Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh) - 🌐

Breaking

Home Top Ad

Post Top Ad

Sunday, July 26, 2020

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)

Bhopal Samachar | No 1 hindi news portal of central india (madhya pradesh)


मध्य प्रदेश कांग्रेस में जयवर्धन सिंह और नकुल नाथ आमने-सामने / MP NEWS

Posted: 26 Jul 2020 08:19 AM PDT

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति के पंडितों ने 2023 में जिस मुकाबले की उम्मीद जताई थी, उसकी शुरुआत 2020 में ही हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह के चिरंजीव जयवर्धन सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के उत्तराधिकारी नकुल नाथ मैदान में आमने-सामने आ गए हैं। कांग्रेस में नाथ एंड कंपनी ने नकुल नाथ को 2023 के लिए मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री घोषित करना शुरू कर दिया है वहीं दूसरी ओर सिंह ब्रदर्स की ओर से जयवर्धन सिंह 2023 के लिए मुख्यमंत्री पद के दावेदार घोषित किए जा चुके हैं। 

इस वीडियो के कारण कांग्रेस की राजनीति में खुली गोलबंदी शुरू

सोशल मीडिया पर सिंह ब्रदर्स और नाथ कंपनी के समर्थकों के बीच खुली तकरार दिखाई देने लगी है। फिलहाल थोड़ी दायरे में हैं लेकिन कांग्रेस में दायरे और दीवारें कब टूट जाए कहा नहीं जा सकता। यह तकरार जयवर्धन सिंह के भोपाल में लगे होर्डिंग के जवाब में आए नकुल नाथ के बयान के बाद शुरू हुई है। 

भोपाल में लगाए गए होर्डिंग पोस्टर में जयवर्धन सिंह को मध्य प्रदेश का भावी मुख्यमंत्री बताया गया था। इस होर्डिंग के कारण कांग्रेस पार्टी के भीतर राजनीति में इतनी तेज उफान आया कि जयवर्धन सिंह को होर्डिंग लगाने वाले के खिलाफ पुलिस में शिकायत करनी पड़ी लेकिन इससे बात खत्म नहीं हुई। कमलनाथ के पुत्र नकुल नाथ ने कुछ पत्रकारों को बुलाकर बयान दिया कि सन्निकट मध्य प्रदेश उपचुनाव में युवाओं का निर्णय मैं करूंगा। इसके साथ उन्होंने यह भी जोड़ा कि जीतू पटवारी, जयवर्द्घन सिंह, हरि बघेल, सचिन यादव अपने-अपने क्षेत्रों में युवाओं का नेतृत्व मेरे साथ करेंगे। इसी के साथ हालात बिगड़ गए हैं। अब देखना यह है कि यह तकरार क्या-क्या रंग दिखाती है।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

MP COLLEGE EXAM: सीएम शिवराज सिंह ट्वीट करके हटाया

Posted: 26 Jul 2020 07:50 AM PDT

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अस्पताल से ही भर्ती होने के बाद कोरोना समेत अन्य विषयों पर मंत्रियों और अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की। इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया- अंडरग्रेजुएट (यूजी) अंतिम वर्ष और पोस्टग्रेजुएट (पीजी) के चौथे सेमिस्टर की परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी। लेकिन, कुछ ही देर बाद मुख्यमंत्री का यह ट्वीट गायब हो गया। 

इसमें उन्होंने कहा कि मेरे बच्चों, शिक्षा से ही समृद्ध और सशक्त भविष्य का निर्माण होगा। मैंने स्नातक अंतिम वर्ष और स्नातकोत्तर के चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं 'ऑनलाइन' कराने का निर्णय लिया है। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद शनिवार दोपहर बाद उन्हें चिरायु में भर्ती कराया गया। अब इस पर कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। देर शाम सीएम के हेल्थ बुलेटिन में कहा गया कि सीएम ने ठीक से नींद ली। वे स्वस्थ हैं। 

सबसे ज्यादा इंदौर में हुई परीक्षाएं

प्रदेश भर के सभी विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं को लेकर अब भी स्थिति साफ नहीं है। कई विश्वविद्यालयों में तो परीक्षाएं शुरू तक नहीं हो पाई थीं, जबकि कुछ जैसे इंदौर में 50% पेपर हो चुके थे। ऐसे में उच्च शिक्षा विभाग बीए, बीएससी और बीकॉम समेत सभी कक्षाओं की परीक्षाओं को लेकर अब तक कोई निर्णय नहीं ले पाया है।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

मध्य प्रदेश 12वीं के टॉपर्स को ₹25000 का लैपटॉप दिया जाएगा: सीएम शिवराज सिंह चौहान / MP MMVY NEWS

Posted: 26 Jul 2020 07:18 AM PDT

मध्यप्रदेश में Mukhyamantri Medhavi Vidyarthi Yojna फिर से शुरू

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा मण्डल की 2020 परीक्षा में अनुत्तीर्ण विद्यार्थी निराश न हों उनके लिये "रूक जाना नहीं" योजना लागू की गई है। इस योजना में अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों को पुनः परीक्षा देने का अवसर दिया जाएगा।

योजनान्तर्गत पात्र विद्यार्थी कक्षा 10वीं के लिये 28 जुलाई और कक्षा 12वीं के लिये 5 अगस्त तक एम.पी. ऑनलाइन कियोस्क के माध्यम से अथवा स्वयं ऑनलाइन निर्धारित शुल्क जमा कर परीक्षा के लिये पंजीयन करा सकेंगे।

सीएम श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सरकार द्वारा प्रदेश के मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदाय की योजना पुनः प्रारंभ की जा रही है। इसके अंतर्गत सरकार द्वारा मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप क्रय करने के लिए ₹25 हज़ार की प्रोत्साहन राशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।

सीएम श्री चौहान ने कहा है कि शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 12वीं की मुख्य परीक्षा में उत्कृष्टता प्रदर्शित करने वाले विद्यार्थियों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा। योजना का लाभ नियमित एवं स्वाध्यायी दोनों प्रकार के विद्यार्थियों को मिलेगा।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

मध्य प्रदेश बेकाबू कोरोना: 874 पॉजिटिव, 12 मौत, पॉजिटिविटी रेट 6.4% / MP CORONA UPDATE NEWS

Posted: 26 Jul 2020 06:55 AM PDT

भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार में मौजूद तमाम विशेषज्ञ अपनी पूरी क्षमताओं का उपयोग कर चुके हैं परंतु कोरोनावायरस का संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा। आज की सरकारी रिपोर्ट में 874 नागरिक कोविड-19 पॉजिटिव बताए गए हैं। मध्यप्रदेश में यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। 12 मरीजों की मौत के साथ आज का पॉजिटिविटी रेट 6.4 प्रतिशत (प्रत्येक 100 में से 6.4 पॉजिटिव) हो गया। जो मध्य प्रदेश के सामान्य 2% से 3 गुना से ज्यादा है। 

