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- मध्य प्रदेश के 15 जिलों में भारी, 3 जिलों में मूसलाधार वर्षा की चेतावनी / MP NEWS
- मध्य प्रदेश कोरोना का पॉजिटिविटी रेट फिर हाई हो गया, 990/17370 पॉजिटिव / MP CORONA UPDATE NEWS
- गणेशोत्सव 2020 में क्या क्या खास बात है, ज्योतिर्विद आदित्य वशिष्ठ ने बताया / ganeshotsav 2020
- इंदौर में बेटी को डेट पर ले जाने वाले लड़के को पीट-पीट कर मार डाला / INDORE NEWS
- आंकड़ों में जीतने के लिए नागरिकों की जिंदगियों से खिलवाड़ चल रहा है / Khula Khat by Kamal Nath
- लॉकडाउन में लड़के ने जॉब छोड़ी तो मंगेतर ने उसे छोड़ दिया / BHOPAL NEWS
- सलमान खान की हत्या की साजिश का आरोपी गिरफ्तार, 6 माह में 4 हत्या कर चुका है / NATIONAL NEWS
- जबलपुर में बरगी बांध के 13 गेट खुले / JABALPUR NEWS
- भोपाल में कलेक्टर ऑफिस की दीवार पर युवक का शव टंगा मिला / BHOPAL NEWS
- मप्र में सिंधिया समर्थकों को मंत्री पद से हटाने सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किए / MP NEWS
- 27% OBC आरक्षण पर आज हाई कोर्ट में हुई कार्यवाही का समाचार/ MP NEWS
- मध्य प्रदेश की सरकारी नौकरियां प्रदेश के बेरोजगारों को मिलेंगी: सीएम शिवराज सिंह ने दोहराया / MP NEWS
- भोपाल में पुलिस ने प्राइवेट पूल पार्टी पकड़ी, 11 लड़कों के साथ 5 लड़कियां गिरफ्तार / BHOPOAL NEWS
- RGPV NEWS: सर्वर हैक, ऑनलाइन परीक्षा पर फिर संकट, मॉक टेस्ट फेल / MP NEWS
- ताश के पत्तों की संख्या 52 ही क्यों होती है, सूट 4 ही क्यों होते हैं, यहां जानिए / GK IN HINDI
- शादीशुदा स्त्री/पुरुष खुद को अविवाहित बताकर दूसरी शादी करें तो किस धारा के तहत FIR दर्ज होगी / ASK IPC
- गाड़ियों और साइकिल के टायरों में कौन सी गैस भरी होती है / #सरलSCIENCE
- ग्वालियर कोर्ट 21 अगस्त तक बंद, 8 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव निकले / GWALIOR NEWS
- ग्वालियर में तिघरा बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है / GWALIOR NEWS
- सांप का यदि शहर बदल दें तो उसका जहर भी बदल जाता है: CCMB के वैज्ञानिकों की स्टडी रिपोर्ट
- जबलपुर पीएम आवास घोटाला: CMO के बाद सब इंस्पेक्टर और अकाउंटेंट भी सस्पेंड / JABALPUR NEWS
- नर्मदा किनारे के लोग सावधान! बरगी बांध के गेट कभी भी खोले जा सकते हैं / JABALPUR NEWS
- प्लाज्मा क्या होता है, प्लाज्मा किसी को कोविड-19 से कैसे बचा जा सकता है / What is Plasma Hindi
- भोपाल स्थित राज्य स्तरीय कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति संबंधी आदेश / BHOPAL NEWS
- अब देश का भविष्य : खेती और परपरागत व्यवसाय ही / EDITORIAL by Rakesh Dubey
| मध्य प्रदेश के 15 जिलों में भारी, 3 जिलों में मूसलाधार वर्षा की चेतावनी / MP NEWS Posted: 18 Aug 2020 07:52 AM PDT MP WEATHER FORECAST 19-22 AUG 2020भोपाल। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत भारत मौसम विज्ञान विभाग के मौसम केंद्र भोपाल में चेतावनी जारी की है कि 19 से 21 अगस्त के बीच मध्य प्रदेश के 15 जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। कुछ इलाकों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है। अतः अपनी योजनाएं चेतावनी को ध्यान में रखते हुए बनाएं। मध्य प्रदेश के मौसम का पूर्वानुमान: 15 जिलों में भारी वर्षा की संभावनामध्य प्रदेश के रीवा, सतना, अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी, खण्डवा, खरगौन, अलीराजपुर, झाबुआ, सीहोर, होशंगाबाद, बैतूल, अशोकनगर, शिवपुरी एवं श्योपुरकलॉ जिलों में भारी वर्षा की संभावना है। इनके अलावा जबलपुर, सागर एवं रायसेन में मूसलाधार बारिश की चेतावनी प्राप्त हुई है। समाचार लिखे जाते वक्त इनमें से एक जबलपुर में बाढ़ की स्थिति बन चुकी है। पिछले 24 घंटों में कहां कैसा मौसम रहापिछले 24 घन्टो के दौरान प्रदेश के पूर्वी मध्यप्रदेश में मानसून सक्रिय तथा पश्चिमी मध्यप्रदेश में मानसून सामान्य रहा। शहडोल, रीवा, जबलपुर, भोपाल, होशंगाबाद सम्भागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, इंदौर, ग्वालियर एवं सागर सम्भागों के जिलों में अनेक स्थानों पर तथा उज्जैन एवं चंबल संभागों के जिलो में कुछ स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| मध्य प्रदेश कोरोना का पॉजिटिविटी रेट फिर हाई हो गया, 990/17370 पॉजिटिव / MP CORONA UPDATE NEWS Posted: 18 Aug 2020 07:32 AM PDT भोपाल। मध्यप्रदेश में कोविड-19 की सामान्य संक्रमण दर 2% है परंतु जुलाई से लगातार अब तक कई बार खतरे के निशान से ऊपर जा चुकी है। आज एक बार फिर पॉजिटिविटी रेट हाई लेवल पर नजर आई। 17370 सैंपल में से 208 रिजेक्ट होने के बाद 990 पॉजिटिव पाए गए। यानी पॉजिटिविटी रेट 6% के करीब पहुंच गई है। बताना जरूरी है कि पॉजिटिविटी रेट से ही पता चलता है कि आम जनता में महामारी फेलेगी या नहीं। MADHYA PRADESH CORONA BULLETIN 18 AUG 2020संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 18 अगस्त 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में:- 17370 सैंपल की जांच की गई। 208 सैंपल रिजेक्ट हो गए। 16380 सैंपल नेगेटिव पाए गए। 990 सैंपल पॉजिटिव पाए गए। 13 मरीजों की मौत हो गई। 688 मरीज डिस्चार्ज किए गए। मध्यप्रदेश में संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 47375 मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 1141 मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से स्वस्थ हुए नागरिकों की संख्या 35713 18 अगस्त 2020 को संक्रमित नागरिकों की संख्या 10521 18 अगस्त 2020 को मध्यप्रदेश में संक्रमित इलाकों की संख्या 3758 MP COVID-19 LATEST REPORT की खास बातेंमध्यप्रदेश में संक्रमित इलाकों की संख्या बढ़ती जा रही है। आज 3758 हो गई। इन इलाकों में यदि ठीक प्रकार से सैनिटाइजेशन नहीं किया गया तो यहां रहने वाले सभी नागरिक महामारी के खतरे में है। मध्य प्रदेश में आज सिर्फ भिंड, डिंडोरी और पन्ना जिले ऐसे हैं जहां कोई पॉजिटिव केस दर्ज नहीं हुआ। हमेशा की तरह आज भी सरकारी रिपोर्ट में भोपाल-इंदौर 100 से ज्यादा, जबलपुर-ग्वालियर 50 से ज्यादा दिखाए गए हैं। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| गणेशोत्सव 2020 में क्या क्या खास बात है, ज्योतिर्विद आदित्य वशिष्ठ ने बताया / ganeshotsav 2020 Posted: 18 Aug 2020 05:57 AM PDT इंदौर। प्रथम पूज्य गणेशजी का उत्सव इस बार भादौ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी 22 अगस्त से शुरू होगा। अनंत चतुर्दशी 1 सितंबर को है, इसी दिन गणपति विसर्जन होगा। इस बार गणेश उत्सव पर हस्त नक्षत्र प्रभावी रहेगा। हस्त नक्षत्र शुभ फलदायी बताया गया है। घर में श्रीगणेश प्रतिमा स्थापना का शुभ मुहूर्तगणेशजी की स्थापना तुला लग्न में होगी। तुला लग्न दोपहर 12.23 बजे तक रहेगा। उत्सव पूरे 10 दिनों तक मनाया जाएगा। गणेशजी की स्थापना के लिए 22 अगस्त को दोपहर 12 से 1.30 बजे तक चर, 1.30 से 3 बजे तक लाभ और 3 से 4.30 बजे तक अमृत का चौघड़िया रहेगा। शाम को 6 से 7.30 बजे तक लाभ का चौघड़िया रहेगा। इन चारों चौघड़िया में गणेशजी की स्थापना करना शुभ फलदायी रहेगा। घर में श्री गणेश मूर्ति की स्थापना कैसे करेंज्योतिर्विद पं. आदित्य वशिष्ठ के अनुसार गणेश स्थापना के लिए चतुर्थी के दिन स्नान-ध्यान के बाद