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Tuesday, August 25, 2020

न्यूज़ हिमाचली News Himachali | हिमाचल की No. 1 हिंदी वेबसाइट

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आखिर 16 दिनों के बाद चूड़धार के घने जंगलों से बरामद हुई डेड बॉडी

Posted: 24 Aug 2020 07:24 PM PDT


श्री रेणुका जी आखिरकार 16 दिन बाद चूड़धार के घने जंगल में लापता बुजुर्ग का शव बरामद कर लिया गया है। पुलिस ने चूड़धार सैंचुरी के जमनाला से शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। बता दें कि देवना गांव का 70 वर्षीय सुखदास नौहराधार से लापता हुआ था। 9 अगस्त को परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने बुजुर्ग की गुमशूदगी का मामला दर्ज किया था।

इसके बाद लगातार बुजुर्ग को ढूंढने के प्रयास जारी थे। चूड़धार के जंगल में ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिस ने सर्च आपरेशन तक चलाए। इस बीच सोमवार को बुजुर्ग मृत हालत में मिला। बताया जा रहा है कि किसी व्यक्ति को रास्ते में एक बैग बरामद हुआ। जिसमें अस्पताल की पर्ची मिली। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। इसके बाद पुलिस ग्रामीणों के साथ उस स्थान पर पहुंची जहां, बैग बरामद हुआ था।

यहां आसपास का जंगल तलाश करने के बाद पुलिस व ग्रामीणों को बुजुर्ग का शव बरामद हुआ। इसके बाद पुलिस ने शव कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। एएसआई चेतन चौहान ने बताया कि लापता बुजुर्ग का शव बरामद हो गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।

पीजीआई में 5 साल से जंग लड़ रहा है 23 साल का अमित, अब अमित को आर्थिक सहायता की जरूरत

Posted: 24 Aug 2020 07:14 PM PDT


Hamipur: विहाल पंचायत के मथोल गांव का 23 वर्षीय व्यक्ति जिंदगी और मौत से पीजीआई 5 साल से जंग लड़ रहा है, अमित कुमार जो कि 5 साल पहले पेड़ से नीचे गिर कर अपनी रीढ़ की हड्डी गवां चुका था, और पिछले 5 सालों से उसका इलाज पीजीआई चंडीगढ़ में चल रहा है| जिससे उसके परिवार को पैसे की बहुत जरूरत हैं, क्युकि अमित के पिता मजदूरी का काम करते थे पर अब अमित कुमार के इलाज के लिए उन्हें भी पीजीआई चंडीगढ़ में ही रहना पड़ रहा है क्युकि अमित कुमार को महीने में 5 बार पीजीआई में उनको बुलाया जाता है जिसके कारण उन्होंने पीजीआई हॉस्पिटल के नजदीक ही 5000 रुपए का एक कमरा किराए पर ले लिया है, 

लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते दिन प्रतिदिन अपने बेटे को बचाने की राह दूर होती जा रही है, क्युकि इनके पास जितनी जमा पूंजी थी इन्होंने उसको बेटे के इलाज में खर्च कर दिया है, पूर्व प्रधान निर्मला ठाकुर ने आज दिन तक इस युक्त के लिए क्षेत्र से लगभग 81000 की राशि वितरित करके इनको भेज चुकी है और इलाके के समाजसेवी कमलजीत ने भी 10000 रुपए की राशि को सहायता के लिए दी है लेकिन आज दिन तक इनके इलाज के लिए करीब 1000000 रुपए खर्चा चुका है और आगे भी इनको आर्थिक सहायता की बहुत ही ज्यादा जरूत हैं। 

हिमाचल प्रदेश और इस देश के दानी सज्जन जो इनको मुसीवत की इस घड़ी में इनकी आर्थिक सहायता कर सकते हैं , पीड़ित अमित कुमार के पीएनवी के अकाउंट नंबर ( 6414000100060020 ) पर सहायता राशि डाल सकते हैं या फिर मोबाइल नंबर 8627860659 पर भी संपर्क कर सकते हैं इस नंबर पर यह phonepay और googlepay भी यूज़ करते हैं, इस जरिये भी आप इनको वित्तीय मदद कर सकते हैं। 

दोस्तों इस तरह की मुसीबत किसी को भी आ सकती हैं। आज के इस दौर में हर इंसान phonepay, google pay यूज़ करता हैं कृपया करके हर इंसान अगर थोड़ी थोड़ी भी इनकी सहायता करेगा तो आप एक बच्चे को नया जीवन दे सकता है। इनका सहारा आप लोग ही हैं।।अगर दूसरा नंबर पे बात ना हो तो आप 7973242179 पे इनसे बात भी कर सकते हैं।

हमारे देश का कोई भी नागरिक अगर इस पोस्ट को पढ़ रहा हैं तो इनकी जरूर सहायता करें, जितनी भी आप कर सकते हैं और अपने दोस्तों को भी इनका सहयोग करने को बोले। आपका एक सहयोग किसी को नया जीवन दे सकता हैं।

दुनिया का ऐसा एक समुद्र जिसमें कोई नहीं डूबता और नहाने पर खत्म हो जाती है कई बीमारियां, जानिए इस समुद्र की रहस्यमई बातें

