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Monday, October 26, 2020

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विक्रमशिला पुल पर बोलेरो और बाइक की आमने-सामने टक्कर में बाइक सवार की मौत, परिवार में छाया मातम

Posted: 26 Oct 2020 11:22 PM PDT

भागलपुर में विक्रमशिला पुल पर बोलेरो और बाइक की आमने-सामने टक्कर में बाइक सवार युवक की मौत गई। मृतक की पहचान कटिहार जिले के कुरसेला थाना क्षेत्र के खेरिया गांव निवासी पृथ्वीचंद यादव के पुत्र पवन कुमार यादव (32) के रूप में हुई है। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मायागंज अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने बोलेरो गाड़ी (बीआर 10 पीबी 0636) को जब्त कर लिया। जबकि वाहन चालक मौके पर से फरार हो गया। पुलिस के अनुसार वाहन चालक की तलाश की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है।

परिजनों ने बताया कि मृतक पवन यादव जमीन खरीदी-बिक्री का काम करते थे। रविवार देर शाम भागलपुर जाने के क्रम में विक्रमशिला पुल पर तेज रफ्तार में आ रही बोलेरो गाड़ी ने टक्कर मार दिया। जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के घर में मातम छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक को तीन बेटी और दो बेटा है। पत्नी बार-बार बेसुध हो जा रही है।



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मायागंज अस्पताल में शव के साथ गमगीन परिजन।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/man-dies-as-bike-bolero-road-accident-today-in-bihar-bhagalpur-127853769.html

सात निश्चिय में भ्रष्टाचार को लेकर सीएम अनजान बनने की कोशिश कर रहे : चिराग

Posted: 26 Oct 2020 10:22 PM PDT

चिराग पासवान की प्रेस वार्ता शुरू। साढ़े नौ बजे के तय समय से आधे घंटे के बाद दस बजे चिराग पासवान प्रेस से मुखातिब हुए। बोल, कुछ लोगों को जांच के नाम पर घबराहट हो गई है, लेकिन अभी जांच नहीं हो रही है, जांच होगा तो जेल जाएंगे। लोजपा ने निर्णय लिया है कि हमारी सरकार बनेगी तो तो सात निश्चिय में जांच होगी। मुख्यमंत्री की घबराहट इसी से है। सात निश्चिय में भ्रष्टाचार को लेकर सीएम अनजान बनने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि उनको सबकुछ पता है।
अगर मुख्यमंत्री को लगता है कि उनके नाक के नीचे भ्रष्टाचार नहीं हो रहा था, तो जांच के नाम पर इतनी परेशानी क्यों? योजनाओं में भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए।

धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देकर करेंगे रोजगार का सृजन
चिराग ने अपने बयान में कहा, सीतामढ़ी में माता सीता का भव्य मंदिर का निर्माण किया जाएगा। सीता माता मातृत्व की प्रतीक है। बिहार में माताओं को सम्मान मिले। अयोध्या से सीतामढ़ी के बीच छह लेन का कॉरिडोर बनाया जाए। मन्दिर का निर्माण होता है उससे लोगो को रोजगार मिलेगा। इससे रोजगार का सृजन होगा , यहां का राजस्व बढ़ेगा। लोग यहां आएंगे। बोधगया को वर्ल्ड क्लास का सिटी बनाना चाहिए। पटना सिटी गुरुद्वारे का भी और विकास करना चाहिए। रोजगार हमारे लिए बड़ी चिंता है, इसलिए धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।



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प्रेस वार्ता करते लोजपा प्रमुख चिराग पासवान।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/chirag-paswan-press-confrence-bihar-essembly-election-2020-bihar-news-update-127853748.html

अब तो वोटिंग भी शुरू होइए रहा है, सरकारो बनिए जाएगी; त देख लेते हैं केकरा वादा में केतना दम बा

Posted: 26 Oct 2020 09:22 PM PDT

पटना में बायपास रोड पर ढाबे वाली चाय की दुकान। टेलीविजन के पर्दे पर नीतीश कुमार बोल रहे हैं और लिए हुए हैं लालू प्रसाद के बेटों को निशाने पर। नीतीश बोल रहे हैं कि 'उन लोगों' को बस अपने परिवार की चिंता रहती है...।

बड़ी देर से पर्दे पर नजरें गड़ाए राजू ने कहा- 'ठीके त कह रहे हैं नीतीश कुमार।' प्रकाश ने भी हामी में सिर हिलाया, लेकिन विनय ने दखल देते हुए कहा, 'छोड़ ना... लालू प्रसाद पहले ही कह दिए हैं कि हमरा बेटा सब लालटेने उठाएगा। तीर, कमल के साथ कभीओ नहीं जाएगा।' प्रकाश बोला- 'हां, छुपाछिपी नहीं करते थे लालू प्रसाद। एक बार तो सत्ता जाने लगी तो पत्नी को ही मुख्यमंत्री बनवा दिए थे।'

विनय ने कहा- ई सब से क्या होता है। सबसे बड़ी पार्टी बिहार में कौन है? जानते हो कि नहीं। सब एक स्वर में बोले- राजद।

विनय ने बात को और ज्यादा साफ करते हुए कहा, 'लोकतंत्र संख्या बल से चलता है। यहां वोट देने की परंपरा है। जिसको ज्यादा वोट, उसकी सरकार। बिहार में जो जाति में ज्यादा, उसको ज्यादा वोट।'

प्रकाश बोला- 'हां, लेकिन गठबंधन की राजनीति ने इसको ध्वस्त कर दिया। सबसे बड़ी पार्टी कोई और, सरकार किसी और की। इसलिए गठबंधन में बड़ा जोर है गुरु।' तीनों चाय की चुस्की के साथ राजनीति का मजा भी ले रहे थे।

विनय ने सवाल दागा- 'इस बार पुष्पम प्रिया जैसी नई नवेली कंडिडेट भी हैं, जो एक दिन एकाएक अखबार के फ्रंट पेज से बिहार की राजनीति में प्रवेश करती हैं, और पहली राजनीतिक घोषणा भी करती हैं कि वह बिहार की मुख्यमंत्री पद की दावेदार हैं। ई बिहारे में न हो सकता है।'

राजू बोला- 'हां, इस बार का चुनाव बिहार में गजब का है। एक तो महामारी ऐसी नहीं देखी आज तक और ऊपर से मास्क के साथ वोटिंग कराने की जिद है।'

प्रकाश ने कहा, 'पता नहीं चुनाव के बाद कोरोना का क्या होगा, और फैल गया तो बवाले हो जाएगा। छह महीना बढ़ाइए देते समय तो क्या घट जाता। चुनाव ड्यूटी में आए जवानों में भी फैल गया तो क्या होगा, किसी को फिकर है?'

राजू ने बीच में रोकते हुए कहा- 'लोकतंत्र की परिभाषा जानते हो कि नहीं! नहीं जानते हो तो सुन लो- यह जनता के लिए, जनता के द्वारा, जनता का शासन है'।

प्रकाश ने कहा, 'लेकिन हम तो यही जानते हैं कि यह मूर्खों का शासन है।'

विनय ने कहा, 'हम बताते हैं ई ऐसे काहे बोल रहा है। ई कहना चाहता है कि अनपढ़ों का शासन है लोकतंत्र।' प्रकाश ने कहा, 'देखो कई बार ऐसा होता है राजनीति में कि बहुत पढ़ा-लिखा भी बेईमान हो जाता है और कोई बहुत कम पढ़ा-लिखा भी जनतंत्र का बहुत बड़ा पहरेदार। इसलिए भी राजनीति में चुनाव जीतने के लिए पढ़ाई वाली डिग्री की बाध्यता नहीं है।'

तीनों दोस्तों के पास चाय की लगभग अंतिम चुस्की बची थी। अब बात समेटने की बारी थी। वह भी खत्म हो गई। पैसे देने की बारी आई तो राजू ने पैसे दिए।

दुकानदार सुकेश ने सवाल किया- 'आप तीनों देखते रहिएगा... ई बेर चुनाव का परिणाम हिला देगा सब को। माहौल टाइट है सरकार का। आप ही लोग बताइए- दो-चार साल में जनता जितनी परेशान हुई, उतनी कभी हुई थी क्या? कोरोना त सब कसर ही पूरा कर दिहिस।'

