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- अभी अभी: धोनी के बाद सुरेश रैना ने भी लिया संन्यास
- हिमाचल : चार साल से महिलाओं और बच्चों के साथ गुफा में रह रहे आठ परिवार, आजादी के लिए तरस रहे रोज
- शादी के 15 दिनों बाद पति ने छोड़ा, फिर ऐसे IAS बन गई कोमल गणात्रा
- हिमाचल: ग्राम रोजगार सेवकों के भरे जाएंगे पद, जल्दी करें बहुत कम बचा है समय
- बड़ी ख़बर: एमएस धोनी ने इंटरनैशनल क्रिकेट से लिया संन्यास
- आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं , आजादी के दोहे: डॉ MD सिंह
- माँ को संघर्ष करते देख मुझे कई बार पढ़ाई छोड़ने का मन किया, लेकिन माँ ने हिम्मत बंधाई। वह चाहती थी कि मैं आईएएस बनूँ
- इस काम को करने के तुरंत बाद नहाना आपको बना सकता है बीमार, कौनसे से हैं वो काम
- भारतीय कंपनी MSN ग्रुप ने लॉन्च की कोरोना की दवा 'फेविलो', कीमत मात्र 33 रुपए
- पूजा के दौरान हाथ में कलावा बांधने का नियम और महत्व, जानिए
- बुरी नजर से बचने के लिए बस एक बार कर लें ये उपाय, नहीं पड़ती किसी की बुरी नजर
- यहां जेल प्रहरी के लिए निकली भर्ती, यहां करें ऑनलाइन आवेदन
- इसमें पैसा लगाने पर मिलेगी 20 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन, और 45 लाख रुपये...
- ये देशी चटनी खाने से कम होगा कोरोना का खतरा, जाने घर पर बनाने की विधि
- हिमाचल में इतने दिन भारी बारिश की चेतावनी, अलर्ट जारी
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- 15 अगस्त का इतिहास : भारत और विश्व इतिहास में 15 अगस्त की प्रमुख घटनाएं
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| अभी अभी: धोनी के बाद सुरेश रैना ने भी लिया संन्यास Posted: 15 Aug 2020 08:35 AM PDT 15 अगस्त का दिन भारतीय क्रिकेट फैन्स के लिए दो बुरी खबरें लेकर आया है। पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी के रिटायरमेंट की घोषणा के ठीक बाद सुरेश रैना ने भी संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। रैना ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। ये भी पढ़े : बड़ी ख़बर: एमएस धोनी ने इंटरनैशनल क्रिकेट से लिया संन्यास अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में सुरेश रैना ने धोनी के साथ अपनी एक तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, 'आपके साथ खेलना एक बहुत खूबसूरत अनुभव था माही। मैं गर्व के साथ आपके इस सफर में साथी बनने जा रहा हूं। शुक्रिया इंडिया। जय हिंद!' |
| हिमाचल : चार साल से महिलाओं और बच्चों के साथ गुफा में रह रहे आठ परिवार, आजादी के लिए तरस रहे रोज Posted: 15 Aug 2020 07:55 AM PDT कुछ ऐसे ही आप लोगों को देखने को मिलेगा हिमाचल में। हिमाचल के मंडी और बिलासपुर की सीमा पर करीब आठ परिवार ऐसे हैं, जो पिछले चार साल से गुफा में रह रहे हैं। पुरुष ही नहीं महिला और बच्चे भी आदिवासियों की तरह जीवन जी रहे हैं। सरकार और जिला प्रशासन इससे अनभिज्ञ भी नहीं है। केंद्र और प्रदेश सरकार की भी भूमिहीनों और बेघरों के लिए कई योजनाएं हैं। बावजूद इसके इन्हें गुफा से निकालने के कोई प्रयास नहीं हुए। इन लोगों के पास मकान भी है और सनी लेकिन इसके बावजूद उनको ऐसी जिंदगी जीनी पड़ रही है। क्योंकि कोलबांध परियोजना की झील निर्मित होने से इनके मकान और जमीन भू-स्खलन में तबाह हो गए। पिछले चार सालों में दो सरकारों के सामने यह मामला उठा, लेकिन इनकी समस्या का हल नहीं हुआ। साल 2014-15 में कोलबांध झील बनी थी। उसके बाद साल 2016 में जिला मंडी की धन्यारा पंचायत के कांडी गंाव में भू-स्खलन हुआ और उक्त 8 परिवार इस आपदा में बेघर हो गए। तत्कालीन जनप्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवारों को फौरी राहत के नाम पर 50-50 हजार रुपये प्रशासन से दिलवाकर औपचारिकता पूरी की, लेकिन उसके बाद इनकी सुध नहीं ली। प्रशासन ने बीच में इनमें से कुछ लोगों का धन्यारा स्कूल भवन में रहने का अस्थायी इंतजाम किया, लेकिन इन्हें स्थायी आवास नहीं दिला सके। गुफा में ही ये खाना बनाते हैं, वहीं सोते हैं। वही दूसरी ओर इसी पंचायत के गांव समौल, कांडी, मैंदला, रोपडू़, स्वैड़ और बड़ीछ गांव के करीब 40 परिवार झील बनने के बाद सुरक्षित जगह पलायन कर अपना परिवार पाल रहे हैं। पूर्व कांग्रेस विधायक सोहन लाल ठाकुर ने बताया कि भूस्खलन कांग्रेस सरकार के समय में हुआ था। मैंने खुद एसडीएम को मौके पर भेज कर लोगों को सहायता दी। |
| शादी के 15 दिनों बाद पति ने छोड़ा, फिर ऐसे IAS बन गई कोमल गणात्रा Posted: 15 Aug 2020 07:52 AM PDT एक स्त्री का जीवन जीवनभर अपने पति के आसपास तो नहीं घूम सकता। उनका भी हक है कि वे अपने सपने पूरे करें। ऐसा कहना है कोमल गणात्रा का। जिन्होंने अपने दम पर युपीएससी की परीक्षा पास की है। उनके लिए यह परीक्षा पास करना सहज नहीं था। काफी परेशानियों का सामना करने के बाद कोमल आईएएस बनी हैं तो आप भी जान लें उनकी संघर्ष की कहानी। कोमल गणात्रा की शादी 26 वर्ष की उम्र में हुई थी। शादी के बाद एक लडक़ी जो सपना देखती है, कोमल ने भी ऐसा ही सपना देखा था। किंतु जरुरी नहीं कि हर व्यक्ति के सभी सपने पूरे हों। शादी के दो सप्ताह के बाद पति उन्हें छोडक़र चला गया। नई वधू बनी कोमल के पति ने उन्हें न्युजिलैंड जाने की चाह में छोड़ दिया था। उसके बाद वह कभी वापस नहीं आया। बता दें कि उनकी शादी एक एनआरआई से हुई थी। पति के छोडक़र चले जाने के बाद कोई भी व्यक्ति टूट जाता, किंतु कोमल ने हिम्मत नहीं हारी। उसके बाद उन्होंने युपीएससी की