प्राइमरी का मास्टर ● इन |
- गुजरात सरकार का फीस नहीं लेने का जैसे ही हुआ आदेश, प्राइवेट स्कूलों ने बंद कर दी ऑनलाइन क्लास
- कौशाम्बी : डिप्टी सीएम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाला शिक्षक सस्पेंड, सोशल मीडिया में वायरल हुआ था आडियो
- 818 विश्वविद्यालयों ने जवाब भेजा, 603 ने परीक्षा करवा ली या करवाने की तैयारी- UGC
- CBSE : पुनर्मूल्यांकन के बाद ही अब 15 अगस्त के बाद छात्रों को भेजा जाएगा अंकपत्र व प्रमाणपत्र
- यूपी बोर्ड में मेधावी छात्रवृत्ति के लिए करें आवेदन
- वाराणसी : फर्जी डिग्री मामले में 142 शिक्षकों का दोबारा होगा सत्यापन, पैन में हेराफेरी मामले की जांच धीमी
- फतेहपुर : शिक्षकों के बाद बच्चों के आधार नामांकन का होगा सत्यापन
- CBSE बोर्ड ने इंप्रूवमेंट कटेगरी में 12वीं के नतीजे किए घोषित, ऐसे देखें अपना स्कोर कार्ड
- यूपी बोर्ड : कम्पार्टमेंट परीक्षा के आवेदन के लिए समय सारिणी जल्द, स्क्रूटनी के लिए 30 हजार से अधिक आवेदन
- फतेहपुर : स्वयं सहायता समूह की महिलाएं सिलेंगी 56 हजार यूनीफॉर्म, एक लाख या अधिक बजट पर होगा टेंडर
- माध्यमिक शिक्षकों के स्थानांतरण पर निर्णय लेने का आदेश, हाईकोर्ट ने अपर निदेशक को चार सप्ताह में निर्णय लेने को कहा
- प्रदेश सरकार की ओर से गरीब छात्र-छात्राओं को दी जाने वाली छात्रवृत्ति व फीस भरपाई में फंसा हाजिरी का पेच
- फतेहपुर : गूगल मीट से बीएसए ने अधीनस्थों की ली क्लास, परखी प्रगति
- यूपी बोर्ड 2020-21: हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट का नया पाठ्यक्रम जारी, यहां क्लिक करके कक्षा- 9,10,11 एवं 12 के विषयों के पाठ्यक्रम करें डाउनलोड
- फतेहपुर : बेसिक शिक्षा के अंतर्गत कार्यों की प्रगति की समीक्षा के सम्बन्ध में निर्देश जारी, देखें
गुजरात सरकार का फीस नहीं लेने का जैसे ही हुआ आदेश, प्राइवेट स्कूलों ने बंद कर दी ऑनलाइन क्लास Posted: 23 Jul 2020 07:08 PM PDT गुजरात सरकार का फीस नहीं लेने का जैसे ही हुआ आदेश, प्राइवेट स्कूलों ने बंद कर दी ऑनलाइन क्लास गुजरात में कई निजी स्कूलों ने गुरुवार से ऑनलाइन कक्षाएं अनिश्चित काल के लिए रोक दी हैं। ऐसा राज्य सरकार के उस आदेश के बाद किया गया है जिसमें कहा गया था कि जब तक स्कूल फिर से खुल न जाएं, उन्हें छात्रों से फीस नहीं लेनी चाहिए। पिछले सप्ताह जारी एक अधिसूचना में गुजरात सरकार ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर स्कूल बंद रहने तक स्व-वित्तपोषित स्कूलों को छात्रों से ट्यूशन शुल्क नहीं लेने का निर्देश दिया था। इसके अलावा शैक्षणिक सत्र 2020-21 में स्कूलों को शुल्क में बढो़तरी करने से भी मना किया गया है। इस कदम से नाखुश गुजरात के लगभग 15,000 स्व-वित्तपोषित स्कूलों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक यूनियन ने ऑनलाइन कक्षाएं रोकने का फैसला किया है। स्व-वित्तपोषित स्कूल प्रबंधन संघ के प्रवक्ता दीपक राज्यगुरु ने गुरुवार को कहा कि राज्य के लगभग सभी स्व-वित्तपोषित स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं जारी रखने से इनकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'अगर सरकार का मानना है कि ऑनलाइन शिक्षा वास्तविक शिक्षा नहीं है, तो हमारे छात्रों को ऐसी शिक्षा देने का कोई मतलब नहीं है। ऑनलाइन शिक्षा तब तक निलंबित रहेगी, जब तक सरकार इस आदेश को वापस नहीं लेती है।' उन्होंने कहा कि संघ राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाएगा। |
