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Sunday, July 19, 2020

जनवादी पत्रकार संघ

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दलितों पर बढ़ रही है अत्याचार की घटनाओं को लेकर माकपा ने सौंपा ज्ञापन

Posted: 19 Jul 2020 12:23 AM PDT


दलितों पर अत्याचार ============= गुना और महिदपुर में दलितों पर हुए अत्याचार की घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए।सुरक्षा व मुआवजे की मांग को लेकर किया प्रदर्शन। =.                                             मुरैना/कैलारस हाल ही में गुना में दलित परिवार पर हुए भीषण जुल्म अत्याचार के खिलाफ तथा उज्जैन जिले के महिदपुर में दलित अत्याचार के विरुद्ध कार्यवाही नहीं करने सहित प्रदेश भर में दलितों आदिवासियों महिलाओं पर बेतहाशा बढ़ी अत्याचार की घटनाओं पर रोक लगाए जाने की मांग को लेकर तथा पीड़ित परिवार को सुरक्षा व 10 लाख रुपए का मुआवजा दिए जाने, उत्पीड़न की घटनाओं के लिए कलेक्टर एसपी व मंत्री की जिम्मेदारी नियत किए जाने सहित कई मुद्दों को लेकर दलित शोषण मुक्ति मंच मध्य प्रदेश के आव्हान पर प्रदेश भर में विरुद्ध कार्यवाहीया आयोजित की गई मुरैना जिले में भी विभिन्न स्थानों पर दलित शोषण मुक्ति मंच वह मध्य प्रदेश किसान सभा की ओर से विरोध कार्रवाईयों का आयोजन किया गया।                                
मुरैना में मुरैना गांव सहित विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी कार्यवाही आयोजित की गई। कैलारस तहसील में दर्जनों गांवों सहित नगरीय क्षेत्र में भी व दलित बस्तियों में विरोध कार्रवाहिया आयोजित की गई । आयोजित हुई इनमें कोविड-19 के प्रोटोकॉल वह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया । विभिन्न स्थानों पर दलित शोषण मुक्ति मंच के स्थानीय संयोजक भीकम जाटव, राजेंद्र जाटव ,अशोक कुमार कुमार जाटव, आदि ने नेतृत्व प्रदान किया। मध्य प्रदेश किसान सभा की ओर से गयाराम सिंह धाकड़, ओमप्रकाश श्रीवास, युवा नेता महेश प्रजापति, रामबाबू शाक्य, फेरन जाटव ,लाल सिंह जाटव आदि ने किया। महिलाओं का नेतृत्व कस्तूरी देवी ,मुन्नी बाई मिथिलेश श्रीवास आदि ने किया। दलित शोषण मुक्ति मंच के प्रांतीय संयोजक जेके पिप्पल, मध्यप्रदेश किसान सभा के प्रांतीय उपाध्यक्ष अशोक तिवारी ने कहा है कि प्रदेश में भाजपा सरकार के राज में दलितों गरीबों पर जुल्म और अत्याचार की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। यह घटनाओं पर रोक नहीं लगाई गई तो आगे जुझारू कार्यवाही की जाएगी । उन्होंने राजनीतिक नेतृत्व और प्रशासन को इसके लिए उत्तरदायी ठहराया है। 

आध्यात्म विशेष

Posted: 18 Jul 2020 09:36 PM PDT


दैनिक जीवन की समस्याएं और इनका समाधन ।

कुंडली में कुछ लक्षण ऐसे होते हैं जिनका सीधा सम्बन्ध किसी ख़ास योग या ग्रह से होता है, जैसे कि अगर आपको अचानक धन हानि होने लगे ! आपके पैसे खो जाएँ, बरकत न रहे, दमा या सांस की बीमारी हो जाए, त्वचा सम्बन्धी रोग उत्पन्न हों, कर्ज उतर न पाए, किसी कागजात पर गलत दस्तखत से नुक्सान हो तो आप पर बुध ग्रह का कुप्रभाव चल रहा है ! इसके लिए बुधवार को किन्नरों को हरे वस्त्र दान करें और गाय को हरा चारा इसी दिन खिलाएं !