तैयारी शुरु की। कोमल ने एक इन्टरव्यु में कहा कि हम सोचते हैं कि शादी हमें परिपूर्ण बनाती है। जब तक मेरी शादी नहीं हुई थी, तब तक मैं भी ऐसी ही सोच रखती थी। पति का मुझे छोडक़र जाने के बाद मुझे समझ में आया कि जीवन में हर लडक़ी के लिए शादी ही सब कुछ नहीं होता। उनका जीवन इससे भी आगे है। कोमल ने युपीएससी की तैयारी करने के संबंध में विचार किया। वह समझ चुकी थी कि एक युवती के लिए कैरियर सबसे अधिक जरुरी है। इसलिए कोमल ने परीक्षा की तैयारियां शुरु की और सफल रही। फिलहाल वह रक्षा मंत्रालय में एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर के तौर पर काम कर रही हैं। कोमल की पढ़ाई गुजराती मीडियम में हुई है। जिस वर्ष उन्होंने युपीएससी की परीक्षा पास की थी, उस वर्ष वह गुजराती लिटरेचर की टॉपर थीं। उन्होंने आगे कहा कि मैं छोटी थी तब से ही मेरे पापा मुझे कहते थे कि तू बड़ी होकर आईएएस बनेगी, किंतु तब मेरे पास युपीएससी के बारे में अधिक जानकारी नहीं थी। मेरी शादी के पहले मैंने जीपीएससी मेन्स की परीक्षा भी पास कर ली थी, किंतु मेरे पति ने मुझे इन्टरव्यु देने जाने से मना कर दिया, कारण कि वे न्युजिलैंड जाना चाहते थे। मैं उन्हें बहुत प्रेम करती थी इसलिए मैंने भी इन्टरव्यु देने का विचार स्थगित कर दिया। किंतु मेरे पति शादी के 15 दिन में ही मुझे छोडक़र न्युजिलैंड चले गए। उसके बाद मेरी जिंदगी मानो वहीं अटक गई। लोगों ने मुझे अपने पति से तलाक लेकर दूसरी शादी करने की सलाह दी, किंतु मैंने अपना कैरियर बनाना तय कर लिया और मैंने एक गांव की स्कूल में टीचर की नौकरी करने के साथ-साथ परीक्षा की तैयारियां शुरु की और आज मैं अपने जीवन के लक्ष्य तक पहुंचने में सफल रही हूं। |
| हिमाचल: ग्राम रोजगार सेवकों के भरे जाएंगे पद, जल्दी करें बहुत कम बचा है समय Posted: 15 Aug 2020 07:50 AM PDT हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में रोजगार पाने के इच्छुक युवाओं के लिए तो यह गुड न्यूज है ही साथ में जो युवा विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षण पाना चाहते हैं उनके लिए भी यह खबर काम की है। पहले बात करते हैं रोजगार की तो विकास खंड कुल्लू में ग्राम रोजगार सेवकों के पांच रिक्त पदों को भरा जाना है। इसके लिए आवेदन विकास खंड कार्यालय कुल्लू में 24 अगस्त तक जमा करवाना होगा। ग्राम रोजगार सेवक के पद के लिए अभ्यर्थी 18 से 45 वर्ष आयु के बीच होना चाहिए। बीडीओ कुल्लू डॉ जयवंती ठाकुर ने बताया कि आवेदक को आयु प्रमाण पत्र, दसवीं कक्षा का प्रमाण पत्र अंकतालिका सहित, 12 वीं कक्षा का प्रमाण पत्र, स्नातक का प्रमाण पत्र आवेदन के साथ जमा करवाना होगा। इसी तरह अनुभव प्रमाण पत्र यदि कोई हो तो, अनुसूचित जाति/जनजाति और ओबीसी वर्ग का प्रमाण पत्र, बीपीएल प्रमाण पत्र, कंप्यूटर एप्लीकेशन में एक साल का बेसिक कोर्स, विकास खंड कुल्लू के निवासी का प्रमाण पत्र जो संबंधित पंचायत से प्राप्त करना होगा, दिव्यांग प्रमाण पत्र तथा हिमाचली प्रमाण पत्र भी आवेदन के साथ जमा करवाना पडेगा। |
| बड़ी ख़बर: एमएस धोनी ने इंटरनैशनल क्रिकेट से लिया संन्यास Posted: 15 Aug 2020 08:34 AM PDT धोनी ने संन्यास की घोषणा करने के साथ-साथ इंस्टाग्राम पर चार मिनट और सात सैकेंड का वीडियो भी फैन्स के साथ शेयर किया. मशहूर गाना 'मैं पल दो पल का शायर हूं' के साथ धोनी ने टीम इंडिया में अपने सफर की यादें फैन्स के साथ शेयर की. ये भी पढ़े : अभी अभी: धोनी के बाद सुरेश रैना ने भी लिया संन्यास धोनी इकलौते ऐसे कप्तान हैं जिन्होने भारत को 50 ओवरों का विश्व कप, टी20 विश्व कप और चैंपियन्स ट्रॉफी अपनी कप्तानी में जिताई है. वो साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान पहले ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यसा ले चुके हैं. |
| आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं , आजादी के दोहे: डॉ MD सिंह Posted: 15 Aug 2020 12:14 AM PDT आजादी के दोहे-- डॉ एम डी सिंह पीरनगर ,गाजीपुर सदी उन्नीस माह अगस्त, सैंतालिसवां साल। पन्द्रह तारीख सजी , आजादी के भाल।। लहरा रहा ध्वज तिरंगा, देखा जग ने जाग। लाल किले के शिखर पर,गए फिरंगी भाग।। जन गण मन पुलकित हुआ, छिड़ा देश का राग। आजादी की धधकती, बुझी हृदय की आग।। जो देश के लिए सर्वस्व ,चले गए कर दान। देश नहीं उनका कभी , घटने देगा मान।। रहे न मुक्त हाथ एक, मिले सभी को काम। कहीं तब जा कर होगी, आजादी सरनाम।। कपड़ा सबके देंह पर, छत सबके सर होय। देश हुआ आजाद अब, तब ही माने कोय।। जब बच्चा बच्चा देश का,पढ़ा लिखा हो जाय। तभी मानिए पंचों हम , गए आजादी पाय।। भूखा ना कोई रहे ,अन्न- धन हो भरपूर। तभी देश से मानिए ,गई गुलामी दूर।। भ्रष्टाचार जब तक यहाँ, देश कहां आजाद। अभी आजादी बाकी, नहीं करें सिंहनाद।। अंग्रेज देश छोड़ गए , दो हिस्सों में काट। हमें जोड़ना है सुनें , उन्हें अभी भी साट।। डॉ एम डी सिंह पीरनगर ,गाजीपुर यू पी में पिछले पचास सालों से ग्रामीण क्षेत्रों में होमियोपैथी की चिकत्सा कर रहे हैं |
