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- सरकार से मिली साइकिल से 12 किमी दूरी तय कर स्कूल जाने वाली रोशनी भदौरिया ने हासिल किये 98.75 अंक !
- मध्यप्रदेश के Kill Corona Abhiyan के कैसे रहे परिणाम? देखिये यह पूरी रिपोर्ट | MP Hub
- हमारा घर हमारा विद्यालय कार्यक्रम क्या है ? जानिए विस्तार से | MP Hub
| सरकार से मिली साइकिल से 12 किमी दूरी तय कर स्कूल जाने वाली रोशनी भदौरिया ने हासिल किये 98.75 अंक ! Posted: 09 Jul 2020 11:07 AM PDT
"पढ़ेंगी बेटियाँ तभी तो बढ़ेंगी बेटियाँ"--- सरकार से मिली साइकिल से 12 किमी दूरी तय कर स्कूल जाने वाली बेटी ने रचा इतिहास--- रोशनी ने रोशन किया गाँव का नाम--- मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा घोषित 10वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम में चंबल संभाग के भिण्ड जिले की मेहगांव तहसील के एक छोटे-से गांव अजनोल में पुरुषोत्तम भदौरिया की बेटी रोशनी भदौरिया ने 98.75 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रदेश की मेरिट लिस्ट में आठवां स्थान प्राप्त किया है। रोशनी की सफलता का जश्न उसका परिवार ही नहीं, बल्कि पूरा गाँव मना रहा है। रोशनी की इस सफलता के पीछे उसके द्वारा की गई कड़ी मेहनत, लगन एवं दृढ़-निश्चय के साथ वह साइकिल भी है, जो उसे राज्य सरकार द्वारा छात्राओं को दी जाने वाली साइकिल योजना से मिली। इसी साइकिल से रोशनी प्रतिदिन करीब 12 किलोमीटर का सफर तय कर स्कूल जाती थी। रोशनी के जहन में पढ़ाई का जज्बा इतना बुलंद था कि गर्मी, सर्दी और बारिश में भी वह बिना नागा साइकिल से स्कूल पहुँचती थी। इसी का परिणाम रहा कि रोशनी ने प्रदेश के टॉपर्स में अपना स्थान बनाया। रोशनी के पिता पुरुषोत्तम भदौरिया एक किसान हैं, उनके पास महज 4 हेक्टेयर जमीन है। जब बेटी की सफलता पर मीडिया ने उनसे बात की तो वह भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने परिवार के साथ-साथ जिले का भी नाम रोशन किया है। मैं उसकी इस मेहनत को सलाम करता हूं। उन्होंने बेटी को पढ़ाई के लिये सदैव प्रोत्साहित किया। कभी भी अपनी बेटी की पढ़ाई में कमी नहीं आने दी। उन्होंने राज्य सरकार का भी शुक्रिया अदा किया, जिसमें उनकी बेटी को आगे की पढ़ाई के लिये नि:शुल्क साइकिल उपलब्ध करवाई। रोशनी अपने लक्ष्य के प्रति बहुत सजग है। वह बड़ी होकर आईएएस अधिकारी बनना चाहती है। रोशनी को गणित और विज्ञान में 100 में से 100 अंक प्राप्त हुए हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर रोशनी को शुभकामनाएँ और आशीर्वाद भी दिया है। | ||
| मध्यप्रदेश के Kill Corona Abhiyan के कैसे रहे परिणाम? देखिये यह पूरी रिपोर्ट | MP Hub Posted: 09 Jul 2020 10:38 AM PDT
प्रदेश में #KillCoronaAbhiyan के अच्छे परिणाम --- 58 प्रतिशत सर्वे पूर्ण, 1.26 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट --- कोरोना एक्टिव प्रकरणों में मध्य प्रदेश देश में 16वें स्थान पर आया --- मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan ने #COVID19 की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की--- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में "किल कोरोना" अभियान के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। इसके अंतर्गत अभी तक प्रदेश में लगभग 4 करोड़ व्यक्तियों का यानि 58 प्रतिशत सर्वे पूर्ण कर लिया गया है। इनमें 47 हज़ार 690 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए हैं, जिनमें 599 पॉजिटिव आए हैं। पॉजिटिविटी का प्रतिशत 1.26 प्रतिशत जो स्पष्ट रूप से बताता है कि प्रदेश में कम्युनिटी स्प्रेड जैसी कोई स्थिति नहीं है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश के 17 ऐसे राज्य, जहां कोरोना संक्रमण अपेक्षाकृत अधिक है, इनमें एक्टिव प्रकरणों की संख्या में मध्य प्रदेश अब 16वें स्थान पर आ गया है, 17वें स्थान पर केरल है। मध्यप्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या 8 जुलाई की स्थिति में 3420 है। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री फैज अहमद किदवई उपस्थित थे। पैरामीटर्स अच्छे है, सावधानी रखेंजबलपुर जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां पैरामीटर्स अच्छे हैं। पॉजिटिविटी दर 2.99 प्रतिशत है, रिकवरी दर 77.5 प्रतिशत है तथा मृत्यु दर 2.89 प्रतिशत है। जिले में अभी एक्टिव प्रकरण 95 है तथा 375 व्यक्ति स्वस्थ होकर घर जा चुके है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि सावधानी रखें, जिससे आगे संक्रमण न फैले। एक जून के बाद मृत्यु दर शून्यमंदसौर जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां एक जून के पश्चात कोरोना मृत्यु दर शून्य है। जिले में अभी 44 एक्टिव मरीज हैं, 106 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि जिला राजस्थान का सीमावर्ती होने से वहां से आवा-जाही में सावधानी बरती जाए। मुख्य सचिव श्री बैंस ने निर्देश दिए कि जिले में फर्स्ट कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग काफी कम (6.9 प्रतिशत) है। इसे बढ़ाया जाए। बिना स्क्रीनिंग के कोई आएगा-जाएगा नहींमुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि अन्य राज्यों के सीमावर्ती जिलों में कोई भी व्यक्ति राज्य की सीमा में बिना स्क्रीनिंग के आए-जाए नहीं यह कलेक्टर सुनिश्चित करें। | ||
| हमारा घर हमारा विद्यालय कार्यक्रम क्या है ? जानिए विस्तार से | MP Hub Posted: 09 Jul 2020 10:33 AM PDT
दूरदर्शन के माध्यम से "हमारा घर हमारा विद्यालय" की जानकारी की साझा --- 'हमारा घर-हमारा विद्यालय' कार्यक्रम के माध्यम से शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को उनके घर में ही स्कूली वातावरण उपलब्ध कराकर अध्ययन की शुरूआत की गई है। कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये मध्यप्रदेश दूरदर्शन के माध्यम से बुधवार को रात्रि 8:30 बजे प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरूण शमी एवं आयुक्त राज्य शिक्षा श्री लोकेश कुमार जाटव ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। प्रमुख सचिव श्रीमती शमी ने 'हमारा घर-हमारा विद्यालय' योजना में राज्य शासन, शिक्षक, अभिभावक एवं जिले के अधिकारी के उत्तरदायित्वों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की टैग-लाइन 'अब पढ़ाई नहीं रुकेगी' के लक्ष्य को पूरा करने के क्रम में एक महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने पालकों से आग्रह किया है कि बच्चों को घर पर भी अध्ययन का वातावरण उपलब्ध कराएं, उन्हें घर में ही एक उचित स्थान दें जहाँ वे बिना किसी व्यवधान के अपनी पढ़ाई कर सकें। ''हमारा घर हमारा विद्यालय'' योजना ऐसी ही एक भावनात्मक पारिवारिक पहल है जो बच्चों को परिवार के सहयोग से घर पर ही पढ़ाई को सुचारु रखने में सहयोगी होगी। प्रमुख सचिव ने कार्यक्रम में बताया गया कि ''हमारा घर-हमारा विद्यालय'' योजना प्रदेश के कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए बनाई गई है। विद्यार्थी अब अपने घर पर ही विद्यालय के वातावरण में पढ़ाई कर सकेंगे। घर के स्कूल में प्रातः 10 बजे पालक द्वारा घण्टी/थाली बजाकर स्कूल प्रारम्भ किया जाएगा, इसी प्रकार दोपहर एक बजे घण्टी/थाली बजाकर अवकाश किया जाएगा। इससे बच्चों को घर में ही विद्यालय का आभास होगा। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा एक सुझावात्मक समय-सारिणी भी पालकों और विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जा रही है। जिसके अनुसार सोमवार से शुक्रवार प्रातः 10 से दोपहर 1 बजे तक विषयानुरुप अध्ययन होगा तथा शनिवार को मस्ती की पाठशाला के तहत मनोरंजनात्मक गतिविधियां आयोजित की जायेंगी। वहीं शाम को 2 घंटे विद्यार्थी अपने पारिवारिक बड़े-बुजुर्गों से कहानियां सुनकर उन पर नोट्स तैयार करेंगे और योग तथा अन्य खेलकूद की गतिविधियों का आयोजन अपने घर पर ही करेंगे। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा इस संबंध में अनेक पारंपरिक गतिविधियों के सुझाव भी दिए गए हैं। आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र श्री लोकेश जाटव ने बताया कि कोरोना संकटकाल की स्थिति में छात्रों के निर्बाध सीखने की प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने कई कार्यक्रम शुरू किए हैं, जिनमें व्हाट्स एप के माध्यम से डिजिलेप- यानी डिजिटल लर्निंग इन्हांसमेंट प्रोग्राम, रेडियो के माध्यम से रेडियो स्कूल, दूरदर्शन मध्यप्रदेश पर क्लास रूम का प्रसारण, पिछले साल की दक्षता उन्नयन वर्कबुक का ग्रीन जोन में वितरण तथा शिक्षकों द्वारा बच्चों को दैनिक आधार पर फोन से संपर्क करना और उनकी पढाई में सहायता करना आदि प्रमुख हैं। इसी कड़ी में अब ''हमारा घर-हमारा विद्यालय'' कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। |
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