अगर बुजुर्ग लोग आपसे बार बार नाराज होते हैं, जोड़ों मैं तकलीफ है, शरीर मैं जकरण या आपका मोटापा बढ़ रहा है, नींद कम है, पढने लिखने में परेशानी है किसी ब्रह्मण से वाद विवाद हो जाए अथवा पीलिया हो जाए तो समझ लेना चाहिए की गुरु का अशुभ प्रभाव आप पर पढ़ रहा है ! अगर सोना गम हो जाए पीलिया हो जाए या पुत्र पर संकट आ जाए तो निस्संदेह आप पर गुरु का अशुभ प्रभाव चल रहा है ! ऐसी स्थिति में केसर का तिलक वीरवार से शुरू करके 27 दिन तक रोज लगायें, सामान्य अशुभता दूर हो जाएगी किन्तु गंभीर परिस्थितियों में जैसे अगर नौकरी चली जाए या पुत्र पर संकट, सोना चोरी या गम हो जाए तो बृहस्पति के बीज मन्त्रों का जाप करें या करवाएं ! तुरंत मदद मिलेगी ! मंत्र का प्रभाव तुरंत शुरू हो जाता है !

अगर आपको वहम हो जाए, जरा जरा सी बात पर मन घबरा जाए, आत्मविश्वास मैं कमी आ जाए, सभी मित्रों पर से विशवास उठ जाए, ब्लड प्रेशर की बीमारी हो जाए, जुकाम ठीक न हो या बार बार होने लगे, आपकी माता की तबियत खराब रहने लगे ! अकारण ही भय सताने लगे और किसी एक जगह पर आप टिक कर ना बैठ सकें, छोटी छोटी बात पर आपको क्रोध आने लगे तो समझ लें की आपका चन्द्रमा आपके विपरीत चल रहा है ! इसके लिए हर सोमवार का व्रत रखें और दूध या खीर का दान करें !

अगर आपकी स्त्रियों से नहीं बनती, किसी स्त्री से धोखा या मान हानि हो जाए, किसी शुभ काम को करते वक्त कुछ न कुछ अशुभ होने लगे, आपका रूप पहले जैसा सुन्दर न रहे ! लोग आपसे कतराने लगें ! वाहन को नुक्सान हो जाए ! नीच स्त्रियों से दोस्ती, ससुराल पक्ष से अलगाव तथा शूगर हो जाए तो आपका शुक्र बुरा प्रभाव दे रहा है ! उपाय के लिए महालक्ष्मी की पूजा करें, चीनी, चावल तथा चांदी शुक्रवार को किसी ब्राह्मण की पत्नी को भेंट करें, बड़ी बहन को वस्त्र दें, 21 ग्राम का चांदी का बिना जोड़ का कड़ा शुक्रवार को धारण करें ! अगर किसी के विवाह में देरी या बाधाएं आ रही हों तो जिस दिन रिश्ता देखने जाना हो उस दिन जलेबी को किसी नदी मैं प्रवाहित करके जाएँ ! इन में से किसी भी उपाय को करने से आपका शुक्र शुभ प्रभाव देने लगेगा ! किसी सुहागन को सुहाग का सामन देने से भी शुक्र का शुभ प्रभाव होने लगता है ! ध्यान रहे, शुक्रवार को राहुकाल में कोई भी उपाय न करें !

अगर आपके मकान मैं दरार आ जाए ! घर में प्रकाश की मात्रा कम हो जाए ! जोड़ों में दर्द रहने लगे विशेषकर घुटनों और पैरों में या किसी एक टांग पर चोट, रंग काला हो जाए, जेल जाने का डर सताने लगे, सपनों मैं मुर्दे या शमशान घात दिखाई दे, अंकों मैं मोतिया उतर आये, गठिया की शिकायत हो जाए, परिवार का कोई वरिष्ठ सदस्य गंभीर रूप से बीमार या मृत्यु को प्राप्त हो जाए तो आप पर शनि का कुप्रभाव है जिसके निवारण के लिए शनिवार को सरसों का तेल लोहे के कटोरे में डाल कर अपना मुह उसमे देख कर किसी काले वर्ण वाले ब्राह्मण को दान में दें ! ऐसा हर शनिवार करें ! बीमारी की अवस्था में किसी गरीब, बीमार व्यक्ति को दवाई दिलवाएं !

अगर आपके बाल झड जाएँ और आपकी हड्डियों के जोड़ों मैं कड़क कड़क की आवाज आने लगे, पिता से झगडा हो जाए, मुकदमा या कोर्ट केस मैं फंस जाएँ, आपकी आत्मा दुखी हो जाए, आलसी प्रवृत्ति हो जाये तो आपको समझ लेना चाहिए की सूर्य का अशुभ प्रभाव आप पर हो रहा है ! ऐसी दशा मैं सबसे अच्छा उपाय है की हर सुबह लाल सूर्य को मीठा डालकर अर्ध्य दें ! इनकम टैक्स का भुगतान कर दें व् पिता से सम्बन्ध सुधरने की कोशिश करें !

