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- उत्तराखंड में होमगार्ड की भर्ती, 5वीं और 8वीं पास भी कर सकते हैं अप्लाई
- इन 4 तरीकों को अपनाने से कम हो जाएगा बिजली का बिल
- हिमाचल कैबिनेट: 27 सितंबर से खुलेंगे स्कूल, 8 हजार पद भरने की मंजूरी
- IPL 2021: शिखर धवन ने छोड़ा कोहली और रोहित को पीछे, फिर भी
- हिमाचल: पत्नी को चैटिंग करने से रोकना पति को पड़ा भारी, तोड़ दिए दांत
- 1 हजार रुपए का हो सकता है घरेलू गैस सिलेंडर, सब्सिडी बंद कर सकती है सरकार
- बड़ी खबर: हिमाचल में खुलेंगे स्कूल, शिक्षा मंत्री गोविंद बोले-काफी हो गया है कोरोना का डर
- हिमाचल: अज्ञात वाहन ने बाइक सवार तीन पुलिस जवानों को कुचला, तीनों की दर्दनाक मौत
- Welcome to आयुष्मान भारत-योजना के तहत 10 लाख तक का मुफ्त इलाज
- IPL में फिर मुंबई की हार का विलेन बना ये खिलाड़ी, T20 वर्ल्ड कप में सेलेक्शन पर उठे सवाल
- कॉक के शॉट से रोहित ने बचाई अपनी जान, दर्शकों की अटकी सांस, त्रिपाठी अय्यर के तूफान में उड़ गया MI
- हिमाचल: सरकारी राशन डिपो में हर माह अब सस्ती चाय पत्ती भी मिलेगी
- पितृ पक्ष में आएं ऐसे सपने तो हो जाएं सावधान, गरुड़ पुराण में बताया गया है मतलब
- हमेशा खाने की इन चीजों के साथ ही लें विटामिन D सप्लीमेंट, नहीं तो होगा ऐसा असर
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- Google ला रहा धूम मचा देने वाला Smartphone, लॉन्च से पहले Leak हुए फीचर्स
- कृतज्ञता ज्ञापन का पर्व है पितृपक्ष, शाहजहां ने भी की थी श्राद्ध की प्रशंसा
- कब है शारदीय नवरात्रि? जानें कलश स्थापना मुहूर्त, दुर्गाष्टमी और दशहरा के बारे में
- अब नहीं आएगी तीसरी लहर! कोरोना ‘महामारी’ को लेकर आई बड़ी खबर
उत्तराखंड में होमगार्ड की भर्ती, 5वीं और 8वीं पास भी कर सकते हैं अप्लाई Posted: 24 Sep 2021 06:26 AM PDT कोरोना का कहर कम होते ही अलग-अलग विभागों में खाली पदों को भरने की तैयारी शुरू हो गई है। होमगार्ड्स के खाली पदों को भरने का प्रोसेस भी शुरू हो गया है। जिला कमांडेंट होमगार्ड्स देहरादून जनपद की ओर से 108 पदों पर भर्ती निकाली गई है। जिन लोगों के पास पांचवी और आठवीं पास का सर्टिफिकेट है, वो होमगार्ड पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पत्र निशुल्क है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 9 अक्तूबर 2021 है। भर्ती संबंधी हर डिटेल के लिए राज्य समीक्षा के साथ बने रहें। जिला कमांडेंट होमगार्ड्स देहरादून जनपद की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक पिछले साल इस पद के लिए निकाले गए समस्त आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है। होमगार्ड पद के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी का पांचवी या आठवीं पास होना अनिवार्य है। जो अभ्यर्थी इन पदों पर भर्ती के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। देहरादून जिले में होमगार्ड के 108 पदों पर भर्ती होनी है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 9 अक्टूबर 2021 है। होमगार्ड्स के जिला कमांडेंट डॉ. राहुल सचान ने बताया कि कार्यालय जिला कमांडेंट, होमगॉर्ड्स देहरादून द्वारा उत्तराखण्ड होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के अन्तर्गत होमगॉर्ड्स स्वयं सेवक के 108 पदों पर नियुक्ति निकाली गई है। इन पदों के लिए संबंधित विकासखंड और क्षेत्र के लोग आवेदन कर सकते हैं। भर्ती प्रक्रिया में महिलाएं भी शामिल हो सकती हैं। अभ्यर्थी 9 अक्टूबर 2021 को या इससे पहले ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदकों के लिए शैक्षिक योग्यता क्या है, ये भी जान लें। पर्वतीय क्षेत्र के लिए शैक्षिक योग्यता कक्षा 5वीं पास है, जबकि मैदानी क्षेत्र के अभ्यर्थी का 8वीं पास होना जरूरी है। एक जुलाई 2021 को आयु न्यूनतम 18 वर्ष तथा अधिकतम 51 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। भर्ती संबंधी आवेदन पत्र और जानकारी कार्यालय जिला कमांडेंट होमगार्ड्स देहरादून 1/8 ए आशीर्वाद एन्क्लेव चकराता रोड से प्राप्त किया जा सकता है, जो कि पूरी तरह निशुल्क है। |
इन 4 तरीकों को अपनाने से कम हो जाएगा बिजली का बिल Posted: 24 Sep 2021 06:17 AM PDT अगर आप भी बिजली के लगातार बढ़ते बिल से परेशान हो गए हैं तो ये खबर आप ही के लिए है. हम आपको 4 ऐसे टिप्स देने जा रहे हैं जिसे अपनाकर आप अपना बिजली बिल कम कर सकते हैं, और हर महीने हजारों रुपये बचा सकते हैं. नई दिल्ली: हर महीने बिजली का बिल इतना ज्यादा क्यों आता है? इस यक्ष प्रश्न का उत्तर तो बिजली का बिल भेजने वालों के पास भी नहीं होगा. इसलिए खुद बिजली का बिल घटाने की जुगत में जुटने ही सबसे अच्छा है. आज हम आपको ऐसे 4 तरीके बताएंगे जिसे अपनाकर आप बिजली का बिल कम कर सकते हैं, और पहले दिन से ही आपको इसका असर दिखने लगेगा. आइए जानते हैं कौन-कौन से हैं पे 4 तरीके… 1. पुराने बल्बों की जगह LED लगाएं पुराने फिलामेंट वाले बल्ब और सीएफएल काफी बिजली कन्ज्यूम करते हैं. इन्हें अगर LED बल्ब से बदल दिया जाए तो ना सिर्फ आपका बिजली का बिल कम आएगा, बल्कि रोशनी भी दोगुनी हो जाएगी. अगर आंकड़ों पर बात करें तो 100 वाट का फिलामेंट वाला बल्ब 10 घंटे में एक यूनिट बिजली की खपत करता है. जबकि 15 वाट का सीएफएल 66.5 घंटे में एक यूनिट बिजली लेता है. वहीं 9 वाट का एलईडी 111 घंटे होने पर एक यूनिट बिजली कन्ज्यूम करेगा. 2. इलेक्ट्रिक सामान खरीदते वक्त रेटिंग का रखें ध्यान इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे फ्रिज, एयर कंडीशनर आदि खरीदते समय रेटिंग का खास ख्याल रखना चाहिए. हमें हमेशा 5 स्टार रेटिंग वाले उपकरण खरीदने की कोशिश करनी चाहिए. इन उत्पादों की शुरुआती कीमत तो थोड़ी ज्यादा होती है, लेकिन इनमें बिजली का बिल काफी कम आता है, और लंबे समय तक उपयोग करने पर उनकी कीमत वसूल हो जाती है. 3. काम पूरा होने पर उपकरण को बंद करना ना भूलें अक्सर ऐसा होता है कि हम लाइट, पंखा और AC बंद किए बिना ही कमरे से बाहर चले जाते हैं जो सही नहीं है. बिजली से चलने वाले उपकरणों को यूज ना होने पर बंद कर देना चाहिए. इससे बिजली की बर्बादी होने से आप बचा पाएंगे और आपका बिजली का बिल भी यकीनन कम हो जाएगा. आलस छोड़कर आप इस काम को कर सकते हैं. ये बिजली की बचत करने का सबसे आसान तरीका है. 4. AC को 24 डिग्री टेम्परेचर पर ही चलाएं एयर कंडीशनर को हमेशा 24 डिग्री टेम्परेचर पर ही चलाना चाहिए. ये एक आइडियल टेम्परेचर होता है. बिजली का कम करने के लिए हजारों लोग इस टेक्नीक का इस्तेमाल करते हैं. इससे कमरे में ठंडक भी बनी रहती है और जेब पर भी ज्यादा असर नहीं पड़ता है. इसके साथ ही आप टाइमर का इस्तेमाल कर सकते हैं. टाइमर लगाने पर एक बार कमरा ठंडा होने के बाद एसी अपने आप बंद हो जाता है. ऐसा करके आप 4 से 6 हजार रुपये हर महीने बचा सकते हैं. |
