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Friday, January 8, 2021

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वैज्ञानिक उपकरणों-रसायनों को बच्चों ने क्या देखा होगा, जब गिरते प्लास्टर के बीच मकड़ी का जाल और धूल से करना था इंटर का प्रैक्टिकल

Posted: 08 Jan 2021 11:22 PM PST

बिहार के 3123 सेंटरों पर आज से प्रैक्टिकल परीक्षा शुरू हुई है। जिस लैब से प्रैक्टिकल करके बच्चे कल के वैज्ञानिक बनेंगे, वहां धूल और मकड़ी के जाले पड़े दिख रहे हैं। जर्जर भवन में बच्चों से इंटर का प्रैक्टिकल कराया जा रहा है। यह तस्वीर है भागलपुर के जिला स्कूल का। यहां प्रैक्टिकल के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। जर्जर भवन के नीचे बच्चों का प्रैक्टिकल लिया जा रहा है।

भागलपुर के जिला स्कूल की जर्जर छत के नीचे बच्चों का हो रहा प्रैक्टिकल।

बिहार के 3123 सेंटरों पर प्रैक्टिकल परीक्षा कराई जा रही है। पटना में 167 केंद्र बनाए गए हैं। प्रैक्टिकल परीक्षा की मॉनिटरिंग के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने कंट्रोल रूम भी बनाया है। 9 से 18 जनवरी तक चलने वाली प्रायोगिक परीक्षा के लिए हर स्तर पर तैयारी की गई है। दावा किया जा रहा है कि कहीं से भी कोई गड़बड़ी नहीं हो पाएगी। परीक्षा में कोरोना महामारी से जनित परिस्थितियों के क्रम में सरकार द्वारा समय -समय पर जारी की गई गाइडलाइन का अनुपालन शिक्षण संस्थानों के स्तर पर सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया गया है। कोरोना को लेकर विशेष रूप से सतर्कता बरतने को कहा गया है।

इस परीक्षा में दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए लेखक ( writer ) रखने की सुविधा है। यह सुविधा लेने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा में अधिकतम 20 मिनट प्रति घंटा अतिरिक्त समय देने का भी प्रावधान है। दिव्यांग परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए यथासंभव उनके बैठने की व्यवस्था ग्राउण्ड फ्लोर पर की जाएगी।



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भागलपुर के जिला स्कूल स्थित लैब का हाल।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/bihar-board-inter-practical-exam-2021-dust-and-spider-webs-spotted-in-lab-128104784.html

इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ ऑनलाइन ठगी करने वाले 16 गिरफ्तार

Posted: 08 Jan 2021 11:22 PM PST

गया पुलिस ने ऑन लाइन ठगी करने वाले बड़े गिरोह का खुलासा किया है। इस क्रम में बोधगया के एक गेस्ट हाउस में जमे 16 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसमें कर्नाटक राज्य के रहे 9 अपराधी शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक इस गिरोह ने अनगिनत लोगों को अपना शिकार बनाया और लाखों-करोड़ों का वारा-न्यारा किया है। खास बात यह है, कि बोधगया के रहने वाले एक इंजीनियरिंग के छात्र ने भोपाल में बीटेक की पढ़ाई छोड़कर इस गिरोह को बनाया था।

इस गिरोह के टारगेट में दक्षिण भारत के चार राज्यों के ऑनलाइन शॉपिंग से जुड़े ग्राहक थे। कर्नाटक से लाए गए अपराधी अपनी भाषा से कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना के ग्राहकों को आसानी से अपने शिकंजे में फंसा लेते थे। बोधगया डीएसपी अजय कुमार को सूचना मिलने के बाद सिटी एसपी राकेश कुमार के नेतृत्व में छापेमारी कर इस बड़े शातिराना गिरोह का भंडाफोड़ किया गया।
दो किलो नकली सोने के सिक्के मिले
नकली सोने के सिक्के, नाप तौल और शॉप क्लूज कंपनी के 2500 स्कैच कार्ड समेत बड़े पैमाने पर सामान की बरामदगी की गई है। पुलिस को इस गिरोह द्वारा बनाए पैन इंडिया का एक लिंक मिला है, जिसके संदर्भ में तफ्तीश की जा रही है। गिरोह के सरगना इंजीनियरिंग के छात्र रहे गया के मगध विश्वविद्यालय थाना अंतर्गत बारा गांव निवासी रौशन कुमार ने पुलिस के समझ खुलासा किया है कि नाप तौल, सॉप क्लूजल, फ्लिप कार्ड आदि कंपनियों से उसे स्कैच कार्ड जुगाड़ टेक्नोलॉजी से मिल जाते थे। वैसे इस तरह स्कैच कार्ड मिलने की बात जानकर एसएसपी हैरान रह गए।

मकान को किया सील
पुलिस को सूचना मिली थी कि मियां बिगहा के समीप महेन्द्र के मकान में पिछले 25 दिनों से दूसरे राज्य के अलग भाषा बोलने वाले लोग यहां रह रहे हैं। ऐसी सूचना के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की। अपराधियों के कारनामे की भनक लगते ही घेराबंदी कर सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल उसके मकान को सील कर दिया गया है।

इस तरह से करते हैं शातिराना ठगी
गिरफ्त में आए अपराधियों के मुताबिक जब कोई आम आदमी नाप तोल, शॉपक्लूज, अमेजॉन, फ्लिप कार्ट जैसे वेबसाइट से कुछ आर्डर करता है, तो ये लोग किसी तरह ऑर्डर करने वाले व्यक्ति का नाम पता, मोबाइल नंबर, आर्डर किए गए सामान की विवरणी आदि निकाल लेते हैं। कुछ समय बाद उस आदमी को एक लिफाफा भेजते हैं, जिस पर उसका नाम- पता टाइप रहता है। लिफाफे के अंदर एक स्क्रैच कार्ड होता है, एक पंपलेट होता है।

यहां से इनकी ठगी शुरू होती है। कार्ड स्क्रैच करने पर प्रायः उसमें से काफी महंगे गिफ्ट या लॉटरी की बात निकलकर आती है, जिसे देखकर कोई भी व्यक्ति तुरंत पम्पलेट पर दिए गए नंबर पर संपर्क करता है, जिसके बाद यह लोग उसे आश्वासन देते हैं कि आपकी लॉटरी लगी है और फिर मोटी नकदी की राशि ठगी कर ली जाती है, कभी-कभार तो ग्राहक बने व्यक्ति के अकाउंट से सारी राशि ही खत्म भी हो जाती है।

बड़े नेटवर्क का खुलासा : एसएसपी
बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। इस गिरोह ने ऑन लाइन ठगी कर अनगिनत लोगों को शिकार बनाया है। इनकी टेक्निक से ग्राहक आसानी से झांसे में आ जाते थे। 16 अपराधियों में से 9 कर्नाटक के हैं। कार्रवाई चल रही है। -आदित्य कुमार, एसएसपी गया।



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16 arrested for quitting engineering studies online


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/gaya/news/16-arrested-for-quitting-engineering-studies-online-128103692.html

संबन्ध

Posted: 08 Jan 2021 09:37 PM PST

संबन्ध

यह क्या ? 
कैसा स्वार्थ , 
निजहित या जनहित, 
नहीं नहीं
जनहित में
भेद-भाव कहाँ ? 
जनहित में सबसे प्रीत, 
यही है रीत! 
ये नशा दौलत की
या सोहरत की, 
आडम्बर ही आडम्बर
नहीं! 
ये निज हित है। 
फिर, 
आडम्बर क्यों ? 
कपट कैसा ? 
हम सब 
किरायेदार हैं,
मृत्य लोक के! 
अदा मात्र करना है, 
तन भी उधार का
घर भी उधर का
फिर कपट क्यों ? 
मुस्कुरा कर जियो
स्वाभिमान से जियो
किन्तु, 
सब को जीने दो! 
सभी अपने हैं, 
पराया मत समझो
किसी को, 
लकीर मत खींचो
अपनों के बीच
कच्चे धागे जैसा
नाजुक होते हैं
रिश्ते, 
गांठ पड़ जाते हैं, 
टूटने के बाद । 

✍️ डॉ रवि शंकर मिश्र "राकेश "
दिव्य रश्मि केवल समाचार पोर्टल ही नहीं समाज का दर्पण है |www.divyarashmi.com

सूर्यवंशी दिग्विजयी सम्राट ललितादित्य मुक्तापीढ़ जिनके काल में भारत रूस तक फ़ैल गया था !!

Posted: 08 Jan 2021 09:32 PM PST

सूर्यवंशी दिग्विजयी सम्राट ललितादित्य मुक्तापीढ़ जिनके काल में भारत रूस तक फ़ैल गया था !!

संकलन अश्विनी कुमार तिवारी
विजीयते पुण्यबलैर्बर्यत्तु न शस्त्रिणम
परलोकात ततो भीतिर्यस्मिन् निवसतां परम्।।

