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Sunday, September 6, 2020

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प्राचीन भारत की सैन्य परंपरा

Posted: 06 Sep 2020 12:23 AM PDT

प्राचीन भारत की सैन्य परंपरा

लेखक - राजबहादुर शर्मा, 
लेखक से.नि. ब्रिगेडियर और रक्षा मामलों के विशेषज्ञ हैं।

भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे पुरानी सामाजिक संस्कृति है। वायुपुराण में भरत की कहानी आती है जो कि आधुनिक इतिहासकारों की समझ से परे है। पिछले हजारों वर्षों में स्थानीय और विदेशियों द्वारा बड़ी संख्या में रचे गए साहित्य, पुरातात्विक प्रमाणों और मजबूत मौखिक तथा संपुष्ट मौखिक परंपराओं से हमारी प्राचीनता और हमारी सभ्यता की श्रेष्ठता साबित होती है। हमारी सभ्यता में आध्यात्मिकता से लेकर दर्शन, राजनीति, अर्थशास्त्र, कला, विज्ञान, तकनीकी, उद्योग, प्रशासन और यहाँ तक कि युद्ध और शांति तक मानव जीवन के हरेक आयामों का विकास हुआ था। यह सब कुछ केवल तभी संभव है, जब लंबे समय तक देश में शांति रही हो जोकि अपने लोगों और अपनी भौगोलिक सीमाओं की सुरक्षा के बिना संभव नहीं है।

हमारी सभ्यता का प्रारंभ मानव सभ्यता के इतिहास से होता है। आधुनिक इतिहासकारों द्वारा स्वीकृत सिंधु घाटी सभ्यता और वैदिक काल ईसा के हजारों वर्ष पुराने हैं। इसके बाद उपनिषदों का काल आता है, फिर रामायण और महाभारत और उसके बाद पांड्यन, मौर्य, अशोक, सातवाहन और अंतत: मगध का गुप्त साम्राज्य जैसे महान राज्य हुए। इस दौरान देश में विभिन्न कालखंडों में विभिन्न स्थानों पर महान गणतंत्र राज्यों का भी उदय हुआ।

भारतीय सभ्यता की सीमाएं इतिहास के विभिन्न कालखंडों में विशालतम अवस्था तक पहुँची और कई बार उनमें काफी संकुचन भी आया। उत्तर और दक्षिण की सीमाओं के लिए सामान्यत: हिमालय और महासागर का सीमांकन किया जाता था, इसकी पश्चिमी सीमाएं कैस्पियन सागर तक विस्तीर्ण रही हैं। पूरब में वर्तमान बांग्लादेश और म्यामांर तक हमारी सीमाएं रही हैं। इस प्रकार हमारी सांस्कृतिक सीमाएं पहली शताब्दी के अंत तक इरावाडी नदी जिसे स्थानीय भाषा में ऐरावाड्डी (इंद्र के ऐरावत हाथी के नाम पर) कहा जाता था और ऑक्सस नदी जो आज अमू दरिया के नाम से जानी जाती है, के बीच तक फैली हुई थीं। उत्तर में सागरमाथा जो कि आज माउंट एवरेस्ट के नाम से प्रसिद्ध है से लेकर श्रीलंका तक भारत ही था।

राजनीति संबंधी भारतीय ग्रंथों में राज्य और राष्ट्र शब्दों की चर्चा बहुतायत में पाई जाती है। इन्हीं शब्दों का बाद में आधुनिक विद्वानों ने स्टेट और नेशन में अनुवाद कर दिया जोकि पश्चिमी मूल के शब्द हैं। राज्य के लिए स्टेट शब्द का प्रयोग तो ठीक है, परंतु राष्ट्र का अनुवाद नेशन करना ठीक नहीं है।
स्वाभाविक ही है कि 55 शताब्दियों से पुराने और एक महादेश के आकार के राज्य तथा राष्ट्र की नीतियों के बारे में यथातथ्य विवरण दे पाना संभव नहीं है। प्रमाणों से पता चलता है प्राचीन भारत में राज्य का काम विदेशी आक्रमणों से लोगों की रक्षा करने तक सीमित था। आंतरिक कानून व्यवस्था का पालन पारंपरिक नियमों के प्रति श्रद्धा पैदा करके करवाया जाता था। वैदिक राजा धर्मपति यानी धर्म अर्थात् कानून के पालक हुआ करते थे। हालांकि वैदिक काल से मौर्य काल के बीच में राज्य के अधिकार तथा कर्तव्यों में काफी वृद्धि हुई। साम्राज्य युग के प्रारंभ होते-होते राज्य के कर्तव्यों में सामाजिक, आर्थिक और आध्यात्मिक सभी आयाम शामिल हो गए। सामाजिक व्यवस्थाओं का संवर्धन और विद्वानों, कलाकारों, शिल्पकारों के संरक्षण द्वारा शिक्षा, कला, अध्ययन को प्रोत्साहन देना भी राज्य के काम माने गए। यहाँ तक कि धर्मशालाएं, सामुदायिक भवन और अस्पताल जैसी नागरिक सुविधाएं भी राज्य द्वारा संचालित की गईं, ताकि प्राकृतिक आपदाओं के समय किसी प्रकार का दबाव समाज पर न रहे।

अन्य सभी सभ्यताओं की ही भांति यहाँ भी समाज के शारीरिक बल को संरक्षण, संवर्धन और उपयोग करना एक जीवंत राज्य अनिवार्य हिस्सा था। एक ओर विजेताओं ने न केवल अपनी वीरता प्रदर्शित करने तथा गौरव बढ़ाने के लिए, बल्कि राज्य का धन और संसाधन बढ़ाने के लिए युद्ध लड़े, दूसरी ओर विजितों ने अपने पूर्वजों के सम्मान की रक्षा और अपने देवताओं के मंदिरों की रक्षा के लिए अपनी आहूति देकर ख्याति अर्जित की।

अर्थशास्त्र में तीन प्रकार के सैन्य अभियानों का वर्णन मिलता है जिन्हें सामान्यत: दिग्विजय या विश्वविजय कहा जाता था। ये हैं – धर्मविजय यानी धर्म के लिए अभियान, लोभविजय यानी धन के लिए अभियान और असुरविजय यानी राक्षसी उद्देश्यों के लिए अभियान। इनमें से सबसे श्रेष्ठ धर्मविजय, उससे कम लोभविजय तथ सबसे निकृष्ट असुरविजय को माना जाता था। धर्मविजय में विजित राजा को बाध्य किया जाता था कि वह विजेता को सम्मान और न्यायोचित कर प्रदान करे। लोभविजय में विजित राजा को भारी मात्रा में धन अथवा अपने राज्य का एक भूभाग या दोनों ही देना होता था। असुरविजय में पराजित राज्य का पूरी तरह नाश कर दिया जाता था। अन्य देशों जहाँ मात्स्य न्याय यानी बड़ी मछली छोटी मछली को खा जाती है, का सिद्धांत प्रचलित था, भारत में इसके विपरीत हमारे प्राचीन मनीषियों का कहना था कि कमजोर राज्य शांति को बनाए रखें और जो मजबूत राज्य हैं, वे युद्ध करें।

काल के प्रवाह में समाज में क्षत्रिय नामक योद्धा जाति का विकास हुआ जिसकी जीविका का साधन ही युद्ध और शासन करना था। क्षत्रियों को युद्ध के लिए सन्नध रहने के लिए विविध प्रकार की सहायताओं और सेवाओं की आवश्यकता पड़ती थी। जैसे कि युद्ध कौशल तथा भंडार, संचार और सूचना के साधन, पानी की आपूर्ति, सैनिकों तथा हाथी, घोड़े आदि पशुओं के लिए भोजन-सामग्री, शिविर तथा युद्ध के दौरान घायलों के लिए चिकित्सकीय सुविधाएं आदि। अभियान के दौरान उनके साथ लुहार, रथशिल्पी, मोची, धोबी, नाई, सफाईकर्मी आदि सभी चला करते थे। इसी तरह उनके साथ बड़े आपूर्तिकर्ताओं, सभी प्रकार के व्यापारियों, बैंककर्मियों, नाविकों, प्रशासकों और योद्धाओं की भी एक टोली होती थी। विविध इलाकों की सेनाएं जब साथ मिल कर युद्ध लड़ती थीं, तो उनके साथ बड़ी संख्या में दुभाषिए भी हुआ करते थे। कुल मिलाकर सैन्य अभियानों का विशाल आयाम हुआ करते थे। विस्तार से जानने के लिए हम महाभारत को पढ़ सकते हैं।

अधिकांश स्मृतियों में राजा को युद्ध से बचने की ही राय दी गई है। उनके अनुसार धर्म यानी कानून की स्थापना के अलावे की जाने वाली हिंसा राजा की कीर्ति को नष्ट करती है और उसे नरकगामी भी बनाती है। अशोक एक महान सम्राट हुआ जिसने गौरव के लिए किए जाने वाले युद्ध की परंपरा को तोड़ते हुए धर्मविजय को एक नई परिभाषा प्रदान की। इसके अंतर्गत धर्म का प्रसार करना ही धर्म के लिए युद्ध माना गया।

प्राचीन भारत में योद्धाओं ने सुपरिभाषित युद्धनियमों का विकास और पालन किया। हमारे पूर्वजों ने हमेशा से दूसरे देशों के पीडि़तों को शरण दी, परंतु स्वयं का खून-पसीना केवल भारतवर्ष के लिए बहाना ही उचित समझा। इसलिए उन्होंने कभी अपनी सीमाओं के बाहर जाकर युद्ध नहीं छेड़ा। यह भी एक अनिवार्य नियम था कि राज्य के युद्धों के बाद भी सामाजिक, आर्थिक और आध्यात्मिक गतिविधियाँ सहजता तथा निर्लिप्तता से चलती रहनी चाहिए। इस बात को भारत आए एक ग्रीक राजदूत ने भारतीय युद्धनीति की एक विशेषता के रूप में उद्धृत किया है। उसने लिखा है – जहाँ अन्यान्य देशों में यह सामान्य बात है कि युद्ध के दिनों में खेत बंजर बड़े रह जाते हैं, वहीं भारत में युद्ध के दौरान भी किसान बिना किसी खतरे के निर्बाध रूप से खेती करते रहते हैं। दोनों ही तरफ के योद्धा यह ध्यान रखते हैं कि वे किसी भी किसान को नुकसान नहीं होने दें, शत्रु के जमीन पर आगजनी न करें, पेड़ों को न काटें। प्रोफेसर एच.एच. विल्सन ने प्राचीन काल की युद्धनीतियों का काफी प्रशंसा की है। इसी प्रकार सातवीं शताब्दी में आए चीनी यात्री ह्वेनसांग ने भी लिखा है कि पर्याप्त युद्ध और शत्रुता के बाद भी देश का सामान्य जन इससे प्रभावित नहीं होता था।
✍🏻साभार - भारतीय धरोहर पत्रिका
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हवा का रूख (हिंदी ग़ज़ल)