आपको खून की कमी हो जाए, बार बार दुर्घटना होने लगे या चोट लगने लगे, सर मैं चोट, आग से जलना, नौकरी मैं शत्रु पैदा हो जाएँ या ये पता न चल सके की कौन आपका नुक्सान करने की चेष्टा कर रहा है, व्यर्थ का लड़ाई झगडा हो, पुलिस केस, जीवन साथी के प्रति अलगाव नफरत या शक पैदा हो जाए, आपरेशन की नौबत आ जाए, कर्ज ऐसा लगने लगे की आसानी से ख़त्म नहीं होगा तो आप पर मंगल ग्रह क्रुद्ध हैं ! हनुमान जी की यथासंभव उपासना शुरू कर दें ! हनुमान जी के चरनो मैं से तिलक लेकर माथे पर प्रतिदिन लगायें, अति गंभीर परिस्थितियों मैं रक्त दान करें तो जो रक्त आपका आपरेशन, चोट या दुर्घटना आदि के कारण निकलना है, नहीं होगा।।      साभार मंत्र साधना

ऑनलाइन पढ़ाई बच्चों को रास नहीं आई

Posted: 18 Jul 2020 04:05 PM PDT


 प्रतिदिन                               -राकेश दुबे
 १९      ०७ २०२०
ऑनलाइन पढाई बच्चों  को रास नहीं आई 
ऑनलाइन शिक्षा के परिणाम समाज के सामने आने लगे है | बच्चों और उनके अभिभावकों का एक बड़ा प्रतिशत एकाएक गाज की तरह सर पर आ गिरी इस मुसीबत से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार नहीं थे | जिन बच्चों ने कभी घर पर किताब खोली तक नहीं थी, अब उन्हें घर पर ही बैठकर पढ़ना पड़ रहा है। यह और बात है कि किताब-कापी  उन्हें अब भी नहीं खोलनी, बस कंप्यूटर खोलना है। बड़े नामी स्कूल तो पूरी बेहरहमी के साथ घर में भी स्कूली यूनिफार्म के साथ ऑन लाइन होने की हिदायत देते हैं | मध्यम श्रेणी स्कूल भी बड़े स्कूलों की तरह पूरी निष्ठुरता से फ़ीस वसूल रहे है | इन स्कूलों ने छात्रों  को स्कूलों की वर्दी आदि से छूट है|
ऑनलाइन शिक्षा में आ रही दिक्कतों के कारण करीब ४३ प्रतिशत दिव्यांग बच्चे पढ़ाई छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है। दिव्यांग लोगों के अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठन स्वाभिमान ने मई में ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा, चेन्नई, सिक्किम, नगालैंड, हरियाणा और जम्मू कश्मीर में यह सर्वेक्षण किया। इस सर्वेक्षण में छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों समेत कुल ३६२७ लोगों ने भाग लिया। सर्वेक्षण के अनुसार ५६.५ प्रतिशत दिव्यांग बच्चों को मुश्किलें आ रही हैं तब भी वे रोजाना कक्षाएं ले रहे हैं, जबकि ७७ प्रतिशत छात्रों ने कहा कि वे दूरस्थ शिक्षा के तरीकों से वाकिफ नहीं होने के कारण पढ़ाई नहीं कर पाएंगे। 
सर्वेक्षण में पाया गया कि ५६.४८ प्रतिशत छात्र अपनी पढ़ाई जारी रख रहे हैं, जबकि बाकी के ४३.५२ प्रतिशत छात्र पढ़ाई छोड़ने का मन बना रहे हैं। इसमें कहा गया है कि ३९  प्रतिशत दृष्टिबाधित छात्र कई छात्रों के एक साथ बात करने के कारण विषयों को समझने में सक्षम नहीं हैं। करीब ४४ प्रतिशत दिव्यांग बच्चों ने शिकायत की कि वेबीनार में सांकेतिक भाषा का कोई दुभाषिया मौजूद नहीं होता। ८६  प्रतिशत दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि वे तकनीक का इस्तेमाल करना नहीं जानते और करीब ८१ प्रतिशत शिक्षकों ने कहा कि उनके पास दिव्यांग छात्रों तक पहुंचाने के लिए शिक्षण सामग्री नहीं है।
ये ऑनलाइन क्लासेज मम्मियों की जान पर आफत बनकर आई है। हर मम्मी अब मम्मी कम और टीचर जी ज्यादा बन गई है। स्कूलों में कम से कम हर विषय के अलग-अलग टीचर होते हैं पर मम्मी तो आल इन वन हो चुकी है। बेचारी मम्मी स्पोर्ट्स-डांस से लेकर कंप्यूटर और विज्ञान व व्याकरण तक पढ़ाने में जुटी है। जो मम्मी किसी जमाने में आठवीं-दसवीं में हिंदी-अंग्रेजी में बहुत तंग थी, अब धड़ल्ले से भाषाई ज्ञान छांट रही है और बांट रही है। 
ऑनलाइन कक्षाओं की सबसे भयानक गाज गिरी है बैक बेंचर्स पर। अब तो उन्हें अकेले ही बैठना है, न कोई आगे और न कोई पीछे। कक्षाओं की चुहलबाजी, लतीफेबाजी, नोकझोंक और दोस्तों के हाथ पकड़ कर स्कूल के गलियारों में घूमना-फिरना व कैंटीन की मस्ती आदि सब गायब।बच्चे बेचारे घर में रहते हुए भी बेघर से हो गये हैं। मानो किसी ने घोर एकान्त में रहना उनकी नियति तय कर दी है। इन कक्षाओं ने मानो जीवन का सार समझा दिया हो कि अकेले ही आये थे और अकेले ही जाना है। अब इसमें नई बात जुड़ गई है कि अकेले ही रहना है।
सर्वे में एक बच्चे से पूछा कि ऑनलाइन क्लास में कितना होमवर्क मिलता है? बच्चा कहता—मुझे नहीं मिलता, मैंने तो मैडम को ब्लॉक कर रखा है। दूसरा बोला—मुझे नहीं मिलता वो तो मम्मी-पापा को मिलता है। वे सारा दिन मेरे स्कूल बैग से किताबें निकालने में लगे रहते हैं। और पेरेंट्स के मुंह से एक बात रात-दिन निकल रही है कि स्कूल वालों की धन्य छाती है।
एक और बड़ी समस्या ये बच्चे भुगत रहे है | ऑनलाइन क्लास में बच्चों को जब जरा-सा पाठ समझ में आना शुरू होता है तभी न बाज़ार की  अनुकम्पा से नेट  धीमा या गायब हो जाता है तो बच्चों का क्या बडो का ध्यान भंग हो जाता है। कभी घर या कमरे में कोई आ गया, कभी रसोई में हलवे या नूडल्स की खुशबू बेचारे बच्चों को ध्यान नहीं लगने देती ऐसे में कुछ दिखने-सुनने छूटा तो तुरंत कान खिंचाई पक्की है |

