बेसिक शिक्षा न्यूज़ । Basic Shiksha News | ![]() |
- COMPOSITE GRANT, GRANT : बेसिक स्कूलों में भेजी गई कम्पोजिट ग्रांट की जांच का दायरा बढ़ा और नियम हुए सख्त, 25 हजार स्कूलों में होगी थर्ड पार्टी जांच
- CIRCULAR FAKE : उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, प्रयागराज की आधिकारिक वेबसाइट के यू0आर०एल0 "http://upsessb.org/" से मिलती जुलती नाम से वेबसाइट द्वारा किये जा रहे फर्जीवाड़े के सम्बन्ध में।
- GOVERNMENT ORDER, CIRCULAR, PRERNA INSPECTION : बेसिक शिक्षा के कियान्वयन हेतु लागू किये गये प्रेरणा तकनीकी फेमवर्क' के अन्तर्गत प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के निरीक्षण के लिये पोर्टल पर अपलोड की गयी संशोधित चेकलिस्ट के उपयोग के संबंध में ।
- CIRCULAR, MDM, INSPECTION : प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में संचालित मध्यान्ह भोजन योजना के सतत निरीक्षण के सम्बन्ध में।
- NAVODAY SCHOOL : नवोदय विद्यालय में सत्र 2020-21 में रिक्तियों के सापेक्ष कक्षा 11 में प्रवेश हेतु विज्ञापन
- GOVERNMENT ORDER, AWARD : राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार वर्ष 2020 के लिए पूरे देश से 47 शिक्षकों का हुआ अंतिम चयन, उत्तर प्रदेश से 3 शिक्षक चयनित, देखें सूची
- CIRCULAR, BEO : खण्ड शिक्षा अधिकारियों (BEO) का मध्य सत्र में स्थानांतरण न किये जाने के सम्बन्ध में आदेश जारी
- CIRCULAR, MEETING : बेसिक शिक्षा के अन्तर्गत महत्वपूर्ण योजनाओं/कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा के सम्बन्ध में।
- TEACHER : पुरानी पेंशन न बीमा, परिषदीय शिक्षकों ने बनाई सेल्फ केयर टीम, इन जिलों के शिक्षक जुड़े मुहिम से
- TEACHING QUALITY : किसी स्कूल में पढ़ाई के समय नहीं निकलेगी रैली और प्रभात फेरी, परिषदीय विद्यालयों में पठन पाठन का स्तर सुधारने के लिए उठाया गया कदम
- BASIC SHIKSHA NEWS : बेसिक शिक्षा परिषद और निदेशालय में बनेगा लीगल सेल, जांच टीम का निरीक्षण जारी
- TRAINING : शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थानों में बरकरार है अन्य संस्थानों का कब्जा, जांच में आई निकल कर बात
- SCHOOL, ENGLISH MEDIUM : प्रदेश के अंग्रेजी माध्यम के परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती फंसी
Posted: 23 Aug 2020 08:30 AM PDT COMPOSITE GRANT, GRANT : बेसिक स्कूलों में भेजी गई कम्पोजिट ग्रांट की जांच का दायरा बढ़ा और नियम हुए सख्त, 25 हजार स्कूलों में होगी थर्ड पार्टी जांच सरकारी स्कूलों में इस शैक्षिक सत्र में 574 करोड़ रुपये कम्पोजिट ग्रांट के तहत भेज दिए गए हैं। वहीं इस वर्ष कामों के सत्यापन के नियम सख्त कर दिए गए हैं। पिछले दो वर्षो में दी गई कम्पोजिट ग्रांट से हुए कामों का सत्यापन करवाया जा रहा है। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर थर्ड पार्टी जांच भी करवाई जा सकती है। थर्ड पार्ट जांच की भी तैयारीः थर्ड पार्टी जांच के लिए विभाग सत्यापन पूरा होने का इंतजार कर रहा है। पहले चरण में 25 हजार स्कूलों का चयन किया गया है। स्कूल में पहुंच कर संविदा शिक्षक वहीं से फोटो खींच कर अपलोड करेंगे यानी रियल टाइम फोटो अपलोड करने से विभाग को यह पता चलेगा कि किस काम को करवाया गया है और क्या नहीं। इसके बाद जहां गड़बड़ी दिखेगी वहां पर जांच टीम भेजी जाएगी। इस वर्ष जिला स्तर पर जांच कमेटी बनाने के बजाय तहसील ब्लॉक स्तर पर भी दो- दो सदस्यों की जांच टीम बनाने के निर्देश दिए गए हैं। हर ब्लॉक से 20-20 स्कूलों में खर्च की जांच की जाएगी। |