| Posted: 14 Aug 2020 06:40 PM PDT राजस्थान के अरविंद कुमार मीणा ने यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा 2019 में सफलता का परचम लहराकर उन तमाम लोगों के सामने एक मिसाल पेश की जो संघर्षों के तले दबकर अपने सपनों का त्याग कर देते। एक बेहद ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले अरविंद जब 12 साल के थे, तभी सिर से पिता का साया उठ गया। पूरे परिवार के लिए पिता ही आय का एकमात्र सहारा थे। अब उनके निधन के बाद घर की सारी जिम्मेदारी उनके माँ के कंधे पर आ गयी। दो जून की रोटी के लिए संघर्ष करते हुए उनकी माँ ने हमेशा उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित किया। उनकी माँ नहीं चाहती थी कि जो संघर्ष उन्होंने झेला है, वह उनके बच्चे भी झेले। वह बखूबी समझती थी कि शिक्षा ही एकमात्र सहारा है जो गरीबी के दलदल से बाहर निकाल सकता है। उन्होंने अपने परिवार को बीपीएल श्रेणी में पंजीयन कराया ताकि कुछ आर्थिक सहायता मिल सके। साथ ही उन्होंने मजदूरी करना भी शुरू कर दिया। एक छोटे से मिट्टी के बने कच्चे घर में अरविंद ने जिंदगी से अपनी जद्दोजहद को जारी रखा। संघर्षों के बीच उन्होंने स्कूल और कॉलेज स्तर की पढ़ाई पूरी की। माँ को संघर्ष करते देख मुझे कई बार पढ़ाई छोड़ने का मन किया, लेकिन माँ ने हिम्मत बंधाई। वह चाहती थी कि मैं आईएएस बनूँ कॉलेज स्तर की पढ़ाई पूरी करने के बाद अरविंद ने सरकारी प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी में जुट गए। अब उनका एकमात्र लक्ष्य था, नौकरी हासिल कर गरीबी से बाहर निकलना। साथ ही वह आईएएस बनने के अपनी माँ के सपनों को भी पूरा करना चाहते थे। उनकी मेहनत कामयाब हुई और उनका चयन सशस्त्र सीमा बल में सहायक कमांडेंट के पद पर हुआ। नौकरी के बावजूद भी उन्होंने प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी को जारी रखा। उन्होंने नौकरी से वक़्त निकाल यूपीएससी परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी। 4 अगस्त 2020 को जब यूपीएससी का रिजल्ट जारी हुआ तो उन्होंने 676वीं रैंक और एसटी वर्ग में 12वीं रैंक हासिल कर सफलता का ताज अपने नाम किया। अरविंद की कहानी वाकई में प्रेरणा से भरी है। उनके सामने सपनों का त्याग करने के लिए बाधाएं हर मोड़ पर बैठी थी लेकिन उनकी दृढ़ता ने कभी उन्हें हार मानने नहीं दिया। और आज वह हमारे सामने प्रेरक व्यक्तित्व के रूप में खड़े हैं। |
| इस काम को करने के तुरंत बाद नहाना आपको बना सकता है बीमार, कौनसे से हैं वो काम Posted: 14 Aug 2020 06:35 PM PDT वैसे तो नहाना हर किसी को अच्छा लगता है और नहाना स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहता है लेकिन कुछ ऐसे काम होते हैं, जिन्हें करने के तुरंत बाद नहीं नहाना चाहिए। अगर आप चाहे तो कुछ देर बाद नहा सकते हैं। बता दें कि यह बात भले ही आपको अटपटा लगे लेकिन ऐसा करने आप गंभीर बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। नहाना डेली रूटीन का एक हिस्सा है। ऐसे में इसे करने के लिए उचित समय के साथ-साथ कुछ एहतियात बरतना चाहिए। इस समय नहाने से बचें: धूप में बाहर से आने के बाद आपके शरीर की गर्मी काफी बढ़ जाती है। शरीर पर पानी गिरने से हमारे शरीर का तापमान अचानक कम हो जाता है, जिससे सिर में दर्द या फिर बुखार हो सकता है। अक्सर बड़े-बुजुर्ग खाना खाने के तुरंत नहाने के लिए मना करते हैं। ऐसे इसलिए क्योंकि खाना खाने के बाद शरीर की उर्जा खाने के पचाने में लग जाती है, इसकी वजह से शरीर का तापमान भी बढ़ जाता है। ऐसे में तुरंत नहाने से आपके शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है। सोते समय शरीर का तापमान अधिक होता है और शरीर में ब्लड फ्लो भी तेजी से होता है। इस तरह सोकर उठने के तुरंत बाद नहाने से शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। कई ऐसे लोग हैं, जो वर्कआउट के तुरंत बाद नहाने चले जाते हैं जो कि एक गलत तरीका है। वर्कआउट या फिर किसी भी तरह के फिजिकल एक्टिविटी के बाद शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बहुत तेजी से होने लगता है। |
| भारतीय कंपनी MSN ग्रुप ने लॉन्च की कोरोना की दवा 'फेविलो', कीमत मात्र 33 रुपए Posted: 14 Aug 2020 06:32 PM PDT हर देश कोरोना की वैक्सीन बनाने में लगा है ऐसे में भारत में खुशखबरी है कि हैदराबाद की जेनरिक फार्मा कंपनी MSN ग्रुप ने कोरोना की सबसे सस्ती दवा 'फेविलो' लॉन्च की है। इसमें फेविपिराविर ड्रग का डोज है। 200 एमजी फेविपिराविर की एक टेबलेट 33 रुपए की होगी। कंपनी के मुताबिक, जल्द ही फेविपिराविर की 400 एमजी टेबलेट भी लॉन्च की जाएगी। कोरोना की दवा 'फेविलो': कोरोना के मरीजों के लिए पहले भी MSN ग्रुप एंटीवायरल ड्रग ऑसेल्टामिविर को ऑस्लो नाम से लॉन्च कर चुका है। यह 75 एमजी की टेबलेट है। MSN ग्रुप के सीएमडी डॉ. एमएसएन रेड्डी का दावा है कि फेविलो कोविड-19 की सबसे प्रभावी और किफायती दवा है। उन्होंने कहा, हमारी कंपनी दवाओं की क्वालिटी का ध्यान रखने के साथ उसे लोगों को उपलब्ध कराने में विश्वास रखती है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने फेविपिराविर को दी मंजूरी: ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया फेविपिराविर को मंजूरी दे चुका है। इससे कोरोना के हल्के और मध्यम लक्षण वाले मरीजों का इलाज किया जा सकेगा। फेविपिराविर ड्रग को बड़े स्तर पर जापानी कंपनी फुजीफिल्म होल्डिंग कॉर्प तैयार करती है। जापानी कंपनी इसे एविगन के नाम से बाजार में बेचती है। 2014 से इसका इस्तेमाल इन्फ्लुएंजा के इलाज में किया जा रहा है। |
