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- 1 रुपए का पुराना सिक्का बना सकता है आपको लखपति, घर बैठे लाखों कमाने का मौका
- हिमाचल में अलर्ट, पौंग में 105 और प्रवासी पक्षी मृत मिले, पशुपालन विभाग के कर्मियों की छुट्टियां रद्द
- कोरोना की भेंट चढ़ा हिमाचल का ये प्रसिद्ध संक्रांति मेला, यहां बना था खिचड़ी पकाने का विश्व रिकॉर्ड जो गिनीज बुक में है दर्ज
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने करोड़ों ग्राहकों को बड़ी खुशखबरी दी है
- सिर्फ 1 दिन में दांतों में लगे कीड़े को साफ कर देगा ये एक आसान उपाय
- पति पत्नी को क्या देता है कि पत्नी खुश हो जाती है? 99 प्रतिशत लोग नही जानते
- सुबह उठते शरीर जाता है जकड़ तो सिर्फ 10 मिनट करें यह योगासन
- टीम इंडिया को चोटिल कर इंग्लैंड का काम आसान किया ऑस्ट्रेलिया ने
- ‘तिल लड्डू जैसी मीठी…’ मकर संक्रांति की बधाई दें इन संदेशों के साथ
- राशिफल 14 जनवरी: मकर संक्रांति के दिन सिंह राशि वालों का रुका काम बनेगा
- मकर संक्रांति पर भूलकर भी न करें ये काम वरना...
- इन 3 जबरदस्त घरेलू नुस्खों से कानो में जमी मैल को करे साफ़, जाने नुस्खे
- मकर सक्रांति पर भूलकर भी न करें ये सात काम, वरना होगा अशुभ
1 रुपए का पुराना सिक्का बना सकता है आपको लखपति, घर बैठे लाखों कमाने का मौका Posted: 13 Jan 2021 09:09 PM PST कई लोगों की पूरी जिंदगी गुजर जाती है, लेकिन वे लखपति नहीं बन पाते हैं। मगर आप महज एक रुपए के पुराने सिक्के से रातों-रात अमीर बन सकते हैं। दरअसल कई ऐसी वेबसाइट्स मौजूद हैं, जिनमें एंटीक चीजों की नीलामी की जाती है। यहां पुराने नोटों (Old Coins) से लेकर सिक्कों आदि की बोली लगाई जाती है। जिसमें तमाम इच्छुक ग्राहक मुंह मांगी कीमत देकर ऐसी चीजों को खरीदते हैं। एक छोटे से सिक्के को बेचकर आप 20 से 25 लाख रुपए तक कमा सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको कुछ शर्तों का पालन करना पड़ेगा। एंटीक चीजों या पुराने सिक्कों को बेचने के लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है। आप महज घर बैठे संबंधित वेबसाइट में अकाउंट बनाकर खुद का नाम रजिस्टर्ड कराएं। इसके आप पर्सनल जानकारियां भरकर एक अकाउंट क्रिएट करें। ऐसा करने पर आप विक्रेता के रूप में रजिस्ट्रर्ड हो जाएंगे। इसके बाद ही आप नीलामी के लिए आपके पास मौजूद सिक्के को बेच सकेंगे। ऐसे सिक्कों को आप इंडियामार्ट और ईबे जैसी वेबसाइट्स पर बेच सकते हैं। सिक्के को ऑक्शन पर लगाने के लिए आपको इसकी तस्वीर और डिटेल्स साइट पर अपलोड करनी होगी। 1913 में बने सिक्के की है डिमांड वैसे तो आप एंटीक कैटेगरी के किसी भी सिक्के को नीलामी में डाल सकते हैं, लेकिन इन दिनों 1913 में बने सिक्के की ज्यादा डिमांड है। दरअसल ये एक ऐसा दुर्लभ सिक्का है जिसे चांदी से तैयार किया जाता था। पहले जमाने पर इसे सरकार बनाती थी। ये सिक्का विक्टोरियन कैटेगरी में शामिल हो चुका है। चूंकि ये बहुत कम लोगों के पास मिलता है इसलिए इसके खरीदार काफी अच्छे मिलते हैं। पुरानी चीजों के कलेक्शन का शौक रखने वाले इसे अच्छी कीमत पर खरीदते हैं। बताया जाता है कि इस एक सिक्के को बेचकर आप 25 से 30 लाख तक कमा सकते हैं। |
Posted: 13 Jan 2021 09:04 PM PST हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू के चलते स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट किया है। बुधवार को 105 और मृत प्रवासी पक्षियों के अवशेष पौंग बांध अभयारण्य क्षेत्र में मिले हैं। वन्य जीव विंग की टीमों ने इनका वैज्ञानिक ढंग से निपटान किया। यहां अब तक कुल 4742 प्रवासी और 174 जंगली परिंदों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों को एहतियात बरतने और आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए कहा है। सभी मेडिकल कॉलेज प्रशासन को 4 से 5 बिस्तर स्पेयर रखने के आदेश दिए हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर बर्ड फ्लू से ग्रसित मरीजों का यहां रखा जा सके। हालांकि राज्य में अभी तक किसी इंसान के बर्ड फ्लू से संक्रमित होने का कोई मामला सामने नहीं आया है। उधर, प्रदेश सरकार ने बर्ड फ्लू पर काबू होने तक पशुपालन विभाग के 4000 कर्मियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है। पशुपालन विभाग के निदेशक अजमेर सिंह डोगरा ने बताया कि विभाग के डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। बर्ड फ्लू प्रभावित क्षेत्रों में कर्मचारियों को दो हजार पीपीई किट उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। नगरोटा सूरियां और धर्मशाला में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। कांगड़ा जिले में बर्ड फ्लू फिलहाल नियंत्रण में आता नहीं दिख रहा। ऐसे में पशुपालन विभाग ने 79 और टीमों का गठन किया है, जबकि 132 टीमें मृत पक्षियों के उचित निपटान में लगी हैं। बर्ड फ्लू से निपटने के लिए टांडा में 9 कमरों में की 18 बेड की सुविधा बर्ड फ्लू से निपटने के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज अस्पताल कांगड़ा में 9 कमरों का वार्ड बनाया गया है, ताकि फ्लू से संक्रमित मरीजों का उपचार किया जा सके। इसके लिए अस्पताल में 18 बेड की व्यवस्था की गई है। साथ ही फ्लू की जांच के लिए यहां एक लैब भी बनाई गई है। विभाग ने यहां टैमी फ्लू दवा भी पहुंचा दी है, ताकि जरूरत पड़ने पर कोई असुविधा न हो। यहां वार्ड और लैब का प्रभार टांडा अस्पताल के डॉ. विक्रम शाह संभालेंगे। एमएस टांडा अस्पताल डॉ. सुरेंद्र भारद्वाज ने इसकी पुष्टि की है। |
Posted: 13 Jan 2021 09:01 PM PST हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के तत्तापानी में इस बार 14 जनवरी को मकर संक्रांति मेला नहीं मनाया जाएगा। इस बार मेला कोरोना की भेंट चढ़ गया है। हर वर्ष मकर संक्रांति पर तत्तापानी में लोहड़ी का मेला आयोजित किया जाता है। इसमें हजारों लोग दूर-दूर से आकर स्नान करते हैं। लोग यहां तुला दान भी करवाते हैं। लोगों का मानना है कि यहां पर स्नान करने से चर्म रोग खत्म हो जाते हैं। पिछली बार इसी दिन यहां पर विशालकाय पतीले में 1995 किलो खिचड़ी बनाई गई थी। इसको गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया। इस बार कोरोना महामारी के चलते यह मेला आयोजित नहीं किया जाएगा। एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि सरकार ने अभी तक 50 लोगों से ज्यादा इकट्ठे होने की अनुमति नहीं दी है। इस कारण इस बार यह मेला आयोजित नहीं किया जाएगा। एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि यदि कोई भी नियम के उल्लंघन करता है तो उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें बीते वर्ष मकर संक्रांति के पावन अवसर पर एक ही बर्तन में 1995 किलोग्राम खिचड़ी पकाने का विश्व रिकॉर्ड गिनीज बुक में दर्ज हुआ था। सवा सात फीट चौड़े, चार फीट ऊंचे बर्तन में 25 शेफ की मदद से पांच घंटे में इस खिचड़ी को तैयार किया गया। विशाल पतीले का वजन क्रेन की मदद से उठाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधि ऋषि नाथ की उपस्थिति में किया गया था। खिचड़ी के नए विश्व रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधि के माध्यम से सौंपा गया। पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग की और से इस इवेंट का आयोजन किया गया था। एक ही बर्तन में 25 कुक लगाए गए जिसमें 15 विशेष शेफ थे। हरियाणा की मशहूर मार्केट जगाधरी से खिचड़ी के लिए एक बड़ा पतीला मंगाया गया था। इसमे लिए एक ईंट की एक विशेष भट्टी बनाई गई थी। करीब एक लाख की खाद्य सामग्री इसमें लगी जिसे तैयार करने में पांच क्विंटल लकड़ी लगी। पांच घंटे तक खिचड़ी पकने के बाद क्रेन की मदद से विशाल पतीले को भट्टी से उतारा गया। |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने करोड़ों ग्राहकों को बड़ी खुशखबरी दी है Posted: 13 Jan 2021 08:55 PM PST देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने करोड़ों ग्राहकों को बड़ी खुशखबरी दी है. SBI ने चुनिंदा मैच्योरिटी पीरियड की फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में इजाफा कर दिया है. बैंक ने एक से लेकर दो साल से कम तक की एफडी (FDs interest rates) पर ब्याज में 10 बेसिस प्वाइंट तक का इजाफा किया है. नई दरें 8 जनवरी 2021 से प्रभावी हो चुकी हैं. आइए चेक करें लेटेस्ट रेट्स- SBI ने बताया है कि 2 करोड़ रुपये से कम की रिटेल एफडी पर ये दरें 8 जनवरी से लागू हो गई हैं. बता दें इससे पहले ब्याज दरों में 10 सितंबर को संशोधन किया था. चेक करें लेटेस्ट FDs रेट्स- >> 7 दिनों से 45 दिनों की एफडी पर 2.9 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. >> 46 दिनों से 179 दिनों की एफडी पर 3.9 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. >> 180 दिनों से 1 वर्ष से कम की एफडी पर 4.4 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. >> 211 दिन से 1 साल से कम की एफडी पर 4.4 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. >> 1 साल से 2 साल से कम की एफडी पर 5 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. >> 2 से लेकर 3 साल से कम की एफडी पर 5.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. >> 3 से 5 साल तक की एफडी पर 5.3 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. >> 5 साल और 10 साल तक की एफडी पर 5.4 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. सीनियर सिटीजन्स को कितना मिलेगा ब्याज सीनियर सिटीजन्स की बात की जाए तो इन्हें आम ग्राहकों की तुलना में 50 बेसिस प्वाइंट ज्यादा ब्याज मिलता है. बैंक की ओर से किए गए संशोधन के मुताबिक, सीनियर सिटीजन्स को 7 दिन से लेकर 10 साल तक मैच्योर होने वाली एफडी पर करीब 3.4 फीसदी से लेकर 6.2 फीसदी तक ब्याज मिलेगा. आइए चेक करे रेट्स- >> 7 दिन से 45 दिन की एफडी पर 3.4 फीसदी >> 46 दिन से 179 दिन की एफडी पर 4.4 फीसदी >> 180 दिन से 210 दिन की एफडी पर 4.9 फीसदी >> 211 दिन से 1 साल से कम की एफडी पर 4.9 फीसदी >> 1 से 2 साल तक की एफडी पर 5.5 फीसदी >> 2 से 3 साल से कम की एफडी पर 5.6 फीसदी >> 3 से 5 साल से कम की एफडी पर 5.8 फीसदी >> 5 साल और 10 साल तक की एफडी पर 6.2 फीसदी |
सिर्फ 1 दिन में दांतों में लगे कीड़े को साफ कर देगा ये एक आसान उपाय Posted: 13 Jan 2021 08:49 PM PST आजकल मुँह की बिमारियों की समस्या हर किसी को रहने लग गयी है| क्योंकी दोस्तों आजकल की इस बदलती लाइफस्टाइल के चलते कोई भी अपनी सेहत का ध्यान नही रखता है| और फिर ये बीमारियाँ घर कर लेती है| लेकिन अब दोस्तों घबराने की कोई जरूरत नहीं है| आज की खबर में हम आपको इसका इलाज बता रहे है| और इसके लिए हमारी इस खबर को पूरा अंत तक जरुर पढ़े| दांत हमारे शरीर का एक ख़ास अंग होता है| जिसके द्वारा हम किसी चीज को खा सकते है| अगर किसी के दांत कमजोर हो तो वह ठीक से भोजन भी नहीं कर पाता| इसके अलावा जब आप हँसते है तो सामने वाले को सबसे पहले आपके दांत ही नजर आते है| इसलिए हमें अपने दांतों का ख़ास खयाला रखना चाहिए| रोजाना रात को सोने से पहले और सुबह उठाने के बाद ब्रश जरुर करे| और कुछ खाने के बाद कुल्ला अवश्य करे| कई बार दांतों में फसे पदार्थ सड़ने लगते है और उस जगल कीड़े पनप जाते है| जो दांतों को खोखला कर देते है| इससे काफी असहनीय दर्द सहना पड़ता है| दांतों से कीड़े साफ़ करने के उपाय सबसे पहला उपाय लहसुन है| रोजाना एक लहसुन की 1 कली का सेवन करने से दांतों के कीड़े और दर्द ठीक हो जाते है| दांतों के कीड़े को तुरंत साफ़ करने के लिए सबसे अच्छा उपाय लौंग है| लौंग के चूर्ण को या लौंग के तेल को कीड़े लगे दांतों पर लगाने से कीड़े जल्द मर जाते है| इससे दांतों के दर्द से भी तुरंत आराम मिलता है इसके अलावा आप दांतों में लगे कीड़े को साफ़ करने के लिए फिटकरी का इस्तेमाल कर सकते है| फिटकरी के पाउडर को कीड़े लगे दांतों पर लगाए या फिटकरी को पानी में उबाल कर कुल्ला करे| इससे भी दांतों में लगे कीड़े साफ़ हो जाते है| |