Posted: 23 Aug 2020 08:03 AM PDT |
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Posted: 23 Aug 2020 07:54 AM PDT |
Posted: 22 Aug 2020 08:01 PM PDT |
Posted: 22 Aug 2020 07:59 PM PDT |
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Posted: 22 Aug 2020 07:53 PM PDT TEACHER : पुरानी पेंशन न बीमा, परिषदीय शिक्षकों ने बनाई सेल्फ केयर टीम, इन जिलों के शिक्षक जुड़े मुहिम सेइस पहल का मकसद यह है कि यदि 'किसी शिक्षक की असमय मृत्यु होती है तो उसके बेसहारा परिवार की आर्थिक मदद दी जा सके। यह पहल करने वाले प्राथमिक विद्यालय जोरावट शंकरगढ़ के शिक्षक विवेकानंद का कहना है कि बेसिक शिक्षा परिषद के 59 लाख स्कूलों में कार्यरत तकरीबन पांच लाख शिक्षकों में से एक लाख भी उनके साथ जुड़ते हैं और प्रत्येक शिक्षक 50-50 रुपये भी योगदान देता है तो संकट में फंसे परिवार को तत्काल 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद मिल जाएगी। लॉकडाउन के बाद विद्यालय खुलते ही शिक्षकों के संक्रमण और मौत की खबर मिलने के बाद विवेकानन्द ने जुलाई में टेलीग्राम एप पर टीचर सेल्फ केयर टीम बनाकर प्रदेशभर के शिक्षकों को जोड़ते हुए पीड़ित परिवारों की सहायता की शुरुआत की थी। अब तक तकरीबन तीन हजार शिक्षक इस टीम का हिस्सा बन चुके हैं। इसके लिए शिक्षकों को एक ऑनलाइन शपथ पत्र भरना होता है कि वह किसी भी स्थिति में शिक्षक की मृत्यु होने पर मदद को तैयार है। शिक्षक गूगल फॉर्म के माध्यम से सदस्यता लेते हैं और अपनी जानकारी भी देते है ताकि विपरीत परिस्थिति में पीड़ित परिवार से संपर्क किया जा सके। विवेकानन्द कोर्ट के माध्यम से पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई भी लड़ रहे हैं। इन जिलों के शिक्षक जुड़े मुहिम से इस मुहिम से अब तक प्रयागराज, वाराणसी, बरेली, शाहजहापुर, हरदोई, कौशाम्बी, कुशीनगर, लखीमपुर, सीतापुर, एटा, फर्रुख़ाबाद, संतकबीर नगर, महराजगंज, जौनपुर, सिद्धार्थनगर, बदायूं , चंदौली, कन्नौज, सोनभद्र,आजमगढ़, अमेठी, गोंडा, मुरादाबाद, बहराइच, व बलरामपुर के शिक्षक जुड़ चुके हैं। |
Posted: 22 Aug 2020 07:49 PM PDT TEACHING QUALITY : किसी स्कूल में पढ़ाई के समय नहीं निकलेगी रैली और प्रभात फेरी, परिषदीय विद्यालयों में पठन पाठन का स्तर सुधारने के लिए उठाया गया कदम जासं, प्रयागराज : परिषदीय विद्यालयों में पठन पाठन का स्तर सुधारने के लिए शासन स्तर से एक और कदम उठाया जा रहा है। किसी भी स्कूल में पढ़ाई के समय में रैली, प्रभात फेरी, मानव श्रृंखला, नवाचार गोष्ठी का आयोजन नहीं होंगे। ऐसे सभी कार्यक्रम विद्यालय अवधि के पूर्व या बाद में किये जाएंगे। शिक्षक भी विद्यालय अवधि में किसी अन्य गतिविधि में हिस्सा नहीं लेंगे। उनका पूरा ध्यान सिर्फ शिक्षण पर होगा। बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार की तरफ से जारी पत्र में कहा गया है कि यदि कोई अपरिहार्य कारण है और अध्यापकों को विद्यालय से जाना है तो उसके लिए सक्षम अधिकारी से पूर्व में अनुमति लेनी होगी। इसके अलावा विद्यालय में परिषद की तरफ से निर्धारित पाठ्य पुस्तकों से ही शिक्षण कार्य होगा। किसी अन्य पुस्तक व गाइड का प्रयोग नहीं किया जाएगा। वर्तमान में चलने वाली ऑनलाइन कक्षाओं में भी इस बात का ध्यान रखना होगा। |