| पूजा के दौरान हाथ में कलावा बांधने का नियम और महत्व, जानिए Posted: 14 Aug 2020 06:25 PM PDT हिंदू धर्म में हर पूजा के दौरान कलावा बाँधने का बड़ा महत्व हैं जिसे रक्षा सूत्र से भी जाना जाता हैं। माना जाता हैं की इस रक्षा सूत्र से बुरी शक्तियां आपके आस-पास भटकती भी नहीं हैं और व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा भी मिलती है। इसलिए किसी भी धार्मिक या मांगलिक कार्य की शुरुआत में ही कलावा बांध दिया जाता हैं। इन बातों का रखें ध्यान: हाथ पर बंधा कलावा अगर काफी पुराना हो जाता है तो उसे कभी भी बदल कर नया बांध लेते हैं। सिर्फ मंगलवार और शनिवार कलावा बदलने का शुभ दिन होता है। हमेशा ही ये दुविधा बनी रहती है कि पुरुष और औरतों के किस हाथ में कलावा बांधना चाहिए। पुरुषों और अविवाहित कन्याओं के दाएं हाथ पर और विवाहित स्त्री के बाएं हाथ पर कलावा बांधना चाहिए। कलावा को सिर्फ तीन बार ही लपेटना चाहिए। वैसे कलावा भी दो तरह के होते हैं। तीन धागों वाले कलावा में लाल, पीला और हरा तथा पांच वाले कलावे में लाल, पीरा व हरे रंगे के अलावा सफेद और नीले रंग का धागा होता है। वैज्ञानिक तौर पर इसकी अहमियत देखी जाए तो कलावा डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और हार्टअटैक जैसे रोगों से बचाने में मदद करता है। |
| बुरी नजर से बचने के लिए बस एक बार कर लें ये उपाय, नहीं पड़ती किसी की बुरी नजर Posted: 14 Aug 2020 06:24 PM PDT अक्सर नज़र दोष के प्रभाव से व्यक्ति को जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। लाल किताब में नज़र दोष को खत्म करने के कई उपाय बताए गए हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ आसान उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे आप नज़र दोष खत्म कर सकते हैं। अपनाएं ये उपाय: # अगर किसी व्यक्ति को नज़र लगी हो तो शनिवार के दिन कच्चा दूध पीड़ित व्यक्ति के ऊपर से सात बार घुमाकर कुत्ते को पिला दें। ऐसा करने से बुरी नज़र उतर जाती है। # अगर किसी व्यक्ति पर नज़र दोष का प्रभाव हो तो उसके ऊपर नमक, काली सरसों, लहसुन, प्याज के सूखे छिलके और लाल मिर्च को आग में डालकर उस आग को सात बार घुमाएं। # अपने बाएं हाथ की मुट्ठी में राई के कुछ दाने, नमक की सात डली और सात साबुत लाल सूखी मिर्च लें और पीड़ित व्यक्ति को लिटा कर सिर से पाँव तक सात बार वार कर चूल्हे में डाल दें। # यदि आपको लगता है कि घर के किसी सदस्य को नज़र लगी है तो उसके सिर से पाँव तक सात बार नींबू वार कर, उसके चार टुकड़े करके किसी तिराहे पर फेंक दें। नींबू फेंकने के बाद पीछे मुड़ कर ना देखें। |
| यहां जेल प्रहरी के लिए निकली भर्ती, यहां करें ऑनलाइन आवेदन Posted: 14 Aug 2020 06:21 PM PDT ![]() हाल ही में मध्य प्रदेश जेल प्रहरी भर्ती 2020 परीक्षा के लिए आवेदन मांगे गए है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (एमपीपीईबी), भोपाल ने कुछ समय पहले जेल मुख्यालय, मध्य प्रदेश भोपाल के अंतर्गत जेल प्रहरी भर्ती 2020 के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। पहले आवेदन की अंतिम तिथि 10 अगस्त तय की गई थी, अब इस तिथि को बढ़ा दिया गया है। पदों का विवरण: # पदों का नाम: # पदों की सं ख्या: 228 पद मुख्य तिथि: प्रारंभिक तिथि: 27 जुलाई, 2020 अंतिम तिथि: 24 अगस्त, 2020 परीक्षा की तिथि: 3-10 नवंबर, 2020 # आवेदन शुल्क: 500 रुपये, SC/ST/OBC: 250 रुपये # शुल्क का भुगतान: आवेदन शुल्क का भुगतान ऑनलाइन # ऑफिसियल वेबसाइट: http://peb.mp.gov.in/ |
| इसमें पैसा लगाने पर मिलेगी 20 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन, और 45 लाख रुपये... Posted: 14 Aug 2020 06:17 PM PDT Paytm Money के जरिए अब NPS में और आसानी से और जल्दी निवेश किया जा सकेगा. कंपनी के बयान के मुताबिक, इस नए फीचर से निवेशकों को लाभ होने की उम्मीद है. उन्हें अपने रिटायरमेंट के लिए बचत करने में मदद मिलने के साथ-साथ टैक्स बेनिफिट भी मिलेगा. ऐसे मिलेंगे 45 लाख रुपये - आपकी उम्र 30 साल है. वहीं, इसमें 5 हजार रुपये मंथली जमा करते हैं. 30 साल की उम्र से अगर योजना से जुड़ते हैं तो इसमें 60 साल की उम्र तक यानी 30 साल तक निवेश करना होगा. NPS में मंथली निवेश यानी 5000 रुपये (60,000 रु सालाना) होते है. 30 साल में कुल योगदान 18 लाख रुपये का होता है. निवेश पर अनुमानित रिटर्न 8 फीसदी होता है तो मेच्योरिटी पर कुल रकम 75,01,476 रुपये होती है. अधिकतम टैक्स फ्री विद्ड्रॉल: 45,00,886 रुपये (मेच्योरिटी अमाउंट का 60%) पेंशन के लिए अमाउंट: 30,00,590 रुपये. अनुमानित एन्युटी रेट: 8% 60 की उम्र पर पेंशन: 20 हजार रुपये महीना. यहां हमने ऑनलाइन SBI पेंशन फंड कैलकुलेटर पर 40 फीसदी रकम से एन्युटी खरीदने पर कैलकुलेशन किया है.) एन्युटी आपके और इंश्योरेंस कंपनी के बीच एक कांट्रैक्ट होता है. इस कांट्रैक्ट के तहत नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में योजना में कम से कम 40 फीसदी रकम का एन्युटी खरीदना जरूरी होता है. यह रकम जितनी अधिक होगी, पेंशन की रकम उतनी ही अधिक होगी. एन्युटी के तहत निवेश की गई रकम रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में मिलती है और एनपीएस योजना की शेष राशि एकमुश्त निकाली जा सकती है. एन्युटी से निर्धारित होती हैं पेंशन- एन्युटी आपके और इंश्योरेंस कंपनी के बीच एक कांट्रैक्ट होता है. इस कांट्रैक्ट के तहत नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में योजना में कम से कम 40 फीसदी रकम का एन्युटी खरीदना जरूरी होता है. यह रकम जितनी अधिक होगी, पेंशन की रकम उतनी ही अधिक होगी. NPS का कौन ले सकता है लाभ- नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में 18 से 60 साल की उम्र के बीच का कोई भी वेतनभोगी जुड़ सकता है. मैच्योरिटी से पहले आप ऐसे निकाल सकते हैं NPS से पैसा- नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) में तीन स्थितियों में अंशदाता पैसे निकाल सकते हैं. पहला, रिटायरमेंट पर. दूसरा, अंशदाता की मौत हो जाने की स्थिति में. तीसरा, मैच्योरिटी से पहले ही पैसे निकाल लिए जाएं. आंशिक निकासी के लिए कुछ शर्तों को पूरा करना पड़ता है. एनपीएस सरकार-प्रायोजित पेंशन स्कीम है. इसे 2004 में सरकारी कर्मचारियों के लिए शुरू किया गया था. 