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Saturday, January 1, 2022

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Liked on YouTube: स्वतंत्रता आन्दोलन के वक्त के नेताओं में राष्ट्र से प्रेम ज्यादा था वो निरंतर राष्ट्र की सोचतें थे |

Posted: 01 Jan 2022 07:12 AM PST

स्वतंत्रता आन्दोलन के वक्त के नेताओं में राष्ट्र से प्रेम ज्यादा था वो निरंतर राष्ट्र की सोचतें थे |
स्वतन्त्रता आन्दोलन के सिपाही जग दत्त मिश्र क्या सोचतें है आज के नेताओं के बारें में देखें वयोवृद्ध स्वतन्त्रता सेनानी की सोच उनकी ही जुवानी | दिव्य रश्मि ! धर्म, राष्ट्रवाद , राजनीति , समाज एवं आर्थिक जगत की खबरों का चैनल है | जनता की आवाज़ बनने के उदेश्य से हमारे सभी साथी कार्य करते है अत: हमारे इस मुहीम में आप के साथ की आवश्यकता है |हमारे खबरों को लगातार प्राप्त करने के लिए हमारे चैनल को सबस्क्राइब करना न भूले और बेल आइकॉन को अवश्य दबाए | खबर पसंद आने पर👉 हमारे "चैनल" को Subscribe, वीडियो को Like 👍 & Share↪ , जरुर करें चैनल को सब्सक्राइब करें खबर को शेयर जरूर करें Facebook : https://ift.tt/3dbFiJU Twitter https://twitter.com/DivyaRashmi8 instagram : https://ift.tt/35ARrp0 visit website : https://ift.tt/3d6mwRK
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नववर्ष

Posted: 01 Jan 2022 06:46 AM PST

नववर्ष

समय
कभी ठहरता नही
उडता है
पंख लगाकर
गली कूंचो
खेत खलिहानों
वन उपवन
से गुजरता हुआ
छोडता अपने
अमिट निशान
अलग अलग 
रंग और रुप में।

जीवन
नाम है
किसी के काम आने का
सुख दुःख
साथ साथ बिताने का
खट्टे मीठे अनुभवों से
कुछ सीख लेकर
पथ पर
बढते जाने का।

जीवन पथ पर
राही बन
मिलते हैं अनेक
मगर
कुछ चलते
पग दो पग,
कुछ
अगले मुकाम तक
और 
आज के युग में तो
अनेक मिलते
अपने स्वार्थ सिद्धि तक
साथ निभाने को।

परन्तु
जीवन पथ पर
जीवन भर
निःस्वार्थ भाव
साथ चलने का संकल्प
निभाते
तुम्हारे साथ बिताये पल
धरोहर है।

हां
बस यही 
नववर्ष संकल्प है
कि नववर्ष में भी
निस्वार्थ भाव
मानवता हित
आगे बढ़ता रहूं।

अ कीर्ति वर्द्धन
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समकालीन जवाबदेही पत्रिका के मगध विशेषांक का हुआ भव्य लोकार्पण

Posted: 01 Jan 2022 06:43 AM PST

समकालीन जवाबदेही पत्रिका के मगध विशेषांक का हुआ भव्य लोकार्पण

स्थानीय आई एम ए हॉल में समकालीन जवाबदेही परिवार द्वारा प्रकाशित मगध विशेषांक पत्रिका का लोकार्पण किया गया। पत्रिका के इस अंक का लोकार्पण चपरा धाम के संस्थापक अशोक कुमार सिंह , डॉ सच्चिदानंद प्रेमी , वरीय साहित्यकार रामकृष्ण मिश्र , कवि एवं पूर्व रेलवे राजभाषा अधिकारी राजमणि मिश्र , डॉ सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह, डॉ कुमार वीरेंद्र, बार काउंसिल के अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह, प्रो चितरंजन कुमार,शम्भुनाथ पांडेय, डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्र ने संयुक्त रुप से किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता चपरा धाम के संस्थापक अशोक कुमार सिंह और संचालन वरिष्ठ पत्रकार प्रेमेंद्र मिश्र ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ आगत अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। आगत अतिथियों को अंगवस्त्र एवं पुष्पमाला प्रदान कर अभिनंदन किया गया। शिवांगी और समीक्षा ने मधुर स्वर में स्वागत गान और 'चतुरंग' प्रस्तुत किया। प्रस्तुति में तबले पर संगत सुशील पांडेय ने किया।
आगत अतिथियों का स्वागत संबोधन कवि धनंजय जयपुरी ने किया।
पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्र ने कहा कि यह पत्रिका वर्ष 2016 से प्रकाशित की जा रही है। इस विशेषांक में मगध की विशिष्टताओं की झलक मिलती है। इसमें मगध के साहित्य, कला , परम्पराओं, लोक - संस्कृति , स्थापत्य कला के अनछुए पहलुओं को संकलित करने का प्रयास किया गया है।
डॉ चितरंजन कुमार ने कहा कि पत्रिका का यह मगध विशेषांक निकालना विशेष सराहनीय कार्य है। मगध ऐसा क्षेत्र है जहाँ के लोगों ने अपने साहस और पराक्रम से असम्भव को सम्भव बनाने का काम किया है। इसका अतीत गौरवशाली तो है ही इसका वर्तमान भी अनुकरणीय है। यह भूमि अन्याय के विरुद्ध तत्काल प्रतिरोध करने की क्षमताओं से भरा-पूरा है। पूरी दुनिया उगते सूरज को प्रणाम करती है परंतु मगध पहले डूबते सूर्य को प्रणाम करता है और बाद में उगते सूर्य को प्रणाम करता है।
चंद्रशेखर प्रसाद साहू ने कहा कि इस अंक में मगध की श्रमशीलता, रचनाशीलता , कला एवं स्थापत्य शैली की विशेषताओं की जानकारी मिलती है। इस अंक से नवीन पीढ़ी मगध के विरासत से सरोकार रखने के लिए प्रेरित होगी। इस अंक में मगध के बारे में जानकारी एक ही दस्तावेज में प्राप्त हो जाती है।
डॉ कुमार वीरेंद्र ने आधार व्यक्तव्य देते हुए कहा कि मगध सदैव ज्ञान की भूमि है जिसने ज्ञान पिपासुओं को अपनी ओर आकर्षित किया है। यहाँ के प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने के लिए प्रवेश परीक्षा द्वारपाल लेता था। इस अंक में मगध की राजनीति , शासन , परम्परा, व्रत , लोक-संस्कृति आदि के बारे में कई आलेख संकलित हैं। पत्रिका के इस अंक में मगध की बोली, खान-पान, रीति-रिवाज, व्यवसाय एवं लोक - परम्पराओं की जानकारी मिलती है। पत्रिका का यह अंक मगध की साहित्यिक प्रवृति को समृद्ध करता है।
डॉ सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह ने इस अंक के सुधी लेखकों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि उन्होंने मगध की एक-एक विशेषताओं का शोध कर जानकारी जुटाई और आलेख लिखा। प्राचीन ग्रन्थों में मगध के बारे ओछी टिप्पणी की है, जो मगध की समृद्ध विरासत को देखते हुए उचित प्रतीत नहीं होती है।
डॉ राम कृष्ण मिश्र ने कहा कि इस प्रकार की पत्रिकाओं का अपना साहित्यिक और सामाजिक महत्व है। यह अतीत और वर्तमान के बीच जानकारी एवं सामूहिक अनुभव के अंतरण का सेतु है। यह विरासत को बनाए रखने में बहुत ही उपयोगी है।
डॉ सच्चिदानंद प्रेमी ने कहा कि मगध की महिमागाथा अपरम्पार है और अतुलनीय है । इसकी महागाथा का गायन करने की जरूरत है।
अध्यक्षीय उद्बोधन करते हुए अशोक सिंह ने कहा कि पत्रिका का यह विशेषांक सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक प्रयासों का दस्तावेज है जिसमें मगध की यशोगाथा सहेजी गयी है। इसमें मगध की गौरवशाली परम्परा, जीवन मूल्यों के साथ ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक पहलुओं को सहेजा गया है। धन्यवाद ज्ञापन भारती भूषण ने किया।कार्यक्रम में डॉ चंद्रशेखर पांडेय, डॉ हनुमान राम, डॉ ऋत्विक सिंह , डॉ धनजंय कुमार, भैरवनाथ पाठक, डॉ शिवपूजन सिंह,अनुज बेचैन, कवि राकेश कुमार, शिवनारायण सिंह, पुरुषोत्तम पाठक, राम किशोर सिंह, प्रो संजीव रंजन,सिद्धेश्वर विद्यार्थी, इरफान अहमद, निर्भय कुमार मिश्र, ओमप्रकाश सिंह, श्रवण कुमार सिंह, हिमांशु चक्रपाणि, संजीव नारायण सिंह, देवेंद्र दत्त मिश्र, के डी पांडेय, चन्दन कुमार पाठक , शिवदेव पांडेय, जनार्दन जलज,अनिल कुमार सिंह, श्री राम रॉय, सुरेश विद्यार्थी, यज्ञ नारायण मिश्र, उज्ज्वल रंजन,अनुज पाठक, सुमन्त कुमार, श्रवण सिंह, कविता विद्यार्थी, ज्योत्स्ना मिश्रा , सुषमा सिंह, आशिका सिंह आदि सैकड़ों साहित्यप्रेमी उपस्थित थे।
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प्राकृतिक कृषि व पशुपालन को प्रोत्साहन

