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- मध्यप्रदेश में कोरोना से हर घंटे 1 मौत, प्राइवेट अस्पतालों में लूटपाट शुरू / MP CORONA UPDATE NEWS
- इंदौर में अस्पताल ने 12 साल पहले मर चुके व्यक्ति के हस्ताक्षर कर फर्जी कागज बनाए / INDORE NEWS
- जबलपुर में 600 से अधिक कैदियों को बिना जाँच के सेंट्रल जेल भेजा, 40 कैदी पॉजिटिव / JABALPUR NEWS
- भोपाल मास्टर प्लान 2031 पर हाई कोर्ट का नोटिस / BHOPAL NEWS
- भोपाल में रेलवे ट्रैक पर DJ संचालक का शव मिला, 8 महीने पहले लव मैरिज हुई थी / BHOPAL NEWS
- चिरायु अस्पताल भोपाल से कोरोना महिला मरीज के स्वर्ण आभूषण गायब: शिकायत / BHOPAL NEWS
- इंदौर में कोरोना मरीज का 6 लाख का बिल, सरकारी डॉक्टर की फीस 3000 रुपए रोज, नोटिस जारी / INDORE NEWS
- सीधी में पटवारी रिश्वत लेते गिरफ्तार / MP NEWS
- मध्यप्रदेश उपचुनाव: बसपा प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी / MP NEWS
- भोपाल में ऑनलाइन गेम में हारने पर नाबालिग ने सुसाइड कर लिया / BHOPAL NEWS
- ज्योतिरादित्य सिंधिया के नागपुर प्रवास के बाद कमलनाथ और शिवराज सिंह मिले / MP NEWS
- मौत के बाद भी बच्चे को गोद में लेकर बैठी थी माँ: देवास हादसा / MP NEWS
- सावधान! भोपाल की तरफ बढ़ रहे खाड़ी के बादल छत्तीसगढ़ पहुंच गए, मूसलाधार बरसेंगे / BHOPAL WEATHER FORECAST
- भिंड कलेक्टर ने SDM-डिप्टी कलेक्टर सहित 16 अधिकारियों को दंडित किया, सेवा में कमी के दोषी पाए गए थे / MP NEWS
- रिटायर्ड कर्मचारियों को PPO की ओरिजिनल कॉपी रखने के लिए लॉकर / ALL ABOUT DIGILOCKER FOR PENSIONERS
- ट्रांसपोर्ट कारोबारी की बेटी का शव शादी के 27वें दिन फंदे पर लटका मिला / INDORE NEWS
- इंदौर के 37 कॉलेजों में 50 करोड़ का स्कॉलरशिप फ्रॉड / INDORE NEWS
- सिंधिया के मोदी कैबिनेट में शामिल होने के आसार / MP NEWS
- दूध को दही बनाने वाले चमत्कारी पत्थर में क्या खास है, कहां मिलता है, नाम क्या है / GK IN HINDI
- पेट में गुटर गुटर क्यों होती है ? / INTERESTING SCIENCE IN HINDI
- किन परिस्थितियों में की गई हत्या पर सजा नहीं मिलती, यहां पढ़िए / ASK IPC
- ग्वालियर में कोरोना से व्यापारियों की मौत, हिल गया दालबाजार / GWALIOR NEWS
- कर्मचारियों की वेतनवृद्धि रोककर नया एयरक्रॉफ्ट खरीद लाए शिवराज: कर्मचारी संघ / EMPLOYEE NEWS
- RSMSSB JOB VACANCY: 1000 से ज्यादा स्टेनोग्राफर भर्ती विज्ञापन / RAJASTHAN GOVT JOB
- मुख्यमंत्री जी, मध्यप्रदेश के नौजवान बहुत परेशान है, उन्हें दुत्कारिये मत! / Khula khat
| मध्यप्रदेश में कोरोना से हर घंटे 1 मौत, प्राइवेट अस्पतालों में लूटपाट शुरू / MP CORONA UPDATE NEWS Posted: 27 Aug 2020 08:05 AM PDT भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने आम जनता को महामारी से बचाने की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है। धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध के अलावा संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रोटोकॉल पालन हेतु सरकार गंभीर नजर नहीं आ रही है। पिछले 24 घंटे में 24 मरीजों की मौत हो गई। यानी हर घंटे एक मरीज की मौत। ऐसे हालात में खबर मिली है कि इंदौर के एप्पल हॉस्पिटल में कोरोनावायरस से पीड़ित मरीज का ₹600000 का बिल बना दिया गया और भोपाल के चिरायु अस्पताल में संक्रमित महिला मरीज की मौत के बाद उसके स्वर्ण आभूषण गायब हो गए। MADHYA PRADESH CORONA BULLETIN 27 AUG 2020संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 27 अगस्त 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में:- 23825 सैंपल की जांच की गई। 186 सैंपल रिजेक्ट हो गए। 22508 सैंपल नेगेटिव पाए गए। 1317 सैंपल पॉजिटिव पाए गए। 24 मरीजों की मौत हो गई। 1207 मरीज डिस्चार्ज किए गए। मध्यप्रदेश में संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 58181 मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 1306 मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से स्वस्थ हुए नागरिकों की संख्या 44453 26 अगस्त 2020 को संक्रमित नागरिकों की संख्या 12422 26 अगस्त 2020 को मध्यप्रदेश में संक्रमित इलाकों की संख्या 4818 मध्यप्रदेश में सैनिटाइजेशन के बजाय कड़े प्रतिबंध पर फोकससंक्रमण रोकने के लिए बेहद जरूरी है कि पब्लिक प्लेस का सैनिटाइजेशन किया जाए और जगह-जगह हैंड वॉश की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं परंतु शिवराज सिंह सरकार का फोकस आम जनता और दुकानदारों पर तरह-तरह के प्रतिबंध लगाकर वसूली करने तक सीमित रह गया है। हर रोज जिलों के कलेक्टर गर्व के साथ प्रेस को सूचना भेजते हैं कि उन्होंने कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के कारण कितने लोगों पर जुर्माना लगाया और कितनी दुकानें सील कर दी गई परंतु किसी भी सरकारी सूचना में यह नहीं बताया जाता कि आज कितने सार्वजनिक स्थानों को सेनीटाइज किया गया। ज्योतिरादित्य सिंधिया के नागपुर प्रवास के बाद कमलनाथ और शिवराज सिंह मिले सिंधिया के मोदी कैबिनेट में शामिल होने के आसार किन परिस्थितियों में की गई हत्या पर सजा नहीं मिलती, यहां पढ़िए कर्मचारियों की वेतनवृद्धि रोककर नया एयरक्रॉफ्ट खरीद लाए शिवराज: कर्मचारी संघ मुख्यमंत्री जी, मध्यप्रदेश के नौजवान बहुत परेशान है, उन्हें दुत्कारिये मत! |
| इंदौर में अस्पताल ने 12 साल पहले मर चुके व्यक्ति के हस्ताक्षर कर फर्जी कागज बनाए / INDORE NEWS Posted: 27 Aug 2020 07:46 AM PDT इंदौर। मध्य प्रदेश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के अस्पतालों में फर्श पर तो सफाई दिखती है परंतु व्यवहारिक तौर पर मरीजों का इलाज कम प्रबंधन द्वारा हाथ की सफाई ज्यादा दिखाई देती है। भर्ती हुए मरीज का इलाज करने के बजाय, बिल बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। एक और शिकायत सामने आई है। इसमें हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने कई डाक्यूमेंट्स में महिला के पति के हस्ताक्षर कर दिए जबकि उनकी मृत्यु तो 12 साल पहले ही हो चुकी है। अस्पताल का वेंटिलेटर खराब था, BHMS डॉक्टर इलाज कर रहा थारावजी बाजार थाना क्षेत्र में रहने वाले आदेश उर्फ त्रिलोक हार्डिया ने DIG को बैराठी कॉलोनी स्थित वेदांत हास्पिटल की शिकायत की है। आदेश ने डीआईजी को बताया कि 24 जुलाई को उनकी मां को अस्पताल में भर्ती किया था। अगले दिन उनकी मौत हो गई। जब परिजन ने हंगामा किया तो पता चला था कि उनका इलाज BHMS डॉक्टर कर रहा था। उसके VIDEO भी हमने बनाए। अस्पताल की वीडियो रिकार्डिंग पुलिस ने जब्त की, जिसे RTI में निकलवाया। वीडियो देखकर पता चला कि वहां का वेंटीलेटर भी खराब था। उसे दो घंटे तक ठीक करने का प्रयास किया जा रहा था। इंदौर में अस्पताल प्रबंधन ने 12 साल पहले मर चुके पति के हस्ताक्षर कर दिएअस्पताल प्रबंधन ने आदेश के हस्ताक्षर कई जगह पर फर्जी किए हैं। इसके अलावा उनकी मां को भर्ती करते वक्त पिता का नाम लिखा और उनकी साइन कर दी, जबकि आदेश के पिता की 12 साल पहले ही मौत हो चुकी है। इंस्पेक्टर भरत सिंह ने कहा हम जांच कर रहे हैंपरिजन का कहना है कि अस्पताल ने कई जगह खामियां की हैं, जो उनके पास वीडियो और आरटीआई में लिए कागजो में मिले हैं। इसकी वे 12 से ज्यादा बार शिकायत कर चुके हैं। अभी तक इसकी जांच ही शुरू नहीं हुई है। उधर, जूनी इंदौर टीआई भरत सिंह ठाकुर का कहना है कि इसकी जांच चल रही है। वहीं DIG हरिनारायणचारी मिश्र ने इसकी जांच के लिए फिर से जूनी इंदौर थाने को लिखा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के नागपुर प्रवास के बाद कमलनाथ और शिवराज सिंह मिले सिंधिया के मोदी कैबिनेट में शामिल होने के आसार किन परिस्थितियों में की गई हत्या पर सजा नहीं मिलती, यहां पढ़िए कर्मचारियों की वेतनवृद्धि रोककर नया एयरक्रॉफ्ट खरीद लाए शिवराज: कर्मचारी संघ मुख्यमंत्री जी, मध्यप्रदेश के नौजवान बहुत परेशान है, उन्हें दुत्कारिये मत! |