2009 में इसे सबके लिए खोल दिया गया. अपनी नौकरी के दौरान कर्मचारी इस स्कीम में अंशदान कर सकते हैं. क्या है NPS- NPS यानी नेशनल पेंशन सिस्टम आज देश में बचत का एक लोकप्रिय विकल्प है. 1 मई 2009 को यह निजी क्षेत्र या अन-ऑर्गनाइज्ड सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भी शुरू किया गया है. इसमें 2ं करोड़ सब्सक्राइबर्स में से 44 लाख निजी क्षेत्र से जुड़े हैं. असल में यह पेंशन सेविंग स्कीम है जो भविष्य में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है. सवाल उठता है कि एनपीएस के जरिए 60 हजार रुपये मंथली पेंशन के लिए किस तरह से प्लानिंग कर सकते हैं.. |
| ये देशी चटनी खाने से कम होगा कोरोना का खतरा, जाने घर पर बनाने की विधि Posted: 14 Aug 2020 06:15 PM PDT कोरोना वायरस ने लोगो की दिनचर्या को बदल दिया है, लोग वायरस के डर से सुबह गरम पानी का सेवन करना व कोल्ड ड्रिंक आदि से दूर रहते हैं. विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कई आयुर्वेदिक चीज़ो का सेवन कर रहे हैं, जिससे इस बीमारी से बचा जा सके. आईये आज हम आपको कुछ एक्सपर्ट्स की राय को बताते है, उनकी सलाह है कि आप इन चीज़ो को मिलकर चटनी बना कर उसका सेवन कर सकते हैं, जिससे आपकों सिर्फ कोरोना ही नहीं बल्कि बाकी दूसरी बिमारी से लड़ने में भी मदद मिलेगी. आंवला चटनी- कोरोना वायरस बीमारी के चलते इम्युनिटी बढ़ाने की आवश्यकता है, ये आवला चटनी इम्युनिटी बढ़ने के साथ साथ रक्त को भी साफ रखती है. लिवर की कार्य प्रणाली को सही रखता है चटनी बनाने के लिए आपको कच्ची हल्दी व अदरक को पीस लें, फिर आप इसका सेवन करें, इसका सेवन करने से रक्त का शुद्धिकरण भी होता है. चुकन्दर चटनी – प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आप चुकन्दर की चटनी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, इसको बनाने के लिए आप चुकन्दर को लें घिसे फिर धनिये व अदरक को पीस कर मिलाएं, फिर इसका सेवन करें यह जोड़ो को मजबूत बनाने में भी सहायक है. लहसुन की चटनी- लहसुन की चटनी बनाने के लिए लाल व हरी मिर्च ले व टमाटर को धो कर लहसुन को छील लें, फिर इसमें जीरा, अदरक, धनिया के साथ पीस लें उसके बाद आप इसका सेवन कर सकते हैं यह आपके प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में लाभदायक है. ऐसे भी खा सकते है चटनी पीसने के बाद इसमें अमचूर पाउडर मिला दें फिर इसको तेल में पका लें फिर इसका सेवन किसी भी भोजन के साथ कर सकते हैं. देशी चटनी – एक कच्चा आम, तीन लहसुन की कलियां, छोटा अदरक का टुकड़ा ,एक छोटा प्याज, 1टमाटर, 1 बड़ा चम्मच अनार दाना, 10 – 12 करी पत्ता, 4 -5 अजवाइन के पत्ते, 5 -6 मीठे तुलसी पत्ते, 1 कप पुदीना पत्ता, एक कप धनिया पत्ता, 2 – 3 हरी मिर्च, सेंधा नमक इसमें आप इमली या गुड़ मिला सकते हैं, फिर इसे ओखली में या सील में पिस लें याद रखे इसे बनाने के लिए मिक्सर का प्रयोग न करें. |
| हिमाचल में इतने दिन भारी बारिश की चेतावनी, अलर्ट जारी Posted: 14 Aug 2020 06:12 PM PDT हिमाचल में शनिवार और रविवार को सामान्य बारिश होने के आसार हैं। 17 और 18 अगस्त को पूरे प्रदेश में भारी बारिश होने का येलो अलर्ट जारी हुआ है। पूरे प्रदेश में 20 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है। शुक्रवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। राजधानी शिमला में भी मानसून की जोरदार बारिश हुई। मौसम विभाग ने 17 व 18 अगस्त को मैदानी व मध्यवर्ती क्षेत्रों में फिर से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। राज्य में भू-स्खलन के कारण कई सडक मार्ग बंद हो गए। लोकनिर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को 291 सड़कें भूस्खलन से बंद रहीं। सबसे ज्यादा 210 सड़कें मंडी जोन में बाधित हैं। इसके अलावा शिमला जोन में 51, कांगड़ा जोन में 18 और हमीरपुर जोन में 12 सड़कों पर आवाजाही ठप रही। |
| Posted: 14 Aug 2020 06:09 PM PDT अनुभवी ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा चेन्नई सुपरकिंग्स के आगामी 6 दिन के इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2020) कंडीशनिंग कैंप का हिस्सा नहीं होंगे. यह कैंप आईपीएल के 13वें एडिशन से पहले 15 से 20 अगस्त तक चेन्नई में लगेगा. जडेजा एकमात्र ऐसे बड़े खिलाड़ियों में शामिल हैं जो इस कैंप का हिस्सा नहीं होंगे. छह दिवसीय कैंप का हिस्सा केवल भारतीय खिलाड़ी होंगे जिनमें सीएसके के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी , सुरेश रैना , हरभजन सिंह अंबाती रायडू जैसे खिलाड़ी होंगे. कोविड 19 महामारी के कारण आईपीएल का आयोजन भारत की बजाय संयुक्त अरब अमीरात (UAE)में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक होगा. विदेश में आयोजन के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है. जडेजा पारिवारिक प्रतिबद्धताओं के कारण इस शिविर में भाग नहीं लेंगे. 