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Tuesday, October 20, 2020

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बिना काेडिंग के बीएड मूल्यांकन पर राजभवन ने टीएमबीयू से मांगी रिपाेर्ट, विश्वविद्यालय के तर्क पर अधिकारी आपस में ही सहमत नहीं

Posted: 20 Oct 2020 06:22 PM PDT

बीएड की काॅपियाें का मूल्यांकन बिना काेडिंग के कराने काे लेकर राजभवन ने टीएमबीयू से रिपाेर्ट मांगी है। राजभवन के अपर सचिव राम अनुग्रह नारायण सिंह ने पत्र देकर कहा है कि मूल्यांकन काे लेकर अखबाराें में खबरें छपी थीं जिसमें मूल्यांकन बिना काेडिंग के कराए जाने और काेडिंग करने का निर्दश परीक्षा केन्द्राें काे नहीं दिए जाने का जिक्र था।

मूल्यांकन के लिए काेडिंग क्याें नहीं की गई और इसके लिए परीक्षा केन्द्राें काे निर्देश क्याें नहीं दिया गया इसकी जानकारी दी जाए। इधर राजभवन के इस पत्र के जवाब में अधिकारी कई तरह के तर्क गढ़ रहे हैं। प्रभारी वीसी काे एक अधिकारी ने सुझाव दिया कि राजभवन से कहा जाए कि काेडिंग कराने या नहीं कराने का निर्णय करने का अधिकारी वीसी काे है।

यह सुझाव भी दिया कि पिछली बार बिना काेडिंग के मूल्यांकन हुआ था, इसलिए इस बार भी ऐसा ही किया गया। इधर कुछ दूसरे अधिकारियाें ने कहा है कि काेडिंग स्वच्छ मूल्यांकन के लिए की जाती है। इसमें वीसी के अधिकार की बात ही नहीं हाेनी चाहिए। इस तरह के जवाब से सवाल उठ सकता है प्रभारी वीसी ने कोडिंग का निर्देश किस वजह से नहीं दिया।



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Raj Bhavan sought report from TMBU on BEd assessment without cadging, officials not agreeing on the logic of the university


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/bhagalpur/news/raj-bhavan-sought-report-from-tmbu-on-bed-assessment-without-cadging-officials-not-agreeing-on-the-logic-of-the-university-127834440.html

पीएम की सभा में आने वाले लोगों की हाेगी थर्मल स्क्रीनिंग, सैंडिस व जीराेमाइल में पार्क हाेंगी गाड़ियां

Posted: 20 Oct 2020 06:22 PM PDT

23 अक्टूबर काे पीएम नरेंद्र माेदी की हवाई अड्‌डा मैदान में हाेने वाली चुनावी सभा में आने वाले सभी लाेगाें की थर्मल स्क्रीनिंग हाेगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 45 लोगों की टीम बनाई है। मंगलवार को एसपीजी के अधिकारी ने डीएम प्रणव कुमार और एसएसपी आशीष भारती के साथ कार्यक्रम स्थल हवाई अड्‌डा का जायजा लिया। अब बिना अनुमति किसी को भी हवाई अड्‌डे के कैंपस में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।

वहां 24 घंटे पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। प्रधानमंत्री के कॉरकेड में शामिल होने वाली गाड़ियों को भी पुलिस लाइन में रखा गया है। सभा स्थल पर दो हजार से अधिक फोर्स की तैनाती होगी। पीएम की सुरक्षा व्यवस्था त्रिस्तरीय होगी। एसएसपी ने बताया कि पीएम के कार्यक्रम में आने वाले नेताओं की गाड़ियां सैंडिस कंपाउंड और जीरोमाइल इलाके में पार्क की जाएगी।

मंच और डी एरिया की सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी की होगी। राज्य के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमित कुमार भागलपुर पहुंच चुके हैं। उन्होंने डीआईजी, एसएसपी समेत अन्य अधिकारी के साथ पीएम की सुरक्षा को लेकर की गई तैयारियों की समीक्षा की और कई निर्देश दिये।

एसएसपी ने बताय कि आयोजकों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि पीएम के कार्यक्रम के दौरान मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ख्याल रखा जाए। हवाई अड्डे पर तैनात एसपीजी की टीम, पुलिसकर्मियों व कर्मचारियाें का बुधवार काे काेराेना की जांच हाेगी।



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एसपीजी के अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री के कायर्क्रम स्थल का निरीक्षण करते आयुक्त, डीआईजी, जिलाधिकारी, एसएसपी व अन्य।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/bhagalpur/news/thermal-screening-of-people-coming-to-pms-meeting-vehicles-will-be-parked-in-sandis-and-jeeramile-127834418.html

एक साथ पीएचडी और लाॅ किया नाैकरी भी कर ली, अब हाेगी जांच, टीएमबीयू के हाेमसाइंस विभाग की छात्रा रही रुद्राणी कुमारी पर आराेप

Posted: 20 Oct 2020 06:22 PM PDT

टीएमबीयू की पूर्व छात्रा रुद्राणी कुमारी के एकसाथ टीएमबीयू से पीएचडी, पटना विश्वविद्यालय से लाॅ और जीविका की नाैकरी करने का मामला सामने आया है। मामले की शिकायत सुमित कुमार नाम के व्यक्ति ने राजभवन से की थी जिस पर राजभवन ने टीएमबीयू काे मामले की पड़ताल करने काे कहा है। इसकाे लेकर वीसी कार्यालय ने डीएसडब्ल्यू काे मामला साैंपा है।

डीएसडब्ल्यू कार्यालय ने इसकी प्राेसीडिंग तैयार की है जिसमें कहा गया है कि सुमित कुमार ने अाराेप लगाया है कि रुद्राणी कुमारी ने सत्र 2009-15 में टीएमबीयू के हाेमसाइंस विभाग से डाॅ. फारूक अली के निर्देशन में पीएचडी किया था। इस बीच छात्रा ने सत्र 2012-15 में पटना विश्वविद्यालय से रेगुलर माेड में लाॅ भी कर लिया।

उधर 2013 से 2015 तक वह जीविका में एरिया काे-ऑर्डिनेटर भी रही। टीएमबीयू से पीएचडी करने के कारण दाैरान उसने हाॅस्टल का भी उपयाेग किया था। सुमित कुमार ने आराेप लगाया है कि ऐसा करके छात्रा ने नियमाें काे ताेड़ा है और सरकारी राशि का दुरुपयाेग किया है।

इधर सूत्राें ने बताया कि डीएसडब्ल्यू ने छात्रा से पूछा कि उसका माइग्रेशन सर्टिफिकेट दूसरी जगह कैसे जमा हुआ ताे छात्रा ने कहा कि उसके मित्राें ने उसका नामांकन पटना विश्वविद्यालय में करा दिया था। हालांकि पूरा मामला जांच के बाद ही सामने आएगा।



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She also did PhD and brought her job together, now she will be examined


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/bhagalpur/news/she-also-did-phd-and-brought-her-job-together-now-she-will-be-examined-127834409.html

एनडीए में करोड़पति, तो महागठबंधन में क्रिमिनल केस वाले ज्यादा; कांग्रेस के अनुनय सबसे अमीर

Posted: 20 Oct 2020 06:22 PM PDT

बिहार में दूसरे फेज के लिए नॉमिनेशन हो चुके हैं। दूसरे फेज की 94 सीटों के लिए 3 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। वैसे तो इन 94 सीटों पर कई सारे कैंडिडेट्स हैं, लेकिन सीधी लड़ाई जिन दो गठबंधनों के बीच है, वो है महागठबंधन और एनडीए। हमने इन दोनों गठबंधनों के 188 कैंडिडेट्स के एफिडेविट का एनालिसिस किया। इन 188 कैंडिडेट्स में से 144 करोड़पति हैं। वहीं, इनमें से 104 पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं।

करोड़पति कैंडिडेट्सः 188 में से 144 के पास 1 करोड़ से ज्यादा संपत्ति

एनडीए और महागठबंधन के 188 में से 144, यानी 77% कैंडिडेट्स ऐसे हैं, जिनके पास 1 करोड़ या उससे ज्यादा की संपत्ति है। इस हिसाब से सिर्फ 44 कैंडिडेट ही करोड़पति नहीं हैं। इनमें से एनडीए के ज्यादातर कैंडिडेट्स करोड़पति हैं। एनडीए के 94 में से 79 यानी 84% और महागठबंधन के 65 यानी 69% कैंडिडेट्स करोड़पति हैं।

कांग्रेस के अनुनय सिन्हा सबसे ज्यादा अमीर हैं। उनके पास 46.10 करोड़ रुपए की संपत्ति है। इसमें से 44.23 करोड़ रुपए की अचल और 1.86 करोड़ रुपए की चल संपत्ति है। अनुनय मुजफ्फरपुर की पारू सीट से लड़ रहे हैं। अनुनय के बाद जो सबसे अमीर हैं, वो भी कांग्रेस के ही हैं। भागलपुर सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार अजीत शर्मा के पास 40.27 करोड़ रुपए की संपत्ति है। हालांकि, पिछले बार के मुकाबले उनकी संपत्ति थोड़ी कम हुई है। 2015 में इनके पास 40.57 करोड़ रुपए की संपत्ति थी।

क्रिमिनल कैंडिडेट्स: 188 में से 104 के ऊपर आपराधिक मामले दर्ज

साफ राजनीति की कितनी ही बात हो, लेकिन चुनावों में राजनीतिक पार्टियां दागियों को जरूर उतारती हैं। दूसरे फेज में महागठबंधन और एनडीए के 188 में से 104, यानी 55% से ज्यादा कैंडिडेट्स के ऊपर क्रिमिनल केस चल रहे हैं।

दागी उम्मीदवारों को उतारने में महागठबंधन आगे है। महागठबंधन के 94 में से 59 (63%) कैंडिडेट्स और एनडीए के 45 (48%) कैंडिडेट्स के ऊपर क्रिमिनल केस दर्ज हैं। राजद के रितलाल यादव पर सबसे ज्यादा 14 मामले दर्ज हैं। रितलाल दानापुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके ऊपर हत्या, हत्या की कोशिश, रंगदारी, मनी लॉन्ड्रिंग जैसे मामले हैं। हालांकि, किसी भी मामले में उन्हें दोषी नहीं ठहराया गया है।

दूसरे नंबर पर मटिहानी से जदयू उम्मीदवार नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह हैं, जिनके ऊपर 13 केस दर्ज हैं। हालांकि, उन पर ज्यादातर केस आचार संहिता उल्लंघन के हैं।



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Bihar Election 2020 2nd (Second) Phase Update | BJP JDU RJD Congress, Mahagathbandhan Crorepati Candidates With Criminal Cases


source https://www.bhaskar.com/bihar-election/news/bihar-election-2020-second-phase-update-bjp-jdu-rjd-congress-mahagathbandhan-crorepati-candidates-with-criminal-cases-127835030.html

NAAC जैसी संस्था बनाएगी भाजपा, जिलावार कॅरियर परामर्श केंद्र बनेंगे, यूथ को दिलाएगी सरकारी इंटर्नशिप

Posted: 20 Oct 2020 06:22 PM PDT

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपना घोषणापत्र तैयार कर लिया है। अभी इसे आधिकारिक तौर पर जारी नहीं किया गया है। फिर भी भास्कर डिजिटल आपको इस घोषणापत्र की पूरी जानकारी देने जा रहा है।
भाजपा अपने घोषणा पत्र में युवाओं को केंद्रित करके कई योजनाओं को सामने रख रही है। युवाओं को सक्षम बनाने के साथ-साथ उन्हें कौशल के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं को और राज्य सरकार की योजनाओं को मिलाकर घोषणा पत्र में रखा गया है। भाजपा के घोषणा पत्र में केंद्र सरकार के काम के साथ साथ राज्य सरकार के काम को भी जगह दी गई है। इसमें 'आर्थिक हल युवाओं को बल' को प्रमुखता से दिखाया गया है।

