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Saturday, January 9, 2021

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)


GWALIOR में नवदीप ट्रैवल्स की दो बसे जलाई - MP NEWS

Posted: 09 Jan 2021 08:20 AM PST

ग्वालियर
। शनिवार की शाम सड़क पर खड़ी नवदीप ट्रैवल्स की दो बसों को जला दिया गया। जब तक फायर बिग्रेड मौके पर पहुंचती दोनों बसें पूरी तरह से राख हो चुकी थी। पुलिस के लिए इन्वेस्टिगेशन का विषय है कि दोनों बसों को किसी राह चलते बदमाश ने आग लगाई है, नवदीप ट्रैवल्स के दुश्मनों ने लगाई है या फिर किसी और कारण से दोनों बसों को जला दिया गया है।

तीन बसें खड़ी थीं, सिर्फ दो में ही आग लगाई

नवदीप टूर एंड ट्रैवल्स की कुछ बसें कंपू स्थित टोंटा की बजरिया में भी खड़ी होती हैं। रात को ये बसें शहर से अलग-अलग शहरों के लिए निकलती हैं। दिन में यह सड़कों पर खड़ी रहती हैं। शनिवार शाम टोंटा की बजरिया में तीन बसें खड़ी थीं। दो बसें पास व एक कुछ दूरी पर खड़ी थी। शाम 5 बजे एक बस में अचानक आग लग गई। चंद मिनट में आग ने पास खड़ी दूसरी बस को भी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते दोनों बसें जल गईं। स्थानीय लोगों ने पुलिस और दमकल दस्ते को मामले की सूचना दी थी। जिस पर तीन फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक बसें खाक हो चुकी थीं।

नशेड़ियों ने लगाई आग: बस मालिक का दावा

दमकल दस्ते का मानना है कि यह आग शॉर्ट सर्किट से लगी है, लेकिन बस मालिक प्रताप सिंह का कहना है, यह आग लगाई गई है। उनका कहना है कि आसपास के बच्चे और कुछ नशेड़ी भी दिन भर बसों में बैठे रहते हैं। कई बार उन्हें भगाना पड़ता है। उन्होंने ही बसों में आग लगाई है। बस मालिक ने कंपू थाना में भी मामले की शिकायत की है। उन्होंने 50 लाख रुपए नुकसान की बात कही है।

बस में ब्लास्ट के डर से इलाके में दहशत

बस जब जल रही थीं, तो धमाका भी हुआ। इसके बाद आसपास के क्षेत्र में दहशत फैल गई। लोग आग बुझाने के बदले दूर जाकर छिप गए। लोगों को लगा कि बस का इंजन फट गया है। कोई पास भी जाने का प्रयास करता, तो उसे लोग वहां जाने नहीं दे रहे थे।

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अचार जैसे खट्टे पदार्थ पीतल-तांबा के बर्तनों में क्यों नहीं रखते, पंरपरा या विज्ञान, यहां पढ़िए - GK IN HINDI

Posted: 09 Jan 2021 08:09 AM PST

Why should we not kept pickle, murabbaa, curd ect in metal's Utensils 

यह तो हम सभी ने बचपन से ही अपने घरों में देखा है कि हमारी दादी, नानी सदियों से अचार, मुरब्बा, दही आदि खट्टे पदार्थों को पीतल या तांबे के बर्तनों में नहीं रखती। बल्कि उन्हें मिट्टी या फिर एक विशेष प्रकार के चीनी मिट्टी (ceramic or porcelain) से बने बर्तनों में रखती हैं। सवाल यह है कि ये केवल एक पुरानी परंपरा है या फिर इसके पीछे भी कोई विज्ञान छुपा है। आईए पता लगाते हैं: 

सबसे पहले जानिए धातु क्या है, इसकी पहचान कैसे करें

तो इस सवाल का जवाब जानने से पहले हमें यह जानना होगा कि धातु  (Metal) क्या होती हैं।  जिन तत्वों में अपनी चमक (lusture Or shine), ध्वनि (sonorous), आघातवर्धनीयता (Mellability), तन्यता (Ductility),  सुचालकता (conductivity)
आदि गुण पाए जाते हैं, धातु कहलाती हैं उदाहरण -सोना, चांदी, पीतल, तांबा आदि।

धातुएं खराब क्यों हो जातीं हैं

धातुएं वातावरण की नमी या आर्द्रता (moisture) से क्रिया करके संक्षारित हो जाती हैं, जिसे सामान्य तौर पर संक्षारण (corrosion) कहा जाता है। जिसके कारण धातुओं को नुकसान होता है। जैसे - लोहे में जंग लगना, चाँदी का काला पढ़ना, पीतल एवं ताँबे पर हरी परत का चढ़ना।

पीतल-तांबा में खट्टे पदार्थ रखें तो क्या होगा

जबकि अचार, मुरब्बा, दही एवं खट्टे पदार्थों में अम्ल ( Acid)  होते हैं जो कि पीतल व तांबे से क्रिया करके लवण बनाते हैं। जो कि विषाक्त या जहरीले होते हैं इसलिये इन्हें पीतल व तांबे के बर्तनों में इन्हें नहीं रखना चाहिए। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)

भारत की 7 सबसे अच्छी ट्रेन यात्राएं, जो अपने आप में पूरा पर्यटन है - GK N TRAVEL BLOG IN HINDI

Posted: 09 Jan 2021 08:09 AM PST

भारत में ज्यादातर लोग जब पर्यटन के लिए जाते हैं तो किसी स्थान का चुनाव करते हैं। रेल यात्रा के दौरान आराम करना पसंद करते हैं ताकि पर्यटक स्थल पर पहुंचकर उसका पूरा आनंद लिया जा सके परंतु यदि आप अपनी यात्रा को ही पर्यटन बना लेना चाहते हैं तो हम आपको बताते हैं कि भारत के 7 ट्रेन रूट ऐसे हैं, जिसमें आप आराम नहीं कर पाएंगे। यह अपने आप में पूरा पर्यटन है। गंतव्य तक पहुंचते-पहुंचते आप आनंद और रोमांच से भरे हुए होंगे।

1. मुंबई-गोवा रेल यात्रा: प्राकृतिक नजारे पसंद करने वालों के लिए अद्भुत पर्यटन

मुंबई से गोवा की यह यात्रा सहयाद्री की ओर जाने वाले और अरब सागर के किनारे को विभाजित करती है। यह पूरा रास्ता बहुत ही सुंदर प्राकृतिक परिदृश्यों, सुरंगों की श्रेणियों, पुलों,  तटीय परिधीय क्षेत्र, पश्चिमी घाट के चरण, (सहयाद्री का दूसरा नाम) असंख्य छोटी नदियों, मौसमी धारा एवं हरे-भरे घास के मैदानों से भरा हुआ है। इस यात्रा का समय 14 घंटे है।

2. मेथेरन - नेरल: घाट और बीहड़ के ऐसे नजारे कहीं और नहीं दिखेंगे

मेथेरन से नेरल के बीच जाने वाला यह एक संकरा रास्ता है ,जो कि भारत के सबसे अच्छे ट्रेन रूट्स में से एक है। यह घाट के बीहड़ इलाकों से निकला हुआ एक रास्ता है, जो कि अत्यधिक संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह महाराष्ट्र सरकार की धरोहर है। इस यात्रा का समय मात्र 2 घंटे है।

3. रत्नागिरि- मैंगलोर ट्रेन रूट पर्यटकों को सम्मोहित करता है

महाराष्ट्र में कोंकण रेलवे वास्तव में मराठियों को आकर्षित करता है। कोंकण रेलवे की यात्रा वास्तव में बहुत ही सुंदर और दिलचस्प है। यहां बहुत ही घने जंगल, विशाल पश्चिमी घाट, गहरे टनल, नदी पुल, नुकीले पुल और असंख्य मौसमी धाराएं हैं, जो कि पर्यटकों को मंत्रमुग्ध और सम्मोहित करती हैं। यात्रा का समय 10 घंटे हैं।

4. मंडपम - रामेश्वरम ट्रेन रूट: समुद्र में चलती रेल, पंबन आईलैंड पहुंचती है

पंबन द्वीप पर स्थित रामेश्वरम सुरम्य, शांति और स्थिरता लिए हुए है। यह निश्चित ही भारत की 10 सबसे अच्छी ट्रेन यात्राओं में से एक है। रामेश्वरम से भारत का दूसरा सबसे लंबा पुल, पाक जलसंधि (The palk strait) निकलता है जो कि एकमात्र एकमात्र ऐसा रास्ता है ,जो कि भारत के मुख्य क्षेत्र को पंबन आईलैंड से जोड़ता है।
यात्रा का समय 1 घंटा है।

5. मेलटूपालयम -ऊटी ट्रेन रूट: यह रेल यात्रा अपने आप में पूरा टूरिस्ट कैंप है

ऊटी 1908 से "नीलगिरी पैसेंजर" चला रहा है जो कि कि अभी भी भाप इंजन से चलती है। जो कि मेलटूपालयम से ऊटी जाती है। जैसे ही ट्रेन नीलगिरी पहाड़ पर चढ़ती है मोटे देवदार (pine), शाहबलूच (oak), नीलगिरी (Eukalyptus) के जंगल, झुकाव, टेढ़े- मेढ़े मोड़, सुरंगे सभी एशिया के सबसे खड़ी चट्टान के साथ साथ चलती है। एशिया के सबसे खड़ी चट्टान का ढाल  8.33 % है। नीलगिरी पैसेंजर 26 किलोमीटर का सफर 5 घंटे में पूरा करती है। यहां केलार, ऐडरली, हिलग्रोव, कटरी ,रुन्नीमेदे, लवडेल आदि रेलवे स्टेशन है। यात्रा का समय 5 घंटे है।

