Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh) - 🌐

Breaking

Home Top Ad

Post Top Ad

Saturday, July 18, 2020

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)


भोपाल में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10%, प्राइवेट ऑफिस और बाजार पर नए प्रतिबंध / BHOPAL CORONA NEWS

Posted: 18 Jul 2020 08:13 AM PDT

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज राजधानी भोपाल में तेजी से बढ़ रहे कोरोनावायरस के संक्रमण की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें। अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा अन्य सभी सावधानियां बरतें। जरा-सी लापरवाही भी खतरनाक हो सकती है।

भोपाल में प्राइवेट ऑफिस और दुकानों पर नए प्रतिबंध

मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में कोरोना की पॉजिटिविटी दर लगभग 10 प्रतिशत आई है, अत: यहां विशेष सावधानी की आवश्यकता है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए कि भोपाल में सोमवार से निजी कार्यालय 50 प्रतिशत क्षमता से संचालित हों तथा दुकानों के बंद होने का समय रात्रि 10 बजे के स्थान पर 8 बजे किया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री श्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी श्री विवेक जौहरी, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग श्री फैज अहमद किदवई, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री संजय शुक्ला उपस्थित थे।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं
रेलवे स्टेशन का नाम बताने वाले बोर्ड पर समुद्र तल से ऊंचाई क्यों लिखी रहती है
न्यूनतम अंतर को दर्शाने 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते
बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में शिफ्ट हो रहे हैं स्टूडेंट्स
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला
मध्य प्रदेश कोरोना: 10 जिले बेहद गंभीर, 47 जिलों में महामारी
मध्य प्रदेश: रेत माफिया ने ASI को चांटा मारा (वीडियो देखें), ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गया
मध्यप्रदेश में 24वें विधायक ने कमलनाथ का नेतृत्व अस्वीकारा, इस्तीफा दिया
प्रकृति में सिर्फ मनुष्यों की आइब्रो क्यों होती हैं, जानवरों की क्यों नहीं होती ?
मध्य प्रदेश तहसीलदार/ नायब तहसीलदार की तबादला एवं प्रतिनियुक्ति सूची
कथन या वचन पर हस्ताक्षर करने से मना करने पर भी क्या FIR दर्ज हो सकती है, पढ़िए
अमित तोमर IAS को बड़वानी कलेक्टर के पद से हटाया, यह फोटो वायरल हो गया था
चांद में ऐसा क्या होता है कि उससे टकराकर सूर्य की गर्म किरणें ठंडी चांदनी में बदल जातीं हैं

मध्य प्रदेश कोरोना: 44 जिलों में मृत्यु दर्ज, एक्टिव केस 6000 से ज्यादा / MP CORONA UPDATE NEWS

Posted: 18 Jul 2020 07:20 AM PDT

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। रोकथाम के तमाम उपाय असफल साबित होते जा रहे हैं। मध्य प्रदेश के 52 में से 44 जिलों में कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण मृत्यु हो चुकी है। भोपाल-इंदौर में 100 से ज्यादा और शेष 7 जिलों में 10 से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश में आज की तारीख में महामारी से पीड़ित नागरिकों की संख्या 6000 से ज्यादा हो गई। अब तक 21000 से ज्यादा। 

MADHYA PRADESH CORONA BULLETIN 17 JULY 2020 

संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 17 जुलाई 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में 16291 सैंपल की जांच की गई जिसमें से 261 रिजेक्ट हो गए। 15609 नेगेटिव लेकिन 682 पॉजिटिव निकले। इसी के साथ महामारी से पीड़ित नागरिकों की कुल संख्या 21763, आज 9 मरीज के साथ COVID-19 से मरने वालों की कुल संख्या 706, आज 350 डिस्चार्ज के साथ कोरोनावायरस से जंग जीतने वालों की कुल संख्या 14664 हो गई है। मध्यप्रदेश में 2262 इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण पाया गया है। इन इलाकों में आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। 

MP COVID-19 LATEST REPORT की खास बातें 

इंदौर-भोपाल की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। कोरोना से पहले इन शहरों में रोजगार और पढ़ाई के लिए आए लोग लॉकडाउन के दौरान ही वापस लौट गए थे, जो शेष बचे हैं वह भी धीरे-धीरे शहरों से पलायन करने लगे हैं। 
ग्वालियर में एक्टिव मामलों की संख्या 744 हो गई। आबादी के हिसाब से यह इंदौर से ज्यादा खतरनाक स्थिति में है। 
प्रदेश के 10 जिलों में 100 से ज्यादा और 47 जिलों में 10 से ज्यादा नागरिक आज की तारीख में महामारी से पीड़ित है (एक्टिव केस)। सरकार को कंटेनमेंट जोन घोषित करने और धारा 144 की शर्तें निर्धारित करने के अलावा भी कुछ और करना चाहिए। 


18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं
रेलवे स्टेशन का नाम बताने वाले बोर्ड पर समुद्र तल से ऊंचाई क्यों लिखी रहती है
न्यूनतम अंतर को दर्शाने 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते
बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में शिफ्ट हो रहे हैं स्टूडेंट्स
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला
मध्य प्रदेश कोरोना: 10 जिले बेहद गंभीर, 47 जिलों में महामारी
मध्य प्रदेश: रेत माफिया ने ASI को चांटा मारा (वीडियो देखें), ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गया
मध्यप्रदेश में 24वें विधायक ने कमलनाथ का नेतृत्व अस्वीकारा, इस्तीफा दिया
प्रकृति में सिर्फ मनुष्यों की आइब्रो क्यों होती हैं, जानवरों की क्यों नहीं होती ?
मध्य प्रदेश तहसीलदार/ नायब तहसीलदार की तबादला एवं प्रतिनियुक्ति सूची
कथन या वचन पर हस्ताक्षर करने से मना करने पर भी क्या FIR दर्ज हो सकती है, पढ़िए
अमित तोमर IAS को बड़वानी कलेक्टर के पद से हटाया, यह फोटो वायरल हो गया था
चांद में ऐसा क्या होता है कि उससे टकराकर सूर्य की गर्म किरणें ठंडी चांदनी में बदल जातीं हैं

जिसको जहां समझ में आए, कोरोना का इलाज कराएं, प्रशासन नहीं रोकेगा / BHOPAL NEWS

Posted: 18 Jul 2020 06:39 AM PDT

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में खतरनाक स्तर से ऊपर जा चुके कोरोनावायरस के संक्रमण के मामले में प्रशासन ने हाथ खड़े कर दिए हैं। अब जबकि राजधानी में 1000 से ज्यादा एक्टिव केस हो गए हैं, प्रशासन कोरोनावायरस के इलाज की जिम्मेदारी से पीछे हटने की तैयारी कर रहा है। संक्रमित लोगों को 'इलाज की आजादी' के नाम पर विकल्प उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

भोपाल कमिश्नर श्री कवींद्र कियावत ने प्राइवेट मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के डायरेक्टर्स को एक मीटिंग में बुलाकर अपनी क्षमता और संसाधनों के साथ तैयार रहने के लिए कहा। कमिश्नर ने कहा कि अपने संस्थान में कोविड-19 के उपचार के लिए आवश्यक स्वास्थ्य व्यवस्थाओं और सुविधाओं की तैयारियां शुरू कर दे। मीटिंग में में कलेक्टर अविनाश लवानिया भी मौजूद थे। 

संभागायुक्त श्री कियावत ने निर्देश दिए कि सभी अस्पताल जो अपने स्तर पर उपचार की सुविधाएं और व्यवस्थाएं विकसित कर सकते हैं वे सभी आगामी परिस्थितियों के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दें। अपने संस्थान में भी बिना लक्षण वाले कोविड पॉजिटिव व्यक्तियों के उपचार की सुविधा विकसित करें। वे व्यक्ति जो अपने इलाज का खर्च वहन कर सकते हैं वे आपके संस्थानों में आपका नियत उपचार शुल्क अदा करके उपचार करा सकते हैं। 

कुल मिलाकर कोरोनावायरस के मरीजों के साथ भी वही स्थितियां बनने वाली हैं जो हार्ट अटैक या एक्सीडेंट के मरीजों के साथ बनती हैं। सरकारी अस्पतालों में 'जगह खाली नहीं है' कहकर मरीजों को लौटा दिया जाएगा। 108 एंबुलेंस मरीज को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने के बजाय प्राइवेट अस्पताल की एंबुलेंस में शिफ्ट कर देगी। मध्यप्रदेश में हार्ट अटैक और एक्सीडेंट में फ्रैक्चर वाले मरीजों के साथ यही होता रहा है। मीडिया में हजारों बयान और सरकारी फाइलों में सैकड़ों शिकायतें औपचारिक रूप से दर्द है।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं
रेलवे स्टेशन का नाम बताने वाले बोर्ड पर समुद्र तल से ऊंचाई क्यों लिखी रहती है
न्यूनतम अंतर को दर्शाने 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते
बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में शिफ्ट हो रहे हैं स्टूडेंट्स
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला
मध्य प्रदेश कोरोना: 10 जिले बेहद गंभीर, 47 जिलों में महामारी
मध्य प्रदेश: रेत माफिया ने ASI को चांटा मारा (वीडियो देखें), ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गया
मध्यप्रदेश में 24वें विधायक ने कमलनाथ का नेतृत्व अस्वीकारा, इस्तीफा दिया
प्रकृति में सिर्फ मनुष्यों की आइब्रो क्यों होती हैं, जानवरों की क्यों नहीं होती ?
मध्य प्रदेश तहसीलदार/ नायब तहसीलदार की तबादला एवं प्रतिनियुक्ति सूची
कथन या वचन पर हस्ताक्षर करने से मना करने पर भी क्या FIR दर्ज हो सकती है, पढ़िए
अमित तोमर IAS को बड़वानी कलेक्टर के पद से हटाया, यह फोटो वायरल हो गया था
चांद में ऐसा क्या होता है कि उससे टकराकर सूर्य की गर्म किरणें ठंडी चांदनी में बदल जातीं हैं