पूरी तरह से युवाओं और किसानों पर फोकस

घोषणापत्र में पूरी तरह से युवाओं और किसानों पर फोकस किया है। केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति को लेकर यह बताया गया है कि केंद्र सरकार ने 21वीं सदी के लिए नई शिक्षा नीति में बड़ा बदलाव किया है । 34 वर्षों के बाद यह शिक्षा नीति बदली है जो देश के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए महत्वपूर्ण होगी। सात निश्चय के तहत राज्य में मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, बिहार स्टार्टअप पॉलिसी, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, जीविका के माध्यम से ग्रामीण युवाओं का प्रशिक्षण, मेधावी छात्रों के लिए स्कॉलरशिप, शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना, खेलकूद को बढ़ावा और रोजगार प्रोत्साहन को जगह दी गई है।

15 साल बनाम 15 साल का जिक्र

भाजपा के घोषणा पत्र में 15 साल बनाम 15 साल का जिक्र किया गया है और काफी विस्तार से फर्क को बताया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार में क्या कुछ किया गया, उसके बाद नीतीश सरकार ने क्या उपलब्धि हासिल की यह दर्शाया गया है। तकनीकी शिक्षा में 15 साल कि राजद शासन में क्या स्थिति थी और अब के शासन में क्या स्थिति है। प्रतियोगी परीक्षा को लेकर भी तुलना किया गया है। जिसमें राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं। अनुसूचित जाति ,अनुसूचित जनजाति , पिछड़ा वर्ग ,अत्यंत पिछड़ा वर्ग के छात्र छात्राओं को हर महीने ₹1000 दिए जाने की चर्चा की गई है। वहीं मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग छात्रावास योजना के तहत 33 छात्रावास बनाए जाने का भी जिक्र किया गया है। इस घोषणापत्र में कौशल विकास, उद्यमिता, रोजगार , खेल और संस्कृति मुख्य रूप से दिखाया गया है कि 15 साल पहले जब नीतीश कुमार की सरकार बनी थी तो क्या हालत था और अभी इन क्षेत्रों में क्या स्थिति है।

औद्योगिक इकाइयों की स्थापना और अधिक निवेश

भाजपा ने घोषणा पत्र में यह कहा है कि रोजगार के लिए अधिक अवसर पैदा करने के लिए औद्योगिक इकाइयों की स्थापना और अधिक निवेश किया जाएगा। वहीं क्षेत्रीय मजदूरों को यहां रोजगार के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। स्कूल और विश्वविद्यालय में छात्रों को बहुमुखी प्रतिभा का धनी बनाने के लिए राज्य सरकार एक राज्य प्रायोजित छात्र विनियम कार्यक्रम शुरू करेगी। बिहार में विश्वविद्यालयों की मान्यता के लिए नैक की तर्ज पर एक समिति की गठन करेगी, जिसमें कॉलेज, विश्वविद्यालयों की बुनियादी सुविधाओं की मॉनिटरिंग की जाएगी। राज्य सरकार सिविल सेवा, इंजीनियरिंग ,चिकित्सा, प्रबंधन आदि परीक्षाओं की तैयारियों के लिए प्रमंडल स्तर पर कोचिंग संस्थान के मानक तय कर स्थापना सुनिश्चित करेगी। भाजपा की सरकार बनी तो राज्य के प्रत्येक जिले में एक कैरियर परामर्श केंद्र की स्थापना की जाएगी । इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जाएगा। सरकार को इंटर्नशिप प्रोग्राम बनाकर कॉलेज के छात्रों को विभिन्न सरकारी विभागों और संस्थानों में इसके तहत काम करवाया जाएगा ताकि उन्हें इसका अनुभव प्राप्त हो सके। सभी शिक्षण संस्थानों के लिए मानक तय कर वहां अच्छी स्तर की शिक्षा मुहैया कराने पर ध्यान दिया जाएगा। राज्य स्तर के सभी स्कूल ,कॉलेज , विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम के साथ सत्र नियमित किया जाएगा। राज्य स्तरीय कौशल युवा प्रोग्राम के माध्यम से और अधिक छात्रों को उचित ढंग से प्रशिक्षण मुहैया कराया जाएगा।

किसानों को काफी तरजीह

भाजपा के इस घोषणापत्र में किसानों को काफी तरजीह दी गई है। शुरुआत केंद्र सरकार की उन योजनाओं से जिससे किसानों पर प्रभाव पड़ा है। उसको फोकस किया गया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत ₹6000 देने और बिहार के कुल एक करोड़ 10 लाख 9 हजार 919 किसानों को सम्मान निधि योजना से जोड़ा जा चुका है। इसको लेकर केंद्र सरकार ने क्या खर्च किया है, इस का ब्यौरा बताया गया है । भाजपा ने अपने इस घोषणापत्र में पीएम द्वारा 2015 में दिए गए विशेष पैकेज में कृषि संबंधित विकास के लिए 3094 करोड़ रुपए देने का भी जिक्र किया गया है। इस घोषणापत्र में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत पिछले 5 वर्षों में क्या कुछ किया गया , यह बताया गया है। साथ ही सरकार की तरफ से तालाब ,चेक डैम, नाला, पर कोलेशन टैंक और भूजल संचयन पर किए गए काम को भी दर्शाया गया है। वही इस घोषणा पत्र में यह भी बताया गया है कि कृषि एवं कल्याण किसान कल्याण मंत्रालय के तहत बिहार में 1310.17 हेक्टेयर जलाशयों का निर्माण किया गया।

भाजपा के घोषणा पत्र में बिहार सरकार ने किसान के लिए क्या कुछ किया है, इसकी भी विस्तार से चर्चा की गई है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के साथ बिहार राज्य फसल सहायता योजना को किस तरह से चलाया जा रहा है और कितने किसान लाभान्वित हो रहे हैं। यह बताया गया है। राज्य सरकार ने बागवानी पर विशेष बल दिया है। इसको लेकर बिहार बागवानी विकास सोसायटी का गठन भी किया गया है। बागवानी करने वाले किसानों को 90% तक अनुदान का प्रावधान राज्य सरकार ने दिया है। वही इस घोषणापत्र में मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने और पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य जैविक खेती को करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने की भी चर्चा की गई है। इसमें किसानों को डीजल अनुदान ,ओलावृष्टि में किसानों को राशि, कृषि यंत्र के लिए अनुदान ,ई किसान भवन के निर्माण ,बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि की भी चर्चा की गई है।

इस घोषणापत्र में किसानों की स्थिति को लेकर फिर 15 साल बनाम 15 साल का आकलन किया गया है । फर्क को दिखाया गया है । यह बताया गया है कि किस तरह से 1990 से लेकर 2005 के बीच में जब फसल नष्ट होते थे तो लोग खाने पीने को तरस जाते थे। वही डेयरी के क्षेत्र में बिहार ने किस तरह से उपलब्धि हासिल की है । बिहार की बड़े से छोटे किसानों को कृषि यंत्र खरीदने के लिए राज्य सरकार ने जो योजना चलाई। मत्स्य उत्पादन में बिहार की क्या स्थिति रही, यह बताया गया है। घोषणा पत्र में यह चिन्हित किया गया है कि 2005 से पहले मुखिया के तरफ से यह कहा जाता था कि किसान के परिवार के लोग चरवाहा बनेंगे और 113 चरवाहा विद्यालय खोले गए थे। जबकि सरकार ने गांव-गांव तक ऑप्टिकल फाइबर बिछाकर प्रदेशों के किसानों को डिजिटल साक्षर करने का काम किया है।

भाजपा ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही है। वही किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, भूमि स्वास्थ्य कार्ड योजना, परंपरागत कृषि विकास योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी करने की बात कही है। वही किस प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना के तहत गैर खाद्य उद्योग के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कवायद की जाएगी । बिहार में गुणवत्तापूर्ण बीजों की कमी को दूर करने के लिए बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में बीज उत्पादन केंद्र स्थापित किए जाएंगे। किसान अपने उत्पाद को किसी भी बाजार में बेच सके इसको लेकर भारतीय इलेक्ट्रॉनिक व्यापार पोर्टल बनाया गया है। उसको और भी मजबूत किया जाएगा।



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केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को मिलाकर भाजपा ने तैयार किया है घोषणा पत्र।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/exclusive-details-of-bjp-manifesto-for-bihar-assembly-election-2020-by-bhaskar-digital-127832686.html

विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, चार पर केस, विदेश मंत्रालय की टीम ने एग्जीबिशन रोड में मारा छापा

Posted: 20 Oct 2020 06:22 PM PDT

विदेश मंत्रालय की टीम और गांधी मैदान थाने की पुलिस ने मंगलवार काे विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले शातिरों काे पकड़ने के लिए एग्जीबिशन रोड के गगन अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 402 में छापेमारी की। इस फ्लैट में पृथ्वी इंटरप्राइजेज नाम का दफ्तर चलता है।

विदेश मंत्रालय की टीम को शिकायत मिली थी कि यहां बेरोजगार युवकों से ठगी की जा रही है। हालांकि वहां कोई मिला नहीं। विदेश मंत्रालय की तरफ से रितेश राज के लिखित बयान पर भागलपुर के पंकज कुमार यादव, रमेश, आशीष और सुनील कुमार पर केस दर्ज किया गया है। थानेदार रंजीत वत्स ने कहा कि चार लोगों पर केस दर्ज किया गया है। जल्द ही गिरोह के शातिरों को गिरफ्तार किया जाएगा।
पासपोर्ट, वीजा और दर्जनों युवाओं के कागजात मिले: छापेमारी करने गई टीम को दफ्तर से लगभग 50 पासपोर्ट, वीजा और अन्य कागजात मिले हैं। ये कागजात और पासपोर्ट उन युवाओं के हैं, जिनसे ये शातिर पैसे ले चुके हैं या विदेश में नौकरी लगा देने का झांसा दे चुके हैं। पुलिस उन कागजातों की पड़ताल कर रही है। जल्द ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी होगी।
एक युवक से 3 से 5 लाख की ठगी, अबतक दर्जनों युवक हो चुके हैं शिकार
सूत्रों की मानें तो कई दर्जन युवक इस गिरोह के झांसे में आकर अब तक लाखों रुपए गंवा चुके हैं। यह गिरोह अब तक दर्जनों युवकाें से करोड़ों की ठगी कर चुका है। एक युवक से विदेश भेजने और वहां नौकरी दिला देने के नाम पर 3 से 5 लाख रुपए लिए जाते थे। ये जिस कंपनी के तहत यहां से लड़कों को विदेश भेजते थे, वह वहां रजिस्टर्ड नहीं थी।

इस कारण लड़के वहां जाते थे लेकिन उन्हें नौकरी नहीं लगती थी। इस कारण कई युवक विदेश से लौट आए। यहां आने के बाद पृथ्वी इंटरप्राइजेज में शिकायत करने गए तो उन्हें डरा-धमकाकर भगा दिया गया। इसके बाद कई लोगों ने नियोजन भवन जाकर विदेश मंत्रालय के संबंधित विभाग से शिकायत की।



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Crores cheated in the name of getting jobs abroad, case on four, Foreign Ministry team raided Exhibition Road


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/crores-cheated-in-the-name-of-getting-jobs-abroad-case-on-four-foreign-ministry-team-raided-exhibition-road-127835025.html

पश्चिम बंगाल से 9 ट्रकों में भरकर लाए गए 75 लाख के कपड़े जब्त

Posted: 20 Oct 2020 06:22 PM PDT

बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जांच अभियान में जुटी सेंट्रल जीएसटी की टीम ने जीराे माइल पटना से मंगलवार को 9 ट्रकों में भरकर लाए गए रेडीमेड गारमेंट्स जब्त किया है। ये गारमेंट्स पश्चिम बंगाल से लाए जा रहे थे। इनसकी कीमत 70 से 75 लाख रुपए आंकी गई है। तफ्तीश के दौरान यह बात सामने आई है कि बिना जीएसटी पेमेंट के रेडीमेड गारमेंट्स को इन ट्रकों में भरकर लाया जा रहा था।