6. गुवाहाटी -सिलचर ट्रेन रूट: पर्यटकों के 10 घंटे कब गुजरेंगे पता ही नहीं चलेगा

यह यात्रा जतिंगा नदी, हरी-भरी असम घाटी, चाय के बागान और लहरदार उफनती घाटी पर  अधिक जोर देती है। गुवाहाटी से सिलचर के रास्ते को लामडिंग और बराक घाटी बहुत ही सुंदर ट्रेन यात्राओं में से एक ट्रेन यात्रा बनाती है। यात्रा का समय 10 घंटे है।

7. बेंगलुरु - कन्याकुमारी आईलैंड एक्सप्रेस: 20 घंटे में हजारों रोमांचकारी दृश्य

दक्षिण भारत के दूसरे परिदृश्य में एक बहुत ही अद्भुत यात्रा है जिसमें बहुत ही सुंदर व आकर्षक गांव, पेड़ - पौधे, घास के मैदान, जलाशय आदि हैं, जो कि मैं बेंगलुरु से कन्याकुमारी तक फैले हैं। आईलैंड एक्सप्रेस 19.5 घंटे में 944 किलोमीटर की यात्रा तय करती है और आपको  "मालगुडी डेज़ " की धरती पर ले जाती है। निश्चित रूप से यह रास्ता भारत की सबसे अच्छी ट्रेन यात्राओं में से एक है। यात्रा का समय 15 घंटे है।

GWALIOR: युवा कांग्रेस के महासचिव की हत्या का प्रयास - MP NEWS

Posted: 09 Jan 2021 08:07 AM PST

ग्वालियर।
 मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में दोस्त के साथ आ रहे युवा कांग्रेस के जिला महासचिव को बाइक सवार चार बदमाशों ने घेर लिया। बदमाशों ने पहले बेल्ट से पीटा, इसके बाद पीठ और चेहरे पर चाकू मारा। आखिर में एक युवक ने सामने से कट्‌टे फायर कर दिया, लेकिन किस्मत से फायर मिस हो गया। इसके बाद बदमाशों ने यूथ कांग्रेस नेता के सिर पर कट्‌टे के बट से कई वार किए और भाग गए।  

घटना शुक्रवार देर रात शिंदे की छावनी की है। घायल को स्थानीय लोगों ने अस्पताल पहुंचाया फिर पुलिस को सूचना दी। शनिवार को इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। सिटी सेंटर के अनुपम नगर निवासी 23 वर्षीय आकाश राजावत पुत्र सतेन्द्र सिंह राजावत युवा कांग्रेस में जिला महासचिव है। शुक्रवार रात वह वह अपने दोस्त जतिन के साथ शिंदे की छावनी से घर की ओर आ रहे थे। वह होटल टूरिस्ट के सामने पहुंचे ही थे कि बाइक सवार पुलकित शर्मा और विनय कमरिया ने रोक लिया। 

दोनों उससे विवाद करने लगे, तभी विनय कमरिया के दोस्त राम गुर्जर और रिषभ पांडे भी आ गए। उसके साथ मारपीट करने लगे। यहां पुलकित ने चाकू निकाल कर उसके गले व पीठ पर वार कर दिए और विनय ने कट्टा निकालकर सिर पर फायर किया, लेकिन फायर मिस हो गया, जिस कारण उसकी जान बच गई। कट्टे का फायर मिस होते ही आरोपियों ने उसे कट्टे के बट से पीटा और उसी समय लोग एकत्रित हुए, तो आरोपी धमकी देकर भाग गए। यदि फायर मिस नहीं होता, तो युवा कांग्रेस नेता की जान ही चली जाती। इसके बाद भी पुलिस ने घायल आकाश की शिकायत पर पुलकित, विनय कमरिया, रिषभ और राम गुर्जर के खिलाफ सामान्य मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज किया है। 

युकां नेता का कहना है, पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज नहीं किया है। बताया जाता है कि बदमाशों से युवा कांग्रेस नेता का एक महीने पहले कहासुनी हुई थी। मजाक में हुई कहासुनी के बाद से वह उनसे बातचीत नहीं कर रहा था। यही बात उनको खल रही थी। आकाश को सबक सिखाने के लिए यह हमला किया है।

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सुपर फास्ट शिवराज: सुबह मौत की खबर, शाम तक जांच पूरी - मामला वैक्सीन से भोपाल गैस पीड़ित की मौत का - MP NEWS

Posted: 09 Jan 2021 08:04 AM PST

भोपाल
। भले ही किसी भ्रष्ट अधिकारी को आरोप पत्र देने वाली फाइल मुख्यमंत्री के कार्यालय में दबी पड़ी रहे परंतु कुछ मामलों में शिवराज सरकार सुपरफास्ट नजर आती है। मामला भोपाल के गैस पीड़ित मजदूर की मौत का है, परिवार ने आरोप लगाया है कि कोरोना वैक्सीन के कारण उसकी मौत हुई। 9 जनवरी 2021 की सुबह यह खबर मीडिया की सुर्खियों में आई और शाम तक पीपल्स मेडिकल कॉलेज को क्लीन चिट दे दी गई। 

मामला क्या है संक्षिप्त में समझिए 

भोपाल गैस पीड़ित व्यक्ति दीपक मरावी मजदूरी करता था। पीपल्स मेडिकल कॉलेज द्वारा उस पर कोरोनावायरस के लिए तैयार की गई वैक्सीन का ड्रग ट्रायल किया गया। ट्रायल के 9 दिन बाद दीपक मरावी की मौत हो गई। इस मामले में सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि भोपाल गैस पीड़ित व्यक्ति पर वैक्सीन का ट्रायल क्यों किया गया। दूसरा प्रश्न है कि क्या उसकी मौत वैक्सीन के कारण हुई। 

9 जनवरी को जांच समिति का गठन, 9 जनवरी को 9 लाइन की जांच रिपोर्ट पेश 

इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिस गांधी चिकित्सा महाविद्यालय में एक कागज को ड्राफ्ट होने में कई बार 1 सप्ताह से ज्यादा का समय लग जाता है उसी गांधी चिकित्सा महाविद्यालय में जांच के लिए समिति का गठन किया गया, फिर समिति के गठन में संशोधन किया गया और शाम तक समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट पेश कर दी। समिति का गठन प्रकाशित/ प्रसारित समाचारों के आधार पर किया गया था परंतु समिति में मीडिया के सवालों का जवाब नहीं दिया केवल पीपुल्स मेडिकल कॉलेज को क्लीन चिट देते हुए लिखा कि 'प्रोटोकॉल का पालन किया गया है'।



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LIC के पुराने खाताधारकों के लिए गुड न्यूज़, IPO भी आने वाला है - BUSINESS NEWS

Posted: 09 Jan 2021 07:43 AM PST

नई दिल्ली।
भारत सरकार की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम ने अपने पुराने खाताधारकों (जिनकी पॉलिसी किसी भी कारण से बंद हो गई है) को एक बार फिर पॉलिसी चालू करने का मौका दिया है। बिना किसी अतिरिक्त शुल्क या पेनल्टी के बंद हो चुकी पॉलिसी चालू की जा सकती है। दूसरी खास खबर यह है कि एलआईसी का आईपीओ भी जल्द ही आने वाला है।

LIC कि बंद पॉलिसी फिर से चालू करने की लास्ट डेट

LIC ने 'बीच में बंद' हो चुकी पॉलिसियों को फिर चालू करने के लिए 7 जनवरी से 6 मार्च 2021 तक विशेष अभियान चलाने की घोषणा की है। इसके तहत कुछ शर्तों के साथ उपभोक्ताओं को समयपूर्व बीच में बंद पॉलिसी को फिर चालू करने की अनुमति दी जाएगी। एलआईसी ने अपने 1,526 सैटेलाइट कार्यालयों को ऐसी पॉलिसियों को फिर चालू करने के लिए अधिकृत किया है जिनमें विशेष चिकित्सा परीक्षण कराने की जरूरत नहीं है।  

LIC कितनी पुरानी पॉलिसी फिर से चालू की जा सकती है

एलआईसी ने बयान में कहा कि, 'विशेष पुनरोद्धार अभियान के तहत कुछ नियम और शर्तों के साथ विशेष पात्र योजनाओं को प्रीमियम का भुगतान नहीं किए जाने की तारीख से पांच साल के भीतर फिर चालू करने की अनुमति दी जाएगी।' पात्रता के अनुसार स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों पर भी कुछ रियायत दी जाएगी। 

LIC कि बंद हो चुकी पॉलिसी शुरू की तो क्या कोई चार्ज लगेगा 

बयान में कहा गया है कि ज्यादातर पॉलिसियों को सिर्फ अच्छे स्वास्थ्य की घोषणा और कोविड-19 पर सवालों के आधार पर फिर शुरू किया जा सकेगा। एलआईसी ने अपने ग्राहकों के लिए इसी तरह का अभियान 10 अगस्त से नौ अक्तूबर 2020 तक भी चलाया था। बयान में कहा गया है कि पॉलिसीधारकों को विलंब शुल्क पर 20 फीसदी या 2,000 रुपये की छूट मिलेगी। वहीं सालाना प्रीमियम एक लाख से तीन लाख रुपये होने पर 25 फीसदी की छूट मिलेगी।