प्रिय शिवराज, मेरी OBC आरक्षण की लड़ाई अब आपको लड़नी है: Khula Khat by Kamalnath

Posted: 18 Jul 2020 05:50 AM PDT

प्रिय श्री शिवराज सिंह चौहान जी, आपको विदित है कि मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या प्रदेश की कुल जनसंख्या का लगभग 86 प्रतिशत है एवं अकेले अन्य पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या 53 प्रतिशत है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सरकार ने अनुसूचित जाति / जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग की तरक्की और उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिये अनेक कार्य किये थे। 

इसी क्रम में कांग्रेस सरकार ने मध्य प्रदेश लोक सेवा (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्गों के लिये आरक्षण ) अधिनियम में वर्ष 2019 में संशोधन कर पिछड़ा वर्ग के लिये शासकीय सेवाओं में आरक्षण का प्रतिशत 14 से बढ़ाकर 27 प्रतिशत किया था। साथ ही साक्षात्कार एवं पदोन्नति समितियों में भी अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधि को रखना आवश्यक किया था। 

मध्य प्रदेश लोक सेवा संशोधन अधिनियम 2019 से प्रदत्त आरक्षण के विरुद्ध माननीय उच्च न्यायालय में विभिन्न याचिकाएं दायर की गई जो कि विचाराधीन है एवं निकट भविष्य में इनकी सुनवाई होना संभावित है। इन याचिकाओं में मुख्यत: आरक्षण के कुल प्रतिशत को आधार बनाया गया है। जबकि भारत के संविधान के किसी भी अनुच्छेद में आरक्षण की कोई अधिकतम सीमा निर्धारित नहीं है। इसलिए प्रतिनिधित्व के आधार पर अन्य पिछड़ा वर्ग को अधिक आरक्षण दिया जाना पूर्णत: संवैधानिक है। 

माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष विचाराधीन इन याचिकाओं में शासन की ओर से समुचित एवं प्रभावी पक्ष समर्थन किया जाना अत्यंत आवश्यक है ताकि पिछड़े वर्ग को इस बढ़े हुए आरक्षण का समुचित लाभ मिल सके। अत: मेरा आपसे अनुरोध है कि प्रदेश में अन्य पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए बढ़े हुए आरक्षण की व्यवस्था सुचारू रूप से लागू हो इस हेतु माननीय उच्च न्यायालय में शासन की ओर से अन्य पिछड़ा वर्ग के पक्ष में मजबूती से प्रभावी पैरवी कराना सुनिश्चित करावें।
शुभकामनाओं सहित ,आपका (कमल नाथ)

रोग मुक्ति के लिए सावन में शिव का अभिषेक करने के तरीके / SHIV KA SAWAN

Posted: 18 Jul 2020 05:45 AM PDT

हिंदू धर्म में प्रतिष्ठित शास्त्रों के अनुसार सावन का महीना हमेशा ही मानव जीवन के लिए चमत्कारी रहा है। इस 1 महीने में मनुष्य चाहे तो अपने जीवन में अभूतपूर्व परिवर्तन कर सकता है। कहते हैं कि मनोकामना पूर्ति के अलावा सावन में शिव का अभिषेक करने से रोगों से मुक्ति भी मिलती है। किस रोग के लिए किस प्रकार से शिव का अभिषेक करें, ज्योतिष शास्त्र में इसकी विधि भी बताई गई है। 

सिरदर्द, नेत्र रोग, अस्थि रोग से मुक्ति के लिए शिवलिंग पूजा की विधि


सिरदर्द, नेत्र रोग, अस्थि रोग ये सूर्य से संबंधित रोग होते हैं। इन रोगों से मुक्ति पाने के लिए सावन के महीने में आक वृक्ष के पुष्पों, पत्तों एवं बिल्वपत्रों से शिवलिंग का पूजन करना चाहिए।

बीपी, खांसी जुकाम आदि रोग से मुक्ति के लिए शिवलिंग पूजा की विधि


श्रावण मास में शिवलिंग का रुद्री पाठ करते हुए काले तिल मिश्रित दूध धार से रुद्राभिषेक करना चाहिए, इससे चंद्रमा से संबंधित बीमारी या कष्ट जैसे खांसी, जुकाम, नजला, मानसिक परेशानी, रक्तचाप की समस्या आदि में लाभ मिलता है।

रक्त संबंधी रोग से मुक्ति के लिए शिवलिंग पूजा की विधि


मंगल ग्रह के कमजोर होने से रक्त संबंधित रोग होने की आशंका रहती है। इसलिए अगर आपको रक्त से संबंधित रोग है तो गिलोय, जड़ी-बूटी के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें इससे आपको लाभ मिलता हैं।

स्किन, किडनी और लंग इन्फेक्शन से मुक्ति के लिए शिवलिंग पूजा की विधि

बुध ग्रह को कमजोर होने पर चर्म रोग, गुर्दे का रोग, फेफड़े से संबंधित बीमारी जैसे सांस लेने में कठिनाई आदि रोग हो जाते हैं। इन रोगों से मुक्ति पाने के लिए विधारा या जड़ी-बूटी के रस से अभिषेक करना चाहिए। 

मोटापा घटाने के लिए शिवलिंग पूजा की विधि


अगर आपको बृहस्पति ग्रह से संबंधित कोई रोग जैसे चर्बी, आंत, लिवर आदि से जुड़ी कोई बीमारी है तो शिवलिंग पर हल्दी मिश्रित दूध चढ़ाना चाहिए, इससे लाभ मिलता है। 

यौन रोगों से मुक्ति के लिए शिवलिंग पूजा की विधि

शुक्र के कमजोर होने से वीर्य की कमी,शारीरिक या शक्ति में कमी आदि रोग हो जाते हैं इनसे मुक्ति पाने के लिए पंचामृत, शहद और घृत से शिवलिंग का अभिषेक करना अच्छा रहता है। 

जोड़ों के दर्द से मुक्ति के लिए शिवलिंग पूजा की विधि

मांसपेशियों का दर्द, जोड़ों का दर्द, वात रोग आदि शनि से संबंधित रोग होते हैं सावन के माह में गन्ने के रस और छाछ से शिवलिंग का अभिषेक करने पर लाभ मिलता है। 

मानसिक रोगों से मुक्ति के लिए शिवलिंग पूजा की विधि

सिर चकराना, मानसिक परेशानी, अधरंग आदि रोग राहु-केतु की खराब दशा के कारण होते हैं। इन रोगों से मुक्ति पाने के लिए शिव की सभी प्रिय वस्तुओं से अभिषेक करने के साथ मृत संजीवनी का सवा लाख बार जप कराकर भांग-धतूरे से शिवलिंग का पूजन करना चाहिए।

UGC COLLEGE EXAM मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, परीक्षा के लिए जान का जोखिम अन्याय है: YUVA SENA

Posted: 18 Jul 2020 05:11 AM PDT

नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा यूनिवर्सिटी/ कॉलेजों में फाइनल ईयर लास्ट सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित करने के फैसले के खिलाफ महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे की युवा सेना (शिवसेना की यूथ विंग) सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। युवा सेना का कहना है कि परीक्षा के लिए जान का जोखिम सही नहीं है। देश महामारी की चपेट में है, राष्ट्रीय आपदा की स्थिति है, ऐसी स्थिति में निर्धारित नियम बदल दिए जाने चाहिए।

युवा सेना ने अपने बयान में कहा कि "केंद्र सरकार परीक्षा आयोजित करने की अनुमति देकर देशभर में छात्रों की सुरक्षा, डर, मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य की अनदेखी कर रही है।" सेना ने कहा, "कोरोना एक राष्ट्रीय आपदा है, इसे देखते हुए यूजीसी को अंतिम वर्ष की परीक्षाएं स्थगित कर देनी चाहिए। हालांकि, ऐसा लगता है कि UGC इस बात को नहीं समझ पा रहा है कि देश किस विपत्ति से गुजर रहा है।"

युवा सेना ने कहा कि स्टूडेंट्स और परीक्षा पर्यवेक्षक एग्जाम सेंटर आएंगे और जाएंगे इससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। आईआईटी जैसे देशभर के प्रमुख शिक्षण संस्थान पहले ही अंतिम वर्ष की परीक्षाएं रद्द कर चुके हैं। संगठन ने कहा कि छात्रों इस अकादमिक वर्ष में अब तक प्राप्त किए गए नंबरों के आधार पर प्रमोट किया जाना चाहिए। 

यूजीसी ने इस साल के आखिर में अंतिम वर्ष की परीक्षा आयोजित करने की बात कही थी। जिसके बाद शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने मानव संसाधन मंत्रालय की आलोचना की थी। उन्होंने इस फैसले को "बिल्कुल बेतुका और शायद किसी और दुनिया का" करार दिया था। ठाकरे ने अपने ट्वीट में कहा था, "क्या यूजीजी हर स्टूडेंट की स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेगा और चेताया था कि इससे लाखों छात्र-छात्राओं और टीचिंग स्टाफ की जान खतरे में पड़ सकती है।"

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं
रेलवे स्टेशन का नाम बताने वाले बोर्ड पर समुद्र तल से ऊंचाई क्यों लिखी रहती है
न्यूनतम अंतर को दर्शाने 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते
बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में शिफ्ट हो रहे हैं स्टूडेंट्स
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला
मध्य प्रदेश कोरोना: 10 जिले बेहद गंभीर, 47 जिलों में महामारी
मध्य प्रदेश: रेत माफिया ने ASI को चांटा मारा (वीडियो देखें), ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गया
मध्यप्रदेश में 24वें विधायक ने कमलनाथ का नेतृत्व अस्वीकारा, इस्तीफा दिया
प्रकृति में सिर्फ मनुष्यों की आइब्रो क्यों होती हैं, जानवरों की क्यों नहीं होती ?
मध्य प्रदेश तहसीलदार/ नायब तहसीलदार की तबादला एवं प्रतिनियुक्ति सूची
कथन या वचन पर हस्ताक्षर करने से मना करने पर भी क्या FIR दर्ज हो सकती है, पढ़िए
अमित तोमर IAS को बड़वानी कलेक्टर के पद से हटाया, यह फोटो वायरल हो गया था
चांद में ऐसा क्या होता है कि उससे टकराकर सूर्य की गर्म किरणें ठंडी चांदनी में बदल जातीं हैं