वहां (कश्मीर) पर शस्त्रों से नहीं केवल पुण्य बल द्वारा ही विजय प्राप्त की जा सकती है। वहां के निवासी केवल परलोक से भयभीत होते हैं न कि शस्त्रधारियों से। - (कल्हणकृत राजतरंगिणी, प्रथम तरंग, श्लोक 39)
इतिहासकार कल्हण ने मां भारती के शीर्ष कश्मीर की गौरवमयी क्षात्र परंपरा और अजेयशक्ति पर गर्व किया है। विश्व में मस्तक ऊंचा करके चार हजार वर्षों तक स्वाभिमानपूर्वक स्वतंत्रता का भोग कश्मीर ने अपने बाहुबल पर किया है। इस धरती के शूरवीरों ने कभी विदेशी आक्रमणकारियों और उनके शस्त्रों के सम्मुख मस्तक नहीं झुकाए थे। इस पुण्य धरती के रणघोष सारे संसार ने सुने हैं। यहां के विश्वविजेता सेनानायकों के युद्धाभिमानों का लोहा समस्त विश्व ने माना है।
रणबांकुरों की भूमि अनेक शताब्दियों तक इस वीरभूमि के रणबांकुरों ने विदेशों से आने वाली घोर रक्तपिपासु एवं अजेय कहलाने वाली जातियों और कबीलों के जबरदस्त हमलों को अपनी तलवारों की नोक पर रोका है। इस भूमि पर जहां अध्यात्म के ऊंचे शिखरों का निर्माण हुआ, वहीं इसके पुत्रों ने वीरभोग्या वसुंधरा जैसे क्षात्रभाव को अपने जीवन का आवश्यक अंग भी बनाया। संस्कृत के अनेक प्राचीन ग्रंथों में कश्मीर के इस वैभव के दर्शन किए जा सकते हैं।
सम्राट ललितादित्य हमारे लिए एक ऐसा ही नाम है जो सिकंदर से अधिक महान और पराक्रमी शासक था। 
ललितादित्य मुक्तापीड (राज्यकाल 724-761 ई)कश्मीर के कर्कोटा वंश के हिन्दू सम्राट थे। उनके काल में कश्मीर का विस्तार मध्य एशिया और रूस,पीकिंग तक पहुंच गया।उन्होने अरब के मुसलमान आक्रान्ताओं को सफलतापूर्वक दबाया तथा तिब्बती सेनाओं को भी पीछे धकेला। 
कश्मीर के इतिहास के उज्ज्वल पृष्ठों पर 'कक्रोटा वंश' का 245 वर्ष का राज्य स्वर्णिम अक्षरों में वर्णित है।
इस वंश के राजाओं ने अरब हमलावरों को अपनी तलवार की नोक पर कई वर्षों तक रोके रखा था। कक्रोटा की माताएं अपने बच्चों को रामायण और महाभारत की कथाएं सुनाकर राष्ट्रवाद की प्रचंड आग से उद्भासित करती थीं। यज्ञोपवीत धारण के साथ शस्त्र धारण के समारोह भी होते थे, जिनमें माताएं अपने पुत्रों के मस्तक पर खून का तिलक लगाकर मातृभूमि और धर्म की रक्षा की सौगंध दिलाती थीं। अपराजेय राज्य कश्मीर इसी कक्रोटा वंश में चन्द्रापीड़ नामक राजा ने सन् 711 से 719 ई.तक कश्मीर में एक आदर्श एवं शक्तिशाली राज्य की स्थापना की। यह राजा इतना शक्तिशाली था कि चीन का राजा भी इसकी महत्ता को स्वीकार करता था।
इससे कश्मीरियों की दिग्विजयी मनोवृत्ति का परिचय मिलता है। अरब देशों तक जाकर अपनी तलवार के जौहर दिखाने की दृढ़ इच्छा और चीन जैसे देशों के साथ सैन्य संधि जैसी कूटनीतिज्ञता का आभास भी दृष्टिगोचर होता है। उन्होने अरब के मुसलमान आक्रान्ताओं को सफलतापूर्वक दबाया तथा चीन सैनिकों को भी पीछे धकेला।
साहस और पराक्रम की प्रतिमूर्ति सम्राट ललितादित्य मुक्तापीढ़ का नाम कश्मीर के इतिहास में सर्वोच्च स्थान पर है। उसका सैंतीस वर्ष का राज्य उसके सफल सैनिक अभियानों, उसकी सर्वधर्मसमभाव पर आधारित जीवन प्रणाली, उसके अद्भुत कला कौशल और विश्व विजेता बनने की उसकी चाह से पहचाना जाता है। लगातार बिना थके युद्धों में व्यस्त रहना और रणक्षेत्र में अपने अनूठे सैन्य कौशल से विजय प्राप्त करना उसके स्वभाव का साक्षात्कार है।
उनका राज्य पूर्व में बंगाल तक, दक्षिण में कोंकण तक पश्चिम में तुर्किस्तान और उत्तर-पूर्व में चीन और रूस,पीकिंग तक फैला था। उन्होने अनेक भव्य भवनों का निर्माण किया। मार्तंड सूर्य मंदिर का निर्माण मध्यकालीन युग के दौरान हुआ था जो सूर्य भगवान को समर्पित है। सूर्यवंशी राजा ललितादित्य ने इस मंदिर का निर्माण एक छोटे से शहर अनंतनाग के पास एक पठार के ऊपर किया था। 
ललितादित्य ने दक्षिण की महत्वपूर्ण विजयों के पश्चात अपना ध्यान उत्तर की तरफ लगाया जिससे उनका साम्राज्य काराकोरम पर्वत शृंखला के सूदूरवर्ती कोने तक जा पहुँचा।
साहस और पराक्रम की प्रतिमूर्ति सम्राट ललितादित्य मुक्तापीड का नाम कश्मीर के इतिहास में सर्वोच्च स्थान पर है। उसका सैंतीस वर्ष का राज्य उसके सफल सैनिक अभियानों, उसके अद्भुत कला-कौशल-प्रेम और विश्व विजेता बनने की उसकी चाह से पहचाना जाता है। लगातार बिना थके युद्धों में व्यस्त रहना और रणक्षेत्र में अपने अनूठे सैन्य कौशल से विजय प्राप्त करना उसके स्वभाव का साक्षात्कार है। ललितादित्य ने रूस,पीकिंग को भी जीता और 12 वर्ष के पश्चात् कश्मीर लौटा।
कश्मीर उस समय सबसे शक्तिशाली राज्य था। उत्तर में तिब्बत से लेकर द्वारिका और उड़ीसा के सागर तट और दक्षिण तक, पूर्व में बंगाल, पश्चिम में विदिशा और मध्य एशिया तक कश्मीर का राज्य फैला हुआ था जिसकी राजधानी प्रकरसेन नगर थी। ललितादित्य की सेना की पदचाप अरण्यक (ईरान) और रूस,पीकिंग तक पहुंच गई थी । २८ से अधिक हिन्दू सम्राटो ने विश्व विजय किये पर वहा के लोगों की प्राचीन संस्कृति को नष्ठ नहीं किये ना उनके धर्म इत्यादि को नष्ठ नहीं किया जितने भी विश्व विजय सम्राट हुए उन सभी ने विश्व विजय किया एवं वहा के प्रजा को एक अच्छी जीवन प्रदान किया शिक्षित , आरोग्य एवं विकाशील बनया वनिर्ज्य व्यवसाय के लिए विश्व विजय करते थे एवं जिस राष्ट्र को विजय करते थे वहा व्यवसाय एवं प्रजाओ के उन्नति के लिए कार्य करते थे वही इस्लाम जब जब हिन्दू राष्ट्र पर आक्रमण किया लूट , बलात्कार , मंदिर मठो को ध्वस्त किया एवं नागरिको पर अत्याचार किया । सम्राट ललितादित्य मुक्तापिड़ द्वारा छोटे बड़े सभी युद्ध मिलाकर 350 से अधिक युद्ध लड़ने का लिपि दर्ज हैं जिसमे से कुछ ख़ास युद्ध आपके समक्ष रखूंगी । 
(राज्यकाल 724-761 ई)
१)
सन 725 (ईस्वी) में चीन ने आक्रमण किया था हरिवर्ष पर (उत्तरी तिब्बत तथा दक्षिणी चीन का समीपवर्ती भूखंड जान पड़ता था) तांग राजवंश के राजा आनजोंग एक बहुत ही क्रूर एवं कपटी राजा था अपने साम्राज्य विस्तार के लिए अपने ही प्रजाओं को मौत के घाट उतार देता था एवं उसका नज़र भारतवर्ष के धन सम्पदा पर था साथ इसलिए एक साथ 56,000 सेना लेकर आक्रमण किया था भारतवर्ष पर सम्राट ललितादित्य से हार कर वापस अपने चीन लौटा परन्तु शांत नहीं बैठा दोबारा आक्रमण किया परन्तु इस बार सम्राट ललितादित्य ने परस्त कर मृत्युलोक पहुँचा दिया एवं चीन राज्य की राजधानी चांग आन , लुओयांग , बीजिंग , पूर्वी चीन सागर क्षेत्र का दूसरा सब से बड़ा आर्थिक केंद्र था जो पूरी तरह से सम्राट ललितादित्य मुक्तापिड़ ने अपने अम्राज्य में मिलाकर भगवा परचम लहराया था सम्राट ललितादित्य ने चीन में कई हरी मंदिर बनवाए थे चीन में इस विषय का उल्लेख विस्तारित तांग, खंड की किताब एवं चीनी इतिहास की रूपरेखा बो-यांग द्वारा लिखा गया हैं ।
चीन के अन्य राज्यों के राजा ने सम्राट ललितादित्य मुक्तापीड के साथ सैनिक संधि किया जिसमे चीनी राजा ने आत्मसमर्पण करते हुये यह संधि किया जब जब भारत पर आक्रमण होगा चीन सम्राट सैनिक भेज कर सहायता करेगा एवं उनके साम्राज्य में अन्य चीनी राजा कभी दखल नहीं देंगे चीन के अन्य राज्य जो ललितादित्य के साम्राज्य सूचि में सम्मिलित किया गया हैं उन राज्यों में व्यापर करने की अनुमति माँगा था जिसके बदले चीन कर (tax) देंगे सम्राट ललितादित्य को यह सब उस संधि में लिखा था एवं इसका प्रमाण चीन के एक राज्य वंश 'ता-आंग' के सरकारी उल्लेखों में मिलता है।
सम्राट ललितादित्य का यूरोप विजय अभियान-:
१) सम्राट ललितादित्य मुक्तापीढ़ ने यूरोप को जीत कर भगवा ध्वज लहराया था सन 730 ईस्वी अफ्रीका के राजा युक्नूम तुक को हराकर मेसोअमेरिका( केन्द्रीय मैक्सिको से लगभग बेलाइज, ग्वाटेमाला, एल सल्वाडोर, हौंड्यूरॉस, निकारागुआ और कॉस्टा रिका तक फैला हुआ था) पे भगवा परचम लहराया था वैदिक सभ्यता खूब फैला था ललितादित्य मुक्तापीढ़ के बहुबल माया सभ्यता के लोग ने हीएरोंगल्यफिक लिपि (hieroglyphic script) में वर्णन किया हैं ललितादित्य के शौर्य एवं पराक्रम का वर्णन इस लिपि में २,३८२३ पन्नो में अंकित हैं । अफ्रीका के राजा युक्नूम तुक ने ललितादित्य के कदमो की आहट सुन कर आत्मसमर्पण किया था अफ्रीका के राजा युक्नूम तुक एक दरिंदा था अफ्रीका की लिपिबद्ध ग्रन्थ (hieroglyphic script) में वर्णन हैं किस प्रकार भगवान कुलकुलकन (Kukulkan) का ( यह एक देवता थे जिन्हें माया सभ्यता के लोग पूजते थे माया सभ्यता के लोगों का मानना था) अवतार लेकर सम्राट ललितादित्य मेसोअमेरिका की रक्षा के लिए आये थे । राजा युक्नूम तुक से मेसोअमेरिका की रक्षा एवं प्रजा की रक्षा करने हेतु हुनाह्पू नामक दूत आये थे सन्देश लेकर अत्याचार से त्रस्त हो चुके मेसोअमेरिका माया सभ्यता की प्रजा की और से सम्राट ललितादित्य के आक्रमण करने मात्र की खबर सुनकर युक्नूम तुक ने हथियार समेत राजपाठ ललितादित्य के समक्ष त्याग दिये थे । 
२)
सन 734 (ईस्वी) Battle of the Pass के नाम से जाना जाता हैं -:
उम्मायद खलीफा से खलीफा अब्द-अल-हिशाम ने 76,000 ऊठ सवार लश्कर भेजे सिंहपुर (वर्तमान में पिण्डदादनखाँ के पास, पाकिस्तान) पर आक्रमण किया था सम्राट ललितादित्य की धन संसाधन की राजधानी था हिशाम का आक्रमण सिंध पर हुआ सर्वप्रथम सम्राट ललितादित्य की दूरदर्शिता का परिचय करवाते हुए सैन्यबल की टुकड़ी दस से बारह हजार की टुकड़ी सिंहपुर सीमा के पार तैनात किया 76000 लश्कर पर सम्राट ललितादित्य के पराक्रमी सेनापती माहिवल वर्धना ने दस से बारह हजार की सेना के साथ युद्ध कर खलीफा अब्द-अल-हिशाम को खदेरा एवं रोम , दमास्कस जैसे उम्मायद खलीफा के राजधानी पर कब्ज़ा कर भगवा लहराया था ललितादित्य मुक्तापिड़ा ने आज जिसे रियाध (Riyadh) कहते है प्राचीन नाम नाज्द था जिसपे ललितादित्य मुक्तापिड़ा ने भगवा लहराया था । आज जो अरब खुद के शेख होने पर घमंड करते थे वह हमारे सम्राट ललितादित्य द्वारा गुलाम बनाये गए थे । 
३)
सन 737-745 (ईस्वी) तक लड़ें गये सबसे लम्बा युद्ध था जिसे "Battle Of Khamra" खामरा युद्ध के नाम से जाना जाता हैं जिसमे सम्राट ललितादित्य के 28,000 सैनिक मारे गए थे और खलीफा मूसा का 5,20,0000 सैनिक मारे गए थे -:
खलीफा महादी- मोहम्मद – मूसा ने दमास्कस पर आक्रमण किया जिसपर सम्राट ललितादित्य का कब्ज़ा था हिशाम को परास्त कर ललितादित्य ने दमास्कस पर भगवा परचम लहराया था परन्तु मूसा ने दमास्कस पर आक्रमण कर वहाँ इस्लामी शासन विस्तार करना चाहता था परन्तु सम्राट ललितादित्य ने मूसा को वहा से भी खदेरा एवं मूसा को बंदी बनाया खलीफा मूसा के रिहाई के बदले तुर्क, बेबीलोन (वर्तमान बगदाद) , मिस्र (बनिर्ज्य एवं व्यापर का शहर काहिरा नील नदी के किराने बसा काहिरा अफ्रीका महाद्वीप का सबसे बड़ा राज्य था) , इराक , मोरक्को , कजाखस्तान पर सम्राट ललितादित्य ने भगवा लहराकर हिंदुत्व की शक्ति से परिचय करवाया था खलीफा को , खलीफा मूसा ने रिहाई संधि के बदले इन सभी राज्य को सम्राट ललितादित्य को दे दिया साथ में नील , तिग्रिस जैसी मुख्या नदी के आर पार भगवा ध्वज शान से लहरा रहा था तिग्रिस नदी में मजबूत नौसेना तैनात किया था ललितादित्य ने जिससे तिग्रिस नदी से जो भी व्यापर करने जाते थे उसमे सम्राट ललितादित्य के पास कर चुकाना पड़ता था जिससे हिन्दू साम्राज्य का विकास प्रजाओ की उन्नति एवं सनातन धर्म विस्तार कार्य में ऋषिमुनि एवं वेदी गुरुकुल मठों की उन्नति कार्य के लिए खर्च किया जाता था सम्राट ललितादित्य ने आरोग्य स्वस्थ केंद्र हर छोटे बड़े शहर , गाँव , ज़िला तहसील हर जगह निर्माण करवाया सम्राट ललितादित्य ने सड़क निर्माण आजके इक्कसवी सताब्दी से ज्यादा अत्याधुनिक सड़क निर्माण आठवीं सताब्दी में सम्राट ललितादिया के शासनकाल के समय हुआ था । 
इस तरह से सम्राट ललितादित्य ने लगातार 18 युद्ध लड़े थे राशिदुन साम्राज्य, उमाय्यद साम्राज्य, अब्बासिद साम्राज्य के खलीफा के साथ और सम्राट ललितादित्य से युद्ध में परास्त होने के बाद खलीफाओं ने सम्राट ललितादित्य के साथ संधि कर खलीफा साम्राज्य अरब , सीसिली (sicily),मेसोपोटामिया, ग्रेटर अर्मेनिआ, कैरौअन (Kairouan) (वर्तमान में इसे तुनिशिया देश के नाम से जाने जाते हैं ) तुर्क , कजाखस्तान , मोरक्को , अफ्रीका , पर्शिया एवं अनेक देश सामिल थे ये (सारे इस्लामी देश खलीफा साम्राज्य से हिन्दू साम्राज्य में परिवर्तित होगया था) 72 प्रतिशत खलीफा साम्राज्य का भूभाग एवं पूरी अरब सागर , तिग्रिस , नील नदी पर सम्राट ललितादित्य ने भगवा ध्वज लहराया था 
इस बारे में -: Muhammad", Antiquity; Page 145, Prophets and Princes: Saudi Arabia from Umayyad to the Present By Mark Weston 1992 Page 61 Blankinship (1994), pp. 20 इन तीन किताब में मिलता हैं बाइजेंटाइन साम्राज्य को अरब ने हराया था फिर अरब को परास्त कर सम्राट ललितादित्य ने खलीफा साम्राज्य पर भगवा लहराया था ।
४)
सन 747 से 759 (ईस्वी) पूर्वी यूरोप विजय करने निकले थे रणक्षेत्र में अपने अनूठे सैन्य कौशल से विजय प्राप्त किया बाईज़न्टाइन साम्राज्य के राजा कांस्टेंटाईन पंचम के साथ युद्ध की व्याखान मिलता हैं इन्हें हराकर सम्राट ललितादित्य ने कोंस्तान्तिनोपाल पर कब्ज़ा किया आठवी सदी तक कोंस्तान्तिनोपाल राजधानी था यूरोप का । इसके उपरांत लेस्ज्को द्वितीय डुक पोलिश राजा को परास्त कर पोलिश (पोलैंड) विजय कर भगवा झंडा लहरा था । 
सम्राट ललितादित्य ने मेर्कौरिऔस (Merkourios) को परस्त कर रूस के साथ साथ बॉस्निया एवं मेर्कौरिऔस (Merkourios) के अधीन अन्य यूरोपी देशो को अपने विजय अभियान में सम्मिलित कर साम्राज्य को यूरोप तक फैलाया था एवं इसके उपरांत सम्राट ललितादित्य मुक्तापिड़ ने पश्चिम और दक्षिण में क्रोएशिया पूर्व में सर्बिया और दक्षिण में मोंटेनेग्रो उत्तरपूर्वी यूरोप अल्बानिया उत्तर में कोसोवो पूर्व में भूतपूर्व यूगोस्लाविया और दक्षिण में यूनान तक सफलतापूर्वक सैन्य अभियान कर विश्व विजयता की उपाधि हासिल कर लिया था । 
ललितादित्य विश्व विजयी होकर लगभग 12 वर्ष के पश्चात् कश्मीर लौटा एवं तीन साल बाद अंतिम सांस लिया कश्मीर में । 
अंततः इनके शौर्य और पराक्रम को भूलने का नतीजा हुआ कश्मीर में आज एक भी कश्मीरी हिन्दू कश्मीर में नहीं रह पाए अगर कश्मीरी हिन्दू अपने पुर्बज को एक बार के लिए पढ़ लिए आज यह दुर्दशा नहीं होता कश्मीरी पंडितो का होकर रहता कश्मीर । 
संदर्भ-: 
राजतरंगिणी कल्हण के अलावा जिन किताबो से सहायता लिया हैं
Muhammad", Antiquity; Page 145, 
Prophets and Prince: Saudi Arabia from Umayyad to the Present By Mark Luciyad 1992 Page 61 
Blankinship (1994), pp. 20
Revenge Through Rios 1989 Edition
Early and Classical Islam, by John Bernards
✍🏻मनीषा सिंह
#एकगौरवशालीइतिहास
#चक्रवर्तीसम्राटललितादित्य_मुक्तपीड 
"सम्राट ललितादित्य मुक्तापीड़ हमारे गौरवशाली इतिहास के प्रातः स्मरणीय महापुरुषों में से एक थे। आपका शासन मध्य एशिया और ईरान से लेकर तुर्क तक था।"