LIC का IPO जल्द आ सकता है 

उम्मीद की जा रही है कि साल 2021 आईपीओ के लिहाज से काफी बेहतर साबित होगा। इस साल कम से कम 15 कंपनियां अपना आईपीओ लाने की तैयारी में हैं। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी का आईपीओ भी इस साल आ सकता है, जो अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है।

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AMU को हाईकोर्ट से राहत: काम ठप नहीं होगा, नगर निगम के आदेश पर रोक लगाई - EDUCATION NEWS

Posted: 09 Jan 2021 07:28 AM PST

इलाहाबाद
। उत्तर प्रदेश राज्य की हाईकोर्ट ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को राहत देते हुए नगर निगम के उस आदेश पर रोक लगा दी है जिसके माध्यम से नगर निगम ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के बैंक अकाउंट को सीज करवा दिया था। भारतीय स्टेट बैंक में यूनिवर्सिटी का बैंक अकाउंट सीज हो जाने के कारण एएमयू के सभी काम ठप हो सकते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

हाईकोर्ट में बैंक अकाउंट सीज करने वाले आदेश पर रोक लगाई, 15 दिन में डिसीजन का आदेश

AMU के जनसंपर्क विभाग के MIC प्रोफेसर शाफे किदवई ने बताया कि मामला पहले से ही हाईकोर्ट में विचाराधीन था। नगर निगम के नोटिस के बाद एक बार फिर से हाईकोर्ट के संज्ञान में स्थिति ताजा हो गई। हाईकोर्ट ने 31 जनवरी तक AMU के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में संचालित को सीज करने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। प्रोफेसर किदवई ने बताया के हाईकोर्ट ने नगर निगम के बकाए से संबंधित प्रकरण को स्थानीय अदालत को 15 दिन के भीतर निस्तारित करने के लिए भी कहा है। यह मामला स्थानीय स्तर पर भी विचाराधीन है। 

AMU पर ₹140000000 हाउस टैक्स बकाया, इसलिए बैंक अकाउंट सीज करवाए

इधर, विश्वविद्यालय प्रशासन भी नगर निगम के नोटिस का जवाब भेज चुका है। नगर निगम ने पिछले दिनों अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय पर 14 करोड़ रुपए के हाउस टैक्स का बकाया होने की बात कहते हुए नोटिस भेजा था। साथ ही नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी ने एसबीआई में संचालित हो रहे विश्वविद्यालय खाते को सीज करा दिया था।

हाउस टैक्स मात्र 6 करोड रुपए है, नगर निगम वाले 8 करोड रुपए ब्याज मांग रहे हैं

नगर निगम द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय पर 14 करोड़ रुपये बकाया होने की बात कहते हुए नोटिस भेजने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन में नगर निगम को अपना जवाब भेजा है। साथ ही महामारी को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय का सीज किया गया खाता भी जल्द से जल्द रिलीज करवाने की मांग की गई है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद आईपीएस की ओर से नगर निगम को भेजे गए जवाब में कहा गया है कि नगर निगम द्वारा हाउस टैक्स की जिस रकम का उल्लेख किया गया है, उसमें 8 करोड़ रुपये तो सिर्फ ब्याज के ही हैं। 

क्लासरूम और लाइब्रेरी पर भी टैक्स मांग रहा है नगर निगम

इसके अलावा नगर निगम ने कर निर्धारण करते समय कक्षाओं पर, प्रयोगशालाओं पर, पुस्तकालयों पर भी करारोपण करते हुए उन्हें टैक्स के दायरे में ले लिया, जबकि 10 अप्रैल 1990 को जारी किए गए शासनादेश में स्पष्ट उल्लेख है कि शिक्षण संस्थाओं की कक्षाएं, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय कर के दायरे में नहीं आएंगे। 

AMU को नगर निगम से 9 करोड रुपए लेना है

नगर निगम अधिनियम 1959 की धारा 577 के मुताबिक यह शासनादेश आज भी प्रभावी है, लेकिन नगर निगम द्वारा नोटिस भेजते समय इन सब बातों को नजरअंदाज कर दिया गया। इसके अलावा नगर निगम के दो नलकूप विश्वविद्यालय परिसर में लगे हुए हैं। उनका करीब 9 करोड़ रुपये नगर निगम पर बकाया है, जो उनको विश्वविद्यालय को देना है। इन सब बातों को देखते हुए नगर निगम अपने रुख पर एक बार फिर से विचार करे। 

खाता सीज किया तो यूनिवर्सिटी का कामकाज ठप हो जाएगा

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का बैंक खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में संचालित हो रहा है। इस समय महामारी का समय चल रहा है। विश्वविद्यालय के मेडिकल कॉलेज में वैक्सीन के ट्रायल का काम चल रहा है। इस तरह खाता सीज होने से इन सभी चीजों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए जल्द से जल्द खाते को रिलीज करने के लिए नगर निगम सभी औपचारिकताएं पूरी करे।

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JABALPUR: रेत रायल्टी को लेकर खूनी संघर्ष, नाकेदार को पीटा - MP NEWS

Posted: 09 Jan 2021 07:08 AM PST

जबलपुर।
 मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के शहपुरा थाना क्षेत्र के नीमखेड़ा घाट से रेत लेकर जा रहे हाइवा को नाके पर रोककर रायल्टी पूछी जाने पर नाका कर्मी से की गयी पिटाई के बाद घंटों हंगामा मचा रहा। रेत को लेकर दो पक्षों में हुए विवाद के चलते दोनों पक्षों के लोग हथियारों से लैस होकर नाके पर जमा हो गये। रेत को लेकर खूनी संघर्ष होने की आशंका के चलते आसपास के कई थानों की पुलिस मौके पर पहुँची उसके बाद मामला शांत हो सका। 

सूत्रों के अनुसार नीमखेड़ा घाट से रेत भरकर जा रहे हाइवा चालक को नाके पर रोका गया और उससे रेत की रायल्टी माँगी गयी। इस बात को लेकर विवाद होने पर हाइवा चालक ने नाका कर्मी की पिटाई कर दी। इस घटना की जानकारी लगने पर नाका कर्मी के पक्ष में लोगों की भीड़ जमा हो गयी वहीं हाइवा चालक के पक्ष में लोग पहुँच गये। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों पक्षों के लोग हथियार चमकाकर हंगामा कर रहे थे। सूचना लगने पर शहपुरा पुलिस मौके पर पहुँची और दोनों पक्षों को समझाइश दी लेकिन मामला शांत नहीं होने पर वायरलेस सेट पर सूचना देकर आसपास के थानों का बल बुलाया गया। कुछ ही देर में नाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया उसके बाद विवाद शांत हुआ। 

रेत नाका पर रायल्टी को लेकर रेत ले जा रहे हाइवा चालक व नाकेदार के बीच विवाद और मारपीट होने के बाद दोनों पक्षों के लोग पहुँचे गये थे। हंगामे की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुँची तब तक दोनों पक्षों ने आपसी समझौता कर विवाद सुलझा लिया था। 
सीएम शुक्ला, टीआई

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फॉरेस्ट कर्मचारियों को हथियार और बुलेट प्रूफ जैकेट प्रदान करें: सुप्रीम कोर्ट का आदेश - FOREST EMPLOYEE NEWS

Posted: 09 Jan 2021 07:07 AM PST

नई दिल्ली।
सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया ने एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान देश भर की राज्य सरकारों को निर्देशित किया है कि वह वन विभाग के ऐसे कर्मचारी जो फील्ड में तैनात होते हैं, आधुनिक हथियार और बुलेट प्रूफ जैकेट उपलब्ध कराएं। सुप्रीम कोर्ट ने माना कि वन माफिया का की ताकतवर है और उनके सामने फारेस्ट डिपार्टमेंट के लोग कमजोर पड़ जाते हैं।

वन माफिया के पास काला धन है, प्रवर्तन निदेशालय को शामिल किया जाए: उच्चतम न्यायालय

पीठ 25 साल पुरानी टीएन गोदावर्मन तिरुमुल्पाद की जनहित याचिका में दाखिल एक अंतरिम आवेदन पर विचार कर रही थी। पीठ ने कहा कि इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय को शामिल किया जाना चाहिए। इसमें अलग से वन्यजीव प्रकोष्ठ होना चाहिए। यह सब अपराध से अर्जित धन है। 

राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में फॉरेस्ट ऑफिसर पर हमले हो रहे हैं

पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम दीवान के इस कथन का संज्ञान लिया कि वन अधिकारियों पर होने वाले हमलों में भारत की हिस्सेदारी 38% है। उन्होंने राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में वन अधिकारियों पर हमले की घटनाओं की ओर पीठ का ध्यान आकर्षित किया। दीवान ने कहा, 'फारेस्ट रेंजरों पर बर्बरतापूर्ण हमले किए जा हैं। यही नहीं, ये लोग इन अधिकारियों के खिलाफ भी मामले दर्ज करा रहे हैं।'