Gmail की साफ-सफाई के शॉर्टकट, स्टोरेज से अनुपयोगी फाइलें कैसे डिलीट करें / TECH NEWS

Posted: 18 Jul 2020 06:40 AM PDT

गूगल की ईमेल सर्विस जिसे Gmail के नाम से जाना जाता है, भारत में लाखों लोगों के लिए एक बेहद जरूरी सुविधा बन चुकी है। गूगल की तरफ से प्रत्येक यूजर को 15GB का स्टोरेज फ्री दिया जाता है। एक आम यूजर के लिए यह काफी है परंतु यदि आप प्रोफेशनल हैं और ई-मेल पर फोटो वीडियो का आदान प्रदान करते हैं तो 15gb का स्टोरेज आपके लिए काफी कम पड़ेगा। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने जीमेल की साफ सफाई करते रहे परंतु सबसे बड़ा सवाल यह है कि उसके शॉर्टकट क्या है।

SHORTCUT FOR REMOVE FILES FROM GMAIL (Google Drive)

ऐसे तीन तरीके हैं जिनसे आप अपने Google अकाउंट में स्टोरेज खाली कर सकते हैं।Google डिस्क में साइज के अनुसार फ़ाइलें, मेल और Google फ़ोटो हटाएं।

Google Drive में साइज के अनुसार Files Delete करें
- पीसी या डेस्कटॉप से पहले यहां जाएं - https://drive.google.com/#quota
- अपना जीमेल अकाउंट लॉगइन करें
- इसके बाद आपको साइज के अनुसार फाइल्स दिखेंगी
- जिस फाइल्स की आपको जरूरत नहीं उसे आप डिलीट कर सकते हैं

Gmail में मौजूद Big Files डिलीट करें

- गूगल अकाउंट में पहले लॉगइन करें 
- Gmail के सर्च बार में जाकर इसे सर्च करें, #attachment larger:10M
- इसके बाद जो मेल 10mb से ज्यादा बड़ा होगा वो आपके सामने आ जाएगा
- जिस मेल की जरूरत नहीं उसे डिलीट कर दें
इसके बाद Tresh सेलेक्ट करें और सभी को डिलीट कर दें। अब स्पैम फोल्डर में जाएं और वहां के सभी ईमेल को डिलीट कर दें। 

SHORTCUT FOR UNLIMITED STORAGE FROM GOOGLE PHOTO 

- अपने डेस्कटॉप से इस लिंक पर जाएं- ttps://photos.google.com/settings
- गूगल अकाउंट में लॉगइन करें
- अपलोड क्वालिटी को ओरिजिनल से हाई में बदलें
इसके बाद गूगल आपसे आपके स्टोरेज को Recover करने के लिए पूछेगा जो पहले से अपलोड फाइल को हाई क्वालिटी में बदल देगा। इससे आपको स्टोरेज की सुविधा मिल जाएगी और आपका स्टोरेज खाली रहेगा।

भोपाल में बच्चों पर बेअसर है कोरोनावायरस, रिकवरी रेट 100% / BHOPAL NEWS

Posted: 18 Jul 2020 04:22 AM PDT

भोपाल। news18 अपने मेडिकल सोर्स की स्टडी के आधार पर दावा किया है कि भोपाल में कोरोनावायरस का संक्रमण बच्चों को नुकसान नहीं पहुंचा पा रहा है। बच्चे संक्रमित होते हैं परंतु उनकी बॉडी वायरस से लड़कर जीत जाती है। बताया है कि भोपाल में 15 साल से कम उम्र के बच्चों का रिकवरी रेट 100% है। 

स्कूल बंद है तो फिर बच्चे कैसे संक्रमित हो रहे हैं

जो बच्चे कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं, वो वह अपने परिवारजनों के कारण ही संक्रमित हो रहे हैं। परिवारजनों की लापरवाही के चलते अब इन छोटे बच्चों पर भी कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस की शुरूआत से ही 9 दिन की बच्ची से लेकर 15 साल तक के कई बच्चे संक्रमित हुए हैं। राहत वाली बात है कि ज्यादातर बच्चे कोरोना संक्रमण से जंग जीतकर ठीक भी हुए हैं। पिछले 10 दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो ये बात सामने आती है कि 1 जुलाई से लेकर 10 जुलाई के बीच में 0 साल से लेकर 15 साल के करीब 33 बच्चे संक्रमण की चपेट में आए हैं। इससे पहले 21 जून से 30 जून के बीच 0 साल से लेकर 15 साल तक के 21 बच्चे संक्रमित हुए हैं। 

बच्चों को कोरोनावायरस के संक्रमण से कैसे बचाएं

इस संबंध में गांधी मेडिकल कॉलेज के पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ. ज्योत्सना श्रीवास्तव का कहना है कि घर पर भी हैंड हाइजीन का ख्याल रखना जरूरी है। समय-समय पर हाथ धोते रहें और बच्चों में हैंड वॉश की आदत डालें। घर पर भी सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें। यदि घर में ज्यादा लोग हैं तो भी कम से कम 2 मीटर की दूरी रखें। कोरोना वायरस से बचने के लिए जो भी गाइडलाइन जारी की गई है कोशिश करें कि उसका पालन घर पर भी किया जाए, क्योंकि बच्चे जो घर पर देखते हैं वैसा ही बर्ताव बाहर भी करते हैं। 

यदि किसी व्यक्ति को घर में सर्दी खांसी जैसे लक्षण हैं तो उन्हें बच्चों से खासतौर पर दूर रहना चाहिए। बाजार जाने में भी इस बात का ध्यान रखें कि घर की जरूरतों की चीजों के लिए केवल एक ही व्यक्ति बाहर जाकर सामान की खरीदारी करे और बच्चों को भीड़भाड़ वाली जगहों पर ले जाने से बचें।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं
रेलवे स्टेशन का नाम बताने वाले बोर्ड पर समुद्र तल से ऊंचाई क्यों लिखी रहती है
न्यूनतम अंतर को दर्शाने 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते
बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में शिफ्ट हो रहे हैं स्टूडेंट्स
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला
मध्य प्रदेश कोरोना: 10 जिले बेहद गंभीर, 47 जिलों में महामारी
मध्य प्रदेश: रेत माफिया ने ASI को चांटा मारा (वीडियो देखें), ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गया
मध्यप्रदेश में 24वें विधायक ने कमलनाथ का नेतृत्व अस्वीकारा, इस्तीफा दिया
प्रकृति में सिर्फ मनुष्यों की आइब्रो क्यों होती हैं, जानवरों की क्यों नहीं होती ?
मध्य प्रदेश तहसीलदार/ नायब तहसीलदार की तबादला एवं प्रतिनियुक्ति सूची
कथन या वचन पर हस्ताक्षर करने से मना करने पर भी क्या FIR दर्ज हो सकती है, पढ़िए
अमित तोमर IAS को बड़वानी कलेक्टर के पद से हटाया, यह फोटो वायरल हो गया था
चांद में ऐसा क्या होता है कि उससे टकराकर सूर्य की गर्म किरणें ठंडी चांदनी में बदल जातीं हैं

मध्य प्रदेश पुलिस हेडक्वार्टर ने 3 साल पुराने सिपाही एवं हवलदारों की जानकारी मांगी / MP NEWS

Posted: 18 Jul 2020 04:28 AM PDT

भोपाल। पुलिस मुख्यालय, भोपाल मध्य प्रदेश ने एक आदेश जारी करके मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों में 3 वर्ष से अधिक समय से आरक्षक एवं प्रधान आरक्षक पद पर पदस्थ पुलिस कर्मचारियों की जानकारी मांगी है। चौंकाने वाली बात यह है कि यह विभागीय जानकारी तत्काल ईमेल या फोन के माध्यम से मांगी गई है।

मध्यप्रदेश में पीएचक्यू के इस आदेश के बाद पुलिस महकमे में हलचल होने लगी है। यह आदेश 10 जुलाई को जारी किया गया है। इसमें रेल (जीआरपी) और पीटीएस को भी शामिल किया गया है। इससे पहले एक जिले में तीन साल या उससे अधिक समय से जमे इंस्पेक्टर को ट्रांसफर किए जा चुके हैं। 

ऐसे में अब निचले अमले में इस बात को लेकर घबराहट होने लगी है कि कहीं उन्हें भी जिले के बाहर तो नहीं भेजा जा रहा। हालांकि इंस्पेक्टरों को दूसरे जिलों में भेजने से कानून व्यवस्था को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं
रेलवे स्टेशन का नाम बताने वाले बोर्ड पर समुद्र तल से ऊंचाई क्यों लिखी रहती है
न्यूनतम अंतर को दर्शाने 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते
बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में शिफ्ट हो रहे हैं स्टूडेंट्स
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला
मध्य प्रदेश कोरोना: 10 जिले बेहद गंभीर, 47 जिलों में महामारी
मध्य प्रदेश: रेत माफिया ने ASI को चांटा मारा (वीडियो देखें), ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गया
मध्यप्रदेश में 24वें विधायक ने कमलनाथ का नेतृत्व अस्वीकारा, इस्तीफा दिया
प्रकृति में सिर्फ मनुष्यों की आइब्रो क्यों होती हैं, जानवरों की क्यों नहीं होती ?
मध्य प्रदेश तहसीलदार/ नायब तहसीलदार की तबादला एवं प्रतिनियुक्ति सूची
कथन या वचन पर हस्ताक्षर करने से मना करने पर भी क्या FIR दर्ज हो सकती है, पढ़िए
अमित तोमर IAS को बड़वानी कलेक्टर के पद से हटाया, यह फोटो वायरल हो गया था
चांद में ऐसा क्या होता है कि उससे टकराकर सूर्य की गर्म किरणें ठंडी चांदनी में बदल जातीं हैं

मप्र: भाजपा विधायक, उनकी पत्नी ​और बेटा कोरोना पॉजिटिव, टीकमगढ़ लॉकडाउन / MP NEWS

Posted: 18 Jul 2020 06:51 AM PDT

भोपाल। टीकमगढ़ में भाजपा विधायक राकेश गिरी, उनकी पत्नी लक्ष्मी गिरी और बेटे सहित शुक्रवार को जिले में 11 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। इस प्रकार अब जिले में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 194 हो गई है। इसी के साथ शहर को 20 जुलाई तक के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। 