पति पत्नी को क्या देता है कि पत्नी खुश हो जाती है? 99 प्रतिशत लोग नही जानते Posted: 13 Jan 2021 08:47 PM PST हम इसी तरहकी महत्वपूर्ण जानकारिया अपनी चैनल पर लाते है। चलिए इस लेख को शुरू करते है। 1 ) . नर्मदा नदी का अधिकांश भाग भारत के किस राज्य में है ? जवाब- मध्य प्रदेश में पड़ता है। 2 ) . पाकिस्तान के लोग किस भाषा का इस्तेमाल करते है ? जवाब- सिंधी भाषा का 3 ) . भीलों के ग्राम प्रधान को क्या कहते है ? जवाब- पटेल कहा जाता है। 4 ) . अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन का मुख्यालय कहाँ पर है ? जवाब- जेनेवा में स्थित है। 5 ) . वुलर झील किस राज्य में स्थित है ? जवाब- जम्मू कश्मीर में स्थित है। 6 ) . रविवार को छुट्टी किस लिए दिया जाता है ? जवाब- 10 जून 1890 को सबसे पहली बार रविवार को छुट्टी के रूप में स्वीकार किया गया था। साथ ही बताते चलें कि अंग्रेजों के हुकूमत के समय मजदूरों को सप्ताह में लगातार 7 दिन काम करना पड़ता था। इसलिए उस वक़्त के मजदूरों के नेता नारायण मेघाजी लोखंडे ने मजदूरों के लिए सप्ताह में 1 दिन छुट्टी की मांग कि पर अंग्रेजों ने उनके उस प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया और उसके बाद लगातार 7 साल लड़ाई के बाद ही उनके उस प्रस्ताव को अंग्रेजों ने आखिरकार मान ही लिया और सप्ताह के आखिरी दिन यानी की रविवार को मजदूरों के लिए छुट्टी का दिन रखा और उसी समय से रविवार के दिन छुट्टी दी जाती है। 7 ) . भारत की सबसे बड़ी वाहक नदी कौन सी है ? जवाब- गंगा नदी 8 ) . भारत की सबसे पहली महिला मुख्यमंत्री का क्या नाम था ? जवाब- सुचिता कृपलानी जी 9 ) . अल्मोड़ा अखबार का प्रकाशन किस साल में आरंभ हुआ था ? जवाब- 1871 में हुआ था। 10 ) . भारत की जनसंख्या वृद्धि में एक प्रमुख कारण क्या है ? जवाब- मृत्यु-दर में कमी का होना 11 ) . डल झील किस राज्य में है ? जवाब- जम्मू कश्मीर में स्थित है। 12 ) . DSP की फुलफॉर्म क्या होती है ? जवाब- Deputy Superintendent of Police (DSP) 13 ) . किस नदी का उद्गम स्थल भारत में नहीं पड़ता है ? जवाब- सतलज नदी का उद्गम स्थल 14 ) . प्रसिद्ध पुस्तक 'ए टेल ऑफ टू सिरीज' को किसने लिखा है ? जवाब- चार्ल्स डिकिंस ने लिखा है। 15 ) . भारत की सबसे बड़ी तटीय झील का क्या नाम है ? जवाब – चिल्का झील (ओडिया में) कहते है। 16 ) . विश्व जल दिवस कब मनाते है ? जवाब- 22 मार्च को मनाया जाता है। 17 ) . राष्ट्रीय युवा दिवस कब मनाते है ? जवाब- 12 जनवरी को मनाया जाता है। 18 ) . पति पत्नी को महीने पर क्या देता है कि पत्नी खुश हो जाती है ? जवाब- वेतन |
सुबह उठते शरीर जाता है जकड़ तो सिर्फ 10 मिनट करें यह योगासन Posted: 13 Jan 2021 08:41 PM PST सुबह उठने के बाद बहुत से लोगों को शरीर में जकड़न महसूस होती है। इसके कारण दर्द का भी अहसास होने लगता है। असल में, इसके पीछे का कारण रातभर एक ही पॉजिशन में सोना माना जाता है। ऐसे में सुबह 10 मिनट के लिए सिर्फ एक योगासन करने से इस परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं। इसके अलावा योगा करने से शरीर स्वस्थ होने के साथ दिनभर तरोताजा फील होने में मदद मिलेगी। हम जिस आसन की बात कर रहे हैं उसका नाम है 'ताड़ासन'। तो आइए जानते हैं इस आसन को करने का तरीका व फायदों के बारे में... इस समय करें ताड़ासन... इस आसन को सुबह के समय करना सबसे बेस्ट माना जाता है। असल में, पूरी एक ही पॉजीशन में सोने से शरीर जकड़ जाता है। ऐसे में सुबह ताड़ासन करने से बॉडी स्ट्रेच होती है। साथ ही शरीर में हलचल होने से अंदर से ऊर्जा का संचार होता है। इससे काम करने की शक्ति बढ़ती है। साथ ही दिनभर तरोताजा व हल्का महसूस होता है। इसके लिए अलावा आप इसे खाने के करीब 2-3 घंटे बाद या दिन में कभी भी 10 मिनट के लिए कर सकते हैं। ताड़ासन करने का तरीका... 