विप्र फाउंडेशन युवा मंच ने किया जिला कार्यकारिणी का बिस्तार

Posted: 18 Jul 2020 12:22 PM PDT


विप्र फाउंडेशन युवा मंच की जिला कार्यकारिणी का किया बिस्तार
धौलपुर 18 जुलाई। विप्र फाउंडेशन युवा मंच धौलपुर की जिला कार्यकारिणी की घोषणा जिला अध्यक्ष हरिनिवास प्रधान एवं प्रदेश सचिव लक्ष्मीकांत शर्मा की अनुशंसा पर प्रदेश उपाध्यक्ष युवा अंकित शर्मा की सहमति से जिला अध्यक्ष विप्र संजीव ने की है।कार्यकारिणी में जिला कोषाध्यक्ष संतोष खलीफा, जिला उपाध्यक्ष रामनरेश,विवेक शर्मा,शिवम खेमरिया सरमथुरा,महामंत्री पद ललित कटारा,और शशांक कौशिक बसेड़ी,सचिव पद अमित व्यास धौलपुर,मनीष शर्मा,श्रीओम शर्मा आर्किटेक धौलपुर,मीडिया प्रभारी शिवम शर्मा एवं कार्यकारिणी सदस्य हेमंत शर्मा,विजय शर्मा,अंकुर शर्मा,विष्णु कुमार शास्त्री,योगेश सारस्वत बसेड़ी, पवन पण्डित के दायित्वों की घोषणा की गई। सभी नवीन पदाधिकारियों को विप्र फाउंडेशन के उद्देश्यों को लेकर सक्रिय रहने के लिए निर्देशित किया।नवनियुक्त पदाधिकारियों को प्रधान कॉन्प्लेक्स पर आयोजित बैठक में जिला अध्यक्ष हरीनिवास प्रधान ने माला पहनाकर स्वागत कर बधाई दी और समाज हित में सदैव तत्पर रहने का आवाहन किया।कार्यक्रम में रमेश,नरेश शर्मा,अनिल भारद्वाज,राहुल तिवारी,अनुपम तिवारी,शिवम आदि ब्रह्मजनो ने नवीन कार्यकारणी को शुभकामनाएं दी व हर्ष व्यक्त किया।
फोटो कैप्शन-2 बैठक में उपस्थित विप्र फाउंडेशन के नवीन पदाधिकारी।





वीरेंद्र गोस्वामी
धौलपुर

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