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Monday, July 27, 2020

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आज श्रावण मास का चतुर्थ सोमवार है, भूतभावन भोलेनाथ का दिन है आज हम इन्हीं की महिमा का गुणगान करेगें!!!!!!!!!!

Posted: 26 Jul 2020 10:07 PM PDT

आज श्रावण मास का चतुर्थ सोमवार है, भूतभावन भोलेनाथ का दिन है आज हम इन्हीं की महिमा का गुणगान करेगें!!!!!!!!!!

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जरत सकल सुर बृंद बिषम गरल जेहिं पान किय।
तेहि न भजसि मन मंद को कृपाल संकर सरिस॥

भावार्थ:-जिस भीषण हलाहल विष से सब देवतागण जल रहे थे उसको जिन्होंने स्वयं पान कर लिया, रे मन्द मन! तू उन शंकरजी को क्यों नहीं भजता? उनके समान कृपालु (और) कौन है?

देवाधिदेव महादेव ही एक मात्र ऐसे भगवान हैं, जिनकी भक्ति हर कोई करता है, चाहे वह इंसान हो, राक्षस हो, भूत-प्रेत हो अथवा देवता हो, यहां तक कि पशु-पक्षी, जलचर, नभचर, पाताललोक वासी हो अथवा बैकुण्ठवासी हो, शिव की भक्ति हर जगह हुई और जब तक दुनिया कायम है, शिव की महिमा गाई जाती रहेगी।

शिव पुराण कथा के अनुसार शिव ही ऐसे भगवान हैं, जो शीघ्र प्रसन्न होकर अपने भक्तों को मनचाहा वर दे देते हैं, वे सिर्फ अपने भक्तों का कल्याण करना चाहते हैं, वे यह नहीं देखते कि उनकी भक्ति करने वाला इंसान है, राक्षस है, भूत-प्रेत है या फिर किसी और योनि का जीव है, शिव को प्रसन्न करना सबसे आसान है।

शिवलिंग की महिमा अपरम्पार है, शिवलिंग में मात्र जल चढ़ाकर या बेलपत्र अर्पित करके भी शिव को प्रसन्न किया जा सकता है, इसके लिए किसी विशेष पूजन विधि की आवश्यकता नहीं है, एक कथा के अनुसार वृत्तासुर के आतंक से देवता भयभीत थे, वृत्तासुर को श्राप था कि वह शिव पुत्र के हाथों ही मारा जायेगा।

इसलिए पार्वती के साथ शिवजी का विवाह कराने के लिए सभी देवता चिंतित थे, क्योंकि भगवान शिव समाधिस्थ थे और जब तक समाधि से उठ नहीं जाते, विवाह कैसे होता? देवताओं ने विचार करके रति व कामदेव से शिव की समाधि भंग करने का निवेदन किया, कामदेव ने शिवजी को जगाया तो क्रोध में शिव ने कामदेव को भस्म कर दिया, रति विलाप करने लगी तो शिव ने वरदान दिया कि द्वापर में कामदेव भगवान श्रीकृष्ण के पुत्र प्रद्युम्न के रूप में जन्म लेंगे।

इस बात में तो सभी यकीन करते होंगे, कि वक़्त से पहले और किस्मत से ज्यादा किसी को कुछ नहीं मिलता, पर यह सभी जानते है कि वक़्त और किस्मत पर भी विजयी हो सकते हैं, अगर आप भगवान् भोलेनाथ की असीम शक्ति में विश्वास रखते है, इसके उदाहरण स्वरुप मैं एक कथा बताना चाहूंगा।

भगवान शिव यानि देवाधिदेव महादेव को तो सब जानते हैं जो परमपिता परमेश्वर, जगत के स्वामी और सब देवो के देव है, कथा से पहले आपको यह बता दूँ की यह वह समय हैं, जब महादेव की अर्धांगिनी देवी पार्वती, बाल्यवस्था में अपनी माता मैना देवी के साथ मार्कंडय ऋषि के आश्रम में रहती थी, और पार्वती देवी एक दिन असुरो के कारण संकट में पड़ गयी और महादेव ने उनके प्राणों की रक्षा की।

मैना ने जब अपनी पुत्रि की जान पर आई आपदा के बारे में सुना तो वह अत्यंत दुखी और भयभीत हो गयी, पर ऋषि मार्कंडय ने उन्हें जब बताया कि कैसे महादेव ने देवी पार्वती की रक्षा की, पर वह तब भी संतोष न कर सकी, मैना देवी विष्णु भगवान की उपासक थी, जिस वजह से शिव की महिमा में ज़रा भी विश्वास नहीं रखती थी, शिवजी ठहरे वैरागी और श्मशान में रहने वाले तो भला वह कैसे उनकी पूजा करे।

तत्पश्चात ऋषि मार्कंडय ने मैना को शिव भगवान की महिमा के बारे में बताने का विचार किया, और उनको यह कथा विस्तार से बताई- जब मार्कंडय ऋषि केवल ग्यारह वर्ष के थे, तब उनके पिता ऋषि मृकण्डु को गुरुकूल आश्रम के गुरु से यह ज्ञात हुआ की मार्कंडय की सारी शिक्षा-दीक्षा पूर्ण हो चुकी है और अब वह उन्हें अपने साथ ले जा सकते है।

क्योंकि उन्होंने सारा ज्ञान इतने कम समय में ही अर्जित कर लिया और अब उनको और ज्ञान देने के लिए कुछ शेष नहीं था, यह जानने के बाद भी की उनका पुत्र मार्कंडय इतना बुद्धिमान और ज्ञानवान है, उनके माता पिता खुश नहीं हुयें, मार्कंडय ने जब पूछा की उनके दुःख का कारण क्या है? तब उनके पिता ने उनके जन्म की कहानी बताई कि पुत्र की प्राप्ति हेतु उन्होंने और उनकी माता ने कई वर्षो तक कठिन और घोर तप किया है।

तब भगवान् महादेव प्रसन्न होकर प्रकट हुयें, और उनको इस बात से अवगत कराया की उनके भाग में संतान सुख नहीं है, परन्तु उनके तप से प्रसन्न होकर उनको पुत्र का वरदान दिया, और उनसे पूछा की वह कैसा पुत्र चाहते है, जो बुद्धिवान ना हो पर उसकी आयु बहुत ज्यादा हो या ऐसा पुत्र जो बहुत बुद्धिमान हो परन्तु जिसकी आयु बहुत कम हो।

मृकण्डु और उनकी पत्नी ने कम आयु वाला पर बुद्धिमान पुत्र का वरदान माँगा, महादेवजी ने उनको बताया की यह पुत्र केवल बारह वर्ष तक ही जीवित रहेगा, वह फिर विचार कर ले, पर उन्होंने वही माँगा और महादेव उनको वरदान देकर भोलेनाथ अंतर्ध्यान हो गये, ऋषि मृकंदु ने यह सब अपने पुत्र को बताया, जिसको सुनने के बाद वह बहुत दुःखी हुआ, यह सोचकर की वह अपने माता -पिता की सेवा नहीं कर सकेगा।

परन्तु बालक मार्कंडय ने उसी समय यह निर्णय किया की वह अपनी मृत्यू पर विजय प्राप्त करेंगे और भगवान शिव की पूजा से यह हासिल करेंगे, बालक मार्कंडय ग्यारह वर्ष की आयु में वन को चले गयें, लगभग एक वर्ष के कठिन तप के दौरान उन्होंने एक नए मंत्र की रचना की जो मृत्यु पर विजय प्राप्त कर सके, वह है- "ॐ त्रियम्बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनं, उर्वारुकमिव बन्धनात मृत्योर्मोक्षिय मामृतात्"

जब वह 12 वर्ष के हुए तब यमराज उनके सामने, प्राण हरण के लिये प्रकट हो गये, बालक मार्कंडय ने यमराज को बहुत समझया और याचना की, कि वह उनके प्राण बक्श दे, परन्तु यमराज ने एक ना सुनी और और वह यमपाश के साथ उनके पीछे भागे बालक मार्कंडय भागते-भागते वन में एक शिवलिंग तक पहुचे जिसे देख कर वह उनसे लिपट गये, और भगवान् शिव का मंत्र बोलने लगे जिसकी रचना उन्होंने स्वयं की थी।

यमराज ने बालक मार्कंडय की तरफ फिर से अपना यमपाश फेका परन्तु शिवजी तभी प्रकट हुए और उनका यमपाश अपने त्रिशूल से काट दिया, बालक मार्कंडय शिवजी के चरणों में याचना करने लगे की वह उनको प्राणों का वरदान दे, परन्तु महादेव ने उनको कहा की उन्होंने ही यह वरदान उनके माता-पिता को दिया था, इस पर बालक मार्कंडय कहते है कि यह वरदान तो उनके माता पिता के लिये था ना कि उनके लिये?

यह सुनकर महादेव बालक मार्कंडय से अत्यंत प्रसन्न होते है और उनको जीवन का वरदान देते है, भगवान् भोलेनाथ ने यमराज को आदेश देते है की वह इस बालक के प्राण ना ले, कथा से क्या इस बात पर पुन: विचार करने का मन होता है की भक्ति में बहुत शक्ति है, ऐसा क्या नहीं है जो इस संसार में ईश्वर की भक्ति करने से प्राप्त ना किया जा सके, भगवान् भोलेनाथ की भक्ति और शक्ति की महिमा का बहुत बड़ा महात्म्य है।

जय महादेव!