राजू, प्रकाश और विनय कुछ कहना चाहते थे तभी सुकेश ने तेज आवाज में कहा, 'जो नौकरी देगा, वही वोट लेगा, बाकी हम कुछ नहीं जानते हैं। पैसा कहां से लाइएगा, ई हम सब का टेंशन है क्या?' तीनों दोस्त चुप हो गए। इनकी चाय तो खत्म हो चुकी था, लेकिन बहस शायद आगे बढ़ने को थी।

पीछे से आवाज आई- 'कहावत सुने हैं न...नाऊ-नाऊ केतना बाल...। त देखते रहिए, अब तो वोटिंग भी शुरू होइए रहा है...10-12 दिन में नतीजो आ जायेगा...20-25 दिन में सरकारो बनिए जाएगी। त देख लेते हैं कौन और केकरा वादा में केतना दम बा...।' हम इस अंतहीन बहस की इस लाइन को पीछे छोड़ आगे बढ़ गए हैं।



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Tejashwi Prasad Yadav Tej Pratap Yadav | Patna Students Voters Debate On Lalu Prasad Yadav Son Tejashwi Yadav and Tej Pratap Yadav


source https://www.bhaskar.com/bihar-election/satire/news/bihar-election-2020-patna-students-voters-debate-on-lalu-prasad-yadav-son-tejashwi-yadav-and-tej-pratap-yadav-127853705.html

मुंगेर में प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस पर हमला, थानेदार का सिर फटा, 20 पुलिसकर्मी घायल, एक शख्स की मौत

Posted: 26 Oct 2020 09:22 PM PDT

कोतवाली थाना अंतर्गत दीनदयाल उपाध्याय चौक पर प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस बल पर पथराव किया गया है। असामाजिक तत्वों की ओर से किए पथराव में एक थानेदार का सिर फटा है। 20 पुलिसकर्मी घायल हैं। वहीं, अनुराग पोद्धार नाम के एक शख्स की मौत हो गई और 6 लोग घायल हैं।

कैंप कर रही है पुलिस

पुलिस के मुताबिक असामाजिक तत्वों की ओर से अफवाह फैलाई गई। पुलिस पर रोड़ेबाजी की गई। इसके बाद भीड़ से कुछ लोगों ने पुलिस पर फायरिंग भी की। मौके पर तीन हथियार, गोलियां और खोखा भी बरामद किया गया है. घटना के बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंच कर कैंप कर रहे हैं। पूरे इलाके में पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है। दोषियों की पहचान की जा रही है।

अफवाहों पर नहीं दें ध्यान

मुंगेर की एसपी लिपि सिंह ने बताया कि दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान अप्रिय घटना हुई है। असमाजिक तत्वों ने रोड़ेबाजी की है। इसमें करीब 20 जवान घायल हुए हैं और एक थाना प्रभारी का सिर फटा है। इसके बाद भीड़ की ओर से फायरिंग की गई। जिसमें एक शख्स की मौत हो गई है और 6 लोग घायल हो गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्थिति अभी कंट्रोल में है। किसी तरह के अफवाहों पर ध्यान न दें। डीएम ने भी लोगों से अपील करते हुए कहा कि शहर के लोग प्रशासन की मदद करें। शांति बनाए रखें।

कौन-कौन पुलिसकर्मी हैं घायल

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की ओर से हवाई फायरिंग की गई है। पुलिस पर हुए हमले में संग्रामपुर थानाध्यक्ष सर्वजीत कुमार, कोतवाली थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार, बासुदेवपुर ओपी अध्यक्ष सुशील कुमार समेत 20 पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं.



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एसपी और डीएम ने लोगों से की शांति बनाए रखने की अपील


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/police-attack-during-statue-immersion-in-munger-sho-head-cracked-20-policemen-injured-one-dead-127853704.html

बिहार की पहले फेज की 71 सीटों पर 2.14 करोड़ वोटर, ये न्यूजीलैंड के कुल वोटर्स से 6 गुना ज्यादा

Posted: 26 Oct 2020 06:22 PM PDT

आपको पता है न्यूजीलैंड में 34.87 लाख वोटर हैं, जहां महीनेभर पहले चुनाव हुए हैं। अब आप सोचेंगे कि बिहार में न्यूजीलैंड की बात क्यों? ऐसा इसलिए ताकि आप समझ सकें कि बिहार में जो चुनाव होने जा रहा है, वो कोरोना के दौर का सबसे बड़ा चुनाव है।

बिहार में कुल 7.29 करोड़ वोटर हैं। पहले फेज की जिन 71 सीटों पर आज वोटिंग होनी है, वहां 2.14 करोड़ से ज्यादा वोटर हैं। यानी न्यूजीलैंड से 6 गुना ज्यादा। अब तो आप समझ ही गए होंगे कि क्यों बिहार चुनाव सबसे बड़ा चुनाव है। अप्रैल में दक्षिण कोरिया में भी एक चुनाव हुआ था। यहां भी कुल 4.39 करोड़ वोटर थे।

कोरोना के इस दौर में होने जा रहे पहले चुनाव में वोट डालना भी जरूरी है और अपनी सेहत का ध्यान रखना भी। आप वोट भी डाल सकें और सेहत भी सही बनी रहे, इसके लिए चुनाव आयोग ने कुछ गाइडलाइन बनाई है। मसलन, वोटिंग से पहले ही पोलिंग बूथ सैनेटाइज किया जाएगा। पोलिंग बूथ पर सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे, इसके लिए 6-6 फीट की दूरी पर सर्कल बनाए जाएंगे। क्योंकि आज पहले फेज की वोटिंग है, तो जाहिर है कि आप भी वोट डालने जा ही रहे होंगे। लेकिन, वोटिंग पर जाने से पहले जान लें कि चुनाव आयोग की गाइडलाइन क्या-क्या है?



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Bihar Election Voting Day Rules 2020 | Bihar Coronavirus EC Guidelines Update | What are the Bihar ChunavVoting timings? Complete guideline Voting Day Rules


source https://www.bhaskar.com/bihar-election/news/bihar-election-voting-day-rules-2020-coronavirus-guidelines-update-chunav-voting-timings-127853432.html

अखंड रामायण पाठ का पूर्णाहुति के साथ समापन

Posted: 26 Oct 2020 05:22 PM PDT

रामदास कला समिति के तत्वावधान में कस्बे के बापूराम बाबा के मंदिर में चल रही नो दिवसीय अखंड रामायण पाठ का पुर्णाहूति के साथ समापन हुआ। समिति द्वारा प्रतिवर्ष रामलीला का आयोजन किया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना को देखते हुए समिति द्वारा अखंड रामायण पाठ करवाया गया। जिसमे नो दिन तक जीवंत झांकिया सजाई गई। रामायण पाठ समापन के दौरान समिति अध्य्क्ष राकेश खंडेलवाल पूर्व सरपंच अमरसिंह कसाना, पप्पू जोशी, सतीश शर्मा, रामावतार सैनी, पीयूष जोशी सहित अन्य मौजूद रहे।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/bhagalpur/sikandara/news/concluding-monolithic-ramayana-with-poornahuti-127851771.html

मोदी काल का पहला चुनाव, जिसमें शाह नदारद, लालू पोस्टर तक से गायब; 71 सीटों पर 28 को वोटिंग

Posted: 26 Oct 2020 05:22 AM PDT

''बिहार 2020' के पहले मैच के लिए पिच रेडी है। चुनाव-प्रचार बंद होने के साथ असल गुणा-भाग चालू हो चुका है। पटना, बक्सर, भोजपुर समेत 16 जिलों की 71 सीटों के लिए 1,066 उम्मीदवार मैदान में हैं। 54 जगह सीधा तो 17 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला दिख रहा है। 114 महिलाएं भी मैदान में हैं। 2 करोड़ 14 लाख 6 हजार 96 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। वोटिंग बुधवार यानी 28 अक्टूबर को है।