Posted: 05 Sep 2020 09:56 PM PDT

हवा का रूख (हिंदी ग़ज़ल)

बहुतों का दिल दहल रहा है।

देख हवा का रुख बदल रहा है।१।
दिखाने को सलाह पर सलाह है,
लेकिन सच में वह जल रहा है।२।
बाजी पलट दिया अचानक कैसे, 
उसे यही कारामात खल रहा है।३।
तुम मेरा करामात देखते रहो जरा,
देखो उधर तिल-तिल गल रहा है।४।
हम नेस्तनाबूद कर रख देंगें सब,
बेकार में बच्चों सा मचल रहा है।५।
देश दुनियां की पहचान है मुझे,
मैं जानता हूं कहां-कैसे छल रहा है।६।
वही आस्तिन का सांप कहा जाता,
ज़ो हमेशा से आपका बगल रहा है।७।
नहीं बदला "मिश्रअणु" आज भी,
वहीं है आज भी जो कल रहा है।८।
        --:संजय कुमार मिश्र "अणु"
           वलिदाद,अरवल (बिहार)
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कार्यसमिति की बैठक में विधानसभा चुनाव की रणनीति पर की गई चर्चा

Posted: 05 Sep 2020 06:22 PM PDT

विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और नेता अब चुनावी मोड में नजर आने लगे हैं। शुक्रवार की देर शाम नगर भाजपा कार्यसमिति की बैठक मां चित्र मंदिर सभागार में सम्पन्न हुई। नगर अध्यक्ष अमरनाथ पाठक की अध्यक्षता तथा महामंत्री कृष्ण मोहन पोद्दार के संचालन में सम्पन्न बैठक में भाजपा नेता व नगर पार्षद सिधेश आर्य ने कहा कि कार्यकर्ता संगठन की रीढ़ होते हैं।

सांगठनिक मजबूती के साथ कार्यकर्ता लगातार केन्द्र व राज्य सरकारों की जनकल्याणकारी विकास योजनाओं को लेकर आम जनता के बीच सीधा संवाद स्थापित कर रहे हैं। कहा, बखरी विधानसभा भाजपा की परंपरागत सीट है।
एकजुटता दिखाने का समय आ गया है
2020 के चुनाव में जनता ने एक बार फिर से कमल खिलाने का मन बना लिया है। जिला महामंत्री राजीव वर्मा ने कार्यकर्ताओं को बुलंद इमारत का मजबूत पिलर बताते हुए कहा कि तमाम मतभेदों को भुल एकजुटता के साथ विधानसभा चुनाव में भाजपा का परचम लहराना है। वहीं युवा मोर्चा के क्षेत्रीय प्रभारी पार्षद नीरज नवीन ने नौजवानों से बूथ स्तर तक युवा पीढ़ी को संगठन और सोशल मीडिया से जोड़ते हुए चुनावी तैयारियों में लगने की बात कही।

जबकि आइटी सेल के विधानसभा संयोजक प्रियांशु सिंह रघुवंशी ने कहा कि इस बार के विधानसभा चुनाव में आइटी सेल की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। बैठक में नगर अध्यक्ष अमरनाथ पाठक ने सांगठनिक वृत प्रस्तुत करते हुए कहा कि सभी बूथों व शक्ति केन्द्रों पर सप्तॠषि कार्यकर्ता व सेक्टर प्रभारी की जिम्मेवारी तय कर दी गई है।



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Discussion on the strategy of assembly elections was discussed in the working committee meeting


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/bkhri/news/discussion-on-the-strategy-of-assembly-elections-was-discussed-in-the-working-committee-meeting-127690610.html

मंत्री के कार्यकर्ताओं और आंदोलित मजदूरों के बीच हुई तीखी नोकझोंक

Posted: 05 Sep 2020 06:22 PM PDT

केंद्रीय डेयरी एवं पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह शनिवार की शाम बरौनी सुधा डेयरी के नए प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने पहुंचे। बरौनी सुधा डेयरी के प्रबंध निदेशक सुनील रंजन मिश्रा अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मंत्री को डेयरी में लगाए गए बीज प्रसंस्करण प्रभाग, साइलेज प्रोसेसिंग प्लांट, ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर प्रोडक्शन यूनिट समेत अन्य यूनिट का निरीक्षण करवाया एवं उस संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

इसके अलावा डेयरी द्वारा चलाई जा रही नई किसानोपयोगी योजनाओं से मंत्री को अवगत करवाया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री के साथ जिला अध्यक्ष राज किशोर सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष संजय सिंह, अमरेंद्र अमर, केशव शांडिल, पूर्व विधायक ललन कुंवर समेत अन्य लोग मौजूद थे।
डेयरी के ठेका मजदूरों ने मंत्री काे मांग पत्र साैंपा
केंद्रीय मंत्री के डेयरी पहुंचते ही बरौनी सुधा डेयरी के गेट के अंदर पहले से मौजूद डेयरी के ठेका मजदूरों ने मंत्री के गाड़ी के काफिला को घेरकर अपनी मांगों के लिए नारेबाजी करने लगे। पहले तो उनके साथ चल रहे नीचे पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आंदोलन कर रहे मजदूरों को हटाने का प्रयास किया लेकिन बाद में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह खुद गाड़ी से उतर कर मजदूरों का मांग पत्र तो लिया।

लेकिन यह कह कर इन मांगों में सहयोग की बातों को खारिज कर दिया कि वे केंद्रीय मंत्री हैं जबकि उनकी मांग डेयरी प्रबंधन एवं बिहार सरकार से जुड़ी हुई है। इस बीच मंत्री महोदय तो निरीक्षण व अन्य कार्यक्रम के लिए डेयरी के अंदर चले गए। लेकिन ठेका मजदूर और अधिक आक्रोशित होकर डेयरी के द्वार पर धरना पर बैठे गए और नारेबाजी करने लगे।
क्या है मांग
आंदोलन कर रहे हैं मजदूरों का कहना है कि वे बीते 15 से 20 वर्षों से डेयरी में लगातार दैनिक ठेका मजदूर के रुप में काम कर रहे हैं। लेकिन अब उन लोगों को पीस कांटेक्ट लेबर के रूप में काम लिया जा रहा है। जिस दौरान लोगों को कभी 2 घंटे तो कभी 4 घंटे काम लिया जाता है। जबकि महीने में कभी 5 दिन तो कभी 10 दिन हाजिरी बनाई जाती है।

जिस कारण वे भूखमरी के कगार पर हैं। इसीलिए पुनः उन्हें पूरे महीने कम से कम 8 घंटे की ड्यूटी ली जाए। इसके अलावा ग्रेड में प्रमोशन दिए जाने, 7 वर्ष में एक बार वर्दी दिए जाने, साप्ताहिक अवकाश किए जाने, चिकित्सा सेफ्टी उपकरण दिए जाने समेत अन्य सुविधा को शुरू करने की मांग की।



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Intense tussle between minister's workers and agitated laborers


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/barauni/news/intense-tussle-between-ministers-workers-and-agitated-laborers-127690607.html

पटना जंक्शन की अब निंजा ड्रोन से निगरानी, यात्रियों की सुरक्षा के लिए होगा प्रयोग

Posted: 05 Sep 2020 06:22 PM PDT

अब रेलवे स्टेशनों की निंजा ड्रोन से निगरानी की तैयारी है। पूर्व मध्य रेल में सबसे पहले पटना जंक्शन और राजेंद्रनगर टर्मिनल पर निंजा ड्रोन की तैनाती होगी। इसके बाद जोन के सभी प्रमुख स्टेशनों, यार्ड, रेल परिसर, पटरियों व जहां-जहां रेल परियोजनाएं चलेंगी, वहां निगरानी के लिए ड्रोन की तैनाती होगी। पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि मुंबई में ड्रोन का प्रयोग शुरू हुआ है। वहां की सफलता के बाद पूर्व मध्य रेल में भी आवश्यकतानुसार इस्तेमाल होगा।

समय पर ट्रेनों की रीयल टाइम ट्रैकिंग, वीडियो स्ट्रीमिंग और गड़बड़ी के समय जरूरी कदम उठाने जैसी सुविधा से लैस ड्रोन रेलवे परिसंपत्तियों की निगरानी बढ़ाएंगे और यात्रियों की अतिरिक्त सुरक्षा भी सुनिश्चित करेंगे। रेल मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार रेलवे सुरक्षा बल ने रेलवे सुरक्षा के लिए ड्रोनों के व्यापक इस्तेमाल की योजना बनाई है। यह ड्रोन रेलवे की परिसंपत्तियों की निगरानी, यार्डों, कार्यशालााओं एवं कार शेड की सुरक्षा में काफी मददगार साबित होंगे।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/patna-junction-now-monitored-with-ninja-drone-will-be-used-for-the-safety-of-passengers-127690592.html

मंत्री बोले: मछलीपालन के लिए सामान्य को 40 और एससी-एसटी को 60% अनुदान, फल-सब्जी के लिए पटना में बनेगा एक्सपोर्ट पैक हाउस

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि पीएम मत्स्य संपदा योजना के लिए राज्य में 107 करोड़ मंजूर हुई है। इसके तहत समान्य वर्ग के मछली पालक किसान को 40 प्रतिशत अनुदान मिलेगा। एससी, एसटी और महिलाओं को 60 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। योजना का लाभ लेने के लिए 12 सितंबर तक आवेदन किया जा सकता है। मत्स्य सहकारी समूह, मत्स्य विक्रेता, उद्यमी सभी लोग इस योजना में शामिल हो सकते हैं।
आवेदन की जानकारी https://ift.tt/2F72oTS पर दिए आवेदन के अनुसार आवेदन कर्ता को 2 पासपोर्ट फोटो, डीपीआर, कोटेशन आदि के साथ आवेदन भरना है। किसी प्रकार की परेशानी होने पर टाॅल फ्री नंबर 1800 345 6145 या 0612 - 2230200-4 पर फोन कर जानकारी ले सकते हैं। directorfisheries-bih@nic.in पर भी संपर्क किया जा सकता है।
फल-सब्जी के लिए पटना में बनेगा एक्सपोर्ट पैक हाउस

कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य से फल और सब्जी निर्यात को बढ़ावा देने के लिए पटना में एक्सपोर्ट पैक हाउस बनेगा। इसके लिए 2020-21 में 63.64 लाख की स्वीकृति दी गई है। मीठापुर में बीएयू के कृषि अनुसंधान संस्थान परिसर इसका निर्माण होगा। राज्य के किसानों के उत्पाद की अधिक कीमत दिलाने के लिए यह मददगार होगा।

अन्तरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप फल-सब्जी हाइजेनिक कंडीशन में छंटाई, ग्रेडिंग और पैकेजिंग कर अंतरराष्ट्रीय बाजर में भेजा जाएगा। एपीडा के तकनीकी मार्गदर्शन में निर्माण पूरा होगा। अत्याधुनिक पैक हाऊस में 30 टन का कोल्ड स्टोरेज होगा। फल सब्जी 3 टन प्रति घंटा की दर से सफाई होगी। 5 टन क्षमता वाले वातानुकूलित वाहन की भी व्यवस्था की जाएगी।



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Minister said: 40% grant to general and 60% to SC-ST for fisheries, export pack house to be made in Patna for fruits and vegetables


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/minister-said-40-grant-to-general-and-60-to-sc-st-for-fisheries-export-pack-house-to-be-made-in-patna-for-fruits-and-vegetables-127690564.html

मुख्यमंत्री की वर्चुअल रैली कल, राजधानी में लगे बड़े होर्डिंग-पोस्टर, एलईडी टीवी से प्रसारण की व्यवस्था

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

जदयू, 7 सितंबर की अपनी वर्चुअल रैली (निश्चय संवाद) को ऐतिहासिक बनाने में जुटा है। राजधानी की प्रमुख सड़कों, चौराहों पर बड़े-बड़े होर्डिंग-पोस्टर लगाए गए हैं। इसमें लोगों से रैली में जुड़ने का आग्रह है। यह सब राज्यभर में हो रहा है। पार्टी मुख्यालय, जिलों को रैली से जुड़ने के लिए लिंक भेज रहा है। पार्टी की इकाइयां, प्रकोष्ठ या फिर निजी तौर पर नेता भी एलईडी स्क्रीन से लेकर कुर्सी आदि तक का इंतजाम किए हैं, जहां आम लोग बैठकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सुन सकें।

इधर, शनिवार को यहां महानगर के विभिन्न विधानसभा प्रभारियों, सेक्टर अध्यक्षों एवं पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक में तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। प्रदेश महासचिव सह पटना महानगर प्रभारी शंभूनाथ सिन्हा ने दावा किया कि यह रैली दुनिया के राजनीतिक पटल पर नया इतिहास रचेगी। पटना में कई जगह कार्यकर्ताओं ने एलईडी टीवी से प्रसारण की व्यवस्था है। बैठक में पार्टी के दानापुर, कुम्हरार, पटना साहिब, दीघा एवं फुलवारीशरीफ विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी क्रमशः सुरेंद्र गोप, अमित कुमार, श्रवण चंद्रवंशी, कमलेश बटकरी, वरिष्ठ नेता शशिकांत, राज किशोर सिंह, अर्जुन सिंह, कौशलेंद्र मिश्रा, मंजेश शर्मा, उनय कुमार आदि उपस्थित थे।



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Chief Minister's virtual rally tomorrow, large hoarding-posters in the capital, arrangement for broadcasting with LED TV


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/chief-ministers-virtual-rally-tomorrow-large-hoarding-posters-in-the-capital-arrangement-for-broadcasting-with-led-tv-127690563.html

12 सितंबर से बिहार के लिए 5 समेत 40 जाेड़ी नई ट्रेनें चलेंगी, 10 सितंबर से टिकट मिलेगा

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

रेलवे 12 सितंबर से 80 नई विशेष ट्रेनें या 40 जोड़ी ट्रेनें 12 सितंबर से चलाएगा। इनके लिए रिजर्वेशन टिकट 10 सितंबर से मिलेगा। रेलवे बाेर्ड के चेयरमैन एवं सीईओ वीके यादव ने शनिवार काे यह जानकारी देते हुए कहा कि यह पहले से चल रही 230 ट्रेनों के अतिरिक्त हाेंगी।
मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, पटना, दिल्ली मार्ग पर स्पेशल ट्रेनें चलेंगी। इन ट्रेनों के परिचालन की घोषणा दशहरा, दिवाली और छठ महापर्व को देखते हुए की गई है। इनमें से 20 ट्रेनों का परिचालन पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों से होगा। पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से 8 ट्रेनों की शुरुआत और समापन होगी, जबकि पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार से गुजरने वाली 12 स्पेशल ट्रेन इसमें शामिल हैं। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने बताया कि जहां भी प्रतीक्षा सूची लंबी होगी, मूल ट्रेन के बाद उसी तरह की क्लोन ट्रेन चलाया जाएगा।

पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत ये ट्रेनें गुजरेंगी

  • जयनगर-नई दिल्ली-जयनगर स्पेशल
  • सिकंदराबाद-दरभंगा-सिकंदराबाद स्पेशल
  • वलसाड-मुजफ्फरपुर-वलसाड स्पेशल
  • धनबाद-फिरोजपुर-धनबाद स्पेशल
  • भागलपुर-दिल्ली-भागलपुर स्पेशल
  • मधुपुर-दिल्ली-मधुपुर स्पेशल
  • डिब्रूगढ़-अमृतसर-डिब्रूगढ़ स्पेशल
  • डिब्रूगढ़-लालगढ़-डिब्रूगढ़ स्पेशल
  • अगरतला-देवघर-अगलतला स्पेशल
  • इंदौर-हावड़ा-इंदौर स्पेशल


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40 train trains including 5 will run for Bihar from September 12, tickets will be available from September 10


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/40-train-trains-including-5-will-run-for-bihar-from-september-12-tickets-will-be-available-from-september-10-127690363.html

पटना सिटी में जमीन कारोबारी की ईंट-पत्थर से कूचकर हत्या, पानी भरे गड्ढे में डाला शव, एक के खिलाफ केस दर्ज

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

अपराधियाें ने मालसलामी के अब्दुल रहमानपुर घाट के पास जमीन के कारोबार से जुड़े 24 वर्षीय नवीन मेहता उर्फ रवि रंजन की ईंट-पत्थर से कूच कर हत्या कर दी। पुलिस ने उसका शव गंगा तट से बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। घटना का कारण लेन-देन का विवाद बताया जा रहा है। शनिवार सुबह मालसलामी पुलिस को घाट पर शव होने की सूचना स्थानीय लोगों से मिली।

शव के पास अंगूठा का निशान लगा कागज और कुछ अन्य कागजात मिले। इस आधार पर मृतक की पहचान हुई। वह मालसलामी के यमुनापुर मालकचहरी निवासी अमरनाथ महतो का पुत्र था। उसके सिर और चेहरे पर ईंट पत्थर के अलावा तेज हथियार के वार के भी निशान हैं। बदमाशों ने शव काे पानी भरे गड्ढे में डाल दिया था। सिर पानी भरे गड्ढे में था।
हत्या में कई लाेगाें का हाथ: जिस प्रकार से रवि रंजन की हत्या की गई है, उससे स्पष्ट है कि एक से अधिक लोगों का इसमें हाथ है। मृतक रविरंजन भाजपा नेता सूरज मेहता का बहनोई था। सूरज मेहता ने बताया कि शुक्रवार की शाम करीब साढ़े सात बजे रविरंजन से वीडियो कॉलिंग पर बात हुई। इसके बाद रात करीब आठ बजे वह घर से बाहर निकल गए।

घर से जाने से पहले बताया कि विनोद के यहां जा रहे हैं। पांच कट्‌ठा जमीन का मसला फाइनल करना है। इसके बाद रात करीब आठ बजे पत्नी चंदा देवी ने उन्हें कॉल कर बाजार से वापस लौटते वक्त फ्रूटी, सर्फ और अन्य घरेलू सामान लाने के लिए कहा था। रात नौ बजे के बाद उसका मोबाइल स्विचऑफ हो गया। उसी वक्त परिवार के लोग सकते में आ गए।
परिचित पर ही साजिश का शक: मालसलामी थानाध्यक्ष सुदामा कुमार सिंह ने कहा कि लेन-देन और जमीन विवाद के बिंदु पर छानबीन की जा रही है। पिता अमरनाथ मेहता के बयान पर पुलिस ने एक व्यक्ति को आरोपी बनाया है। रविरंजन को दो बच्चे हैं। परिजनों ने बताया कि रविरंजन पिता के साथ खेतीबाड़ी करता था और जमीन से संबंधित कारोबार भी करता था। हत्या की साजिश का शक एक परिचित पर ही है। पुलिस मोबाइल डाटा खंगाल रही है।



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A murder of a land trader in Patna City after being crushed with a brick and stone, a dead body in a water filled pit, a case has been registered against one


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/a-murder-of-a-land-trader-in-patna-city-after-being-crushed-with-a-brick-and-stone-a-dead-body-in-a-water-filled-pit-a-case-has-been-registered-against-one-127690537.html

कुम्हरार के मारुति शाेरूम गार्ड पर हमला कर 7.48 लाख रुपए की लूट में एक स्टाफ और एक पूर्व कर्मी था शामिल

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

अगमकुआं थाना इलाके में कुम्हरार स्थित मारुति शाेरूम ऋषभ ऑटाेमाेबाइल के गार्ड पर राॅड से हमला कर 7 लाख 48 हजार 600 रुपए की लूट में शाेरूम का स्टाफ और एक पूर्व स्टाफ शामिल था। लूट की घटना 16 अगस्त की देर रात हुई थी। चार लुटेराें राेहित राज, रंजन कुमार, राहुल कुमार और सुजीत कुमार काे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। राेहित इसी शाेरूम का स्टाफ है, जबकि रंजन पहले यहां काम करता था।

अभी दूसरे कार शाेरूम में काम करता है। इनके पास से पुलिस ने लूट के 2.81 लाख रुपए, लूट की रकम से खरीदा गया 30 हजार का माेबाइल, वारदात में इस्तेमाल राॅड के अलावा दाे देसी कट्टा, एक बाइक, चार अन्य माेबाइल, लाेहे का कटर व चार जिंदा कारतूस बरामद किया है। राेहित राजेंद्रनगर में रहता है, जबकि अन्य तीन बहादुरपुर के हैं। इन चाराें काे पुलिस ने शुक्रवार की रात अगमकुआं ओवरब्रिज समेत आसपास इलाके से गिरफ्तार किया। ये सभी किसी के यहां डकैती की बड़ी वारदात काे अंजाम देने वाले थे।
शोरूम के गार्ड ने बताया था हुलिया
लूट की इस घटना के बाद भी राेहित शाेरूम में काम करने आ रहा था। लेकिन लगातार नहीं आता था। रंजन कभी काम करने आता ताे कभी नहीं। पहचान छिपाने के लिए दाेनाें ने बाल मुड़वा लिया था। पूछने कहा था कि रिश्तेदार की माैत हाे गई है। राेहित ने लूट की रकम से 30 हजार का माेबाइल खरीद लिया था। शाेरूम के गार्ड ने इन चाराें का कुछ हुलिया पुलिस काे बताया था।