श्रेष्ठ चौघड़िया में गणेशजी की प्रतिमा को पाटे पर लाल या पीला वस्त्र बिछाकर गंध, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप के साथ फलों और मोदक या बूंदी के लड्डू समर्पित करें। इसके बाद दूर्वा, हरे मूंग, गुड़ और चावल चढ़ाएं। आचार्य पं. उमेश तिवारी ने बताया: घर आए श्रीगणेश को कैसे प्रसन्न करेंआचार्य पं. उमेश तिवारी के अनुसार इस पूजा में गणेशजी को तीन, पांच या सात पत्तियों वाली दूर्वा समर्पित करना चाहिए। दूर्वा चढ़ाने से गणेशजी बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं। आरती के बाद परिवार के सभी सदस्य प्रसाद बांटकर भोजन ग्रहण करें। इस सप्ताह सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| इंदौर में बेटी को डेट पर ले जाने वाले लड़के को पीट-पीट कर मार डाला / INDORE NEWS Posted: 18 Aug 2020 05:48 AM PDT इंदौर। गांधीनगर पुलिस थाना क्षेत्र के गरीब नगर में अजय देवड़ा (उम्र 27 साल) की हत्या कर दी गई। पुलिस का कहना है कि कुछ दिनों पहले आरोपी मलखान की बेटी को अजय देवड़ा डेट पर ले गया था। इसी बात से नाराज मलखान ने उस पर लाठी से हमला कर दिया और पीट-पीटकर मार डाला। एसपी महेशचन्द्र जैन के अनुसार, पिछले दिनों आरोपी मलखान की बेटी और एक अन्य युवती दो युवकों के साथ कहीं चली गई थी और शाम को लौट आई थी। मलखान को यह शक था कि उसकी बेटी अजय के साथ गई थी। इसी विवाद में मलखान ने अपनी पत्नी सुंदरबाई और एक अन्य व्यक्ति लाखन के साथ मिलकर अजय की डंडे-लाठियों से बुरी तरह पिटाई कर दी। अजय को घायल अवस्था में जिला अस्पताल लाया गया, यहां उसकी मौत हो गई। एसपी ने बताया कि गांधीनगर पुलिस ने तीनों आरोपियों मलखान, उसकी पत्नी सुंदर बाई और लाखन को गिरफ्तार कर लिया है। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| आंकड़ों में जीतने के लिए नागरिकों की जिंदगियों से खिलवाड़ चल रहा है / Khula Khat by Kamal Nath Posted: 18 Aug 2020 05:25 AM PDT प्रिय श्री शिवराज सिंह चौहान जी, सम्पूर्ण विश्व कोरोना वायरस की महामारी से निजात पाने के लिए हर प्रकार के जतन कर रहा है। हमारे देश और प्रदेश में भी इस महामारी को परास्त करने के लिए हर सम्भव कोशिश करने की आवश्यकता है। बड़े अफसोस की बात है कि देश के अन्य प्रदेशों की तलना में मध्यप्रदेश में कोरोना के टेस्ट आज भी अत्यंत कम किये जा रहे हैं। जबकि आपको विदित है कि इस महामारी से नियंत्रण पाने का एक ही तरीका है कि संक्रमित लोगों को चिन्हित किया जाकर उन्हें स्वस्थ लोगों से पृथक किया जाये। आपके संज्ञान में यह होगा ही कि अगस्त, 2020 के मध्य तक प्रति 10 लाख व्यक्तियों पर किये गये कोरोना टेस्ट में मध्यप्रदेश द्वारा किये गये टेस्ट का औसत लगभग केवल 12 हजार है जबकि दिल्ली, आंध्रप्रदेश और असम जैसे राज्यों में यह औसत 50 हजार से भी अधिक है और इस प्रकार कोरोना टेस्ट कराने में मध्यप्रदेश की स्थिति कोरोना से सर्वाधिक संक्रमित देश के 15 राज्यों में 15 वीं अर्थात् अंतिम है। मध्यप्रदेश में आपकी सरकार द्वारा कराये जा रहे कोरोना टेस्ट अत्यंत कम है और यह स्थिति अत्यंत ही चिंताजनक है। आपकी सरकार द्वारा इस गंभीर विषय पर चलाये गये अभियान केवल रस्म अदायगी एवं प्रचार-प्रसार तक की सीमित रहे । स्पष्ट है कि सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयास गंभीर नहीं है एवं प्रदेश के आम जन को संक्रमण से मुक्त कर स्वस्थ जीवन प्रदान करने की तरफ कदम बढ़ाते हुए प्रतीत नहीं हो रहे हैं। अनुरोध है कि आपकी सरकार कोरोना जैसे महत्वपूर्ण विषय पर गंभीर प्रयास प्रारंभ करे ताकि हमारा प्रदेश न केवल देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर संक्रमण मुक्त होने का उदाहरण पेश कर सके और अंतत: हमारे प्रदेश के आम जन को इस महामारी से राहत मिल सके। शुभकामनाओं सहित, आपका (कमल नाथ) 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| लॉकडाउन में लड़के ने जॉब छोड़ी तो मंगेतर ने उसे छोड़ दिया / BHOPAL NEWS Posted: 18 Aug 2020 05:09 AM PDT भोपाल। लॉकडाउन में नौकरी छोड़ अपना बिजनेस शुरू करने से एक युवक की मंगेतर ने शादी करने से मना कर दिया और सगाई तोड़ दी। एमबीए पास युवती का कहना है कि उसे शुरू से बड़े शहर में नौकरीपेशा लड़का पसंद था। अब जब उसका यह सपना टूट रहा है तो वह बिजनेसमैन से शादी नहीं करेगी। मामला कुटुंब न्यायालय की काउंसलर सरिता राजानी के पास पहुंचा, जिसमें युवती ने शादी से इंकार कर दिया। काउंसिलिंग में युवती ने कहा कि उसने युवक को इसलिए पसंद किया था, क्योंकि वह पुणे के एक प्रायवेट बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत था। जहां शादी के बाद मैं भी कोई जॉब कर सकती थी। अब उसने जॉब छोड़कर भोपाल में अपना बिजनेस शुरू किया है तो उसे भी यहीं ससुराल में रहना पड़ेगा। युवती ने कहा कि संयुक्त परिवार और बिजनेस करने वाला लड़का उसकी पसंद नहीं है। इस कारण उसने दो साल पहले हुई सगाई को तोड़ दिया था। हालांकि मामले में एक माह से अधिक समय तक काउंसिलिंग होने के बाद युवती मान गई और दोनों शादी करने के लिए तैयार हो गए। काउंसिलिंग में युवक ने बताया कि पुणे के एक प्रायवेट बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत था। लॉकडाउन के समय उसे नौकरी छोड़नी पड़ी। उसने भोपाल आकर अपना बिजनेस शुरू किया। इससे युवती ने शादी से इंकार कर दिया, जबकि दोनों के परिवारों में दोस्ती है। 2018 में हम दोनों की सगाई हुई थी और जून 2020 में शादी की तारीख तय थी। शादी की पूरी तैयारियां हो चुकी थीं, लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण की स्थिति और ऑफिस में हुए विवाद के कारण नौकरी छोड़कर मैं अपने घर वापस आ गया। यहां आने पर खुद का बिजनेस शुरू कर दिया, लेकिन मंगेतर को यह बात रास नहीं आई। काउंसलर ने बताया कि सगाई टूटने के बाद दोनों परिवारों ने एक-दूसरे का सामान भी लौटा दिया था। शादी की सभी बुकिंग भी कैंसिल कर दी गईं, लेकिन युवक शादी तोड़ना नहीं चाहता था। युवक ने ही कॉल कर मामले की जानकारी दी और कहा कि दो साल का रिश्ता तोड़ना आसान नहीं होता उसने अपनी मंगेतर के साथ काउंसिलिंग कराई। उसके प्रयास से टूटा रिश्ता फिर से जुड़ गया है। इनका कहना है युवक-युवती और उनके परिवार की कई बार काउंसिलिंग करने के बाद शादी के लिए दोनों तैयार हुए। युवक ने अपनी मंगेतर के हर सपने को पूरा करने का वादा किया। तब युवती भी राजी हो गई। सरिता राजानी, काउंसलर कुटुंब न्यायालय 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| सलमान खान की हत्या की साजिश का आरोपी गिरफ्तार, 6 माह में 4 हत्या कर चुका है / NATIONAL NEWS Posted: 18 Aug 2020 04:32 AM PDT MUMBAI. फिल्म अभिनेता सलमान खान की हत्या की साजिश करने वाले बदमाशों का भंडाफोड़ फरीदाबाद पुलिस ने किया है। मिली जानकारी के मुताबिक फरीदाबाद के एसजीएम नगर में सरकारी राशन डिपो चलाने वाले प्रवीण की हत्या मामले में उत्तराखंड से गिरफ्तार सरगना राहुल ने बांद्रा मुंबई में जनवरी के पहले सप्ताह में बालीवुड अभिनेता सलमान खान की रेकी भी की थी। सलमान खान की हत्या करने के लिए रेकी करने के इरादे से राहुल दो दिन बांद्रा में भी रहा था। इस दौरान उसने सलमान के बंगले पर निगाह रखी और यह देखा कि सलमान खान किस समय घर से बाहर निकलता है, कहां कहां जाता है। फरीदाबाद डीसीपी मुख्यालय राजेश दुग्गल ने पुलिस आयुक्त कार्यालय में पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि राहुल कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई गैंग का शार्प शूटर है। लारेंस बिश्नोई फिलहाल जोधपुर जेल में बंद है। सलमान खान की रेकी कर राहुल ने यह जानकारी लारेंस बिश्नाई तक पहुंचाई थी। लारेंस बिश्नोई सलमान खान से रंजिश रखता है। 