पंडित श्रीकृष्ण दत्त शर्मा,
अवकाश प्राप्त अध्यापक, सी 5/10 यमुनाविहार दिल्ली


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पटना के ISO 9001, 14001, 45001 एवं 21001 प्रमाणित, मगध महिला कॉलेज ने पूरे किये 75 साल, वर्षगांठ पर प्राचार्या ने दी शुभकामनाएं

Posted: 26 Jul 2020 07:30 PM PDT

पटना के ISO 9001, 14001, 45001 एवं 21001 प्रमाणित, मगध महिला कॉलेज ने पूरे किये 75 सालवर्षगांठ पर प्राचार्या ने दी शुभकामनाएं



अपनी शैक्षणिक और सांस्कृतिक गतिविधियों द्वारा देशभर में अपनी खास पहचान रखने वाला मगध महिला कॉलेज अपनी स्थापना के 75वें वर्ष में प्रवेश कर गया है। कॉलेज की शुरूआत 1938 में पटना के बांकीपुर गर्ल्स स्कूल के रूप में गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज के रूप में हुई थी। 75वें वर्षगांठ के मौके पर कॉलेज की ओर से 2020 का वेबनीअर के माध्यम से हस्तक और प्रोस्पेक्टस लांच किया गया। इस अवसर पर  प्राचार्या डॉ. शशि शर्मा ने कॉलेज परिवार के सभी सदस्यों और पूर्ववर्ती छात्रों को शुभकामनाएं दी है। शशि शर्मा ने कहा कि कॉलेज के लिए साल 2020 काफी महत्वपूर्ण है। इस साल हम 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। इन सालों में कॉलेज में शिक्षा के क्षेत्र में देश और दुनिया में अपनी अमिट छाप बनाई है। 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में कॉलेज की ओर से कई कार्यक्रमों के आयोजन पर भी विचार किया गया था। हम चाहते थे कि स्थापना के 75वें वर्ष को शैक्षणिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये एक यादगार वर्ष के रूप में मनाएं। लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए ऐसे संभव नहीं हो पाया है। कोरोना काल की समाप्ति के बाद हमें उम्मीद है कि हम कॉलेज में कई नई कल्चरल और एकेडमिक एक्टिविटी का आयोजन कर पायें।

इस वर्ष  कालेज द्वारा  नए कोर्स खोलने  की योजना है एवं  छात्राओं के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रख कर बुनयादी ढ़ाचा को भी विकसित करने की योजना बनाई है। इसमें प्रमुख हैं मल्टीमीडिया लैबछात्रों के लिए 100 कंप्यूटरों के साथ नई ई-लाइब्रेरीकॉलेज के शिक्षकोंकर्मचारियों और छात्रों के बच्चों के लिए न्यू डे केयर सेंटरनया कॉलेज आंतरिक मुख्य द्वार और अनुसंधान कार्य के लिए उन्नत उपकरणों के साथ नई विज्ञान प्रयोगशाला।

 मगध महिला कॉलेज ने इन 75 सालों में छात्राओं की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में तो मुकाम हासिल किया हीं हैपर्यावरण संरक्षण में भी कॉलेज का योगदान अहम रहा है। कॉलेज ने वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में काफी काम किया है। कॉलेज कैंपस में नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से बिजली बनाने और संरक्षित करने के लिए एक 100किलो वाट सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित की गई है।

इसके साथ हीं कॉलेज में एक वाटर पार्क और एक एक्वेरियम का निर्माण इको सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है। वहीं भूमिगत जल स्तर को बनाये रखने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का निर्माण किया गया है।

UGC द्वारा 16 सितंबर, 2011 को उत्कृष्टता (CPE)  और 2021 तक सीपीई की स्थिति को बनाये रखा है। कॉलेज प्रतीक जागृतिमैत्री और प्रगति मानव जीवन  के गुणों और महिला सशक्तीकरण के मजबूत संदेश देते हैं।

इस कॉलेज को उत्कृष्ट शिक्षा योगदान के लिए आईएसओ प्रमाणपत्र भी दिया गया है।

कॉलेज में दो विदेशी भाषाओं जापानी और जर्मन की पढ़ाई की शुरूआत की गयी है। अब बिहार की बेटियां हिंदीभोजपुरी के अलावा जापानी और जर्मन भी सीख और बोल रहीं हैं।

जल्द हीं हम तीन और नये कोर्स की शुरूआत करने वाले हैं। 75 साल पूरे होने के अवसर पर हम पटना विश्वविद्यालय के कुलपतिबिहार के राज्यपालबिहार सरकार और बिहार सरकार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का भी आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने समय-समय पर न सिर्फ कॉलेज के कार्यक्रमों में आकर महाविद्यालय परिवार का हौसला बढ़ाया बल्कि महाविद्यालय की प्रगति में निरंतर अहम योगदान कर रहे हैं।

हमें उम्मीद है कि कोरोना काल जल्द हीं समाप्त होगा और हम सभी कॉलेज के 75वें वर्षगांठ को सामूहिक रूप से मना सकेंगे। एक बार फिर कॉलेज के सभी छात्राओंशिक्षकों और अपने सभी शुभचिंतकों को महाविद्यालय के 75वें वर्षगांठ की अनंत शुभकामामनाएं।
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साँप को दूध

Posted: 26 Jul 2020 07:24 PM PDT

साँप को दूध (हिंदी गजल)


तुम लोगों ने तो अपनों को दफनाया है-
एक हम हैं जो साँप को भी दूध पिलाया है।१।
जबकि हम जानते हैं वो कुता कटास है-
फिर भी पुचकार कर खाना खिलाया है।२।
तुम्हारी निगाह में किमत चाहे जो हो-
शरणागत काल तक्षक को गोद में छुपाया है।३।
हम सदा सर्वदा धर्म को सर्वोपरी माना-
तभी तो उसकी रक्षा में जीवन बलि चढाया है।४।
पर तुम नहीं समझ पायोगे इस बात को-
क्यों"मिश्रअणु" को सर आँखो पर चढाया है।५।
       ---:भारतका एक ब्राह्मण.
         संजय कुमार मिश्र "अणु"दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com

जर्जर अवस्था में पुल, दे सकता है किसी बड़े खतरे को अंजाम

Posted: 26 Jul 2020 07:21 PM PDT

जर्जर अवस्था में पुल, दे सकता है किसी बड़े खतरे को अंजाम

• दोनों तरफ का बेरियर टूट चुका है । 
• पुल के रास्ते गुजरती थी नैरो गेज मालगाड़ी । रेलवे लाइन
के उखड़ जाने के बाद पटरियों के स्थान पर बने हैं 
बड़े-बड़े गड्ढे ।
• पुल पूरी तरह से बिहार में है। 
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वेद प्रकाश तिवारी
बंगरा बाजार( भाटपार रानी )देवरियादेवरिया जिले के प्रतापपुर शुगर फैक्ट्री से बिहार राज्य के मैरवा कस्बे तक जाने वाली मुख्य सड़क चित्रसेन बनकटा के आगे बिहार की सीमा में प्रवेश करती है उत्तर प्रदेश और बिहार को बांटने वाली स्याही नदी के ऊपर बना यह पुल अंग्रेजों का बनाया हुआ आजादी के पहले का है । यह पुल पूरी तरह से बिहार में है । 60 से 70 के दशक में एक नैरोगेज की मालगाड़ी मैरवा से गन्ना भर कर प्रतापपुर फैक्ट्री ले जाने का काम करती थी । यह माल गाड़ी उसी पुल से गुजरती थी । साथ ही पुल के किनारे से वाहनो के भी आने जाने का काम होता था । बाद में यातायात के साधन बढ़ने के बाद उस नैरो गेज की लाइन को उखाड़ दिया गया और पूरी तरह से वाहनों के लिए यह पुल इस्तेमाल में आने लगा । रेलवे लाइन के उखड जाने के बाद पटरियों के बने हुए निशान पुल पर अब गड्ढों के रूप में तब्दील हो गए हैं काफी अंतराल बीत गया दोनों तरफ के बैरियर टूटे हुए हैं। पुल का मरम्मत का कार्य अभी तक नहीं किया गया है । जबकि इस पुल से जनता के प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी भी गुजरते हैं । आम जनता की तरफ से बिहार के जीरादेई विधानसभा क्षेत्र के विधायक को पत्र भी लिखा गया, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को कई बार लिखित शिकायत दी गई परंतु क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत का कार्य अभी भी खटाई में है । यह फूल कभी भी टूट सकता है । बासोपट्टी गांव के विजय कुमार यादव बताते हैं कि रास्ता सकरा होने के कारण कभी भी दो सवारियां एक साथ नहीं जा सकती। कभी गलती से दो सवारियां पुल पर पहुंच गई तो कभी भी एक की गिरने का खतरा बना रहता है ।
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दैनिक पंचांग एवं राशिफल 27 - जुलाई - 2020

Posted: 26 Jul 2020 07:12 PM PDT

दैनिक पंचांग एवं राशिफल 27 - जुलाई - 2020

श्री गणेशाय नम:
📜 दैनिक पंचांग 📜
☀ 27 - जुलाई - 2020
☀ पंचांग    
🔅 तिथि :  सप्तमी  दिन  08:58:11
🔅 नक्षत्र  चित्रा  दिन  01:42:10
🔅 करण :
           वणिज  07:11:22
           विष्टि  18:03:54
🔅 पक्ष  शुक्ल  
🔅 योग  साघ्य  20:48:42
🔅 वार  सोमवार  

☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ    
🔅 चन्द्रोदय  12:20:59  
🔅 चन्द्र राशि  तुला  
🔅 चन्द्रास्त  24:03:00  
🔅 ऋतु  वर्षा  

☀ हिन्दू मास एवं वर्ष    
🔅 शक सम्वत  1942  शार्वरी
🔅 कलि सम्वत  5122  
🔅 दिन काल  13:35:06  
🔅 विक्रम सम्वत  2077  
🔅 मास अमांत  श्रावण  
🔅 मास पूर्णिमांत  श्रावण  

☀ शुभ और अशुभ समय    
☀ शुभ समय    
🔅 अभिजित  12:00:14 - 12:54:34
☀ अशुभ समय    
🔅 दुष्टमुहूर्त : 
                    12:54:34 - 13:48:55
                    15:37:36 - 16:31:56
🔅 कंटक  08:22:52 - 09:17:12
🔅 यमघण्ट  12:00:14 - 12:54:34
🔅 राहु काल  07:21:44 - 09:03:37
🔅 कुलिक  15:37:36 - 16:31:56
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम  10:11:33 - 11:05:53
🔅 यमगण्ड  10:45:31 - 12:27:24
🔅 गुलिक काल  14:09:17 - 15:51:11
☀ दिशा शूल    
🔅 दिशा शूल  पूर्व  

