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- अब पंचायत भवन में पति हो बैठाया तो जाएगी प्रधानी
- हिमाचल: M.Phil में टॉप करने वाली गरीब पिता की बेटी सेंट बीड्स कॉलेज में बनी सहायक प्रोफेसर
- हिमाचल से दुखद खबर: सड़क से लुढ़क कर नदी में जा समाई कार, सवार पति-पत्नी हुए लापता
- अगर कर रहे हैं इलायची का हद से ज्यादा प्रयोग तो हो जाइए सावधान!
- पितृपक्ष में कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये 10 गलतियां, जानिए इनके बारे में
- अगर आप सर्दियों में गर्म पानी से नहा रहे हैं, तो हो जाइए सावधान, अच्छे स्वास्थ्य के लिए इन 10 गलतियों को करने से बचिए
- अगर आप भी कर रहे हैं ये 10 गलतियां तो हो जाइए सावधान, कभी भी बम की तरह फट सकता है स्मार्टफोन!
- धनलक्ष्मी की प्राप्ति के लिए जन्माष्टमी के दिन करें यह टोटका
- जन्माष्टमी पर करें यह टोटका विवाह में आ रही रूकावटें हो जायेंगी दूर
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अब पंचायत भवन में पति हो बैठाया तो जाएगी प्रधानी Posted: 29 Aug 2021 05:33 AM PDT ग्राम प्रधान यदि महिला हैं तो अधिकांश मौके पर उनके पति ही सत्ता संभाल लेते हैं। यहां तक कि पंचायत भवन में भी बैठक करने पति या देवर पहुंच जाते हैं। ऐसे मामलों में पंचायतीराज एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। पंचायत भवन सहित अन्य सभी बैठकों, आयोजनों में प्रधान को ही हिस्सेदारी लेनी होगी। ऐसा न मिलने की दशा में महिला प्रधान की प्रधानी भी जा सकती है। इस बार जिले की 272 ग्राम पंचायतों में प्रधानी की सीट पर 122 महिलाओं की कब्जेदारी है। इसमें काफी संख्या में तो महिला प्रधान काफी जागरूक हैं और गांव की सरकार संचालित करने में सक्षम भी रही हैं। वहां तो कोई परेशानी नहीं आ रही लेकिन कुछ पंचायतों में आज भी ऐसी महिला प्रधान हैं जो केवल नाम के लिए हैं। वहां की पंचायत में होने वाले कार्य से लेकर, खाता संचालन, पंचायत की बैठक, जिला मुख्यालय के आयोजन तक में उनके पति, देवर, ससुर हिस्सेदारी लेते हैं। अब ऐसी महिला प्रधानों पर सख्त कार्रवाई होगी। जारी आदेश पंचायतीराज अधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि पंचायत में हर बैठक में प्रधान को ही भाग लेना है। महिला प्रधान होने पर वहां उनके पति, देवर या अन्य कोई हिस्सा लेते पाए जाने पर पंचायतीराज एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई होगी। प्रधानी तक भी छिन सकती है। रजिस्टर में दर्ज होगी कार्रवाई बैठक के दौरान क्या शिकायतें आईं, क्या कार्यवाही हुई इसका डिटेल दिया जाएगा। पंचायत भवन में रखे रजिस्टर में सभी के हस्ताक्षर होंगे। सभी विभागों के एक-एक कर्मचारी की भी क्रमवार वहां उपस्थिती दर्ज होगी। पंचायत भवन की दीवार पर प्रत्येक विभाग के कर्मचारी का फोन नंबर अंकित होगा। गांव में बनी गोशाला की देखरेख की जिम्मेदारी प्रधान की है, सामुदायिक इज्ज्तघर, पंचायत भवन सचिवालय संचालित करने, आने वाली समस्याओं का निराकरण होगा। बैठक में प्रधान को ही हिस्सेदारी लेनी होगी, महिला प्रधान होने पर उनके स्थान पर घर का कोई दूसरा सदस्य बैठक में भाग लेने का अधिकार नहीं रखता है। |
हिमाचल: M.Phil में टॉप करने वाली गरीब पिता की बेटी सेंट बीड्स कॉलेज में बनी सहायक प्रोफेसर Posted: 29 Aug 2021 05:15 AM PDT चंद माह पहले हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में हिंदी विषय में टॉप करने वाली अंजना देवी अब देश के नामी कॉलेज सेंट बीड्स (St. Bede's College) कॉलेज शिमला में हिंदी पढ़ाने लगी है। शुक्रवार को अंजना ने हिंदी विषय के सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यभार संभाल लिया है। हाल ही में अंजना देवी का इस पद पर चयन हुआ था। आप जानकर हैरान होंगे कि पांच बेटियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए माता -पिता ने मजदूरी के लिए घर छोड़ दिया था, क्योंकि घर पर खेती की मामूली आमदनी से ये संभव नहीं था। पांवटा साहिब के औद्योगिक क्षेत्र गोंदपुर में दंपति पांच बेटियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए दिन-रात मेहनत करता रहा है। पिता कंठी राम व माता विजरा देवी एक निजी कंपनी में मजदूरी करने लगे,ताकि बेटियों के उच्च शिक्षा हासिल करने का सपना अधूरा न रह जाए। माता-पिता की कोशिश अब रंग ले आई है। कुछ समय पहले कांटी मशवा पंचायत के मशवा गांव की रहने वाली 25 वर्षीय अंजना देवी ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) में हिन्दी एमफिल की परीक्षा में टाॅप किया था। अब आगे पीएचडी भी करना चाहती है। सबसे बड़ी बेटी की इस कामयाबी पर माता-पिता गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। अंजना की छोटी बहन भी काबिल है। बीएससी करने के बाद बीएड कर रही है,जबकि एक गैजुएशन (Graduation) की पढ़ाई पांवटा साहिब डिग्री काॅलेज से कर रही है। चौथे नंबर की बहन जमा दो की शिक्षा ग्रहण कर रही है तो सबसे छोटी आठवीं कक्षा में पढ़ कर रही है। यूजीसी (UGC) की नेट परीक्षा तीन बार उत्तीर्ण कर चुकी है, मगर तब तक अंजना कोशिश जारी रखेगी, जब तक जेआरएफ (JRF) न हो जाए। बता दें कि अंजना के तीन शोध पत्र (Research Papers) भी राष्ट्रीय जरनल (National Journal) में प्रकाशित हो चुके हैं। इनमें से दो राजभाषा से जुड़े हैं, जबकि एक नारी विमर्श विषय पर है। मार्गदर्शक डॉ. भवानी सिंह के नेतृत्व में अंजना देवी ने हिमाचल सचिवालय में राजभाषा हिन्दी का कार्यान्वयन विषय पर शोधपत्र भी लिखा है। इसमें अंजना ने पाया था कि सरकारी क्रियाकलापों में हिन्दी पराई हो जाती है। इसी बीच नियुक्ति से खुश अंजना ने एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में सफलता का श्रेय माता -पिता के इलावा गुरुजनो को दिया है। उन्होंने कहा कि वो चाहती है कि छोटी बहनो की शिक्षा में आर्थिक संकट चुनौती न बने। |
हिमाचल से दुखद खबर: सड़क से लुढ़क कर नदी में जा समाई कार, सवार पति-पत्नी हुए लापता Posted: 29 Aug 2021 05:16 AM PDT हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले किन्नौर से एक बेहद ही दुखद खबर सामने आ रही है। दरअसल, यहां स्थित नेशनल हाईवे-5 पर भावानगर के लूतुकसा के पास एक कार सड़क से लुढ़क कर नीचे बह रही सतलुज नदी में जा समाई। बताया गया कि सड़क किनारे गहरी खाई थी। वहीं, हादसे के वक्त वाहन में पति और पत्नी सवार थे, जो कि लापता बताए जा रहे हैं। उनकी तलाश करने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। लापता चल रहे पति पत्नी की पहचान पदम् सिंह पुत्र कली चरण व योगिता पत्नी पदम् सिंह के रूप में की गई है। वहीं, इस हादसे के सम्बन्ध में जानकारी मिलने के बाद भावानगर थाना से पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गई है। पुलिस द्वारा हादसे के कारणों का पता लगाने का परयास किया जा रहा है। खबर लिखे जाने तक सामने आई जानकारी के अनुसार राहत व बचाव कार्य जारी है।अंतिम समाचार के मुताबिक दोनों का कोई सुराग नहीं मिला है |
अगर कर रहे हैं इलायची का हद से ज्यादा प्रयोग तो हो जाइए सावधान! Posted: 29 Aug 2021 05:05 AM PDT इलायची का अत्यधिक उपयोग रसोईघरों में मसालों के रूप में किया जाता है. इसके अलावा माउथ फ्रेशनर के तौर पर भी इलायची का इस्तेमाल किया जाता है. यह खांसी, बवासीर, टीबी, पथरी तथा दिल के रोगों के उपचार के रूप में भी प्रयोग किए जाते हैं. इतने औषधीय गुण होने के बावजूद अगर आप इसका इस्तेमाल एक सीमा से ज्यादा करते हैं तो यह आपको नुकसान भी पहुंचा सकती है. इस तरह होती है समस्याएं इसका ज्यादा सेवन करने से त्वचा पर खुजली, स्किन पर रेशे और लाल धब्बे पड़ने जैसी समस्या हो जाती हैं. ऐसे में इसका सीमित मात्रा में ही उपयोग करना चाहिए. वही इसके अलावा कुछ लोगों का शरीर इलायची को लेकर ज्यादा ही संवेदनशील हो जाता है. ऐसे लोगों में इलायची के ज्यादा सेवन से सांस लेने में तकलीफ, गले और सीने में दर्द की शिकायत होती है. दवाओं के साथ ना करें उपयोग इसी के साथ अत्यधिक मात्रा में इलायची का सेवन करने से हमारा पाचन तंत्र भी कमजोर हो जाता है. ऐसे में पित्ताशय में पथरी की समस्या उत्पन्न हो जाती है. वही अगर किसी को किडनी से संबंधित परेशानी हो तो उसे इलायची से बिल्कुल परहेज करना चाहिए. यदि आप दवाएं ले रहे हैं तो ऐसे में इलायची का सेवन बिल्कुल भी ना करें. क्योंकि इसमें मौजूद एंजाइम्स का दवाओं के साथ रिएक्ट करता है जो शरीर के लिए हानिकारक होता है. |