ट्रांसपोर्ट और माल बुक कराने वाले से हुई पूछताछ में यह बात सामने आई है कि रेडीमेड गारमेंट्स को बिना इनवॉइस तथा ई-वे बिल के लाया जा रहा था। सेंट्रल जीएसटी की टीम इसकी तफ्तीश में जुटी है। अधिकारियों के अनुसार बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सेंट्रल जीएसटी के अधिकारियों द्वारा लगातार गाड़ियों की जांच एवं गोदामों की चेकिंग की जा रही है। इसका उद्देश्य वैसे सामान को पकड़ना है, जिनका चुनाव में गलत तरीके से इस्तेमाल हो सकता है। इस कड़ी में एक ट्रक शराब भी जब्त की गई है।



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75 lakh clothes recovered from 9 Bengal loaded in trucks


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/75-lakh-clothes-recovered-from-9-bengal-loaded-in-trucks-127835023.html

विधान परिषद की दो सीटों के लिए प्रचार का शोर थमा, मतदान कल, सभी 261 मतदान केंद्रों पर अर्द्धसैनिक बल तैनात

Posted: 20 Oct 2020 06:22 PM PDT

विधान परिषद की पटना स्नातक और पटना शिक्षक सीट के लिए मतदान 22 अक्टूबर की सुबह 8 से शाम 5 बजे तक हाेगा। इसके लिए चुनाव प्रचार मंगलवार की शाम समाप्त हाे गया। प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि इसमें पटना, नालंदा और नवादा जिले शामिल हैं। तीनों जिलों में स्नातक के लिए 181 और शिक्षक सीट के लिए 80 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सभी मतदान केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रहेगी।
सभी मतदान केंद्रों पर अर्द्धसैनिक बल की तैनाती की गई है। सभी मतदान केंद्रों से वेबकास्टिंग हाेगी। इसकी मॉनिटरिंग चुनाव आयोग कार्यालय और पटना प्रमंडल के कंट्रोल रूप से होगी। इसके साथ ही सभी मतदान केंद्र की वीडियो रिकॉर्डिंग हाेगी ताकि किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका नहीं रहे।

उन्होंने कहा कि मतदान समाप्ति के बाद सभी मतदान केंद्रों से मतपेटिका मीठापुर स्थित आर्यभट्ट विवि के परीक्षा भवन में बने स्ट्रांग रूम में लाकर जमा की जाएगी। यहां भी त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था है। 24 घंटे निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। 12 नवंबर को यहां मतगणना होगी। मौके पर आईजी संजय सिंह, डीएम कुमार रवि उपस्थित थे।
अपनी गाड़ी से जा सकेंगे वाेट डालने
मतदान के दिन पटना स्नातक और पटना शिक्षक के वोटर अवकाश पर रहेंगे। प्रमंडलीय आयुक्त ने विधान परिषद के वोटरों से शतप्रतिशत मतदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मतदान केंद्र पर निजी गाड़ी से जाने की सुविधा है। 200 मीटर पहले गाड़ी खड़ी कर मतदान कर सकेंगे। मतदान केंद्र की 200 मीटर की परिधि में धारा 144 लागू की गई है।

मतदान के लिए वैकल्पिक पहचान पत्र
ईपिक के अलावा आधार कार्ड, ड्राविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट, सरकारी नौकरी वालाें के लिए राज्य और केंद्र सरकार द्वारा जारी आईकार्ड, सदन द्वारा जारी एमपी, एमएलए और एमएलसी का आईकार्ड, शिक्षा विभाग या स्कूल से जारी शिक्षकों का आईकार्ड, स्नातक पास करने वाले कॉलेज का आईकार्ड दिखाकर मतदान कर सकते हैं।



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Noise for campaigning for two seats of Legislative Council, polling yesterday, paramilitary forces deployed at all 261 polling stations


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/noise-for-campaigning-for-two-seats-of-legislative-council-polling-yesterday-paramilitary-forces-deployed-at-all-261-polling-stations-127835001.html

बुजुर्गों के घर पहुंच रहे मतदानकर्मी, पोस्टल बैलेट से अबतक 436 वाेटरों ने की वोटिंग

Posted: 20 Oct 2020 06:22 PM PDT

पहले चरण में शामिल मोकामा, बाढ़, बिक्रम, पालीगंज और मसौढ़ी विधानसभा क्षेत्र में अबतक कुल 436 मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट से मतदान किया है। इनमें 79 वर्ष से ऊपर के 196, पीडब्लूडी 42, कोरोना संक्रमित 4 और चुनाव ड्यूटी करने वाले 165 मतदाता शामिल हैं।

डीएम कुमार रवि ने कहा कि सर्विस वोटर यानी पहले चरण में चुनाव ड्यूटी करने वाले संबंधित विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के लिए श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में पोस्टल बैलेट से मतदान की व्यवस्था की गई है।वहीं, बुजुर्ग, दिव्यांग, कोरोना संक्रमित मरीज के घर-घर जाकर पोलिंग पार्टी द्वारा मतदान कराया जा रहा है। मोकामा में 158, बाढ़ में 11, मसौढ़ी में 132, पालीगंज में 34 और बिक्रम में 72 मतदाताओं ने अबतक पोस्टल बैलेट से मतदान किया है।



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बाढ़ में पोस्टल बैलेट से अपने घर में ही मतदान करतीं बुजुर्ग महिला।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/polling-workers-reaching-home-of-elders-436-voters-have-voted-so-far-through-postal-ballot-127834999.html

नेमतुल्लाह का तेजस्वी पर हमला- मुसलमानों का टिकट काटा, टिकट बंटवारे में करोड़ों रुपए वसूले

Posted: 20 Oct 2020 06:22 PM PDT

ऐन चुनावी मौके पर जदयू को कई नेताओं की आमद हुई। राजद विधायक मो.नेमतुल्लाह, पूर्व केंद्रीय मंत्री दशई चौधरी, पूर्व विधान पार्षद अनुज कुमार, कांग्रेस के सीतामढ़ी जिलाध्यक्ष विमल शुक्ला व शिवहर जिला प्रभारी आदित्य मिश्रा ने अपने समर्थकों के साथ जदयू की सदस्यता ग्रहण की। जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार को अनुज को सदस्यता दिलाई, तो प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने अन्य को।

नेमतुल्लाह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर मुस्लिमों को अपमानित करने का आरोप लगाया। कहा-राजद ने चुन-चुनकर मुस्लिमों का टिकट काटा। दुष्कर्म के आरोपियों को टिकट दिया। टिकट बंटवारे में करोड़ों वसूले गए। दशई चौधरी ने कहा कि राजद में अब युवराज का राज है। तेजस्वी, किसी से बात भी नहीं करते हैं। नेताओं का अपमान करते हैं।

जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष बने अनुज
जदयू ने अनुज कुमार सिंह को अपना प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया है। जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने अनुज को जदयू की सदस्यता दिलाई। अनुज ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के न्याय के साथ विकास से प्रभावित होकर मैंने जदयू की सदस्यता ग्रहण की है। वशिष्ठ नारायण सिंह ने उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनीत किया। कहा-उनके आने से पार्टी को खासकर मगध के इलाके में और ताकत मिलेगी।



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नीतीश कुमार ने अनुज को जदयू की सदस्यता दिलाई।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/nematullah-attacked-tejashwi-muslims-cut-tickets-collects-crores-of-rupees-in-ticket-distribution-127834973.html

बिहार में 1837 नए कोरोना पॉजिटिव मिले, 19 अक्टूबर के मुकाबले दोगुने संक्रमित; पटना में 392 नए मरीज मिले, 4 की मौत

Posted: 20 Oct 2020 06:22 PM PDT

राज्य में कोरोना जांच की संख्या बढ़ी तो नए संक्रमित भी बढ़ने लगे हैं। पिछले 24 घंटे में 141294 सैंपल की जांच हुई, जिसमें 1837 नए संक्रमित मिले। जबकि, सोमवार को 113725 सैंपल की जांच हुई, जिसमें 912 संक्रमित मिले थे। फिलहाल राज्य में कुल संक्रमित की संख्या बढ़कर 206961 हो गई है। जिसमें 194889 स्वस्थ हो चुके हैं। जहां तक राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या 11060 रह गई है। नए संक्रमित बढ़ने से रिकवरी दर में मामूली कमी आई है। पटना में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है।

पटना जिले में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 8 अक्टूबर को 303 मरीज मिले थे। बीच में कभी-कभी आंकड़ा 300 के थाेड़ा नीचे रहा। लेकिन, मंगलवार को मरीजाें की संख्या में बड़ी उछाल अाई है। 392 नए मरीज मिले हैं। इसके साथ ही जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 33257 हो गई है। इनमें 30278 मरीज ठीक हाे चुके हैं। अभी 2732 एक्टिव केस हैं।

पीएमसीएच में 634 सैंपल की जांच में 42 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें यहां भर्ती 14 मरीज भी हैं। पीएमसीएच कोविड अस्पताल में 37 मरीज भर्ती हैं। ठीक होने पर तीन मरीजों को छुट्टी दी गई। नवादा के मरीज चंद्रभूषण पांडेय की मौत हाे गई। पटना एम्स में मंगलवार को 18 मरीज भर्ती हुए। इनमें 6 पटना के हैं। ठीक होने पर सात मरीजों को छुट्टी दी गई।

एनएमसीएच में 20 मरीज भर्ती, 80 बेड खाली

कोरोना संक्रमित पांच मरीजों कुरथाैल के रामलखन राम, मीठापुर की रेणु वर्मा, दानापुर के टी सिंह, पूर्णिया के अंजनी कुमार शरण और बाेरिंग राेड के ज्योतिंद्र कुमार की एम्स में माैत हाे गई। पटना एम्स में 74 मरीज अभी आईसीयू, 29 वेंटिलेटर पर और 20 हाई फ्लो नजल कैनुआ पर हैं।

आईजीआईएमएस में मंगलवार को 2724 सैंपल की जांच हुई। इनमें 38 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें संस्थान में भर्ती नौ मरीज शामिल हैं। एनएमसीएच में मंगलवार को दो नए मरीज भर्ती हुए और एक को स्वस्थ होने पर छुट्टी दी गई। अस्पताल में अभी 20 मरीज भर्ती हैं, जिनमें पांच आईसीयू में हैं। 80 बेड खाली हैं।



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1837 new Corona positives were found in Bihar, twice as infected as on October 19; 392 new patients found in Patna, 4 died


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देशभर को दाल खिलाने वाले टाल के किसानों ने दो साल से नहीं ब्याही बेटी, शिक्षा-स्वास्थ्य की स्थिति लचर, मगर ये चुनावी मुद्दे नहीं

Posted: 20 Oct 2020 06:22 PM PDT

मोकामा विधानसभा क्षेत्र में 8 प्रत्याशी मैदान में हैं। राजद से निवर्तमान विधायक अनंत सिंह, जदयू से राजीव लोचन नारायण सिंह और लोजपा से सुरेश सिंह निषाद मैदान में हैं। भूमिहार बहुल इस क्षेत्र में इसबार भी इसी जाति के मतदाता निर्णायक होंगे। पिछले चुनाव में जाप के टिकट पर चुनाव लड़े ललन सिंह इसबार जदयू के टिकट के दावेदार थे।