चिरायु अस्पताल में कोरोना वायरस मरीज की मौत

वहीं एक 79 वर्षीय बुजुर्ग की भोपाल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्हें गंभीर स्थिति के चलते भोपाल की चिरायु अस्पताल रैफर किया गया था। जहां उनकी शुक्रवार को मौत हो गई। जुलाई के 17 दिन में यह 5वीं मौत है। वहीं जुलाई के 17 दिन में ही 148 नए केस सामने आए हैं। 

टीकमगढ़ 20 जुलाई तक के लिए लॉकडाउन

शुक्रवार को 11 की रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही प्रशासन ने एक बार फिर सख्ती दिखाई। जिसके बाद कलेक्टर सुभाष द्विवेदी ने 20 जुलाई की सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन घोषित किया गाय है।शुक्रवार को टीकमगढ़ के पुलिस लाइन में एक 25 वर्षीय आरक्षक, इंदिरा कॉलोनी में एक 18 वर्षीय लड़की, न्यू सिविल लाइन में 34 वर्षीय युवक और शिक्षक सदन की गली, कोतवाली के पास 80 वर्षीय एक बुजुर्ग, केशवबाल स्कूल के पास ढोंगा रोड उम्र 26 वर्षीय युवक और नरैया में 40 वर्षीय महिला की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। 

वहीं बड़ागांव थाना में पदस्थ एक 39 वर्षीय आरक्षक और बल्देवगढ़ ब्लॉक के खरगापुर तहसील के सैपुरा गांव में 40 वर्षीय महिला भी कोरोना संक्रमित निकली। जिले में शुक्रवार को 111 रिपोर्ट बाहर से प्राप्त हुईं, जिनमें सभी रिपोर्ट निगेटिव आईं। वहीं 19 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे।

विधायक के संपर्क में आए लोगों के लिए संदेश

सिविल सर्जन डॉ. अमित चौधरी ने बताया कि 79 वर्षीय जिस बुजुर्ग की कोरोना से भोपाल में मौत हुई। उन्हें 7 जुलाई को भोपाल के लिए रैफर किया गया था। उन्होंने बताया कि प्रोटोकॉल के तहत उनका अंतिम संस्कार भोपाल में ही किया गया है। वहीं टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरी उनकी पत्नी पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष लक्ष्मी गिरी और उनके बेटे की रिपोर्ट भी शुक्रवार की देर शाम पॉजिटिव आई है। उनके संपर्क में आए लोगों की कांट्रेक्ट हिस्ट्री खंगाली जा रही है। डॉ. चौधरी ने बताया कि विधायक के संपर्क में आए लोग घबराएं नहीं, अगर कोई सिमटम्स दिखें तो जरूरी सैंपलिंग करवाएं।

आपदा प्रबंधन की मीटिंग में कलेक्टर के साथ उपस्थित थे विधायक

शुक्रवार को ट्रू नेट लैब से टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरी, उनकी पत्नी पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष लक्ष्मी गिरी और उनके एक बेटे की भी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। गौरतलब है कि कुछ समय पहले कलेक्ट्रेट के सभा कक्ष में आपदा प्रबंधन की बैठक में भी विधायक शामिल हुए थे। जिसमें टीकमगढ़ जिले के तमाम प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे। ऐसे में जिला प्रशासन में हड़कंप की स्थिति बन गई है। इसके अलावा विधायक राकेश गिरी कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी शामिल हुए हैं। उनके संपर्क में आए लोगों की हिस्ट्री खा ली जा रही है। सिविल सर्जन डॉ अमित चौधरी ने बताया की विधायक और उनके परिवार को इलाज के लिए भोपाल रेफर किया गया है।

20 जुलाई की सुबह 5 बजे तक नपा सीमा में फिर लॉकडाउन

जुलाई के 17 दिन में 148 पॉजिटिव मिले। 1 से 17 जुलाई तक राेज पॉजिटिव केस अाए। संक्रमितों की बढ़ते ग्राफ से चिंतित प्रशासन ने तेजी से सैंपलिंग व सर्वे के लिए एक बार फिर लॉकडाउन का सहारा लिया है। बार-बार प्रशासन के लॉकडाउन करने से भी कोरोना की चेन टूटती नजर नहीं आ रही है। प्रशासन ने एक बार फिर लॉकडाउन का सहारा लिया है।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं
रेलवे स्टेशन का नाम बताने वाले बोर्ड पर समुद्र तल से ऊंचाई क्यों लिखी रहती है
न्यूनतम अंतर को दर्शाने 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते
बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में शिफ्ट हो रहे हैं स्टूडेंट्स
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला
मध्य प्रदेश कोरोना: 10 जिले बेहद गंभीर, 47 जिलों में महामारी
मध्य प्रदेश: रेत माफिया ने ASI को चांटा मारा (वीडियो देखें), ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गया
मध्यप्रदेश में 24वें विधायक ने कमलनाथ का नेतृत्व अस्वीकारा, इस्तीफा दिया
प्रकृति में सिर्फ मनुष्यों की आइब्रो क्यों होती हैं, जानवरों की क्यों नहीं होती ?
मध्य प्रदेश तहसीलदार/ नायब तहसीलदार की तबादला एवं प्रतिनियुक्ति सूची
कथन या वचन पर हस्ताक्षर करने से मना करने पर भी क्या FIR दर्ज हो सकती है, पढ़िए
अमित तोमर IAS को बड़वानी कलेक्टर के पद से हटाया, यह फोटो वायरल हो गया था
चांद में ऐसा क्या होता है कि उससे टकराकर सूर्य की गर्म किरणें ठंडी चांदनी में बदल जातीं हैं

भोपाल में CID अधिकारी की कोरोना से मौत / BHOPAL NEWS

Posted: 18 Jul 2020 04:57 AM PDT

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सीआईडी (अपराध अनुसंधान विभाग) में उप पुलिस अधीक्षक श्री प्रेम प्रकाश गौतम की कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई। 

डीजीपी श्री विवेक जौहरी ने उपरोक्त सूचना देते हुए बताया कि डीएसपी श्री प्रेम प्रकाश गौतम ने पुलिस विभाग को 38 वर्ष तक सेवा दी और उनकी सेवा उत्कृष्ट सेवा रही है। मध्य प्रदेश पुलिस इस दुखःद अवसर पर उनके परिवार के साथ है। पुलिस परिवार की तरफ से नमन एवं श्रद्धा सुमन। 

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं
रेलवे स्टेशन का नाम बताने वाले बोर्ड पर समुद्र तल से ऊंचाई क्यों लिखी रहती है
न्यूनतम अंतर को दर्शाने 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते
बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में शिफ्ट हो रहे हैं स्टूडेंट्स
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला
मध्य प्रदेश कोरोना: 10 जिले बेहद गंभीर, 47 जिलों में महामारी
मध्य प्रदेश: रेत माफिया ने ASI को चांटा मारा (वीडियो देखें), ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गया
मध्यप्रदेश में 24वें विधायक ने कमलनाथ का नेतृत्व अस्वीकारा, इस्तीफा दिया
प्रकृति में सिर्फ मनुष्यों की आइब्रो क्यों होती हैं, जानवरों की क्यों नहीं होती ?
मध्य प्रदेश तहसीलदार/ नायब तहसीलदार की तबादला एवं प्रतिनियुक्ति सूची
कथन या वचन पर हस्ताक्षर करने से मना करने पर भी क्या FIR दर्ज हो सकती है, पढ़िए
अमित तोमर IAS को बड़वानी कलेक्टर के पद से हटाया, यह फोटो वायरल हो गया था
चांद में ऐसा क्या होता है कि उससे टकराकर सूर्य की गर्म किरणें ठंडी चांदनी में बदल जातीं हैं

ग्वालियर: मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के भाई का निधन / Minister Narendra Singh Tomar's brother dies

Posted: 18 Jul 2020 03:38 AM PDT

ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के भाई श्री अजय प्रताप सिंह तोमर जी (मुन्नू) निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। राजधानी दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था। 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक जताया

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा की 'केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर के छोटे भाई श्री अजय सिंह तोमर के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। मेरी संवेदनाएँ तोमर जी के परिवार के साथ हैं। ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि दिवंगत आत्मा को शांति दें और परिजनों को इस वज्रपात को सहने की शक्ति दें। ॐ शांति

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने शोक जताया

केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर के छोटे भाई श्री अजय प्रताप सिंह तोमर के दुःखद निधन का समाचार प्राप्त हुआ। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणो में स्थान व पीछे परिजनो को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं
रेलवे स्टेशन का नाम बताने वाले बोर्ड पर समुद्र तल से ऊंचाई क्यों लिखी रहती है
न्यूनतम अंतर को दर्शाने 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते
बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में शिफ्ट हो रहे हैं स्टूडेंट्स
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला
मध्य प्रदेश कोरोना: 10 जिले बेहद गंभीर, 47 जिलों में महामारी
मध्य प्रदेश: रेत माफिया ने ASI को चांटा मारा (वीडियो देखें), ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गया
मध्यप्रदेश में 24वें विधायक ने कमलनाथ का नेतृत्व अस्वीकारा, इस्तीफा दिया
प्रकृति में सिर्फ मनुष्यों की आइब्रो क्यों होती हैं, जानवरों की क्यों नहीं होती ?
मध्य प्रदेश तहसीलदार/ नायब तहसीलदार की तबादला एवं प्रतिनियुक्ति सूची
कथन या वचन पर हस्ताक्षर करने से मना करने पर भी क्या FIR दर्ज हो सकती है, पढ़िए
अमित तोमर IAS को बड़वानी कलेक्टर के पद से हटाया, यह फोटो वायरल हो गया था
चांद में ऐसा क्या होता है कि उससे टकराकर सूर्य की गर्म किरणें ठंडी चांदनी में बदल जातीं हैं