☀ चन्द्रबल और ताराबल    
☀ ताराबल  
🔅 भरणी, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती  
☀ चन्द्रबल  
🔅 मेष, वृषभ, सिंह, तुला, धनु, मकर  
🌹विशेष ~  गोस्वामी तुलसी दास जयन्ती, मोक्ष सप्तमी (जैन), श्रावण सोमवार व्रत ।🌹
पं. प्रेम सागर पाण्डेय् 
नक्षत्र ज्योतिष वास्तु अनुसंधान केन्द्र 
नि:शुल्क परामर्श -  रविवार 
दूरभाष  9122608219
            9835654844

🌹27 जुलाई 2020, सोमवारका राशिफल🌹 

मेष (Aries): आज का दिन आपको आध्यात्मिक दृष्टि से अनूठी अनुभूति कराने वाला रहेगा। गूढ़ और रहस्यमय विद्याओं और संबंधित बातों का विशेष आकर्षण रहेगा। आज आध्यात्मिक सिद्धि मिलने का भी योग है। वाणी और नफरत की भावना पर संयम रखें। नए कार्य का प्रारंभ न करें और हो सके तो प्रवास स्थगित करें।
शुभ रंग  =  उजला
शुभ अंक  :  4
वृषभ (Tauras): आज आपको गृहस्थ जीवन में सुख का अनुभव होगा। परिजन और निकट के स्नेहीजनों के साथ प्रसन्न वातावरण में भोजन का आनंद ले सकेंगे। साथ में छोटे प्रवास का आयोजन भी कर सकेंगे। विदेश में स्थित संबंधियों के समाचार से मन प्रफुल्लित होगा। लक्ष्मीजी की आकस्मिक कृपा आप पर हो सकती है।
शुभ रंग  =  क्रीम
शुभ अंक  =  2
मिथुन (Gemini): आज का दिन आपके लिए शुभ फलदायी है। घर में शांति और आनंद का वातावरण बना रहेगा। आपके अधूरे कार्य संपन्न होंगे। आपको यश और कीर्ति मिलेगी। आर्थिक लाभ भी मिलेगा। खर्च की मात्रा बढ सकती है, लेकिन खर्च निरर्थक नहीं जाएगा। शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। स्वभाव में क्रोध की मात्रा बढ़ सकती है। वाणी पर संयम रखें।
शुभ रंग  =  लाल
शुभ अंक  :  8
कर्क (Cancer): आपको सलाह है कि आज का दिन शांतिपूर्वक बिताएं। आज आपका शारीरिक और मानसिक आरोग्य अच्छा नहीं रहेगा। शारीरिक रुप से पेट में तकलीफ होगी और मानसिक रूप से चिंता, उद्वेग रहेंगे। आकस्मिक खर्च होगा। वाद-विवाद को टालें। प्रवास और नए कार्य का प्रारंभ टालें।
शुभ रंग  =   उजला
शुभ अंक  :  4
सिंह (Leo): शारीरिक रूप से अस्वस्थ और मानसिक रुप से व्याकुल रहेंगे आज आप। घर में स्वजनों के साथ गलतफहमी से मन उदास रह सकता है। माता के साथ मनमुटाव होगा और स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। सरकारी और संपत्ति से संबंधित महत्वपूर्ण पत्रों पर स्याही या मुहर लगाने में सावधानी रखें।
शुभ रंग  =  लाल
शुभ अंक  :  8
कन्या (Virgo): किसी भी कार्य में सोच समझकर आगे बढ़ने की सूचना देते हैं। भाई-बहनों के साथ प्यार भरा संबंध बना रहेगा। मित्रों, स्वजनों के साथ मुलाकात होगी। प्रत्येक कार्य में सफलता मिलने की संभावना है। आर्थिक लाभ की संभावना भी अधिक है। समाज में मान-सम्मान मिलेगा।
शुभ रंग  =  आसमानी 
शुभ अंक  :  6
तुला (Libra): आज आप का मनोबल कमजोर रहेगा। इसलिए किसी निर्णय पर आना कठिन हो सकता है। नए कार्य और महत्वपूर्ण निर्णय आज न लें। परिवारजनों के साथ वाद-विवाद न हो इसलिए जुबान पर संयम रखें। हठीलापन छोड़कर समाधानकारी रवैया अपनाने की सलाह देते हैं।
शुभ रंग  =  क्रीम
शुभ अंक  :  2
वृश्चिक (Scorpio): आज का दिन आपके लिए शुभ है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। परिवार के सदस्यों के साथ आनंदपूर्वक समय बिताएंगे। स्वजनों से भेंट या उपहार मिल सकता है। शुभ समाचार मिलेंगे और आनंददायी प्रवास संभावित होगा।
शुभ रंग  =  पींक
शुभ अंक  :  5
धनु (Sagittarius): आज का दिन आपके लिए कठिनाई से भरा हो सकता है। परिवारजनों के साथ बहस होगी और दुख हो सकता है। वाणी पर संयम रखना पड़ेगा। मन के आवेश पर अंकुश रखना होगा। अकस्मात से संभलना होगा। शारीरिक स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। धन खर्च होगा।
शुभ रंग  =  उजला
शुभ अंक  :  4
 मकर (Capricorn): मित्रों, सम्बंधियों से की गई भेंट से आपका दिन आनंदपूर्ण बीतेगा। सामाजिक क्षेत्र, व्यापार और अन्य क्षेत्र में आपके लिए आज का दिन लाभदायी रहेगा। जीवनसाथी की खोज करनेवालों को सरलतापूर्वक सफलता मिलेगी। प्रवास-पर्यटन का योग है। घर में किसी शुभ प्रसंग की संभावना देखते हैं।
शुभ रंग  =  हरा
शुभ अंक  :  3
कुंभ (Aquarius): आज का दिन शुभ फलदायी है। प्रत्येक कार्य में सरलता से सफलता प्राप्त होगी। परिणामस्वरुप आप मानसिक रूप से प्रफुल्लित रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारियों की प्रसन्नता के कारण पदोन्नति के योग हैं। बड़ों का आशीर्वाद भी आपके साथ है। धन प्राप्ति का योग है। गृहस्थ-जीवन में आनंद प्राप्त होगा।
शुभ रंग  =  आसमानी 
शुभ अंक  :  6
मीन (Pisces): मन की अस्वस्थता के कारण आप आज व्यग्र रहेंगे। शरीर में थकान और आलस्य का अनुभव होगा। उच्चाधिकारियों के साथ सावधानीपूर्वक कार्य करें। संतान के विषय में आप को चिंता रहेगी। आवश्यक निर्णय लेना आज उचित नहीं है। व्यापारी वर्ग को व्यापार में बाधा आ सकती है। नकारात्मकता को महत्व न दें।
शुभ रंग  =  पींक
शुभ अंक  :  5

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कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए ऑक्सीजन बैंक तैयार, संक्रमिताें के इलाज में होगी सहूलियत

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में कोरोना संक्रमितों की जान बचाने के लिए डाॅक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में चेंबर ऑफ कॉमर्स सीतामढ़ी द्वारा ऑक्सीजन बैंक की स्थापना कर कोरोना संक्रमितों के इलाज में लाभदायक होगा। इस अवसर पर संगठन के पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया। इसकी जानकारी देते हुए संगठन के संयोजक विकास कुमार ने बताया कि इस ऑक्सीजन बैंक का सभी वर्ग के लोग आसानी से इसकी सेवा ले सकेंगे।

इसलिए एक न्यूनतम शुल्क रखा गया है। इसमें रिफिलिंग के नाम पर 200 और मास्क व पाइप के लिए 100 रुपए रुपए देने होंगे। ऑक्सीजन सिलेंडर लेने के क्रम में सिक्योरिटी डिपॉजिट के नाम पर दो हजार रुपए लिए जाएंगे। फिर सिलेंडर लौटाते समय ये रुपए वापस कर दिए जाएंगे। जबकि यह सिक्योरिटी डिपॉजिट चेंबर के सदस्यों के लिए नहीं होगा। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर तीन दिन के लिए दिया जाएगा। अगर जरूरतमंद को इससे ज्यादा दिन रखने की जरूरत होगी तो डॉक्टर का प्रिसक्रिप्शन उन्हें देना पड़ेगा। या फिर सौ रुपए प्रतिदिन के हिसाब से उनसे लिया जाएगा।

डॉक्टर ने जीती कोरोना से जंग मरीजों का इलाज शुरू किया

शहर के डुमरा रोड के एक डॉक्टर ने कोरोना से जंग जीत ली है। डाॅक्टर पूरी तरह स्वस्थ होकर मरीजों की सेवा के लिए उपलब्ध हो गए हैं। रविवार से मरीजों की चिकित्सा सेवा शुरू कर दी है। जिले के अन्य चिकित्सकों ने उन्हें बधाई दी है। स्वस्थ हुए डॉक्टर ने बताया कि संयम और सतर्कता बरतते हुए उन्होंने यह जंग जीती है। साथ ही बेहतर खानपान व बेहतर इलाज के कारण ही उन्होंने काेरोना वायरस पर विजय पाया है। उन्होंने आम जनता को भी संयम और सतर्कता बरतने की अपील की है। साथ ही सरकार की गाइडलाइन का पालन करने का आग्रह किया है।



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Oxygen bank ready for treatment of corona infects, facility to treat infections


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/sitamarhi/news/oxygen-bank-ready-for-treatment-of-corona-infects-facility-to-treat-infections-127556450.html

सीतामढ़ी में 15 लोगों की काेरोना जांच रिपोर्ट आई पॉजिटिव, संक्रमितों का आंकड़ा 400 पर पहुंचा

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में आम लोगों में दशहत का माहौल कायम हो गया है। फिर रविवार को जिले में 15 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है। इस प्रकार जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर चार सौ तक के आंकड़ा को छू लिया है। इन सभी मरीजों की रिपोर्ट आने के बाद सभी मरीजों को इलाज के लिए शहर के डुमरा स्थित कोविड हेल्थ केयर सेंटर में भेज दिया गया है। इसकी जानकारी डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने दी है। उन्होंने कहा कि ये सभी मरीज कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क सूची के है।

