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- एक राष्ट्र एक राशन कार्ड के तहत प्रवासी जिला में कहीं भी ले सकते हैं राशन
- हिमाचल में सोशल मीडिया पर कुछ इस तरह से मनाया गया कृष्ण जन्माष्टमी त्योहार
- Tokyo Paralampics: सुमित ने भाला फेंक में जीता गोल्ड मेडल, फाइनल में तीन बार तोड़ा अपना ही विश्व रिकॉर्ड
- श्री कृष्ण भगवान ने धौलपुर में ही कराया था कालियावन को भस्म
- भारत के लिए वनडे मैच में सबसे अच्छी गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ी ने की संन्यास की घोषणा
- ये हैं बिहार के 5 सबसे स्वादिष्ट फूड्स, जो बदल देंगे आपके मुंह का जायका
- Health Benefits of Different Teas: इन 5 चाय से होते हैं चमत्कारिक स्वास्थ्य लाभ
- धूप में निकलने से पहले चेहरे पर भूलकर भी न करें इन चीजों का इस्तेमाल
- IND VS ENG: टीम इंडिया के लिए बुरी खबर! छक्कों की बारीश करने वाला ये बल्लेबाज चौथे टेस्ट के लिए तैयार
- शादी का झांसा देकर चार साल तक किया दुष्कर्म, अब शादी करने से मुकर गया हमीरपुर निवासी
- फ़ोन मेमोरी जल्दी फुल हो जाती है तो अपनाएं ये टिप्स, रहेगा हमेशा स्पेस
- जन्माष्टमी पर आज बन रहा है दुर्लभ संयोग, ऐसे करें कृष्ण कन्हैया की आराधाना, पूरी होगी हर मनोकामना
- आज की रात इस मंत्र का करें जाप, भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से हर मनोकामना होगी पूरी
एक राष्ट्र एक राशन कार्ड के तहत प्रवासी जिला में कहीं भी ले सकते हैं राशन Posted: 30 Aug 2021 05:09 AM PDT राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013, के अन्तर्गत कांगड़ा में रहने वाले प्रवासी जिनका राशन कार्ड एन.एफ.एस.ए. के तहत बना हुआ है, वह एक राष्ट्र एक राशन कार्ड योजना के तहत जिला कांगड़ा में किसी भी उचित मूल्य की दुकान से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत खाद्यान्न प्राप्त कर सकते है। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि लाभार्थी को खाद्यान्न प्राप्त करने से पूर्व उचित मूल्य की दुकान पर जाकर अपनी राशन कार्ड संख्या या आधार संख्या प्रस्तुत करनी होगी, उसके उपरान्त उचित मूल्य दुकान धारक पोज मशीन के द्वारा बायोमेट्रिक प्रणाली के माध्यम से खाद्यान्न उपलब्ध करवाएगा। उन्होंने कहा कि प्रवासी लाभार्थी अपनी इच्छा अनुसार राशन कार्ड में दर्ज जितने सदस्यों का राशन यहां प्राप्त करने का इच्छुक है, उतने सदस्यों का राशन कोटा यहां प्राप्त कर सकते हैं, तथा बचे हुए खाद्यान्न उस उचित मूल्य की दुकान से प्राप्त कर सकता है जहां पर उसका राशन कार्ड पहले से दर्ज हैं। प्रवासी लाभार्थी जिला में स्थित उचित मूल्यों की दुकान का स्थान, पता जानने के लिए मेरा राशन ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। इसके माध्यम से वह अपने नजदीक स्थित उचित मूल्य की दुकान के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इससे सम्बन्धित अधिक जानकारी के लिए लाभार्थी विकास खण्ड़ में कार्यरत निरीक्षक खाद्य नागरिक आपूर्ति एंव उपभोक्ता मामले विभाग के कार्यालय से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तथा जिला नियन्त्रक खाद्य नागरिक आपूर्ति एंव उपभोक्ता मामले कांगड़ा स्थित धर्मशाला के दुरभाष नम्बर 01892-222877 पर फोन करके भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। |
हिमाचल में सोशल मीडिया पर कुछ इस तरह से मनाया गया कृष्ण जन्माष्टमी त्योहार Posted: 30 Aug 2021 05:04 AM PDT हिमाचल में सोशल मीडिया पर कुछ इस तरह से मनाया गया कृष्ण जन्माष्टमी त्योहार: Krishna Janmashtami festival celebrated in this way on social media in Himachal 1. भगवान ने प्रत्येक इंसान को समान बनाया है इसलिए किसी का भी अमीर-गरीब के रूप में अनादर या अपमान न करें। लोगों से विनम्रता और सहृदयता के साथ व्यवहार करें। आज के दिन दूसरों के साथ भेदभाव करने से जन्माष्टमी का पुण्य नहीं मिलता। 2. शास्त्रों के अनुसार, एकादशी और जन्माष्टमी के दिन चावल या जौ से बना भोजन नहीं खाना चाहिए। चावल को भगवान शिव का रूप भी माना गया है। 3.पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जन्माष्टमी का व्रत करने वाले को भगवान श्रीकृष्ण के जन्म होने तक यानी रात 12 बजे तक ही व्रत का पालन करना चाहिए। इससे पहले अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए। बीच में व्रत तोड़ने वालों को व्रत का फल नहीं मिलता। 