केवल लाठी के बल पर कैसे करेंगे मुकाबला

पीठ ने कहा, 'हम जब असम जाते हैं, तो (देखते हैं) उन्हें हथियार दिए गए हैं, जबकि महाराष्ट्र में उनके पास सिर्फ लाठी होती है।' पीठ ने कहा कि सॉलीसिटर जनरल तुषार मेहता, श्याम दीवान और एडीएन राव द्वारा फारेस्ट रेंजरों की रक्षा के बारे में वक्तव्य दिये जाने के बाद इस मामले में उचित आदेश पारित किया जाएगा।

बुलेट प्रूफ जैकेट और हेलमेट दिए जाएं: सर्वोच्च न्यायालय

आवेदन पर सुनवाई शुरू होते ही पीठ ने कहा, 'हम निर्देश देंगे कि अधिकारियों को हथियार, बुलेट प्रूफ जैकेट और हेलमेट दिए जाएं।' कर्नाटक में वन अधिकारियों को 'चप्पलों' में ही घूमते देखा जा सकता है और वन्यजीवों के शिकार करने वाले उन्हें झापड़ तक मार देते हैं। हम चाहते हैं कि सुनवाई की अगली तारीख पर सॉलीसिटर जनरल वक्तव्य दें कि वन विभाग के फील्ड कर्मचारियों को हथियार दिए जाएंगे।' 

रेंजरों पर दर्ज कराए जा रहे झूठे केस

पीठ ने अपने आदेश में इस बात को दर्ज किया कि विभिन्न राज्यों में फॉरेस्ट रेंजरों पर हमले किए जा रहे हैं और उन्हें अपने कर्तव्य से विमुख करने के लिए उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराए जा रहे हैं। पीठ ने कहा, 'यह कल्पना करना भी मुश्किल है कि इतने व्यापक भूक्षेत्र में गैरकानूनी गतिविधियां जारी रखने वाले इन शिकारियों से किस तरह वन अधिकारियों की रक्षा की जाए। घातक हथियारों से लैस शिकारियों की तुलना में निहत्थे वन अधिकारियों द्वारा किसी भी कानून को लागू करा पाना बहुत मुश्किल है।'

जंगल में मदद के लिए किसी को बुला भी नहीं सकते

पीठ ने इस मामले की सुनवाई चार सप्ताह के लिए स्थगित करते हुए कहा कि संबंधित अधिवक्ताओं के वक्तव्यों को ध्यान में रखते हुए उचित आदेश पारित किया जाएगा। इन शिकारियों द्वारा वन अधिकारियों पर हमला किए जाने की स्थिति में ये अधिकारी जंगल में मदद के लिए किसी को बुला भी नहीं सकते हैं। जिस तरह शहरों में मदद के लिए पुलिस को बुलाया जा सकता है, उसी तरह की कोई न कोई व्यवस्था वन अधिकारियों के लिए भी होनी चाहिए।

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JABALPUR: रेलवे ट्रैक पर विवाहिता और 4 साल के बेटे का शव मिला, आत्महत्या या हत्या, पुलिस जांच के बाद बताएगी - MP NEWS

Posted: 09 Jan 2021 07:12 AM PST

जबलपुर।
 मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के मैहर-कटनी रेल मार्ग पर धतूरा मोड़ के पास एक महिला ने अपने 4 साल के बेटेे को लेकर चलती ट्रेन के सामने छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली। मां-बेटे की मौत हो गई।  

मृतका की शिनाख्त 30 वर्षीया सुधा पटेल पत्नी मनोज पटेल निवासी खैरा के रुप में की गई है। मासूम बेटे का नाम शौर्य है। पुलिस ने बताया कि घटना स्थल मैहर से तकरीबन 8 किलोमीटर दूर है। मैहर में पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव 9 जनवरी को परिजनों के सुपुर्द कर दिए। पुलिस ने बताया कि प्रथमदृष्टया मामला खुदकुशी का है। 

पुलिस को सूचना मिली थी कि मैहर-कटनी रेल मार्ग पर धतूरा मोड़ के पास दो शव पड़े हुए हैं। पूछताछ से पता चला कि मृतका खैरा निवासी मनोज पटेल की पत्नी सुधा और बेटा शौर्य है। मगर, आत्महत्या के कारण फिलहाल अज्ञात हैं। मर्ग कायम करते हुए जांच शुरु कर दी गई है। 

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BF ने धर्म परिवर्तन के लिए टॉर्चर किया तो लड़की फांसी पर झूल गई - BHOPAL NEWS

Posted: 09 Jan 2021 07:07 AM PST

भोपाल। 
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 26 साल की एक लड़की ने फांसी लगाने से पहले पांच लाइन का एक सुसाइड नोट लिखा। इसमें उसने लिखा, मेरा नाम पूजा है। मैं आत्महत्या करने जा रही हूं। इसका जिम्मेदार आदिल खान है। आदिल खान सन ऑफ खलीक खान। इसमें उसने आरोपी का पता और मोबाइल नंबर भी लिखा है। मां दरवाजा पीटती रहीं और 26 साल की बेटी ने अपने कमरे में फांसी लगा ली। पूजा के भाई का कहना है कि पूजा ने आत्महत्या इसलिए की क्योंकि एक लड़का बबलू बंद कर उससे मिला और बाद में आदिल निकला। उसने यह भी सहन कर लिया था लेकिन आदिल उसे धर्म परिवर्तन के लिए टॉर्चर कर रहा था। पूजा धर्मांतरण के लिए तैयार नहीं थी।

8 साल से दोस्ती थी, नाम और पहचान छुपाकर संबंध बना लिए थे

पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर देर रात 1 बजे आदिल खान के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। अब इस मामले में परिजनों का आरोप है कि आदिल ने अपना नाम छिपाकर पूजा से दोस्ती की थी। वह करीब 8 साल से अच्छे दोस्त थे। टीटी नगर निवासी 26 वर्षीय पूजा बरेले डायल-100 के कॉल सेंटर में जॉब करती थी। उसके भाई राहुल ने पुलिस को बताया कि कल शाम को पूजा अपने कमरे में चली गई थी। उस दौरान उनकी मां और पूजा ही घर पर थे। पूजा के दरवाजा बंद करते ही मां ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन पूजा ने कोई जवाब नहीं दिया। बड़ी मुश्किल से दरवाजा खोल सके तो पूजा फंदे पर लटकी हुई थी।

आदिल खान के खिलाफ मामला दर्ज

उन्होंने फंदा खोलकर उसे उतारने का प्रयास किया, लेकिन तब तक पूजा की मौत हो चुकी थी। पलंग पर ही उन्हें एक सुसाइड नोट मिला। इसमें पूजा ने आदिल के लिए आत्म हत्या का जिम्मेदार बताया। घटना की सूचना मिलते ही टीटी नगर पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने देर रात इस मामले में आदिल के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया।

पूरा परिवार शादी के लिए तैयार था, पता चला वह बबलू नहीं आदिल है

पूजा के भाई राहुल ने बताया कि घटना के वक्त पापा गांव गए थे और वह जॉब पर था। मां ने फोन पर पूजा के फांसी लगाने की सूचना दी थी। उसके पलंग पर एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने आदिल को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया है। आदिल से पूजा करीब 8 साल पहले मिली थी। उस दौरान आदिल ने अपना नाम बबलू और धर्म हिंदू बताया था। उसने कहा था कि वह उससे शादी करेगा। उन्हें भी उनके रिश्ते से कोई ऐतराज नहीं था। बीच में पूजा को पता चला कि बबलू का असली नाम आदिल है। 

पूजा को धर्म परिवर्तन के लिए टॉर्चर कर रहा था आदिल: भाई का आरोप

उसके बाद वह पूजा पर धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बनने के लिए दबाव बनाने लगा। उसके शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना दी। उसके शरीर पर जगह-जगह मारपीट के निशान भी हैं। परिजनों ने पुलिस को बताया कि पूजा और आदिल की दोस्ती के बारे में उन्हें पता था, लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि वह मुस्लिम है। उसने अपना नाम छिपाकर पूजा से दोस्ती की थी। वह पूजा पर धर्म बदलने का दबाव बना रहा था। पूजा मानसिक तनाव में आ गई थी। हालांकि पुलिस अब मामले की और सुसाइड नोट की पड़ताल कर रही है। मध्यप्रदेश में लव जिहाद को लेकर नया अध्यादेश आ गया है। ऐसे में यह लव जिहाद का पहला मामला हो सकता है।

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INDORE निगम कर्मचारी को पत्नी ने पीटा, घबराकर थाने पहुंचा - MP NEWS

Posted: 09 Jan 2021 06:20 AM PST

इंदौर।
 मध्य प्रदेश के इंदौर के तुकोगंज थाना क्षेत्र में एक महिला ने पति पर जानलेवा हमला कर दिया। पति नगर निगम में नौकरी करता है। उसने मजाक में घी खाने से मना कर दिया था। इससे गुस्साई पत्नी ने मारपीट कर दी। उसने यह भी कहा कि आइंदा, रोका तो तकिये से मुंह दबाकर हत्या कर दूंगी। घबराया पति थाने तक पहुंच गया और अपनी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया।