Posted: 01 Jan 2022 06:40 AM PST

प्राकृतिक कृषि व पशुपालन को प्रोत्साहन

(डॉ. दिलीप अग्निहोत्री-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
भारत में प्राचीनकाल से कृषि व पशुपालन परस्पर पूरक रहे है। यह भारत की समृद्ध अर्थव्यवस्था के आधार थे। जैविक अथवा प्राकृतिक कृषि से लागत कम आती थी। इसके अनुरूप लाभ अधिक होता था। ऐसे कृषि उत्पाद स्वास्थ्य के लिए भी लाभ दायक थे। जमीन की उपजाऊ क्षमता भी बनी रहती थी। कुछ दशक पहले केमिकल खाद का प्रचलन शुरू हुआ। उत्पादन बढ़ा लेकिन इससे अनेक समस्याएं भी पैदा हुई। मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगा। जमीन की उपजाऊ क्षमता कम होने लगी। कृषि की लागत बढ़ने लगी। पशुपालन की ओर भी पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया। अब यह समस्याएं जन जीवन को प्रभावित करने लगी है। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद इस ओर ध्यान दिया। इस क्षेत्र में बड़े बदलाव की आवश्यकता थी। कृषि क्षेत्र में परिवर्तन अपेक्षित थे लेकिन यह कार्य केवल सरकार के स्तर पर संभव नहीं था। किसानों का भी जागरूक होना आवश्यक था। नरेंद्र मोदी सरकार ने यूरिया की कालाबाजारी रोकी। नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन शुरू किया गया। सरकार ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह किया। इसी के साथ प्राकृतिक कृषि को प्रोत्साहित करने का अभियान भी शुरू किया गया। बड़ी संख्या में किसान अब प्राकृतिक कृषि के प्रति आकर्षित हो रहे है। मोदी सरकार किसानों की आय दो गुनी करने की दिशा में कार्य कर रही है। इसमें जैविक कृषि भी उपयोगी साबित हो रही है। विगत सात वर्षों के दौरान किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में अनेक कदम उठाए गए है।

प्राकृतिक कृषि से देश के अस्सी प्रतिशत किसानों को सर्वाधिक लाभ होगा। इनमें दो हेक्टेयर से कम भूमि वाले छोटे किसान हैं। केमिकल फर्टिलाइजर से इन किसानों की कृषि लागत बहुत बढ़ जाती है। प्राकृतिक खेती से इनकी आय बढ़ेगी। केमिकल के बिना भी बेहतर फसल प्राप्त की जा सकती है। पहले केमिकल नहीं होते थे, लेकिन फसल अच्छी होती थी। विगत सात वर्षों में बढ़िया बीज कृषि उत्पाद हेतु बाजार के प्रबंध किए गए। मृदा परीक्षण,किसान सम्मान निधि, डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य, सिंचाई के सशक्त नेटवर्क, किसान रेल जैसे अनेक कदम उठाए गए है। प्रधानमंत्री ने प्राचीन भारतीय पारम्परिक और प्राकृतिक खेती को पुनर्जीवित करने का एक बहुत बड़ा अभियान शुरू किया है। कुछ दिन पहले नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से प्राकृतिक खेती राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र को सम्बोधित किया था। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सरकारी आवास से वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए थे। यह सम्मेलन आणंद गुजरात में आयोजित किया गया था। इसके बाद किसान दिवस पर लखनऊ व काशी में किसान हित के कार्यक्रम आयोजित हुए। लखनऊ के कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ शामिल हुए जबकि काशी के कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ दोनों सहभागी थे। इन सभी कार्यक्रमों में किसानों के कल्याण संबन्धी अभियान को आगे बढ़ाया गया। प्राकृतिक कृषि पर बल दिया गया। वर्चुअल सम्मेलन में आठ करोड़ से अधिक किसान तकनीकी माध्यम से जुड़े थे। इसमें नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्राकृतिक खेती को जनआंदोलन बनाने की आवश्यकता है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस अमृत महोत्सव वर्ष में हर पंचायत का कम से कम एक गांव प्राकृतिक खेती से जोड़ना होगा। गाय, भैंस का मजाक उड़ाने वाले भूल जाते हैं कि देश के आठ करोड़ परिवारों की आजीविका पशुधन से चलती है। इनकी मेहनत से भारत हर साल लगभग साढ़े आठ लाख करोड़ रुपये का दूध उत्पादन करता है। यह धनराशि भारत में गेहूं और धान की कीमत से अधिक है। इसलिए डेयरी सेक्टर को मजबूत करना हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। इसी कड़ी में बनास काशी संकुल संयंत्र का शिलान्यास किया गया है। बनास डेयरी से जुड़े लाखों किसानों के खाते में करोड़ों रुपये ट्रांसफर किये गये हैं। वाराणसी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के रामनगर डेयरी प्लाण्ट को चलाने के लिए बायो गैस आधारित ऊर्जा संयंत्र का शिलान्यास किया गया है। दूध की शुद्धता के प्रमाणन के लिए एकीकृत व्यवस्था और लोगो जारी हुआ। लगभग बीस लाख परिवारों को घर के कानूनी दस्तावेज की कॉपी सौंपी गयी। नरेंद्र मोदी ने कहा कि डेयरी सेक्टर हमारे यहां रोजगार का बड़ा माध्यम रहा है। इस सेक्टर को प्रोत्साहित करने के लिए हमारी सरकार ने कामधेनु आयोग का गठन किया। डेयरी सेक्टर के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए विशेष फण्ड बनाया गया। पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ा गया।

पशुधन, बायो गैस, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती का आधार बन सकता है। सहकारिता क्षेत्र की बड़ी इकाई बनास और पूर्वांचल के किसानों की सहभागिता से वाराणसी सहित इस क्षेत्र के किसानों को लाभ होगा। इससे आस पास के गांवों में दुग्ध समितियां, कलेक्शन सेन्टर बनेंगे। दूध की गुणवत्ता प्रमाणिकता को लेकर उलझन रही है। प्रमाणिकता के लिए अलग। अलग व्यवस्था के कारण पशुपालकों, दुग्ध संघों को कठिनाइयां होती रहीं। इसके समाधान के लिए भारतीय मानक ब्यूरों ने देश भर के लिए मानक जारी किया है। कामधेनु का लोगो भी जारी किया गया है। यह लोगो दूध व दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता व विश्वसनीयता की पहचान होगा। बायो गैस द्वारा बिजली बनाने के इस संयंत्र से ऊर्जा जरूरते पूरी होंगी। उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में तेईस लाख से अधिक घरौनी तैयार हुई हैं। इनमें से इक्कीस लाख परिवारों को यह दस्तावेज दिये गये। लखनऊ में भी किसान दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इसमें योगी आदित्यनाथ कहा कि स्वॉयल हेल्थ कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, खेती सिंचाई में विविधीकरण करने के साथ तकनीक का उपयोग से किसानों की लाभ मिल रहा है। देश में न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा करीब पांच दशक पहले हुई थी लेकिन ईमानदारी के साथ किसान को इसके साथ जोड़ने का कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। उनकी सरकार ने लागत के डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य को लागू करने का कार्य किया। वर्तमान प्रदेश सरकार ने सत्ता में आने के तुरन्त बाद छियासी लाख किसानों के छत्तीस हजार करोड़ रुपये के फसली ऋण को माफ करके उन्हें राहत देने का कार्य किया। विगत साढ़े चार वर्ष के दौरान वर्तमान सरकार ने प्रदेश में अनेक लम्बित सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने का कार्य किया गया जिससे बाइस लाख हेक्टेयर से अधिक अतिरिक्त सिंचन क्षमता भी सृजित हुई है। वर्तमान प्रदेश सरकार ने करीब दो सौ उन्नीस लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की। एमएसपी का लाभ डीबीटी के माध्यम से सीधे किसानों के खातों में देने का कार्य किया गया है। वर्तमान प्रदेश सरकार ने किसानों को आलू का भी न्यूनतम समर्थन मूल्य देकर लाभान्वित किया है। (हिफी)
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दल-बदलुओं का साल 2021

Posted: 01 Jan 2022 06:37 AM PST

दल-बदलुओं  का साल 2021

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)
लगभग बीतने जा रहे वर्ष 2021 पर राजनीतिक दृष्टि डालें तो यह दल-बदलुओं का साल रहा है। राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए 1985 में देश में दल-बदल कानून लागू किया था। दरअसल, इस दल-बदल के चलते न सिर्फ राजनीतिक अस्थिरता पैदा होती है बल्कि उपचुनाव और मध्यावधि चुनाव तक कराने पड़ते हैं। सरकारी पैसे का अनावश्यक व्यय होता है। माना जा रहा था कि दल-बदल कानून लागू होने से आया राम और गया राम की कहानी रुक जाएगी। इस आया राम-गया राम की कहानी को भी हम बताएंगे लेकिन अभी कुछ खास दल-बदलुओं के कारनामे देखते हैं जिनके चलते 2021 में कितने ही उपचुनाव कराए गये। मध्य प्रदेश की तो सरकार ही बदल गयी। राजस्थान में भी ऐसी ही नौबत आने वाली थी लेकिन अशोक गहलोत ने किसी तरह मामला संभाल लिया। पश्चिम बंगाल में तो कई नेता विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी छोड़कर गये थे और चुनाव के बाद फिर ममता की शरण में आ गये।