| जबलपुर में 600 से अधिक कैदियों को बिना जाँच के सेंट्रल जेल भेजा, 40 कैदी पॉजिटिव / JABALPUR NEWS Posted: 27 Aug 2020 07:36 AM PDT जबलपुर। मध्य प्रदेश जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय जेल में 600 से अधिक कैदियों को प्रदेश की दूसरी जेलों से ट्रांसफर कर भेज दिया गया था। इस दौरान इन कैदियों में कोरोना के लक्षणों की जाँच भी की गई थी, लेकिन बंदी स्वस्थ दिखाई दे रहे थे। बीते दिनों जब छोटी गोल में बंद कुछ कैदियों को सर्दी-खाँसी के लक्षण दिखाई दिये तो जाँच हुई तो हंगामा मच गया। एक के बाद एक रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। 40 से अधिक कैदी संक्रमित हो गए हैं, जिनको आनन-फानन में अन्य कैदियों से अलग किया गया, लेकिन जैसे ही यह बात जेल की अन्य बैरकों में बंद कैदियों के बीच पहुँची तो वे सहम गए। 10 हजार व्यक्तियों का हुआ आना-जाना- जेल में पिछले 6 महीनों के अंदर कोरोना काल में तकरीबन 10 हजार से अधिक व्यक्तिओं का आना-जाना हुआ, क्योंकि जेल प्रबंधन ने हर दिन आने-जाने वाले लोगों का डाटा जुटाया तो पता चला कि 10 हजार से अधिक व्यक्तियों का जेल में आना-जाना हुआ था तब कोरोना नहीं था, लेकिन अगस्त माह में कोरोना का मरीज पाया गया। एक तरफ कैदी कोरोना पॉजिटिव हैं दूसरी तरफ एक डिप्टी जेलर और 3 जेल प्रहरियों को भी कोरोना संक्रमित पाया गया है। एक सप्ताह में 40 से अधिक व्यक्तियों को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जेल में हर कोई अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हो गया है, जबकि जेल के अंदर 50 अस्थायी बैरक तक बनाई गई थीं, ताकि जिनको लक्षण दिखे उनको अलग रखा जा सके, लेकिन सारी कवायद एक सप्ताह के अंदर हुए कोरोना विस्फोट में पंगु साबित हो गई है। वहीं रिपोर्ट आने में हो रही देरी के कारण भी जेल के अंदर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सेंट्रल जेल में कोरोना संक्रमण के मामले को लेकर पूरी रिपोर्ट अधिकारियों से मँगवाई गई है। संक्रमण कैसे फैला जाँच करवा रहे हैं। -कर्मवीर शर्मा, कलेक्टर, जबलपुर जिन कैदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई उनमें से तकरीबन 90 प्रतिशत मामलों में लक्षण तक नजर नहीं आ रहे हैं। प्राथमिकता के आधार पर जाँच चल रही है। पहले भी हमने रैंडम सैंपलिंग करवाई थी। गोपाल ताम्रकार, जेल अधीक्षक, जबलपुर जेल 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारज्योतिरादित्य सिंधिया के नागपुर प्रवास के बाद कमलनाथ और शिवराज सिंह मिले सिंधिया के मोदी कैबिनेट में शामिल होने के आसार किन परिस्थितियों में की गई हत्या पर सजा नहीं मिलती, यहां पढ़िए कर्मचारियों की वेतनवृद्धि रोककर नया एयरक्रॉफ्ट खरीद लाए शिवराज: कर्मचारी संघ मुख्यमंत्री जी, मध्यप्रदेश के नौजवान बहुत परेशान है, उन्हें दुत्कारिये मत! |
| भोपाल मास्टर प्लान 2031 पर हाई कोर्ट का नोटिस / BHOPAL NEWS Posted: 27 Aug 2020 06:56 AM PDT भोपाल। जबलपुर स्थित मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने राजधानी भोपाल के मास्टर प्लान 2031 के संदर्भ में प्रस्तुत हुई जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए शासन को नोटिस जारी किया है। याचिकाकर्ता पूर्व डीजीपी अरुण गुर्टू ने आरोप लगाया है कि मास्टर प्लान में बिल्डर्स को फायदा देने के लिए भोपाल का पर्यावरण, वन क्षेत्र और वन्य प्राणियों को खत्म करने की प्लानिंग की गई है। नए मास्टर प्लान में भोपाल के पूरे ग्रीन बेल्ट को खत्म किया जा रहा हैभोपाल सिटिजन फोरम के पूर्व डीजीपी अरुण गुर्टू ने यह जनहित याचिका दायर की है। वरिष्ठ अधिवक्ता नमन नागरथ व अधिवक्ता रोहित जैन ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिये दलील दी कि T&CP संचालक ने 10 जुलाई 2020 को भोपाल का नया मास्टर प्लान 2031 अधिसूचित किया। जबकि इसको लेकर बड़ी संख्या में आपत्तियां दर्ज कराई गई थीं। प्लान में बहुत गड़बड़ियां हैं। पूरे ग्रीन बेल्ट को कमर्शियल किया जा रहा है। भोपाल में जहां मोर, बाघ और बंदर रहते हैं वहां प्लॉट काटे जाएंगेवन क्षेत्र जहां बाघों का कुनबा है, उसे आवासीय घोषित किया गया। प्लान में प्लानिंग एरिया पहले के 600 वर्ग किमी की अपेक्षा बढ़ाकर करीब 1016 वर्ग किमी कर दिया गया। इसमे भी 850 वर्ग किलो मीटर को विकास कार्यों के लिए प्रस्तावित किया गया, जो आबादी के लिहाज से बहुत अधिक है। भोपाल के तालाब के कैचमेंट एरिया में कंस्ट्रक्शन की परमिशन दे दीयह प्लानिंग 2031 में शहर की आबादी 36 लाख हो जाने का आंकलन करते हुए की गई। जबकि 2031 तक शहर की आबादी महज 26 लाख ही होने का अनुमान है। इसके अलावा 70% ग्रीन क्षेत्र कम कर दिया गया। वन्य जीवन, पर्यावरण और जलस्रोतों का भी ख्याल नही रखा गया। बड़ी झील के कैचमेंट एरिया में बाघों का मूवमेंट होने के बावजूद यहां निर्माण की अनुमति दे दी गई। प्रति हेक्टेयर 42 लोगों के हिसाब से प्लानिंग होनी थी, लेकिन 100 व्यक्ति के हिसाब से की गई। भोपाल का मास्टर प्लान 2031 पर्यावरण, वन्य प्राणी और जल स्रोतों के लिए घातक हैयह प्लान शहर के पर्यावरण, वन्य जीवन, जलस्रोतों, ग्रीन बेल्ट के लिए घातक है। इसके खिलाफ याचिकाकर्ता ने आपत्ति दर्ज कराई। लेकिन इसे दरकिनार कर दिया गया। आग्रह किया गया कि भोपाल मास्टर प्लान 2031 को निरस्त करने व विभिन्न जनहित से जुड़े पहलुओं का ध्यान रखते हुए इसे फिर से बनाने के निर्देश दिए जाएं। प्रारंभिक सुनवाई के बाद कोर्ट ने याचिका में बनाए गए अनावेदकों को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। अतिरिक्त महाधिवक्ता पुष्पेन्द्र यादव ने सरकार की ओर से नोटिस स्वीकार कर जवाब के लिए समय मांग लिया। ज्योतिरादित्य सिंधिया के नागपुर प्रवास के बाद कमलनाथ और शिवराज सिंह मिले सिंधिया के मोदी कैबिनेट में शामिल होने के आसार किन परिस्थितियों में की गई हत्या पर सजा नहीं मिलती, यहां पढ़िए कर्मचारियों की वेतनवृद्धि रोककर नया एयरक्रॉफ्ट खरीद लाए शिवराज: कर्मचारी संघ मुख्यमंत्री जी, मध्यप्रदेश के नौजवान बहुत परेशान है, उन्हें दुत्कारिये मत! |
| भोपाल में रेलवे ट्रैक पर DJ संचालक का शव मिला, 8 महीने पहले लव मैरिज हुई थी / BHOPAL NEWS Posted: 27 Aug 2020 07:32 AM PDT भोपाल। भोपाल में एक डीजे संचालक ने ट्रेन से कटकट खुदकुशी कर ली। वह रात को पारिवारिक विवाद के बाद घर से गुस्से में निकला था। बाद में उसका शव रेलवे ट्रेक पर मिला। लॉकडाउन के कारण काम बंद होने से वह मानसिक तनाव में था। उसने 8 महीने पहले ही लव मैरिज की थी। छोला मंदिर पुलिस के अनुसार 23 साल का सचिन अहिरवार पलासी निशातपुरा में रहता था। उसका डीजे का काम था। बुधवार रात उसका घर पर पारिवारिक विवाद हुआ था। इसके बाद वह घर से गुस्से में निकल गया था। परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन उसका फोन बंद आने के कारण उसका कुछ पता नहीं चला। इधर, पुलिस को उसका शव भानपुर के पास रेल पटरी पर मिला। ट्रेन से कटने से उसकी मौत हुई थी। पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मानकर चल रही है। हालांकि खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस के अनुसार सचिन का काम अच्छा चलता था। करीब 8 महीने पहले उसने लव मैरिज की थी। लॉकडाउन के कारण उसका काम बंद हो गया था। आर्थिंक तंगी के कारण वह मानसिक तनाव में आ गया था। टीआई छोला मंदिर ने बताया कि हो सकता है कि इसी कारण उसका घर पर विवाद हुआ होगा। गुस्से में उसने यह कदम उठाया। हालांकि मृतक के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारज्योतिरादित्य सिंधिया के नागपुर प्रवास के बाद कमलनाथ और शिवराज सिंह मिले सिंधिया के मोदी कैबिनेट में शामिल होने के आसार किन परिस्थितियों में की गई हत्या पर सजा नहीं मिलती, यहां पढ़िए कर्मचारियों की वेतनवृद्धि रोककर नया एयरक्रॉफ्ट खरीद लाए शिवराज: कर्मचारी संघ मुख्यमंत्री जी, मध्यप्रदेश के नौजवान बहुत परेशान है, उन्हें दुत्कारिये मत! |
| चिरायु अस्पताल भोपाल से कोरोना महिला मरीज के स्वर्ण आभूषण गायब: शिकायत / BHOPAL NEWS Posted: 27 Aug 2020 06:26 AM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सरकार द्वारा अधिकृत किए गए कोविड-19 सेंटर चिरायु अस्पताल से एक महिला मरीज के स्वर्ण आभूषण गायब होने का मामला सामने आया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने इस मामले में संबंधित पुलिस थाने में मामला दर्ज कराने की सलाह दी है। शिकायतकर्ता अनिल रावत ने चिरायु अस्पताल के संचालक डॉ अजय गोयंका को ईमेल करके पूरी जानकारी दी है एवं चेतावनी दी है कि यदि उन्हें उनकी मां के स्वर्ण आभूषण वापस नहीं किए गए तो उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करवाया जाएगा। मकरोनिया, सागर निवासी अनिल रावत ने बताया कि वे कतर में एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करते हैं। अभी वे घर आए हुए हैं। घर में 72 साल की मां कमला रावत समेत परिवार के चार सदस्य पिछले दिनों कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए थे। सभी को सागर के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। मां कमला रावत की तबीयत बिगड़ने के कारण 12 अगस्त को उन्हें सागर से चिरायु अस्पताल भोपाल रेफर किया गया। उस समय मां के पास से 3 सोने की चूड़ियां, सोने का मंगलसूत्र, दो कान के टॉप्स, सोने की अंगूठी के अलावा पायल और बिछिया थे। चिरायु अस्पताल में इलाज के दौरान 17 अगस्त को श्रीमती कमला रावत की मृत्यु हो गई। शिकायतकर्ता अनिल रावत ने बताया कि मेरे भाई सुशील रावत ने भोपाल के भदभदा विश्राम घाट पर मां का अंतिम संस्कार कराया था। भाई ने अस्पताल प्रबंधन से मां के जेवर और सामान मांगा, लेकिन उन्होंने नहीं दिया। इसके बाद हम शिकायतें करते रहे, लेकिन कुछ नहीं हुआ। अंततः परेशान होकर अनिल रावत ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को ई-मेल पर चिरायु अस्पताल की शिकायत की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने जवाब देते हुए स्थानीय पुलिस थाने में आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की सलाह दी है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के नागपुर प्रवास के बाद कमलनाथ और शिवराज सिंह मिले सिंधिया के मोदी कैबिनेट में शामिल होने के आसार किन परिस्थितियों में की गई हत्या पर सजा नहीं मिलती, यहां पढ़िए कर्मचारियों की वेतनवृद्धि रोककर नया एयरक्रॉफ्ट खरीद लाए शिवराज: कर्मचारी संघ मुख्यमंत्री जी, मध्यप्रदेश के नौजवान बहुत परेशान है, उन्हें दुत्कारिये मत! |