अंतिम समय में जदयू ने राजीव लोचन नारायण सिंह को उम्मीदवार बना दिया। ऐसे में ललन सिंह के समर्थक नाराज हैं। टाल के किसान तो नाराज हैं ही। कुछ दिन पहले यहां के किसान धरने पर बैठ गए थे। टाल में पानी लगा है और बुआई का समय बीता जा रहा है। ऐसे में राजद और जदयू दोनों की कोशिश टाल के किसानों को मनाने और ललन के समर्थकों को अपने पाले में करने की चल रही है।
क्षेत्र में कमोबेश सड़कें हर जगह बन गई हैं। लेकिन शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति लचर है। मोकामा के कन्हैया सिंह ने कहा-इलाके में ढंग का अस्पताल नहीं है। मरीज के गंभीर हाेने पर बाढ़ या पटना जाना पड़ता है। भदौर के सनोज सिंह कहते हैं-गांव में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, जिसके डॉक्टर 15 दिन में एकबार आते हैं।

मोकामा टाल 1.06 लाख हेक्टेयर में फैला है। यहां के किसान दावा करते हैं कि सरकार चाह ले तो हम पूरे देश को दाल खिला सकते हैं। लेकिन, इन किसानों के घर की बेटियां दो साल से ब्याही नहीं गई हैं। मरांची के नृत्य गोपाल सिंह कहते हैं- दो साल से बुआई के समय पानी लग जाता है। अक्टूबर और नवंबर ही बुआई का समय है और जाकर देखिए टाल में पानी ही पानी है।

ऐसे में हमारी आमदनी ठप है। कुछ अपवाद को छोड़ दें तो इलाके में दो साल से बेटियों की शादी नहीं हुई है। ट्रांसपाेर्टर बबलू और सुरेंद्र सिंह कहते हैं-बालू खनन बंद है। मोकामा पुल की स्थिति जर्जर है। ऐसे में हमसबों का यह धंधा भी चौपट हो गया है। लेकिन, इन कमियों को न तो लोग प्रमुखता दे रहे हैं और न ही यहां के प्रत्याशी।
धीरे-धीरे बंद हो गए सारे उद्योग: 80 के दशक तक मोकामा उद्योग-धंधे के लिए जाना जाता था। पुराने लोग कहते हैं-यह बिहार का मिनी कोलकाता कहलाता था। धीरे-धीरे यहां बाहुबलियों के बीच अदावत शुरू हुई और सब कुछ बंद होता चला गया। मोकामा में आजादी के समय स्थापित भारत वैगन, बाटा फैक्ट्री, सूत मिल बंद हो गई। शराबबंदी के बाद मैकडॉवेल की फैक्ट्री भी बंद कर दी गई।
30 साल से बाहुबली ही कर रहे प्रतिनिधित्व

बीते तीन दशक यानी 30 साल से मोकामा का प्रतिनिधित्व बाहुबली ही करते आ रहे हैं। 1990 में पहली बार छोटे सरकार कहे जाने वाले अनंत सिंह के भाई दिलीप सिंह जनता दल के टिकट पर विधायक बने थे। 1995 में भी दिलीप सिंह ने ही यहां का प्रतिनिधित्व किया। साल 2000 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर बाहुबली सूरजभान सिंह यहां से चुनकर विधानसभा पहुंचे। 2005 में अनंत सिंह पहली बार जदयू के टिकट पर जीते। तब से वे लगातार मोकामा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। हालांकि साल 2015 में वे निर्दलीय चुनाव लड़े और जीत हासिल की।
रावणराज बनाम रामराज की बहस
पटना जिले का मोकामा विधानसभा क्षेत्र मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में आता है। जदयू सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को मलाल है कि उन्हें सबसे कम वोट मोकामा से मिला। चुनावी सभाओं में वे अपनी पीड़ा दोहराते भी हैं। कहते हैं- मैं लोकसभा चुनाव में हर विधानसभा क्षेत्र से जीत गया। बस मोकामा से ही कम वोट मिले। तभी प्रण लिया कि इसबार मोकामा को रावणराज से मुक्ति दिलाना है और रामराज स्थापित करना है। यह मुद्दा चर्चित हो गया है। अब देखना यह होगा कि तीर निशाने पर लगता है या नहीं।

जिसके पक्ष में भूमिहार वोटर अधिक, जीत की संभावना उतनी ज्यादा
यहां भूमिहार वोटर ही निर्णायक होता है। इसबार भूमिहार वोट बंटेगा। जिस दल के पक्ष में जितने अधिक भूमिहार वोट जाएंगे उसकी जीत की संभावना उतनी अधिक होगी। यहां करीब 70 हजार भूमिहार, 40 हजार कुर्मी, 30 हजार यादव, 16 हजार पासवान, 10 हजार मुस्लिम वाेटर हैं। शेष में अन्य जातियों के वोटर हैं।



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80 के दशक तक मोकामा उद्योग-धंधे के लिए जाना जाता था। पुराने लोग कहते हैं-यह बिहार का मिनी कोलकाता कहलाता था।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/tall-farmers-who-fed-pulses-all-over-the-country-have-not-given-their-daughter-education-and-health-status-for-two-years-but-this-is-not-an-election-issue-127834972.html

मतदान में महिलाओं ने पुरुषों को पीछे छोड़ा, लेकिन वे किसी पार्टी का थोक वोट बैंक नहीं

Posted: 20 Oct 2020 05:22 PM PDT

पुख्ता सबूत हैं कि विधानसभा चुनाव में मतदान में महिलाओं ने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है। लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं कि जो साबित कर सके कि महिलाओं ने नीतीश कुमार के पक्ष में जमकर वोट दिया और पिछले कुछ चुनाव में जदयू की जीत का मार्ग प्रशस्त किया।

यह उस अवधारण के उलट है कि नीतीश सरकार की महिलाओं के लिए शुरू की गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से आकर्षित होकर महिलाओं ने उन्हें झोली भरकर वोट दिया। ऐसा इसलिए कि कल्याणकारी योजनाओं के बूते महिला वोटरों में रुझान पैदा करने के प्रयास बहुत ही मामूली हैं।
मतदाता सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की सराहना करते हैं। उसका फायदा लेते हैं। लेकिन जब वोट देने की बारी आती है तो निर्णय कई बातों से प्रभावित होता है। यहां तक की केंद्र की अत्यंत लोकप्रिय नरेन्द्र मोदी सरकार को भी 2014-19 के बीच शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं का फायदा नहीं मिला। 2019 में भाजपा को लोगों ने कई अन्य वजहों से वोट किया, न कि कल्याणकारी योजनाओं की वजह से।

इसी प्रकार देखें तो नीतीश कुमार बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं, उन्हें सभी वर्गों में वोट मिला, पर हमें कोई ऐसा साक्ष्य नहीं मिला जिससे प्रमाणित हो कि बीते दो दशक में महिलाओं का आकर्षण जदयू की ओर बढ़ा है। महिलाएं किसी एक पार्टी की थोक वोट समूह भले ही न हों लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं कि चुनाव में महिला मतों की कोई भूमिका नहीं है। वो बतौर उम्मीदवार और वोटर अपना रोल अदा करती हैं। धीरे-धीरे ही सही चुनाव में महिला उम्मीदवारों की संख्या बढ़ी है जो सकारात्मक संकेत है (देखें चार्ट)।
बीते दो चुनावों में महिला वोटरों का टर्न-आउट गौरतलब है। 2010 और 2015 में उनका मतदान प्रतिशत पुरुषों से 7%अधिक रहा। बिहार में महिला-पुरुष वोटों में यह गैप देश के किसी राज्य की तुलना में सर्वाधिक है। 2010 के चुनाव में भी महिलाएं पुरुषों से आगे निकलीं थीं तब उनका मत प्रतिशत पुरुषों से 3% अधिक था और तब बिहार पहला राज्य था जहां ऐसा हुआ।

लेकिन यह साफ नहीं है कि महिलाओं का मत प्रतिशत आखिर बढ़ा क्यों? किन कारणों से बढ़ा? लेकिन सीएसडीएस के अध्ययन से एक बात प्रमाणित हुई है कि ज्यादातर महिलाएं अब खुद निर्णय लेने लगी हैं कि उन्हें किसे वोट देना है। इसके पीछे पंचायत चुनावों में उनकी बढ़ती भूमिका एक कारण हो सकती है। कई महिलाएं तो ऐसी हैं जो लंबे समय से पंचायतीराज संस्थाओं की सत्ता में हैं।

उनका राजनीतिक समाजीकरण बढ़ा है। देश के दूसरे राज्यों की पंचायती राज संस्थाओं में भी महिलाओं के लिए आरक्षण है लेकिन बिहार में यह आरक्षण 50% है जो 33% की निर्धारित लिमिट से अधिक है। बिहार की ही देखा-देखी कई राज्यों ने 50% आरक्षण का प्रावधान लागू किया।

पंचायतों के इसी आरक्षण ने चुनाव लड़ने और जीतने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ाई है। लेकिन सीएसडीएस के अध्ययन से यह भी प्रमाणित हुआ है कि जिस तरह पुरुषों का वोट पार्टियों में बंटता है, उसी प्रकार महिलाओं का भी वोट बंटता है। महिलाओं ने कभी भी किसी दल या गठबंधन के प्रति रुझान प्रदर्शित नहीं किया है।



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Women outstripped men in voting, but they are not the bulk vote bank of any party


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/women-outstripped-men-in-voting-but-they-are-not-the-bulk-vote-bank-of-any-party-127834932.html

तेजस्वी ने कहा- सरकार बनाने का मौका मिला तो पहला हस्ताक्षर रोजगार के प्रस्ताव पर; नीतीश बोले- 10 लाख नौकरियों के लिए पैसा जेल से आएगा क्या ?

Posted: 20 Oct 2020 05:22 PM PDT

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर लालू-राबड़ी शासनकाल काे निशाने पर लिया। उन्हाेंने कहा कि जनता ने पति-पत्नी की सरकार को 15 वर्षों का समय दिया था। लेकिन, उनकी सरकार में जंगलराज, सामूहिक नरसंहार तथा अपहरण का राज रहा।

कितने ही चिकित्सक और व्यापारी बिहार छोड़कर अन्य राज्यों में चले गए। नीतीश कुमार मंगलवार काे सीवान, जहानाबाद और पटना जिले में जनसभाओं काे संबाेधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब लोगों ने एनडीए को काम करने का मौका दिया तो न्याय के साथ विकास का लक्ष्य रखा तथा हर तबके व इलाके का विकास किया गया।

महिला, अनुसूचित जाति व जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक समुदाय पर भी सरकार की नजर रही। पंचायती राज संस्थाओं, नगर निकायों आदि में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। अनुसूचित जाति व जनजाति को 16 प्रतिशत और 1 प्रतिशत आरक्षण दिया। अति पिछड़ा वर्ग को 20 प्रतिशत आरक्षण दिया। अपराध, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता पर नियंत्रण पाया गया। इसका परिणाम है कि आज अपराध दर बहुत कम है।

राज्य की विकास दर 12.8 प्रतिशत बढ़ी

पहले राज्य के सकल घरेलू उत्पाद की परिसंपत्ति 76466 करोड़ रुपए थी जो आज 417977 करोड़ रुपए हो गई है। विकास दर 12.8 प्रतिशत बढ़ी है। आम आदमी की आमदनी में 10.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पहले न तो सड़कें थीं और न ही बिजली। उनकी सरकार में सड़कें बनीं, स्कूलों की भी कोई कमी नहीं है। आज एक करोड़ 20 लाख महिलाएं जीविका से जुड़कर अपने परिवार को सशक्त बना रही हैं। प्राथमिक विद्यालयों में 12 प्रतिशत स्कूल से बाहर रहने वाले दलित समुदाय के बच्चे आज विद्यालय से जुड़े हैं।

नौकरियों के लिए पैसा ऊपर से आएगा या नकली नोट छपेंगे

राजद नेता तेजस्वी यादव के पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10 लाख नौकरियां देने के वादे पर नीतीश ने फिर हमला बोला। कहा कि 10 लाख नौकरियां देने के लिए पैसा क्या ऊपर से आएगा या इसकी व्यवस्था जेल से की जाएगी। क्या राजद वाले बताएंगे कि इसके लिए कहीं नकली नोट छापने की तो तैयारी नहीं है।