2018 में जोधपुर में पाडा हिरण शिकार मामले में सलमान खान के बरी हो जाने से लारेंस को काफी गुस्सा था। लारेंस ने सलमान खान को खुलेमाम जान से मारने की धमकी भी दी हुई थी। पुलिस के मुताबिक लारेंस अब भी सलमान की हत्या की योजना बना रहा था, इसलिए उसने राहुल से सलमान खान की रेकी कराई थी। राहुल पर फरीदाबाद के अलावा झज्जर, पंजाब, भिवानी में हत्या व फिरौती मांगने के मामले दर्ज हैं। राहुल ने पिछले 6 माह में 4 हत्या कर चुका है। फरीदाबाद पुलिस ने राहुल से पिस्टल भी बरामद की है। गौरतलब है कि 24 जून को एसजीएम नगर में सरकारी राशन डिपो चलाने वाले प्रवीण की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मास्टरमाइंड भिवानी निवासी राहुल उर्फ सन्नी रविवार को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया था। साल 2018 में प्रवीण ने राहुल को अवैध हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार कराया था। राहुल ने उसी का बदला लेने के लिए उसकी हत्या कर दी। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| जबलपुर में बरगी बांध के 13 गेट खुले / JABALPUR NEWS Posted: 18 Aug 2020 03:09 AM PDT जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले रानी अवन्ति बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के जल स्तर को नियंत्रित करने इसके 13 स्पिल-वे गेट आज मंगलवार 18 अगस्त की दोपहर 2 बजे औसतन 1.80 मीटर की ऊंचाई तक खोले गए। और इनसे 1 लाख 21 हजार 660 क्यूसेक पानी छोड़ा जाना है। कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही बारिश के कारण बरगी बांध का जलस्तर आज सुबह 421.30 मीटर रिकार्ड गया था। बांध का पूर्ण जलभराव स्तर 422.76 मीटर है। कार्यपालन यंत्री बरगी बांध अजय सूरे के अनुसार बांध में आवक को देखते हुये पानी छोड़ने की मात्रा को घटाया या बढ़ाया भी जा सकता है। उक्त सम्बन्ध में जिला प्रशासन होशंगाबाद ने नर्मदा नदी से लगे ग्रामों के रहवासियों व नदी के अंदर तरबूज, सब्जियां आदि की खेती कार्य के लिए जाने वाले कृषकों को सतर्क रहने, नदी के तट पर प्रवेश ना करे, ना स्नान करने का आग्रह किया है। कलेक्टर धनंजय सिंह ने समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार , जनपद सीईओ को नर्मदा नदी से लगे ग्रामीण इलाकों में मुनादी किए जाने व आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| भोपाल में कलेक्टर ऑफिस की दीवार पर युवक का शव टंगा मिला / BHOPAL NEWS Posted: 18 Aug 2020 02:43 AM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के बढ़ते कदम के बीच आत्महत्या के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं, हाल ही में आत्महत्या का ताजा मामला मध्यप्रदेश की राजधानी से सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार भोपाल के PS कोहेफिजा में एक युवक ने लगाई फांसी, जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। दरअसल राजधानी भोपाल के कोहेफिजा स्थित कलेक्टर ऑफिस की दीवार पर मंगलवार सुबह एक युवक का शव फांसी के फंदे पर मिला। युवक की उम्र 25 से 30 साल के बीच बताई जाती है। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कोहेफिजा पुलिस मरने वाले की पहचान करने का प्रयास कर रही है। बता दे कि कलेक्टर के सामने रिकॉर्ड रूम की दीवार के पीछे मिले मृतक का नाम सुमित यादव था। वह कलेक्ट्रेट में ही चाय का ठेला लगाता था। युवक की खुदकुशी करने का कारण अज्ञात है इस मामले में पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी हुई है। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| मप्र में सिंधिया समर्थकों को मंत्री पद से हटाने सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किए / MP NEWS Posted: 18 Aug 2020 02:02 AM PDT भोपाल। मध्यप्रदेश में विधायक पद एवं कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर मंत्री बन गए ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक नेताओं को मंत्री पद से हटाने एवं उपचुनाव के लिए अयोग्य घोषित करने हेतु दाखिल की गई याचिका में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष सहित अन्य पक्षकारों को नोटिस जारी करके जवाब तलब किया है। इसके लिए 21 सितंबर तक का समय दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस विधायक की तरफ से याचिका दाखिल की गई हैसोमवार को सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे, जस्टिस एएस बोपन्ना व जस्टिस वी. रामासुब्रमण्यम की न्यायपीठ के समक्ष याचिका की सुनवाई हुई। मामला जबलपुर से कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना की याचिका से संबंधित है। उनकी ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल, विवेक कृष्ण तन्खा व वैभव जोशी ने पक्ष रखा। दलील दी गई कि मार्च 2020 में कांग्रेस के 22 विधायकों को भाजपा की मिलीभगत से बेंगलुरु ले जाकर रखा गया। 10 मार्च को इन विधायकों के त्यागपत्र भी विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष पेश किए गए। विधानसभा अध्यक्ष ने याचिका पर विचार नहीं किया13 मार्च को विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष कांग्रेस की ओर से इन विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए याचिका दायर की गई। बाद में विधायकों के त्यागपत्र तो मंजूर कर लिए गए, लेकिन इन्हें अयोग्य घोषित करने के लिए दायर याचिका पर विचार नहीं किया गया। जबकि इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने तीन माह की समय-सीमा तय की है। दोबारा विधायक निर्वाचित हुए बिना मंत्री नहीं बनाए जा सकतेवरिष्ठ अधिवक्ता तन्खा ने दलील दी कि संविधान के तहत जो विधायक इस तरह एक पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में चले जाते हैं और साथ में त्यागपत्र भी दे देते हैं, वे अपने इस आचरण के चलते उस कार्यकाल के दौरान मंत्री नहीं बन सकते। जब तक दोबारा चुनाव जीत कर विधायक न बन जाएं। यदि विधानसभा अध्यक्ष इन्हें अयोग्य घोषित कर देते तो ये मंत्री नही बन पाते, लेकिन इनमें से कुछ विधायकों को नई भाजपा सरकार में मंत्री बना दिया गया। इसे गैरकानूनी बताते हुए उक्त विधायकों के मंत्री पद वापस लेने का आग्रह किया गया। प्रारंभिक सुनवाई के बाद कोर्ट ने अनावेदकों को नोटिस जारी किए। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| 27% OBC आरक्षण पर आज हाई कोर्ट में हुई कार्यवाही का समाचार/ MP NEWS Posted: 18 Aug 2020 07:33 AM PDT News of Today's proceedings in High Court on 27% OBC reservationजबलपुर। मध्यप्रदेश में पिछड़ा वर्ग को 27% आरक्षण के संदर्भ में दाखिल याचिका पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। कार्यवाही के बाद प्रशासनिक न्यायाधीश संजय यादव व जस्टिस बीके श्रीवास्तव की युगलपीठ ने कमलनाथ सरकार के उस फैसले पर स्थगन आदेश को बरकरार रखा जिसमें ओबीसी को 27% आरक्षण देने का प्रावधान किया गया था। अगली सुनवाई चार सप्ताह बाद करने के निर्देश दिए गए। जबलपुर की छात्रा आकांक्षा दुबे ने कमलनाथ सरकार के फैसले को चुनौती दी हैजबलपुर की छात्रा आकांक्षा दुबे सहित अन्य की ओर से राज्य सरकार के 8 मार्च 2019 को जारी संशोधन अध्यादेश को चुनौती दी गई है। कहा गया कि संशोधन के कारण ओबीसी आरक्षण 14 से बढ़ाकर 27% हो गया। जिससे कुल आरक्षण का प्रतिशत 50 से बढक़र 63 हो गया है। जबकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत 50% से अधिक आरक्षण नहीं किया जा सकता। एक अन्य याचिका में कहा गया कि MPPSC ने नवंबर 2019 में 450 शासकीय पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया में 27% पद पिछड़ा वर्ग हेतु आरक्षित कर लिए। वहीं राजस्थान निवासी शांतिलाल जोशी सहित 5 छात्रों ने एक अन्य याचिका में कहा कि 28 अगस्त 2018 को मप्र सरकार ने 15000 उच्च माध्यमिक स्कूल शिक्षकों के लिए विज्ञापन प्रकाशित कर भर्ती परीक्षा कराई। 20 जनवरी 2020 को इस सम्बंध में सरकार ने इन पदों में 27% ओबीसी आरक्षण लागू करने की नियम निर्देशिका जारी कर दी। अधिवक्ता ब्रह्मेन्द्र पाठक, शिवेश अग्निहोत्री, रीना पाठक, राममिलन साकेत ने तर्क दिया कि भर्ती प्रक्रिया 2018 में आरम्भ हुई, लेकिन राज्य सरकार ने 2019 का अध्यादेश इसमें लागू किया। यह अनुचित है। अधिवक्ता आदित्य संघी ने तर्क दिया कि हाइकोर्ट ओबीसी आरक्षण 14 फीसदी से बढ़ा कर 27 फीसदी करने का अध्यादेश 19 मार्च 2019 में स्थगित कर चुका है। इसलिए किसी भी सरकारी भर्ती या शैक्षणिक प्रवेश प्रक्रिया में 14 प्रतिशत से अधिक ओबीसी आरक्षण नही दिया जा सकता। रोक वापस लेने से इनकार19 मार्च 2019 को कोर्ट ने मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश में 14 फीसदी से अधिक ओबीसी आरक्षण पर रोक लगा दी थी। इसी आदेश को बरकरार रखते हुए कोर्ट ने 28 जनवरी को MPPSC की करीब 400 भर्तियों में भी ओबीसी आरक्षण बढ़ाने पर अंतरिम रोक लगा दी थी। इस आदेश को वापस लेने के सरकार के आग्रह को कोर्ट ने स्वीकार नही किया। सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया तुषार मेहता के साथ महाधिवक्ता पुरुषेन्द्र कौरव ने पक्ष रखा। ओबीसी एडवोकेट्स वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से अधिवक्ता रामेश्वर पी सिंह, प्रमेन्द्र सेन उपस्थित हुए। कोर्ट ने मामले से जुड़ी अन्य याचिकाएं भी लिंक कर एक साथ 4 सप्ताह बाद सुनवाई करने का निर्देश दिया। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| Posted: 18 Aug 2020 01:12 AM PDT भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज फिर दोहराया आएगी मध्य प्रदेश की सरकारी नौकरियां मध्य प्रदेश के युवाओं को ही मिलेंगी। इसके लिए हम कानूनी प्रावधान करने जा रहे हैं। यह बयान उन्होंने एक स्पेशल वीडियो जारी करके दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी कानून बनाया जा रहा है। सीएम ने ये भी कहा कि मध्य प्रदेश के संसाधन केवल मध्य प्रदेश के बच्चों के लिए होंगे। अब तक मध्य प्रदेश सरकार की भर्ती के लिए पूरे देश से आवेदन मांगे जाते थे। इसमें कोई बंदिश नहीं थी, नौकरियों के देशभर से कोई भी आवेदन कर सकता था। हाल में जेल प्रहरी भर्ती का विज्ञापन भी ऑल इंडिया लेवल पर निकाला गया था। इसे लेकर मध्य प्रदेश के युवाओं ने काफी विरोध भी किया था। सरकारी नौकरियों के लिए अभियान चलाएंगे: सीएम शिवराज सिंहइससे पहले 15 अगस्त को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि प्रदेश में सरकारी नौकरियों में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, ''सरकारी भर्तियों के लिए अभियान चलाया जाएगा, साथ ही निजी क्षेत्रों में भी अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराए जाएंगे। विद्यार्थियों को 10 वीं एवं 12 वीं की अंकसूची के आधार पर नियोजित किया जाएगा। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| भोपाल में पुलिस ने प्राइवेट पूल पार्टी पकड़ी, 11 लड़कों के साथ 5 लड़कियां गिरफ्तार / BHOPOAL NEWS Posted: 18 Aug 2020 07:33 AM PDT भोपाल। अशोका गार्डन पुलिस ने दावा किया है कि उसने GREENFIELD VILLA MARRIAGE GARDEN में कार्रवाई करते हुए 11 लड़कों के साथ पांच लड़कियों को गिरफ्तार किया है। यह सभी लोग रात के वक्त प्राइवेट पूल पार्टी कर रहे थे जबकि भोपाल में रात का कर्फ्यू लगा हुआ है। लड़के-लड़कियों के पास से शराब का अवैध संग्रहण भी मिला है। पुलिस का कहना है कि लड़के-लड़कियां नशे में थे। कोलार पुलिस ने रात 11:00 बजे कार्रवाई की, गीले कपड़ों में ही थाने ले गईभोपाल में कोरोना के संक्रमण के चलते लॉकडाउन के तहत रात 10 बजे तक होटल, दुकान समेत कुछ व्यापारियों को छूट दी गई है। शराब पार्टी पर यह कार्रवाई कोलार पुलिस ने रात 11 बजे के बाद की। जब पुलिस ने कार्रवाई की लड़के-लड़कियां गीले कपड़ों में थे, पुलिस उन्हें गीले कपड़ों में ही उठा लाए। पुलिस ने मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ शासकीय आदेश का उल्लंघन और आबकारी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया है। इससे पहले भोपाल पुलिस शाहपुरा और बैरागढ़ में भी पार्टी करते हुए लोगों पर कार्रवाई कर चुकी है। भोपाल मिडनाइट प्राइवेट पार्टी कर रहे इन लड़कों के खिलाफ मामला दर्ज किया गयाकोलार टीआई सुधीर अरजरिया ने बताया कि सोमवार रात ग्रीन फील्ड विला मैरिज गार्डन में पार्टी की सूचना मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो लोगों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने सभी को रूटीन चेकिंग पर कहते हुए रोक लिया। होटल की तलाशी लेने पर वहां से शराब की बोतल मिलीं। युवक और युवतियां शराब पीते नजर आईं। पुलिस ने अमन यादव, अजय यादव, आयुष सिंह, रूपम सिंह, रत्नेश वर्मा, श्रेय श्रीवास्तव, निकी तिवारी, हर्ष अवस्थी, प्रतीक करण कुर्मी और अजय चावला समेत वहां मौजूद 5 युवतियों पर कार्रवाई की। भोपाल पुलिस की यह तीसरी कार्रवाईभोपाल पुलिस की लॉकडाउन के नियम तोड़कर शराब पार्टी करने की यह तीसरी कार्रवाई की है। इससे पहले शाहपुरा में एक होटल में 10 दिन के लॉकडाउन के दौरान भी देर रात पार्टी चल रही थी। इसमें तो केक को गुप्ती से काटा जा रहा था। यहां से बड़ी संख्या में लड़के और लड़कियां मिलीं थीं। इसके बाद बैरागढ़ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए देर रात 30 से अधिक लोगों को रात में पार्टी करते हुए गिरफ्तार किया था। इनका रात में थाने तक जुलूस भी निकाला गया था। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| RGPV NEWS: सर्वर हैक, ऑनलाइन परीक्षा पर फिर संकट, मॉक टेस्ट फेल / MP NEWS Posted: 17 Aug 2020 10:17 PM PDT भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) का मॉक टेस्ट सोमवार को फेल हो गया। किसी ने सर्वर ही हैक कर लिया। इससे पहली पाली के मध्य प्रदेश के 30 फीसद विद्यार्थी मॉक टेस्ट में शामिल नहीं हो पाए। विद्यार्थी अपने कंप्यूटर, लैपटॉप, टेबलेट व मोबाइल पर मॉक टेस्ट में कम्प्यूटर साइंस का पेपर देने के लिए लॉगइन तक नहीं कर पाए। छात्र-छात्राओं के मोबाइल में दिए गए पासवर्ड व आईडी से स्क्रीन पर पेपर नहीं खुला। इससे छात्र-छात्राएं परेशान होते रहे। अब आरजीपीपी मंगलवार को फिर से मॉक टेस्ट कराएगा। विद्यार्थियों को चिंता हो रही है कि यदि ऐसा ही रहा तो 24 से 31 अगस्त तक आयोजित ऑनलाइन परीक्षा कैसे देंगे? जब आरजीपीपी का सर्वर मॉक टेस्ट में ही फेल हो रहा है। मालूम हो कि प्रदेश भर में 42 हजार छात्र-छात्राएं मॉक टेस्ट में शामिल हुए थे। वहीं 8 हजार विद्यार्थियों का ऑनलाइन सत्यापन नहीं होने से मॉक टेस्ट में नहीं बैठ पाए थे। इससे पहले भी एक बार मॉक टेस्ट हुआ था, तब भी विद्यार्थियों को टेस्ट देने में दिक्कत हुई थी। सर्वर ठीक से काम नहीं करने से मॉक टेस्ट सफल नहीं हो पाया था। सोमवार को दूसरी बार ऐसा हुआ जब मॉक टेस्ट सफल नहीं हो पाया। अब सवाल यह भी है कि बीई, बीटेक और पॉलिटेक्निक कॉलेजों में प्रवेश लेने के लिए कोरोना काल में 24 से 31 अगस्त तक प्रदेश भर में ऑनलाइन आयोजित होने वाली परीक्षाएं हो पाती हैं कि नहीं। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का ऑनलाइन आरजीपीवी के रजिस्टर एसएस कुशवाहा ने बताया कि मॉक टेस्ट सही से नहीं हो जाता तब तक परीक्षा नहीं कराएंगे। सर्वर कैसे हैक हुआ है इसकी भी जांच की जा रही है। ऑनलाइन परीक्षा की सभी तकनीकी खामियों को दूर किया जाएगा। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| ताश के पत्तों की संख्या 52 ही क्यों होती है, सूट 4 ही क्यों होते हैं, यहां जानिए / GK IN HINDI Posted: 17 Aug 2020 04:06 PM PDT जुआ खेलना अच्छी बात नहीं है परंतु बात यदि ताश के पत्तों की हो रही हो तो आप उसे जुआ नहीं कह सकते। यह अलग बात है कि ताश के पत्तों का उपयोग जुआ खेलने के लिए किया जाने लगा परंतु बनाने वाले ने ताश के पत्तों में पूरा एक क्लास रूम बनाया है। जो आपको वह बातें सिखाता है, जिन्हें याद रखना आपके लिए बेहद जरूरी है। ताश के पत्ते काल यानी समय की गणना करना सिखाते हैं। लोगों के पास जब कैलेंडर नहीं होते थे तब्बू ताश के 52 पत्ते से साल के 52 सप्ताह की गणना बड़ी आसानी से कर लेते थे। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इसी गणना को पूरा करने के लिए ताश की गड्डी में जोकर को शामिल किया गया। 1 साल के अंदर 52 सप्ताह होते हैं और 4 ऋतुएं होती हैं प्रत्येक ऋतु के 3 माह माने जाते हैं। इसी आधार पर ताश के 52 पत्ते 52 सप्ताह का प्रतिनिधित्व करते हैं। 3 बड़े कार्ड Jack Queen King=3 3 माह हर ऋतु के 4 सूट्स: चिड़ी (♣), ईंट (♦), पान (♥) और हुकुम (♠) = 4 ऋतु (गर्मी, पतझड़, वसंत, सर्दी) प्रत्येक सूट में 13 कार्ड्स = हिंदू पंचांग के अनुसार 13वां दिन त्रयोदशी का होता है ये दिन देवाधिदेव भगवान शिव को समर्पित है,इसी दिन महाशिवरात्रि भी होती है, प्रदोष का व्रत भी इस दिन रखा जाता है। गड्डी में 52 कार्ड = साल में 52 सप्ताह (364/7) जब हम गड्डी के प्रत्येक कार्ड पर अंकित चिह्नों का योग करते हैं तो हमें 364 का आंकड़ा प्राप्त होता है। परंतु जब हम इनके साथ जोकर के 1.25 के मान को जोड़ते हैं तो हमें सभी चिह्नों का योग 365.25 के बराबर मिलता है। जो वास्तव में हमारे कैलेंडर में एक वर्ष के दिनों की संख्या होती है। इतना ही नहीं, इसमें एक से दस तक के कार्डों पर अंकित नंबर भी किसी ना किसी संकेत का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसकी सूची निम्नवत है: इक्का = इच्छा दुक्की = एकता तिक्की = विश्वास चौका = संतुष्टि पंजा = बदलाव छग्गी = समन्वय सत्ता = विजय अट्ठा = शक्ति नहला = नई शुरुआत दहला = सफलता Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,) |
| Posted: 18 Aug 2020 04:46 AM PDT शादी-विवाह के मामले में अक्सर धोखेबाजी होती रहती है। कभी लुटेरी दुल्हन तो कभी जालसाज दूल्हा। कई बार शादीशुदा महिला या पुरुष खुद को अविवाहित बताकर दूसरी शादी कर लेते हैं। यह भी एक प्रकार की धोखाधड़ी है परंतु भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत मामला दर्ज नहीं हो सकता। आइए जानते हैं इस तरह की वैवाहिक मामलों में धोखाधड़ी के लिए आईपीसी में किस धारा के तहत अपराध माना गया है:- भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 495 की परिभाषा:-जो कोई स्त्री या पुरूष किसी अन्य व्यक्ति से अपनी पहली शादी की बात छिपकर दूसरी शादी करता है, वह व्यक्ति धारा 495 के अंतर्गत दोषी होगा। 【नोट:- 1.यह अपराध मुस्लिम विधि में मान्य नहीं होगा। 2. तलाक शुदा पति-पत्नी पर भी यह अपराध मान्य नहीं होगा।】 भा.द.सं. धारा 494 एवं धारा 495 में अंतर:-1.धारा 494 कहती है कि अगर कोई स्त्री का पति या पत्नी पहली शादी होते हुए, दूसरी शादी करता है तब अपराध होगा, और शिकायत न्यायालय में पहले पति या पत्नी द्वारा ही लाया जाएगा। 2. धारा 495 कहती है कि अगर कोई पति या पत्नी पहली शादी छुपाकर किसी अन्य स्त्री-पुरूष से शादी कर लेते हैं तब यह अपराध होगा और शिकयत न्यायालय में उसके द्वारा की जाएगी जिससे कपटपूर्ण शादी या शादी की बात छुपाकर, शादी की है। भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 495 दण्ड का प्रावधान:-यह अपराध किसी भी प्रकार से समझौता योग्य नहीं होते है। यह अपराध असंज्ञेय एवं जमानतीय अपराध होते हैं,इनकी सुनवाई का अधिकार प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट को होता है। सजा- इस अपराध के दोषी को 10 वर्ष की कारावास और जुर्माने से दण्डित किया जा सकता है। उधारानुसार वाद:- इनाई बीबी का प्रमुख वाद- आरोपी ने अपनी पहले के साथ छ: माह तक वैवाहिक जीवन बिताने के बाद किसी दूसरे पुरूष से विवाह कर लिया और उसके पहले विवाह की बात को छिपाए रखी थी। इस स्थिति में न्यायालय ने आरोपी को धारा 496 के अंतर्गत दोषी ठहराया गया। बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) कानूनी जानकारी से संबंधित 10 सबसे लोकप्रिय लेखकोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है सरकारी अधिकारी निर्दोष नागरिक को जबरन रोककर रखे तो IPC की किस धारा के तहत मामला दर्ज होगा अधिकारी, कोर्ट में गलत जानकारी पेश कर दे तो विभागीय कार्रवाई होगी या FIR दर्ज होगी क्या जमानत की शर्तों का उल्लंघन अपराध है, नई FIR दर्ज हो सकती है एक व्यक्ति अपराध करे और दूसरा सिर्फ साथ रहे तो दूसरा अपराधी माना जाएगा या नहीं रात के समय किसी के घर में चोरी छुपे घुसना किस धारा के तहत अपराध है यदि कोई मर्जी के बिना घर में घुस आए तो क्या FIR दर्ज करवाई जा सकती है धूम्रपान करने वालों के खिलाफ IPC की किस धारा के तहत FIR दर्ज होगी आम रास्ते में रुकावट पैदा करने वाले के खिलाफ किस धारा के तहत FIR दर्ज होती है गर्भपात के दौरान यदि महिला की मृत्यु हो गई तो जेल कौन जाएगा डॉक्टर या पति यदि जबरदस्ती नशे की हालत में अपराध हो जाए तो क्या सजा से माफी मिलेगी |
