प्राइमरी का मास्टर ● इन - 🌐

Breaking

Home Top Ad

Post Top Ad

Monday, August 30, 2021

प्राइमरी का मास्टर ● इन

प्राइमरी का मास्टर ● इन


लगातार दूसरे साल नहीं बंटेंगे उच्च शिक्षा विभाग के राज्य पुरस्कार

Posted: 29 Aug 2021 07:05 PM PDT

लगातार दूसरे साल नहीं बंटेंगे उच्च शिक्षा विभाग के राज्य पुरस्कार


प्रदेश में ऐसा पहली बार होगा जब उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से दिए जाने वाले राज्य पुरस्कार लगातार दूसरी बार नहीं दिए जाएंगे। प्रदेश सरकार ने इस बार तो आवेदन ही आमंत्रित नहीं किया है। शिक्षक दिवस के मौके पर दिए जाने वाले इन पुरस्कारों के लिए आवेदन न मांगे जाने पर शिक्षक संगठनों की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है ।


राज्य विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के कुल नौ शिक्षकों को उनकी विशिष्ट उपलब्धियों के आधार पर प्रतिवर्ष  शिक्षकों को 'सरस्वती' और शिक्षक श्री पुरस्कार दिया जाता है

 
सरस्वती पुरस्कार के लिए तीन और शिक्षक श्री पुरस्कार के लिए छह शिक्षक चुने जाते हैं। ये पुरस्कार बसपा के शासनकाल में शुरू किए गए थे। वर्ष 2019-20 में पुरस्कारों के लिए आवेदन मांगे गए थे और चयन प्रक्रिया भी पूरी की गई थी लेकिन पुरस्कारों की घोषणा रोक दी गई थी। वर्ष 2020-21 में तो इन पुरस्कारों के लिए आवेदन ही नहीं मांगे गए।

यूपी : मदरसों में भी भौतिक कक्षाएं एक सितंबर से

Posted: 29 Aug 2021 06:41 PM PDT

यूपी : मदरसों में भी भौतिक कक्षाएं एक सितंबर से


प्रयागराज : सभी मदरसों में एक सितंबर से भौतिक कक्षाएं शुरू होंगी। इस दौरान कोविड 19 के प्रोटोकाल का सख्ती से पालन करना होगा। यह निर्देश अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नंद गोपाल गुप्त नंदी ने दिया है।

प्रयागराज प्रवास के दौरान उन्होंने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों, मान्यता प्राप्त विद्यालयों व अन्य बोर्ड के स्कूलों में कक्षा छह से आठ तक के बच्चों के लिए शिक्षण कार्य 23 अगस्त से शुरू हो चुका है। कक्षा एक से पांच तक के बच्चों के लिए भी भौतिक कक्षाएं एक सितंबर से शुरू होंगी।


इसी क्रम में मदरसा शिक्षा परिषद से मान्यता/ सहायता प्राप्त मदरसों में भी भौतिक कक्षाओं का संचालन शुरू कराने का निर्णय लिया गया है। मदरसों में सुनिश्चित करना होगा कि कोविड से बचाव संबंधी निर्देशों का पालन हो। प्रत्येक शिक्षक और विद्यार्थी को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। साबुन से हाथ धुलने और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था भी मदरसों में करनी होगी।

यूनीफार्म, बैग, किताबों के बिना पढ़ाई, आधे अधूरी तैयारियों के बीच परिषदीय स्कूलों में आएंगे बच्चे

Posted: 29 Aug 2021 07:13 PM PDT

यूनीफार्म, बैग, किताबों के बिना पढ़ाई, आधे अधूरी तैयारियों के बीच परिषदीय स्कूलों में आएंगे बच्चे


प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में पांच माह बाद पढ़ाई शुरू होनी है। स्कूल सुसज्जित हैं और शिक्षक जुलाई से ही छात्र-छात्रओं का नामांकन करा रहे हैं लेकिन, बच्चों की पढ़ाई कराने का इंतजाम अधूरा है। उन्हें यूनीफार्म, बैग, जूता-मोजा अब तक नहीं मिला है, किताबें भी ब्लाक मुख्यालयों से स्कूल भिजवाई जा रही हैं। यह जरूर है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए विस्तृत निर्देश जारी हुए हैं। एक सितंबर से बच्चों के विद्यालय आने व पढ़ाई कराने पर किसी का ध्यान नहीं है।