पितृपक्ष में कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये 10 गलतियां, जानिए इनके बारे में Posted: 29 Aug 2021 05:00 AM PDT हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के समय स्वर्ग के सारे द्वार खुल जाते हैं. कन्यागत सूर्य के 16 दिन का पक्ष ही पितृपक्ष या फिर श्राद्धपक्ष कहा जाता है. असल में पितरों या हमारे पूर्वजों से आशिर्वाद प्राप्त करने का सबसे उत्तम दिन यही माना जाता है. ये बहुत ही आश्चर्य की बात है कि ज्यादातर लोगों को मालूम ही नहीं होता कि इन 15 दिनों में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए. आधे से ज्यादा लोगों को पता तो होता है पितृपक्ष में कुछ चीजें बरानी चाहिए लेकिन क्या वो किसी को नहीं पता. पितृपक्ष के दौरान अगर कोई गलती होती है तो इसका असर हर किसी को नहीं पता होता और कभी कभी कुछ तो पता होते हैं लेकिन कुछ नहीं पता होते. पितृपक्ष में कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये 10 गलतियां, अगर कर रहे हैं तो ये पूरा आर्टिकल पढ़िए और सावधान हो जाइए. पितृपक्ष में कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये 10 गलतियां पितृपक्ष के दौरान सभी के बुजुर्ग और वे लोग जो इस संसार को छोड़कर चले गए हैं वे धरती पर आते हैं और अपने घर-परिवार के लोगों को आशिर्वाद देते हैं. मगर कभी-कभी लोगों से वो गलतियां हो जाती हैं और उसका असर उनके ऊपर पूर्वजों के क्रोध के रूप में पड़ता है. इसमें जो गलतियां करता है उसके साथ ज्यादा से ज्यादा गलत काम होने लगता है और उसका बुरा ही होता है.
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Posted: 29 Aug 2021 04:41 AM PDT देर तक गर्म पानी में नहाएं विशेषज्ञों के अनुसार, देर से गर्म स्नान करना अच्छा नहीं है। यह शरीर और मस्तिष्क को प्रभावित कर सकता है। वास्तव में, गर्म पानी केराटिन नामक त्वचा कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। इससे त्वचा में खुजली, सूखापन और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। गरम कपड़े ठंड में गर्म कपड़े पहनने से काफी राहत मिलती है। लेकिन ज्यादा गर्म कपड़े पहनने से शरीर को अधिक गर्मी का सामना करना पड़ता है। वास्तव में, हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली ठंड लगने पर श्वेत रक्त कोशिकाओं का निर्माण करती है। जो हमें इन्फेक्शन और बीमारियों से बचाता है। जब शरीर गर्म हो जाता है, तो प्रतिरक्षा प्रणाली अपने आप काम नहीं कर सकती है। अधिक भोजन ठंड में, लोगों को आमतौर पर भोजन सेवन में अचानक वृद्धि होती है। इस समय लोग स्वास्थ्य की चिंता किए बिना कुछ भी खाने लगते हैं। वास्तव में, शरीर ठंड से बचने के लिए अधिक ऊर्जा जलाता है, जिसे हम गर्म चॉकलेट या अतिरिक्त कैलोरी भोजन से प्रतिस्थापित करते हैं। यदि आपको भूख लगती है, तो आपको केवल फाइबर युक्त सब्जियां और फल खाने चाहिए। कैफीन सर्दियों में चाय और कॉफी शरीर को गर्म रखने के लिए अच्छे होते हैं। लेकिन लोग यह भूल जाते हैं कि बहुत अधिक कैफीन शरीर के लिए हानिकारक है। एक दिन में 2-3 कप से अधिक कॉफी नहीं। पानी कम पिएं सर्दियों में लोगों को प्यास कम लगती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि ठंड में शरीर को पानी की जरूरत नहीं है। पानी पेशाब, पाचन और पसीने के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाता है। पानी नहीं पीने से निर्जलीकरण हो सकता है। इससे किडनी और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसा बिस्तर से पहले करें एक शोध के अनुसार, रात में सोने से पहले हाथों और पैरों को दस्ताने-मोजे के साथ कवर करना बेहतर होता है। यह उपाय नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में फायदेमंद साबित होता है। सोने का समय सर्दियों में