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- हनुमान जी बदलेंगे अपनी चाल, दोपहर होते ही पलट जाएगा इन 4 राशियों का भाग्य
- रूसी सरकार का दावा, 3000 लोगों को दी जा चुकी है 'स्पुतनिक वी' वैक्सीन का टीका
- Whatsapp पर इस ट्रिक का करें इस्तेमाल, कम खर्च होगा मोबाइल डेटा
- महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर से छुटकारा दिलाती है काली मिर्च
- मोदी आज उत्तराखंड के लोगों को देंगे तोहफा, नमामी गंगे योजाना के तहत करेंगे 6 बड़े प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन
- रोटी बनाते समय आटे में मिला लीजिये ये एक चीज फिर देखें कमाल
- अगर आप ही हैं परेशान तो मंगलवार शाम करें ये उपाय, पूरी होगी हर इच्छा,बरसेगा धन
- रोजी-रोटी के लिए ठेला लगाकर सब्जी बचना पड़ा, 21 परीक्षाओं में फेल होने के बाद अंततः अफसर बन गए
- 6 माह बाद सैलानियों के आने से शिकारी देवी, शैटाधार और कमरूनाग धार्मिक स्थलों पर लौटी रौनक
- हिमाचल के शिमला शहर में ऑकलैंड हाउस बॉयज स्कूल में एक दर्दनाक घटना, एक बच्चे की मौत
- राहुल तेवतिया ने खोला अपनी तूफानी बल्लेबाजी का राज…
| हनुमान जी बदलेंगे अपनी चाल, दोपहर होते ही पलट जाएगा इन 4 राशियों का भाग्य Posted: 28 Sep 2020 09:33 PM PDT आपके रुके हुए बिगड़े सभी कामकाज समय पर सफलतापूर्वक पूरे होंगे।आर्थिक मामलों में आप बहुत ही भाग्यशाली साबित रहने वाले हैं, आपकी मधुर वाणी से लोग प्रभावित हो सकते हैं, किसी प्रकार का काम शुरू करने के लिए यह समय अत्यंत शुभ है। जो लोग पढ़ाई कर रहे हैं आपका कोई पुराना वाद विवाद सुलझ सकता है। मंगलवार की दोपहर होते ही जीवन में नया मोड आने से कोई जीवन में प्रवेश करेगा। कोर्ट कहचरी से आपको अच्छी खबर मिल सकती है,संपत्ति के बड़े सौदे से आपको अच्छा लाभ मिल सकता है, पुराना निवेश आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। आप जीवन में तरक्की ही तरक्की हासिल होगी, आपके पास जल्द पैसा से भरा बैग आने वाला है, आप अपने पुराने सारे कर्ज आसानी से चुका पाएंगे। अविवाहित जातक जो विवाह करने के लिए उत्सुक हैं, आपको अपने जीवन में अनेक प्रकार के बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। आप अपने जीवन में दुगनी तेजी से प्रगति करते हुए सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करने में कामयाबी हासिल करेंगे। शिक्षा नौकरी और व्यापार के क्षेत्र में आपको बड़ी खुशखबरी मिलने की संभावना नजर आ रही है। पैसों की स्थिति बहुत अच्छी रहेगी,दफ्तर में भी आपकी प्रगति होगी नौकरी मिल सकती है मकान या वाहन खरीद सकते हैं खाली बैठते ही मन में नकारात्मक बातें कौंधने लगेंगी अतीत के अप्रिय अनुभव याद आएं तो उनसे अपना दिमाग हटाने की कोशिश करें अकेलापन महसूस होगा वह भाग्यशाली राशि मेष, तुला, सिंह और वृश्चिक है दोस्तों अगर आप भी पवनपुत्र के सच्चे भक्त है तो कमेंट बॉक्स में जय बजरंगबली जरूर लिखें और ऐसी ही रोचक और इंट्रेस्टिंग जानकारियों के लिए लाइक और फॉलो के बटन को दबाना ना भूलें| धन्यवाद |