| इंदौर में कोरोना मरीज का 6 लाख का बिल, सरकारी डॉक्टर की फीस 3000 रुपए रोज, नोटिस जारी / INDORE NEWS Posted: 27 Aug 2020 06:03 AM PDT इंदौर। मध्य प्रदेश के सबसे संक्रमित शहर इंदौर में 'आपदा को अवसर' बना लिया गया है। कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों का भारी-भरकम बिल बनाने का एक और मामला सामने आया है। चौंकाने वाली बातें आएगी कोरोना मरीज का 6 लाख का बिल बनाने वाले अस्पताल में तीन सरकारी डॉक्टर विजिट पर आते थे, अस्पताल ने डॉक्टर की फीस ₹100000 वसूल की है। हर मरीज से यूनिवर्सल प्रोटेक्शन के नाम पर ₹3000 प्रतिदिन की वसूलीमामले की जांच के लिए बनाई गई समिति ने भंवरकुआं स्थित एप्पल हॉस्पिटल का रिकॉर्ड जप्त कर लिया है। जांच में पता लगा कि मरीज से रोजाना 3000 रुपए प्रतिदिन यूनिवर्सल प्रोटेक्शन के नाम पर लिए गए। वहां भर्ती सभी मरीजों से यह राशि ली जा रही है। जांच समिति को जो बिल की कॉपी दी गई उसमें निजी लैब में करवाई कोरोना जांच का उल्लेख नहीं है। मरीज को दिए गए बिल में इसका भी शुल्क जोड़ा गया है। एप्पल हॉस्पिटल में कोरोना मरीज को 22 दिन भर्ती रखा ₹600000 का बिल बना दियासागर निवासी व्यक्ति के परिजन ने कलेक्टर को इसकी शिकायत की थी। इसमें कहा गया था कि 22 दिन तक भर्ती करने के बाद मरीज को 6 लाख का बिल दिया गया। एप्पल हॉस्पिटल में कोरोना मरीज कैलाश के लिए ₹100000 की दवाईएक लाख रुपए की दवाई बाहर से मंगवाई, जिससे इलाज का कुल खर्च सात लाख हो गया। इसके बाद मंगलवार रात को जिला प्रशासन की समिति ने छापामार कार्रवाई की। शिकायत करने वाले मरीज के अलावा अन्य मरीजों के बिल का रिकाॅर्ड भी लिया गया था। CMHO ने नोटिस जारी करके जवाब मांगातीन दिन में स्पष्टीकरण दें। जवाब न मिलने या असंतोषजनक होने पर मेडिकल एक्ट 2019 की धारा 27 में प्रोफेशनल एवं एथिकल मिसकंडक्ट मान मप्र उपचर्या अधि. 1973 एवं नियम 1997 में पंजीयन निरस्त/ एफआईआर कराई जाएगी। -सीएमएचओ सरकारी डॉक्टर प्राइवेट अस्पताल में ₹3000 रोज फीस ले रहे थेप्रशासन ने तीन सरकारी डॉक्टर्स डॉ. अजय गुप्ता, डॉ. सुनील मुकाती और डॉ. मिलिंद बालदी काे नोटिस दिए हैं। इन्हें प्रतिदिन 3000 रुपए का भुगतान किया गया। सरकारी डॉक्टर होते हुए भी फीस लेकर निजी अस्पताल में मरीज देखना गलत है। नेशनल मेडिकल एक्ट 2019 की धारा 27 में इसे प्रोफेशनल मिसकंडाक्ट माना है। प्रोटोकॉल के खिलाफ मरीज की कई बार को कोविड-19 जांच कराईडॉ. अमित मालाकार कोविड प्रभारी ने बताया कि मरीज की कई बार कोविड जांच करवाई गई, जबकि ऐसा नहीं किया जा सकता। उसका भी अधिक शुल्क लिया गया। पीपीई किट के नाम पर रोज तीन हजार लिए गए। जितना खर्च बताया गया है, उतना नहीं हो रहा है। वहां भर्ती सभी मरीजों से इतना ही शुल्क ले रहे हैं, जबकि एक ही किट में सभी को देख रहे होंगे। अस्पताल का खर्चा 6 गुना बढ़ गया है: संचालक एप्पल हॉस्पिटल ने कहामरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। अस्पताल का खर्च 5-6 गुना बढ़ गया है। आठ बार हाई कैलोरी डाइट देना होती है। स्टाफ आधा काम कर रहा है, वेतन पूरा दे रहे हैं। -डॉ. एम.के. शर्मा, एप्पल हॉस्पिटल ज्योतिरादित्य सिंधिया के नागपुर प्रवास के बाद कमलनाथ और शिवराज सिंह मिले सिंधिया के मोदी कैबिनेट में शामिल होने के आसार किन परिस्थितियों में की गई हत्या पर सजा नहीं मिलती, यहां पढ़िए कर्मचारियों की वेतनवृद्धि रोककर नया एयरक्रॉफ्ट खरीद लाए शिवराज: कर्मचारी संघ मुख्यमंत्री जी, मध्यप्रदेश के नौजवान बहुत परेशान है, उन्हें दुत्कारिये मत! |
| सीधी में पटवारी रिश्वत लेते गिरफ्तार / MP NEWS Posted: 27 Aug 2020 05:51 AM PDT सीधी। मध्य प्रदेश की लोकायुक्त टीम रीवा ने पटवारी को ढाई हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। पटवारी ने जमीन बंटवारे की कार्रवाई को लेकर भूमि स्वामी से रिश्वत की मांग की थी। गुरुवार को हुई इस कार्रवाई के बाद से राजस्व विभाग में हड़कंप मचा है। बता दें कि एक सप्ताह में लोकायुक्त की यह दूसरी करवाई है। राजेंद्र वर्मा एसपी लोकायुक्त रीवा ने बताया कि महेश कुमार कोल हल्का मनकीसर तहसील रामपुर नैकिन जमीन बंटवारे के लिए अजय प्रसाद पुत्र राजेंद्र प्रसाद निवासी मनकीसर से तीन हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। अजय ने पांच सौ रुपये पहले किस्त में लिया था। जिसकी शिकायत लोकायुक्त रीवा कार्यालय में फरियादी द्वारा किया गया था। गुरुवार को लोकायुक्त टीम के 15 सदस्य टीम सुभाष नगर स्थित महेश कोल के घर में 25 सौ रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया है। यह कार्रवाई प्रवीण सिंह परिहार एवं निरीक्षक डोमान सिंह मरावी के नेतृत्व में की गई है। 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारज्योतिरादित्य सिंधिया के नागपुर प्रवास के बाद कमलनाथ और शिवराज सिंह मिले सिंधिया के मोदी कैबिनेट में शामिल होने के आसार किन परिस्थितियों में की गई हत्या पर सजा नहीं मिलती, यहां पढ़िए कर्मचारियों की वेतनवृद्धि रोककर नया एयरक्रॉफ्ट खरीद लाए शिवराज: कर्मचारी संघ मुख्यमंत्री जी, मध्यप्रदेश के नौजवान बहुत परेशान है, उन्हें दुत्कारिये मत! |
| मध्यप्रदेश उपचुनाव: बसपा प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी / MP NEWS Posted: 27 Aug 2020 05:31 AM PDT भोपाल। मध्यप्रदेश में आयोजित होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी ने अपने अधिकृत प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। याद दिला देंगे ग्वालियर-चंबल संभाग की 16 सीटों पर उपचुनाव होने हैं और यह क्षेत्र बसपा के प्रभाव वाला माना जाता है। मध्यप्रदेश उपचुनाव 2020: बसपा के अधिकृत प्रत्याशियों की लिस्टश्री सोने राम कुशवाह विधानसभा जौरा जिला मुरैना श्री रामप्रकाश राजोरिया विधानसभा मुरैना जिला मुरैना श्री भानु प्रताप सिंह सखवार विधानसभा अंबाह जिला मुरैना श्री योगेश मेघसिंह नरवरिया विधानसभा मेहगांव जिला भिंड श्री जसवंत पटवारी विधानसभा गोहद जिला भिंड श्री संतोष गौड़ विधानसभा डबरा जिला शिवपुरी श्री कैलाश कुशवाह विधानसभा पोहरी जिला शिवपुरी श्री राजेंद्र जाटव विधानसभा करैरा जिला शिवपुरी उपचुनाव में कांग्रेस का गणित बिगाड़ेगी बसपाकहा जाता है कि कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री कमलनाथ के बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन कुमारी मायावती से काफी अच्छे संबंध है। मध्यप्रदेश में जब कमलनाथ मुख्यमंत्री बने तो बहुजन समाज पार्टी ने उन्हें बिना शर्त समर्थन दिया था परंतु विधानसभा के उपचुनाव में बसपा ने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। बताने की जरूरत नहीं कि इनमें से ज्यादातर प्रत्याशी कांग्रेस पार्टी के वोट काटेंगे। 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारज्योतिरादित्य सिंधिया के नागपुर प्रवास के बाद कमलनाथ और शिवराज सिंह मिले सिंधिया के मोदी कैबिनेट में शामिल होने के आसार किन परिस्थितियों में की गई हत्या पर सजा नहीं मिलती, यहां पढ़िए कर्मचारियों की वेतनवृद्धि रोककर नया एयरक्रॉफ्ट खरीद लाए शिवराज: कर्मचारी संघ मुख्यमंत्री जी, मध्यप्रदेश के नौजवान बहुत परेशान है, उन्हें दुत्कारिये मत! |
| भोपाल में ऑनलाइन गेम में हारने पर नाबालिग ने सुसाइड कर लिया / BHOPAL NEWS Posted: 27 Aug 2020 05:00 AM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बाबा नगर इलाके में एक 15 वर्षीय लड़के ने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है। शुरुआती जांच में मामला ऑनलाइन गेम को लेकर पैसे के लेनदेन का बताया जा रहा है। शाहपुरा थाना क्षेत्र की पुलिस के मुताबिक बुधवार की रात आयुष नामक 15 वर्षीय लड़के ने खुदकुशी कर ली. आयुष लंबे समय से ऑनलाइन गेम खेलता था। जिसकी वजह से वह काफी पैसा हार गया था और उस पर 50 हजार का कर्ज हो गया था। शुरुआती जांच में ये भी बात सामने आई है कि जिस महिला से वह गेम हारा था, वह उस पर पैसे देने का दबाव बनी रही थी। जिसकी वजह से उसने यह कदम उठाया है। हालांकि वह महिला कौन थी इसके बारे में अभी तक पता नहीं चल पाया है। 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार1 सितंबर से स्कूल/कॉलेज खुलेंगे या नहीं, भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया BF ने शादी से मना किया, रेप केस दर्ज / लड़का बोला ब्लैकमेल कर रही है सऊदी अरब में बारिश क्यों नहीं होती है मध्य प्रदेश के 6 जिलों में वज्रपात की संभावना, नागरिक सावधान रहें स्कूल फीस मामले में CBSE ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जवाब पेश किया MPPEB द्वारा स्थगित प्रवेश परीक्षाएं कब से आयोजित की जाएंगी, यहां पढ़िए मोबाइल फोन में नंबर डायल करने का सुपर फास्ट तरीका कौन सा है, यहां पढ़िए दूध को दही बनाने वाले चमत्कारी पत्थर में क्या खास है, कहां मिलता है, नाम क्या है इंदौर में एकता कपूर के नाम पर लड़कियों के बोल्ड वीडियो बनाए जाते थे महात्मा गांधी की हत्यारी पिस्तौल का नाम, मॉडल और कीमत क्या थी कर्ज में डूबे मप्र के सरकारी खजाने से शिवराज सिंह के लिए 60 करोड़ का विमान पेट में गुटर गुटर क्यों होती है ? ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अतिथि शिक्षकों के वायरल सवाल का जवाब दिया |
