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- इन्वेस्टिगेशन ऑफीसर किसी प्रॉपर्टी की जब्ती कर सकता है या नहीं - LEARN CrPC SECTION 105-घ
- मिथुन, सिंह, कन्या और मकर पर बरसेगी सूर्य नारायण की कृपा, पढ़िए किसे क्या मिलेगा- गोचर का मासिक राशिफल - JYOTISH RASHIFAL
- CM राइस स्कूलों का मुख्यमंत्री के सामने डिटेल वर्क प्लान प्रेजेंटेशन - MP NEWS
- GWALIOR नगर निगम अधिकारियों ने ठेकेदार के फायदे के लिए टेंडर की शर्तें बदल दीं - MP NEWS
- पूरे प्रदेश में नेताओं ने कोविड-19 प्रोटोकॉल तोड़ा, शाम को सीएम बोले: सतर्कता में कमी नहीं रखेंगे - MP NEWS
- DAVV NON-CET Programmes में एडमिशन की डेट फाइनल - INDORE NEWS
- RAJGARH- वैक्सीनेशन का फोटो वायरल करने वाले युवक के खिलाफ FIR - MP NEWS
- GUNA शिक्षा विभाग कांड - BRCC और क्लर्क सस्पेंड, आत्महत्या के उत्प्रेरण की FIR संभावित - EMPLOYEE NEWS
- SATNA में एक टीआई, दो एसआई और दो कांस्टेबल सस्पेंड, कोर्ट ऑफ इंक्वायरी शुरू - MP NEWS
इन्वेस्टिगेशन ऑफीसर किसी प्रॉपर्टी की जब्ती कर सकता है या नहीं - LEARN CrPC SECTION 105-घ Posted: 11 Jun 2021 07:17 PM PDT दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा-105 घ में हमने आपको बताया था कि न्यायालय किसी ऐसी संपत्ति की पहचान के लिए पुलिस अधिकारी को नियुक्त कर सकता है जो अवैध तरीके से कमाई गई हो। पुलिस अधिकारी द्वारा ऐसी जाँच, अन्वेषण या निरीक्षण पूरा हो जाता है और संपत्ति अवैध कमाई की पाई जाती है तब अधिकारी ऐसी संपत्ति का क्या करेगा जानिए आज की धारा 105-ङ में। दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा-105 ङ की परिभाषा (सरल एवं संक्षिप्त शब्दों में):-[जाँच करनें वाले पुलिस अधिकारी को अवैध कमाई की संपत्ति जब्त एवं कुर्की करने की शक्ति] (1). न्यायालय को किसी अनुरोध पत्र द्वारा लगता है कि कोई संपत्ति अपराधी द्वारा अवैध कार्य करके कमाई गई है। तब न्यायालय उस संपत्ति की पुलिस अधिकारी से पहचान करवाएगा एवं पुलिस अधिकारी को लगता है कि वह संपत्ति छिपाए जाने, ट्रांसफर(स्थान्तरण) किए जाने, या किसी रीति से व्यवहार किये जाने की संभावना है। (अर्थात जाँच करने वाले पुलिस अधिकारी को लगता है कि जिस संपत्ति की वह जाँच, अन्वेषण कर रहा है वह संपत्ति किसी और व्यक्ति को ट्रांसफर होने वाली है या छिपा दी जाने वाली है आदि।) तब धारा 105-ङ उस पुलिस अधिकारी को शक्ति देता है कि वह ऐसी संपत्ति को तुरंत अपने कब्जे में ले ले। इसके लिए न्यायालय के आदेश की आवश्यकता नहीं है। अगर कोई संपत्ति शीघ्रता से नष्ट होने वाली है तब वह उस अवैध संपत्ति को तुरंत कुर्की करवा सकता है। (2). लेकिन जांच अधिकारी द्वारा लिखा गया कुर्की अथवा जब्ती आदेश अस्थाई होगा। इस तरह के आदेश के 30 दिवस के भीतर कोर्ट की स्वीकृति अनिवार्य है। अर्थात न्यायालय को लगता है कि पुलिस अधिकारी ने उपरोक्त दोनों के अलावा किसी अन्य कारण से संपत्ति समपहरण या कुर्की का आदेश जारी कर दिया है तब न्यायालय तीस दिन के भीतर संपत्ति समपहरण या कुर्की के आदेश को शून्य भी कर सकता है। या वैध भी मान सकता है। :- लेखक बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) कानूनी जानकारी से संबंधित 10 सबसे लोकप्रिय लेखकोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है अंग स्पर्श करने या अश्लील फोटो-वीडियो दिखाने वाले को नजरअंदाज ना करें, इस धारा के तहत सबक सिखाएं मोबाइल पर ऐसे मैसेज आएं तो इस लिंक के साथ पुलिस को बताए, FIR दर्ज कराएं इंसान को कुत्ता-कमीना कहा तो किस धारा के तहत FIR दर्ज होगी कठोर कारावास में कैदी से क्या करवाया जाता है |