| रूसी सरकार का दावा, 3000 लोगों को दी जा चुकी है 'स्पुतनिक वी' वैक्सीन का टीका Posted: 28 Sep 2020 09:24 PM PDT रूस सरकार ने कोरोना वायरस के खिलाफ'स्पुतनिक वी' टीके को लॉन्च करने के एक महीने के भीतर इसकी खुराक 3,000 से अधिक मॉस्को निवासियों को दे दी है. एक रिपोर्ट के अनुसार मेयर ने कहा "कोरोना वायरस का टीका 3,000 से अधिक वॉलंटियर्स को पहले ही टीका लगाया जा चुका है और उनमें से किसी को भी कोई समस्या नहीं है. लोग अच्छा महसूस कर रहे हैं". उन्होंने कहा "मैं खुद इस टीकाकरण प्रक्रिया से गुजरा हूं और आप देख सकते हैं, मुझे कुछ नहीं हुआ है". हालांकि रूस की राजधानी में बढ़ते मामलों के बीच बुजुर्गों को घर पर रहने का आदेश दिया गया है और लोगों को घर से ही काम करने के लिए कहा गया है. पिछले हफ्ते सरकार ने कहा था कि मास्को में स्पुतनिक वैक्सीन लिए 60,000 से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं. कहा गए है कि 700 से अधिक लोगों को कोरोना वायरस वैक्सीन के इंजेक्शन लगाए गए हैं और सभी अच्छे लग रहे हैं. स्पुतनिक वी वैक्सीन रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा विकसित किया गया है. 11 अगस्त को रूस रुस कोरोना वायरस वैक्सीन को लाइसेंस देने वाला पहला देश बन गया था लेकिन पश्चिमी विशेषज्ञों ने इसके उपयोग के खिलाफ चेतावनी दी है. उनका कहना है कि जबतक इस वैक्सीन के सारे फेज के ट्रायल्स पूरे नहीं किये जाते यह खत्रदायक है. द लैंसेट के अनुसार इस साल जून-जुलाई में आयोजित किए गए ट्रायल्स में 76 प्रतिभागियों को शामिल किया गया था और इसने पूरी प्रतिक्रिया दिखाई. हालांकि अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के एक समूह ने लैंसेट चिकित्सा पत्रिका से परिणामों पर सवाल उठाया है. इस बीच रूस में पिछले 24 घंटों में 8,135 कोविड -19 मामले दर्ज किए हैं. भारत में जिसे हाल ही में वैक्सीन विनिर्माण के लिए रोपित किया गया है, ने कहा कि यह रूस के संभावित कोरोना वायरस वैक्सीन के बाद के चरण के क्लिनिकल ट्रायल्स को अगले कुछ हफ्तों में शुरू कर सकता है. |
| Whatsapp पर इस ट्रिक का करें इस्तेमाल, कम खर्च होगा मोबाइल डेटा Posted: 28 Sep 2020 09:20 PM PDT नई दिल्लीः कोरोनाकाल में व्हाट्सऐप (Whatsapp) का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है. सोशल मैसेजिंग ऐप (Social Messaging App) पर लोग वीडियो कॉलिंग से लेकर के बच्चों की पढ़ाई और ऑफिस में मीटिंग करने के लिए इसका ज्यादा प्रयोग कर रहे हैं. ऐसे में लोगों का डेटा भी जल्दी खत्म हो रहा है और उनको महंगा डेटा प्लान लेने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं. लेकिन अगर आप कुछ ट्रिक का इस्तेमाल करेंगे तो फिर छोटे रिचार्ज में भी व्हाट्सऐप पर उपलब्ध डेटा में काम चला लेंगे. फोन में सबसे ज्यादा स्टोरेज लेता है व्हाट्सऐप व्हाट्सऐप डेटा के साथ ही फोन की स्टोरेज स्पेस भी सबसे ज्यादा लेता है. आपके फोन की मेमोरी फुल होने में भी व्हाट्सऐप का ज्यादा योगदान रहता है, क्योंकि वीडियो और फोटो डाउनलोड होने के बाद सबसे ज्यादा स्पेस खाते हैं. अक्सर