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Sunday, July 19, 2020

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सावन का तीसरा सोमवार 20 जुलाई के दुर्लभ संयोग, खास बातें और विशेष पूजा विधि / SHIV KA SAWAN

Posted: 19 Jul 2020 08:24 AM PDT

20 जुलाई को सावन मास का तीसरा सोमवार है। इस दिन विशेष संयोग का सृजन हो रहा है, जो शास्त्रों के अनुसार अतिशुभ माने जाते हैं। महादेव की आराधना इस दिन करने से मुश्किलों से छुटकारा मिलने के साथ मनोकामनाएं पूर्ण होती है। आइए जानते हैं सावन के तीसरे सोमवार को बनने वाले कुछ विशेष संयोग के बारे में।

सोमवती अमावस्या: पुण्यदायी संयोग

सोमवार को अमावस्या तिथि है। सावन में सोमवार और अमावस्या तिथि के योग से पुण्यदायी संयोग बन रहा है। इस दिन शिव के साथ पितृों का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा। इसलिए शिवपूजा के साथ इस दिन पितृकर्म करने का भी बड़ा महत्व है। इस दिन की अमावस्या को 'हरियाली' और 'सोमवती अमावस्या ' भी कहते हैं।

सोमवार को हस्त नक्षत्र: ज्ञान, विवेक और सौंदर्य के लिए


सावन का तीसरा सोमवार हस्त नक्षत्र में आ रहा है। सताईस नक्षत्रों में से हस्त नक्षत्र का 13वां स्थान है। इस नक्षत्र को चंद्रमा के अधीन माना गया है। ज्योतिष में हस्त नक्षत्र की राशि कन्या मानी जाती है और यह मानव के मन का स्वामी है। इस नक्षत्र के स्वामी बुध है चंद्रमा महादेव की जटाओं में विराजमान रहते हैं। इसलिए इस दिन बनने वाला यह संयोग काफी शुभ और मंगलकारी है। ज्ञान, विवेक और सौंदर्य के लिए यह नक्षत्र काफी महत्वपूर्ण होता है।

तीसरा सोमवार: दाम्पत्य सुख के बने हैं योग

सावन के तीसरे सोमवार को अविवाहितों और विवाहितों दोनों के बेहतर भविष्य के सपने पूरे होंगे। इस दिन भोलेनाथ की आराधना करने से विवाहितों का दाम्पत्य जीवन सुखी होता है और अविवाहितों को बेहतर जीवनसाथी मिलता है। इसलिए इस दिन भगवान शिव का विधि-विधान से पूजन करना चाहिए।

तीसरा सोमवार क्या करें: दुग्धाभिषेक करें, चंदन का लेप लगाएं

कचना रोड स्थित सुरेश्वर महादेव पीठ के संस्थापक स्वामी राजेश्वरानंद सरस्वती के अनुसार सावन के तीसरे सोमवार को शिवलिंग पर दूध से अभिषेक करना और शिव महामंत्र का उच्चरण करके चंदन का लेप लगाने से भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त होने की मान्यता है।

सावन में सोमवती अमावस्या पर क्या करें


सावन में पड़ रही सोमवती अमावस्या पर भगवान भोलेनाथ के साथ ही पितृ पूजा करने से पितृ दोष दूर होने की मान्यता है। जाने-अनजाने में जो गलती हो, उसके लिए पितरों से क्षमा मांगनी चाहिए। साथ ही सूर्यदेव को जल अर्पण करके तुलसी पौधे की 108 परिक्रमा करनी चाहिए।

दलित राजनीति: कमलनाथ के मुद्दे पर नरोत्तम मिश्रा का ट्वीट बैकफायर कर गया / MP NEWS

Posted: 19 Jul 2020 08:06 AM PDT

भोपाल। मध्य प्रदेश में उपचुनाव का मौसम चल रहा है। हर चिंगारी को हवा देने की कोशिश की जा रही है तो दूसरी तरफ हर भड़कते शोले पर ठंडा पानी उड़ेलने का अभियान का अभियान भी जारी है। शिवराज सिंह सरकार की तरफ से इन दिनों गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मोर्चा संभाल रखा है। डॉ मिश्रा कांग्रेस के हर हमले का जवाब दे रहे हैं लेकिन आज कमलनाथ के मुद्दे पर नरोत्तम मिश्रा का एक ट्वीट बैक फायर कर गया।

पहला मामला क्या है जिसमें शिवराज सरकार बैकफुट पर आई

पिछले दिनों गुना में सरकारी जमीन को खेती के लिए बटाई पर लेने वाले व्यक्ति की पुलिस द्वारा निर्मम मारपीट के मामले को कमलनाथ सहित कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने बड़ी ही चतुराई के साथ जातिवाद से जोड़ दिया था। जबकि यदि पीड़ित ब्राह्मण/क्षत्रिय होता है तब भी पुलिस इतनी ही बेरहमी से मारती। हालात यह बने कि कलेक्टर/एसपी भू माफिया की साजिश में जकड़ कर रह गए और दोनों अधिकारियों को पद से हटा दिया गया। इसके अलावा एक सब इंस्पेक्टर सहित छह पुलिस कर्मचारी भी सस्पेंड हुए हैं। 

आज कमलनाथ ने क्या मुद्दा उठाया

आज एक बार फिर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। एक व्यक्ति को कुछ लोग घेरकर पीट रहे थे। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इस घटना को मुद्दा बनाने की कोशिश की। अपने बयान में उन्होंने लिखा कि 'जब से प्रदेश में भाजपा सरकार आयी है। दलित, आदिवासियों पर दमन की घटनाएँ निरंतर बढ़ती जा रही है। गुना में दलित किसान दंपत्ति से मारपीट की घटना के बाद अब गुना में ही महूगढ़ा निवासी धर्मेन्द्र वाल्मीकि नाम के एक दलित युवक से सार्वजनिक रूप से बर्बर तरीके से पिटाई की घटना सामने आयी है।

फिर कमलनाथ ने दूसरा मुद्दा उठाया

वहीं अब सागर के ग्राम पंचायत बेलईमाफ़ी के सरपंच पति श्री मनीराम गौड़ जो कि आदिवासी वर्ग से थे,के ट्रेक्टर को वन विभाग के अधिकारियों द्वारा पिछले दिनो ज़ब्त किया गया था और ट्रेक्टर छोड़ने के बदले उनसे रिश्वत माँगी जा रही थी और इसके लिये उन्हें जमकर प्रताड़ित भी किया जा रहा था, जिसके सदमे में उनकी जान चली गयी।

गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने क्या जवाब दिया 

इसके जवाब में गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने लिखा कि 'बिना तथ्यों की जानकारी के दलितों के नाम पर राजनीति करना और घड़ियाली आंसू बहाना कांग्रेस का शगल बन गया है। गुना में जिस धर्मेंद्र वाल्मीकि की पुलिस पिटाई से मौत की बात आप कह रहे हैं, दरअसल वो बाइक चोरी के आरोप में पकड़ा गया था और रिहा भी हो चुका है।' 

बैक फायर कैसे कर गया, गड़बड़ क्या हुई 

दरअसल, गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर तथ्यों की जानकारी के बिना हमला करने का आरोप लगाया जबकि उनके अपने बयान में तथ्यों की जानकारी का अभाव है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री कमलनाथ ने सागर जिले के सरपंच श्री मनीराम गौड़ की मृत्यु को मुद्दा बनाया था परंतु डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने धर्मेंद्र बाल्मीकि की डिस्चार्ज रिपोर्ट ट्विटर में भरकर कमलनाथ पर फायर कर दी।

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मध्य प्रदेश में किसानों के लिए यूरिया का हिसाब किताब सीएम शिवराज सिंह ने बताया / MP NEWS

Posted: 19 Jul 2020 07:39 AM PDT

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में किसानों के लिए यूरिया एवं अन्य उर्वरकों की सभी जिलों में सेवा सहकारी समितियों एवं विपणन संघ के गोदामों में पर्याप्त उपलब्धता है। किसान भाई अपनी आवश्यकता के अनुसार उर्वरक सेवा सहकारी समितियों अथवा विपणन संघ के केंद्रों से प्राप्त कर सकते हैं। किसी भी उर्वरक की कोई कमी नहीं है।