तुकोगंज थाना पुलिस के मुताबिक न्यू पलासिया निवासी जितेंद्र पुत्र ज्ञानचंद्र नागर निवासी न्यू पलासिया की शिकायत पर उसकी पत्नी दीपिका के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। जितेंद्र नगर निगम में नौकरी करता है। उसने बताया कि पत्नी घी खा रही थी। तब बेटी ख्वाहिशा ने कहा पापा ने घी लेने से मना किया है। दीपिका नाराज हो गई और पति जितेंद्र से हाथापाई शुरू कर दी। 

जितेंद्र ने उसे समझाया तो चाकूनुमा चीज से हमला कर घायल कर दिया। दीपिका ने यह भी कहा कि आइंदा, मुझे घी खाने से रोका तो तकिये से मुंह दबाकर हत्या कर दूंगी। घायल जितेंद्र थाने पहुंचा और पत्नी के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया। घटना के बाद जितेंद्र ने कहा कि मैंने घी खाने से कभी मना ही नहीं किया था। बेटी ने उससे मजाक किया तो वह गंभीर हो गई।

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SIGNAL APP की खास बातें: कहां से DOWNLOAD करें, made by, country, owner, review, founder सब कुछ यहां पढ़िए

Posted: 09 Jan 2021 05:50 AM PST

दुनिया भर में लोग अपने मैसेजिंग एप की समीक्षा कर रहे हैं और सबसे अच्छा मोबाइल ऐप डाउनलोड कर रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा Telegram और Signal App को डाउनलोड किया जा रहा है। टेलीग्राम के बारे में दो सभी लोग जानते हैं। निश्चित रूप से यह एक बेहतरीन मैसेजिंग ऐप है, जिसके फीचर किसी भी दूसरे मैसेजिंग एप से कहीं ज्यादा है। भारत के नागरिकों के सामने एक नया विकल्प Signal App आया है। आइए पता करते हैं कि सिग्नल ऐप में क्या खास बात है और इसे कहां से डाउनलोड करना चाहिए।

SIGNAL APP दुनिया के प्रोफेशनल्स की पहली पसंद है: कंपनी का दावा

बताया जा रहा है कि Signal एक ऐसा ऐप है जो यूजर डेटा के नाम पर केवल लोगों से कॉन्टैक्ट नंबर लेता है। दावा किया गया है कि इस ऐप को दुनियाभर में जर्नलिस्ट, एक्टिविस्ट, पॉलिटिशियन्स, लॉयर्स और सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स भी बड़ी संख्या में इस्तेमाल करते हैं। Signal Messenger LLC, जो कि Mozilla जैसे एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन सिग्नल फाउंडेशन के अंडर काम करता है, इसे तब बनाया गया था जब Acton ने कंपनी छोड़ी और सिग्नल को 50 मिलियन डॉलर डोनेट किया। 

SIGNAL APP मुनाफे के लिए काम नहीं करता, यूजेस डोनेशन सपोर्ट देते हैं

एनक्रिप्टेड टेक्स्टिंग के लिहाज से ये काफी अच्छा है। सिग्नल फाउंडेशन एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन है और किसी मेजर टेक कंपनी से इसकी कोई साझेदारी नहीं है। इस ऐप का डेवलपमेंट Signal यूजर्स के डोनेशन सपोर्ट से होता है। इस ऐप का सोर्स कोड सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध है। ऐसे में दुनियाभर के सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स इसमें आ रही दिक्कतों को चेक कर सकते हैं। ऐसे में इसे बाकी ऐप्स की तुलना में तेजी से फिक्स किया जा सकता है।

SIGNAL APP कितना सुरक्षित है

सिग्नल हर चीज को एनक्रिप्ट कर देता है। इसमें आपकी प्रोफाइल फोटो, वॉयस-वीडियो कॉल्स, अटैचमेन्ट्स, स्टिकर्स और लोकेशन पिन्स शामिल हैं।
ये आपके चैट्स का बैकअप सुरक्षित तरीके से करता है
ये ऐप आपके मैसेजेस का असुरक्षित बैकअप्स क्लाउड को नहीं भेजता है। यानी आपके मैसेजेस दुनिया में कोई भी दूसरा व्यक्ति नहीं पढ़ सकता।
सिग्नल ऐप अपने सर्वर में आपके कॉन्टैक्ट्स तक नहीं रखता है और ये आपको आपके फ्रेंड्स मैच कराने के लिए दूसरी प्राइवेसी फ्रेंडली मेथड का इस्तेमाल करता है।
Signal का एक सबसे पुराना और यूजफुल फीचर वो है, जिससे आप मैसेज डिसअपीयर कर सकते हैं। व्हाट्सएप ने हाल ही में इस फीचर को इनेबल किया है।
यूजर्स इसके लिए 10 सेकेंड से लेकर एक हफ्ते तक का टाइमर सेट कर सकते हैं। 
इससे पुराना कोई भी अपने आप वैनिश हो जाएगा। 
साथ ही वन-टाइम व्यूएबल मीडिया और मैसेजिंग रिक्वेस्ट्स जैसे कई फीचर्स वॉट्सऐप में नहीं मिलते हैं। 
SIGNAL APP DOWNLOAD करने के लिए यहां क्लिक करें

GWALIOR नगर निगम: आउटसोर्स सफाईकर्मी की नौकरी के लिए 45000 की रिश्वत - MP NEWS

Posted: 09 Jan 2021 05:30 AM PST

ग्वालियर
। नगर स्मार्ट हो या ना हो लेकिन नगर निगम रिश्वतखोर हो गया है। सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुए, कमिश्नर को मुख्यमंत्री ने हटाने के निर्देश दिए और दो अधिकारी रिश्वतखोरी के आरोप में सस्पेंड हुए इसके बाद एक नया खुलासा हुआ है। सफाई कर्मचारी की आउट सोर्स भर्ती के लिए नगर निगम में ₹45000 की रिश्वत ली गई। इस बार रिश्वतखोरी का आरोप अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव पर लगा है।

ग्वालियर के अपर आयुक्त पर आरोप: रिश्वत लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिए

मालती व रचना नाम की महिलाओं ने शपथ पत्र के साथ एसपी के नाम आवेदन में आरोप लगाया है कि फरवरी 2020 में आउटसोर्स सफाई कर्मचारी के रूप में भर्ती के लिए नगर निगम कर्मचारी राकेश करोसिया और ओमप्रकाश बाथम के जरिए अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव ने 45 और 25 हजार रुपये की रिश्वत ली और फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। जब लगातार कई माह तक वेतन नहीं दिया गया तब फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। 

वेतन नहीं मिला तब पता चला नियुक्ति पत्र फर्जी है

मालती पत्नी संतोष: गुढ़ी गुढ़ा का नाका निवासी मालती पत्नी संतोष ने एसपी को दिए आवेदन में आरोप लगाया कि फरवरी महीने में वार्ड 18 में सफाई कर्मी की भर्ती के लिए 45 हजार स्र्पए राकेश करोसिया को दिए। राकेश करोसिया उन्हें नगरनिगम के स्थायी कर्मचारी ओमप्रकाश बाथम के पास ले गया। इसके बाद राकेश व ओमप्रकाश उसे नगरनिगम के अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव के पास ले गए। भर्ती के लिए स्र्पए राजेश श्रीवास्तव को लिफाफे में रखकर दे दिए। इसके बाद आदेश भी निकला और वे काम भी करते रहे लेकिन उनका वेतन नहीं निकला। वेतन न मिलने पर जब वे नगरनिगम के स्वास्थ्य अधिकारी के पास गए तो उन्होंने बताया कि उनका नियुक्ति पत्र फर्जी है। इसलिए इन सभी के साथ कार्रवाई की जाए और स्र्पए वापस दिलाए जाएं। 

अपने हाथ से अपर आयुक्त को रिश्वत की रकम दी है

रचना पत्नी मनोज: गुढ़ागुढ़ी का नाका निवासी रचना पत्नी मनोज ने भी अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव, ओमप्रकाश बाथम व राकेश करोसिया पर सफाई कर्मी की भर्ती के लिए 25 हजार स्र्पए लेने का आरोप लगाया है और आवेदन एसपी को दिया है। आवेदन में रचना ने बताया कि राकेश करोसिया ही उसे ओमप्रकाश बाथम के पास ले गया और ओमप्रकाश बाथम अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव के पास। राजेश श्रीवास्तव को 25 हजार स्र्पए लिफाफे में रखकर दिए गए। इसके बाद 24 फरवरी को नियुक्ति आदेश मिल गया। इसके बाद काम भी शुरू कर दिया। लेकिन वेतन नहीं मिला। स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि उनका नियुक्ति पत्र फर्जी है। इसलिए तीनों ही दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।

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मध्यप्रदेश में शादी के लिए धर्म परिवर्तन अपराध: धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम 2020 आज से लागू - madhya pradesh freedom of religion Act 2020

Posted: 09 Jan 2021 05:12 AM PST

भोपाल
। मध्य प्रदेश में आज दिनांक 9 जनवरी 2020 से धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम 2020 लागू हो गया है। मध्यप्रदेश के राजपत्र में इसका प्रकाशन हो गया है। आज दिनांक के बाद से मध्यप्रदेश में शादी करने के लिए धर्म परिवर्तन को अपराध माना जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस कानून को बनाए जाने में काफी रूचि ली है। मध्य प्रदेश के सभी कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों को नए कानून की कॉपी भेज दी गई है।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मंजूरी के बाद नया कानून लागू