'कैंप में मुख्य फोकस फिटनेस पर रहेगा' वेबसाइट ईएसपीएन क्रिकइंफो के मुताबिक सीएसके के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कासी विश्वनााथन ने कहा, ' रविंद्र जडेजा की कुछ निजी प्रतिबद्धताएं हैं जिसकी वजह से वह प्री सेशन कंडिशनिंग कैंप में हिस्सा नहीं ले पाएंगे. कैंप में मुख्य फोकस फिटनेस पर रहेगा. इसके साथ कुछ क्रिकेट ट्रेनिंग भी होंगी. सीएसके के सीईओ ने कहा कि तमिलनाडु सरकार ने सुपर किंग्स को एमए चिदंबरम स्टेडियम में कैंप करने की लिखित इजाजत दे दी है. यह ट्रेनिंग खाली स्टेडियम में होगी. कोचिंग स्टाफ में से भी सिर्फ बॉलिंग कोच लक्ष्मीपति बालाजी के अलावा कोचिंग स्टाफ का कोई दूसरा सदस्य इस कैंप का हिस्सा नहीं होगा. 21 अगस्त को दुबई के लिए रवाना होगी चेन्नई सुपरकिंग्स सुपरकिंग्स के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग और असिस्टेंट कोच माइकल हसी के दुबई में 22 अगस्त को टीम ज्वाइन करने की उम्मीद है. जडेजा 21 अगस्त को दुबई रवाना होने के लिए समय से चेन्नई पहुंच जाएंगे. लुंगी एंगिडी और डु प्लेसिस के 1 सितंबर को यूएई पहुंचने की है उम्मीद विश्वनाथन ने उम्मीद जताई की दक्षिण अफ्रीकी पेसर लुंगी एंगिडी और फाफ डु प्लेसिस 1 सितंबर को यूएई पहुंच जाएंगे. इस समय कोरोनावायरस महामारी के कारण दक्षिण अफ्रीका के सभी बॉर्डर सील हैं. |
| Posted: 14 Aug 2020 06:01 PM PDT दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में आजादी का जश्न 15 अगस्त को हर वर्ष मनाया जाता है. 200 साल तक ब्रिटिश हुकूमत की गुलामी के बाद 15 अगस्त की ही वो तारीख थी, जब हमें 1947 को आजादी मिली. न जाने कितने आजादी के मतवालोंकी दीवानगी और लंबे संघर्ष से ये आजादी हमारे देश को नसीब हुई. भारत में स्वतंत्रता दिवस का महत्व भारत में स्वतंत्रता दिवस प्रतीक नई दिल्ली का लाल किला है जहां 15 अगस्त 1947 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु ने तिरंगा फहराया था। यह परंपरा आज भी जारी है और इस दिन प्रधानमंत्री लाल किले से तिरंगा फहराने के साथ ही देश को संबोधित करते हैं। 15 अगस्त के बारे में रोचक तथ्य: 1. 15 अगस्त 1947 को जब भारत को आजादी हासिल हुई उस वक्त भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जश्न का हिस्सा नहीं थे। क्योंकि उस दौरान वो बंगाल में हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच हो रही सांप्रदायिक हिंसा को रोकने का काम कर रहे थे। 2. 15 अगस्त को भारत के अलावा तीन अन्य देशों को भी आजादी मिली थी। इनमें दक्षिण कोरिया जापान से 15 अगस्त, 1945 को आज़ाद हुआ। ब्रिटेन से बहरीन 15 अगस्त, 1971 को और फ्रांस से कांगो 15 अगस्त, 1960 को आजाद हुआ था। 3. जिस दिन भारत आजाद हुआ यानि 15 अगस्त को उस दिन तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा पूर्ण रुप से नहीं बनी थी, इसका फैसला 17 अगस्त को को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ। 4. देश भले ही 15 अगस्त को आजाद हो गया था, लेकिन तक तक हमारे पास अपना कोई राष्ट्र गान नहीं था, हालांकि रवींद्रनाथ टैगौर 'जन-गण-मन' लिख चुके थे, लेकिन इसे 1950 में इसे राष्ट्र गान का दर्जा मिला। 5. लार्ड माउंटबेटन ने भारत को इसलिए आजाद कराया क्योंकि इसी दिन जापान की सेना ने उनकी अगुवाई में ब्रिटेन के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। ऐसे में लार्ड माउंटबेटन ने निजी तौर पर भारत की स्वतंत्रता के लिए 15 अगस्त का दिन तय किया। 6. आपको जानकर हैरानी होगी की 15 अगस्त 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन अपने कार्यालय में काम कर रहे थे, दोपहर को नेहरु ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल की सूची सौंपी और उसके बाद इंडिया गेट के पास एक सभा को संबोधित किया। 7. जिस दिन भारत आजाद हुआ यानि की 15 अगस्त 1947 को, 1 रुपया 1 डॉलर के बराबर था और सोने का भाव 88 रुपए 62 पैसे प्रति 10 ग्राम था। 8. भारत भले ही आजाद हो चुका था, लेकिन उस दौरान वर्तमान राज्य गोवा भारत का हिस्सा नहीं था। उस दौरान गोवा पुर्तगालियों के अंडर में आता था, 19 दिसंबर 1961 को भारतीय सेना ने गोवा को पुर्तगालियों से आजाद करवाया था। |
| 15 अगस्त 1947 को लाल किले पर नहीं फहरा था तिरंगा, 3 साल बाद गाया गया राष्ट्रगान Posted: 14 Aug 2020 05:51 PM PDT दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में आजादी का जश्न 15 अगस्त को हर वर्ष मनाया जाता है. 200 साल तक ब्रिटिश हुकूमत की गुलामी के बाद 15 अगस्त की ही वो तारीख थी, जब हमें 1947 को आजादी मिली. न जाने कितने आजादी के मतवालोंकी दीवानगी और लंबे संघर्ष से ये आजादी हमारे देश को नसीब हुई. जरा सोचिए वो मंजर क्या रहा होगा, भारतवर्ष के आजाद होने की घोषणा हुई होगी. वो क्या क्षण रहा होगा जब पहली बार तिरंगा झंडा लाल किले की प्राचीर पर लहराया होगा. लेकिन ठहरिये, अफसोस ये है कि तिरंगा झंडा 15 अगस्त 1947 के दिन लाल किले की प्राचीर पर फहरा ही नहीं था. पहले प्रधानमंत्री ने 16 अगस्त को फहराया था झंडा 15 अगस्त को आजादी की तारीख मानकर भारत के प्रधानमंत्री हर वर्ष सुबह लाल किले से झंडा फहराते हैं और राष्ट्र को संबोधित करते हैं, लेकिन 15 अगस्त, 1947 को ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था. लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने आजादी के अगले दिन यानी 16 अगस्त, 1947 को लाल किले से झंडा फहराया था. तिरंगा फहराने के बाद नहीं गाया गया राष्ट्रगान 15 अगस्त, 1947 को हमें आजादी मिल गई. 16 अगस्त को लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराया गया, लेकिन इस वक्त हमारा कोई राष्ट्रगान नहीं था, जो गाया जाता. हालांकि वर्तमान राष्ट्रगान 'जन गण मन' रवींद्रनाथ टैगोर ने साल 1911 में ही लिख दिया था, लेकिन तब तक इसे राष्ट्रगान का दर्जा नहीं मिला था. 