देखा जाता है कि Whatsapp के कुछ फालतू फोटो या वीडियो अपने आप डाउनलोड हो जाते हैं, जिन्हें आप बिल्कुल भी डाउनलोड नही करना चाहते थे. ऐसे में अगर Whatsaap की सेटिंग्स में दो-तीन बदलाव कर दिए जाएं, तो आपके डेटा की बर्बादी रुकने के साथ ही फोन की स्टोरेज में भी समस्या खत्म हो सकती है. करने होंगे ये बदलाव सबसे पहले तो आपको अपने व्हाट्सऐप की सेटिंग में जाकर ऑटो डॉउनलोड सेव ऑप्शन को बंद करना होगा. इसके लिए सबसे पहले यूजर्स व्हाट्सऐप के Setting ऑप्शन में जाकर के डेटा एंड स्टोरेज यूसेज पर क्लिक करें. इसके बाद यूजर्स को मीडिया ऑटो डाउनलोड दिखेगा जिसमें फोटो, ऑडियो, वीडियो और डॉक्यूमेंट्स के ऑप्शन होंगे. इसमें क्लिक करने पर तीन ऑप्शन दिखेंगे, पहला Never, दूसरा Wi-Fi और तीसरा Wi-FI और सेल्युलर. अगर Never पर क्लिक करते हैं, तो फिर फोन में उपलब्ध डेटा बचा सकेंगे. |
| महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर से छुटकारा दिलाती है काली मिर्च Posted: 28 Sep 2020 09:18 PM PDT काली मिर्च हर किचन में मसाले के रूप में पायी जाती है। काली मिर्च में आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, जिंक, क्रोमियम, विटामिन ए और सीए और अन्य पोषक तत्त्व मौजूद हैं। काली मिर्च का प्रयोग खाने में किया जाता है। इसके सेवन से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से भी बचा जा सकता है। काली मिर्च के फायदे: # काली मिर्च कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से शरीर की सुरक्षा करता है। ब्रेस्ट कैंसर को होने से रोकने में काली मिर्च काफी सहायक है। काली मिर्च के नियमित सेवन से स्तन कैंसर की गांठ नहीं बनती है। # काली मिर्च टेस्ट बड्स से पेट को संकेत भेजता है और हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्पादन करने के लिए प्रेरित करता है। इस एसिड से पेट की पाचन क्रिया सही होती है। यह एसिड भोजन सामग्री को पचाने में सहायक है। # नियमित काली मिर्च का सेवन करने से वजन पर भी नियंत्रण पाया जा सकता है। इसमें शक्तिशाली फाइटोन्यूट्रीसियंस होते हैं जो वसा की बाहरी परत को तोड़ने में सहायक होते हैं। # काली मिर्च पेट की गैस से राहत दिलाती है। काली मिर्च में वातहर गुण पाया जाता है, इसके सेवन से पेट में गैस नहीं बनती है और पेट ठीक रहता है। काली मिर्च शरीर की ये समस्या दूर करने में सबसे कारगर साबित होती है। |
| Posted: 28 Sep 2020 09:15 PM PDT प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तराखंड के लोगों को तोहफा देंगे। पीएम मोदी 'नमामि गंगे' मिशन के तहत 6 मेगा प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को कहा कि परियोजनाओं में हरिद्वार के जगजीतपुर में 68 एमएलडी के जल-मल शोधन संयंत्र का निर्माण, 27 एमएलडी के मौजूदा जल-मल शोधन संयंत्र का उन्नयन और हरिद्वार के सराय में 18 एमएलडी का जल-मल शोधन संयंत्र का निर्माण शामिल है। 