पिछले कुछ चुनावों को देखें तो 2000 के बाद का यह सबसे रोचक और रोमांचक मुकाबला होगा। 2000 में लालू 'सुपर पावर' थे और लड़ाई के केंद्र में थे। इस बार 'सुशासन बाबू' नीतीश कुमार और उनके 'निश्चयों' की साख केंद्र में है। लालू उस रण में धराशाई हो गए थे। यह रण नीतीश कुमार का राजनीतिक भविष्य तय करने जा रहा है। दो नए चेहरों, तेजस्वी यादव और चिराग पासवान के राजनीतिक भविष्य की नींव भी पड़नी है। यह कितनी पुख्ता होकर सामने आती है, वक्त तय करेगा।

हालांकि, पहले रण की तारीख करीब आते-आते लड़ाई जिस तरह 'अपने बाप-दादाओं से पूछो उस राज का हाल' जैसे जुमलों तक पहुंची है, उसने जमीनी मुद्दों से दूर ले जाकर इसकी दिशा तय करने की कोशिश ही दिखाई है।

इस चुनाव के कुछ खास सिरे हैं। पहली बार होगा जब राजद सुप्रीमो लालू यादव मैदान में ही नहीं राजद के बैनर-होर्डिंग से भी गायब हैं (हालांकि, सत्तापक्ष की ओर से लड़ाई की धुरी उन्हीं को बनाने की बार-बार कोशिश हो रही है)। एक बिलकुल नया चेहरा पुष्पम प्रिया चौधरी के रूप में 'प्लूरल्स' नाम से नए दल के साथ मैदान में है। वो रण में जहां भी ठहरें, पर खबरों में बनी हुई हैं। हां, चुनावी रण में अब तक भाजपा के कद्दावर चेहरे और असल रणनीतिकार अमित शाह का न उतरना भी चर्चा में है। भाकपा-माले का पहली बार किसी गठबंधन में आना और वह भी राजद के साथ, यह इस चुनाव की शायद सबसे बड़ी घटना भी है।

तीन चरणों में होने वाले इस रण के सारे प्रमुख चेहरे मैदान में उतर चुके हैं। नरेंद्र मोदी हैं, नीतीश कुमार हैं, राहुल गांधी भी आ चुके हैं। दो नये चेहरे तेजस्वी यादव और चिराग पासवान नई उम्मीदों के साथ मैदान में हैं। यानी तस्वीर इतनी तो साफ है कि एक तरफ चेहरे हैं, दूसरी ओर लेखा-जोखा। दोनों पक्षों के पास अपने-अपने चेहरे हैं। दोनों 'लेखा-जोखा' लेकर घूम रहे हैं। देखना दिलचस्प होगा कि बिहार का वोटर इस बार 'चेहरा' देखता है या 'लेखा-जोखा'। संभव है 'दोनों के मिक्स' के साथ कुछ नई खिचड़ी पका दे। हालांकि, लंबे अंतराल के बाद बिहार के चुनाव में इस बार मुद्दा बहुत ठीक से मुखर हुआ है और वह है रोजगार का। तय है कि यह युवा मतदाता के फैसले की एक बड़ी वजह बनेगा और शायद निर्णायक भी।

इस चुनाव की एक और भी चुनौती है, और वह है कोरोना के कारण वोटिंग पर पड़ने वाले विपरीत असर की आशंका। स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव में मतदान के शुरुआती प्रतिशत ने आयोग के साथ-साथ राजनीतिक दलों की भी चिंता बढ़ा दी है। यह वोटर की इस घटी हुई संख्या से होने वाले संभावित नफा-नुकसान के आकलन का भी वक्त है।

पहले रण की इस लड़ाई की कुछ खास बातें हैं। भावी बिहार की कप्तानी के लिए असल टीम यहीं से बनने-बिगड़ने वाली है। पहला मैच यानी पहला चरण बहुत कुछ तय कर देगा। इस इलाके से अगर महागठबंधन की उम्मीद टिकी हुई है, तो राजग यानी एनडीए की आस-निराश भी इसी पर निर्भर है। यही तय करेगा कि राजनीति किस ओर जा रही है। यानी, इस चरण में जिसकी नाव पार लग गई, उसकी आगे की लड़ाई आसान हो जाएगी। कुल मिलाकर 'एकतरफा नतीजों की सोच' के साथ शुरू हुआ यह दौर अब रोचक मुकाबले में तब्दील हो चुका है।

बिहार के राजनीतिक भविष्य की दिशा तय करने वाला यह मुकाबला सीधे तौर पर नीतीश कुमार की 15 साल की सत्ता के बाद बनी 'पक्ष-विपक्ष की लहर' और तेजस्वी यादव के उस चेहरे के बीच है, जिस पर 'सत्ता सुख' का कोई सीधा दाग नहीं है। हालांकि, पिता लालू प्रसाद के कार्यकाल के बहाने नीतीश कुमार के आक्रामक बयानों, भाजपा की वर्चुअल से लेकर फिजिकल रैलियों की सफलता के ग्राफ के बीच तेजस्वी यादव की रैलियों में उमड़ी अप्रत्याशित भीड़ ने सबको सतर्क जरूर कर दिया है।

चुनावी रणनीतिकार से लेकर राजनीतिक समीक्षक तक इसे लेकर हैरान हैं। चुनाव का ग्राफ चढ़ते-चढ़ते राजद पर बढ़े हमलों ने जैसे इसे तेजस्वी बनाम बाकी की लड़ाई में तब्दील कर दिया हो। तेजस्वी भी इस लड़ाई को भुनाने में पीछे नही हैं। अपनी चुनावी रैलियों से लेकर लाइव इंटरव्यू तक में बड़ी मासूमियत से अपने 'एक हेलीकाप्टर बनाम उनके 20' की बात कहकर संदेश देने में कोताही नहीं करते।

लड़ाई में अचानक भाजपा और नीतीश की ओर से भाकपा-माले और राजद के रिश्तों पर हमले शुरू हुए, तो उसने इसे एक नया रंग तो दिया ही, चर्चा का नया मसाला भी। इस नये हमले ने कांग्रेस की जिद में गई जरूरत से ज्यादा सीटों को भी चर्चा में ला दिया है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस अगर 40-50 सीटों तक ही खुद को सीमित रखती और बाकी सीटें राजद और वामदलों, खासकर माले के पास गई होतीं तो लड़ाई अब तक ज्यादा रोमांचक रूप ले चुकी होती।



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Bihar Election First Phase Campaigning End Today: Amit Shah, Lalu Prasad Yadav, Nitish Kumar, Tejashwi Yadav Chirag Paswan


source https://www.bhaskar.com/bihar-election/news/bihar-election-first-phase-campaigning-end-today-amit-shah-lalu-prasad-yadav-nitish-kumar-tejashwi-yadav-chirag-paswan-127851245.html

ओवर स्पीड गाड़ी को बचाने के चक्कर में अपनी गाड़ी पानी में कूदा दी, अस्पताल में कराना पड़ा भर्ती

Posted: 26 Oct 2020 05:22 AM PDT

साहेबपुर कमाल में एनएच 31 पर सोमवार को एक कार ओवर स्पीड आ रहे वाहन को बचाने में पानी में जा गिरी। घटना बखड्डा के पास की है जहां रामलखन बेगूसराय से महेशखूंट जा रहे थे।

इस दौरान एनएच 31 पर उन्होंने देखा कि ओवर स्पीड में एक कार उनकी तरफ आ रही है। कार में पूरा परिवार था। उन्हें बचाने के चक्कर में उन्होंने अपनी गाड़ी को पानी में कूदा दिया। मौके पर स्थानीय लोगों ने डूबते कार को बाहर निकाला। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई है और चालक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।



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साहेबपुर कमाल में एक कार ओवर स्पीड आ रहे वाहन को बचाने में पानी में जा गिरी।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/car-got-dumped-in-water-at-sahebpur-kamal-begusarai-young-man-was-travelling-to-khagariya-127851242.html