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की मंजूरी के 48 घंटे बाद मध्यप्रदेश में 'धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम 2020' का अध्यादेश लागू किया गया है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने के बाद सरकार ने इस सबंध में नोटिफिकेशन जारी किया है।पिछले साल 29 दिसंबर 2020 को मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने कैबिनेट बैठक में इस अध्यादेश के ड्राफ्ट को अनुमोदन दिया था। 

6 महीने में विधानसभा से पारित नहीं हुआ तो स्थगित हो जाएगा

अध्यादेश में प्रलोभन, बहलाकर, बलपूर्वक या धर्मांतरण करवाकर विवाह करने या करवाने वाले को एक से 10 साल तक की सजा और अधिकतम एक लाख रुपए तक जुर्माने का प्रावधान किया गया है। इस अध्यादेश को पहले विधानसभा सत्र के जरिए लाने की तैयारी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से सत्र स्थगित होने के कारण अध्यादेश विधानसभा में पेश नहीं किया जा सका। हालांकि अब इसे 6 महीने के भीतर विधानसभा में पास कराना जरूरी होगा।

धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम 2020 कानून के मुख्य प्रावधान

बहला-फुसलाकर, धमकी देकर जबरदस्ती धर्मांतरण और शादी करने पर 10 साल की सजा का प्रावधान. यह गैर जमानती अपराध होगा।
धर्मांतरण और धर्मांतरण के बाद होने वाले विवाह के 2 महीने पहले डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को धर्मांतरण और विवाह करने और करवाने वाले दोनों पक्षों को लिखित में आवेदन देना होगा।
बगैर आवेदन दिए धर्मांतरण करवाने वाले धर्मगुरु, काजी, मौलवी या पादरी को भी 5 साल तक की सजा का प्रावधान है।
धर्मांतरण और जबरन विवाह की शिकायत पीड़ित, माता- पिता, परिजन या गार्जियन द्वारा की जा सकती है।
सहयोग करने वालों को भी मुख्य आरोपी बनाया जाएगा। उन्हें अपराधी मानते हुए मुख्य आरोपी की तरह ही सजा होगी।
जबरन धर्मांतरण या विवाह कराने वाली संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन रद्द किया जाएगा।
इस प्रकार के धर्मांतरण या विवाह कराने वाली संस्थाओं को डोनेशन देने वाली संस्थाएं या लेने वाली संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन भी रद्द होगा।
इस प्रकार के धर्मांतरण या विवाह में सहयोग करने वाले आरोपियों के विरुद्ध मुख्य आरोपी की तरह ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अपने धर्म में वापसी करने पर इसे धर्म परिवर्तन नहीं माना जाएगा।
पीड़ित महिला और पैदा हुए बच्चे को भरण-पोषण का हक हासिल करने का प्रावधान है।
आरोपी को ही निर्दोष होने के सबूत प्रस्तुत करना होगा।

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मध्य प्रदेश में दैवेभो कर्मचारियों की सेवा समाप्ति पर हाईकोर्ट की रोक - MP EMPLOYEE NEWS

Posted: 09 Jan 2021 07:08 AM PST

जबलपुर
। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की सेवा समाप्ति पर रोक लगा दी है। हाई कोर्ट का कहना है कि जब तक याचिका का निराकरण नहीं हो जाता तब तक किसी भी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकाला जाए। मामला नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा जारी किए गए एक तरफा सेवा समाप्ति के आदेश का है।

नगरीय प्रशासन विभाग ने दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के खिलाफ एकतरफा आदेश जारी किया

याचिकाकर्ता प्रकाश सहित अन्य की ओर से अधिवक्ता सुजीत सिंह ठाकुर ने पक्ष रखा। उन्होंने दलील दी कि याचिककार्ता जबलपुर जिले की जिला अंतर्गत कार्यरत हैं। कोरोना काल में सफाई कर्मियों का अत्यधिक महत्व है। इसके बावजूद उनको निकाले जाने की तैयारी की जा रही है। 15 मार्च 2020 को नगरीय प्रशासन विभाग संयुक्त संचालक ने नगर निगम व अन्य नगरीय निकायों को आदेश दिया कि सभी दैनिक वेतनभोगी और मस्टर रोल पर कार्यरत कर्मियों को निकाला जाए। 

दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को सुनवाई का अवसर नहीं दिया

इस आदेश के पूर्व इससे प्रभावित होने वाले कर्मियों को सुनवाई का अवसर तक नही दिया गया। इसके खिलाफ याचिकाकर्ताओं के अभ्यावेदन का भी अभी तक निराकरण नहीं किया गया। अंतिम सुनवाई के बाद कोर्ट ने जल्द से जल्द अभ्यावेदन का निराकरण करने का निर्देश देकर तब तक याचिकाकर्ताओं को निकालने पर रोक लगा दी।

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UPSC- असिस्टेंट प्रोफेसर सहित 46 पदों के लिए नोटिफिकेशन जारी - NEW NOTIFICATION

Posted: 09 Jan 2021 03:34 AM PST

UPSC- यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन ने असिस्टेंट प्रोफेसर और असिस्टेंट डायरेक्टर सहित 46 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। कैंडीडेट्स संघ लोक सेवा आयोग की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जाकर ऑनलाइन एप्लीकेशन फाइल कर सकते हैं। ऑफिशल वेबसाइट पर नोटिफिकेशन मौजूद है। ऑनलाइन अप्लाई करने से पहले नोटिफिकेशन को ध्यानपूर्वक पढ़ें।

नोटिफिकेशन के मुताबिक आयोग की तरफ से इस भर्ती के जरिए कुल 46 पदों पर भर्तियां की जाएंगी। जिसके तहत असिस्टेंट डायरेक्ट (शिपिंग), असिस्टेंट प्रोफेसर के पद शामिल हैं। भर्ती के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 28 जनवरी 2021 है। इसके बाद किसी भी अभ्यर्थी का फॉर्म एक्सेप्ट नहीं किया जाएगा।

भर्ती डिटेल्स: Vacancy Details 
1-असिस्टेंट डायरेक्टर (शिपिंग)
2- स्पेशलिस्ट ग्रेड III 
3-असिस्टेंट प्रोफेसर (डर्मेटोलॉजी
4- वेनेरोलॉजी एंड लेप्रोसी)
5- स्पेशलिस्ट ग्रेड III असिस्टेंट प्रोफेसर (मेडिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी)
6- स्पेशलिस्ट ग्रेड- III असिस्टेंट प्रोफेसर (नेत्र रोग)
7- स्पेशलिस्ट ग्रेड- III असिस्टेंट प्रोफेसर (OBSTETRICS AND GYNECOLOGY)
8- स्पेशलिस्ट ग्रेड- III असिस्टेंट प्रोफेसर (पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी)
9- स्पेशलिस्ट ग्रेड III असिस्टेंट प्रोफेसर (पीडियाट्रिक सर्जरी)
10- स्पेशलिस्ट ग्रेड III असिस्टेंट प्रोफेसर (प्लास्टिक एंड रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी)
11- असिस्टेंट डायरेक्टर (बैलिस्टिक)

शैक्षणिक योग्यता: Educational Qualification
असिस्टेंट डायरेक्टर (शिपिंग): जहाजों या पोर्ट ऑपरेशन के शिपिंग या चार्टरिंग में तीन साल के अनुभव के साथ किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय / संस्थान की डिग्री होना अनिवार्य है।

असिस्टेंट प्रोफेसर: सीनियर रेजिडेंट या ट्यूटर या डेमोंस्ट्रेटर या रजिस्ट्रार या सहायक प्रोफेसर या लेक्चरर के रूप में मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान में कम से कम तीन साल के शिक्षण अनुभव के साथ एक एमबीबीएस डिग्री होना चाहिए। शैक्षिक योग्यता से जुड़ी अधिक जानकारी अभ्यर्थी आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं।

चयन प्रक्रिया: Selection process
इन पदों पर अभ्यर्थियों का चयन लिखित एग्जाम और इंटरव्यू के आधा पर किया जाएगा। अधिक जानकारी अभ्यर्थी आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं।

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MPPEB- ANMTST RECRUIENT NOTIFICATION 2021 - मध्य प्रदेश महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता चयन परीक्षा

Posted: 09 Jan 2021 07:43 AM PST

मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने ANMTST (Auxillary Nurse Midwife Training selection Test - सहायक नर्स मिडवाइफ ट्रेनिंग चयन परीक्षा) का नोटिफिकेशन रिलीज कर दिया है। ANMTST RECRUIENT NOTIFICATION 2021 (PDF) के लिए यहां क्लिक करें

महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रशिक्षण चयन परीक्षा (एएनएमटीएसटी)-2020 के लिए सभी योग्यता इच्छुक उम्मीदवार इस पद के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 220 पदों के लिए आयोजित होने वाली यह online आवेदन प्रक्रिया 9 जनवरी 2021 से 23 जनवरी 2021 तक जारी रहेगी। यह परीक्षा की 15 और 16 फरवरी 2021 को विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के आधार पर किया जाएगा। 

शैक्षणिक योग्यता- सीनियर सेकेंडरी, अन्य योग्यताएं  कार्यात्मक- प्रशासन, मेडिकल, अन्य कार्य क्षेत्र। इच्छुक उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वह ऑनलाइन आवेदन से पहले एमपीपीईबी की ऑफिशियल वेबसाइट पर दिए गए अन्य निर्देशों के बारे में सावधानी पूर्वक पढ़े।