इस खरीफ वर्ष में प्रदेश में 13 जुलाई तक 10.26 लाख मीट्रिक टन यूरिया का वितरण किया गया है, जो गत वर्ष से 3.03 लाख मीट्रिक टन अधिक है। गत वर्ष विपणन संघ के माध्यम से इस अवधि तक 4.7 लाख मीट्रिक टन तथा सहकारिता क्षेत्र से 2.44 लाख मैट्रिक टन यूरिया वितरित किया गया। वहीं इस बार इसी अवधि में विपणन संघ के केंद्रों से 6.17 लाख मैट्रिक टन तथा सहकारिता क्षेत्र से 4.09 लाख मैट्रिक टन यूरिया का किसानों को वितरण किया जा चुका है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा सभी जिलों को गत वर्ष से अधिक मात्रा में उर्वरकों की आपूर्ति की गई है। भारत सरकार से जुलाई माह के लिए प्रदेश को 2.06 लाख मीट्रिक टन यूरिया का आवंटन किया गया है। अतिरिक्त आवंटन के लिए भी भारत सरकार ने अवगत करवा दिया है, जिसके अनुसार 11 हजार 400 मीट्रिक टन स्वदेशी और 31 हजार 764 मीट्रिक टन आयातित यूरिया प्रदेश को प्राप्त होगा। जुलाई माह के लिए 15 जिलों से अतिरिक्त यूरिया की माँग प्राप्त हुई है, जिसके अनुसार आपूर्ति की कार्रवाई की जा रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि गत 6 जुलाई को केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री डी.वी. सदानंद गौड़ा से नई दिल्ली में मुलाकात कर प्रदेश के लिए अतिरिक्त यूरिया आवंटन का अनुरोध किया गया था, जिसे केन्द्रीय मंत्री ने स्वीकार करते हुए शीघ्र ही कोटा बढ़ाने और रैक प्वाइंटस की संख्या में वृद्धि की सहमति प्रदान की थी। इस संदर्भ में केन्द्र सरकार से पूरा सहयोग मिल रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि इस वर्ष कोविड-19 के संकट के कारण इंदौर, खण्डवा और छिंदवाड़ा में रैक प्वाइंट पर रैक अनलोडिंग में अधिक समय लगने की समस्या आयी थी, लेकिन उसका तुरंत समाधान किया गया। खण्डवा रैक प्वाइंट के लिए जीएसएफसी की रैक 13 जुलाई को लग गई है। इसी तरह रतलाम, मेघनगर और धार में भी आपूर्ति की जा रही है। कृभको ने बड़वानी जिले में सड़क मार्ग से यूरिया आपूर्ति की है। इंदौर में एनएफएल की रैक भी 13 जुलाई को लग जाने से समाधान हुआ है। एक अन्य हाफ रैक ट्रांजिट में है जो बड़वानी, खरगौन और धार जिले में आपूर्ति करेगी। कृभको की तरफ से बुरहानपुर और खरगौन में आपूर्ति की जाएगी। सीहोर और विदिशा के लिए भी इसी सप्ताह व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। प्रदेश के अन्य जिलों में भी आवश्यकता के अनुरूप यूरिया आपूर्ति की जा रही है।छिंदवाड़ा, सिवनी, बड़वानी, छतरपुर, नरसिंहपुर, बैतूल, होशंगाबाद और खरगौन के विक्रय केन्द्रों के निरीक्षण के बाद लायसेंस निलंबित करने और एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की गई है।

धान, मक्का, कपास की बोवनी जल्दी हो जाने से 1.21 लाख मीट्रिक टन यूरिया की अतिरिक्त माँग हुई है। भारत सरकार से 1.50 लाख मीट्रिक टन उर्वरक की अतिरिक्त माँग की पूर्ति के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। सी.एम. हेल्पलाईन पोर्टल पर लंबित शिकायतों का निपटारा भी किया गया है। उर्वरक की आपूर्ति की शिकायतों और सहकारी समितियों से संबंधित शिकायतों को प्राथमिकता से दूर किया गया है।

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मध्य प्रदेश कोरोना: आज भी रिकॉर्ड तोड़ 837 पॉजिटिव, 15 मरीजों की मौत / MP CORONA UPDATE NEWS

Posted: 19 Jul 2020 07:08 AM PDT

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस Kill तो नहीं हो पाया उल्टा Killer बन गया है। पिछले 24 घंटे में कोरोनावायरस ने मध्य प्रदेश के 837 लोगों को संक्रमित किया और 15 मरीजों की मौत हो गई है। 1 दिन में संक्रमण और मौत का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। एक्टिव केस की संख्या आज 6500 से ज्यादा हो गई। इंदौर की हालत यह है कि अगस्त में वहां कोरोनावायरस के मरीजों के लिए अस्पतालों में जगह नहीं बचेगी। भोपाल के हालात भी कुछ ऐसे ही बन रहे हैं। 

MADHYA PRADESH CORONA BULLETIN 17 JULY 2020 

संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 17 जुलाई 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में 15985 सैंपल की जांच की गई जिसमें से 184 रिजेक्ट हो गए। 15148 नेगेटिव लेकिन 837 पॉजिटिव मिले हैं। इसी के साथ मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 22600 हो गई है। 15 मरीजों की मृत्यु का भयभीत करने वाला आंकड़ा आज की रिपोर्ट में दर्ज है। मध्यप्रदेश में महामारी से मरने वालों की कुल संख्या 721 हो गई है। 447 डिस्चार्ज किए गए, कोरोनावायरस से जंग जीतने वालों की कुल संख्या 15311 हो गई है। आज की तारीख में मध्यप्रदेश में 6568 नागरिक कोविड-19 से पीड़ित है। 

MP COVID-19 LATEST REPORT की खास बातें 

राजधानी भोपाल में सबसे ज्यादा 136 पॉजिटिव और 5 मरीजों की मौत हुई है। हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमान संभाल ली है।
इंदौर में फिर हर रोज 4 मरीजों की मौत रिपोर्ट में दिखाई देने लगी है। 129 पॉजिटिव निकले हैं। इंदौर कलेक्टर श्री मनीष सिंह के बयानों में तनाव दिखाई देने लगा है। 
मुरैना से एक बार फिर भयभीत करने वाला आंकड़ा 103 सामने आया है। एक्टिव केस 401 हो गए हैं। 
ग्वालियर के आंकड़े बेहद गंभीर हैं लेकिन ग्वालियर की जनता ने गंभीरता से लेने को तैयार नहीं। आज की रिपोर्ट मेरे साथ पॉजिटिव, एक्टिव केस 720, स्थिति इंदौर के बराबर गंभीर। 
जबलपुर में 29 पॉजिटिव के साथ एक्टिव केस की संख्या 307 हो गई। 
मध्य प्रदेश के 12 जिलों में एक्टिव केस की संख्या 100 से ज्यादा है, कल तक यह स्थिति केवल 10 दिनों में चाहिए। यह स्थिति खतरे के निशान से ऊपर कहीं जानी चाहिए।

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इंदौर में भूमाफिया अंकित श्रीवास्तव और सूफिया शाह गिरफ्तार / INDORE NEWS

Posted: 19 Jul 2020 06:40 AM PDT

इंदौर। मध्य प्रदेश के जमीनों की हेराफेरी कर फर्जी दस्तावेजों के सहारे धोखाधड़ी करने वाले शातिर भूमाफिया को गांधी नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी पर पांच हजार का इनाम भी घोषित था। आरोपी लोगों के प्लाटों को दूसरे को बेचकर पैसे ऐंठता था। 

सीएसपी सौम्या जैन ने बताया कि पकड़े गए भूमाफिया का नाम अंकित(36) पिता शरदचंद श्रीवास्तव निवासी निपानिया है। अंकित ने वर्ष 2014-15 में शाकेश्वर डेवलपर्स के नाम से कालोनी काटकर कई लोगों को लाखों रुपये के प्लाट बेचकर कागजों में धोखाधड़ी की थी। लोगों के आरोप थे कि इसने एक प्लाट फर्जी दस्तावेजों से कई लोगों को बेच दिया था। वहीं जिनसे पूरे रुपये लेकर रजिस्ट्री करवाई थी उन्हें प्लॉट नहीं दिए थे। इसके खिलाफ अब्बास अली नामक व्यक्ति ने गांधी नगर पुलिस को भी शिकायत की थी। इसी के बाद इसकी तलाश शुरु की गई। इसे इलाके में इसके घर के आस-पास से ही घूमते हुए पकड़ा गया है।