कॉलेजों की कमी नहीं, छात्रों को मिल रही आर्थिक मदद
सीएम ने कहा कि हर जिले में इंजीनियरिंग काॅलेज, पारामेडिकल काॅलेज, पॉलीटेक्निक काॅलेज, महिला आईटीआई, जीएनएम संस्थान खोले गए। नर्सिंग कॉलेज की स्थापना हो रही है। मेधावी गरीब छात्र जो पढ़ाई का खर्च उठाने में अक्षम हैं उन्हें स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से चार लाख तक की आर्थिक मदद की जा रही है।

रोजगार-उच्च शिक्षा के लिए आज दूसरे राज्य जा रहे लोग

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर महागठबंधन की सरकार बनी, तो पहली कैबिनेट की बैठक के बाद रोजगार मिलना शुरू हो जाएगा। सीएम के रूप में पहला हस्ताक्षर लोगों के लिए होगा। हर हाल में 10 लाख लोगों को रोजगार दिया जाएगा। वे मंगलवार को गया, भोजपुर और पटना जिले में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि 10 नवंबर को रिजल्ट आएगा और 20 नवंबर को सरकार का गठन होगा। तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्हें बिहार की बदहाली के लिए जिम्मेदार बताया।

कहा कि आज बिहार के लोग स्वास्थ्य, रोजी-राेटी के लिए दूसरे राज्य जाते हैं। उच्च शिक्षा पाने के लिए दूसरे राज्य जाते हैं। बिहार के अरबों रुपए बाहर जा रहे हैं और राज्य गरीब होता जा रहा है। हम मेधा पलायन रोकने की योजना बनाएंगे। तेजस्वी ने घोषणा की कि जितने स्वयं सहायता समूह है, जीविका दीदी हैं, आंगनबाड़ी है, विकास मित्र हैं ,आशा कार्यकर्ता हैं, सभी को नियमित करते हुए मानदेय चार हजार रुपए करेंगे। नियोजित शिक्षकों को समान काम का समान वेतन मिलेगा।

ठेठ बिहारी बानी, जे कहऽ तानी ऊ पूरा करब

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा भगाओ, दस तारीख को नीतीश हटाओ। महागठबंधन की सरकार बनते ही दस लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी दी जाएगी। वे मंगलवार को तरारी और गड़हनी में चुनावी जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे। कहा- 'हम ठेठ बिहारी बानी। जे कहऽ तानी ऊ पूरा करब।' इस बार वर्ष 2015 से ज्यादा मजबूत गठबंधन है। तेजस्वी ने दावा किया कि 10 नवंबर को महागठबंधन के पक्ष में रिजल्ट आएगा। इसके साथ ही नीतीश कुमार यानी पलटू चाचा की विदाई होगी।

15 साल में बेरोजगारी दूर नहीं कर पाई सरकार

पालीगंज| चुनावी सभा में तेजस्वी यादव ने कहा कि वर्तमान सरकार ने 15 साल में न तो किसी को रोजगार दिया और न ही बेरोजगारी दूर कर पाई। महागठबंधन की सरकार बनती है तो मंत्रिमंडल की पहली बैठक में दस लाख बेरोजगारों को सरकारी नौकरी देने की बात पर मुहर लगेगी।

इशारों में कहा- कुछ लोग गलत घर में चले गए हैं

पालीगंज की सभा में ही उन्होंने इशारों-इशारों में राजद से जदयू में आए विधायक जयवर्धन यादव के बारे में कहा कि कुछ लोग गलत घर में चले गए हैं और उनलोगों के द्वारा जो बहाना बताया जा रहा है वैसी कोई बात नहीं है। इधर तेजस्वी को देखने के लिए लोग कुर्सी पर चढ़ गए , जिससे दर्जनों कुर्सियां टूट गईं।​​​



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नीतीश कुमार मंगलवार काे सीवान, जहानाबाद और पटना जिले में जनसभाओं काे संबाेधित कर रहे थे।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/tejashwi-said-first-sign-on-the-proposal-of-employment-if-you-get-a-chance-to-form-a-government-nitish-said-will-the-money-come-from-jail-for-10-lakh-jobs-127834931.html

नेता बूढ़ा नहीं होता, मगर जब बुढ़ौती में नेता पर चुनाव सवार होता है, तो देखिए क्या-क्या होता है

Posted: 20 Oct 2020 05:22 PM PDT

(मधुरेश) इतने दिन न हुए कि लोग भूल जाएं। डॉ. रंजन यादव का जमाना था। लालू राज के असरदार पार्ट। बड़ी हैसियत। अबकी चुनाव में? पता नहीं, उनका एक भी उम्मीदवार जमानत बचा पाएगा या नहीं, मगर डॉक्क साहब अपनी सरकार के मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्रियों की जाति व धर्म तय करके बैठे हुए हैं। मुख्यमंत्री यादव होगा। एक उपमुख्यमंत्री मुसलमान होगा, दूसरा दलित। डॉक्क साहब ने अपनी पार्टी (जनता दल राष्‍ट्रवादी) के 150 उम्मीदवारों के लड़ने की बात कही है।
राजद से जदयू में घूमने के बाद डाक्क साहब ने आखिरकार अपनी पार्टी बनाई; भाजपा से दुराव के बाद अचानक इस बार के बिहार चुनाव में प्रकट हुए यशवंत सिन्हा के साथ हुए। कई और नेता, संगठन इकट्ठा हुए। यूडीए (यूनाइटेड डेमोक्रेटिक एलायंस) बना। 'बदलो बिहार-बनाओ बेहतर बिहार' का नारा गूंजा।

यूडीए को गैर एनडीए व गैर महागठबंधन विकल्प के रूप में पेश किया गया। गलबहियां। विक्ट्री का पोज देती नेताओं की तस्वीरें। लेकिन यह क्या? देवेंद्र यादव ने यूडीए में 'एस' जोड़कर नया एलायंस बना लिया। मजेदार कि उन्होंने कुछ ही दिन बाद इसमें 'जी' जोड़कर एक और एलायंस बना लिया।
एक नेता काे तो यह तक याद नहीं कितने दल बदले

यूडीए में नागमणि भी हैं। खुद उनको भी ठीक से यह सीक्वेंस याद नहीं है कि वे कब-कब किस पार्टी में रहे? यूडीए में रहते हुए भी उनका मन डोलते रहता है। अभी उन्होंने लालू प्रसाद की तारीफ की। उनकी पत्नी सुचित्रा सिन्हा कुर्था से चुनाव लड़ रहीं हैं। उपेंद्र कुशवाहा से अलग हुए प्रो. अरुण कुमार की पार्टी भारतीय सब लोग पार्टी की उम्मीदवार हैं।

यह पार्टी भी यूडीए में है। सुचित्रा के लिए छपे पोस्टर में प्रो. रामजतन सिन्हा की भी तस्वीर है। प्रो. सिन्हा को कुछ ही दिन पहले ज्ञान हुआ कि उन्होंने कांग्रेस छोड़कर जदयू में आकर जिंदगी की सबसे बड़ी सियासी भूल की। जदयू छोड़ते वक्त उन्होंने नीतीश को हराने की कसम खाई।

नींव की एक ईंट खिसकते ही एलायंस डगमगाया: बीते जून के आखिरी हफ्ते में यूडीए में शामिल पार्टियों व संगठनों के नेता यह कहते हुए एक हुए और एक ही रहने की कसम खाई कि 'बिहार में एनडीए तथा महागठबंधन से अलग एक व्यापक राजनीतिक गोलबंदी की बड़ी दरकार है।' मगर देवेंद्र यादव के रूप में खिसकी नींव की एक ईंट ने एलायंस को डगमगाया। कई लोग इधर से उधर हुए।

न साथ रह पाते हैं, न ही अलग: समाजवादियों के बारे में पुरानी धारणा रही है कि वे 'न ज्यादा दिन साथ रहते हैं, न ही अलग।' यूडीए के खास किरदार नरेंद्र सिंह बहुत दिन तक कहते रहे कि बिहार की बेहतरी के लिए बड़ा आंदोलन किया जाए। मगर अब खुद अपने दोनों बेटों (अजय प्रताप सिंह, सुमित कुमार सिंह) को चुनाव जिताने में जुट गए हैं। नरेंद्र सिंह के पास भी एक एलायंस है-'बिहार नव निर्माण मोर्चा।'

कंफ्यूजन को सिरे से किया खारिज
कई और बातों ने यूडीए के राष्ट्रीय संयोजक यशवंत सिन्हा को परेशान रखा। और शायद इन्हीं कारणों से वे चुनाव के पीक आवर में बिहार से दूर रहे हैं। वे संगठन में कंफ्यूजन या कमजोरी की बात को सिरे से खारिज करते रहे हैं। जन संघर्ष दल के राष्ट्रीय महासचिव पूर्णमासी राम पर, इन सबका कोई मतलब नहीं रहा। वे अपनी पार्टी लेकर यूडीए में चले आए। यूडीए की संरचना दिलचस्प है।

इसमें 17 पार्टियां, संगठन हैं। ज्यादातर अपने बूते चुनाव लड़ रहे। हां, बैनर जरूर यूडीए का है। रमई राम एक उम्र को जी चुके हैं। युवा होते राजद ने उनके टिकट से छेड़छाड़ नहीं की। 'हम' सुप्रीमो मांझी ने तो चुनाव से पहले ही अपने को ठीक से सेट कर लिया। अबकी चुनाव में पार्टियों या गठबंधनों की बहुलता ने भी एक उम्र पार कर चुके नेताओं पर चुनाव को पूरी तरह सवार कर देने की खूब गुंजाइश बनाई।



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The leader does not get old, but when the election is over the leader in old age, then see what happens


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आयोग ने कहा- पैसा, शराब और उपहार बांटने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई, 35.26 करोड़ की जब्ती को बताया रिकॉर्ड

Posted: 20 Oct 2020 05:22 PM PDT

बिहार चुनाव में इस बार नकदी और अन्य सामानों की जब्ती का रिकॉर्ड टूटने वाला है। कोरोना संक्रमण के बीच हो रहे चुनाव में अबतक की जब्ती 35.26 करोड़ तक पहुंच चुकी है। चुनाव आयोग ने जब्ती को रिकॉर्ड बताया है। यह 2014 के लोकसभा चुनाव, 2015 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में हुई जब्ती से ज्यादा है।

साथ ही आयाेग ने काला धन का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है। आयोग ने कहा है कि बिहार चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए कैश, शराब या गिफ्ट बांटना रिश्वत की श्रेणी में आएगा और ऐसा करने वालों के खिलाफ आईपीसी की धारा 171 बी और आरपी एक्ट 1951 के तहत कार्रवाई होगी।

आयोग ने यह भी कहा है कि चुनाव के मद्देनजर काला धन पर नजर रखने के लिए दो स्पेशल एक्सपेंडिचर आब्जर्वर मधु महाजन और बीआर बाला कृष्णन को प्रतिनियुक्त किया गया है। इसके अलावा बिहार और पड़ोसी राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी कई बैठकें की गई हैं। इसके अलावा 881 फ्लाइंग स्क्वायड और 948 स्टेटिक सर्विलांस टीम काम कर रही है।
2015 के विधानसभा चुनाव में 23.8 कराेड़ की हुई थी कुल जब्ती
निर्वाचन विभाग के अनुसार 2015 के विस चुनाव में 23.8 करोड़ की कुल जब्ती हुई थी। वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में 8.7 करोड़ की जब्ती हुई थी और 2019 के लोकसभा चुनाव में 16.68 करोड़ की जब्ती हुई थी। इस बार पिछले 24 दिनों से चलाए जा रहे अभियान के तहत अबतक 14.58 करोड़ कैश जब्त हो चुके हैं। इसके अलावा 25.35 करोड़ रुपए मूल्य के अन्य सामान जब्त किए गए हैं। इसमें 4 लाख लीटर से अधिक शराब और 18 किलोग्राम से अधिक सोना भी शामिल है।