4.मान्यता है कि जन्माष्टमी के दिन स्त्री-पुरुष को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। ऐसा न करने वालों को पाप लगता है। 5.मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण को गौ अति प्रिय हैं। इस दिन गायों की पूजा और सेवा करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है। किसी भी पशु को सताना नहीं चाहिए। 6.मान्यता है कि जिस घर में भगवान की पूजा की जाती हो या कोई व्रत रखता हो उस घर के सदस्यों को जन्माष्टमी के दिन लहसुन और प्याज जैसी तामसिक चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इस दिन पूरी तरह से सात्विक आहार की ग्रहण करना चाहिए। |
Posted: 30 Aug 2021 04:48 AM PDT टोक्यो पैरालंपिक का छठा दिन भी भारत के लिए बेहद शानदार रहा. सोमवार को भारत के खाते में दूसरा स्वर्ण पदक भी आ गया। इस बार भारत के पैरा एथलीट सुमित अंतिल ने भाला फेंक में अपना जलवा बिखेरा। सुमित ने एफ-64 स्पर्धा के फाइनल में तीन बार विश्व रिकॉर्ड तोड़े। उन्होंने अपने पांच प्रयास में तीन बार खुद के ही विश्व रिकॉर्ड को ध्वस्त किया और अंत में गोल्ड मेडल पर भी कब्जा जमाया। सुमित ने पहले प्रयास में 66.95 मीटर तक भाला फेंका और अपना 2019 में दुबई में बनाया गया 62.88 मीटर का विश्व रिकॉर्ड रिकॉर्ड तोड़ा। इसके बाद सुमित ने दूसरे प्रयास में एक और नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। इस बार उन्होंने 68.08 मीटर तक भाला फेंका। हालांकि तीसरे प्रयास में उन्होंने 65.27 मीटर तक ही भाला फेंका। इसके बाद चौथे प्रयास में उन्होंने 66.71 मीटर की दूरी तय की। पांचवें प्रयास में सुमित ने एक बार फिर से अपनी ताकत से दुनिया को रूबरू कराया और इस बार एक और नया विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए 68.55 मीटर दूर तक भाले को फेंक दिया। सुमित पूरे मुकाबले में हमेशा शीर्ष पर रहे और उनके आसपास भी कोई अन्य खिलाड़ी नहीं पहुंच पाया। सुमित ने नए विश्व रिकॉर्ड के साथ ही टोक्यो पैरालंपिक का गोल्ड मेडल भी अपने नाम किया। इसके साथ ही भारत की झोली में दो स्वर्ण के साथ कुल सात पदक हो गए। |
श्री कृष्ण भगवान ने धौलपुर में ही कराया था कालियावन को भस्म Posted: 30 Aug 2021 03:40 AM PDT मथुराधीश कृष्ण ने धौलपुर स्थित श्यामाश्चल की गुफा में ही कालियावन को महाराज मुचुकुण्ड द्वारा भस्म कराया था। यह गुफा आज भी धौलपुर में स्थित है। इसका उल्लेख विष्णु पुराण व श्रीमद्भागवत की दसवें स्कंध के पंचम अंश 23वें व 51 वें अध्याय में मिलता है। इसके अनुसार त्रेता युग में महाराजा मांधाता के तीन पुत्र हुए। इनमें अमरीष, पुरू और मुचुकुण्ड। युद्ध नीति में निपुण होने से देवासुर संग्राम में इन्द्र ने महाराज मुचुकुण्ड को अपना सेनापति बनाया। युद्ध में विजयश्री मिलने के बाद महाराज मुचुकुण्ड ने विश्राम की इच्छा प्रकट की। देवताओं ने वरदान दिया कि तो तुम्हारे विश्राम में खलल डालेगा। वह तुम्हारी नेत्र ज्योति से वहीं भस्म हो जाएगा। देवताओं से वरदान लेकर महाराज मुचुकुण्ड श्यामश्चल पर्वत (जहां अब मौनी सिद्ध बाबा की गुफा है) की एक गुफा में आकर सो गए।इधर, जब जरासंध ने कृष्ण से बदला लेने के लिए मथुरा पर 18वीं बार चढ़ाई की तो कालियावन भी युद्ध में जरासंध का सहयोगी बनकर आया। कालियावन महर्षि गाग्र्य का पुत्र तथा म्लेच्छ देश का राजा था। वह कंस का भी परम मित्र था। भगवान शंकर से उसे युद्ध में अजय का वरदान भी मिला था। भगवान शंकर के वरदान को पूरा करने के लिए कृष्ण रण क्षेत्र छोडकऱ भागे। इसलिए ही कृष्ण को रणछोड़ भी कहा जाता है। कृष्ण को भागता देख कालियावन ने उनका पीछा किया। मथुरा से करीब सौ किलोमीटर दूर तक आकर श्यामाश्चल पर्वत की गुफा में आ गए। जहां पर महाराज मुचुकुण्ड सो रहे थे। कृष्ण ने अपनी पीताम्बरी मुचुकुण्ड महाराज के ऊपर डाल दी और खुद एक चट्टान के पीछे छिप गए। कालियावन भी पीछा करता हुआ उसी गुफा में आ गया। दंभ में भरे कालियावन ने सो रहे मुचुकुण्ड महाराज को कृष्ण समझकर ललकारा। मुचुकुण्ड महाराज जगे और उनकी नेत्र की ज्योति से कालियावन वहीं भस्म हो गया। यहां पर भगवान कृष्ण ने मुचुकुण्ड को विष्णुरूप के दर्शन दिए। इसके बाद मुचुकुण्ड महाराज ने कृष्ण के आदेश से पांच कुण्डीय यज्ञ किया। यज्ञ की पूर्णाहूति पर देवछठ पर विशाल मेला भरता है। जिसमें कई प्रदेशों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन इस बार यह मेला कोरोना के कारण स्थगित कर दिया गया है। |