Posted: 23 Jul 2020 06:54 PM PDT कौशाम्बी : डिप्टी सीएम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाला शिक्षक सस्पेंड, सोशल मीडिया में वायरल हुआ था आडियो। कौशाम्बी :: विकास खंड कड़ा के प्राथमिक विद्यालय सौरई बुजुर्ग में तैनात शिक्षक अजय साहू को डिप्टी सीएम समेत स्थानीय भाजपा नेताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना भारी पड़ गया है। एक भाजपा नेता की तहरीर व वायरल आडियो के आधार पर कड़ा कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी शिक्षक की तलाश शुरू कर दी है। वहीं, बीएसए ने आरोपी शिक्षक को सस्पेंड कर प्रकरण की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। वीडियो सोशल साइट पर वायरल होने पर हड़कंप मच गया। कड़ा के प्राथमिक विद्यालय सौरई बुर्जुग में तैतान शिक्षक अजय कुमार साहू का एक वीडियो बुधवार को सोशल साइट पर वायरल हो गया। उसकी आवाज किसी के साथ बात करते हुए सुनाई पड़ रही है आडियो में वह डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, भाजपा नेता धर्मराज मौर्या के साथ ही स्थानीय कई सत्ताधारी दल के नेताओं का नाम लेते हुए अपशब्द कह रहा है। इस मामले की तहरीर भाजपा नेता धर्मराज मौर्या ने कड़ा कोतवाली में दी। पुलिस ने तहरीर व वायरल आडियो के आधार पर गुरुवार को आरोपी शिक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। कोतवाल राकेश तिवारी का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कर शिक्षक की तलाश शुरू कर दी है। वहीं, दूसरी तरफ वायरल आडियो और एफआईआर को आधार मानकर बीएसएफ राजकुमार पंडित ने आरोपी शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि तक शिक्षक को सरसवां ब्लॉक के बरौला प्राइमरी स्कूल से संबद्ध करने के साथ ही बीएसए ने प्रकरण की जांच के लिए दो खंड शिक्षा अधिकारियों की टीम गठित कर दी है। जालसाजी में पकड़ी गई एक और शिक्षिका, रोका वेतन मंझनपुर : परिषदीय स्कूलों में जालसाजी कर नौकरी करने वाले शिक्षकों की फेहरिश्त बढ़ती जा रही है। जिले के मूरतगंज विकासखंड क्षेत्र में एक और जालसाज शिक्षिका पकड़ी गई। भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से जारी बीएड की फेंक डिग्री लगाकर नौकरी करने वाली इस शिक्षिका के वेतन आहरण पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही संबंधित शिक्षण संस्थाओं को इसके अभिलेखों को सत्यापन कराने के लिए भेज दिया गया है। ![]() |
818 विश्वविद्यालयों ने जवाब भेजा, 603 ने परीक्षा करवा ली या करवाने की तैयारी- UGC Posted: 23 Jul 2020 06:53 PM PDT 209 विश्वविद्यालयों ने करवा ली है अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा: यूजीसी - 818 विश्वविद्यालयों ने जवाब भेजा, 603 ने परीक्षा करवा ली या करवाने की तैयारी - 394 विश्वविद्यालय ने कहा, अगस्त-सितंबर में करवाएंगे परीक्षा राज्यों के विरोध के बीच 209 विश्वविद्यालयों ने अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा आयोजित करवा ली है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग(यूजीसी) ने देश के सभी 993 विश्वविद्यालयों से परीक्षा को लेकर स्टेटस रिपोर्ट मांगी थी। इसी के तहत 818 विश्वविद्यालयों ने अभी तक अपना जवाब भेजा है। इसके तहत 603 ने परीक्षा करवा ली या करवाने की तैयारी में है। यूजीसी के सचिव प्रो. रजनीश जैन के मुताबिक, इस महामारी से छात्रों को बचाना जरूरी है। हालांकि उनके व्यापक हित और भविष्य को देखते हुए परीक्षा का फैसला लेना पड़ा है। दरअसल दुनियाभर के अधिकतर विश्वविद्यालय लिखित परीक्षा के आधार डिग्री दे रहे हैं। परीक्षा को लेकर सभी 993 विश्वविद्यालयों से स्टेटस रिपोर्ट मांगी गई थी। इसमें 818 विश्वविद्यालय प्रशासन ने 22 जुलाई तक अपना जवाब भेजा है । इसमें 121 डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी, 291 प्राइवेट यूनिवर्सिटी, 51 सेंट्रल यूनिवर्सिटी व 355 स्टेट यूनिवर्सिटी शामिल हैं। इससे पता चलता