| ज्योतिरादित्य सिंधिया के नागपुर प्रवास के बाद कमलनाथ और शिवराज सिंह मिले / MP NEWS Posted: 27 Aug 2020 04:55 AM PDT भोपाल। कोरोनावायरस ने भले ही आम नागरिकों की रफ्तार रोक दी हो परंतु मध्य प्रदेश की राजनीति में चकरी बहुत तेज चल रही है। कभी पार्टी की विचारधारा व्यक्तिगत रिश्ते पर पर तो कभी व्यक्तिगत रिश्ते पार्टियों की विचारधारा पर भारी पड़ते हैं। श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नागपुर प्रवास के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री कमलनाथ और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मुलाकात की। ग्वालियर का गदर सुर्खियों में है: शिवराज से बड़े महाराज दिखे थेदेश भर की राजनीति में ग्वालियर का गदर (भारतीय जनता पार्टी का 3 दिवसीय सदस्यता महाकुंभ) काफी सुर्खियों में है। कोरोना प्रोटोकॉल की बात नहीं करेंगे क्योंकि मामला हाईकोर्ट में है, लेकिन दूसरा पहलू यह भी है कि कोरोनावायरस संक्रमण का खतरा होने के बावजूद एक के बाद एक लगातार तीन दिन तक हजारों लोग आसपास के जिलों से ग्वालियर आए और कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। कहा जा रहा है कि 50,000 से ज्यादा लोग 3 दिनों में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद यह सबसे बड़ा पॉलिटिकल जलसा था और निर्विवाद रूप से ज्योतिरादित्य सिंधिया का कद, शिवराज सिंह चौहान से बड़ा दिखाई दिया। न जन्मदिन- ना त्यौहार, फिर क्यों हुए मिलने को बेकरारमध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का एक-एक मिनट मुख्य महत्वपूर्ण होता है। इसीलिए तो जनता भारी भरकम टैक्स अदा करके मुख्यमंत्री को 60 करोड़ का प्राइवेट विमान, लग्जरी सुविधाएं, हाई लेवल सिक्योरिटी, बड़ा बंगला और ढेर सारे अधिकारी कर्मचारी प्रदान करती है। कमलनाथ तो अपने आप में बड़ा ब्रांड है। जब वह केवल छिंदवाड़ा के सांसद थे तभी उनके पास लोगों से मिलने के लिए वक्त नहीं होता था। अब तो उपचुनाव का बिगुल बज चुका है और कमलनाथ के लिए तो यह उनके अस्तित्व का चुनाव है। आज ना तो किसी का जन्मदिन था और ना ही कोई ऐसा त्यौहार। प्रश्न का जन्म होना स्वाभाविक है कि ऐसा क्या हुआ जो दोनों दिग्गज एक दूसरे से मिलने के लिए बेकरार हो उठे। 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार1 सितंबर से स्कूल/कॉलेज खुलेंगे या नहीं, भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया BF ने शादी से मना किया, रेप केस दर्ज / लड़का बोला ब्लैकमेल कर रही है सऊदी अरब में बारिश क्यों नहीं होती है मध्य प्रदेश के 6 जिलों में वज्रपात की संभावना, नागरिक सावधान रहें स्कूल फीस मामले में CBSE ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जवाब पेश किया MPPEB द्वारा स्थगित प्रवेश परीक्षाएं कब से आयोजित की जाएंगी, यहां पढ़िए मोबाइल फोन में नंबर डायल करने का सुपर फास्ट तरीका कौन सा है, यहां पढ़िए दूध को दही बनाने वाले चमत्कारी पत्थर में क्या खास है, कहां मिलता है, नाम क्या है इंदौर में एकता कपूर के नाम पर लड़कियों के बोल्ड वीडियो बनाए जाते थे महात्मा गांधी की हत्यारी पिस्तौल का नाम, मॉडल और कीमत क्या थी कर्ज में डूबे मप्र के सरकारी खजाने से शिवराज सिंह के लिए 60 करोड़ का विमान पेट में गुटर गुटर क्यों होती है ? ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अतिथि शिक्षकों के वायरल सवाल का जवाब दिया |
| मौत के बाद भी बच्चे को गोद में लेकर बैठी थी माँ: देवास हादसा / MP NEWS Posted: 27 Aug 2020 02:32 AM PDT भोपाल। मध्य प्रदेश के देवास जिले में मंगलवार को हुए हादसे में कई लोगों की मौत हो गई जबकि 10 लोगों का रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू अभियान में 10 घंटे समय लगे। इस हादसे में मलबे में 23 वर्षीय एक महिला और उसका 10 माह का बच्चा की भी दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे छोटे आहिल और सिमरन की मौत हो गई। जब मकान गिरा तब सिमरन 10 माह के अपने बच्चे को अपने गोद में ली हुई थी। उन दोनों को उसी अवस्था में टूटे हुए बेड पर पाया गया। मां अपने बच्चे को गोद में ली हुई थी लेकिन मृत थी। बचावकर्मियों ने बताया कि जब मकान गिरा तब सिमरन के पास ही उसका मोबाइल फोन था। वह फोन पर बचावकर्मियों को अपना लोकेशन बताती जा रही थी। उसने ये भी बताया कि उसने बच्चे को मलबे से बचा कर रखा हुआ है। परिजन उसे लगातार फोन पर हिम्मत दे रहे थे कि वह हिम्मत रखे उसे जल्द ही बाहर निकाल लिया जाएगा।लेकिन हर एक सेकेंड बीतने के साथ उसकी हिम्मत जवाब दे रही थी और उसकी आवाज धीमी होती जा रही थी। बचावकर्मियों ने मलबा हटाना शुरू किया लेकिन सिमरन तक पहुंचे-पहुंचते डेढ बज गए तब तक काफी देर हो चुकी थी। उन दोनों को निकालने के बाद एमजीएम अस्पताल ले जाया गया जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार1 सितंबर से स्कूल/कॉलेज खुलेंगे या नहीं, भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया BF ने शादी से मना किया, रेप केस दर्ज / लड़का बोला ब्लैकमेल कर रही है सऊदी अरब में बारिश क्यों नहीं होती है मध्य प्रदेश के 6 जिलों में वज्रपात की संभावना, नागरिक सावधान रहें स्कूल फीस मामले में CBSE ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जवाब पेश किया MPPEB द्वारा स्थगित प्रवेश परीक्षाएं कब से आयोजित की जाएंगी, यहां पढ़िए मोबाइल फोन में नंबर डायल करने का सुपर फास्ट तरीका कौन सा है, यहां पढ़िए दूध को दही बनाने वाले चमत्कारी पत्थर में क्या खास है, कहां मिलता है, नाम क्या है इंदौर में एकता कपूर के नाम पर लड़कियों के बोल्ड वीडियो बनाए जाते थे महात्मा गांधी की हत्यारी पिस्तौल का नाम, मॉडल और कीमत क्या थी कर्ज में डूबे मप्र के सरकारी खजाने से शिवराज सिंह के लिए 60 करोड़ का विमान पेट में गुटर गुटर क्यों होती है ? ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अतिथि शिक्षकों के वायरल सवाल का जवाब दिया |
| Posted: 27 Aug 2020 02:05 AM PDT भोपाल। बंगाल की खाड़ी से पानी भरकर मूसलाधार बारिश करने के लिए भोपाल की तरफ बढ़ रहे बादलों का दल छत्तीसगढ़ पहुंच गया है। गुरुवार रात या शुक्रवार को बादलों की बटालियन भोपाल के आसमान पर दिखाई दे सकती है। इसी के साथ मूसलाधार बारिश की पूरी संभावना है, इसलिए भोपाल के निचले इलाकों में रहने वाले आम नागरिक एवं कलेक्टर सावधान रहें। बचाव की तैयारियां करके रखें। भोपाल सहित ग्वालियर चंबल संभाग में तेज बारिश होगी: अजय शुक्लामौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम गहरा कम दाब का क्षेत्र बनकर पश्चिम बंगाल और उत्तरी उड़ीसा के तट पर पहुंच गया है। यह सिस्टम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। इस सिस्टम के प्रभाव से गुरुवार से भोपाल सहित ग्वालियर-चंबल संभाग में बारिश की गतिविधियां शुरू होने के आसार हैं। शुक्रवार को राजधानी सहित कुछ स्थानों पर भारी बरसात भी हो सकती है। मध्यप्रदेश में बुधवार को कहां कितनी बारिश हुईउधर, बुधवार सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक सागर में 7, उमरिया में 3, जबलपुर में 2, सीधी में 1, ग्वालियर में 0.9, मलाजखंड में 0.8 मिमी. बारिश हुई। भोपाल में दिनभर आंशिक बादल छाए रहे। 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार1 सितंबर से स्कूल/कॉलेज खुलेंगे या नहीं, भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया BF ने शादी से मना किया, रेप केस दर्ज / लड़का बोला ब्लैकमेल कर रही है सऊदी अरब में बारिश क्यों नहीं होती है मध्य प्रदेश के 6 जिलों में वज्रपात की संभावना, नागरिक सावधान रहें स्कूल फीस मामले में CBSE ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जवाब पेश किया MPPEB द्वारा स्थगित प्रवेश परीक्षाएं कब से आयोजित की जाएंगी, यहां पढ़िए मोबाइल फोन में नंबर डायल करने का सुपर फास्ट तरीका कौन सा है, यहां पढ़िए दूध को दही बनाने वाले चमत्कारी पत्थर में क्या खास है, कहां मिलता है, नाम क्या है इंदौर में एकता कपूर के नाम पर लड़कियों के बोल्ड वीडियो बनाए जाते थे महात्मा गांधी की हत्यारी पिस्तौल का नाम, मॉडल और कीमत क्या थी कर्ज में डूबे मप्र के सरकारी खजाने से शिवराज सिंह के लिए 60 करोड़ का विमान पेट में गुटर गुटर क्यों होती है ? ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अतिथि शिक्षकों के वायरल सवाल का जवाब दिया |