मार्टैंड के महान सूर्य मंदिर के खंडहर, इसका वास्तुशिल्प को देखकर आप आश्चर्य चकित हो जाते एवं आप की सांसें खुली की खुली रह जाये, ज्यादातर लोगो से इसे बॉलीवुड के फिल्म निर्माता विशाल भारद्वाज की भूतिया फिल्म हैदर (2014) में देखा होगा। यह दुख की बात है कि हमें एक फिल्म सेट की ज़रूरत के रूप में इसका उपयोग कर रहे हैं, वह भी एक संदर्भ बिंदु के रूप में, जो एक समय भव्य विशाल, उत्कृष्ठ सूर्य मंदिर था, किसी भी, उपमहाद्वीप में इतना सुंदर मन्दिर शायद देखने को न मिले।


यह लेख मार्टंड मंदिर के बारे में नहीं है, जिसे 15 वीं शताब्दी के अंत में ध्वस्त कर दिया गया। यह उस राजा के बारे में है, जिन्होंने इसे बनाया था। मार्टैंड सूर्य मंदिर, भारत के कश्मीर के महान शासक सम्राट ललितपादित्य का एकमात्र जीवित उदाहरण है, जिसका साम्राज्य मध्य एशिया से गंगा के मैदान तक फैला था।


विद्वानों द्वारा कश्मीरी सम्राट ललितिदित्य को 'कश्मीरी इतिहास' का 'अलेक्जेंडर' करार दिया गया है। जिनके शासन-काल में कश्मीर का विस्तार मध्य एशिया और ईरान से लेकर तुर्क तक था।


कश्मीर के इसी कर्कोटा वंश के सम्राट ललितादित्य मुक्तापीड़ हमारे गौरवशाली इतिहास के प्रातः स्मरणीय महापुरुषों में से एक थे। वे युगाब्द 3826(सन् 724) में कश्मीर के सम्राट बने। उनके शासन को कश्मीर स्वर्ण युग माना जाता है, जब कला, वास्तुकला, संस्कृति और शिक्षाएं बढ़ीं। उनके महान विजय के कारण, लेखकों और विद्वानों ने उन्हें 'अलेक्जेंडर ऑफ कश्मीरी इतिहास' कहा है आज, जब 11 वीं शताब्दी ईसवी में दक्षिण पूर्व एशिया में चोल राजा, राज राजा चोल का विजय दिवस मनाया जाता है, इस महान कश्मीरी राजा के कारनामों को समय के पन्नों में दफन कर भुला दिया गया है।


कश्मीर के शुरुआती इतिहास के बारे में हम जो कुछ जानते हैं, वह संस्कृत ग्रन्थों काव्यों से आता है, जिसे राजतरंगणिनी (किंग ऑफ किंग्स) के रूप में जाना जाता है, जो 12 वीं शताब्दी में कश्मीरी विद्वान कल्हण द्वारा 1148 से 1150 सीई के बीच लिखा गया था। यह कश्मीर के विभिन्न शासकों का एक कालानुक्रमिक खाता है जिन्होंने कश्मीर पर शासन किया। यह एक व्यापक काव्य है, जिसमे 8000 संस्कृत छंदों समाहित आठ पुस्तकों में फैली हुई है, और यही एक मात्र कश्मीर के राजा ललितपादित्य के जीवन और समय का सबसे व्यापक विवरण भी है। 1900 में इस महान काव्य का पहला अंग्रेज़ी अनुवाद इंडोलोजिस्ट एमए स्टीन ने किया था।


कल्हण द्वारा रचित राजतरंगिणी में से हमे जानकारी मिलती है कि कश्मीर में कलकत्ता राज का एक राजवंश, जिसमे आगे राजा ललितित्यता हुए थे, की स्थापना 625 ईसवी में राजा दुरभभावन ने की थी। राजा ललितादित्य, कार्कोट राजवंश के पांचवे शासक थे और दुरस्थभावना के महान पोते थे।


ललितदित्य मुक्तापीड, 724 सीई में कार्कोटा वंश के पांचवे शासक बने, और उनके राज्य में कश्मीर घाटी शामिल थी ।


8 वीं शताब्दी तक गुप्त साम्राज्य समाप्त हो गया था और उपमहाद्वीप एक बार फिर कई छोटे युद्धरत राज्यों में विभाजित हुआ था। हजरत मोहम्मद साहब के गुजरने के बाद नये खलीफा ने दुनिया को इस्लाम के झण्डे तले लाने का अभियान शुरू किया था। बात की बात में ईरान को जीत कर खलीफा की गिद्ध-दृष्टि भारत पर भी पड़ने लगी। महाराज ललितादित्य जानते थे कि भारत की स्वतंत्रता के लिये अरब हमलावर एक बहुत बड़ा खतरा होंगे। इस चुनौती का सामना करने के लिये पूरे भारत को एक-सूत्र में बाँधना जरूरी था। इसलिये एक चक्रवर्ती साम्राज्य की स्थापना के उद्देश्य से वे कश्मीर से सेना लेकर निकले। बारह वर्ष के सैनिक अभियान के परिणामस्वरूप बंगाल-उड़ीसा तक का पूरा क्षेत्र एक शक्तिशाली साम्राज्य के रूप में खड़ा हो गया।


ललितित्यतिय की पहली बड़ी जीत, कन्नौज के राजा यशोवर्मन पर थी, जिन्होंने गंगा के मैदानों पर शासन किया और नियंत्रित किया। इसके बाद गौर (बंगाल) के राजा पर जीत हासिल हुई। अफसोस की बात है कि हमारे पास ललितिदित्य के पूर्वी विजय से संबंधित कोई तारीख नहीं है, लेकिन इसका अनुमान लगभग 733 सीई है। लगभग 735-736 सीई, ललितिदित्य ने दक्षिण के लिए चढ़ाई की और राष्ट्रकूट पर हमला किया। जाहिर है, इस मिशन का उद्देश्य दक्षिणपथा को नियंत्रित करना था, जो उत्तर और दक्षिण भारत से जुड़ा हुआ महान व्यापार मार्ग है। हालांकि, यह नहीं दिखता कि ललितादित्य द्वारा दक्षिण अभियान ने दक्षिण के राजनीतिक नियंत्रण स्थापित कर पाए। इन विशाल युद्ध से उसे अकूत धन प्राप्त हुआ, जिसे दक्षिण में अपने अभियानों से कश्मीर लाया था।


पूर्वी और दक्षिणी अभियानों के बाद उनके अभियान उत्तर-पश्चिम में चल रहे थे, जहां ललितादित्य ने मध्य एशिया के माध्यम से चलने वाले सिल्क रूट के सभी महत्वपूर्ण केंद्रों काराकोरम की पर्वत श्रंखलाओं पर नियंत्रण किया। मध्य एशिया में ललितादित्य के विजय अभियान से इन चीनी क्षेत्रों पर चीनी कमजोर हो गए थे, और तिब्बत से लेकर चीन के झिंजियांग तक ललितादित्य का प्रभुत्व हो गया, इसी तरह ईरान में सासोनियन साम्राज्य आक्रमण आगे बढ़ते हुए, अरब और तुर्क (टर्की) तक क्षेत्र को जीतने वाले राजा ललितिदित्य की सेना में बड़ी संख्या में मध्य एशियाई तुर्क भी कार्यरत थे, इससे उनके विजय आसान हो गई कहा जाता है कि वह चीन के आज के झिंजियांग प्रांत में टरफान, कुचान और कई अन्य शहरों पर वह विजय प्राप्त कर चूका था। । चीन के तत्कालीन नरेश को परास्त कर उन्होंने एक विजेता की तरह पीकिंग (बीजिंग) में प्रवेश किया। मध्य एशिया में आज के ताजकिस्तान, किर्गिजिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, उजबेकिस्तान आदि तक ललितादित्य का परचम लहराता था। तिब्बत भी उनके राज्य का अंग था। राजतंगिनी में वर्णित तिब्बतियों पर मिली विजय को आज भी कश्मीरी लोग द्वारा विजय दिवस के चैत्र का दूसरा दिन मनाया जाता था।


ललितित्यतिय का महान योद्धा और 'विश्व विजेता' (कलहण के शब्दों में दिग्विजय) का दर्जा एक प्रमुख विषय है, यह भी उनके महान सार्वजनिक कार्यों, इमारतों और शिक्षा का संरक्षण का भी उल्लेख करता है।


प्रारंभिक इतिहास के माध्यम से, झेलम नदी के सिलेटिंग के कारण कश्मीर लगातार बाढ़ से ग्रस्त हो गया था। माना जाता है कि ललितादित्य को क्षेत्रों में पानी लाने के लिए सिलिंग और दूर तक नहर निर्माण किया गया है। यह भी कहा जाता है कि उनके द्वारा निचले स्तर पर दलदलों और निचले इलाकों में बांधों का निर्माण किया गया ताकि वे उन्हें खेती के लिए तैयार कर सकें। यह भी उल्लेख मिलता है कि ललितादित्य ने सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति करने के लिए पानी की चक्रों में व्यवस्था की हैं।


ललितिदित्य द्वारा अपनी राजधानी परिहासपुर या 'मुस्कुराहट शहर' सहित कई शहरों की स्थापना कर चुके हैं। यह श्रीनगर से लगभग 22 किलोमीटर दूर स्थित है और आज पारस्पेर के रूप में जाना जाता है, यहां सिर्फ कुछ पुराने खंडहर हैं जो हमें यहां बनाए गए भव्य शहर को देखते बनता हैं।


अपने साम्राज्य में ललितादित्य ने भी विष्णु, शिव, आदित्य (सूर्य भगवान) के साथ-साथ स्तूप और बुद्धों को समर्पित मूर्तियों के लिए बड़ी संख्या में मंदिर बनाए हैं। राजतरंगिन्नी (संभवतः अतिरंजित) में कुछ मंदिरों का निर्माण और उसमें स्थापित मूर्तियों का एक शानदार वर्णन है -


पारीहसा-केशव की एक मूर्ति, जो 3600 किलोग्राम चांदी से बना थी


मुक्ता-केशव की एक मूर्ति 99 किलोग्राम सोने का बना है


नाहारी की एक मूर्ति जो इसे ऊपर और नीचे मैग्नेट फिक्सिंग द्वारा हवा में स्थापित कर दी गई थी।


एक विष्णु स्तंभ जो ऊंचाई में 54 हाथों को मापा, और शीर्ष पर गरुड़ की एक छवि थी


62,000 किलोग्राम तांबे के बने बुद्ध की एक बड़ी मूर्ति, जिसे कल्हण के शब्दों में 'आकाश तक पहुंच'


लेकिन दुर्भाग्य से, आज भी इन महान मंदिरों का कुछ भी अवशेष नहीं है। ललितादित्य द्वारा जिस पैमाने पर इन्हें बनाया गया, उसका एकमात्र संकेत मार्टैंड सूर्य मंदिर के खंडहरों में देखा जा सकता है।


मार्टैंड सूर्य मंदिर महान कश्मीरी सम्राट ललितपादित्य का एकमात्र जीवित उदाहरण है


अनंतनाग से पांच मील की दूरी, ललितपादित द्वारा निर्मित मार्टेंड सूर्य मंदिर के खंडहर हैं। यह एक पठार पर बनाया गया था, जहां से कश्मीर की संपूर्ण घाटी और पीर पंजाल सीमा भी आज भी देखी जा सकती है। इसकी निर्माण की सटीक तिथि के बारे में नहीं जानते इस मंदिर परिसर के भव्य पैमाने के अलावा, जो भी वास्तुशिल्प संगम का प्रतिनिधित्व करता है, वह यह दर्शाता है। यह गलतिहरण, गुप्त और चीनी जैसी स्थापत्य शैली को जोड़ती है, जो ललितादित्य के राज्य की विविधता, मध्य एशिया, चीन और गंगा के मैदान से भिन्न प्रभाव दिखाती है।


इस मंदिर में 84 छोटे तीर्थों से घिरे एक केंद्रीय मंदिर शामिल थे। जबकि 15 वीं शताब्दी में सुल्तान सिकंदर बुतशिकन के आदेश पर मंदिर का विनाश हुआ था, इसके प्रभावशाली खंडहर अभी भी लंबा खड़ा है।


सर फ्रांसिस यंगहसबैंड, मध्य एशिया में अपनी यात्रा के लिए प्रसिद्ध ब्रिटिश एक्सप्लोरर, कश्मीर में अपनी पुस्तक में मार्टंड सूर्य मंदिर का लिखा -


'पूरी तरह से खुले और सादे मैदान पर, धीरे-धीरे हिमाच्छन्न पहाड़ों की पृष्ठभूमि से दूर ढलकर पूरी तरह से मुस्कुराते हुए कश्मीर घाटी और हिमाच्छन्न पर्वतमाला की पूरी लंबाई से दूर रहना, जो वास्तव में घिरा हुआ है, अभी तक बर्फीले पहाड़ों से घिरा नहीं हुआ, मिस्र में केवल एक मस्जिद के लिए एक मंदिर के खंडहर और ताकत और ग्रीक के लिए लालित्य और अनुग्रह से खड़ा हुआ ... प्राकृतिक सुंदरता की आंखों के बिना कोई भी उस निर्माण के लिए विशेष स्थल नहीं चुना होता एक मंदिर का और क्षणिक और क्षणिक के किसी झुकाव के साथ कोई भी इतना बड़े पैमाने पर बनाया और एक पैमाने पर स्थायी होगा।


राजा ललितादित्य 761 सीई में निधन हो गया था, हालांकि हम उस समय उनकी सटीक उम्र नहीं जानते थे और बाद में वह कमजोर शासकों के उत्तराधिकारी द्वारा पीछा किया गया। शताब्दियों में, राजा ललितादित्य या उनकी विरासत का कोई उल्लेख नहीं था।सादर_आभार 🙏🙏🙏
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बक्सर में शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी ने 3 को मौत की नींद में सुलाया, दुंधमुंहे बच्चे के साथ मां भी आग में जलकर हुई खाक