पुलिस काे शक राेहित व रंजन पर था। राेहित ने जब माेबाइल खरीदा ताे यह जानकारी किसी ने पुलिस काे दे दी। स्थानीय इनपुट से भी पुलिस काे पता लग गया था कि राेहित व अनजान की सब कुछ सेटिंग है। इसी बीच पुलिस ने पहले सुजीत काे बहादुरपुर से गिरफ्तार किया। उसके बाद राेहित, रंजन व राहुल काे दबाेच लिया।

लुटेराें ने कहा-5 लाख ही लूटे थे, 7.48 लाख नहीं
लुटेराें ने पुलिस काे बताया कि 5 लाख ही लूटे थे। अगर लुटेरे सही बता रहे हैं ताे इसका मतलब बीच में ही किसी ने करीब ढाई लाख साफ कर दिया। वैसे पुलिस 7.48 लाख मानकर ही चल रही है। राेहित व रंजन ने पुलिस बताया कि हम दाेनाें कई दिनाें से सेटिंग किए हुए थे। 8 हजार पगार में क्या हाेने वाला था।

15 अगस्त काे बैंक बंद था, 16 अगस्त रविवार था इसलिए 16 की रात में सब कुछ सेट कर लिए थे। राेहित व रंजन ने पुलिस काे यह भी बताया कि राॅड शाेरूम के अंदर हम लाेगाें ने लाकर रखा था। सब कुछ सेट हाेने के बाद चाराें चेहरा छिपाकर आए और वारदात काे अंजाम देकर फरार हाे गए।

पुलिस की टीम ने बेहतर काम किया: एसएसपी
एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि घटना के बाद सिटी एसपी ईस्ट के नेतृत्व में एसआईटी बनी थी जिसमें अगमकुआं थानेदार अभिजीत कुमार, आलमगंज थानेदार व बहादुरपुर थानेदार काे शामिल किया गया था। टीम ने बेहतर काम किया है। इसमें दाे स्टाफ थे इसलिए थाेड़ा मुश्किल था।



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A staff and a former employee were involved in the loot of Rs 7.48 lakh by attacking the Maruti Shearoom guard of Kumhar.


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/a-staff-and-a-former-employee-were-involved-in-the-loot-of-rs-748-lakh-by-attacking-the-maruti-shearoom-guard-of-kumhar-127690536.html

नगर निगम में नक्शा पास करने के लिए नाै महीने में आए 199 आवेदन, 48 काे ही मंजूरी

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

पटना नगर निगम से नक्शा पास कराना आसान नहीं है। ऑनलाइन व्यवस्था होने के बाद भी नक्शा पास होने में कई माह लग रहे हैं। मेयर सीता साहू द्वारा शहरी योजना शाखा की समीक्षा के दाैरान यह खुलासा हुआ है। पाया गया कि पिछले नौ माह में केवल 60 आवेदनों पर ही कार्रवाई हाे सकी है। इस साल जनवरी से 2 सितंबर तक नक्शा पास कराने के लिए 199 आवेदन आए।

इनमें से अधिकतर आवेदन मार्च तक के हैं। उनमें से 60 आवेदनों का ही निष्पादन हाे सका है। उनमें से 48 नक्शों काे स्वीकृति दी गई है। 12 को तकनीकी कारणों से अस्वीकृत किया गया। बचे 139 मामलों में आवेदकों से वांछित कागजात की मांग की जा रही है।

1.5 कराेड़ खर्च कर बना साॅफ्टवेयर
निगम ने एक सप्ताह में नक्शा की स्वीकृति का दावा किया था। इसके लिए करीब 1.5 करोड़ रुपए खर्च कर सॉफ्टवेयर का निर्माण कराया गया। 14 मार्च 2019 को इसका उद्घाटन किया गया। लेकिन इसका फायदा नहीं मिल रहा है।



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199 applications received in the month to pass the map in the municipal corporation, only 48 have been approved


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/199-applications-received-in-the-month-to-pass-the-map-in-the-municipal-corporation-only-48-have-been-approved-127690502.html

पीयू की जमीन पर बनेगा डॉल्फिन रिसर्च सेंटर, 4400 वर्गमीटर पर 28 करोड़ की लागत से अक्टूबर से निर्माण

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

(राजू कुमार) गंगा किनारे पटना यूनिवर्सिटी की जमीन पर अक्टूबर से डॉल्फिन रिसर्च सेंटर बनेगा। इसका प्राक्कलन तैयार कर स्वीकृति के लिए सरकार काे भेजा गया है। इस माह के अंत तक सरकार की मंजूरी मिल सकती है। मंजूरी मिलने के बाद अगले माह के अंत तक निर्माण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

करीब 28 करोड़ की लागत से करीब 4400 वर्गमीटर जमीन पर रिसर्च सेंटर बनेगा। भवन जी प्लस टू बनेगा। इसके लिए भवन निर्माण विभाग ने तकनीकी स्वीकृति दे दी है। यह देश का पहला गांगेय डॉल्फिन रिसर्च सेंटर होगा। रिसर्च सेंटर बन जाने से यहां देश-विदेश के विशेषज्ञ शोध करने के लिए आएंगे। पटना विश्वविद्यालय के छात्रों को भी डॉल्फिन पर शोध करने का मौका मिलेगा।
7 साल पहले केंद्र ने दिए थे 19 कराेड़
केंद्र सरकार की तरफ से रिसर्च सेंटर के निर्माण के लिए वर्ष 2013 में ही 19 करोड़ रुपए मिले थे। इसके लिए पटना लॉ कॉलेज के पास गंगा तट पर पटना विश्वविद्यालय की भूमि चिह्नित की गई। लेकिन भूमि हस्तांतरित करने की प्रक्रिया को लेकर यह प्रोजेक्ट कई वर्षों तक फंसा रहा। पांच अक्टूबर, 2018 को विश्व डॉल्फिन दिवस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जमीन नहीं मिलने पर डॉल्फिन रिसर्च सेंटर को भागलपुर स्थानांतरण करने की बात कही थी। इसके बाद पटना विश्वविद्यालय ने अपनी जमीन वन विभाग को दी। 2019 में विश्व डॉल्फिन दिवस पर भवन निर्माण का कार्यारंभ होना था, लेकिन किसी कारण से रुक गया। अब सभी बाधाएं दूर कर ली गई हैं।
2019 के सर्वे में देखी गई थी 1448 डॉल्फिन
फरवरी 2019 में वन विभाग के सर्वे के प्रजेंटेशन में करीब 1448 डाॅल्फिन दिखी थी। सर्वे यूपी बॉर्डर चौसा से कटिहार के मनिहारी तक गंगा और दो सहायक नदियाें काे मिलाकर करीब 1300 किलोमीटर में किया गया था।

इन बिंदुओं पर होगा रिसर्च
रिसर्च सेंटर में डॉल्फिन के भोजन, नदी के किस जगह पर रहना सुरक्षित है, नदी में जल की मात्रा क्या होना चाहिए, सहायक नदियों में डॉल्फिन कैसे रह रही है, कहां-कहां खतरा है, इन तमाम चीजों पर रिसर्च किया जाएगा। अगर देश की किसी नदी में डॉल्फिन की मृत्यु हो जाती है तो उसे रिसर्च सेंटर में लाकर उस पर वैज्ञानिक रिसर्च करेंगे। अगर डॉल्फिन कहीं जख्मी मिलती है तो उसे लाकर इलाज किया जाएगा।

डॉल्फिन रिसर्च सेंटर निर्माण करने के लिए सरकार काे प्रस्ताव भेजा गया है। मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पटना यूनिवर्सिटी की जमीन पर सेंटर का निर्माण होगा। -पीके गुप्ता, मुख्य वन्य प्राणी प्रतिपालक, वन विभाग



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Dolphin Research Center to be built on PU land, construction from October 28 at 4400 sqm cost


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/dolphin-research-center-to-be-built-on-pu-land-construction-from-october-28-at-4400-sqm-cost-127690501.html

पटना के अस्पतालों में काेराेना मरीजों के लिए 1610 बेड, उनमें से 1323 खाली

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

(अजय कुमार सिंह) कोविड अस्पताल और कोविड केयर सेंटर में भर्ती कोरोना मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है। अगस्त के दूसरे और तीसरे सप्ताह से मरीजों की संख्या में कमी देखी जा रही है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की मानें तो यह साबित करता है कि कोरोना मरीज की स्थिति ऐसी नहीं हो रही है कि उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़े। अधिकतर मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हो जा रहे हैं।

सिर्फ वैसे मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं जिन्हें ऑक्सीजन या अन्य जीवनरक्षक सपोर्ट की जरूरत है। जून-जुलाई में मरीजों की संख्या इतनी बढ़ गई थी कि अस्पतालों में बेड मिलना मुश्किल हो गया था। हालांकि तब कोविड केयर सेंटरों की संख्या भी कम थी। अब कुछ नए कोविड सेंटर बनकर तैयार हो गए हैं। हाल ही में सगुना में बने 100 बेड के कोविड केयर सेंटर में अभी एक भी मरीज भर्ती नहीं है।

पटना की रिकवरी रेट 89 फीसदी

सिविल सर्जन डॉ. आरके चौधरी और कोरोना के नोडल अफसर डॉ. एसपी विनायक ने कहा कि जबसे एसिम्टोमेटिक मरीजों के होम आइसोलेशन में रहने का नियम बना है, तब से कोविड केयर सेंटराें में मरीजों की भीड़ कम हुई है। अस्पतालों में वैसे ही मरीज भर्ती हो रहे हैं, जिन्हें किसी तरह की परेशानी हो रही है। जिनके घर में अलग रहने की व्यवस्था है, वे होम आइसोलेशन में ही रहना पसंद कर रहे हैं। डॉ. चौधरी की मानें तो रिकवरी रेट भी लगातार बढ़ रही है। पटना की रिकवरी रेट 89 फीसदी हो गई है।



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1610 beds for Carena patients in Patna hospitals, 1323 of them vacant


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/1610-beds-for-carena-patients-in-patna-hospitals-1323-of-them-vacant-127690484.html

पटना जिले में मिले 215 नए संक्रमित, गायिका शारदा सिन्हा समेत 12 स्वस्थ, अब 2282 एक्टिव केस