विकास दुबे की अंडरवर्ल्ड लाइफ पर वेब सीरीज की तैयारियां / VIKAS DUBEY WEB SERIES

Posted: 18 Jul 2020 12:36 AM PDT

आठ पुलिस कर्मचारियों के नरसंहार से देशभर में कुख्यात हुए विकास दुबे की स्टोरी खुलकर सामने नहीं आ पाई थी कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया। विकास दुबे की मौत के साथ ही वह सारे रहस्य भी मर गए जो उत्तर प्रदेश में या शायद पूरे भारत में अंडरवर्ल्ड और पॉलिटिक्स के स्ट्रांग कनेक्शन बताने वाले थे। अब कही सुनी बातों को तिनका-तिनका जोड़ कर एक वेब सीरीज बनाई जा रही है जिसका नाम है 'हनक', यह वेब सीरीज जल्द ही ऑनलाइन होगी।

खबरों के अनुसार, निर्देशक मनीष वात्सल्य के डायरेक्शन में 'हनक' नाम से एक वेब सीरीज बनाने की तैयारी चल रही है। इस वेब सीरीज के माध्यम से विकास दुबे की गैंगस्टर वाली दुनिया को दिखाया जाएगा। अपनी इस नई वेब सीरीज के बारें में निर्देशक मनीष वात्सल्य ने मीडिया को बताया है- विकास दुबे मानव अस्तित्व का सबसे बड़ा नमूना है। विकास की कुछ ऐसी खामियां मुझे देखने को मिली हैं जिनसे मैं आकर्षित हुआ हूं। इन्हीं खामियों के दम पर हम समाज को कुछ ऐसी सीख और मैसेज दे सकते हैं जो समय की मांग है। 

वेब सीरीज को लेकर काफी शोध किया जा रहा है। जो हकीकत पब्लिक डोमेन में हैं, उन्हें तो खोजा ही जा रहा है, इसके साथ ही और कई सूत्रों से सूचना एकत्रित की जा रही है। इस संबंध में निर्देशक मनीष बोलते हैं- मुझे मूवी का बस स्ट्रक्चर और कहानी बताई गई थी। मुझे पटकथा को ठीक से रीडिफाइन करना था। पब्लिक डोमेन में जो भी सूचना है हम वो लेने जा रहे हैं, नॉन क्लासिफाइड रिकॉर्ड को भी खोजा जाएगा। 

इस वेब सीरीज में एक्टर कौन-कौन होंगे अभी डिसाइड नहीं किया गया है। हनक को अदित्य कश्यप और अवधेश तिवारी प्रोड्यूस कर रहे हैं। इसकी कहानी मृदुल कपिल और सुबोध पांडे ने लिखी है।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं
रेलवे स्टेशन का नाम बताने वाले बोर्ड पर समुद्र तल से ऊंचाई क्यों लिखी रहती है
न्यूनतम अंतर को दर्शाने 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते
बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में शिफ्ट हो रहे हैं स्टूडेंट्स
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला
मध्य प्रदेश कोरोना: 10 जिले बेहद गंभीर, 47 जिलों में महामारी
मध्य प्रदेश: रेत माफिया ने ASI को चांटा मारा (वीडियो देखें), ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गया
मध्यप्रदेश में 24वें विधायक ने कमलनाथ का नेतृत्व अस्वीकारा, इस्तीफा दिया
प्रकृति में सिर्फ मनुष्यों की आइब्रो क्यों होती हैं, जानवरों की क्यों नहीं होती ?
मध्य प्रदेश तहसीलदार/ नायब तहसीलदार की तबादला एवं प्रतिनियुक्ति सूची
कथन या वचन पर हस्ताक्षर करने से मना करने पर भी क्या FIR दर्ज हो सकती है, पढ़िए
अमित तोमर IAS को बड़वानी कलेक्टर के पद से हटाया, यह फोटो वायरल हो गया था
चांद में ऐसा क्या होता है कि उससे टकराकर सूर्य की गर्म किरणें ठंडी चांदनी में बदल जातीं हैं

Reliance Jio अब गरीबों के लिए नहीं: 2 सबसे सस्ते प्लान बंद

Posted: 18 Jul 2020 04:57 AM PDT

नई दिल्ली। भारत में सबसे सस्ते मोबाइल रिचार्ज प्लान लाकर रिलायंस जियो ने भारत की टेलीकॉम इंडस्ट्री में क्रांतिकारी परिवर्तन किया था परंतु अब वही रिलायंस जिओ गरीबों के हाथ से अपना फोन छीन रही है। रिलायंस जियो ने अपने सबसे सस्ते 2 प्लान (49-69) बंद कर दिए हैं। Reliance Jio की वेबसाइट से दोनों प्लान के ऑप्शन हटा दिए हैं। यह दोनों प्लान खास तौर पर JioPhone यूजर्स के लिए लाए गए थे। यानी ऐसे ग्राहकों के लिए जिन्होंने रिलायंस के साथ बने रहने का वचन दिया हो। बताने की जरूरत नहीं कि भारत में दैनिक कमाई करने वालों की बहुत बड़ी संख्या उपस्थित हैं और यह लोग ₹10 वाले कूपन से रिचार्ज कराना पसंद करते थे।

Jio के Shorter Validity Plan बंद

रिलायंस जियो ने इन्हें Shorter Validity Plan (छोटी वैलिडिटी वाले प्लान) नाम दिया था। यानी ये कम दिन की वैधता वाले प्लान थे। इनका इस्तेमाल वो यूजर्स कर पाते थे जिन्हें सस्ते प्लान की तलाश हो। ये दोनों ही प्लान 14 दिन की वैलिडिटी के साथ आते थे। दोनों में अलग-अलग तरह की सुविधाएं मिलती थीं। इन्हें करीब 5 महीने पहले लाया गया था। 

Reliance Jio 49 prepaid plan में क्या मिलता था

49 रुपये वाले प्लान में जियो से जियो पर अनलिमिटेड कॉलिंग, अन्य नेटवर्क के लिए 250 नॉन-जियो मिनट्स और 25 SMS मिल जाते थे। इंटरनेट के लिए ग्राहकों को 2 जीबी डेटा दिया जाता था।

Reliance Jio 69 prepaid plan में क्या मिलता था

69 रुपये वाले प्लान में जियो से जियो पर अनलिमिटेड कॉलिंग, अन्य नेटवर्क के लिए 250 नॉन-जियो मिनट्स और 25 SMS मिल जाते थे। इंटरनेट के लिए ग्राहकों को हर रोज .5GB डेटा मिलता था। इस तरह यूजर्स 14 दिन की वैलिडिटी में कुल 7GB डेटा का इस्तेमाल कर पाते थे। दोनों ही प्लान में जियो ऐप्स का मुफ्त सब्सक्रिप्शन मिलता था।

Reliance Jio सबसे सस्ता प्लान अब कौन सा है

इन दोनों प्लान्स के बंद हो जाने के बाद अब जियोफोन यूजर्स के लिए 75 रुपये वाले प्लान सबसे सस्ता प्लान बन गया है। इस प्लान में 28 दिन की वैलिडिटी मिलती है और रोज 0.1GB डेटा मिलता है। इस तरह यूजर्स कुल 3 जीबी डेटा का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें जियो से जियो पर अनलिमिटेड कॉलिंग, अन्य नेटवर्क के लिए 500 नॉन-जियो मिनट्स और 50 SMS मिल जाते हैं। इसके अलावा जियो ऐप्स का सब्सक्रिप्शन मिल जाता है।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं
रेलवे स्टेशन का नाम बताने वाले बोर्ड पर समुद्र तल से ऊंचाई क्यों लिखी रहती है
न्यूनतम अंतर को दर्शाने 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते
बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में शिफ्ट हो रहे हैं स्टूडेंट्स
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला
मध्य प्रदेश कोरोना: 10 जिले बेहद गंभीर, 47 जिलों में महामारी
मध्य प्रदेश: रेत माफिया ने ASI को चांटा मारा (वीडियो देखें), ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गया
मध्यप्रदेश में 24वें विधायक ने कमलनाथ का नेतृत्व अस्वीकारा, इस्तीफा दिया
प्रकृति में सिर्फ मनुष्यों की आइब्रो क्यों होती हैं, जानवरों की क्यों नहीं होती ?
मध्य प्रदेश तहसीलदार/ नायब तहसीलदार की तबादला एवं प्रतिनियुक्ति सूची
कथन या वचन पर हस्ताक्षर करने से मना करने पर भी क्या FIR दर्ज हो सकती है, पढ़िए
अमित तोमर IAS को बड़वानी कलेक्टर के पद से हटाया, यह फोटो वायरल हो गया था
चांद में ऐसा क्या होता है कि उससे टकराकर सूर्य की गर्म किरणें ठंडी चांदनी में बदल जातीं हैं

न्यूनतम अंतर को दर्शाने 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते / GK IN HINDI

Posted: 18 Jul 2020 12:03 AM PDT

हम बचपन से देखते आ रहे हैं, यदि दो चीजों में या दो व्यक्तियों में बहुत मामूली सा अंतर हो तो लोग कहते हैं 'दोनों में 19-20 का फर्क है।' सवाल यही है, लोग-बाग न्यूनतम अंतर को दर्शाने के लिए 19-20 का फर्क क्यों कहते हैं, 4-5 या 9-10 का फर्क क्यों नहीं कहते। इसके पीछे कोई लॉजिक है या फिर बस सदियों पहले कभी किसी ऋषि-मुनि ने कह दिया था और वही बात परंपरा बन गई है। आइए समझने की कोशिश करते हैं:-

ज्ञानदीप गुरुकुल के प्रिंसिपल और गणित के शिक्षक श्री दीपक दुबे कहते हैं कि सवाल गणित का है इसलिए जवाब भी गणित से ही आएगा। इसलिए शब्दों पर नहीं अंको पर ध्यान दीजिए। चलिए, इसे ऐसे समझते हैं 
19 और 20 में 5 का गुणा कर देते हैं। 19x5= 95 और 20x5= 100 यानी अब दोनों के बीच अंतर 5 अंको का हो गया है जो पहले 01 अंक था।
अब मान लीजिए कहावत होती 9-10 का फर्क होना। तब प्रतिशत में इसका आंकड़ा देखने के लिए हम 9 और 10 में 10 का गुणा करते। 9X10 = 90 और 10X10 = 100 यानी उत्तर तो वही 100 आ रहा है लेकिन दोनों के बीच का अंतर 10 हो गया। (10%)

