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Sunday, September 27, 2020

बेसिक शिक्षा न्यूज़ । Basic Shiksha News

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Link to Basic Shiksha News। प्राइमरी का मास्टर

BED, CIRCULAR, EXAMINATION : संयुक्त प्रवेश परीक्षा बी0 एड0-2020 सम्पन्न कराये जाने सम्बन्ध में ।

Posted: 27 Sep 2020 01:22 AM PDT

BED, CIRCULAR, EXAMINATION : संयुक्त प्रवेश परीक्षा बी0 एड0-2020 सम्पन्न कराये जाने सम्बन्ध में ।

CIRCULAR, RTE : निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 32 के अन्तर्गत शिकायतों के निराकरण हेतु वेबिनार के माध्यम से संवाद करने के सम्बन्ध में उ0प्र0 राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग का पत्र

Posted: 26 Sep 2020 08:42 PM PDT

CIRCULAR, RTE : निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 32 के अन्तर्गत शिकायतों के निराकरण हेतु वेबिनार के माध्यम से संवाद करने के सम्बन्ध में उ0प्र0 राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग का पत्र





SHIKSHAMITRA, UPTET : प्री-प्राइमरी में भी हो रही टीईटी की तैयारी, शिक्षामित्रों को झटका

Posted: 26 Sep 2020 08:39 PM PDT

SHIKSHAMITRA, TET : प्री-प्राइमरी में भी हो रही टीईटी की तैयारी, शिक्षामित्रों को झटका


उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू करने की तैयारी हो रही है। इसके तहत बेसिक शिक्षा विभाग | ने जो प्रावधान किए हैं उसमें पूर्व | प्राथमिक शिक्षा कक्षा 12 तक के | शिक्षकों के चयन के लिए टीईटी अनिवार्य किया जाना है। इसी प्रबंधन ने 1.30 लाख शिक्षामित्रों की पूर्व प्राथमिक में समायोजन की आखिरी उम्मीद भी तोड़ दी है।



27 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट से बगैर टीईटी सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त होने के बाद 1.37 लाख शिक्षामित्रों के सामने संकट पैदा हो गया था। प्रदेश सरकार ने पिछले साल अक्तूबर में 1.89 लाख   आंगनबाड़ी को प्री-प्राइमरी स्कूल बनाने का निर्णय लिया था। नई नीति में 3 से 6 वर्ष की आयु वर्ग को प्री प्राइमरी स्कूल में शिक्षा देना अनिवार्य है। 


शिक्षामित्रों को उम्मीद जगी थी कि पूर्व प्राथमिक स्कूलों में परिवर्तित हो रहे आंगनबाड़ी में समायोजन हो जाएगा।आप यह खबर प्राइमरी का मास्टर डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं। सात हजार शिक्षामित्रों को 68,500 भर्ती में नौकरी मिल गई शेष 1.30 लाख संघर्ष कर रहे हैं। टीईटी नहीं करने के कारण समायोजन निरस्त हुआ था। 


महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद ने एक सितंबर को सभी डीएम को पत्र लिखकर पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के उद्देश्य से किए प्रावधान,कार्य योजना के प्रचार-प्रसार और विस्तृत चर्चा के निर्देश दिए हैं। उसी पत्र में पूर्व प्राथमिक से कक्षा 12 तक टीईटी अनिवार्य करने की भी बात है।


1.70 लाख में से 1.37 लाख हुए थे समायोजित
प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में 2001 से विभिन्न चरणों में प्रदेश में 1.70 लाख शिक्षामित्र नियुक्तहुए थे। इनमें से 1.37 लाख का समायोजन हो सका था जो बाद में निरस्त हो गया। शेष 33 हजार शिक्षामित्र पूर्व की स्थिति में हैं।


शिक्षामित्रों की नियुक्ति कक्षा एक एवं दो के बच्चों को पढ़ाने के लिए की गई थी जिसका उन्हें 20 वर्ष का अनुभव है। ऐसे में राज्य सरकार को चाहिए कि प्री-प्राइमरी में शिक्षामित्रों को समायोजित कर उनका भविष्य सुरक्षित करे। टीईटी नए अभ्यर्थियों पर लागू हो शिक्षामित्रों पर नहीं। -कौशल कुमार सिंह, प्रदेश मंत्री, उप्र प्रा. शिक्षामित्र संघ

BED, NCTE : चार साल के बीएड कोर्स की मांग ज्यादा, मान्यता लेने के लिए एनसीटीई के दरवाजे कॉलेजों की लगी लाइन

