आ रहा है, लिहाजा उससे तीन हजार करोड़ रुपये किराये का तकादा उत्तरी नगर निगम करता रहा है। भारत सरकार ने दिल्ली नगर निगम (संशोधन) कानून, 2022 को अधिसूचित कर दिया है। इसके साथ ही तत्काल प्रभाव से दिल्ली के तीनों नगर निगम यानी पूर्वी, उत्तरी और दक्षिणी एक हो चुके हैं और इन्हें संयुक्त रूप से दिल्ली नगर निगम कहा जाएगा। लोकसभा और राज्यसभा से पास हो जाने के बाद नगर निगम विधेयक पर राष्ट्रपति ने भी हस्ताक्षर कर दिए। उनके हस्ताक्षर के साथ ही यह विधेयक कानून में बदल गया। इसी के साथ ही भारत सरकार ने इसे अधिसूचित भी कर दिया है। दिल्ली नगर निगम के चुनाव नहीं होने तक उसकी कमान राजनीतिक व्यक्ति के बजाए नौकरशाह के हाथ में होगी। अब भारत सरकार दिल्ली नगर निगम के लिए एक विशेष अफसर की नियुक्ति करेगी जो निगम के सभी कार्यों का निर्वहन करने के लिए उत्तरदायी होगा। राज्यसभा में दिल्ली नगर निगम अधिनियम संशोधित विधेयक पर जवाब देने के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री ने एलान किया था कि दिल्ली नगर निगम का प्रशासक किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को नहीं बनाया जाएगा। इस तरह नगर निगम की कमान प्रशासक के तौर पर कोई नौकरशाह संभालेगा। तीनों नगर निगमों का विलय होने के बाद अस्तित्व में आने वाले दिल्ली नगर निगम में करीब 80 हजार की आबादी पर एक वार्ड होंगे। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में दिल्ली नगर निगम अधिनियम संशोधन विधेयक पारित करने के दौरान संकेत भी दिए थे। पांच साल पहले तीनों नगर निगमों के 272 वार्ड बनाने के दौरान करीब 50 हजार की आबादी शामिल की गई थी। केंद्र सरकार ने दिल्ली नगर निगम अधिनियम में संशोधन विधेयक में वार्डों की संख्या 272 से कम करके अधिकतम 250 की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली नगर निगम में अधिकतम 250 वार्ड बनाने की मंशा से पर्दा उठाते हुए खुलासा किया था कि वर्तमान समय में दिल्ली में करीब दो करोड़ आबादी है और उसे 250 वार्डों में बांटा जाएगा। लिहाजा एक वार्ड में 80 हजार आबादी शामिल की जाएगी। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि वार्डों का परिसीमन वर्ष 2021 की जनगणना की रिपोर्ट आने के बाद किया जाएगा, क्योंकि वर्ष 2011 की जनगणना के तहत वार्डों का गठन 80-80 हजार आबादी शामिल करके नहीं हो सकता। वर्ष 2011 की जनसंख्या की रिपोर्ट के तहत वर्ष 2017 में तीनों नगर निगम के वार्डों का गठन किया गया था। उस दौरान 50 हजार आबादी पर एक वार्ड बनाया गया। आज कई वार्डों में मतदाताओं की संख्या करीब 20 फीसदी बढ़ चुकी है। इस कारण 80 हजार आबादी पर एक वार्ड का गठन करने के लिए वर्ष 2021 की जनगणना की रिपोर्ट आने का इंतजार करना पड़ेगा। उधर 80 हजार आबादी पर एक वार्ड का गठन करने की दिशा में 48 विधानसभा क्षेत्रों में वार्डों की संख्या कम होने का अनुमान है। दिल्ली की वर्तमान जनसंख्या की अपुष्ट रिपोर्ट के अनुसार 48 विधानसभा क्षेत्रों में एक से लेकर दो वार्ड कम हो जाएंगे, जबकि एक भी विधानसभा क्षेत्र में वार्डों की संख्या में इजाफा नहीं होगा। इसके अलावा 20 विधानसभा क्षेत्रों में वार्डों की संख्या में कोई परिवर्तन नहीं होने की संभावना है। बहरहाल दिल्ली की तीनों नगर निगम के एकीकरण का रास्ता साफ हो गया। केंद्र सरकार ने दिल्ली के तीनों नगर निगमों को एक करने वाला विधेयक संसद में पेश किया था और कहा था कि एक नगर निगम होने से उसकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। गृह मंत्री अमित शाह ने बिल को पेश करते हुए बताया कि दिल्ली देश की राजधानी है और यहां की तीनों नगर निगमों में एक लाख 40 हजार कर्मचारी काम करते हैं। राष्ट्रपति और पीएम के निवास समेत तमाम केंद्रीय दफ्तर यहीं पर स्थित हैं। देशी-विदेशी यात्राओं के लिए दिल्ली बड़ा केंद्र है। ऐसे में इस शहर के बारे में सभी को सोचने की जरूरत है। उन्होंने नगर निगम के बंटवारे को लेकर भी यूपीए सरकार पर सवाल उठाए थे और कहा कि निगम के बंटवारे का फैसला समझ से बाहर है। साल 2012 तक तीनों एमसीडी एक ही हुआ करती थीं लेकिन यूपीए सरकार ने बेहतर कामकाज का हवाला देकर एमसीडी को तीन हिस्सों में बांट दिया था। इसके बाद से राजधानी में तीन निगम काम कर रहे थे। अगर साउथ एमसीडी को छोड़ दें तो बाकी दोनों निगमों की आर्थिक हालत काफी खस्ता है और वे अपने कर्मचारियों की सैलरी तक नहीं दे पा रहे हैं। इसके चलते आए दिन कर्मचारी हड़ताल पर जाते हैं और दिल्ली की कचरे के ढेर में तब्दील हो जाती है। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद अब तीनों डब्क् के डीलिमिटेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और परिसीमन पूरा होने पर चुनाव कराए जाएंगे। फिलहाल दिल्ली में विपक्षी दल बीजेपी के पास एमसीडी की सत्ता है। दिल्ली में नॉर्थ, साउथ और ईस्ट एमसीडी काम कर रही थीं लेकिन अब इनका मर्जर किया जाएगा। चुनाव तो आगे बढ़ेंगे ही। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| श्रीलंका को चीन देगा मदद लेकिन कर्ज पर खामोश Posted: 21 Apr 2022 09:52 PM PDT श्रीलंका को चीन देगा मदद लेकिन कर्ज पर खामोशबीजिंग। संकट ग्रस्त श्रीलंका की ओर से मदद की गुहार पर प्रतिक्रिया जताने में हफ्तों तक टालमटोल करने के बाद चीन आखिरकार मान गया है। चीन ने अब कहा है कि वह कोलंबो को 'आपातकालीन मानवीय सहायता' मुहैया कराएगा। हालांकि, श्रीलंका के कर्ज के पुनर्निर्धारण के आग्रह पर चीन ने चुप्पी साध रखी है। श्रीलंका में चीनी निवेश और चीन से मिले बड़े कर्ज के आधार पर कर्ज कूटनीति के आरोप लगाये जा रहे हैं। हाल ही में श्रीलंका ने अपने सभी बाहरी कर्ज से डिफॉल्ट करने की घोषणा की थी।श्रीलंका पर 51 अरब डॉलर का भारी भरकम कर्ज है। जिसमें करीब 36 फीसदी की हिस्सेदारी चीन की है। श्रीलंका ने इतना कर्ज चुकाने से हाथ खड़े कर दिए थे। चाइना इंटरनेशनल डेवलपमेंट कोऑपरेशन एजेंसी के प्रवक्ता शू वेई ने कहा कि चीन की सरकार ने श्रीलंका को मौजूदा संकट से निपटने में मदद के लिए आपतकालीन मानवीय सहयोग मुहैया कराने का फैसला किया है। बुधवार को चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि चीन ने श्रीलंका को आपात मानवीय सहयोग देने का ऐलान किया है। चीन ने जहां टालमटोल की वहीं भारत ने पिछले तीन महीनों में श्रीलंका को लगभग 2.5 अरब अमरीकी डालर की सहायता प्रदान की है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| जानसन पहुंचे साबरमती आश्रम, चलाया चरखा Posted: 21 Apr 2022 09:48 PM PDT जानसन पहुंचे साबरमती आश्रम, चलाया चरखाअहमदाबाद (भारत)। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन दो दिन के दौरे पर भारत पहुंच गए हैं। उनके दौरे की शुरुआत गुजरात के अहमदाबाद शहर से हुई। जॉनसन यहां साबरमती आश्रम गए और चरखा चलायायह पहला मौका है कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री गुजरात का दौरा कर रहे हैं। उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी थे। साबरमती आश्रम में पहुंचकर बोरिस जॉनसन ने महात्मा गांधी जी की तस्वीर पर फूलों का माला चढ़ाई फिर चरखा चलाया। यहां की विजिटर बुक में उन्होंने लिखा- इस असाधारण व्यक्ति के आश्रम में आना एक बहुत बड़ा सौभाग्य है। यह समझने के लिए कि कैसे उन्होंने सच्चाई और अहिंसा के ऐसे सरल सिद्धांतों को बेहतर बनाने के लिए दुनिया को बदलने के लिए प्रेरित किया। यहां उन्हें महात्मा गांधी की शिष्या मेडेलीन स्लेड उर्फ मीराबेन की ऑटोबायोग्राफी द स्पिरिट्स पिलग्रिमेज साबरमती आश्रम के तरफ से गिफ्ट दी गई। यह किताब महात्मा गांधी की दो किताबों में से एक है, जो कभी पब्लिश नहीं हुई। भारत और ब्रिटेन दोनों ही फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर सकारात्मक रुख दिखा रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि जॉनसन की इस विजिट से इस तरफ अहम प्रगति होगी। ब्रिटेन, भारत के साथ सालाना कारोबार को 2.89 लाख करोड़ तक ले जाने का इच्छुक है। कल 22 अप्रैल को पीएम मोदी और ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन की शिखर बैठक होगी। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| हेलिकाप्टर से पीएम सचिवालय जाते थे इमरान Posted: 21 Apr 2022 09:43 PM PDT हेलिकाप्टर से पीएम सचिवालय जाते थे इमरानइस्लामाबाद। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के बाद इमरान खान के कारनामे एक के बाद एक सामने आ रहे हैं। पहले विदेशों से मिले तोहफों को बेचने का मामला सामने आया, अब इमरान खान पर हुए खर्च को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। पाकिस्तान के नए वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने खुलासा किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को हेलीकॉप्टर के जरिए उनके बानी गाला स्थित घर से पीएम सचिवालय पहुंचाने पर राष्ट्रीय खजाने को तीन साल आठ महीने में 55 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े। समा टीवी के मुताबिक, सत्ता में रहते हुए खान लगभग हर दिन अपने दफ्तर जाने के लिए एक हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करते थे। पैसा हेलीकॉप्टर में खपत होने वाले ईंधन पर खर्च किया जाता था। सत्ता में आने के कुछ समय बाद ही खान को उस समय आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, जब उन्होंने रोजाना आने-जाने के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग करना शुरू किया था। हालांकि, इमरान खान के मंत्रिमंडल में सूचना मंत्री रहे फवाद चैधरी ने उस समय दावा किया था कि इसकी लागत 55 रुपये प्रति किलोमीटर होगी। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
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