इन सभी की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है। अब जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 400 हो गयी है। इसमें 201 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए है। जबकि तीन लोगों की मौत हो चुकी है। फिलहाल 177 एक्टिव केस हैं। कोविड सेंटर के इंचार्ज डॉ. सुनील कुमार सिन्हा ने बताया कि रविवार को 19 लोग स्वस्थ होकर घर लौट गए है। उन्होंने कहा कि चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मचारियों ने ताली बाजाकर इनसभी मरीजों को विदा किया है।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/sitamarhi/news/karona-investigation-report-of-15-people-in-sitamarhi-came-positive-the-figure-of-infected-reached-400-127556447.html

विरौली में जलकुम्भी हटाने के दौरान पानी में बह गया युवक, तलाश जारी

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

विरौली गांव में बाढ़ के पानी की चपेट में आ जाने से युवक लापता हो गया। ग्रामीण अाैर एसडीआरएफ टीम युवक की खोज में जुटी हुई थी। विरौली निवासी ललित मंडल के 23 वर्षीय पुत्र चंदन मंडल साथियों के साथ बाढ़ में आए जलकुम्भी को हटा रहा था। इसी क्रम में चंदन पानी की तेज धार में बह गया। इसके बाद ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई।

इस बीच कई लोग चंदन को खोजने के लिए पानी में उतरा, पर कोई सफलता नहीं मिली। तब लोगों ने इसकी सूचना सीओ कृष्ण कुमार सिंह को दी। सीओ ने एसडीआरएफ को बुलाया। एसडीआरएफ की टीम युवक की खोज में जुट गयी थी।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/puparee/news/during-the-removal-of-hyacinth-in-virauli-the-youth-was-swept-away-in-the-water-search-continues-127556442.html

जीएमसीएच बेतिया में सीतामढ़ी की काेराेना पीड़ित महिला की हुई मौत, एंबुलेंस से शव को सदर अस्पताल लाया गया

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

शहर के रीगा रोड निवासी रामनिवास धबई की पत्नी मीना देवी की मौत शनिवार की देर शाम कोरोना संक्रमण के कारण जीएमसीएच बेतिया में हो गई। शनिवार की देर रात परिजनों के आग्रह पर मृत महिला के शव को आईस बॉक्स में रखकर उसे जीएमसीएच की एम्बुलेंस से सदर अस्पताल सीतामढ़ी लाया गया। शव के साथ परिजन भी थे। मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी शव को सदर अस्पताल प्रशासन को सौंपकर वापस चले गए।

यहां परिजनों ने पुलिस व अस्पताल प्रशासन से अंतिम संस्कार के लिए शव देने की मांग की, लेकिन, पुलिस ने शव देने से इनकार कर दिया। पुलिस ने परिजनाें से कहा कि शव का अंतिम संस्कार प्रशासन की देखरेख में हाेगा। उससे पहले परिजनों को सूचना देकर बुला लिया जाएगा। महिला के पुत्र मनोज धबई ने कहा कि उसकी मां पूर्व से दमा की बीमारी से ग्रसित थी। 22 जुलाई को उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। इसके बाद डॉक्टरों ने उसे बेतिया मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया था।

  • मामले को लेकर नगर थाने में यूडी केस दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही है। प्रशासनिक देखरेख में मृतका के शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार से पहले परिजनों को सूचित किया जाएगा। -विजय यादव, सर्किल इंस्पेक्टर, सीतामढ़ी सदर।
  • महिला पूर्व से कोरोना पॉजिटिव थी, जिसका इलाज किया जा रहा था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों के अाग्रह पर शव को एंबुलेंस से सीतामढ़ी सदर अस्पताल भेजा गया। शव के साथ परिजन भी थे। -डॉ. श्रीकांत दुबे, उपाधीक्षक, जीएमसीएच, बेतिया।
  • स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के मुताबिक कोरोना से हुई मौत के बाद शव को तीन दिनों तक अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में सुरक्षित रखा जाएगा। इसके बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी। -डॉ. राकेश चन्द्र सहाय वर्मा, सिविल सर्जन सीतामढ़ी।


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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/sitamarhi/news/the-death-of-a-woman-suffering-from-kareena-of-sitamarhi-in-gmch-betia-127556438.html

हड़ताल समाप्त, आज से काम पर लौटेंगे कर्मचारी, जनहित में हड़ताल समाप्त करने का लिया निर्णय

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी महासंघ की जिला इकाई की बैठक रविवार को डुमरा स्थित जिला कार्यालय में आयोजिल की गई। इसकी अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष समरेन्द्र नारायण वर्मा ने की। इस दौरान उपस्थित संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सरकार के आश्वासन व वर्तमान परिस्थिति में कोविड-19 महामारी एवं बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जनहित में अगले आदेश तक हड़ताल को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है।

अध्यक्ष ने बताया कि राज्य स्तर पर आदेश के आलोक में अनिश्चितकालीन हड़ताल को समाप्त किया गया है। वहीं सोमवार से अपने-अपने कार्यों पर लौटने की बात कही गई है। मौके पर मधुरेन्द्र सिंह, निलमणी, अवनीश कुमार, उपाध्यक्ष शंभू शरण सिंह, अनिल कुमार, कुमार ओम, सर्वानंद पांडेय, मदन मोहन, मुकेश कुमार, सीमा भारती, जयंती कुमारी, संतोष कुमार, राजू कुमार, कंचन माला, नवीन कुमार, संतोष कुमार, संजय कुमार, सर्वानंद पांडेय आदि मौजूद थे।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/sitamarhi/news/strike-ends-employees-will-return-to-work-from-today-decision-to-end-strike-in-public-interest-127556434.html

चोरौत में रेनकट से चोराैत-साहरघाट पथ पर आवागमन ठप, डूबने से दो की मौत

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

जिले के विभिन्न नदियों के जलस्तर में गिरावट हो रही है। लेकिन, बागमती व अधवारा समूह की नदियां अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। अलग-अलग घटना में रविवार को पानी डूबने से दो की मौत हो गई। नदियों में जलस्तर में हो रही गिरावट के साथ ही जहां बागमती नदी द्वारा कटाव किया जा रहा है।

वहीं, पानी निकलने वाले बाढ़ प्रभावित इलाके में महामारी की आशंका बढ़ गई है। प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाके में 17 स्थानों पर सामुदायिक किचन संचालित किया जा रहा है। चोरौत में रेनकट होने के बाद चोराैत-साहरघाट पथ पर आवागमन ठप हो गया है। वहीं परिहार में 60 फीसदी फसल बर्बाद होने की बात कही जा रही है।
सहियारा के कटही मन में डूबने से युवक की हुई मौत
सहियारा थाना क्षेत्र के गुलरिया टोल सरेह स्थित कटही मन में रविवार को डूबने से एक युवक की मौत हो गई है, जिसकी पहचान मनरिया गांव निवासी उमेश सहनी के 23 वर्षीय पुत्र दिनेश सहनी के रूप में की गई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। थानाध्यक्ष शंभूनाथ सिंह ने बताया कि दिनेश मानसिक रूप से विक्षिप्त था। दिनेश शनिवार को अपने घर लौट रहा था। लोगों के मना करने के बावजूद वह पानी हेलकर जाने लगा। इसी दौरान पैर फिसलने से गहरे पानी में चला गया। हल्ला करने पर ग्रामीणों के सहयोग से दिनेश को पानी से निकाला गया। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

विशनपुर में लापता बालक का मिला शव

डुमरा प्रखंड के कुम्हरा बिशनपुर गांव स्थित मन (पोखर) में डूबने से एक सात वर्षीय बालक की मौत हो गई। जिसकी पहचान गांव के मो. इलियास के सात वर्षीय पुत्र मो. इमरान के रूप में की गयी है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजन को सौंप दिया। बताया गया है कि मो. इमरान शनिवार को खेलने के लिए निकला था। पैर फिसल जाने के कारण मन में डूब गया था। सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम खोजबीन में जुटी।

जिले की 119 पंचायतों के 253 वार्ड प्रभावित

लगातार हो रही बारिश एवं नदियों में आई उफान के कारण जिले का 119 पंचायत के 253 वार्ड प्रभावित हुआ है। आंशिक व पूर्ण प्रभावित क्षेत्रों का आंकलन किया जा रहा है। बेलसंड, परिहार, बाजपट्‌टी, रीगा, मेजरगंज, बैरगनिया, रुन्नीसैदपुर, चोरौत, सुरसंड, बथनाहा, रीगा बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ प्रभावित परिवार के सदस्यों के भोजन की सुविधा के लिए जिले में कुल 17 सामुदायिक किचन संचालित किया गया है। नदियों के जलस्तर में हो रही गिरावट के साथ ही गांव में फैले बाढ़ का पानी उतरने लगा है।

रेनकट से चोरौत-साहरघाट रोड बंद

रेनकट होने के कारण रविवार को चोरौत-साहरघाट पथ में इंडेन गैस गोदाम के समीप यातायात बाधित हो गई। यहां एक साथ दो छोटे-छोटे पुलिया था जो बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गया।प्रखंड मुख्यालय की यह लाइफ लाइन सड़क चोरौत, पुपरी व भिट्ठामोड़, साहरघाट, बसैठ को जोड़ती है। आवागमन ठप होने से कई ट्रक चालक फंसे हैं।

नदियों के जलस्तर में गिरावट जारी है

रविवार को नदियों के जलस्तर में गिरावट हुई। बागमती नदी के जलस्तर में ढेंग घाट पर 23 सेमी गिरावट हुई है। इसी प्रकार सोनाखान में 5, डूब्बाघाट में 47, चंदौली में 23 कटौझा में 8 सेमी गिरावट हुई। झीम नदी के जलस्तर में 10, लखनदेई नदी के जलस्तर में 45 व अधवारा नदी की जलस्तर में 5 सेमी गिरावट हुई है।