1950 में जाकर ये राष्ट्रगान बना और इसे तिरंगा फहराने के बाद सम्मान में गाया जाने लगा. आजादी के जश्न में नहीं शामिल हुए गांधी जी वे कर्मयोद्धा, जिन्हें आजादी की लड़ाई का नायक माना गया. जिनके अहिंसा के हथियार को स्वतंत्रता संग्राम का अद्वितीय हथियार कहा गया, वे उस वक्त जश्न में शामिल नहीं हुए, जब आजादी मिली थी. महात्मा गांधी आज़ादी के दिन दिल्ली से हजारों किलोमीटर दूर बंगाल के नोआखली में थे, जहां वे हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए अनशन पर थे. गांधी जी ने नहीं सुना था नेहरू का ऐतिहासिक भाषण गांधी जी को दिल्ली आने के लिए पत्र भी लिखा गया था, लेकिन वे दिल्ली नहीं आए. जवाहर लाल नेहरू ने ऐतिहासिक भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टनी' को उन्होंने 14 अगस्त की रात को वायसराय लॉज से देना शुरू किया. इस भाषण को पूरी दुनिया ने सुना, लेकिन गांधी उस दिन नौ बजे सोने चले गए थे और उन्होंने भाषण सुना ही नहीं. |
| 15 अगस्त का इतिहास : भारत और विश्व इतिहास में 15 अगस्त की प्रमुख घटनाएं Posted: 14 Aug 2020 05:45 PM PDT 15 अगस्त : ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 227वां दिन (लीप वर्ष में 228वां दिन) है। साल में अभी और 138 दिन शेष हैं। भारत और विश्व इतिहास में 15 अगस्त का खास महत्व है, क्योंकि इस दिन कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटी जो इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज होकर रह गईं हैं। आज का इतिहास में जानिए आज के दिन जन्मे चर्चित व्यक्ति, प्रसिद्ध व्यक्तियों के निधन, युद्ध संधि, किसी देश के आजादी, नई तकनिकी का अविष्कार, सत्ता का बदलना, महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दिवस के बारे में। आईए हिमाचल न्यूज़ में पढ़ें भारत और विश्व इतिहास के पन्नों में दर्ज आज का इतिहास एवं घटनाक्रम। 15 अगस्त के प्रमुख घटनाक्रम (What Happened on 15 August in History) 1519 : पनामा शहर बनाया गया। 1760 : लेविग्नज की लड़ाई: प्रशिया ने ऑस्ट्रिया और रूस को हराया। 1772 : ईस्ट इंडिया कंपनी ने जिलों में अलग दीवानी और फौजदारी अदालतों के गठन का निर्णय लिया। 1848 : डेंटल चेयर को एम वाल्डो हेनचेट द्यारा पेटेंट कराया गया। 1854 : ईस्ट इंडिया रेलवे ने कलकत्ता से हुगली के बीच 37 किलोमीटर की दूरी में पहली यात्री ट्रेन चलायी। लेकिन इसका आधिकारिक तौर पर उद्घाटन 1885 में किया गया। 1907 : स्वदेशी आंदोलन के अंश के रूप में इंडियन बैंक इसकी स्थापना हुई। 1914 : पनामा नहर को व्यावसायिक यातायात के लिए औपचारिक रूप से खोला गया। 1932 : यूसेबियोआआला दूसरी बार पैराग्वे के राष्ट्रपति बने। 1947 : ब्रिटिश गवर्नमेंट से भारत को आजादी मिली, पंडित जवाहरलाल नेहरू ने आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। 1947 : रक्षा वीरता पुरस्कार-परमवीर चक्र, महावीर चक्र और वीर चक्र स्थापित किया गया। 1947 : देहरादून (उत्तराखण्ड) से प्रकाशित होने वाली पत्रिका युगवाणी (पत्रिका) का आरंभ एक पाक्षिक समाचार पत्र के रूप में प्रकाशित हुआ था जो कालान्तर में पहाड़ का प्रमुख साप्ताहिक समाचार पत्र बना। 1950 : भारत में 8.6 के तीव्रता वाले भूकम्प के कारण करीब 30 हजार लोग मारे गये। 1962 : पूर्वी जर्मन श्रमिकों ने बर्लिन की दीवार का निर्माण शुरू। 1972 : पोस्टल इंडेक्स नंबर अर्थात पिन कोड लागू किया गया। 1975 : बांग्लादेश में सैनिक क्रान्ति, मुजीबुर्रहमान की हत्या तथा खोंडेकर मुश्ताक अहमद के नेतृत्व में नयी सरकार का गठन। 1979 : फ़रीदाबाद हरियाणा का 12 वां ज़िला बना। 1982 : भारत में रंगीन टीवी प्रसारण शुरू। 1989 : क्लार्क ने दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण की। 1990 : जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल आकाश का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया। 1998 : उत्तरी आयरलैंड में ओमाग द्वारा की गई बमबारी में 29 लोग मारे गये और 220 अन्य घायल हुए। 2004 : लारा सबसे तेज 10,000 रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। 2007 : दक्षिण अमेरिकी देश पेरु के मध्य तटीय इलाके में 8.0 तीव्रता के भूकंप से 500 से ज्यादा लोगों की मौत और कई लोग बेघर हुए। 15 अगस्त के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव (Important events and festivities of 15 August) भारतीय स्वतंत्रता दिवस बांग्लादेश का राष्ट्रीय शोक दिवस कोरियाई मुक्ति दिवस। 15 अगस्त को जन्मे व्यक्ति (Born on 15 August) 1769 : नेपोलियन बोनापार्ट - फ़्राँसीसी सैन्य अधिकारी और नेता। 1872 : अरबिंदो घोष- भारतीय लेखक और दार्शनिक। आध्यात्म, योग शिक्षा में योगदान देने वाले और ब्रिटिश राज से भारत को आजादी दिलाने में शामिल। 1918 : हंस कुमार तिवारी - प्रसिद्ध साहित्यकार, पत्रकार तथा सम्पादक। 1912 : उस्ताद अमीर ख़ाँ- भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रसिद्ध गायक। 1922 : कुशाभाऊ ठाकरे - 1998 से 2000 तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। 1924 : इन्दीवर - हिंदी फ़िल्मों के प्रसिद्ध भारतीय गीतकार। 1924 : रामदरश मिश्र- प्रसिद्ध साहित्यकार एवं कवि। 1933 : फजल ताबिश - भोपाल के प्रसिद्ध शायर थे। 1938 : प्राण कुमार शर्मा- प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट, जिन्होंने 'चाचा चौधरी' कार्टून चरित्र बनाया। 