Posted: 24 Aug 2020 07:04 PM PDT


मृत सागर समुद्र तल से 440 मीटर नीचे, दुनिया का सबसे निचला बिंदु कहा जाने वाला सागर है। इसे खारे पानी की सबसे निचली झील भी कहा जाता है। 65 किलोमीटर लंबा और 18 किलोमीटर चौड़ा यह सागर अपने उच्च घनत्व के लिए जाना जाता हैकिसी ने ठीक ही कहा है, बिन पानी सब सुन !! जी हां, दुनियाभर में घुमने और अपनी छुट्टियों का पूरा मजा लेने के लिए लोग ऐसी जगहों पर जाना ज्यादा पसंद करते है जहां आस-पास पानी हो, क्योकि पिकनिक और घुमने का असली मजा तो पानी के किनारें पर ही आता है फिर चाहें वह नदी हो या फिर समंदर ।

 वैसे हर कोई समुद्र में तैरने की ख्वाहिश रखता है। लेकिन जिस बंदे को तैरना नही आता है वो बेचारा तो बिना तेरे ही और पानी का मजा लिए बगैर ही लौट जाता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे समुद्र के बारें में बताने जा रहें है, जिसमें कोई नही डूबता है, फिर चाहें आपको तैरना आता हौ, या नही !!

सुनकर झटका लगा ना, लेकिन यह सत्य है। दुनिया में एक ऐसा समुद्र भी है जहां पर कोई नही डूबता है फिर चाहें आपको तैरना आता हो या फिर नही। और तो और इस समुद्र में नहाने पर कई बीमारियों का इलाज तक हो जाता है। जी हां इस समुद्र का नाम है डेड सी हिंदी में बोले तो मृत सागर !

अब आप सोच रहें होंगे कि नाम से डेड सी और मरता कोई नही। जी हां यही कमाल है इस समुद्र का। असल में यह समुद्र इजराइल और जॉर्डन के बीच स्थित है जिसे दुनिया डेड सी के नाम से जानती है। और इस समुद्र को सॉल्ट सी भी कहा जाता है।

इसमें कई जहरीले खनिज लवण जैसे मैग्नीशियम क्लोराइड, कैल्शियम क्लोराइड, पोटेशियम क्लोराइड आदि भारी मात्रा में पाए जाते हैं। इन सभी लवणों की अधिकता के कारण यह सागर पौधों और जीवों के रहने के अनुकूल नहीं है। इस सागर के पानी का इस्तेमाल न तो पीने के लिए किया जा सकता है और न ही उसे किसी अन्य काम में।
दरअसल इस समुद्र को डेड सी कहने के पीछें एक कारण है और वह है कि इसमें कोई भी पौधा या जीव नहीं है, डेड सी को सॉल्ट सी भी कहा जाता है। इस समुद्र में नमक की मात्रा इतनी ज्यादा है कि इसका पानी बेहद खारा है इसी वजह से इसमें कोई जीव जंतु या फिर पौधे नहीं पनप पाते। ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि कही इस समुद्र में नहाना सेहत के लिए भी हानिकारक हो !!

जी नही, ऐसा बिलकुल भी नही है। माना कि इस समुद्र में कोई भी जीव जन्तु या पौधें नही हो लेकिन यह इंसानों के लिए सबसे सुरक्षित और लाभदायक समुद्र है। असल में डेड सी का पानी ह्यूमन बॉडी के लिए बहुत फायदेमंद है क्योंकि इसके पानी में कई प्रकार के मिनरल्स पाए जाते हैं।

यहां पर दूर-दूर से आने वाले पर्यटको और स्थानीय लोगो के अनुसार इस सागर में नहाने से सभी रोग दूर हो जाते है और स्किन के लिए तो यह अमृत के समान है। यहां के पानी में नमक की मात्रा अधिक होने के कारण ही इसमें कोई व्यक्ति नहीं डूबता। इसी वजह से लोग इस समुद्र में तैरना पसंद करते हैं।

यही कारण है पूरी दूनिया भर से लोग इस अनोखे समुद्र को देखने आते है और इसके पानी में गोते लगाकर मजें लेते है। इस समुद्र में नमक के टीलों को साफ तौर पर देखा जा सकता है। कभी ना डूबने के कारण यह यहा का खास स्पाॅट बनता जा रहा है। और लोग इसका आनंद लेने आते है। जिससे यहां के स्थानीय लोगो के लिए भी कमाई का अच्छा खासा जरिया बना चुका है।

एक खास बात और अगर आपको पानी में तैरते हुए अखबार, मैगजीन या कोई बुक्स पढनी हो तो भी यह एकदम सही स्थान है। यहां पर पानी में लेटकर आप आराम से ये सारें काम कर सकते है और अगर कुछ खाने पीने की इच्छा हो तो वो भी पूरी हो सकती है। बीमारियों के दूर होने के कारण यह समुद्र कई लोगों के लिए आस्था को केंद भी बना हुआ है।

मृत सागर कहों या फिर डेड सी इसकी बात ही कुछ और है यह समुद्र दुनिया के बीच तो लोकप्रिय हो चुका है लेकिन इसके पानी का स्तर लगतार नीचे गिरता जा रहा है जो एक चिंता का विषय है। दरअसल इस झील का स्रोत जॉर्डन नदी है, और पानी निकलते जाने के कारण यही नदी सूख रही है। और इसी के चलते मृत सागर भी मरने की ओर धीरें -धीरें अग्रसर है।

सुबह खाली पेट एक इलाइची खाकर गर्म पानी पीने से जड़ से खत्म हो जाते हैं ये 3 रोग

Posted: 24 Aug 2020 06:57 PM PDT


आपने कभी ना कभी इलाइची का सेवन जरुर किया होगा. इलाइची का ज्यादातर इस्तेमाल घर के किचन में खाना बनाते समय गरम मसाले के रूप में किया जाता है. यह खाने को स्वादिष्ट और खुशबूदार बनाता है. इसमें भरपूर मात्रा में कैल्श्यम, विटामिन, आयरन इत्यादि तत्व मौजूद होते है जो हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते है. आज हम आपको इस पोस्ट में बताने जा रहे है कि रोजाना खली पेट एक इलाइची खाकर गर्म पानी पीने से शरीर को क्या लाभ होते है. तो चलिए जानते हैं.