| Posted: 27 Aug 2020 01:50 AM PDT भिंड। यदि कोई व्यवसायिक सेवा प्रदाता अपनी सेवा में कमी करता है तो आप उसे दंडित करवाने के लिए उपभोक्ता फोरम में शिकायत कर सकते हैं परंतु यदि कोई शासकीय कर्मचारी या अधिकारी सेवा में कमी करे तो क्या इसी प्रकार उसे भी दंडित कराया जा सकता है। मध्यप्रदेश लोक सेवा गारंटी अधिनियम में इसका प्रावधान है। भिंड जिले के कलेक्टर श्री वीरेंद्र सिंह रावत ने सेवा में कमी के दोषी पाए गए 16 अधिकारियों को जुर्माने से दंडित किया है। भिंड एसडीएम ओमनाराण सिंह पर सबसे अधिक 21 हजार 500 रुपये और डिप्टी कलेक्टर इकबाल मोहम्मद पर 6250 रुपये का जुर्माना किया है। कलेक्टर वीरेंद्र सिंह रावत ने टाइम लिमिट की मीटिंग में शिकायत होगी समीक्षा कीकलेक्टर रावत ने अधिकारियों को सख्ती से निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण कराए लापरवाही मिलने पर जुर्माना लगाया जा रहा है। कलेक्टर श्री रावत की अध्यक्षता में सोमवार को टीएल की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक में उन्होंने समय सीमा और सीएम हेल्पलाइन के लंबित प्रकरणों की विभागवार विस्तार से समीक्षा की। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लंबित प्रकरणों, शिकायतों का निराकरण तत्परता से किया जाए। उन्होंने कहा कि शिकायतों को संतुष्टीपूर्वक क्लोज करना आप लोगों की प्राथमिकता होनी चाहिए। इसे ओर मॉनिटरिंग करने की आवश्यकता है। भिंड में सेवा में कमी के दोषी अधिकारियों की लिस्ट जिन्हें दंडित किया गयाकलेक्टर श्री रावत ने भिंड एसडीएम ओमनारायण सिंह पर 21 हजार 500 रुपये, डिप्टी कलेक्टर व प्रभारी अधिकारी रिकार्ड रूम इकबाल मोहम्मद पर 6250 रुपये, लहार एसडीएम आरए प्रजापति पर 2 हजार रुपये, गोहद एसडीएम शुभम शर्मा पर 1250 रुपये, मौ नायब तहसीलदार निशिकांत जैन पर 5750 रुपये, अटेर तहसीलदार रामजीलाल वर्मा पर 3500 रुपये,रौन जनपद सीईओ आलोक प्रतापसिंह इटोरिया पर 250 रुपये, नायब तहसीलदार दबोह नवीन भारद्वाज पर 250 रुपये, भिंड जनपद सीईओ ओमप्रकाश कौरव पर 500 रुपये, अकोड़ा नगर परिषद सीएमओ रामभानसिंह भदौरिया पर 500 रुपये, मौ नगर परिषद सीएमओ रमेश सिंह यादव पर 250 रुपये, लहार जनपद सीईओ रामप्रसाद गोरचिया पर 750 रुपये, नायब तहसीलदार एंडोरी शिल्पासिंह पर 2250 रुपये, नायब तहसीलदार गोहद शिल्पा सिंह पर 3250 रुपये,उप संचालक कृषि सुरेशप्रसाद शर्मा पर 750 रुपये, नायब तहसीलदार सुरपुरा विजय कुमार त्यागी पर 23 हजार 500 रुपये का जुर्माना किया है। अब भी नहीं सुधरे तो बड़ी कार्रवाई करूंगाटीएल मीटिंग में समीक्षा के बाद समय-सीमा में सेवाएं उपलब्ध नहीं कराने पर 16 अधिकारियों पर 72 हजार 500 रुपये का जुर्माना किया है। अगर फिर भी अधिकारी नहीं सुधरते हैं तो बड़ी कार्रवाई की जाएगी। वीरेन्द्रसिंह रावत, कलेक्टर भिंड 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार1 सितंबर से स्कूल/कॉलेज खुलेंगे या नहीं, भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया BF ने शादी से मना किया, रेप केस दर्ज / लड़का बोला ब्लैकमेल कर रही है सऊदी अरब में बारिश क्यों नहीं होती है मध्य प्रदेश के 6 जिलों में वज्रपात की संभावना, नागरिक सावधान रहें स्कूल फीस मामले में CBSE ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जवाब पेश किया MPPEB द्वारा स्थगित प्रवेश परीक्षाएं कब से आयोजित की जाएंगी, यहां पढ़िए मोबाइल फोन में नंबर डायल करने का सुपर फास्ट तरीका कौन सा है, यहां पढ़िए दूध को दही बनाने वाले चमत्कारी पत्थर में क्या खास है, कहां मिलता है, नाम क्या है इंदौर में एकता कपूर के नाम पर लड़कियों के बोल्ड वीडियो बनाए जाते थे महात्मा गांधी की हत्यारी पिस्तौल का नाम, मॉडल और कीमत क्या थी कर्ज में डूबे मप्र के सरकारी खजाने से शिवराज सिंह के लिए 60 करोड़ का विमान पेट में गुटर गुटर क्यों होती है ? ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अतिथि शिक्षकों के वायरल सवाल का जवाब दिया |
| रिटायर्ड कर्मचारियों को PPO की ओरिजिनल कॉपी रखने के लिए लॉकर / ALL ABOUT DIGILOCKER FOR PENSIONERS Posted: 27 Aug 2020 01:35 AM PDT नई दिल्ली। भारत सरकार के रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन पेमेंट ऑर्डर (शार्ट:PPO इंग्लिश: Pension Payment Order) को मरते दम तक घर कि किसी फाइल में या फिर बैंक के लॉकर में संभाल कर रखने की जरूरत नहीं है। केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय कर्मचारियों के लिए डिजिटल लॉकर उपलब्ध कराया जा रहा है जिसमें केंद्रीय पेंशनर अपना पेंशन पेमेंट ऑर्डर रख सकते हैं। PPO की मूल प्रति गुम होने से बचाने के लिए क्या करेंपेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (DoPPW) ने पेंशनर्स के हित में यह कदम उठाया है।कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि PPO की मूल प्रति खो जाने की वजह से इन पेंशनभोगियों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कोरोना वायरस महामारी की वजह से नए सेवानिवृत हुए लोगों के लिए PPO की हार्ड कॉपी प्राप्त करने के लिए शारीरिक रूप से उपस्थित होना भी दुविधा का मामला था। क्या पेंशनर्स के लिए पेंशन भुगतान आदेश की हार्ड कॉपी अनिवार्य हैइस बयान के अनुसार, विभाग ने इन परेशानियों के मद्देनजर सेवानिवृत हुए कर्मचारियों के जीवन को आसान बनाने के लिए सार्वजनिक वित्त प्रबंध प्रणाली (PFMS) के जरिए तैयार किए गए इलेक्ट्रॉनिक पेंशन भुगतान आदेश (E-PPO) को डिजीलॉकर के साथ एकीकृत करने का निर्णय लिया है। इस सुविधा की मदद से पेंशनर अपने PPO को DigiLocker में स्टोर कर सकेंगे और जब चाहे PPO का प्रिंटआउट निकाल सकेंगे। इसकी मदद से पेंशनर के PPO का स्थायी रिकॉर्ड डिजीलॉकर में रहेगा। नए पेंशनर्स तक PPO पहुंचने में होने वाली देरी की समस्या से निजात मिलेगी और PPO की फिजिकल कॉपी देने की अनिवार्यता समाप्त होगी। रिटायर्ड कर्मचारियों का DigiLocker क्या है, कैसे काम करता हैDigiLocker एक डिजिटल डॉक्युमेंट वॉलेट है। इसमें महत्वपूर्ण दस्तावेजों की डिजिटल कॉपी स्टोर कर कहीं भी एक्सेस की जा सकती है। मंत्रालय के अनुसार, ई-पीपीओ की सुविधा को भविष्य सॉफ्टवेयर के साथ क्रिएट किया गया है। भविष्य सॉफ्टवेयर पेंशनर्स के लिए पेंशन प्रोसेसिंग शुरू होने से लेकर प्रक्रिया खत्म होने तक के लिए एक सिंगल विंडो प्लेटफॉर्म है। यह सॉफ्टवेयर सेवानिवृत होने वाले कर्मचारियों को उनके डिजिलॉकर को भविष्य अकाउंट से लिंक करने और ई-पीपीओ हासिल करने का विकल्प प्रदान करेगा। 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार1 सितंबर से स्कूल/कॉलेज खुलेंगे या नहीं, भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बतायाBF ने शादी से मना किया, रेप केस दर्ज / लड़का बोला ब्लैकमेल कर रही है सऊदी अरब में बारिश क्यों नहीं होती है मध्य प्रदेश के 6 जिलों में वज्रपात की संभावना, नागरिक सावधान रहें स्कूल फीस मामले में CBSE ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जवाब पेश किया MPPEB द्वारा स्थगित प्रवेश परीक्षाएं कब से आयोजित की जाएंगी, यहां पढ़िए मोबाइल फोन में नंबर डायल करने का सुपर फास्ट तरीका कौन सा है, यहां पढ़िए दूध को दही बनाने वाले चमत्कारी पत्थर में क्या खास है, कहां मिलता है, नाम क्या है इंदौर में एकता कपूर के नाम पर लड़कियों के बोल्ड वीडियो बनाए जाते थे महात्मा गांधी की हत्यारी पिस्तौल का नाम, मॉडल और कीमत क्या थी कर्ज में डूबे मप्र के सरकारी खजाने से शिवराज सिंह के लिए 60 करोड़ का विमान पेट में गुटर गुटर क्यों होती है ? ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अतिथि शिक्षकों के वायरल सवाल का जवाब दिया |
| ट्रांसपोर्ट कारोबारी की बेटी का शव शादी के 27वें दिन फंदे पर लटका मिला / INDORE NEWS Posted: 27 Aug 2020 12:45 AM PDT इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में नगर निगम के कर्मचारी की पत्नी का शव परदेशीपुरा के फ्लैट में मिला, दोनों ने एक दूसरे को पसंद करके शादी की थी। परिजन भी हैरान हैं कि उसने ऐसा क्यों किया। बुधवार दोपहर पसंद के लड़के से शादी करने के बाद पायल ने 27वें दिन फांसी क्यों लगा ली इसका कारण अभी ज्ञात नहीं हुआ है। परदेशीपुरा पुलिस के अनुसार क्लर्क कॉलोनी में रहने वाली 19 वर्षीय पायल मालवीय की 30 जुलाई से नीलेश जाधव से शादी हुई थी। वह नगर निगम कमिश्नर का ड्राइवर है। 19 वर्षीय पायल बीकॉम सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी। दोनों में नवरात्र गरबा के दौरान प्रेम संबंध हुए थे। बाद में लड़की ने अपने पिता ट्रांसपोर्ट कारोबारी को जानकारी दी। दोनों परिवार की सहमति से गायत्री मंदिर में शादी हुई थी। शादी के बाद ससुराल से अलग दोनों परदेशीपुरा में एक फ्लैट में रहते थे। बुधवार को नीलेश घर पर ही था। दोपहर में उसने पायल के पिता को फोन लगाकर घटना की जानकारी दी। 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारमध्य प्रदेश के 6 जिलों में वज्रपात की संभावना, नागरिक सावधान रहें मध्यप्रदेश कोरोना: संक्रमित इलाके और एक्टिव केस बढ़ते ही जा रहे हैं MPPEB द्वारा स्थगित प्रवेश परीक्षाएं कब से आयोजित की जाएंगी, यहां पढ़िए लॉकडाउन में बैंक लोन पर ब्याज लगेगा या नहीं, पढ़िए सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई पत्नी की हत्या के बाद क्राइम पेट्रोल की तरह पुलिस को कंफ्यूज करना चाहता था, पकड़ा गया |