पहली बार तीसरी आंख की नजर थी तो फुटेज से मिला सुराग, 12 माह में 8 घटनाएं

Posted: 26 Oct 2020 05:22 AM PDT

पटना मेडिकल कॉलेज में बच्चा चोर गैंग के चंगुल से मासूम प्रिंस को छुड़ा लिया गया है। दो महीने बाद ग्रेटर नोएडा से उसकी बरामदगी हुई है। पटना पुलिस की टीम रविवार को उसे लेकर यहां पहंची। पहली बार तीसरी आंख की नजर थी, जिससे सुराग मिल पाया, वरना अक्सर ही पुलिस का सीसीटीवी कैमरा बंद रहता है। हर बड़ी घटना पर जब फुटेज खंगालने की कोशिश की जाती थी, तो कोई बड़ा सुराग नहीं मिल पाता था। इस बार सीसीटीवी से ही पुलिस को बड़ी मदद मिली है। दो साल में पटना मेडिकल कॉलेज में बच्चा चोरी की 8 घटनाएं हुई हैं, जिनमें से अधिकतर मामलों में परिजनों ने खुद से बच्चे को बरामद किया है।

महिलाओं के गैंग के सॉफ्ट टारगेट पर मासूम
पटना मेडिकल कॉलेज मासूमों के लिए सेफ नहीं है। बच्चे यहां गैंग के साफ्ट टारगेट पर होते हैं। आए दिन बच्चा चोरी की घटनाएं होती हैं। अब तक जो भी खुलासे हुए हैं, उनमें महिलाओं का नाम सामने आया है। बच्चा चोरी की घटनाएं पटना में सबसे अधिक पीएमसीएच में ही होती हैं, लेकिन अधिकतर मामले पुलिस के रिकार्ड में इसलिए नहीं आ पाते हैं, क्योंकि कैंपस से ही बच्चों की बरामदगी के बाद पुलिस मामले को दफन कर देती है। अस्पताल प्रशासन भी ऐसे मामलों पर गंभीर होकर सबक नहीं लेता है, जिससे घटनाएं कम नहीं हो रही हैं।

चोरी हुआ बच्चा मिला:पीएमसीएच से चोरी हुए एक साल के प्रिंस को बेचा जा रहा था ग्रेटर नोएडा में, दो महीने बाद पटना पुलिस ने ढूंढ़कर मां-बाप को सौंपा तो रो पड़े सारे

पलक झपकते ही हो जाती है चोरी
पीएमसीएच में दिनदहाड़े बच्चा चोरी की वारदात आम बात है। वर्ष 2018-19 में ऐसी 8 घटनाएं हो चुकी हैं। पटना मेडिकल कॉलेज में बढ़ती घटनाओं को लेकर ही सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। पीएमसीएच में टीओपी चौकी पुलिस के साथ अधिक संख्या में गार्ड तैनात किए गए हैं। इसके बाद भी बच्चा कैसे चोरी हो जा रहा है, यह बड़ा सवाल है। वर्ष 2019 में बच्चा चोरी का एक ऐसा मामला सामने आया था, जिसमें दानापुर की एक महिला पुलिस की पकड़ में आई थी। वह ओपीडी से धोखे से एक दुधमुंहे बच्चे को लेकर भाग रही थी। परिजनों के शोर मचाने के बाद अस्पताल में मौजूद मरीजों के तीमारदारों ने महिला को पकड़कर पुलिस को सौंपा था।

नवजात बच्चों पर रहती है नजर
बच्चा वार्ड में गैंग से जुड़ीं महिलाएं लगी रहती हैं। चोरी की घटनाएं ओपीडी और महिला वार्ड से ही होती है। वर्ष 2019 में 9 जनवरी को गुलबी घाट निवासी दिलीप की पत्नी की पीएमसीएच में डिलीवरी हुई थी, पांच दिन के बच्चे को अस्पताल के गेट से चोरी किया गया था। वर्ष 2018 में 11 नवंबर को स्त्री व प्रसूति वार्ड में मरचा मरची की रहने वाली सरोज देवी का बच्चा चोरी हो गया। अब तक चोर गिरफ्तार नहीं हुआ है। वर्ष 2017 में 16 सितंबर को नालंदा जिले के बिगहा पोस्ट के ग्राम बरसाई की रहने वाली सोहनी देवी का पांच दिन का बच्चा पीएमसीएच से चोरी हुआ था। हालांकि, गार्ड ने चोर को पकड़ लिया था। 23 मार्च, 2017 को पीएमसीएच में सीतामढ़ी से इलाज कराने आई रानी देवी का 6 साल का बच्चा चोरी हो गया। इसमें महिला चोर शामिल थी, जिसे पकड़ने के बाद महिला गैंग का नाम सामने आया।

सुरक्षा पर बड़ा सवाल
पीएमसीएच की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल है। सवाल है कि अजनबी महिलाएं कैसे वार्ड के अंदर पहुंच जाती हैं और घटना को अंजाम देती हैं। सुरक्षा के साथ गार्ड की पूरी व्यवस्था है। इसके बाद भी घटनाएं कैसे हो रही हैं। सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था का दावा किया जाता है, लेकिन घटनाएं हर साल होती हैं। वर्ष 2019 में पीएमसीएच से दो साल पहले 25 साल की एक आरोपित महिला को पीरबहोर थाने की पुलिस ने पकड़ा था। महिला ने कई बड़ा खुलासा किया था, लेकिन पूरा नेटवर्क खंगाला नहीं जा सका था। पूर्वी रामकृष्णा नगर में रहने वाले एक बाबा का नाम भी इस मामले में चर्चा में रहा है, लेकिन पुलिस के द्वारा इसका खुलासा नहीं किया जा सका है।

बच्चों की सुरक्षा को लेकर तैयार किया जा रहा जाल
पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ बिमल कारक का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज का जाल और मजबूत किया जा रहा है। बच्चा चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने को लेकर सुरक्षा का बड़ा नेटवर्क तैयार किया गया है। गार्ड के साथ अन्य तरह से भी निगरानी की जा रही है। सीसीटीवी के आधार पर गैंग में शामिल लोगों को पकड़ा जा रहा है। बच्चा चोरी की घटना नहीं हो, इसके लिए डॉक्टर व अन्य स्टाफ को भी अलर्ट किया गया है। सीसीटीवी कैमरे की निगरानी पटना मेडिकल कॉलेज में बढ़ा दी गई है।



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पटना मेडिकल कॉलेज में अक्सर होती हैं बच्चा चोरी की घटनाएं।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/child-theft-gang-in-patna-pmch-incident-captured-on-cctv-camera-127851234.html

इसे लगाना मना है, नियम तोड़कर सड़क पर दौड़ रहीं 80 प्रतिशत गाड़ियां, नहीं होता तो बक्सर में बच जाती चार की जिंदगी

Posted: 26 Oct 2020 05:22 AM PDT

आटोमोबाइल कंपनियां गाड़ियों में बम्पर गार्ड नहीं लगाती हैं। मोटर व्हीकल एक्ट, 1988 की धारा 52 के तहत यह गैरकानूनी है। लेकिन बिहार में 80 प्रतिशत दो पहिया और चार पहिया वाहनों में बम्पर लगे हैं। दुर्घटना का बड़ा कारण बम्पर बन रहे हैं। सोमवार को बक्सर में भी एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत का कारण भी बम्पर बना है। घटना के बाद जब 'दैनिक भास्कर डिजिटल' ने पड़ताल की तो पता चला 80 प्रतिशत गाड़ियों में बम्पर लगे हैं। केंद्र सरकार ने 17 दिसम्बर 2017 से बम्पर पर प्रतिबंध लागू कर दिया था। इसके लिए एडवाइजरी भी जारी की थी, लेकिन बिहार में इसका असर नहीं दिख रहा है।

सड़क हादसा: बक्सर में बाइक और स्कॉर्पियो के बीच भीषण टक्कर, 4 की मौत, 2 बच्चे भी शामिल

बम्पर से हादसा हुआ गंभीर

बक्सर में जिस लग्जरी वाहन से हादसा हुआ है उसमें बड़े-बड़े बम्पर लगे हुए थे। अगर बम्पर नहीं होता तो हादसा इतना गंभीर भी नहीं होगा। अक्सर बम्पर के कारण ही घटनाएं होती हैं। 20 सितंबर को पटना के सिपारा में हुई घटना में दो बाइक सवारों की मौत हो गई थी। घटना का कारण लग्जरी कार में लगे बम्पर में बाइक फंसने से हुआ था।