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

पटना जिले में शनिवार को 215 काेराेना मरीज मिले हैं। जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 22053 हो गई है। इनमें 19681 ठीक हाे चुके हैं। अभी 2282 एक्टिव केस हैं। शनिवार काे बाढ़ में 12, बहादुरपुर में 11, फुलवारीशरीफ में 8, दानापुर में 8, खाजपुरा में 8 मरीज मिले हैं। पीएमसीएच में 581 सैंपल की जांच में 29 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें आठ डॉक्टर और 18 मरीज हैं।

एक डॉक्टर पीएमसीएच, बाकी सात बाहर के हैं। पीएमसीएच के कोविड अस्पताल से दो मरीजों को छुट्टी मिली। माेतिहारी के मरीज सुधीर कुमार की मौत हाे गई। एम्स में भोजपुर की उर्मिला देवी और मधुबनी की गुड़िया देवी की मौत हो गई। वहीं 9 मरीज ठीक हाे गए। लोक गायिका शारदा सिन्हा भी ठीक हो गईं। वह साईं हॉस्पिटल में भर्ती थीं।

एम्स : वैक्सीन ट्रायल का सेकेंड फेज कल से

एम्स में काेराेना वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल का सेकेंड फेज 7 सितंबर से शुरू हाेगा। आईसीएमआर ने इसकी अनुमति दे दी है। सेकेंड फेज में 50 लाेगाें पर ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल कराने वालाें की उम्र 18 से 55 साल के बीच हाेनी चाहिए। पूरी तरह से स्वस्थ हाेना चाहिए। ट्रायल कराने के लिए माेबाइल नंबर 9471408832 पर संपर्क किया जा सकता है। ट्रायल कराने से पहले काेराेना, यूरीन व ब्लड टेस्ट हाेगा। चेस्ट व शरीर के अन्य भागाें की भी जांच हाेगी। एम्स ने इसके लिए 5 डाॅक्टराें की टीम बनाई है।
एंटी बाॅडी टेस्ट के लिए सैंपल गया हैदराबाद
एम्स के अधीक्षक डाॅ. सीएम सिंह ने बताया कि पहले फेज में 44 लाेगाें काे प्रथम व सेकेंड डाेज दिया गया है। इनमें 42 दिन पूरा करने वाले 25 लाेगाें के एंटीबाॅडी टेस्ट के लिए सैंपल हैदराबाद गया है। उनमें कुछ की रिपाेर्ट आई है, जिससे पता चला कि उनमें काेराेना वायरस से लड़ने के एंटीबाॅडी ठीक से डेवलप हुई है। एम्स के लिए यह उत्साह की बात है। पटना एम्स देश का पहला संस्थान है जिसने 15 जुलाई 2020 काे सबसे पहले पहले फेज का ह्यूमन ट्रायल कर दिया था।



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अस्पताल से जातीं शारदा सिन्हा।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/215-new-infected-in-patna-district-12-healthy-including-singer-sharda-sinha-now-2282-active-cases-127690483.html

पटना की 23 फल-सब्जी मंडियों में लगेगा कंपोस्ट प्लांट, कचरे का उपयोग होने से सफाई में भी मिलेगी मदद

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

राजधानी की फल-सब्जी मंडियों की बेहतर सफाई के लिए नगर निगम ने अनाेखी तरकीब निकाली है। मंडियों में कंपोस्ट पिट के निर्माण की योजना तैयार की गई है। पहले चरण में 23 मंडियों की सूची तैयार की गई है, जहां पर 100 से 2000 किलो तक की क्षमता वाले कंपोस्ट पिट का निर्माण हाेगा। इस योजना पर अगले एक से दो माह में कार्य को पूरा कराए जाने की तैयारी है।

निगम प्रशासन ने सशक्त स्थायी समिति की बैठक में इस योजना को मंजूरी दिलाई है। दरअसल, स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान में खराब प्रदर्शन के बाद उन बिंदुओं पर सुधार की कोशिश की जा रही है, जहां से सबसे अधिक गंदगी फैलती है। निगम सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर काम कर रहा है। प्रारंभिक चरण में एक स्थान पर बड़े पैमाने पर गीला कचरा से कंपोस्ट बनाने के प्लांट लगाने की योजना तैयार की जा रही थी।

इसमें जगह की कमी की समस्या आ रही है। इसको देखते हुए उन इलाकों में ही कंपोस्ट पिट बनाने का कार्य किया जा रहा है, जहां बायो वेस्ट सबसे अधिक निकलता है। फल व सब्जी मार्केट से काफी ज्यादा मात्रा में सॉलिड वेस्ट का उत्सर्जन होता है। अभी इसका निस्तारण रामाचक बैरिया स्थित कूड़ा प्वाइंट पर ही अन्य सॉलिड वेस्ट के साथ किया जा रहा है।
नर्सरी व आम लोग ले सकेंगे कंपोस्ट
फल व सब्जी मार्केट में बनने वाले कंपोस्ट का वितरण भी नगर निगम की ओर से किया जाएगा। नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने कहा कि कंपोस्ट पिट से बनने वाले कंपोस्ट की खपत के लिए स्थानीय स्तर पर काम करने वाली नर्सरी के संचालकों के साथ करार किया जाएगा। उन्हें यह उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही, आम लोग भी अपने बगीचे को हरा-भरा रखने के लिए इन स्थानों से कंपोस्ट ले सकेंगे।



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23 fruit-vegetable mandis will have compost plant, use of waste will help cleanliness


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/23-fruit-vegetable-mandis-will-have-compost-plant-use-of-waste-will-help-cleanliness-127690482.html

पुलिस की कार्रवाई में 8 नक्सली समेत 10 गिरफ्तार, 2 रायफल, एक कट्टा और 300 गोलियां बरामद

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

मुंगेर पुलिस द्वारा एसटीएफ के सहयोग से प्रतिबंधित माओवादी संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ की गई कार्रवाई के दौरान 8 सक्रिय माओवादियों तथा नक्सलियों के दो मददगारों को गिरफ्तार किया गया है। हार्डकोर नक्सली पुनीत मंडल और नक्सलियों को हथियार एवं गोलियों की आपूर्ति करने वाले पूर्व नक्सली डब्ल्यू चौरसिया की गिरफ्तारी हुई है।

मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के निर्देश पर की गई कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में हथियार और गोलियां भी बरामद की गई हैं। लिपि सिंह ने बताया कि भाकपा माओवादी के एरिया कमांडर बहादुर कोड़ा द्वारा नए युवकों को संगठन से जोड़ने तथा हथियार एवं विस्फोटक सामग्री जमा करने की कार्रवाई हो रही थी।

गुप्त सूचना के आधार पर तत्काल विशेष छापामारी दल का गठन किया गया। एसटीएफ के अभियान दल और एआरजी जमालपुर की भी मदद ली गई तथा शामपुर ओपी अंतर्गत भैंसाकोल जखराज स्थान मोड़ पर घेराबंदी कर कार्रवाई की गई। पुलिस को सूचना मिली थी कि विस्फोटक और अन्य घातक हथियार लेकर कुछ लोग ऋषि कुंड पहाड़ पर आने वाले हैं और उन हथियारों तथा विस्फोटकों को नक्सली एरिया कमांडर बहादुर कोड़ा को सौंपा जाना है।

भैंसाकोल जखराज स्थान के पास छापामारी दल में शामिल सभी पुलिसकर्मी एंबुश लगाकर बैठे और नक्सली समूह के सदस्यों के आने का इंतजार किया। इसी दौरान डंगराचक की ओर से कुछ लोग आते दिखे। पुलिस और एसटीएफ के जवानों ने 8 लोगों को पकड़ा। पुलिस की कार्रवाई के दौरान पुनीत मंडल, डब्लू चौरसिया, भीम तुरी, कारे खैरा, शंभू तुरी, संजय यादव, बमबम यादव, सुनील तुरी को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से .315 बोर की राइफल, पॉइंट टूटू की एक राइफल, एसएलआर की गोलियां, थ्री नॉट थ्री बोर की गोलियां, एसएलआर की दो मैगजीन, एक मास्केट, एक देसी कट्टा, 1 सेमी आटोमैटिक पिस्टल, 21 डेटोनेटर, 200 मीटर तार, सफेद रंग का संदिग्ध पाउडर और भाकपा माओवादी संगठन का लेटर पैड बरामद किया गया।



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नक्सलियों के पास से बरामद हथियारों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करतीं एसपी लिपि सिंह।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/police-arrested-10-including-8-naxalites-2-rifles-one-bag-and-300-bullets-recovered-127688233.html

दो महादलित की घर से खींचकर हत्या, तीन को गोली मारी; 30 से ज्यादा हथियारबंद बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

एक बीघा 64 डिसमिल जमीन विवाद में दो महादलित को तीन दर्जन हथियारबंद अपराधियों ने घर से खींचकर गोलियों से हत्या कर दी। इन्हें तीन गोलियां लगी, जिससे मौके पर दोनों की मौत हो गई। शुक्रवार अहले सुबह करीब 3 बजे जानकीनगर थाना क्षेत्र के चांदपुर भंगहा पंचायत के ठाकुरपट्टी वार्ड 4 में हुई गोलीबारी की इस घटना में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

मृतक की पहचान 45 वर्षीय सुबोध ऋषिदेव और 35 वर्षीय अनमोल ऋषिदेव के रूप में हुई है। गंभीर रूप से घायल तेतर ऋषिदेव, भूपेन्द्र ऋषिदेव व राजकुमार ऋषिदेव का पूर्णिया सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। सीओ अर्जुन विश्वास ने बताया कि यह विशंभर झा की निजी जमीन थी। इस पर महादलित मुंशी ने घर बनाया था। इसके बाद लोगों ने जमीन पर कब्जा कर लिया।

इधर, बताया जाता है इस जमीन पर कब्जा को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था। घटनास्थल पर पुलिस कैम्प कर रही है। एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। बनमनखी एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम गठित की गई है, जो मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई करेगी। मौके पर पहुंचे एसडीपीओ विभाष कुमार व कई थानों की पुलिस ने मामले को शांत करा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने घटनास्थल से तीन खोखा बरामद किया है।

मृतक के घर के पास जुटे गांव के लोग।

सुबोध ऋषिदेव और अनमोल ऋर्षिदेव अपने विवादित जमीन वाले घर में सोये हुए थे। इसी बीच तीन चार चक्का वाहन से 30-35 हथियार से लैस अपराधी पहुंचे और अचानक गोली चलाने के साथ-साथ मारपीट शुरू कर दी। सुबोध और अनमोल को घर से बाहर खींचकर गोली मारकर हत्या कर दी।अपराधियों का विरोध करने पर तेतर, भूपेन्द्र और राजकुमार को भी गोली मारकर घायल कर दिया। इसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने शोर-मचाना शुरू किया। गोली की आवाज व ग्रामीणों के शोर मचाने पर आसपास के इलाके के भी सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। गांव के लोगों को आते देख अपराधी भाग गए।