MADHYA PRADESH CORONA BULLETIN 26 JULY 2020

संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 26 जुलाई 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में:- 
13752 सैंपल की जांच की गई। 
168 सैंपल रिजेक्ट हो गए। 
12878 सैंपल नेगेटिव पाए गए। 
874 सैंपल पॉजिटिव पाए गए। 
12 मरीजों की मौत हो गई। 
644 मरीज डिस्चार्ज किए गए। 
मध्यप्रदेश में संक्रमित नागरिकों की कुल संख्या 27800
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 811
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से स्वस्थ हुए नागरिकों की संख्या 19132
26 जुलाई 2020 को संक्रमित नागरिकों की संख्या 7857
26 जुलाई 2020 को मध्यप्रदेश में संक्रमित इलाकों की संख्या 2994 

MP COVID-19 LATEST REPORT की खास बातें 

सरकारी रिपोर्ट कहती है कि हालत बेहद चिंताजनक है। मध्य प्रदेश के चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञों के पास जितना भी ज्ञान और अनुभव था उसका उपयोग हो चुका है। 
मरीजों की मौत के मामले में पिछले कुछ दिनों से भोपाल में वही हो रहा है जो पहले इंदौर में होता था। हर रोज लगभग 4 मरीजों की मौत सरकारी रिपोर्ट में दिखाई दे रही है। 
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर मध्य प्रदेश के 4 सबसे ज्यादा संक्रमित इलाके हैं। इनके अलावा मुरैना और उज्जैन गंभीर रूप से महामारी की चपेट में है। इसका तात्पर्य यह हुआ कि जिन शहरों में बाहरी लोगों की आवाजाही ज्यादा है वहां संक्रमण भी ज्यादा है। 
शहरों को लॉक डाउन करने से ज्यादा जरूरी है, जिलों की सीमाएं सील कर दी जाए। सीमाओं पर पहरा जितना बढ़ाया जाएगा, कोरोनावायरस शायद उतना ही नियंत्रित होता चला जाए।



26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

भोपाल से 2 करोड रुपए लाया जस्सा माफिया सतना में गिरफ्तार / SATNA MP NEWS

Posted: 26 Jul 2020 06:35 AM PDT

सतना। कुख्यात तस्कर जस्सा माफिया जिसे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उड़ीसा तीन राज्यों की पुलिस तलाश कर रही थी, को सतना पुलिस ने एक एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया। जस्सा माफिया और अनूप जायसवाल के साथ उसके गिरोह के 8 साथी भी गिरफ्तार किए गए। जस्सा के पास से 2 करोड रुपए से ज्यादा नगद और हथियार मिले हैं। जस्सा भोपाल से लौट कर आया था। माना जा रहा है कि यह रकम उसे भोपाल से प्राप्त हुई थी।

जस्सा माफिया की लोकेशन भोपाल में मिली थी

आईजी रीवा रेंज चंचल शेखर एवं सपना के एसपी रियाज इकबाल ने प्रेस को अनूप जायसवाल की गिरफ्तारी की आधिकारिक सूचना देते हुए बताया कि विंध्य क्षेत्र के इस सबसे बड़े माफिया का नेटवर्क एमपी, यूपी, उड़ीसा तक फैला था। जस्सा को पकड़ने के लिए पिछले काफी समय से प्रयास किया जा रहा था। उसकी लोकेशन भोपाल में मिली थी लेकिन जब तक टीम वहां पहुंची तब तक चार वाहनों में अपने 8 साथियों समेत जस्सा वहां से निकल आया था। 

रामपुर पहाड़ी के पास घेराबंदी की गई

लगातार चल रही निगरानी के बीच जस्सा के मैहर – परसमनिया मार्ग पर रामपुर पहाड़ी के निकट पहुंचने की सूचना मिली जहां पुलिस ने उसकी घेराबंदी कर ली लेकिन जस्सा और उसके साथियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। मुठभेड़ के दौरान जस्सा और उसके 8 साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। 

जस्सा माफिया के पास से क्या-क्या बरामद हुआ

उसके पास से 2 करोड़ 12 लाख रुपये की नगदी, 4 चार पहिया वाहन, साढ़े 9 लाख रुपये का 94 किलो गांजा और रिवाल्वर समेत 2 करोड़ 77 लाख रुपए का माल बरामद किया गया है। सतना के सबसे बड़े माने जाने वाले इस माफिया ने पुलिस की घेराबंदी तोड़ने के लिएफायरिंग भी की लेकिन फिर भी बच नहीं सका। जस्सा पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

जीतू पटवारी के निजी सचिव कोरोना पॉजिटिव / INDORE NEWS

Posted: 26 Jul 2020 06:28 AM PDT

इंदौर। मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के निजी सचिव शिवेंद्र सिंह कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। उन्हें करीब 5 दिन से हल्का बुखार आ रहा था। उन्होंने पहले जेपी हॉस्पिटल में चेकअप करवाया था, लेकिन बुखार ठीक नहीं होने पर निजी डॉक्टर से इलाज कराया। उनका बुखार तो उतर गया था 

परन्तु रविवार को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटव आ गई। शिवेंद्र के ढाई साल के बेटे को भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्हें पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। शिवेंद्र करीब 10 दिन पहले पटवारी से मिले थे।
शिवेंद्र ने बताया कि वे परिवार के साथ एमएलए रेस्ट हाउस में रहते हैं। पांच दिन से बुखार आ रहा था। जेपी हॉस्पिटल में दो-तीन दिखाने के बाद भी कुछ आराम नहीं मिला तो एक निजी डॉक्टर को दिखाया था। बुखार उतर चुका है। मेरे बेटे की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। मैं भोपाल में पटवारी का पूरा काम देखता हूं। उनसे करीब 10 दिन पहले मुलाकात हुई थी। अभी तक छुट्टी लेकर घर पर ही आराम कर रहा था।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

मध्य प्रदेश के शासकीय कर्मचारियों की वार्षिक वेतन वृद्धि के संबंध में मुख्यमंत्री का बयान / MP EMPLOYEE NEWS

Posted: 26 Jul 2020 07:32 AM PDT

भोपाल। मध्य प्रदेश के शासकीय कर्मचारियों में नियमित वार्षिक वेतन वृद्धि को लेकर चिंता दिखाई दे रही है। कोरोना कंट्रोल के नाम पर सरकार ने कर्मचारियों को मिलने वाले सभी लाभ रोक रखे हैं। ऐसी स्थिति में कर्मचारियों को वार्षिक वेतन वृद्धि मिलेगी या नहीं इसे लेकर संशय का माहौल बना हुआ है। 

मध्य प्रदेश में कर्मचारियों की वार्षिक वेतन वृद्धि लगेगी लेकिन मिलेगी नहीं

मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan ने प्रदेश के समस्त शासकीय अधिकारी /कर्मचारियों से वार्षिक वेतन वृद्धि को लेकर चिंतित न होने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि हर अधिकारी/ कर्मचारी को नियत समय से ही वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाएगा। यद्यपि इस समय कोविड संकट के चलते जनहित में वेतन वृद्धि का वास्तविक लाभ स्थितियां सामान्य होने पर ही मिल सकेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विश्वास प्रकट किया है कि प्रदेश को कोरोना संकट से बाहर निकालने के उद्देश्य से सभी अधिकारी/कर्मचारी सरकार के इस निर्णय का समर्थन और सहयोग करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस समय मध्य प्रदेश कोरोना संक्रमण के चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहा है। सरकार ने कोविड-19 से बचाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। एक और राज्य के बजट का बड़ा हिस्सा स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य कोविड कार्यों पर खर्च हो रहा है, वहीं दूसरी ओर आर्थिक गतिविधियों में कमी के कारण राज्य की आय में कमी आई है।