देश में कई राज्यों में जिस तरह से विधायकों ने पाला बदलकर सरकारें बनवाईं या गिरवाईं, वो भारतीय राजनीति में नया तो नहीं है लेकिन अब बढ़ता जरूर जा रहा है। गोवा में इस पालाबदल ने रिकॉर्ड ही तोड़ दिया। वहां पिछले करीब 05 सालों में 50 फीसदी से ज्यादा विधायक पालाबदल कर आयाराम-गयाराम की राजनीति को चरितार्थ कर रहे हैं। गोवा में अगर सरकार बनते समय बड़े पैमाने पर ये खेल हुआ तो वो चुनावों के ठीक पहले तक भी जारी है। हालांकि इसका सबसे बड़ा नुकसान कांग्रेस को हुआ है। वर्ष 2017 में जब गोवा में चुनाव नतीजे आए तो कांग्रेस ने 17 सीटें जीतीं और बीजेपी ने 13 सीटें अन्य दलों में एनसीपी ने 01 और गोवा फारवर्ड पार्टी ने 03, निर्दलियों ने 03 सीटें जीतीं। बीजेपी का चुनाव पूर्व गठबंधन गोवा फारवर्ड पार्टी के साथ था। इस लिहाज से बीजेपी के पास 16 सीटें थीं लेकिन बहुमत के लिए उसको अब भी 04 सीटों की जरूरत थी। एकझटके में कांग्रेस के 10 विधायक टूटकर बीजेपी में चले गए और उनकी सरकार बन गई। अब बीजेपी के विधायक टूटकर तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में जा रहे हैं तो कांग्रेस के विधायकों का भी टूटकर दूसरी पार्टी में जाना जारी है। ये ऐसी राजनीति है, जिससे वह दौर याद आ रहा है, जिसके बाद भारतीय सियासत में आयाराम-गयाराम के नाम मुहावरा ही गढ़ दिया गया। हालांकि ये तो पक्की बात है कि जिस तरह की राजनीति अब देश में शुरू हो चुकी है, उसमें इन 05 राज्यों में पालाबदल का खेल तब और बढ़ा मिलेगा, जब यहां चुनाव के बाद नतीजे सामने आएंगे। आयाराम-गयाराम का किस्सा भी जान लें, जो हमेशा के लिए भारतीय राजनीति में एक पर्याय बन चुका है। विधायकों के जोड़तोड़ के साथ सरकारें गिराने और बनाने का सिलसिला 40 साल पहले शुरू हुआ था और ये मुहावरा प्रचलन में आया। राजनीति के जानकार या पिछली पीढ़ी के लोग इन किस्सों से वाकिफ हैं। बात करीब 40 साल पहले की है, जब 1979 में हरियाणा में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल था। जनता पार्टी से जुड़े चैधरी देवीलाल की हरियाणा में सरकार थी, लेकिन राजनीतिक संकट था और ऐसे में राज्य सरकार में मंत्री रहे भजनलाल ने देवीलाल की आंखों से सुरमा चुराते हुए न केवल मुख्यमंत्री की कुर्सी हथिया ली थी, बल्कि पार्टियों और विधायकों की ऐसी उठापटक की थी, जो इतिहास में दर्ज हो गई।

चैधरी देवीलाल को अपनी सरकार संकट में नजर आ रही थी, इसलिए उन्होंने अपने 40 विधायकों को नजरबंद कर लिया था और घर को किला बना दिया था। विधायकों को बाहर जाने की इजाजत नहीं थी और बंदूक की नोक पर बंद विधायकों से उनके परिवार को मिलने के लिए भी खास इजाजत लेना होती थी। ऐसे में भजनलाल चूंकि मंत्री थे, तो उनका वहां आना जाना रोका नहीं जा सका। भजनलाल ने कैद विधायकों के परिवारों से खुसर फुसर कर अपने प्रपोजल विधायकों तक पहुंचाए। दो खेमे बन चुके थे, भजनलाल और देवीलाल। बताया जाता है कि उस किले में कैद विधायक रात भर जागते और टहलते रहते थे, यही सोचकर कि किस खेमे में जाएं। आखिर भजनलाल के प्रस्ताव ज्यादा लालच देने वाले थे और 40 विधायक कुछ ही समय में उनके साथ हो गए। भजनलाल ने देवीलाल की सरकार गिरा दी और खुद सीएम बन बैठे। भजनलाल के बारे में कहा जाता है कि उनके पास खास कला थी कि वो जल्दी भांप जाते थे कि किसी की जरूरत क्या है। देवीलाल की लोकप्रियता के आगे भजनलाल की यही कला बीस साबित हुई थी कि वो लोगों को लालच देना खूब जानते थे। किसी को सरकारी नौकरी, तो किसी को प्लॉट तो किसी को कैश, सबकी जरूरत के मुताबिक भजनलाल के पास हर रास्ता था। राजनीति में आने से पहले वो घी बेचने के धंधे से जुड़े थे और उनकी कुशलता साबित होती है कि वो सिर्फ 8 साल के राजनीतिक करियर में सीएम बन गए थे। 'बड़े लोगों' को घूस देने के भजनलाल के तरीके अनोखे थे। कभी उन्होंने मोरारजी देसाई के पास घी के पीपे भिजवाए तो कभी वरुण गांधी के जन्म पर संजय गांधी के पास सोने का पत्तर चढ़ा ऊंट भिजवाया। कांग्रेस छोड़कर भजनलाल जनता पार्टी से जुड़े थे और इमरजेंसी के बाद जब 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनी, तो वो देवीलाल सरकार का तख्तापलट कर खुद मुख्यमंत्री बनने में कामयाब हुए थे। इसके बाद 1980 में केंद्र में तख्तापलट हुआ और फिर इंदिरा गांधी सरकार बनी। भजनलाल ने फौरन समझ लिया कि जनता पार्टी का जहाज डूब गया और वो फौरन अपने 40 विधायकों को लेकर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। देश ने पहली बार इतना बड़ा दलबदल देखा था। इस दलबदल के बाद भी हरियाणा में राजनीतिक अस्थिरता जारी रही और 90 के दशक के अंत तक यही चलता रहा कि कभी देवीलाल की सरकार बनती, कभी भजनलाल की। दूसरे नेताओं और मीडिया में बाद में दोनों लालों के बीच पॉलिटिकल फिक्सिंग भी करार दिया गया।

भजनलाल ने जब पहली बार हरियाणा में तख्तापलट किया था, उस दौरान एक विधायक थे गया लाल, जो भजनलाल खेमे के करीबी माने जाते रहे। तब कई विधायकों, जजों और सरकारी अधिकारियों को दिल्ली, चंडीगढ़ और पंचकूला में प्लॉट बांटे जाने के आरोप लग रहे थे। गया लाल को भी दो प्लॉट दिए जाने के आरोप थे। ये वही गया लाल थे, जिन्होंने राजनीतिक उठापटक के दौरान 15 दिनों के भीतर तीन बार पार्टी बदल ली थी। इस विधायक के दलबदल के चलते ये कहावत राजनीतिक गलियारों में गूंजी और भजनलाल के कारनामे चर्चित होने लगे थे। सत्ता के समीकरण साधने वाले भजनलाल के बारे में एक सरकारी अधिकारी ने उस दौरान कहा था कि भजनलाल भगवान को ठग सकने का हुनर रखते थे।

बहरहाल, ये कहानी सियासत में कुर्सी के लिए हर संभव रास्ता खोज निकालने, हर कानून में लूपहोल खोज लेने और हर नैतिकता को दरकिनार कर देने की कहानी है, जो कर्नाटक में देखी गयी, मध्य प्रदेश में देखी गयी और जब तक कोई सख्त कानून नहीं बनेगा, आया राम-गया राम की कहानी चलती रहेगी। (हिफी)
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ओमिक्राॅन को लेकर हैरान हैं चिकित्सा वैज्ञानिक

Posted: 01 Jan 2022 06:34 AM PST

ओमिक्राॅन को लेकर हैरान हैं चिकित्सा वैज्ञानिक

न्यूयॉर्क। कोविड-19 का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन दुनियाभर में बहुत तेजी से फैल रहा है। इस बीच अमेरिका के एक डॉक्टर ने कहा है कि ये उछाल श्हमारी ओर से अब तक देखी गई किसी भी चीज के विपरीत है।

जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी अस्पताल में डिजास्टर मेडिसिन के प्रमुख जेम्स फिलिप्स ने कहा कि ओमिक्रॉन किसी भी चीज के विपरीत है, जिसे हमने अभी तक देखा है। यहां तक कि ये कोविड के पूर्व उछाल के चरम से भी अधिक है। वैज्ञानिक जेम्स फिलिप्स ने कहा, अभी हम जो अनुभव कर रहे हैं वो वाशिंगटन में आपातकालीन विभागों के लिए पूरी तरह से भारी पड़ रहा है।श् जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में पिछले सप्ताह की तुलना में औसतन रोजाना 3 लाख 886 नए केस सामने आए। न्यू जर्सी और न्यूयॉर्क से अर्कांसस और शिकागो में रिकॉर्ड मामले सामने आए हैं, जहां अस्पताल के बेड की क्षमता भी एक चिंता का विषय बन चुकी है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि एरिजोना और न्यू मैक्सिको में, संघीय मेडिकल स्टाफ को कोविड-19 में बढ़ोतरी के बीच मदद करने के लिए तैनात किया है। रिपोर्ट के अनुसार, लुइसियाना के अस्पतालों में पिछले दो हफ्तों में कोविड-19 के मरीज तीन गुना बढ़ गए हैं क्योंकि कोविड मामलों में एक नया रिकॉर्ड देखा गया है।
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भारत ने अफगानिस्तान भेजीं पांच लाख कोविड वैक्सीन

Posted: 01 Jan 2022 06:31 AM PST

भारत ने अफगानिस्तान भेजीं पांच लाख कोविड वैक्सीन

काबुल। कोरोना महामारी में विदेशों की मदद के लिए भारत की मदद जारी है। इस क्रम में भारत सरकार ने कोविड के खिलाफ लड़ाई में मदद के लिए 5 लाख कोविड वैक्सीन की डोज आज अफगानिस्तान की राजधानी काबुल भेजी है। दिल्ली से सुबह ईरान एयरलाइन्स के एक प्लेन के द्वारा कोवैक्सीन की खेप काबुल एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। वैक्सीन की ये खेप काबुल के इंदिरा गांधी हॉस्पिटल पहुंचायी जाएगी जिसके बाद अफगानिस्तान के लोगों को वैक्सीन की इन डोज को मुहैया कराई जाएगी। बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान का नियंत्रण होने के बाद पहली बार भारत ने यह वैक्सीन वहां भेजी है। इससे पहले भारत ने बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, भूटान, मॉरीशस, श्रीलंका, मालदीव, ब्राजील, मोरक्को, दक्षिण अफ्रीका, कांगो और नाइजीरिया में कोरोनै वैक्सीन भेजी थी। बता दें कि मौजूदा समय हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक प्रति माह कोवैक्सीन की लगभग 7 करोड़ डोज उत्पादन कर रही है और अगले कुछ महीनों में इसके एक अरब डोज उत्पादन की सालाना क्षमता तक पहुंचने की उम्मीद है। कंपनी हैदराबाद, अंकलेश्वर, पुणे और मलूर में अपने प्लांट में अपनी मैन्यूफैक्चरिंग क्षमता बढ़ा रही है। गौरतलब है कि कोवैक्सीन को नवंबर 2021 में ॅभ्व् की सूची में शामिल किया गया। अभी कोवैक्सीन को दुनिया के 20 देशों में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिली है।