है कि देश के कई विश्वविद्यालयों ने या तो परीक्षाएं करवा ली हैं या प्रक्रिया चल रही है। हमने सभी राज्यों से 30 सितंबर तक परीक्षा अनिवार्य रूप से करवाने को कहा है। इसके लिए तीन विकल्प दिए गए हैं। इसमें ऑनलाइन, ऑफलाइन या मिश्रित मोड शामिल है। ● - 209 विश्विद्यालयों ने ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से अंतिम वर्ष की परीक्षा करवाकर रिजल्ट जारी कर चुके हैं या करने वाले हैं। ● - 394 विश्वविद्यालय यूजीसी की 6 जुलाई की गाइडलाइन के तहत (ऑनलाइन, ऑफलाइन या मिश्रित मोड) अगस्त या सितंबर में करवाने की तैयारी कर रहे हैं। ● - शैक्षणिक सत्र 2019-20 में 35 नए विश्वविद्यालयों को मान्यता मिली थी। इसके तहत 2020 सत्र से नया बैच शुरू होगा। इसमें 27 प्राइवेट, 7 स्टेट और 1 डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी है। |
CBSE : पुनर्मूल्यांकन के बाद ही अब 15 अगस्त के बाद छात्रों को भेजा जाएगा अंकपत्र व प्रमाणपत्र Posted: 23 Jul 2020 06:26 PM PDT CBSE : पुनर्मूल्यांकन के बाद ही अब 15 अगस्त के बाद छात्रों को भेजा जाएगा अंकपत्र व प्रमाणपत्र। प्रयागराज :: सीबीएसई से दसवीं और बारहवीं की परीक्षा पास करने वाले छात्र-छात्राओं को अंकपत्र-प्रमाणपत्र के लिए अभी इंतजार करना होगा। बोर्ड ने अबकी बार छात्रों की कॉपियों के पुनर्मूल्यांकन (रीचेकिंग) के बाद अंकपत्र और प्रमाणपत्र जारी करने का निर्णय लिया है। रीचेकिंग के बाद कई छात्रों के अंक में बदलाव हो जाता है, ऐसे में बोर्ड को इन छात्रों को दोबारा अंकपत्र जारी करना पड़ता है। ऐसे में इस बार पुनर्मूल्यांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 15 अगस्त तक अंकपत्र-प्रमाण पत्र की हार्ड कॉपी स्कूलों को भेजी जाएगी। कोरोना संक्रमण के चलते अबकी बार सीबीएसई बारहवीं के कई विषयों, जबकि दसवीं के वैकल्पिक विषयों की परीक्षा नहीं हो सकी थी। छात्रों को बेस्ट टू और बेस्ट श्री के औसत के आधार पर अंक देकर रिजल्ट जारी कर दिया गया था। बोर्ड की ओर से जारी परिणाम से जो छात्र संतुष्ट नहीं हैं, उन्हें पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन का मौका दिया गया है दसवीं के छात्रों के 11 अगस्त और बारहवीं के छात्रों के सात अगस्त तक पुनर्मूल्यांकन के आवेदन लिए जाएंगे। इसके बाद कॉपी जांची जाएगी। इसी के बाद अंकपत्र-प्रमाण पत्र की हार्ड कॉपी स्कूलों को भेजी जाएगी। ![]() |
यूपी बोर्ड में मेधावी छात्रवृत्ति के लिए करें आवेदन Posted: 23 Jul 2020 05:22 PM PDT यूपी बोर्ड में मेधावी छात्रवृत्ति के लिए करें आवेदन। प्रयागराज : मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से यूपी बोर्ड से 2020 में इंटरमीडिएट परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। यूपी बोर्ड प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय के अपर सचिव शिव प्रकाश द्विवेदी की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि 2020 में परीक्षा पास करने वाले विज्ञान वर्ग में 500 में 334 अंक, वाणिज्य में 500 में 313 अंक और मानविकी में 500 में 304 अंक पाने मेधावी छात्र-छात्राओं को जो उच्च शिक्षण संस्थान में नियमित रूप से पंजीकृत होंगे उन्हें छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। ![]() |