CM Madhya Pradesh ने कहा कि हमारे अधिकारी कर्मचारी शासन व्यवस्था की रीड की हड्डी है, जिन्होंने हर कठिन समय में सरकार का हमेशा साथ दिया है। सरकार भी अपने कर्मचारियों का वाजिब हक और हित दोनों सुनिश्चित करने के लिए ना कभी पीछे हटी है और ना कभी पीछे हटेगी। 

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

CM शिवराज सिंह के कारण मध्य प्रदेश के 500 से ज्यादा VIP कोरोना संदिग्ध / MP NEWS

Posted: 26 Jul 2020 05:56 AM PDT

भोपाल। कैबिनेट मंत्री श्री अरविंद भदौरिया के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णु दत्त शर्मा तो होम क्वॉरेंटाइन हो गए परंतु सीएम शिवराज सिंह चौहान लगातार सक्रिय बने रहे। अब मुख्यमंत्री भी महामारी से पीड़ित पाए गए हैं। यदि पिछले 10 दिन की कांटेक्ट हिस्ट्री पर नजर डालें तो मध्य प्रदेश के 500 से ज्यादा VIP उनके संपर्क में आए थे। लगभग सभी कैबिनेट मंत्री सहित केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेताओं के अलावा भारतीय प्रशासनिक सेवा के कई अधिकारी शामिल है।

17 जुलाई से 24 जुलाई तक की डिटेल्स

17 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विधानसभा में गए थे। सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए थे। तब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, उनके साथी विधायक सज्जन सिंह वर्मा, मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा और प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा भी बैठक में हुए शामिल थे। इसी दिन फिर वे उज्जैन गए थे। महाकाल मंदिर के दर्शन किए थे। कैबिनेट मिनिस्टर मोहन यादव भी साथ में उज्जैन गए थे। वहीं, कलेक्टर कार्यालय में कोरोना के लेकर समीक्षा की थी।

20 जुलाई को ग्वालियर गए थे

शिवराज सिंह चौहान 20 जुलाई को ग्वालियर गए थे। वहां केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की थी। ग्वालियर से लौटकर उन्होंने कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की थी। कोरोना के लेकर भी समीक्षा बैठक की थी। साथ ही कलेक्टर पुलिस अधीक्षक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की थी। सामान्य प्रशासन विभाग के अफसरों के साथ भी बैठक की थी। 

21 जुलाई को सीएम लखनऊ गए थे 

सीएम 21 जुलाई को सीएम लखनऊ गए थे। राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम में हुए थे। सीएम के साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और सुहास भगत भी थे। 

22 जुलाई को मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक की थी 

सीएम चौहान ने 22 जुलाई को मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक की थी, जिसमें सरकार के सभी मंत्री मौजूद थे। इसी दिन मुख्यमंत्री ने आधा दर्जन मंत्रियों के साथ वन टू वन चर्चा की. जिसमें बृजेंद्र प्रताप सिंह, तुलसीराम सिलावट, मीना सिंह, कमल पटेल, एंदल सिंह कंसाना, गोविंद सिंह राजपूत शामिल थे।

23 जुलाई को भी मंत्रियों के साथ वन टू वन चर्चा हुई

इस चर्चा में ओमप्रकाश सकलेचा, विश्वास सारंग, प्रभु राम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रदुम सिंह तोमर, उषा ठाकुर, मोहन यादव, हरदीप सिंह डंग, इंदर सिंह परमार और बृजेंद्र सिंह यादव शामिल थे। इसी दिन बीजेपी दफ्तर में कांग्रेस विधायक नारायण पटेल की सदस्यता कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे। कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा भी शामिल थे।

24 जुलाई को सरकार के मंत्रियों के साथ मुलाकात की 

24 जुलाई को सीएम ने कोरोना के लेकर समीक्षा बैठक की और सरकारी भूमि के प्रबंधन को लेकर राजस्व, नगरी प्रशासन विभाग के अफसरों के साथ चर्चा की। 

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

टीकमगढ़ में दंपति की हत्या, खेत में मिले शव, चाचा का परिवार फरार / MP NEWS

Posted: 26 Jul 2020 05:50 AM PDT

टीकमगढ़। मध्य प्रदेश के जिले के पलेरा थाना क्षेत्र में पति-पत्नी ने अपने बेटे के साथ मिलकर भतीजे और उसकी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। दंपती की हत्या होने की सूचना ग्रामीणों को लगते ही सनसनी फैल गई। वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का जायजा लिया। साथ ही पंचनामा की कार्रवाई करते हुए शव को पीएम के लिए भेज दिया है।   

पुलिस ने बताया कि पलेरा थाना क्षेत्र के सेपुरा गांव के रहने वाले बाबूलाल तिवारी का विवाद अपने भतीजे दिनेश तिवारी से जमीन को लेकर चल रहा था। खाली पड़ी जमीन पर दोनों अपनी-अपनी दावेदारी कर रहे थे। सुबह करीब 10 बजे आरोपित बाबूलाल तिवारी, पत्नी विमला तिवारी और बेटे ऋषि तिवारी के साथ खेत पर पहुंचा। जहां पर पहले से ही भतीजा दिनेश तिवारी और उसकी पत्नी आशा तिवारी मौजूद थीं।

जमीन के विवाद को लेकर दोनों ही झगड़ा शुरू हो गया। विवाद इतना बढ़ता गया कि एक-दूसरे जान लेने पर उतारू हो गए। आरोपित बाबूलाल तिवारी ने विमला और ऋषि के साथ मिलकर अपने भतीजे दिनेश और बहू आशा पर सब्बल और लाठियों से हमला बोल दिया। इससे दंपती की मौके पर ही मौत हो गई। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। वहीं आरोपितों की तलाश के लिए भी उनके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। घटना स्थल पर जतारा एसडीओपी योगेंद्र सिंह, पलेरा टीआई हिमांशु चौबे सहित एफएसएल की टीम पहुंची है।

पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने बताया कि पति-पत्नी ने बेटे के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है। प्रथम दृष्टतया मामला जमीन विवाद को लेकर सामने आया है। फिलहाल आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है। इसके लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

आइसोलेटेड सीएम शिवराज सिंह ने कोरोना की समीक्षा बैठक को संबोधित किया / MP NEWS

Posted: 26 Jul 2020 05:37 AM PDT

भोपाल। कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण आइसोलेट किए गए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मध्य प्रदेश की कोरोनावायरस समीक्षा बैठक को संबोधित किया। श्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके लिए अपने स्थान पर 4 मंत्रियों को नियुक्त किया था।

आज सुबह अस्पताल की ओर से बताया गया कि मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan का स्वास्थ्य ठीक है। सभी मेडिकल पैरामीटर सामान्य हैं। उन्होंने अपने सुबह के योग और व्यायाम की दिनचर्या का पालन भी किया। शिवराज सिंह ने आज सुबह कहा कि मेरे प्रिय, प्रदेशवासियों मैं ठीक हूँ, कोरोना योद्धाओं की टीम पूरी तरह से समर्पित है। कोविड-19 से डरने की जरूरत नहीं है, लक्षण दिखने पर तुरन्त टेस्ट कराएं और बिना छुपाए उपचार करा लें तो कोरोना पर विजय निश्चित रूप से मिलेगी। 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम मन की बात को देखा। सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो भी जारी हुआ। समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोरोनावायरस को कंट्रोल करने के लिए समाजसेवी संगठनों का सहयोग लिया जाए।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