सूबे के 1.59 लाख प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में छह से आठवीं तक के विद्यालय 24 अगस्त को ही खुल चुके हैं। अब बारी पहली से पांचवीं तक के छात्र-छात्रओं के आने की है। शासन ने जुलाई में ही शिक्षकों को इसी आधार पर विद्यालय आने का आदेश दिया था, ताकि बच्चों के बुलाने के लिए सारे इंतजाम पूरे किए जा सकें।

ज्ञात हो कि उनकी आनलाइन पढ़ाई जून से ही चल रही थी। दो माह में बच्चों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के इंतजाम नहीं हो पाए हैं। यूनीफार्म देने का प्रकरण शासन में लंबित है।


मंत्री जता चुके नाराजगी: बेसिक शिक्षा मंत्री डा. सतीश द्विवेदी किताबों के वितरण की धीमी प्रगति पर गंभीर नाराजगी जता चुके हैं। उन्होंने सात अगस्त को निदेशालय में सभी अफसरों की बैठक करके स्कूल खोलने की समीक्षा करके कड़े निर्देश दिए लेकिन हालात नहीं बदले हैं।

68500 शिक्षक भर्ती : आवेदन लेकर नियुक्ति पत्र जारी करना भूल गया बेसिक शिक्षा विभाग

Posted: 29 Aug 2021 06:09 PM PDT

68500 शिक्षक भर्ती : आवेदन लेकर नियुक्ति पत्र जारी करना भूल गया बेसिक शिक्षा विभाग


प्रयागराज: परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में 68500 शिक्षक भर्ती के तहत पुनर्मूल्यांकन के दौरान चयनित 139 अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए आवेदन तो ले लिए लेकिन बेसिक शिक्षा परिषद निर्धारित कार्यक्रम के तहत इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी नहीं कर सका। 


68500 शिक्षक भर्ती में तमाम अभ्यर्थी चयन न होने पर कोर्ट चले गए थे। कोर्ट के आदेश पर पुनर्मूल्यांकन हुआ, जिसमें 139 अभ्यर्थियों को चयनित कर लिया गया। बेसिक शिक्षा परिषद ने इन अभ्यर्थियों से 13 से 19 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन मांगे परिषद की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार आवेदन के बाद डाटा प्रोसेसिंग का काम 20 अगस्त को होना था, 23 अगस्त तक सूची परिषद कार्यालय को उपलब्ध कराई जानी थी और 26 एवं 27 अगस्त की काउंसलिंग कराके नियुक्ति पत्र निर्गत किए जाने थे। 


अभ्यर्थियों का कहना है कि आवेदन लेने के बाद परिषद ने अब तक न तो काउंसलिंग कराई और न ही नियुक्ति पत्र निर्गत किए। परिषद को ओर से स्थिति भी स्पष्ट नहीं की जा रही है।

बैठक में शामिल न होना पड़ा भारी, 24 BEO का प्रयागराज BSA ने रोका वेतन

Posted: 29 Aug 2021 06:21 PM PDT

प्रयागराज : बार-बार निर्देश देने के बावजूद बैठक से अनुपस्थित रहने वाले दो दर्जन खंड शिक्षा अधिकारियों का बीएसए ने रोका वेतन

बैठक में शामिल न होना पड़ा भारी, 24 BEO का प्रयागराज BSA ने रोका वेतन


प्रयागराज :  बैठक में उपस्थित न होने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दो दर्जन खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) के एक दिन का वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया है। बैठक के लिए जो समय निर्धारित किया गया था, उस वक्त बीईओ ने उपस्थित होने पर असमर्थता जाहिर की थी। उनकी समस्या को ध्यान में रखते हुए बैठक का समय बदला गया, इसके बावजूद दो दर्जन बीईओ बैठक में शामिल नहीं हुए।



मुख्य विकास अधिकारी ने 28 अगस्त को विकास भवन सभागार में सुबह 11 बजे बेसिक में शिक्षा विभाग के तहत संचालित कार्यक्रमों/योजनाओं की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई थी। इसी क्रम में बीएसए ने एक दिन पूर्व 27 अगस्त को सुबह 10 बजे समस्त सूचनाओं सहित अपने कार्यालय में सभी जिला समन्वयकों एवं खंड शिक्षा अधिकारियों की बैठक बुला ली कुछ खंड शिक्षा अधिकारियों की ओर से अवगत कराया गया कि 27 को ही सुबह 11 बजे डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में भी बैठक बुलाई गई है। बीईओ की समस्या को ध्यान में रखते हुए बीएसए ने बैठक का समय शाम चार बजे निर्धारित किया।

