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Friday, July 17, 2020

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अपराध का सितम काल बनकर कैसे खा गया विकास दुबे का साम्राज्य खुलासा -कानपुर जिले के गावों बिकरू की ह्रदय विदारक घटना

Posted: 17 Jul 2020 12:10 AM PDT

  नई दिल्ली  (अलर्ट आपतक के आर अरुण   )  कानपुर जिले में बीती 2 जुलाई की रात गावों बिकरू की ह्रदय विदारक घटना को अंजाम देने वाले आठ पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतराने वाले विकास दुबे के दुस्साहस में कोई कमी नहीं थी। वह पुलिसवालों को लगातार घात लगाकर मार रहा था और साथ ही साथ चुनौती देने के लिए कंट्रोल रूम में किसी अन्य गुर्गे से फोन भी करा दिया था ताकि  पुलिस आने की सोचने से भी कतराए । ये जानकारी विकास के सहयोगी पकड़े गए घटना जुर्म में आरोपित शशिकांत ने पुलिस को बताया है कि दबिश लीक करने की सूचना पूर्व बीट प्रभारी केके शर्मा द्वारा दी गई थी।

 अपराध का सितम काल बनकर कैसे खा गया विकास दुबे का साम्राज्य खुलासा किया गिरप्तार शशिकांत ने -
 गिरप्त में आये शशिकांत की दी गई जानकारी बारे में पुलिस का मानना है कि वह कंट्रोल रूम में उस दिन आने वाली कॉल्स की डिटेल निकलवा रही है ताकि शशिकांत की जानकारी मिलान हो सके । शशिकांत ने पुलिस पूछताछ में कहा कि जब पुलिस से मुठभेड़ शुरू हुई और कुछ को मारा गया।
     उस मुठभेड़ दौरान विकास ने किसी दूसरे आदमी से पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कराया। कंट्रोल रूम में सूचना दी कि बिकरू गांव में बदमाशों ने पुलिस पर हमला कर दिया है। उसके बाद फोन काट दिया गया। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस घटना को अंजाम देने के साथ ही पुलिस और पुलिस कर्मियों को आने की चुनौती दे रहा था।
  रहष्यमयी बीट इंचार्ज केके शर्मा पर फिर उठे सवाल-
     सूचना लीक करने के मामले में एसओ पूर्व थानेदार विनय तिवारी और बीट इंचार्ज केके शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जा चुका है। शशिकांत से पूछताछ में बताया कि केके शर्मा के साथ विकास के लोगों का उठना बैठना ज्यादा हो गया था वह करीबी माना जाने लगा था उससे ही सूचनाएं लीक की जा रही थीं।
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खबर है की एक विडियो में 29 जून को विवाह समारोह में विकास के साथ दिखा था बीट इंचार्ज -

  विकास ने  गाली दी तबकर दी पुलिस कर्मी की हत्या-
    शशिकांत ने बताया कि उसके घर के बाहर दो पुलिस कर्मियों के शव मिले थे। उसने पूछताछ में बताया कि पुलिस कर्मी उसके सामने हाथ जोड़कर अपने जान की भीख मांग रहा था। यह देख विकास ने शशिकांत को गंदी गाली देते हुए कहा कि गोली क्यों नहीं चला रहा। जिसके बाद शशिकांत ने गोली मारकर पुलिस कर्मी की हत्या कर दी थी।
   जब और पुलिस गावों में पहुंची तो गावों की औरतों ने हल्ला मचा दिया तो  तीन बढ़े बम धमाके देकर सभी साथी फरार हो गए ,धमाके और औरतों के हल्लाबाजी में आई पुलिस कुछ समझ पाती इससे पहले ही सब अलग अलग फरार हो गए।
    अब तक पकड़े गए या एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर  विकास दुबे तक ने जो कहानी अपने जुर्म को मानते हुए जो आप बीती --सुनाई उसका निष्कर्ष यही हैकि दबदबे से बनी सियासत का यह दुर्दान्तं अंत सबक लेने वालों के लिए काफी है। वास्तव में गैंगस्टर विकास दुबे की कहानी कई दृश्य ऐसे हैं जो साबित करते हैं कि विकास दुबे के साम्राज्य को अपराधों का सितम काल बनकर खा गया।
     कुछ दृश्य ऐसे भी हैं जिसमे यह साबित होता हैकि वह जुर्म जितना नही करता था उससे ज्यादा जुर्म उसके साथी करते थे यह बातें उसके गावों वाले बुजुर्ग ही बताते हैं कि पंडित विकास तो यदाकदा गावों आते हैं सबकी जरूरत पूरी करते हैं बस उनके सामने फरियादी मजबूर दिखना चाहिए मगर उनके ही उनके गुर्गे आतंक मचाते हैं। विकास दुबे की कमाई जरायम हैसियत का गुर्गे जी भरकर दोहन करते हैं।
      असली कहानी का अंत किरदार गैंगस्टर विकास का रिश्ते वाला ही राहुल तिवारी निकला जिसकी ससुराल की जमीन करोड़ों की गावों से लगते ६ बीघा थी जिसपर विकास की नजर लग चुकी थी मगर राहुल तिवारी आड़े आ रहा था। राहुल ने ही उसकी पिटाई होने की शिकायत पुलिस को दी नतीजन जांचकर्ता एसओ चौबेपुर विनय तिवारी (अब निलंबित जेल में )को विकास ने जांच के दौरान उसके घर बिकरू  पर ही मारापीटा और बंदूक तान दी,, जैसे ही मार देगा विकास उसे भांपकर एसओ तिवारि  ने जनेऊ निकाल  कर विकास को कहा पंडित जी ऐसा मत करो ब्राह्मण की हत्या ब्राह्मण से वह भी घर बुलाकर - कलंक लग जाएगा दुनिया हँसेगी। तब जाकर विकास शांत हुआ और उसने उसे शर्त पर छोड़ा गंगाजल की कसम दिलाकर की अब ये कभी पुलिस बाजी के चक्क्रर से दूर रहेगा हमारे किसी भी मामले में टांग नही अडायेगा।
      इस तरह राहुल की जान बच्ची तब जाकर छोड़ा उसकी लूटी हुई मोटर साइकिल भी वापस कर दी मगर राहुल तिवारी ने दहसत में आकर उच्च स्तरीय पुलिस में कार्यवाही कर दी नतीजन विकास की गिरप्तारी के लिए 3 थानों की पुलिस डीएसपी नेतत्व में धावा बोला गया जिसकी सुचना पहले ही विकास को मिल चुकी थी उसके घर शराब पार्टी चल रही थी और यह खबर शराब के नशे में धुत्त सभी की लिए हिला देने वाली कहानी ने जहाँ 8  पुलिस वालों को  बिन सतर्कता भांपे बिना ऑपरेशन में जाना शहीद होना विधी ने साबित किया वहीं विकास के आपराधिक जुर्मों के काल ने साम्राज्य ही मिटा डाला। 
 


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