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Traffic stalled on Chorait-Saharghat road from Renkat in Chorout, two died due to drowning


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/sitamarhi/news/traffic-stalled-on-chorait-saharghat-road-from-renkat-in-chorout-two-died-due-to-drowning-127556432.html

दोपहर में हुई बारिश ने बढ़ाई परेशानी, सिरसिया के निचले हिस्से में बने 5 नए घरों में घुसा बाढ़ का पानी

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

प्रखंड क्षेत्र में रविवार की दोपहर हुई मूसलाधार बारिश ने सिरसिया के बाढ़ पीड़ितों की परेशानी और अधिक बढ़ा दिया। बारिश के कारण नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से सिरसिया के निचले हिस्से में बने 5 नए घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया।
घरों में बाढ़ के पानी प्रवेश करने के कारण जो लोग खुले आसमान के नीचे सिरसिया बांध सहित अन्य ऊंचे स्थलों पर शरण लिए हुए हैं। उनके लिए बारिश का पल काफी कष्टदायक रहा। बाढ़ पीड़ितों में मो. शाहिद उर्फ डब्लू ने कहा कि खुले आसमान के नीचे मवेशियों के साथ जीवन यापन करने की विवशता है। नीचे बाढ़ व उपर से बारिश का पानी ने पीड़ितों की परेशानीा बढ़ा दी है। मवेशियों के सामने आवास व भोजन दोनों की समस्या उत्पन्न हो गई है।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/hasanpur/news/rain-in-the-afternoon-increased-the-problem-flood-water-entered-5-new-houses-in-the-lower-part-of-sirsia-127556422.html

50 बाढ़ पीड़ितों पर चलाना था एक सामुदायिक किचन, पर जटमलपुर में 500 बाढ़पीड़ितों पर चल रहा है एक ही किचन

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

बागमती नदी के बाढ़ के पानी से करीब दस हजार से अधिक घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। इससे तटबंध के निचले इलाके में रहने वाले लोग अपने घराें को छोड़कर तटबंध पर शरण लिए हुए हैं। ऐसे में प्रखंड स्तरीय अधिकारियों की लापरवाही भी सामने नजर आ रही है। जटमलपुर बांध पर रविवार को ऐसा ही नजारा देखने को मिला। जहां महादेव स्थान से लेकर परना ढाला तक लगभग 5 किलोमीटर में 500 से अधिक बाढ़ पीड़ित परिवार तटबंध पर शरण लिए हुए हैं।

इनके लिए सिर्फ एक ही सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है। एक दिन पूर्व ही डीएम ने अधिकारियों को प्रति 50 परिवार पर एक किचन की व्यवस्था कराने की बात कही थी। वहीं बांध पर इसकी व्यवस्था बीडीओ को करानी थी। जबकि जटमलपुर महादेव स्थान से पश्चिम 50 मीटर की दूरी पर एक सामुदायिक किचन खुला है। जबकि सामुदायिक किचन के समीप से 5 किलोमीटर दूर तक लोग तटबंध पर शरण ले रखे हैं।

जिन्हें यह भी पता नहीं है कि कहीं पर किचन खुला है। जटमलपुर बांध पर सीओ के निर्देश पर एक सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है। वहां मौजूद शिक्षक ने सीओ का पत्र दिखाया जिसमें सीओ ने तीरा विद्यालय के प्रधानाध्यापक को तीरा पंचायत को बाढ़ प्रभावित बताते हुए कुछ लोगों के लिए सामुदायिक किचन चलाकर भोजन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 50 परिवार पर एक सामुदायिक किचन की व्यवस्था की बात थी। जहां प्रशासन की ओर से सामान उपलब्ध कराया जाता और लोग स्वंय खाना बनाते। पर कोई तैयार नहीं हुआ। ऐसे में इतने किचन चलाना संभव नहीं है। सब लोगों को भोजन मिलने लायक किचन चलाया जाएगा। वहीं कर्मचारी को सभी जगहों पर पन्नी बांटना है। इसकी व्यवस्था की गई है। -विनय कुमार राय, एडीएम।



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A community kitchen was to be run on 50 flood victims, but only one kitchen is running on 500 flood victims in Jatmalpur


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/kalyanpur/news/a-community-kitchen-was-to-be-run-on-50-flood-victims-but-only-one-kitchen-is-running-on-500-flood-victims-in-jatmalpur-127556420.html

शहर में 20 से अधिक कंटेनमेंट जोन, फिर भी कोरोना की स्थिति में नहीं हो रहा सुधार, जिले में मिले 34 नए संक्रमित

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

जिले में कोरोना लगभग सभी इलाके में पांव पसार चुका है। रविवार को जिले भर में 34 नए पॉजिटिव मिले हैं। जबकि सिर्फ शहर व आसपास के इलाके में 14 नया मामला समाने आया है। शहरी क्षेत्र में लगातार नया मामला सामने आने से लोगों के बीच दहशत का माहौल है। चूकी लॉक डाउन के कारण ज्यादातर शहर की दुकानें बंद है। शहर में 20 से अधिक कंटेनमेंट जोन है बावजूद राेज नया मामला सामने आने से लोग डरे हुए हैं। सरकारी कार्यालय के अलावा यूनियन बैंक, एसबीआई व बैंक ऑफ इंडिया के साथ ही भारत संचार निगम के कर्मी कोरोना के चपेट में आ चुके हैं।

डीएम के हवाले से डीपीआरओ ऋषभ राज ने बताया कि समस्तीपुर व आसपास के इलाके में 14 नया मामला सामने आया है। इसके अलावा पूसा में 6, मोहिउद्दीनगर में 4, विभूतिपुर में 3, राेसड़ा में 2 के अलावा सरायरंजन, पटोरी व शिवाजीनगर में एक-एक मामला सामने आया है। पॉजिटिव पाए गए मरीजों को होम आइसोलेशन की सुविधा दी गई है। ग्रामीणों के विरोध के बावजूद शहर से सटे मोरदीवा के गांव के पास दस बेडों का कोविड हॉस्पिटल ने काम करना शुरू कर दिया है।
हसनपुर: प्रखंड के 4 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विमल राय ने बताया कि 4 में से 3 व्यक्ति हसनपुर चीनी मिल परिसर के व एक व्यक्ति दूधपुरा के हैं।

कोरोना से सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी की पटना में मौत

दलसिंहसराय: लोकनाथपुर गंज वार्ड बारह निवासी सेवानिवृत्त एसबीआई बैंक अधिकारी की मौत रविवार को पटना में इलाज के दौरान मौत हो गई। नपं के पूर्व उपाध्यक्ष सुरेंद्र पासवान उर्फ चीना पासवान के बड़े भाई शिवजी पासवान समस्तीपुर में रहते थे। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वह होम क्वारेंटाइन थे। शनिवार को तबियत बिगड़ने पर उन्हें इलाज के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल और फिर वहां से पीएमसीएच पटना ले जाया गया।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/samastipur/news/more-than-20-containment-zones-in-the-city-yet-corona-situation-is-not-improving-34-new-infected-found-in-the-district-127556416.html

मगरदहीघाट स्लुईस गेट से रिसाव शहर में घुसा बूढ़ी गंडक का पानी

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

मगरदहीघाट स्थित स्लुईस गेट से रविवार दोपहर रिसाव शुरू हो गया। जिससे शहर के नीमगली, घोषलेन, आर्य समाज रोड, गुदरी बाजार आदि इलाके में बूढी गंडक नदी का पानी घुस गया। जिससे लोगांे के बीच दहशत का माहौल कायम हो गया। स्लुईस गेट से रिसाव की सूचना के बाद बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंताओं के साथ नगर परिषद के इंजीनियरों ने स्लुईगेट का निरीक्षण किया।

रिसाव को बंद करने के लिए बालू भड़े बोरे को स्लुईस गेट के रास्ते पर डाल कर बंद किया गया। बाढ़ नियंत्रण विभाग के ईई अरूण प्रसाद ने बताया कि स्लुईस गेट पूरी तरह से सुरक्षित है। नदी का लेवल बढ़ने से थोड़ा रिसाव आम बात है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। स्लुईस गेट को बंद कर दिए जाने के कारण बांध से सटे इलाके में पानी लगा है।
जानकारी अनुसार दोपहर अचानक लोगों ने मगरदहीघाट स्थित स्लुईगेट से पानी रिसाव होता देख हल्ला मचाया। कुछ देर में ही बांध से सटे नीमगली, गुदरी, घोषलेन, आर्यसमाज रोड, पुरानी पोस्टऑफिस रोड आदि मोहल्ला में सड़क पर पानी भर गया। नीमगली मोहल्ला के तो कई घरों में एक फीट तक पानी लग गया है। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

मोहल्ले में अचानक पानी भरने से सहमे लोग

दोपहर में अचानक नीमगली, घोषलेन, आर्यसमाज रोड आदि इलाके में पानी लग जाने से लोग बाढ़ की आशंका से सहम उठे। लोगांे का कहना था कि स्लुइस गेट बंद होने के कारण शहर का पानी नहीं निकल रहा है। ऊपर से स्लुइस गेट के रिसाव के कारण और परेशानी बढ़ गई है। नीमगली के कई घरों में बेड रूम तक पानी भर गया है। रास्ते पर दो से ढाई फीट पानी लगा है। नगर परिषद ने दो बड़ा पंप लगा कर पानी निकासी शुरू की।

स्लुइस गेट से रिसाव नहीं हो रहा। नदी का जलस्तर बढ़ने से परेशानी होती है। बालू का बोरा डालकर स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है। वर्षा के पानी से शहर में जलजमाव है। -अरुण प्रसाद, ईई, बाढ़ नियंत्रण विभाग

रिसाव की सूचना के बाद दो बड़ा पंप से पानी की निकासी शुरू की गई है। बावजूद पानी कम नहीं रहा है। ऐसी स्थिति में रिसाव के कारण ही संभव है। वह मौके पर कैंप कर रहे हैं। -रजनीश कुमार, ईओ नप।



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Leakage from the Mardahighat Sluys Gate enters the city as old Gandak water