Posted: 11 Jun 2021 09:36 AM PDT सूर्य का मिथुन में गोचर- मासिक राशिफल एवं ज्योतिष पूर्वानुमानग्रहों के देवता, ब्रह्मांड के अधिपति भगवान सूर्यनारायण अगले 1 महीने के लिए मिथुन राशि में प्रतिष्ठित होने वाले हैं। दिनांक 15 जून से 16 जुलाई 2021 तक सूर्य देव आसमान के मिथुन राशि क्षेत्र में भ्रमण करेंगे। इस दौरान मिथुन, सिंह, कन्या और मकर राशि वाले लोगों को भगवान सूर्यनारायण की विशेष कृपा प्राप्त होगी। उनके जीवन में चमत्कारी लाभ नजर आएंगे। मिथुन राशि पर सूर्य गोचर का मासिक राशिफल (15 जून से 16 जुलाई)मिथुन राशि के जातकों के लिए 15 जून से 16 जुलाई तक का समय बेहद शुभ रहने वाला है। पद- प्रतिष्ठा और मान-सम्मान में वृद्धि के योग बन रहे हैं। कार्यों में सफलता प्राप्त करेंगे। नौकरी और व्यापार में तरक्की मिलेगी। शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए ये समय किसी वरदान से कम नहीं है। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। सिंह राशि पर सूर्य गोचर का मासिक राशिफल (15 जून से 16 जुलाई)15 जून, 2021 से सिंह राशि के जातकों का भाग्योदय होना तय है। कार्यों में सफलता के योग बन रहे हैं। परिवार के सदस्यों के साथ समय व्यतीत करें। वैवाहिक जीवन में आनंद का अनुभव करेंगे। शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय शुभ है। धन- लाभ होने के योग भी बन रहे हैं। कन्या राशि पर सूर्य गोचर का मासिक राशिफल (15 जून से 16 जुलाई)कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य का राशि परिवर्तन शुभ रहने वाला है। नौकरी और व्यापार के लिए ये समय किसी वरदान से कम नहीं है। कार्यक्षेत्र में आपके काम की तारीफ होगी। आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। मकर राशि पर सूर्य गोचर का मासिक राशिफल (15 जून से 16 जुलाई)मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य का मिथुन राशि में प्रवेश किसी वरदान से कम नहीं है। धन- लाभ होने के योग बन रहे हैं। जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करें। स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। (उपरोक्त राशिफल केवल पूर्वानुमान है, जो गोचर के आधार पर निर्धारित किए गए हैं। मनुष्यों पर इसके प्रभाव में अंतर आ सकता है। ऐसा उनकी जन्म पत्रिका, महादशा एवं अंतर्दशा के कारण होगा।) |
CM राइस स्कूलों का मुख्यमंत्री के सामने डिटेल वर्क प्लान प्रेजेंटेशन - MP NEWS Posted: 11 Jun 2021 09:17 AM PDT भोपाल। मुख्यमंत्री श्री चौहान के समक्ष आज मंत्रालय में सीएम राइज स्कूल की विस्तृत कार्य-योजना प्रस्तुत की गई। माना जा रहा है कि इस साल सभी स्कूल बंद कर तैयार हो जाएंगे और अगले साल उन स्कूलों में एडमिशन शुरू हो जाएंगे। सीएम श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के हर क्षेत्र में गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से कुल 9200 सीएम राइस स्कूल खोले जाएंगे। इन स्कूलों का मुख्य उद्देश्य बच्चों को