Posted: 08 Jan 2021 09:22 PM PST

बक्सर के जरीगांवा में शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने एक मां के साथ दो बच्चों को नींद से जगने नहीं दिया। तीनों की आग में झुलसने से मौत हो गई। घटना शुक्रवार देर रात घटी, जब घर में सभी लोग सो रहे थे। इसी बीच शॉर्ट सर्किट से चिंगारी से घर में आग लग गई। मृतक की पहचान न्यूजपेपर हॉकर उपेंद्र सिंह की पत्नी हेमंती देवी (35 साल), और उनके दो बच्चे रागिनी (4 साल), एक चार माह के नवजात के रूप में की गई है।

दुंधमुंहे बच्चे को छाती से चिपटाए रही मां
स्थानीय लोगों ने बताया कि देर रात अचानक ही उपेंद्र सिंह के घर में आग लग गई। चीख सुनकर आसपास के लोग आए लेकिन घर बंद था। तब तक आग की लपटें आसमान छूने लगी। लोगों ने जब देखा तो दरवाजा तोड़कर घर के अंदर घुसे लेकिन तब तक मां के साथ दो बच्चे जलकर खाक हो चुकी थी। लोग किसी तरह हेमंती देवी के रुम का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे लेकिन तीनों तब तक खत्म हो चुके थे। मां अपने बच्चे को छाती से चिपटाए ही मौत की नींद में सो चुकी थी। हालांकि दर्दनाक हादसे के बाद अभी तक कोई पुलिस वहां नहीं पहुंची है।, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है।



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आगलगी के बाद स्थानीय लोग।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/3-burnt-in-fire-in-buxar-bihar-128104717.html

भूपेंद्र-RCP के बाद वहां शाह-सुमो मिले, यहां रेणु मिलीं गवर्नर से, शाहनवाज CM से…यह अंदर की बात है

Posted: 08 Jan 2021 09:22 PM PST

पिछले कुछ दिनों से बिहार की राजनीति में शिष्टाचार मुलाकात का जैसे दौर चल पड़ा है। जिस राजनीति में कोई बिना किसी हित के किसी से नहीं मिलता, वहां राजनीतिक झंझावात के बाद अचानक 'शिष्टाचार' की चर्चा गजब चल निकली है। 7 जनवरी को अचानक जदयू दफ्तर में RCP सिंह को बधाई देने पहुंच गए भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव। फिर शाम में नीतीश-RCP से बिहार के दोनों डिप्टी CM के साथ भूपेंद्र यादव, डॉ. संजय जायसवाल मिले और सारी बातों को शिष्टाचार मुलाकात का नाम दे दिया गया। सियासी मरहम की यह 2 देखी-दिखाई मुलाकातें थीं। बिहार की राजनीति में इनके अलावा 3 और ऐसी मुलाकातें हुईं, जिन्हें शिष्टाचार का नाम दिया जा रहा है। लेकिन, यह इतनी भी औपचारिक नहीं। क्यों, आइए जानते हैं-

अमित शाह से मुलाकात के दौरान सुशील मोदी।


अमित शाह से सुशील मोदी की मुलाकात तो जरूरी…

5 जनवरी की शाम को दिल्ली गए सुशील मोदी शुक्रवार को दिल्ली में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिले। अमित शाह से सुशील मोदी की यह मुलाकात उनके राज्यसभा सांसद बनने के बाद हुई पहली औपचारिक मुलाकात थी। इस मुलाकात को सुशील मोदी की तरफ से शिष्टाचार मुलाकात बताया गया, लेकिन इसे केंद्र के संभावित मंत्रिमंडल विस्तार से अलग नहीं देखा जा सकता है। इस विस्तार में सुशील मोदी को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की बात पक्की है, लेकिन उनकी राह में बिहार से ही रोड़ा भी अटकाया जा रहा है। उनकी पार्टी के ही दिग्गज रोड़ा अटका रहे हैं। इसलिए, एक मुलाकात तो जरूरी…..।

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शाहनवाज हसन का नीतीश कुमार से मिलना वैसे तो नहीं

बिहार की सियासी हलचल से जुड़ी दूसरी खास मुलाकात शुक्रवार को ही हुई। पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने सचिवालय पहुंच गए। इस मुलाकात से भले ही बिहार की सियासत पर बहुत कोई असर नही दिखने वाला हो, लेकिन इनकी मुलाकात को दो धुर विरोधियों का एक जगह आना जरूर कहा जा रहा है। माना जाता रहा है कि शाहनवाज हुसैन बिहार भाजपा में नीतीश विरोधी सुर के अगुआ रहे हैं। इसका असर शाहनवाज के कॅरियर पर भी खूब पड़ा है। कहने वाले तो यहां तक कहते हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव में शाहनवाज को भागलपुर से टिकट इसलिए नही मिल सका, क्योंकि यह नीतीश-निश्चय का हिस्सा था। यह वो दौर था जब सुशील मोदी बिहार भाजपा के सबसे प्रभावी चेहरे थे और जिन्हें नीतीश का बेहद खास माना जाता था। अब शुक्रवार को जब नीतीश कुमार को शाहनवाज हुसैन CM बनने की बधाई देने बिहार सचिवालय पहुंचे तो दोनों नेताओं के हाव-भाव पूरे तरह बदले हुए थे। मतलब, यूं ही तो नहीं ही थी यह मुलाकात।

गवर्नर से मुलाकात के दौरान उपमुख्यमंत्री रेणु देवी।


गवर्नर से मिलीं रेणु देवी, लेकिन इस बार टास्क भी था

बिहार सचिवालय से 500 मीटर की दूरी पर एक और 'शिष्टाचार मुलाकात' राज्यपाल फागू चौहान और उपमुख्यमंत्री रेणु देवी की हुई। रेणु इस पद पर आने के पहले भी गवर्नर से मिलती रही हैं, लेकिन गुरुवार रात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भाजपा नेताओं की मुलाकात के बाद शुक्रवार को रेणु देवी की राज्यपाल से मुलाकात एक टास्क के साथ थी। राज्यपाल कोटे वाली मनोनयन की 12 विधान परिषद की सीटों पर जो NDA में पक रहा है, उसका कुछ मसाला गवर्नर हाउस से भी आएगा क्योंकि अंतिम तौर पर यह गवर्नर के कोटे की सीटें हैं। सत्ता के दोनों बड़े दलों के बीच 50:50 पर बात तय हो गई है, लेकिन कोटे में कोटा का कुछ मामला अटक रहा है, जिसपर रेणु देवी को गवर्नर के क्लियरेंस का टास्क दिया गया है।



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जब नीतीश कुमार को शाहनवाज हुसैन CM बनने की बधाई देने बिहार सचिवालय पहुंचे तो दोनों नेताओं के हाव-भाव पूरे तरह बदले हुए थे।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/news/bihar-political-news-update-bjp-jdu-leaders-meeting-bhupendra-yadav-shahnawaz-hussian-meets-cm-nitish-kumar-and-rcp-singh-128104704.html

आज 09 - जनवरी - 2021, शनिवार को क्या है आप की राशी में विशेष ?

Posted: 08 Jan 2021 09:20 PM PST

आज 09 - जनवरी - 2021, शनिवार को क्या है आप की राशी में विशेष ?

 दैनिक पंचांग एवं  राशिफल - सभी 12 राशियों  के लिए कैसा रहेगा आज का दिन जाने प्रशिद्ध  ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से    

श्री गणेशाय नम:

दैनिक पंचांग  09 - जनवरी - 2021, शनिवार

पंचांग

तिथि                एकादशी               सायं  06:03:36

नक्षत्र                विशाखा                दिन  11:17:00

करण :              बव                      08:31:22

                       बालव                   19:19:20

पक्ष                  कृष्ण

योग                 शूल                      15:00:04

वार                 शनिवार

सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ

सूर्योदय                                       06:45:10

चन्द्रोदय                                      28:10:00

चन्द्र राशि                                    वृश्चिक

सूर्यास्त                                        05:15:05

चन्द्रास्त                                       14:09:00

ऋतु                                            शिशिर

हिन्दू मास एवं वर्ष

शक सम्वत                                    1942  शार्वरी

कलि सम्वत                                   5122 

दिन काल                                     10:25:56

विक्रम सम्वत                                 2077 

मास अमांत                                   मार्गशीर्ष  

मास पूर्णिमांत                                पौष  

शुभ और अशुभ समय

शुभ समय  :- 

                       अभिजित           12:07:22 - 12:49:05

अशुभ समय   :-

               दुष्टमुहूर्त :                  07:15:15 - 07:56:59

                                             07:56:59 - 08:38:43

                  कंटक                     12:07:22 - 12:49:05

               यमघण्ट                    14:54:17 - 15:36:00

               राहु काल                  09:51:44 - 11:09:59

               कुलिक                      07:56:59 - 08:38:43

               कालवेला या अर्द्धयाम  13:30:49 - 14:12:33

               यमगण्ड                    13:46:28 - 15:04:42

                गुलिक काल              07:15:15 - 08:33:30

               दिशा शूल                  पूर्व   

चन्द्रबल और ताराबल

ताराबल

भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती 

चन्द्रबल 

वृषभ, मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर, कुम्भ

विशेष ~

सफला एकादशी व्रत, (सभी के लिए)पश्चिम दिशा में उदय, शनि पश्चिम दिशा में अस्त।

 आज का दैनिक राशिफल  09 - जनवरी - 2021, शनिवार

1.    

मेष (Aries):

आप का दिन मिश्रित फलदायी है। आज आप अस्वस्थता एवं व्यग्रता का अनुभव करेंगे। शरीर में थकान और आलस्य एवं मन में अशांति की अनुभूति होगी। आप आज थोड़े क्रोधित रहेंगे, जिससे कार्य बिगड़ सकते हैं। व्यवहार में नम्रता लाने का प्रयास करें। निर्धारित कार्य करने के लिए प्रयासरत रहें। धार्मिक यात्रा होगी।

शुभ रंग  =  हरा

शुभ अंक  :  3

2.    

वृषभ (Tauras):

आज का दिन सावधानी से बिताएं। आज किसी भी नए कार्य को शुरू न करें। आज स्वास्थ्य बिगड़ सकता है, खान-पान में विशेष ध्यान रखना हितकर है। थकान और व्याकुलता का अनुभव करेंगे। ऑफिस में कार्यभार के कारण अधिक थकान होगी। प्रवास लाभदायी नहीं होंगे। आध्यात्मिकता के लिए कुछ समय निकालें।

शुभ रंग  =  श्याम

शुभ अंक  :  6

3.    

मिथुन (Gemini):

आपका दिन आनंद-प्रमोद तथा भोग-विलास में बीतेगा। विपरीत लिंग के व्यक्तियों से भेंट होगी। मित्रों तथा प्रियपात्रों के साथ मनोरंजनपूर्ण प्रवास हो सकता है। वाहन सुख मिलेगा। नए वस्त्रों की खरीदारी और उन्हें पहनने के अवसर मिलेंगे। प्रणय के लिए दिन अच्छा है। भोजन में मीठा खाने को मिल सकता है। सेहत अच्छी रहेगी, सामाजिक सम्मान और ख्याति मिलेगी।

शुभ रंग  =  हरा

शुभ अंक  :  3

4.    

कर्क (Cancer):

आपका दिन अच्छी तरह से बीतेगा। घर में शांति तथा आनंद का वातावरण रहेगा और सुखमय प्रसंग बनेंगे। आप जो भी कार्य करेंगे उसमें यश मिलेगा। सेहत अच्छी रहेगी। घर में परिजनों के साथ हर्षोल्लास में समय बितेगा। नौकरी में निम्न सहकर्मियों से लाभ होगा। स्त्री मित्रों से भेंट से मन प्रसन्न रहेगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी।

शुभ रंग  =  पीला

शुभ अंक  :  9

5.    

सिंह (Leo):

आज का दिन आनंद से बीतेगा। अधिक कल्पनाशील बनेंगे। मौलिक काव्य रचना की प्रेरणा मिलेगी। प्रियतम से भेंट शुभ फलदायी होगी, परिणामस्वरूप दिन भर मन प्रसन्न रहेगा। संतान की प्रगति के समाचार मिलेंगे। विद्यार्थियों के अभ्यास हेतु अच्छा समय है। मित्रों सेे मिलन होगा, स्त्री मित्रों से लाभ मिलेगा। आज आपके द्वारा परोपकार का कार्य हो सकता है।

शुभ रंग  =  पींक

शुभ अंक  :  1

6.    

कन्या (Virgo):

आज का दिन अच्छा नहीं है। शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा। कई परेशानियों से मन व्याकुल रहेगा। स्फूर्ति का अभाव होगा। स्वजनों से अनबन रहेगी। मां के स्वास्थ्य की चिंता सताएगी। जमीन, मकान के दस्तावेजों को संभालकर रखिएगा। स्त्री और पानी से हानि का डर रहेगा। लोगों के समक्ष अपमान न हो, ध्यान रखें। धन नाहक खर्च होगा।

शुभ रंग  =  हरा

शुभ अंक  :  3

7.    

तुला (Libra):

आपका दिन शुभ फलदायी होगा। बंधुओं के साथ बैठकर घर के संबंध में चर्चा होगी। छोटे धार्मिक स्थल पर जाएंगे। धन लाभ के योग हैं। विदेश से अच्छे समाचार आएंगे। व्यवहारिक प्रसंग से यात्रा कर सकते हैं। नए कार्यों के लिए शुभ दिन है। शारीरिक व मानसिक रुप से स्वस्थ रहेंगे। पूंजी निवेशकों के लिए अच्छा दिन है। आज भाग्यवृद्धि होगी।

शुभ रंग  =  श्याम

शुभ अंक  :  6

8.    

वृश्चिक (Scorpio):

आज साधारण लाभ होगा। व्यर्थ के खर्च पर रोक लगानी होगी। परिवार में झगड़े न हों, इसका विशेष ध्यान रखिएगा। कुटुंब के सदस्यों के बीच गलतफहमी को दूर रखें। शारीरिक परेशानी के साथ मन में ग्लानि रहेगी। नकारात्मक मानसिकता से बचें। अनैतिक प्रवृत्तियों से दूर रहें। विद्यार्थियों के सामने अवरोध आएंगे।

शुभ रंग  =  पीला

शुभ अंक  :  9

9.    