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शव के पास रोती-बिलखती मृतक के परिवार की महिलाएं।


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कोरोना वार्ड में अचानक ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से दो मरीजों की मौत, पहले भी ऐसे ही दो मरीजों की जा चुकी है जान

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार को तीन घंटे के अंदर कोरोना संक्रमित तीन मरीजों की मौत हो गई। जिसमें दो भागलपुर और एक बांका का मरीज था। इसमें ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से दो मरीजों की मौत हो गई, जिसमें एक पीरपैंती का 20 वर्षीय युवक अजीत दास और लालूचक की 50 साल की महिला रेणु देवी शामिल हैं।

अजीत दास की मौत एक मिनट के लिए ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने पर हुई, जबकि लालूचक की 50 वर्षीय महिला रेणु देवी की मौत शाम पांच बजे ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से हुई। इधर बांका जिला के शंभुगंज के 55 साल के चंदर प्रसाद सिंह की मौत दोपहर दो बजे हो गई। इससे पहले बूढ़ानाथ की एक महिला व एक बैंककर्मी की भी मौत ऑक्सीजन सप्लाई व जेनरेटर बंद होने से हुई थी।

अजीत दास को गंभीर अवस्था में सुबह चार बजे आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उसे सीने में तेज दर्द और सांस लेने में बहुत परेशानी होने पर तत्काल आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उन्हें कोरोना के अलावा हार्ट की भी बीमारी थी। जहां शाम 4:20 बजे उसकी मौत हो गई। जबकि लालूचक की रेणु देवी का पिछले एक महीने से अस्पताल में इलाज चल रहा था। लेकिन उसमें सुधार नहीं हो रहा था, उन्हें सात अगस्त को ही भर्ती कराया गया था।

बताया जाता है कि पीरपैंती नवाटोली के युवक अजीत दास को अचानक ऑक्सीजन नहीं मिलने लगा तो वहां मौजूद डॉ. शत्रुघ्न ने नर्सों से कहा कि बाहर रखे ऑक्सीजन सिलेंडर को लगा दो। जब तक नर्स ऑक्सीजन लगाती मरीज की मौत हो चुकी थी। इसके बाद तत्काल अस्पताल अधीक्षक डॉ अशोक भगत को इसकी सूचना दी गई तो उन्होंने तीनों मरीजों के बीएचटी को मंगवा कर चेक किया और ऑक्सीजन आपूर्ति बंद होने की जानकारी हेल्थ मैनेजर से मांगी है।

कोरोना से तीन मौतें हुई हैं, अब ऑक्सीजन आपूर्ति बंद होने से मौत हुई है या नहीं, इसके लिए हेल्थ मैनेजर को पता लगाने को कहा है। अगर एजेंसी की लापरवाही है तो एक्शन लिया जाएगा।- डॉ. अशोक कुमार भगत, अधीक्षक, जेएलएनएमसीएच



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जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज भागलपुर। (फाइल फोटो)


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सीएम की घोषणा के बाद गरमाई दलित राजनीति, विपक्ष ने पूछा- क्या सवर्ण, अल्पसंख्यक व अन्य समाज के लोगों की जान की कोई कीमत नहीं

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

एससी-एसटी की हत्या पर उस परिवार के एक सदस्य काे सरकारी नौकरी देने की सीएम की घोषणा के बाद पूरा विपक्ष मुखर हो गया। तेजस्वी से लेकर मायावती तक ने सरकार को घेरा। इसे चुनावी घोषणा कहा। पूछा- 5 साल तक सरकार ने क्यों नहीं कोई कदम उठाया?

हत्या के प्रोमोशन का कानून न बनाए सरकार

तेजस्वी यादव ने कहा- हत्या हो ही नहीं ऐसी व्यवस्था हो, न कि हत्या के प्रोमोशन का कानून बने। फिर सवर्ण, पिछड़ा, अति पिछड़ा और आदिवासियों की हत्या पर सरकारी नौकरी क्यों नहीं मिलनी चाहिए? क्या सवर्णों की जान की कोई कीमत नहीं है? क्या अन्य समाज के लोगों के परिजनों को नौकरी की जरूरत नहीं है?

चुनाव के समय ही क्यों आई इसकी याद

कांग्रेस के शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि अंग्रेजों की तरह जदयू-भाजपा की सरकार भी डिवाइड एंड रूल पॉलिसी पर काम कर रही है। राज्य सरकार की यह बात सत्ता के प्रति उसके खासे अाग्रह काे खुलेअाम करती है। पांच वर्ष पहले ही यह फैसला लेने की जरूरत थी, लेकिन चुनाव के वक्त यह याद आया।

दलितों को प्रलोभन दे रही एनडीए सरकार

बसपा अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट किया- चुनाव के पहले एनडीए सरकार फिर एससी-एसटी वर्ग के लोगों को प्रलोभन देकर उनके वोट के जुगाड़ में है, जबकि अपने पूरे शासनकाल इस सरकार ने उक्त वर्ग की घोर अनदेखी की है। अगर बिहार सरकार को इस समुदाय के लोगों के हितों की इतनी ही चिंता थी, तो अबतक क्यों सोई रही।

सरकारी नौकरी की बात चुनावी घोषणा

रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि दलित और महादलित की हत्या पर एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की सरकार की घोषणा महज चुनावी बातें हैं। सरकार पहले दलित की हो रही हत्या तो रोके। जिन लोगों की हत्या हुई है, पहले उनके परिजन को सरकारी नौकरी दे। चुनाव के दौरान लोक लुभावनी बातें हो रही हैं।

सामाजिक न्याय के ठगों का असली चेहरा दिखा

प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि सामाजिक न्याय के ठगों का असली चेहरा सामने आ गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दलित की हत्या पर उसके घर के एक सदस्य को नौकरी देने की जो बात कही है, वह संविधान में पहले से है। तेजस्वी यादव ने इसका विरोध कर साबित कर दिया कि उनका परिवार आज तक इस बड़ी जमात को बस ठगता रहा है।

विरोध करने वालों को कानून का ज्ञान नहीं

पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने कहा कि एससी-एसटी के किसी व्यक्ति की हत्या होने पर उसके परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के सरकार के फैसले पर अगर कोई सवाल उठाता है तो उसे कानून का ज्ञान नहीं है। एससी-एसटी एट्रोसिटी एक्ट 1989 में बना है। उसका अधिनियम 1995 में बनाया गया और उस समय से लागू है।



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After the announcement of CM, the Dalit politics heated up, the opposition asked - Is there any cost to the lives of the upper castes, minorities and other society


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राजद ने बेरोजगारी पर पोर्टल व टोल फ्री नंबर किया लांच; नीरज बोले: लालू-राबड़ी राज में रोजगार के आंकड़े बताए राजद

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

महागठबंधन ने बेरोजगारी के मुद्दे को बिहार में चुनावी मुद्दे के रूप में भुनाने की कोशिश शुरू कर दी है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी सरकार बनी तो खाली पड़े 4.5 लाख सरकारी पदों पर बहाली करेंगे। राजद रोजगार के साथ आर्थिक न्याय की बात करता है। पार्टी बेरोजगारी काे लेकर फिर से आंदोलन शुरू करेगी। इसके लिए शनिवार काे एक पोर्टल लॉन्च किया गया, जिसका नाम 'डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट बेरोजगारी हटाओ डॉट को डॉट इन' रखा गया है।

इसके साथ टोल फ्री नंबर 9334302020 पर भी राज्य के बेरोजगार अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इस पोर्टल और नंबर पर कोई भी नौकरी के लिए आवेदन कर सकता है। तेजस्वी ने कहा कि राजद उनकी सूची तैयारी कराएगा और सरकार बनने के बाद मेगा ड्राइव चलाकर स्वास्थ्य, शिक्षा और पुलिस विभाग में खाली पड़े पदों को भरा जाएगा। उन्होंने दावा किया कि बिहार में 46 फीसदी बेरोजगार हैं। गरीबी और पलायन का प्रतिशत 50 है। उन्होंने नियोजित नहीं सभी पदों पर स्थायी बहाली करने की बात की।

नीरज बोले- लालू-राबड़ी राज में रोजगार के आंकड़े बताएं

सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा, तेजस्वी अपने माता-पिता (राबड़ी देवी, लालू प्रसाद) के राज में लोगों को मिले रोजगार या नौकरी के आंकड़े बताएं। राजद राज में नौकरी देना सिर्फ धनार्जन का जरिया था।

अरबपति बनने का फाॅर्मूला नौजवानों को बता दें : मंगल

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा- तेजस्वी यादव को बिहार के नौजवानों को वह फाॅर्मूला बताना चाहिए कि बिना रोजगार किए व्यक्ति अरबपति कैसे बन सकता है। उन्हें बताना चाहिए वे कौन-सा कारनामा कर बिना रोजगार 52 संपत्तियों के मालिक बन बैठे।

युवा कांग्रेस ने शुरू की 'रोजगार दो डिजिटल रैली'

पटना| प्रदेश कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने प्रदेश युवा कांग्रेस के "रोजगार दो डिजिटल रैली' कार्यक्रम में बिहार में बेरोजगारी को चुनावी मुद्दा बनाने का फैसला किया। उन्होंने डिजिटल रैली के जरिए बेरोजगारी रजिस्ट्रेशन अभियान की शुरुआत की। अब फोन और मिस्ड कॉल सेवा के जरिए बेरोजगारों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि कि देश का युवा परेशान है, हताश है और रोजगार चाहता है।



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पोर्टल लॉन्चिंग के मौके पर तेजस्वी यादव।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/rjd-launches-portal-and-toll-free-number-on-unemployment-neeraj-said-rjd-told-employment-figures-in-lalu-rabri-raj-127690432.html

लालू के करीबियों को नहीं भा रहे तेजस्वी, कई ने पार्टी ही छोड़ दी; विधायकों के बोल: अब पूंजीपतियों का बोलबाला, गरीबों का नाम नहीं

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

(इंद्रभूषण) बिहार में चुनावी उठापटक जारी है। यहां की प्रमुख पार्टी राजद में ज्यादा ही हलचल है। रोचक यह है कि कांग्रेस में पुराने और नए नेताओं में चल रही खींचतान जैसा ही परिदृश्य बिहार में राजद का भी है। कांग्रेस की रस्साकशी, पार्टी बनाम परिवार की वफादारी और राहुल बनाम सोनिया कैम्प के तौर पर प्रचारित है। राजद में भी कमोबेश यही स्थिति है। यहां भी लालू युग और तेजस्वी युग का फासला पनप रहा है।