अब तीसरा विकल्प यानी 4-5 का अंतर, कैलकुलेट करते हैं। 
4 और 5 के बीच भी 1 अंक का अंतर है। इसे यदि 100 पर लेकर जाना है तो 20 का गुणा करना होगा। 4X20=80 और 5X20=100, लेकिन यह क्या अंक जितने छोटे हो रहे हैं अंतर उतना ही बड़ा होता जा रहा है। दोनों के बीच का अंतर 20 हो गया है। यदि इसे प्रतिशत में कहें तो यह किसी भी चीज का पांचवा भाग है और यह मामूली तो कतई नहीं हो सकता। 

अब समझ में आया 100 का मतलब हुआ प्रतिशत। 19-20 के अंतर को प्रतिशत में कैलकुलेट करेंगे तो सिर्फ 5% का अंतर आएगा लेकिन यदि कोई दूसरा अंक ले लिया तो अंतर 5% से अधिक ही होगा। 
Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)

सरकारी ऑफिस की बिजली काटने से लेकर अधिकारी पर बंदूक तानने तक, FIR में एक ही धारा काम कर जाती है / ABOUT IPC

Posted: 18 Jul 2020 03:38 AM PDT

अक्सर शासकीय कार्यालयों में देखा जाता हैं कि वहाँ के अधिकारियों या कर्मचारियों को कुछ नेता   टाइप के लोग बेवजह व्यक्ति परेशान करते हैं। विवाद की स्थिति निर्मित करते हैं या फिर किसी अन्य तरीके से कार्यालय के काम को बाधित करते हैं। कभी कभी कुछ लोग हिंसा भी करते हैं। वह नेता हो या अपराधी, शासकीय अधिकारी/कर्मचारी को उसके कर्तव्य पालन से रोकना आईपीसी के तहत गंभीर दंडनीय अपराध है। 

भारतीय दण्ड संहिता, 1860 की धारा 186 की परिभाषा:-

ऐसा सरकारी अधिकारी जो आपने कार्य को विधि के नियमों के अंतर्गत एवं वैध तरीके से जो सार्वजनिक कार्य या जनता के हित के कर रहा है। तब ऐसे शासकीय अधिकारी या कर्मचारी के कार्य में जो भी व्यक्ति बाधा या हिंसा उत्पन्न करेगा, वह व्यक्ति इस धारा के अंतर्गत दोषी पाया जाएगा।

भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 186 के अंतर्गत दण्ड का प्रावधान:-

इस धारा के अपराध किसी भी प्रकार से समझौता योग्य नहीं होते है। इस धारा के अपराध असंज्ञेय एवं जमानतीय अपराध होते हैं। इनकी सुनवाई कोई भी मजिस्ट्रेट कर सकते हैं। सजा -: तीन माह की कारावास या 500 रु जुर्माना या दोनो से दण्डित किया जा सकता है।
【नोट:- राज्य संशोधन के अनुसार मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में धारा 186 के अपराध संज्ञेय अपराध है। देखे अधिसूचना क्रमांक 33205-एफ. क्र.6-59-74-बी xxi दिनांक 19/11/1975। या मध्यप्रदेश राजपत्र भाग 1, दिनांक 12-03-1976 पृष्ठ क्रमांक 473 ।】
बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

कानूनी जानकारी से संबंधित 10 सबसे लोकप्रिय लेख

कोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है
सरकारी अधिकारी निर्दोष नागरिक को जबरन रोककर रखे तो IPC की किस धारा के तहत मामला दर्ज होगा
अधिकारी, कोर्ट में गलत जानकारी पेश कर दे तो विभागीय कार्रवाई होगी या FIR दर्ज होगी
क्या जमानत की शर्तों का उल्लंघन अपराध है, नई FIR दर्ज हो सकती है
एक व्यक्ति अपराध करे और दूसरा सिर्फ साथ रहे तो दूसरा अपराधी माना जाएगा या नहीं
रात के समय किसी के घर में चोरी छुपे घुसना किस धारा के तहत अपराध है
यदि कोई मर्जी के बिना घर में घुस आए तो क्या FIR दर्ज करवाई जा सकती है
धूम्रपान करने वालों के खिलाफ IPC की किस धारा के तहत FIR दर्ज होगी
आम रास्ते में रुकावट पैदा करने वाले के खिलाफ किस धारा के तहत FIR दर्ज होती है
गर्भपात के दौरान यदि महिला की मृत्यु हो गई तो जेल कौन जाएगा डॉक्टर या पति
यदि जबरदस्ती नशे की हालत में अपराध हो जाए तो क्या सजा से माफी मिलेगी

गाजर, टमाटर, लाल मिर्च तीनों लाल फिर एक मीठा, दूसरा खट्टा और तीसरा तीखा क्यों / #सरलSCIENCE

Posted: 18 Jul 2020 01:32 AM PDT

गाजर, टमाटर, लाल मिर्च तीनों ही रोजमर्रा की जिंदगी में काम आने वाली सब्जियां/सलाद/मसाला है। तीनों का रंग लगभग लाल होता हैं। सवाल यह है कि जब तीनों का रंग एक जैसा होता है तो स्वाद एक जैसा क्यों नहीं होता। स्वाद में जमीन आसमान का अंतर क्यों है। गाजर में मिठास तो मिर्च तीखी क्यों है। आइए जानने की कोशिश करते हैं:-

गाजर-  गाजर का रंग गाजरी भी कहलाता है

😍😍   जब स्वेटर बनाने के लिए ऊन खरीदने जाते हैं तो इस रंग का जिक्र होता है परंतु अब चलन में में थोड़ा कम है|🤪🤪  गाजर का खाया जाने वाला हिस्सा एक प्रकार की रूपांतरित जड़ है|  गाजर  अपने गाजरी रंग के अतिरिक्त हल्के लाल ,बैंगनी तथा नारंगी रंग की भी होती हैं|
गाजर का रंग- उसमें उपस्थित beta carotene pigment के कारण हल्का लाल होता है
गाजर का अंग्रेजी नाम भी इसी के कारण कैरेट(carrot) पड़ा है

गाजर का स्वाद मीठा क्यों होता है

गाजर का विशिष्ट स्वाद उसमें उपस्थित टेरपेनोइड्स( कार्बनिक पदार्थ) के कारण होता है जबकि गाजर का मीठा पन कुछ प्राकृतिक शर्कराओं (natural sugars)  जैसे -ग्लूकोज ,सुक्रोज,  माल्टोज फ्रुक्टोज आदि के कारण होता है। गाजर विटामिन ए का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत है। आंखों की बीमारी में विटामिन ए बहुत उपयोगी है इसी कारण आंखें कमजोर होने पर डॉक्टर गाजर खाने की सलाह देते हैं। गाजर में पोटेशियम, सोडियम, आयरन, कैल्शियम आदि तत्व भी पाए जाते हैं। इस कारण एक गिलास गाजर का जूस पीना काफी समय तक ऊर्जा देता है।
😆😆 परंतु अब सवाल  यह है की गाजर में इतने सारे पोषक तत्व उपस्थित हैं फिर भी गाजर के हलवे में सब की मम्मी या आजकल पापा भी इतना सारा घी क्यों डालते हैं? ? ⚡️⚡️ 

टमाटर लाल रंग का है परंतु खट्टा क्यों है

टमाटर का लाल रंग ~लाइकोपीन नामक वर्णक या पिगमेंट के कारण होता है। जबकि टमाटर का खट्टापन~ ऑक्जेलिक एसिड के कारण होता है। आपको जानकर आश्चर्य होगा टमाटर सब्जी नहीं फल है। हालांकि इस मामले में वैज्ञानिकों में मतभेद है। कोई इसे सब्जी और कोई फल कहता है। यानी टमाटर की हालत साईंबाबा जैसी है। जिन्हे कुछ लोग हिंदू और कुछ मुसलमान बताते थे। 

लाल मिर्च में तीखापन कहां से आता है

 😃तो फिर से से वर्णक तंत्र या पिगमेंट सिस्टम की यात्रा पर जाना पड़ेगा😆 लाल मिर्च का रंग~ capsanthin नामक पिगमेंट  के कारण होता है। जबकि लाल मिर्च का तीखापन~ capsasin के कारण होता है। 🤪🤪 लाल मिर्च बेचारी शुरू से लाल नहीं है उसे तो वक्त ने लाल बना दिया😆😆

कुल मिलाकर सब्जियों में रंग का स्वाद से कोई रिश्ता नहीं होता फिर भी कितनी अजीब बात है ना कि हरी सब्जी खाने से लाल खून बनता है। 
लेखक श्रीमती शैली शर्मा मध्यप्रदेश के विदिशा में साइंस की टीचर हैं। (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

विज्ञान से संबंधित सबसे ज्यादा पढ़ी गईं जानकारियां

ग्वालियर में युवा व्यापारी की जहर से मौत, पुलिस इन्वेस्टिगेशन शुरू / GWALIOR NEWS

Posted: 17 Jul 2020 03:39 PM PDT

ग्वालियर। ख्वाजा नगर में रहने वाले 35 वर्षीय युवा व्यापारी की जहर से मौत हो गई। उनके परिजन उन्हें गंभीर स्थिति में अस्पताल लाए थे। उनके शरीर में यह शहर कैसे गया, इसका पता पुलिस इन्वेस्टिगेशन के बाद ही चलेगा। 

पड़ाव थाना क्षेत्र के ख्वाजा नगर निवासी आशीष शर्मा (35) पुत्र हरिशंकर शर्मा व्यवसायी है और उनकी कपड़ों की दुकान है। आज उनके परिजन आशीष शर्मा को इलाज के लिए लेकर आए। डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद बताया कि आशीष शर्मा की तबीयत किसी जहरीले पदार्थ के कारण खराब हुई है। आशीष शर्मा को पॉइजन वार्ड में भर्ती किया गया था। जहां पर देर रात आशीष ने दम तोड़ दिया। 

आशीष की मौत का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के बाद मर्ग कायम कर शव को पीएम हाउस भेज दिया। पुलिस पूछताछ में मृत्यु के कारणों का पता नहीं चल पाया है। परिवार और पुलिस इसे आत्महत्या मान कर चल रहे हैं।