एरोड्रम पुलिस ने धोखाधड़ी में फरार गीता उर्फ सपना उर्फ सूफिया शाह को गिरफ्तार किया है। इस पर पांच हजार रुपए का इनाम था। आरोपी महिला गणेशधाम कॉलोनी में रहती है। फरियादी पुष्पा प्रजापत ने इसके खिलाफ फर्जी पेपरों के जरिये प्लॉट बेचने का आरोप लगाया था।


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इंदौर में RSS का मुख्यालय बंद, 10 स्वयंसेवक कोरोना पॉजिटिव / INDORE CORONA NEWS

Posted: 19 Jul 2020 06:36 AM PDT

इंदौर। मध्यप्रदेश में जबलपुर के बाद इंदौर में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 10 कार्यकर्ता कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। वायरस की मौजूदगी के कारण आर एस एस का मुख्यालय 'अर्चना' बंद कर दिया गया है। 

COVID-19 संक्रमित स्वयंसेवकों में तीन प्रांत स्तरीय पदाधिकारी

आरएसएस के रामबाग स्थित मुख्यालय अर्चना में 10 स्वयंसेवक कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें तीन प्रांत प्रचारक, विभाग प्रचारक जैसे पदों पर हैं। दो-तीन दिन पहले तीन स्वयंसेवकों को बुखार आया था। एहतियातन अन्य ने भी जांच कराई थी। कार्यालय व क्षेत्र बंद कर दिया गया है। 

इंदौर: अगस्त में कोरोना मरीजों के लिए जगह नहीं बचेगी

शनिवार रात आई रिपोर्ट में कोरोना के 129 नए मरीज मिलने से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 6035 हो गई है। वहीं अब तक 292 मरीजों की इस बीमारी से मौत भी हाे चुकी है। शहर में अब पीक की चुनौती है यदि वायरस इसी तरह से बढ़ता रहा तो अगस्त में मरीजों की संख्या वर्तमान के मुकाबले बढ़कर दोगुनी हो जाएगी। इसे रोकने का एकमात्र उपाय गाइडलाइन का सख्त पालन है।

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इंदौर के इंडेक्स अस्पताल में कोरोना पीड़ितों से फीस वसूली जा रही है: वायरल वीडियो में मरीज का दावा / INDORE NEWS

Posted: 19 Jul 2020 06:17 AM PDT

इंदौर। सोशल मीडिया पर कोरोनावायरस से पीड़ित व्यक्ति का वीडियो वायरल हुआ है। मरीज बता रहा है कि वह इंडेक्स अस्पताल में भर्ती है। उसके साथ कुछ लोग और भी हैं। सभी लोगों को कोई बीमारी नहीं है। सभी सामान्य है, फिर भी भर्ती कर लिया गया है। मरीजों से फीस वसूली जा रही है। (मामला गंभीर है क्योंकि कोरोनावायरस पीड़ित नागरिकों के इलाज का पैसा सरकार द्वारा चुकता किया जा रहा है, मरीजों से फीस वसूली का प्रावधान नहीं है।)

वीडियो में मनोज कुमार के साथ कई अन्य लोगों ने भी इंडेक्स अस्पताल पर आरोप लगाए

इंडेक्स अस्पताल में भर्ती मनोज कुमार जैन नामक कोरोना पॉजिटिव मरीज का बनाया यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में जैन कहते हैं कि उन्हें ना तो सर्दी है, ना खांसी और ना ही बुखार आया। फिर भी उन्हें कोरोना पॉजिटिव बताकर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। यहां भर्ती अधिकांश लोगों को कुछ नहीं हुआ है लेकिन सबकों भर्ती कर रखा है और उनसे तगड़ी फीस वसूली जा रही है। वीडियो में कोरोना पॉजिटिव तमन्ना, सपना लकड़े, रीता पांचाल और कई अन्य लोगों ने भी अपने आपको स्वस्थ बताते हुए अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। 

सीएमएचओ ने सिर्फ बयान दिया: जांच की बात नहीं की

मामले में सीएमएचओ डॉक्टर प्रवीण जड़िया का कहना है कि अस्पताल में किसी मरीज से कोई पैसा नहीं लिया जाता। सरकार इनके इलाज का पैसा देती है। मरीजों का यह कहना गलत है कि उन्हें बगैर किसी वजह के अस्पताल में भर्ती कर रखा गया है। जिन्हें भर्ती किया गया है उनका कोरोना टेस्ट हुआ था, रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर अस्पताल में भर्ती किया गया। चूंकि ये मरीज बिना लक्षण वाले हैं इसलिए उन्हें ऐसा लग रहा है कि बेवजह भर्ती किया गया है। 


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UGC COLLEGE EXAM: भारत की 560 यूनिवर्सिटी ने परीक्षा कार्यक्रम बनाया / EDUCATION NEWS

Posted: 19 Jul 2020 08:07 AM PDT

नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन) ने एक प्रेस नोट जारी करके दावा किया है कि भारत के 560 विश्वविद्यालयों ने यूजीसी गाइडलाइन का पालन करते हुए टर्मिनल सेमेस्टर के स्टूडेंट्स के लिए फाइनल एग्जाम कंडक्ट कराने परीक्षा कार्यक्रम बना लिया है।

366 यूनिवर्सिटी में परीक्षाओं का आयोजन अगस्त या सितंबर महीने में

यूजीसी ने दावा किया कि कि उन 560 विश्वविद्यालयों में से जिन्होंने परीक्षा के संचालन के संबंध में अपने निर्णय की घोषणा की है उनमें से 366 विश्वविद्यालय अगस्त या सितंबर में परीक्षा आयोजित करेंगे, और बाकी ने पहले ही परीक्षा आयोजित कर दी थी।

भारत की 945 में से 560 यूनिवर्सिटी, यूजीसी के साथ

आधिकारिक बयान में, यूजीसी ने कहा, "945 विश्वविद्यालयों में से (यूजीसी द्वारा 01-06-2020 तक रखी गई सूची के अनुसार) 755 विश्वविद्यालयों (120 डीम्ड विश्वविद्यालय, 274 निजी विश्वविद्यालय, 40 केंद्रीय विश्वविद्यालय और 321 राज्य) से प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई थीं। 755 विश्वविद्यालयों में से 560 विश्वविद्यालयों ने या तो परीक्षा आयोजित की है या परीक्षा आयोजित करने की योजना बना रहे हैं।" 

परीक्षाएं, शिक्षा प्रणाली का अभिन्न अंग: यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन

यूजीसी ने विश्वविद्यालय में परीक्षा के संचालन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए, जिसमें कहा गया है कि देश भर के सभी विश्वविद्यालयों को इस साल टर्मिनल सेमेस्टर के छात्रों के लिए फाइनल परीक्षा आयोजित करनी चाहिए। आयोग ने परीक्षाओं को शिक्षा प्रणाली का अभिन्न अंग बताया है, उन्होंने कहा कि जो छात्र विदेशी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश चाहते हैं, उनके लिए परीक्षा आवश्यक है।

यूजीसी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल हो चुकी है

यूजीसी के नए दिशानिर्देशों ने विश्वविद्यालयों को सितंबर 2020 तक ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड में परीक्षा आयोजित करने के लिए कहा है। इस फैसले को देश भर की राज्य सरकारों और छात्रों से बहुत आलोचना मिली है, जिन्होंने केंद्र सरकार को परेशानी बताते हुए पत्र भी लिखा है। इसके अलावा महाराष्ट्र की युवा सेना ने सुप्रीम कोर्ट में यूजीसी के इस फैसले के खिलाफ याचिका दाखिल कर दी है। सभी की दलील है कि आपातकाल की स्थिति में नियमों को शिथिल कर दिया जाना चाहिए।

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भोपाल में रिकॉर्ड तोड़ कोरोना, 1 दिन में 155 पॉजिटिव / BHOPAL NEWS

Posted: 19 Jul 2020 05:49 AM PDT

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हालात और गंभीर होते जा रहे हैं। रविवार की रिपोर्ट में 155 नागरिक कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए। राजधानी में महामारी क्राफ्ट में यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। सबसे चिंता वाली बात यह है कि भोपाल का पॉजिटिविटी रेट 10% के आसपास है। यानी कलेक्ट किए गए सैंपल में से हर दसवां पॉजिटिव निकल रहा है।