जबलपुर में 3 शिक्षक कोरोना पॉजिटिव, राज्य शिक्षा केंद्र के घातक आदेश का नतीजा / MP EMPLOYEE NEWS

Posted: 26 Jul 2020 07:32 AM PDT

जबलपुर। पूरा देश कोरोनावायरस की चपेट में है। हर रोज ना केवल कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ रही है बल्कि पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ता जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन से लेकर स्मार्ट सिटी ऑफिस तक चारों तरफ से एक ही संदेश दिया जा रहा है कि यदि जानलेवा महामारी से बचना है तो कम से कम लोगों से संपर्क करें लेकिन राज्य शिक्षा केंद्र ने आदेश जारी किया है कि शासकीय शिक्षक गांव-गांव में जाकर विद्यार्थियों के घर-घर संपर्क करें। पुस्तकों का वितरण करें, मोहल्ला क्लास चलाएं। नतीजा जबलपुर में 3 शिक्षक संक्रमित हो गए।

ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय प्रवक्ता संजीव सोनी ने बताया कि ऐसा ही प्रयोग आयुक्त राज्य शिक्षा केंद्र ने करते हुए  शिक्षकों को घर-घर जाकर बच्चों को पुस्तकें बांटने और पढ़ाने का आदेश जारी कर दिया। इस आदेश के तहत शिक्षक घर घर जाकर पुस्तके बांट रहे हैं और  5-5 छात्रों के समूह बनाकर मोहल्ला क्लास लगा रहे हैं। नतीजन जबलपुर में एक हफ्ते के अंदर 3 शिक्षकों के पॉजिटिव निकलने पर विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। 

इस घटना को देखते हुए ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष डीके सिंगौर ने मोहल्ला क्लास पर तत्काल रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री और को पत्र लिखा। साथ ही प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा, आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल, आयुक्त आदिवासी विकास विभाग भोपाल, आयुक्त राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल को भी पत्र लिखकर मोहल्ला क्लास और कक्षा नौवीं से 12वीं के प्रवेश कार्य पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।  

ताकि अनजाने में शिक्षक घर-घर जाकर बच्चों, अभिभावकों के बीच में संक्रमण फैलाने में भागीदार ना बने। बिना किसी सुरक्षा किट और प्रशिक्षण प्राप्त किए इन शिक्षकों को घर- घर भेज कर कराए जाने वाला यह कार्य कोरोना संक्रमण के लिहाज से खतरनाक हो सकता है, क्योंकि नगरीय क्षेत्रों में रहने वाले शिक्षकों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के गांव में घर-घर जाकर उक्त कार्य करना छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। किसी शिक्षक के संक्रमित होने पर पूरे गांव में घर-घर संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है। 

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

भोपाल के बाद कटनी में 7 दिनों का टोटल लॉक डाउन / MP NEWS

Posted: 26 Jul 2020 06:57 AM PDT

कटनी। मध्यप्रदेश में जबलपुर संभाग के कटनी जिले में कोरोना का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा हैं। आए दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में इज़ाफ़ा हो रहा हैं। जिसको लेकर शासन प्रशासन की चिंता बढ़ गई हैं। जिसके चलते कटनी में 7 दिनों का टोटल लॉक डाउन लगाया गया हैं। 

राजधानी भोपाल सहेत कई जिलों में दोबारा लॉक डाउन लगाया गया हैं। और अब खबर कटनी में 7 दिनों का टोटल लॉक डाउन लगाया गया हैं।जिसके आदेश कलेक्टर शशिभूषण सिंह ने जारी कर दिए हैं। बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए अब प्रदेश एक बार फिर लॉक डाउन की और बढ़ गया हैं। 

कटनी शहर में कुल 10 छात्रावासो को कोविड केयर सेंटर के रूप में विकसित किया गया है। आवश्यक सुविधाओं से युक्त इन कोविड केयर सेंटरो में कुल 518 बेड की क्षमता उपलब्ध हैं। जिले में संक्रमित व्यक्तियों की बढ रही संख्या के मद्देनजर सभी कोविड केयर सेंटरो को क्रियाशील और तैयार रखने के निर्देश कलेक्टर शशिभूषण सिंह ने दिये है। उन्होंने कोविड केयर सेंटर के प्रभारी अधिकारियों और वार्डन तथा ड्यूटी पर तैनात किए गए सभी कर्मचारियों को अपने कर्तव्य पर उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

ग्वालियर में कोरोना से मौत के 3 घंटे बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई, परिजन और पड़ोसीयों में दहशत / GWALIOR NEWS

Posted: 26 Jul 2020 06:38 AM PDT

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में कोरोना संक्रमण को लेकर प्रशासन कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इस घटना क्रम से लगाया जा सकता है। ग्वालियर के सिंगपुर रोड निवासी वीरेंद्र खंडेलवाल शुक्रवार को सैंपल देकर अपने घर आ गए थे। शनिवार को शाम 4 बजे उनकी मौत हो गई। इसके बाद भी तीन घंटे तक उनके परिजन और पड़ोसी शव को छूते रहे। 

जिला प्रशासन की ओर से शाम 7 बजे मृतक के परिजनों को रिपोर्ट पॉजिटिव आने की जानकारी दी गई। जिला प्रशासन के पास करीब 6:30 बजे वायरोलॉजिकल लैब से काेरोना पॉजिटिव मरीजों की लिस्ट पहुंच चुकी थी,इसके बाद भी उनके शव को जेएएच पोस्टमार्टम भवन तक पहुंचाने में अधिकारियों को रात 10 बज गए।

जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कोरोना मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए अधिक वाहनों की तो व्यवस्था कर नहीं पाए हैं। सिर्फ 108 एंबुलेंस की छह गाड़ियों के ही भरोसे मरीज भर्ती कराए जा रहे हैं। सबसे ताज्जुब की बात यह है कि प्रशासन के पास इस बात के इंतजाम नहीं हैं कि अगर कोई कोरोना संदिग्ध मरीज घर पर खत्म हो जाए तो एंबुलेंस भेजकर उसके शव को तुरंत लाया जा सके। 

मृतक वीरेंद्र के मामले में भी यही हुआ। जब अधिकारियों को यह पता चला कि कोरोना पॉजिटिव वीरेंद्र की मौत हो चुकी है तो पहले जिला प्रशासन के अधिकारियों ने जिला अस्पताल मुरार के डॉक्टरों से शव वाहिका भेजने के लिए संपर्क किया। डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि शव वाहिका जिला अस्पताल में है ही नहीं। इसके बाद सीएमएचओ डॉ. वीके गुप्ता से शव वाहिका का इंतजाम करके मृतक के घर भेजने के लिए कहा गया। रात करीब 9:35 बजे शव वाहिका वहां पहुंची। 