बताया गया है कि मृतक के तीन बच्चे हैं, उनमें सबसे बड़ी बेटी अंशिका सात साल, बेटा देवांश पांच साल और सबसे छोटी बेटी वंशिका छह माह है। घर की पूरी जिम्मेदारी आशीष पर थी। 

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं 
SBI खाताधारक सावधान! फर्जी वेबसाइट पर गई है, खातों से पैसे गायब हो रहे हैं 
ग्वालियर किले से महिमा कूदी नहीं थी, बॉयफ्रेंड ने धक्का दिया था 
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला 
खबर का असर: PHE भिंड के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सस्पेंड 

राहुल जाटव सर पर 9वीं की छात्रा ने गैंगरेप का आरोप लगाया, मामला दर्ज / GWALIOR NEWS

Posted: 17 Jul 2020 10:01 PM PDT

ग्वालियर। कक्षा नौवीं कक्षा की छात्रा ने कोचिंग संचालक राहुल जाटव सर ने पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने दोस्त के साथ मिलकर उसका गैंगरेप किया और उसका वीडियो बनाकर चार माह से ब्लैकमेल कर शोषण करने लगे। घटना थाटीपुर थाना क्षेत्र के अशोक कॉलोनी की है। लगातार ब्लैकमेलिंग व शोषण से परेशान छात्रा थाने पहुंची और शिकायत की। शिकायत पर पुलिस ने गैंगरेप का मामला दर्ज कर आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। 

थाटीपुर थाना क्षेत्र के न्यूअशोक कॉलोनी निवासी पंद्रह वर्षीय नौवीं कक्षा की छात्रा पास ही राहुल जाटव के पास कोचिंग पढऩे जाती थी। यहां पर राहुल का मित्र मुकेश भी आता था। चार माह पूर्व एक दिन मुकेश जूस लेकर आया और छात्रा को भी पिलाया। जूस पीते ही छात्रा बेहोश हो गई और इसके बाद मुकेश ने उसके साथ गलत काम किया और राहुल ने उसका वीडियो बना लिया। जब छात्रा को होश आया तो आरोपियों ने उसे बदनाम करने की धमकी दी। वारदात के बाद राहुल और मुकेश उसके साथ गलत काम करते रहे और डराते रहे कि अगर उसने अपना मुंह खोला तो वह उसे बदनाम कर देंगे और उसे जान से मार देंगे।  

जबरन टेबलेट खिलाकर कराया गर्भपात

पीडि़ता ने बताया कि आरोपी वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसका शोषण करते थे और वह उनके शोषण से परेशान हो गई और मामले की शिकायत की। पुलिस ने उनकी शिकायत पर मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। पीडि़ता ने पुलिस अफसरों को बताया कि अप्रैल माह में वह गर्भवती हो गई थी तो आरोपियों ने उसे टेबलेट खिलाकर गर्भपात कराया था। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई थी।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं 

SBI खाताधारक सावधान! फर्जी वेबसाइट पर गई है, खातों से पैसे गायब हो रहे हैं 
ग्वालियर किले से महिमा कूदी नहीं थी, बॉयफ्रेंड ने धक्का दिया था 
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला 
खबर का असर: PHE भिंड के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सस्पेंड 

SBI की सिटी सेंटर ब्रांच में कोरोना, अधिकारी पॉजिटिव, बैंक बंद / GWALIOR NEWS

Posted: 17 Jul 2020 03:21 PM PDT

ग्वालियर। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की सिटी सेंटर स्थित ब्रांच में तैनात अफसर के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद बैंक में हडक़ंप मच गया। आज से तीन दिनों के लिए बैंक को बंद कर दिया गया है। यह दूसरा मौका है जब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की किसी ब्रांच में कोरोना ने दस्तक दी है।

इससे पहले मराठा बोर्डिंग स्थित ब्रांच को तीन दिन के लिए बंद करना पड़ा था। अब सिटी सेंटर स्थित जिस बैंक में बैंक अफसरकोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं वे डीबी सिटी में रहते हैं। डीबी सिटी में उनके घर के सामने रहने वाले संक्रमित पाए गए थे और इनके संपर्क में आने से यह बैंक अफसर भी कोरोना संक्रमित हो गए। 

जैसे यह खबर बैंक प्रबंधन को मिली, उन्होंन शुक्रवार की सुबह ब्रांच पर ताले लटका दिए। इसके साथ ही उन लोगों को भी सावधान कर दियाहै जो बैंक में पिछले दिनों आए थे। बैंक के अफसरों ने अनाम रहने की शर्त पर कहा कि सोमवार तक तो बैंक बंद रहेगा। पहले सेनेटाइज किया जाएगा फिर जैसे दिशा-निर्देश मिलेंगे, वैसा एक्शन लिया जाएगा।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं 
SBI खाताधारक सावधान! फर्जी वेबसाइट पर गई है, खातों से पैसे गायब हो रहे हैं 
ग्वालियर किले से महिमा कूदी नहीं थी, बॉयफ्रेंड ने धक्का दिया था 
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला 
खबर का असर: PHE भिंड के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सस्पेंड 

कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा कोरोना पॉजिटिव / GWALIOR NEWS

Posted: 17 Jul 2020 03:16 PM PDT

ग्वालियर। शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। उन्होने दो रोज पहले अपनी कोरोना जांच कराई थी, इसके बाद वह संक्रमित मिले और अब होम क्वारंटाइन हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि इनसे पहले कांग्रेस जिला प्रवक्ता आनंद शर्मा भी जांच के बाद कोरोना संक्रमित मिले थे। 

क्राइसिस मेनेजमेंट की मीटिंग में मौजूद थे

उल्लेखनीय है कि संक्रमण की जानकारी न होने के कारण शर्मा लगातार पार्टी के कार्यक्रमों में भी शिरकत कर रहे थे, वहीं तीन रोज पहले कलेक्ट्रेट में आयोजित क्राइसिस मेनेजमेंट की मीटिंग में भी वह शामिल हुए थे। जहां अधिकारियों के साथ ही कई जन प्रतिनिधि सहित लगभग आधा सैकड़ा लोग मौजूद थे।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं 
SBI खाताधारक सावधान! फर्जी वेबसाइट पर गई है, खातों से पैसे गायब हो रहे हैं 
ग्वालियर किले से महिमा कूदी नहीं थी, बॉयफ्रेंड ने धक्का दिया था 
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला 
खबर का असर: PHE भिंड के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सस्पेंड 

कर्मचारी के व्यक्तिगत लाभ के लिए बेतुका तबादला हाईकोर्ट से निरस्त / EMPLOYEE NEWS

Posted: 17 Jul 2020 09:38 PM PDT

जबलपुर। एक कर्मचारी को व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने के लिए किया गया बेतुका तबादला मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने निरस्त कर दिया है। मामला वन विभाग का है। रीवा से हेड क्लर्क का ट्रांसफर सीधी कर दिया गया था और उनके बदले सतना से अकाउंटेंट को रीवा बुलाया गया था। हाईकोर्ट ने माना कि हेड क्लर्क का रिप्लेसमेंट अकाउंटेंट नहीं हो सकता। एडवोकेट अमित चतुर्वेदी ने प्रमाणित किया कि यह तबादला व्यापक लोकहित में नहीं बल्कि व्यक्तिगत लाभ के लिए किया गया है। हाईकोर्ट ने ट्रांसफर आर्डर को टर्मिनेट कर दिया।

मामला इस प्रकार है, श्री सुरेश सिंह, मुख्य लिपिक अनुसंधान विस्तार वृत्त, रीवा में मुख्य लिपिक के पद पर कार्य कर रहे थे। कथित, प्रशासनिक जरूरत के आधार पर, सुरेश सिंह को अनुसंधान विस्तार वृत्त, रीवा से टाइगर रिज़र्व, सीधी, दिनाँक 05/07/2019 को स्थानांतरित करने का आदेश जारी किया गया था। उसी दिन, अर्थात दिनाँक 05/07/2019 को एक लेखपाल का स्थानांतरण, वन मंडल सतना से अनुसंधान विस्तार वृत्त, रीवा किया गया था। जबकि, लेखपाल का पद अनुसंधान विस्तार वृत्त में रिक्त नहीं था।  ऑफिस के पत्राचार से यह बात स्पष्ट थी। 

अप्रत्यक्ष रुप से संबंधित लेखपाल  को लाभान्वित करने के इरादे से श्री सुरेश सिंह को सीधी स्थानांतरण किया गया था। जबकि, उनके पश्चात, किसी भी मुख्य लिपिक का स्थानांतरण, रीवा, नही किया गया था। अर्थात, मुख्य लिपिक का पद खाली था।

श्री सुरेश सिंह के ट्रांसफर के पीछे कोई भी प्रशासनिक जरूरत एवं लोकहित प्रतीत नही होता था। जबकि व्यक्ति विशेष को पसंदीदा स्थान और पदस्थापना के उद्देश्य से ट्रान्सफर किया गया था। श्री सिंह द्वारा वर्ष 2019 जुलाई में हाई कोर्ट जबलपुर में याचिका दायर कर, ट्रांसफर आदेश दिनाँक 05/07/19 को हाई कोर्ट में चुनौती दी गई थी। उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा 19/07/19 को याचिका को अंतिम रूप से विभाग को इस निर्देश के साथ निराकृत किया था कि विभाग श्री सिंह के आवेदन का निराकरण करेगा उस अवधि में ट्रांसफर स्टे रहेगा।

श्री सुरेश सिंह द्वारा, हाई कोर्ट जबलपुर के निर्देश के पालन में विभाग के समक्ष विस्तृत आवेदन देकर, अवगत करवाया गया था कि लेखापाल का पद ऑफिस में रिक्त नही है एवम मुख्य लिपिक के पद पर किसी का स्थानांतरण नही किया गया है। उनके स्थान पर, लेखापाल का स्थानांतरण किया गया है। स्थानांतरण बाहरी कारणों से प्रेरित है। उनके विरुद्ध कोई शिकायत नही है। यद्यपि, लगभग 10 महीने बाद श्री सिंह का अभ्यावेदन दिनाँक 26/05/2020 को निरस्त कर, सीधी कार्यमुक्त कर दिया गया था। अतः श्री सुरेश सिंह ने पुनः उच्च न्यायालय, जबलपुर की शरण ली।