230.32 करोड़ रुपये की लागत के 68 मेगालीटर और 19.64 करोड़ रुपये की लागत के 27 MLD, STP बने हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री गंगा से संबंधित प्रथम संग्रहालय 'गंगा अवलोकन' का भी उद्घाटन करेंगे जो इस नदी से जुड़ी संस्कृति, जैव विविधता और कायाकल्प गतिविधियों को प्रदर्शित करेगा। यह संग्रहालय हरिद्वार में चंडी घाट पर स्थित है। इस मौके पर गंगा से जुड़ी एक किताब का विमोचन भी किया जाएगा जो राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन और भारतीय वन्यजीव संस्थान ने प्रकाशित की है। परियोजनाओं के नाम और लागत जगजीतपुर, हरिद्वार- 230.32 करोड़ रुपये की लागत के 68 मेगालीटर (MLD) और 19.64 करोड़ रुपये की लागत के 27 एमएलडी एसटीपी बने हैं।
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| रोटी बनाते समय आटे में मिला लीजिये ये एक चीज फिर देखें कमाल Posted: 28 Sep 2020 09:12 PM PDT रोटी बनाते समय आटे में मिला लीजिये ये एक चीज: आज के समय में बहुत कम लोग ही ऐसे होंगे, जिन्हें गैस की समस्या न हो। गैस की समस्या मुख्य रूप से अनियमित जीवनशैली और खानपान की वजह से उत्पन्न हो जाती है। अगर संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन का सेवन किया जाय तो गैस की समस्या कभी नहीं होगी। अगर आप गैस की समस्या से पीड़ित हैं, तो आज हम आपको एक ऐसा उपाय बताने जा रहे हैं, जिससे गैस की समस्या बिल्कुल ही ख़त्म हो जायेगी। आइये जानते हैं उस उपाय के बाए में। गैस की समस्या ख़त्म करने का उपाय: सबसे पहले किसी दूकान से आप ओट्स का पाउडर ले लीजिये और जब भी घर में खाना बनाया जाय, तो आटा गूथते समय आटे में ओट्स का पाउडर मिला दें। इसके बाद अब इस आटे से बनी रोटियों का सेवन करें। ओट्स कई प्रकार के अनाज से मिलकर बना होता है, इसे हफ्ते में कम से कम एक बार उपयोग करें, इससे आपका पेट साफ रहेगा और आपको कब्ज की शिकायत भी नही होगी। यह आपके पेट से सम्बन्धित सभी समस्याओं का समाधान कर देता है, इसके लिए आपको किसी डॉक्टर आदि के पास जाने की जरूरत नही होगी, कुछ हफ्ते तक लगातार ओट्स मिले हुए आटे की बनी रोटी खाने से गैस की समस्या बिल्कुल ही खत्म हो जाती है। इसी तरह और लेख पढ़ने के लिए हमें फॉलो जरूर करें और अगर ये लेख आपको पसंद आया हो तो कृपा इसे शेयर जरूर करें। |
| अगर आप ही हैं परेशान तो मंगलवार शाम करें ये उपाय, पूरी होगी हर इच्छा,बरसेगा धन Posted: 28 Sep 2020 09:10 PM PDT आज मंगलवार है। मान्यता के मुताबिक मंगलवार का संबंध जहां मंगल ग्रह से है वहीं इसे हनुमान जी का दिन भी कहा जाता है। इतना ही नहीं मंगलको ऊर्जा का कारक माना जाता है। संकट या परेशानी के समय मनुष्य की ऊर्जा में हानि होती है। वैदिक ग्रंथों में मंगल का दिन सबसे शुभ और कल्याणकारी माना गया है। इसी दिन भक्तराज हनुमान अपने भक्तों की सुध लेते हैं। अगर आपको लग रहा है कि सफलता हाथ लगते-लगते चूक जाती है और कहीं भी कामयाबी हासिल नहीं हो रही है, तो मंगलवार को कुछ उपाय करें। आपको निश्चित तौर पर लाभ मिलेगा और बंद किस्मत का ताला खुल जाएगा। मान्यता के मुताबिक यदि संकटग्रस्त व्यक्ति मंगलवार के दिन हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास उपाय करें तो कुछ ही समय में उसकी परेशानी दूर हो सकती है और किस्मत भी बदल सकती है। धर्म और ज्योतिष के अनुसार मंगलवार का दिन हनुमानजी को बहुत प्रिय है। अत: इस दिन सच्चे मन से हनुमानजी की पूजा करने से विशेष रूप से फल मिलता है। साथ ही मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव भी कम होते हैं। अत: आप भी अपनी किस्मत चमकाना चाहते हैं तो मंगलवार के दिन आजमाएं ये सरल छोटे-छोटे उपाय। मंगलवार के उपाय (Mangalwar Ke Upay) मंगलवार को जरूर राम मंदिर में जाएं। हनुमान जीके श्री रूप के मस्तक का सिंदूर दाहिने हाथ के अंगुठे से लेकर सीता माता के श्री रूप के श्री चरणों में लगा दें और अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए प्रार्थना करें। शनिवार या मंगलवार के दिन सुबह धागे में चार मिर्चें नीचे तथा तीन मिर्चें ऊपर और बीच में नीबू पिरोकर घर और व्यवसाय के दरवाजे पर लटका दें। इससे नकारात्मकता समाप्त होती है और सकारात्मकता का संचार होता है। काले तिल, जौ का आटा और तेल मिला कर आटा गूंथ लें। इस आटे से एक रोटी बना कर उस पर तेल और गुड़ चुपड़ कर जिस को नजर लगी हो उस पर से सात बार उवारकर भैंसे को खिलाएं। शनिवार अथवा मंगलवारको यह उपाय करें। छोटा बच्चा अधिक रोता हो तो रविवार अथवा मंगलवार के दिन नीलकंठ का पंख लेकर जिस पलंग पर बच्चा सोता है उसमें लगा दें। शीघ्र ही बच्चे का रोना समाप्त हो जाएगा। छोटा बच्चा सोते समय डर जाता हो तो मंगलवार अथवा रविवार के दिन फिटकरी का एक टुकड़ा बच्चे के सिरहाने रख दें। शनिवार के दिन हनुमान जी के मन्दिर में जाएं और उनके श्री रूप के कंधों पर से सिन्दूर लाकर नजर लगे व्यक्ति के भाल-प्रदेश पर लगाने से नजर का प्रभाव समाप्त हो जाता है। मंगलवार को शाम के समय हनुमान जी को केवड़े का इत्र व गुलाब की माला चढ़ाएं। हनुमान जी को खुश करने का यह सबसे सरल उपाय है। जीवन की समस्त समस्याओं के निवारण के लिए हनुमान जी के मंदिर में जाएं और राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। मंगलवार की शाम को हनुमान मंदिर में जाएं और एक सरसों के तेल का और एक शुद्ध घी का दीपक जलाएं तत्पश्चात वहीं बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। अगर आप शनि दोष से पीडि़त हैं तो इस दिन काली उड़द व कोयले की एक पोटली बनाएं। इसमें एक रुपए का सिक्का रखें। इसके बाद इस पोटली को अपने ऊपर से उसार कर किसी नदी में प्रवाहित कर दें और फिर किसी हनुमान मंदिर में जाकर राम नाम का जप करें इससे शनि दोष का प्रभाव कम हो जाएगा। हनुमान जी की कृपा पाने का ये कुछ अचूक उपाय है। ये खास उपाय आपकी हर मनोकामना पूरी कर सकते हैं और सभी कष्टों का निवारण कर सकते हैं। |