मृतक के शव को बैग में रखने के बाद रात करीब 10 बजे जेएएच के पोस्टमार्टम भवन पहुंचाया गया। शव का अंतिम संस्कार कोविड नियमों के अनुसार रविवार को लक्ष्मीगंज विद्युत शवदाह गृह में किया जाएगा। वीरेंद्र खंडेलवाल की मौत के बाद उनके परिवार के 9 लोग शव से लिपटकर रोते रहे। इसके अलावा उनके मरने की सूचना मिलते ही उनके रिश्तेदार और मोहल्ले के कई लोग उनके घर पहुंच गए थे। जो रिपोर्ट पॉजिटिव आने की सूचना मिलते ही वापस चले गए।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

भोपाल में महामारी: मात्र 3 दिनों में 635 कोरोना पॉजिटिव / BHOPAL CORONA UPDATE NEWS

Posted: 26 Jul 2020 05:56 AM PDT

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल महामारी की चपेट में आ चुकी है। लगातार तीसरे दिन कोरोनावायरस पॉजिटिव की संख्या 200 के आसपास (199) रही। पिछले 3 दिनों में 635 कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए हैं जिनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार मध्य प्रदेश के सबसे अच्छे कोविड-19 सेंटर चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर की फैमिली शामिल है।

भोपाल शहर के इन इलाकों में कोरोना महामारी से पीड़ित मरीज मिले

रविवार को 199 संदिग्धों में कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद भोपाल में मरीजों की संख्या 5543 हो गई। हॉट स्पॉट जहांगीराबाद क्षेत्र से 9 लोग संक्रमित हुए हैं, तो एमएलए रेस्ट हाउस से 2 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। एम्स से एक मेडिकल छात्र और जीएमसी की एक महिला डॉक्टर भी पॉजिटिव हो गईं है। तहसील कार्यालय बैरसिया से 6 लोग और एचआईजी डुप्लेक्स कांप्लेक्स कटारा हिल्स से 6 लोग संक्रमित हैं। इब्राहिमगंज, चार इमली, 25वीं बटालियन, अरेरा कॉलोनी, शाहजहानाबाद, अवधपुरी समेत कई क्षेत्रों में संक्रमित मरीज मिले हैं। 

सांसद एवं महामंडलेश्वर प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने हनुमान चालीसा का उपाय बताया 

भारत भक्ति अखाड़े की महामंडलेश्वर एवं भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कोरोनावायरस से मुक्ति के लिए हनुमान चालीसा का उपाय बताया। उन्होंने कहा कि यदि भोपाल के नागरिक टोटल लॉकडाउन के दिनों में शाम 7:00 बजे 5 बार हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे तो निश्चित ही भोपाल शहर कोरोनावायरस से मुक्त हो जाएगा।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

बैतूल के जज एवं उनके बड़े बेटे की पॉइजनिंग से मौत, कटनी के रहने वाले थे त्रिपाठी / MP NEWS

Posted: 26 Jul 2020 03:36 AM PDT

भोपाल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) श्री महेंद्र कुमार त्रिपाठी और उनके बड़े बेटे की मृत्यु हो गई। पुलिस को संदेह के उनके खाने में पॉइजनिंग हुई है। पुलिस ने एडीए के आवास को सील कर दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। एडीजे श्री महेंद्र कुमार त्रिपाठी मध्य प्रदेश के कटनी जिले के रहने वाले थे। उनका अंतिम संस्कार कटनी में किया जाएगा।

खाना खाने के बाद सभी की तबीयत खराब हो गई थी

बताया जा रहा है कि चार-पांच दिन पहले ADJ और उनके दोनों बेटों की तबीयत अचानक खराब हो गई है। तीनों ने घर पर ही भोजन किया था। डॉक्टर ने बताया कि तीनों फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए हैं। घर पर ही प्राथमिक उपचार के बाद छोटे बेटे की तबीयत ठीक हो गई परंतु एडीशनल डिस्ट्रिक्ट जज श्री महेंद्र कुमार त्रिपाठी एवं उनके बड़े बेटे अभियान राज त्रिपाठी की हालत बिगड़ती चली गई। इसके बाद दोनों को शनिवार को नागपुर के एलेक्सिस अस्पताल ले जाया जा रहा था। रास्ते में बड़े बेटे की मौत हो गई और अस्पताल में एडीशनल डिस्ट्रिक्ट जज श्री महेंद्र कुमार त्रिपाठी की भी मौत हो गई।

पहले पाढ़र में भर्ती कराया, हालत बिगड़ी तो नागपुर रैफर

एडिशनल एसपी श्रद्धा जोशी के मुताबिक, फूड पाॅइजनिंग के बाद एडीजे और उनके बेटे को 23 जुलाई को पाढ़र अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां हालत बिगड़ने पर नागपुर रैफर किया था। एएसपी के मुताबिक, परिवार ने 20 जुलाई की रात में जो भोजन किया था, उसके बाद हालत बिगड़ी।

पुलिस को संदेह चपाती में गड़बड़ थी, पत्नी ने चपाती नहीं खाई थी

पुलिस को संदेह है कि मजिस्ट्रेट परिवार ने जो चपातियां खाई थीं, उससे फूड पाॅइजनिंग हुई। जबकि पत्नी ने चपाती नहीं खाई थी। उन्होंने चावल खाया था। जिसके कारण वे पाॅइजनिंग का शिकार नहीं हुई। पुलिस मामले में घर में रखे आटे की सैंपलिंग करेगी। बिसरा भी जांच के लिए भेजा जाएगा। इधर, पाढ़र हॉस्पिटल प्रबंधन ने भी बताया कि 23 जुलाई को जब पिता-पुत्र को अस्पताल लाया गया था, तब हालत गंभीर थी।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

ग्वालियर में लड़की ने ब्लैकमेलर को मां का ATM और गहने तक दे दिए फिर भी नहीं माना 
मध्य प्रदेश के 38 जिलों में 5 दिन लगातार बारिश की संभावना 
ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं 
ग्वालियर की सीमाएं सील, डॉक्टर सहित 59 कोरोना पॉजिटिव 
भोपाल में एक्टर की लेट नाइट पार्टी में पुलिस का छापा, 26 लड़के 7 लड़कियां गिरफ्तार 
जानिए, रत्ती में ऐसा क्या है जो हीरे-जवाहरात के लिए डिजिटल तराजु के बजाए उस पर भरोसा करते हैं 
IGNOU के सभी कोर्सेज के लिए TEE अनिवार्य, नोटिफिकेशन जारी 
दुनिया का पहला पिगी बैंक कहां बना, क्या सूअर बचत का प्रतीक होता है 
मध्य प्रदेश के 25 जिलों में आंधी और बारिश की संभावना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकारी अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हुए, शासन ने बताया 
सिंधिया समर्थक उप चुनाव प्रत्याशी कोरोना पॉजिटिव 
सीएम शिवराज सिंह की अनुपस्थिति में 4 मंत्री मध्यप्रदेश सरकार चलाएंगे 
AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में
मध्य प्रदेश कोरोना: पॉजिटिविटी रेट आज भी 5%, हालात बेहद गंभीर 
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
भारत में फिर से लॉकडाउन या अनलॉक 3.0 की राहत, फैसला 27 जुलाई को 

भोपाल की इंद्र विहार कॉलोनी कांड में रिटायर्ड कर्नल भूपेंद्र सिंह को जेल भेजा / BHOPAL NEWS