पिछले 70 दिनों में राजद छोड़कर 12 एमएलए-एमएलसी जदयू में शामिल हो चुके हैं। पार्टी छोड़कर जाने वाले ज्यादातर नेता वे हैं, जिन्होंने लालू प्रसाद की सरपरस्ती में राजनीति की लेकिन तेजस्वी से इनकी जुगलबंदी नहीं हो सकी। कुछ का अहं आड़े आया तो कुछ ने टिकट की आस में भी पाला बदला है। दरअसल, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव दिसंबर, 2017 से लगातार जेल में हैं।

इन वर्षों में राजद के पुराने नेताओं से तेजस्वी यादव का मिलना-जुलना कम ही रहा। पार्टी का कोई कार्यक्रम हो या विधानमंडल का सत्र, इन दो मौकों पर ही उनकी भेंट तेजस्वी से हुई। इन मुलाकातों में भी पुराने नेता लालू के समक्ष जितना सहज होकर अपनी बात रख पाते थे, तेजस्वी यादव से वैसी बातचीत नहीं कर पाए। उम्र का फासला भी आड़े आता रहा।

इस अवधि में ही तेजस्वी ने नए युवा नेताओं की एक टीम बना ली और कमोबेश उनसे दूर ही रहना पसंद किए जो बात-बात में उन्हें उनके पिता की दुहाई देते रहे। सामान्य शिष्टाचार में भी तेजस्वी से ज्यादा उम्र होने के कारण पुराने नेता उनसे वही आदर चाहते हैं, जो उन्हें लालू के साथ राजनीति करने के समय मिलता रहा है।

  • जयवर्द्धन यादव- राजद में पॉलिटिकल बैकग्राउंड वाले नेताओं को प्रताड़ित किया जाता है। लालू-राबड़ी शासन के 15 साल में पटना जिला से मात्र एक नेता बृजनंदन यादव को मंत्री बनाया गया। अब यहां नॉन पॉलिटिकल बैकग्राउंड वाले उन नेताओं की ही पूछ है जिनके पास पैसा है।
  • महेश्वर यादव- राजद में गरीबों का सिर्फ नाम, पूंजीपतियों का बोलबाला है। वह एक परिवार की पार्टी है। गरीब, मजदूरों के लिए वहां जगह नहीं है।
  • कमरे आलम- ऐसा महसूस होने लगा कि राजद के साथ अब नहीं चल सकते तो रास्ता अलग कर लिया। अनावश्यक विवाद का कोई मतलब नहीं।


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Tejaswi was not liked by Lalu's close ones, many left the party; Lyrics of the MLAs: Now the capitalists dominate, not the name of the poor


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/tejaswi-was-not-liked-by-lalus-close-ones-many-left-the-party-lyrics-of-the-mlas-now-the-capitalists-dominate-not-the-name-of-the-poor-127690433.html

भाजपा की नई टीम तैयार, नित्यानंद को चुनाव प्रबंधन और रविशंकर को प्रचार का जिम्मा सौंपा, चुनाव संचालन समिति में 70 नेताओं को मिली जगह

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने नई टीम बनाई है। कई कमेटियों का गठन किया गया है। चुनाव प्रबंधन समिति की कमान केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय को सौंपी गई है जबकि सहसंयोजक प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार होंगे। कमेटी में पार्टी के सारे सांसद, राज्य सरकार के भाजपा कोटे के मंत्री और कोर कमेटी के सदस्यों को भी शामिल किया गया है।

इसी तरह चुनाव प्रबंधन समिति की कमान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय संभालेंगे। इसमें आवास, परिवहन, हेलीकॉप्टर, मीडिया, सोशल मीडिया समेत कई उप कमेटी बनाई गई है। प्रचार समिति की कमान केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के पास होगी जबकि कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार के नेतृत्व में मेनिफेस्टो कमेटी बनाई गई है।

बिहार चुनाव संचालन समिति में इन्हें मिली जगह
नित्यानंद राय (संयोजक), देवेश कुमार (सह संयोजक), डॉ. संजय जायसवाल, सुशील कुमार मोदी, नंद किशोर यादव, प्रेम कुमार, रविशंकर प्रसाद, राज कुमार सिंह, राधामोहन सिंह, गिरिराज सिंह, अश्विनी कुमार चौबे, मंगल पांडेय, नागेंद्र, शिव नारायण, डॉ सीपी ठाकुर, रेनू देवी, राजीव प्रताप रुड़ी, राम कृपाल यादव, रमा देवी, अशोक कुमार यादव, प्रदीप कुमार सिंह, गोपाल जी ठाकुर, अजय निषाद, जनार्दन सिग्रीवाल, छेदी पासवान, सुशील कुमार सिंह, गोपाल नारायण सिंह, सतीश चंद्र दुबे, विवेक ठाकुर, राकेश सिन्हा, आरके सिन्हा, सुरेश कुमार शर्मा, प्रमोद कुमार, राणा रणधीर सिंह, राम नारायण मंडल, विनोद नारायण झा, विजय कुमार सिन्हा, विनोद कुमार सिंह, कृष्ण कुमार ऋषि, ब्रिज किशोर बिंद, ऋतुराज सिन्हा, ओम प्रकाश यादव, वीरेंद्र चौधरी, हरी मांझी, संजय पासवान, विश्वमोहन कुमार, आदित्य नारायण पांडेय, राजन कुमार सिंह, अशोक अग्रवाल, कृष्ण कुमार ऋषि, सुमन महासेठ, अमृता भूषण, शीला प्रजापति, विजेन्द्र ठाकुर, शैलेन्द्र गढ़वाल, सीता सिन्हा, श्यामा सिंह, प्रेम रंजन पटेल, अर्जुन मंडल, संजय सरावगी, गायत्री यादव, भागीरथी देवी, सुखदा पांडेय, पिंकी कुशवाहा, सम्राट चौधरी, अर्जुन साहनी, रूपनारायण मेहता, कामेश्वर चौपाल, राजेन्द्र चौपाल, और शिवेश कुमार राम

जानें किसे क्या जिम्मेदारी मिली

चुनाव प्रबंधन समिति: संयोजक- मंगल पांडेय, सह संयोजक- जनक चमार, सम्राट चौधरी, राजेंद्र गुप्ता

प्रचार निर्माण समिति: प्रमुख- रविशंकर प्रसाद, सह प्रमुख- राजीव प्रताप रुड़ी, शहनवाज हुसैन

घोषणा पत्र: प्रमुख- प्रेम कुमार, सह प्रमुख- रजनीश कुमार, मिथिलेश तिवारी, नीतीश मिश्रा, ऋतुराज सिन्हा, सभी केंद्र एवं बिहार सरकार के मंत्री और कोर कमेटी के सदस्य

चुनाव कार्यालय: प्रमुख-राधामोहन शर्मा, सह प्रमुख- निवेदिता सिंह, सिद्धार्थ शंभू

कॉल सेंटर: प्रमुख- देवेश कुमार, सह-प्रमुख- दिलीप मिश्रा

कार्यालय प्रबंधन एवं स्वागत कक्ष: प्रमुख- सुशील चौधरी, सुरेश रूंगटा, सह प्रमुख- निरंजन सिंह, विनीत कुशवाहा

मीडिया विभाग: प्रमुख- संजय मयूख, सह-प्रमुख- राकेश सिंह, अशोक भट्ट, पंकज सिंह

मीडिया संपर्क: प्रमुख- नवल यादव, सह-प्रमुख- संजय पांडेय

वर्चुअल बैठक, रैली: प्रमुख- प्रमोद चंद्रवंशी

न्यायिक मामले व चुनाव आयोग से संबंधित: प्रमुख- एसडी संजय, सह-प्रमुख- राधिका रमन

प्रचार सामग्री: प्रमुख- सत्यपाल नरोत्तम, सह-प्रमुख- आनंद शेखर

वीडियो वैन: प्रमुख- रत्नेश कुशवाहा, सह-प्रमुख- सतीश यादव

संसाधन: प्रमुख- दिलीप जायसवाल

हिसाब-किताब: प्रमुख- अजय यादव, सह-प्रमुख- जनार्दन शर्मा

प्रलेखीकरण (डॉक्यूमेंटेशन): प्रमुख- संगीता कुमारी, सह- प्रमुख- संतोष पाठक

साहित्य सामग्री निर्माण- प्रमुख- सुरेश रूंगटा, सह प्रमुख- ऋषभ कुमार, गाने- वरुण सिंह

सोशल मीडिया और हाईटेक अभियान: मनीष पांडेय, अमृता भूषण, मुकुल सिंह, अनमोल शोभित

रचनात्मक: प्रमुख- मृत्युंजय झा, मनन कृष्णन, आनंद मिश्रा



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केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय और रविशंकर प्रसाद।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/bihar-bjp-election-campaign-team-list-and-updates-ravi-shankar-prasad-to-nityanand-rai-devesh-kumar-mangal-pandey-127688144.html

चुनाव आयोग की गाइडलाइन के उलट निर्वाचन विभाग का आदेश- मास्क नहीं मिलेगा, बिना इसके बूथ पर गए तो 50 रुपए जुर्माना

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

कोरोना के बीच बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग द्वारा जारी ब्रॉड गाइडलाइन में इस बात का जिक्र है कि वैसे मतदाता जो बिना मास्क बूथ पर जाएंगे, उनके लिए मास्क रिजर्व रखा जाएगा। अब निर्वाचन विभाग ने चुनाव के मद्देनजर अपना त्रिस्तरीय विस्तृत प्लान तैयार किया है। इसमें कहा गया है कि वैसे व्यक्ति जिनके द्वारा मास्क का उपयोग नहीं किया जाएगा, उनसे 50 रुपया जुर्माना वसूला जाएगा।

इसके लिए बिहार सरकार द्वारा एपिडेमिक डिजीज कोविड-19 रेगुलेशन 2020 की अधिसूचना का हवाला दिया गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास की ओर से सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को जारी प्लान में जुर्माना के प्रावधान का अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है।

मतदान केंद्र पर वोटरों के लिए ये व्यवस्था रहेंगी

  • पुरुष और महिला वोटरों के लिए अलग शेड वाला वेटिंग एरिया होगा जिसमें कुर्सी, दरी आदि की व्यवस्था होगी।
  • जहां तक संभव हो बूथ एप का इस्तेमाल होगा।
  • मतदान केंद्र के प्रवेश और निकास द्वार पर साबुन एवं पानी की व्यवस्था होगी
  • सभी बूथों पर थर्मल स्कैनर की व्यवस्था होगी।
  • सभी बूथों के प्रवेश एवं निकास द्वार पर सेनेटाइजर की व्यवस्था होगी।