| इंदौर के 37 कॉलेजों में 50 करोड़ का स्कॉलरशिप फ्रॉड / INDORE NEWS Posted: 27 Aug 2020 12:06 AM PDT इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर के 21 सहित संभाग के 37 कॉलेजों में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (पीजीडीएम) कोर्स की स्कॉलरशिप में गड़बड़ी की शिकायत हुई है। इस पर प्रदेश सरकार ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बना दी है। स्कॉलरशिप मामले को देख रहे आदिम जाति कल्याण विभाग के अफसर बीके श्रीमाली को हटा दिया है। जांच कमेटी में सीईओ स्मार्ट सिटी अदिति गर्ग, ओल्ड जीडीसी के प्रोफेसर एमडी सोमानी और स्मार्ट सिटी के संयुक्त संचालक तेरसिंह बघेल हैं। संभाग के 37 कॉलेजों पर करीब 50 करोड़ की फर्जी तरीके से स्कॉलरशिप वसूलने का आरोप है। आरोप है कि करीब दस कॉलेजों ने छात्रों को एडमिशन दिए बिना ही फर्जी तरीके से स्कॉलरशिप के लाखों रुपए हासिल कर लिए। चूंकि राशि छात्रों के अकाउंट में आती है, इसलिए कुछ लोगों को छात्र बनाकर उनके दस्तावेज पेश किए गए, जबकि कुछ कॉलेजों में छोटी-मोटी गड़बड़ की बात सामने आई है। 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारमध्य प्रदेश के 6 जिलों में वज्रपात की संभावना, नागरिक सावधान रहें मध्यप्रदेश कोरोना: संक्रमित इलाके और एक्टिव केस बढ़ते ही जा रहे हैं MPPEB द्वारा स्थगित प्रवेश परीक्षाएं कब से आयोजित की जाएंगी, यहां पढ़िए लॉकडाउन में बैंक लोन पर ब्याज लगेगा या नहीं, पढ़िए सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई पत्नी की हत्या के बाद क्राइम पेट्रोल की तरह पुलिस को कंफ्यूज करना चाहता था, पकड़ा गया |
| सिंधिया के मोदी कैबिनेट में शामिल होने के आसार / MP NEWS Posted: 27 Aug 2020 04:55 AM PDT ग्वालियर। मध्य प्रदेश में भाजपा का दामन थामने के बाद से सिंधिया अकसर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ ही नजर आते रहे हैं। माना जा रहा है कि सिंधिया की संघ तक पहुंच में पार्टी की मराठी लॉबी की सक्रियता है। गौरतलब है कि मंगलवार को सिंधिया ने नागपुर में डॉ. मोहन भागवत और कार्यवाह भय्याजी जोशी से मुलाकात की थी। अटकलें हैं कि सिंधिया के मोदी कैबिनेट में शामिल होने पर चर्चा हुई है। भाजपा में शामिल होने के करीब छह माह बाद पहली बार नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय पहुंचे सिंधिया के साथ भाजपा के किसी अन्य नेता के न होने के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में 27 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर भी सिंधिया शक्ति प्रदर्शन की शुरुआत कर चुके हैं। ग्वालियर-चंबल संभाग में भाजपा के तीन दिनी सदस्यता अभियान में उनके आह्वान पर हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए हैं। उन पर यहां की 16 सीटों पर जीत की जिम्मेदारी है।संघ ने भी सिंधिया की चुनावी जंग आसान बनाने के लिए पहले ही क्षेत्र में प्रचारक-विस्तारक तैनात कर दिए हैं। साथ ही वरिष्ठ भाजपा नेता प्रभात झा और जयभान सिंह पवैया को भी सक्रिय करने को कहा है। सिंधिया के सियासी ग्राफ पर नजर रखने वाले इस घटनाक्रम में उनकी हिंदूवादी छवि और मराठी कनेक्शन की ओर संकेत करते हैं। दरअसल, जीवाजी राव सिंधिया ने ग्वालियर-चंबल संभाग में हिंदू महासभा की नींव को बेहद मजबूत किया था। वे अंचल के चुनाव में हिंदू महासभा के प्रत्याशी खड़ा किया करते थे। वर्ष 1957 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस का सूपड़ा साफ करवा दिया था। चारों सीटें हिंदू महासभा को मिली थीं। फिर राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने आरएसएस और जनसंघ को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी। उसी विरासत पर ज्योतिरादित्य सिंधिया भी आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में उनके लिए संघ का वरदहस्त जरूरी होगा। इसके लिए सिंधिया ने पार्टी में मराठी लॉबी को भी महत्व देना शुरू किया है। भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार भोपाल स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंचने पर उन्होंने पूर्व सांसद कृष्णमुरारी मोघे को अपने साथ मंच पर बैठाया। वहीं इंदौर पहुंचने पर करीब एक घंटे तक सुमित्रा महाजन से चर्चा की। जाहिर है कि महाजन को संघ का बेहद करीबी माना जाता है। दोनों नेता मराठी मूल के हैं। 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारमध्य प्रदेश के 6 जिलों में वज्रपात की संभावना, नागरिक सावधान रहें मध्यप्रदेश कोरोना: संक्रमित इलाके और एक्टिव केस बढ़ते ही जा रहे हैं MPPEB द्वारा स्थगित प्रवेश परीक्षाएं कब से आयोजित की जाएंगी, यहां पढ़िए लॉकडाउन में बैंक लोन पर ब्याज लगेगा या नहीं, पढ़िए सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई पत्नी की हत्या के बाद क्राइम पेट्रोल की तरह पुलिस को कंफ्यूज करना चाहता था, पकड़ा गया |
| दूध को दही बनाने वाले चमत्कारी पत्थर में क्या खास है, कहां मिलता है, नाम क्या है / GK IN HINDI Posted: 27 Aug 2020 01:05 AM PDT क्या आप जानते हैं, 21वीं सदी में भारत में एक ऐसा पत्थर पाया जाता है जिसे यदि आप दूध के बर्तन में डाल दें तो वह दूध, दही बन जाता है। मजेदार बातें आएगी इस पत्थर के कारण बने दही में, जामन या दूसरी आम प्रचलित प्रक्रिया से बने दही से ज्यादा स्वाद होता है। दुनिया भर में इस पत्थर की ना केवल चर्चा होती है बल्कि सप्लाई भी होती है। दूध को दही बनाने वाले चमत्कारी पत्थर का नाम क्या है, कहां पाया जाता हैयह एक विशेष प्रकार का पत्थर है। मुगल बादशाह हो द्वारा लिखवाए गए इतिहास में इसे हाबूर पत्थर के नाम से पुकारा गया था। स्थानीय भाषा में हाबूरिया भाटा कहा जाता है। यह पत्थर राजस्थान के जैसलमेर से 40 किलोमीटर दूर स्थित एक गांव में पाया जाता है जिसे पूनम नगर के नाम से जाना जाता है। मुगल शासन काल में इस गांव को हाबूर गांव के नाम से पुकारा गया और भारत के प्राचीन पुस्तकों में इस गांव का नाम 'स्वर्णगिरी' बताया गया है। दूध का दही बनाने वाले चमत्कारी पत्थर में खास बात क्या हैहाबूर पत्थर को जब विदेशी पर्यटक अपने साथ ले गए और यह पत्थर चर्चा का केंद्र बना तो वैज्ञानिकों ने अपनी लैब में पत्थर की जांच की। जांच में पाया गया कि इस पत्थर में एमिनो एसिड, फिनायल एलिनिया, रिफ्टाफेन टायरोसिन मौजूद हैं। ये केमिकल दूध से दही जमाने में सहायक होते हैं। दूध से दही कैसे बनता है, वैज्ञानिक प्रक्रिया बताइएवैज्ञानिक दृष्टि से दूध से दही बनने के लिए लैक्टोबैसिलस नाम का बैक्टीरिया या जीवाणु उपस्थित होना आवश्यक है। इस हाबुर पत्थर मे कुछ एमिनो एसिड जैसे फिनायल एलेनाइन, रिपटाफेन, टायरोसिन पाये जाते हैं जो कि खुशबूदार एमिनो एसिड (Aeromatic amino acid) हैं। इसमें जमने वाले दही का स्वाद और खुशबू दोनों ही बढ़ाते हैं। जिसके कारण इसमें जमे हुए दही में एक विशेष ही Aroma आती है।जोड़ों का दर्द, डायबिटीज और पाइल्स कंट्रोल करने वाला पत्थरहाबूर पत्थर चमत्कारी जीवाश्म पत्थर बताया जाता है जिसका गठन 180 मिलियन साल पहले समुद्र के खोल से जैसलमेर में हुआ था। इसमें भारी औषधीय गुण होते हैं, जैसे मधुमेह तथा रक्त दबाव नियंत्रित करता है। ऐसा कहा जाता है कि इस पत्थर से बने ग्लास में रात को सोते समय पानी भरकर रख दो और सुबह खाली पेट पी लो। अगर आप एक से डेढ़ महीने तक लगातार इसका पानी पीते है, तो आपके शरीर में एक चेंज नजर आएगा। आपके शरीर में होने वाला जोड़ों का दर्द कम होगा साथ ही पाइल्स की बीमारी कंट्रोल होगी। हाबूर पत्थर के बर्तन क्या ऑनलाइन भी मिलते हैंहाबूर पत्थर से बने बर्तनों कि डिमांड देश के साथ-साथ विदेशों में भी है। इस पत्थर से बने बर्तनों की बिक्री ऑनलाइन भी होती है। कई ऐसे ऑनलाइन आउटलेट है जहां पर आपको इस पत्थर से बने बर्तन अलग- अलग Rate पर मिल जाएंगे। उदाहरण के तौर पर अगर आपको हाबूर पत्थर से बनी एक प्याली खरीदनी है तो आपको 1500 से 2000 रुपये चुकाने होंगे। वहीं कटोरी की कीमत 2500 के आसपास हो सकती है। वहीं एक गिलास की कीमत 650 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक होती है। HABUR STONE अस्तित्व में कैसे आयाकहा जाता है कि जैसलमेर में पहले समुद्र हुआ करता था। जिसका का नाम तेती सागर (टेथीज सागर) था। कई समुद्री जीव समुद्र सूखने के बाद यहां जीवाश्म बन गए और पहाड़ों का निर्माण हुआ। हाबूर गांव में इन पहाड़ों से निकलने वाले पत्थर में कई खनिज और अन्य जीवाश्मों की भरमार है। जिसकी वजह से इस पत्थर से बनने वाले बर्तनों की भारी डिमांड है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,) |