बता दें कि इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से जूझ रही है। यह वायरस जिस देश से फैला उस वायरस में भले ही नाइट कर्फ्यू हटाया गया है। यहां पर पांबदियां हटाई जा रही, लेकिन अन्य देशों में स्थिति बिल्कुल ठीक नहीं है।
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पाकिस्तान के लिए भस्मासुर साबित हो रहा तालिबान

Posted: 01 Jan 2022 06:28 AM PST

पाकिस्तान के लिए भस्मासुर साबित हो रहा तालिबान

इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने जिस तालिबान को पाल-पोसकर बड़ा किया और अफगानिस्तान पर कब्जा करवाया, अब वही तालिबान पाकिस्तान के लिए भस्मासुर साबित लगा है। हालात ये हो गए हैं कि पाकिस्तानी सेना और तालिबानी लड़ाके एक हफ्ते में दूसरी बार आपस में भिड़ गए हैं।
तालिबान और पाकिस्तानी सेना में भिड़ंत की वजह डूरंड लाइन है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच 2600 किलोमीटर लंबे बॉर्डर को डूरंड लाइन कहा जाता है। तालिबान और अफगानिस्तान में रहने वाले पश्तून इस बॉर्डर को मान्यता नहीं देते हैं। इसकी वजह ये है कि इस सीमा रेखा के जरिए अफगानिस्तान के पश्तून बहुल कई इलाकों को पाकिस्तान में शामिल कर लिया गया था, जिसके बाद पश्तून अब दो देशों में बंटकर रह गए हैं। मीडिया के मुताबिक 22 दिसंबर को अफगानिस्तान के एक प्रांत में 10 किलोमीटर अंदर घुसकर पाकिस्तानी सेना कांटेदार तार लगवा रही थी। इसका वहां तैनात तालिबान लड़ाकों ने विरोध किया। जब पाकिस्तान सेना के जवान नहीं माने तो लड़ाकों ने सख्ती करते हुए तारों और खंभों को उखाड़कर फेंक दिया। रिपोर्ट के मुताबिक तालिबानी लड़ाकों ने पाकिस्तान सैनिकों को धमकी दी कि अगर दोबारा जबरदस्ती फैंसिंग करने की कोशिश की तो उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। सीमा पर बाड़ लगाने के मुद्दा पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच लगातार टकराव का सबब रहा है।
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भारतीय मूल के तीन लोगों को आर्डर ऑफ कनाडा सम्मान

Posted: 01 Jan 2022 06:26 AM PST

भारतीय मूल के तीन लोगों को आर्डर ऑफ कनाडा सम्मान

टोरंटो। भारतीय मूल के तीन कनाडाई लोगों को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धि, समुदाय के प्रति समर्पण, एक बेहतर राष्ट्र के निर्माण में मदद करने के लिए देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक 'ऑर्डर ऑफ कनाडा' से सम्मानित किया गया है। कनाडा के गवर्नर जनरल की वेबसाइट पर जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. वैकुंटम अय्यर लक्ष्मणन, रियल एस्टेट कारोबारी बॉब सिंह ढिल्लों उर्फ नवजीत सिंह ढिल्लों और प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप मर्चेंट का नाम उन 135 लोगों की सूची में शुमार है, जिन्हें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, 'आज, कनाडा की गवर्नर जनरल, माननीय मैरी साइमन ने 'ऑर्डर ऑफ कनाडा' से सम्मानित किए जाने वाले 135 लोगों के नाम की घोषणा की।' ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने गुरुवार को ट्वीट किया, 'कनाडा में भारतीय समुदाय के योगदान को 'ऑर्डर ऑफ कनाडा' से मान्यता मिलने पर काफी खुशी हुई। वैकुंटम अय्यर लक्ष्मणन, बॉब सिंह ढिल्लों और डॉ। प्रदीप मर्चेंट को बधाई।'
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2 जनवरी 2021, रविवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन ? क्या है आप की राशी में विशेष ? जाने प्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से |

Posted: 01 Jan 2022 04:45 AM PST

2 जनवरी 2021, रविवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन ? क्या है आप की राशी में विशेष ? जाने प्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से |

2 जनवरी 2021, रविवार का दैनिक पंचांग

🔅 तिथि अमावस्या रात्रि 12:17:55

🔅 नक्षत्र मूल दिन 04:32:51

🔅 करण :

चतुष्पाद 13:54:26

नाग 24:05:26

🔅 पक्ष कृष्ण

🔅 योग :

वृद्धि 09:40:54

घ्रुव 29:28:00

🔅 वार रविवार
☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ

🔅 सूर्योदय 06:46:48

🔅 चन्द्रोदय चन्द्रोदय नहीं

🔅 चन्द्र राशि धनु

🔅 सूर्यास्त 17:14:43

🔅 चन्द्रास्त 17:03:59

🔅 ऋतु शिशिर
☀ हिन्दू मास एवं वर्ष

🔅 शक सम्वत 1943 प्लव

🔅 कलि सम्वत 5123

🔅 दिन काल 10:21:49

🔅 विक्रम सम्वत 2078

🔅 मास अमांत मार्गशीर्ष

🔅 मास पूर्णिमांत पौष

☀ शुभ और अशुभ समय

☀ शुभ समय

🔅 अभिजित 12:04:21 - 12:45:49

☀ अशुभ समय

🔅 दुष्टमुहूर्त 16:13:05 - 16:54:32

🔅 कंटक 10:41:27 - 11:22:54

🔅 यमघण्ट 13:27:16 - 14:08:43

🔅 राहु काल 16:18:16 - 17:36:00

🔅 कुलिक 16:13:05 - 16:54:32

🔅 कालवेला या अर्द्धयाम 12:04:21 - 12:45:49

🔅 यमगण्ड 12:25:05 - 13:42:49

🔅 गुलिक काल 15:00:32 - 16:18:16

☀ दिशा शूल

🔅 दिशा शूल पश्चिम

☀ चन्द्रबल और ताराबल

☀ ताराबल

🔅 अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

☀ चन्द्रबल

🔅 मिथुन, कर्क, तुला, धनु, कुम्भ, मीन

🌹विशेष ~ स्नान-दान पुण्यभाव अमावस्या। 🌹

पं.प्रेम सागर पाण्डेय्

2 जनवरी 2021, रविवार का दैनिक राशिफल

मेष (Aries): आज आप का दिन परोपकार में बीतेगा। सेवा-पुण्य भी कर सकते हैं। मानसिक तौर पर व्यस्त रहेंगे। सत्कार्य से शारीरिक-मानसिक स्फूर्ति मिलेगी। आर्थिक लाभ की संभावना है।

शुभ रंग = गुलाबी

शुभ अंक : 1

वृषभ (Taurus): आज आपको वाद-विवाद में सफलता मिलेगी। आप की वाणी किसी को मोहित करेगी। इससे सदभाव बढ़ेगा। विद्यार्थियों का अध्ययन में मन लगेगा। कार्य में अग्रसर होंगे। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

शुभ रंग = केशरी

शुभ अंक : 9

मिथुन (Gemini): भावनाओं में स्त्रियों से संबंध न बनाएं। पानी से दूर रहें। दुविधा से निर्णय लेने में बाधा आएगी। मानसिक थकान से अनिंद्रा का सामना हो सकता है। वाद-विवाद और प्रवास को टालें।

शुभ रंग = हरा

शुभ अंक : 3

कर्क (Cancer): आज आप प्रफुल्लित रहेंगे। नए कार्य शुरू कर सकते हैं। मित्रों से भेंट होगी। सफलता से उत्साह बढ़ेगा। प्रतिस्पर्धियों पर विजय मिलेगी। संबंधों में भावनात्मकता रहेगी। प्रवास आनंदमय होगा। मान-सम्मान मिलेगा।

शुभ रंग = पींक

शुभ अंक : 5

सिंह (Leo): आज का दिन आपके लिए मिश्रित फलदायी है। परिजनों के साथ अच्छा समय बीतेगा। आय की अपेक्षा व्यय अधिक होगा, फिर भी अपनी वाणी से आप सबका मन जीतेंगे।

शुभ रंग : लाल

शुभ अंक : 8

कन्या (Virgo): आप वाक्चातुर्य से मीठे संबंध बनाएंगे। वैचारिक रूप से समृद्धि बढे़गी। शरीर, स्वास्थ्य और मन प्रसन्न रहेगा। पारिवारिक जीवन में खुशमय रहेगा। शुभ समाचार तथा प्रवास से मन प्रफुल्लित रहेगा।

शुभ रंग = हरा

शुभ अंक : 3

तुला (Libra): दिन प्रतिकूल रहेगा, सावधानी की सलाह देते हैं। स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। मानसिक रूप से अस्वस्थ महसूस करेंगे। आपकी वाणी से किसी को भ्रम न हो। क्रोध पर संयम रखें। खर्च बढ़ेगा।

शुभ रंग = उजला

शुभ अंक : 4

वृश्चिक (Scorpio): आज का दिन आपके लिए लाभदायी है। मित्रों से भेंट होगी और घूमने-फिरने में आनंद आएगा। नौकरी या व्यावसाय में आय बढे़गी। अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। दांपत्य जीवन सुखी रहेगा।

शुभ रंग = गुलाबी

शुभ अंक : 1

धनु (Sagittarius): आज आपका यश बढ़ेगा। पदोन्नति की संभावना है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। परिवार में आनंद का वातावरण रहेगा। पिता और सरकार से लाभ मिलेगा। दांपत्य जीवन मधुर रहेगा।