महत्वपूर्ण तारीखें
नोटिफिकेशन तारीख -8  जनवरी 2021
आवेदन की अंतिम तिथि  -23 जनवरी 2021 
शहर- भोपाल 
राज्य -एमपी
देश -भारत
संगठन -एमपीपीईबी 

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मध्य प्रदेश: महिला विधायक के पति का गिरफ्तारी वारंट, पुलिस वालों पर कार्रवाई के निर्देश

Posted: 09 Jan 2021 03:02 AM PST

भोपाल
। मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एडीजे कोर्ट ने पथरिया विधानसभा से विधायक एवं बसपा से निष्कासित महिला नेता रामबाई के पति गोविंद सिंह परिहार के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है एवं हत्या के इस मामले में गोविंद सिंह परिहार को राहत देने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। 

उल्लेखनीय है कि पथरिया की महिला नेता एवं विधायक श्रीमती रामबाई परिहार के पति गोविंद सिंह परिहार, देवर चंदू उर्फ शैलेंद्र परिहार, भाई लोकेश परिहार एवं अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज है। आरोप है कि सभी ने मिलकर पथरिया के कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया एवं उनके बेटे सोमेश चौरसिया पर मार्च 2019 में जानलेवा हमला किया। इस हमले में देवेंद्र चौरसिया की मौत हो गई थी। 

कमलनाथ सरकार के समय कांग्रेस नेता की हत्या के मामले में महिला विधायक के पति गोविंद सिंह परिहार को गिरफ्तार नहीं किया गया था जबकि शेष सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में गोविंद सिंह परिहार का नाम FIR से हटा दिया गया। पुलिस ने अपनी इन्वेस्टिगेशन में गोविंद सिंह परिहार को हत्या के अपराध में शामिल होना नहीं बताया था।

पुलिस इन्वेस्टिगेशन के खिलाफ कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया के बेटे सुमित चौरसिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है एवं हटाने वाले में भी आवेदन दिया था। इसी आवेदन पर विचार करते हुए न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया। बताया जाता है कि महिला विधायक के प्रति गोविंद सिंह परिहार के खिलाफ पुलिस रिकॉर्ड में दर्जनों मामले दर्ज हैं। ट्रिपल मर्डर कांड में गोविंद सिंह को आजीवन कारावास की सजा हुई है, जिस की अपील सुप्रीम कोर्ट में की गई थी। इसलिए जमानत पर बाहर है।

एडवोकेट नगाइच ने बताया कि न्यायालय ने डीजीपी मध्य प्रदेश से अपेक्षा की है कि वह इस मामले में गोविंद सिंह परिहार की मदद करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करें।

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GWALIOR: बेटे के सामने पत्नी की हत्या, सिर पर ईंट मारी, फिर गला दबाया - MP NEWS

Posted: 09 Jan 2021 02:49 AM PST

ग्वालियर।
 मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक युवक ने 7 साल के बेटे के सामने पत्नी की हत्या कर दी। पहले पत्नी के सिर पर ईंट मारी फिर गला दबाकर उसे मार डाला। दोनों के बीच में किसी बात को लेकर झगड़ा भी हुआ था। वारदात शनिवार अलसुबह 4 बजे मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर घाटीगांव के पंचमपुरा की है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। आरोपी की तलाश की जा रही है।
 
घाटीगांव थाना क्षेत्र के सिमरिया टांका स्थित पंचमपुर निवासी 31 वर्षीय महिला भूता देवी बंजारा का विवाह बिलौआ थाना क्षेत्र के चिरपुरा निवासी हरिवल्लभ सिंह बंजारा से हुआ था। दोनों के 7 साल का बेटा गिर्राज है। हरिवल्लभ जयपुर में प्राइवेट नौकरी करता है। लॉकडाउन से वह घर पर ही था, लेकिन दीपावली के बाद काम पर चला गया था, तभी से उसकी पत्नी भूता देवी मायके में रह रही है। 

चार दिन पहले ही हरिवल्लभ जयपुर से सिमरिया टांका आया था। रात से दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हो रहा था। अलसुबह जब गिर्राज की नींद खुली, तो उसकी मां पर पिता ईंट से हमला कर रहा था। मासूम रोया, तो उसे डांटकर पिता ने सुला दिया। इसके बाद पत्नी की हत्या कर फरार हो गया। सुबह भूता देवी की भाभी घर आई, तो वारदात का पता लगा।

पुलिस ने जब मृतका के 7 वर्षीय बेटे से पूछताछ की, तो उसने बताया कि रात करीब 4 बजे पापा मम्मी से लड़ रहे थे। पापा ने मां को ईट मार दी। उसने मां की तरफ जाने का प्रयास किया, तो उसे डांटकर सोने के लिए कहा। जिस पर वह आंख बंद कर सो गया। अब पुलिस हत्या का कारण पता कर रही है। महिला के मायके वालों से भी पूछताछ की है।

घटना के बाद से आरोपी हरिवल्लभ सिंह फरार है। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना करने के बाद आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। आशंका है, वह हत्या के बाद अपने गांव बिलौआ के चिरपुरा पहुंचा होगा। एसडीओपी प्रवीण अष्ठाना का कहना है, टीम गांव पहुंचाई है।

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BF ने धर्म छिपा GF का रेप किया, पिता ने शादी कराने के बदले कार मांगी, FIR - INDORE NEWS

Posted: 09 Jan 2021 05:29 AM PST

इंदौर।
 मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के महिला थाना पुलिस ने एक युवती की शिकायत पर एक युवक और उसके पिता पर दुष्कर्म का केस दर्ज किया है। आरोपित युवक ने धर्म और नाम बदल कर युवती से दोस्ती की थी। उसको शादी का झांसा दिया और शारीरिक संबंध बना लिए। आरोपित पिता- पुत्र ने उससे बाइक और मोबाइल भी ले लिया।   

महिला थाना टीआई ज्योति शर्मा के मुताबिक़ 26 वर्षीय पीड़िता चितावद क्षेत्र की एक कॉलोनी में रहती है। युवती निजी संस्थान में नौकरी करती है। करीब पांच साल पहले उसकी आरोपित समीर मुलतानी से दोस्ती हुई थी। उस वक्त आरोपित ने उसका नाम राज बताया था। युवती से धर्म छिपाकर बात करने लगा। उसे शादी का प्रस्ताव दिया और शारीरिक संबंध बना लिए। बाद में उसने पिता इकबाल मुलतानी से मिलवाया तो उसने कहा शादी करने के लिए बेटे को मोबाइल और उसको बाइक लड़की ने दोनों की दोनो मांग भी पूरी कर दी। लेकिन इसके बाद इकबाल की नियत खराब हो गई और कहा उसे तो कार चाहिए। उसने शादी से इनकार कर दिया और युवती को धमकाया।

शुक्रवार को मामला एएसपी( पश्चिम) राजेश व्यास के पास पहुंची युवती ने कहा, आरोपित राज का असली नाम समीर मुलतानी है। उसकी मटन की दुकान है और उसने झूठ बोलकर दुष्कर्म किया है। ASP ने IG हरिनारायणाचारी मिश्र को वाकया बताया। आईजी ने तत्काल महिला थाने भेजा और समीर उर्फ राज व उसके पिता इकबाल मुलतानी पर केस दर्ज करवा दिया। एएसपी के मुताबिक करीब दो महीने पूर्व आरोपित ने युवती को मिलने के बहाने महूनाका पर बुलाया था। उस वक्त भी उसने मारपीट की थी। तब एएसपी ने उसे बचाया और समीर पर छत्रीपुरा थाने में केस दर्ज करवा दिया।

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MPPSC: स्टैंडर्ड राइटिंग में उत्तर नहीं लिखा तो डब्बा गोल

Posted: 09 Jan 2021 03:34 AM PST

इंदौर
। M.P. Public Service Commission (MPPSC) Indore (MP) मैनेजमेंट ने राज्य सेवा मुख्य परीक्षा- 2019 के उम्मीदवारों को प्रैक्टिस का मौका दिए बिना एक नए नियम में बांध दिया है। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने तय किया है कि सभी उम्मीदवारों को स्टैंडर्ड राइटिंग में उत्तर लिखना होगा। यदि उनके अक्षर छोटे या बड़े होते हैं तो उनका डब्बा बोलो ना पक्का है।

MPPSC MAIN EXAM 2019- Q&A book में लिखना होगा

मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन ने एमपी स्टेट सर्विस मैन एग्जाम- 2019 के लिए डिसाइड किया है कि कैंडिडेट्स को क्वेश्चन पेपर और आंसर शीट अलग-अलग नहीं दी जाएगी बल्कि क्वेश्चन एंड आंसर बुक दी जाएगी। इसमें क्वेश्चन लिखे होंगे और आंसर लिखने के लिए नीचे खाली जगह दी जाएगी। यह खाली जगह उत्तर की शब्द सीमा के अनुसार होगी।

MPPSC SSE 2019 MEIN: Q&A book से सरकार को क्या फायदा होगा

क्वेश्चन पेपर और आंसर शीट अलग-अलग प्रिंट कराने का पैसा बचेगा। 
एमपी पीएससी मैनेजमेंट का कहना है कि पारदर्शिता बढ़ेगी और मूल्यांकन आसान होगा।
वह अज्ञात फायदा जरूर होगा जिसे डिस्क्लोज नहीं किया गया है। 