इधर, आयकर टीम की कार्रवाई में कैश, ज्वेलरी और दस्तावेज मिले

बिहार चुनाव में काला धन के इस्तेमाल को लेकर आयकर विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। विभाग ने मंगलवार को भागलपुर, पूर्णिया, कटिहार, सहरसा और मधेपुरा में एक व्यवसायी सहित दो अन्य लोगों के ठिकानों पर सर्वे किया। सूत्रों के अनुसार एक सिल्क व्यवसायी विनोद अग्रवाल के भागलपुर स्थित ठिकानों के अलावा पूर्णिया और कटिहार में भी कार्रवाई हुई।

इसके अलावा एक सरकारी ठेकेदार मनोज कुमार के मधेपुरा और सहरसा स्थित ठिकानों पर भी टीम ने धावा बोला। साथ ही मनोज यादव नाम के एक अन्य व्यक्ति के पूर्णिया स्थित ठिकानों पर कार्रवाई की गई। बताया जा रहा है कि कार्रवाई के दौरान नकदी, ज्वेलरी और कुछ दस्तावेज मिले हैं।



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The Commission said - Strict action will be taken against those who distribute money, liquor and gifts, record confiscation of 35.26 crore


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/the-commission-said-strict-action-will-be-taken-against-those-who-distribute-money-liquor-and-gifts-record-confiscation-of-3526-crore-127834822.html

माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा- यूपी में कोई सुरक्षित नहीं, योगी सरकार अपने प्रतिद्वंद्वियों का एनकाउंटर करा रही

Posted: 20 Oct 2020 05:22 PM PDT

माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसान और मजदूर विरोधी है। यह एक तरफ जहां किसान बिल लाकर किसानों को अधिकार से वंचित कर देना चाहती है तो दूसरी ओर निजीकरण कर मजदूरों का अधिकार समाप्त करने का षड्यंत्र कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विश्व का सबसे बड़ा विश्वासघाती बताया और कहा कि जनता के मत पाकर उनके साथ जो विश्वासघात किया है उसका बदला जनता इस बार लेने के लिए बेताब है।

एनडीए के खिलाफ महागठबंधन नहीं, जनता चुनाव लड़ रही है। नीतीश ने छल और कपट से चुनी हुई सरकार बदल ली। इस बार जनता बता देगी कि सरकार कैसे बदली जाती है। उन्होंने यूपी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि आज वहां कोई सुरक्षित नहीं है। एनकाउंटर के नाम पर योगी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों का एनकाउंटर करा रहे हैं। सबसे अधिक असुरक्षित हैं तो बेटियां।



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बिक्रमगंज इंटर कॉलेज के मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करते दीपंकर भट्‌टाचार्य।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/bikramganj/news/male-general-secretary-dipankar-bhattacharya-said-no-safe-in-up-yogi-government-is-conducting-an-encounter-with-its-rivals-127834821.html

योगी बोले- कांग्रेस-राजद के लिए परिवार ही पार्टी, उन्हें देश व जनता की कोई फिक्र ही नहीं

Posted: 20 Oct 2020 05:22 PM PDT

यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ ने कांग्रेस और राजद पर जमकर हमला बोला। दोनों दलों के लिए परिवार ही पार्टी है, का जुमला दुहराया। कहा कि इसके विपरीत भाजपा के पास सोचने के लिए पूरा देश पड़ा है।

आज पीएम मोदी जो विकास कर रहे हैं, वह कांग्रेस और राजद भी कर सकते थे पर उन्हें सिर्फ परिवार की फिक्र थी। दोनों परिवार से बाहर निकल ही नहीं सकते। सभा में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और रास सांसद विवेक ठाकुर भी मौजूद थे।



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भभुआ में यूपी के सीएम योगी के साथ अश्विनी चौबे और विवेक ठाकुर।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/sasaram/news/yogi-said-family-is-the-party-for-congress-rjd-they-do-not-care-about-the-country-and-the-people-127834819.html

दिनारा में किनारा तलाश रहे राजेंद्र, सासाराम में चौरसिया दे रहे चुनौती, काराकाट में कड़ा संघर्ष

Posted: 20 Oct 2020 05:22 PM PDT

सासाराम | सीड़ी गांव। सासाराम से 24 किलोमीटर दूर, सुबह 6 बजे का वक्त। धुंध जरूर है पर सड़क पर लोग मार्निंग वॉक कर रहे हैं। घरों के आगे ट्रैक्टर, हार्वेस्टर हैं। तालाब हैं। धान की फसल तैयार है। सियासी चर्चा में लोगों की दिलचस्पी है। गांव के श्री भगवानजी कहते हैं- चुनाव है, देर रात तक प्रत्याशियों के समर्थन में गोलबंदी करने घर-घर आ रहे हैं समर्थक, लेकिन लोग मन तो पहले ही बना चुके हैं।

किसे वोट देना है। कौन जीतेगा वह तो 10 नवंबर को पता चलेगा, पर हमारा इलाका तो पहले से काफी बदल गया है। रात भर बिजली रहती है। सड़कों की स्थिति भी सुधरी है। सिंचाई की सुविधा तो बहुत पहले से ही यहां अच्छी है। गांव से निकलकर जब हम सासाराम-चौसा हाईवे पर आते हैं तो कुछ दूरी पर शेरशाह इंजीनियरिंग कॉलेज दिखता है। यहां पढ़ाई शुरू हो चुकी है। वहीं पर मिले अखिलेश कहते हैं कि करगहर में मुकाबला तो जदयू और कांग्रेस के बीच ही है। जातीय गोलबंदी यहां भी हो रही है।
लोजपा-भाजपा के बीच अंदरुनी दोस्ती और इसको लेकर लोकल स्तर पर सोशल मीडिया में चर्चा मतदाताओं में है। वैसे सासाराम में भाजपा कैडर पार्टी के साथ है। और यही स्थिति दिनारा में भी है। जय कुमार सिंह को किनारा लगाने की कोशिश में राजेंद्र सिंह मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं।

यहां से राजद के विजय मंडल हैं। बिक्रमगंज बाजार में मिले राजकुमार कहते हैं कि काराकाट में माले और भाजपा में सीधी टक्कर है और नोखा में अनिता देवी को स्वजातीय वोटों पर भरोसा है जबकि जदयू से नागेंद्र चंद्रवंशी राजग के अति पिछड़ा और सवर्ण वोटों पर निर्भर हैं।

सासाराम : टिकट बंटवारे में फेरबदल से बदला है समीकरण
यहां टिकट बंटवारे में हुए फेरबदल से चुनाव समीकरण बदल गया है। राजद छोड़कर जदयू में गए डॉ. अशोक कुमार एनडीए के उम्मीदवार हैं। यह सीट पहले भाजपा की थी। कुशवाहा बहुल क्षेत्र में डॉ. अशोक स्वजातीय मतदाताओं की गोलबंदी में जुटे हैं। राजद ने भाजपा के परंपरागत वोटर वैश्य समाज से राजेश गुप्ता को मैदान में उतारकर एनडीए का खेल बिगाड़ने का प्रयास किया है। तीसरा कोण बनाने के लिए मैदान में उतरे नोखा के पूर्व भाजपा विधायक रामेश्वर चौरसिया वैश्य मतदाताओं में सेंधमारी के प्रयास में हैं।
चेनारी (सु) : जदयू और कांग्रेस के बीच ही सीधी लड़ाई
इस बार जदयू ने दो साल पहले रालोसपा छोड़ पार्टी में शामिल निवर्तमान ललन पासवान को उम्मीदवार बनाया। उनके खिलाफ महागठबंधन से कांग्रेस ने पूर्व विधायक मुरारी गौतम को उतारा है। जबकि एक और पूर्व विधायक श्याम बिहारी राम बसपा-रालोसपा गठबंधन में बसपा के टिकट पर चुनाव मैदान मे हैं। चुनाव नजदीक आते-आते यहां जदयू व कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई की संभावना है।

दिनारा : मंत्री की जय को चुनौती, विजय भी मैदान में
रोहतास की यह सबसे चर्चित सीट हो गई है। एनडीए से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जयकुमार सिंह जदयू प्रत्याशी हैं। गठबंधनों के बदले समीकरण के कारण पूर्व में भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े राजेंद्र सिंह को टिकट नहीं मिला तो वे पार्टी छोड़ लोजपा के सिंबल पर चुनाव मैदान में हैं। राजद ने विजय मंडल को प्रत्याशी बनाया है। बसपा-रालोसपा गठबंधन से राजेश कुशवाहा हैं। यादव व राजपूत बहुल इस सीट पर राजेंद्र स्वजातीय वोटरों के बीच खुद को मंत्री से बेहतर बताने का प्रयास कर रहे हैं।

डेहरी : जोशी के रहने से दोनों गठबंधनों के वोट कटेंगे
डेहरी से पहली बार इलियास हुसैन या परिवार का कोई नहीं है। भाजपा विधायक सत्यनारायण यादव पर पार्टी ने फिर विश्वास जताया है। महागठबंधन से राजद उम्मीदवार फतेबहादुर सिंह हैं, जो कुशवाहा हैं। हिन्दू चेहरा प्रदीप जोशी के लड़ने से नुकसान दोनों को है। यहां मल्लाह वोट निर्णायक होते रहा है।
नोखा : जदयू और राजद में इस सीट पर सीधा मुकाबला
महागठबंधन से राजद की अनिता देवी दूसरी बार मैदान में हैं। भाजपा ने यह सीट जदयू की झोली में डाल दी है। जदयू ने यहां अति पिछड़ा वर्ग से जिलाध्यक्ष नागेंद्र चंद्रवंशी को मैदान में उतारा है। यादव बहुल नोखा विधानसभा क्षेत्र में अगड़ी जाति के लोगों का वोट निर्णायक साबित होगा।

करगहर: महागठबंधन और राजग उम्मीदवार में मुकाबला
एनडीए की तरफ से जदयू उम्मीदवार वशिष्ठ सिंह दोबारा चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस के संतोष मिश्रा, लोजपा से राकेश कुमार सिंह उर्फ गबड़ू सिंह और बसपा रालोसपा से जदयू के पूर्व दिग्गज व स्वास्थ्य मंत्री रहे रामधनी सिंह के बेटे उदय प्रताप मैदान में हैं। कांग्रेस ने इस बार महागठबंधन की तरफ से ब्राह्मण उम्मीदवार को उतारकर लड़ाई को और पेचीदा बना दिया है। फिलहाल जदयू के साथ कांग्रेस की लड़ाई है। बसपा-रालोसपा गठबंधन त्रिकोण बनाने की फिराक में है।

काराकाट : भाजपा-माले के बीच कांटे की रहेगी टक्कर
यहां भाजपा के राजेश्वर राज और माले के अरुण कुमार के बीच सीधी टक्कर है। जातीय आंकड़ों में माले मजबूत दिखता है। राजद की परंपरागत सीट पर बहुत दिनों बाद यादव प्रत्याशी के न होने से इस जाति के वोटर थोड़े असमंजस में हैं। राजेश्वर एनडीए के परंपरागत वोटरों, खासकर राजपूत और वैश्य की गोलबंदी पर फोकस किए हुए हैं। सफल हुए तो जीत भी सकते हैं। अरुण यहां से विधायक रह चुके हैं। माले को अपने कैडर वोट के साथ एमवाई समीकरण का लाभ मिलेगा।
धान की फसल की जो हकीकत वही उम्मीदवारों की भी...