भारत के लिए वनडे मैच में सबसे अच्छी गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ी ने की संन्यास की घोषणा Posted: 29 Aug 2021 09:58 PM PDT Stuart Binny retirement: वनडे इंटरनेशनल मैच में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सबसे अच्छी गेंदबाजी का रिकार्ड बनाने वाले तेज गेंदबाज स्टुअर्ट बिन्नी ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है। 37 वर्षीय इस आलराउंडर ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में देश का प्रतिनिधित्व किया है और अब उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। भविष्य में उनकी क्या योजनाएं हैं, इस बारे में अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। स्टुअर्ट बिन्नी भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर और टीम इंडिया के चयनकर्ता रहे रोजर बिन्नी के बेटे हैं। स्टुअर्ट बिन्नी ने साल 2014 में गेंदबाजी में एक ऐसा रिकार्ड बनाया था, जिसके आज तक कोई भी भारतीय गेंदबाज नहीं तोड़ पाया है। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ एक पारी में महज 4 रन देकर 6 विकेट अपने नाम किए थे। भारतीय वनडे क्रिकेट के इतिहास में किसी भी खिलाड़ी का ये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उनसे पहले साल 1993 में अनिल कुंबले ने 12 रन देकर 6 विकेट लिए थे। दाएं हाथ के बल्लेबाज स्टुअर्ट बिन्नी ने साल 2014 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था और वे आखिरी बार 2016 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नजर आए थे, जबकि दो साल से उनको आइपीएल में भी खेलने का मौका नहीं मिला था। ऐसे में इस आलराउंडर ने क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया है। हालांकि, अब वे किसी भी देश की टी20, टी10 या फिर किसी भी फ्रेंचाइजी लीग में खेलने के लिए योग्य हो गए हैं, लेकिन वे कभी आइपीएल भी नहीं खेल पाएंगे। |
ये हैं बिहार के 5 सबसे स्वादिष्ट फूड्स, जो बदल देंगे आपके मुंह का जायका Posted: 29 Aug 2021 07:34 PM PDT आइए नजर डालते हैं ऐसे ही कुछ खास बिहारी व्यंजनों के बारें में जो आपके मुंह का स्वाद ही बदल देंगे और साथ ही वीकेंड में आपका दिन भी बना देंगे। 1. लिट्टी चोखा लिट्टी चोखा बिहार में खायी जाने वाली पारम्परिक स्वादिष्ट डिश हैं जिसे आप ब्रेकफास्ट, लंच या फिर डिनर में किसी भी समय खा सकते हैं। इसका स्वाद चखने के बाद आप इसके जबरदस्त फैन हो जायेंगे। इसे बनाना काफी असान है। बनाने का तरीका लिट्टी बनाने के लिए सबसे पहले आटे को छानकर एक परात में रखें। फिर दही और नमक डालकर इसे गूंथ लें। अब एक बाउल में सत्तू लें। और उसमें लहसुन,अदरक से बना पेस्ट डालें, साथ में बारीक कटा हुए प्याज, कच्चा तेल, नींबू का रस या फिर अचार का मसाला भी डालकर मिश्रण तैयार करें। अब छोटी- छोटी लोई बनाकर उसमें सत्तू भरकर इसे आग के अंगारों में रखकर भून लें,या फिर तेल में डीप फ्राई कर लें । जब ये पूरी तरह से बन जाये तो उसे देशी घी में लगाकर चोखे के साथ सर्व करें। चौखा बनाने का तरीका बैंगन आग में रखकर रोस्ट कर लें या फिर उबाल ले। अब पके हुए बैगन का छिलका निकालकर उसे अच्छी तरह से मैश करके रख लें। फिर एक पैन में सरसों का तेल डालकर उसमें प्याज और हरी मिर्च डालकर भूनें। इसके बाद इसमें मटर को डालकर सभी मसाले और नमक भी डालकर कुछ देर भून लें। कुछ देर पकने के बाद इसमें टमाटर डालकर कुछ मिनट पकाएं। अब इसमें मसला हुये बैंगन को डालें। इसे 5 मिनट तक पकाएं। बैगन के चोखें में ऊपर से इसमें हरी धनिया की पत्ती डालकर इसके स्वाद को और अधिक बढ़ा सकते है अब आपको चौखा भी बनकर तैयार है इसे लिट्टी के साथ मिलाकर गर्मागर्म सर्व करें। 