शाम छह बजे तक बैठक में खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय, नगर शिक्षा अधिकारी शिव अवतार, खंड शिक्षा अधिकारी फूलपुर एवं सभी जिला समन्वयक ही उपस्थित हुए। बार-बार निर्देशों के बावजूद बिना सूचना के बाकी खंड शिक्षा अधिकारी बैठक में शामिल नहीं हुए। बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि यह स्थिति आपत्तिजनक है और उच्चाधिकारियों की ओर से दिए गए निर्देशों की अवहेलना है।

उन्होंने सभी अनुपस्थित खंड शिक्षा अधिकारियों के एक दिन का वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया है। बैठक में अनुपस्थिति को अनुशासनहीनता मानते हुए कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा।



शाम छह बजे तक बैठक में खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय, नगर शिक्षा अधिकारी शिव अवतार, खंड शिक्षा अधिकारी फूलपुर एवं सभी जिला समन्वयक ही उपस्थित हुए। बार-बार निर्देशों के बावजूद बिना सूचना के बाकी खंड शिक्षा अधिकारी बैठक में शामिल नहीं हुए।

बैठक में उपस्थित न होने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दो दर्जन खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) के एक दिन का वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया है। बैठक के लिए जो समय निर्धारित किया गया था, उस वक्त बीईओ ने उपस्थित होने पर असमर्थता जाहिर की थी। उनकी समस्या को ध्यान में रखते हुए बैठक का समय बदला गया, इसके बावजूद दो दर्जन बीईओ बैठक में शामिल नहीं हुए।

मुख्य विकास अधिकारी ने 28 अगस्त को विकास भवन सभागार में सुबह 11 बजे बेसिक शिक्षा विभाग के तहत संचालित कार्यक्रमों/योजनाओं की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई थी। इसी क्रम में बीएसए ने एक दिन पूर्व 27 अगस्त को सुबह 10 बजे समस्त सूचनाओं सहित अपने कार्यालय में सभी जिला समन्वयकों एवं खंड शिक्षा अधिकारियों की बैठक बुला ली। कुछ खंड शिक्षा अधिकारियों की ओर से अवगत कराया गया कि 27 को ही सुबह 11 बजे डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में भी बैठक बुलाई गई है। बीईओ की समस्या को ध्यान में रखते हुए बीएसए ने बैठक का समय शाम चार बजे निर्धारित किया।

शाम छह बजे तक बैठक में खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय, नगर शिक्षा अधिकारी शिव अवतार, खंड शिक्षा अधिकारी फूलपुर एवं सभी जिला समन्वयक ही उपस्थित हुए। बार-बार निर्देशों के बावजूद बिना सूचना के बाकी खंड शिक्षा अधिकारी बैठक में शामिल नहीं हुए। बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि यह स्थिति आपत्तिजनक है और उच्चाधिकारियों की ओर से दिए गए निर्देशों की अवहेलना है। उन्होंने सभी अनुपस्थित खंड शिक्षा अधिकारियों के एक दिन का वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया है। बैठक में अनुपस्थिति को अनुशासनहीनता मानते हुए कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा।

Navodaya Vidyalaya : 50 फीसदी छात्रों के साथ जानिए कब खुलेंगे नवोदय विद्यालय

Posted: 29 Aug 2021 12:15 PM PDT

Navodaya Vidyalaya : 50 फीसदी छात्रों के साथ जानिए कब खुलेंगे नवोदय विद्यालय


नवोदय विद्यालय समिति की तरफ से जारी नोटिस के मुताबिक पहले चरण में कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए स्कूल स्थानीय राज्य सरकारों के निर्देशों के अनुरूप खोले जाएंगे. जहां पर भी स्कूल खुलेंगे वे राज्य/केंद्र शासित प्रदेश की सरकार की ओर से जा दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन करेंगे.