| पेट में गुटर गुटर क्यों होती है ? / INTERESTING SCIENCE IN HINDI Posted: 26 Aug 2020 10:11 PM PDT GURGLING OR DAGGER - DAGGER SOUND IN STOMACHहमारा पेट जिसे इंग्लिश में (Belly); आयुर्वेद में अमाशय (stomach); विज्ञान में उदर (Abdomen) कहा जाता है। यह अंग्रेजी के अक्षर J के आकार की एक थैली नुमा रचना है जो लगभग 30 सेंटीमीटर लंबी होती है और इसमें हमारा आधापचा भोजन जिसे लुगदी (Chyme) कहा जाता है, लगभग 2 से 5 घंटे तक रहता है। यहां पर भोजन का यांत्रिक (Mechenical) तथा रासायनिक (Chemical) दोनों प्रकार से पाचन होता है। सामान्य भाषा में इसे शरीर की चक्की कहा जाता है। जिसमें से मंथन गतियां (churning movement) होते रहते हैं। जो दिन- रात, सोते-जागते अपना काम करता रहता है। आइए जानते हैं पाचन क्या होता है?पाचन का अर्थ है भोजन के छोटे-छोटे टुकड़े करना। विज्ञान की भाषा में पाचन का अर्थ होता है कि भोजन के जटिल पदार्थों को सरल पदार्थों में तोड़ना। चूँकि यह कार्य ऑक्सीजन की उपस्थिति में होता है इस कारण इसे दहन या जलना भी कहते है। हमारी आहार नाल (Alimentary canal) मुख्य रूप से 4 भागों से मिलकर बनी है1. मुख तथा मुख गुहा (Mouth and Buccal cavity) 2. ग्रास नली (food pipe/ Oesophagus) 3. आमाशय (stomach) 4. आंत (Intestine) यह चारों भाग मिलकर भोजन का पाचन करने का कार्य करते हैं। सरल साइंस में जानते हैं कि पेट में गुटर गुटर की आवाज कैसे आती हैं!* कभी-कभी आमाशय में भोजन के अपूर्ण पाचन के कारण गैस बनने लगती है, इस कारण आवाजें उत्पन्न होती हैं। * कभी-कभी एसिड के अधिक मात्रा में श्रावण के कारण एसिडिटी उत्पन्न होती हैं और आवाजें आती हैं। * हमारी पूरी आहार नाल में संकुचन और शिथलन (contraction and relaxation/ Peristatalic movement) की क्रिया हमेशा चलती रहती है। तो जब कभी खाली पेट होता है तो दीवारें आपस में चिपकने लगती है उसके कारण भी आवाज आती हैं। आइए अब आंत विज्ञान ( bowel science) को समझते हैंहमारी आंत (Intestine)जो कि एक अति कुंडलित (Highly coiled)रचना है। जो दो भागों से बनी होती है। छोटी आंत, जो कि 20 फीट तक लंबी होती है तथा बड़ी आंत जो कि 5 फीट तक लंबी होती है। 😇 आश्चर्य की बात है ना कि छोटी आंत बड़ी है और बड़ी आंत छोटी है|😄 आइए अब से रोजमर्रा की जिंदगी से जोड़कर देखते हैंजब हम लेजम या पाइप से पानी भरते हैं और अचानक नल चले जाएं तो पाइप से जो आवाजें आती हैं, ऐसी ही आवाजें हमारे पेट से भी आती है। जब आंत में खाने का कोई हिस्सा आकर फंस जाता है, या जब नल की पाइप लाइन कहीं से फूट जाए और जब हवा (Air) लेने लगती है तो उसके कारण जो आवाजें और झटके (sounds and jerks) उत्पन्न होते हैं। ऐसे ही झटके और आवाज में हमारे पेट में भी उत्पन्न होते हैं। जिसे गुटर गुटर कहते हैं। आमतौर पर यह आवाजें सामान्य होती हैं परंतु कभी-कभी किसी बड़ी बीमारी की ओर भी इशारा करती हैं इस कारण इन्हें पूरी तरह नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। लेखक श्रीमती शैली शर्मा मध्यप्रदेश के विदिशा में साइंस की टीचर हैं एवं यश जैन (एमबीबीएस स्टूडेंट मेडिकल कॉलेज, उज्जैन) ने रिसर्च वर्क में विशेष योगदान दिया। (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) विज्ञान से संबंधित सबसे ज्यादा पढ़ी गईं जानकारियांबरसात में नजर आने वाली हरी-हरी काई, जहरीला कचरा है या दवाई बारिश में जो फफूंद या कुकुरमुत्ता दिखाई देते हैं, क्या वो आपकी लाइफ के लिए उपयोगी हैं क्या आप जानते हैं, आपका कान आपकी बॉडी का बैलेंस बनाता है, खुद पढ़कर देख लीजिए वायरस जीवित होता है या अजीवित, क्या अपने आप नष्ट हो जाता है |
| किन परिस्थितियों में की गई हत्या पर सजा नहीं मिलती, यहां पढ़िए / ASK IPC Posted: 27 Aug 2020 01:59 AM PDT किसी भी व्यक्ति की असामान्य मृत्यु पुलिस इन्वेस्टिगेशन का सब्जेक्ट होती है। यदि मृत्यु का कारण हादसा नहीं बल्कि कोई व्यक्ति/ मनुष्य है तो फिर पुलिस हत्या का मामला दर्ज करती है जिसमें फांसी की सजा या कम से कम उम्र कैद होती है लेकिन कुछ परिस्थितियां ऐसी होती है जिनके चलते हुई हत्या का मामला तो दर्ज होता है परंतु कोर्ट में सजा नहीं मिलती। आइए पढ़ते हैं:- भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 100 की परिभाषा:-धारा 100 में उन सात परिस्थितियों का उल्लेख किया जाता है जिससे आरोपी व्यक्तिगत प्रतिरक्षा के अधिकार का प्रयोग करके हमलावर की मृत्यु भी कर सकता है। ऐसी मृत्यु अपराध नहीं मानी जायेगी। ये निम्न परिस्थिति है:- 1. हमलावर मृत्यु करने के लिए हमला कर रहा है तब आत्म रक्षार्थ किया गया प्रतिरोध। 2. हमलावर बहुत गंभीर चोट पहुंचा रहा है तब आत्मरक्षा के लिए किया गया जवाबी हमला। 3.किसी महिला का बलात्कार कर रहा है तब, इज्जत बचाने के लिए किया गया हमला। 4. कोई अप्राकृतिक अपराध कर रहा है तब, अपराधी को रोकने के लिए किया गया हमला। 5. किसी का अपहरण या व्यापहरण कर रहा है तब, अपराध को रोकने के लिए किया गया बल प्रयोग। 6. आपराधिक या सदोष उद्देश्य से की को मृत्यु का भय दिखा रहा है जिससे मृत्यु होने की संभावना हो तब। 7. किसी पर एसिड (अम्ल) फेकना या अम्ल देने का कार्य करे तब। उपयुक्त परिस्थितियों में अगर आरोपी के द्वारा हमलावर की मृत्यु हो जाती है तो वह निजी सुरक्षा के अंतर्गत अधिकार होगा। उधरणानुसार वाद:- अजीत सिंह बनाम पंजाब राज्य- आरोपी मृतक को सिर्फ गालियां ही दे रहा था जबकि मृतक अपने पास बहुत खतरनाक हथियार रखे था जिससे वह आरोपी पर वार कर ही रहा था।मृतक के हमले के परिणामस्वरूप अपनी मृत्यु के भय से आरोपी ने मृतक पर बल्लम से वार कर दिया जिससे उसकी मृत्यु हो गई। उच्चतम न्यायालय ने आरोपी को धारा 100 के अंतर्गत निजी प्रतिरक्षा का बचाव स्वीकार करते हुए दोषमुक्त कर दिया। बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) कानूनी जानकारी से संबंधित 10 सबसे लोकप्रिय लेखकोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है सरकारी अधिकारी निर्दोष नागरिक को जबरन रोककर रखे तो IPC की किस धारा के तहत मामला दर्ज होगा अधिकारी, कोर्ट में गलत जानकारी पेश कर दे तो विभागीय कार्रवाई होगी या FIR दर्ज होगी क्या जमानत की शर्तों का उल्लंघन अपराध है, नई FIR दर्ज हो सकती है एक व्यक्ति अपराध करे और दूसरा सिर्फ साथ रहे तो दूसरा अपराधी माना जाएगा या नहीं रात के समय किसी के घर में चोरी छुपे घुसना किस धारा के तहत अपराध है यदि कोई मर्जी के बिना घर में घुस आए तो क्या FIR दर्ज करवाई जा सकती है धूम्रपान करने वालों के खिलाफ IPC की किस धारा के तहत FIR दर्ज होगी आम रास्ते में रुकावट पैदा करने वाले के खिलाफ किस धारा के तहत FIR दर्ज होती है गर्भपात के दौरान यदि महिला की मृत्यु हो गई तो जेल कौन जाएगा डॉक्टर या पति यदि जबरदस्ती नशे की हालत में अपराध हो जाए तो क्या सजा से माफी मिलेगी |
| ग्वालियर में कोरोना से व्यापारियों की मौत, हिल गया दालबाजार / GWALIOR NEWS Posted: 26 Aug 2020 01:59 PM PDT ग्वालियर। दाल बाजार के व्यापारियों की कोरोना से एक के बाद एक करके होने वाली मौतों ने दाल बाजार में कारोबार करने वालों को हिलाकर रख दिया है। इंदरगंज थाने से लेकर नया बाजार तिराहे की साढ़े तीन सौ मीटर के आसपास लंबी दाल बाजार की पट्टी में बैठकर कारोबार करने वाले व्यापारियों में से कम से कम एक दर्जन व्यापारी कोरोना की वजह से जान गंवा चुके हैं और ढाई दर्जन के आसपास व्यापारी ग्वालियर से लेकर दिल्ली के अस्पताल में अपनी जान बचाने के लिए भर्ती हैं। दालबाजार के व्यापारियों को अब समझ में नहीं आ रहा है कि लोगों को जिंदा रखने के लिए अनाज-तेल-शक्कर बेचें या फिर अपनी जान बचाएं। खूब समझाया पर कोई माना ही नहींग्वालियर में कोरोना के पसरने के बाद प्रशासन ने पूरा ध्यान दाल बाजार पर फोकस कर दिया था। दाल बाजार में कारोबार करने वालों से लेकर दाल बाजार पहुंचने वालों को खूब समझाया कि कोरोना खतरनाक है। यह किसी को भी कभी भी कहीं भी जकड़ लेगा। जो पाठ पढ़ाया जा रहा है उसे अच्छे से दिमाग में बैठा लें और संभलकर काम करें पर इस सरकारी पट्टी का किसी पर असर नहीं हुआ। दालबाजार में उमडऩे वाली भीड़ ने सभी नियम कायदे ताक पर रख दिया और आज उसकी नतीजा पूरा दालबाजार तो भुगत ही रहा है, दाल बाजार से कितने लोग संक्रमण लेकर गए, इसकी कोई गिनती नहीं है। बता दें दालबाजार में ग्वालियर-चंबल संभाग भर के कारोबारी, दलाल के अलावा आम आदमी हर रोज पहुंचते हैं। दालबाजार में करीब साढ़े चार सौ से आसपास दुकाने हैं और लभगग आठसे दस हजार लोग रोजाना दाल बाजार पहुंचते हैं। इसमें पल्लेदार भी शामिल हैं। माल लेकर निकलने और माल लेकर पहुंचने वाली गाडिय़ों का स्टॉफ इसमें शामिल नहीं है। बढ़ ही रही संक्रमितों की संख्याहालांकि प्रशासन दाल बाजार में कोरोना के कम्युनिटी स्प्रेड से इनकार करता है पर हकीकत यह है कि पिछले एक माह में दाल बाजार में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ा है। दाल बाजार में कारोबार के सिलसिले से आने वालों में कोई कोरोना लेकर गया तो कोई कोरोना देकर गया। कोरोना की चपेट में आने से ना तो शक्कर कारोबारी बचे ना ही मिर्च-तेल-अनाज के कारोबारी। यह सभी एक के बाद एक करके चपेट में आते गए। कुछ खुशनसीब थे जो कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद समय से इलाज मिलने से बच गए और काफी की किस्मत ऐसी नहीं थी कि वे कोरोना से लड़ पाएं। उनकी डेडबॉडी ही पन्नी में लिपटी हुई अस्पताल से बाहर निकली। दालबाजार व्यापार समिति के सचिव मनीष बांदिल कहते हैं कि पिछला एक माह तो हमारे कारोबारी भाईयों पर भारी, भारी पड़ा है। वे कहते हैं कि एक दर्जन से अधिक साथियों को हमने खो दिया और ढाई से तीन दर्जन हमारे कारोबारी भाई और उनके परिवार के सदस्य आज भी अस्पताल में भर्ती हैं। कई कारोबारियों के परिवार में तो तीन से पांच-पांच सदस्य कोरोना से जंग लड़ रहे हैं। अब दस से छह बजे तक कारोबारदालबाजार के हालात से घबराए व्यापारियों की जूम मीटिंग हुई। मीटिंग में तय हुआ कि बुधवार से 31 अगस्त तक सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक ही दालबाजार में कारोबार होगा। दुकान में किसी को भी बिना मास्क के नहीं घुसने दिया जाएगा। दालबाजार के व्यापारियों की यह भी मांग है कि जो वन वे व्यवस्था लागू की गई थी, उसे सख्ती से लागू करवाया जाए। 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारमध्य प्रदेश के 6 जिलों में वज्रपात की संभावना, नागरिक सावधान रहें मध्यप्रदेश कोरोना: संक्रमित इलाके और एक्टिव केस बढ़ते ही जा रहे हैं MPPEB द्वारा स्थगित प्रवेश परीक्षाएं कब से आयोजित की जाएंगी, यहां पढ़िए लॉकडाउन में बैंक लोन पर ब्याज लगेगा या नहीं, पढ़िए सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई पत्नी की हत्या के बाद क्राइम पेट्रोल की तरह पुलिस को कंफ्यूज करना चाहता था, पकड़ा गया |