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/samastipur/news/leakage-from-the-mardahighat-sluys-gate-enters-the-city-as-old-gandak-water-127556410.html

एक मीटर और बढ़ा बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर, बारिश हुई तो बाढ़ की चपेट में आ सकता है शहर

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

बूढ़ी गंडक व बागमती के बाद अब गंगा नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान को पार कर गया है। बताया जाता है कि गंगा नदी के जलस्तर में चार दिन कमी आने के बाद एकाएक बढ़े जलस्तर ने मोहिउद्दीननगर व मोहनपुर के किसानों की चिंता बढ़ा दी है। बताया जाता है कि गंगा नदी का जलस्तर अपने खतरे के निशान 45.50 के उपर आ गया है। वहीं अब जलस्तर बढ़ा तो दोनों प्रखंडों के निचले इलाके दियारा में मौजूद हजारों एकड़ की फसल बर्बाद हो सकती है।

नदी के बढ़े जलस्तर बाद प्रशासन ने भी बांधों पर मुश्तैदी बढ़ा दी है। इधर, शहर के बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर रविवार को 30 सेंटीमीटर से ज्यादा बढ़कर खतरे के निशान 45.73 मीटर से 1.07 मीटर उपर 46.80 मीटर तक पहुंच गया है। अरूण प्रसाद, ईई, फ्लड कंट्रोल के ईई अरूण प्रसाद ने बताया कि बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। अब यह खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर आ चुका है।

घर में घुसा पानी ; दो माह के बच्चे को लेकर तटबंध पर ली शरण

बागमती नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है। रविवार को मलिकौली गांव के वार्ड 1 निवासी राम जी साह अपने 2 माह के नवजात को गोद में लेकर पानी की तेजधार के बीच से तटबंध पर शरण लेने के लिए जा रहे थे। उन्होंने बताया कि घर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। इसलिए हम लोग बच्चे के साथ तटबंध पर रहने जा रहे हैं। प्रशासन ने ना तो नाव की व्यवस्था कराई गई है ना ही कोई मूलभूत सुविधा ही दी है। बाढ़ में 2 दर्जन से अधिक गांव के 10 हजार घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। इनमें कलौजर, सलाह, रमजान नगर, नामापुर, दरियापार, मलिकौली, रजपा आदि शामिल हैं।

समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर बाढ़ का पानी बढ़ा

समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर बाढ़ का कहर जारी है। जिस कारण तीसरे दिन भी इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं हो पाया। हायाघाट स्टेशन के पास बागमती नदी का पानी और बढ़ जाने से पुल के गाटर से पानी ऊपर चढ़ गया है। पानी का दबाव बढ़ने से रेलवे पुल पर खतरा उत्पन्न हो गया है। रेलवे अभियंताओं का कहना है कि पानी अभी राइजिंग मोड में है। ऐसी स्थिति में पुल पर खतरा बढ़ता जा रहा है। नदी का जलस्तर बढ़ता रहा तो कुछ भी संभव है। अब पानी कम होने और पाये की स्थिति जांचने के बाद ही ट्रेनों का परिचालन शुरू हो पाएगा।

हालांकि रेलवे के मीडिया प्रभारी सह सीनियर डीसीएम सरस्वती चंद्र ने कहा कि पुल की स्थिति की निगरानी के लिए इंजीनियरिंग विभाग के लोग राउंड दी क्लाॅक निगरानी रख रहे हैं। रेलवे के अभियंताओं का कहना है हायाघाट के पास डेंजर लेवल 46.92 है जबकि नदी रविवार दोपहर 48.30 पर बह रही थी। वर्ष 1987 की बढ़ में यहां पानी का लेवर 48.50 था। गत 24 घंटा के दौरान पानी का लेवल 25 सेंटीमीटर बढ़ी है। अभी पानी बढ़ने की संभावना है।

पतैल टोला के 150 परिवार का बाहर निकलना हुआ मुश्किल

निरपुर भड़रिया पंचायत के पतैल टोला के वार्ड 7 व 8 का विगत एक सप्ताह से पंचायत व प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क टूटा है। गांव तक पहुंचने वाली संपर्क सड़क पर करीब एक किलोमीटर में पानी बह रहा है। बावजूद इसके प्रशासन ने गांव में नाव की व्यवस्था नहीं कराई। एक सप्ताह से गांव के 150 परिवारों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। लोग जान जोखिम में डालकर बाढ़ के बहते पानी के बीच इसी सड़क से दैनिक कार्य करने को विवश हैं। पंचायत के सरपंच लक्ष्मी पासवान इसी गांव के निवासी हैं, पर वे भी लाचार हैं।



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The water level of the old Gandak river increased by one meter and the city may get flooded if it rains


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/samastipur/news/the-water-level-of-the-old-gandak-river-increased-by-one-meter-and-the-city-may-get-flooded-if-it-rains-127556406.html

शहर में मिल रहे सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव, कम्युनिटी संक्रमण का खतरा

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

पिछले एक सप्ताह में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है। वृद्धि का दर 80 प्रतिशत तक पहुंच गया है। विगत एक सप्ताह में ही 426 नए मरीज मिले हैं। जिले में सर्वाधिक मरीज जिला मुख्यालय से मिल रहे हैं।
जबकि पॉजेटिव मिले काफी लोगों का ट्रेस स्वास्थ्य विभाग नहीं खोज पाई। इसके अलावे अब मिलने वाले अधिकांश मरीज की हिस्ट्री नहीं मिल रही है। जिससे अब जिला कम्यूनिटी संक्रमण की ओर बढ़ चला है। 15 जुलाई तक 114 दिनों में जिले में मरीजों की कुल संख्या 521 थी। वहीं 26 जुलाई को यह आंकड़ा 947 तक पहुंच गया है। नए मिले मरीजों में दो तिहाई सिर्फ मोतिहारी शहर के हैं।

मोतिहारी शहर व सेंट्रल जेल कोरोना का हॉट स्पॉट बना हुआ है। शहर में तेजी से कोरोना वायरस अपना पांव पसार रहा है। क्योंकि यहां पढ़े लिखे लोग भी सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं हैं। जिले के 77 प्रतिशत अर्थात 675 मरीज पूरी तरह ठीक हो गए हैं। वहीं एक्टिव मरीजों की संख्या 232 है। स्वास्थ्य विभाग के लिए राहत की बात यह है कि मात्र 26 लक्षण वाले मरीजों को ही डायट स्थित आरोग्य सदन के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है।

ये है चिंतनीय... आठ दिनों में 396 पॉजिटिव केस आए
लापरवाही और कोरोना दोनों साथ-साथ चल रहे हैं। यह समाज के लिए चिंतनीय है। लॉकडाउन सिर्फ कागजों पर है। पूरी तरह से बाजार अनलॉक है। दो गज की दूरी का अधिकांश लोग पालन नहीं कर रहे हैं। पढ़े लिखे लोग भी बिना मास्क में घूमते नजर आ रहे हैं। लिहाजा कोरोना अपने नापाक मंसूबों में आगे बढ़ रहा है। आठ दिनों में 396 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। अगर आंकड़े इसी तरह से बढ़ें तो कुछ सप्ताह में ही मरीजों का आंकड़ा दो हजार पार कर जाएगा। और वह कहां तक जाएगा, इसका अंदाजा फिलहाल मुश्किल है।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/motihari/news/most-corona-positive-in-the-city-risk-of-community-infection-127556395.html

बंजरिया में एनडीआरएफ की बोट में प्रसव पीड़िता ने बच्ची को दिया जन्म

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

थाना क्षेत्र के गोबरी की 25 वर्षीया रीमा देवी रविवार को नाव पर ही बच्ची को जन्म दिया। सीओ मणिकुमार वर्मा ने बताया कि जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ है। जिसका इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंजरिया के मध्य विद्यालय कैंप में चल रहा है।

नाव पर जच्चा के परिजनों के अलावे थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार पासवान, एनडीआरएफ के एएसआई जितेंद्र कुमार भी सवार थे। बोट शव लाने के लिए गई थी। तभी सीओ मणिकुमार वर्मा ने उक्त महिला की प्रसव पीड़ा के बारे में थानाध्यक्ष को बताया। तब महिला का रेस्क्यू किया गया।



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Childbirth born to child in NDRF boat in Banjaria


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बंजरिया के गोबरी में डूबने से भाई-बहन की मौत, शव नहीं ढूंढ़ सकी एसडीआरएफ की टीम

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

थाना क्षेत्र के गोबरी में गड्ढे में डूबने से रविवार को दो भाई बहनों की मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे आस पास के लोग व ग्रामीणों ने ज्योति कुमारी के शव को ढूंढ निकाला। जबकि धीरज के शव की तलाशी के लिए एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई। काफी खोज बिन के बाद युवक का शव ग्रामीण नन्हक द्वारा निकाला गया।

मोटर बोट से पहुंचे थाना प्रभारी प्रमोद कुमार पासवान ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर हॉस्पीटल लेकर गए। ग्रामीण नन्हक ने बताया कि गोबरी निवासी संजय साह की पुत्री ज्योति कुमारी अपने घर के पास बैठी थी उसी वक्त पानी मे तैरता हुआ एक सांप उसकी तरफ आने लगा जिसे देख वह चिल्लाई व भागने लगी इस दौरान उसका पैर फिसल गया। जिससे वह गहरे पानी मे चली गई व डूबने लगी। बहन के चिल्लाने पर उसका बड़ा भाई धीरज कुमार उसे बचाने के लिए दौड़ा व वह भी पानी मे ही डूब गया। सीओ ने बताया कि मृतक ज्योति कुमारी की उम्र 16 वर्ष व धीरज कुमार की उम्र 18 वर्ष बताई गई है।

इधर, पोखरा में डूबने से एक की मौत

कल्याणपुर थाना क्षेत्र के परसौनी वाजिद पंचायत के तेनुआ गांव के29बर्षिय विनोद भगत का पोखर में पैर फिसल कर डूब जाने से हुई मौत। मृतक की पत्नी बबीता देवी ने दिए आवेदन में बताया है कि मेरे पति अपने घर से गाय के लिए चारा काटने निकले की घर के कुछ दूर पर एक पोखर में इनका पैर फिसल कर डूब जाने से मौत हो गया है।पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी भेज दी है।