शुभ रंग = लाल

शुभ अंक : 8

मकर (Capricorn): दिन बौद्धिक कार्य के अनुकूल है। व्यवसाय में नए विचार लाभ देंगे। प्रतिकूल वातावरण अस्वस्थ करेगा, शारीरिक थकान रहेगी। संतान संबंधी समस्या आएगी। धन खर्च होगा। वाद-विवाद टालें।

शुभ रंग = उजला

शुभ अंक : 4

कुंभ (Aquarius): आज नकारात्मक विचारों से दूर रहें तो बेहतर है। विवाद से बचें, क्रोध पर संयम रखें। पारिवारिक वातावरण कलुषित रहेगा। आर्थिक तंगी होगी। मानसिक थकान का अनुभव करेंगे।

शुभ रंग = पीला

शुभ अंक : 9

मीन (Pisces): घूमने-फिरने और मनोरंजन में समय बीतेगा। पिकनिक, सिनेमा, नाटक या बाहर भोजन के कार्यक्रम आपको प्रसन्न करेंगे। कलाकारों और कारीगरों को अच्छा मौका मिलेगा। मान-सम्मान बढ़ेगा।

शुभ रंग = गुलाबी

शुभ अंक : 1 प्रेम सागर पाण्डेय् ,नक्षत्र ज्योतिष वास्तु अनुसंधान केन्द्र ,नि:शुल्क परामर्श - रविवार , दूरभाष 9122608219 / 9835654844
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बखरी में आयोजित हुआ नव वर्ष की मधुर बेला में डॉ सम्पूर्णानन्द जयंती कार्यक्रम

Posted: 01 Jan 2022 04:04 AM PST

बखरी में आयोजित हुआ नव वर्ष की मधुर बेला में डॉ सम्पूर्णानन्द जयंती कार्यक्रम

भाटपार रानी,देवरिया से संवाददाता  वेद प्रकाश तिवारी
भाटपार रानी,देवरिया।भाटपार रानी तहसील क्षेत्र के बखरी गांव स्थित वेदमाता गायत्री आदर्श विद्यालय के प्रांगण में शनिवार को एक साथ महान साहित्यकार डॉ सम्पूर्णानन्द की जयंती व नववर्ष का कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस दौरान कवि मक़सूद अहमद भोपतपुरी ने अपनी रचना- नए साल का नया अरमान होना चाहिए, आदमी को कम से कम इंसान होना चाहिए---प्रस्तुत किया।उन्होंने कहा कि एक जनवरी 1890 को काशी में जन्मे डॉ सम्पूर्णानन्द ने अपने साहित्य के माध्यम से समाज व देश को एक नई दिशा दिया।वे उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहकर राजनीति को भी साफ-सुथरा बनाया।साहित्यकार डॉ वेदप्रकाश तिवारी ने अपनी रचना पेश करते हुए कहा कि डॉ सम्पूर्णानन्द एक उच्च कोटि के साहित्यकार होने के साथ-साथ एक आदर्श राजनेता भी थे।उनकी राजनीतिक विचारधारा से आज के नेताओं को प्रेरणा लेनी चाहिए।वह साहित्य का शिखर पुरुष साहित्य के पन्नो में सदा जिंदा रहेंगें।मुख्य अतिथि समाजसेवी जटाशंकर सिंह ने कहा कि डॉ सम्पूर्णानन्द ने समाज के दबे कुचले लोगों की आवाज को बुलंद किया।उन्हें भुलाया नहीं जा सकता।इंजीनियर प्रमोद चौधरी ने कहा कि साहित्यकार कभी मरता नहीं है।संयोजक व विद्यालय के प्रबंधक गेनालाल यादव ने आभार प्रकट किया।यहां मुख्य रूप से प्रमोद वर्मा,शिवनाथ यादव,आशीष यादव,अजय यादव,अर्चना यादवसहितअनिशा,पूजा,अंशु,प्रीति,लीलावती, प्रियंका, आफरीना हरिश्वर सुशील,मुकेश,पंकज,सुशील,सुजीत,नीतीश,प्रियांशू,कृश्णा,बिट्टू,पंचानन्द,माहेश्वरी, अरुण आदि छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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1 जनवरी 2021, शनिवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन ? क्या है आप की राशी में विशेष ? जाने प्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से |

Posted: 01 Jan 2022 03:59 AM PST

1 जनवरी 2021, शनिवार का दैनिक पंचांग एवं राशिफल - सभी १२ राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन ? क्या है आप की राशी में विशेष ? जाने प्रशिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. प्रेम सागर पाण्डेय से |

1 जनवरी 2021, शनिवार का दैनिक पंचांग

🔅 तिथि : चतुर्दशी रात्रि 02:37:10

🔅 नक्षत्र ज्येष्ठा सायं 06:11:07

🔅 करण :

                वणिज 07:19:23

                विष्टि 17:32:40

🔅 पक्ष कृष्ण

🔅 योग गण्ड 13:53:46

🔅 वार शनिवार

☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ

🔅 सूर्योदय 06:46:55

🔅 चन्द्रोदय 30:42:59

🔅 चन्द्र राशि वृश्चिक - 19:17:53 तक

🔅 सूर्यास्त 17:14:50

🔅 चन्द्रास्त 16:02:00

🔅 ऋतु शिशिर

☀ हिन्दू मास एवं वर्ष

🔅 शक सम्वत 1943 प्लव

🔅 कलि सम्वत 5123

🔅 दिन काल 10:21:21

🔅 विक्रम सम्वत 2078

🔅 मास अमांत मार्गशीर्ष

🔅 मास पूर्णिमांत पौष
☀ शुभ और अशुभ समय

☀ शुभ समय

🔅 अभिजित 12:03:54 - 12:45:19

☀ अशुभ समय

🔅 दुष्टमुहूर्त :

07:13:55 - 07:55:21

07:55:21 - 08:36:46

🔅 कंटक 12:03:54 - 12:45:19

🔅 यमघण्ट 14:49:36 - 15:31:01

🔅 राहु काल 09:49:16 - 11:06:56

🔅 कुलिक 07:55:21 - 08:36:46

🔅 कालवेला या अर्द्धयाम 13:26:45 - 14:08:10

🔅 यमगण्ड 13:42:17 - 14:59:57

🔅 गुलिक काल 07:13:55 - 08:31:36

☀ दिशा शूल

🔅 दिशा शूल पूर्व
☀ चन्द्रबल और ताराबल

☀ ताराबल

🔅 अश्विनी, भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, रेवती

☀ चन्द्रबल

🔅 वृषभ, मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर, कुम्भ

🌹विशेष ~ मासशिवरात्रि व्रत, ईसवीं सन् 2022 प्रारंभ। 🌹

पं. प्रेम सागर पाण्डेय्

1 जनवरी 2021, शनिवार का दैनिक राशिफल

मेष (Aries): साल का पहना दिन आर्थिक और व्यवसायिक दृष्टि से लाभदायी रहेगा। धन लाभ के साथ आप लंबी अवधि के लिए धन का आयोजन भी कर पाएंगे। अगर आप व्यापार से जुड़े हैं तो उसके विस्तार की योजना बना पाएंगे। शरीर और मन से तरोताजा महसूस करेंगे। आपका दिन मित्रों और स्वजनों के साथ आनंद-प्रमोद में बीतेगा। छोटी यात्रा या प्रवास भी हो सकता है। कोई धार्मिक या पूण्य का काम करेंगे। आज का दिन आपके लिए शुभ है।

शुभ रंग = पींक

शुभ अंक : 1

वृषभ (Tauras): आप अपनी वाणी से किसी को मंत्रमुग्ध कर लाभ ले पाएंगे और मेलजोल के सम्बंध बना सकेंगे। आपकी वैचारिक समृद्धि में बढ़ोतरी होगी और आपका मन प्रफुल्लित रहेगा। आप किसी शुभ कार्य को करने के लिए प्रेरित होंगे। आज मेहनत की अपेक्षा परिणाम कम मिलने पर भी दृढ़तापूर्वक आगे बढ़ेंगे। धन की व्यवस्थित योजना बनाने के लिए आज का दिन अनुकूल है।

शुभ रंग = आसमानी

शुभ अंक : 7

मिथुन (Gemini): आपके मन में भांति-भांति के विचार आएंगे और आप उन विचारों में खोए रहेंगे। आज बौद्धिक कार्यों से जुड़ना होगा, लेकिन वाद-विवाद में न उतरने की सलाह देते हैं। आज आप संवेदनशील रहेंगे। प्रवास के योग रहने पर भी यथासंभव प्रवास को टालें। पानी और तरल पदार्थों के मामले में सावधानी बरतें। मानसिक थकान की अनुभूति रहेगी और विचारों में असमंजस रहेगा।

शुभ रंग = नीला

शुभ अंक : 6

कर्क (Cancer): आज आपका दिन शुभ रहेगा। नए कार्य प्रारंभ करने के लिए दिन शुभ है। मित्रों और स्वजनों से भेंट होगी। पर्यटन की योजना बना सकते हैं। मन में प्रसन्नता छाई रहेगी। आज किए गए कार्य में सफलता प्राप्त होने के योग हैं। नौकरी या व्यापर में प्रतिस्पर्धियों पर विजय प्राप्त कर पाएँगे। आर्थिक लाभ होगा। सामाजिक मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।

शुभ रंग = क्रीम

शुभ अंक : 2

सिंह (Leo): आज आपका दिन आर्थिक रूप से लाभदायी रहेगा। खर्च अधिक होगा। दूर के लोगों से संदेश-व्यवहार से लाभ होगा। आज परिवारवालों का अच्छा सहयोग मिलेगा। स्त्री मित्र भी आपके सहायक होंगे। आंख या दांत संबंधी पीड़ा में राहत का अनुभव होगा। उत्तम भोजन प्राप्त होने के योग हैं। आप अपनी मधुर वाणी से किसी का भी मन जीत पाएंगे। कार्यो में सफलता मिलने की संभावना है।