Posted: 23 Jul 2020 05:13 PM PDT वाराणसी : फर्जी डिग्री मामले में 142 शिक्षकों का दोबारा होगा सत्यापन, पैन में हेराफेरी मामले की जांच धीमी। वाराणसी :: बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में फर्जी डिग्रीधारी शिक्षकों की खोज जारी है। जिले में 142 शिक्षकों के अभिलेख दोबारा सत्यापन के लिए आगरा विश्वविद्यालय भेजे जाएंगे। इन शिक्षकों ने वहीं से विभिन्न वर्षों में बीएड की उपाधि ग्रहण की है। शासन के निर्देश पर इस समय प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की जांच चल रही है । ब्लॉक स्तर पर जांच समितियां गठित हैं। इस दौरान उन शिक्षकों के अभिलेख अलग किए गये हैं, जिन्होंने आगरा विश्वविद्यालय से उपाधियां ली हैं। सभी ब्लॉकों में ऐसे शिक्षक ऐसे मिले हैं। बीएसए राकेश सिंह का कहना है कि प्रथम दृष्टया ऐसा कोई संदिग्ध नहीं मिला है। मगर पूरी तरह जांच-पड़ताल करना जरूरी है। एक बार फिर सत्यापन करा कर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कहीं किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी तो नहीं है। इससे पहले एसआईटी ने अपनी ओर से एक सूची दी थी, जिसके आधार पर चार फर्जी शिक्षकों चिन्हित हुई थी। उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। एफआईआर हो चुकी है। बिक्री के लिए नोटिस जारी है। इसलिये इस स्थिति को देखते हुए अन्य शिक्षकों की डिग्रियों का भी सत्यापन जरूरी हो गया है। जिलेमें इस समय विभिन्नब्लाकों और नगरीय क्षेत्र के स्कूलों में करीब 6600 शिक्षक कार्यरत हैं। इसमें करीब 2500 शिक्षक ऐसे हैं, जो दूसरे जनपदों से स्थानातरित होकर वाराणसी आए है। वाराणसी : पैन की हेराफेरी के मामले में चल रही शिक्षकों की जांच शिथिल पड़ गई थी। हालांकि बेसिक शिक्षा निदेशक की ओर से इस मामले में संज्ञान लिए जाने पर फिर तेजी आई है। जिले में 27 शिक्षक चिन्हित किए गए हैं, जिन्होंने अपने पैन नंबर बदल दिए हैं। इस मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से कराई जा रही है। तीन खंड शिक्षा अधिकारियों की एक समिति बनाई गई थी, जिसने शिक्षकों से मामले में जवाब मांगे थे। अधिकतर शिक्षकों ने जवाब दे दिया है। मगर जांच समिति अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पा रही है। इधर बीच खंड शिक्षा अधिकारियों की भी विभिन्न कार्यों में व्यस्तताएं बढ़ गई, जिससे जांच की गति प्रभावित हुई है। बेसिक शिक्षा निदेशक ने सभी बीएसए को भेजे पत्र में इस दिशा में की गई कारवाई का विवरण मांगा है। इसके बाद जांच में फिर तेजी आई है। पत्रावली दौड़ने लगी है। लेखाविभाग को भी जांच रिपोर्ट का इंतजार है। पैन नंबर बदलने का मामला पकड़ में आए करीब एक महीने से अधिक हो गया है। विभाग की मंशा है कि अगले माह के वेतन भुगतान से पहले इस प्रकरण पर स्थिति स्पष्ट हो जाए। बीएसए राकेश सिंह का कहना है कि जांच में तेजी लाई गई है। ![]() |
फतेहपुर : शिक्षकों के बाद बच्चों के आधार नामांकन का होगा सत्यापन Posted: 23 Jul 2020 05:00 PM PDT फतेहपुर : शिक्षकों के बाद बच्चों के आधार नामांकन का होगा सत्यापन। फतेहपुर : शिक्षा विभाग में मिल रहे तमाम फर्जीवाड़े को लेकर शासन अब सख्त दिख रही है। सभी बॉ विद्यालयों के स्टाफसमेत परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों एवं शिक्षामित्र, अनुदेशकों आदि के कागजातों का सत्यापन कार्य कराया जा रहा है। अब स्कूलों में बच्चों के फर्जी आंकड़ेबाजी के संदेह पर सभी छात्र छात्राओं के आधार कार्ड का भी सत्यापन कराए जाने कीशासन से संकेत मिलने लगे हैं। जिले के परिषदीय स्कूलों में दो लाख से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं। जिसमें परिषदीय सहायता प्राप्त स्कूलों के बच्चे इसमें शामिल हैं। गैर जिलों में नौकरी हासिल करने में कई शिक्षक शिक्षकों ने खूब फर्जीवाड़ा किया है। शिक्षकों के बाद अब बेसिक शिक्षा विभाग बच्चों की संख्या का सत्यापन करवाने जा रहा है। इसके बाद बच्चों की फर्जी संख्या परलगाम लगने की उम्मीद है। माना जा रहा है अधिकतर स्कूलों में बच्चों के पंजीकरण में फर्जीवाड़ा कर भ्रष्टाचार की शिकायतें शासन तक पहुंचने के बाद बच्चों के पंजीकरण