नई दिल्ली.  : कोरोना वायरस संक्रमण की दर में कमी आने के बाद स्कूल और कॉलेज खोले जा रहे हैं. इसी बीच नवोदय स्कूलों को भी खोलने को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है. जिसके मुताबिक नवोदय विद्यालय को 50 फीसदी क्षमता के साथ चरण बद्ध तरीके से 31 अगस्त से खोला जाएगा. हालांकि इस दौरान केंद्र शासित प्रदेशों और राज्य सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइंस का ध्यान रखा जाएगा.  


नवोदय विद्यालय समिति की तरफ से जारी नोटिस के मुताबिक पहले चरण में कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए स्कूल स्थानीय राज्य सरकारों के निर्देशों के अनुरूप खोले जाएंगे. जहां पर भी स्कूल खुलेंगे वे राज्य/केंद्र शासित प्रदेश की सरकार की ओर से जा दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन करेंगे.

इसके अलावा समिति की तरफ से छात्रों को अभिभावकों की अनुमति से ही स्कूल आने दिया जाएगा और हॉस्टल में ठहरने की अनुमति दी जाएगी. वहीं, जो छात्र स्कूल नहीं आना चाहेंगे उनपर दबाव नहीं डाला जाएगा. साथ ही पहले तरह ऑनलाइन क्लासेज भी संचालित होती रहेंगी.

हाईटेक होंगे मदरसे, धार्मिक शिक्षा के साथ आधुनिक विषयों की भी होगी पढ़ाई

Posted: 29 Aug 2021 11:59 AM PDT

हाईटेक होंगे मदरसे, धार्मिक शिक्षा के साथ आधुनिक विषयों की भी होगी पढ़ाई


मदरसों में धार्मिक शिक्षा के साथ आधुनिक विषयों की भी पढ़ाई होगी। आधुनिक शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए जल्द ही नयी कार्ययोजना लागू होगी। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष आतिफ रशीद ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मदरसों में धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ अंग्रेजी, साइंस, गणित के अलावा कम्प्यूटर साइंस, सोशल साइंस, इतिहास, मनोविज्ञान, हिन्दी आदि आधुनिक विषयों की शिक्षा को प्रोत्साहित किये जाने की योजना है। 


केन्द्र सरकार की मदरसा आधुनिक शिक्षा योजना इस साल केन्द्रीय मानव संसाधान विकास मंत्रालय से हटाकर केन्द्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय के पास आ गयी है। इस बारे में इसी महीने दस अगस्त को जारी होगी। कार्ययोजना के बारे में यूपी समेत कई राज्यों से सुझाव मांगे गए हैं। रशीद ने दो दिन पहले लखनऊ में मुलाकात की थी, साथ ही उ.प्र.अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव न्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। उन्होंने बताया कि अगले सप्ताह राष्ष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग लखनऊ आएगा और यहां मुख्य सचिव तथा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अफसरों के साथ योजनाओं की समीक्षा की।


 उन्होंने कहा कि इस नयी कार्य योजना में आधुनिक शिक्षा मदरसों में शिक्षकों की नियुक्ति मदरसों के प्रबंधक नहीं करेंगे बल्कि राज्य सरकार का अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ही करे और वही इन शिक्षकों के मानदेय का भुगतान करे। 


शिक्षकों को अन्य शिक्षा बोर्ड की ही तरह वेतन  
उ.प्र. में 7, 742 से अधिक आधुनिक शिक्षा योजना के मदरसे हैं। इनमें करीब 21 हजार 216 शिक्षक हैं। यह मदरसे उ.प्र.मदरसा शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त हैं मगर इन्हें अनुदान नहीं मिलता। प्रदेश सरकार से अनुदान प्राप्त मदरसों की संख्या 560 है। इनके शिक्षकों को अन्य शिक्षा बोर्ड की ही तरह वेतन मिलता है।

बेसिक शिक्षा विभाग, गोरखपुर द्वारा आयोजित शैक्षिक गुणवत्ता सेमिनार व एडुलीडर्स यूपी अवार्ड 2021 हेतु चयनित शिक्षकों को प्रतिभाग कराने विषयक

Posted: 29 Aug 2021 10:33 AM PDT

बेसिक शिक्षा विभाग, गोरखपुर द्वारा आयोजित शैक्षिक गुणवत्ता सेमिनार व एडुलीडर्स यूपी अवार्ड 2021 हेतु चयनित शिक्षकों को प्रतिभाग कराने विषयक

Post Bottom Ad

Pages