शुभ रंग = केशरी

शुभ अंक : 7

कन्या (Virgo): आपका दिन मध्यम फलदायी होगा। विचारों की समृद्धि बढेगी। लाभकारी तथा मेलजोल भरे संबंध आप वाणी की सहायता से बना सकेंगे। व्यवसायिक रूप से दिन लाभदायी रहेगा। आपका स्वास्थ्य अच्छा और मन प्रसन्न रहेगा। आर्थिक लाभ ले सकेंगे। सुख और आनंद की प्राप्ति होगी। शुभ समाचार मिलेंगे। आनंददायी प्रवास होगा। उत्तम वैवाहिक सुख की अनुभूति होगी।

शुभ रंग = नीला

शुभ अंक : 6

तुला (Libra): अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए सूचित करते हैं। असंयमित या अविचारी वर्तन आपको परेशानी में डाल सकता है। दुर्घटना से सावधान रहें। खर्च अधिक रहेगा। व्यवसायिक व्यक्तियों के साथ उग्र विवाद होने की संभावना है, इसलिए वाणी पर संयम रखें। वाद-विवाद में ना फंसे, कोर्ट-कचहरी के कार्य में सावधानी बरतें। सगे-सम्बंधियों के साथ अनबन के योग हैं। आध्यात्मिकता से सहायता मिल सकती है।

शुभ रंग = क्रीम

शुभ अंक : 2

वृश्चिक (Scorpio): आपका आज का दिन लाभदायी रहेगा। नौकरी-व्यवसाय में लाभ प्राप्त होगा। मित्रों के साथ भेंट हो सकती है। घूमने की योजना भी बन सकती है। विवाह योग्य युवक-युवतियों को योग्यपात्र मिल सकते हैं। पुत्र तथा पत्नी से लाभ होगा। विशेषकर स्त्री मित्रों से आज लाभ होगा। उपहार मिल सकते हैं। ऊपरी अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। सांसारिक जीवन में आनंद का अनुभव करेंगे।

शुभ रंग = पींक

शुभ अंक : 1

धनु (Sagittarius): आज आप आर्थिक मामलों में उचित योजना बना सकेगें। अन्य लोगों की सहायता करने का प्रयत्न करेंगे। हर एक कार्य सफलतापूर्वक संपन्न होगा। व्यापार-विषयक योजना बनेगी। आनंद-प्रमोद के साथ दिन बीतेगा। व्यापार के हेतु प्रवास की संभावना है। उच्च पदाधिकारियों से लाभ होगा। पदोन्नति के योग हैं व मान-सम्मान बढ़ेगा। पिता और बड़े-बुजुर्गों से लाभ होगा।

शुभ रंग = पीला

शुभ अंक : 9

मकर (Capricorn): आज का आपका दिन मध्यम फलदायी रहेगा ऐसा प्रतीत होता है परंतु बौद्धिक कार्य करने के लिए आज का दिन शुभ है। आज लेखन प्रवृत्ति या साहित्य से जुड़ी कोई भी प्रवृत्ति अच्छी तरह से निभा पाएंगे। इसके लिए आप योजना भी बना सकेगें। सरकारी कार्यों में परिस्थिति प्रतिकूल महसूस होगी। शरीर में हल्की थकान रहेगी और मानसिक हालत भी ठीक नहीं होंगे।

शुभ रंग = श्याम

शुभ अंक : 3

कुंभ (Aquarius): आज अत्याधिक विचारों से मानसिक थकावट का अनुभव करेंगे। मन में क्रोध की भावना रहेगी जिसे दूर करने के प्रयास से अनिष्ट से बच सकेंगे। चोरी, अनैतिक कृत्यों, निषेधात्मक कार्यों तथा नकारात्मक विचारों से दूर रहें। वाणी पर संयम रखें। परिवार में किसी के विवाह होने की संभावना है। खर्च में वृद्धि होने के कारण हाथ तंग रहेगा। ईश्वर का नाम और आध्यात्मिक विचार आपके मन को शांत बनाएंगे।

शुभ रंग = नीला

शुभ अंक : 6

मीन (Pisces): आज के दिन आपके अंदर छिपे लेखक या कलाकार को अपनी कला दिखाने का अवसर मिलेगा। व्यवसाय में भागीदारी के लिए शुभ समय है। प्रतिदिन के क्रियाकलापों से निकलकर आप अपना समय आमोद प्रमोद में बीता सकेगें। स्वजन, मित्र के साथ पार्टी या पिकनिक का आयोजन होगा। नाटक, सिनेमा, मनोरंजन स्थल की भेंट करके निकटता प्राप्त कर सकते हैं। यश-कीर्ति में वृद्धि होगी।

शुभ रंग = गुलाबी

शुभ अंक : 5
प्रेम सागर पाण्डेय् ,नक्षत्र ज्योतिष वास्तु अनुसंधान केन्द्र ,नि:शुल्क परामर्श - रविवार , दूरभाष 9122608219 / 9835654844
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ये नव वर्ष हमे स्वीकार नहीं

Posted: 01 Jan 2022 03:49 AM PST

ये नव वर्ष हमे स्वीकार नहीं

है अपना ये त्यौहार नहीं
है अपनी ये तो रीत नहीं
है अपना ये व्यवहार नहीं
धरा ठिठुरती है सर्दी से
आकाश में कोहरा गहरा है
बाग़ बाज़ारों की सरहद पर
सर्द हवा का पहरा है
सूना है प्रकृति का आँगन
कुछ रंग नहीं , उमंग नहीं
हर कोई है घर में दुबका हुआ
नव वर्ष का ये कोई ढंग नहीं
चंद मास अभी इंतज़ार करो
निज मन में तनिक विचार करो
नये साल नया कुछ हो तो सही
क्यों नक़ल में सारी अक्ल बही
उल्लास मंद है जन -मन का
आयी है अभी बहार नहीं
ये नव वर्ष हमे स्वीकार नहीं
है अपना ये त्यौहार नहीं
ये धुंध कुहासा छंटने दो
रातों का राज्य सिमटने दो
प्रकृति का रूप निखरने दो
फागुन का रंग बिखरने दो
प्रकृति दुल्हन का रूप धार
जब स्नेह – सुधा बरसायेगी
शस्य – श्यामला धरती माता
घर -घर खुशहाली लायेगी
तब चैत्र शुक्ल की प्रथम तिथि
नव वर्ष मनाया जायेगा
आर्यावर्त की पुण्य भूमि पर
जय गान सुनाया जायेगा
युक्ति – प्रमाण से स्वयंसिद्ध
नव वर्ष हमारा हो प्रसिद्ध
आर्यों की कीर्ति सदा -सदा
नव वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा
अनमोल विरासत के धनिकों को
चाहिये कोई उधार नहीं
ये नव वर्ष हमे स्वीकार नहीं
है अपना ये त्यौहार नहीं
है अपनी ये तो रीत नहीं
है अपना ये त्यौहार नहीं
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अपने मूलांक के अनुसार जाने कैसा रहेगा वर्ष 2022

Posted: 01 Jan 2022 03:44 AM PST

अपने मूलांक के अनुसार जाने कैसा रहेगा वर्ष 2022

नमः शिवाय !!
लेखक रवि शेखर सिन्हा उर्फ आचार्य मनमोहन ज्योतिष मार्तंड एवं जन्म कुंडली विशेषज्ञ।
दिव्य रश्मि पत्रिका के सभी पाठकों को दिव्य रश्मि पत्रिका परिवार की तरफ से ईसाई नववर्ष 2022 की हार्दिक शुभकामनाएं।