में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए अनुशासन ने पंजीकृत बच्चों के आधार कार्ड सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए तीन स्तरों पर काम किया जाएगा। पहला बच्चों की आधार संख्या की फीडिंग हैं तो उसका सत्यापन होगा और यदि बच्चे का आधार कार्ड नहीं तो उसका कार्ड बनाया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग यूआईडीएआई ने रजिस्ट्रार नामित किया है। इसके लिए हरविकास खंड में आधार नामांकन की व्यवस्था पहले से ही की जा चुकी है। आधार कार्ड इसी से बनाया जाएगा। हालांकि विभाग का कहना है कि अभी तक ऐसा कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। यदि आता है तो आधार सत्यापन कराया जाएगा। कुछ ऐसे होता है फर्जीवाड़ा :: स्कूलों में पंजीकृत बच्चों की संख्या को लेकर फर्जीवाड़े की आशंका हमेशा जताई जाती है। कई शहर की सीमाओं से सटे स्कूलों में संख्या बढ़ा कर लिखी जाती है। एक ही बच्चा आसपास के कई स्कूलों में पंजीकृत कर लिया जाता है। क्योंकि पहले इसके आधार पर ही शिक्षकों की संख्या तय की जाती थी। वहीं, पंजीकृत संख्या के आधार पर ही यूनिफार्म, स्वेटर, जूते-मोजे, स्कूल बैग, किताबें आदि खरीदी जाती हैं। मिड डे मील की मानीटरिंग से आईवीआरएस के जरिए होने के बाद मासिक या सालाना औसत निकाला जाता है तो वह पंजीकृत बच्चों की संख्या से काफी कम रहता है। ![]() |
CBSE बोर्ड ने इंप्रूवमेंट कटेगरी में 12वीं के नतीजे किए घोषित, ऐसे देखें अपना स्कोर कार्ड Posted: 23 Jul 2020 06:59 AM PDT CBSE 12th Result 2020 : सीबीएसई बोर्ड ने इंप्रूवमेंट कटेगरी में 12वीं के नतीजे घोषित किये, ऐसे देखें अपना स्कोर कार्ड नई दिल्ली : CBSE 12th Result 2020 : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इंप्रूवमेंट कटेगरी में 12वीं के नतीजे घोषित कर दिये हैं। बोर्ड ने इंप्रूवमेंट कटेगरी के लिए सीबीएसई 12वीं रिजल्ट 2020 की घोषणा से सम्बन्धित नोटिस कल 22 जुलाई 2020 को जारी किया, जिसके मुताबिक जिन कक्षा 12 ऐसे सभी छात्र जिन्होंने 12वीं इंप्रूवमेंट के लिए आवेदन किया था, वे अपना स्कोर कार्ड बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट, cbse.nic.in, cbseresults.nic.in और results.nic.in पर देख सकते हैं। सीबीएसई बोर्ड ने इस वर्ष 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के परिणामों एवं छात्रों को स्कोर कार्ड को ऑफिशियल वेबसाइट के साथ-साथ अन्य माध्यमों के जरिए छात्रों को उपलब्ध कराने की घोषणा की थी। इन माध्यमों में भारत सरकार के डिजिलॉकर पर 'परिणाम मंजूषा' और एसएमएस शामिल हैं। इसी कड़ी में बोर्ड ने हाल में घोषित 10वीं एवं 12वीं नतीजे इन माध्यमों से छात्रों को उपलब्ध कराने के बाद अब सीबीएसई 12वीं इंप्रूवमेंट कटेगरी रिजल्ट 2020 को भी इन माध्यमों से छात्रों को सुलभ कराया है। छात्र अपना रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट के अतिरिक्त गूगल प्लेस्टोर या आईओएस ऐप्प स्टोर से डिजिलॉकर ऐप्प को डाउनलोड करने के बाद अपने मोबाइल नंबर, ओटीपी और रोल नंबर के अंतिम छह डिजिट को सिक्यूरिटी पिन के तौर पर भरकर सबमिट करके अपना रिजल्ट देख सकते हैं। इसके अतिरिक्त छात्र अपना सीबीएसई 12वीं इंप्रूवमेंट कटेगरी रिजल्ट 2020 एसएमस के माध्यम से भी देख सकते हैं। सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों को उनके रिजल्ट रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजने की व्यवस्था की है। सीबीएसई बोर्ड ने कक्षा 12 के नतीजों की घोषणा हाल ही में 13 जुलाई को और कक्षा 10 के परिणाम 15 जुलाई को जारी किये थे। ![]() |