पटना में बम्पर का बड़ा कारोबार

आटोमोबाइल कारोबार से जुड़े पटना के गोविंद मोदी का कहना है कि हर नई गाड़ी शोरुम से आने के बाद पहले बम्पर लगाने के लिए दुकानों पर जाती है। वाहन स्वामी इससे होने वाला नुकसान नहीं समझते हैं। चार पहिया वाहन में जहां एयरबैग का सेंसर नहीं काम करता है वहीं बाइक के माइलेज पर भी असर पड़ता है। कारोबारी संजय कुमार का कहना है कि पटना में बड़ा कारोबार है। यहां इस पर कोई प्रशासनिक रोक नहीं है। इस कारण से कारोबार भी चल रहा है। कार समेत फोर व्हीलर के अगले भाग में फिट किया जाने वाला लोहे या स्टील का क्रेश गार्ड के फिटमेंट को यातायात विभाग बीच में चेक करता था और कार्रवाई भी की जाती थी लेकिन अब इस पर कोई ध्यान ही नहीं दिया जाता है। मोटर व्हीकल एक्ट 1988 की धारा 52 के तहत वाहन पर क्रेश गार्ड का फिटमेंट गैरकानूनी है लेकिन बिहार में नियम हवा है।



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गाड़ियों में लगे बम्पर बड़े सड़क हादसों को निमंत्रण देते हैं।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/banned-bumper-guard-in-motor-vehicle-act-becoming-concern-of-serious-accidents-bihar-local-news-127851212.html

नीतीश जी कहते हैं बाप से पूछो, बड़े हैं गाली भी देते हैं तो बेटा की तरह सुन लेते हैं- तेजस्वी यादव

Posted: 26 Oct 2020 04:22 AM PDT

तेजस्वी यादव सोमवार को अपने बड़े भाई तेजप्रताप यादव के लिए वोट मांगने हसनपुर पहुंचे। चुनावी सभा में जनता को रिझाने के लिए वह हर हथकंडे अपना रहे हैं। सोशल साइट हो या फिर चुनावी सभा, विपक्ष पर हमला बोलते हुए वह जनता से सीधा सम्पर्क साध रहे हैं। इस बार भी उन्होंने जदयू पर जबरदस्त तरीके से हमला बोला। उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश जी 'रे-तू' पर उतर आए हैं। वह कहते हैं बाप से पूछो। बड़े हैं गाली भी देते हैं तो बेटा की तरह सुन लेते हैं।

उन्होंने कहा नीतीश ने हसनपुर की जनता को धोखा दिया। 15 सालों में उन्होंने बेरोजगारी दर को 46.6 पर पहुंचा दिया है। युवाओं को रोजगार नहीं दिया, कारखाने नहीं लगाए, महंगाई की मार दी। बिहार की शिक्षा को चौपट कर दिया,अस्पताल को बदहाल कर दिया। उन्होंने कहा- लड़ाई तेजस्वी-नीतीश के खिलाफ नहीं बल्कि तानाशाह सरकार और जनता के बीच है। इसलिए जनता की जीत सुनिश्चित है।

राजद प्रत्याशी तेजप्रताप यादव ने कहा कि भावी मुख्यमंत्री हसनपुर को जिला बनाएंगे। इसपर तेजस्वी यादव ने कहा उपमुख्यमंत्री रहते हुए मैंने महुआ क्षेत्र में 9 सौ करोड़ रुपए से सड़क का निर्माण कराया। अब हसनपुरा को जिला भी बनाउंगा। यहां इंटरनेशनल स्टेडियम बनाएंगे। जनता को बिजली आधे रेट पर मिलेगा।



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बड़े भाई के लिए प्रचार करने हसनपुर पहुंचे तेजस्वी यादव।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/tejashwi-yadav-reaches-hasanpur-seeking-votes-for-elder-brother-tej-pratap-yadav-127851182.html

भाजपा विधायक अशोक सिंह की गाड़ी को लोगों ने रोका, स्कॉर्पियो में दिखी कई साड़ियां, लोग पैसा बांटने का लगा रहे हैं आरोप

Posted: 26 Oct 2020 04:22 AM PDT

प्लुरल्स पार्टी की प्रमुख और बांकीपुर से उम्मीदवार पुष्पम प्रिया चौधरी ने भाजपा नेता का एक वीडियो ट्विटर पर अपलोड किया है। जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बीजेपी नेता पर चुनाव के दौरान पैसा और साड़ी बांटने का लोग आरोप लगा रहे हैं। वीडियो में दिख रही स्कॉर्पियो पर बीजेपी का बैनर लगा हुआ है। साथ ही भाजपा विधायक अशोक कुमार सिंह का नाम लिखा हुआ है। गाड़ी के अंदर कई साड़ियां भी दिख रही हैं।

भाजपा विधायक का नाम ले रहे हैं लोग

वीडियो में लोग कैमूर के रामगढ़ से भाजपा उम्मीदवार अशोक कुमार सिंह का नाम ले रहे हैं। लोगों का कहना है कि अशोक सिंह वोटर्स के लिए पैसा और साड़ी बंटवा रहे हैं। हालांकि, गाड़ी में सवार शख्स इस बारे में कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं दे रहा है। लोगों के कहने पर वो किसी और शख्स को फोन करके बुला रहा है। घटना का फोटोज और वीडियो बनानेवाले लोगों को गाड़ी में सवार कार्यकर्ता ने कहा है कि इससे कुछ नहीं होगा। वो भोजपुरी में बोलता हुआ नजर आ रहा है। हालांकि, इस वीडियो के बारे मे जब अशोक कुमार सिंह से बातचीत की कोशिश की गई। लेकिन, उन्होंने फोन नहीं उठाया।

स्कॉर्पियो में मौजूद बीजेपी का कार्यकर्ता

कौन हैं अशोक कुमार सिंह

  • अशोक कुमार सिंह बीजेपी से कैमूर के रामगढ़ से विधायक हैं
  • इस बार भी भाजपा से उम्मीदवार हैं।
  • पिछली बार भी भाजपा के टिकट पर जीते हैं
  • राजद की अंबिका सिंह को 2015 में इन्होंने हराया था
  • इस बार रामगढ़ से आरजेडी उम्मीदवार सुधाकर सिंह से भिड़त है

पुष्पम प्रिया का भाजपा पर तंज

इस वीडियो को ट्विटर पर अपलोड करते हुए पुष्पम प्रिया ने लिखा है कि डबल इंजन क्या, यह सरकार तो पूरी मालगाड़ी निकली! प्रिय मतदाता, प्लुरल्स के उम्मीदवार आपको पैसा-साड़ी नहीं दे पाएंगे। वे मेरे बदले सिर्फ यह वचन दे पाएंगे कि सरकार बनने के बाद आपको एक इज्जतदार नौकरी का वेतन हर महीने मिलेगा, जिससे आप सब खरीद पाएंगे और गर्व से सिर ऊंचा कर जियेंगे।

हालांकि, यह वीडियो कहां का है और कब का है, इसका पता नहीं चला है। दैनिक भास्कर डिजिटल की टीम इसकी पुष्टि नहीं करता है।



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बीजेपी विधायक अशोक कुमार सिंह पर लोग पैसा बांटने का लगा रहे हैं आरोप।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/pushpam-priya-chaudhary-latest-update-plurals-party-chief-upload-video-of-ramgarh-bjp-mla-ashok-kumar-singh-127851166.html

संदेश के जदयू प्रत्याशी विजेंद्र यादव बता रहे राजद का टिकट महंगा या जदयू का

Posted: 26 Oct 2020 02:22 AM PDT

फलां पार्टी का टिकट बिकता है- जिन्हें टिकट नहीं मिल पाता, वह तो कई बार बोलते हैं। लेकिन, इस बार दैनिक भास्कर डिजिटल ऐसा वीडियो दिखा-सुना रहा है जहां जदयू के प्रत्याशी वोटरों के बीच यह 'संदेश' दे रहे हैं कि राजद से चार गुणा महंगा टिकट है जदयू का। वह साफ कह रहे हैं- "तहरा राजद के टिकटवा से चर गुणा महंगा नु इ टिकट बा।"