दिनारा में चुनाव को लेकर मनीष सिंह कहते हैं...धान की फसल तैयार है। देखने में लगता है कि कटाई का समय आ गया है। लेकिन जमीनी हकीकत है कि खेत में नमी है। फसल काटी नहीं जा सकती है। चुनाव में कुछ नेताओं की स्थिति भी यही है।



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शेरशाह इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई शुरू हो गई है। कोरोना के चलते बंद थी।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/sasaram/news/rajendra-seeking-edge-in-dinara-chaurasia-challenging-sasaram-fierce-struggle-in-karakat-127834817.html

चुनाव के पहले चरण में 1064 उम्मीदवारों में से 375 हैं करोड़पति; भाजपा से दोगुना राजद और राजद से सवा गुना जदयू के प्रत्याशियों की औसत संपत्ति

Posted: 20 Oct 2020 05:22 PM PDT

बिहार विस चुनाव के पहले चरण की 71 सीटों के लिए चुनाव लड़ रहे 1064 उम्मीदवारों में से 375 यानी 35% करोड़पति हैं। बिहार इलेक्शन वाच और एडीआर ने चुनाव लड़ने वाले 1066 में से 1064 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया है।

विश्लेषण पर आधारित रिपोर्ट के मुताबिक आरजेडी के 41 में से 39 (95%), जदयू के 35 में से 31 (89%), बीजेपी के 29 में से 24 (83%), लोजपा के 41 में से 30 (73%), कांग्रेस के 21 में से 14 (67%), और बसपा के 26 में से 12 (46%) उम्मीदवार करोड़पति हैं। जिनकी घोषित संपत्ति 1 करोड़ से अधिक है।

वहीं जदयू के 35 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 8.12 करोड़, राजद के 41 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 6.98 करोड़, कांग्रेस के 21 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 6.03 करोड़, लोजपा के 40 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 4.62 करोड़, बीजेपी के 29 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.10 करोड़ और बीएसपी के 26 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.36 करोड़ है। उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 1.99 करोड़ रुपए है।



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Of the 1064 candidates in the first phase of the election, 375 are crorepatis; Average assets of JDU candidates double than RJD and 125 times from RJD


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/of-the-1064-candidates-in-the-first-phase-of-the-election-375-are-crorepatis-average-assets-of-jdu-candidates-double-than-rjd-and-125-times-from-rjd-127834770.html

कांग्रेस महासचिव बोले- जुमला ही रहा पैकेज, 1559 करोड़ का ही काम हुआ; उपमुख्यमंत्री ने कहा- सबकुछ सार्वजनिक, खर्च की पाई-पाई का है हिसाब

Posted: 20 Oct 2020 05:22 PM PDT

कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि बिहार की बदहाली के लिए भाजपा व नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं। पिछले चुनाव में नीतीश कुमार ने जिस 1.25 लाख करोड़ के पैकेज को जुमला बताया था, वह जुमला ही है। सवा लाख करोड़ के पैकेज में काम 1559 करोड़ का ही हुआ।

सुरजेवाल ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा गृह मंत्री अमित शाह कहते हैं कि बिहार की तरक्की सवा लाख करोड़ के पैकेज से हुई है जबकि 10 फरवरी को संसद में एक प्रश्न के जवाब में सरकार ने जो जानकारी दी वह सवा लाख करोड़ के पैकेज का पोल खोल रही है। सुरजेवाला ने एक एक काम का हिसाब रखा और कहा 54713 करोड़ राष्ट्रीय राजमार्ग, गंगा-सोन और कोसी पर पुल निर्माण तथा 12 रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण पर खर्च होना था।

रामायण सर्किट का प्रस्ताव किया खारिज
सुरजेवाला ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पैकेज में 100 करोड़ रुपए रामायण सर्किट पर भी खर्च करने की घोषणा की थी। लेकिन जब मोदी सरकार को प्रस्ताव भेजा गया तो उन्होंने अस्वीकार कर दिया। सीतामढ़ी के पुरौना में माता सीता प्राकट्य स्थल में भगवान राम-माता सीता के जीवन पर आधारित संग्रहालय के प्रस्ताव को भी मोदी ने स्वीकार नहीं किया। उन्होंने कहा जो सियाराम के भी नहीं, वो किसी काम के नहीं।

उपमुख्यमंत्री ने कहा- सबकुछ सार्वजनिक

उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि पीएम पैकेज का एक-एक पैसा खर्च हो रहा है। एक-एक पैसे का हिसाब है और वह गोपनीय नहीं, सार्वजनिक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित पैकेज की राशि से सड़क, पुल, पर्यटन, रेलवे, पेट्रोलियम व ऊर्जा आदि सभी क्षेत्रों में काम हो रहा है।

पर, कांग्रेस बताए कि 1989 में लोकसभा चुनाव के दौरान राजीव गांधी द्वारा बिहार के लिए घोषित 5,700 करोड़ के पैकेज का क्या हुआ? नरेन्द्र मोदी व नीतीश कुमार, राजीव गांधी नहीं हैं कि आए और बोल कर चले गए। पीएम पैकेज का एक-एक पैसा बिहार के विकास पर खर्च हो रहा है और आगे भी होगा।

उपमुख्यमंत्री ने बताया- कहां क्या-क्या हुआ

  • भागलपुर बाईपास, छपरा-गोपालगंज, बिहारशरीफ-बरबीघा-मोकामा पथ सहित 12 योजनाएं पूरी हुईं।
  • 1742 करोड़ से महात्मा गांधी सेतु का पुनरुद्धार और सोन नदी पर कोईलवर के पास 3 लेन का नया पुल बना।
  • 14258 करोड़ की पटना-बक्सर व बख्तियारपुर-मोकामा 4 लेन सड़क, गंगा नदी पर सिमरिया में छह लेन पुल, कोसी नदी पर फुलौत में 4 लेन पुल व वीरपुर-बिहपुर के बीच पुल, पटना में गांधी सेतु व भागलपुर में बिक्रमशिला पुल के समानान्तर नए पुल, आरा-मोहनिया, बख्तियारपुर-रजौली व पटना रिंग रोड के निर्माण समेत अन्य परियोजनाओं का शुभारंभ हुआ।
  • जैन, कांवरिया, मंदार व गांधी परिपथ के लिए 103 करोड़ की परियोजनाएं क्रियान्वित हैं।
  • बरौनी रिफाइनरी के क्षमता संवर्द्धन व घरेलू एलपीजी कनेक्शन पर 21476 करोड़ खर्च किए गए।
  • रेलवे की विभिन्न परियोजनाओं पर 8870 करोड़ खर्च किया गया है।
  • बक्सर के चौसा में 1300 मेगावाट के नया पावर प्लांट, राजेन्द्र कृषि विवि को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा, कृषि व मत्स्य पालन हेतु 3.094 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया गया।

709 करोड़ की एलपीजी से जुड़ी परियाेजना

सुशील मोदी ने कहा कि 709 करोड़ की एलपीजी बॉटलिंग प्लांट और गैस पाइपलाइन परियोजना का प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों उद‌्घाटन किया। इस परियोजना के तहत 634 करोड़ रुपए की 193 किलोमीटर लंबे दुर्गापुर-बांका पाइपलाइन खंड राष्ट्र को समर्पित भी हो चुका है। 132 करोड़ रुपए का बांका बॉटलिंग प्लांट, 136 करोड़ की लागत से बना हरसिद्धी प्लांट भी राष्ट्र को समर्पित हो चुका है।



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उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि पीएम पैकेज का एक-एक पैसा खर्च हो रहा है। एक-एक पैसे का हिसाब है और वह गोपनीय नहीं, सार्वजनिक है।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/congress-general-secretary-said-jumla-remained-the-package-work-of-1559-crores-was-done-the-deputy-chief-minister-said-everything-is-public-expenses-are-accounted-for-127834769.html

पुराने सचिवालय में भीषण आग, मनरेगा समेत कई फाइलें खाक; कांग्रेस बोली- घोटाले की फाइलें जलाने के लिए लगाई गई ये आग

Posted: 20 Oct 2020 05:22 PM PDT

पुराने सचिवालय स्थित ग्रामीण विकास विभाग में साेमवार की देर रात भीषण आग लग गई। इसमें ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चाैधरी का काेषांग के अलावा ग्राउंड फ्लाेर पर तीन हाॅल और ठीक उसके ऊपर दाे कांफ्रेंस हाॅल जलकर राख हाे गए।

प्रधान सचिव का चैंबर भी डैमेज हाे गया। यहां रखी मनरेगा समेत विभाग की खासी संख्या में फाइलें भी या ताे जल गईं या फिर आग बुझाने में पानी से गलकर बर्बाद हाे गईं। अगलगी में करीब डेढ़ कराेड़ का नुकसान हाे गया। आग शाॅर्ट सर्किट से लगी या कुछ और कारण है, यह जांच के बाद खुलासा हाेगा।

स्टेट असिस्टेंट फायर अफसर राशिद जमां ने बताया कि 12 घंटे की मशक्कत के बाद 16 दमकलाें की मदद से आग पर काबू पाया जा सका। इधर, विपक्ष ने इस अगलगी को लेकर सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा-यह आग लगी नहीं, लगाई गई है। इसमें घोटाले वाली फाइलें जलाई गई हैं। क्योंकि डर है कि नई सरकार आएगी तो जांच करेगी। नीतीश सरकार को जाने का एहसास हो गया है।

तीन दर्जन कंप्यूटर, एक दर्जन एसी, फर्नीचर भी जले
रात करीब 12 बजे अचानक धुआं उठने लगा। वहां तैनात सैप जवान ने देखा तो सचिवालय में स्थित फायर स्टेशन काे सूचना दी। धुआं इस कदर था कि अंदर घुसना मुहाल हाे रहा था। बाद में कंकड़बाग से हाईड्राेलिक क्रेन लाया गया। आग से विभाग में रखे करीब तीन दर्जन कंप्यूटर, एक दर्जन एसी, फर्नीचर जल गए। मंगलवार काे जब कर्मी विभाग पहुंचे ताे उनके बीच फुस्फुसाहट थी कि भगवान ही जानते हैं कि काैन-काैन फाइल जली। कंप्यूटर में भी रिकाॅर्ड था।

मंत्री बोले- विभाग में सब कुछ पारदर्शी, सारी जानकारी नेट पर

ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि विभाग में सब कुछ पारदर्शी है। केंद्र से कितनी राशि आई, राज्य सरकार ने कितनी राशि दी। कहां कितनी खर्च हुई सभी सूचनाएं नेट पर है। कोई शक नहीं हो इसलिए जांच के आदेश दिए गए हैं।

कौन सी फाइलें जलीं पता नहीं, फायर ऑडिट और जांच हाेगी

आग कैसे लगी, काैन-काैन फाइल जली या बची, इसकी भी जानकारी नहीं मिली है। इस बाबत फायर ऑडिट कराई जाएगी साथ ही विभागीय जांच भी हाेगी। -संजय कुमार सिंह, संयुक्त सचिव, ग्रामीण विकास विभाग



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आग से विभाग में रखे करीब तीन दर्जन कंप्यूटर, एक दर्जन एसी, फर्नीचर जल गए।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/huge-fire-in-old-secretariat-many-files-including-mnrega-congress-bid-this-fire-set-to-burn-scam-files-127834768.html

दशहरा व चुनाव को लेकर सुरक्षा एजेंसी ने चलाया जांच अभियान

Posted: 20 Oct 2020 05:22 PM PDT

दशहरा पूजा व आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी सुरक्षा एजेंसियां सतर्क है। भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा होने के चलते भी सभी एजेंसियां चौकन्नी है। सीमा पर तैनात एसएसबी व पुलिस बल मिल कर काम कर रही है। ताकि शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में चुनाव संपन्न हो सके। इसके अलावे त्योहारों में भी किसी तरह की खलल न पड़े। इस बीच रेलवे सुरक्षा बल, जीआरपी पुलिस व सशस्त्र सीमा बल की टीम के द्वारा संयुक्त रूप से रक्सौल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर चेकिंग अभियान चलाया गया। रक्सौल से दिल्ली जाने वाली 05273 नंबर की सत्याग्रह एक्सप्रेस में चेकिंग अभियान का नेतृत्व कर रहे जीआरपी के थानाध्यक्ष पंकज कुमार दास ने बताया कि चुनाव को देखते हुये राज्य पुलिस मुख्यालय से जो भी गाइड लाइन प्राप्त हुआ है। उसका अनुपालन कराया जा रहा है। इधरवएसएसबी के साथ डॉग स्कवॉयड की मदद से भी जांच की गई है।