हिमाचल कैबिनेट: 27 सितंबर से खुलेंगे स्कूल, 8 हजार पद भरने की मंजूरी Posted: 24 Sep 2021 06:13 AM PDT हिमाचल प्रदेश में सवा माह बाद दोबारा 27 सितंबर से नवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुलेंगे। शुक्रवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में राज्य सचिवालय में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में सप्ताह में तीन-तीन दिन कक्षाएं लगाने का फैसला लिया गया। सप्ताह के पहले तीन दिन दसवीं-बारहवीं और शेष तीन दिनों में नवीं-ग्यारहवीं के विद्यार्थी आएंगे। बैठक में शिक्षा विभाग में 8000 मल्टी टास्क वर्करों के पद भरने को भी मंजूरी दी गई। इन वर्करों को दस माह तक प्रतिमाह 5625 रुपये मानदेय मिलेगा। इसके अलावा जेबीटी और सीएंडवी शिक्षकों के पांच साल में अंतर जिला तबादले करने के प्रस्ताव को भी मंजूर किया गया। पहले यह अवधि 13 वर्ष थी। मंत्रिमंडल ने इन शिक्षकों के स्थानांतरण कोटे को भी तीन से बढ़ाकर पांच प्रतिशत कर दिया गया है। सरकारी स्कूलों में आउटसोर्स आधार पर नियुक्त 1326 कंप्यूटर शिक्षकों के मानदेय में एक अप्रैल 2021 से प्रतिमाह 500 रुपये की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया। प्रदेश में चार माह बाद दो अगस्त से विद्यार्थियों के लिए स्कूलों को खोला गया था। कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर सरकार ने 11 अगस्त से दोबारा स्कूलों को विद्यार्थियों के लिए बंद कर दिया था। अभी 25 सितंबर तक स्कूल बंद रखे गए हैं। 27 सितंबर से दसवीं और बारहवीं कक्षाओं के विद्यार्थी सप्ताह में सोमवार, मंगलवार और बुधवार जबकि नवीं और ग्यारहवीं कक्षाओं के विद्यार्थी गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को विद्यालयों में उपस्थित होंगे। आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं और परीक्षाएं जारी रहेंगी। |
IPL 2021: शिखर धवन ने छोड़ा कोहली और रोहित को पीछे, फिर भी Posted: 24 Sep 2021 06:10 AM PDT आईपीएल के दूसरे लेग के अपने पहले मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को 8 विकेट से हरा कर प्वॉइंट टेबल में फिर से पहला स्थान हासिल कर लिया है. दिल्ली की इस जीत में टीम के स्टार ओपनर शिखर धवन ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. इस मुकाबले में धवन ने 37 गेंदों में 42 रनों की पारी खेली. इसके साथ ही धवन ने आईपीएल 14 में अपने 400 रन भी पूरे कर लिए हैं. मौजूदा सीजन में अब तक खेले गए 9 मैचों में 422 रन बना कर उन्होंने ऑरेंज कैप भी अपने नाम कर ली है. छठी बार पार किया 400 का आंकड़ा आईपीएल के इतिहास में ये छठी बार है जब शिखर धवन ने एक सीजन में 400 या उससे अधिक रन बनाए हैं. इससे पहले ये कारनामा सिर्फ डेविड वॉर्नर और सुरेश रैना ही कर सके हैं. इन दोनों ही बल्लेबाजों ने लगातार सात सीजन में 400 या उससे ज्यादा रन बनाए हैं. शिखर धवन की बात की जाए, तो उन्होंने आीपीएल 2016 में 501 रन, 2017 में 479 रन, 2018 में 497 रन, 2018 में 521 रन और 2020 में 618 रन बनाए थे. इस साल छठी बार है जब धवन ने आईपीएल के सीजन में 400 या उससे ज्यादा रन बनाए हैं. सबसे ज्यादा बार एक सीजन में 400 से अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड सुरेश रैना के नाम है, जिन्होंने ये कारनामा कुल 9 बार किया है. विराट कोहली और रोहित शर्मा ने सात-सात बार ये कारनामा किया है. दिल्ली कैपिटल्स ने दर्ज की बड़ी जीत कल खेले गए मुकाबले में हैदराबाद की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली के सामने 135 रनों का लक्ष्य रखा था. ऋषभ पंत की अगुवाई वाली दिल्ली कैपिटल्स ने 17.5 ओवरों में 2 विकेट के नुकसान पर आसानी से इस लक्ष्य को हासिल कर लिया. दिल्ली की ओर से श्रेयस अय्यर ने सर्वाधिक 47 रनों की नाबाद पारी खेली. इस जीत के साथ एक तरफ दिल्ली कैपिटल्स प्वॉइंट टेबल में फिर से टॉप पर पहुंच गई है, तो वहीं सनराइजर्स हैदराबाद की टीम 8 में से 7 मुकाबले हार कर टूर्नामेंट से बाहर होने के बेहद नजदीक पहुंच गई है. |
हिमाचल: पत्नी को चैटिंग करने से रोकना पति को पड़ा भारी, तोड़ दिए दांत Posted: 24 Sep 2021 06:05 AM PDT हिमाचल में एक पति ने अपनी पत्नी को जब चैटिंग करने से रोका तो पत्नी ने रोष में आकर पति को बुरी तरह पीट डाला। जी हां मामला जिला शिमला का है जहां एक पत्नी ने अपने पति के दांत तोड़ डाले। इसके बाद घायल पति ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई है। पुलिस को दी शिकायत में घायल अमित कुमार ने बताया कि उसकी पत्नी फोन पर किसी अजनबी के साथ चैटिंग कर रही थी। जब उसने अपनी पत्नी से उस व्यक्ति के बारे में पूछा तो उसने गुस्से में आकर डंडे से उसकी पिटाई कर डाली, इस हाथापाई में उसके 3 दांत टूट गए। वहीं पुलिस ने घायल व्यक्ति की शिकायत के आधार पर महिला के विरुद्ध आईपीसी की धारा 341, 323 व 506 के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है। |
1 हजार रुपए का हो सकता है घरेलू गैस सिलेंडर, सब्सिडी बंद कर सकती है सरकार Posted: 23 Sep 2021 07:58 PM PDT बढ़ती महंगाई में आम आदमी को एक और झटका लग सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले दिनों में ग्राहकों को प्रति गैस सिलेंडर 1,000 रुपए चुकाने पड़ सकते हैं। सरकार गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी बंद कर सकती है। हालांकि, गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ाने पर सरकार का क्या विचार है, ऐसी कोई खबर सामने नहीं आई है। लेकिन सरकार के एक आंतरिक मूल्यांकन में ये बात सामने आई है कि उपभोक्ता एक सिलेंडर के लिए 1,000 रुपए तक देने के लिए तैयार हैं। घरेलू गैस सिलेंडर को लेकर सरकार के दो रुख मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक घरेलू गैस सिलेंडर की सब्सिडी को लेकर सरकार दो रुख अपना सकती है। पहला ये कि सरकार या तो अभी जैसा चल रहा है चलने दे। दूसरा कि उज्ज्वला योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर उपभोक्ताओं को ही सब्सिडी दी जाए। हालांकि, सब्सिडी देने के बारे में अभी कुछ भी साफ-साफ नहीं कहा गया है। 