2. धुस्का यह बिहार की काफी सबसे फेमस रेसिपीज में से एक हैं। इसे बासमती चावल और चने की दाल को मिलाकर बनाया जाता है। इसे बनाना बेहद आसान है। इसके लिए आप चावल और दाल को अलग अलग बर्तन में लेकर 4 से 5 घंटे पहले ही पानी में भिगोकर रख दें। जब दाल- चावल पूरी तरह से फूल जाएं तो इसे अच्छी तरह से साफ करके पानी से अलग कर लें। अब मिक्सी में इन दोनों को डालकर उसमें हरी मिर्च, लहसुन को मिलाकर पीस कर इसका पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट में हल्दी और नमक अच्छी तरह से मिला लें। अब एक पेन में तेल डालकर इसे हाथों से पूड़ी नुमा शेप देकर गर्म तेल में डालकर सुनहरा होने तक फ्राई करें और फिर बाहर निकाल लें। धुस्का को आप आलू टमाटर की सब्जी, चटनी या फिर अचार के साथ खा सकते हैं। 3. बैंगन भाजा बैंगन के सबसे ज्यादा बहुत शौकीन बिहारी ही होते हैं इसलिये वो इसकी अलग- अलग डिश बनाकर अपने खाने का जायका बढ़ाते हैं। इसमें बैंगन भाजा भी इनकी सबसे खास डिश में से एक है। बैसे तो ये व्यंजन बंगाली खाने का हिस्सा होता है, लेकिन बिहार में इसे मसालेदार कुरकुरे बनाकर सभी का फेवरेट बन चुका हैं। इसे आप रोटी, चावल के साथ लंच या फिर डिनर किसी में भी सर्व कर सकते हैं। इस डिश को बनाने के लिए सबसे पहले बैंगन को धोकर गोल- गोल आकार का काट लें। फिर कटे हुए टुकड़ों में हल्दी, मिर्च, नमक, धनिया, पिसी चीनी और मैदा डालकर 5 मिनट के लिए अलग रख दें। अब पैन पर तेल डालकर मसाला लगे बैंगन के टुकड़ों को धीमी आंच पर कुरकुरा सेंक लें फिर इसमें कटा हरा धनिया डालकर गर्म- गर्म सर्व करें। 4. मालपुआ मालपुआ बिहार और उत्तर भारत में बनायी जाने वाली सबसे खास स्वीट डिश में से एक है।यह स्वादिष्ट होने के साथ सबसे असान तरीकों से बनने वाला व्यजंन है। मालपुआ को बिहार में खीरपुआ भी कहा जाता है क्योंकि इसे वहां के लोग खीर या फिर रबड़ी के साथ खाना ज्यादा पसंद करते है। जिससे इसका स्वाद और अधिक बढ़ जाता है। मालपुआ बनाने के लिए सबसे पहले चीनी की चाशनी तैयार कर लें। फिर मालपुआ बनाने के लिए एक बर्तन में पहले दूध को गुनगुना कर लें। फिर उसके बाद कद्दूकस किया हुआ मावे में इस दूध को डालकर अच्छी तरह से फेट लें। इस मिक्सचर में थोड़ा मैदा डालकर अच्छी तरह से मिला लें ताकि गांठें न पड़ें। अब इस मिश्रण में सौंफ,इलाइची और बेकिंग सोडा डालकर मिक्स कर लें। अब कड़ाही में घी डालकर उसे गर्म करें और तैयार हुए मिक्सचर से गोल पूरीनुमा शेप देकर शुद्ध घी में डालकर सेंक लें। फिर इसे चाशनी में डुबाकर कुछ देर के बाद निकाल लें और उस पर पिस्ता, घिसा हुआ नारियल डालकर रबड़ी या फिर खीर के साथ सर्व करें। 5. चावल का पिट्ठा बिहार में पिट्ठा बहुत पंसद किया जाता है। यह स्वादिष्ट होने के साथ सेहत के लिये भी अच्छा होता है इसे बनाने के लिये चावल के आटे के साथ चने की दाल का उपयोग किया जाता है। इस व्यंजन को बनाने में तेल का बिल्कुल भी उपयोग नहीं होता। यदि आप इसे फ्राई करके खाना चाहते हैं तो तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन इसे स्टीम्ड खाना ही पसंद किया जाता है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले चने की दाल को एक भिगोनें में लेकर पहले से पानी में डाल दें। फिर चावल का आटे ले। और उसमें नमक मिलाकर उसे गूंथ लें। जब दाल अच्छी तरह से फूल जाये तो इसे पानी में से निकालकर मिक्सी में डाल दें। और इसमें अदरक, नमक, लहसुन, हरी मिर्च के साथ दरदरा पीस लें। पिसे हुए मिश्रण को एक बर्तन में निकाल कर उसमें लाल मिर्च पाउडर और अमचूर पाउडर डालकर मिलाएं। अब आटे की गोलियां बनाकर उसमें दाल वाला मिश्रण भर लें। और हल्के हाथे से चारों ओर दबा कर लोई बना लें। अब एक बड़े बर्तन में पानी उबलने के लिए रखें। और फिर 15 मिनट बाद धीमी आंच पर ढक कर जब उसमें भाप आने लगें तब इन गोलियां को डाल दें। पक जाने पर इसे छन्नी से निकालकर रख दें ताकि सारा पानी बाहर निकल जाए। अब पिट्ठे को चटनी के साथ सर्व करें। आप चाहे तो इसे ठंडा होने पर प्याज डालकर फ्राई भी कर सकते हैं। |