केसरिया में बाढ़ के पानी में डूबने से युवक की मौत

केसरिया थाना क्षेत्र के मनोहर छपरा मार्ग चाैर स्थित बाढ़ के पानी में डूबने से 20 वर्षीय युवक की मौत हो गई। मृतक राजेश कुमार इसी थाना क्षेत्र के बढ़ई टोला का रहने वाला था। घटना के संबंध में बताया गया कि राजेश रविवार की शुबह शौच के लिए बाहर गया था। इस बीच सड़क के किनारे बह रहे पानी में वह गिर पड़ा। बाद में सड़क के किनारे पानी से उसका शव बरामद किया गया।

ढाका में गड्ढे में डूबने से 16 वर्षीय किशोर की मौत

ढाका थाना क्षेत्र के बरेवा गांव में बाढ़ के पानी से बने गड्ढ़े में डूबने से एक 16 वर्षीय किशोर की मौत रविवार को हो गई। मृतक कुंडवा चैनपुर थाना क्षेत्र के खरूही बारा फरीद गांव का रहने वाले मो. शकीबुल हक का 16 वर्षीय पुत्र मो. परवेज था। शकीबुल सपरिवार पटना में रहकर अपना गुजर बसर करता था। पिछले चार पांच दिनों पूर्व वह अपने ससुराल ढाका के बरेवा आया था।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/motihari/news/brother-and-sister-died-due-to-drowning-in-gobari-of-banjariya-sdrf-team-could-not-find-body-127556385.html

डीएम ने मोतिहारी सीओ को पद से हटाया, एसडीसी को जिम्मेदारी

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

गंडक, बूढ़ी गंडक व लालबकेया नदी का पानी लगातार नए क्षेत्रों में फैल रहा है। तीनों नदियों के अलावा अन्य छोटी नदियों के कहर से जिले के 10 प्रखंड की 60 पंचायत के 150 गांव के 3.25 लाख लोग प्रभावित हैं। इन गांवों के अधिकांश लोग पलायन कर अपने सगे-संबंधियों के यहां शरण लिए हैं अथवा आसपास के ऊंचे स्थानों पर खुले आसमान के नीचे अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं। सबसे अधिक तबाही गंडक नदी मचा रही है।


निहालु टोला में टूटे बांध से निकल रहा पानी तेजी से संग्रामपुर, कोटवा व केसरिया के नए क्षेत्रों में फैल रहा है। जिससे लोग घर छोड़कर पलायन कर रहे हैं। गुरुवार की रात बांध टूटने के 65 घंटे के अंदर बाढ़ ने 10 पंचायत के 50 से अधिक गांवों को अपनी चपेट में ले लिया। जिससे करीब 1.50 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। इधर, बूढ़ी गंडक नदी बंजरिया, सुगौली, मोतिहारी व चिरैया प्रखंड में कहर बरपा रही है। नदी का पानी प्रतिदिन नए क्षेत्रों में घुस रहा है।

मोतिहारी-रक्सौल एएच 42 पर बंगरा के समीप पानी बह रहा है। जिससे वाहनों का परिचालन बाधित हो गया है। मोतिहारी प्रखंड के आधा दर्जन से अधिक पंचायत बाढ़ की चपेट में हैं। सुगौली व बंजरिया की अधिकांश पंचायत में बाढ़ के पानी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। जबकि ढाका व पताही में लालबकेया नदी का कहर जारी है। दोनों प्रखंड की कई पंचायत में बाढ़ का पानी अभी भी जमा है। जिससे लोग घिरे हैं। बाढ़ राहत कार्य में लापरवाही बरतने को लेकर डीएम ने मोतिहारी सीओ वीरेंद्र कुमार को हटा दिया है।

मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जिला प्रशासन अलर्ट
मौसम विभाग ने 27-29 जुलाई तक जिले में भारी बारिश की चेतावनी दी है। जिसको देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में है। सबसे अधिक सतर्कता संग्रामपुर, अरेराज में बरती जा रही है। बांध के टूटान स्थल पर कटाव रोकने का कार्य किया जा रहा है। जितना बांध टूटा है उससे अधिक न टूटे। इसपर फोकस किया जा रहा है। बहाव तेज होने के कारण बांध को बांधने में परेशानी आ रही है। विभाग के अभियंता पानी का लेबल कम होने का इंतजार कर रहे हैं।

डीएम बोले- आपदा कार्य में मोतिहारी व सुगौली के सीओ की लापरवाही सामने आई है। मोतिहारी सीओ को हटा दिया गया है। सुगौली सीओ को भी जल्द ही आपदा कार्य से हटाया जाएगा। -एसके अशोक, डीएम, पूर्वी पंचारण



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/motihari/news/dm-removes-motihari-co-from-post-responsibility-to-sdc-127556376.html

संग्रामपुर के 10 हजार लोग राहत के लिए तीन दिनों से लालायित, माल-मवेशियों के साथ बांध पर रह रहे हैं 30 गांवों के लोग

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

संग्रामपुर प्रखंड में गुरुवार की मध्यरात्रि चम्पारण तटबंध के टूटने के बाद उत्तरी भवानीपुर, दक्षिणी भवानीपुर, डुमरिया, बरवां, भटवलिया, वीटीआर, दक्षिणी बरियरिया पंचायत के साठ गांव में बाढ़ का पानी फैल गया है। इन गांव की करीब चालीस हजार से भी अधिक आबादी तीन दिनों से सूखे राशन, फांके और समाजसेवियों के सहयोग से मिले तात्कालिक भोजन के सहारे गुजर बसर कर रहे हैं। एक तरफ प्रशासन यह दावा कर रही है कि अधिकतर पीड़ितों तक सूखे राशन को पहुंचा दिया गया है और जो सूखे राशन से वंचित हुए हैं उनको कम्युनिटी किचन में भोजन कराया जा रहा है। लेकिन अभी तक गांव में फंसे करीब एक चौथाई लोगों तक राहत कर्मियों की पहुंच नहीं हो पाई है।
मुखिया मुनानी शर्मा, मुखिया के पति नन्हे सिंह, प्रमोद यादव, नागमणि सिंह आदि ने बताया कि जितने लोग प्रभावित हैं उनमें से मात्र एक चौथाई से कुछ अधिक लोगों तक ही सूखा राशन पहुंच पाया है। गांव में घरों की सुरक्षा के लिए छतों पर शरण लिए बाढ़ पीड़ितों तक भी राशन नहीं पहुंच पा रहा है। चारों तरफ अफरा तफरी और त्राहिमाम की स्थिति बनी हुई है। बांध पर शरण लिए बाढ़ पीड़ितों तक कुछ समाजसेवी व विधायक प्रतिनिधि लगातार सूखे
राशन का वितरण कर रहे हैं। लेकिन गांवों में फंसे लोगों तक ये लोग भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिस कारण उनकी स्थिति काफी दयनीय है। बाढ़ के बाद करीब 30 गांव के लोग बांध पर अपने मवेशियों के साथ आकर रह रहे है। जिनके पास न तो काना है और न साफ पानी की व्यवस्था। लोग प्लास्टिक के नीचे गुजर बसर कर रहे हैं। यहां कम्यूनिटी किचन भी नहीं है जहां उनके लिए भोजन बन सके। लोग केवल मिलने वाले सूखे राशन की पर जीवन यापन कर रहे हैं।एसडीएम धीरेंद्र कुमार मिश्रा ने प्रभावित पंचायतों के मुखिया और जनप्रतिनिधियों के साथ रविवार को प्रखण्ड कार्यालय में बैठक कर प्रभावित लोगों तक अधिक से अधिक सहायता पहुंचाई जाए इसपर विचार विमर्श किया।

बनकट की महादलित बस्ती के घरों में घुसा बारिश का पानी

बड़कागांव पंचायत स्थित ठीकहा बनकट के महादलित बस्ती में बारिश एवं बाढ़ के पानी ने कई लोगों को घर से बेघर कर दिया है। पूरे गांव का वही हाल है। बहुत सारे परिवार ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। चूड़ा गुड़ खा कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। अभी तक कोई सरकारी या सामाजिक लोग हालचाल लेने को नहीं आए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन के विरुद्ध अपना नाराजगी जाहिर किया तथा कहा कि कई दिनों से हम लोगों के घर में पानी जमा हुआ है। पर उन लोगों को कोई देखने को तैयार नहीं है।

वहीं महज 100 मीटर की दूरी पर बूढ़ी गंडक नदी उफान पर है जिसके पूर्वी तटबंध में कहीं-कहीं पानी का रिसाव भी हो रहा है। इससे ग्रामीण लोग भयभीत है। डर से लोग सही से रात में सो नहीं पा रहे हैं। वहीं ग्रामीण जोगिन माझी, रीना देवी, बिंदा माझी, संजू देवी, गीता देवी, बबीता देवी, शकीला देवी, प्रदीप राम, शिवम राम, चंदेश्वर मुखिया, नीलेश पटेल, तुलसी मुखिया, सुरेश मुखिया, सत्यनारायण साह, हीरालाल मुखिया सहित सैकड़ों लोगो ने सरकार एवं प्रशासन के व्यवस्था के खिलाफ विरोध किया।

इस संबंध में सीओ राजेश कुमार ने बताया कि बारिश के पानी अधिक होने के कारण बहुत सारे लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है। आपदा विभाग के नियमों के अनुसार वैसे सभी परिवार को हर संभव मदद की जाएगी।



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10 thousand people of Sangrampur have been craving for relief for three days, people of 30 villages are living on the dam with goods and cattle


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/motihari/news/10-thousand-people-of-sangrampur-have-been-craving-for-relief-for-three-days-people-of-30-villages-are-living-on-the-dam-with-goods-and-cattle-127556370.html