खाली पेट इलाइची खाने के फायदे:

1. अगर आप अपने शरीर का वजन काफी तेजी से घटाना चाहते है तो रोजाना सुबह खाली पेट एक इलाइची खाकर एक ग्लास गर्म पानी पिए. इससे शरीर में काफी तेजी से मेटाबोलिज्म बढ़ता है जो शरीर के वजन को तेजी से कम करने में मददगार है.

2. रोजाना एक इलाइची खाकर गर्म पानी पीने से शरीर में रक्त साफ़ होता है. साथ ही ब्लड सर्कुलेशन शरीर में सही से चलने लगता है जिससे हमारा शरीर फुर्तीला हो जाता है. 

3. सुबह खाली पेट रोजाना एक इलाइची खाकर एक ग्लास गर्म पानी पीने से चेहरे पर निखार आता है. साथ ही स्किन से जुडी समस्याए जड़ से समाप्त हो जाती है.

जानें कैसे इस बदलते मौसम में बीमारियों से पाएं छुटकारा

Posted: 24 Aug 2020 06:52 PM PDT


आजकल मौसम बदलने के साथ ही अलग-अलग बीमारियां भी लग जाती है। ये आती तो बदलते मौसम के साथ आती है। लेकिन शरीर को बुरी तरह तोड़ कर रख देती है। ऐसे में घर के कामकाज हो या फिर ऑफिस के काम दोनों में ही शरीर में आलस आने लगता है, साथ ही ये शरीर में कमजोरी भी ले आता है।अधिकतर इस मौसम में खांसी- जुकाम, कफ जैसी बीमारियां घेर लेती है। आइए आपको हम बताते है कि इस बदलते मौसम में लगने वाली बीमारियों से कैसे निजात पा सकते है। 

शरीर को गर्म सर्द होने से बचाएं 

बच्चे और बुजुर्गों का इम्यून सिस्टम स्ट्रांग नहीं होता। इस बदलते मौसम में ऐसा ध्यान रखें कि एकदम से ठंडे मौसम के बाद गर्मी लगे तो एकदम से अपने एसी के सामने ना जाएं। अगर बाहर कहीं जा रहे हैं खासकर दो पहिया वाहन जो है वह जरूर अपने शरीर को ढक कर रखें। 

बारिश में भीगने से बचें 

कई बार बीच-बीच में बारिश आ जाती है तो ऐसे में भीगने से बचें। इस मौसम में खुले में पड़े हुए फलों को ना खाएं और जूस भी खुले में रखे फलों का नहीं पिएं। 

बारिश का पानी इकट्ठा न होने दें 

इस मौसम में भूलकर भी बरसात का पानी इकट्ठा नहीं होने दें। क्योंकि ऐसा होने से मच्छर पैदा होता है और अपने साथ डेंगु, मलेरिया जैसी कई घातक बीमारियां लेकर आते है। 

इम्यून सिस्टम का रखें ख्याल 

अक्सर बच्चे और बुजुर्गों का इम्यू सिस्टम स्ट्रांग नहीं होता। जिस कारण बीमारियां जल्दी घेर लेती है। ऐसे में काढ़ा या इम्यूनिटी बुस्टर रोजाना पिएं। 

इन आसान उपायों को अपनी जिंदगी में अपनाइए और इस बरसात के मौसम में सबका ख्याल रखें।

अगस्त महीने का आखिरी बुधवार खोल देगा इन राशियों के किस्मत का द्वार, छप्पर फाड़ आएगा पैसा

Posted: 24 Aug 2020 06:48 PM PDT


इन राशियों पर भगवान शनिदेव की विशेष कृपा दृष्टि बनी रहेगी, इन राशि वाले लोगों को आने वाले दिनों में कई तरफ से लाभ मिलने के योग बन रहे हैं, भाग्य आपके पक्ष में रहेगा, शनिदेव इनकी झोली में सुख और खुशियां भर देंगे, घर परिवार के बड़े बुजुर्गों के स्वास्थ्य में सुधार आएगा,

आप अपने जीवन में नई ऊर्जा का अहसास करेंगे, व्यापार में आपको सफलता हासिल हो सकती है, आप सारे लक्ष्यों को अच्छे से पूरा कर पाएंगे, नई शुरूआत की कोशिश होगी, किसी काम में की गई मेहनत जरूर सफल होगी।

सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होगी। आप अपनी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह पूरा करेंगे, आपको किसी विशेष कार्य का अच्छा परिणाम मिल सकता है, आपको करियर में आगे बढ़ने के अवसर हासिल होंगे, आप अपने परिवार के लोगों के साथ किसी धार्मिक स्थल की यात्रा पर जा सकते हैं, अचानक बच्चों की उन्नति की खबर सुनकर आपको खुशी महसूस होगी, धन से जुड़ी हुई परेशानियों का शीघ्र ही समाधान हो सकता है,