Health Benefits of Different Teas: इन 5 चाय से होते हैं चमत्कारिक स्वास्थ्य लाभ Posted: 29 Aug 2021 07:27 PM PDT आमतौर पर लोग सुबह और शाम नियमित रूप से चाय पीना ज्यादा पसंद करते हैं। पर क्या आप जानते है कि मुंह का स्वाद बढ़ाने वाली चाय आपके स्वास्थ के लिये कितनी फायदेमंद मानी गई है। यह पके शरीर के वजन को कम करने के साथ दिल के दौरे और कैंसर की संभावना को कम करने तक में मदद करती है। चाय से होने वाले अविश्वसनीय फायदों को जानकर आप भी हो जायेगें हैरान! तो आइये जानते हैं कि शरीर के लिये चाय से होने वाले फायदे क्या हैं। # रोचक तथ्य – 19 वीं शताब्दी के प्रकाशन के अनुसार – 'द बुक ऑफ टी', "चाय एक दवा के रूप में शुरू हुई और बाद में एक पेय के रूप में विकसित हुई"। 1. ग्रीन टी स्वास्थ्य लाभ – आपकी ऊर्जा के स्तर को बेहतर बनाने में मदद करता है ग्रीन टी का सेवन करने से शरीर में स्फूर्ति आती है। स्विट्जरलैंड के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल ऑफ बेसल के द्वारा किये गए एक शोध में कहा गया है कि जो लोग डेली 27.5 ग्राम ग्रीन टी का सेवन करते है, उनकी याददाश्त से काफी तेज होती है। एक कप गर्म ग्रीन टी का सेवन मुक्त कणों को दूर करने में मदद कर सकता है, यह आपको हृदय रोग से बचाता है, मुँहासे को साफ कर सकता है, यह एक एंटीफ्लेमेटरी एजेंट के रूप में कार्य कर सकता है। हालांकि, इसमें कैफीन होता है, इसलिए बेहतर होगा कि इसे काफी सुबह ले, या फिर शाम को लें। 2. ऊर्जा बढ़ाने में मदद स्वास्थ्य लाभ – आपको एक अच्छी नींद देने में मदद करता है कैमोमाइल चाय का सेवन करने से मन शांत रहता है। यह अनिद्रा के प्रभाव को भी कम करने में मदद करता है। यह चाय एक ट्रैंक्विलाइज़र और स्लीप-इनड्यूसर के रूप में काम करती है। इस चाय को पीने से आप में काफी ताजगी से महसूस होने लगेगी। अगली बार आप खुद व खुद नींद के पूरी होने से बिस्तर पर उछलने कूदने लगेगें। एक अध्ययन में भी देखा गया है कि 80 प्रसवोत्तर महिलाओं ने जब दो सप्ताह तक कैमोमाइल चाय का सेवन किया तो पाया गया कि वग पहले से काफी अच्छा महसूस कर रही है। उनकी नींद की गुणवत्ता पहले से काफी बेहतर हुई थी और उनमें तनाव चिंता के लक्षण कम थे। कुछ अन्य शोधों से पता चला है, कैमोमाइल चाय का सेवन करने से सूजन, मासिक धर्म के दर्द को कम कर सकती है और माइग्रेन की समस्या को भी कम कर सकती है। 3. पुदीना चाय स्वास्थ्य लाभ – पेट के दर्द को शांत करता है पेपरमिंट चाय को अक्सर 'पेट की मरहम के रूप में जाना जाता है। पुदीना चाय का सेवन आपके पेट के दर्द गैस और मासिक धर्म के समय होने वाली ऐंठन में एक टॉनिक के रूप में कार्य करता हैं। कुछ शोधों में कहा गया है, पेपरमिंट चाय में एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण होते है जो पेट के दर्द, पेट फूलना उल्टी बैचेनी जैसी कई बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। हैं। इसलिए अगली बार जब आपके शरीर में इस तरह के लक्षण देखने को मिले, तो दवाइयों की ओर रुख करने से पहले एक कप पुदीने की चाय को अवश्य पीयें। 4. इचिनेशिया चाय स्वास्थ्य लाभ – वायरल फीवर से सुरक्षा इचिनासेआ एक बारहमासी पौधा है जो कई तरह की औषधिय गुणों से भरपूर है। इसका सेवन ठंड के समय करने से यह शरीर को गर्मी देता है। सर्दी जुकाम को दूर करने में मदद करता है। यदि आप बुखार या कोल्ड से प्रभावित है और इसको कम करने के लिये एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग कर रहे है तो इसकी जगह आप इस सुगंधित फूलों वाली चाय को पीना शुरू कर दें। यह जल्द ही कोल्ड, बंद नाक, आदि से झुटकारा देने में मदद करता है। यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाता है। 5. हल्दी की चाय स्वास्थ्य लाभ – जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है हल्दी की चाय को 'गोल्डन मिल्क' के नाम से भी जाना जाता है। यह शरीर के लिये सबसे अच्छा स्वास्थ्यवर्धक पेय पदार्थ होता है। हल्दी में कर्क्यूमिन नामक सक्रिय यौगिक होता है जो इसके रंग को पीला बनाने में मदद करता है। यह औषधिय गुणों से भरपूर होता है। जिससे की तरह के शारीरिक लाभ देखने को मिलते है। 2017 के एक शोध से पता चला है कि करक्यूमिन नामक तत्व जोड़ों के दर्द और गठिया रोगों को दूर करने में मदद करता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण होते हैं। कुछ शोधों में यह भी कहा गया है कि इस चाय का सेवन करने से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और अल्जाइमर रोग के खतरे को रोकने में मदद करता। |