भोपाल में सबसे ज्यादा 155 कोरोना पॉजिटिव मिले

भोपाल में शनिवार को 140 कोरोना पॉजिटिव मिले, जबकि रविवार सुबह 155 की रिपोर्ट पॉजिटव आई। यह एक दिन में मिले संक्रमितों का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। बीते 9 दिन में 998 संक्रमित मिले हैं। अनलॉक-2 के 1 से 10 जुलाई के बीच यह 4.35% थी, जो अब 10% तक पहुंच गई है। 

भोपाल में सोमवार से नए प्रतिबंध, बिना हेलमेट चलेगा लेकिन बिना मास्क नहीं चलेगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में कोरोना की पॉजिटिविटी दर लगभग 10 प्रतिशत आई है, अत: यहां विशेष सावधानी की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि भोपाल में सोमवार से निजी कार्यालय 50 प्रतिशत क्षमता से संचालित हों तथा दुकानों के बंद होने का समय रात्रि 10 बजे के स्थान पर 8 बजे किया जाए।

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मैंने दिग्विजय सिंह से कहा कि तुम्हारे बाप मुझे नहीं खरीद पाएंगे: अरविंद भदौरिया / MP NEWS

Posted: 19 Jul 2020 05:18 AM PDT


भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार में सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया का एक 3 मिनट 47 सेकंड वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में भदौरिया पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके बेटे को लेकर अमार्यादित भाषा बोल रहे हैं। शनिवार रात भदौरिया भिंड में प्रदेश में कमलनाथ सरकार के गिरने की कहानी सुना रहे थे। भदौरिया ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बारे में कहा कि वो काला है, उसका दिल भी काला है। 

​दिग्विजय सिंह ने मेरे घर पुलिस भेजी, भाई को थाने बुलवाया

भदौरिया भिंड जिले की अटेर विधानसभा से विधायक हैं। कमलनाथ सरकार का तख्तापलट करने में भदौरिया की भूमिका भी अहम मानी जाती है। वे पहली बार शिवराज सरकार में सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री बने हैं। शनिवार को मंत्री बनने के बाद भिंड आए तो उन्होंने सरकार गिरने के कई राज खोले। उन्होंने कहा कि 22 दिन 22 विधायक (कांग्रेस के) बेंगलुरु में रहे। उससे पहले 13-14 विधायक उनके पास थे। तब दिग्विजय सिंह, उनका बेटा जयवर्धन सिंह और जीतू पटवारी होटल में आए, गुंडागर्दी की। मैंने कहा- मैं चंबल से आता हूं, मेरा नाम अरविंद सिंह भदौरिया है। चंबल का आदमी प्यार से बात करता है, गुंडागर्दी से नहीं। उसके बाद दिग्विजय ने मुझे खरीदने की कोशिश की। मैंने कहा कि तुम्हारे बाप मुझे नहीं खरीद पाएंगे। बाद में उन्होंने मेरे भाई को पुलिस थाने बुलवाया। मेरे घर पर पुलिस भेजी। मेरे नौकर को पकड़ लिया। फिर भी सरकार नहीं बचा पाए। अरविंद ने पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के बारे में भी अपशब्द कहे।

कांग्रेस पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया

शहर के निराला रंग विहार में आयोजित स्वागत सभा में मंत्री डॉ. भदौरिया ने 23 मिनट 16 सेकंड का भाषण दिया। इसमें पहले तो उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा। उसके बाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए कहा कि कांग्रेस को 60 प्रतिशत लोगों ने सिंधिया के चेहरे पर वोट दिया था। जबकि कमलनाथ के चेहरे पर 7 प्रतिशत वोट मिला था। लेकिन जब कांग्रेस की सरकार बनी तो उन्होंने वादाखिलाफी की। सिंधिया ने कहा तो उन्होंने उनकी नहीं सुनी। 

अटेर के पूर्व विधायक कटारे पर भी निशाना, कहा- राजनीति में भी मर्यादा होती है

कैबिनेट मंत्री डॉ. भदौरिया ने अपने भाषण के अंत में कांग्रेस से अटेर के पूर्व विधायक हेमंत कटारे पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिसके जैसे संस्कार होते हैं वह वैसा बोलता है। राजनीति में भी मर्यादा होती है। लेकिन मैं इसका जवाब नहीं दूंगा। जब कभी सामने आएंगे तो जनता जवाब देगी। दरअसल, कुछ महीने पहले पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह के आवास पर आयोजित पत्रकारवार्ता में अटेर के पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने अरविंद भदौरिया को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।

19 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मात्र 60 दिन में कोरोना खत्म हो सकता है, लॉकडाउन भी नहीं करना पड़ेगा: CDC अमेरिका / CORONA NEWS

Posted: 19 Jul 2020 07:09 AM PDT

नई दिल्ली। कोरोनावायरस को खत्म करने के तमाम प्रयास किए जा चुके हैं। अर्थव्यवस्था की जड़ें हिला देने वाले लॉकडाउन के बावजूद कोरोनावायरस का संक्रमण कम नहीं हुआ। अब तो ऐसा लगने लगा है जैसे शेष बची सारी जिंदगी कोरोनावायरस के खतरे के बीच ही बितानी होगी और शायद ही कोई भाग्यशाली हो जो अपनी पूरी आयु बिना संक्रमण के जीवित रह सकेगा। इस घोर निराशा के बीच CDC AMERICA- सेंटर्स डिसीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन, अमेरिका का राहत देने वाला बयान सामने आया है। 

सिर्फ मास्क ही कोरोनावायरस को खत्म कर सकता है: CDC AMERICA

एक इंटरव्यू में CDC के निदेशक डॉ. रॉबरर्ट रेडफील्ड ने कहा, 'मेरे अगर हम अभी से अच्छी तरह मास्क पहनना शुरू कर दें तो 4, 6 या 8 सप्ताह के अंदर हम इस महामारी पर नियंत्रण पा लेंगे।' वायरस को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ट्रांसफर होने से रोकना है। बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के मामले अमेरिका में सबसे ज्यादा हैं। यहां 35 लाख से भी ज्यादा लोग इस महमारी का शिकार हो चुके हैं।

कोरोनावायरस से अब तक 5.74 लाख लोगों की मौत

CDC और WHO दोनों संगठन लोगों से मास्क पहनने की अपील की है ताकि कोरोना की रफ्तार को कम किया जा सके। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक मंगलवार तक 1 करोड़ 30 लाख से भी ज्यादा इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 5 लाख 74 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

मास्क को शरीर का अभिन्न अंग बना लीजिए: रेडफील्ड

रेडफील्ड ने कहा, 'हमें इस बात को स्पष्ट समझना होगा कि मास्क पहनना अब बहुत जरूरी हो गया है।' वैज्ञानिकों का दावा है कि यह वायरस रेस्पिरेटरी ड्रॉपलेट्स के जरिए फैलता है। ये ड्रॉपलेट संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकेने से बाहर आते हैं।

घनी आबादी और बंद जगहों पर संक्रमण का खतरा ज्यादा: WHO

कई स्टडीज में दावा किया जा चुका है कि मास्क पहनने से इन ड्रॉपलेट्स की रफ्तार को कम किया जा सकता है। कुछ शोधकर्ता तो इन्हें एरोसोलाइज्ड ड्रॉपलेट्स भी कह रहे हैं, यानी ऐसे वायरस जिसके पार्टिकल्स हवा में भी संक्रमण फैला सकते हैं। पिछले सप्ताह WHO ने कहा था कि हवा में संक्रमण फैलने का खतरा बंद जगहों पर ज्यादा हो सकता है। हालांकि इस बारे में अभी और रिसर्च करने की जरूरत है। अगर यह वायरस वाकई हवा में लोगों को शिकार बना रहे है तो संक्रमण को रोकने के लिए मास्क अधिक महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

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उपचुनाव के पहले 23 हज़ार पंचायत सचिव लामबंद, बड़े आंदोलन की तैयारी! / MP EMPLOYEE NEWS

Posted: 19 Jul 2020 07:09 AM PDT

भोपाल। प्रदेश मे पंचायत सचिव ग्रामीण विकास विभाग में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, कोरोना संकट में सरकार ने इन्हें कोरोना योद्धा की उपाधि भी दी है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भरे मंच से कई बार पंचायत सचिवो को सरकार की रीढ़ की हड्डी भी कहा है, उन्होंने कहा था जिसकी रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है, उनका पूरा शरीर सुदृढ़ होता है, लेकिन दुःखद पहलू यह है सरकार की रीढ़ की हड्डी को सरकार खुद कमजोर कर रही है। 