रातें लंबी होती हैं और दिन छोटे होते हैं। यह नियमित चक्र को परेशान करता है और हार्मोन मेटालिनिन (एक नींद हार्मोन) को बढ़ाता है। सुस्ती, सुस्ती महसूस हो रही है। यही कारण है कि पर्याप्त नींद लेना महत्वपूर्ण है बाहर जाएं ठंडी हवाओं से बचने के लिए लोग ठंड में बाहर जाना बंद कर देते हैं। लेकिन ऐसा करने से स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। घर पर झूठ बोलना आपकी शारीरिक गतिविधियों को प्रभावित करेगा। मोटापा बढ़ेगा और धूप की कमी के कारण विटामिन-डी नहीं मिलेगा। व्यायाम ठंड में लोग बिस्तर पर ही रहना पसंद करते हैं। जीरो फिजिकल एक्टिविटी हमारे इम्यून सिस्टम को सुस्त बना देती है। इसके लिए, बिस्तर पर लेटने की बजाय साइकिलिंग या पैदल चलने सहित कसरत से शरीर को चार्ज करें। स्वयं दवा जब इस मौसम में लोगों को खांसी, जुकाम या बुखार होता है, तो वे बिना डॉक्टर को देखे अपनी दवाई लेते हैं। यह एक गंभीर बीमारी का लक्षण भी हो सकता है। इसलिए दवाओं को स्वैच्छिक रूप से लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। |
अगर आप भी कर रहे हैं ये 10 गलतियां तो हो जाइए सावधान, कभी भी बम की तरह फट सकता है स्मार्टफोन! Posted: 29 Aug 2021 04:31 AM PDT Highway फिल्म में लीड ऐक्टर कौन है? जवाब दीजिए इनाम मिलेगा आज हम आपको बता रहे हैं ऐसी ही 10 गलतियों के बारे में, जिन्हें लोग अक्सर जाने-अनजाने में करते हैं और खुद को खतरे में डालते हैं। कृप्या आप ध्यान से इन्हें पढ़ें और दुर्घटना से बचें.. 1. क्षतिग्रस्त होने पर भी अपने फ़ोन का उपयोग करना जब भी आप फोन को गिराते हैं और कोई गंभीर क्षति होती है, तो इसे तुरंत इस्तेमाल करना बंद कर दें और सर्विस सेंटर पर डिवाइस की जांच करवाएं। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक टूटा हुआ डिस्प्ले या बॉडी फ्रेम पानी या पसीने को डिवाइस में प्रवेश कर सकता है या बैटरी अब उपयोग करने योग्य नहीं हो सकती है। क्षतिग्रस्त फोन का उपयोग करना जोखिम भरा है। 2. नकली या डुप्लीकेट चार्जर का उपयोग करना फास्ट चार्जिंग एडेप्टर का उपयोग करते समय बहुत सावधान रहें। हमेशा उसी का उपयोग करें जो आपके स्मार्टफ़ोन के साथ आया है। अधिक पावर रेटिंग वाले चार्जर का उपयोग करने से आपके फोन की बैटरी पर दबाव पड़ सकता है। साथ ही डुप्लीकेट चार्जर का इस्तेमाल न करें। 3. थर्ड-पार्टी या नकली बैटरी का उपयोग करना कभी भी थर्ड पार्टी या नकली बैटरी का इस्तेमाल न करें। ऐसी बैटरियों का उपयोग करने से सुरक्षा संबंधी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। खराब लिथियम-आयन बैटरी ज़्यादा गरम कर सकती है, आग पकड़ सकती है और फट सकती है। 4. अपने स्मार्टफोन का उपयोग करना, भले ही वह गर्म हो रहा हो यदि आप देखते हैं कि आपका डिवाइस असामान्य रूप से गर्म हो रहा है तो इसे एक तरफ रख दें, चार्जिंग से अनप्लग करें और इससे दूर रहें। 5. यात्रा के दौरान पावरबैंक की बजाय फोन को कार चार्जिंग एडेप्टर से चार्ज करना कार चार्जिंग एडॉप्टर का उपयोग करने की तुलना में ड्राइविंग करते समय अपने फोन को चार्ज करने के लिए पावर बैंक का उपयोग करना अधिक सुरक्षित है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि भारत में, कार मालिक थर्ड पार्टी वेंडर से एक्सेसरीज़ इंस्टॉल करवाते हैं और ऐसे में वायरिंग की इंटिग्रिटी से समझौता किया जा सकता है। इससे पावर में अचानक बढ़ सकता है जिससे आपका फोन फट सकता है। 6. अपने फोन को ओवरचार्ज करना अपने फोन को रात भर चार्ज करने के लिए न रखें और अपने फोन को 100% तक चार्ज करना हमेशा जरूरी नहीं है। 90% के बाद बैटरी चार्ज करना बंद कर देना एक अच्छी आदत है क्योंकि यह बैटरी के जीवनकाल को बढ़ाता है। याद रखें फोन को ओवरचार्ज करने से बैटरी का विस्तार हो सकता है और यह जोखिम भरा हो सकता है। 7. अपने स्मार्टफोन को सीधे धूप में रखते हुए चार्ज करें सुनिश्चित करें कि चार्ज करते समय आपका फोन अनावश्यक गर्मी के अधीन नहीं है। इसलिए, इसे सीधे धूप या अन्य हीट स्रोतों से दूर रखें, खासकर जब यह चार्ज हो रहा हो। 