| गाड़ियों और साइकिल के टायरों में कौन सी गैस भरी होती है / #सरलSCIENCE Posted: 18 Aug 2020 04:46 AM PDT हमारे वायुमंडल में पाई जाने वाली गैसों में सबसे अधिक मात्रा में पाई जाने वाली गैस नाइट्रोजन है। जो सर्वाधिक मात्रा में पाई जाती है ,लगभग 78% यह जितनी अधिक मात्रा में उपस्थित होती है, उतना ही इसका उपयोग भी है। आइए नाइट्रोजन गैस के उपयोग जानते है* हमारे शरीर में प्रोटीन के निर्माण में नाइट्रोजन गैस अति आवश्यक है। * पेड़- पौधों की वृद्धि तथा विकास के लिए नाइट्रोजन गैस अति आवश्यक है। * NPK(nitrogen, phosphorous, potassium) तथा यूरिया जैसे अन्य रासायनिक उर्वरकों को बनाने में। * विद्युत बल्बों में ऑर्गन (93%) व नाइट्रोजन(7%) का मिश्रण भरा होता। * गाड़ियों तथा साइकिल के टायरों में भरा जाता है। * चिप्स तथा अन्य पैकेट बंद खाद्य पदार्थों के परिरक्षण में। नाइट्रोजन का इतनी अधिक मात्रा में उपयोग होने का कारण? तो आइए सरल साइंस की भाषा में समझते है।चूँकि नाइट्रोजन एक कम क्रियाशील गैस है। इस कारण यह आसानी से किसी से भी क्रिया नहीं करती। इसी कारण इसका उपयोग इतनी अधिक मात्रा में किया जाता है। कम क्रियाशील होने के कारण यह निर्वात अर्थात vaccum बना लेती है। जिस कारण वस्तुएं खराब नहीं होती चाहे। चिप्स के पैकेट के अंदर उपस्थित चिप्स हों या विद्युत बल्ब के अंदर उपस्थित फिलामेंट। इतनी अधिक मात्रा में नाइट्रोजन कहां से आती है?आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि हमारे वायुमंडल में 78% नाइट्रोजन उपस्थित होती है परंतु फिर भी यह आसानी से उपयोग के योग्य नहीं होती। जब तक कि यह अपने अवयवों -नाइट्रेट तथा नाइट्राइट में नहीं टूट जाती, तब तक यह उपयोग के योग्य नहीं होती। इस कार्य के लिए नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने वाले बैक्टीरिया महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। यूरिया से अमोनिया का निर्माण (अमोनीकरण) बारिश के मौसम में बिजली चमकने से नाइट्रेट तथा नाइट्राइट का निर्माण आदि क्रियाएं महत्वपूर्ण होती हैं। * इसी कारण प्रकृति में नाइट्रोजन की मात्रा को स्थिर बनाए रखने के लिए नाइट्रोजन चक्र पाया जाता है जिसे एक आदर्श चक्र माना जाता है। लेखक श्रीमती शैली शर्मा मध्यप्रदेश के विदिशा में साइंस की टीचर हैं। (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) विज्ञान से संबंधित सबसे ज्यादा पढ़ी गईं जानकारियां |
| ग्वालियर कोर्ट 21 अगस्त तक बंद, 8 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव निकले / GWALIOR NEWS Posted: 17 Aug 2020 03:01 PM PDT ग्वालियर। जिला न्यायालय को 21 अगस्त तक बंद कर दिया है। 22 और 23 अगस्त को अवकाश होने के कारण डीजे कोर्ट अब 24 अगस्त को खुलेगा। जिला एवं सत्र न्यायालय के 8 कर्मचारियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद जिला प्रशासन स्वास्थ विभाग और डीजे कोर्ट प्रबंधन ने यह फैसला लिया है। कोरोना वायरस की चेन तोडऩे के लिये फिलहाल कोर्ट पूरी तरह बंद रहेंगे। लेकिन जज और एडीजे को घर से ही जमानत और आवश्यक सुनवाई के निर्देश डीजे ने दिया हैं। दरअसल लेखपाल अजय भटनागर और नाजिर रोहित माहौर की तबियत खराब होने पर कोरोना टेस्ट कराया गया था। उनकी रिपोर्ट पर पॉजीटिव पाई गई। उसके बाद उनके सम्पर्क में रहने वाले राजकरण डांगा और राकेश जयासवास जो उनके सहयोगी क्लर्क हैं उनकी भी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इसक अलावा एडीजे कोर्ट में तैनात श्रीकृष्ण मांजी रीडर और मनोज कुमार शीघ्रलेखक भी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। इसके बाद इन लोगों के सम्पर्क में आये जेएमएफसी कोर्ट के रीडर यशवंत शाक्य और एडीजे सचिन जैन कोर्ट के रामसेवक गोस्वामी, रिकॉर्ड कीपर की कोरोना जांच पॉजिटव आई है। एक साथ 8 कर्मचारियों के संक्रमित मिलने के बाद (डीजे) दीपक अग्रवाल ने कलेक्टर और सीएमएचओ को इसकी जानकारी दी। बाद में तय किया गया कि कोर्ट को फिलहाल 21 अगस्त तक के लिये बंद कर दिया जाये। वहीं दो दिन की छुट्टी है। अब 24 अगस्त को ही जिला न्यायालय खुलेगा। जबकि जरूरी मामलों की सुनवाई के लिए विधिक अधिकारियों को घर से ही सुनवाई करने के निर्देश डीजे ने दिये हैं। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| ग्वालियर में तिघरा बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है / GWALIOR NEWS Posted: 17 Aug 2020 02:56 PM PDT ग्वालियर। बीते सप्ताह तक चिंता का कारण बने तिघरा डैम से अब अच्छे संकेत मिलने लगे हैं, कैचमेंट एरिया में जारी रुक-रुककर बरसात के चलते तिघरा का जल स्तर तेजी से बढऩे लगा है और सोमवार को यह 734.80 फुट पर पहुंच गया, यानि आज से पूरे 315 दिन का पानी तिघरा में पहुंच चुका है। जिससे आने वाले साल के 10 जुलाई तक शहर को पर्याप्त पानी मिल सकेगा। वहीं जिस तरह के हालात बन रहे हैं उसके बाद तो यह साफ होने लगा है कि जल्द ही डैम फुल हो जाएगा और अगले मानसून तक पानी का कोई संकट नहीं रहेगा। वैसे भी जून से मानसून की शुरुआत हो जाती है। ऐसे समझें तिघरा का समीकरणशहर में जल प्रदाय के प्रमुख स्त्रोत तिघरा की कुल जल क्षमता 740 फुट है, लेकिन इसके पुराना हो जाने व कई जगह दरार और भीतर सिल्ट जम जाने के कारण इसे केवल 738 फुट ही भरा जाता है, बीते साल देर से ही सही, लेकिन अच्छी बरसात होने के बाद यह लबालब था, परंतु इस साल कमजोर मानसून के चलते अवर्षा के हालात बनने के साथ ही इसका जल स्तर तेजी से कम होने लगा था, जिसने चिंता बढ़ा दी थी, इसकी एक बड़ी वजह यह भी रही कि इसके कैचमेंट एरिया में पानी नहीं गिरा, यहीं से पानी तिघरा में पहुंचता है। ऐसे में हर रोज तिघरा से 10 एमसीएफटी पानी कम हो रहा था, लेकिन अब यह जल स्तर बढऩे लगा है., यह अच्छे संकेत हैं। 729.0 फुट रह गया था पानीबारिश न होने के कारण तिघरा का जल स्तर 738 से घटकर 729 फुट रह गया था, तब चिंता बढऩे लगी थी, लगभग एक पखवाड़े पहले हल्की बरसात के बाद कुछ अच्छे संकेत मिलने लगे थे, लेकिन इसके कैचमेंट एरिया मोहना और घाटीगांव में ठीक से पानी नहीं बरसा, यही नहीं ककैटो और पेहसारी बांध भी आधे रह गए थे, जहां से पानी ओवरफ्लो होकर तिघरा में पहुंचता है। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| सांप का यदि शहर बदल दें तो उसका जहर भी बदल जाता है: CCMB के वैज्ञानिकों की स्टडी रिपोर्ट Posted: 17 Aug 2020 02:40 PM PDT उमाशंकर मिश्र/नई दिल्ली। यह तो आपने सुना ही होगा कि 'ज़हर को ज़हर ही काटता है'। विषरोधी दवाओं के मामले में यह बात बिलकुल फिट बैठती है। सॉ-स्केल्ड वाइपर (Echis carinatus) को दुनिया के सबसे अधिक विषैले सांपों में गिना जाता है। पर, यह सांप अपनी औषधीय उपयोगिता के लिए भी जाना जाता है। जैसा देश वैसा वेश! सांप के विष का मामला भी कुछ ऐसा ही होता है। एक ताजा अध्ययन में, हैदराबाद स्थित सीएसआईआर-कोशकीय एवं आणविक जीवविज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) के वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि विभिन्न क्षेत्रों में पायी जाने वाली सॉ-स्केल्ड वाइपर की भौगोलिक रूप से भिन्न आबादी के विष का संयोजन, क्षेत्र विशेष के अनुसार अलग-अलग होता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह जानकारी प्रभावी विषरोधी दवाएं विकसित करने में उपयोगी हो सकती है। इस अध्ययन में विभिन्न क्षेत्रों के सॉ-स्केल्ड वाइपर के विष नमूनों में काफी विविधता देखी गई है। शोधकर्ताओं में शामिल सीसीएमबी के वैज्ञानिक डॉ कार्तिकेयन वासुदेवन ने इंडिया साइंस वायर को बताया कि "इस अध्ययन में,तमिलनाडु, गोआ और राजस्थान समेत तीन राज्यों से एकत्रित किए गए सॉ-स्केल्ड वाइपर के विष नमूनों में भिन्नता देखी गई है। विष नमूनों में इस अंतर के लिए मुख्य रूप से विष-परिवारों की संरचनात्मक भिन्नता जिम्मेदार है।राजस्थान के सॉ-स्केल्ड वाइपर सांपों के विष में निम्न आणविक भार के विषैले तत्वों की प्रचुरता पायी गई है। इनमें फॉस्फोलिपेस-ए2 (पीएलए2) और सिस्टीन की प्रचुरता से युक्त स्रावी प्रोटीन (क्रिस्प) जैसे विषैले तत्व शामिल हैं, जो सर्पदंश के स्थान पर सूजन और परिगलन के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं।" इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने विभिन्न स्थानों से एकत्रित सॉ-स्केल्ड वाइपर के विष की संरचना को स्पष्ट किया है, ताकि प्रोटीओम स्तर पर इसकी भिन्नता को समझा जा सके, और पता लगाया जा सके कि इससे सर्पदंश के लक्षण कैसे बदल सकते हैं।