ज्ञान, कौशल तथा नागरिकता के संस्कार देना है। विकासखंड स्तरीय कुल 261 स्कूल होंगे, जिनमें प्रति स्कूल 1500 से 2000 विद्यार्थी होंगे। इसी प्रकार संकुल स्तरीय 3200 स्कूल होंगे, जिनमें प्रति स्कूल 1000 से 1500 विद्यार्थी होंगे। ग्रामों के समूह स्तर पर 5687 सीएम राइस स्कूल होंगे, जिनमें प्रति स्कूल 800 से 1000 विद्यार्थी होंगे। CM राइज विद्यालयों की 8 प्रमुख विशेषताएं होंगी, अच्छी अधोसंरचना, हर विद्यार्थी के लिए परिवहन सुविधा, नर्सरी/ KG कक्षाएं, शत प्रतिशत शिक्षक एवं अन्य स्टाफ, स्मार्ट क्लास एवं डिजिटल लर्निंग, सुसज्जित प्रयोगशालाएं एवं समृद्ध पुस्तकालय, व्यावसायिक शिक्षा तथा अभिभावकों की सहभागिता। 11 जून को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारमहत्वपूर्ण, मददगार एवं मजेदार जानकारियां:- यदि आपके पास भी हैं ऐसे ही मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com |
GWALIOR नगर निगम अधिकारियों ने ठेकेदार के फायदे के लिए टेंडर की शर्तें बदल दीं - MP NEWS Posted: 11 Jun 2021 09:16 AM PDT ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अमृत योजना में अधिकारी नगर निगम की अपेक्षा ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए अधिक कार्य करते नजर आ रहे हैं। अमृत योजना के टेंडर में शर्त थी कि ठेकेदार को काम के हिसाब से छह-छह माह में भुगतान किया जाएगा, लेकिन ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए अमृत योजना के अधिकारियों ने शर्तों में बदलाव करते हुए छह माह की जगह दो-दो माह में भुगतान करा दिया। इससे निगम को 40 लाख रुपये का नुकसान हुआ, जबकि ठेकेदार को 58 लाख रुपये का लाभ हुआ। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अधीक्षण यंत्री ने मुख्य अभियंता को पत्र लिखकर इसकी पूरी जानकारी दी कि किस प्रकार निगम को घाटा हो रहा है, लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। अमृत योजना के लिए करीब 700 करोड़ रुपये केंद्र व राज्य सरकार ने दिए थे। इस पैसे को निगम ने बैंक में जमा करा दिया था, जिस पर उसे 10.5 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर भी मिल रही थी। अमृत योजना के कार्य के लिए इन पैसों से नगर निगम ठेकेदार को भुगतान कर रही थी। टेंडर के समय शर्त डाली गई थी कि ठेकेदार को उसके कार्य के एवज में हर छह माह में कार्य प्रगति व कार्य पूर्णता के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। इससे ठेकेदार को छह माह तक कार्य को पूर्ण करने में अपने पैसे लगाने पड़ते, जिससे उसे ब्याज का नुकसान होता। अमृत योजना के तहत जलालपुर में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है। साथ ही वहां तक सीवेज को लाने के लिए सीवर लाइन भी डाली गई हैं। इस कार्य में अभी तक करीब 88 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है, लेकिन ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए छह माह में बिलों के भुगतान की जगह-दो-दो माह में भुगतान किया गया है। अमृत योजना में ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए शर्तों में किए गए बदलाव पर अधीक्षण यंत्री ने नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखा था, इस पत्र में लिखा गया था कि ठेकेदार ने प्रमुख अभियंता की बैठक में पेमेंट का