धनु (Sagittarius):

आप शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें। आज निर्धारित कार्य कर सकेंगे। आर्थिक लाभ होगा। धार्मिक यात्रा की संभावनाएं हैं। किसी रिश्तेदार के घर मांगलिक प्रसंग में उपस्थित रहने का अवसर आ सकता है। स्वजनों को मिलने से आनंदित रहेंगे। दांपत्यजीवन का सुख मिलेगा। रुचिकर भोजन मिल सकता है। सामाजिक क्षेत्र में यश बढ़ेगा।

शुभ रंग  =  केशरी

शुभ अंक  :  7

10.       

मकर (Capricorn):

आज आपको सावधानीपूर्वक रहना है। व्यावसायिक कार्यों में हस्तक्षेप बढ़ेगा। खर्च अधिक रहेगा। धार्मिक, सामाजिक कार्यों में व्यस्तता व खर्च बढ़ेगा। रोग संबंधी चिंता रहेगी। पुत्र व रिश्तेदारों से अनबन संभव है। परिश्रम करने पर ही आज सफलता मिलेगी। मानसिक व्याकुलता का अनुभव होगा। दुर्घटना से संभलकर रहें।

शुभ रंग  =  श्याम

शुभ अंक  :  6

11.       

कुंभ (Aquarius):

नए कार्यों को प्रारंभ करने के लिए आज का दिन शुभ है। नौकरी तथा व्यापार में लाभ की संभावना है। स्त्री मित्रों से कार्य मिल सकता है। लक्ष्मी देवी की कृपादृष्टि आज आप पर है। सामाजिक क्षेत्र में आपकी ख्याति बढ़ेगी। संतान के साथ मेल अच्छा रहेगा। पत्नी और पुत्र की ओर से आनंद के समाचार मिलेंगे। विवाह के इच्छुकों के लिए विवाह के योग बनेंगे। घूमने की योजना बना सकते हैं।

शुभ रंग  =  हरा

शुभ अंक  :  3

12.       

मीन (Pisces):

आपका दिन अत्यंत शुभ होगा। सफलता व उच्च पदाधिकारियों की कृपादृष्टि के कारण प्रसन्नता मिलेगी। व्यापार में वृद्धि तथा सफलता मिलेगी। पिता तथा बड़े-बुजुर्गों से लाभ होगा। लक्ष्मी की कृपादृष्टि रहेगी। कुटुंब में आनंद का वातावरण होगा। सरकार से लाभ होगा। मान-सम्मान तथा पदोन्नति होगी। सांसारिक जीवन आनंदमय रहेगा।

शुभ रंग  =  पींक

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इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ ऑनलाइन ठगी करने वाले 16 गिरफ्तार

Posted: 08 Jan 2021 05:22 PM PST

गया पुलिस ने ऑन लाइन ठगी करने वाले बड़े गिरोह का खुलासा किया है। इस क्रम में बोधगया के एक गेस्ट हाउस में जमे 16 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसमें कर्नाटक राज्य के रहे 9 अपराधी शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक इस गिरोह ने अनगिनत लोगों को अपना शिकार बनाया और लाखों-करोड़ों का वारा-न्यारा किया है। खास बात यह है, कि बोधगया के रहने वाले एक इंजीनियरिंग के छात्र ने भोपाल में बीटेक की पढ़ाई छोड़कर इस गिरोह को बनाया था।

इस गिरोह के टारगेट में दक्षिण भारत के चार राज्यों के ऑनलाइन शॉपिंग से जुड़े ग्राहक थे। कर्नाटक से लाए गए अपराधी अपनी भाषा से कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना के ग्राहकों को आसानी से अपने शिकंजे में फंसा लेते थे। बोधगया डीएसपी अजय कुमार को सूचना मिलने के बाद सिटी एसपी राकेश कुमार के नेतृत्व में छापेमारी कर इस बड़े शातिराना गिरोह का भंडाफोड़ किया गया।
दो किलो नकली सोने के सिक्के मिले
नकली सोने के सिक्के, नाप तौल और शॉप क्लूज कंपनी के 2500 स्कैच कार्ड समेत बड़े पैमाने पर सामान की बरामदगी की गई है। पुलिस को इस गिरोह द्वारा बनाए पैन इंडिया का एक लिंक मिला है, जिसके संदर्भ में तफ्तीश की जा रही है। गिरोह के सरगना इंजीनियरिंग के छात्र रहे गया के मगध विश्वविद्यालय थाना अंतर्गत बारा गांव निवासी रौशन कुमार ने पुलिस के समझ खुलासा किया है कि नाप तौल, सॉप क्लूजल, फ्लिप कार्ड आदि कंपनियों से उसे स्कैच कार्ड जुगाड़ टेक्नोलॉजी से मिल जाते थे। वैसे इस तरह स्कैच कार्ड मिलने की बात जानकर एसएसपी हैरान रह गए।

मकान को किया सील
पुलिस को सूचना मिली थी कि मियां बिगहा के समीप महेन्द्र के मकान में पिछले 25 दिनों से दूसरे राज्य के अलग भाषा बोलने वाले लोग यहां रह रहे हैं। ऐसी सूचना के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की। अपराधियों के कारनामे की भनक लगते ही घेराबंदी कर सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल उसके मकान को सील कर दिया गया है।

इस तरह से करते हैं शातिराना ठगी
गिरफ्त में आए अपराधियों के मुताबिक जब कोई आम आदमी नाप तोल, शॉपक्लूज, अमेजॉन, फ्लिप कार्ट जैसे वेबसाइट से कुछ आर्डर करता है, तो ये लोग किसी तरह ऑर्डर करने वाले व्यक्ति का नाम पता, मोबाइल नंबर, आर्डर किए गए सामान की विवरणी आदि निकाल लेते हैं। कुछ समय बाद उस आदमी को एक लिफाफा भेजते हैं, जिस पर उसका नाम- पता टाइप रहता है। लिफाफे के अंदर एक स्क्रैच कार्ड होता है, एक पंपलेट होता है।

यहां से इनकी ठगी शुरू होती है। कार्ड स्क्रैच करने पर प्रायः उसमें से काफी महंगे गिफ्ट या लॉटरी की बात निकलकर आती है, जिसे देखकर कोई भी व्यक्ति तुरंत पम्पलेट पर दिए गए नंबर पर संपर्क करता है, जिसके बाद यह लोग उसे आश्वासन देते हैं कि आपकी लॉटरी लगी है और फिर मोटी नकदी की राशि ठगी कर ली जाती है, कभी-कभार तो ग्राहक बने व्यक्ति के अकाउंट से सारी राशि ही खत्म भी हो जाती है।

बड़े नेटवर्क का खुलासा : एसएसपी
बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। इस गिरोह ने ऑन लाइन ठगी कर अनगिनत लोगों को शिकार बनाया है। इनकी टेक्निक से ग्राहक आसानी से झांसे में आ जाते थे। 16 अपराधियों में से 9 कर्नाटक के हैं। कार्रवाई चल रही है। -आदित्य कुमार, एसएसपी गया।



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16 arrested for quitting engineering studies online


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/gaya/news/16-arrested-for-quitting-engineering-studies-online-128103692.html

राजीवनगर में रात में घर के बाहर टहल रहे शिक्षक को मारी गोली

Posted: 08 Jan 2021 05:22 PM PST

अपराधियों ने राजीवनगर रोड नंबर 16 में शुक्रवार की देर रात एक शिक्षक को गोली मारकर जख्मी कर दिया गया। घायल शिक्षक सुशील कुमार मूलरूप से छपरा के रहने वाले हैं और सोनपुर में शिक्षक हैं। वे वकील अजय कुमार सिंह के मकान में किराए पर अपनी पत्नी, एक बेटा और बेटी के साथ रहते हैं। रात में खाना खाने के बाद वे घर के बाहर ही टहल रहे थे।

इसी दौरान बाइक पर सवार दो अपराधी वहां पहुंचे और शिक्षक को गोली मारकर फरार हो गए। स्थानीय लोगों की मानें तो अपराधी ने शिक्षक से छीनछोड़ की कोशिश की और विरोध करने पर शिक्षक को गोली मार दी। हालांकि पुलिस ने छीनछोड़ और लूटपाट की घटना से इंकार किया है। पुलिस ने कहा कि छीनछोड़ की कोई घटना नहीं हुई है।

इधर गोली आवाज सुन लोग घर से बाहर निकले तो शिक्षक को लहूलुहान पाया तब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। शिक्षक को दो गोली लगी है और वे गंभीर बताए जा रहे हैं। एएसपी विधि व्यवस्था स्वर्ण प्रभात ने कहा कि एक शिक्षक को गोली मारी गई है। घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। छानबीन जारी है।
एक अपराधी ने हेलमेट ने दूसरे ने मास्क लगा रखा था
इधर घटना की जानकारी मिलते ही सिटी एसपी मध्य विनय तिवारी, एएसपी विधि व्यवस्था, राजीव नगर सहित कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। घटना रोड नंबर 16 के सुहागन ज्वेलर्स के पास हुई। घटना के बाद देर रात तक पुलिस घटनास्थल पर सीसीटीवी फुटेज खंगालती रही।

स्थानीय लोगों की माने तो शिक्षक जैसे ही रोड नंबर 16 के मोड़ पर पहुंचे बाइक सवार दो अपराध वहां पहुंचे और उन्हें गोली मार दी। शिक्षक को एक गोली उनके बांह में लगी है। दोनों अपराधी में एक हेलमेट पहने था और दूसरा मास्क लगा रखा था। थानेदार निशांत सिंह ने कहा कि घटना के बारे में पता नहीं चल सका है। घायल के बयान देने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा।



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शिक्षक को गोली मारने की घटना के बाद जांच करती पुलिस।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/teacher-shot-dead-while-walking-outside-his-house-in-rajivnagar-128104452.html

पीएंडएम मॉल के पास दो गुटों में जमकर मारपीट, गाेलियां भी चलीं

Posted: 08 Jan 2021 05:22 PM PST

पाटलिपुत्र स्थित पीएंडएम मॉल के पास शुक्रवार शाम स्कूटी हटाने में हुए विवाद को लेकर दो गुट भिड़ गए। स्थानीय लोगों की मानें तो इस दाैरान एक गुट ने फायरिंग कर दी। तीन राउंड फायरिंग की बात सामने आ रही है। हालांकि पुलिस फायरिंग की बात से इनकार कर रही है। पुलिस ने मौके से चार युवकों को हिरासत में ले लिया। कुछ लड़के फरार हो गए।

घटना में शामिल एक युवक दारोगा का बेटा है तो दूसरा कुर्जी के एक दबंग परिवार का है। मारपीट में इंद्रजीत नाम के युवक का सिर फट गया जिसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। इंद्रजीत की तरफ से मारपीट और फायरिंग का मामला दर्ज किया गया है।

वहीं दूसरे पक्ष के आयुष की तरफ से इंद्रजीत और उसके दोस्तों पर मारपीट और फायरिंग करने का मामला दर्ज कराया गया है। एएसपी विधि व्यवस्था स्वर्ण प्रभात ने कहा कि दोनों तरफ से मामला दर्ज कराया गया है। घटनास्थल से कोई खोखा बरामद नहीं हुआ है।

वर्चस्व की लड़ाई : दोनों गुटों में पहले से चल रहा विवाद

जमुई का रहने वाला इंद्रजीत एक दुकान में काम करता है। वह अपने मित्र निक्कु के साथ कार से मॉल के बगल वाले रास्ते के पास स्थित दुकान के नजदीक पहुंचा। वहीं पहले से आयुष, आदर्श, शुभम सहित अन्य लड़के स्कूटी लगा कर बात कर रहे थे। इंद्रजीत ने शुभम को स्कूटी हटाने को कहा और इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस हो गई।

इंद्रजीत शुभम और उसके दोस्तों के साथ मारपीट करने लगा। इतने में शुभम और उसके दोस्त वहां से भागने लगे। कुछ ही देर में शुभम और उसके कई दोस्त लौटकर आए और इंद्रजीत और उसके दोस्तों के साथ मारपीट करने लगे। घटना में इंद्रजीत का सिर फट गया। इंद्रजीत दबंग परिवार के लड़के का दोस्त है। दाेनाें गुटाें में पहले से विवाद चल रहा है।
सीसीटीवी से की जाएगी पहचान, भेजे जाएंगे जेल
इधर थानेदार एसके शाही ने कहा कि दोनों तरफ से मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस घटनास्थल के आसपास का सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कानून हाथ में लेने वाले लड़कों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।



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Two groups were fiercely beaten up near the P&M Mall, the galleries also went on


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/two-groups-were-fiercely-beaten-up-near-the-pampm-mall-the-galleries-also-went-on-128104444.html

महाकुंभ के लिए चलेंगी तीन जोड़ी स्पेशल ट्रेनें

Posted: 08 Jan 2021 05:22 PM PST

महाकुंभ के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए 12 जनवरी से 1 मई के बीच तीन जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का परिचालन हाेगा। दो जोड़ी ट्रेनें पटना, वाराणसी और लखनऊ होते हावड़ा और देहरादून के बीच चलेंगी। जबकि हावड़ा से धनबाद होते ऋषिकेष बीच एक जोड़ी महाकुंभ पर्व स्पेशल ट्रेन का परिचालन होगा।हावड़ा और देहरादून के बीच चलने वाली स्पेशल ट्रेनों में वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का 1, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी का 1, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 3, शयनयान श्रेणी के 6 और जीएस के 3 कोच हाेंगे।

02327 हावड़ा-देहरादून स्पेशल ट्रेन 12 जनवरी से 30 अप्रैल तक प्रत्येक मंगलवार व शुक्रवार, 02369 हावड़ा-देहरादून स्पेशल ट्रेन 3 जनवरी से 29 अप्रैल तक मंगलवार व शुक्रवार को छोड़कर सप्ताह के सभी दिन, 02328 देहरादून-हावड़ा स्पेशल ट्रेन 13 जनवरी से 1 मई तक प्रत्येक बुधवार व शनिवार, 02370 देहरादून-हावड़ा स्पेशल ट्रेन 14 जनवरी से 30 अप्रैल तक बुधवार व शनिवार को छोड़कर सभी दिन, 03009 हावड़ा-ऋषिकेष स्पेशल ट्रेन 12 जनवरी से 30 अप्रैल तक प्रतिदिन और 03010 ऋषिकेष-हावड़ा स्पेशल ट्रेन 14 जनवरी से 2 मई तक प्रतिदिन चलेगी। 05080/05079 गोरखपुर-पाटिलपुत्र-गोरखपुर स्पेशल ट्रेन 13 जनवरी से 31 मार्च तक प्रत्येक सोमवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार और रविवार को चलेगी।



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Three pairs of special trains will run for Mahakumbh


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/three-pairs-of-special-trains-will-run-for-mahakumbh-128104438.html

