दिव्य रश्मि न्यूज़ चैनल |
- मनन मिश्रा को छठी बार बीसीआई के अध्यक्ष निर्वाचित होने पर रणविजय सिंह ने दिया बधाई
- श्रद्धा पूर्वक याद किए गए महाप्राण निराला और जानकी वल्लभ शास्त्री
- मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध के क्रियान्वयन से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की
- यूपी के दो चरणों में मुस्लिम वोटरों की महत्वपूर्ण भूमिका
- बठिंडा में केजरीवाल को झटका
- उत्तराखण्ड में कांग्रेस को सरकार बनाने की उम्मीद
- भाजपा 8 फरवरी को जारी करेगी घोषणा पत्र
- स्वर सम्राज्ञी की संगीत साधना
- चन्नी पर ही कांग्रेस ने लगाया दांव
- नहीं रहे चर्चित कवि 'मिथिलेश मधुकर' जिले में शोक की लहर
- मणिपुर चुनाव में अफस्पा मुख्य मुद्दा
- जापान में जल्द दी जायेंगी 10 लाख बूस्टर डोज प्रतिदिन
- ओटावा में आपातकाल की घोषणा
- सोमालिया में सेना ने मार गिराए 7 आतंकी
- विदेशी पर्यटकों के लिए आस्ट्रेलिया की सीमा खुलेगी 21 फरवरी से
- शी जिनपिंग ने दी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को ताजपोशी की वर्षगांठ की बधाई
- मंगलवार, फरवरी 8, 2022 का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन ? क्या है आप की राशी में विशेष ? जाने प्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से |
| मनन मिश्रा को छठी बार बीसीआई के अध्यक्ष निर्वाचित होने पर रणविजय सिंह ने दिया बधाई Posted: 07 Feb 2022 08:42 AM PST मनन मिश्रा को छठी बार बीसीआई के अध्यक्ष निर्वाचित होने पर रणविजय सिंह ने दिया बधाईवरीय अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) के लगातार छठी बार अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। श्री मिश्रा पहले व्यक्ति हैं जो लगातार छठी बार अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं।मूलतः यह गोपालगंज जिले के रहने वाले हैं, जो बिहार बार काउंसिल के सदस्य हैं और बीसीआई में बिहार का प्रतिनिधित्व करते हैं।इनके निर्वाचन पर अखिल भारतीय अधिवक्ता कल्याण समिति, बिहार के महामंत्री व विधि विमर्श के संस्थापक अधिवक्ता रणविजय सिंह ने बधाई देते हुए कहा मनन जी ने बिहार का मान बढ़ाया। यह पूरे बिहार वासियों के लिए गर्व की बात है। श्री सिंह ने यह भी कहा यह अपने व्यवहार कुशलता और ईमानदार प्रयास की बदौलत व कठिन परिश्रम की वजह से इतने महत्वपूर्ण पद के लिए लगातार छठी बार निर्वाचित हुए हैं। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| श्रद्धा पूर्वक याद किए गए महाप्राण निराला और जानकी वल्लभ शास्त्री Posted: 07 Feb 2022 08:37 AM PST श्रद्धा पूर्वक याद किए गए महाप्राण निराला और जानकी वल्लभ शास्त्रीऔरंगाबाद जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन सह समकालीन जवाबदेही परिवार के संयुक्त तत्वावधान में शहर के महाराणा प्रताप नगर स्थित सीतयोग इंजीनियरिंग कॉलेज के पत्रकारिता विभागाध्यक्ष राजेंद्र पाठक के आवास पर छायावाद के दो स्तंभों सूर्यकांत त्रिपाठी निराला तथा जानकी बल्लभ शास्त्री के जन्मदिवस पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। उक्त संगोष्ठी की अध्यक्षता डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्र तथा संचालन धनंजय जयपुरी ने किया। प्रारंभ में दोनों विभूतियों के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उपस्थित साहित्यानुरागियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। वक्तव्य की ऑनलाइन शुरुआत करते हुए मुंगेर विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति आर के वर्मा ने कहा कि छायावाद के प्रमुख स्तंभों में से एक निराला जी की काव्य-कला की सबसे बड़ी विशेषता उनका चित्रण-कौशल है। उनकी अधिकाधिक कविताओं में दार्शनिक गहराइयां दृष्टिगत होती हैं, जिसे न समझ पाने के कारण विचारक उनपर दुरुहता का आरोप लगाते हैं। डॉक्टर वर्मा के ऑनलाइन वक्तव्य के बाद ऑफलाइन वक्तव्य की शुरुआत हुई। शिव नारायण सिंह ने कहा की औरंगाबाद की धरती को मैं बड़भागी मानता हूं जहां शास्त्री जी जैसे महान विभूति ने अपनी आरंभिक शिक्षा ग्रहण की थी। संचालन के क्रम में धनंजय जयपुरी ने कहा कि शास्त्री जी की अधिकतर कविताएं अनुभूति परक हैं। समाज एवं राजनीति की आड़ में अनैतिकता बरतने वाले लोगों को आईना दिखाते हुए शास्त्री जी ने कहा- "कुपथ-कुपथ रथ दौड़ाता जो पथ निर्देशक वह है। लाज लजाती जिसकी कृति से धृति उपदेशक वह है।" गुप्तेश्वर पाठक तथा अधिवक्ता योगेश मिश्र ने कहा कि शास्त्री जी ने साहित्य की कई विधाओं जैसे कविता, गीत, नाटक, कहानी, संस्मरण, समीक्षा और आलोचना आदि पर अपनी लेखनी चलाई। शास्त्री जी की लेखनी को शब्दों पर जबरदस्त पकड़ थी। अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉक्टर सुरेंद्र प्रसाद मिश्र ने कहा कि मूलत संस्कृत और साहित्य के आचार्य रहे शास्त्री जी अंग्रेजी बांग्ला तथा हिंदी के भी विद्वान थे। उनकी दार्शनिकता तथा उनकी जीवनशैली वैदिक ऋषि- परंपरा की याद दिलाती है। अपने विस्तृत साहित्यिक जीवन में सकारात्मकता की अनुभूति कराते हुए शास्त्री जी ने लिखा-"तीखे कांटो को फूलों का श्रृंगार बना दो तो जानूं। ठहरे गहरे सन्नाटे को झंकार बना दो तो जानूं।। पुरुषोत्तम पाठक तथा सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने कहा कि शास्त्री जी जन-जन की पीड़ा को अपनी पीड़ा समझते थे। सरकार के नुमाइंदों के मन-मानस में घर कर गई भ्रष्टाचार पर कुठाराघात करते हुए उन्होंने लिखा कि- "ऊपर ऊपर पी जाते हैं जो पीने वाले हैं, कहते ऐसे ही जीते हैं जो जीने वाले हैं।" अंत में आयोजक राजेंद्र पाठक ने उपस्थित विद्वानों के वक्तव्यों का समर्थन करते हुए तथा उनके द्वारा दिए गए बहुमूल्य विचारों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए सबका धन्यवाद ज्ञापन किया।उक्त संगोष्ठी में चंदन कुमार पाठक, अनिल कुमार सिंह, अनुज बेचैन इत्यादि ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध के क्रियान्वयन से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की Posted: 07 Feb 2022 08:34 AM PST मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध के क्रियान्वयन से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की