8. अपने स्मार्टफोन पर अनावश्यक दबाव डालना अपने स्मार्टफोन पर अनावश्यक दबाव न डालें, खासकर चार्ज करते समय, उसके ऊपर कुछ रख कर। 9. अपने स्मार्टफ़ोन को पावर स्ट्रिप या एक्सटेंशन कॉर्ड पर प्लग करके चार्ज करना पावर स्ट्रिप या एक्सटेंशन कॉर्ड का उपयोग करने से शॉर्ट सर्किट का खतरा बढ़ जाता है। 10. लोकल रिपेयर शॉप पर अपने फोन की मरम्मत करवाना लोकल रिपेयर शॉप पर अपने स्मार्टफोन की मरम्मत न करवाएं। केवल अथॉराइज्ज कंपनी सर्विस सेंटर पर जाएं। लोकर दुकानों में किसी विशेष उपकरण की मरम्मत के लिए सही प्रकार के उपकरण नहीं हो सकते हैं और सर्किट में गड़बड़ी हो सकती है। |
धनलक्ष्मी की प्राप्ति के लिए जन्माष्टमी के दिन करें यह टोटका Posted: 29 Aug 2021 04:07 AM PDT भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव जन्माष्टमी के दिन अगर समस्याओं के निराकरण के लिए कुछ विशेष पूजा पाठ या उपायों, टोटकों को किया जाये तो कहा जाता हैं कि नंदलाल सभी दुखों को हर लेते हैं । अगर कोई व्यक्ति आर्थिक तंगी से परेशान हैं, या शादी विवाह में आ रही रुकावटें हो, संतान सुख की समस्या तो, इनके निवारण के लिए जन्माष्टमी के जैसा सुनहरा मौका कोई दूसरा नहीं हो सकता हैं । नीचे दिये गये कुछ सरल से टोटके इस जन्माष्टमी पर जरूर करें औऱ अपनी सभी परेशानियों से मुक्ति पाएं । 1- धनलक्ष्मी की प्राप्ति के लिए धन प्राप्ति के लिए श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन नारायण के अवतार भगवान कृष्ण को वस्त्र भेट करें । माखन, मिसरी में तुलसी दल मिलकार भोग लगायें । अब भगवान श्रीकृष्ण से महालक्ष्मी की कृपा करने की गुहार लगायें और इस मंत्र - ' ॐ लीलादंड गोपीजनसंसक्तदोर्दण्ड बालरूप मेघश्याम भगवन विष्णो स्वाहा" का 1000 बार जप श्रद्धा पूर्वक करें । श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण की पूजा में करते समये इतना जरूर करें- भगवान कृष्ण की पूजा मधुर भाव से करें । मंत्र जप के लिए तुलसी या चन्दन की माला का ही प्रयोग करें । मंत्र जप के तुरंत बाद जल का स्पर्श न करें । मंत्र जप के साथ सात्विकता बनाये रखें । 2- संतान सुख की प्राप्ति के लिए रामबाण टोटका श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन सुबह एवं रात्रि में दोनों समय भगवान कृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल जी की मूर्ति का पति - पत्नी दोनों ही पंचामृत से अभिषेक करें । अभिषेक के बाद लड्डू गोपाल जी के सामने गाय के घी का दीपक जलाएं, एवं संतान प्राप्ति भा भाव करते हुए इस गोपाल मंत्र - "ॐ क्लीं देवकी सुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते, देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गता" का 1100 बार जप करें । ऐसा करने से निश्चित ही संतान सुख की प्राप्ति होगी । 3- विवाह में आ रही रूकावटें दूर करने के लिए श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन शादी विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए भगवान कृष्ण को सुगन्धित जल अर्पित कर ताजे पीले फूलों की माला एवं खूले फूल चढाएं । अब गोकुलपति श्री नंदलाल के इस मंत्र- "ॐ गोकुल नाथाय नमः " का 2100 मंत्रों का जप करें । |
जन्माष्टमी पर करें यह टोटका विवाह में आ रही रूकावटें हो जायेंगी दूर Posted: 29 Aug 2021 04:02 AM PDT भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव जन्माष्टमी के दिन अगर समस्याओं के निराकरण के लिए कुछ विशेष पूजा पाठ या उपायों, टोटकों को किया जाये तो कहा जाता हैं कि नंदलाल सभी दुखों को हर लेते हैं । अगर कोई व्यक्ति आर्थिक तंगी से परेशान हैं, या शादी विवाह में आ रही रुकावटें हो, संतान सुख की समस्या तो, इनके निवारण के लिए जन्माष्टमी के जैसा सुनहरा मौका कोई दूसरा नहीं हो सकता हैं । नीचे दिये गये कुछ सरल से टोटके इस जन्माष्टमी पर जरूर करें औऱ अपनी सभी परेशानियों से मुक्ति पाएं । 