ये 6 राशियाँ मेष, तुला, मीन, वृश्चिक, सिंह और धनु हैं

72 साल बाद महादेव हुए प्रसन्न, 4 राशियों को दे दिया करोड़पति बनने का संकेत

Posted: 24 Aug 2020 06:46 PM PDT


72 साल बाद महादेव हुए प्रसन्न, 4 राशियों को दे दिया करोड़पति बनने का संकेत आज का राशिफल : आज हम आपको ज्योतिष शास्त्र की उन चार भाग्यशाली राशियों के बारे में बता रहे हैं जिन पर 72 साल बाद महादेव बेहद प्रसन्न हो रहे हैं । इन राशियों को महादेव ने बनने का शुभ संकेत दिया है । महादेव की कृपा से इन राशियों की कुंडली में धन प्राप्ति का योग बन रहा है । आइए जानते हैं इन भाग्यशाली राशियों के बारे में विस्तार से। 
आपको अपने कार्यक्षेत्र में कोई अच्छी खबर सुनने को मिलेगी, पदोन्नति और वेतन वृद्धि की भी संभावना बन रही है आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। परिवारिक सुख में वृद्धि होगी और अचानक धन लाभ भी हो सकता है जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता हासिल करते हुए आगे बढ़ेंगे। वैवाहिक जीवन में ढेरों खुशियां बढ़ेंगे जिससे आप समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाने में कामयाब रहेंगे। कुछ नया और अलग करने की आदत आपको हमेशा सफलता दिलाएगी। 

इन राशि वाले लोगों का मन काफी खुश रहेगा, जो लोग बिजनेस के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं उनको लाभदायक एग्रीमेंट मिल सकता है । आपको अपनी मेहनत से अधिक लाभ मिलने के योग बन रहे हैं । इन राशि के लोग अपने लव पार्टनर के साथ कहीं घूमने फिरने की योजना बना सकते हैं । जो लोग शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं उनको प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल होगी, आप उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश जा सकते हैं, लंबे समय से चली आ रही स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां दूर होने वाली है। 

जिन भाग्यशाली राशियों के बारे में हम बात कर रहे हैं वह कुंभ, तुला, सिंह और कर्क राशि के जातक हैं । आप सभी भक्त लोग महादेव की कृपा पाने के लिए लिए सच्चे मन से "हर हर महादेव" अवश्य लिखें । 

हमारा उदेश्य ज्ञान को बढ़ाना है यहाँ पर हम अनमोल विचार , सुविचार , प्रेरणादायक हिंदी कहानियां , अनमोल जानकारी व रोचक जानकारी के माध्यम से ज्ञान को बढाने की कोशिश करते हैं। यदि इसमें आपको गलती दिखे तो तुरंत हमें सूचित करें हम उसको अपडेट कर देंगे।

घर के इस कोने में छुपा दें 101 रुपये, पूरे परिवार पर होने लगेगी धनवर्षा

Posted: 24 Aug 2020 06:42 PM PDT


इस संसार में हर व्यक्ति चाहता है कि उसके पास ढेर सारा पैसा हो. पैसा कमाने के लिए हर कोई दिन रात मेहनत करता है. आपने देखा होगा अक्सर कुछ लोगो के साथ ऐसा होता है कि वे जितनी भी मेहनत करे और जितना भी पैसा कमाए उनके पास पैसा टिकता नही है. कुछ लोग जितना भी पैसा कमाए उनके पास वो टिकता नही है.

तो अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा होता है या फिर आपको आपकी मेहनत का फल नही मिल पा रहा है तो आज हम आपके लिए एक ऐसा उपाय लेकर आए है जिसे अगर आप करते है तो आपको कभी जिन्दगी में पैसो की तंगी नही होगी.

अगर आप चाहते है कि आपके घर में लक्ष्मी का वास हो और पैसो को कोई कमी न हो तो आपको एक उपाय करना होगा. इस उपाय को आप कभी भी कर सकते है और हो सके तो आज रात में ही कर लें तो आपके ज्यादा सही होगा.

आप की जानकारी के लिए बता दे की, आपको करना क्या है – सबसे पहले आपको 101 रूपये लेने है और इन पैसो को आपको अपने घर में किसी ख़ास जगह पर रख देना है. जब आप इन पैसो को घर में रख देते है तो आपके घर में माँ लक्ष्मी स्वयं चली आयेगी और आपको जीवन में कभी पैसो की तंगी नही होगी. आपको ये उपाय कैसे करना है सबसे पहले आपको ये जानकारी होनी चाहिए.

आप की जानकारी के लिए बता दे की, आपने देखा होगा अगर हम किसी भी काम को सही ढंग से नही करते है तो हमे उसका फल नही मिलता है इसलिए धन सम्बंधी जुड़े इस उपाय को आपको कैसे करना है ये जानना आपके लिए बेहद जरुरी है. अगर आप इसे विधिपूर्वक करेंगे तो आपको इसका लाभ जरुर होगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें वैसे तो आप इस उपाय को कभी भी कर सकते है लेकिन अगर आप सही समय जानना चाहते है तो आपको ये उपाय शुक्रवार के दिन करना है.

शुकवार के दिन –

आप की जानकारी के लिए बता दे की, अगर आप इसे शुक्रवार के दिन करते है तो आपको माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है. शुक्रवार का दिन माँ लक्ष्मी का होता है जोकि धन की देवी है. उनकी कृपा जिस व्यक्ति पर हो जाती है उसे कभी भी पैसो की कमी नही होती है. इसलिए आपको शुकवार के दिन 101 रूपये लेने है. आपको सबसे पहले माँ लक्ष्मी की पूजा करनी है.