पटना, 07 फरवरी 2022:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित लोक संवाद में मद्य निषेध के क्रियान्वयन से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री के0के0 पाठक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से 16 नवंबर 2021 के बाद से अब तक की गई कार्रवाई, ड्रोन, मोटर बोट, स्वान दस्ता आदि के माध्यम से छापेमारी अभियान, जब्त शराब, अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं कार्रवाई के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की कोताही नहीं हो। शराब माफिया के गिरोहों को ध्वस्त करें, शराब के वास्तविक धंधेबाज बच नहीं पाये। उन्होंने कहा कि पुलिस एवं मद्य निषेध विभाग संयुक्त रुप से पूरी मुस्तैदी से काम करे। शराबबंदी से जुड़े मामलों की ट्रायल में तेजी लायें। जब्त शराब का विनष्टीकरण तेजी से हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी पटना में शराबबंदी के क्रियान्वयन पर विशेष नजर रखें, शराब पीनेवाले एवं पिलानेवाले को चिन्हित कर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि सभी लोग यह मानते हैं कि शराब बुरी चीज है। कई दूसरे राज्यों के लोग भी अपने-अपने राज्यों में शराबबंदी चाहते हैं। बिहार में शराबबंदी का क्रियान्वयन सफल तरीके से किया जा रहा है। अन्य राज्यों के लोगों को प्रचार-प्रसार के माध्यम से इसके बारे में जानकारी दें। उन्होंने कहा कि शराबबंदी से बिहार के लोगों को काफी फायदा हो रहा है। राज्य में शराबबंदी के बाद दूध, सब्जी, मिठाई, फल आदि चीजों की खपत बढ़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्रोन, मोटर बोट, स्वान दस्ता आदि की मदद से छापेमारी कार्य को योजनाबद्ध ढंग से अंजाम देते रहें ताकि कोई भी धंधेबाज बच नहीं पाये। उन्होंने कहा कि पहले कराये गये आंकलन से पता चला था कि 1 करोड़ 64 लाख लोगों ने शराबबंदी के बाद शराब पीना छोड़ दिया है। पुनः इसका आकलन करायें कि अब इसकी संख्या कितनी बढ़ी है। थानों द्वारा शराबबंदी को लेकर की जा रही कार्रवाई का सतत् अनुश्रवण करते रहें। गड़बड़ी करने वाले सरकारी अधिकारी/कर्मी पर सख्त कार्रवाई करें। बैठक में मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन मंत्री श्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी, महाधिवक्ता श्री ललित किषोर, पुलिस महानिदेशक श्री एस0के0 सिंघल, अपर मुख्य सचिव गृह श्री चैतन्य प्रसाद, अपर मुख्य सचिव मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन श्री के0के0 पाठक, अपर पुलिस महानिदेशक, स्पेशल ब्रांच श्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, उत्पाद आयुक्त श्री बी0 कार्तिकेय धनजी, आई0जी0 मद्य निषेध श्री अमृत राज एवं विशेष सचिव गृह श्री विकास वैभव एवं उपस्थित थे। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| यूपी के दो चरणों में मुस्लिम वोटरों की महत्वपूर्ण भूमिका Posted: 07 Feb 2022 08:30 AM PST यूपी के दो चरणों में मुस्लिम वोटरों की महत्वपूर्ण भूमिका
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहले दो चरण के मतदान के लिए 20 जिलों में चुनावी रणभेरी बज चुकी है। पहले चरण का मतदान 10 फरवरी तो दूसरे चरण की वोटिंग 14 फरवरी को होना है। दोनों चरणों के लिए सभी सियासी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि दोनों ही चरणों में मुस्लिम वोटरों की भूमिका अहम रहने वाली है। यही वजह है कि बीजेपी को छोड़कर सभी दलों ने बड़ी संख्या में मुस्लिम प्रत्याशियों पर दांव खेला है। मुस्लिम प्रत्याशियों को मैदान में उतारने की एक वजह यह भी है कि कई सीटों पर मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका में हैं, जो चुनावी नतीजों को प्रभावित करने का माद्दा रखते हैं। पहले दो चरणों में पश्चिम यूपी के 113 सीटों पर मतदान होना है और 127 मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में हैं। पहले चरण में 11 जिलों की 58 और दूसरे चरण में 9 जिलों की 55 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा। इन सभी सीटों पर सपा-रालोद गठबंधन, बसपा, कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने जमकर मुस्लिम प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। पहले चरण में 50 तो दूसरे चरण में 77 मुस्लिम उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। पहले चरण के लिए सपा-रालोद गठबंधन ने 13, बसपा 17, कांग्रेस के 11 और ओवैसी के 9 मुस्लिम उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं दूसरे चरण में सपा-रालोद गठबंधन की तरफ से 18 बसपा के 23, कांग्रेस के 21 और ओवैसी के एआईएमआईएम की तरफ से 15 उम्मीदवार मैदान में हैं। अगर 2017 के विधानसभा चुनावों की बात करे तो पहले चरण की 58 सीटों में से बीजेपी को 53 तो दूसरे चरण की 55 सीटों में से 38 सीटें बीजेपी की झोली में गई थीं। यही वजह है कि बीजेपी ने एक भी मुस्लिम प्रत्याशी को मैदान में साफ संदेश दिया है कि वह अपने हिंदुत्व के मुद्दे पर अडिग है जबकि अन्य विपक्षी दलों ने मुस्लिम वोटरों की निर्णायक भूमिका को देखते हुए मुस्लिम उम्मीदवारों पर दांव खेला है। 10 मार्च को जब यूपी विधानसभा चुनावों के परिणाम आएंगे तो पता चलेगा कि किस पार्टी की रणनीति कारगर रही। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| Posted: 07 Feb 2022 08:27 AM PST बठिंडा में केजरीवाल को झटका
बठिंडा (पंजाब)। पंजाब राज्य की 117 विधानसभा सीटों पर 20 फरवरी हो चुनाव होने जा रहे हैं। इनमें बठिंडा रूरल (सुरक्षित) विधानसभा सीट भी उन खास सीटों में शुमार है जिस पर मौजूदा समय में आम आदमी पार्टी का वर्चस्व है। इस सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में आप पार्टी की प्रत्याशी रुपिंदर कौर रूबी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अकाली दल के इंजीनियर अमित रतन कोटफट्टा को 10,778 वोटों के बड़े मार्जिन से पराजित किया था। रूपिंदर कौर अब कांग्रेस पार्टी में चली गई हैं। बठिंडा जिले और संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली बठिंडा रूरल विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी रुपिंदर कौर रूबी विधायक चुनी गईं थीं। आप पार्टी की प्रत्याशी रुपिंदर कौर को 51,572 वोट हासिल हुए थे। वहीं, अकाली दल के प्रत्याशी इंजीनियर अमित रतन कोटफट्टा को 40,794 वोट प्राप्त हुए थे। जबकि तीसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के हरविंदर सिंह लाडी को मात्र 28,939 वोट मिले थे। इस सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 1,57,490 है। 2012 के विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी दर्शन सिंह कोटफट्टा विधायक चुने गए थे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार माखन सिंह को हराया था। इस चुनाव में दर्शन सिंह कोटफट्टा को 45,705 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के माखन सिंह को 40,397 वोट हासिल हुए थे। दर्शन सिंह कोटफट्टा ने माखन सिंह को 5,308 वोटों के मार्जिन से शिकस्त दी थी। कांग्रेस ने हरविंदर सिंह गिल लाडी, पंजाब लोक कांग्रेस ने सवेरा सिंह, शिरोमणि अकाली दल ने प्रकाश सिंह भट्टी और आम आदमी पार्टी ने अमित रतन कोटफट्टा को चुनावी दंगल में उतारा है। अमित रतन कोटफट्टा ने अकाली दल को छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था। इसके चलते आप पार्टी ने सीटिंग विधायक रुपिंदर कौर रूबी की जगह कोटफट्टा को उतारा है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| उत्तराखण्ड में कांग्रेस को सरकार बनाने की उम्मीद Posted: 07 Feb 2022 08:25 AM PST उत्तराखण्ड में कांग्रेस को सरकार बनाने की उम्मीद