Posted: 22 Jul 2020 06:33 PM PDT यूपी बोर्ड: कंपार्टमेंट परीक्षा के आवेदन की समय सारिणी जल्द, स्क्रूटनी के लिए 30 हजार से अधिक आवेदन प्रयागराज : यूपी बोर्ड इंटर 2020 की परीक्षा में एक विषय में अनुत्तीर्ण छात्र-छात्रओं की पहली बार कंपार्टमेंट परीक्षा कराएगा। कोरोना संकट की वजह से अब तक परीक्षा की तारीख तय नहीं है और न ही ऑनलाइन आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू हो सकी है। बोर्ड इस संबंध में प्रस्ताव भेज चुका है, संकेत है कि इसी माह आवेदन लेने की समय सारिणी घोषित की जाएगी। यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा में दो विषय में अनुत्तीर्ण परीक्षार्थियों की कंपार्टमेंट परीक्षा कराता रहा है। अभ्यर्थी को फेल होने वाले विषयों में से किसी एक विषय में फिर से परीक्षा देना होता है और उत्तीर्ण होने पर 10वीं पास हो जाता है इससे उसका एक साल बच जाता है। इसी तरह से इंटर में पांच विषयों की परीक्षा में चार विषय में उत्तीर्ण और एक विषय में अनुत्तीर्ण छात्र-छात्रओं के लिए पहली बार कंपार्टमेंट परीक्षा का प्रावधान किया गया है। '>>इंटर में 35 हजार से अधिक छात्र छात्रएं पहली बार देंगे इम्तिहान '>>हाईस्कूल में करीब सात सौ से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा के लिए अर्ह स्क्रूटनी के लिए 30 हजार से अधिक आवेदन प्रयागराज : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर परीक्षा 2020 के परीक्षार्थियों ने स्क्रूटनी के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। बुधवार शाम तक आवेदकों की संख्या 30 हजार से अधिक हो गई है। सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि कितने अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है यह आंकड़ा गुरुवार को घोषित किया जाएगा। ![]() |
फतेहपुर : स्वयं सहायता समूह की महिलाएं सिलेंगी 56 हजार यूनीफॉर्म, एक लाख या अधिक बजट पर होगा टेंडर Posted: 22 Jul 2020 05:55 PM PDT फतेहपुर : स्वयं सहायता समूह की महिलाएं सिलेंगी 56 हजार यूनिफॉर्म, एक लाख या अधिक बजट पर होगा टेंडर। फतेहपुर :: बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में निशुल्क यूनीफार्म वितरण की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इस बार यूनीफार्म की सिलाई की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी दिया गया है। जिले के विभिन्न ब्लाकों में समूह की महिलाओं के हाथों से बनी यूनीफार्म बच्चे पहन सकेंगे। विभाग के अनुसार अब तक 56 हजार यूनीफार्म बनाने की जिम्मेदारी समूह की महिलाओं को दिया गया है। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को निशुल्क पुस्तकों के बाद अब यूनीफार्म देने के लिए विभागीय कवायद तेज हो गई है। भले ही विद्यालय संक्रमण काल को देखते हुए बंद चल रहे हों लेकिन बच्चों को दी जाने वाली सुविधाएं एमडीएम, पुस्तक एवं यूनीफार्म वितरण का कार्य तेजी पर है। सरकार की ओर से इस बार कोरोना को लेकर परदेश से लौटी प्रवासी महिलाओं एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से यूनीफार्म तैयार करने का आदेश जारी हुआ था। जिसके तहत विभाग ने विभिन्न ब्लाकों में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को करीब 56 हजार यूनीफार्म बनाने का काम सौंपा गया है। समूह द्वारा सीएलएफ जीएसटी फर्म से कपड़ा खरीदा जाएगा और बच्चों के नाप के मुताबिक ड्रेस तैयार करेंगी। इसके अलावा अन्य यूनीफार्म के लिए खाका तैयार कर दिया गया है। एक लाख से अधिक धनराशि पर पड़ेगा सेंटर-जिले के करीब तीन हजार विद्यालयों में यूनीफार्म वितरण के लिए शासनादेश के तहत बेसिक शिक्षा विभाग ने तय किया है कि जिन विद्यालयों में ड्रेस बनवाने में एक लाख से अधिक की धनराशि होगी, वहां पर टेंडर डाले जाएंगे। ब्लाक स्तर पर पड़ने वाले टेंडर प्रक्रिया के लिए बकायदा अखबारों में विज्ञापन भी प्रकाशि कराया जाएगा। इसके अलावा एक लाख से कम लागत वाले विद्यालयों में कोटेशन के तहत यूनिफॉर्म आपूर्ति कराई जाएगी। यूनीफार्म वितरण की प्रक्रिया तेजी पर है। सभी बीईओ को निर्देशित किया जा चुका है कि ड्रेस तैयार कराते हुए विद्यालयों में दो से तीन अभिभावकों को एक बार में बुलाकर यूनीफार्म वितरण किया जाए।