Posted: 26 Jul 2020 12:48 AM PDT

भोपाल। राजधानी भोपाल की एयरपोर्ट रोड स्थित इंद्र विहार कॉलोनी मामले में रिटायर्ड कर्नल भूपेंद्र सिंह ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया, कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया है। आरोप है कि 1500 करोड़ की जमीन पर 1700 लोगों को प्लॉट बेच दिए गए जबकि तिलक हाउस सोसाइटी उस जमीन की मालिक ही नहीं थी। रिटायर्ड कर्नल भूपेंद्र सिंह इसी सोसाइटी के चेयरमैन है। तिलक सोसाइटी के वाइस प्रेसिडेंट शफीक मोहम्मद सहित 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

भोपाल में 1500 करोड़ का जमीन घोटाला

भोपाल पुलिस की ओर से प्राप्त सूचना के अनुसार तिलक हाउसिंग सोसायटी के पदाधिकारियों एवं चेयरमैन रिटायर्ड कर्नल भूपेंद्र सिंह पर आरोप है कि उन्होंने एयरपोर्ट रोड की 1500 करोड़ रुपए कीमत की जमीन की फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी तैयार कर पहले जमीन पर कब्जा किया। इसके बाद उस जमीन पर इंद्र विहार कॉलोनी बनाकर 1700 से ज्यादा लोगों को प्लॉट बेच दिए। इस तरह से भूपेंद्र सिंह और उनके साथियों ने करोड़ों की जमीन घोटाला किया।

रिटायर्ड कर्नल भूपेंद्र सिंह की जमानत रद्द क्यों हुई 

बताया गया है कि रिटायर्ड कर्नल श्री भूपेंद्र सिंह ने अपनी बीमारी का हवाला देते हुए इलाज के लिए 45 दिन की जमानत मांगी थी। इसके बाद उन्होंने 90 दिन में चालान पेश ना होने का कारण बताते हुए स्थाई जमानत की मांग की। प्रकरण में फरियादी पक्ष का कहना है कि आरोपी भूपेंद्र सिंह ने तत समय जमानतदार पेश नहीं किया था फिर भी उन्हें जमानत मिल गई है। 

रिटायर्ड कर्नल भूपेंद्र सिंह ने कोर्ट में सरेंडर किया, जेल भेजा

यही मामला हाईकोर्ट पहुंचा। हाई कोर्ट के निर्देश पर भोपाल डिस्टिक कोर्ट ने भूपेंद्र सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया। गिरफ्तारी वारंट की जानकारी मिलने पर आरोपी भूपेंद्र सिंह ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने आरोपी को भोपाल जेल न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

JEE Main और UPSC NDA के उम्मीदवारों के लिए AEW ओपन, फटाफट एंट्री करें

Posted: 26 Jul 2020 12:16 AM PDT

नई दिल्ली। HRD Minister के स्टेटमेंट के बाद National Testing Agency (NTA) ने ऐसे उम्मीदवार जो JEE/UPSC/NDA EXAM एक साथ दे रहे हैं, के लिए APPLICATION EDIT WINDOW ओपन कर दी है। स्टूडेंट्स अपनी एप्लीकेशन में एडिट कर सकते हैं। उन्हें यह घोषित करना होगा कि वह दोनों परीक्षाओं में शामिल होने वाले हैं।

NTA- नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने दोनों परीक्षाओं के लिए एप्लीकेशन एडिट विंडो 31 जुलाई तक खोल दी है। जो उम्मीदवार ये दोनों (JEE MAIN और UPSC NDA) परीक्षा साथ में दे रहे हैं, वह अपने फॉर्म में इस बात की जानकारी मेंशन कर सकते हैं। फॉर्म में एक ऑप्शन होगा जिसमें पूछा जाएगा, क्या आप दोनों परीक्षा साथ में दे रहे हैं तो उम्मीदवारों को 'हां' अपडेट करना होगा। 

संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) यानी JEE MAIN- ग्रेजुएशन इंजीनियरिंग परीक्षा के लिए एंट्रेंस एग्जाम 1 से 6 सितंबर तक आयोजित होंगे, लेकिन कई छात्रों ने चिंता जताई थी कि परीक्षा UPSC NDA और NA परीक्षा के साथ टकरा रही है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि 6 सितंबर को NDA परीक्षा देने वाले छात्रों को उसी दिन JEE मेन के लिए उपस्थित नहीं होना पड़े, इसके लिए ही एप्लीकेशन एडिट विंडो खोल दी गई है।

इससे पहले, एचआरडी मंत्री ने ट्वीट कर बताया था कि मुझे JEEMain और UPSC NDA परीक्षा के बारे में मालूम चला कि दोनों की तारीखें आपस में टकरा रही हैं, मामले की जांच की गई है। NTA यह सुनिश्चित करेगा कि दोनों परीक्षाओं में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों के लिए दो परीक्षाएं क्लैश न करें।" 

कुछ दिनों से ऐसी खबरें आ रही थीं कि JEE एडवांस्ड 2020 के सिलेबस में बदलाव होगा, लेकिन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली ने पुष्टि की है कि इस साल प्रवेश परीक्षा के सिलेबस में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।

आधिकारिक बयान में कहा गया है, "मीडिया में प्रकाशित एक समाचार रिपोर्ट में कहा गया था कि जेईई (एडवांस्ड) 2020 में परीक्षा पैटर्न में कुछ बदलाव देखे जा सकते हैं, इस साल परीक्षा का आयोजन आईआईटी दिल्ली कर रहा है लेकिन ये स्पष्ट किया जाता है कि इस साल सिलेबस में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा,''

कब होगी JEE EXAM

कोरोना वायरस के कारण JEE Main परीक्षा दो बार टल चुकी है। पहले ये परीक्षा अप्रैल में होनी थी, फिर जुलाई में। अब इस परीक्षा का आयोजन 1 से 6 सितंबर तक होगा। वहीं JEE Advanced की परीक्षा 27 सितंबर को होगी।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

गंभीर अपराध, पुलिस और जमानत / EDITORIAL by Rakesh Dubey

Posted: 25 Jul 2020 09:42 PM PDT

देश की न्यायिक व्यवस्था में पुलिस का रोल अहम है। कभी- कभार नहीं अक्सर पुलिस राजनीति या सरकार के हाथ का खिलौना दिखाई देती है पुलिस को सरकार से थोड़ा अलग होकर काम करना चाहिए, वरना पुलिस पर बचा-खुचा विश्वास भी समाप्त हो जायेगा अभी अधिकांश प्रकरणों को राजनीतिक ताकत से हल या प्रभावित करने की कोशिश की जाती है, जिससे समस्या सुलझने के बजाय और गंभीर होती जाती है वर्षों से पुलिस सुधार की बात की जा रही है अब सुधार की अभी जरूरत बहुत गम्भीर होती जा रही है| इसी लेतलाली से माफिया पैदा हो रहे हैं और उनके राज लगभग देश के हर प्रदेश में चल रहे हैं गंभीर से गंभीर मामले में अब जमानत आसानी से हो जाती है