1 साल में 6 गुना कम हुआ सरकार पर सब्सिडी का भार वित्तीय वर्ष 2020-2021 के दौरान सरकार ने 3,559 करोड़ रुपए सब्सिडी के रूप में उपभोक्ताओं को दिए थे। वित्त वर्ष 2019-2020 में यह खर्च 24,468 करोड़ रुपए का था। यानी एक साल में ही सरकार ने सब्सिडी में लगभग 6 गुना कटौती की है। अभी क्या है सब्सिडी को लेकर नियम? अभी के नियम अनुसार अगर आपकी सालाना इनकम 10 लाख रुपए से ज्यादा है तो आपको LPG सिलेंडर पर सब्सिडी का फायदा नहीं मिलेगा। इसके अलावा मई 2020 में कुछ जगहों पर घरेलू गैस पर सब्सिडी बंद कर दी गई थी। इस साल अब तक 190.50 रुपए महंगा हुआ गैस सिलेंडर दिल्ली में इस साल 1 जनवरी को गैस सिलेंडर की कीमत 694 रुपए थी। अब सिलेंडर की कीमत 884.50 रुपए है। यानी कि जनवरी से अब तक 190.50 रुपए घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बढ़ गए हैं। साढ़े 7 साल में गैस सिलेंडर की कीमत दोगुनी से ज्यादा हुईपिछले साढ़े 7 साल में घरेलू गैस सिलेंडर (14.2 किलोग्राम) की कीमत दोगुनी से ज्यादा हो गई है। 1 मार्च 2014 को 14.2 किलो के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 410.5 रुपए थी, जो अब 884.50 रुपए है। देश में 29 करोड़ लोगों के पास घरेलू गैस कनेक्शन भारत में लगभग 29 करोड़ लोगों के पास गैस सिलेंडर कनेक्शन है। इसमें उज्ज्वला योजना के तहत करीब 8 करोड़ घरेलू गैस सिलेंडर कनेक्शन शामिल हैं। |
बड़ी खबर: हिमाचल में खुलेंगे स्कूल, शिक्षा मंत्री गोविंद बोले-काफी हो गया है कोरोना का डर Posted: 23 Sep 2021 07:55 PM PDT उन्होंने कहा कि छात्रों की पढ़ाई का नुकसान बहुत ज्यादा हो गया है. उच्चतर शिक्षण संस्थानों को खोल दिया गया है, इन संस्थानों में छात्रा 18 साल से अधिक है और उनकी वैक्सीनेशन भी हो गई है. स्कूलों को खोलना फिलहाल चुनौतीपूर्ण नजर आ रहा है, लेकिन अब कोरोना के ज्यादा मामले नहीं है. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि स्कूलों को खोलने को लेकर कैबिनेट में विस्तार से चर्चा की जाएगी और उसके बाद स्कूलों को खोलने की घोषणा की जाएगी. कोरोना की पाबंदियों के साथ स्कूल 27 सितंबर से खोले जा सकते हैं. शुक्रवार को कैबिनेट मीटिंग होगी और इसमें इस मसले पर चर्चा होगी. बता दें कि हिमाचल में स्कूल 25 सितंबर तक बंद किए गए हैं. जबकि टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ स्कूल आ रहे हैं, ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी है. और क्या बोले शिक्षा मंत्री शिक्षा मंत्री शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने ये भी एलान किया कि जिन छात्रों ने कोरोना की वजह से अपने माता-पिता को खो दिया है, उनकी पढ़ाई का जिम्मा सरकार उठाएगी. उन बच्चों की फीस माफ कर दी जाएगी. इस संबंध में निजी स्कूलों को भी आदेश जारी कर दिए गए हैं. कोरोना के चलते अनाथ होने वाले छात्रों की संख्या 21 है. शिक्षा मंत्री ने बताया कि 299 छात्र ऐसे हैं, जिनकी माता या पिता में से किसी एक की कोरोना से हुई है. इन छात्रों की पढ़ाई भी बंद नहीं होगी, इसके लिए भी सरकारी और निजी स्कूलों को आदेश जारी कर दिए गए हैं. What was the answer on the rallies राजनीतिक कार्यक्रमों में उमड़ रही भीड़ और स्कूलों को बंद रखने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजनीतिक कार्यक्रमों में अधिकतर 18 साल से ऊपर के आयु वर्ग के लोग शामिल होते हैं और उनकी वैक्सीनेशन भी हो गई है. बता दें कि हिमाचल में पिछले डेढ़ महीने से स्कूल बंद हैं. |
हिमाचल: अज्ञात वाहन ने बाइक सवार तीन पुलिस जवानों को कुचला, तीनों की दर्दनाक मौत Posted: 23 Sep 2021 07:48 PM PDT हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में एक दर्दनाक हादसा पेश आया है जहां बाइक सवार तीन पुलिस कर्मियों की अज्ञात वाहन की चपेट में आने से मौत हो गई। मामला पुलिस थाना गगरेट के तहत आशा देवी का है। यहां बाइक पर सवार होकर चौथी आईआरबीएन बटालियन के 3 जवान मनोज कुमार, शुभम व विशाल आशादेवी में स्थित पुलिस चैक पोस्ट पर जा रहे थे। इसी दौरान जैसे कि वह पेट्रोल पंप से 150 मीटर की दूरी पर पहुंचे तो अज्ञात वाहन ने तीनों बाइक सवारों को कुचल डाला। हादसे में 2 जवानों की तो मौके पर ही मृत्यु हो गई जबकि एक ने क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में दम तोड़ा। वहीं, पुलिस ने तीनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया है उधर, खबर की पुष्टि करते हुए एसपी ऊना अर्जित सेन ने बताया कि बाइक सवार 3 जवानों को एक अज्ञात वाहन ने कुचल डाला जिससे उनकी मौत हो गई है। बताया कि तीनों सिविल ड्रेस में थे तथा उनकी पहचान आईकार्ड से हो पाई है। तीनों पुलिस जवानों को कुचलने पर ट्रक चालक को संदेह के आधार पर पुलिस टीम ने नादौन, जिला हमीरपुर के पास दबोच लिया है |
Welcome to आयुष्मान भारत-योजना के तहत 10 लाख तक का मुफ्त इलाज Posted: 23 Sep 2021 07:44 PM PDT इस योजना का उद्देश्य भी यही है की सभी देशवासियों के स्वास्थ्य रहने और लंबी आयु की कामना करना है। आज हम आपको इस लेख मे इसी योजना के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है कि किस प्रकार से कोई भी व्यक्ति इस योजना का लाभ उठा सकते है। इस लेख मे हम आपको बताने वाले है कि आयुष्मान भारत योजना क्या है ? और आप इस योजना का लाभ उठाने के लिए किस प्रकार आवेदन कर सकते है। Ayushman Bharat yojana को जन आरोग्य योजना के नाम से भी जाना जाता गई ! इस योजना की शुरुआत वर्तमान प्रधानमंत्री जी के द्वारा 14 अप्रैल 2018 को भीमराव अम्बेडकर की जयंती के मौके पर छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से की थी। इस योजना की घोषणा 2014 के बजट में पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने की थी। लेकिन अब इस योजना का नाम मोदी केयर भी पड चूका है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है की इसके द्वारा लगभग दस करोड़ गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर पिछड़े परिवारों को पांच लाख रुपये तक स्वास्थ्य बीमा दिया जाये ताकि देश में किसी भी व्यक्ति की मृत्यु उस बीमारी से न हो जिस बीमारी का इलाज हो। आयुष्मान भारत के नाम से मशहूर यह योजना दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ केयर योजना है, जिसके द्वारा सभी गरीब लोग अपना इलाज मुफ्त में करवा सकते है। आयुष्मान भारत योजना की मुख्य बाते इस योजना का लाभ लेने वाले अपना इलाज फ्री में करवा सकते है। इस योजना का लाभ वही लोग उठा सकते है जिन्हे वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर गरीबी रेखा से निचे रखा गया हो । अगर आपका नाम इस लिस्ट में है , तभी आप इस योजना का लाभ ले पाओगे अन्यथा नहीं आप इसकी जानकारी Mera.pm.jay.gov.in वेबसाइट से भी प्राप्त कर सकते है। इस योजना का लाभ लेने वाले व्यक्ति सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में भी इलाज फ्री करवा सकते है | इसके लिए आपको इस योजना का आवेदन प्रकिर्या द्वारा कार्ड बनवाना होगा,तभी आप इस योजना का लाभ प्राप्त कर पाओगे। Ayushman Bharat yojana में लगभग सभी प्रकार की बीमारी के इलाज को शामिल किया गया है , जिसमे योजना का लाभ लेने वाले लोगो के लिए 1354 पैकेज है, इस योजना के द्वारा बायपास , घुटना बदलना , स्टंट डालने जैसे इलाज भी हो सकते है इसके अलावा महिलाओ के लिए गर्भावस्था देखभाल , इत्यादि। मातृ स्वास्थ्य सेवाएँ, नवजात शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को शामिल किया गया है, यही नहीं इस योजना के द्वारा आप मानसिक बीमारी डैंटल हेल्थ केयर और बुजर्गो के लिए इमरजेन्सी चिकित्सा सुविधाएं शामिल है। कुछ बीते आकड़ो के अनुसार इस योजना के द्वारा 39 लाख लोगो को फायदा पंहुचा है। जिसकी वजह से लोगो ने 12 हजार करोड़ रूपये बचाये है, जिनमे 6100 करोड़ रूपये गंभीर बीमारीयों के इलाज की वजह से बचे है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की इस योजना को दो हिस्सों में बांटा गया है पहला हिस्सा में पांच लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा कवर है ,जबकि दूसरे हिस्से में हेल्थ वेलनेस सेंटर जिसके माध्यम से रोगी को इलाज के लिए दवाइयाँ मुफ्त जाती है | आयुष्मान भारत योजना के द्वारा मरीजों के लिए होने वाले वाले खर्च को राज्य और केंद्र सरकार आपस में बांटती है। आयुष्मान भारत योजना में आने वाला खर्च इस योजना के अंतर्गत आने वाला खर्च इस साल तक़रीबन पांच हजार करोड़ रूपये का होगा। यही नहीं आने वाले साल यह खर्च बढ़कर दस हजार करोड़ रूपये का हो जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक इस साल लगभग आठ करोड़ लोग इस योजना का लाभ ले सकते है। आने वाले वर्षो में यह संख्या 10 करोड़ लोगो तक भी पहुंच जाएगी। शुरूआती वर्ष में होने वाले पांच हजार करोड़ के खर्च में केंद्र सरकार द्वारा तीन हजार करोड़ रूपये का खर्च उठाया जाएगा। इसी तरह आने वाले वर्ष में यह संख्या तीन हजार से बढ़कर सात हजार करोड़ तक पहुंच जाएगी। आपकी जानकरी के लिए बता दे यूपीए सरकार द्वारा वर्ष 2008 में शुरू की गई राष्टीय स्वास्थ्य योजना को भी आयुष्मान भारत योजना में जोड़ दिया गया है। इस योजना के लिए आपका चयन कैसे होगा इस योजना के द्वारा लोगो का चयन वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर किया जाएगा। जिसमे आधार कार्ड नंबर द्वारा गरीब आर्थिक रूप से कमजोर लोगो की सूची तैयार की जाएगी अगर आपका नाम इस सूची में आ जाता है, तो आपको इस योजना का लाभ लेने के लिए पहचान पत्र की जरूरत नहीं पड़ेगी। आपका नाम इस योजना का लाभ लेने वाले लोगो की सूची में है या नहीं इसकी जानकारी आपको कैसे मिलेगी. सूची में अपना नाम चेक करने के लिए आपको ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा। जिसे ओपन करने के बाद आपको होम पेज में एक बॉक्स दिखाई देगा यहां पर आपको अपना मोबाइल नंबर डालना है, आप जो भी मोबाइल नंबर इसमें डालोगे उस पर एक ओटीपी आएगा, ओटीपी डालने के बाद आपको पता चल जाएगा कि आपका नाम इस योजना से जुड़ा है या नहीं आप 14555 पर कॉल करके भी यह पता लगा सकते है, कि आपका नाम इस योजना की सूची में है या नहीं या आप अपने नज़दीकी अस्पताल में जाकर भी चेक करवा सकते है। योजना का लाभ अस्पताल में कैसे मिलेगा इस योजना के तहत लाभ लेने वाले परिवार को सबसे पहले अपने मरीज को अस्पताल में भर्ती करना होगा ! उसके बाद अस्पताल में अपने बीमा योजना के दस्तावेज़ दिखाने होंगे, जिसके आधार पर अस्पताल वाले आपको इस योजना का पूरा फायदा देंगे। आपके दस्तावेज़ों के आधार पर अस्पताल वाले बीमा कम्पनियो को सूचित करेंगे उसके बाद दस्तवेजो की सही पुष्टि हो जाने के बाद के बाद आपको अस्पताल में पैसे देने की जरूरत नहीं पड़ेगी । इस योजना का लाभ सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी प्राइवेट अस्पतालों में भी ले सकते है ! इस योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुंचाने के लिए अस्पतालों को इस योजना से जोड़ने का कार्य शुरू हो चूका है | यही नहीं देश में लोगो के इलाज करने के लिए अस्पतालों की कमी न हो इसके लिए सरकार देश के अंदर डेढ़ लाख से ज्यादा हेल्थ और वेलनेस सेंटर खोलने वाली है ताकि लोगो को इलाज करवाने में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। आयुष्मान भारत योजना के लाभ भारत में ऐसी बहुत सी सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजनाओं रही है जिनके अंतर्गत अलग लग राज्यों में प्रति परिवार 30,000 रुपये से लेकर 3,00,000 रुपये तक की धन राशि मुहैया कराई जाती थी। जो लोगो में असमानता उत्पन करती थीं। लेकिन आयुष्मान भारत योजना लाभार्थियों को सूचीबद्ध माध्यमिक और तृतीयक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रति परिवार प्रति वर्ष 5,00,000 रुपये तक का इलाज फ्री करवाती है। इस योजना के द्वारा लोगो को तहत निम्नलिखित उपचार निशुल्क उपलब्ध कराये जाते हैं। मरीज़ों के इलाज के लिए चिकित्सिक परीक्षा, उपचार और परामर्श मरीज के अस्पताल में भर्ती होने से पहले लगने वाला खर्च रोगी के इलाज के लिए दवाइयाँ और चिकित्सा उपभोग गैर-गहन और गहन स्वास्थ्य सेवाएँ रोगी के इलाज के लिए नैदानिक और प्रयोगशाला जांच चिकित्सा आरोपण सेवाएं (जहां आवश्यक हो) रोगी के अस्पताल में रहने और खाने का खर्च रोगी को उपचार के दौरान उत्पन्न होने वाली जटिलताएँ रोगी के अस्पताल में भर्ती होने के बाद 15 दिनों तक की देखभाल का खर्च किस राज्य में कितने सेंटर होंगे इस योजना को दो भागों में बांटा गया है पहला है। पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर और दूसरा है हेल्थ वेलनेस सेंटर इस योजना को सफल बनाने के लिए देश के सभी स्वास्थ्य केन्द्रो को जोड़ा जाएगा। यह पर इलाज के अलावा लोगो को मुफ्त दवाइयाँ भी मिलेगी। राज्य खुलने वाले हेल्थ और वेलनेस सेंटरों की संख्या छत्तीसगढ़ 1000 गुजरात में 1185 राजस्थान में 505 झारखंड में 646 मध्यप्रदेश में 700, महाराष्ट्र में 1450, पंजाब में 800, बिहार में 643, हरियाणा में 255। |