सांप का ज़हर कई विषैले तत्वों से मिलकर बना होता है, जो उसके शिकार को निष्क्रिय करने में मददगार होते हैं। शोधकर्ताओं ने इससंयोजन में शामिल विभिन्न प्रोटीन्स की पहचान के लिए विष-प्रोटीन कोविशिष्ट तकनीकों की मदद से एक सरल मिश्रण में विभाजित किया है। अध्ययन में, इन प्रोटीन्स को विभिन्न खंडों में विभाजित करने के साथ-साथ प्रत्येक विषैले तत्व की प्रचुरता का आकलन भी किया गया है। डिस्इंटेग्रिन परिवार के विषैले तत्व, जो कोशिकाओं के बीच संपर्क को विखंडित कर सकते हैं, सिर्फ तमिलनाडु के सांपों के ज़हर में पाए गए हैं। सभी विष नमूनों में, मेटालोप्रोटीनेज और सेरीन प्रोटीज के कई आइसोफोर्म पाए गए हैं, जिसके बारे में माना जा रहा है कि यहरक्त के थक्के बनाने के लिए जिम्मेदार तंत्र में शामिल लक्ष्यों की एक किस्म हो सकती है।डिस्इंटेग्रिन, वाइपर सांपों के विष में पाए जाने वाले प्रोटीन का एक परिवार है, जो प्लेटलेट एकत्रीकरण और इंटेग्रिन प्रोटीन पर निर्भर कोशिकाओं को बंधने से रोकने में अवरोधक के रूप में कार्य करता है। वहीं,मेटालोप्रोटीनेजया मेटालोप्रोटीज, प्रोटीज एंजाइम हैं। इसी तरह,सेरीन एक अमीनो एसिड है, जो प्रोटीन के जैव-संश्लेषण में भूमिका निभाता है। इस तंत्र को समझाने के लिए शोधकर्ता तमिलनाडु की इरुला कोऑपरेटिव सोसाइटी का उदाहरण देते हैं, जहां विषरोधी दवाएं बनाने के लिए सांपों का विष प्राप्त किया जाता है। वे कहते हैं कितमिलनाडु में प्राप्त विष पर आधारित विषरोधी दवाओं का उपयोग अन्य स्थानों के पीड़ितों पर किए जाने सेइसके असर में अंतर देखने को मिल सकता है। भारत में हर साल सर्पदंश की 12-14 लाख घटनाएं होती हैं, जिनमें करीब 58 हजार लोगों की मौत होने का अनुमान लगाया गया है। दुनियाभर में पायी जाने वाली सांपों की सबसे विषैली प्रजातियों में सॉ-स्केल्ड वाइपर को उसके खतरनाक ज़हर के लिए जाना जाता है। देश के विभिन्न हिस्सों में विस्तृत रूप से पाया जाने वाला सॉ-स्केल्ड वाइपर सांप देखने में भले ही छोटा हो, पर यह बहुत जहरीला होता है। इसके काटे जाने पर पीड़ित व्यक्ति को जल्द ही उपचार न मिले तो मौत तय मानी जाती है।है। इस सांप की गुस्सैल, चिड़चिड़ी और आक्रामक प्रवृत्ति इसके घातक विष के असर को बढ़ा देती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में पाए जाने वाले सांपों के विष के संयोजन को केंद्र में रखा जाए तो सर्पदंश के खिलाफ अचूक दवाएं विकसित की जा सकती हैं। डॉ वासुदेवन ने बताया कि "यह शोध विभिन्न स्थानों पर व्यावसायिक रूप से उपलब्ध विषरोधी दवाओं के प्रभाव का मूल्यांकन करने की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है।" यह अध्ययन शोध पत्रिका टॉक्सिकोनः एक्स में प्रकाशित किया गया है। अध्ययनकर्ताओं में डॉ वासुदेवन के अलावा सीसीएमबी के एक अन्य शोधकर्ता सिद्धार्थ भाटिया शामिल हैं। (इंडिया साइंस वायर) कुछ मजेदार जानकारियां |
| जबलपुर पीएम आवास घोटाला: CMO के बाद सब इंस्पेक्टर और अकाउंटेंट भी सस्पेंड / JABALPUR NEWS Posted: 18 Aug 2020 04:46 AM PDT जबलपुर। नगरीय प्रशासन और विकास विभाग ने जबलपुर जिले के मझौली नगर परिषद में प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत की गई वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में राजस्व उप निरीक्षक बेनी प्रसाद पटेल और मुख्य लिपिक, लेखापाल गोपी पटेल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। तहसीलदार एवं प्रशासक नगर परिषद मझौली श्याम चंदेले ने बताया कि निलंबित दोनों कर्मियों को जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी। साथ ही इनका मुख्यालय नगर परिषद मझौली नियत किया गया है। निलंबित दोनों कर्मियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के शासकीय कार्य, आर्थिक अनियमितताओं एवं कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही बरतने के आरोप में मध्यप्रदेश नगर पालिका कर्मचारी भर्ती तथा सेवा शर्तें नियम के प्रावधानों के तहत निलंबित किया गया है। निलंबित दोनों कर्मचारियों के विरूद्ध विभागीय जांच संस्थित करते हुए 30 दिवस के भीतर आरोप पत्र सौंपने के निर्देश तहसीलदार श्री चंदेले ने दिया है। गौरतलब है कि मझौली के सी.एम.ओ. को पहले ही इसी आरोप में निलंबित किया जा चुका है। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| नर्मदा किनारे के लोग सावधान! बरगी बांध के गेट कभी भी खोले जा सकते हैं / JABALPUR NEWS Posted: 18 Aug 2020 04:47 AM PDT bargi dam's latest news todayजबलपुर। रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध में पानी की आवक लगातार बढ़ती जा रही है। बरगी बांध के तटीय इलाकों में बारिश की वजह से अभी 5 हजार 656 घन मीटर प्रति सेकण्ड (क्यूमेक) आवक है, जिससे एक घंटे में 18 एमसीएम पानी आना आंकलित किया गया है। आज शाम 7 बजे की स्थिति में बरगी बांध का जलस्तर 420.45 मीटर दर्ज किया गया इस स्थिति को देखते हुए कभी भी बरगी बांध के जल द्वार खोलने की स्थिति निर्मित होने की संभावना है।चेतावनी! नर्मदा के तटीय क्षेत्रों से दूरी बनाये रखेंकार्यपालन यंत्री एके सूरे ने नर्मदा नदी के तटीय क्षेत्र एवं जल भराव क्षेत्र के रहवासियों से आग्रह किया है कि वे नर्मदा के तटीय क्षेत्रों से सुरक्षित और पर्याप्त दूरी बनाये रखें। बरगी बांध जलाशय का पूर्ण जलस्तर 422.76 मीटर है। सोमवार 17 अगस्त की शाम 7 बजे तक बांध में 420.45 मीटर जलस्तर था। इस प्रकार करीब 81 फीसदी बांध पानी से भर चुका है। बांध में पूर्ण जल स्तर प्राप्त करने के लिए 828 एमसीएम पानी की आवश्यकता है। बरगी बांध का जलग्रहण क्षेत्र 14 हजार 556 घन मीटर है। इसके जल ग्रहण क्षेत्र में डिण्डौरी, मोहगांव, मानोट, मुक्की, मवई, बम्हनी बंजर, मंडला तथा बरगी नगर सहित 8 रेनगेज स्टेशन हैं। इन सभी रेनगेज स्टेशन में वर्षाकाल के दौरान सतत वर्षा दर्ज की जाती है तथा वर्षा के आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए बरगी बांध के जल भराव क्षेत्र में आने वाले पानी, भराव का वेग तथा बरगी बांध के जल स्तर की गणना की जाती है। (अपडेट: जबलपुर में बरगी बांध के 13 गेट खुले) 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| प्लाज्मा क्या होता है, प्लाज्मा किसी को कोविड-19 से कैसे बचा जा सकता है / What is Plasma Hindi Posted: 17 Aug 2020 01:50 PM PDT भारत में कोविड-19 के मरीजों को बचाने के लिए प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग किया जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं लेकिन समस्या यह है कि प्लाज्मा किसी दवा कंपनी द्वारा नहीं बनाया जाता है। यह काफी सीमित मात्रा में उपलब्ध है। दरअसल, प्लाज्मा इंसान के खून का तरल हिस्सा है यहां 91 से 92% पानी से बना और हल्के पीले रंग का होता है यह आपके खून का करीब 55% हिस्सा है बचा हुए 45% में रेड लाइट सेल्स व्हाइट ब्लड सेल्स प्लेटलेट्स होती है। कॉन्वालेसेंट प्लाज्मा क्या होता है / What is convalescent plasmaकॉन्वालेसेंट प्लाज्मा को हम उधार की इम्यूनिटी भी कह सकते हैं क्योंकि इसे बीमारी से उबर भी सकते है। व्यक्ति के खून से निकालकर मरीज को दिया जाता है इसमें एंटीबॉडीज होती है जो कुछ निश्चित समय के लिए प्लाज्मा से चिपक जाती है और वायरस के दूसरी बार लौटने पर उससे लड़ने के लिए तैयार रहती है। कॉन्वालेसेंट प्लाज्मा डोनर बनने के लिए जरूरी शर्तेंउम्र 18 वर्ष और पूरी तरह स्वस्थ होना चाहिए। कम से कम 50 किलोग्राम वनज होना चाहिए। कोविड-19 से उबरने के बाद ही कर सकते हैं दान। 