देहरादून। उत्तराखंड के आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ जीतकर सरकार बनाने का दावा कर रही है। हालांकि राज्य में पार्टी के सबसे बड़े चेहरे में शुमार हरीश रावत की बातों से ऐसा लगता है कि वह इसे लेकर इतने आश्वस्त नहीं। उन्हें डर है कि कांग्रेस को बहुमत मिलने के बावजूद बीजेपी न सरकार बना लें। हरीश रावत कहते हैं 'हम तो ईश्वर रूपी जनता के सामने खड़े होकर विनती करते हैं कि दाता इतनी सीटें दे देना कि दिल्ली के लोग कोई खेल ना कर पाएं।' रावत अपनी पिछली सरकार की याद दिलाते हुए कहते हैं कि दिल्लीवालों का तो कोई भरोसा नहीं है, वो चलती गाड़ी को गिरा देते हैं। इसलिए इतनी सीट मिल जाएं कि उन्हें हाथ डालने में सोचना पड़े। रावत कहते हैं, 'वो जानते थे कि हरीश रावत अच्छी सरकार दे सकता था, इसलिए 2016 में परेशान किया गया। दल बदल से लेकर सरकार गिराने तक का ड्रामा किया गया। सरकार रिस्टोर होने के बाद भी मैं बजट के लिए परेशान रहा।' वहीं हरीश रावत से जब बीजेपी के पूर्ण बहुमत के दावे को लेकर सवाल किया गया तो वह कहते हैं, 'उत्तराखंड में जब भाजपा नारा देती है कि अबकी बार 60 पार तो वहां खड़ा आदमी बुदबुदाता है कि अबकी बार करेंगे तुम्हें तड़ीपार।' बीजेपी के अलावा इस बार आम आदमी पार्टी भी विधानसभा चुनावों में जोरशोर से जुटी है। हालांकि रावत आप को पूरी तरह खारिज कर देते हैं। वह कहते हैं, 'अगर इन्होंने राज्य में पांच साल बिताए होते तो यहां के लोगों के आचार विचार, यहां की संस्कृति इन सबको समझा होता। ये अचानक से निकले और दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कुछ बोल दिया तो इससे दिल्ली में फरक पड़ता होगा, लेकिन उत्तराखंड को नहीं। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| भाजपा 8 फरवरी को जारी करेगी घोषणा पत्र Posted: 07 Feb 2022 08:22 AM PST भाजपा 8 फरवरी को जारी करेगी घोषणा पत्रऽइसका नाम होगा लोक कल्याण संकल्प पत्र ऽ200 यूनिट मुफ्त बिजली देने की हो सकती है घोषणा लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी कल यानी मंगलवार को राज्य मुख्यालय में अपना घोषणा पत्र जारी करेगी। यूपी बीजेपी ने इसे 'लोक कल्याण संकल्प पत्र' का नाम दिया है, जिसे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, यूपी चुनाव के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर सहित वरिष्ठ कई नेताओं की मौजूदगी में जारी किया जाएगा। इस घोषणापत्र में किसानों, युवाओं, महिला सुरक्षा, स्वावलंबन और राष्ट्रवाद का मुद्दा हावी रहने की उम्मीद है। इसके अलावा बिजली बिल में राहत को लेकर भी बड़ा ऐलान कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने सरकार बनने पर घरेलू उपभोक्ताओं को 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने का जो चुनावी वादा किया था, उसे कुछ और मॉडिफाइड करते हुए यूपी में भी संकल्प पत्र में लाने की तैयारी चल रही है। इसके साथ ही बिजली के बकाए बिल में भी छूट देने की घोषणा हो सकती है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| Posted: 07 Feb 2022 08:19 AM PST स्वर सम्राज्ञी की संगीत साधना(डॉ दिलीप अग्निहोत्री-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) भारतीय संगीत के एक युग का अंत हुआ। स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर अब हमारे बीच नहीं है लेकिन अपने गीतों के माध्यम से वह अमर रहेंगी। प्रारंभ में उनके लिए फिल्म संगीत में स्थान बनाना आसान नहीं था। तब उनके जीवन व संगीत का संघर्ष दोनों एक साथ थे। वह संघर्ष से पीछे नहीं हटी। चलती रही। इसी गति से उनकी स्वर लहरी फिजाओं में गूंजने लगी। भारतीय फिल्मों में संगीत पक्ष बेजोड़ रहा है। इस ओर सदैव बड़ी शिद्दत से ध्यान दिया जाता है। अनेक फिल्में गीत व संगीत के चलते सुपर हिट होती रही है। इनके गीत लोगों की जुबान पर रहते है। इस आधार पर लता मंगेशकर की बराबरी करने वाला कोई नहीं है। उन्होंने जब गायन प्रारंभ किया उस समय सुरैया व नूरजहां का जलवा हुआ करता था। दोनों गायिका होने के साथ सुप्रसिद्ध नायिकाएं भी थीं। लता के लिए अपना मुकाम बनाना कठिन था। फिर भी लता शिखर पर सुशोभित हुई। उनके गीतों में बेशुमार रंग है। कुछ आनन्द को बढ़ाते है। कुछ उदास मन को सहारा देते है। बहलाते है। भारतीय फिल्म संगीत ने लंबी यात्रा तय की है। इसमें सर्वाधिक योगदान लता मंगेशकर का रहा है। इस संगीत यात्रा के अनेक पड़ाव है। प्रत्येक पड़ाव की अलग अलग विशेषताएं रही है। लता मंगेशकर ने अपने को प्रत्येक पड़ाव के लिए उपयुक्त व सामयिक प्रमाणित किया। गीतों की संरचना बोल व संगीत में बदलाव होते रहे। पीढ़ियों के अंतर से पसंद नापंसद भी बदलती रही। लेकिन प्रत्येक दौर में लता मंगेशकर की प्रासंगिकता कायम रही। उनकी आवाज हमेशा दिल की गहराइयों तक उतरती रही। राग अनुरागियों के लिए भी लता के गीतों का महत्व होता है। वह उनके गीतों में उतर कर विश्लेषण करते है। उनमें राग तत्व की तलाश करते है। उनकी समीक्षा करते है। तभी उनको लता के बहुत से गीतों में अनेक रागों की झलक दिखाई देती है। इनमें भैरवी, नट भैरवी, पहाड़ी, चमन, पीलूराग मल्हार,मरु विहग, किरवानी, खमाज, शिव रजनी, सारंग, यमन कल्याण, भीम प्लासी दरबारी, भोपाली आदि अनेक शास्त्रीय राग शामिल है। 1040 तक फिल्मी गीतों की रचना शास्त्रीय आधार पर होती थी। इसलिए पूरे गीत में एक ही राग होती थी। बाद में राग रागनियों के प्रति आग्रह नहीं रहा। तब भी एक गीत में अनेक राग समाहित रहते थे। अब तक की फिल्मों में डेढ़ सौ से अधिक रागों का समावेस देखा गया है। एक गीत को समय समय पर अलग अलग स्वर व विधि से गाया गया। पाकीजा फिल्म के गीत- इन्हीं लोगों ने ले लीन्हा दुपट्टा मेरा को लता ने स्वर दिया। यह बहुत लोकप्रिय हुआ था लेकिन यह पहली बार किसी फिल्म में नहीं आया था। पाकीजा के पहले 1941 की फिल्म हिम्मत में यह गीत शमशाद बेगम ने गाया था। 1943 में इस गीत को एक फिल्म में पुरुष गायक जी एस दुर्रानी ने स्वर दिया था। लता जी द्वारा गाया गया गीत अमर हो गया। इसी प्रकार मुगले आजम का गीत, मोहे पनघट पे नन्दलाल छेड़ गयो रे, लता ने गया था। जबकि 1936 में इंदुबाला ने इसे राग पीलू में गया था। लता मंगेशकर के गीतों में चमक व स्थायित्व है। लता का जीवन केवल संगीत जगत के लिए ही नहीं सभी के लिए प्रेरणा दायक है। उनके परिवार में संगीत का माहौल था। पिता दीनानाथ मंगेशकर गायक थे। नन्हीं लता उनसे प्रेरणा लेती थी। उनसे सीखने का प्रयास करती थी लेकिन यह संगत ज्यादा नहीं चल सकी। दीनानाथ मंगेशकर का आकस्मिक निधन हो गया, तब लता मात्र तेरह वर्ष की थीं। इस अल्प आयु में उनके ऊपर अपनी, चार बहनों और एक भाई की जिम्मेदारी आ गई। लता भाई बहनों में सबसे बड़ी थीं। यह उनके विधिवत संगीत शिक्षा ग्रहण करने की अवस्था थी लेकिन परिवार के भरण पोषण में यह संभव नहीं हो सका। संगीत के साथ साथ उनके जीवन में संघर्ष भी आ गया था। एक फिल्म के समूह गायन में अवसर मिला था लेकिन संगीतकार ने कहा कि उनकी आवाज बहुत महीन है। यह आवाज फिल्मी गायन के उपयुक्त नहीं है। वह लता की प्रतिभा को समझने में नाकाम थे। जिस आवाज को वह नकार रहे थे, उसने कई दशकों तक लोगों के दिलों पर राज किया। उनके न रहने के बाद भी यह स्वर जीवंत बना रहेगा। एक साथ कई पीढ़ियों की नायिकाओं को उन्होंने स्वर दिया। पात्र बदलते रहे। समय अपनी गति से आगे बढ़ता रहा लेकिन लता जी के गायन की ताजगी यथावत बनी रही। प्रारंभ में उन्हें प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। उत्साह या हौसला बढ़ाने वाला कोई नहीं था। पिता का साया उठ गया था। भाई बहन सब छोटे थे। अपना रास्ता स्वयं बनाना था। इस समय यश वैभव की कामना नहीं थी। परिवार का भरण पोषण ही मुख्य उद्देश्य था। संगीत व फिल्म से सम्पर्क था। इस मार्ग पर ही चलना था। अन्य कोई विकल्प नहीं था। इसलिए तेरह वर्ष की आयु में भी लता मंगेशकर संघर्ष से पीछे नहीं हटी। एक समय ऐसा भी आया जब उनके गाने रेडियो पर प्रसारित होने लगे। इसके बाद ही उन्होंने अपने परिवार के लिए रेडियो खरीदा था। इसके पहले उनके परिवार की ऐसी स्थिति भी नहीं थी। वह आगे बढ़ती रही। संगीत साधना के साथ ही परिवार की जिम्मेदारी का बखूबी निर्वाह किया। इनके भाई व आशा भोसले सहित अन्य दोनों बहनों ने संगीत में विशेष मुकाम बनाया। लता ने छत्तीस से अधिक भाषाओं में गीत गए हैं। यह अपने में एक कीर्तिमान है।