101 रूपये को किसी लाल कपड़े में –

रात के समय जब आप पूजा करते है उसी समय आपको माता लक्ष्मी की आरती करनी है उनके सामने घी का दीपक जलाना है और अपने मन की इच्छा माँ के सामने कहनी है. इसके बाद आपको 101 रूपये को किसी लाल कपड़े में बांधकर माँ का आशीर्वाद लेते हुए उसे पूर्व दिशा में छिपा देना है. ध्यान रखे कि आपको ये कपड़ा किसी ऐसी जगह पर छिपाना है जहाँ पर किसी की नजर न पड़े. इस उपाय को करने से आपकी सोई हुई किस्मत जाग उठेगी और आपके घर में माँ लक्ष्मी का वास होगा.

सिर्फ एक चम्मच: ये दिमाग में वहा तक पहुच जाता है जहा कोई दवाई नहीं पहुच सकती

Posted: 24 Aug 2020 06:41 PM PDT


सिर्फ एक चम्मच:  ये दिमाग में वहा तक पहुच जाता है जहा कोई दवाई नहीं पहुच सकती: आजकल सर दर्द आम बात है, सर दर्द के लिए भाई राजीव दीक्षित जी ने बहुत से इलाज बताए है जिसमे से कुछ आपके साथ साझा करना चाहेगे. सर के दर्द की सबसे अच्छी दवा आपके घर मे है और वो है देशी गाय का घी. थोड़े से घी को चम्मच में हल्का सा गर्म कर लो और इसको दोनों नाक मे एक एक बूंद डाल के सो जाओ.

इससे सब तरह का सर दर्द 15-20 मिनट मे ठीक हो जाता है और ये आपको रातको सोते समय ही करना है. इस गाय के घी के बहुत से फायदे है. इससे खराब से खराब बीमारियाँ ठीक होती है इससे जैसे किसी के नाक से खून आता है, जिसे नकसीर कहते है. उसकी ये सबसे अच्छी दवा है.

अगर किसी व्यक्ति के नाक से हर समय छिक आती रहती है या पानी निकलता रहता है, उसके लिए भी ये बहुत ही अच्छी दवा है. अगर किसी की नाक में हड्डी बढ़ गयी है उसकी भी ये सबसे अच्छी दवा है अगर किसी को साइनस है ये दवा उसमे भी काम करती है.

अगर किसी को इस्तोप्लिया है, इसमे हर समय सर्दी खांसी होती रहती है इसको ये नुस्खा दो दिन मे ही ठीक कर देता है. अगर किसी को रातको सोने के बाद नाक से संगीत निकलता है जिसको आप खराटे भी कहते है, ये उसकी भी बहुत अच्छी दवा है. इस दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारी है प्रीवियस स्ट्रोक, परलिसिस, ब्रेन हमरेज उसकी भी ये सबसे अच्छी दवा है. गाय का घी जिनको ब्रेन हमरेज हो जाता है, पारलिसिस हो जाता है, उनको कहो नाक मे घी डालकर सोये. 6 से 8 महीने में ये ठीक हो जायेगा

इन सबसे ज्यादा खतरनाक एक और बीमारी है, मिर्गी के दौरे पड़ना. ये बीमारी भी इससे बिलकुल ठीक हो जाती है. बस समय थोडा ज्यादा लगेगा लेकिन ठीक हो जाएगा. आजकल स्कूल collage के बच्चो को एक समस्या होने लगी है कि उनको पढाई हुई चीज याद नाह रहती, एक याद करते है तो पिछली भूल जाते है. ये दवा उनके लिए भी बहुत फायदेमंद है. यह गाय का घी स्मरण शक्ति बहुत तेज़ कर देता है.

गाय के घी के बारे में एक जानकारी आपको दे दूँ कि ये जितना पुराना होता है उतना ही अच्छा होता है. अगर पुराना गाय का घी मिले तो नाक का कैंसर ठीक कर देता है नाक का कैंसर जल्दी ठीक नही होता. लेकिन गाय का घी ठीक कर देता है. आपको एक सुझाव देता हूँ कि आप गाय का घी रखते जाओ, थोडा – थोडा. ये आपके लिए किसी दिन बहुत काम का है एक कांच की शीशी मे भरकर रख लो क्यूंकि कांच की शीशी मे ये खराब नही होता वैसे तो मिटटी के घड़े मे भी खराब नही होता लेकिन कांच की शीशी मे आप थोडा भी रख सकते हो

आपको सिर्फ इतना करना है कि देशी गाय का घी लेना है और हल्का गर्म करके रातको सोने से पहले दोनों नाक में एक एक बूंद डालनी है. और ये आपको बहुत फायदा देगा और ऊपर बताई गई सब बीमारी का इलाज भी करेगा.

GST काउंसिल की 41वीं बैठक 27 अगस्त को, वित्त मंत्रालय ने कहा पहले के मुकाबले कम हुआ जीएसटी स्लैब

Posted: 24 Aug 2020 06:35 PM PDT


वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) काउंसिल की 41वीं बैठक 27 अगस्त को होगी। यह बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी। खबर है कि इस बैठक में राज्यों के मुआवजा भुगतान और राजस्व में कमी को पूरा करने पर चर्चा हो सकती है।

इधर, सोमवार को वित्त मंत्रालय की तरफ से सिलसिलेवार ट्वीट किए गए। वित्त मंत्रालय ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को याद करते हुए वस्तु एवं सेवा कर (GST) और उसमें समय-समय पर किए गए तमाम सुधारों को याद किया है।