1- संतान सुख की प्राप्ति के लिए रामबाण टोटका: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन सुबह एवं रात्रि में दोनों समय भगवान कृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल जी की मूर्ति का पति - पत्नी दोनों ही पंचामृत से अभिषेक करें । अभिषेक के बाद लड्डू गोपाल जी के सामने गाय के घी का दीपक जलाएं, एवं संतान प्राप्ति भा भाव करते हुए इस गोपाल मंत्र - "ॐ क्लीं देवकी सुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते, देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गता" का 1100 बार जप करें । ऐसा करने से निश्चित ही संतान सुख की प्राप्ति होगी । 2- विवाह में आ रही रूकावटें दूर करने के लिए: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन शादी विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए भगवान कृष्ण को सुगन्धित जल अर्पित कर ताजे पीले फूलों की माला एवं खूले फूल चढाएं । अब गोकुलपति श्री नंदलाल के इस मंत्र- "ॐ गोकुल नाथाय नमः " का 2100 मंत्रों का जप करें । 3- धनलक्ष्मी की प्राप्ति के लिए: धन प्राप्ति के लिए श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन नारायण के अवतार भगवान कृष्ण को वस्त्र भेट करें । माखन, मिसरी में तुलसी दल मिलकार भोग लगायें । अब भगवान श्रीकृष्ण से महालक्ष्मी की कृपा करने की गुहार लगायें और इस मंत्र - ' ॐ लीलादंड गोपीजनसंसक्तदोर्दण्ड बालरूप मेघश्याम भगवन विष्णो स्वाहा" का 1000 बार जप श्रद्धा पूर्वक करें । श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण की पूजा में करते समये इतना जरूर करें- भगवान कृष्ण की पूजा मधुर भाव से करें । मंत्र जप के लिए तुलसी या चन्दन की माला का ही प्रयोग करें । मंत्र जप के तुरंत बाद जल का स्पर्श न करें । मंत्र जप के साथ सात्विकता बनाये रखें । |
जीन्स को नीले रंग में ही क्यों रंगा जाता है, क्या है इसकी वजह Posted: 29 Aug 2021 03:56 AM PDT आजकल हर किसी के लिए जीन्स एक फैशन स्टेटमेंट है जो सालों से नहीं बल्कि सदियों से चला आ रहा है। 200 साल से भी पुराना इतिहास है जीन्स का और इसके स्टाइल में थोड़ा बहुत अंतर अगर छोड़ दिया जाए तो बाकी जीन्स वैसी ही है जैसे लिवाइस कंपनी ने शुरुआत में बनाई थी। इतने सालों में जीन्स में कई बेसिक अंतर देखे गए हैं, लेकिन इसका रंग अभी भी ब्लू ही होता है। ब्लू रंग ही क्यों चुना गया जीन्स रंगाई के लिए डाई को गर्म पानी या किसी और तकनीक से हाई टेम्प्रेचर का इस्तेमाल कर कपड़े पर इस्तेमाल किया जाता है। यही कारण है कि अधिकतर डाई हाई तापमान के साथ ही अपना काम करते हैं, लेकिन ब्लू डाई यानी इंडिगो डाई के साथ ऐसा नहीं था। ये नेचुरल डाई सिर्फ बाहरी धागों पर ही चिपकता है और इसके लिए उतने हाई तापमान की जरूरत भी नहीं होती है। जीन्स को जितनी बार धोया जाता है थोड़ा-थोड़ा डाई निकलता है और जीन्स का कपड़ा अपने आप सॉफ्ट होता चला जाता है। क्योंकि केमिकल डाई के मुकाबले इंडिगो डाई सस्ता होता था। अब भी जीन्स को रंगने के लिए ऐसा ही प्रोसेस इस्तेमाल होता है और जीन्स को फैशन स्टेटमेंट माना जाने लगा है। ब्लू जीन्स और उसके अलग-अलग शेड्स अब भी लोगों को बहुत पसंद हैं। |
यहां महिला को शादी से पहले बच्चा करना है जरूरी, वरना रह जाएगी कुंवारी Posted: 29 Aug 2021 03:55 AM PDT इस दुनिया में कई ऐसी अजीब परंपराए है जिनको सुनकर पांवों तले से जमीन खिसक जाती है। लेकिन आज हम जिस परंपरा की बात कर रहे हैं वो गरासिया जनजाति है। जो राजस्थान और गुजरात में रहती है। यहां पर लड़का और लड़की पहले लिव इन रिलेशनशिप में रहते हैं। फिर बच्चा पैदा होने के बाद दोनों की शादी की जाती है। शादी से पहले बच्चा करना है जरुरी: शादी करने से पहले बच्चा होना जरुरी होता है। अगर किसी कारण बच्चा पैदा नहीं होता तो इस संबंध को शादी की मान्यता नहीं मिलती। इसके लिए दोनों को किसी और के साथ दोबारा लिव इन रिलेशनशिप में रहना पड़ता है। यहां यह परंपरा सदियो से चली आ रही है। इस रिवाज का फायदा उठाते हुए कुछ लोग ज्यादा बच्चे पैदा करने के चक्कर में वह शादी टालते रहते हैं और कुछ शादियों में तो उनके जवान बच्चे तक शामिल होते हैं। यहां पर एक मेला लगता है और जिस लड़के को जो लड़की पसंद होती है,वह उसे लेकर भाग जाता है। इस तरह वह दोनो लिव इन रिलेशनशिप में रहना शुरू हो जाते हैं। बच्चा पैदा होने के बाद दोनों की शादी कर दी जाती है। |