मुद्दा उठाया था, जबकि अनुबंध में प्रविधान है कि ठेकेदार को भुगतान के कारण प्रगति बाधित होती है तो उसे 10 प्रतिशत अग्रिम भुगतान राष्ट्रीयकृत बैंकों की ब्याज दर से किया जा सकता है। साथ ही उसकी वसूली अनुबंध अवधि में की जाए, लेकिन ठेकेदार को 11 करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान किया गया, जिससे निगम को 40 लाख रुपये की हानि हुई है। वर्जन- अनुबंध में ठेकेदार काे छह-छह माह में भुगतान की शर्त रखी गई थी, जिसे ठेकेदार ने टेंडर उठाते समय स्वीकार किया था। बाद में अधिकारियाें की मिलीभगत से शर्ताें में बदलाव किया गया। इस मामले में मैनें निगमायुक्त काे भी पत्र लिखा था, लेकिन काेई कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते अधिकांश भुगतान बदली शर्ताें के अनुसार किए गए हैं। RLS माैर्य, अधीक्षण यंत्री, नगर निगम PHE 11 जून को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारमहत्वपूर्ण, मददगार एवं मजेदार जानकारियां:- यदि आपके पास भी हैं ऐसे ही मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com |
Posted: 11 Jun 2021 08:55 AM PDT भोपाल। रटंत तोते वाली कहानी तो याद ही होगी। मध्यप्रदेश में कुछ ऐसा ही हुआ है। पूरे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने और ग्वालियर में महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का खुला उल्लंघन किया। कहीं कोई कार्यवाही नहीं की गई। शाम को समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सतर्कता में हम कोई कमी नहीं रखेंगे। सरल सवाल यह है कि, सारे नियम केवल दुकानदारों के लिए क्यों है। नेताओं को सरेआम नियम तोड़ने की छूट क्यों दी जा रही है। दिनभर नेताओं ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया, कोई कार्यवाही नहीं हुईआज दिनभर मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने रूल ऑफ़ सिक्स, धारा 144 और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किया। कांग्रेस के नेताओं ने पेट्रोल की मूल्य वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भीड़ जमा की और संक्रमण फैलने का अवसर पैदा किया। ग्वालियर में तो सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद उपरोक्त तीनों का उल्लंघन किया और पूरे प्रदेश में कहीं कोई कार्यवाही नहीं हुई। शाम को मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा: सतर्कता में कोई कमी नहीं रखनामुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण बहुत कम हो गया है। प्रदेश के 50 जिलों में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट एक प्रतिशत से नीचे आ गई है और प्रतिदिन नए प्रकरण 400 से नीचे आ गए हैं। रिकवरी रेट 98.2% हो गई है। फिर भी, हमें सतर्कता में थोड़ी भी कमी नहीं करनी है। हर व्यक्ति मास्क लगाए, परस्पर दूरी रखे और अन्य सभी सावधानियाँ बरते। मुख्यमंत्री के निर्देश छापने के लिए कुछ और पालन करने के लिए कुछ औरआज के घटनाक्रम के बाद एक बार फिर उस आरोप को बल मिलता है जिसमें कहा जाता है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश अखबारों में छपने के लिए कुछ और होते हैं और ग्राउंड जीरो पर पालन करने के लिए कुछ और। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से संक्रमण की रोकथाम वाली कार्रवाई में ढील दी जाती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद भीड़ को जमा करना पसंद करते हैं। दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है लेकिन नेताओं के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया जाता। आपदा प्रबंधन अधिनियम लागू होने के बाद से लेकर अब तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभाओं में लगातार प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ। नेताओं को देखकर जनता लापरवाह होती हैदूसरी लहर में यह साबित हो चुका है कि आम जनता, नेताओं को देखकर लापरवाह होती है। पहली लहर के बाद जनता ने फेस मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को अपने जीवन का हिस्सा मान लिया था परंतु सबसे पहले नेताओं ने न केवल फेस मास्क उतारा बल्कि खुलेआम बयान भी दिए। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किया गया। नतीजा दूसरी लहर में हजारों लोगों की मौत हो गई। 11 जून को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारमहत्वपूर्ण, मददगार एवं मजेदार जानकारियां:- यदि आपके पास भी हैं ऐसे ही मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com |
DAVV NON-CET Programmes में एडमिशन की डेट फाइनल - INDORE NEWS Posted: 11 Jun 2021 08:52 AM PDT इंदौर। Devi Ahilya Vishwavidyalaya द्वारा संचालित DAVV NON-CET Programmes में एडमिशन की डेट फाइनल कर दी गई है। स्टूडेंट्स जुलाई महीने के फर्स्ट वीक में नॉन सीईटी प्रोग्राम्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं। ऐडमिशन कमिटी ने सभी एचओडी से डिस्कस करने के बाद डिसाइड किया है कि जिन कोर्स में एलॉटेड सीटों से ज्यादा एप्लीकेशन आए हैं उनमें एंट्रेंस एग्जाम कराए जाएंगे। DAVV NON CET- 48 कोर्स में 2360 सीटों पर एडमिशन होगाCET को लेकर विश्वविद्यालय की लगभग तैयारियां पूरी हो चुकी है। शुक्रवार को समिति ने नान सीईटी वाले 48 कोर्स की 2360 सीटों के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने पर जोर दिया है। 14 विभागों में प्रवेश के लिए जुलाई पहले सप्ताह से आवेदन बुलवाए जाएंगे।बैठक में विभाग स्तर पर प्रवेश देने की बात कहीं, जिसमें मेरिट के अलावा प्रवेश परीक्षा को भी प्रक्रिया में शामिल है। विभागाध्यक्ष भी राजी है। DAVV- इस साल सीट नहीं बढ़ाई जाएंगीइस बार कोर्स की संख्या नहीं बढ़ाई जाएगी। साथ ही संक्रमण को देखते हुए विभागों ने सीट वृद्धि करने से माना कर दिया है, क्योंकि ज्यादातर विभागों में बैठक क्षमता काफी कम है। क्लासरूम भी छोटे-छोटे है। फिजिकल, केमेस्ट्री, लाइफ साइंस, मैथ्स, इलेक्ट्रोनिक्स, एजुकेशन, लाइफलाग सहित अन्य विभाग में प्रवेश होंगे। 11 जून को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारमहत्वपूर्ण, मददगार एवं मजेदार जानकारियां:- यदि आपके पास भी हैं ऐसे ही मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com |