उन्होंने पांच वर्ष से अपने पिता से संगीत सीखना प्रारंभ किया था। अपन पिता के नाटकों में वह अभिनय भी करती थीं। बचपन में खूब व्यस्त रहती थीं। इसलिए स्कूली शिक्षा नहीं हुई। नवयुग चित्रपट मूवी कंपनी के मालिक मास्टर विनायक उनके पिता के मित्र थे। उन्होंने लता को गायन व अभिनय हेतु प्रेरित किया। परिवार की जिम्मेदारी उठाने के लिए उन्होंने कई हिंदी और मराठी फिल्मों में अभिनय किया। इनमें उनकी भूमिका सीमित रहती थी। इसी समय सदाशिवराव नेवरेकर ने एक मराठी फिल्म में उन्हें गाने का अवसर दिया था। लता ने गाना रिकॉर्ड भी किया लेकिन फिल्म के फाइनल कट से वो गाना हटा दिया गया। 1942 में रिलीज हुई मंगला गौर में लता का गाना शामिल हुआ। इसके तीन वर्ष बाद उनका परिवार मुम्बई आ गया। कुछ समय उन्होंने उस्ताद अमन अली खान से भारतीय शास्त्रीय संगीत सीखा। इसी वर्ष फिल्म बड़ी मां फिर आपकी सेवा में लता ने गाना गाया। इससे उन्हें प्रारंभिक पहचान मिली। निर्माता शशधर ने लता को अपनी फिल्म में गाने का मौका नहीं दिया था। गुलाम हैदर ने लता को मौका दिया। यहीं से लता की उन्नति का मार्ग प्रशस्त हुआ। 1949 में महल के गीत- 'आएगा आने वाला' से संगीत का लता मंगेशकर युग प्रारंभ हुआ था। लता का नाम स्वयं में एक पुरस्कार व सम्मान का प्रतीक बन गया था। सत्तर के दशक में उन्होंने फिल्मफेयर के सर्वश्रेष्ठ गायिका का पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि उन्हें बहुत सम्मान मिला। अब यह मौका नए लोगों को मिलना चाहिए। उनको भारत रत्न, पद्म भूषण, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, पद्म विभूषण सम्मान से भी सुशोभित किया गया था। (हिफी) हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| चन्नी पर ही कांग्रेस ने लगाया दांव Posted: 07 Feb 2022 08:17 AM PST चन्नी पर ही कांग्रेस ने लगाया दांव(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) बहुत सोच विचार के बाद कांग्रेस ने तय कर लिया कि पंजाब में सीएम चेहरा घोषित करने में ही भलाई है और दलितों को संदेश देने के लिए चरण जीत सिंह चन्नी को ही अगला मुख्यमंत्री बनाने की रणनीति से ही कांग्रेस की दुबारा सरकार बन सकती है।इसीलिए पार्टी ने राहुल गांधी के माध्यम से यह घोषित कराया है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ही आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। लुधियाना में 6 फरवरी को एक वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक् राहुल गांधी ने यह घोषणा की। उन्होंने कहा, "पंजाब का सीएम चेहरा चरणजीत सिंह चन्नी हैं। हमने पंजाब से पूछा और आपने हमें फैसला दिया। इसका निर्णय लेना बहुत कठिन था। पंजाब को एक ऐसे नेता की जरूरत है जो गरीबों को समझ सके, उनकी चिंता को महसूस कर सके।" राहुल ने घोषणा के बाद कुछ शब्द कहने के लिए चन्नी को आमंत्रित करते हुए कहा, "पूरी कांग्रेस अब पंजाब को बदलने की दिशा में काम करेगी।"इसके बाद चन्नी ने खुद पर भरोसा जताने के लिए कांग्रेस का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा, 'यह एक बड़ी लड़ाई है, मैं पंजाब का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे कांग्रेस के लिए आशावान मुख्यमंत्री चुना। मुझ पर भरोसा करने के लिए मैं कांग्रेस आला कमान और पंजाब के लोगों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं। जैसा कि आपने हमें पिछले 111 दिनों में पंजाब को आगे ले जाने के लिए इतनी मेहनत करते देखा है, मैं आपको पंजाब और पंजाबियों को नए जोश और समर्पण के साथ प्रगति के पथ पर ले जाने का आश्वासन देता हूं। ध्यान रहे कि कांग्रेस ने सी एम पद के उम्मीदवार के लिए जनता के बीच सर्वे करवाया है। इस सूची में नवजोत सिंह सिद्धू, चरण जीत सिंह चन्नी और सुनील जाखड़ के नाम शामिल थे। जनता ने चन्नी को प्राथमिकता दी है। सिद्धू को भी जनता का फैसला मानना पड़ा है। चन्नी ने खुद पर भरोसा जताने के लिए कांग्रेस का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा, 'यह एक बड़ी लड़ाई है। मैं पंजाब का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे कांग्रेस के लिए आशावान मुख्यमंत्री चुना। मुझ पर भरोसा करने के लिए मैं कांग्रेस आलाकमान और पंजाब के लोगों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं। जैसा कि आपने हमें पिछले 111 दिनों में पंजाब को आगे ले जाने के लिए इतनी मेहनत करते देखा है, मैं आपको पंजाब और पंजाबियों को नए जोश और समर्पण के साथ प्रगति के पथ पर ले जाने का आश्वासन देता हूं। ध्यान रहे कि राहुल गांधी ने चन्नी को जनता का सीएम बताया और कहा कि उनमें अहंकार नहीं है, वे जनता के बीच जाते हैं। चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब की चमकौर साहिब सीट से कांग्रेस के विधायक हैं और 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने आम आदमी पार्टी के चरनजीत सिंह को करीब 12 हजार वोटों के मार्जिन से हराया था। वहीं 2012 के चुनावों में उन्होंने करीब 3600 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। चरणजीत सिंह चन्नी युवा कांग्रेस से भी जुड़े रहे हैं और इसी दौरान उनकी राहुल गांधी से करीबियां बढ़ी थीं। पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी कांग्रेस के दलित नेताओं में से एक हैं। उन्हें गांधी परिवार का बेहद करीबी माना जाता है। भारत में सबसे ज्यादा दलित सिख पंजाब में हैं। राज्य में इनकी जनसंख्या लगभग 32 फीसदी है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दलित सिख चेहरा होना चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाए जाने के पक्ष में रहा है। अभी वे युवा चेहरा हैं। 2 अप्रैल 1972 को चमकौर साहिब के पास मकरोना कलां गांव में जन्में चरणजीत सिंह चन्नी सरकारी स्कूल से प्राथमिक शिक्षा हासिल की। उनके पिता का नाम एस. हरसा सिंह और माता अजमेर कौर हैं। चरणजीत सिंह चन्नी का बचपन गरीबी में गुजरा, उनके पिता ने परिवार को आर्थिक सुरक्षा दिलाने के लिए बहुत मेहनत की। रोजगार की तलाश में वे मलेशिया भी गए और फिर वापस पंजाब लौटने पर उन्होंने टेंट हाउस का काम शुरू किया। कॉलेज में पढ़ाई के साथ-साथ चरणजीत सिंह चन्नी अपने पिता के टेंट हाउस में उनकी मदद करते थे। ग्रेजुएशन कंपलीट करने के बाद चन्नी ने घनौली में एक पेट्रोल पंप खोला। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत खरड़ नगर परिषद में पार्षद का चुनाव लड़कर की। पांच साल बाद चरणजीत सिंह चन्नी नगर परिषद के प्रधान बने और इस पद पर उन्होंने दो कार्यकाल पूरे किए। इसके बाद चन्नी ने चमकौर साहिब विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का मन बनाया और कांग्रेस से टिकट की दावेदारी की लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला था।अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लुधियाना में आयोजित एक वर्चुअल रैली में यह ऐलान किया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ही आगामी विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के मुख्यमंत्री उम्मीदवार होंगे। इसके लिए नवजोत सिद्धू को भी मना लिया गया है। इससे पहले पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर कांग्रेस हाईकमान के फैसले को मानने की बात कही थी। नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर कहा था 'बिना किसी निर्णय के कभी भी कुछ भी महान हासिल नहीं होता है। पंजाब को स्पष्टता देने आ रहे राहुल जी का हार्दिक स्वागत है। हम सभी उनके फैसले का पालन करेंगे!!!' बता दें कि सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ-साथ नवजोत सिंह सिद्धू को भी मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार माना जा रहा था। पंजाब में कौन होगा अगला मुख्यमंत्री, इसको लेकर पिछले दो महीनों से कयासबाजी लग रही थी। सिद्धू ने अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा था बिना दूल्हे की बारात कैसी? उस समय राज्य के प्रभारी हरीश रावत ने कहा था कि पंजाब में विधान सभा चुनाव पार्टी के नाम पर लड़े जाएंगे। इसी के बाद कई चेहरे सामने आए। चरणजीत चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने के साथ ही कांग्रेस ने दलित राजनीति शुरू कर दी थी लेकिन सिद्धू के बयान के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का दलित प्रेम सिर्फ दिखावा है। अब लुधियाना में आयोजित एक वर्चुअल रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। राहुल गांधी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पंजाब के अगले मुख्यमंत्री के लिए वर्तमान सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के नाम का ऐलान किया। लुधियाना के दाखा में हुई रैली में जैसे ही पार्टी के अगले सीएम कैंडिडेट का ऐलान हुआ, नवजोत सिंह सिद्धू को निश्चित रूप से बड़ा झटका लगा होगा लेकिन इस बार उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष की गरिमा का ध्यान रखा। सिद्धू पिछले काफी वक्त से खुद को सीएम चेहरे पर दावा ठोक रहे थे। राहुल गांधी के इस ऐलान के बाद अब सिद्धू ने हाईकमान के फैसले का समर्थन कर दिया है। सीएम के नाम के ऐलान के साथ ही हालांकि राहुल गांधी ने नवजोत सिंह सिद्धू की जमकर तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि पंजाब कांग्रेस में कई हीरे हैं, अगर मैं सबके बारे में बात करने लगा तो पूरा दिन ही निकल जाएगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू से मुलाकात के बारे में जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि क्या आप जानते हैं मैं सिद्धू जी से कब मिला था। कोई इसका जवाब दे सकता है। दून में खेल के दौरान राहुल ने सिद्धू की बालिंग का करिश्मा देखा था। पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों पर 20 फरवरी को एक चरण में चुनाव होंगे, जबकि मतों की गिनती 10 मार्च को होगी। (हिफी) हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| नहीं रहे चर्चित कवि 'मिथिलेश मधुकर' जिले में शोक की लहर Posted: 07 Feb 2022 08:11 AM PST नहीं रहे चर्चित कवि 'मिथिलेश मधुकर' जिले में शोक की लहरऔरंगाबाद के चर्चित कवि और जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के महामंत्री मिथिलेश मधुकर का सोमवार को सुबह औरंगाबाद के न्यू एरिया स्थित आवास पर निधन हो गया।इधर कुछ दिनों से वे अस्वस्थ चल रहे थे।उनके निधन से मगध क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।उनके निधन पर जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन, समकालीन जवाबदेही, बतकही परिवार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है और साहित्य जगत के लिए अपूर्णीय क्षति बताया है।इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सह आचार्य डॉ. कुमार वीरेंद्र ने कहा कि मधुकर जी की कविताएं वज़नी थीं और अनछुए विषयों पर केन्द्रित थी।उन्होंने गौतम बुद्ध की उस मनःस्थिति को आधार बनाकर बोधिसत्व नामक एक कविता पुस्तक लिखी,जिसमें बुद्ध के गृह त्याग के समय की कश्मकश रेखांकित है।उन्होंने गीता दर्शन को आधार बनाकर 'स्वयमेव' नामक कविता पुस्तक लिखी,जिसमें आधुनिक जीवन के गहरे बिम्ब हैं। जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ. सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि औरंगाबाद में हिंदी साहित्य सम्मेलन का श्रेय मधुकर जी को ही जाता है।उन्होंने हिंदी साहित्य सम्मेलन के माध्यम से गोष्ठियां आयोजित कर और विभिन्न पुस्तकों का प्रकाशन कर एक साहित्यिक वातावरण की समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। समकालीन जवाबदेही के संपादक डॉ. सुरेंद्र प्रसाद मिश्र ने कहा कि शब्द के चितेरे के तीन भागों का संपादन कर मधुकर जी ने जिले का साहित्यिक इतिहास तैयार किया था। वे शब्द के चितेरे के चौथे खण्ड के लिए काफ़ी सामग्री संगृहीत कर चुके थे।युवा कवि धनञ्जय जयपुरी ने कहा कि वे मेरे साहित्यिक गुरु थे।मैंने उनसे कविता का ककहरा और छंदों की बारीकियों को सीखा।भूगोलवेत्ता डॉ. रामाधार सिंह ने कहा कि मधुकर जी ने नये लेखकों को ख़ूब प्रोत्साहित किया और उनकी प्रेरणा से कई लोगों ने साहित्यिक पुस्तकें लिखीं।गणित के अध्यापक डॉ. शिवपूजन प्रसाद सिंह ने कहा कि मधुकर जी मंदाकिनी नामक साहित्यिक पत्रिका भी निकालते थे और इस पत्रिका के कुछ अंको के माध्यम से उन्होंने समकालीन रचना शीलता को एक बड़े पाठक वर्ग तक पहुंचाया ।नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. हनुमान राम ने कहा कि मधुकर जी की प्रेरणा से ही मैंने कहानियां व कविताएं लिखी जो पुस्तक रूप में प्रकाशित होने वाली हैं।उनके निधन से एक साहित्यिक ख़ालीपन पैदा हुआ है।ज्योतिर्विद शिवनारायण सिंह ने कहा कि मधुकर जी विज्ञान के शिक्षक होते हुए भी हिंदी कविता की गहरी समझ रखते थे।डॉ सी.यस पांडेय,रमेश मिश्र ,पुरुषोत्तम पाठक,चंद्रशेखर साहू,नागेंद्र केशरी,प्रभात बांधूल्य,आशुतोष रंजन,जयप्रकाश सिंह आदि ने मधुकर जी के निधन को साहित्यिक जगत के लिए अपूर्णीय क्षति बताया। उल्लेखनीय है कि मिथिलेश मधुकर का जन्म औरंगाबाद जिले के देवप्रखंड के अंतर्गत सरैया नामक गाँव में 1 जनवरी 1954 ई. को हुआ था।