धूप में निकलने से पहले चेहरे पर भूलकर भी न करें इन चीजों का इस्तेमाल Posted: 29 Aug 2021 07:22 PM PDT अक्सर आपने सुना होगा कि धूप में जाने से पहले सनस्क्रीन लगाना जरुरी होता हैं। इससे आपकी स्किन हानिकारक UV किरणों से बचती हैं साथ ही आपको चेहरे को स्कार्फ से ढ़ककर रखने की भी सलाह मिली होगी, लेकिन कई बार धूप में निकलने से पहले आप जाने अनजाने कुछ चीजों का इस्तेमाल कर लेती हैं जो आपकी स्कीन को काफी नुकसान पहुंचा सकती हैं। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ चीजों के बारे में जिसे धूप में निकलने से पहले चेहरे पर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। 1. आलू का इस्तेमाल (Use potato) – इसमें मौजूद ब्लीचिंग प्रोपर्टीज़ भले आपको क्लीयर और ग्लोइंग स्किन देता हैं, लेकिन धूप में जाने से पहले इसका इस्तेमाल ना करें। अगर आप इससे बने फेस पैक या इसे किसी और तरीके से इस्तेमाल करती हैं तो उस दिन घर से बाहर ना निकलें। अगर ज़रूरी हो, तो 4-5 घंटे बाद ही निकलें। 2. टमाटर का इस्तेमाल (Use tomato) – टैनिंग की समस्या से बचने के लिए आपने इसका इस्तेमाल किया होगा, लेकिन अगर आप धूप में निकलने वाली हैं तो इसके इस्तेमाल से बचें। आपको बता दें कि ये आपकी स्किन में एलर्जी की वजह बन सकता हैं। 3. नींबू का इस्तेमाल (Use lemon) – आलू और टमाटर की तरह ही इसमें भी ब्लीचिंग प्रोपर्टीज़ होती हैं। अगर आप इसका इस्तेमाल धूप में जाने से पहले करेंगी तो इससे आपको एलर्जी, रैशेज जैसी कई परेशानी हो सकती हैं। 4. दही का इस्तेमाल (Use curd) – धूप में निकलने से पहले आप कभी भी चेहरे पर दही का इस्तेमाल ना करें। इससे आपकी में स्किन को इरिटेशन की समस्या हो सकती हैं।
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Posted: 29 Aug 2021 07:10 PM PDT पांच मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी करने के बाद मेजबान इंग्लैंड की टीम चौथे टेस्ट में एक बदलाव के साथ लियाम लिविंगस्टोन को अपनी प्लेइंग में मौका दे सकती है। वो इसीलिए क्योंकि इंग्लैंड टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बदलर जहां तक है सीरीज के बाकी दो मैचों में इंग्लैंड टीम का हिस्सा नहीं हो पायेंगे। ऐसे में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वॉर्न ने कॉमेंट्री के दौरान इस बात के सुझाव दिए हैं कि इंग्लैंड बटलर की जगह लिविंगस्टोन को मौका दे सकती है। द हंड्रेड में लियाम लिविंगस्टोन ने की छक्कों की बारिश गौरतलब है कि, दाएं हाथ के बल्लेबाज लियाम लिविंगस्टोन इस वक्त कमाल की फॉर्म में चल रहे हैं। इसका उदाहरण हमें हाल ही में द हंड्रेड टूर्नामेंट में देखने को मिला। जहां उन्होंने अपनी टीम बर्मिंघम फीनिक्स को फाइनल तक पहुंचाने के साथ-साथ लिविंगस्टोन ने टूर्नामेंट में 58 की औसत के साथ सबसे ज्यादा 348 रन भी बनाए हैं। इतना ही नहीं इस दौरान उन्होनें पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 27 छक्के भी लगाए हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट का अच्छा अनुभव देखा जाए तो लियाम लिविंगस्टोन को इंग्लैंड चौथे टेस्ट में मौका दे भी सकती है। क्योंकि हाल ही में मेजबान टीम ने अच्छी फॉर्म में चल रहे डेविड मलान को तीसरा टेस्ट में खिलाया था और उन्होंने इस दौरान 70 रनों की पारी भी खेली थी। ऐसे में लिविंगस्टोन भी इस वक्त गजब की फॉर्म में चल रहे हैं तो उन्हें भी मौका देने में कोई हर्ज नहीं है. वैसे भी अगर लिविंगस्टोन के फर्स्ट क्लास करियर को देखें तो काफी गजब रहा है। बता दें कि, उन्होनें अब तक अपने फर्स्ट क्लास करियर में 7 शतकों की मदद से 3057 रन बनाए हैं, जिसमें उनके नाम 224 रनों की सर्वाधिक पारी भी है. |
शादी का झांसा देकर चार साल तक किया दुष्कर्म, अब शादी करने से मुकर गया हमीरपुर निवासी Posted: 29 Aug 2021 07:04 PM PDT हिमाचल प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला राजधानी शिमला से सामने आया है। जहां पर एक महिला द्वारा इस बात का आरोप लगाया गया है कि एक शख्स ने उसके साथ शादी करने के बहाने से अपने जाल में फंसाया और उसके साथ सालों तक जबरन शारीरिक संबंध बनाता रहा। वहीं, जब महिला द्वारा शादी की बात की गई तो उसने इंकार कर दिया। अब महिला पुलिस के पास न्याय की गुहार लगाने पहुंची है। पीड़ित महिला शिमला की रहने वाली बताई जा रही है। वहीं, आरोपी युवक की पहचान दलजीत सिंह राणा गांव व डाकघर जांदरू जिला हमीरपुर के रूप में की गई है। महिला ने अपनी शिकायत में बताया है कि दिलजीत सिंह ने दिसंबर 2017 से लेकर 2020 तक उसके साथ जबरन संबंध बनाए। अब वह शादी करने से मुकर रहा है। वहीं महिला की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है। |