RAJGARH- वैक्सीनेशन का फोटो वायरल करने वाले युवक के खिलाफ FIR - MP NEWS Posted: 11 Jun 2021 08:44 AM PDT राजगढ़। मध्यप्रदेश के राजगढ़ में कोरोना टीकाकरण के दौरान वैक्सीन लगा रही नर्स के साथ खींचे फोटो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करना एक मनचले युवक को भारी पड़ गया, वायरल वीडियो की शिकायत के बाद पुलिस ने युवक पर मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। राजगढ़ जिले के भाटखेड़ा गांव का रहने वाला अरबाज खान ब्यावरा कला गांव में टीकाकरण के लिए पहुंचा था। इसी दौरान उसने नर्स का टीका लगाते हुए फोटो खींच लिया और उस फोटो को एडिटिंग कर फिल्मी गाना डाल उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जब ये वीडियो तेजी से वायरल हुआ और उस नर्स तक पहुंचा तो नर्स ने इस पूरे मामले को लेकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों से इसकी शिकायत की और फोटो वीडियो पर आपत्ति दर्ज कराई। ऐसे में छापीहेड़ा थाने में वीडियो बनाने वाले मनचले अरबाज के खिलाफ धारा 354 और आपदा प्रबंधन की धाराओं के साथ ही आईटी एक्ट और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा अधिनियम के तहत विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया और पुलिस ने तुरंत ही मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी अरबाज खान को गिरफ्तार भी कर लिया। 11 जून को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारमहत्वपूर्ण, मददगार एवं मजेदार जानकारियां:- यदि आपके पास भी हैं ऐसे ही मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com |
Posted: 11 Jun 2021 09:05 AM PDT गुना। एमएलबी स्कूल में पदस्थ अध्यापक एवं CAC चंद्रमौलेश्वर श्रीवास्तव द्वारा BRCC की प्रताड़ना से तंग होकर BEO ऑफिस में जहर खाकर आत्महत्या करने के बाद आरोपी बीआरसीसी सोलंकी और उसके सहयोगी सीएसी ओमकार छारी को सस्पेंड कर दिया गया है। जल्द ही दोनों के खिलाफ अध्यापक को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज हो सकता है। मृत अध्यापक के भाई विशंभर श्रीवास्तव FIR दर्ज कराने के लिए आवेदन दे चुके हैं। हालात तनावपूर्ण थे, शव वाहन को पुलिस की घेराबंदी में लाया गयाबीआरसीसी के खिलाफ 16 शिक्षकों के इस्तीफे के बाद ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर के ऑफिस में बयान दर्ज कराते समय शिक्षक चंद्रमौलेश्वर श्रीवास्तव द्वारा जहर खाकर आत्महत्या करने के बाद शहर में शिक्षक और कर्मचारी आक्रोशित हो गए। हालात तनावपूर्ण थे। पोस्टमार्टम के बाद जब उनका शव घर ले जाया जा रहा था तब रास्ते में ही पुलिस ने शव वाहन को घेराबंदी में ले लिया ताकि कानून एवं व्यवस्था बनी रहे। पुलिस की मौजूदगी में ही दाह संस्कार कराया गया। शिक्षक को अपमानित किया जा रहा था, काम नहीं करने देते थेइधर, घटना के बाद मप्र अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा गया कि चंद्रमौलेश्वर श्रीवास्तव चयनित जनशिक्षक द्वारा अपने संकुल पर जनशिक्षक का प्रभार दिलवाने का आवेदन दिया था। इसमें उनके द्वारा कई बार आग्रह करने के बाद भी प्रभार नहीं दिया गया। विभाग के कुछ कर्मचारियों द्वारा उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जाता रहा। इसी से परेशान होकर उन्होंने गत दिवस बीईओ कार्यालय में जहर खा लिया। प्रताड़ना के खिलाफ कर्मचारी संगठन लामबंदसंयुक्त मोर्चा ने घटना की जांच कराकर दोषी अधिकारी-कर्मचारियों पर एफआईआर कर कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन देने वालों में मोर्चा अध्यक्ष आलोक नायक, अनिल भार्गव, मनोहर सिलावट, आरके व्यास, नरेन्द्र भार्गव आदि सहित अन्य शामिल हैं। वहीं, मप्र कर्मचारी कांग्रेस द्वारा