वह अपने पीछे तीन पुत्रों का भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| मणिपुर चुनाव में अफस्पा मुख्य मुद्दा Posted: 07 Feb 2022 08:07 AM PST मणिपुर चुनाव में अफस्पा मुख्य मुद्दा(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) पूर्वोत्तर भारत के संवेदनशील राज्य मणिपुर में इस बार विधानसभा चुनाव में आम्र्ड फोर्सेस पावर एक्ट (अफस्पा) मुख्य मुद्दा बन गया है। कोरनाड संगमा ने भी इस कानून को निरस्त करने पर जोर दिया है। भाजपा शासित राज्य को एन. वीरेन सिंह दुबारा भगवा रंग में कैसे रंगेंगे, यह देखने की बात होगी। नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) राज्य में भाजपा की प्रमुख सहयोगी दल है। उसी पार्टी ने 2017 में अपने विधायकों के जरिए 60 सदस्यीय सदन में भाजपा को बहुमत दिलाया था। वीरेन सिंह भी कहते हैं कि अफस्पा पूर्वोत्तर में चिंता का विषय है लेकिन केन्द्र सरकार पर वे दबाव भी नहीं डाल पा रहे हैं। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार भी इसे हटा नहीं सकी थी। पिछली बार कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन सरकार नहीं बना पायी। इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों को कड़े मुकाबले कई सीटों पर करने पड़ सकते हैं। कुछ प्रमुख सीटों के बारे में हम यहां बात कर रहे हैं। तदुबी विधानसभा सीट मणिपुर के सेनापति जिला के अंतर्गत आती है। यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। तदुबी सीट पर दूसरे चरण में 3 मार्च को चुनाव होगा। इस सीट पर 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर फ्रांसिस न्गाजोकपा विधायक निर्वाचित हुए थे। 2002 के विधानसभा चुनाव में भी फ्रांसिस ने बाजी मारी थी। 2017 में वे भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिह्न पर चुनावी अखाड़े में उतरे, मगर नेशनल पीपुल्स पार्टी उम्मीदवार एन. कायिसी ने उन्हें परास्त कर दिया। साल 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार फ्रांसिस न्गाजोकपा ने नागा पीपुल्स फ्रंट प्रत्याशी के। रैना को 6,055 मतों से हराया। इस चुनाव में फ्रांसिस को कुल 18,006 वोट मिले थे, जबकि नागा पीपुल्स फ्रंट को 11,951 वोट मिले थे। 2012 के चुनाव में तदुबी सीट पर कांग्रेस ने 55.43 फीसदी मतों के साथ जीत हासिल की थीन, वहीं एनपीएफ को 36.79 फीसद वोट मिले थे। साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल पीपुल्स पार्टी के एन. कायिसी ने बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे फ्रांसिस न्गाजोकपा को कुल 11,299 वोटों से हराया था। इस चुनाव में एनपीपी के उम्मीदवार एन. कायिसी को कुल 17,115 वोट प्राप्त हुए थे, जबकि एन. फ्रांसिस न्गाजोकपा को कुल 15,816 वोट मिले थे। 2017 के चुनाव में तदुबी विधानसभा सीट पर एनपीपी ने 42.22 फीसद मत से जीत हासिल की थी। वहीं, बीजेपी को 39.02 फीसदी मत से ही संतोष करना पड़ा। तदुबी सीट, बाहरी मणिपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। इस संसदीय क्षेत्र से नागा पीपुल्स फ्रंट के सांसद हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के एच. शोखोपाओ माते बेंजामिन को 73,782 वोट से हराया था। तदुबी विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 48,540 है। इसी प्रकार दूसरी चर्चित सिंघाट विधानसभा सीट है। मणिपुर के चुराचांदपुर जिला के अंतर्गत आती है। यह सीट अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है। सिंघाट सीटपर पहले चरण में 27 फरवरी 2022 को वोटिंग होगी। इस सीट का सियासी समीकरण बेहद दिलचस्प है। 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर जिनसुआनहौ विधायक निर्वाचित हुए थे। 2020 में उन्होंने कांग्रेस और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। लिहाजा इसी साल सिंघाट सीट पर उपचुनाव हुआ, जिसमें बीजेपी की टिकट पर जिनसुआनहौ निर्विरोध चुने गए। 2022 के चुनाव में भी वे इसी सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं। साल 2012 के चुनाव में जिनसुआनहौ कांग्रेस के टिकट पर सिंघाट सीट से विधायक चुने गए थे। इस चुनाव में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के टी. हांगखानपाउ को 10,690 वोट से हराया, जिनसुआनहौ को कुल 12,875 वोट मिले थे, जबकि टीएमसी के उम्मीदवार को महज 2,185 मत ही प्राप्त हुए थे। 2012 के चुनाव में सिंघाट सीट पर कांग्रेस को 83.7 फीसद और टीएमसी को 14.2 फीसद वोट मिले थे, जबकि सीपीआई 1.78 फीसदी मत पाकर तीसरे स्थान पर थी। साल 2017 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी जिनसुआनहौ ने बीजेपी के उम्मीदवार चिनलुंथांग को 1,162 वोट से हराया था। इस चुनाव में जिनसुआनहौ को कुल 8,131 वोट मिले थे, जबकि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को 6,969 वोट प्राप्त हुए थे। 2017 के चुनाव में सिंघाट सीट पर कांग्रेस को 44.62 फीसद और टीएमसी को 38.24 फीसद वोट मिले थे, जबकि नेशनल पीपुल्स पार्टी 17.14 फीसदी मत ही मिल सके थे। सिंघाट सीट, बाहरी मणिपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। इस संसदीय क्षेत्र से नागा पीपुल्स फ्रंट के सांसद हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के एच. शोखोपाओ माते बेंजामिन को 73,782 वोट से हराया था। सिंघाट विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 27,089 है। साइकोत विधानसभा सीट मणिपुर के चुराचांदपुर जिला के अंतर्गत आती है। यह सीट अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है। साइकोत सीट पर पहले चरण में 27 फरवरी को चुनाव होगा। अगर बात करें इस क्षेत्र के सियासी समीकरण की तो पिछले दो दशकों से कांग्रेस के टी.एन. हाओकिप चुनाव जीतते आ रहे हैं। टी.एन. हाओकिप 4 बार कांग्रेस और एक-एक बार मणिपुर स्टेट कांग्रेस पार्टी और कुकी नेशनल असेंबली के टिकट से विधानसभा के लिए चुने जा चुके हैं। साल 2017 के चुनाव में बीजेपी पहली बार इस सीट पर दूसरे स्थान पर थी। साल 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टी.एन. हाओकिप ने एक तरफा मुकाबले में तृणमूल कांग्रेस के लुंखोलाल को कुल 8,157 वोट से हराया था। टी। एन। हाओकिप को इस चुनाव में कुल 13,684 वोट मिले थे, जबकि टीएमसी उम्मीदवार को 5,527 मत प्राप्त हुए थे। 2012 के चुनाव में साइकोत सीट पर कांग्रेस को 45.6 फीसद और टीएमसी को 18.42 फीसद वोट मिले थे, जबकि बीजेपी 16.34 फीसदी मत पाकर तीसरे स्थान पर थी। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार टी.एन. हाओकिप ने साइकोट सीट पर छठी बार जीत दर्ज की। इस चुनाव में उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार पी. हाओकिप को 5,101 वोट से मात दी। टी.एन. हाओकिप को कुल 16,354 वोट मिले, जबकि बीजेपी उम्मीदवार को कुल 11,253 मत प्राप्त हुए। 2017 के चुनाव में साइकोत सीट पर कांग्रेस को 48.52 फीसद और बीजेपी को 33.39 फीसद वोट मिले थे। 