दिवंगत सचिवों के परिजनों को अनुकम्पा नियुक्ति के प्रावधान तो किये गए है लेकिन रोस्टर, आमेलन समेत अनेक शर्तो ने सैकड़ों अनुकम्पा नियुक्ति के हकदारों को दर-दर की ठोकरें खाने के मजबूर कर दिया है, और यदि अंत मे नियुक्ति मिल भी गई तो मृत्यु अनुग्रह राशि वसूलने जैसे अमानवीय काम अधिकारियों द्वारा किये जा रहें हैं। 

सरकार ने पंचायत सचिवो अंसदाई पेंशन दिए जाने के आदेश कर दिए लेकिन अधिकारियों ने कचरे की टोकरी में डाल दिये 2013 के आदेश हुये आज 07 साल बीत जाने के बाद भी पूरे प्रदेश में 01 भी पंचायत सचिव को योजना का लाभ नही मिल पा रहा है, पूरी जिंदगी गरीबों को पेंशन बांटने वाले पंचायत सचिव रिटायरमेंट के बाद खाली हाथ घर जा रहें, बिना पेंशन के बुढापे में मजदूरी करने मजबूर हैं।

2018  में चुनाव पूर्व सरकार ने छठवां वेतनमान का लाभ तो दिया लेकिन काल्पनिक अधिकारियों की मनमर्जी से गाड़ना कराई गई या कहें अधिकारियों द्वारा थोपा गया, सातवां वेतनमान पूरे प्रदेश में लाखों कर्मचारियों को 2016 से ही दे दिया गया सिर्फ पंचायत सचिवो को ही वंचित रखा गया है।

सरकार बार बार विभाग में संविलियन का आस्वाशन और घोषणा तो करती है लेकिन अधिकारियों को अमल में लाने की फुरसत नही है। सरकार की इस रीढ़ की हड्डी को हर महीने वेतन के लिए आंदोलन करना पड़ता है, तब वेतन मिलता है।

पंचायत सचिवों के वित्तीय प्रभार संविदाकर्मियों को सौंपने के लिए प्रदेश भर में जिले स्तर के अधिकारी सौदे करते आये दिन देखे जा सकते हैं, रीवा जिले में एकमुश्त आधा सैकड़ा वित्तीय प्रभार सचिवो से छीन लेना तत्कालीन मामला है, इस मामले ने आग में घी डालने का काम कर दिया है, जो बड़ा आंदोलन का रूप ले सकता है।

धीरे-धीरे प्रदेश के पंचायत सचिवो में आक्रोश पनपते जा रहे हैं, जो बड़ा आंदोलन का रूप ले सकता है।

पंचायत सचिव संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा का कहना है- हम वर्तमान कोरोना संकट में सरकार के साथ खड़े हैं, कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जब प्रदेश भर में कार्यालय बंद कर दिए गए ,कर्मचारियों को घर में रहकर काम करने के आदेश कर दिए गये तब प्रदेश के पंचायत सचिवो ने गांव-गांव और घर-घर जाकर काम किया है, लोगो तक राशन पहुंचाया, मास्क बांटे, सेनेटाइजेशन कराया और आज भी प्रवासी मजदूरो को काम दिलाने का काम कर रहे हैं, लेकिन सरकार हमारा अनदेखा कर रही है, मुख्यमंत्री जी से अपेक्षा है हमारी मांगो एवम समस्यायों पर यथाशीघ्र विचार करें, हम किसी आंदोलन की तरफ नही बढ़ना चाहते लेकिन निराकरण नही हुआ तो चरणबद्ध आंदोलन शुरू किए जाएंगे।

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मधु कुमार IPS को परिवहन आयुक्त पद से हटाया, लिफाफे वाला वीडियो वायरल हो गया था

Posted: 19 Jul 2020 01:50 AM PDT


भोपाल। सन 2016 का एक वीडियो वायरल हो जाने के कारण भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी श्री मधु कुमार को मध्य प्रदेश परिवहन आयुक्त के पद से हटा दिया गया है। वायरल वीडियो में एक लिफाफे का आदान-प्रदान इस कार्रवाई की वजह बना। श्री मधु कुमार के एक बयान में उन्होंने स्वीकारा है कि वीडियो सिंहस्थ महाकुंभ का है एवं एक साजिश के तहत गलत तरीके से वायरल किया गया है। मैं कानूनी कार्रवाई करूंगा।

क्या दिखाई दे रहा है वीडियो में 

करीब 5 मिनट 25 सेकंड का वीडियो वायरल किया गया है। यह वीडियो सीसीटीवी से रिकॉर्ड किया गया है या फिर उसी लोकेशन पर कोई कैमरा फिक्स किया गया था। इस वीडियो में आईपीएस श्री मधु कुमार एक सोफे पर बैठे हुए नजर आ रहे हैं। वह फोन पर कुछ लोगों से बात कर रहे हैं। उसके बाद पुलिस अधिकारियों के आने-जाने का सिलसिला शुरू होता है। एक-एक करके पुलिस अधिकारी आ रहे हैं और लिफाफा देकर सेल्यूट करके वापस जा रहे हैं। श्री मधु कुमार सभी से उनकी राजी खुशी पूछ रहे हैं। कुछ अधिकारी श्री मधु कुमार के पैर भी छू रहे हैं। उस समय मधु कुमार उज्जैन आईजी के पद पर तैनात थे। 

थाना प्रभारियों से रिपोर्ट मांगी गई थी, लिफाफा में वही रिपोर्ट है: मधु कुमार IPS

परिवहन आयुक्त मधु कुमार ने अपने बचाव में कहा कि जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, वह सिंहस्थ कुंभ का है।  उन्होंने कहा कि सिंहस्थ कुंभ के दौरान थाना प्रभारियों से सिंहस्थ की रिपोर्ट मांगी गई थी।  इसकी रिपोर्ट अफसरों ने बंद लिफाफे में दी थी। 

साजिश के तहत वीडियो वायरल किया गया है: मधु कुमार IPS

परिवहन आयुक्त ने कहा कि साजिश के तहत इस वीडियो को वसूली का बता कर वायरल किया जा रहा है।  उन्होंने कहा कि वे इसकी शिकायत साइबर सेल में दर्ज कराएंगे।  वहीं सूत्रों के मुताबिक यह वीडियो परिवहन महकमे में कमिश्नर बनने के लिए पुलिस अफसरों की खींचतान में जारी हुआ है। 

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मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं
रेलवे स्टेशन का नाम बताने वाले बोर्ड पर समुद्र तल से ऊंचाई क्यों लिखी रहती है
न्यूनतम अंतर को दर्शाने 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते
बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में शिफ्ट हो रहे हैं स्टूडेंट्स
मध्य प्रदेश: रेत माफिया ने ASI को चांटा मारा (वीडियो देखें), ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गया
मध्यप्रदेश में 24वें विधायक ने कमलनाथ का नेतृत्व अस्वीकारा, इस्तीफा दिया
प्रकृति में सिर्फ मनुष्यों की आइब्रो क्यों होती हैं, जानवरों की क्यों नहीं होती ?
कथन या वचन पर हस्ताक्षर करने से मना करने पर भी क्या FIR दर्ज हो सकती है, पढ़िए
चांद में ऐसा क्या होता है कि उससे टकराकर सूर्य की गर्म किरणें ठंडी चांदनी में बदल जातीं हैं

इंदौर में 129 नए कोरोना पॉजिटिव मिले, 4 दिन में 500 से ज्यादा संक्रमित / INDORE NEWS

Posted: 18 Jul 2020 10:15 PM PDT

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को 129 नए पॉजिटिव मरीज मिले। यह लगातार चौथा दिन है जब नए संक्रमित मरीजों की संख्या सौ के पार है। चार दिन में ही 539 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं।

इंदौर में कुल मरीजों की संख्या भी 6035 तक पहुंच गई। 1505 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को भी चिंता में डाल दिया है। शनिवार को इंतजामों की समीक्षा को लेकर संभागायुक्त को बैठक बुलानी पड़ी। संक्रमण दर 6.5 फीसद तक पहुंची पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही संक्रमण दर भी तेजी से बढ़ रही है।

शनिवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज सहित निजी लैबों में 1957 सैंपल जांचे गए। इनमें से 129 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। संक्रमण दर 6.5 फीसद रही। अप्रैल माह की तीन मौतों के साथ शनिवार को एक संक्रमित मरीज के मौत की भी पुष्टि हुई। साथ ही अप्रैल माह की 3 मौतों की भी पुष्टि हुई। इसके साथ ही कोरोना से मरने वालों की संख्या 292 तक पहुंच गई है। सैंपलों की संख्या घटी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार शनिवार को को 1648 नए सैंपल लिए गए। 


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राखी में रेशम की मान्यता क्यों है क्या कोई लॉजिक है या बस पंडित जी ने कह दिया इसलिए! / GK IN HINDI

Posted: 19 Jul 2020 06:20 AM PDT

श्रीमती शैली शर्मा। रक्षाबंधन का त्यौहार आने वाला है। बहने अपने भाई की कलाई पर राखी बांध बाधेंगी। आजकल बाजार में कई तरह की आकर्षक और महंगी राख्या मिलती हैं परंतु हिंदू धर्म शास्त्रों में भाई की कलाई पर रेशम से बनी हुई राखी बांधने की परंपरा बताई गई है। सवाल यह है कि यदि बात सबसे महंगी राखी की है तो फिर वह राखी सोने के धागे से बनी और डायमंड से सजी होनी चाहिए थी, क्या कारण है कि राखी के लिए रेशम के धागे को ही धार्मिक मान्यता दी गई। आइए जानते हैं क्या इसके पीछे कोई लॉजिक भी है या बस कभी किसी पंडित जी ने कह दिया और परंपरा बन गई।

रेशम का धागा कैसे बनता है

रेशम या सिल्क एक प्राकृतिक रेशा (natural fibre) है जो कि Bombax mori नाम के कीट (worm) के  कोकून या कोया (cocoon) से प्राप्त होता है। यह रेशम का कीड़ा शहतूत (mulburry) के पेड़ की पत्तियों को खाकर बड़ा होता है। औद्योगिक स्तर पर रेशम कीड़ों को पालना, रेशम का उत्पादन करना ~सेरीकल्चर (sericulture) कहलाता है।

राखी में रेशम का क्या महत्व है 

यह बताने की जरूरत नहीं की रक्षाबंधन जीवन के सबसे संवेदनशील रिश्ते को मजबूत करने का त्यौहार है। रेशम या सिल्क में एक बेहद खास बात होती है जो और किसी भी धागे में नहीं होती, वह यह कि रेशम का धागा जितना पुराना होता है उतना ही चमकदार होता जाता है और उसकी कीमत उतनी ही बढ़ती जाती है। बहन अपने भाई की कलाई पर रेशम का धागा बांधते हुए यही कामना करती है कि उनका रिश्ता जितना पुराना हो उतना ही चमकदार होता जाए और उसकी कीमत हमेशा बढ़ती रहे। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)

सरकारी जांच में गलत जानकारी/बयान देना कितना गंभीर अपराध है, पढ़िए / ABOUT IPC

Posted: 19 Jul 2020 05:19 AM PDT

कोई भी शासकीय अधिकारी आपने कर्तव्यों का पालन विधि के नियमों के अनुसार कर रहा है ऐसे में हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि उन अधिकारियों की सहायता करें एवं जो भी सही जानकारी हो उनको बताए। पर कुछ व्यक्ति जानबूझकर सही जानकारी का लोप (छिपा लेना) कर देते है, जिससे अपराधी या कोई व्यक्ति बच जाता है। जो व्यक्ति लोकसेवक के विधिक कर्त्तव्यों के दौरान जानबूझकर गलत जानकारी देगा या सही जानकारी छुपायेगा वह व्यक्ति भी अपराधी होता है जानिए।

भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 187 की परिभाषा:-

अगर कोई लोकसेवक विधि द्वारा बंधे किसी कर्तव्यों का पालन करते हुए कोई कार्य को कर रहा है। या किसी वैध जाँच कर रहा है। तब कोई व्यक्ति उस अधिकारी की जानबूझकर सहायता नही करता या सही जानकारी छुपाता हैं तब ऐसा करने वाला व्यक्ति धारा 187 के अंतर्गत दोषी होगा।

भारतीय दण्ड संहिता,1860की धारा 187 के अंतर्गत दण्ड का प्रावधान:-

इस धारा के अपराध किसी भी प्रकार से समझौता योग्य नहीं होते है। एवं यह अपराध असंज्ञेय एवं जमानतीय अपराध होते है। इनकी सुनवाई कोई भी मजिस्ट्रेट कर सकता है। सजा:- इस अपराध की सजा को दो भागों में बाँटा गया है।

1. कोई भी सरकारी अधिकारी की जानबूझकर कर  सहायता से मना करना या सही जानकारी छुपाना - एक माह की कारावास या दो सौ रूपये जुर्माना या दोनो से दण्डित किया जा सकता है।
2. आदेश निष्पादन या अपराधों के निवारण में जानबूझकर कर सहायता न करना - छह माह की कारावास या पांच सौ रुपये जुर्माना या दोनों से दण्डित किया जा सकता है।
बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

कानूनी जानकारी से संबंधित 10 सबसे लोकप्रिय लेख

कोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है
सरकारी अधिकारी निर्दोष नागरिक को जबरन रोककर रखे तो IPC की किस धारा के तहत मामला दर्ज होगा
अधिकारी, कोर्ट में गलत जानकारी पेश कर दे तो विभागीय कार्रवाई होगी या FIR दर्ज होगी
क्या जमानत की शर्तों का उल्लंघन अपराध है, नई FIR दर्ज हो सकती है
एक व्यक्ति अपराध करे और दूसरा सिर्फ साथ रहे तो दूसरा अपराधी माना जाएगा या नहीं
रात के समय किसी के घर में चोरी छुपे घुसना किस धारा के तहत अपराध है
यदि कोई मर्जी के बिना घर में घुस आए तो क्या FIR दर्ज करवाई जा सकती है
धूम्रपान करने वालों के खिलाफ IPC की किस धारा के तहत FIR दर्ज होगी
आम रास्ते में रुकावट पैदा करने वाले के खिलाफ किस धारा के तहत FIR दर्ज होती है
गर्भपात के दौरान यदि महिला की मृत्यु हो गई तो जेल कौन जाएगा डॉक्टर या पति
यदि जबरदस्ती नशे की हालत में अपराध हो जाए तो क्या सजा से माफी मिलेगी

क्या कर्मचारी के वेतनमान/पे स्केल में किसी भी प्रकार की घटोत्री की जा सकती है / EMPLOYEE and LAW

Posted: 19 Jul 2020 03:34 AM PDT

अमित चतुर्वेदी। वेतनमान/पे स्केल में किसी भी प्रकार की कमी या घटोत्री संबंधित कर्मचारी को युक्तियुक्त सुनवाई का अवसर प्रदान किये बिना नही की जा सकती है लेकिन ज्यादातर मामलों में अधिकारी धड़ल्ले से ऐसा करते हैं क्योंकि वो जानते हैं कि उनका अधीनस्थ कर्मचारी उसके कानूनी अधिकारों के प्रति सतर्क नहीं है।

स्थापित क़ानून या विधि के अनुसार,  सेवा लाभों की वापिसी या परिवर्तन या वेतनमान घटाये जाने जैसे विपरीत प्रभाव डालने वाली कार्यवाही संबंधित को सुनवाई का अवसर प्रदान किये बिना, नही की जानी चाहिये। सक्षम अधिकारी द्वारा किसी वेतनमान की पुष्टि के पश्चात, कर्मचारी उक्त वेतनमान का पात्र हो जाता है। 

उपरोक्त परिस्थितियों, में वेतनमान का घटाया जाना विधि विरुद्ध एवम संविधान के अनुच्छेद 311 एवम प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत का उल्लंघन माना जायेगा। दूसरे शब्दों मे, कर्मचारी का पक्ष सुने बिना, उक्त कार्यवाही पूर्णतः अवैध होती है।
लेखक श्री अमित चतुर्वेदी मध्यप्रदेश हाईकोर्ट, जबलपुर में एडवोकेट हैं। (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

कर्मचारियों से संबंधित कानूनी जानकारी: सबसे लोकप्रिय लेख

इतने विधायक भी मत खरीदो कि खुद के विधायकों की कीमत दो कौड़ी की हो जाए: भाजपा के मंत्री को कांग्रेस कार्यकर्ता का जवाब / MP NEWS