पटना जिले में 203 काेराेना मरीज मिले, एक की मौत; आईजीआईएमएस के चार डॉक्टर संक्रमित

Posted: 08 Jan 2021 05:22 PM PST

पटना जिले में शुक्रवार को 203 काेराेना मरीज मिले हैं। जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 50236 हो गई है। इनमें 48234 मरीज ठीक हाे चुके हैं। अभी 1609 एक्टिव केस हैं। पीएमसीएच में 1322 सैंपल की जांच में तीन की रिपोर्ट पॉजिटव आई। इनमें एक महिला डॉक्टर भी हैं। कोविड अस्पताल में 27 मरीज भर्ती हैं, जिनमें सात आईसीयू में हैं।

पटना एम्स में नौ नए मरीज भर्ती हुए जिनमें 4 पटना के हैं। ये मरीज अगमकुआं, कदमकुआं, राजीवनगर, दानापुर के रहने वाले हैं। स्वस्थ होने पर 13 मरीजों को छुट्टी मिली। कोरोना संक्रमित एक मरीज की मौत हुई है। 58 साल के चंद्रशेखर सिंह भोजपुर के रहने वाले थे। एम्स में अभी 139 मरीजों का इलाज चल रहा है।

वैसे कोरोना मरीजों के लिए यहां फिलहाल 150 बेड की व्यवस्था है। आईजीआईएमएस के तीन विभागों के चार डॉक्टर कोरोना संक्रमित हो गए। किसी को सर्दी, खांसी, बुखार, कफ, कमजोरी की शिकायत है तो किसी में कोई खास लक्षण नहीं है। सभी होम आइसोलेशन में हैं। ये कैंसर, फिजियोलॉजी, फार्माकोलॉजी और यूरोलॉजी विभाग के हैं।



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203 Carena patients found in Patna district, one dead; Four doctors of IGIMS infected


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/203-carena-patients-found-in-patna-district-one-dead-four-doctors-of-igims-infected-128104413.html

एक मिनट प्रतीक्षा, दाे मिनट में लगा टीका; पीएमसीएच, एनएमसीएच, पारस एचएमआरआई और खगौल में ड्राई रन

Posted: 08 Jan 2021 05:22 PM PST

कोरोना वैक्सीन देने के लिए शुक्रवार काे राज्य के 114 स्वास्थ्य संस्थानों पर ड्राई रन अभियान चलाया गया। पटना में पीएमसीएच, एनएमसीएच, पारस एचएमआरआई और खगौल स्थित मध्य बालिका विद्यालय में ड्राई रन किया गया। सभी जगहों पर दो घंटे में 25-25 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन देनी थी। सुबह 11 बजे प्रक्रिया शुरू हुई।

वैक्सीन लेने वाले स्वास्थ्यकर्मी थे, जिन्हें इसके लिए मैसेज दिया गया था। जायजा लेने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार पहुंचे। उन्होंने काफी बारीकी से प्रक्रिया का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत सामुदायिक सुरक्षा के मद्देनजर पटना समेत राज्य के अन्य जिलों में ड्राई रन का आयोजन किया गया है।

इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों को ट्रेनिंग दी गई है और जरूरत पड़ी तो और ट्रेनिंग देने की व्यवस्था की जाएगी। वैसे टीकाकरण की पूरी तैयारी है। वैक्सीन उपलब्ध होते ही वैक्सीनेशन शुरू कर दिया जाएगा। इसे अभियान रूप में लिया गया है।

उन्होंने कहा कि संभवत: यह आखिरी ड्राई रन है। अब और ड्राई रन की जरूरत नहीं होगी। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक फिलहाल पीएमसीएच में करीब 3500 स्वास्थ्यकर्मियों को चार दिन के अंदर वैक्सीन देने की योजना बनी है। यानी प्रतिदिन एक हजार स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा गया है।

ऐसे चला ड्राई रन

सुबह 11 बजे: पहले गार्ड थर्मल स्क्रीनिंग करता है। सूची में नाम देखकर डाटा ऑपरेटर के पास भेज देता है। यहां जांच के बाद टीका लेने वाले को प्रतीक्षा कक्ष में भेज दिया जाता है।
11:02 बजे: प्रतीक्षा कक्ष में बैठने की व्यवस्था की गई है। क्षमता के अनुसार ही प्रवेश दिया जाता है। पहुंचने पर एक मिनट के अंदर ही वैक्सीनेशन कक्ष में बुलावा आता है।
11:03 बजे: वैक्सीनेशन कक्ष में आते ही टीकाकर्मी बैठने को कहती है और वैक्सीन लगा देती है। वैक्सीन देने की प्रक्रिया में डेढ़ से दो मिनट का समय लगता है। इसके बाद अवलोकन कक्ष में आधा घंटा ठहरने के कहा जाता है।



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Wait a minute, the vaccine took in the next minute; Dry runs at PMCH, NMCH, Paras HMRI and Khagaul


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/wait-a-minute-the-vaccine-took-in-the-next-minute-dry-runs-at-pmch-nmch-paras-hmri-and-khagaul-128104404.html

फौजी वर्दी पहन दो साल से छावनी क्षेत्र में घूम रहा शातिर गिरफ्तार

Posted: 08 Jan 2021 05:22 PM PST

सैन्य इलाके की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए जहानाबाद के इमलिया का रहने वाला शातिर रौशन कुमार सेना की वर्दी पहन करीब दो वर्षों से बिहार-झारखंड के छावनी क्षेत्र में घूम रहा था। फर्जी आईकार्ड और कैंटीन का स्मार्ट कार्ड दिखा वह लोगों के अलावा सैन्यकर्मियों को भी खुद को सेना का जवान बताकर झांसा देता रहा।

सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करता रहा। इस बीच दानापुर मिलिट्री अस्पताल में कार्यरत महिला कर्मी के बेटे ने थाने में नौकरी के नाम पर रौशन द्वारा 4 लाख रुपए ठगने का मामला दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और मिलिट्री इंटेलिजेंस से संपर्क कर गुरुवार को इस शातिर को बोधगया से दबोच लिया।

सोशल मीडिया पर डालता था वर्दी और हथियार के साथ फोटो

गिरफ्तार शख्स लोगों पर धौंस जमाने के लिए सेना की वर्दी और हथियार के साथ ली गई तस्वीर सोशल मीडिया पर डालता था। सैन्य वाहनों में बैठ कर ली गई तस्वीरों को भी उसने साझा किया। उसके मोबाइल में कई वीडियो मिले हैं जिनमें वह किसी अज्ञात जगह पर युवकों को सेना की तरह ट्रेनिंग देता दिख रहा है। पर सैन्य तौर तरीकों से वाकिफ नहीं होने से उससे एक चूक हो गई। उसकी अलग-अलग तस्वीरों में सेना के अलग-अलग कोर की वर्दी से जांच में जुटे मिलिट्री इंटेलिजेंस को उसके फर्जी होने का यकीन हो गया।

सैलरी खाता खुलवा लिया
पकड़े गए शातिर की पैठ इतनी हो गई थी कि दानापुर छावनी स्थित मिलिट्री हॉस्पिटल के ओपीडी विभाग में आने वाले सैन्यकर्मियों और परिजनों की रजिस्ट्रेशन पर्ची बनाने का काम उसे दिया गया था। फर्जी दस्तावेजों के सहारे उसने रामगढ़ स्थित एसबीआई की शाखा में सेना के जवानों की तरह डिफेंस सैलरी पैकेज अकाउंट भी खुलवा लिया। उसमें भारी रकम की जमा और निकासी का पता चला।
फर्जी मुहर और दर्जनों प्रमाणपत्र बरामद

आरोपी के पास से सेना के फर्जी आईकार्ड और कैंटीन कार्ड के अलावा दानापुर स्थित सेना भर्ती कार्यालय की फर्जी मुहर बरामद हुई। दर्जनों युवकों और युवतियों के प्रमाणपत्र बरामद हुए। जिस साइबर कैफे संचालक की मदद से दस्तावेज बनवाए उसकी तलाश की जा रही है। आरोपी के मोबाइल का डाटा खंगालते हुए उसके भर्ती कार्यालय के किसी अधिकारी या कर्मी से संबंध का पता लगाया जा रहा है।
नक्सली क्षेत्रों में आने-जाने का चला पता

जांच में जुटी एजेंसियों को रौशन के गया और झारखंड के कई नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में आने-जाने का पता चला है। वहीं उसके मोबाइल फ़ोन में सेना के दर्जन भर से ज्यादा जवानों के ऐसे आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं जिससे उसके द्वारा जवानों को मौज मस्ती के लिए लड़कियों के उपलब्ध कराने की आशंका जताई जा रही है। पूरी जांच के बाद यह पता चलेगा कि उसका किन लोगों से संबंध था और किन अवैध धंधों में लिप्त था।



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पकड़ा गया फर्जी जवान।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/vicious-roaming-in-the-cantonment-area-wearing-military-uniform-for-two-years-arrested-128104395.html

डिप्टी सीएम बोले- समीक्षात्मक बैठक के सुझावों को बजट में किया जाएगा शामिल

Posted: 08 Jan 2021 04:22 PM PST

उपमुख्यमंत्री सह नगर विकास एवं आवास मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने शुक्रवार को पटना और सारण प्रमंडल के 49 नगर निकायों की योजनाओं और कार्यों की समीक्षा बैठक में कहा कि अब सिर्फ मुंगेर और मगध प्रमंडल की बैठक बच गई है। इसके बाद हम सभी 9 प्रमंडलों की बैठकों में लिए गए फैसलों की समीक्षा करेंगे। फिर प्रमंडलीय समीक्षात्मक बैठक के सुझावों को बजटीय प्रावधानों में शामिल करेंगे। अबतक पूर्णिया, कोसी, तिरहुत, दरभंगा, भागलपुर के साथ पटना और सारण प्रमंडल की बैठकें हुई हैं।
उन्होंने कहा कि नाला साफ रहे और सड़कों की रोज सफाई हो तो लोगों को लगता है कि बेहतर काम हो रहा है। इस कारण सफाई हर नगर निकाय की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। खरीदारी जेम पोर्टल से ही करें। जितनी आवश्यकता हो, उतनी ही मशीनों या संसाधनों की खरीद करें। इसके लिए मानव संसाधनों के अनुपात का भी ख्याल रखें।

शहरों में वेंडिंग जोन बनाएं और ज्यादा से ज्यादा पीएम स्वनिधि योजना का लाभ लोगों को दें, ताकि लोग छोटे व्यवसाय को बेहतर कर सकें। कहा- स्ट्रीट लाइटों की समस्याओं के निदान के लिए 13 जनवरी को कंपनी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। वे निकायों के जनप्रतिनिधियों के लिए हर मंगलवार शाम में कार्यालय में उपस्थित रहेंगे। बैठक में सांसद कौशलेंद्र कुमार, छेदी पासवान, रामकृपाल यादव आदि मौजूद थे।

10 फरवरी तक बन जाएगा सीवान बाइपास : मंगल पांडेय
पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि शहरों को जाम से निजात दिलाने के लिए 120 बाइपास बनाए जाएंगे। जिन बाइपास का निर्माण शुरू है, उनमें सीवान का बाइपास 10 फरवरी से पहले और छपरा बाइपास फरवरी के अंत तक बन जाएगा। बायोमेडिकल वेस्ट की समस्या से निबटारा पाने के लिए कई जिलों को मिलाकर एक स्थान पर बायोमेडिकल वेस्ट के प्रबंधन का निर्णय लिया जाएगा। प्रधान सचिव आनंद किशोर ने कहा कि प्रमंडल स्तरीय समीक्षा बैठक के अच्छे परिणाम आ रहे हैं। सभी नगर निकायों को अपनी समस्याएं रखने का अवसर प्राप्त हो रहा है।



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बैठक में गुफ्तगू करते उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व प्रधान सचिव आनंद किशोर।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/deputy-cm-said-suggestions-of-review-meeting-will-be-included-in-the-budget-128104378.html

आरसीपी बोले- अति पिछड़ा हमारे खास समर्थक, प्रमंडलों में घूमेगा कर्पूरी रथ

Posted: 08 Jan 2021 04:22 PM PST

जदयू ने खुद को और मजबूत बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस क्रम में अति पिछड़े व वंचित समुदाय पर खासा जोर रहेगा। पार्टी का 'कर्पूरी रथ' हर प्रमंडल में घूमेगा। लोगों को सरकार की उपलब्धि तो बताई ही जाएगी, संगठन को बूथ स्तर तक और अधिक ताकतवर बनाया जाएगा। शुक्रवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने इसके लिए अति पिछड़ा व वंचित समाज के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की।

इसमें 'कर्पूरी रथ' से जुड़ी रणनीति तय की गई। आरसीपी सिंह ने सभी स्तरों पर पार्टी को मजबूत करने पर जोर दिया। कहा- सक्रिय एवं समर्पित कार्यकर्ता ही राजनीतिक दल के मेरुदंड हैं। यही सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक परिवर्तन के संदेश वाहक हैं।

लिहाजा, इन्हें वैचारिक दृष्टि से सशक्त बनाकर राजनीतिक चुनौतियों को स्वीकार करने में सक्षम बनाना जरूरी है। बैठक में प्रो. रामवचन राय, डॉ. नवीन कुमार आर्य, लक्ष्मेश्वर राय, भारती मेहता, प्रो. प्रमिला प्रजापति, राजेश पाल, अरविंद निषाद, संजय मालाकार, मोहन राजभर, मुन्ना पटवा, नरेंद्र अदरखी, मुकेश टिकुलहार, भीष्म सहनी, संतोष महतो, किशोर कुमार लहेरी, राजीव शर्मा आदि मौजूद थे।

नीतीश कुमार के काम के कारण पार्टी को मिला सभी वर्गों का साथ
आरसीपी सिंह ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न्याय के साथ विकास का जो काम किया है, उसका लाभ समाज के सभी वर्गों को मिला है। दो राय नहीं कि जदयू की राजनीति के केंद्र में अति पिछड़ा और वंचित समाज है। यही हमारा प्रमुख समर्थक समूह है। पहले यह समूह अलग-अलग जातियों में बंटा हुआ था।

नीतीश कुमार ने पहली बार इसे एक समूह में लाकर वर्ग के रूप में राजनीतिक पहचान दी। यह एक-एक ईंट को जोड़कर महल का स्वरूप देने जैसा है। इस समूह को विकास का लाभ मिले और इसका सशक्तीकरण हो, यह हमारी प्राथमिकता है। हमारी सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रही है।