अधिकतर चीजों पर लगने वाले टैक्स रेट में कमी की गई

मंत्रालय के ट्वीट में कहा गया है कि जीएसटी को लागू किए जाने के बाद से अधिकतर चीजों पर लगने वाले टैक्स रेट में कमी की गई है। मंत्रालय ने कहा है कि अब 28 फीसदी के टैक्स स्लैब के अंतर्गत लग्जरी आइटम और डेट्रिमेंट्ल वस्तुएं ही रह गई हैं। इस टैक्स स्लैब के अंतर्गत 230 वस्तुएं थीं लेकिन करीब 200 वस्तुओं को कम टैक्स वाले स्लैब में शिफ्ट कर दिया गया।

सिनेमा टिकट पर पहले जीएसटी 35 प्रतिशत से 110 प्रतिशत था

सिनेमा टिकट पर पहले जीएसटी 35 प्रतिशत से 110 प्रतिशत था। बाद में इसे कम कर के 12 से 18 प्रतिशत के बीच रख दिया गया था। रोजाना के उपयोग वाले ज्यादातर आइटम शून्य या पांच प्रतिशत के जीएसटी टैक्स स्लैब में हैं। रेसिडेंशियल कांप्लेक्स के कंस्ट्रक्शन की टैक्स दरों में कमी आई और यह 5 प्रतिशत तथा एक प्रतिशत के स्लैब में हैं। कॉमन यूज आइटम जैसे बालों के तेल, टूथपेस्ट, साबुन आदि 29.3 प्रतिशत के टैक्स स्लैब से घटकर 18 प्रतिशत पर जीएसटी में आ गए हैं।

40 लाख रुपए तक के सालाना कारोबार वाले कारोबारियों को छूट

वित्त मंत्रालय ने अपने एक ट्वीट में यह भी कहा है कि अब 40 लाख रुपए तक के सालाना कारोबार वाले कारोबारियों को जीएसटी से छूट है। शुरूआत में यह सीमा 20 लाख रुपए थी। इसके अलावा 1.5 करोड़ रुपए तक के टर्नओवर वाले कंपोजिशन स्कीम भी चुन सकते हैं और 1 फीसदी कर का भुगतान कर सकते हैं।

बर्थडे पार्टी करने आ रहे युवती सहित 4 दोस्तों की मौत, जिसका जन्मदिन था वह नहीं आया

Posted: 24 Aug 2020 06:31 PM PDT


दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र से मुरथल के ढाबे पर दोस्त के जन्मदिन पर पार्टी मनाने जा रहे 5 दोस्तों की कार राहगीर को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित होकर हाइवे का डिवाइडर पार कर दूसरी लेन में प्रवेश कर गई और सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गई। इस दर्दनाक हादसे में एक लड़की समेत चार दोस्तों की मौत हो गई। वहीं एक दोस्त व राहगीर गंभीर रूप से घायल हो गए। बता दें कि घायल युवक को दिल्ली तथा राहगीर को रोहतक के पीजीआई में भर्ती कराया गया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-24 इलाके में दीप विहार के रहने वाले 23 वर्षीय तुषार गुप्ता, दिल्ली के जीटीके डिपो की रहने वाली 23 वर्षीय मेघा खत्री, रोहिणी सेक्टर-11 ई-2 के रहने वाले 23 वर्षीय वैभव सकराल, रोहिणी सेक्टर-9 के परवाना विहार के रहने वाले 23 वर्षीय शुभम शर्मा तथा रोहिणी के सेक्टर-14 में बंदा बहादुर अपार्टमेंट के रहने वाले 24 वर्षीय ज्योत स्वरूप शनिवार की देर रात दिल्ली से बर्थडे पार्टी मनाने मुरथल के ढाबे पर जा रहे थे।

वहीं बताया जा रहा है कि सभी दोस्त शुभम की ग्रैंड आई-10 कार में सवार थे। जिनमें शुभम कार चला रहा था और मेघा उसके साथ वाली सीट पर बैठी थी। तथा कार में पिछली सीट पर बाकी सभी दोस्त बैठे थे। जब वह लोग मुरथल से आगे पहलवान ढाबे के सामने पहुंचे तब कार के सामने से एक व्यक्ति सड़क पार करने लगा। उसे देखकर शुभम ने उसे बचाने का प्रयास किया और जिस कारण कार अनियंत्रित होकर सड़क के डिवाइडर से टकरा गई। इसके बाद कार पानीपत-दिल्ली वाले रॉन्ग लेन पर पहुंच गई। तभी दूसरी ओर से तेज रफ्तार में आ रहे ट्रक ने उसको टक्कर मार दी। जिसकी वजह से कार के परखच्चे उड़ गए।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस भयंकर हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए और कार सवार वैभव, मेघा, शुभम व तुषार की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं ज्योत स्वरूप गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों तथा राहगीरों ने ज्योति स्वरूप को गंभीर हालत में सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं लोकल पुलिस ने चारों के शवों को कब्जे में लेकर रविवार को पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। तथा आपको बता दें कि जो स्वरूप द्वारा दिए गए बयान के आधार पर पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

हिमाचल प्रदेश में 230 नई पंचायतों के गठन की अध‍िसूचना जारी

Posted: 24 Aug 2020 06:27 PM PDT


प्रदेश सरकार ने 230 नई पंचायतों के गठन की अधिसूचना जारी कर दी है। नई पंचायतों के गठन को लेकर 29 अगस्त तक आपत्तियां व सुझाव मांगे गए हैं। इन पंचायतों को लेकर सुझाव व आपत्तियाें को हटाने के बाद इनके गठन को मंजूरी प्रदान कर दी जाएगी। इन 230 के अलावा कुछ और पंचायतों को भी शामिल किया जा रहा है। अनुमोदित मापदंडों के अनुसार प्रदेश में बनने वाली 230 पंचायतों में जिला मंडी में 65, शिमला में 35,कांगड़ा में 33, कुल्लू में 28, चंबा में 18, सोलन में 17, बिलासपुर में 14, सिरमौर में आठ, हमीरपुर में नौ, किन्नौर में सात, लाहुल-स्‍पीति में चार, ऊना में दो नई पंचायतों का गठन प्रस्तावित है।