1947 : राखी गुलज़ार- प्रसिद्ध भारतीय अभिनेत्री। 1949 : मुशीरुल हसन - भारत के प्रसिद्ध इतिहासकार और जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के कुलपति थे। 1959 : डॉ. रमेश पोखरियाल "निशंक"- उत्तराखण्ड राज्य के पाँचवे मुख्यमंत्री । 1975 : विजय भारद्वाज- भारतीय क्रिकेटर। 1975 : के.एम. बीनामोल - भारत की प्रसिद्ध महिला एथलीट हैं। 15 अगस्त को हुए निधन (Died on 14 August) 1886 : रामकृष्ण परमहंस उर्फ गदाधर चटर्जी - भारत के महान् संत एवं विचारक तथा स्वामी विवेकानन्द के गुरु। 1942 : महादेव देसाई - भारत के प्रसिद्ध क्रांतिकारी। 1947 : सरदार अजीत सिंह- स्वतंत्रता सेनानी। 2004 : अमरसिंह चौधरी - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ थे। वह गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री। 2018 : अजित वाडेकर - भारत के प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी। |
| सूर्य 16 अगस्त को करेगा इस राशि में प्रवेश, जानें और राशियों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा Posted: 14 Aug 2020 05:43 PM PDT मेष राशि राशि से पंचम मूल त्रिकोण में सूर्य का गोचर से आपकी आय बढ़ेगी. आपके प्रभाव में बढ़ोतरी होगी. स्टूडेंट्स को शिक्षा प्रतियोगिता और शोध कार्यों में कामयाबी मिलेगी. प्रेम संबंधों के लिहाज से बहुत अच्छा नहीं होगा. नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग बनेंगे. वृषभ राशि राशि से चतुर्थ भाव में सूर्य का गोचर मानसिक अशांति पैदा कर सकता है जिसकी वजह होगी पारिवारिक कलह. माता पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें. खुद के दम पर काम करें दोस्त और रिश्तेदारों से बहुत उम्मीद न रखें. अपनी योजनाएं गोपनीय रखेंगे तो फायदा रहेगा. यात्रा करते वक्त सावधानी बरतें, ट्रेन दुर्घटना से भी बचें. मकान, वाहन खरीदने का सपना पूरा हो सकता है. मिथुन राशि राशि से पराक्रम भाव में सूर्य के गोचर से आप कामयाबी के शिखर पर पहुंच सकते हैं लेकिन अपनी जिद और आवेश पर नियंत्रण रखना होगा. धर्म-कर्म के मामलों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे. विदेशी नागरिकता के लिए आवेदन सफल होने के योग हैं. भाइयों से मतभेद न पैदा होने दें. उच्चाधिकारियों से संबंध बिगड़ने न दें. कर्क राशि राशि से धनभाव में सूर्य का गोचर से आर्थिक पक्ष को मजबूत होगा. अपनी कटु वाणी पर संयम रखें इसके द्वारा आपका बनता हुआ काम बिगड़ सकता है इसलिए भाषा का प्रयोग बहुत समझ बूझ के साथ करें. वाहन या कोई भी महंगी वस्तु खरीदना चाहें तो अवसर अच्छा रहेगा. स्वास्थ्य विशेष करके दाहिनी आंख का ध्यान रखें. सिंह राशि अपनी राशि सिंह में स्वामी सूर्य का आना बहुत ही शुभ है. लेकिन याद रखें यह समय आपकी परीक्षा का भी है. अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें और ऊर्जाशक्ति का सही दिशा में उपयोग करें, ऐसा करने पर आपको बड़ी सफलता मिलेगी. नौकरी में प्रमोशन होगा. प्रतियोगिता में सफलता मिलगी. संतान संबंधी चिंता से मुक्ति मिलेगी. कन्या राशि राशि से हानि भाव में सूर्य का गोचर मिलाजुला असर डालेगा. इस अवधि के मध्य अधिक कर्ज देने से बचें. कोर्ट कचहरी के मामलों में फैसला आपके पक्ष में आने के संकेत. कष्ट कारक यात्रा भी करनी पड़ सकती है. मित्र के द्वारा अशुभ समाचार भी मिल सकता है. तुला राशि एस्ट्रोलॉजर शिल्फा राना राशि से लाभ भाव में सूर्य का गोचर आपके लिए बहुत शुभ है. आय के साधन बढ़ेंगे. चुनाव से जुड़ा अगर कोई भी निर्णय लेना चाह रहे हों तो उसमें सफलता मिलेगी. विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में अच्छी सफलता के योग. नए व्यापार का शुभारंभ करना चाहते हैं तो कर सकते हैं. बड़े भाइयों से मतभेद न पैदा होने दें. वृश्चिक राशि राशि से कर्म भाव में सूर्य का गोचर आपके लिए शुभ है. आपका कोई संकल्प पूर्ण हो सकता है. बड़े से बड़ा नया काम भी शुरू करेंगे तो भी परिस्थितियां आपके अनुकूल होंगी. अदालत के मामलों में फैसला आपके पक्ष में आने के संकेत. माता पिता के स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें. धनु राशि राशि से भाग्यभाव में सूर्य का गोचर बड़ी कामयाबी दिलाएगा. आपकी आर्थिक उन्नति होगी और आप धर्म-कर्म के कामों में भी आगे रहेंगे. नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग बनेंगे. विदेशी कंपनियों में सर्विस या विदेशी नागरिकता के लिए आवेदन करेंगे तो बेहतर रहेगा. मकर राशि राशि से अष्टमभाव में सूर्य का गोचर आपको यश दिलवाएगा. किसी बड़े सम्मान की प्राप्ति के योग किंतु आपके अपने ही लोग नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे. स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें. वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं और ज्वलनशील पदार्थों से दूर रहें. पैतृक संपत्ति प्राप्ति के भी योग. कुंभ राशि राशि से सप्तम भाव में सूर्य का गोचर से आय में बढ़ोतरी होगी. व्यापार में भी सफलता मिलेगी. दांपत्य जीवन के लिए यह संयोग अच्छा नहीं रहेगा. . ससुराल पक्ष से रिश्ते सहेज कर रखें.कोर्ट कचहरी के मामले बाहर ही सुलझाएं. मीन राशि राशि से छठे शत्रुभाव में सूर्य का गोचर भी आपके लिए शुभ है. लेकिन जरूरत से ज्यादा खर्च से बचें और यात्रा सावधानी से करें. विद्यार्थियों को शिक्षा प्रतियोगिता में अच्छी सफलता के लिए और अधिक प्रयास करने होंगे. |
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