किसी भी मामले में जमानत देने से पहले कोर्ट को उसके विविध पक्षों पर बारीकी से विचार करना होता है वह देखता है कि कहीं इससे समाज में कोई भय तो नहीं है| उस व्यक्ति के खिलाफ दर्ज मामले की वजह क्या है? ऐसे तमाम बिंदुओं पर विचार जरूरी भी है अगर किसी आरोपी के खिलाफ कई सारे मामले दर्ज हैं या ऐसा प्रतीत होता है कि वह व्यक्ति भाग जायेगा या कोर्ट को लगता है कि वह गवाहों को तोड़ने की कोशिश करेगा, तो ऐसे मामलों में आरोपी की जमानत नहीं होती है। ताजा चर्चित विकास दुबे जैसे मामलों की बात है कि उसमें पुलिस ने कैसे तथ्य कोर्ट में पेश किये कि वो जमानत पर बाहर घूम रहा था ? सबका मानना है कि अगर उसकी खिलाफत की जाती, तो उसकी की जमानत ही नहीं होती। स्पष्ट है कि सरकार की कहीं न कहीं खामी रही है, जिससे ऐसे मामलों में भी प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाती है 

सिद्धांत: गंभीर आपराधिक मामलों में जमानत नहीं मिलनी चाहिए अगर किसी अपराधी को जमानत मिल गयी, तो जिस ट्रायल कोर्ट ने इस मामले में जमानत दी, उसकी कार्यवाही पर भी प्रश्नचिह्न लगना चाहिए उच्च न्यायालय या वहां संबंधित न्यायालय जिसे सुपरिंटेडेंट की शक्ति प्राप्त है, इस विषय में प्रश्न पूछना चाहिए कि इस मामले में जमानत किस आधार पर दी गयी ऐसे मामलों में सबसे बड़ी जिम्मेदारी राज्य की बनती है कि वह इस मामले को कोर्ट में किस तरह से ले जाता है दूसरी बात, अगर जमानत हो गयी, तो उन्होंने मामले की निगरानी क्यों नहीं की? प्रोसिक्यूशन ने कोई विरोध क्यों नहीं किया? इससे साबित हो जाता है कि अपराधी का कहीं न कहीं प्रभाव अधिक है

वैसे सर्वोच्च न्यायालय इस बात का संज्ञान लेता है कि राज्यों में होनेवाले अपराधों से सरकारें किस प्रकार निपट रही हैं, उसे राज्यों को निर्देश जारी करने की शक्ति है वैसे अपराध से सख्ती के साथ निपटने और पुलिस की रोजमर्रा कार्रवाई दोनों ही अलग-अलग तरह की बातें हैं एनकाउंटर करना तो बिल्कुल अलग तरह की बात है. पुलिस को सरकार से थोड़ा अलग होकर काम करना चाहिये सुप्रीम कोर्ट पुलिस रिफॉर्म की बात करता है। कोर्ट पुलिस को निर्देश देता है कि एनकाउंटर के मामलों में किस तरह से कार्रवाई की जायेगी अगर पुलिस ने बचाव के अधिकार का इस्तेमाल करके अपराधी को मारा है, तो उस पर भी कोर्ट संज्ञान लेता है और लेना भी चाहिएसुप्रीम कोर्ट द्वारा ऐसे मामलों के लिए बाकायदा दिशा-निर्देश तय किये गये हैं पुलिस इन निर्देशों का उल्लंघन नहीं कर सकती है, पर अक्सर स्थिति विपरीत दिखती है

वैसे भी लॉ एंड ऑर्डर का मतलब होता है- कानून के हिसाब से आप सख्ती रखें, यह नहीं कि शांति बनाने के लिए आपको जहां लगे कि यह व्यक्ति अशांति फैला सकता है, उसे बिना ट्रायल के ही निपटा दें यह कोई राज्य नहीं कर सकता यह कानून और व्यवस्था दोनों के खिलाफ है होना यह चाहिए कि ऐसे मामलों से निपटने के लिए, जहां-जहां अपराधी जमानत पर छूट गये हैं, वहां संज्ञान लेते हुए सरकार को अदालतों में उनकी जमानत के खिलाफ में अर्जी देनी चाहिए यह लापरवाही समाज और सरकार दोनों के लिए गंभीर हो सकती है
देश और मध्यप्रदेश की बड़ी खबरें MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करेंया फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com
श्री राकेश दुबे वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं।
संपर्क  9425022703        
rakeshdubeyrsa@gmail.com
पूर्व में प्रकाशित लेख पढ़ने के लिए यहां क्लिक कीजिए
आप हमें ट्विटर और फ़ेसबुक पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं

ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर की ओर क्यों होता है, कार की तरह पीछे, ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं / GK IN HINDI

Posted: 26 Jul 2020 01:38 AM PDT

खेतों में चलता हुआ ट्रैक्टर तो आपने देखा ही होगा। उसके पिछले दो पहिए बड़े और अगले दो पहिए छोटे होते हैं क्योंकि पिछले पहियों से पावर और अगले पहियों से दिशा दी जाती है। यह तो सबको पता है परंतु एक सवाल और है। ट्रैक्टर का साइलेंसर ऊपर आसमान की तरफ से होता है, कार की तरह पीछे या ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं होता। आइए इसका टेक्निकल लॉजिक समझने की कोशिश करते हैं:- 

ट्रैक्टर का साइलेंसर ड्राइवर के सामने क्यों लगाया जाता है

भारतीय रेल में लोकोमोटिव श्री अजय कुमार बताते हैं कि ट्रैक्टर कोई शाही सवारी नहीं है। इसका उपयोग कृषि कार्यों के लिए किया जाता है, अतः बहुत आवश्यक है कि इसका लागत मूल्य कम से कम रखा जाए। ऐसे में जब इंजन अगले हिस्से में है तो गैर जरूरी पाइपिंग जोड़ते हुए साइलेंसर को घुमा-फिरा कर कारों की तरह पीछे तक ले जाने में अनावश्यक खर्च से बचाया गया है। साथ ही ये रखरखाव एवं मरम्मत की दृष्टि से भी उपयुक्त है। अब इसकी मरम्मत के लिए ना तो मेकैनिक की नीचे लेटने की जरूरत होगी और ना ही जैक लगा कर लिफ्ट करने की। 

ट्रैक्टर का साइलेंसर पीछे की तरफ क्यों नहीं होता

ट्रैक्टर में अक्सर पीछे की तरफ ट्रॉली जोड़ी जाती है, जिसमें अनाज, फल, सब्जियों के अलावा कभी-कभी कुछ लोग भी सफर करते हैं। सोचिए यदि इंजन से निकलने वाली जहरीली गैसें पीछे की तरफ निकलतीं तो उन फल, सब्जियों एवं अनाज के दूषित होने के साथ ही बैठने वाले लोगों को भी सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता। कृषि संबंधी बहुत से कार्यों में भी पीछे की तरफ लगा हुआ साइलेंसर उपयुक्त नहीं है। जैसे कि खेत की जुताई, बुवाई एवं फसल की कटाई इत्यादि। साइलेंसर पीछे होता तो फसल कटते-कटते ही दूषित हो जाती। 