मामला है संदेश विधानसभा के जदयू प्रत्याशी विजेंद्र यादव का। विजेंद्र यादव चुनाव प्रचार के दौरान यह बताते चल रहे हैं कि उन्होंने राजद के टिकट से 4 गुना महंगा टिकट जदयू से लिया है। विजेंद्र यादव यह भी बता रहे हैं कि यदि यादव को ही वोट देना है तो मेरे जैसे यादव को दीजिए ना कि दूसरे पक्ष के जैसे दागदार यादव को। विजेंद्र यादव इस बार जदयू से संदेश विधानसभा के लिए उम्मीदवारी कर रहे हैं। विजेंद्र यादव का मुकाबला उनके भाई और वर्तमान विधायक अरुण यादव की पत्नी किरण देवी के साथ है। यानी कि विजेंद्र यादव अपनी छोटे भाई की पत्नी के साथ इस बार मुकाबला करेंगे।

विजेंद्र यादव का यह वीडियो तब आया है जब वह संदेश विधानसभा में चुनाव प्रचार के लिए किसी गांव में गए थे और लोगों को अपने पक्ष में वोट देने के लिए अपील कर रहे थे। इसी दौरान उनके मुंह से वह बात निकली जो शायद राजनीति में कानाफूसी के तौर पर कही जाती है। उन्होंने बेबाक तरीके से यह बताया की राजद से 4 गुना महंगा है उनका टिकट। विजेंद्र यादव पहले भी संदेश से दो बार विधायक रह चुके हैं। हर बार उनका मुकाबला अपने ही छोटे भाई अरुण यादव से होता रहा है। अरुण यादव राजद से पिछली बार विधायक बने थे, लेकिन बलात्कार के आरोप में वह फरार हैं। तो राजद ने अरुण यादव की पत्नी किरण देवी को टिकट देकर अपना उम्मीदवार बनाया है।



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विजेंद्र यादव का मुकाबला उनके भाई और वर्तमान विधायक अरुण यादव की पत्नी किरण देवी के साथ है।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/nitish-kumar-jdu-party-candidate-vijendra-yadav-on-janata-dal-united-ticket-cost-vs-rjd-tejaswi-yadav-party-127851107.html

चिराग पासवान का दावा- बिहार में 100% भाजपा की सरकार बनेगी, हम उनके सीएम को सपोर्ट करेंगे

Posted: 26 Oct 2020 02:22 AM PDT

कोरोना के बीच हो रहा बिहार चुनाव शायद इतना दिलचस्प नहीं होता, अगर चिराग पासवान एनडीए से अलग नहीं होते। इस दिलचस्पी की सबसे बड़ी वजह ये है कि चिराग सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के खिलाफ लड़ रहे हैं, जबकि भाजपा के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोलते। चिराग खुद कहते हैं अगर चुनाव नतीजों के बाद भाजपा का मुख्यमंत्री बनता है, तो लोजपा उसे समर्थन देगी। भास्कर डिजिटल टीम ने चिराग से हर उस मुद्दे पर बात की, जो चुनाव के शोर में कहीं गुम हो जा रहे हैं। पढ़ें क्या-कुछ कहा चिराग ने...

भास्करः नीतीश की तीन खामियां बताइए?
चिरागः
भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना, अपराध को बढ़ावा देना और सांप्रदायिकता को बढ़ावा देना।

भास्करः तेजस्वी यादव की तीन खूबियां क्या हैं?
चिरागः
ईमानदारी से मैंने कभी उस पर वर्क ही नहीं किया। मैं कभी दूसरे के SWOT पर क्या काम करूं? मेरा अपना खुद का समय मैं अपनी स्ट्रेंथ, अपनी वीकनेस, अपनी अपॉर्चुनिटी, अपनी स्ट्रेंथ पर काम करने के लिए करता हूं।

भास्करः यानी तेजस्वी को आप तरजीह नही देते?
चिरागः
मैंने कभी रीड ही नहीं किया। मुझे समय ही नहीं मिला कि मैं यह सब देखूं। वैसे भी मेरी लड़ाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से है।

भास्करः आप जदयू की गाड़ी रोक आगे बढ़ जाते हैं तो क्या होगा? चुनाव के बाद एक्सक्लूसिव क्या करने वाले हैं?
चिरागः
एक्सक्लूसिव नहीं। मुझे लगता है कि ये बिहार की जनता से भी पूछेंगे, सब आपको यही बताएंगे। पहली बात- मुख्यमंत्री 10 नवंबर के बाद फिर से बिहार के कभी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे और दूसरी बात भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में लोजपा-भाजपा की सरकार बनेगी।

भास्करः भाजपा की सरकार बनेगी?
चिरागः
100%।

भास्करः चुनाव तो साथ में नहीं लड़े?
चिरागः
हम लोगों ने मणिपुर में भी चुनाव साथ में नहीं लड़ा था। वहां पर भी आमने-सामने चुनाव लड़ने के बाद, मेरे जीते हुए विधायक ने वहां भाजपा का मुख्यमंत्री बनाने के लिए अपना समर्थन दिया था। बल्कि उन्हीं के समर्थन से भाजपा की सरकार भी बनी थी। एक ही वोट की कमी पड़ रही थी और हमारे समर्थन से वहां सरकार बनी। हमारे मुख्यमंत्री ने गुजरात जाकर कई बार चुनाव लड़ा, जबकि बिहार में भाजपा के साथ गठबंधन था। कोलिशन गवर्नमेंट में कई बार देखते हैं कि केंद्र में अलग और राज्यों में अलग। भले मेरी राह अलग हो, लेकिन आखिर में हमारे तमाम जीते हुए विधायक भाजपा के मुख्यमंत्री के लिए अपना समर्थन देंगे।

भास्करः आपके तो दोनों हाथों में लड्‌डू है। जदयू कमजोर और भाजपा मजबूत हुई तो आप उनके साथ जा सकते हैं। राजद मजबूत रहा तो उसके साथ भी। मतलब, मौसम वैज्ञानिक का लक्षण आपके अंदर भी है?
चिरागः
मौसम वैज्ञानिक का बेटा हूं। साथ ही पापा के ही संस्कार है मुझ में। पापा ने कभी पोस्ट पोल अलायंस नहीं किया। मैं भी पोस्ट पोल अलायंस नहीं करूंगा। मैं आज भी वैचारिक तौर पर पूरी तरीके से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जुड़ा हुआ हूं। चुनाव नतीजों के बाद मेरे विधायक अगर किसी का समर्थन करेंगे तो वह सिर्फ भाजपा के मुख्यमंत्री का। कोई ऐसी परिस्थिति जहां पर महागठबंधन का मुख्यमंत्री हो तो मेरे विधायकों का ,लोजपा का समर्थन नहीं रहेगा या फिर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनेंगे तो भी लोजपा का समर्थन नहीं रहेगा।

भास्करः भाजपा की सरकार बनती है तो मुख्यमंत्री कौन बन सकता है?
चिराग:
कोई भी मुख्यमंत्री बने उससे कोई फर्क नहीं पड़ता।

भास्करः आपकी नजरों में कोई फेवरेट होगा?
चिरागः
मेरे विधायकों को जीत कर आने दीजिए। तब ये राय मशवरा हो जाएगा। उनके सुझाव होंगे। लोकतांत्रिक परंपरा मेरी पार्टी में रही है। मुख्यमंत्री की तरह नहीं कि अकेले डिसीजन ले लो। विधायक जो भी सुझाव देंगे वह भाजपा के सामने रखा जाएगा। मिल-बैठकर बातचीत की जाएगी।

भास्करः नित्यानंद राय, सुशील मोदी, मंगल पांडे तमाम ऐसे नाम है जो लगातार चलते रहे हैं?
चिरागः
बहुत सारे अच्छे नाम है।