फ़ोन मेमोरी जल्दी फुल हो जाती है तो अपनाएं ये टिप्स, रहेगा हमेशा स्पेस Posted: 29 Aug 2021 06:59 PM PDT दो से तीन हज़ार फोटो और कुछ वीडियो से ही फ़ोन की मेमोरी फुल हो गई है। अरे यार! फिर तो कुछ करने की ज़रूरत है। शायद, आपके भी फ़ोन में कुछ इसी तरह की समस्या है कि जल्दी ही मेमोरी फुल हो जाती है, तो फिर आपको इस लेख को ज़रूर पढ़ना चाहिए। कई बार फ़ोन में गाना, फाइल्स या वीडियो डाउनलोड करते समय अतिरिक्त फाइल्स डाउनलोड हो जाते हैं और फोटो या विडियो के लिए जगह भी नहीं होती है। आपको बता दें कि इन फाइल्स को उनवांटेड फाइल्स कहते हैं, तो आइए इस लेख में जानते हैं कि किन टिप्स के सहारे आप फ़ोन मेमोरी को फुल होने से बचा सकती हैं- गैर-जरुरी फाइल्स चेक करें शायद, आपने ध्यान दिया होगा अगर नहीं दिया हो तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आप जब भी किसी अन्य एप के माध्यम से गाना, विडियो या फाइल्स डाउनलोड करते हैं, तो कई तरह के उनवांटेड फाइल्स खुद-ब-खुद डाउनलोड हो जाते हैं। ऐसे में आप सबसे पहले गैस ज़रूरी फाइल्स को डिलीट करें। इसके लिए आप सबसे पहले मेमोरी सेटिंग में जाकर अनवांटेड फाइल्स को डिलीट कर सकते हैं। गूगल स्टोरेज का इस्तेमाल करें सभी फोटो और वीडियो को स्टोर करने और फ़ोन मेमोरी को खाली रखने के लिए गूगल स्टोरेज का इस्तेमाल कर सकते हैं। आजकल कई स्मार्ट फ़ोन और अन्य फ़ोन में गूगल स्टोरेज को आसानी से डाउनलोड करके वहां फोटो और वीडियो को स्टोर कर सकते हैं। इसके लिए प्ले स्टोर से गूगल स्टोरेज को डाउनलोड करके एक अकाउंट बना लीजिए और आप यहां सभी फोटो और वीडियो को आसानी से सेव कर सकते हैं। एचडी वीडियो को लैपटॉप में ट्रान्सफर करें मेमोरी फुल होने का सबसे बड़ा कारण है मोबाइल में मौजूद एचडी वीडियो। ऐसे में अगर फ़ोन की मेमोरी जल्दी ही फुल हो जाती है, तो आप सबसे पहले एचडी विडियो को पेन ड्राइव या फिर लैपटॉप में ट्रान्सफर कर सकते हैं। कई बार पांच से दस मिनट का एक एचडी वीडियो 1 से 2 gb का होता है ऐसे में अगर दस से बारह वीडियो मोबाइल में मौजूद हो तो मेमोरी अपने आप फुल हो जाती है। ओटीजी पेन ड्राइव का इस्तेमाल करें जी हां, फ़ोन मेमोरी अचानक से फुल हो जाए तो उसे खाली रखने के लिए सबसे आसान तरीका है ओटीजी पेन ड्राइव का इस्तेमाल। यह एक चलता फिरता ट्रांसफर पेन ड्राइव है जिसे मोबाइल में लगाया और सभी फोटो और वीडियो को कॉपी करके पेन ड्राइव में डाल दिया। इस पेन ड्राइव के लिए किसी लैपटॉप या कंप्यूटर की ज़रूरत भी नहीं होती है। इसे आप आसानी से किसी दुकान से खरीद सकती सकते हैं। |
जन्माष्टमी पर आज बन रहा है दुर्लभ संयोग, ऐसे करें कृष्ण कन्हैया की आराधाना, पूरी होगी हर मनोकामना Posted: 29 Aug 2021 06:31 PM PDT भारत समेत दुनियाभर कृष्ण कन्हैया के भक्त आज भगवान श्रीकृष्ण के भाक्त आज जन्माष्टमी मना रहे हैं। कोरोना संकट के प्रोटोकॉल के बीच पूरा वातावरण कृष्णमय हो गया है। आपको बता दें कि हर साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भाद्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक इसबार 29 अगस्त को रात के 11.25 बजे से अष्टमी तिथि शुरू हो गई है, जो 30 अगस्त को रात 1.59 तक रहेगी। वहीं इस बार जन्माष्टमी पर कई दुर्लभ संयोग भी बन रहे हैं। ज्योतिष पंचांग के जानकारों के मुताबिक इस साल ऐसे संयोग बन रहे हैं जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के समय बने थे, लिहाजा कृष्ण भक्तों के लिए इस बार की जन्माष्टमी बेहद खास हो गई है। इस साल जन्माष्टमी पर भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के साथ वृष राशि और रोहिणी नक्षत्र का भी संयोग बना है। इस साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर सर्वार्थसिद्धि योग भी रहेगा। हिन्दू पंचांग के मुताबिक इस साल जन्माष्टमी के मौके पर सालों के बाद एक ऐसा संयोग बन रहा है जो बेहद ही दुर्लभ है। मान्यता के मुताबिक भगवान श्रीकृष्ण जी का जन्म भाद्र कृष्ण अष्टमी तिथि, बुधवार, रोहिणी