अंग्रेजी तिथि के अनुसार 1 जनवरी से नया वर्ष आरंभ होता है। जबकि हिंदू पंचांग अर्थात हिंदू कैलेंडर से विशेष रुप से विक्रम संवत का आरंभ चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से होता है। जिस तरह अंग्रेजी कैलेंडर तारीख से चलती है । उसी तरह हिंदू पंचांग अर्थात हिंदू कैलेंडर तिथियों से चलती है। उदाहरण के तौर पर प्रतिपदा द्वितीय तृतीय चतुर्थी पंचमी इत्यादि।
राजा विक्रमादित्य ने हिंदू पंचांग अर्थात हिंदू कैलेंडर की शुरुआत संवत के रूप में किया था जिसे हम विक्रम संवत के नाम से जानते हैं। वर्तमान में विक्रम संवत 2078 चल रहा है। कालांतर में राजा शालिवाहन ने शक संवत के रूप में एक और हिंदू कैलेंडर का आरंभ किया था जो वर्तमान में शक संवत्सर 1943 चल रहा है।
अंग्रेजी कैलेंडर इसवी सन 2022 का फलादेश इस वर्ष 1 से लेकर 9 मूलांक वालों के लिए कैसा रहेगा आइए जानते हैं।
अंक शास्त्र अंग्रेजी तारीख के आधार पर अपना प्रभाव देता है अर्थात 1 से लेकर 9 नंबर तक एकल नंबर मतलब सिंगल डिजिट होता है। उसके बाद पुनः अगर 10 तारीख की बात करें तो एक और 0 मिलकर पुनः एक हो जाता है 11 तारीख एक और एक जोड़ कर दो हो जाता है 12 तारीख एक और दो जोड़कर तीन हो जाता है।
इसवी सन 2022 इसका एकल नंबर 6 होता है। 6 नंबर का स्वामी शुक्र को माना गया है। अर्थात वर्ष 2022 शुक्र का वर्ष माना जाएगा। यह वर्ष लगभग सभी के लिए शुभ रहेगा। सारी दुनिया में खुशियां प्रसन्नता और सफलता बनी रहेगी। लगभग सभी की आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। क्योंकि ब्रह्मांड में बृहस्पति और शुक्र को सबसे शुभ ग्रह माना गया है । जब बृहस्पति और शुक्र किसी भी वर्ष के अधिपति बनते हैं तो वह वर्ष पूरे संसार के लिए शुभ रहता है।
ठीक उसी प्रकार मूलांक 4 के अधिपति राहु और मूलांक 8 के अधिपति शनि देव को माना गया है। जब जब राहु और शनि का वर्ष आता है तब तब संसार में कुछ न कुछ अशुभ घटनाएं घटित होती हैं। भारी मात्रा में धन जन की हानि होती है ।बड़ी बड़ी दुर्घटनाएं होती हैं। विशेष रुप से राहु को सर्वाधिक पाप ग्रह और अशुभ ग्रह माना गया है। जिसके कारण राहु जिस वर्ष के अधिपति होते हैं उस वर्ष पूरी दुनिया में नीरसता छा जाती है और भारी मात्रा में धन जन की हानि होती है। आकस्मिक रोग, संक्रामक रोग और बड़ी बड़ी दुर्घटनाएं होती हैं।
इसवी सन 2020 इसका सबसे बड़ा उदाहरण है उस वर्ष के अधिपति भी राहु थे और सबको पता है कि कोरोना के संक्रमण से पूरी दुनिया में बेहिसाब धन जन की हानि हुई। पूरी दुनिया तबाही के दौर से गुजर रही थी सन 2021 में भी इस तरह की दुर्घटनाएं देखी गई क्योंकि 2021 के अधिपति बुध ग्रह थे और बुध ग्रह को नपुंसक माना गया है। अर्थात बुध जिस ग्रह के प्रभाव में होते हैं उसके अनुसार फल देते हैं। यदि पाप ग्रह के साथ हो तो पाप ग्रह के समान फल देते हैं। यदि शुभ ग्रह के साथ हो तो शुभ ग्रहों के अनुसार फल देते हैं।
किंतु 2022 के अधिपति शुक्र ग्रह होने के कारण पूरे संसार में खुशियां देखने को मिलेगी। सभी प्रकार के रोगों से छुटकारा और सब की उन्नति और तरक्की होगी। शुक्र अत्यंत शुभ ग्रह है जिसके कारण लगभग सब की उन्नति और तरक्की होगी।
प्रत्येक मूलांक का दूसरे अंकों के साथ अलग-अलग संबंध होता है। मित्र, शत्रु अथवा समता का प्रभाव लिए हुए संबंध होता है। आइए जानते हैं प्रत्येक मूलांक के लिए वर्ष 2022 कैसा रहेगा।
मूलांक 1: मूलांक 1 वालों के लिए 2022 खुशियों भरा रहेगा‌ मनचाही सफलता मिलेगी। लगभग सभी कार्य समय के अनुसार सही तरीके से बनते चले जाएंगे । घर परिवार और नौकरी में सफलता मिलेगी। विशेष रूप से रोजगार के क्षेत्र में, नौकरी के क्षेत्र में मनचाही सफलता मिलेगी। मूलांक 1 वालों के लिए नंबर 6 शत्रु नंबर माना जाता है। किंतु सूर्य ग्रहों के राजा हैं जिसके कारण 6 मूलांक होते हुए भी 2022 मूलांक एक वालों के लिए शुभ रहेगा।
वर्ष 2022 एक मूलांक के लिए शत्रु नंबर होने के कारण थोड़ा सा अभिमान भी पैदा करेगा। एक वालों को अपने अभिमान पर नियंत्रण रखना पड़ेगा। विशेष रूप से अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें । क्योंकि इस वर्ष हाई ब्लड प्रेशर और हड्डियों से संबंधित रोग की संभावना रहेगी। सूर्य भगवान को प्रतिदिन अर्घ्य दें।शुक्र के मंत्रों का जाप करें।
मूलांक 2 : मूलांक 2 वालों के लिए वर्ष 2022 अत्यधिक शुभ वर्ष होगा । सर्वाधिक शुभ फल मूलांक 2 वालों को ही प्राप्त होगा। क्योंकि 2022 में 3 बार 2 का अंक आया है अर्थात बहुत ही मजबूत स्थिति में मूलांक 2 वालों का यह वर्ष होगा। मूलांक 2 के स्वामी चंद्रमा है और मूलांक 6 के स्वामी शुक्र होते हैं। चंद्रमा और शुक्र का यह महामिलन मूलांक 2 वालों के लिए एक वरदान साबित होगा। कला, संगीत, साहित्य, मीडिया, फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाले सभी लोगों के लिए वर्ष 2022 स्वर्णिम वर्ष कहलाएगा। एक तरह से पिछले 12 वर्षों के बाद इस वर्ष इन्हें सर्वाधिक लाभ प्राप्त होगा।
जीवन की लगभग सभी इच्छाएं इस वर्ष पूरी हो जाएंगी। विशेष रुप से विलासिता से संबंधित घर, वाहन, रत्न आभूषण इन्हें प्राप्त होगा। सफलता की ऊंचाई पर पहुंच कर थोड़ा सा अभिमान पैदा हो जाता है । अतः मूलांक 2 वालों को अपने अभिमान और अकड़ पर नियंत्रण रखना पड़ेगा। वैसे मूलांक 2 वालों को थोड़ा बहुत झूठ बोलने की भी आदत होती है। किंतु इस वर्ष इन्हें झूठ बोलने से बचना चाहिए। धन का आगमन होता रहेगा। भारी मात्रा में धन की प्राप्ति होगी। किंतु खर्च की अधिकता के कारण बचत नहीं हो पाएगा। अतः बचत के प्रति भी ध्यान देना आवश्यक है। स्वास्थ्य मिलाजुला रहेगा। खाने-पीने का विशेष ध्यान रखें।
मूलांक 2 वालों के लिए नंबर 6 मित्र अंक माना जाता है।