14 दिन तक सिम्पटम फ्री होना जरूरी। योग्य डोनर हर 15 दिन में प्लाज्मा डोनेट कर सकते हैं। प्लाज्मा डोनेशन कैसे होता है / How does plasma donationकॉन्वालेसेंट डोनेशन प्लाज्मा कोविड-19 से पूरी तरह उबर चुके मरीज ही कर सकते हैं। प्लाज्मा डोनेशन के दौरान व्यक्ति के हाथ से प्लाज्मा निकाला जाता है और सुरक्षित तरीके से कुछ भी सेलाइन के साथ रेड सेल्स वापस डाले जाते हैं। इस प्रक्रिया के कारण यह आम ब्लड डोनेशन से ज्यादा वक्त लेती है। प्लाज्मा को कलेक्ट करने के 6 घंटे के भीतर माइनस - 30 डिग्री सेल्सियस पर जमा या ठंडा किया जाता है तो उसे 12 महीने तक स्टोर कर रख सकते हैं। प्लाज्मा कौन डोनेट कर सकता / Who can donate plasmaकॉन्वालेसेंट प्लाज्मा केवल उन्हीं लोगों से कलेक्ट किया जाना चाहिए जो ब्लड डोनेशन के लिए योग्य है। अगर व्यक्ति को पहले कोरोनावायरस पॉजिटिव रह चुका है तो ही वे दान कर सकता है। संक्रमित व्यक्ति कोविड-19 से पूरी तरह उबरने के 14 दिन बाद ही डोनेशन कर सकता है डोनर में किसी भी तरह के लक्षण नहीं होनी चाहिये। डोनर की उम्र 18 साल से ज्यादा और पूरी तरह से स्वस्थ होना चाहिए। आपको मेडिकल एग्जामिनेशन से गुजरना होगा जहां आपकी मेडिकल हिस्ट्री की जांच की जाएगी। |
| भोपाल स्थित राज्य स्तरीय कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति संबंधी आदेश / BHOPAL NEWS Posted: 17 Aug 2020 01:24 PM PDT भोपाल। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा निर्देश जारी किये गये हैं कि विभागीय परिपत्र दिनांक 20 मई, 2020 के अनुसार भोपाल स्थित समस्त राज्य-स्तरीय कार्यालयों में शत्-प्रतिशत् अधिकारी एवं 50 प्रतिशत कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। उल्लेखनीय है कि अधिकारी-कर्मचारियों की लॉकडाउन अवधि में कार्यालयों में उपस्थिति के संबंध में पूर्व में जारी आदेश समाप्त हो चुका है। प्लाज्मा डोनेशन के लिए एसडीएम की रोस्टर ड्यूटी लगाई गईभोपाल। भोपाल जिले हमीदिया में शुरु हुए प्लाज्मा सेंटर में आज आईटीबीपी के जवान ने और अन्य लोगो ने प्लाज्मा डोनेशन के लिए अपना सैंपल दिया है जिसकी एंटीबॉडी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर प्लाज्मा लिया जायेगा। कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने जिले के सभी एसडीएम की प्रतिदिन के अनुसार ड्यूटी लगाई है। जो पॉजिटिव आए मरीजों के इलाज के बाद ठीक होने पर 25 कोरोना फाइटर की एंटीबॉडी टेस्ट कराया जायेगा और एंटीबॉडी डेवलप्ड होने के बाद उनका प्लाज्मा लिया जायेगा जिसका उपयोग गंभीर पीड़ित मरीजों के इलाज मेें किया जायेगा। सोमवार को बैरागढ़ एसडीएम, गोविंदपुरा मंगलवार, सिटी एसडीएम बुधवार, टीटी नगर गुरुवार, शुक्रवार कोलार, एमपी नगर शनिवार, और रविवार को हुजूर और बैरसिया एसडीएम की ड्यूटी लगाई गई है। 18 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार |
| अब देश का भविष्य : खेती और परपरागत व्यवसाय ही / EDITORIAL by Rakesh Dubey Posted: 17 Aug 2020 02:18 PM PDT सरकारें भले ही कुछ भी दावे करें, हकीकत यह है कि पिछले पांच महीनों में कोविड महामारी के भय ने आशंकित लोगों को महामारी और अनिश्चय की ऐसी पीड़ा दी है कि जिससे आज देश की बड़ी आबादी अनिश्चय के भंवर में जीने को मजबूर है। ठिकाने की तलाश में इस देश की बड़ी आबादी जिसे कार्यशील युवा पूंजी कहा जाता है, अपने जीवन को नया अर्थ देने के लिए न जाने कहां-कहां की खाक छान आयी। वैधानिक रास्ता नहीं मिला तो अवैध कबूतरबाजों के पंखों पर बैठकर सात समन्दर पार की खाक भी छानी, लेकिन सब व्यर्थ ,उसे जीने के अहसास कहीं नहीं मिला। अपनी जड़ों से उखड़कर कहीं भी जुड़ न पाने का यह दर्द केवल इस देश के बीस प्रतिशत लोगों को ही नहीं है, जिनकी संख्या करीब तीस करोड़ बन जाती है। उन्हें ज्यादा है जो रोज आधे पेट भोजन पर गुजर-बसर कर रहे है। इस कोविड -१९ ने एक सच, भारत की जनता के सामने रख दिया है कि "भारत की अपनी मूल प्रवृत्ति खेती किसानी है | इस ओर लौटने अतिरिक्त हमारे पास भविष्य में कोई विकल्प नही होगा। प्रकृति केन्द्रित विकास और परम्परागत व्यवसाय ही भविष्य की नींव होंगे |" एक समय था, जब भारत की तीन-चौथाई आबादी धरती से जुडी थी और खेती किसानी ही करती थी। देश में अधिसंख्य लोग ग्रामीण संस्कृति को अपना कर अपने परपरागत व्यवसाय पर जीवित थे। भौतिकवाद की चकाचौंध ने लोगों का विश्वास अपनी धरती से हटा दिया। कृषि जीने का ढंग नहीं, मात्र एक अलाभप्रद धंधा हो गयी। अन्नदाता किसान का विश्वास खो देने का यह संकट इतना गहरा हो गया कि अब केवल देश की आधी जनता ही कृषि और सहकारी धंधों में अर्थ खोजती रह गयी है। वह अर्थ भी इतना व्यर्थ हो गया कि कृषक संस्कृति ने देश की सकल घरेलू आय में पचास प्रतिशत की जगह मात्र उन्नीस प्रतिशत योगदान देना प्रारंभ कर दिया। कृषि में निवल निवेश शून्य हो गया। इसके लिए हरित से लेकर नीली तक रंगबिरंगी क्रांतियों के नारों के बावजूद कृषि विकास दर मात्र दो प्रतिशत तक सिमट गयी। आज कृषि संस्कृति की ओर लौटने की बात कहने वाले भी इस वर्ष के लिए उसकी विकास दर की कल्पना चार प्रतिशत से ऊपर नहीं कर पाये। जबकि औद्योगिक क्रांति और विदेशी निवेश के आधार स्तंभों पर खड़ी भारतीय अर्थव्यवस्था दस प्रतिशत आर्थिक विकास दर का सपना देखकर उसके स्वत: स्फूर्त हो जाने की कल्पना कर रही है। देश के युवा को नव शिक्षण और प्रशिक्षण के नाम पर शहरों और कस्बों में उभर आयी अकादमियां पहले गांवों से शहरों की ओर, और फिर शहरों से निराश हो विदेशों की ओर पलायन का विकल्प दे रही हैं। आंकड़ों के अनुसार लगभग डेढ़ करोड़ युवा हर वर्ष एक वैकल्पिक सपनीले जीवन की तलाश में पहले शहरों और फिर वैध-अवैध पलायन के सहारे विदेशों की ओर पलायन कर रहे हैं। देश में गांव के गांव खाली हो गये,और हो रहे हैं | विश्वभर में कोरोना महामारी के कारण भारतीयों के लिए डॉलर और पाउंड क्षेत्र ने तो संक्रमण से भयभीत होकर सबसे पहले अपने दरवाजे बंद किये, फिर तेल उत्पादक देशों ने भी अपना संकट भयावह होता देख उन्हें अजनबी बना दिया। ये लोग सामूहिक रूप से वंदेमातरम् कहते हुए बमुश्किल अपने देश लौटे हैं ।इधर जिन उद्योग धंधों ने गांवों से आये करीब तेरह करोड़ लोगों को अपने साथ जोड़ रखा था। उन्हें अब तालाबन्दी और बढ़ती मन्दी उन्हें वापसी का रास्ता दिखाने लगी।ये पिछले बरसों में बेहतर जिंदगी की तलाश में वे अपने गांवों से पलायन करके यहां आये। अब रोजी-रोटी के लिए तरस जाने की हालत ने उन्हें फिर अपने गांव की ओर पुन: पलायन की राह दिखा दी है । समाज शास्त्रियों ने पूरे देश में ४८ जिलों का सर्वेक्षण किया तो पाया कि अनुदान योजनाओं की घोषणाओं के आडम्बर के बावजूद ग्रामीण संस्कृति के पुनर्निमाण के चिन्ह नहीं हैं। घर लौटे प्रवासियों के लिए घोषणाओं के बावजूद नये कार्य के आसार नहीं हैं, और वर्तमान जीर्णशीर्ण अर्थव्यवस्था उनके अयाचित बोझ से चरमराने लगी है। देश और मध्यप्रदेश की बड़ी खबरें MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं। |
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