महज 3 रुपये का ये नुस्खा धूप से काली हुई गर्दन को देगा चमका Posted: 29 Aug 2021 03:49 AM PDT तेज धूप किसी भी व्यक्ति को परेशान कसे पर सकती है और ऐसे में जरूरी है कि अपनी सेहत और स्किन का बहुत ध्यान रखा जाए। बहुत से लोग इस तेज धूप में हीट स्ट्रोक का शिकार हो जाते हैं तो कुछ लोग टैनिंग से परेशान रहते हैं। ज्यादातर समस्या, जो लोगों को परेशान करती है वो है गर्दन में मैल जमने की। गर्दन पर जमी मैल आपके लिए कई मुश्किलें खड़ी कर सकती है। आप सोच रहे होंगे कैसे? दरअसल कुछ लोगों की गर्दन पर इतनी मैल जम जाती है कि वह काली -काली दिखाई देने लगती है। इस स्थिति में आपके लिए टी-शर्ट पहनना या फिर सैंडो पहनना मुश्किल हो सकता है। बहुत से लोग गर्दन पर जमी मैल को उतारने की काफी कोशिश करते हैं लेकिन फिर भी मैल उतरने का नाम नहीं लेती है। हालांकि कुछ ऐसे घरेलू उपाय हैं, जो इस मैल को तुरंत हटाने का काम करते हैं। इसके अलावा बगल के नीचे वाले हिस्से में और भी कई जगह पर स्किन काली-काली हो जाती है। ये तरीके आपको किसी भी अंग से मैल उतारने में मदद करेंगे। आइए जानते हैं कौन से हैं ये सरल घरेलू उपायः गर्दन पर जमी मैल को उतारने के आसान तरीके मुल्तानी मिट्टी का लेप गर्दन पर जमी मैल को उतारने का सबसे आसान तरीका है मुल्तानी मिट्टी में दही और नींबूमिलाकर उसका पेस्ट लगाना। ये पेस्ट आपकी गर्दन पर जमी मैल को कुछ ही दिनों में उतारने का काम करता है। इस नुस्खे के लिए आपको करना क्या है कि इस पेस्ट को बनाकर कुछ देर लगाना है। जैसे ही ये पेस्ट सूख जाए तो साफ पानी से गर्दन को धो लेना है। इससे आपको गर्दन पर जमी मैल को हटाने में मदद मिलेगी। नींबू और शहद का लेप गर्दन पर जमी मैल को उतारने का दूसरा सबसे आसान तरीका है नींबू में शहद मिलाकर यूज करना। जी हां, ये नुस्खा आपकी गर्दन पर चढ़ी मैल को कुछ ही देर में साफ कर सकता है। बस आपको करना क्या है कि थोड़ी देर इस लेप को लगाकर छोड़ देना है। थोड़ी देर बाद इसे गर्म पानी से धो लें और आपकी गर्दन पर चढ़ी मैल तुरंत साफ हो जाएगी। बेसन ,नींबू और दही का पेस्ट गर्दन पर जमी मैल को उतारने का तीसरा सबसे आसान तरीका है बेसन में थोड़ा सी दही और नींबू मिलाकर उसका पेस्ट बनाना। ये तरीका भी आपकी गर्दन पर चढ़ी मैल को हटाने का सबसे कारगर तरीका है। इस पेस्ट को बनाकर लगाने से भी गर्दन की मैल को हटाया जा सकता है। आपको बस इस पेस्ट को लगाना है और सूखने के बाद गुनगुने पानी से स्किन को साफ कर लेना है। कपड़े पर साबुन लगाकर गर्दन पर जमी मैल को उतारने का चौथा सबसे आसान तरीका है किसी कपड़े पर साबुन लगाकर गर्दन को अच्छी तरह से साफ कर लें। ऐसा करने से भी गर्दन पर जमी मैल जल्दी ही दूर हो जाती है। एक बार में स्किन साफ न हो तो आप कुछ दिन तक नियमित रूप से ऐसा करें ताकि गर्दन पर जमी मैल तुरंत साफ हो जाए। |
PUBG Mobile Lite का नया सीजन 28 (New Season 28) कब से शुरू होने वाला है Posted: 29 Aug 2021 03:41 AM PDT इस आर्टिकल में हम PUBG Mobile Lite का नया सीजन 28 गेम के अंदर कब से शुरू होने वाला है, और इस नए सीजन में खास आइटम्स कौन-से मिलने वाले हैं। ध्यान पूर्वक नीचे दी गई जानकारी को पढ़े। PUBG Mobile Lite यह भी दुनिया का सबसे फेमस बैटल रॉयल गेम है। इस गेम को PUBG Mobile पर डेवेलप किया गया है। इस समय PUBG Mobile Lite में सीजन 27 चल रहा है, जो चंद दिनों में समाप्त होने वाला है। सोशल मिडिया की लीक्स के अनुसार पता चलता है सीजन 28 में खास चीजें और प्लेयर्स को बेहद सारे रिवॉर्ड्स मिलने वाले हैं। PUBG Mobile Lite में सीजन 27 करीबन 30 अगस्त तक चलने वाला है, और ऑफिसियल जानकारी के अनुसार PUBG Mobile Lite सीजन 28 महीने की पहली तारीख से शुरू हो जाएगा। इस बैटल रॉयल गेम के अंदर प्लेयर्स विनर पास की सहायता से ढेर सारे आइटम्स और इनाम प्राप्त कर सकते हैं। तो चलिए नीचे पूरी जानकरी बताने वाले हैं की PUBG Mobile Lite का सीजन 28 कब से शुरू होने