15 अगस्त को लेकर बॉर्डर पर भारत नेपाल के सुरक्षा बलों ने की साझा गश्ती

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

आगमी 15 अगस्त की तैयारी को लेकर भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। स्वतंत्रता दिवस को लेकर शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए राष्ट्रविरोधी तत्वों पर सुरक्षा बलों की पैनी नजर है। इस दौरान भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 48 वीं वाहिनी के जवानों ने नेपाली आर्म्स पुलिस फोर्स के साथ साझा गश्ती कर बॉर्डर के इलाकों का जायजा लिया।

सीमा पर सुरक्षा को लेकर दोनों देशों के जवान आपस में समन्वय बनाकर गश्ती कर रहे हैं। पिपरौन एसएसबी के कंपनी इंचार्ज ने बताया कि एसएसबी जवानों ने सीमा पर पुलिस कर्मी व नेपाली फोर्स के साथ साझा गश्ती की है।



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On 15 August, security forces of India Nepal patrol the border


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/madhubani/news/on-15-august-security-forces-of-india-nepal-patrol-the-border-127556351.html

एक दिन में 64 लाेगाें की कोरोना जांच रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई, जिले में संक्रमितों का बढ़ रहा है ग्राफ, अबतक 829 लाेग हुए संक्रमित

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

जिले में कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या 800 के पार पहुंच गई है फिर भी लोग लाॅकडाउन में खुलेआम बाजारों व सड़कों पर घूम रहे हैं इससे संक्रमण बढ़ने का खतरा और अधिक हो गया है। सबसे अधिक भीड़ सब्जी बाजार में लग रही है जबकि मुख्यालय में भी कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है और यह संख्या बढ़कर 120 के पार पहुंच गई है। आईडीएसपी कार्यालय ने रविवार को 64 नए पाॅजिटिव मरीजों की लिस्ट जारी की। इसके साथ ही जिले में पाॅजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 829 हो गई है।

जबकि 2 की मौत की पुष्टि आईडीएसपी ने की है। 671 पाॅजिटिव मरीज स्वस्थ हो गए हैं। इस तरह अब जिले में सिर्फ 130 एक्टिव केस हैं। 16 से 31 जुलाई तक लागू लाॅकडाउन में अभी पांच दिन बाकी हैं। अगर लोग अभी भी सतर्क नहीं हुए तो लाॅकडाउन तक यह संख्या बढ़कर 1 हजार के आसपास पहुंच सकती है। पाॅजिटिव मरीजाें के लिए जिले के झंझारपुर, बेनीपट्टी, रामपट्टी व जयनगर में काेविड केयर सेंटर बनाया गया है जहां पाॅजिटिव मरीजाें का उपचार किया जाता है। आईडीएसपी कार्यालय के अनुसार जिला मुख्यालय व आसपास के क्षेत्राें में पाॅजिटिव मरीजों की संख्या 120 के पार पहुंच गई है।

ध्यान देने वाली बात यह है कि मुख्यालय में पाए गए अधिकांश पाॅजिटिव मरीज वैसी जगहों सेे हैं जहां बाजार लगती है या भीड़ रहती है। इन जगहाें पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। वहीं सदर अस्पताल में भी मरीज के परिजनाें के द्वारा साेशल डिस्टेंसिंग व मास्क का नियमित रूप से प्रयाेग नहीं किया जा रहा है। संक्रमण की वजह से ओपीडी सेवा 30 जुलाई तक बंद कर दी गई है। वहीं शहर में लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है व ई-रिक्शा आदि पर 4-5 लोगों को बैठाया जा रहा है। वहीं लॉकडाउन में भी सड़कों पर जाम का नजारा देखने को मिलता है।

सिधपा में 37 साल के युवक की रिपाेर्ट पाॅजिटिव

सिधपा पंचायत में एक युवक (37) की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। उसने अपना सैंपल 24 जुलाई को जयनगर में दिया था। युवक मुजफ्फरपुर के किसी प्रखंड कार्यालय का कर्मी है। उसे शपथ पत्र के साथ होम क्वारंटाइन में रखा गया है। पीएचसी प्रभारी डॉ. कुमार अमन ने कहा कि उसके संपर्क में आने वाले लोगों को भी चिह्नित किया गया है।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/madhubani/news/corona-test-report-will-bring-64-positive-in-a-day-graph-is-increasing-of-infected-in-district-127556346.html

पिपरा घाट त्रिवेणी, मरुकिया और उगना महादेव स्थान से जल और मिट्‌टी का संग्रह कर अयोध्या भेजा

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

रविवार को जिले के विभिन्न तीर्थस्थान व नदियों की मिट्टी को बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा एकत्रित कर अयोध्या राम मंदिर के निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन के लिए भेजा गया। जिला इकाई के कार्यकर्ता सहित खजौली, बासोपट्टी, बिस्फी और रांटी के कार्यकर्ताओं ने कपिलेश्वर स्थान महादेव मंदिर में एकत्रित होकर पिपरा घाट त्रिवेणी, बभंदेई, मरुकिया महादेव धाम, उच्चैठ दुर्गा स्थान, जीवछ घाट, उगना महादेव स्थान, भैरवा सहित कई धर्म स्थलों का जल व मिट्टी संग्रह कर अयोध्या में श्रीराम मंदिर भूमि पूजन के लिए भेजा।

पवित्र मिट्टी को कूरियर के माध्यम से श्री चंपत राय कारसेवक पुरम, जानकी घाट, अयोध्या धाम के लिए भेजा गया। विहिप जिलाध्यक्ष महेश कुमार और उपाध्यक्ष आदित्य सिंह ने कहा कि लगभग 500 वर्षों से अयोध्या में राम मंदिर बनने का स्वप्न अब साकार रूप ले रहा है। मौके पर वरतीश मिश्रा, बजरंग दल संयोजक आदित्य कुमार, सह संयोजक विनय कुमार पंडित, नगर संयोजक आलोक यादव, संतोष पासवान, आदित्य झा, बासोपट्टी के बीरेंद्र पासवान, कुमार अभिनव, विजय साह आदि उपस्थित रहे।



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Pipra Ghat collected water and soil from Triveni, Marukia and Ugna Mahadev place and sent to Ayodhya.


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/madhubani/news/pipra-ghat-collected-water-and-soil-from-triveni-marukia-and-ugna-mahadev-place-and-sent-to-ayodhya-127556340.html

मधेपुर प्रखंड के 3 लाख लाेग बाढ़ से प्रभावित, घरों में पानी घुसने से 5000 परिवार विस्थापित, 500 घर भी हुए क्षतिग्रस्त

Posted: 26 Jul 2020 05:22 PM PDT

मधेपुर प्रखंड की तीन लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। लगभग पांच हजार परिवार विभिन्न स्थलों पर विस्थापित होकर जिंदगी गुजार रहे हैं। इस दौरान पांच सौ से अधिक घर (फूस) क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। वहीं, छह लोगों की मौत बाढ़ के पानी में डूबने से हुई है। वहीं, एक की मौत सर्पदंश से हो चुकी है। बावजूद प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी गंभीर नहीं हो रहे है। रविवार को भास्कर टीम ने गेहूंमा व सुगरवे नदी में आई बाढ़ के कारण परबलपुर पंचायत के दलदल गांव का दौरा किया। इस दौरान वार्ड 6, 7 व 8 की स्थिति नारकीय बनी हुई है।

प्रतिदिन पानी घटते रहने के बावजूद भी लोगों की समस्याएं कम नहीं हुई है। घर-आंगन व सड़कों पर अभी भी पानी फैला हुआ है। पानी के बीच ही छोटे बच्चों के साथ रहना, खाना बनाकर खाना और मवेशियों को रखना लोगों की विवशता बनी हुई है। प्रखंड की सभी 26 पंचायतों में बाढ़ की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है। हालांकि सभी गांवों के निचले हिस्से में बसे लोगों की परेशानी रविवार को भी यथावत थी। बाढ़ आने के पांचवें दिन भी ऐसे दर्जनों घरों में पानी फैला हुआ है। पीड़ित परिवार सांप-कीड़ों की भय से रतजगा कर समय व्यतीत कर रहे हैं।

5928 हेक्टेयर में लगी धान की फसल हुई बर्बाद

प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी कपिलदेव पासवान ने बताया कि इस वर्ष प्रखंड क्षेत्र में 7872 हेक्टेयर भूमि में धान की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित था। इसमें 5928 हेक्टेयर भूमि में बाढ़ पूर्व धान की रोपनी हो गई थी। उन्होंने बताया कि जुलाई महीने में अब तक दो बार बाढ़ आ जाने के कारण धान की फसल पूर्णत: बर्बाद हो चुकी है। किसानों के पास अब बिचड़ा भी उपलब्ध नहीं है जिससे पुनः धान की रोपाई की जा सके। बीएओ ने बताया कि जिले से फसल क्षति की रिपोर्ट नहीं मांगी गई है।

बाढ़ राहत और फसल क्षति मुआवजा देने की उठ रही है मांग

मुखिया महासंघ के प्रखंड अध्यक्ष दिवाकर प्रसाद यादव, भाजपा मंडल अध्यक्ष दीपक कुमार झा, दिवाकर झा, जदयू जिला महासचिव जीबछ झा, राजद प्रखंड अध्यक्ष मुमताज अंसारी, सीपीआइएम नेता राम नारायण यादव सहित अन्य राजनीतिक दलों के स्थानीय नेता व जनप्रतिनिधियों ने मधेपुर प्रखंड को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करने की मांग की है। धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाने के कारण स्थानीय किसानों को फसल क्षति मुआवजा देने, जिनके फूस के घर गिर पड़े हैं, उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने तथा जिन परिवारों के घर आंगन में बाढ़ का पानी गया था, वैसे परिवारों का सर्वे कर उन्हें अनुदान राशि अविलंब उपलब्ध करवाने की मांग डीएम से की है।



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3 lakh people of Madhepur block affected by flood, 5000 families displaced due to water intrusion, 500 houses also damaged


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/madhubani/news/3-lakh-people-of-madhepur-block-affected-by-flood-5000-families-displaced-due-to-water-intrusion-500-houses-also-damaged-127556336.html

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