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अति पिछड़ा व वंचित समाज के प्रमुख नेताओं के साथ अारसीपी सिंह।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/rcp-said-our-special-backward-supporters-karpoori-chariot-will-roam-in-divisions-128104379.html

चुनाव हारे 7 नेताओं ने जीते उम्मीदवारों के निर्वाचन की वैधता को दी कोर्ट में चुनौती

Posted: 08 Jan 2021 04:22 PM PST

बिहार विधानसभा चुनाव में पराजित हुए विभिन्न दलों के साथ कई निर्दलीय उम्मीदवारों ने पटना हाईकोर्ट में चुनाव याचिका दायर कर विजयी उम्मीदवारों के निर्वाचन की वैधता को चुनौती दी है। जनप्रतिनिधित्व कानून के अनुसार विधानसभा चुनाव के बाद हाईकोर्ट बतौर निर्वाचन ट्रिब्यूनल इन चुनाव याचिकाओं पर सुनवाई करती है। चीफ जस्टिस के आदेश से संबंधित जज को चुनाव याचिका पर सुनवाई करने के लिए अधिकृत किया जाता है। अबतक लगभग 30 चुनाव याचिकाएं दायर किए जाने की खबर है।
चुनाव संबंधी मामलों के वकील शशिभूषण कुमार मंगलम ने बताया कि अबतक उन्होंने विधानसभा चुनाव में 7 पराजित उम्मीदवारों की ओर से चुनाव याचिकाएं दायर की हैं। अधिकतर मामलों में नामांकन के समय दिए जाने वाले हलफनामे में आधी अधूरी या गलत जानकारी देने का आरोप है।

याचिका दायर करने वालों में बरबीघा के कांग्रेस प्रत्याशी रहे गजानन शाही, बैकुंठपुर के बीजेपी प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी, झाझा के राजद उम्मीदवार राजेंद्र प्रसाद यादव, परिहार की राजद प्रत्याशी रितु कुमार व तीन निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं। गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के सिलसिले में पटना हाईकोर्ट में नवगठित निर्वाचन ट्रिब्यूनल में याचिकाओं को चीफ जस्टिस संजय करोल के समक्ष प्रस्तुत किया गया। उनके द्वारा अधिकृत जज इन चुनाव याचिकाओं पर सुनवाई करेंगे।



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7 leaders who lost elections challenged in court the validity of election of candidates


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सीएम बोले- हर गांव-टोला में सिंचाई की जरूरत का सर्वे कराकर तेजी से हो काम

Posted: 08 Jan 2021 04:22 PM PST

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमने हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए हर गांव, हर टोले तक सिंचिंत-असिंचिंत क्षेत्र तथा जलस्त्रोत एवं कमांड एरिया को चिह्नित करने का काम तेजी से हो। जमीनी स्तर पर इसका आंकलन किया जाए। इस क्रम में गांव के लोगों की समस्या एवं सुझाव जाने जाएं।

किसानों से पूछा जाए कि उनके इलाके में किस प्रकार की सिंचाई से उन्हें सहूलियत होगी? वह शुक्रवार को 7 निश्चय पार्ट 2 के तहत हर खेत तक सिंचाई का पानी योजना की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मौसम के अनुसार खेती के लिए माइक्रो एरिगेशन, ड्रीप/स्प्रिंकलर एरिगेशन के बारे में किसानों को प्रेरित किया जाए। जिन किसानों ने इस तकनीक को अपनाया है, उन्हें लाभ हो रहा है। इससे पानी की बर्बादी नहीं होती है। भूगर्भ जल संरक्षण के लिए सभी को जागरुक किया जाता रहे।
बैठक में जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, लघु जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, मुख्य सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव जल संसाधन चैतन्य प्रसाद, सचिव ऊर्जा संजीव कुमार हंस, सचिव लघु जल संसाधन संतोष कुमार मल्ल, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा एवं अनुपम कुमार तथा निदेशक कृषि आदेश तितरमारे मौजूद थे।
कृषि पदाधिकारी काे दी जाए ट्रेनिंग
मुख्यमंत्री ने कहा-कृषि विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाए, ताकि वे किसानों को बेहतर ढंग से कृषि कार्य से संबंधित योजनाओं की जानकारी दे सकें; उन्हें इन योजनाओं का लाभ उठाने को लेकर प्रेरित कर सकें। मुख्यालय स्तर पर सर्वेक्षण कार्य का अनुश्रवण हो तथा योजना पर तेजी से काम किया जाए। बैठक के दौरान जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने इस योजना के बारे में विस्तार से बताया।

उन्होंने कृषि विभाग के सर्वेक्षण से प्राप्त स्थिति, संयुक्त तकनीकी सर्वेक्षण, इस योजना में जल संसाधन, लघु जल संसाधन, कृषि व ऊर्जा विभाग के दायित्व, स्थल भ्रमण एवं संभावित सिंचाई योजना का चयन, 'सिंचाई-निश्चय' मोबाइल एप, सतही जलस्त्रोत पर आधारित योजना, भूगर्भ जल पर आधारित सिंचाई योजना, मुख्यालय स्तर पर तकनीकी सर्वेक्षण कार्य का अनुश्रवण, जिला स्तरीय संयुक्त अनुश्रवण दल आदि के बारे में पूरी जानकारी दी।

मुख्यमंत्री के खास निर्देश

  • किसानों से पूछा जाए कि उनके इलाके में किस प्रकार की सिंचाई से उन्हें सहूलियत होगी
  • मौसम के अनुसार खेती के लिए माइक्रो एरिगेशन, ड्रीप/स्प्रिंकलर एरिगेशन के बारे में किसानों को प्रेरित करें
  • भूगर्भ जल संरक्षण के लिए सबको जागरुक किया जाए


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हर खेत तक सिंचाई का पानी योजना की समीक्षा करत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार।


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/cm-said-work-should-be-done-rapidly-by-surveying-the-need-of-irrigation-in-every-village-tola-128104338.html

पटना सहित बिहार के कई इलाकोंं में बादल छाने से बढ़ी गर्मी, 10 के बाद गिरेगा

Posted: 08 Jan 2021 04:22 PM PST

मौसम विभाग के मुताबिक इस बार मकर संक्रांति से पहले तापमान में गिरावट आएगी जिससे मौसम सर्द हो जाएगा। पटना सहित बिहार के अधिकांश हिस्से में पिछले छह दिनों से बादल छाने की वजह से दिन के साथ ही रात का पारा भी सामान्य से ऊपर रहा।

शुक्रवार काे अधिकतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री ऊपर 27.2 डिग्री, वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से 8 डिग्री ऊपर 14.8 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया गया। इसकी वजह से सुबह और देर रात हल्की ठंड, तो दिन में गर्मी का अहसास हुआ। यह स्थिति 10 जनवरी तक रहने के आसार हैं। इसके बाद तापमान में गिरावट अाएगी।



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Cloud cover in many areas of Bihar including Patna, heat will fall after 10


source https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/cloud-cover-in-many-areas-of-bihar-including-patna-heat-will-fall-after-10-128104240.html

वोटों की कीमत

Posted: 08 Jan 2021 07:19 AM PST

वोटों की कीमत

चुनाव की व्यार सन-सना-सन बहने लगे हैं, 
कुर्सी की खातिर रसाकशी अब होने लगे हैं। 
कुर्सी मिल चुकी थी किसी की मेहरवानी से, 
सालों से बैठ बंगले में रंगरेलियां मनाते रहे हैं। 
खत्म हुआ कार्यकाल आया मौसम चुनाव का, 
मौसमी मेढक के तरह सब टर-टर-टर्राने लगे हैं । 
धू-धू कर जलती थी जब गरीब जनों की बस्तियाँ, 
ओछी राजनीति की रोटियां सेंकने में लगे रहे हैं। 
दंगे होते रहे मजबूर थे सब घर में कैद रहने को, 
दंगों के आग में नफरत का घी डालने में लगे रहे हैं। 
जो उड़ रहे थे बिना पंख के सुदूर आसमानों में,
जन सभाओं में खुद खून की आँशु बहाने लगे हैं। 
जनता के अरमानों की होली खेलने वाले नेताजी, 
अब मोहब्बत की मिठाईयाँ फिर बांटने लगे हैं। 
मैं कहता हूँ अच्छे दिन अब गुजर गए तुम्हारे, 
बिना तेल दीपक के बाती अब क्यों जलाने लगे हैं। 
जीत की आखरी फैसला आखिर वोटों सेही होंगे,   
हर जनता भी अब वोटों की कीमत समझने लगे हैं। 

        ✍️ डॉ रवि शंकर मिश्र "राकेश "
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महामहिम राज्यपाल से राज्य की माननीया उप मुख्यमंत्री श्रीमती रेणु देवी ने शिष्टाचार मुलाकात की

Posted: 08 Jan 2021 07:08 AM PST

महामहिम राज्यपाल से राज्य की माननीया उप मुख्यमंत्री श्रीमती रेणु देवी ने शिष्टाचार मुलाकात की


पटना, 08 जनवरी 2021को महामहिम राज्यपाल श्री फागू चैहान से आज राजभवन पहुँचकर राज्य की माननीया उप मुख्यमंत्री श्रीमती रेणु देवी ने शिष्टाचार मुलाकात की। 
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मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध से संबंधित समीक्षा बैठक की

Posted: 08 Jan 2021 07:03 AM PST

मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध से संबंधित समीक्षा बैठक की

मुख्यमंत्री के निर्देश -
  •  विशेष ड्राइव चलाकर शराब के डिस्ट्रीब्यूशन एवं सप्लाई चेन सिस्टम को ध्वस्त करें।
  •  शराब के धंधे में लिप्त बड़े लोगों की गिरफ्तारी करें, असली धंधेबाज को पकड़ने में सख्ती दिखाएं।
  •  एक्साइज एवं प्रोहिविशन की सेंट्रल कमांड टीम पूरी मुस्तैदी से काम करे।
  •  शराब की तस्करी वाले मार्गों को चिन्हित कर उस पर विशेष निगरानी रखें, बॉर्डर एरिया पर भी विशेष नजर रखें।

पटना, 08 जनवरी 2021:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज मुख्य सचिवालय स्थित कार्यालय कक्ष में मद्य निषेध से संबंधित समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री के समक्ष पुलिस महानिरीक्षक, मद्य निषेध श्री अमृत राज ने मद्य निषेध से संबंधित एक प्रस्तुतीकरण दिया। प्रस्तुतीकरण में विभाग द्वारा अब तक प्राप्त की गयी उपलब्धियां, गिरफ्तारियां, जिलावार शराब की बरामदगी, प्रोहिविशन कॉल सेंटर, संबद्ध अधिकारियों पर की गई कार्रवाई एवं मद्य निषेध टीम द्वारा शराबबंदी को लेकर किये जा रहे प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी गयी।

समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि विशेष ड्राइव चलाकर शराब के डिस्ट्रीब्यूशन एवं सप्लाई चेन सिस्टम को ध्वस्त करें। शराब के धंधे में लिप्त बड़े लोगों की गिरफ्तारी करें। असली धंधेबाज को पकड़ने में सख्ती दिखाएं। एक्साइज एवं प्रोहिविशन की सेंट्रल कमांड टीम पूरी मुस्तैदी से काम करे। शराब की तस्करी वाले मार्गों को चिन्हित कर उस पर विशेष निगरानी रखें। बॉर्डर एरिया पर भी विशेष नजर रखें। प्रोहिविशन कॉल सेंटर में आने वाली सूचनाओं के आधार पर तेजी से दोषियों की गिरफ्तारी करें। शराबबंदी के पूर्व जो शराब के व्यवसाय से जुड़े थे अब वे किस कार्य में लगे हैं उन पर विशेष नजर रखें। उन्होंने कहा कि राज्य की अधिकतर जनता शराबबंदी के पक्ष में है। कोरोना काल में भी चिकित्सकों ने शराब न पीने की सलाह दी है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि शराब पीने वालों पर कोरोना वैक्सीन का असर कम हो जाता है।

बैठक में मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव, गृह तथा मद्य निषेध, श्री आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक श्री एस0के0 सिंघल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, आयुक्त उत्पाद श्री बी0 कार्तिकेय धनजी, पुलिस महानिरीक्षक, मद्य निषेध श्री अमृत राज, विशेष सचिव गृह श्री विकास वैभव, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे।   
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मुख्यमंत्री ने की सात निष्चय पार्ट-2 अन्तर्गत हर खेत तक सिंचाई का पानी योजना की समीक्षा

Posted: 08 Jan 2021 07:00 AM PST

मुख्यमंत्री ने की सात निष्चय पार्ट-2 अन्तर्गत हर खेत तक सिंचाई का पानी योजना की समीक्षा 

मुख्यमंत्री के निर्देश - 
  • · हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने का हमलोगों ने लक्ष्य निर्धारित किया है। 
  • · हर गांव, हर टोले तक सिंचिंत एवं असिंचिंत क्षेत्र तथा जलस्त्रोत एवं कमांड एरिया को चिन्हित करने का कार्य तेजी से करें। जमीनी स्तर पर इसका आकलन करें। 
  • · किसानों से भी इस संबंध में सुझाव लें कि उनके इलाके में किस प्रकार की सिंचाई से उन्हें सहूलियत होगी। 
  • · मौसम के अनुकूल खेती (फसल चक्र) के लिए माइक्रो एरिगेशन, ड्रीप/स्प्रिंकलर एरिगेशन के लिए किसानों को प्रेरित करें। 
  • · भूगर्भ जल संरक्षण के लिए सभी को जागरुक और प्रेरित करते रहें। 


पटना, 08 जनवरी 2021:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज मुख्य सचिवालय स्थित कार्यालय कक्ष में सात निष्चय पार्ट- 2 अन्तर्गत हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने की योजना की समीक्षा की। 

जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव श्री चैतन्य प्रसाद ने हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने को लेकर एक प्रस्तुतीकरण दिया। प्रस्तुतीकरण के दौरान उन्होंने कृषि विभाग के सर्वेक्षण से प्राप्त स्थिति, संयुक्त तकनीकी सर्वेक्षण, विभागवार दायित्व (जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग, ऊर्जा विभाग), स्थल भ्रमण एवं संभावित सिंचाई योजना का चयन, 'सिंचाई-निश्चय' मोबाईल एप, सतही जलस्त्रोत पर आधारित योजना, भूगर्भ जल पर आधारित सिंचाई योजना, मुख्यालय स्तर पर तकनीकी सर्वेक्षण कार्य का अनुश्रवण, जिला स्तरीय संयुक्त अनुश्रवण दल आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। 