मूलांक 3 : मूलांक 3 वालों के लिए वर्ष 2022 अत्यंत शुभ वर्ष होगा। हालांकि नंबर 3 वालों के लिए मूलांक 6 शत्रु नंबर होता है। फिर भी मूलांक 3 के स्वामी देव गुरु बृहस्पति होने के कारण जो कि एक अत्यंत शुभ ग्रह है और मूलांक 6 के स्वामी शुक्र राक्षसों के गुरु होने के कारण दोनों ही गुरु शत्रु अंक होने के बावजूद एक दूसरे को काफी सहयोग करते हैं।
बृहस्पति और शुक्र इस ब्रह्मांड के अत्यंत शुभ ग्रह हैं जिसके कारण मूलांक 3 वालों के लिए वर्ष 2022 सफलता दायक वर्ष सिद्ध होगा। इस वर्ष मूलांक 3 वालों की किस्मत चमक जाएगी। शिक्षा प्राप्ति के लिए बहुत ही बेहतरीन वर्ष होगा। किसी भी तरह की शिक्षा प्राप्त करना चाहते हो तो इस वर्ष मनचाही सफलता मिलेगी। मीडिया, लेखन, शिक्षा, कला, सिनेमा, टीवी इंडस्ट्री, फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के लिए यह वर्ष बहुत ही शानदार साबित होगा और इस वर्ष इन सभी क्षेत्रों में मूलांक 3 वालों को विशेष सफलता प्राप्त होगी।
आमदनी के लिए यह वर्ष बहुत ही शानदार होगा चारों तरफ से धन का आगमन होता रहेगा। धन का बचत भी होगा। बैंक बैलेंस बनाने में सफल होंगे। नया घर , नया वाहन प्राप्त होंगे । जीवन के लगभग सारे सपने इस वर्ष पूरे होंगे। धर्म के कार्यों में खर्च होगा। तीर्थाटन होगा। घर में मांगलिक कार्य होंगे । अगर पार्टनरशिप में कोई व्यवसाय कर रहे हो तो पार्टनर के साथ थोड़ी परेशानी हो सकती है। अत्यधिक व्यस्तता के कारण खाने पीने का समय थोड़ा बिगड़ जाएगा जिससे सेहत पर असर पड़ेगा। इस वर्ष सिर्फ अपने सेहत का बहुत ध्यान रखें।
मूलांक 4 : मूलांक 4 के स्वामी राहु होते हैं और 2022 अर्थात मूलांक 6 के स्वामी शुक्र है। राहु एक राक्षस ग्रह है और शुक्र राक्षसों के गुरु। अर्थात 4 और 6 नंबर का संबंध आपस में गुरु शिष्य का संबंध होता है।
अतः 2022 मूलांक 4 वालों के लिए बहुत ही शुभ वर्ष होगा इस वर्ष मूलांक 4 वालों की विशेष तरक्की होगी विशेष मान सम्मान मिलेगा । उच्च अधिकारियों से लाभ मिलेगा पिछले कई वर्षों से जिस लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते थे वह लक्ष्य इस वर्ष प्राप्त हो जाएगा। पिछले कई वर्षों में किए हुए कार्यों के शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। धन का आगमन भरपूर होगा। चारों तरफ से आमदनी प्राप्त होगी। व्यापार, व्यवसाय, नौकरी, कारोबार सभी जगह सफलता मिलेगी। मनचाहा धन मिलेगा । शेयर, सट्टा, लॉटरी से भी धन का आगमन होगा। लाभ होगा। इस वर्ष यात्राएं बहुत होंगी। और घूमने फिरने में बहुत खर्च भी होगा। किंतु धन की कमी नहीं होगी। मूलांक 4 वालों को सिर्फ वाद विवाद से बचना चाहिए।
मूलांक 5 : मूलांक 5 के लिए वर्ष 2022 बहुत ही शानदार और सफलता दायक रहेगा। मूलांक 5 के स्वामी बुध ग्रह होते हैं । बुध और शुक्र आपस में मित्र हैं। अतः मूलांक 5 वालों के लिए यह वर्ष विशेष यादगार वर्ष सिद्ध होगा। मूलांक 5 वालों को किसी खास कार्य के लिए खास फैसला लेना होगा। रोजगार, व्यवसाय, कारोबार , व्यापार और नौकरी में शानदार सफलता मिलेगी। पहले से चल रहा कारोबार बहुत तेजी से चल पड़ेगा। यदि कोई रोजगार कारोबार ना हो तो इस वर्ष नया रोजगार, नया कारोबार आरंभ हो जाएगा। विदेशों से भी संपर्क बनेगा । विदेशों से भी धन का विशेष लाभ प्राप्त होगा । शरीर में फुर्ती ,ऊर्जा ,उत्साह बहुत बना रहेगा। सकारात्मक सोच बनी रहेगी। चारों तरफ से खुशियां और प्रसन्नता प्राप्त होगी। सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होगी। सभी रिश्तो में मिठास बनी रहेगी। सबके साथ घूमने का, तीर्थाटन करने का शानदार योग बन रहा है। यह वर्ष 2022 मूलांक 5 वालों के लिए सभी प्रकार की सुख सुविधाओं, सफलताओं और प्रसन्नताओं को प्राप्त करने वाला वर्ष होगा।
वैवाहिक जीवन आनंदमय बना रहेगा। प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी। विशेष धन लाभ और विशेष सफलताओं को प्राप्त करके थोड़ा नशे की तरफ रुझान होगा। किंतु ध्यान रहे नशे से स्वयं को बचाएं। किसी प्रकार का कोई नशा ना करें । वैसे तो स्वास्थ्य की कोई समस्या नहीं होगी। फिर भी अपने गले और पेट का ध्यान रखें। गले में अथवा पेट में किसी प्रकार का कोई इंफेक्शन ना हो।
मूलांक 6: मूलांक 6 के स्वामी शुक्र ग्रह होते हैं और यह वर्ष 2022 शुक्र का ही वर्ष है। अतः मूलांक 6 वालों के लिए वर्ष 2022 बेहद खास रहने वाला है। कारोबार, व्यवसाय, नौकरी, रोजगार ,व्यापार में विशेष सफलता मिलेगी। जीवन में, घर में सुख शांति का वातावरण बना रहेगा । यह वर्ष विशेष धनदायक वर्ष होगा। सभी प्रकार के कारोबार व्यवसाय से विशेष धन लाभ होगा। बैंक बैलेंस भी बनाने में सफल होंगे । मानसिक तनाव दूर होगा। वर्ष भर प्रसन्नता बनी रहेगी। वैवाहिक जीवन खुशियों और आनंद से भरा रहेगा। घर परिवार का सहयोग मिलेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा। घर में कुछ मांगलिक कार्य भी होंगे। यदि मूलांक 6 वाले अभी तक कुंवारे हैं तो उनका विवाह भी हो जाएगा और उन्हें एक अच्छा जीवन साथी मिलेगा। मूलांक 6 वालों को इस वर्ष सिर्फ क्रोध से बचना चाहिए।
मूलांक 7 : मूलांक 7 के स्वामी केतु ग्रह होते हैं और केतु एक राक्षस ग्रह हैं एवं शुक्र राक्षसों के गुरु अर्थात मूलांक 7 और 6 का संबंध गुरु और शिष्य का संबंध होता है। अतः मूलांक 7 वालों के लिए भी वर्ष 2022 बहुत ही शानदार होगा । इस वर्ष इन्हें आध्यात्मिक ऊंचाई प्राप्त होगी। अध्यात्म के क्षेत्र में ,धर्म के क्षेत्र में मूलांक 7 वाले बहुत उन्नति प्राप्त करेंगे। नौकरी में बदलाव संभव है। कारोबार, व्यवसाय, रोजगार में भी बदलाव संभव है । स्थान परिवर्तन होने का योग बन रहा है। नया व्यापार, नया रोजगार आरंभ होगा । पूरे वर्ष ऊर्जावान बने रहेंगे। शक्ति स्फूर्ति बनी रहेगी। धन का विशेष आगमन होगा। सभी प्रकार के कार्य से विशेष धन लाभ होगा। मनचाही बचत प्राप्त करेंगे। मनचाहा बैंक बैलेंस बना लेंगे । यदि नौकरी में है तो वेतन वृद्धि होगी ,प्रमोशन मिलेगा । पुराने सारे कर्ज इस वर्ष उतर जाएंगे। स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। इस प्रकार इस वर्ष बहुत ही सुकून मिलेगा ।सुख शांति भरा यह वर्ष बीतेगा।
मूलांक 8: मूलांक 8 वालों के लिए वर्ष 2022 मिलाजुला रहेगा। मूलांक 8 के स्वामी शनि देव हैं और मूलांक 6 के स्वामी शुक्र। शुक्र और शनि आपस में गुरु शिष्य हैं ।किंतु नंबर 8, अंक शास्त्र में सबसे कमजोर अंक माना जाता है ।अतः मूलांक 8 वालों के जीवन में प्रायः जीवन भर कष्ट और परेशानियां बनी रहती हैं । 2022 शुक्र का वर्ष होने के कारण थोड़ा लाभ देगा। कारोबार, व्यवसाय, रोजगार में कामयाबी भी देगा । किंतु मेहनत और संघर्ष बहुत करना पड़ेगा। और ध्यान रहे कि बिना किसी के सलाह के कोई भी कार्य ना करें। आमदनी के क्षेत्र में रुकावट आएगी। धन आगमन में कठिनाई होगी। मन में दुख और संताप रहेगा। किसी भी कार्य में संतुष्टि नहीं होगी। मन असंतोष से भरा रहेगा। आमदनी की कमी और खर्च की अधिकता के कारण इस वर्ष कर्ज भी लेना पड़ सकता है। नौकरी पेशा लोगों के लिए यह वर्ष अच्छा नहीं होगा। अपने उच्चाधिकारियों से संबंध ना बिगाड़े। वाद-विवाद से बचें। वैवाहिक जीवन में परेशानियां आएंगी । जीवन साथी के साथ मनमुटाव या अलगाव की स्थिति पैदा होगी। घर परिवार में कई तरह की परेशानियां आएंगी। शत्रु बाधा भी होगी। रोग, ऋण, दुश्मनी, केस मुकदमा , कोर्ट कचहरी इस तरह की कई परेशानियां रहेंगी। किसी से दुश्मनी से बचें। विशेष रुप से आंखों के रोग से अपना बचाव करें। कुल मिलाकर कामयाबी के साथ संघर्ष और परेशानियां बनी रहेंगी। इस वर्ष आर्थिक अभाव झेलना पड़ सकता है।
माता लक्ष्मी की आराधना करें। सुंदरकांड और श्री हनुमान चालीसा का प्रतिदिन पाठ करें। शनिवार के दिन भगवान शिव का काले तिल और जल से अभिषेक करें।
मूलांक 9 : मूलांक 9 के स्वामी मंगल ग्रह होते हैं वर्ष 2022 के स्वामी शुक्र और मंगल आपस में शत्रु हैं। किंतु मंगल और शुक्र का मिलन धन के मामले में अत्यंत शुभ माना जाता है। अतः वर्ष 2022 मूलांक 9 वालों के लिए मिलाजुला रहेगा । इस वर्ष मूलांक 9 वालों को शिक्षा और रिसर्च के क्षेत्र में विशेष सफलता मिलेगी। व्यापार, रोजगार, कारोबार, व्यवसाय के लिए शुभ रहेगा। नौकरी में तरक्की मिलेगी। प्रमोशन होगा। यदि मूलांक 9 वाला कोई व्यक्ति अभी तक बेरोजगार है तो इस वर्ष उसे रोजगार भी प्राप्त हो जाएगा। मनचाही नौकरी मिलेगी। अलग-अलग स्रोतों से धन का आगमन होगा। विशेष धन लाभ प्राप्त होगा। इस वर्ष जीवन के बहुत से सपने पूरे हो जाएंगे। किंतु स्वास्थ्य के मामले में यह वर्ष मूलांक 9 वालों के लिए शुभ नहीं है । अतः मानसिक तनाव से बचना चाहिए । हाई ब्लड प्रेशर की विशेष संभावना इस वर्ष बनती है। शुगर, ब्लड प्रेशर इन सब के कारण शरीर को कष्ट होगा। चोट, चपेट, दुर्घटना के योग बन रहे हैं।अतः अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें शुभ फल प्राप्त करने के लिए प्रत्येक मंगलवार को श्री हनुमान जी के दर्शन करें। सुंदरकांड का पाठ करें। शुक्र के मंत्रों का जाप करें।
वैसे तो वर्ष 2022 लगभग सभी के लिए शुभ वर्ष होगा । किंतु मूलांक 8 और मूलांक 9 वालों के लिए थोड़ा परेशानियां देने वाला है । अब इस वर्ष को कैसे शुभ बनाया जाए? इसके लिए एक बड़ा ही रहस्य में प्रयोग है जो बहुत ही अनुभूत है और बहुतों ने इसका लाभ उठाया है। यदि आपके लिए वर्ष अच्छा है तो भी और यदि बुरा है तो भी आप इसका प्रयोग कर सकते हैं। यदि वर्ष आपके लिए अच्छा है तो और भी श्रेष्ठ फल प्रदान करेगा और यदि यह वर्ष आपके लिए अच्छा नहीं है तो अवश्य ही आपको हर तरह की समस्याओं से बचा लेगा। प्रतिदिन सुबह स्नान करने के बाद अपने Left hand (बाए हाथ) की हथेली पर अंगूठे के ठीक नीचे जिसे शुक्र पर्वत कहते हैं उस पर नीले रंग के कलम से 24 नंबर लिखें ।ऐसा प्रतिदिन करें। ऐसा करने से यह वर्ष 2022 अत्यंत शुभ फल प्रदायक बन जाएगा। यदि आप चाहें तो अपने घर के मुख्य द्वार पर किसी कोरे कागज पर नीले रंग के पेन से 24 नंबर लिख कर चिपका दें। अपनी नोटबुक, खाता बही ,अपनी डायरी के ऊपर भी यदि आप शुक्रवार के दिन शुक्र की होरा में 24 लिखते हैं तो वर्ष 2022 यकीन मानिए आपके लिए बहुत ही शुभ फलदायक हो जाएगा।
इति शुभमस्तु !!हर हर महादेव!!!
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