नक्षत्र एवं वृष राशि में मध्य रात्रि को हुआ था। और इस साल भी जन्माष्टमी के मौके पर भी कुछ ऐसा ही दुर्लभ संयोग बनने जा रहे हैं। शास्त्र के जानकारों के मुताबिक इस साल कृष्ण जन्माष्टमी अवसर पर 6 तत्वों का एक साथ बहुत ही दुर्लभ मिलना हो रहा है। ये 6 तत्व हैं यह भाद्र कृष्ण पक्ष, अर्धरात्रि कालीन अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र, वृष राशि में चंद्रमा, इनके साथ सोमवार या बुधवार का होना। इस तरह से भी सारे तत्व 30 अगस्त को मौजूद रहेंगे। सोमवार के दिन अष्टमी होने की वजह से सुबह से ही अष्टमी तिथि व्याप्त रहने वाली है, रात में 12:14 बजे तक अष्टमी तिथि व्याप्त रहेगी। इस रात को नवमी तिथि भी लग रही है। चंद्रमा की स्थिति पर अगर नजर डालें तो यह वृष राशि में मौजूद है। इन सभी संयोग की वजह से इस बार की अष्टमी बहुत ही खास रहने वाली है। बताया जा रहा है कि बहुत सालों बाद जन्माष्टमी के पावन पर्व पर इस तरह का संयोग बन रहा है। लिहाजा कान्हा के भक्त इस खास मौके को ऐसे ही गवाना नहीं चाहते। शास्त्र को जानकारों के मुताबिक इस तरह के संयोग में व्रत और श्री कृष्ण की आराधना से 3 जन्मों में जाने-अनजाने किए गए पापों से मुक्ति मिलती है। इतना ही नहीं इस व्रत करने से प्रेत योनी में भटक रहे पूर्वजों को भी मुक्ति मिल जाएगी। लिहाजा भगवान कृष्ण के जन्म पर बने ये दुर्लभ संयोग की वजह से इस साल की जन्माष्टमी में पूजन का विशेष महत्व माना जा रहा है। रोहिणी नक्षत्र का संयोग 30 तारीख को सुबह 6 बजकर 39 मिनट से शुरू होगा और 31 अगस्त को सुबह 9 बजकर 44 मिनट पर खत्म होगा। मान्यता के मुताबिक रोहिणी नक्षत्र में अष्टमी तिथि को बाल गोपाल की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होगा और सभी कष्ट दूर होंगे और सभी मनोकामनाएं पूरी होगी हैं। इतना ही नही रिद्धि- सिद्धि की भी प्राप्ति होगी। कृष्ण जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त अष्टमी तिथि प्रारंभ- 29 अगस्त दिन रविवार को रात 11 बजकर 25 मिनट से अष्टमी तिथि समाप्त- 30 अगस्त दिन सोमवार को देर रात 01 बजकर 59 मिनट पर होगा। पूजा का शुभ मुहूर्त- 30 अगस्त को रात 11 बजकर 59 मिनट से देर रात 12 बजकर 44 मिनट तक। कुल अवधि- 45 मिनट व्रत पारण मुहूर्त- 31 अगस्त को सुबह 9 बजकर 44 मिनट बाद व्रत का पारण कर सकते हैं। रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ- 30 अगस्त को सुबह 06 बजकर 39 मिनट से। रोहिणी नक्षत्र समापन- 31 अगस्त को सुबह 09 बजकर 44 मिनट पर। |
आज की रात इस मंत्र का करें जाप, भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से हर मनोकामना होगी पूरी Posted: 29 Aug 2021 12:30 PM PDT आज कृष्ण जन्मोत्सव ( krishna janmashtami ) पूरे देश में हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। कृष्ण भक्त कान्हा को खुश करने के लिए हर तरीके से जतन कर रहे हैं। इस मौके पर हम आपको कुछ मंत्रों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका जाप करने से भगवान श्रीकृष्ण ( Lord Krishna ) की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी। यदि कोई बड़ी आपदा हो या कोई मार्ग न मिल रहा हो तो यथाशक्ति इस मंत्र का जाप करें- 'श्रीकृष्ण: शरणं मम' शांति और मोक्ष पाने के लिए 'ॐ हृषिकेशाय नमः' मंत्र का जाप करें। शत्रु शांति के लिए 'क्लीं हृषीकेशाय नम:' मंत्र का जाप करें। मोक्ष पाने और भक्ति वैराग्य के लिए 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें। सौभाग्य वृद्धि, ऐश्वर्य और क्लेश निवारण के लिए 'ॐ ऐं श्री क्लीं प्राण वल्लभाय सौ: सौभाग्यदाय श्री कृष्णाय स्वाहा' मंत्र का जाप करें। संतान प्राप्ति के लिए 'ॐ देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते' मंत्र का जाप करें। 'ॐ नमो नारायणाय' मंत्र का जाप कभी भी किसी भी वक्त कर सकते हैं। इस मंत्र का जाप करने से सभी तरह की समस्याओं का निदान हो जाता है। ध्यान रहे कि इन मंत्रों का जाप तुलसी की माला से ही करें। पूर्वाभिमुख या उत्तराभिमुख होकर सामने भगवान के चित्र के सामने घी का दीपक, धूप और नैवेद्यादि लगाकर ही जाप करें। ऐसा करने से भगवान श्रीकृष्ण आपकी हर मनोकामना पूरी करेंगे। |
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