श्री सुरेश सिंह, की ओर से उच्च न्यायालय, जबलपुर में पैरवी करने वाले, अधिवक्ता श्री अमित चतुर्वेदी के अनुसार, उच्च न्यायालय के पूर्व के निर्देश का पालन किये बिना, सुरेश सिंह के आवेदन  को विभाग द्वारा दिनाँक 26/05/2020  को निरस्त  कर दिया गया था। सम्बन्धित कर्मचारी द्वारा विशेष रूप रूप से यह उल्लेख किया गया था कि अनुसंधान विस्तार वृत्त, रीवा में लेखापाल का पद खाली नही है। एवं उनके स्थान पर समान सामर्थ्य वाले  कर्मचारी , स्थानांतरण नही किया गया है। इसके अतिरिक्त, आदेश दिनांक 26/05/2020 में कथित  रुप से कर्तव्य निर्वहन नही करने के नवीन आरोप, कर्मचारी सुरेश सिंह के ऊपर लगाये गए।

अधिवक्ता, अमित चतुर्वेदी  ने बताया कि स्थानांतरण बाहरी दबाबों एवम कारणों से प्रेरित नही होना चाहिए। इसके अतिरिक्त लोकहित एवं प्रशासनिक जरूरत की अनुपस्थिति में ट्रांसफर अनुचित होता है।  दण्ड के रूप में ट्रांसफर नही किया जा सकता है। मिले जुले कारणों के आधार पर, उच्च न्यायालय , जबलपुर ने विभाग द्वारा, जारी , आदेश/ कार्यमुक्ति आदेश, दिनांक 26/05/2020 को निरस्त कर विभाग को नवीन आदेश जारी करने करने के निर्देश जारी किए हैं।  श्री सुरेश सिंह, मुख्यलिपिक अनुसंधान विस्तार वृत्त, रीवा में कार्य करेंगे।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं 
SBI खाताधारक सावधान! फर्जी वेबसाइट पर गई है, खातों से पैसे गायब हो रहे हैं 
ग्वालियर किले से महिमा कूदी नहीं थी, बॉयफ्रेंड ने धक्का दिया था 
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला 
खबर का असर: PHE भिंड के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सस्पेंड 

भोपाल के स्वास्तिक कंस्ट्रक्शन का फरार संचालक गिरफ्तार, 2019 से फरार था / BHOPAL NEWS

Posted: 17 Jul 2020 02:34 PM PDT

भोपाल। दो करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी में फरार अरोपी रिटायर्ड डीएसपी के बिल्डर बेटे को भोपाल पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने जबलपुर जिले के न्यू भेड़ाघाट स्थित एक होटल से गिरफ्तार किया। वो हाईकोर्ट में अपनी जमानत के लिए आया था परंतु पहले ही धर लिया गया। आरोपी के खिलाफ वर्ष 2019 में भोपाल के तिरलंगा थाने में धोखाधड़ी की शिकायत पर धारा 420, 406, 3डी एससी-एसटी एक्ट आदि धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था उसके बाद से आरोपी फरार था।

स्वास्तिक कंस्ट्रक्शन का संचालक विवेक शर्मा गिरफ्तार

मूलत: होशंगाबाद पिपरिया निवासी रिटायर्ड डीएसपी ब्रजभूषण शर्मा का पुत्र विवेक शर्मा स्वास्तिक कंस्ट्रक्शन का संचालक था। उसके द्वारा भोपाल के त्रिलंगा थाना क्षेत्र में कई लोगों को भूखंड बेचकर पैसे लिए गए और रजिस्ट्री कराने के बाद उन्हें भूखंड नहीं मिले थे। इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गयी थी। उक्त मामले में आरोपी फरार था। भोपाल क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना लगी कि आरोपी न्यू भेड़ाघाट स्थित गोपाला होटल में फरारी काट रहा है। क्राइम ब्रांच एसपी द्वारा जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा से आरोपी को पकडऩे के लिए मदद माँगी गयी थी। सुबह भोपाल क्राइम ब्रांच की टीम जबलपुर पहुँची और तिलवारा पुलिस की मदद से होटल में छापामारी कर आरोपी विवेक शर्मा को गिरफ्तार किया गया। 

स्वास्तिक कंस्ट्रक्शन का संचालक विवेक शर्मा जमानत के चक्कर में जबलपुर गया था

जानकारों के अनुसार आरोपी विवेक शर्मा अग्रिम जमानत कराने के लिए जबलपुर गया था और कुछ दिनों से होटल में ठहरा था। पुलिस ने होटल से एक नई बिना नंबर की लग्जरी कार भी बरामद की है। उधर यह भी चर्चा थी कि आरोपी की गिरफ्तारी होने पर कई प्रभावशाली लोग उसे छुड़ाने में जुटे रहे, लेकिन स्थानीय स्तर पर अधिकारियों ने हाथ खड़े कर दिए।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं 
SBI खाताधारक सावधान! फर्जी वेबसाइट पर गई है, खातों से पैसे गायब हो रहे हैं 
ग्वालियर किले से महिमा कूदी नहीं थी, बॉयफ्रेंड ने धक्का दिया था 
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला 
खबर का असर: PHE भिंड के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सस्पेंड 

भोपाल कोर्ट का चपरासी कोरोना पॉजिटिव, फाइलिंग काउंटर बंद, सभी कर्मचारी कोरेंटाइन / BHOPAL NEWS

Posted: 17 Jul 2020 02:26 PM PDT

भोपाल। भोपाल की जिला अदालत के फाइलिंग सेंटर का एक चपरासी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। सिविल फाइलिंग काउंटर के सभी कर्मचारियों को अगले आदेश तक होम कोरेंटाइन रहने के आदेश जारी कर दिए हैं।

भोपाल की सभी कोर्ट में फाइल देने जाता था

भोपाल की जिला अदालत में फाइलिंग सेंटर का एक प्यून कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। सिविल फाइलिंग काउंटर के सभी कर्मचारियों को होम कोरेंटाइन कर दिया है। चपरासी के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद जिला अदालत में सिविल व क्रिमिनल फाइलिंग काउंटर फौरन बंद कर दिए गए हैं। ऐसी भी संभावना बन गई है कि अब जल्द ही अदालत के कुछ एरिया को सील किया जा सकता। पॉजिटिव आया प्यून फाइलिंग काउंटर पर बैठता था। सभी कोर्ट से फाइल लाता ले जाता था। 

इस मामले में अब हाईकोर्ट के आदेश का इंतजार है। उनके निर्देश के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेंद्र कुमार वर्मा ने इस पूरे मामले की पुष्टि करते हुए कहा है कि हाईकोर्ट को मामले से संबंधित पूरी जानकारी भेज दी गई है। रजिस्ट्रार जनरल की ओर से जैसे भी आदेश प्राप्त होगा उसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। 

29 जून को कोर्ट खुले थे
मध्यप्रदेश में 29 जून से कोर्ट में काम शुरू हो गया था। जिला अदालत में पहले ही दिन थर्मल स्कैनिंग मशीन सिर्फ एक घंटे में ही खराब हो गई थी। अदालत के मैन गैट के दाएं तरफ सीजेएम कोर्ट के बाहर तीन अलग-अलग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सिस्टम लगाए गए हैं। इसके अलावा कुटुंब न्यायालय में मामलों की सुनवाई के लिए भी वीडियो कांफ्रेंसिंग सिस्टम कोर्ट रूम के बाहर लगाया गया है।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं 
SBI खाताधारक सावधान! फर्जी वेबसाइट पर गई है, खातों से पैसे गायब हो रहे हैं 
ग्वालियर किले से महिमा कूदी नहीं थी, बॉयफ्रेंड ने धक्का दिया था 
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला 
खबर का असर: PHE भिंड के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सस्पेंड 

ग्वालियर कोरोना 8% से ज्यादा: स्थिति गंभीर, 389 इलाकों में वायरस का संक्रमण / GWALIOR NEWS

Posted: 17 Jul 2020 02:11 PM PDT

अनिल दुबे/ग्वालियर। ग्वालियर के हालात गंभीर होते जा रहे हैं। दिनांक 17 जुलाई 2020 को जारी हेल्थ बुलेटिन में पॉजिटिव नागरिकों की संख्या भले ही 51 हो परंतु यह कुल जांच किए गए सैंपल 613 की तुलना में 8.31% है, और यह काफी गंभीर स्थिति है। क्योंकि मध्य प्रदेश का औसत 2.5% है। ग्वालियर शहर के 389 इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण पाया गया है। 

रात 9:00 बजे जारी हुए हेल्थ बुलेटिन के अनुसार दिनांक 17 जुलाई को 613 सैंपल की जांच की गई जिसमें से 51 पॉजिटिव निकले। इसी के साथ ग्वालियर महामारी से पीड़ित नागरिकों की संख्या 1578 हो गई है। इससे ज्यादा चिंता की बात यह है कि आज की तारीख में महामारी से पीड़ित नागरिकों की संख्या 744 है और आबादी के अनुसार यह संख्या इंदौर से भी ज्यादा गंभीर स्थिति बनाती है। 

गुड न्यूज़ यह है कि आज इतना उनको 89 लोगों के डिस्चार्ज किया गया है इसी के साथ कोरोनावायरस से जंग जीतने वाले नागरिकों की कुल संख्या 827 हो गई है परंतु दुखद समाचार यह है कि आज एक व्यक्ति की COVID-19 के संक्रमण के कारण मृत्यु हो गई। ग्वालियर में कोविड-19 से मरने वालों की कुल संख्या 8 हो गई है।

18 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

मांसाहारी जानवर हमेशा शाकाहारी जानवरों का शिकार क्यों करते हैं 
SBI खाताधारक सावधान! फर्जी वेबसाइट पर गई है, खातों से पैसे गायब हो रहे हैं 
ग्वालियर किले से महिमा कूदी नहीं थी, बॉयफ्रेंड ने धक्का दिया था 
इंदौर में 10 नए इलाकों में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला 
खबर का असर: PHE भिंड के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सस्पेंड 

Post Bottom Ad

Pages