जिला,विकास खंड,नई पंचायत: बिलासपुर के घुमारवीं ब्‍लॉक के तहत दकड़ी, तियून खास, बाड़ी मझेवड़ा, अवारी खलीण, पलासला पंचायत अध‍िसूच‍ित की गई है। बिलासपुर सदर के ओयल नाेग, मलोखर, जमथल, निहारखण बासला, भोली पंचायत।

बिलासपुर के झंडूता की निहाण पंचायत और श्रीनयना देवी की ग्वालथाई पंचायत अधिसूचि‍त की गई है।

चंबा सदन में चंबी, हमल, घघरौता, निहूई, कुरैणा और मैहला फागड़ी, कुम्हारका, गाण्, टपूण, धरेड़ी पंचायत का गठन किया गया है। तीसा में सौठी, नेरा, भलोड़ी और टियात की मलूडा पंचायत है। भरमौर की सैहली पंचायत पांगी और सलूणी फ‍िंडरू, शौर व हडला पंचायत शामिल हैं।

हमीरपुर के बमसन में बराेहा व भरंनाग, भाेरंज ब्‍लॉक की नाहलवीं, रौंही, चौकी कनकरी पंचायत का गठन किया गया है। बिझड़ी में पटेरा, दैण, जनहैण और नादौन ब्‍लॉक की बर्धयाड पंचायत शामिल है।

लाहुल स्पीति के उदयपुर में सलग्रां, किशोरी, नामू, जुंडा पंचायत का गठन किया गया है। किन्नौर के कल्पा में युवारंगी और पूह में चुलिंग,डूबलिंग, अकपा खास पंचायत समेत निचार में बड़ा खंबा, काबा व चौरा पंचायत बनाई गई है। सोलन जिला के कंडाघाट में सैंज व रेहड़ पंचायत गठ‍ित की गई है। कुनिहार में सांई, रौड़ी, बरायली, क्यारड, जघून, बागा, पट्टा, चईंयाधार पंचायत का गठन किया गया है।

यह हैं मापदंड: जिनकी 2011 की जनगणना के अनुसार जनसंख्या 2000 तथा उससे अधिक है तथा परिवारों की संख्या 500 या उससे अधिक, ग्राम पंचायत के वर्तमान मुख्यालय से सबसे दूर वाले गांव की दूरी 5 किलोमीटर या उससे अधिक, गांव की संख्या 5 तथा उससे अधिक है। वर्तमान पंचायत तथा नव प्रस्तावित ग्राम पंचायत की जनसंख्या विभाजन के पश्चात न्यूनतम 600 होनी चाहिए। यह मापदंड पिछड़े क्षेत्रों के लिए भी लागू होगा। इसी प्रकार जनजातीय क्षेत्रों की उन ग्राम पंचायतों में से नई पंचायतें बनाई जाएंगी, जिनकी जनसंख्या 750 और उससे अधिक है। वर्तमान पंचायत तथा नव प्रस्तावित ग्राम पंचायत की जनसंख्या विभाजन के पश्चात न्यूनतम 300 होनी चाहिए।

बेटी को पढ़ाने के लिये परिवार से लड़ी अनपढ़ लेडी सिंघम मां, बेटी ने IAS बन पूरा किया सपना

Posted: 24 Aug 2020 06:24 PM PDT


भारतीय समाज में अभी भी बेटियों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए कई बाधाओँ को पार करना होता। उसमें से ही एक बाधा हमारे समाज में मौजूद सामंती सोच है जो लड़कियों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं जैसे मसलों को तय करती है। उसमें से एक पढ़ाई लिखाई का सवाल भी है। ऐसी सोच रखने वाले समाज को लड़कियों का 10वीं या 12वीं तक पढ़ना तो हजम हो जाता है, लेकिन अगर इसके आगे की पढ़ाई की बात उठती है तो कह दिया जाता है कि लड़कियां इतना पढ़-लिख कर क्या करेंगी।

ये समाज एक घर के आस पास ही लड़कियों को पढ़ाने के लिए तो किसी तरह राजी हो जाता है लेकिन जब बात बाहर जाकर पढ़ने की होती है, तो उन्हें अक्सर अपने सपनों से समझौता करना पड़ता है। कुछ यही कहानी आईएएस अनुराधा पाल की रही, जिन्हें पढ़ाई के लिए समाज से ही नहीं अपने घर वालों से भी संघर्ष करना पड़ा। लेकिन उनका साथ दिया उनकी मां ने जो खुद तो नहीं पढ़ पाईं पर अपनी बेटी को पढ़ाने के लिए अपने परिवार से लड़ गईं। उनकी मां ने यहां तक कह दिया था कि अगर मेरी बेटी को इस घर में रहकर नहीं पढ़ने दिया जाएगा तो मैं घर छोड़ दूंगी। अनुराधा की मां का ये संघर्ष बेकार नहीं गया। अनुराधा जब आइएएस ऑफिसर बनी तो उनपर पूरे गांव को गर्व हुआ। उत्तराखंड में एसडीएम रहते हुये वे लोगों के दिलों में बस गईं और खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर लेडी सिंघम का खिताब भी हासिल कर लिया।