Posted: 19 Jul 2020 03:34 AM PDT

भोपाल। यही बात यदि किसी बड़े नेता के पुत्र ने कह दी होती तो मीडिया की सुर्खियां बन जाती है परंतु भोपाल समाचार नेपोटिज्म को अस्वीकार करता है इसलिए हम प्रमुखता के साथ यह बताना चाहते हैं कि मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री श्री विश्वास सारंग को कांग्रेस के एक अदने से कार्यकर्ता ने करारा जवाब दिया है। 

मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आ रहे विधायकों के विषय में न्यूज़ एजेंसी ANI के पत्रकार को बयान दिया कि "जिस कांग्रेस की नाव का चप्पू पप्पू के हाथ में है तो उसमें कौन रहेगा" 

श्री सारंग के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता श्री अरुण यादव (पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नहीं) ने ट्विटर पर लिखा कि 'इतने विधायक भी मत खरीदो विश्वास सारंग जी कि खुद के विधायकों की कीमत 2 कोड़ी की हो जाए। बताते चलें कि अब तक 24 विधायक कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके हैं। यह संख्या भारतीय जनता पार्टी के विजई विधायकों का 25% है।

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ग्वालियर में दो कोरोना पॉजीटिव मरीजों की मौत, टोटल 10 / GWALIOR CORONA NEWS

Posted: 18 Jul 2020 02:25 PM PDT

ग्वालियर। शहर में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या के साथ ही अब कोरोना संक्रमित मरीजों के मौत के आंकड़े ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। बेकाबू कोरोना संक्रमण से जहां रोजाना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है वहीं बीते छत्तीस घंटों के दौरान आधा दर्जन कोरोना पॉजीटिव मरीजों की मौत का आंकड़ा दस हो चुका है। वहीं बीते छत्तीस घंटों के दौरान शहर में आधा दर्जन मरीजों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है।

जेएएच के सहायक अधीक्षक जेएस नरवरिया ने बताया कि मुरैना निवासी 82 वर्षीय पूरन जो बीपी व शुगर की बीमारी से पीडि़त था, उसके परिजन मुरैना जिला अस्पताल द्वारा रैफर किए जाने के बाद उपचार के लिए ग्वालियर लेकर पहुंचे थे पूरन को उपचार के लिए आठ जुलाई को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया था। शुक्रवार को मरीज पूरन कोरोना पॉजीटिव पाया गया था। पूरन ने शनिवार की सुबह सात बजे उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इलाज कर रहे चिकित्सकों ने बताया किमृतक पूरन का शुगर व बीपी लेवल दवा देने के बाद भी कंट्रोल नहीं हो पा रहा था जिसके कारण उसकी मौत हो गई। 

वहीं दाल बाजार निवासी गिरीश कुमार पुत्र हरीशचन्द्र को भी उपचार के लिए गंभीर हालत में शुक्रवार को जेएएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। जब तक मरीज गिरीश का डॉक्टर उपचार शुरु कर पाते, उसने भर्ती होने के पन्द्रह मिनट बाद ही दम तोड़ दिया। दोनों ही मृतक कोरोना पॉजीटिव थे। 

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ग्वालियर में BSF जवान की 14 वर्षीय बेटी फांसी पर झूल गई / GWALIOR NEWS

Posted: 18 Jul 2020 02:20 PM PDT

ग्वालियर। नौवीं कक्षा की चौदह वर्षीय छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना सिरोल थाना क्षेत्र के सी ब्लॉक हुरावली की है। घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रा के शव को निगरानी में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल पता नहीं चला है कि किन कारणों के चलते छात्रा ने फांसी लगाकर जान दी है।

सिरोल थाना क्षेत्र के सी ब्लॉक हुरावली निवासी आमोल सिंह यादव बीएसएफ जवान है। उनके परिवार में तीन बेटी तथा एक बेटा है। बड़ी बेटी का वे विवाह कर चुके हैं। उनकी 14 वर्षीय बेटी लाली उर्फ स्वाती ने अपने कमरे के दरवाजे के ऊपर बने जंगले में दुपट्टे का फंदा बनाया और आत्महत्या कर ली। 

हादसे का पता उस समय चला जब मां तथा छोटी बहन उसे बुलाने आई तो वह फंदे पर झूल रही थी। उसे फंदे पर झूलते देखकर पुलिस कोसूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर शव को निगरानी में लेकर पड़ताल की, लेकिन आत्महत्या करने के कारण का पता नहीं चल सका है। 

थाना प्रभारी पप्पू यादव ने बताया कि पुलिस ने पूरे कमरे की तलाशी ली, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे पता चल सके, कि किन कारणों के चलते उसने फांसी लगाकर जान दी है। 

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भोपाल कर्फ्यू: संडे को सड़क पर निकले तो 188 की कार्रवाई होगी

Posted: 18 Jul 2020 01:21 PM PDT

भोपाल। भोपाल में जिला मजिस्ट्रेट भोपाल श्री अविनाश लवानिया द्वारा 144 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भोपाल जिले की राजस्व सीमाओं में एक दिन के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश पूर्व में जारी कर सम्पूर्ण लॉक डाउन किया गया हैं। लॉक डाउन के आदेश जुलाई माह के प्रति रविवार को लागू रहेंगे।

सिर्फ दूध/पेपर का वितरण होगा

आदेश में रविवार को प्रातः 5:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक कर्फ्यू लगाया है। इस दिन कोई भी संस्थान, दुकान और अन्य सेवा प्रदाता संस्थान नहीं खुल सकेंगे। कोई भी व्यक्ति सड़क पर नहीं निकल सकेगा।  होम डिलेवरी, पार्सल सेवाएं भी पूरी तरह बन्द रहेंगी। दूध वितरण और न्यूज पेपर वितरण को सुबह 6 बजे से 10 बजे तक छूट दी गई है। 

भोपाल कर्फ्यू किस पर लागू नहीं होगा

कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने आदेश का सख्ती से पालन कराने के लिए सभी एसडीएम , तहसीलदार और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए है। कोई भी व्यक्ति अनावश्यक रूप से घर से बाहर नहीं निकलेगा। यह आदेश सांची पार्लर, मेडिकल स्टोर, हॉस्पिटल, इमरजेंसी सेवाओं एवं संबंधित परिवहन एवं इंडस्ट्री के संचालन संबंधित गतिविधियां राष्ट्रीय राजमार्ग एवं स्टेट हाईवे में व्यक्ति एवं वस्तु का आवागमन, परिवहन, लोडिंग-अनलोडिंग कार्य, व्यक्तियों के एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड से अपने गंतव्य स्थल तक आवागमन पर लागू नहीं होगा। इसके अतिरिक्त अन्य सब संस्थान दुकान, निजी कार्यालय, आदि बन्द रहेंगे।

पूर्व में जारी आदेश अनुसार रात्रि 10:00 बजे से प्रातः 5:00 बजे तक  कर्फ्यू शर्तों के अधीन पूर्ववत जारी रहेगा। यह आदेश शव यात्रा पर प्रभावी से नहीं होगा। इस आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में पूर्ण लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराए और किसी भी व्यक्ति द्वारा धारा 144 आदेश का अवहेलना करने पर 188 अंतर्गत दंडात्मक कार्यवाही भी की जाए।

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भोपाल कलियासोत और केरवा क्षेत्र में कोरोना गाइडलाइन तोड़ने वाली दुकानें सील / BHOPAL NEWS

Posted: 18 Jul 2020 01:14 PM PDT

भोपाल। कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया द्वारा जारी किए गए धारा 144 के आदेश के पालन में सभी एसडीएम और अन्य अधिकारियों द्वारा जांच अभियान चलाया जा रहा है। जारी धारा 144 अंतर्गत आदेश आज कलियासोत और केरवा डैम पर कोविड एस.ओ.पी  का पालन नहीं किए जाने पर आम नागरिकों और स्थित अस्थाई दुकानों को सील किया गया। सील करने के साथ ही कार्यवाही करते  हुए दुकानों के चालान भी बनाये गए। 

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी श्री सतीश कुमार ने बताया कि जिले में सभी प्रमुख संस्थानों, डैम पर जांच अभियान चलाया गया। जिसमें  स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई एसओपी के पालन की जांच की गई। उन्होंने कहा की यह अभियान लगातार जारी रहेगा। कोविड संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एसओपी जारी कर इसका पालन अनिवार्य किया है।