IPL में फिर मुंबई की हार का विलेन बना ये खिलाड़ी, T20 वर्ल्ड कप में सेलेक्शन पर उठे सवाल Posted: 23 Sep 2021 07:39 PM PDT कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ गुरुवार को खेले गए IPL मैच में मुंबई इंडियंस को 7 विकेट से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई इंडियंस की टीम 20 ओवर में सिर्फ 155 रन ही बना पाई. जवाब में कोलकाता नाइट राइडर्स ने सिर्फ 3 विकेट गंवाकर 15.1 ओवर में ही लक्ष्य हासिल करते हुए बड़ी जीत दर्ज कर ली. मुंबई इंडियंस की हार का विलेन बना ये खिलाड़ी T20 वर्ल्ड कप में मौका मिलने के बाद से ही सूर्यकुमार यादव का फ्लॉप शो जारी है. सूर्यकुमार यादव के चक्कर में ही श्रेयस अय्यर जैसे इन्फॉर्म बल्लेबाज को टी20 वर्ल्ड कप में मौका नहीं मिला. अय्यर सिर्फ स्टैंडबाई खिलाड़ी बनकर रह गए. कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ मैच में नंबर 3 के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव के कंधों पर जिम्मेदारी थी. सूर्यकुमार यादव इस मैच में कुछ खास कमाल नहीं कर पाए और 5 रन पर आउट होकर अपनी टीम को बीच मझधार में छोड़कर चलते बने. इससे पहले चेन्नई के खिलाफ मैच में सूर्यकुमार यादव 3 रन बनाकर आउट हुए थे. ऐसे में इस बल्लेबाज को टी20 वर्ल्ड कप की टीम में चुनकर सेलेक्टर्स ने बड़ा रिस्क लिया है. मुंबई इंडियंस के बल्लेबाजों ने बुरी तरह घुटने टेके सूर्यकुमार यादव अगर टिक जाते तो मुंबई इंडियंस की बल्लेबाजी इतनी बुरी तरह फ्लॉप नहीं होती. सूर्यकुमार यादव मुंबई इंडियंस की हार के विलेन बन गए. मुंबई इंडियंस की हार के बाद उसके फैंस मायूस हैं. सूर्यकुमार यादव को सेलेक्टर्स ने श्रेयस अय्यर जैसे टैलेंटेड बल्लेबाज की जगह टी20 वर्ल्ड कप में टॉप 15 खिलाड़ियों में सेलेक्ट किया था. जबकि श्रेयस अय्यर को रिजर्व खिलाड़ियों की लिस्ट में रखा गया, अगर कोई खिलाड़ी चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो जाता है, तब श्रेयस अय्यर को मौका मिलना संभव है. सूर्यकुमार यादव अगर इसी तरह टी20 वर्ल्ड कप में भी फ्लॉप साबित हुए तो टीम इंडिया को बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है, क्योंकि उनको जिस बल्लेबाज की जगह चुना गया है, वह भी बहुत टैलेंटेड खिलाड़ी है. बता दें कि इस साल मार्च में भारत और इंग्लैंड के बीच लिमिटेड ओवर्स की सीरीज के दौरान श्रेयस अय्यर को कंधे में चोट लग गई थी, जिसके बाद उन्होंने सर्जरी कराई और कई महीनों तक मैदान से बाहर रहे. आईपीएल की कप्तानी भी गई श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) अभी आईपीएल 2021 में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली कैपिटल्स ने इस आईपीएल सीजन में श्रेयस अय्यर की जगह ऋषभ पंत को कप्तान बनाया है. दिल्ली कैपिटल्स IPL के पहले चरण में 9 मैचों में 7 जीत के साथ प्वॉइंट टेबल में टॉप पर है. टी20 वर्ल्ड कप का टिकट भी हाथ से निकल गया टी20 वर्ल्ड कप की बात करें तो श्रेयस अय्यर की जगह सूर्यकुमार यादव ने टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) में ले ली है. श्रेयस अय्यर की चोट की वजह से उनके साथ से टी20 वर्ल्ड कप खेलने का मौका छिन गया. कब शुरू होगा टी-20 वर्ल्ड कप? टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2021) की शुरुआत 17 अक्टूबर से यूएई में होगी. इस टूर्नामेंट में 16 टीमें भाग लेंगी. टूर्नामेंट की शुरुआत ओमान और पापुआ न्यू गिनी के बीच राउंड 1 ग्रुप बी के मुकाबले से होगी, जिसमें ग्रुप बी की अन्य टीमें स्कॉटलैंड और बांग्लादेश आपस में भिड़ेंगी. ग्रुप ए में आयरलैंड, नीदरलैंड, श्रीलंका और नामीबिया शामिल हैं. राउंड 1 के मैच 17 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक चलेंगे. हर ग्रुप से दो टॉप टीमें 23 अक्टूबर से शुरू होने वाले सुपर 12 चरण में जाएंगी. पहला सेमीफाइनल 10 नवंबर को अबू धाबी में होगा. दूसरा सेमीफाइनल 11 नवंबर को दुबई में खेला जाएगा. दोनों सेमीफाइनल में रिजर्व डे रखे गए हैं. टूर्नामेंट का फाइनल दुबई में 14 नवंबर को खेला जाएगा. फाइनल के लिए भी रिजर्व डे रखा गया है. |
कॉक के शॉट से रोहित ने बचाई अपनी जान, दर्शकों की अटकी सांस, त्रिपाठी अय्यर के तूफान में उड़ गया MI Posted: 23 Sep 2021 07:36 PM PDT मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच गुरुवार को खेले गए IPL मुकाबले में रोहित शर्मा बाल-बाल बच गए. दरअसल, मुंबई इंडियंस की बैटिंग के दौरान एक ऐसी घटना हुई, जिसने दर्शकों और कमेंटेटर्स को डरा दिया. डि कॉक ने रोहित की तरफ खेला तेजतर्रार शॉट हुआ यूं कि मुंबई इंडियंस की पारी के 9वें ओवर में क्विंटन डि कॉक स्ट्राइक पर थे और कोलकाता नाइट राइडर्स के गेंदबाज आंद्रे रसेल बॉलिंग कर रहे थे. इस ओवर की दूसरी गेंद बिल्कुल क्विंटन डि कॉक के रडार में आई और उन्होंने पूरी ताकत के साथ गेंद को मिड ऑफ की तरफ खेल दिया. बाल-बाल बचे रोहित शर्मा हालांकि, गेंद में इतनी रफ्तार थी कि रोहित शर्मा को जमीन पर गिरकर अपनी जान बचानी पड़ी. रोहित शर्मा को गेंद लग जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन शुक्र है ऐसा नहीं हुआ. डि कॉक के इस बुलेट शॉट से बचने के लिए रोहित के पास आधे सेकेंड से भी कम समय था और रोहित समय पर डक करने में सफल रहे. यही कारण था कि गेंद और रोहित आपस में नहीं टकराए और वो चोटिल होने से बच गए. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. राहुल त्रिपाठी और वेंकटेश अय्यर के तूफान से जीता कोलकाता: राहुल त्रिपाठी (नाबाद 74) और वेंकटेश अय्यर (53) की शानदार बल्लेबाजी के दम पर कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने मुंबई इंडियंस को सात विकेट से हराया. KKR ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने फैसला किया. मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में छह विकेट पर 155 रन बनाए. लक्ष्य का पीछा करने उतरी केकेआर की टीम ने 15.1 ओवर में तीन विकेट पर 159 बनाकर मैच जीत लिया. मुंबई की ओर से जसप्रीत बुमराह ने तीन विकेट लिए लक्ष्य का पीछा करने उतरी केकेआर की शानदार शुरुआत रही सलामी बल्लेबाज अय्यर और शुभमन गिल ने पहले विकेट के लिए ताबड़तोड़ 40 रनों की साझेदारी कर दी. केकेआर को पहला झटका बुमराह ने गिल को आउट कर दिया, गिल ने नौ गेंदों में एक चौके और एक छक्के की मदद से 13 रन बनाए. गिल के आउट होने के बाद अय्यर और त्रिपाठी ने जबरदस्त बल्लेबाजी और टीम की जीत सुनिश्चित की. त्रिपाठी ने 42 गेंदों में आठ चौकों और तीन छक्कों की मदद से 74 रनों की पारी खेली, जबकि अय्यर ने तीस गेंदों में चार चौकों और तीन छक्कों के सहारे 53 रनों की पारी खेली. अय्यर के आउट होने के बाद कप्तान इयोन मोर्गन बल्लेबाजी करने आए पर वह ज्यादा देर तक नहीं टिक सके और सात रन बनाकर आउट हो गए. |