हरिद्वार की रहने वाली अनुराधा बेहद साधारण परिवार से हैं। उनके पिता दूध बेचकर परिवार का भरण पोषण करते थे, वहीं उनकी मां एक ग्रहणी हैं। घर में कोई पढ़ाई लिखाई का माहौल नहीं था मां अनपढ़ थी और पिता पांचवी पास। गांव में बाकी परिवार की तरह उनका परिवार भी यही चाहता था कि जल्द बिटिया बड़ी हो और उसकी शादी कर अपना फर्ज निभा लिया जाए। 

अनुराधा बाकी बच्चों के मुकाबले पढ़ने में तेज थीं, बिटिया में इस गुण को देखते मां खूब खुश होती और उसकी पढ़ाई के मामले में अक्सर उसका पक्ष लेती। अनुराधा ने जब सरकारी स्कूल से पांचवी पास की तो जवाहर नवोदय विद्यालय का फॉर्म भरवा दिया गया। अनुराधा ने परीक्षा पास कर ली, लेकिन घरवाले बेटी को बाहर नहीं भेजना चाहते थे। इसके पीछे उनकी मां अड़ गईं और बेटी को पढ़ने भेजा। वहां से अनुराधा ने 12वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद आईआईटी रुड़की में एडमिशन लिया तो अब पढ़ाई के लिए पैसे नहीं थे। मां ने लोन लेकर बिटिया का एडमिशन कराया।

इसके बाद अनुराधा ने यूपीएससी परीक्षा देने का मन बनाया जिसकी तैयारी के लिए वो दिल्ली आ गईं। उन्हें अपनी आर्थिक स्थिति का पता था इसलिए उन्हें जल्द से जल्द कोई नौकरी चाहिए थी। पैसों की कमी के चलते अनुराधा ने दिल्ली आकर ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया और अपनी पढ़ाई का खर्च खुद ही उठाने लगीं। 2012 में वो पहली बार परीक्षा में बैठी और सफल रहीं। परिवार से लेकर गांव वालों तक सबको खबर पहुंची तो सब भौंचक्के रह गए। अनुराधा को परीक्षा में 451वीं रेंक मिली जिस कारण उन्हें आई.आर.एस का पद मिला।

इससे वो संतुष्ट नहीं थी लेकिन उन्होंने दो साल यही नौकरी की और फिर से तैयारी कर 2015 में वो फिर से परीक्षा में बैठीं। इस बार उन्हें 62वीं रेंक मिली जो कि काफी बेहतर थी और इस बार उन्हें अपनी पसंद की पोस्ट मील गई। अनुराधा अपनी सफलता के श्रेय अपनी मां को देते हुए कहती हैं कि उन्होेंने मेरे लिए बहुत से बलिदान दिए हैं। आज पूरे परिवार को उन पर गर्व है।

इन 5 भारतीय क्रिकेटर्स ने की है तलाकशुदा महिलाओं से शादी

Posted: 24 Aug 2020 06:20 PM PDT


जब प्यार होता है तो दो प्रेमियों को कोई सरहद, कोई मजहब मिलने से नहीं रोक सकती. क्रिकेट की दुनिया में भी बहुत से खिलाड़ियों ने इस कहावत को सच कर दिखाया है. वहीं प्यार मोहब्बत के मामले में भारतीय क्रिकेटर्स का भी कोई जवाब नहीं है. ऐसे कई भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने पहले से शादीशुदा महिलाओं से शादी की है. हालांकि जब उन्होंने शादी की तो परिवार के साथ-साथ समाज का विरोध भी उन्हें झेलना पड़ा था, मगर इन सबकी परवाह किए बगैर इन खिलाड़ियों ने मोहब्बत का साथ नहीं छोड़ा. तो चलिए आज इस स्टोरी में हम आपको ऐसे ही भारतीय क्रिकेटर्स के बारे में बताने वाले हैं, जिन्होंने तलाकशुदा महिलाओं से प्यार किया और शादी भी की.
वेंकटेश प्रसाद: भारतीय क्रिकेट के पूर्व गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने जयंती से साल 1996 में शादी की थी. प्रसाद से मिलने से पहले जयंती का तलाक हो चुका था. आपको बता दें कि जयंती और प्रसाद की पहली मुलाकात अनिल कुंबले के जरिए हुई थी.

मुरली विजय



निकिता वंजारा क्रिकेटर मुरली विजय के दोस्त दिनेश कार्तिक की पहली पत्नी थीं. निकिता जब कार्तिक की पत्नी थीं तब मुरली के साथ उनका अफेयर शुरू हो गया. जब इस बात का पता दिनेश कार्तिक को चला तो दोनों का तलाक हो गया, जिसके बाद निकिता और मुरली विजय ने शादी कर ली.

अनिल कुंबले


भारतीय क्रिकेट टीम के महान गेंदबाज अनिल कुंबले ने साल 1999 में चेतना से शादी की थी. चेतना का उस वक्त तलाक हो चुका था. पहले पति से उनकी एक बेटी भी है जिसे कुंबले बेहद प्यार करते हैं.

शिखर धवन



टीम इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज शिखर धवन ने अपने से 10 साल बड़ी आयशा मुखर्जी से साल 2012 में शादी की थी. आयशा एक तलाकशुदा महिला हैं और पहले पति से उनकी दो बेटियां भी हैं जो अब शिखर और आयशा धवन के साथ ही रहती हैं.

मोहम्मद शमी



भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने साल 2014 में हसीन जहां से शादी की थी. हसीन तलाकशुदा और एक बेटी की मां भी थीं. हालांकि अब हसीन और शमी अलग हो चुके हैं, मगर उनका आधिकारिक तलाक नहीं हुआ है.

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