BASIC SHIKSHA NEWS : बेसिक शिक्षा परिषद और निदेशालय में बनेगा लीगल सेल, जांच टीम का निरीक्षण जारी Posted: 22 Aug 2020 07:46 PM PDT BASIC SHIKSHA NEWS : बेसिक शिक्षा परिषद और निदेशालय में बनेगा लीगल सेल, जांच टीम का निरीक्षण जारी प्रयागराज । स्कूल शिक्षा महानिदेशक की ओर से प्रयागराज स्थित शिक्षा विभाग के कार्यालयों के निरीक्षण के लिए गठित टीम ने बृहस्पतिवार को बेसिक शिक्षा परिषद, सीमैट, राज्य शिक्षा संस्थान, अपर निदेशक बेसिक शिक्षा के कार्यालयों का निरीक्षण किया। टीम की प्रमुख अपर शिक्षा निदेशक बेसिक शिक्षा निदेशालय लखनऊ सुत्ता सिंह ने कार्यालयों के निरीक्षण के दौरान वहां की आवश्यकताओं के बारे में पूछतांछ की और जानकारी लेने के बाद सुविधाएं बढ़ाने की सिफारिश की। उन्होंने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद एवं अपर निदेशक बेसिक शिक्षा प्रयागराज के कार्यालय में जहां से प्रदेश स्तरीय मुकदमों की सुनवाई की प्रक्रिया पूरी की जाती है, वहां अलग से लीगल सेल बनाए जाने की सिफारिश की। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट होने के चलते प्रयागराज के इन दोनों प्रमुख कार्यालयों में लीगल सेल होना चाहिए। टीम ने बेसिक शिक्षा परिषद के निरीक्षण में साफ-सफाई की व्यवस्था किए जाने और अधिकारियों को बैठने के लिए अलग-अलग चैम्बर की व्यवस्था किए जाने की सिफारिश की। उन्होंने अपर निदेशक बेसिक शिक्षा कार्यालय में अतिरिक्त कर्मचारियों को दूसरे कार्यालयों में समायोजित करने की बात कही। उन्होंने सीमैट में सभी विभागाध्यक्षों को बैठने के लिए अलग से चैम्बर की व्यवस्था की बात कही साथ ही कक्षाओं के संचालन के लिए गेस्ट हाउस में व्यवस्था करने की बात कही। राज्य शिक्षा संस्थान में साफ-सफाई करने का सुझाव दिया। स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद की ओर से प्रयागराज के प्रदेश स्तरीय कार्यालयों के लिए सुत्ता सिंह के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया है। यह टीम आगे भी निरीक्षण करके व्यवस्था सुधारने का सुझाव देगी। |
Posted: 22 Aug 2020 07:44 PM PDT TRAINING : शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थानों में बरकरार है अन्य संस्थानों का कब्जा, जांच में आई निकल कर बात प्रयागराज : एजूकेशन हब कहे जाने वाले प्रयागराज के शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थानों में अन्य संस्थानों का कब्जा है। उनमें से कुछ संस्थानों का अपना भव्य परिसर भी तैयार है लेकिन, उनका कब्जा दूसरे संस्थानों पर अब तक बरकरार है। अब मुहिम चलाकर उन्हें खाली कराने की तैयारी है। इनमें से अधिकांश संस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद यानी एससीईआरटी के तहत आते हैं। ऐसे सभी संस्थानों का खाका खींचा गया है, महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद से अनुमोदन