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The Election Department's order, unlike the Election Commission's Guidelines - will not get masks, if you go to the booth without it a fine of Rs 50


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/the-election-departments-order-unlike-the-election-commissions-guidelines-will-not-get-masks-if-you-go-to-the-booth-without-it-a-fine-of-rs-50-127690362.html

बिना तैयारी धंधेबाजाें से भिड़ गई पुलिस, हमला कर साथी काे छुड़ाने के साथ ही शराब भी ले गए बदमाश

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

आर ब्लॉक रेलवे लाइन पर शनिवार सुबह 6:30 बजे पुलिस और शराब तस्करों के बीच मुठभेड़ हो गई। गोलीबारी व पथराव में एएसआई आशुतोष राय और तस्कर सुबोध पासवान गंभीर रूप से घायल हो गए। आशुतोष के सिर में चोट और पैर में एक गोली लगी है। सुबोध के पेट में गोली लगी है। तीन-चार सिपाहियाें को भी चोट आई है।
क्विक मोबाइल के तीन जवान राहुल, गौतम व राज कुमार मीठापुर मंडी के पास ड्यूटी में थे, तभी संपूर्ण क्रांति जंक्शन पर लगी। सूचना मिली कि तस्कर ट्रेन से शराब उतार रहे हैं। इसके बाद एएसआई आशुतोष की गश्ती टीम को सूचना दी गई। पहुंचते ही तस्करों से उनकी भिड़ंत हो गई।

मुठभेड़ में शराब के धंधेबाज पुलिस पर भारी पड़े। न तो कोई गिरफ्तारी हुई और न ही शराब की बरामदगी। सूत्रों की मानें तो राेज मुगलसराय की तरफ से आने वाली ट्रेन से तस्कर शराब उतारते हैं। मीठापुर सब्जी मंडी के पास चाय पी रहे क्विक मोबाइल के जवानों को शराब उतरने की जानकारी मिली और वे गश्ती टीम के साथ कार्रवाई करने पहुंचे। मीठापुर रेलवे लाइन के पास से ही तस्करों को खदेड़ते हुए पुलिस आर ब्लॉक की तरफ बढ़ रही थी।

तस्कर बैग में शराब लेकर भाग रहे थे। इसी बीच पुलिस ने एक तस्कर को शराब के बड़े बैग के साथ पकड़ लिया। तब तक पुलिस आर ब्लॉक वाले एरिया के पास पहुंच गई थी। इसके बाद तस्कराें और उपद्रवियों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस पीछे हटने लगी तो उपद्रवी हावी हो गए और अपने साथी तस्कर और शराब को छुड़ा ले गए। पथराव के बीच उम्रदराज एएसआई भाग नहीं सके और तस्करों ने उन्हें बंधक बना लिया और बेरहमी से पीट दिया।
पहले भी हो चुकी है घटना, चारों थानों को पता है कौन-कौन है तस्कर, फिर भी हर दिन बिकती है शराब

कुछ साल पहले कोतवाली थाने के एसआई धर्मेंद्र नशेड़ियाें और तस्कर पर कार्रवाई करते हुए अपने साथियों के साथ आर ब्लॉक रेलवे गुमटी की तरफ पहुंच गए थे। इसके बाद पुलिस टीम पर तस्करों ने हमला कर दिया था। शनिवार की सुबह हुई घटना पुलिस की लापरवाही की वजह से हुई। गश्ती टीम और क्विक मोबाइल के जवानों ने अपने वरीय अधिकारियों को छापेमारी की जानकारी नहीं दी थी।

आर ब्लॉक गुमटी, यारपुर, रेलवे लाइन गुमटी इन इलाकों में काफी संख्या में शराब तस्कर रहते हैं। इस बात की जानकारी गर्दनीबाग, सचिवालय, जक्कनपुर, कोतवाली थाने की पुलिस के साथ-साथ जीआरपी को भी है। स्थानीय लोगों की मानें तो पुलिस की अनदेखी के कारण इन इलाकों में शराब का धंधा चलता है। जिस जगह पर घायल शराब तस्कर सुबोध सहित लगभग दस लोगों का परिवार सालों से रह रहा है वह रेलवे की जमीन है। तस्कर अतिक्रमण कर उस जगह पर रह रहे हैं।

ट्रैक पर बिखरा था खून, गिरी थी एएसआई का टोपी

घटनास्थल पर ट्रैक पर खून बिखरा था। खून लगा एएसआई की टोपी, बैज और चश्मा इधर-उधर बिखरा मिला। घटना में घायल शराब तस्कर सुबोध पासवान पूर्व में शराब तस्करी के मामले में जेल जा चुका है। घायल एएसआई आशुतोष को पीएमसीएच से बेहतर इलाज के लिए अशोक राजपथ स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। वहीं पुलिस ने सुबोध को सगुना मोड़ स्थित एक निजी नर्सिंग होम में एडमिट कराया। शुरुआती इलाज के बाद सुबोध कोरोना पॉजिटिव निकल गया। इसके बाद पुलिस उसे एम्स में एडमिट कराया। इधर एसएसपी ने पुलिस की तरफ से फायरिंग की बात से इनकार किया है।

प्रत्यक्षदर्शी ने कहा: पुलिस कर रही थी फायरिंग

मैं अपनी दुकान खोलकर बैठा ही था कि हल्ला हाेने लगा। कुछ पुलिस वाले भागते हुए मेरी दुकान की तरफ आए। उन लोगों की बातचीत से पता चला कि एक पुलिस वाले को बदमाशों ने बंधक भी बना लिया है। तभी फायरिंग होने लगी। इसके बाद पुलिस ने भी मेरी दुकान के पास से दो-तीन राउंड फायरिंग की। -जैसा दुकानदार कुमार रानू ने कहा
घायल तस्कर की मां ने कहा- पुलिस ले गई व गोली मार दी

यशोमती देवी घायल तस्कर सुबोध की मां है। उसने कहा- हमने देखा कि ट्रेन से लोग शराब उतार कर ले जा रहे हैं। तभी कुछ पुलिस वाले मेरे घर के पास आए और मेरे बेटे सुबोध को पीटने लगे। इसके बाद फायरिंग की आवाज आने लगी। बेटा ने कहा मुझे गोली लग गई है। उसकी कोई गलती नहीं है वह रिक्शा चलाता है सर।



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एएसआई (50 वर्ष) के साथ 4 होमगार्ड व क्विक मोबाइल के तीन जवान थे। पत्थरबाजी होते ही जवान भागने लगे। तस्करों ने बेरहमी से एएसआई की पिटाई कर दी।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/the-police-clashed-with-the-business-without-preparation-the-miscreants-took-away-the-liquor-along-with-the-assault-of-the-accomplice-127690361.html

राज्य की रिकवरी दर 88.01 %, दिल्ली-87.50% को पछाड़ा; 150483 जांच के साथ बिहार पहले पायदान पर

Posted: 05 Sep 2020 05:22 PM PDT

कोरोना को लेकर देश में बिहार लगातार नया रिकॉर्ड बना रहा है। रिकवरी दर के मामले में भी बिहार देश में अव्वल राज्य बन गया है। अभी तक देश में सबसे अधिक रिकवरी दर दिल्ली की थी, लेकिन शनिवार को बिहार ने दिल्ली को पीछे छोड़ दिया। राज्य की रिकवरी दर 88.01 % रही। जबकि दिल्ली का कम होकर 87.50 % के स्तर पर आ गया है।

वहीं, राष्ट्रीय औसत 77 % का है। तमिलनाडु की दर 86 %,पश्चिम बंगाल की 83 %, राजस्थान की 82 % और गुजरात की 81 % है। राज्य में लगातार दूसरे दिन भी डेढ़ लाख से अधिक कोरोना सैंपल की जांच हुई है। शुक्रवार को 150195 सैंपल की जांच हुई थी, जबकि शनिवार को भी यह संख्या बढ़कर 150483 हो गई। इस जांच में 1727 नए संक्रमितों की पहचान की गई। इस तरह राज्य में कुल कोरोना संक्रमित की संख्या बढ़कर 145861 हो गई है। राहत की बात यह है कि राज्य की रिकवरी दर बढ़कर 88.01 फीसदी हो गया है। जबकि अभी तक कुल128376 संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं।

नीतीश के फॉर्मूले से मिली बड़ी कामयाबी

कोरोना को मात देने और बिहार को देश में पहले पायदान पर पहुंचाने के पीछे सीएम नीतीश कुमार की अहम भूमिका रही। उन्होंने थ्री टी-ट्रैकिंग, ट्रेसिंग व टेस्टिंग का फार्मूला अपनाने को कहा था। स्वास्थ्य विभाग की कमान संभालने के बाद प्रत्यय अमृत ने इसे चुनौती के रूप में लिया और 10 दिन के अंदर ही सैंपल जांच एक लाख के ऊपर पहुंचा दी। दो दिनों से यह रोज डेढ़ लाख के पार पहुंच चुका है।

लगातार दूसरे दिन भी डेढ़ लाख से अधिक जांच, 1727 नए पॉजिटिव

शनिवार को पटना में सर्वाधिक 222 और मुजफ्फरपुर में 126 नए संक्रमित मिले। वहीं, अररिया में 83, अरवल में 13, औरंगाबाद में 50, बांका में 27, बेगूसराय में 53, भागलपुर में 53, भोजपुर में 19, बक्सर में 29, दरभंगा में 35, पूर्वी चंपारण में 75, गया में 39, गोपालगंज में 40, जमुई में 27, जहानाबाद में 34, कैमूर में 9, कटिहार में 58, खगड़िया में 30, किशनगंज में 28, लखीसराय में 22, मधेपुरा में 33, मधुबनी में 62, मुंगेर में 5, नालंदा में 27, नवादा में 25, पूर्णिया में 98,रोहतास में 28,सहरसा में 64, समस्तीपुर में 27, सारण में 54, शेखपुरा में 24, शिवहर में 27, सीतामढ़ी में 31,सीवान में 17, सुपौल में 47, वैशाली में 23 और पश्चिमी चंपारण में 58 नए संक्रमितों की पहचान हुई है।



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कोरोना को मात देने और बिहार को देश में पहले पायदान पर पहुंचाने के पीछे सीएम नीतीश कुमार की अहम भूमिका रही।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/states-recovery-rate-surpassed-8801-delhi-8750-bihar-ranks-first-with-150483-probe-127690360.html

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