| कर्मचारियों की वेतनवृद्धि रोककर नया एयरक्रॉफ्ट खरीद लाए शिवराज: कर्मचारी संघ / EMPLOYEE NEWS Posted: 27 Aug 2020 12:57 AM PDT भोपाल। मप्र में माननीय शिवराज सिंह जी चौहान मुख्यमंत्री महोदय मप्र शासन भोपाल के लिए अमेरिका से किंग एयर बी 250 जीटी बिजनेस क्लास एयरक्राफ्ट लगभग 65 करोड़ किमत का भोपाल पहुँच गया है। "मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ" के प्रांताध्यक्ष श्री प्रमोद तिवारी एवं प्रांतीय उपाध्यक्ष कन्हैयालाल लक्षकार ने संयुक्त प्रेस नोट में मप्र में उक्त अत्याधुनिक बिजनेस क्लास एयरक्राफ्ट आने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी को बधाई दी है। कड़की के नाम पर कर्मचारियों का डीए और वार्षिक वेतनवृद्धि रोक ली थीउक्त एयरक्राफ्ट की डील पूर्व मुख्यमंत्री माननीय श्री कमलनाथ जी द्वारा की गई थी। कोविड-19 के चलते यह डील निरस्त नहीं की गई, लेकिन कर्मचारियों अधिकारियों के 5% डीए जो जुलाई 2019 से दिया जाना था स्थगित किया। ये प्रदेश सरकार के विरोधाभासी निर्णय है। उसके बाद तो छठे/सातवें वेतनमान के एरियर की अंतिम किश्त जो अप्रैल-मई में भुगतान होना थी उसे रोका गया। फिर जुलाई से मिलने वाली 3% वार्षिक वेतनवृद्धि रोककर काल्पनिक गणना के आदेश दिये गये। इन आदेशों के पीछे तर्क दिया गया है कि कोविड-19 के कारण स्थितियां असामान्य हो गई है। एयरक्राफ्ट आ गया, यानी मध्यप्रदेश में हालात सामान्य हैंलगभग 65 करोड़ के एयरक्राफ्ट के आने के बाद यह सिद्ध हो गया है कि प्रदेश की स्थितियां सामान्य है, अब इसी वातावरण में सामान्य जीवन जीना होगा। "मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ" माननीय मुख्यमंत्री जी को नये एयरक्राफ्ट की कोटिशः बधाई देते हुए निवेदन करता है कि अधिकारियों कर्मचारियों के रोके गये स्वत्वों के भुगतान पर अविलंब निर्णय लेकर कोरोना काल में रोके गये डीए, एरियर व वार्षिक वेतनवृध्दि तात्काल देकर इस वर्ग का आक्रोश व नाराजगी समाप्त करने का कष्ट करें। 27 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारमध्य प्रदेश के 6 जिलों में वज्रपात की संभावना, नागरिक सावधान रहें मध्यप्रदेश कोरोना: संक्रमित इलाके और एक्टिव केस बढ़ते ही जा रहे हैं MPPEB द्वारा स्थगित प्रवेश परीक्षाएं कब से आयोजित की जाएंगी, यहां पढ़िए लॉकडाउन में बैंक लोन पर ब्याज लगेगा या नहीं, पढ़िए सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई पत्नी की हत्या के बाद क्राइम पेट्रोल की तरह पुलिस को कंफ्यूज करना चाहता था, पकड़ा गया |
| RSMSSB JOB VACANCY: 1000 से ज्यादा स्टेनोग्राफर भर्ती विज्ञापन / RAJASTHAN GOVT JOB Posted: 26 Aug 2020 01:37 PM PDT राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर (अंग्रेजी: Rajasthan Staff Selection Board) ने शीघ्रलिपिक (आशुलिपिक, अंग्रेजी:Stenographer) के रिक्त पदों हेतु राजस्थान गवर्नमेंट जॉब नोटिफिकेशन जारी करके योग्य उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। RAJASTHAN GOVERNMENT STENOGRAPHER RECRUITMENT 2020 IMPORTANT DETAILSपद का नाम: शीघ्रलिपिक (आशुलिपिक, अंग्रेजी:Stenographer) पदों की संख्या: 1000 से ज्यादा पद आयु सीमा: उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 40 वर्ष निर्धारित की गई है। चयन प्रक्रिया: उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और स्किल टेस्ट के आधार पर किया जाएगा। शैक्षिक योग्यता: उम्मीदवार शैक्षिक योग्यता से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आगे दी गई नोटिफिकेशन देखें। आवेदन पत्र जमा करने की प्रारंभिक तिथि : 26 अगस्त, 2020 आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि : 24 सितंबर, 2020 HOW TO APPLY FOR RAJASTHAN GOVERNMENT STENOGRAPHER JOBउम्मीदवार आवेदन करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट http://www.rsmssb.rajasthan.gov.in/ पर जाएं और नोटिफिकेशन DOWNLOAD कर उसे पढ़ें। समस्त जानकारी से अवगत होकर, दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार आवेदन प्रक्रिया को 28 अगस्त, 2020 से 24 सितंबर, 2020 अंतिम तिथि तक पूरा करें। ध्यान रहे किसी प्रकार कि त्रुटि होने पर आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। ऑनलाइन आवेदन पत्र निश्चित समय के अंदर ही किए गए मान्य होंगे। HOW TO APPLY FOR RAJASTHAN GOVERNMENT DIRECT LINKSआधिकारिक वेबसाइट के लिए यहां क्लिक करें। ऑनलाइन आवेदन करने के लिए यहां क्लिक करें। ऑफिशियल नोटिस देखने के लिए यहां क्लिक करें। |
| मुख्यमंत्री जी, मध्यप्रदेश के नौजवान बहुत परेशान है, उन्हें दुत्कारिये मत! / Khula khat Posted: 26 Aug 2020 01:11 PM PDT नमस्कार, मध्यप्रदेश के कॉलेज बेरोजगार पैदा करने की फैक्ट्रियां हो गए है। कॉलेज में फीस देकर हम सभी कॉलेज से बेरोजगार बनकर बाहर निकलते है। ये इसलिए है क्योंकि शिक्षकों और कर्मचारियों के पद युगों से खाली छोड़ दिये गए है क्योंकि जब विद्यार्थियों को पढ़ाने वाला ही नही होगा तो आज का नौजवान, रोजगार पाने वाला नही बल्कि बेरोजगार नौजवान ही बन पायेगा। छोटे-छोटे कामों के लिए आम आदमी सरकारी कार्यालयों के दस दस चक्कर काट रहा है। क्योंकि सरकारें कर्मचारियों की भर्ती ही नही कर रही है। जब गांव शहर घर बाहर सब जगह नौकरियों की बातें होती रहती है तो मीडिया में नौकरी की बात नही होती है। विपक्ष में रहते हुए नेता बेरोजगारी का मुद्दा उठाते है लेकिन सरकार में आते ही नौकरी और रोजगार के मुद्दे को भूल जाते हैं। यह बात सभी पार्टियों, सभी मुख्यमंत्रियों और प्रधानमंत्री जी पर भी लागू होती है। चुनाव के समय के विज्ञापन और इनके रोड शोज को देखिए उस वक्त इनके एजेंडे में नौकरी प्रमुख होगी लेकिन सरकार में आते ही ये बातें वही राजनेता और राजनीतिक दल सत्ता में आकर भूल जाते है या शायद जानबूझकर भूलना चाहते है। मुख्यमंत्री जी मध्यप्रदेश के नौजवान वास्तविकता में बहुत परेशान है उनकी दिक्कतों को सुनिए उन्हें दुत्कारिये मत, फिलहाल मुझे ऐसा लगता है कि राजनेताओं की समस्या को सुनने और सुनने के बाद समाधान करने की क्षमता भी समाप्त होती जा रही है। अगर क्षमता और संवेदनशीलता कम नही हुई होती तो आप इस बात से भलीभांति अवगत है कि रिटायरमेंट की उम्र सीमा 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष किये जाने के बाद प्रदेश में कितने पदों में नई भर्तीयां की गई है। जबकि प्रदेश में लाखों की संख्या में प्रत्येक वर्ष 10वी 12वी स्नातक स्नातकोत्तर की परीक्षा पास करके नौजवान नौकरी की तलाश में लग जाते है। मध्यप्रदेश सरकार के पास भी इन सभी योग्यता धारकों के लिए हजारों की संख्या में पद रिक्त हैं, लेकिन क्या सरकार प्रत्येक वर्ष भर्ती परीक्षाओं का आयोजन कर पाती है ? नही बिल्कुल नही! बल्कि 2017 से 2020 की भर्ती परीक्षाओं को देखें तो लगातार भर्ती परीक्षा के आयोजनो की संख्या में भारी गिरावट आती जा रही है जो इक्के दुक्के विज्ञापन निकले भी है तो उनमें पदों की संख्या 226 होती है। ये भयावह स्थिति देखकर मुझे ऐसा लगता है राजनेता नौजवानों को सरकारी नौकरी का कॉमेडी शो दिखा रहें है। सभी देश भर के चयन आयोग किसी गिरोह की तरह काम कर रहें है नौजवानों से फॉर्म भरने के लिए करोड़ो में पैसे लिए जाते है लेकिन परीक्षा और नौकरी का कोई पता नही चल रहा है। परीक्षा हो भी गयी तो गलत प्रश्न, गलत उत्तर, डिलीट प्रश्न, नॉर्मलाईजेशन, की शुद्धिकरण की घोर विवादित प्रक्रिया के बाद परीक्षा परिणाम जारी किए जाते है, वेरिफिकेशन से जोइनिंग तक पहुंचते पहुंचते सरकारें ही बदल जाती है। यह समस्या अब विकराल हो चुकी है, और कोई भी इसके समाधान की बात ही नही करना चाहता है। अभी कोरोना काल के बहाने भर्तियों में रोक लगी हुई है तो कल को कोई और बहाना मिल जाएगा क्योंकि बहाने खोजने के लिए उत्कृष्ट सरकारी सेवा के नौकरशाहों को ये जिम्मेदार सौंपी गई है और वे पूर्ण ईमानदारी से उच्च कोटि के बहाने खोजते है ये वही लोग है जो ac कमरों में बैठ के चिलचिलाती धूप और कपकपाती ठंड में खेतों में काम करने वाले किसान के लिए कुछ भी योजनाएं बना देते है। रावेंद्र पांडेय, एक बेरोजगार |
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