1. सबसे पहले खुली जगह पर मैट बिछाकर एकदम सीधे खड़े हो जाएं। 2. अब हाथों की अंगुलियों को बीच में से फंसाकर बाजुओं को धीरे-धीरे सिर से ऊपर की ओर ले जाएं। (आप चाहे तो हाथों को जोड़कर नमस्कार की मुद्रा में भी रख सकते हैं। 3. अब एड़ियों को उठाकर शरीर का भार पंजों पर डालकर बैलेंस बनाएं। 4. पूरे शरीर को अच्छे से स्ट्रेच करें। 5. गहरी सांस लेते हुए कुछ देर इसी अवस्था में रहिए। 6. बाद में सामान्य मुद्रा में आ जाएं। हाथों को ढीला ना छोड़ें। 7. इस आसन को दोबारा रिपीट करें। 8. तीसरी बार एड़ियों को ना उठाकर सिर्फ स्ट्रेस करें। इससे ताड़ासन का एक राउंड पूरा होगा। 10 मिनट तक करें योगासन इस आसन को करने में शुरुआत में परेशानी हो सकती है। मगर धीरे-धीरे प्रैक्टिस हो जाएगी। ऐसे में शुरु-शुरु में इस आसन को 4-5 बार यानि 10 मिनट तक रिपीट करें। बाद में आप चाहे तो इसकी गिनती बढ़ा भी सकते हैं। ताड़ासन करने के फायदे... 1. इससे सुबह के समय शरीर में अकड़न व जकड़न की समस्या दूर होगी। 2. रीढ़ की हड्डी में खिंचाव होने के साथ सीधे होने में मदद मिलेगी। 3. शरीर में दर्द की समस्या से आराम मिलता है। 4. पाचन शक्ति बढ़ने के साथ पेट से जुड़ी परेशानियों से राहत मिलती है। 5. जिन बच्चों को हाइट ना बढ़ने की परेशानी है, उन्हें इस आसन से लाभ मिलेगा। 6. शरीर में खून का प्रवाह बेहतर होने से बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कम रहता है। 7. इम्यूनिटी बढ़ने में मदद मिलेगी। 8. शरीर में भारीपन की परेशानी दूर होकर दिनभर हल्का व तरोताजा महसूस होगा। 9. शरीर की एक्सरट्रा चर्बी कम होकर वजन कंट्रोल में रहेगा। इन बातों का रखें खास ध्यान... . अगर किसी के पैर, घुटने या टखनों पर कोई चोट लगती है या दर्द हो तो वे लोग इस आसन को करने से बचें। . इस आसन को खाने के करीब 2-3 घंटों बाद ही करें। . जो लोग हाई ब्लड प्रेशर के मरीज है। उन्हें इस आसन को डॉक्टर की सलाह के बगैर नहीं करना चाहिए। . गर्भावस्था के शुरुआती समय में इस आसन को एड़ियां उठाकर कर सकते हैं। मगर बाद पैरों को जमीन पर रख कर ही करें। ताकि गिरने का कोई खतरा ना हो। |
टीम इंडिया को चोटिल कर इंग्लैंड का काम आसान किया ऑस्ट्रेलिया ने Posted: 13 Jan 2021 08:37 PM PST ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गया आधा भारतीय दल चोटिल हो चुका है कुछ खिलाड़ी चौथे टेस्ट से बाहर हो चुके हैं जबकि कुछ अभी भी अपनी उम्मीद अंतिम 11 के लिए लगाए हुए हैं। भारत का पहला लक्ष्य है चौथे टेस्ट में किसी तरह ऑस्ट्रेलिया को टक्कर दे कर टेस्ट ड्रॉ की ओर ले जाया जाए जिससे बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी भारत वापस आ सके। अगर ऐसा हो भी जाता है तो भारतीय टीम की परेशानी आने वाले दिनों में कम नहीं होने वाली। 4 फरवरी से इंग्लैंड का भारत दौरा शुरू हो रहा है। इंग्लैंड को सबसे पहले भारत से चार टेस्ट मैच खेलने हैं। दौरे की शुरुआत से ही भारत को अपने फिट खिलाड़ियों के चयन की समस्या सामने आने वाली है। यह इंग्लैंड के लिए एक सुनहरा अवसर होगा और वह इसे बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह ,मयंक अग्रवाल, केएल राहुल सब कोशिश कर रहे हैं कि कम से कम इंग्लैंड से होने वाली टेस्ट श्रंखला के लिए फिट हो जाए। कुछ खिलाड़ी है जो इंग्लैंड से होने वाली श्रंखला से बाहर हो चुके हैं। मोहम्मद शमी : एडीलेड टेस्ट में पैट कमिंस की शॉर्ट गेंद को खेलने के प्रयास में बाजू में फ्रेक्चर और इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट खेलना भी तय नहीं। रविंद्र जडेजा : भारत के