2022 के चुनाव में साइकोत सीट पर फिर से दोनों एक-दूसरे के आमने-सामने हैं। साइकोत सीट, बाहरी मणिपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस संसदीय क्षेत्र से नागा पीपुल्स फ्रंट के सांसद हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के एच। शोखोपाओ माते बेंजामिन को 73,782 वोट से हराया था। साइकोत विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 53,193 है। चुराचांदपुर विधानसभा क्षेत्र, मणिपुर के चुराचांदपुर जिला के अंतर्गत आता है। यह सीट अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है। यहां पहले चरण में 27 फरवरी को मतदान होगा। चुराचांदपुर सीट पर 2002 के चुनाव से लेकर 2012 तक कांग्रेस का दबदबा रहा। लगातार तीन बार कांग्रेस के दिग्गज नेता टी. फुंगजाथांग इस सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। साल 2017 के चुनाव में भाजपा के सियासी चाल के आगे कांग्रेस पस्त हो गई। बीजेपी के वी. हांगखालियन चुराचांदपुर सीट से विधायक बने थे। वीं. हांगखालियान इस सीट से चार बार विधायक बन चुके हैं। (हिफी) हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| जापान में जल्द दी जायेंगी 10 लाख बूस्टर डोज प्रतिदिन Posted: 07 Feb 2022 08:03 AM PST जापान में जल्द दी जायेंगी 10 लाख बूस्टर डोज प्रतिदिनटोक्यो।जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि उन्होंने देश में कोरोना के नये स्वरूप ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रसार से बचाव के लिए कोविड-19 बूस्टर डोज लगाने की प्रक्रिया में तेजी लाने की योजना बनाई है। लोअर हाउस में बजट सत्र के दौरान किशिदा ने बताया कि उन्होंने अपने मंत्रियों को सूचित कर दिया है कि प्रतिदिन 10 लाख लोगों को बूस्टर डोज लगायी जाए। वैक्सीनेशन का स्पष्ट लक्ष्य तय कर सरकार सरकार उन लोगों को टीका लगाने का प्रयास करेगी और जल्द से जल्द टीका लगने के इंतजार में हैं। जापानी प्रीमियर ने बजट समिति को बताया कि बूस्टर डोज संक्रमित लोगों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार करके, चिकित्सा तंत्र पर बने दबाव को कम करेगी। किशिदा ने कहा कि उन्होंने देश के स्वास्थ्य मंत्री शिगेयुकी गोटो और अन्य मंत्रियों को जल्द से जल्द 10 लाख नागरिकों को प्रतिदिन बूस्टर डोज लगाये जाने के लक्ष्य का हासिल करने के लिए कहा है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| Posted: 07 Feb 2022 08:01 AM PST ओटावा में आपातकाल की घोषणाओटावा। कनाडा की राजधानी ओटावा में कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर लागू पाबंदियों के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के बीच ओटावा के मेयर जिम वॉटसन ने शहर में आपातकाल की घोषणा की है। शहर प्रशासन ने रविवार को कहा, ष्आपातकाल की स्थिति घोषित करना शहर में चल रहे प्रदर्शनों से यहां के निवासियों के लिए उत्पन्न गंभीर खतरे को दर्शाता है और अन्य न्यायालयों तथा सरकारी स्तर समर्थन की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है। प्रशासन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि महापौर जिम वॉटसन ने आवश्यक सेवाओं के काम को बनाए रखने और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के लिए आवश्यक उपकरण खरीदने में मदद करने के लिए रविवार को घोषित आपातकाल में ओटावा शहर प्रशासन को छूट दी है। इससे पहले श्री वॉटसन ने ओटावा के सीएफआरए रेडियो पर कहा कि शहर में चल रहे प्रदर्शनों में गैरजिम्मेदारी और आपराधिक व्यवहार चरम पर हैं और शहर के निवासी तथा स्थानीय व्यवसायी ट्रक चालकों और प्रदर्शनकारियों के बड़े व्यवधानों के कारण पीड़ित हैं। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| सोमालिया में सेना ने मार गिराए 7 आतंकी Posted: 07 Feb 2022 07:59 AM PST सोमालिया में सेना ने मार गिराए 7 आतंकीमेगादीशू। सोमालिया में सेना ने अल शबाब के सात आतंकवादियों को मार गिराया है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सेना ने देश के दक्षिणी राज्य जुब्बालैंड में एक सुरक्षा अभियान के दौरान इन आतंकवादियों को मार गिराया। इस अभियान का नेतृत्व करने वाले कमांडरों ने रेडियो मोगादीशू को बताया कि विशेष बलों ने राज्य के चार गांवों में आतंकवादी समूह के ठिकानों को भी नष्ट कर दिया है। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों का सफाया होने तक अभियान को नहीं रोका जाएगा। उल्लेखनीय है कि सोमालिया ने मध्य और दक्षिणी क्षेत्रों में अल-शबाब के खिलाफ सुरक्षा अभियान तेज कर दिया है। आतंकवादी समूह हालांकि अभी भी ग्रामीण इलाकों में बड़े क्षेत्रों पर नियंत्रण कर रखा है। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| विदेशी पर्यटकों के लिए आस्ट्रेलिया की सीमा खुलेगी 21 फरवरी से Posted: 07 Feb 2022 07:58 AM PST विदेशी पर्यटकों के लिए आस्ट्रेलिया की सीमा खुलेगी 21 फरवरी सेकैनबरा। ऑस्ट्रेलिया 21 फरवरी को पर्यटकों के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा खोलेगा, हालांकि केवल उन्हीं लोगों को देश में आने की अनुमति दी जायेगी, जो कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने यह घोषणा की। उन्होंने नेशनल सिक्योरिटी कमेटी के साथ एक बैठक के बाद कहा, "मुझे पता है कि पर्यटन उद्योग इसके लिए इंतजार कर रहा होगा। अगले दो हफ्तों में उन्हें (पर्यटन उद्योग) ऑस्ट्रेलिया में अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों का स्वागत करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में 21 फरवरी से आने वाले लोगों को कोरोना वैक्सीन की दो डोज लेना अनिवार्य होगा। गौरतलब है कि श्री मॉरिसन ने गत वर्ष अक्टूबर में कहा था कि विदेशी नागरिकों के लिए ऑस्ट्रेलिया की सीमाओं को 2022 में खोला जायेगा। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| शी जिनपिंग ने दी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को ताजपोशी की वर्षगांठ की बधाई Posted: 07 Feb 2022 07:56 AM PST शी जिनपिंग ने दी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को ताजपोशी की वर्षगांठ की बधाईबीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की ताजपोशी की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर उन्हें बधाई दी है। चीनी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। श्री जिनपिंग के मुताबिक, महारानी काफी लंबे समय से चीन और ब्रिटेन के बीच संबंधों की प्रगति की साक्षी रही हैं, जो इस साल अपनी 50वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। श्री जिनपिंग ने कहा, मुझे उम्मीद है कि दोनों पक्ष इस अवसर का उपयोग दोस्ती और आपसी विश्वास को गहरा करने, सहयोग के आदान-प्रदान का विस्तार करने, संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने, दोनों देशों के लोगों को लाभान्वित करने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैश्विक चुनौतियों पर संयुक्त रूप से काबू पाने के लिए करेंगे ताकि दुनिया में शांति, स्थिरता, समृद्धि और विकास बनी रहे। तत्कालीन राजकुमारी एलिजाबेथ की ताजपोशी छह फरवरी, 1952 को उनके पिता किंग जॉर्ज षष्ठम् की मृत्यु के बाद हुई थी। इस साल अपना 96वें जन्मदिन मनाने के साथ ही वह अपने शासनकाल की प्लेटिनम जुबली मनाने वाली पहली ब्रिटिश महारानी बन गई हैं। हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