हिमाचल: सरकारी राशन डिपो में हर माह अब सस्ती चाय पत्ती भी मिलेगी Posted: 23 Sep 2021 07:29 PM PDT हिमाचल प्रदेश के राशन डिपो में अब उपभोक्ताओं को सस्ते राशन के साथ-साथ हर माह सस्ती आधा किलो ब्रांडेड चाय पत्ती भी मिलेगी। बाजार मूल्य की अपेक्षा यह चाय 20 रुपये तक सस्ती होगी। खाद्य आपूर्ति निगम ने इसका प्रस्ताव तैयार कर प्रदेश सरकार को मंजूरी के लिए भेजा है। प्रति राशनकार्ड पर उपभोक्ताओं को 250 ग्राम के दो पैकेट दिए जा सकते हैं। बाजार में ब्राडेंड चाय 110 रुपये की 250 ग्राम मिल रही है, खाद्य आपूर्ति निगम इसे 90 से 95 रुपये के बीच उपभोक्ताओं को देगा। खाद्य आपूर्ति निगम की ओर से कंपनी के साथ सीधा संपर्क रहेगा, इसके चलते उपभोक्ताओं को चाय पत्ती सस्ती मिलेगी। हिमाचल में 18.5 लाख राशनकार्ड धारक हिमाचल में 18.5 लाख राशनकार्ड धारक हैं। केंद्र सरकार सब्सिडी पर राशनकार्ड उपभोक्ताओं को चावल और गेहूं उपलब्ध कराती है। प्रदेश सरकार चावल 10 रुपये और गेहूं करीब 6 रुपये प्रति किलो के हिसाब से एफसीआई को राशि जमा कराती है। राशनकार्ड उपभोक्ताओं को आटा उपलब्ध हो, इसके चलते सरकार अपने स्तर पर गेहूं की पिसाई कराती है। ऐसे में एपीएल उपभोक्ताओं को यह आटा करीब 8.50 रुपये प्रति किलो मिलता है। इसके अलावा प्रदेश सरकार उपभोक्ताओं को डिपुओं में तीन दालें (मलका, माश और दाल चना), चीनी, नमक और दो लीटर तेल (एक रिफाइंड और सरसों) सब्सिडी पर देती है। अब उपभोक्ताओं को चाय की पत्ती भी बाजार से सस्ते दामों पर दी जा रही है। इस बारे खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले के सचिव सी पाल रासू ने कहा कि खाद्य आपूर्ति निगम की ओर से चाय पत्ती देने का प्रस्ताव आया है। बाजार मूल्य की अपेक्षा उपभोक्ताओं को सस्ते दामों पर चाय पत्ती देने की योजना है। |
पितृ पक्ष में आएं ऐसे सपने तो हो जाएं सावधान, गरुड़ पुराण में बताया गया है मतलब Posted: 23 Sep 2021 07:27 PM PDT कराएं रामायण या गीता का पाठ मान्यता है कि पितृ पक्ष के दौरान पितृ अपने परिजनों को देखने के लिए धरती लोक पर आते हैं इसलिए उनकी आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध-तर्पण किया जाता है. गरुड़ पुराण (Garuda Purana) में कहा गया है कि यदि पितृ पक्ष के दौरान पूर्वज बार-बार सपने में नजर आएं तो इसका मतलब है कि उनकी आत्मा अब भी भटक रही है. ऐसी स्थिति में उनकी आत्मा की शांति के लिए घर में रामायण (Ramayana) या गीता (Geeta) का पाठ करें. इसके अलावा सपने में पूर्वज यदि हर समय अपने घर के पास नजर आएं तो इसका मतलब है कि पूर्वज अब भी अपने परिवार के मोह में हैं. ऐसे में रोज गाय को 2 रोटी खिलाएं और अमावस्या के दिन पितरों को भोग लगाएं. इससे आप पर उनकी कृपा बनी रहेगी. ऐसा सपना होता है शुभ यदि पितृ पक्ष के दौरान पूर्वज सपने में आपको आशीर्वाद देते दिखें या खुश दिखें तो इसका मतलब है कि वे आपके द्वारा किए गए श्राद्ध-तर्पण, दान-पुण्य से प्रसन्न हैं. ऐसा सपना आना बहुत शुभ होता है. वहीं पूर्वजों का नंगे पैर दिखना या कुछ मांगते हुए देखने के मतलब है कि वे आपको दान करने का संकेत दे रहे हैं. ऐसा सपना आने पर पूरे मन से जरूरतमंदों को इन चीजों का दान करें. |
हमेशा खाने की इन चीजों के साथ ही लें विटामिन D सप्लीमेंट, नहीं तो होगा ऐसा असर Posted: 23 Sep 2021 07:23 PM PDT विटामिन डी (Vitamin D) सप्लीमेंट लेते हैं तो आपके लिए जरूरी है कि इसके साथ कुछ खास चीजों को डाइट में शामिल करें. विटामिन डी (Vitamin D) की कमी से आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए डॉक्टर विटामिन डी सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं. सप्लीमेंट का पूरा फायदा नहीं मिल पाता एक्सपर्ट्स के मुताबिक, विटामिन डी के साथ अगर आप डाइट में कुछ खास तरह की खाने की चीजें शामिल नहीं करते, तो इससे आपको सप्लीमेंट का पूरा फायदा नहीं मिल पाता. खाने की इन चीजों को शामिल न करने से आपकी बॉडी विटामिन के बेनिफिट्स को एब्जॉर्व नहीं कर पाती. Mayo Clinic के अनुसार, एक साल की उम्र से 70 साल की उम्र तक हर किसी को 600 इंटरनेशनल यूनिट्स रोजाना विटामिन D चाहिए होता है. 70 साल के बाद 800 IU की जरूरत होती है. पानी के साथ डिजॉल्व नहीं होता Vitamin D अगर आप अपने डेली इनटेक को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट लेते हैं, तो ये अच्छा है. साइंस के मुताबिक, ये कैप्सूल आपको खाने की कुछ चीजों के साथ लेना चाहिए. विटामिन डी फैट सॉल्यूबल विटामिन है. इसका मतलब है कि बाकी विटामिन्स की तरह ये पानी के साथ डिजॉल्व नहीं होता, इसलिए जरूरी है आप इसे फैट के साथ पेयर करें, जिससे ये बॉडी में ठीक तरह से एब्जॉर्व हो. इन चीजों के साथ लें हालांकि ये भी ध्यान रखें कि जो फैट आप विटामिन डी के साथ ले रहे हैं, उन चीजों में बेनिफिशियल फैट हो. उदाहरण के लिए ऑलिव ऑयल, एवोकाडो, फ्लैक्स सीड्स और चिया सीड्स हेल्दी फैट्स में आते हैं. साल 2013 की एक स्टडी के मुताबिक, खाने की जिन चीजों में 10 ग्राम तक फैट होता है. वो विटामिन डी के आइडियल एब्जॉर्पशन के लिए सही होती हैं. |
बार-बार बदलते हैं Hair Oil? जानिए ये कैसे पहुंचा रहा बालों को नुकसान Posted: 23 Sep 2021 07:18 PM PDT बालों (Hair) को खूबसूरत और हेल्दी रखने के लिए आप तमाम तरह के उपाय करते हैं, कई तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं और बार-बार हेयर ऑयल (Hair Oil) भी बदलते हैं, लेकिन कई बार इससे फायदा नहीं होता. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बार-बार हेयर ऑयल (Hair Oil) बदलना आपके बालों को फायदा नहीं, नुकसान पहुंचाता है. इससे बालों के झड़ने की समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है. स्कैल्प को बहुत तेज न रगड़ें तेल बालों के लिए कंडीशनर का काम करता है और बालों को मजबूत बनाता है. बालों में तेल लगाने से आपके बालों में मजबूती और चमक आती है. साथ ही धूप की हानिकारक किरणों से भी आपके बालों का बचाव होता है. तेल लगाते समय स्कैल्प को बहुत तेज न रगड़ें. इसे अपने बालों पर एक घंटे से ज्यादा समय तक न रहने दें. बालों में लंबे समय तक तेल लगा रहने से ये पोर्स को बंद कर देता है. इससे स्कैल्प में दाने, फुंसियां हो सकती हैं, जिससे बाल टूटकर गिरने लगते हैं. अगर आपको ड्रैंड्रफ की प्रॉब्लम है तो तेल न लगाएं क्योंकि, डैंड्रफ की वजह से स्कैल्प ऑयली होती है और इसलिए तेल लगाने से बालों को फायदा नहीं मिलता. बार-बार तेल बदलने से हो सकता है हेयर फॉल बालों में तेल की मालिश से स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है ये हेयर फॉलिकल्स को स्टिमूलेट करता है. बालों की सेहत के हेयर ऑयलिग अच्छी है, लेकिन बार-बार तेल न बदलें. हेयर ऑयल में मौजूद फैटी एसिड बालों को स्वस्थ रखते हैं, लेकिन अगर कोई तेल इस्तेमाल करने के बाद भी आपके बालों का झड़ना नहीं रुक रहा, तो इसका मतलब है कि बालों को पूरा पोषण नहीं मिल रहा. नारियल का तेल बालों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. इसके अलावा आंवला और जैतून के तेल का इस्तेमाल भी लोग करते हैं. सभी के बालों को सूट नहीं करता नारियल तेल यहां ध्यान रखना चाहिए कि नारियल तेल सभी के बालों को सूट नहीं करता और अगर आप इसे लगाते हैं तो हेयर फॉल की समस्या बढ़ सकती है. अगर आपके बालों का टेक्स्चर बहुत पतला है या बाल बहुत कमजोर हैं, तो नारियल तेल का इस्तेमाल न करें. जैतून का तेल अच्छा विकल्प होगा. जब आप बार-बार तेल बदलते हैं, तो इससे भी हेयर फॉल की समस्या बढ़ सकती है. हर किसी के बालों का टेक्सचर अलग होता है. हेयर ऑयल सेलेक्ट करते समय बालों के टेक्सचर पर ध्यान दें. जब कोई तेल आपको सूट कर रहा हो, तो इसे न बदलें. इसी का इस्तेमाल करें. |
Google ला रहा धूम मचा देने वाला Smartphone, लॉन्च से पहले Leak हुए फीचर्स Posted: 23 Sep 2021 07:15 PM PDT Google अक्टूबर में अपने Pixel 6 और Pixel 6 Pro स्मार्टफोन लॉन्च करने की योजना बना रहा है. अब ताइवान के एनसीसी डेटाबेस पर एक नई लिस्टिंग से पता चलता है कि Pixel 6 Pro 33 वॉट चार्जिंग स्पीड को सपोर्ट करेगा. यह सर्च दिग्गज के लिए एक बड़ा कदम है. इस 33 वॉट चार्जिंग के अलावा, फोन में 5,000 एमएएच की बैटरी लाने की अफवाह है. PIXEL 6 PRO में यह चीज होगी खास GizChina की रिपोर्ट के अनुसार, यह कंपनी के स्मार्टफोन्स के लिए एक बड़े अपग्रेड का भी प्रतिनिधित्व करता है. Pixel 6 Pro में 1,440×3,120 पिक्सल के रिजॉल्यूशन और 120 हट्र्ज रिफ्रेश रेट के साथ डिस्प्ले पैनल की सुविधा दी गई है. स्मार्टफोन में डिजिटल कार की एप्लिकेशन के साथ प्री-इंस्टॉल आने की उम्मीद है. हुड के तहत, स्मार्टफोन एक टेंसर चिपसेट के साथ आएगा, जिसे माली-जी 78 जीपीयू के साथ जोड़ा जाएगा, 12 जीबी तक एलपीडीडीआर 5 रैम और 512 जीबी तक स्टोरेज होगी. PIXEL 6 PRO का कैमरा ऑप्टिक्स के संदर्भ में, स्मार्टफोन ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप के साथ आएगा जिसमें 50 एमपी सैमसंग जीएन 1 प्राइमरी सेंसर, 12 एमपी सोनी आईएमएक्स 386 अल्ट्रा-वाइड लेंस और 48 एमपी सोनी आईएमएक्स 586 टेलीफोटो स्नैपर 4 एक्स ऑप्टिकल जूम सपोर्ट के साथ होगा. सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 12 एमपी का सोनी आईएमएक्स 663 फ्रंट-फेसिंग कैमरा होगा. PIXEL 6 और 6 PRO के अन्य फीचर्स कनेक्टिविटी के लिए, डिवाइस वाई-फाई 6ई, यूडब्ल्यूबी, ब्लूटूथ 5.2, जीपीएस और टाइप-सी पोर्ट के लिए सपोर्ट देगा. |
कृतज्ञता ज्ञापन का पर्व है पितृपक्ष, शाहजहां ने भी की थी श्राद्ध की प्रशंसा Posted: 23 Sep 2021 07:11 PM PDT Pitru Paksha 2021: भारतीय संस्कृति के सबसे प्राचीन ग्रंथ वेद हैं। उनमें पितृयज्ञ का वर्णन मिलता है। वास्तव में पितृयज्ञ का ही दूसरा नाम श्राद्ध है। ब्रह्म पुराण में श्राद्ध के संबंध में कहा गया है: देशे काले च पात्रे च श्रद्धया विधिना च यत्। पितृनुदिश्य विप्रेभ्यो दत्तं श्राद्धमुदाहृतम्।।अर्थात् उचित देश, काल और पात्र में जो भी भोजनादि श्रद्धापूर्वक पितरों के निमित्त दिया जाता है, वह श्राद्ध है। इससे ज्ञात होता है कि सनातन हिंदू धर्म में श्राद्ध की प्रथा अति प्राचीन है, जो अबाध गति से अब तक चली आ रही है। शाहजहां ने भी की थी श्राद्ध की प्रशंसा कहा जाता है कि इस श्राद्ध की प्रशंसा मुगल बादशाह शाहजहां ने भी की थी, जब उसके पुत्र औरंगजेब ने उसे कारागार में डाल दिया। तब उसने जेल से अपने पुत्र के लिए पत्र लिखा था कि 'तू अपने जीवित पिता को पानी के लिए तरसा रहा है। शत-शत बार प्रशंसनीय हैं वे हिंदू, जो अपने मृत पितरों को जलांजलि देते हैं।' (ऐ पिसर तू अजब मुसलमानी, ब पिदरे जिंदा आब तरसानी। आफरीन बाद हिंदवान सद बार, मैं देहंद पिदरे मुर्दारावा दायम आब)। अटूट रिश्तों का संबंध प्राचीन सभ्यताओं में भी मृतक को दफनाते समय कब्र में दैनिक भोग की आवश्यक सामग्री रखने की प्रथा थी, जो श्राद्ध का ही एक रूप थी। 'सर्वे भवन्तु सुखिन:' का उद्घोष करने वाली भारतीय संस्कृति दुनिया में सबसे विलक्षण संस्कृति है, क्योंकि यह मानवतावादी है। इसलिए इसका हर विधान लोक मंगलकारी है। इसमें संशय की कोई गुंजाइश नहीं होती। मानवीय संबंधों की गहराई जितनी भारतीय संस्कृति में है, उतनी दुनिया में कहीं नहीं। हमारे अटूट रिश्तों का संबंध केवल एक जन्म का नहीं, जन्म-जन्मान्तर का होता है। ऐसा रिश्ता, जो मरकर भी नहीं मरता। हो भी क्यों न! जिस देश में बच्चे को पहला पाठ 'मातृदेवो भव' और 'पितृदेवो भव' का पढ़ाया जाता है। माता को धरती और पिता को आकाश से भी ऊंचा कहा जाता है। ऐसे आत्मीय रिश्ते को भला मृत्यु भी कैसे तोड़ सकती है। इसीलिए वे पितर पितृलोक में निवास करते हुए सदा अपनी संतानों की मंगल कामना करते हैं। हम तो कृतज्ञता ज्ञापन के लिए नित्य सूर्य और चंद्र को भी अर्घ्य देते हैं, जो हमें ऊष्मा, प्रकाश और शीतलता प्रदान करते हैं। फिर हम उन पितरों को कैसे भूल सकते हैं, जिन्होंने हमें अमूल्य जीवन दिया। शायद उसका ऋण हम कभी नहीं चुका सकते। अत: पितरों के प्रति श्रद्धा से कृतज्ञता ज्ञापन का पर्व है पितृपक्ष। श्रद्धा से दिया गया दान श्राद्ध श्रद्धा से दिया गया दान श्राद्ध कहलाता है, इसीलिए पितृपक्ष को श्राद्धपक्ष भी कहते हैं। इस काल में लोग अपने पितरों की स्मृति में पूजन व तर्पण के अतिरिक्त निर्धन व्यक्तियों को भोजन व अन्न-वस्त्र आदि का दान भी करते हैं। विश्वास है कि यह निश्चित रूप से पितरों को प्राप्त होता है। वस्तुत: हमारी संस्कृति में स्थूल शरीर के अतिरिक्त एक सूक्ष्म शरीर भी स्वीकार किया गया है, जो मृत्यु के बाद भी नष्ट नहीं होता, मान्यता है कि पितर इसी सूक्ष्म शरीर से पूजन और तर्पण को ग्रहण करते हैं। दूसरे, भारतीय संस्कृति समतामूलक है, जिसमें ऐसे अवसरों पर दान क्रियाओं का विधान इसलिए किया गया है, जिससे जरूरतमंद लोगों की आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके। भूखों को भोजन मिल सके। पशु, पक्षियों, कीट, पतंगों को भोजन देने का उद्देश्य भी यही है। वैसे भी हमारी संस्कृति में किसी भी रूप में प्राणि जगत की सेवा ईश्वर की ही सेवा होती है। गीता में कहा गया है कि उचित देशकाल में उचित पात्र को दिया गया दान सफल होता है। अत: सुपात्र को दिये गए दान से पितर अवश्य तृप्त होते होंगे, इसमें कोई संदेह नहीं। यही तो पितृपक्ष की सार्थकता है। पूर्वजों की स्मृति में दिया गया दान किसी भूखे का पेट भर सकता है। किसी जरूरतमंद की जरूरत बन सकता है। श्राद्ध कर्म के विधान को समझना होगा, जो संपूर्ण मानवता को समर्पित है। |