MPPSC SSE 2019 MEIN: Q&A book से उम्मीदवारों को क्या नुकसान होगा 

मध्य प्रदेश की राज्य सेवा के लिए मुख्य परीक्षा 21 मार्च 2021 से शुरू हो रही है। कैंडिडेट के पास टाइम नहीं है। 
सभी लोगों के लिखने का अपना तरीका होता है। कुछ लोग छोटे अक्षर लिखते हैं और कुछ बड़े। 
आंसर शीट में स्टैंडर्ड राइटिंग को ध्यान में रखते हुए खाली जगह मिलेगी। 
जो लोग छोटे अक्षर लिखते हैं उन्हें ज्यादा लिखना पड़ेगा। 
जो लोग बड़े अक्षर लिखते हैं उनके नंबर कट जाएंगे क्योंकि वह अक्षर का स्टैंडर्ड साइज नहीं होगा। 
सिस्टम चेंज करने में कोई ऑब्जेक्शन नहीं है लेकिन कैंडिडेट्स को प्रैक्टिस के लिए टाइम मिलना चाहिए। यह सिस्टम राज्य सेवा परीक्षा 2020 के लिए प्रस्तावित करेंगे तो उचित होगा। 2019 पर लागू करेंगे तो भ्रष्टाचार माना जाएगा।

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महाराष्ट्र के भंडारा में आग, 10 मासूम जिंदा जल गए, हादसा या गैर इरादतन हत्या - NATIONAL NEWS

Posted: 08 Jan 2021 10:02 PM PST

मुंबई
। महाराष्ट्र राज्य के भंडारा जिले में स्थित सरकारी जिला अस्पताल में चिल्ड्रन वार्ड में अचानक आग लग जाने के कारण 10 मासूम बच्चे जिंदा जल गए। सभी बच्चों की मौत हो गई। बताया गया है कि आग भंडारा जिला अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में रात 2 बजे लगी। 

भंडारा के सिविल सर्जन को पता नहीं अस्पताल में आग क्यों लगी

अस्पताल के सिविल सर्जन प्रमोद खांडते ने बताया कि यूनिट से सात बच्चों को बचाया गया है। अभी आग लगने के कारणों का पता नहीं चला है, लेकिन माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट के कारण हादसा हुआ होगा। हादसे के बाद परिजन बेहाल हैं। कई लोगों ने अस्पताल में प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं।

भारत के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री ने भंडारा हादसे पर दुख व्यक्त किया

महाराष्ट्र के भंडारा जिला सामान्य अस्पताल में आग लगने की घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, भंडारा में दिल दहला देने वाली त्रासदी, जिसमें हमने कीमती जिंदगियों को खो दिया है। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। 

वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लिखा, महाराष्ट्र के भंडारा में हुए अग्नि हादसे में शिशुओं की असामयिक मृत्यु से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस ह्रदय विदारक घटना में अपनी संतानों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, महाराष्ट्र के भंडारा ज़िला अस्पताल में लगी आग दुर्घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्‍त परिवारों के साथ हैं। भगवान उन्हें इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति दे।

भंडारा कांड: हादसा या गैर इरादतन हत्या 

महाराष्ट्र के भंडारा जिला चिकित्सालय में चिल्ड्रन वार्ड में लगी आग एक हादसा है या फिर इसे गैर इरादतन हत्या कहा जाना चाहिए। सरकारी अस्पताल में व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के लिए पर्याप्त स्टाफ और बजट होता है। यदि आग का कारण शार्ट सर्किट है तो निश्चित रूप से इस बात की जांच की जानी चाहिए कि अस्पताल की बिजली लाइन की मरम्मत कितने समय से नहीं हुई थी। सामान्यतः इसे प्रशासनिक लापरवाही कहा जाता है परंतु यदि किसी व्यक्ति की लापरवाही, किसी दूसरे व्यक्ति की मृत्यु का कारण बने दो भारतीय दंड संहिता में इसे अपराध माना गया है। ऐसे व्यक्ति को बर्खास्त करके जेल भेजना चाहिए।

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सेना की वर्दी और बैज पहनना भी गंभीर अपराध है, क्या आप जानते हैं - पढ़िए IPC SECTION 140

Posted: 08 Jan 2021 05:52 PM PST

अगर कोई व्यक्ति किसी भी पुलिस अधिकारी या लोकसेवक की वर्दी या भेष बनाकर अपराध करता है तब ऐसा करना भारतीय दण्ड संहिता की धारा 170 के अंतर्गत अपराध होगा। इसकी जानकारी हमने आपके पुराने लेख में दे दी गई है। लेकिन अगर कोई आम नागरिक किसी आर्मी, नेवी, या एयर फोर्स के सैनिकों की वर्दी पहनता है या फिर बैज, बेल्ट या जूते पहनता है जिससे यह प्रतीत होता हो कि वह भारत का सैनिक है, तब यह कृत्य भारतीय दण्ड संहिता की अलग धारा के अंतर्गत अपराध होगा।

भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 140 की परिभाषा:-

अगर कोई व्यक्ति किसी आर्मी, नेवी, या एयर फोर्स के सैनिक या सेना के अधिकारी की पोशाक(वर्दी) पहनेगा या उनके चिन्हों को धारण करेगा जिससे ऐसा लगे कि यह व्यक्ति किसी सेना का सैनिक या अधिकारी हो तब वह व्यक्ति धारा 140 के अंतर्गत दोषी होगा।

भारतीय दण्ड संहिता, 1860 की धारा 140 के अंतर्गत दण्ड का प्रावधान:- 

यह अपराध किसी भी प्रकार से समझौता योग्य नहीं है यह संज्ञेय एवं जमानतीय अपराध होते हैं। इनकी सुनवाई का अधिकार किसी भी न्यायिक मजिस्ट्रेट को होता है। सजा- इस अपराध के लिए तीन माह की कारावास या पांच सौ रुपये का जुर्माना या दोनो से दाण्डित किया जा सकता है। :- लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

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GoI Calendar - भारत सरकार का कैलेंडर DOWNLOAD करें, प्रकाश जावड़ेकर ने लांच किया

Posted: 08 Jan 2021 05:39 PM PST

नई दिल्ली।
केन्‍द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर ने आज भारत सरकार के डिजिटल कैलेंडर और डायरी को लॉन्‍च किया। नेशनल मीडिया सेंटर में आयोजित समारोह में श्री जावडेकर ने एक बटन दबाने के साथ ही कैलेंडर और डायरी के एंड्रॉयड और आईओएस मोबाइल एप्लीकेशन की शुरुआत की।

GOVERNMENT OF INDIA DIGITAL CALENDAR 2021 MOILE APP

इस अवसर पर सूचना और प्रसारण मंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की कि अतीत में दीवारों पर सुशोभित होने वाला सरकारी कैलेंडर अब मोबाइल फोन को सुशोभित करेगा। ऐप की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए श्री जावडेकर ने कहा कि "ऐप मुफ्त है और 15 जनवरी, 2021 से 11 भाषाओं में उपलब्ध होगा। ऐप हर साल एक नए कैलेंडर की आवश्यकता को खत्म  कर देगा"। उन्होंने आगे कहा "हर महीना एक विषय-वस्तु और एक संदेश लिए हुए होगा और एक प्रसिद्ध भारतीय हस्ती की जानकारी देगा। ऐप लोगों को विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों के शुरू होने का घटनाक्रम भी बताएगा"।

ऐप के डायरी फीचर के बारे में सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा कि "डायरी फीचर की वजह से कैलेंडर अन्य डिजिटल कैलेंडर ऐप की तुलना में अधिक आधुनिक, अधिक विशेषताओं वाला और आसान है"। भारत सरकार का डिजिटल कैलेंडर प्रधानमंत्री की "डिजिटल इंडिया" की परिकल्पफना के अनुरूप है और इस तक किसी भी स्मार्ट फोन पर एक बटन क्लिक कर पहुंचा जा सकता है। ऐप गूगल प्ले स्टोर और आईओएस ऐप स्टोर दोनों पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। 

भारत सरकार के कैलेंडर एप्लिकेशन में निम्नलिखित विशेषताएं हैं:

i. भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों और प्रकाशनों की नवीनतम जानकारी
ii. आधिकारिक छुट्टियां और विभिन्न महत्वपूर्ण तिथियां।
iii. भारत देश की महान हस्तियों के प्रेरणादायक और प्रेरक संदेश।
iv. नोट्स डिजिटल रूप से लेने का प्रावधान जिन्हें अत्याधुनिक सुरक्षा और गोपनीयता उपायों के साथ संग्रहित किया जाएगा
v. महत्वपूर्ण कार्यों और कार्यक्रमों के लिए बैठक का निर्धारण और याद दिलाने की प्रक्रिया का प्रावधान।
vi. आने वाले दिनों में दृष्टि बाधित दिव्यांगजनों के लिए प्रधानमंत्री के "सुगम्य भारत अभियान" के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सुगम्यदता विशेषताएं। 
भारत सरकार का डिजिटल कैलेंडर एवं डायरी 2021 GoI Calendar DOWNLOAD करने के लिए यहां क्लिक करें (एंड्राइड - IOS)

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