भी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। इसके अलावा, कर्मचारी कांग्रेस द्वारा पुराने कलेक्टोरेट स्थित संगठन के कार्यालय पर बैठक कर स्व. श्रीवास्तव को श्रद्धांजलि दी। चित्रगुप्त समाज का प्रतिनिधिमंडल प्रभारी कलेक्टर से मिलाघटना के खिलाफ चित्रगुप्त मंदिर ट्रस्ट गुना का प्रतिनिधि मंडल ने अधिकारियों से मिलकरकार्रवाई की मांग की। प्रतिनिधि मंडल ने प्रभारी कलेक्टर विवेक रघुवंशी, डीपीसी सोनम जैन, एसडीएम अंकिता जैन व एएस टीएस बघेल से मुलाकात की। इस मौके पर अधिकारियों ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए बताया कि बीआरसी सोलंकी को पद से हटा दिया गया है। सीएसी ओमकार छारी को निलंबित कर दिया गया है। लिपिक रामस्वरूप शर्मा को सेवा समाप्ति का नोटिस जारी किया गया है। 11 जून को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारमहत्वपूर्ण, मददगार एवं मजेदार जानकारियां:- यदि आपके पास भी हैं ऐसे ही मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com |
SATNA में एक टीआई, दो एसआई और दो कांस्टेबल सस्पेंड, कोर्ट ऑफ इंक्वायरी शुरू - MP NEWS Posted: 11 Jun 2021 07:55 AM PDT भोपाल। मध्यप्रदेश के सतना में स्थित रेलवे पुलिस फोर्स के लॉकअप में एक आरोपी की संदिग्ध मृत्यु के मामले में थाने के इंस्पेक्टर, दो अधीनस्थ सब इंस्पेक्टर और दो पुलिस आरक्षकों को सस्पेंड करके उनके खिलाफ कोर्ट ऑफ इंक्वायरी शुरू कर दी गई है। सभी को इस लिए सस्पेंड किया गया है ताकि वह इन्वेस्टिगेशन में किसी तरह की बाधा उत्पन्न ना कर पाए। सतना में पूछताछ के लिए बुलाए युवक की पुलिस थाने में संदिग्ध मृत्युप्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार दिनांक 7 जून 2021 को शाम 5 से 6 बजे के बीच RPF के लॉकअप में एक युवक की संदिग्ध मृत्यु हो गई थी। RPF द्वारा उसे चोरी के एक मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। आनन-फानन में शव जिला अस्पताल में रखवाने के बाद आरपीएफ के आला अधिकारियों को सूचना दी गई। जानकारी के बाद रात करीब 12 बजे जबलपुर से कमांडेंट भी सतना पहुंचे। घटना के करीब 8 घंटे बाद GRP को सूचना दी गई। मामले में बुधवार रात से गुरुवार को पूरा दिन सतना से लेकर रीवा तक बवाल मचा रहा। पीएम के समय मृतक के परिजन आक्रोशित हो गए थे। वे हत्या का आरोप लगाते हुए शव का पीएम नहीं होने दे रहे थे। यहां RPF के कमांडेंट अरुण त्रिपाठी, RPF के असिस्टेंट कमांडेंट सुरेश मिश्र, SDM सिटी राजेश शाही, CSP विजय सिंह, GRP की एएएसपी प्रतिभा पटेल, जीआरपी के डीएसपी लोकेश मार्को सहित सिटी कोतवाली टीआई एमएस उपाध्याय आदि मौजूद रहे। इन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट ऑफ इंक्वायरीजबलपुर स्थित आरपीएफ मुख्यालय के सूत्रों की मानें तो आरपीएफ पोस्ट सतना के इंस्पेक्टर मान सिंह, एसआई मुख्त्यार खान, एसआई लोकेश पटेल, कॉन्स्टेबल पंकज सिंह सहित आरपीएसएफ के आरक्षक जोगिंदर यादव के खिलाफ जांच शुरू की गई है। 11 जून को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचारमहत्वपूर्ण, मददगार एवं मजेदार जानकारियां:- यदि आपके पास भी हैं ऐसे ही मजेदार एवं आमजनों के लिए उपयोगी जानकारी तो कृपया हमें ईमेल करें। editorbhopalsamachar@gmail.com |
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