शीर्ष हरफनमौला को सिडनी टेस्ट में मिशेल स्टार्क की शॉर्ट गेंद का सामना करते हुए बायें अंगूठे में चोट लगी। स्कैन से पता चला कि अंगूठे में फ्रेक्चर हो गया है। कुछ महीने बाहर रहेंगे। इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला भी नहीं खेल सकेंगे। हनुमा विहारी : सिडनी टेस्ट के नायक विहारी को हैमस्ट्रिंग में ग्रेड टू चोट। वह चौथा टेस्ट और इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला नहीं खेल सकेंगे। इसका सीधा अर्थ यह निकल रहा है कि टीम इंडिया को चोट तो ऑस्ट्रेलिया ने दी लेकिन इसका फायदा आगामी श्रृंखला में इंग्लैंड उठा सकता है। |
‘तिल लड्डू जैसी मीठी…’ मकर संक्रांति की बधाई दें इन संदेशों के साथ Posted: 13 Jan 2021 08:33 PM PST सुबह-सुबह उठकर नहाना, अपने ईष्ट देव को प्रणाम करना, पतंगबाजी और खिचड़ी- हर प्रांत में इस त्योहार को मनाने का तरीका अलग होता है हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है मकर संक्रांति, ऐसा इसलिए क्योंकि पौष मास में रुके सभी शुभ कार्य इस दिन के बाद से पूरे होने शुरू हो जाते हैं। विक्रम संवत पंचांग के मुताबिक जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, उस दिन मकर संक्रांति मनाई जाती है। यही कारण है कि कभी ये त्योहार 14 जनवरी तो किसी बार 15 जनवरी को मनाया जाता है। सुबह-सुबह उठकर नहाना, अपने ईष्ट देव को प्रणाम करना, पतंगबाजी और खिचड़ी- हर प्रांत में इस त्योहार को मनाने का तरीका अलग होता है। यह त्योहार सर्दियों की समाप्ति और नई फसल के मौसम की शुरुआत का भी प्रतीक है। इस खास मौके पर कुछ विशेष संदेशों को शेयर कर अपने दोस्तों व परिजनों को आप इस खास दिन की बधाई दे सकते हैं। 1. पल पल सुनहरे फूल खिले, कभी न हो कांटों से सामना, जिंदगी आपकी खुशियो से भरी रहे, यही है संक्रांति पर हमारी शुभकामना! 2. तिलकुट की खुश्बू, दही-चिवड़ा की बहार, मुबारक हो आपको नया साल का पहला त्योहार। हैप्पी मकर संक्रांति 2021 3. इस वर्ष की मकर संक्रांति, आपके लिए हो तिल लड्डू जैसी मीठी ! मिले कामयाबी पतंग जैसी उंची, इसी कामना के साथ हैप्पी मकर संक्रांति !! 4. सजने लगी है आरती की थाली… मंदिर में बजने लगी हैं घंटियां और सजने लगी हैं आरती की थाली सूर्य की रोशन किरणों के साथ अब तो सुनाई देती है एक ही बोली। मकर संक्रांति की शुभकामनाएं 5. पतंगों का नशा, मांझे की धार सर्दी की मार, फिर भी दिल है बेकरार मुबारक हो आपको पतंगों का त्योहार मकर संक्रांति की हार्दिक बधाई |
राशिफल 14 जनवरी: मकर संक्रांति के दिन सिंह राशि वालों का रुका काम बनेगा Posted: 13 Jan 2021 08:31 PM PST ग्रहों की स्थिति-मंगल मेष राशि में, राहु वृषभ राशि में हैं। केतु वृश्चिक राशि में हैं। सूर्य और शुक्र धनु राशि में हैं। चंद्रमा, शनि, गुरु और बुध मकर राशि में विराजमान हैं। राशिफल- मेष-आपके दशम भाव में कई योग बन रहे हैं। यदि युग्म में देखेंगे चंद्रमा के साथ संयोग करके तो चंद्रमा और बुध एक साथ हैं। चंद्रमा और शनि विषयोग का निर्माण कर रहे हैं। चंद्रमा, गुरु गजकेशरी राजयोग का निर्माण कर रहे हैं लेकिन चूंकि सब एक साथ हैं इसलिए चंद्रमा और शनि का विषयोग सब पर भारी पड़ेगा। व्यवसायिक क्षति हो सकती है ध्यान रखें। पिता के स्वास्थ्य की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। आपके भी सीने में विकार की आशंका है। स्वास्थ्य, प्रेम, व्यापार बहुत अच्छा नहीं दिख रहा है। सूर्यदेव को जल दें। भगवान शिव का जलाभिषेक करें। वृषभ-मान सम्मान पर ध्यान देकर आगे बढ़ें। यात्रा से बचें। स्वास्थ्य, प्रेम मध्यम, व्यापारिक दृष्टिकोण से ठीक चलते रहेंगे। शनिदेव की अराधना करते रहें। मिथुन-चोट लग सकती है। किसी परेशानी में पड़ सकते हैं। स्वास्थ्य, प्रेम मध्यम, व्यापारिक दृष्टिकोण से सही चलेंगे। शनिदेव की अराधना करें। कर्क-जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। किसी