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source https://www.bhaskar.com/local/bihar/muzaffarpur/raxaul/news/security-agency-launched-investigation-campaign-regarding-dussehra-and-elections-127832818.html

श्री दुर्गासप्तशती पाठ एवं हवन

Posted: 20 Oct 2020 06:55 AM PDT

 श्री दुर्गासप्तशती पाठ एवं हवन

 1. श्री दुर्गासप्तशती पाठ करना

 नवरात्रि की कालावधि में देवीपूजन के साथ उपासनास्वरूप देवी के स्तोत्र, सहस्रनाम, देवीमाहात्म्य इत्यादि के यथाशक्ति पाठ और पाठसमाप्ति के दिन विशेष रूप का हवन करते हैं । श्री दुर्गाजी का एक नाम 'चंडी' भी है ।

 मार्कंडेय पुराण में इसी देवीचंडी का माहात्म्य बताया है । उसमें देवी के विविध रूपों एवं पराक्रमों का विस्तार का वर्णन किया गया है । इसमें का सात सौ श्लोक एकत्रित कर देवी उपासना के लिए `श्री दुर्गा सप्तशती' नामक ग्रंथ बनाया गया है । सुख, लाभ, जय इत्यादि कामनाओं की पूर्ति के लिए सप्तशतीपाठ करने का महत्त्व बताया गया है ।

 शारदीय नवरात्रि में यह पाठ विशेष रूप का करते हैं । कुछ घरों में पाठ करने की कुलपरंपरा ही है । पाठ करने के उपरांत हवन भी किया जाता है । इस पूरे विधान को `चंडीविधान' कहते हैं । संख्या के अनुसार नवचंडी, शतचंडी, सहस्रचंडी, लक्षचंडी ऐसे चंडीविधान बताए गए हैं । प्राय: लोग नवरात्रि के नौ दिनों में प्रतिदिन एक-एक पाठ करते हैं ।

 नवरात्रि में यथाशक्ति श्री दुर्गासप्तशतीपाठ करते हैं । पाठ के उपरांत पोथीपर फूल अर्पित करते हैं ।  उसके उपरांत पोथी की आरती करते हैं ।

 श्री दुर्गासप्तशती पाठ में देवीमां के विविध रूपों को वंदन किया गया है ।

  1 . पाठ करने की पद्धति

·       पाठ करते समय प्रथम आचमन करते हैं ।

·       तदउपरांत पोथी का पूजन करते है ।

·       अब श्रीदुर्गासप्तशती का पठन करते हैं ।

·       पाठ के उपरांत पोथीपर पुष्प अर्पित करते हैं ।

·       उपरांत आरती करते हैं ।

 1 . श्री दुर्गासप्तशती पाठ करने के परिणाम

भावसहित पाठ करने का व्यक्ति में भाव का वलय निर्माण होता है ।

 2. कवचपठन

कवच मंत्रविद्या का एक प्रकार है । इसमें देवताओंद्वारा हमारे शरीर की रक्षा होने हेतु प्रार्थना होती है । विविध मंत्रों की सहायता सेमानवीय देहपर मंत्रकवचों की निर्मिति करना संभव है । ये कवच स्थूल कवच से अधिक शक्तिशाली होते हैं । स्थूल कवच बंदूक की गोली समान स्थूल आयुधों से रक्षा करते हैं तथा सूक्ष्म कवच स्थूल एवं सूक्ष्म अनिष्ट शक्तियों से रक्षा करते हैं । दुर्गाकवच, लक्ष्मीकवच, महाकालीकवच आदि के पठन का शत्रु तथा अनिष्ट शक्तियों सेरक्षण में सहायता मिलती है ।

  संदर्भ – सनातन का ग्रंथ, 'त्यौहार मनाने की उचित पद्धतियां एवं अध्यात्मशास्त्र', 'धार्मिक उत्सव एवं व्रतों का अध्यात्मशास्त्रीय आधार' एवं 'देवीपूजन से संबंधित कृत्यों का शास्त्र' एवं अन्य ग्रंथ

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नवरात्रि के अन्य दिनों का अध्यात्मशास्त्रीय महत्त्व

Posted: 20 Oct 2020 06:51 AM PDT

 नवरात्रि के अन्य दिनों का अध्यात्मशास्त्रीय महत्त्व

 नवरात्रि के नौ दिनों में घटस्थापना के उपरांत पंचमी, षष्ठी, अष्टमी एवं नवमी का विशेष महत्त्व है । पंचमी के दिन देवी के नौ रूपों में से एक श्री ललिता देवी अर्थात महात्रिपुरसुंदरी का व्रत होता है । शुक्ल अष्टमी एवं नवमी ये महातिथियां हैं । इन तिथियोंपर चंडीहोम करते हैं । नवमीपर चंडीहोम के साथ बलि समर्पण करते हैं ।

   1. नवरात्रि की पंचमीपर ललितापूजन

नवरात्रि की कालावधि में पंचमी की तिथिपर ब्रह्मांड में शक्तितत्त्व की गंधतरंगें अधिक मात्रा में कार्यरत रहती हैं । शक्तितत्त्व की इस गंधतरंगों की गंधमयता को `ललिता'  के नाम से जानते हैं । यही कारण है कि, नवरात्रि के काल में आनेवाली पंचमी को `ललितापंचमी' कहते हैं । पंचमी के दिन देवीपूजन करने से ब्रह्मांड में विद्यमान ये गंधतरंगें पूजास्थान की ओर आकृष्ट होती हैं । इन गंधतरंगों के कार्य के कारण पूजक के मनोमयकोष की शुद्धि होती है ।

   2. नवरात्रि की षष्ठी तिथि का महत्त्व

षष्ठी के दिन देवी का विशेष पूजन किया जाता है और देवी की आंचलभराई भी की जाती है । इस काल में भक्त रातभर जागरण करते हैं, जिसे उत्तर भारत में जगराता भी कहते हैं। यह देवी की उपासना का एक अंग है । जिसमें देवीसंबंधी भजन-कीर्तन होता है । उसी प्रकार महाराष्ट्र में कुछ लोग `वाघ्या-मुरळी'के गीत एवं भारूड के नाम से प्रचलित संत एकनाथजी के भजन गाते हैं । इस जागरण को महाराष्ट्र में `गोंधळ' कहते हैं । देवी की स्तुतिवाले भजन गाने के लिए विशेष लोगों को बुलाया जाता है । देवी का पूजन किया जाता है । लकडियोंपर वस्त्र लपेटकर विशेष दीप बनाए जाते हैं । ऐसे दीप को `दिवटी' कहते हैं । इन दीपों का पूजन कर प्रज्वलित करते हैं । विशेष तालवाद्य के साथ गीत गाते हैं ।

 

   2 . नवरात्रि में जागरण करने का शास्त्रीय आधार

जागरण करना, यह देवी की कार्यस्वरूप ऊर्जा के प्रकटीकरण से संबंधित है । नवरात्रि की कालावधि में रात्रि के समय श्री दुर्गादेवी का तत्त्व इस कार्यस्वरूप ऊर्जा के बल पर इच्छा, क्रिया एवं ज्ञान शक्ति के माध्यम से व्यक्ति को कार्य करने के लिए बल प्रदान करता है । जागरण करने से उपवास के कारण सात्त्विक बने देहद्वारा व्यक्ति वातावरण में कार्यरत श्री दुर्गादेवी का तत्त्व इच्छा, क्रिया एवं ज्ञान इन तीनों स्तरोंपर सरलता से ग्रहण कर पाता है । परिणामस्वरूप उसके देह में विद्यमान कुंडलिनी के चक्रों की जागृति भी होती है । यह जागृति उसे साधनापथपर अग्रसर होने में सहायक सिद्ध होती है । यही कारण है कि, शास्त्रोंने नवरात्रिकी कालावधि में उपवास एवं जागरण करने का महत्त्व बताया है ।

  2 . बंगाल में दुर्गापूजन में षष्ठी के दिन करने का विशेष पूजनविधि

बंगाल में शारदीय दुर्गापूजा दस दिन मनाते  हैं । प्रतिपदा के दिन संध्याकाल में श्री दुर्गादेवी का आवाहन कर बेल के वृक्ष में उनकी स्थापना करते हैं । इसे `श्री दुर्गादेवी का अधिवास' अथवा `छोटी बिल्लववरण' कहते हैं । छठे दिन अर्थात षष्ठी तिथि को बेल के वृक्ष में उनका पूजन करते हैं । इस पूजन में देवी को विभिन्न प्रकार के फल, फूल, पत्र तथा अनाज अर्पण करते हैं । इस पूजन में बेल के फूलों का विशेषरूप से उपयोग करते हैं । इस पूजन को `बडी बिल्लववरण' कहते हैं । ऐसी मान्यता है कि, मां दुर्गा नवरात्रि के प्रथम दिन से षष्ठीतक बेल के वृक्ष में वास करती हैं अर्थात इस काल में शक्तितत्त्व बेल के वृक्ष में आकर्षित होकर संचयित रहता है । षष्ठी के दिन देवी का विशेष पूजन एवं अनुष्ठान करते हैं ।

 

   3. नवरात्रि की सप्तमी काे देवीमां के `कालरात्रि' रूप का पूजन

सप्तमी के दिन देवीमां के दैत्य-दानव, भूत-प्रेत इत्यादि का नाश करनेवाले `कालरात्रि' नामक रूप का पूजन करते हैं।

 

बंगाल में दुर्गापूजा की सप्तमीपर नदी अथवा किसी जलाशय से पांच कलशों में जल लाकर श्री गणेश, श्री महालक्ष्मी, कार्तिकेय, सरस्वती देवी तथा दुर्गादेवी के लिए घटस्थापना करते हैं । यहां उल्लेखनीय भाग यह है कि, इस दिन से केले के पेडको/तने को पीली साडी पहनाकर श्री गणेशजी की प्रतिमा के साथ रखते हैं और श्री गणेश की शक्ति के प्रतीक के रूप में उसका पूजन करते हैं ।

 

   4. दुर्गाष्टमी (महाष्टमी)

दुर्गाष्टमी के दिन देवी के अनेक अनुष्ठान करने का महत्त्व है । इसलिए इसे `महाष्टमी' भी कहते हैं । अष्टमी एवं नवमी की तिथियों के संधिकाल में अर्थात अष्टमी तिथि पूर्ण होकर नवमी तिथि के आरंभ होने के बीच के काल में देवी शक्तिधारणा / शक्ति धारण करती हैं । इसीलिए इस समय श्री दुर्गाजी के 'चामुंडा' रूप का विशेष पूजन करते हैं, जिसे `संधिपूजन' कहते हैं ।

 

महाष्टमी के दिन बीजरूपी धारणा से सरस्वतीतत्त्व का ब्रह्मांड में तेजस्वी आगमन होता है । इसी को `सरस्वती तत्त्व का आवाहनकाल' कहते हैं । इस काल में शक्ति का रूप प्रज्ञारूपी प्रगल्भता से संचारित रहता है । ये शक्ति की तारक रूप की तरंगें होती हैं । इस काल में सरस्वती की तारक तरंगाें के स्पर्श से जीव की आत्मशक्ति जागृत होती है और वह प्रज्ञा में रूपांतरित होती है । इसलिए पूजक को आनंद की अनुभूति होती है ।

 

 संदर्भ – सनातन का ग्रंथ, 'त्यौहार मनाने की उचित पद्धतियां एवं अध्यात्मशास्त्र', 'धार्मिक उत्सव एवं व्रतों का अध्यात्मशास्त्रीय आधार' एवं 'देवीपूजन से संबंधित कृत्यों का शास्त्र' एवं अन्य ग्रंथ
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