वाला है। PUBG Mobile Lite का नया सीजन 28 (New Season 28) कब से शुरू होने वाला है, जानिए पूरी डिटेल्स PUBG Mobile Lite बैटल रॉयल गेम के अंदर दो तरह के पास उपलब्ध होते हैं। एलीट अपग्रेड और एलीट अपग्रेड प्लस यह दोनों में काफी सारे रिवॉर्ड्स मौजूद होते हैं। इन एलीट अपग्रेड को प्लेयर्स बैटल पॉइंट्स से परचेस कर सकते हैं। PUBG Mobile Lite में इन-गेम के अंदर Elite Upgrade की कीमत 280 बैटल पॉइंट्स है और Elite Upgrade Plus की कीमत 800 बैटल पॉइंट्स है। इसके आलावा PUBG Mobile Lite का नया सीजन 28 गेम के अदंर 1 सितम्बर 2021 को शुरू हो जाएगा। PUBG Mobile Lite सीजन 28 का नया सीजन तीन दिनों के बाद शुरू होने वाला है। इस सीजन में बेहद सारे रिवॉर्ड्स मौजूद है। विनर पास 17 तक के इनाम नीचे मौजूद है, जिन्हें देख सकते हैं।
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मैच हारने के बाद भारत को लगा Double झटका, जडेजा को ले जाया गया अस्पताल Posted: 29 Aug 2021 03:38 AM PDT शनिवार मैच के बाद रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने सोशल मीडिया पर अपनी यह तस्वीर पोस्ट की जिसमें वो अस्पताल में मौजूद हैं और जैसा कि आप देख पा रहे हैं जडेजा ने अस्पताल में मरीजों को दिये जाने वाले कपड़े भी पहने हुए हैं। ऐसे में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जडेजा को स्कैन के लिए अस्पताल ले जाया गया है. क्योंकि उन्हें लीड्स टेस्ट में फील्डिंग के दौरान पांव में चोट लगी थी.जिसके बाद वो कुछ देर तक मैदान से बाहर भी रहे थे. दूसरी पारी में Ravindra Jadeja ने खेली तेज पारी बेशक लीड्स टेस्ट के चौथे दिन भारत का मिडिल ऑर्डर और निचली क्रम ताश के पत्तों की तरह बिखरता चला गया, लेकिन इस दौरान जडेजा (Ravindra Jadeja) ने अपना स्वाभिक खेल जारी रखा और और उन्होंने 5 चौके और एक छक्के की मदद से 25 गेंदों में 30 रन बनाए। इतना ही नहीं जडेजा ने लीड्स टेस्ट की पहली पारी में मेजबान इंग्लैंड के 2 विकेट भी हासिल किये। इसमें हसीब हमीद और मोइन अली के बड़े विकेट शामिल थे। |
Sports Day 2021: दुनिया के तीन बेहतरीन स्टेडियम हिमाचल में, स्थानीय खिलाड़ियों के लिए No entry Posted: 29 Aug 2021 03:34 AM PDT हिमाचल में दुनिया के तीन बेहतरीन खेल मैदान हैं। दुर्भाग्य की बात यह है कि इन स्टेडियमों में हिमाचल के खिलाड़ी न तो रूटीन अभ्यास कर पा रहे हैं न ही कोई स्थानीय मैच इन पर हो पाते हैं। इनमें से दो स्टेडियम सेना के पास हैं जबकि एक साई के पास है। बात हो रही है समुद्र तल से आठ हजार फीट की ऊंचाई पर शिमला के शिलारू में बने हॉकी के मैदान की। यहां टीम इंडिया के खिलाड़ी ही अभ्यास और कैंप लगाते हैं। सोलन के चायल में विश्व का सबसे ऊंचा क्रिकेट ग्राउंड है। यह स्टेडियम सेना के पास है। इसमें सैनिक स्कूल के खिलाड़ी ही ज्यादातर खेल पाते हैं। शिमला शहर में एक ही बेहतरीन अनाडेल मैदान हैं। इसे भी सेना ही इस्तेमाल करती आ रही है। इस ग्राउंड को हिमाचल को देने की मांग भी कई बार उठ चुकी है। शिलारू हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान का निर्माण वर्ष 1986-87 में 3 करोड़ 53 लाख रुपये से किया गया। यहां 92 लाख से बहुउद्देशीय हॉल, एक करोड़ 3 लाख रुपये की लागत से छात्रवास भी बनाया गया है। 8000 हजार फीट की ऊंचाई पर यह एस्ट्रोटर्फ इसलिए बनाया गया है ताकि खिलाड़ियों का स्टेमिना बढ़े। मैदानों में 12 घंटे का प्रशिक्षण और यहां के छह घंटे एक बराबर होते हैं। कलजार मतियाना के पूर्व प्रधान सुनील बंसल ने बताया कि शिलारू के इस मैदान में स्थानीय युवाओं को कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है। यहां साल 2015 में भारतीय हॉकी टीम परीक्षण के लिए आई थी। वहीं, चायल क्रिकेट स्टेडियम 2444 मीटर की ऊंचाई पर है। 1893 में पटियाला के राजा भूपिंद्र सिंह ने इस स्टेडियम का निर्माण किया था। यहां पहले राजा क्रिकेट खेला करते थे। अब यह सेना के अधीन है। यहां भी स्थानीय खिलाड़ी अभ्यास नहीं कर पाते। |
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