Posted: 26 Sep 2020 08:36 PM PDT

BED, NCTE : चार साल के बीएड कोर्स की मांग ज्यादा, मान्यता लेने के लिए एनसीटीई के दरवाजे कॉलेजों की लगी लाइन



प्रदेश में स्नातक के साथ बीएड के चार वर्षीय कोर्स की ज्यादा मांग होने लगी है। इस कोर्स की मान्यता लेने के लिए प्रदेश के 2200 महाविद्यालयों ने राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) का दरवाजा खटखटाया है। हालांकि इन प्रस्तावों पर अभी तक कोई पहल नहीं हुई है। जाहिर है कि ज्यादातर ने नए चार वर्षीय कोर्स के लिए आवेदन कर रखा है।



एनसीटीई की मान्यता मिलने के बाद ही विश्वविद्यालयों से संबद्धता के लिए आवेदन किया जा सकता है। प्रदेश में फिलहाल दो वर्षीय बीएड कोर्स संचालित है। इस कोर्स में दाखिला स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही लिया जा सकता है। चार वर्षीय नए कोर्स में दाखिला इंटरमीडिएट के बाद होगा। इस तरह तीन वर्षीय स्नातक के बाद बीएड में एक साल ही समय लगेगा। मौजूदा समय में स्नातक के बाद बीएड करने में पांच साल लगते हैं। एक समस्या यह भी है कि परास्नातक की डिग्री प्राप्त करने लेने वाले को भी दो वर्षीय बीएड कोर्स करना पड़ता है।


प्रदेश में मौजूदा बीएड कोर्स संचालित करने वाले महाविद्यालयों की संख्या 2200 से ही आसपास है। इससे नई शिक्षा नीति में भी इसी चार वर्षीय कोर्स को आगे जारी रखने का प्रावधान होने से इसका आकर्षण और बढ़ा है। नई शिक्षा नीति लागू करने को गठित उच्च शिक्षा विभाग की स्टीयरिंग कमेटी के एक सदस्य ने बताया कि इस नए कोर्स के बारे में उत्साहजनक 'फीडबैक' मिल रहा है। स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने सरकार को दोनों पाठ्यक्रम साथ-साथ संचालित करने का सुझाव दिया है।

SHIKSHAK BHARTI : 69000 शिक्षक भर्ती जल्द जारी हो सकती है 31661 अभ्यर्थियों की सूची

Posted: 26 Sep 2020 08:35 PM PDT

SHIKSHAK BHARTI : 69000 शिक्षक भर्ती जल्द जारी हो सकती है 31661 अभ्यर्थियों की सूची

 

प्रयागराज। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में 69 हजार शिक्षक भर्ती के तहत 31 हजार 661 अभ्यर्थियों की लिस्ट जल्द जारी की जा सकती है। सोमवार या मंगलवार को यह लिस्ट जारी होने की उम्मीद है। इसके बाद काउंसलिंग कराई जाएगी और फिर सहायक अध्यापक के पदों पर चियनित अभ्यर्थियों को स्कूल आवंटित किए जाएंगे।

परिषदीय स्कूलों में 69 हजार शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था। परीक्षा के बाद एक जून को परिणाम भी जारी कर दिया गया और चयनित अभ्यर्थियों की पहले दिन काउंसलिंग भी हो गई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने रिजल्ट पर स्टे लगा दिया था। अब शिक्षामित्रों के 37 हजार 339 पदों को छोड़कर बाकी 31 हजार 661 पदों का परिणाम घोषित किया जाना है। यह परिणाम अगले सप्ताह जारी किए जाने की तैयारी है। 


सूत्रों का कहना है कि शनिवार और रविवार को एनआईसी बंद रहता है। ऐसे में सोमवार या मंगलवार को लिस्ट जारी की जा सकती है।


उधर, सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले में प्राप्तांक एवं पूर्णांक के संशोधन की अनुमति दे दी है। सुप्रीम कोर्ट के इसी आदेश के आधार पर हाईकोर्ट ने भी कुछ मामलों में आदेश जारी किए हैं। ऐसे में 31 हजार 661 शिक्षकों की मेरिट भी प्रभावित हो सकती है। बेसिक शिक्षा परिषद को 31 हजार 661 शिक्षक भर्ती की लिस्ट जारी करने से पहले प्राप्तांक एवं पूर्णांक में संशोधन की प्रक्रिया भी पूरी करनी होगी।

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