मिलने के बाद कार्रवाई होगी। असल में, महानिदेशक स्कूल शिक्षा प्रयागराज मुख्यालय पर स्थित बेसिक शिक्षा के सभी कार्यालयों की पड़ताल करा रहे हैं। विशेष सचिव बेसिक शिक्षा सत्येंद्र कुमार व अपर शिक्षा निदेशक बेसिक शिक्षा लखनऊ सुत्ता सिंह की अगुवाई में पड़ताल शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रही। शहर के मनोविज्ञानशाला में इस संबंध में बैठक हुई। इसमें सामने आया कि आंग्ल भाषा शिक्षा संस्थान उप्र के हॉस्टल के कुछ हिस्से को माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र ने उस समय लिया था, जब उसके पास भवन आदि नहीं था। भव्य होने के बाद भी उसका कब्जा हॉस्टल पर अब तक बना है। इसी तरह से सीपीआई के भवन में राज्य विश्वविद्यालय संचालित हो रहा है, जबकि नैनी में उसका भवन बन चुका है। परिसर में दूसरे संस्थानों के संचालन से प्रशिक्षण आदि में दिक्कत आ रही है। ऐसे ही राजकीय शिशु प्रशिक्षण महिला महाविद्यालय के परिसर में शिक्षा प्रसार का सामान वर्षो से बंद है। वहीं, स्वरूपरानी अस्पताल के बगल में स्थित भवन का भी हाल है। इसमें तय किया गया कि इन संस्थानों को खाली कराया जाएगा। इसके लिए कमेटियां गठित की जाएंगी वे संबंधित संस्थानों से वार्ता करेंगे। बैठक में प्रयागराज के सभी संस्थानों के प्रमुख उपस्थित रहे और उन्होंने पूरा हाल बयां किया। अब पर्यवेक्षण टीम अपनी रिपोर्ट महानिदेशक को सौंपेगी और वहां से निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। यहां वरिष्ठ विशेषज्ञ राजेंद्र प्रसाद, विशेषज्ञ संजय शुक्ला, अवर अभियंता मनीष मिश्र व एसएन झा और अंकित जैन आदि थे। |
SCHOOL, ENGLISH MEDIUM : प्रदेश के अंग्रेजी माध्यम के परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती फंसी Posted: 22 Aug 2020 07:42 PM PDT SCHOOL, ENGLISH MEDIUM : प्रदेश के अंग्रेजी माध्यम के परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती फंसी प्रयागराज। प्रदेश के 13 जिलों में बेसिक शिक्षा परिषद के अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में हजारों शिक्षकों की तैनाती फंसी है। इन स्कूलों में पठन-पाठन के लिए शिक्षकों की योग्यता तय की गई थी।उसके लिए पहले से पढ़ा रहे शिक्षकों की पिछले साल ही लिखित परीक्षा कराई गई जिसके परिणाम के आधार पर साक्षात्कार व स्कूल आवंटन के लिए काउंसिलिंग तक करा ली गई। लेकिन अब तक पदस्थापन का आदेश जारी नहीं हो सका है। सूत्रों के अनुसार बेसिक शिक्षा परिषद ने इन जिलों में शिक्षकों के पदस्थापन का प्रस्ताव शासन को भेजा है और शासन की मुहर लगने के बाद ही प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। वहीं, अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ाने के इच्छुक शिक्षक बीएसए कार्यालय से बेसिक शिक्षा परिषद के अफसरों तक के चक्कर काट रहे हैं।लेकिन सबका जवाब यही है कि जब तक शासन से आदेश नहीं आता कुछ नहीं होगा। अकेले प्रयागराज में ही लगभग 500 शिक्षकों की तैनाती फंसी है। लखनऊ, मथुरा, अेहपुर वबदायु आदिकुल 13 जिले हैं जहां तैनाती नहीं हो सकी है। इस मामले में कुछ आवेदकों ने पहले से याचिका कर रखी है और कुछ अन्य मुकदमा करने जा रहे हैं। |
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