यूनिफार्म तैयार कराने के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी काम दिया गया है। शिवेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए ![]() |
Posted: 22 Jul 2020 05:24 PM PDT माध्यमिक शिक्षकों के स्थानांतरण पर निर्णय लेने का आदेश, हाईकोर्ट ने अपर निदेशक को चार सप्ताह में निर्णय लेने को कहा। प्रयागराज :: माध्यमिक शिक्षा विभाग के अशासकीय सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों के शिक्षकों के स्थानांतरण पर हाईकोर्ट ने चार सप्ताह में निर्णय लेने के लिए कहा है। कोर्ट ने अपर निदेशक से कहा है कि वह नियमानुसार शिक्षकों के स्थानांतरण प्रार्थना पत्र पर निर्णय लेकर निस्तारित करें। महेंद्र कुमार और दर्जनों अन्य की याचिकाओं पर यह आदेश न्यायमूर्ति अंजनी कुमार मिश्र ने दिया है। याची का कहना है कि उन्होंने एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में स्थानांतरण के लिए आवेदन किया था। स्थानांतरण की सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। मगर उनकी पत्रावलियां जून 2019 से शिक्षा निदेशालय माध्यमिक प्रयागराज में लंबित हैं। याचीगण ने कई बार अपर निदेशक माध्यमिक को प्रत्यावेदन भी दिया मगर उनकी पत्रावलियां का निस्तारण नहीं हो रहा है। कोर्ट ने इस मामले में सरकारी वकील से जानकारी मांगी थी। बुधवार को सुनवाई के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग का लिंक भेजने के बावजूद सरकारी वकील सुनवाई के समय जानकारी नहीं दे सके। इस पर अदालत ने याचिका निस्तारित करते हुए अपर निदेशक को चार सप्ताह में याचीगण की पत्रावलियों पर नियमानुसार निर्णय लेने का निर्देश दिया है। ![]() |
Posted: 22 Jul 2020 04:52 PM PDT प्रदेश सरकार की ओर से गरीब छात्र-छात्राओं को दी जाने वाली छात्रवृत्ति व फीस भरपाई में फंसा हाजिरी का पेच। लखनऊ :: प्रदेश सरकार की ओर से अनुसूचित जाति व सामान्य वर्ग के गरीब छात्र छात्राओं को दी जाने वाली छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की योजना में अब हाजिरी का पेच फंस गया है। समाज कल्याण विभाग की ओर से चलाई जाने वाली इस योजना में नियमों के तहत ऐसे जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को कक्षा में 75 प्रतिशत हाजिरी पर ही छात्रवृत्ति और फीस भरपाई दी जाती है। कोरोना संकट की वजह से जुलाई से शैक्षिक सत्र ऑनलाइन पढ़ाई के सहारे शुरू हुआ। इस आनलाइन पढ़ाई में कक्षा में हाजिरी का कोई पुख्ता प्रमाण शिक्षण संस्थान कैसे दे पाएंगे? यही नहीं हालात सुधरने पर आगामी महीनों में जब भी ऑनलाइन पढ़ाई शुरू होगी तो फिर बाकी बचे शैक्षिक सत्र के कितने महीनों में कितने प्रतिशत हाजिरी का मानक छात्रवृत्ति, फीस भरपाई दिलवा पाएगा। इस बारे में अभी शुरुआती दौर में सभी शिक्षण संस्थानों के प्रबंधन से बातचीत की जा रही है। समाज कल्याण विभाग के छात्रवृत्ति और फीस भरपाई के मामलों को देख रहे सहायक निदेशक सिद्धार्थ मिश्र ने बताया कि जल्द ही इस बारे में विभाग के निदेशक के साथ बैठक होगी। ![]() |