| Posted: 07 Feb 2022 07:46 AM PST मंगलवार, फरवरी 8, 2022 का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन ? क्या है आप की राशी में विशेष ? जाने प्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से |मंगलवार, फरवरी 8, 2022 का दैनिक पंचांगतिथि: अष्टमी, 32:30 तक नक्षत्र: भरणी, 21:29 तक योग: शुक्ला, 16:58 तक प्रथम करण: विष्टि, 19:23 तक द्वितिय करण: बावा, 32:30 तक वार: मंगलवार सूर्योदय: 06:33 सूर्यास्त: 17:34 चन्द्रोदय: 10:59 चन्द्रास्त: 24:29 शक सम्वत: 1943 पलवा अमान्ता महीना: माघ पूर्णिमांत: माघ सूर्य राशि: मकर चन्द्र राशि: मेष पक्ष: शुक्ल अशुभ मुहूर्त गुलिक काल: 12:03 − 13:26 यमगण्ड: 09:18 − 10:41 दूर मुहूर्तम्: 02:38 − 02:39 / 12:49 − 14:27 व्रज्याम काल: None राहू काल: 14:49 − 16:11 शुभ मुहूर्त अभिजीत: 11:41 − 12:25 अमृत कालम्: 16:12 − 17:57 🌹विशेष ~ अचला सप्तमी, रथ सप्तमी, आरोग्य सप्तमी, मध्यान्हव्यापनी अष्टमी (भीष्माष्टमी)।पं. प्रेम सागर पाण्डेय् नक्षत्र ज्योतिष वास्तु अनुसंधान केन्द्र नि:शुल्क परामर्श - रविवार मंगलवार, फरवरी 8, 2022 का दैनिक राशिफलमेष (Aries): शारीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थता का अनुभव करेंगे। धर्म का काम करने में धन खर्च की स्थिति आएगी। लुभावने ऑफरों में न पड़ें। जमीन, मकान आदि के दस्तावेजों में ठगी होने की संभावना है। माताजी का स्वास्थ्य खराब होगा। निर्णय शक्ति डवांडोल रहने से दुविधा में फंसे रहेंगे। किसी का जमानतदार बनने के प्रति चेतावनी देते हैं। शुभ रंग = पींक शुभ अंक : 5 वृषभ (Tauras): आज आपकी आय और व्यापार में वृद्धि होने का योग है। व्यापार में नए लाभदायक संपर्क होंगे। कुटुंबीजनों और मित्रों के साथ हंसी-खुशी से पल बिताने का अवसर मिलेगा। प्रवास-पर्यटन का योग है। आज विशेषरूप से महिला वर्ग से लाभ होगा। जीवनसाथी के साथ सम्बंधों में प्रगाढ़ आत्मीयता का अनुभव करेंगे। भाई-बंधुओं से और बुजुर्गों से लाभ होंगे। शारीरिक मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। शुभ रंग = आसमानी शुभ अंक : 2 मिथुन (Gemini): आज आपका हरेक कार्य सरलतापूर्वक सम्पन्न होगा। घर, ऑफिस तथा सामाजिक क्षेत्र में अनुकूल वातावरण बनने से प्रसन्नता का अनुभव करेंगे। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। उच्च पदाधिकारियों के सहयोगपूर्ण व्यवहार के कारण आपकी प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा। गृहस्थ जीवन में आनंद छाएगा। और उत्तम सांसारिक सुख प्राप्त कर सकेंगे। सरकारी कार्यों में आनेवाले अवरोध दूर होंगे और मार्ग आसान बनेगा। शुभ रंग = क्रीम शुभ अंक : 7 कर्क (Cancer): भाग्यवृद्धि के अवसर आपकी प्रसन्नता में वृद्धि करेंगे। विदेश से शुभ समाचार मिलेगा। धार्मिक कार्य, देवदर्शन और यात्राधाम की मुलाकात से आनंद होगा। पारिवारिक सदस्यों के साथ अच्छी तरह समय व्यतीत कर सकेगें। विदेश जाने के इच्छुक लोगों की संभावना के साथ नौकरी पेशावालों को भी लाभ होने की संभावना देख रहे हैं। शुभ रंग = उजला शुभ अंक : 4 सिंह (Leo): आपको स्वास्थ्य के बारे में विशेष ध्यान रखने की चेतावनी देते हैं। बीमारी के कारण दवाखाने में खर्च करना पड़ेगा। क्रोध और वाणी को वश में रखना पड़ेगा। पारिवारिक सदस्यों के साथ मनमुटाव होगा। बाहर खाने-पीने से तबीयत खराब हो सकती है। आपके मन पर नकारात्मक विचार हावी होंगे। अनैतिक कार्यों में शामिल न हों, इसका ध्यान रखें। इस समय आध्यात्मिकता का सहारा मन को राहत देगा। शुभ रंग = लाल शुभ अंक : 1 कन्या (Virgo): सामाजिक और सार्वजनिक क्षेत्र में लाभ के साथ ख्याति प्राप्त होगी। स्त्री वर्ग से विशेष लाभ होगा। दांपत्यजीवन में परम सुख के पलों का अनुभव होगा। नए वस्त्रालंकारों की खरीदारी करेंगे तथा पहनने का अवसर भी आएगा। विपरीत लिंगीय व्यक्तियों के साथ परिचय होगा। मैत्री स्थापित होगी। भागीदारी के लिए समय अनुकूल है। प्रवास- पर्यटन की संभावना है। शुभ रंग = आसमानी शुभ अंक : 2 तुला (Libra): नौकरीपेशा लोगों के लिए अत्यंत लाभदायक दिन है। काम में यश और सफलता मिलेगी। पारिवारिक वातावरण सौहार्दपूर्ण रहेगा। प्रतिस्पर्धियों के समक्ष विजय मिलेगी। ऑफिस में सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा। ननिहाल पक्ष की तरफ से अच्छे समाचार मिलेंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। बौद्धिक चर्चा में भाग लेने का अवसर आएगा। विद्यार्थियों को पढ़ाई में सफलता मिलेगी। धन की योजना बनाने के लिए यह अच्छा दिन है। शुभ रंग = क्रीम शुभ अंक : 7 वृश्चिक (Scorpio): आज आपमें शारीरिक व मानसिक स्फूर्ति और ताजगी का अभाव रहेगा। परिवार में क्लेश कलह का वातावरण रहने से आपका मन उदास रहेगा। अनिद्रा सताएगी। माताजी का स्वास्थ्य खराब होगा। सार्वजनिक जीवन में अपमानित होने का अवसर आएगा। धन की हानि होगी। स्त्रीवर्ग से कोई हानि पहुंचेगी। नदी, तालाब तथा समुद्र जैसे जलाशयों से संभलकर रहें। शुभ रंग = केशरी शुभ अंक : 6 धनु (Sagittarius): आपका आज का पूरा दिन सुखमय बीतेगा। अनुकूल परिस्थिति निर्मित होने पर आप हरेक कार्य आज सरलतापूर्वक पूरा कर सकेंगे। मन में प्रसन्नता रहेगी। व्यापार-धंधे में आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे। भागीदारी में लाभ होगा। भाई-बहनों के साथ अच्छी तरह समय व्यतीत करेंगे। कोई नया कार्य आज शुरू कर सकते हैं। विद्यार्थियों को पढ़ाई में सफलता मिलेगी। मित्रों, स्वजनों की मुलाकात से परिवार में खुशी का वातावरण रहेगा। शुभ रंग = पीला शुभ अंक : 9 मकर (Capricorn): मन की दुविधा आप में निर्णयशक्ति का अभाव पैदा करेगी जिससे उलझन का अनुभव होगा। तबीयत थोड़ी नरम-गरम रहेगी। वाणी पर संयम नहीं होगा और वाद-विवाद में पड़ने से स्वजनों के साथ मनमुटाव होगा। कार्य में कम सफलता मिलेगी। अनावश्यक खर्च और धनहानि का योग है। विद्यार्थियों की पढ़ाई में अवरोध आएगा। शुभ रंग : पींक शुभ अंक : 5 कुंभ (Aquarius): आज आप आनंद, उत्साह और प्रसन्नता का अनुभव करेंगे। नए कार्य की शुरुआत लाभदायक साबित होगी। मित्रों, स्वजनों के साथ भोजन का आनंद उठाने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा का योग है। लक्ष्मीदेवी की कृपा रहेगी। धार्मिक कार्यों के पीछे खर्च होगा। निर्धारित कार्य सफल होंगे। दांपत्यजीवन में सुख का अनुभव होगा। परिवार में शांति का माहौल बना रहेगा। शुभ रंग = क्रीम शुभ अंक : 7 मीन (Pisces): आनंद- उत्साह और तन-मन की प्रसन्नता आपके दिन में चेतना और स्फूर्ति का संचार करेंगे। नए कार्य हाथ में लेंगे तो उसमें सफलता मिलेगी। धार्मिक मांगलिक प्रसंगों में जाएंगे। मन में कोई निर्णय लेते हुए दुविधा अनुभव करने की स्थिति में निर्णय स्थगित रखने की सलाह है। प्रवास होगा। दांपत्यजीवन आनंदमय रहेगा। शुभ रंग = पीला शुभ अंक : 9 प्रेम सागर पाण्डेय् ,नक्षत्र ज्योतिष वास्तु अनुसंधान केन्द्र ,नि:शुल्क परामर्श - रविवार , दूरभाष 9122608219 / 9835654844 हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag |
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