| रोजी-रोटी के लिए ठेला लगाकर सब्जी बचना पड़ा, 21 परीक्षाओं में फेल होने के बाद अंततः अफसर बन गए Posted: 28 Sep 2020 09:06 PM PDT समय बदलते देर नहीं लगता और ना ही समय हमेशा किसी एक का होकर रहता है। समय किसी को महल से फुटपाथ पर लाकर खड़ा कर देता है तो कुछ लोगों को फुटपाथ से महल में लाकर रख देता है। समय ना कभी किसी का हुआ है ना होगा। अगर कोई व्यक्ति समय से हारकर अपने लक्ष्य को नहीं पा सके जिसे वह पाना चाहता था तो उसे विजेता नहीं माना जा सकता। अगर वही व्यक्ति अपनी हार को अपनी जीत समझकर उससे जंग लड़ता रहे और आखिरकार जब जीत जाए तो वह रियल हीरो और विनर होता है। हमारी आज की कहानी इसी बात से जुड़ी है। आज हम आपको ऐसे शख्स से मिलवाएंगे जिन्होंने बचपन मे नमक-मिर्च खाकर अपना बचपन व्यतीत किया और 21 बार असफल हुयें फिर भी हार नहीं माने। अन्ततः अफसर बन के ही चैन की सांस ली। गिरधर सिंह रांदा उंडखा गांव के निवासी है। इनका गांव बहुत ही कम विकसित है और इनका परिवार बहुत ही पिछड़ा था। इनके घर में खाने के लिए लाल मिर्च को कूट कर रखा जाता था ताकि नमक के पानी को मिलाकर इसे खाया जा सके। ऐसे भी बहुत से दिन थे जिस दिन यह भी नहीं मिलता था। अपने घर की तकलीफों को देख यह सोचते कि मैं इसे जरूर दूर करूंगा और बचपन से ही सरकारी नौकरी की चाहत थी। इसके लिए इन्होंने 10वीं पास की और परीक्षाएं देने लगे। 12वीं की परीक्षा तक तो गिरधर ने लगभग 21 सरकारी परीक्षाएं दे चुके थे, लेकिन सबमें असफलता ही हाथ लगी थी। लोगों और परिवार से इन्हें बहुत सारी बातें सुनने को मिलती। इस ताना का जवाब उन्होंने अपनी मेहनत से सफलता हासिल कर दिया। आखिरकार उन्होंने सरकारी नौकरी हासिल कर अपने घर के लिए बहुत कुछ किया। 50 डिग्री तापमान में खाली पैर आते थे स्कूल से: इनके गांव में लोग ग़रीबी के कारण पढ़ाई-लिखाई को कम ही जानते थे। गिरधर अपने गांव के उन बच्चों में से थे जो स्कूल जाया करते थे…. गिरधर पढ़ाई के साथ कार्य भी किया करते थे चाहे होटल का हो, सब्जी के ठेले का या फिर किसी गोदाम में बोरी ढ़ोने का। यह सुबह स्कूल जाते और दोपहर के 50 डिग्री तापमान में खाली पैर घर आते। इस दौरान इन्हें बहुत ही दिक्कत होती और पैरों में छाले पर जाते। पिता थे शराबी, भाई विक्लांग: यह अपनी पढ़ाई को खत्म करते और काम भी करते थे। इनके पिता शराबी थे ,जो भी पैसा आता वह सब शराब में खत्म हो जाता था। एक भाई था, वह भी विक्लांग था। जिस कारण इनके घर वाले चाहते थे कि यह कोई कार्य करें जिससे अच्छे खासे पैसे मिले और पढ़ाई छोड़ दे। लेकिन इन्हें सरकारी नौकरी चाहिए थी जिसके लिए पढ़ाई जरूरी था। यह अपने घरवालों को जगह-जगह अन्य कार्य कर पैसा देते और पढ़ाई भी करते। इन्होंने Bank P.O और SSC की तरह 21 एग्जाम दियें लेकिन निराशा हाथ लगी। लोगों और घरवालों का मानना था कि तुम इतने असफल हो रहे हो फिर भी वही कार्य करो। इनका पढ़ाई में ध्यान इसलिए अच्छी तरह नहीं लग पाता क्योंकि यह गरीबी से परेशान और घर की जिम्मेदारियों से जूझ रहें थे। ग्राम विकास अधिकारी में हुआ सिलेक्शन यह असफल होने के बाद भी उन्हीं किताबों में लगे रहते। जब अधीनस्थ सेवा बोर्ड में एक वैकेंसी आई "ग्राम विकास अधिकारी" की तो इन्होंने यह फॉर्म फील कर उसकी तैयारी की और परीक्षा दियें। फिर यह अपनी पढ़ाई में लगे ही रहें। 60 दिनों हद जब इसका रिजल्ट आया तब यह उस पोस्ट के लिए चयनित हो चुके थे। इन्होंने यह सिद्ध किया कि बार-बार फेल होने से कुछ नहीं होता बस अपने रास्ते पर अडिग रहना जरूरी है तो आप सफल जरूर होंगे। |