भास्करः आप के प्रत्याशी राजेंद्र सिंह का भी नाम पिछली बार चल रहा था?
चिरागः
फिलहाल तो लोजपा में हैं। लोजपा मुख्यमंत्री पद की रेस में अभी नहीं है।

भास्करः नीतीश, तेजस्वी, चिराग, कुशवाहा, पुष्पम और पप्पू…सीएम के लिए 3 श्रेष्ठ नाम बताइए?
चिरागः
हा हा हा हा.. जो जो नाम आपने गिनाए हैं ये सारे बवाली नाम हैं। अगर मैं इनमें से किसी का भी नाम लूं, तो आप कहेंगे कि ये पोस्ट पोल एलायंस की तरफ से चर्चा कर रहा है। मैंने कहा भाजपा का जो भी नाम सामने आएगा, जो भाजपा सजेस्ट करेगी, हमारे विधायक सजेस्ट करेंगे, उसमें से डिसाइड कर लेंगे।

भास्करः कहा ये जा रहा है कि चिराग पासवान चुनाव तो इस बार लड़ नहीं रहे हैं, लेकिन तैयारी आपकी आगे की है। 2025 में मुख्यमंत्री की?
चिरागः
मेरी अगले 50 साल की तैयारी है। मैंने इस बात को कहा है। मैं अपने चुनाव भाषणों में भी ये बात बोलता हूं। ये आने वाले 18 दिन हमारे 50 साल तय करेंगे। बिहार के लिए भी और मेरे लिए व्यक्तिगत तौर पर भी और मेरी पार्टी के लिए भी। भविष्य को ध्यान में रखकर हर कोई मौजूदा परिस्थिति को देखकर तैयारी करता है और मैं भी तैयारी कर रहा हूं।

भास्करः मुख्यमंत्री को जेल क्यों भेजना चाहते हैं?
चिरागः
सात निश्चय में जो भ्रष्टाचार हुआ है उसका जिम्मेदार कौन होगा? अगर मुख्यमंत्री नहीं हुए तो कोई बात नहीं और अगर हुए तो सजा मिलेगी।

भास्करः 23 तारीख को सासाराम में प्रधानमंत्री की सभा हुई, उसमें उन्होंने आपका नाम नहीं लिया। आप लगातार अपने आप को हनुमान कहते हैं और हनुमान के ही पीछे अपनी सेना क्यों छोड़ दी पीएम ने? बिहार भाजपा के तमाम नेता आपके पीछे लगे हुए हैं?
चिरागः
कोई फर्क नहीं पड़ता है मुझे। मुझे पता है भले जुबान भाजपा के नेताओं की हो, लेकिन विचार मुख्यमंत्री के हैं। मेरे दिल में किसकी तस्वीर है उस पर तो कोई पाबंदी नहीं लगा सकता। बैनर ,होर्डिंग, पोस्टर, प्रचार में आप ने मना किया, मैंने लगाया भी नहीं था। पता नहीं क्यों मना किया आपने? पर मेरे दिल को कैसे बांधेंगे, उस पर कैसे पाबंदी लगाएंगे। भैया, मेरे दिल में प्रधानमंत्री रहते हैं। मैं भाजपा के साथ जुड़ा हूं। वो भी प्रधानमंत्री की वजह से।

सबसे ज्यादा चिंता मुख्यमंत्री को होगी कि प्रधानमंत्री अपने संबोधन में चिराग के बारे में बोल रहे हैं कि नहीं बोल रहे हैं। लिए बहुत सुखद भावुक करने वाला संदेश था। जब उन्होंने पिताजी का जिक्र किया। उनको श्रद्धांजलि दी और इतने खूबसूरत शब्दों का प्रयोग किया कि पिताजी अपने आखिरी सांस तक उनके साथ थे।

मैं उतनी ही ईमानदारी से इस बात को भी कहता हूं कि मेरे प्रधानमंत्री आखिरी सांस तक मेरे पापा के साथ थे। कोई दिन ऐसा नहीं था जब पापा आईसीयू में एडमिट थे उस दिन से आखरी दिन तक रोज प्रधानमंत्री दो बार मुझे फोन करके ना सिर्फ पापा का हाल-चाल पूछते थे बल्कि डॉक्टर क्या सजेस्ट कर रहे हैं, ये भी बात मुझे बताते थे। जब प्रधानमंत्री पापा के साथ आखिरी सांस तक खड़े रहे, तो मैं बता देता हूं कि मैं भी आखिरी सांस तक प्रधानमंत्री के साथ खड़ा रहूंगा।

भास्करः कंगना रनोट के हीरो रहे है। सुशांत सिंह राजपूत को लेकर वो मुखर हो कर बोलीं, लेकिन आजकल उनपर केस होते जा रहे हैं, कंगना की मदद कैसे करेंगे?
चिरागः
मुझे नहीं लगता है कि कंगना को किसी मदद की जरूरत है। मैं व्यक्तिगत तौर पर उन्हें जानता हूं। फिल्म हम लोगों ने साथ में की है। कंगना खुद फाइटर हैं। हिमाचल के गांव से उठकर लीडिंग एक्ट्रेस में उन्होंने अपने आप को शामिल किया। मुझे लगता है कि अपने में वो एक रोल मॉडल हैं। कंगना जिस मुखरता से, जिस निडरता से अपनी बातों को रखती हैं, बिना डरे, बिना घबराए, मुझे लगता है कि लोगों को उनसे सीख लेनी चाहिए। वो अकेले शेरनी की तरह लड़ती रही हैं और लड़ती रहेंगी।



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Chirag Paswan Bihar Election 2020 Interview Update | Nitish Kumar Tejashwi Yadav | Lok Janshakti Party President Speaks On JDU RJD Party Chief


source https://www.bhaskar.com/bihar-election/news/chirag-paswan-interview-bihar-assembly-election-2020-ljp-nitish-kumar-tejashwi-yadav-127851122.html

पीएमसीएच से चोरी हुए एक साल के प्रिंस को बेचा जा रहा था दिल्ली में, दो महीने बाद पटना पुलिस ने ढूंढ़कर मां-बाप को सौंपा तो रो पड़े सारे

Posted: 26 Oct 2020 02:22 AM PDT

पीएमसीएच से चोरी हुए एक साल के प्रिंस को पटना पुलिस ने बरामद कर लिया है। चोरी के दो महीने बाद प्रिंस की बरामदगी दिल्ली से हुई। रविवार की सुबह पटना पुलिस की एक टीम प्रिंस को बरामद कर पटना पहुंची है। सीनियर एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने इसकी पुष्टि की है।

पीएमसीएच से बच्चे की चोरी कर फरार होने वाली महिला समेत 5 लोगों को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया गया है। महिला और उसके साथियों ने प्रिंस को बेचने की एक बड़ी डील कर ली थी। दूसरे के हाथ बेचने के लिए मोटी रकम की भी डिमांड लगभग पूरी भी हो चुकी थी।

पिछले दो महीने से पुलिस की एक टीम लगातार इस मामले की जांच कर रही थी। बच्चा चोर महिला तक पहुंचने के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से उसकी फोटो निकालकर जारी की थी। कई लोगों से मिले इनपुट के बाद शातिर महिला तक पुलिस पहुंच पाई।

एक के बाद एक कनेक्शन जुड़ते गए और फिर मामला सीधे दिल्ली से जुड़ गया। सिटी एसपी सेंट्रल विनय तिवारी की मॉनिटरिंग में पीरबहोर थाना की एक टीम पटना से दिल्ली गई। इसके बाद ही वहां से प्रिंस को सही सलामत बरामद कर पाई।

बच्चा चोरी की पूरी कहानी

पटना सिटी एसपी ईस्ट विनय तिवारी ने इस बच्चा चोरी की पूरी घटना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह मामला सामने आने के बाद इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तो एक महिला बच्चा उठाते दिखी। यह पटना के ही गर्दनीबाग की रहने वाली है। इसे परसा बाजार से गिरफ्तार किया गया। महिला से पूछताछ में पता चला कि इस घटना में चार और लोग शामिल हैं। एक-एक कर उन्हें भी अरेस्ट किया गया। इनसे विस्तृत पूछताछ में बच्चे को दिल्ली में एक लाख रुपये में बेचे जाने की जानकारी मिली। पटना पुलिस ने इसके बाद दिल्ली पुलिस से संपर्क कर विशेष टीम बनायी, जिसने दिल्ली से ही इस बच्चे को बरामद किया।