कब है शारदीय नवरात्रि? जानें कलश स्थापना मुहूर्त, दुर्गाष्टमी और दशहरा के बारे में Posted: 23 Sep 2021 07:08 PM PDT Shardiya Navratri 2021: पितृ पक्ष का प्रारंभ हुआ है, जो इस वर्ष 16 दिनों का है। यह 06 अक्टूबर को आश्विन अमावस्या को समाप्त होगा। इसके ठीक अगले दिन से शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से होता है। इस वर्ष भी ऐसा ही है। इस वर्ष शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ 07 अक्टूबर दिन गुरुवार से हो रहा है। इस दिन ही कलश स्थापना या घटस्थापना होता है और नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। जागरण अध्यात्म में आज हम जानते हैं शारदीय नवरात्रि 2021 के कैलेंडर के बारे में। शारदीय नवरात्रि 2021 कैलेंडर शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ: 07 अक्टूबर, दिन गुरुवार। घट स्थापना या कलश स्थापना: 07 अक्टूबर को। घटस्थापना मुहूर्त: प्रात: 06 बजकर 17 मिनट से सुबह 07 बजकर 07 मिनट के मध्य। मां शैलपुत्री की पूजा नवरात्रि का दूसरा दिन: 08 अक्टूबर, दिन शुक्रवार। मां ब्रह्मचारिणी की पूजा। नवरात्रि का तीसरा दिन: 09 अक्टूबर, दिन शनिवार। मां चंद्रघंटा पूजा। मां कुष्मांडा पूजा। नवरात्रि का चौथा दिन: 10 अक्टूबर, दिन रविवार। मां स्कंदमाता की पूजा। नवरात्रि का पांचवा दिन: 11 अक्टूबर, दिन सोमवार। मां कात्यायनी की पूजा। नवरात्रि का छठा दिन: 12 अक्टूबर, दिन मंगलवार। मां कालरात्रि की पूजा। नवरात्रि का सातवां दिन: 13 अक्टूबर, दिन बुधवार। दुर्गा अष्टमी। मां महागौरी की पूजा। नवरात्रि का आठवां दिन: 14 अक्टूबर, दिन गुरुवार। महानवमी एवं हवन। कन्या पूजन। नवरात्रि का दसवां दिन: 15 अक्टूबर, दिन शुक्रवार। दुर्गा विसर्जन। नवरात्रि व्रत का पारण। विजयादशमी। दशहरा। कन्या पूजन: नवरात्रि में व्रत के साथ कन्या पूजन का बहुत महत्व होता है। जो लोग नवरात्रि के 9 दिनों का व्रत रहते हैं या फिर पहले दिन और दुर्गा अष्टमी का व्रत रखते हैं, वे लोग कन्या पूजन करते हैं। कई स्थानों पर कन्या पूजन दुर्गा अष्टमी के दिन होता है और कई स्थानों पर यह महानवमी के दिन होता है। 01 से लेकर 09 वर्ष की कन्याओं को मां दुर्गा का स्वरुप माना जाता है, इसलिए उनकी पूजा की जाती है। |
अब नहीं आएगी तीसरी लहर! कोरोना ‘महामारी’ को लेकर आई बड़ी खबर Posted: 23 Sep 2021 06:56 PM PDT देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार घट रहे हैं और मंगलवार को संक्रमण के 26 हजार मामले सामने आए साथ ही 252 मौतें दर्ज की गईं. एम्स निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया के मुताबिक कोरोना वायरस अब महामारी नहीं रह गया है. हालांकि उन्होंने सावधान किया कि जब तक भारत में हर व्यक्ति को वैक्सीन नहीं लग जाती तब तक सतर्क रहने की जरूरत है. खास तौर पर सभी के लिए त्योहारों पर भीड़-भाड़ से बचना जरूरी है. 'पूरी तरह कभी खत्म नहीं होगा कोरोना' डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि भारत में दर्ज हो रहे आंकड़े अब 25 हजार से 40 हजार के बीच आ रहे हैं. अगर लोग सावधान रहे तो ये मामले धीरे-धीरे कम होते रहेंगे. हालांकि कोरोना कभी पूरी तरह खत्म नहीं होगा. लेकिन भारत में जितनी तेजी से वैक्सीनेशन हो रहा है, उसे देखते हुए कोरोना का अब महामारी की शक्ल लेना या बड़े पैमाने पर फैलना मुश्किल है. एम्स डायरेक्टर डॉक्टर गुलेरिया का कहना है कि कोरोना वायरस जल्द ही आम फ्लू यानी साधारण खांसी, जुकाम की तरह हो जाएगा क्योंकि लोगों में अब इस वायरस के खिलाफ इम्युनिटी तैयार चुकी है. लेकिन बीमार और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को इस बीमारी से जान का खतरा बना रहेगा. बूस्टर डोज पर कही अहम बात वैक्सीन लगवा रहे लोगों के मन में ये सवाल भी है कि वैक्सीन क्या जीवनभर सुरक्षा प्रदान करेगी या फिर दोबारा कुछ वक्त के बाद बूस्टर डोज की जरूरत पड़ेगी. इस सवाल के जवाब में डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि भारत में प्राथमिकता ये है कि सभी लोगों को वैक्सीन की दोनो डोज लग जाएं, बच्चों को भी वैक्सीन लग जाए. इसके बाद ही बूस्टर डोज पर जोर दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि दुनिया के सभी देशों में लोग वैक्सीन लगवा लें, इसी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम को अक्टूबर में फिर से शुरू करने की बात की है. अप्रैल के महीने में भारत सरकार ने भारतीयों को प्राथमिकता देते हुए कुछ वक्त के लिए दूसरे देशों को वैक्सीन डोनेट करने का काम स्थगित कर दिया था लेकिन एम्स निदेशक के मुताबिक अगर दुनिया के किसी भी देश के लोग वैक्सीन नहीं लगवा पा रहे तो इससे हर देश को खतरा है. दिसंबर तक सबका वैक्सीनेशन डॉक्टर गुलेरिया का कहना है कि वायरस कहीं से भी फिर से फैल सकता है. इस दिशा में दुनिया को वैक्सीन बांटकर भारत अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है. हालांकि कुछ वक्त के बाद बेहद बीमार, बुजुर्गों या कमजोर इम्युनिटी वालों को बूस्टर डोज दी जा सकती है. ये भी जरूरी नहीं कि बूस्टर उसी वैक्सीन का लगे जो किसी ने पहले लगवाई हो. कोई नई वैक्सीन लगवाकर भी बूस्टर का काम किया जा सकता है, हालांकि इस बारे में पहले एक पॉलिसी बनाई जाएगी. उनका कहना है कि कुछ लोगों को बूस्टर डोज की जरूरत पड़ सकती है. ये बूस्टर दूसरी वैक्सीन की भी लग सकती है. लेकिन इस पर फैसला लिया जाएगा, पहले सभी को वैक्सीन लगानी जरूरी है, फिर बूस्टर की बारी आएगी. डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि दिसंबर तक सभी को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है. |
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