नए रोजगार की शुरुआत न करें। स्वास्थ्य मध्यम, व्यापार मध्यम, प्रेम करीब-करीब ठीक रहेगा। बजरंग बली की अराधना करते रहें। सिंह-विरोधियों पर भारी पड़ेंगे। रुका हुआ काम चल पड़ेगा। बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलेगा। फिर भी थोड़ा डिस्टर्ब रहेंगे। स्वास्थ्य, प्रेम मध्यम, व्यापारिक दृष्टिकोण से सही चलेंगे। पीली वस्तु पास रखें। नीली वस्तु का दान करें। कन्या-मन परेशान रहेगा। विद्यार्थियों, कवियों के लिए असमंजस की स्थिति हो सकती है। प्रेम में झगड़े संभव हैं। भावुकता में आकर निर्णय लेंगे तो नुकसान में रहेंगे। स्वास्थ्य, प्रेम, व्यापार सब मध्यम है। थोड़ा बचकर पार करें। शनिदेव की अराधना करते रहें। तुला-भूमि,भवन,वाहन की खरीदारी पर बिल्कुल विचार न करें। स्वास्थ्य ठीक-ठाक रहेगा लेकिन सीने में विकार या रक्तचाप की परेशानी हो सकती है। प्रेम मध्यम, व्यापारिक दृष्टिकोण से करीब-करीब ठीक चलेंगे। पीली वस्तु का दान करें। वृश्चिक-पराक्रम रंग लाएगा। व्यवसायिक स्थिति ठीक होगी। स्वास्थ्य और प्रेम पर ध्यान दें। व्यापार अच्छा चलेगा। भगवान विष्णु की अराधना करते रहें। धनु-जुआ, सट्टा, लॉटरी में पैसे न लगाएं। कुटुम्बीजनों से थोड़ा खराब समाचार मिलने की आशंका है। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम करीब-करीब ठीक है। व्यापारिक दृष्टिकोण से भी करीब-करीब ठीक चलेंगे। लाल वस्तु पास रखें। मकर-बहुत तरह की तरंगें-उमंगे मन में चलती रहेंगी। खट्टा-मीठा संकेत मिलता रहेगा। अपने पर काबू करके इस समय को कूल होकर व्यतीत करें। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम करीब-करीब ठीक, व्यापारिक दृष्टिकोण से आप सही चलेंगे। मां काली की अराधना करें। कुंभ-कई तरह के खर्चे हो सकते हैं। साझेदारी में समस्या हो सकती है। बाहरी कई तरह के लाग डिस्टर्ब करने की कोशिश करेंगे। शांत होकर चलें। स्वास्थ्य, प्रेम, व्यापार मध्यम है। गणेश जी की वंदना करते रहें। मीन-आर्थिक मामले सुदृढ़ होंगे। मिला-जुला समाचार मिलेगा। प्रेम की स्थिति मध्यम है। व्यापारिक दृष्टिकोण से अच्छा समय है। स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। नीली वस्तु का दान करें। बजरंग बली की अराधना करें। |
मकर संक्रांति पर भूलकर भी न करें ये काम वरना... Posted: 13 Jan 2021 08:28 PM PST 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। पूरे भारत में ये त्योहार अपने अलग अंदाज और अलग परंपरा के साथ मनाया जाता है। इस दिन पूजा-पाठ के साथ-साथ दान करने का भी बड़ा महत्व और इसका कई गुणा अधिक फल मिलता है। हिंदू धर्म में इस दिन से सभी शुभ और मांगलिक कार्य शुरु हो जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि इस दिन शास्त्रों में कई ऐसे काम भी बताए गए हैं जिन्हें करने की मनाही की गई है। कहा जाता है कि अगर ये काम कोई व्यक्ति कर ले तो उसे उसका अशुभ फल मिलता है। तो चलिए पाते हैं मकर संक्रांति के बारे में जानकारी - शास्त्रों के मुताबिक इस दिन घर की औरतों को अपने बाल नहीं धोने चाहिए। पेड़-पौधों की कटाई-छटाई भी नहीं करनी चाहिए। संक्रांति के दिन गलती से भी लहसुन, प्याज और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन चावल और मूंगदाल का सेवन करना शुभ माना जाता है। मकर संक्रांति पर हर तरह के नशे से दूर रहना चाहिए। जैसे एल्कोहाल और स्मोकिंग इत्यादि से। इसके अलावा अपनी वाणी को भी पवित्र रखना चाहिए। इस दिन सूर्य देव की पूजा करने का विधान है। तो अगर आप उनकी कृपा पाना चाहते हैं तो सूरज ढलने के बाद अन्न का सेवन न करें। बहुत लोगों को आदत होती है कि सुबह बैड टी पीते हैं। इस दिन सुबह उठकर स्नान और दान करके ही भोजन करना चाहिए। इस दिन अगर घर पर कोई साधु, संत या भिखारी आ जाए तो उसे खाली हाथ नहीं जाने देना चाहिए। इससे लाभ मिलता है। |