उल्लेखनीय है कि पूर्व में कलेक्टर श्री लवानिया ने डैम, नदियों और तालाबों पर आम नागरिकों के जाने पर प्रतिबंध आदेश जारी किए गए थे। वर्तमान में वर्षा ऋतु के दृष्टिगत जलभराव की स्थिति के मद्देनजर एहतियातन कदम उठाए गए थे।

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"हमारा घर हमारा विद्यालय" अगस्त माह का कैलेण्डर जारी / MP NEWS

Posted: 19 Jul 2020 03:33 AM PDT

भोपाल। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा चलाए जा रहे "हमारा घर हमारा विद्यालय"  कार्यक्रम के अंतर्गत कक्षा 1 से 2, 3 से 5 एवं 6 से 8 के विद्यार्थियों हेतु गतिविधियों का साप्ताहिक कैलेंडर जारी किया जा रहा है। हमारा घर हमारा विद्यालय के रूप में शिक्षा सत्र आरंभ किया गया है। जिससे बच्चों के सीखने की प्रक्रिया निरंतर चलती रहे, तथा कोविड-19 की परिस्थिति में भी शिक्षा बाधित न हो। 

इसके लिए घर में ही सुरक्षित रहते हुए पढ़ाई जारी रखने के लिए शासन की ओर से हमारा घर हमारा विद्यालय अवधारणा पर गतिविधियों का निर्धारण किया गया है। इस हेतु गतिविधियों का एक कैलेंडर अगस्त माह तक जारी किया जा चुका है। इस कैलेंडर में उल्लिखित गतिविधियों को बच्चों के द्वारा अभिभावकों एवं शिक्षकों के सहयोग से घर में यथासंभव निर्धारित समय में पूर्ण किया जाना है।

कैलेंडर के अनुसार शैक्षिक गतिविधियों में देखने, सुनने, लिखने का समय सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक रहेगा। इसी प्रकार सह-शैक्षिक गतिविधियों में खेल, कला, योग, ध्यान का समय शाम 5 से साढ़े 5 बजे तक रेडियो अभ्यास के माध्यम से किया जाएगा। अपने बड़ों से कहानी सुनने और नई कहानी रचने का समय शाम 7 से 8 बजे तक होगा।

इस योजना के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई के हो रहे नुकसान की भरपाई होगी। योजना में कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों को सभी विषयों की पढ़ाई कराई जा रही है । योजना में प्रत्येक विषय की क्लास एक-एक घंटे की है। इससे छात्रों को घर में पूरी तरह स्कूल का माहौल मिल रहा है। छात्र घर में रहकर ही बोर या तनाव में ना आ जाएं इसके लिए शनिवार को मनोरंजन से जुड़ी गतिविधियाँ भी कराई जा रही हैं। इस योजना के माध्यम से योग शिक्षा भी दी जा रही है ताकि उनका फोकस भी बना रहे।

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कोरोना पीड़ित की दो रिपोर्ट नेगेटिव आई, मौत के साथ तीसरी रिपोर्ट पॉजिटिव / JABALPUR CORONA NEWS

Posted: 18 Jul 2020 01:01 PM PDT

जबलपुर। करीब 71 साल के एक वृद्ध की कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण मौत हो गई। संक्रमण के बावजूद उनकी दो रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। डॉक्टरों को उनमें कोविड-19 के लक्षण दिखाई दे रहे थे परंतु रिपोर्ट नेगेटिव आ रही थी। इसी के चलते विवाद की स्थिति बनी और परिवार के लोग उन्हें अच्छे इलाज के लिए नागपुर ले गए। जबलपुर से रवानगी के बाद उनकी तीसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई और नागपुर पहुंचने से पहले उनकी मृत्यु हो गई।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस चिकित्सा महाविद्यालय जबलपुर की ओर से बताया गया है कि 'एक बुजुर्ग मरीज, 71 वर्ष पुरुष जोकि पहले से मधुमेह, बीपी और हृदय रोग के मरीज थे उन्हे तेज बुखार, खाँसी और साँस लेने की तकलीफ से मेडिकल मे 13/07/20 को 11.30 pm बजे अस्पताल लाया गया। मरीज के पास विक्टोरिया अस्पताल का रेफेरल पर्ची थी जिसमे कोविड रिपोर्ट(12/07/20)  नेगेटिव होने  के बारे मे लिखा हुआ था।  
मरीज को आगे के इलाज के लिए मेडिसिन जेनेरल वार्ड मे भर्ती किया गया। इलाज के दौरान मरीज की तकलीफ मे सुधार न आने पर, मरीज का दुबारा कोविड सेम्पल 14/7/20 को भेजा गया जिसकी रिपोर्ट 15/7/20 को नेगेटिव आई।

कोविड का पीक वायरस लोड बीमारी के पाँचवें सातवे दिन आता है और 30 प्रतिशत आर टी पी सी आर रिपोर्ट फाल्स नेगेटिव हो सकता है और दो नेगेटिव रिपोर्ट के बाद भी मरीज के बीमारी के लक्षण कोविड जैसे ही लग रहे थे, उनका  कोविड जाँच फिर से  15/07/20 को भेजा गया । जिसकी रिपोर्ट बाद मे पॉजिटिव आई। 

परंतु पहली रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद मरीज के परिजनों ने अस्पताल के वर्जित  छेत्र मे आकर काम और इलाज मे बाधा डालने लगे और छुट्टी के लिए दबाव डालने लगे। इस कारण मरीज को 16/07/20  दोपहर को डिस्चार्ज अगेंस्ट मेडिकल अडवाईस दिया गया। क्योंकि मरीज  डॉक्टरों की सलाह के विरुद्ध जाकर अपनी इच्छा से छुट्टी लेकर गया और उनकी दूसरी रिपोर्ट बाद में देरी से आई जोकि पॉजिटिव थी। 

मरीज और उनके संपर्क मे आये व्यक्ति का जल्द पता लगाना और उचित क्वारेंटिन व आइसोलेट  करना अति आवश्यक है जिससे कोविड को फैलने से रोका जा सकता है। नागपुर ले जाते समय रास्ते मे नही रहे।

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प्राचार्य की प्रताड़ना से परेशान अतिथि व्याख्याता ने आत्महत्या की, जांच कराएं: संघ / EMPLOYEE NEWS

Posted: 18 Jul 2020 12:48 PM PDT

भोपाल। पॉलिटेक्निक अतिथि व्याख्याता संघ, मध्यप्रदेश ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को एक ज्ञापन भेजकर मांग की है कि शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय पवई में कार्यरत अतिथि व्याख्याता श्री वृंदावन प्यासी की आत्महत्या के मामले में उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच के आदेश जारी करें। मृतक के पिता ने आरोप लगाया है कि अतिथि व्याख्याता को प्राचार्य द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा था।

पॉलिटेक्निक अतिथि व्याख्याता संघ मध्य प्रदेश के सचिव देवीदीन अहिरवार ने बताया  की शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज पवई में कार्यरत अतिथि व्याख्याता श्री वृंदावन प्यासी ने 13 जुलाई 2020 को अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। इस संबंध में संगठन ने  माननीय मुख्यमंत्री महोदय को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। 

अतिथि व्याख्याता संघ का कहना है कि आत्महत्या करने वाले श्री वृंदावन प्यासी मानसिक तनाव में थे, बीते रोज शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय पवई में अतिथि व्याख्याताओं को पुनः नियुक्ति हेतु प्राचार्य द्वारा आदेश निकाल कर पीपीटी प्रेजेंटेशन करने को बोला गया था जो कि अनुचित था जबकि पूर्व में शासन ने सहमति के आधार पर पुनः नियुक्ति देने का आदेश जारी किया था। 

अतिथि व्याख्याता को डर था कि टेस्ट की आड़ में कहीं संस्था से बाहर नहीं कर दिया जाए क्योंकि अतिथि व्याख्याता ने पूर्व में न्यायालय एवं शासन के सामने कॉलेज प्रशासन की शिकायत की थी। ऐसा प्रतीत होता है कि अतिथि व्याख्याता कहीं ना कहीं अपनी पुनः नियुक्ति को लेकर मानसिक तनाव में था। इस संबंध में संगठन ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।

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