| 6 माह बाद सैलानियों के आने से शिकारी देवी, शैटाधार और कमरूनाग धार्मिक स्थलों पर लौटी रौनक Posted: 28 Sep 2020 08:58 PM PDT मंडी: हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर खुलने के पश्चात बाहरी राज्यों से सैलानी जिला मंडी के धार्मिक स्थलों का रुख कर रहे हैं। कोरोना संकट के कारण 6 माह से बंद पड़े धार्मिक स्थलों में अब धीरे-धीरे रौनक लौटने लगी है। बता दें कि जिला मंडी का शिकारी देवी मंदिर 3359 एमआरटी की ऊंचाई पर स्थित है तथा 6 माह बाद बाहरी राज्यों से सैलानी यहां पहुंच रहे हैं। यहां पर विशाल हरे चरागाह, मनोरंजक सूर्योदय और सूर्यास्त, बर्फ सीमाओं के मनोरम दृश्य इस जगह को प्रकृति प्रेमियों के लिए पसंदीदा बनाते हैं। वही मंडी जिले के बड़ा देव कमरूनाग, शैटाधार, पराशर और जालपा मंदिर सरोआ में पर्यटकों के आने से रौनक लौट आई है। मौसम सुहावना रहने से सप्ताह के अंत में इन स्थलों में लोग परिवार, दोस्तों और मेहमानों सहित भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। यहां सोशल डिस्टेंसिंग का सैलानियों द्वारा पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सैलानी कोविड-19 संकट के बीच यहां मास्क पहनकर ही प्रवेश कर रहे हैं। उधर एसडीएम थुनाग पारस अग्रवाल ने बताया कि जिला मंडी के धार्मिक स्थलों में 6 माह बाद रौनक लौट आई है। बाहरी राज्यों से भारी संख्या में सैलानी यहां की वादियों को निहारने पहुंच रहे हैं। |
| हिमाचल के शिमला शहर में ऑकलैंड हाउस बॉयज स्कूल में एक दर्दनाक घटना, एक बच्चे की मौत Posted: 28 Sep 2020 08:52 PM PDT हिमाचल प्रदेश के शिमला शहर में ऑकलैंड हाउस बॉयज स्कूल में एक दर्दनाक घटना हुई है. स्कूल कैंपस में बास्केटबॉल की प्रैक्टिस करने के लिए पहुंचे दसवीं कक्षा के छात्र दक्ष की अचानक से मौत हो गई. छात्र स्कूल की बास्केटबॉल (Basket Ball) टीम के अन्य छात्रों के साथ ही परिसर प्रैक्टिस कर रहा था. घटना सोमवार की है, दक्ष को क्या हुआ जानकारी के अनुसार, खेलते समय अचानक से छात्र दक्ष की सांस रुकने लगी. दक्ष खेल को बीच में छोड़कर वहीं ग्राउंड पर बैठ गया और आराम करने लगा और देखते ही देखते ग्राउंड पर गिर गया. इससे पहले कि उसके साथी छात्र कुछ समझ पाते, दक्ष बेसुध हो कर ज़मीन पर गिरा था. दक्ष की हालत देख कर दोस्तों ने शोर मचाया और छात्र के अभिभावकों को इसकी सूचना दी. देर न करते हुए छात्र को आईजीएमसी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. यहां अस्पताल में छात्र का पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है. विश्वास नहीं हो रहा ऐसा कैसे हुआ? वहीं जिन अभिभावकों ने सुबह अपने लाडले को स्कूल में बास्केटबॉल की प्रैक्टिस के लिए भेजा था उन्हें इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा था कि उनका बेटा इस तरह से उन्हें छोड़कर इस दुनिया से रुखसत हो गया. स्कूल प्रिंसिपल के साथ ही छात्र के माता-पिता भी आईजीएमसी पहुंचे. अपने बच्चे को इस तरह देख कर माता पिता की आँखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे. दक्ष का अंतिम संस्कार भी यही शिमला में किया गया, जहां उसके दोस्त भी उसकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए. उनकी आंखें भी नम थी और दिल में बस इसी बात का मलाल था कि कुछ समझ आता और कुछ समय मिलता उस से पहले ही उनका दोस्त उन्हें छोड़कर चला गया. क्या बोले प्रिंसिपल स्कूल प्रिंसिपल माइकल जॉन ने कहा कि दक्ष बास्केटबॉल प्रैक्टिस के लिए पहुंचा था. स्कूल बास्केटबॉल टीम के अन्य खिलाड़ी तो पहले से ही स्कूल में प्रैक्टिस के लिए आ रहे हैं. लेकिन यह छात्र स्कूल न लगने की वजह से अपने गांव में था. वापिस आने पर सोमवार सुबह ही अपने अभिभावकों की अनुमति से स्कूल कैंप में बास्केटबॉल की प्रैक्टिस के लिए आया था. खेलते खेलते अचानक से छात्र को थकान महसूस हुई और वह जमीन पर बैठे बैठे नीचे गिर गया. दूसरे बच्चों ने दक्ष बताया कि बेसुध हो गया. प्रिंसिपल माइकल जॉन ने कहा कि छात्र की मौत की असल वजह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी, लेकिन इस घटना से पूरा स्कूल दुखी है. |
| राहुल तेवतिया ने खोला अपनी तूफानी बल्लेबाजी का राज… Posted: 28 Sep 2020 08:47 PM PDT इंडियन प्रीमियर लीग(आईपीएल) 2020 के 13वें मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स के ऑलराउंडर राहुल तेवतिया ने एक ऐसी पारी खेली हैं, जिसके देखकर सभी हैरान रह गए हैं. राहुल ने मैच में एक ओवर में 5 छक्के सहित 31 गेंदों पर 7 छक्कों की मदद से 53 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली. जिसके बाद से वह रातों रात स्टार बन गए. मैच के बाद राहुल तेवतिया ने अपनी तूफानी के बारे में बात करते हुए कहा, "अब मैं खुश हूँ. यह सबसे खराब 20 गेंद थी जो मैंने कभी खेली है. मैं नेट्स में गेंद को बहुत अच्छे से मार रहा था, इसलिए मुझे खुद पर विश्वास था. मैं शुरू में अच्छी तरह से गेंद को हिट नहीं कर रहा था, मैंने डग आउट में देखा, हर कोई उत्सुक था क्योंकि वे जानते हैं कि मैं गेंद अच्छे से हिट कर सकता हूँ. मुझे लगा कि मुझे खुद पर विश्वास करना है. सिर्फ एक छक्के की बात थी. एक ओवर में पांच छक्के कमाल हो गए. कोच ने मुझे लेग स्पिनर के छक्के मारने के लिए भेजा, लेकिन दुर्भाग्य से मैं उन्हें हिट नहीं कर पाया. अंत में, मैंने दूसरे गेंदबाजों पर प्रहार किया." मैच में किंग्स इलेवन पंजाब ने पहले खेलते हुए मयंक अग्रवाल के 50 गें गेंदों पर 106 और केएल राहुल के 54 गेंदों पर 69 रनों की मदद से 20 ओवरों में 223/2 रन बनाये थे. जिसके जवाब में, राजस्थान रॉयल्स की ओर से स्टीव स्मिथ (50) और संजू सैमसन (85) और राहुल तेवतिया (53) ने अर्द्धशतक लगायें. जिसकी मदद से राजस्थान की टीम ने आईपीएल इतिहास का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया हैं. मैच में 42 गेंदों पर 4 चौके और 7 छक्कों की मदद से 85 रनों की याद पारी खेलने वाले सैमसन को लगातार दूसरे मुक़ाबले में मैन ऑफ़ द मैच अवार्ड से सम्मानित किया गया हैं |
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