इन 3 जबरदस्त घरेलू नुस्खों से कानो में जमी मैल को करे साफ़, जाने नुस्खे Posted: 13 Jan 2021 08:23 PM PST कान शरीर लिए बहुत ही महत्वपूर्ण अंग होते है और दोस्तों आपको शायद ही पता होगा की हमारे शरीर का बैलेंस हमारे कानो के कारण ही होता है | अगर हमारे कान ठीक नही होते है तो हमारे शरीर का संतुलन सही नही रख पाते है | अगर आप अपने कानो की सही समय पर सफाई नही करते है तब उस स्थिति में कानो में खुजली या इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है और लम्बे समय तक भी ऐसा ही रहा तो फिर यह गंभीर हो जाता है और इसके कारण आप बहरेपन के शिकार भी हो सकते है | आज की पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि आप कैसे बड़ी आसानी से अपने कानो को साफ़ कर सकते है | कानो के मेल को निकाले इन 3 घरेलू उपायों से 1.पानी को हल्का सा गुनगुना होने तक गर्म कर ले | इसके बाद आप ईयरबर्ड की सहायता से गर्म पानी को थोडा थोडा करके कान में डाले | गर्म पानी से आपके कान जल्दी ही साफ़ हो जायेंगे और फिर कान को झुका कर पानी को निकाल ले | यह सबसे आसन तरीका का कान साफ़ करने का | 2.पानी को गर्म करके फिर उसमे थोडा सा नमक मिलाकर एक मिश्रण तैयार कर ले | और फिर इस मिश्रण को ईयरबर्ड में लगाकर कानो में घुमाए | इससे आपका कान पूरी तरह से साफ़ हो जायेगा | 3.अदरक के रस में नींबू का रस मिला ले | अब इस मिश्रण को ईयरबर्ड में लगाकर फिर पुरे कान में घुमाए | दोस्तों ऐसा करने से आपके कानो का पी एच् लेवल बना रहता है |और आपके कानो की मेल भी साफ़ हो जाती है | |
मकर सक्रांति पर भूलकर भी न करें ये सात काम, वरना होगा अशुभ Posted: 13 Jan 2021 08:20 PM PST मकर संक्रांति के पावन दिन पर सूर्य देव की पूजा का विधान है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से जातकों के पाप धुल जाते हैं और दान-पुण्य करने से मनोकामना पूर्ण होती है। इस दिन सूर्य देव मकर राशि में आते हैं, जिसका प्रभाव न केवल सभी राशियों पर बल्कि पूरे वातावरण में पर पड़ता है। नियमानुसार, मकर संक्रांति के दिन कुछ विशेष कार्यों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए। ये कार्य अशुभ फलकारी हो सकते हैं। जैसे - 1 मकर संक्रांति के दिन अगर आपके घर पर कोई भिखारी, साधु या बुजुर्ग आता है तो उसे घर से खाली हाथ न जाने दें। आपसे जो कुछ हो सके उसके अनुसार ही उसे कुछ न कुछ दान देकर विदा करें क्योंकि इस दिन दान का बहुत महत्व होता है। एक बात का ख्याल रखें, दान में देने के लिए अगर तिल का कोई भी सामान हो तो और भी अच्छा होगा। 2. बहुत सारे लोगों को आदत होती है कि वह सुबह उठकर बिस्तर पर ही चाय पीना पसंद करते हैं। अगर आप उन लोगों में से हैं तो कम से कम मकर संक्रांति के दिन ऐसा बिल्कुल न करें। वैसे तो इस दिन गंगा या किसी अन्य नदी में स्नान और दान करके ही कुछ खाना चाहिए, लेकिन अगर आपके आस-पास कोई नदी नहीं है तो आप घर पर ही नहाकर दान कर खाए पीएं। 3. इस दिन गलती से भी लहसुन, प्याज और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा अपनी वाणी को भी पवित्र रखें। पूरा दिन किसी को अपशब्द न कहें और न ही गुस्सा करें। सभी के साथ मधुरता से पेश आएं। 4. मकर संक्रांति के दिन महिलाओं को बाल धोने से बचना चाहिए। साथ ही पुण्यकाल में दांत साफ नहीं करने चाहिए। इस दिन किसी पेड़ पौधे की कटाई-छंटाई भी नहीं करनी चाहिए। 5. मकर संक्रांति के दिन किसी भी तरह के नशे जैसे सिगरेट, शराब, गुटका आदि से खुद को दूर रखें। इसके अलावा मसालेदार भोजन का सेवन भी न करें। इस दिन तिल और मूंग दाल की खिचड़ी का सेवन करना अच्छा माना जाता है। 6. अगर सूर्य देव की कृपा पाना चाहते हैं तो इस दिन संध्या काल यानी सूरज ढलने के बाद अन्न का सेवन न करें। 7. अगर आप घर में गाय भैंस पालते हैं तो मकर संक्रांति के दिन उनका दूध नहीं दुहना चाहिए। |
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