फतेहपुर : गूगल मीट से बीएसए ने अधीनस्थों की ली क्लास, परखी प्रगति Posted: 22 Jul 2020 04:41 PM PDT फतेहपुर : गूगल मीट से बीएसए ने अधीनस्थों की ली क्लास, परखी प्रगति। फतेहपुर :: निज संवाददाता ऑनलाइन शिक्षामित्र एवं अनुदेशकों के प्रशिक्षण की स्थिति समेत कुल 17 बिंदुओं पर समीक्षा करने के लिए बुधवार को बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने गूगल मीट के माध्यम से सभी खंड शिक्षाधिकारियों, जिला समन्वयक एवं पटल सहायकों के साथ बैठक की। जिसमें बीएसए ने सभी बिंदुओं के कार्य की प्रगति पर समीक्षा की। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सर्व प्रथम ऑनलाइन शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशकों के प्रशिक्षण की स्थिति को जाना, कहा कि हर हाल में सभी को प्रशिक्षण दिया जाए। इसके अलावा उन्होंने विद्यालयों में अंकित किए जाने वाले सेफ्टी प्लेस, पुस्तक वितरण की प्रगति, शारदा कार्यक्रम के तहत आउट आफ स्कूल बच्चों के चिन्हीकरण व नामांकन की स्थिति, ड्रेस वितरण की स्थिति, विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के नाम एवं मोबाइल नंबर के प्रेरणा पोर्टल पर फीडिंग की स्थिति, सुंदर विद्यालय के फोटोग्राफी प्रोटोकॉल के आधार पर प्राप्त कराए जाने की स्थिति, कायाकल्प की सूचना निर्धारित प्रारूप पर उपलब्ध कराने की स्थिति, प्रेरणा प्रारूप-6 पर प्रेरणा पोर्टल पर फीडिंग की स्थिति, एमडीएम वितरण संबंधी खाद्यान्न एवं धनराशि वितरण की स्थिति समेत ऑनलाइन शिकायत निस्तारण, मेरी उड़ान प्रतियोगिता आदि पर समीक्षा करते हुए उचित दिशा निर्देश दिए। कार्यक्रम में सभी को जानकारी दी गई कि एमपी चयन साक्षात्कार 23 व 24 जुलाई को सीडीओ की अध्यक्षता में संपन्न कराया जाएगा। विभिन्न बिंदुओं पर की गई समीक्षा नामांकन पर रहा जोर, सीडीओ की अध्यक्षता में एमपी अभ्यर्थियों का होगा साक्षात्कार ![]() |
Posted: 22 Jul 2020 06:42 AM PDT यूपी बोर्ड सिलेबस 2020-21: हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट का नया सिलेबस जारी, यहाँ खबर के नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके सभी विषयों के पाठ्यक्रम डाउनलोड। नई दिल्ली : UP Board Reduced Syllabus 2020-21: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपीएमएसपी) यानि यूपी बोर्ड से नये शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए हाई स्कूल और इंटरमीडिएट कक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम को 30 फीसदी तक संक्षिप्त किये जाने की घोषणा राज्य के उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने 17 जुलाई 2020 को की थी। इसके बाद से ही यूपी बोर्ड रिड्यूस्ड सिलेबस 2020-21 को लेकर छात्रों, शिक्षकों एवं विद्यालयों के बीच उहापोह की स्थिति बनी हुई थी। इस पर विराम लगाते हुए यूपी बोर्ड ने शैक्षिक सत्र 2020-21 (परीक्षा वर्ष 2021) के लिए हाई स्कूल यानि कक्षा 9-10 और इंटरमीडिएट यानि कक्षा 11-12 के लिए संक्षिप्त पाठ्यक्रम को जारी कर दिया है। यूपी बोर्ड न्यू सिलेबस 2021 को सोमवार, 20 जुलाई 2020 को परिषद की ऑफिशियल वेबसाइट, upmsp.edu.in पर जारी किया गया, जहां छात्र अपनी सम्बन्धित कक्षा के लिए पाठ्यक्रम डाउनलोड कर सकते हैं। इसके साथ ही, छात्र यूपी बोर्ड हाई स्कूल सिलेबस 2021 या यूपी बोर्ड या इंटरमीडिएट सिलेबस 2021 को नीचे दिये गये डायरेक्ट लिंक से भी डाउनलोड कर सकते हैं। 🔹 कक्षा- 9 का सिलेबस (2020-21) यहां क्लिक करके करें डाउनलोड 🔹 कक्षा- 10 का सिलेबस (2020-21) यहां क्लिक करके करें डाउनलोड 🔹 कक्षा- 11 का सिलेबस (2020-21) यहां क्लिक करके करें डाउनलोड 🔹 कक्षा- 12 का सिलेबस (2020-21) यहां क्लिक करके करें डाउनलोड ![]() |
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा के अंतर्गत कार्यों की प्रगति की समीक्षा के सम्बन्ध में निर्देश जारी, देखें Posted: 22 Jul 2020 04:01 AM PDT |
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