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने का हमलोगों ने लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए हर गांव, हर टोले तक सिंचिंत एवं असिंचिंत क्षेत्र तथा जलस्त्रोत एवं कमांड एरिया को चिन्हित करने का कार्य तेजी से करें। जमीनी स्तर पर इसका आंकलन करें। गांव के लोगों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं एवं सुझावों से अवगत हों। किसानों से भी इसको लेकर सुझाव लें कि उनके इलाके में किस प्रकार की सिंचाई से उन्हें सहूलियत होगी। मौसम के अनुकूल खेती (फसल चक्र) के लिए माइक्रो एरिगेशन, ड्रीप/स्प्रिंकलर एरिगेशन के लिए किसानों को प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने इस तकनीक को अपनाया है उन्हें कृषि कार्य में लाभ हो रहा है। इससे जल की बर्बादी भी नहीं होती है। भूगर्भ जल संरक्षण के लिए सभी को जागरुक और प्रेरित करते रहें। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाए ताकि वे किसानों को बेहतर ढंग से कृषि कार्य से संबंधित योजनाओं की जानकारी दे सकें और उन्हें इन योजनाओं का लाभ उठाने को लेकर प्रेरित कर सकें। उन्होंने कहा कि मुख्यालय स्तर पर सर्वेक्षण कार्य का अनुश्रवण करें एवं योजना पर तेजी से काम करें। 

बैठक में जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चैधरी, ऊर्जा मंत्री श्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, लघु जल संसाधन मंत्री श्री संतोष कुमार सुमन, मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव, पंचायती राज श्री अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव, जल संसाधन श्री चैतन्य प्रसाद, सचिव, ऊर्जा श्री संजीव कुमार हंस, सचिव लघु जल संसाधन श्री संतोष कुमार मल्ल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, निदेशक कृषि श्री आदेश तितरमारे उपस्थित थे। 
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बिहार के विकास के लिये हमलोग काम कर रहे हैं:- मुख्यमंत्री

Posted: 08 Jan 2021 06:56 AM PST

बिहार के विकास के लिये हमलोग काम कर रहे हैं:- मुख्यमंत्री 

पटना, 08 जनवरी 2021:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज मुख्य सचिवालय स्थित कार्यालय कक्ष से बाहर निकलने के पष्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि हम पहले ही कह चुके हैं कि सप्ताह में एक दिन यहाॅ जरूर आयेंगे। आज हमने यहाॅ आकर कई काम किये हंै। कैबिनेट से स्वीकृत सात निष्चय-2 के अंतर्गत हर खेत तक सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के लक्ष्य को पूरा करने के लिये आज चर्चा हुयी है। हमने इसका पूरा का पूरा सर्वेक्षण कराने को कहा है। कहां किस प्रकार से सिंचाई उपलब्ध करायी जाय, इसके लिये पूरी जानकारी इकट्ठा करने को कहा है। हर खेत तक सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के लिये चार विभागों के द्वारा जो काम किये जा रहे हैं, उसकी पूरी समीक्षा की गयी है। समीक्षा के दौरान हमने भी सुझाव दिया है। एक-एक चीज का सर्वे कर लेना चाहिये कि जहां सिंचाई की व्यवस्था नहीं है, वहां किस प्रकार से सिंचाई उपलब्ध करायेंगे। सर्वे पंचायत के स्तर पर नहीं बल्कि हर गांव और टोला के स्तर पर होना चाहिये। इसके बारे में विस्तृत चर्चा हुई है। शराबबंदी की अद्यतन स्थिति के संबंध में भी आज समीक्षा बैठक हुयी है। कई तरह के फाइलों पर भी निर्णय लिया गया है। भाजपा नेताओं से कल हुयी मुलाकात में कैबिनेट विस्तार के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई बातचीत नहीं हुयी है। कल की मुलाकात में सहज बातचीत हुयी है, कोई राजनैतिक बातचीत नहीं हुयी है। श्री सुषील कुमार मोदी को एक बार फिर से बिहार बुलाने की कोषिष से संबंधित प्रष्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी कोई जानकारी नहीं है। ये तो भाजपा के हाथ में है। कल भी किसी तरह की कोई बातचीत नहीं हुई। हमने आज अखबार में कैबिनेट एक्सपेन्षन की छपी खबर को देखा था। पहले इतना कहां देर होता था कैबिनेट विस्तार में ? पहले हमलोग शुरू में ही कैबिनेट विस्तार कर लेते थे। जब सबकी सहमति होगी तो कैबिनेट का विस्तार होगा। अभी तो कुल मिलाकर कैबिनेट में 14 लोग हैं। बिहार के विकास के लिये हमलोग काम कर रहे हैं और जो हमलोगों का लक्ष्य है, उन सब चीजों पर कल बातचीत हुई है। श्री सुशील कुमार मोदी से हमलोगों का पुराना संबंध है। हमलोग बहुत दिनों से एक साथ काम किये हैं।
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दुनिया के सबसे बड़े बैंक कर रहे हैं प्लास्टिक प्रदूषण का वित्त पोषण

Posted: 08 Jan 2021 06:29 AM PST

दुनिया के सबसे बड़े बैंक कर रहे हैं प्लास्टिक प्रदूषण का वित्त पोषण 

आज जरी बैंकरोलिंग प्लास्टिक्स रिपोर्ट से पाता चलता है कि दुनिया के सबसे बड़े बैंक प्लास्टिक प्रदूषण के संकट के लिए सह-जिम्मेदार हैं, और अपने ग्राहकों की नाराजगी को अनदेखा कर रहें हैं। यह पहली बार है जब वैश्विक बैंकों द्वारा प्लास्टिक आपूर्ति श्रृंखला को प्रदान किए गए ऋणों की जांच की गयी है। प्लास्टिक की आपूर्ति श्रृंखला में अंधाधुंध वित्तपोषण से ये बैंक वैश्विक प्लास्टिक प्रदूषण को प्रबल करने में अपनी भूमिका को स्वीकार करने में विफल रहे हैं। साथ ही, वे प्लास्टिक उद्योग से संबंधित किसी भी परिश्रम प्रणाली, आकस्मिक ऋण मानदंड, या वित्तपोषण बहिष्करण को शुरू नहीं कर रहे हैं। 

बैंकरोलिंग प्लास्टिक्स, प्लास्टिक की आपूर्ति श्रृंखला के साथ प्रमुख कंपनियों को प्रदान किए गए वित्त की पहली जांच, द्वारा पाया गया है कि प्रमुख बैंक प्लास्टिक प्रदूषण संकट को दूर करने के लिए कोई प्रयास किए बिना पूंजी की विशाल राशि उधार दे रहे हैं। 

पोर्टफोलियो.अर्त द्वारा किए गए आकलन में पाया गया कि जनवरी 2015 और सितंबर 2019 के बीच 265 प्रमुख बैंकों ने पॉलिमर, पैकेजिंग, एफएमसीजी और खुदरा उद्योग, जो सब प्लास्टिक पैकेजिंग मूल्य श्रृंखला में प्रमुख अभिनेता हैं, में 40 कंपनियों को USD 1.7 ट्रिलियन डॉलर से अधिक, या यूएसडी 790 मिलियन प्रति दिन, के ऋण या हामीदारी प्रदान किये। बीस बैंकों, ज्यादातर अमेरिका और यूरोप से, को इस फंडिंग का 80% से अधिक (USD 1.4 ट्रिलियन) प्रदान किया गया। 

दस सबसे बड़े फाइनेंसर बैंक ऑफ अमेरिका, सिटीग्रुप, जेपी मॉर्गन चेस, बार्कलेज, गोल्डमैन सैक्स, एचएसबीसी, ड्यूश बैंक, वेल्स फारगो, बीएनपी पारिबास और मॉर्गन स्टेनली थे। एक साथ, उन्होंने पहचाने गए वित्त का 62% हिस्सा लिया। 

बैंकरोलिंग प्लास्टिक्स ने पाया कि कई बैंक प्लास्टिक प्रदूषण संकट के बारे में जानते हैं, लेकिन पहचाने गए फंडों के थोक प्रदान करने वाले बैंकों में से किसी ने भी परिश्रम प्रणाली, आकस्मिक ऋण मानदंड, या प्लास्टिक पैकेजिंग उद्योग के लिए वित्तीय बहिष्करण विकसित नहीं किया है। उदाहरण के लिए, किसी भी जांचे गए बैंक ने प्लास्टिक की मात्रा को कम करने या वर्जिन प्लास्टिक पर पुन: प्रयोज्य और पुनर्चक्रण करने के लिए नीतियां रखने वाली कंपनियों पर निधि को आकस्मिक नहीं बनाया है। इसका मतलब है कि बैंक वर्तमान में प्लास्टिक मूल्य श्रृंखला के भीतर अपने ऋणों के प्रभावों को समझने, मापने या कम करने की कोई जिम्मेदारी नहीं ले रहे हैं। 

जाँच-परिणाम प्लास्टिक प्रदूषण के गंभीर प्रभावों के बारे में सार्वजनिक आक्रोश के बीच आये हैं। सरकारें और वैज्ञानिक सहमत हैं कि प्लास्टिक प्रदूषण के बराबर मानव इतिहास में कुछ और नहीं है। हर मिनट, प्लास्टिक से भरा एक ट्रक हमारे महासागरों में जाता है। प्लास्टिक पैकेजिंग से लगातार हानिकारक प्रदूषण अब ग्रह के हर कोने तक, सबसे गहरे महासागरों से लेकर माउंट एवरेस्ट के शीर्ष तक, पहुंच गया है। प्लास्टिक का अंतर्ग्रहण हर साल अनुमानित 1 मिलियन समुद्री पक्षियों और 100,000 समुद्री जानवरों को मारता है। औसत व्यक्ति एक वर्ष में माइक्रोप्लास्टिक के लगभग 70,000 कण खाता है। 

कोविड -19 ने प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के प्रयासों में देरी डाली है। प्लास्टिक और पेट्रोकेमिकल्स उद्योग अपनी सेवाएं 'आवश्यक' के रूप में दे रहे हैं, जबकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों की इस बात पर सहमती है कि पुन: उपयोग किए जा सकने वाले सामान सुरक्षित रूप से उपयोग किए जा सकते हैं। 

बैंकरोलिंग प्लास्टिक्स बैंकों से प्लास्टिक के प्रदूषण में अपनी भूमिका को कम करने के लिए कहता है, साथ ही व्यापार मॉडल से दूर एक मौलिक बदलाव के साथ एक मौलिक बदलाव की मांग करता है, उस व्यापार मॉडल से दूर जो एकल-उपयोग पैकेजिंग पर निर्भर है और उन लोगों की ओर जो पुन: उपयोग और अधिक स्थानीयकृत आपूर्ति श्रृंखला और सेवाओं को प्राथमिकता देते हैं। यह मांग करता है कि: 

• बैंक प्लास्टिक पैकेजिंग सप्लाई चेन के भीतर कॉरपोरेट अभिनेताओं की फंडिंग बेहतरीन प्रैक्टिस करने वाली कंपनियों पर निर्भर करें। 

• सरकारें बैंकों की रक्षा करना बंद कर देती हैं और अपने ऋण देने से होने वाले नुकसान के लिए बैंकों को उत्तरदायी ठहराए जाने के लिए वित्त के नियमों को फिर से लिखें। 

• कंपनियां वर्जिन प्लास्टिक के उत्पादन और उपयोग को कम करने और प्लास्टिक पैकेजिंग उत्पादों के पुन: प्रयोज्य को बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सर्वोत्तम अभ्यास को अपनाएं। 

बैंकरोलिंग प्लास्टिक्स रिपोर्ट पर विशेषज्ञ उद्धरण: 

रॉबिन स्मेल, निदेशक, विविड इकोनॉमिक्स, ने कहा: ""प्लास्टिक की आपूर्ति श्रृंखला में बैंक ऋण, पर्यावरण के प्रदूषण का कारण है और इसमें योगदान करता है। बैंकों को कई तरीक़ो से प्लास्टिक प्रदूषण में अपनी भूमिका को कम करने की आवश्यकता है, उदाहरण के लिए, प्लास्टिक की कमी, पुन: प्रयोज्य और रीसाइक्लिंग पर सार्वजनिक नीति के साथ अपने उधार पोर्टफोलियो को संरेखित करके, और नए कारख़ानों, जो सिंगल-यूज़ (एकल उपयोग) प्लास्टिक पैकेजिंग का उत्पादन करने के लिए वर्जिन फीडस्टॉक का उपयोग करते हैं, के वित्तपोषण को रोकना।" 

गैब्रियल थौमी, सीएफए, एफआरएम, प्लास्टिक प्रोग्राम के निदेशक और वित्तीय बाजार, प्लैनेट ट्रैकर, ने कहा: "स्मार्ट निवेशक अपने निवेश की आपूर्ति श्रृंखला जोखिमों को समझते हैं। थ्रोअवे (फेंकने योग्य) प्लास्टिक उद्योग के लिए - उत्पादन से, उपयोग करने के लिए, और जीवन के अंत तक,- स्मार्ट निवेशक पर्यावरण जोखिमों को अपनी निवेश रणनीतियों में सटीक रूप से दर्शाते हैं।" 

ज़ैक बोक्स, उत्तर बाली रीफ संरक्षण के सह-संस्थापक, ने कहा: "उत्तरी बाली, इंडोनेशिया में प्लास्टिक प्रदूषण एक बहुत बड़ा मुद्दा है क्योंकि हाल के दशकों में एकल उपयोग की वस्तुओं ने प्राकृतिक, बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों का स्थान ले लिया है। सामुदायिक समूहों और गैर-सरकारी संगठनों के अथक प्रयासों के बावजूद अधिकांश प्लास्टिक स्थानीय नदियों में फेका जाता है या जला दिए जाता हैं, और स्थानीय नाजुक पारिस्थितिक तंत्र को प्रदूषित करता है। हमें, बाली और दुनिया के बाकी हिस्सों में युवा लोगों और स्थानीय समुदायों की खातिर, बैंकों के प्लास्टिक उद्योग के वित्तपोषण को समाप्त करने की ज़रुरत है।" 

लिज़ गल्लाघर, पोर्टफोलियो.अर्त, ने कहा: "प्लास्टिक प्रदूषण संकट में योगदान देने वाले अन्य अभिनेताओं की भीड़ में बैंक बहुत पीछे रह गए हैं। उन्होंने जीवाश्म ईंधन और वन उत्पादों पर सीमित संख्या में नीतियां विकसित की हैं, लेकिन प्लास्टिक पर ज़रा भी नहीं।

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