तिवारी के अनुसार बच्चे को पैसे के लिए बेचा गया था। इसे खरीदने वाले भी आपराधिक प्रकृति के हैं। वे पहले भी जेल जा चुके हैं। उन्होंने इसमें ह्यूमन ट्रैफिकिंग का एंगल होने से इन्कार किया।

बच्चा चोर महिला की कहानी भी सुनिए

पकड़ी गयी महिला मीडिया के सामने आयी तो रोने लगी। रोते हुए ही उसने अपना नाम ममता बताया। उसके साथ भी एक बच्चा था। यह पूछे जाने पर कि दूसरे का बच्चा चुराते वक्त अपने बच्चे का ख़याल नहीं आया, उसने कहा कि मेरी मति मारी गयी थी। मुझे अपने बच्चे के लिए पैसे की जरूरत थी इसलिए सिंटू के कहने पर यह काम किया।

शातिर महिला ने 24 अगस्त को प्रिंस को ले भागी थी, जब वह अपने पिता धर्मेंद्र चौपाल की नानी के साथ इमरजेंसी के पीछे स्थित मंदिर के चबूतरे पर खेल रहा था। उस वक्त उसकी मां मनीषा वहां पर मौजूद नहीं थी। धर्मेंद्र चौपाल और मनीषा मूल रूप से समस्तीपुर के रहने वाले हैं। हार्ट का प्रॉब्लम होने पर धर्मेंद्र का इलाज चल रहा था। इसी के लिए पूरा परिवार समस्तीपुर से पटना आया हुआ था, लेकिन इलाज के दौरान ही एक साल के प्रिंस की चोरी हो गई थी।



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दिल्ली में प्रिंस को बेचने की डील लगभग पूरी हो चुकी थी लेकिन पटना पुलिस लगातार मामले की पड़ताल में जुटी थी।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/one-year-prince-stolen-from-pmch-recovered-by-patna-police-from-delhi-127851116.html

28 अक्टूबर को बिहार में फिर पीएम मोदी और राहुल की सभाएं, दरभंगा में दोनों की रैली; इसी दिन पहले चरण का मतदान

Posted: 26 Oct 2020 01:22 AM PDT

बुधवार 28 अक्टूबर को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिहार में एक ही दिन अलग अलग चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। बुधवार को ही बिहार में 71 विधानसभा सीटों पर पहले चरण के लिए मतदान होना है। इससे पहले 23 अक्टूबर को दोनों नेताओं ने बिहार में एक ही दिन चुनावी सभाएं की थी। अब एक बार फिर बुधवार को पीएम मोदी तीन तो राहुल गांधी दो चुनाव सभाओं को संबोधित करेंगे।

राहुल गांधी की दो चुनावी सभाएं

कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा के अनुसार 28 अक्टूबर को राहुल गांधी की पहली रैली दोपहर 12 बजे बाल्मिकीनगर विधानसभा में होगी। बाल्मिकीनगर में संसदीय उपचुनाव भी होने हैं। इस तरह राहुल गांधी बाल्मिकीनगर के साथ ही नौ अन्य विधानसभाओं को भी संबोधित करेंगे। इसके बाद दोपहर 2।30 बजे राहुल दरभंगा के कुशेश्वरस्थान में जनसभा करेंगे।

पीएम मोदी की चुनावी सभाएं

28 अक्टूबर को ही पीएम मोदी की तीन चुनावी सभाएं प्रस्तावित हैं। वे अपनी पहली रैली दरभंगा में, दूसरी मुजफ्फरपुर में और पटना के वेटनरी ग्राउंड में तीसरी रैली को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी की रैली को लेकर दरभंगा से पटना तक सुरक्षा व्यवस्था एसपीजी के हवाले है। पुलिस के बड़े अधिकारी लगातार रैली स्थलों पर सुरक्षा का जायजा ले रहे हैं।

23 को भागलपुर में आमने-सामने थे दोनों नेता

बीते 23 अक्टूबर को देश के दोनों शीर्ष नेताओं ने भागलपुर में एक ही दिन में चुनावी सभा की थी। प्रधानमंत्री ने पहली रैली सासाराम में तो गया में दूसरी और भागलपुर में तीसरी रैली की थी। उधर राहुल गांधी ने नालंदा के हिसुआ और भागलपुर के कहलगांव में दो सभाएं की थी। पीएम के निशाने पर सबसे अधिक 15 साल पहले की लालू-राबड़ी की सरकार थी तो वहीं राहुल गांधी का पूरा जोर देश की समस्याओं पर पीएम मोदी द्वारा झूठ बोलने पर रहा। हिसुआ और कहलगांव दोनों ही जगह वो लोगों को ये बताते रहे कि पीएम मोदी सिर्फ बड़े-बड़े सपने दिखाते है, देश को बदलने की बात करते हैं पर करते कुछ नही है।

दरभंगा के राज मैदान पर बनाया गया बुलेटप्रूफ मंच

राज मैदान में 28 अक्टूबर काे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव सभा काे संबोधित करेंगे। उनके लिए जाे मंच बनाया गया है, वह वाटर प्रूफ होने के साथ-साथ बुलेट प्रूफ भी होगा। मंच निर्माण को यूपी के अलावा अन्य जगहों के विशेषज्ञ मजदूर अंतिम टच देने में जुटे हैं। दर्शकों की बैठने के लिए शेड भी बना लिया गया है। एक अस्थायी पुलिस थाना खुल चुका है। वहीं सुरक्षा को लेकर 7 कंपनी मिलिट्री फोर्स, 72 इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर, 14 डीएसपी और 9 एसपी की यहां पोस्टिंग की गई है। इसके अलावा एक दिन पहले यहां पर एडीजी भी तैनात रहेंगे। जिले की पुलिस फोर्स भी होगी। बताया जाता है कि सुरक्षा के तमाम प्रबंधों के बीच श्वान दस्ता भी अपने स्तर से यहां कार्य में जुट गया है।



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PM Modi and Rahul Gandhi rallies on 28th October for Bihar Assembly Election 2020


source https://www.bhaskar.com/bihar-election/news/pm-modi-and-rahul-gandhi-rallies-on-28th-october-for-bihar-assembly-election-2020-127851097.html

तेजस्वी यादव ने सरकार को सौंपी प्याज की माला, बोले- बढ़ती कीमतों पर चुप है सरकार, कभी माला पहन कर घूमते थे

Posted: 26 Oct 2020 01:22 AM PDT

प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर सियासत तेज हो गई है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार को प्याज की माला सौंपी है। उन्होंने सोमवार की सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सत्ता पक्ष पर निशाना साधा। तेजस्वी ने कहा कि कभी ये लोग दाम बढ़ने पर प्याज की माला पहन कर घूमते थे। यही माला अब उनको दे रहे हैं।

महंगाई से आम आदमी परेशान

प्याज की कीमतों में काफी इजाफा हुआ है। खुदरा बाजार में इसकी कीमत 100 रुपए प्रति केजी तक पहुंच गया है। प्याज की माला लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे तेजस्वी ने कहा कि कमर तोड़ महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी से आम आदमी त्राहिमाम कर रहा है। काम-धंधा ठप्प है। किसान, मजदूर,नौजवान और व्यापारी वर्ग को खाने के लाले पड़ रहे है। छोटे व्यापारियों को भाजपा-जदयू की सरकार ने मार दिया है।

तेजस्वी ने और क्या कहा

भूखमरी से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़ रही है। बढ़ती महंगाई से छोटे व्यापारियों की स्थिति दयनीय हो गई है। जीडीपी गिर रही है और प्रदेश की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है।



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प्याज की बढ़ती कीमतों को मुद्दा बना रही विपक्ष


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/tejashwi-yadav-update-mahagathbandhan-cm-candidate-handed-over-onion-garland-to-nitish-kumar-govt-127851084.html

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