ट्रैक्टर का साइलेंसर ट्रक की तरह साइड में क्यों नहीं होता 

दरअसल ट्रैक्टर का डिजाइन कुछ ऐसा है कि इसे ट्रक से कंपेयर नहीं कर सकते। हालांकि दोनों वजन उठाने के ताकतवर वाहन है परंतु दोनों का डिजाइन अलग-अलग है। ट्रक में ड्राइवर का केबिन आगे, इंजन नीचे और साइलेंसर साइड में होता है। जबकि ट्रैक्टर में इंजन आगे, साइलेंसर आसमान की तरफ और ड्राइवर की कुर्सी साइलेंसर के नीचे कुछ इस तरह से होती है कि साइलेंसर से निकलने वाला काला धुआं ड्राइवर को पार करते हुए आसमान में घुल जाए। यदि उसे ट्रक की तरह साइड में लगा दिया तो ट्रैक्टर का ड्राइवर कुछ ही दिनों में अंधा हो जाएगा।

विशेषज्ञ परिचय: भारतीय रेल के लिए मुंबई में लोकोमोटिव (ट्रेन के पायलट) अजयकुमार निगम ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के बेहतरीन विशेषज्ञों में से एक है। खिलौने वाली कार के इंजन से लेकर 200 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा तेज दौड़ने वाली हाई स्पीड ट्रेनों के इंजन तक सबकी अच्छी नॉलेज है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)

भारतीय सिक्के और विदेशी सिक्के की तस्करी में क्या अंतर है, कौन सी धारा, कितनी सजा / ABOUT IPC

Posted: 26 Jul 2020 03:36 AM PDT

अब तक हमने बताया कि भारतीय सिक्कों का कूटकरण धारा 232, नकली सिक्के बनाने के उपकरणों को खरीदना, बेचना, स्टोर करना या बनाना धारा 234 और भारत में विदेशी सिक्कों का कूटकरण (नकली सिक्के बनाना) धारा 231 के तहत गंभीर अपराध है। आज के लेख में हम आपको बताएंगे कि अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर किसी भारतीय या विदेशी सिक्को का आयात या निर्यात करता हैं यानी तस्करी करता है तो वह किन-किन धाराओं के अंतर्गत दोषी होगा जानिए।

1. भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 237 की परिभाषा:-

अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर किसी विदेशी सिक्के का जाली सिक्का या नकली सिक्का बनाकर भारत से आयात-निर्यात करेगा तब ऐसा करने वाला व्यक्ति इस धारा के अंतर्गत दोषी होगा।

2.  भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 238 की परिभाषा:-

अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर कर किसी भारतीय सिक्के का जाली सिक्का या नकली सिक्का बनाकर आयात निर्यात करेगा। तब वह व्यक्ति इस धारा के अंतर्गत दोषी होगा।

भारतीय दण्ड संहिता,1860 की धारा 237,धारा 238 में दण्ड का प्रावधान:-

1. धारा 237 के अपराध किसी भी प्रकार से समझौता योग्य नहीं होते हैं। यह अपराध संज्ञेय एवं अजमानतीय अपराध होते है। इनकी सुनवाई के अधिकार प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट को हैं। सजा- तीन वर्ष की कारावास और जुर्माने से दण्डित किया जा सकता है।

2. धारा 238 के अपराध भी समझौता योग्य नहीं होते हैं। यह अपराध भी संज्ञेय एवं अजमानतीय अपराध होते हैं। इनकी सुनवाई का अधिकार सेशन न्यायालय को होता है। सजा- आजीवन या दस वर्ष की कारवास और जुर्माने से भी दण्डित किया जा सकता है। 
बी. आर. अहिरवार (पत्रकार एवं लॉ छात्र होशंगाबाद) 9827737665 | (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

कानूनी जानकारी से संबंधित 10 सबसे लोकप्रिय लेख

कोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है
सरकारी अधिकारी निर्दोष नागरिक को जबरन रोककर रखे तो IPC की किस धारा के तहत मामला दर्ज होगा
अधिकारी, कोर्ट में गलत जानकारी पेश कर दे तो विभागीय कार्रवाई होगी या FIR दर्ज होगी
क्या जमानत की शर्तों का उल्लंघन अपराध है, नई FIR दर्ज हो सकती है
एक व्यक्ति अपराध करे और दूसरा सिर्फ साथ रहे तो दूसरा अपराधी माना जाएगा या नहीं
रात के समय किसी के घर में चोरी छुपे घुसना किस धारा के तहत अपराध है
यदि कोई मर्जी के बिना घर में घुस आए तो क्या FIR दर्ज करवाई जा सकती है
धूम्रपान करने वालों के खिलाफ IPC की किस धारा के तहत FIR दर्ज होगी
आम रास्ते में रुकावट पैदा करने वाले के खिलाफ किस धारा के तहत FIR दर्ज होती है
गर्भपात के दौरान यदि महिला की मृत्यु हो गई तो जेल कौन जाएगा डॉक्टर या पति
यदि जबरदस्ती नशे की हालत में अपराध हो जाए तो क्या सजा से माफी मिलेगी

Google Messages, व्हाट्सएप से भी ज्यादा कूल हो गया है, यूज़ करके देखा क्या / TECH NEWS HINDI

Posted: 25 Jul 2020 02:48 PM PDT

गूगल इंडिया अब भारतीय नागरिकों की पसंद और आदत के अनुसार अपने प्रोडक्ट तैयार कर रही है। एंड्राइड फोन यूजर्स के लिए गूगल ने अपने मैसेजिंग एप गूगल मैसेजस (Google Messages) में कई नए फीचर्स ऐड कर दिए हैं। इसी के साथ गूगल का यह ऐप, व्हाट्सएप से भी ज्यादा कूल हो गया है।

इमोजी रीएक्शंस (Emoji Reactions)

गूगल पिछले कुछ महीनों से अपने मैसेजस ऐप में इमोजी रीएक्शंस फीचर को टेस्ट कर रहा है। हालांकि यह फीचर पहले कई यूजर्स के लिए पॉपअप हो गया था, लेकिन अब इस फीचर को बड़े स्तर पर जारी किया जा रहा है। यूजर्स अब आरसीएस चैट्स के दौरान पहले से सेट इमोजी के जरिए तेजी से प्रतिक्रिया दे सकते हैं। यह आईमैसेज में टैप-बैक की तरह ही है। 

स्मार्ट रिप्लाई स्टिकर (Smart Reply Stickers)

गूगल मैसेज में पहले स्मार्ट रिप्लाई के लिए यूजर को केवल टेक्स्ट प्रिडिक्शंस का ही ऑप्शन मिलता था, लेकिन अब यूजर स्मार्ट रिप्लाई के लिए स्टिकर्स (Stickers) का इस्तेमाल भी कर पाएंगे। हालांकि वर्तमान में सुझाए गए स्टिकर केवल अंग्रेजी भाषा में ही उपलब्ध है। इसमें आपको स्मार्ट रिप्लाई के लिए सुझाए गए स्टिकर्स नीचे जिफ के तौर पर दिखाई देगा।

मीडिया एडिटर (Media Editor)

गूगल ने मैसेजस ऐप के साथ मीडिया एडिटर फीचर को जोड़ा है। यहां पर आप उपलब्ध ब्रश टूल जैसे कि हाइलाइटर और पेन की मदद से इमेजस पर टेक्स्ट जोड़ने के साथ ड्रॉ भी कर पाएंगे। फोटो लेने के बाद जब एडिट बटन पर टैप करेंगे, तो यह फीचर दिखाई देगा। यह एक सामान्य मेक-अप टूल की तरह ही है, लेकिन आप किसी इमेज के खास हिस्से को हाइलाइट करने या फिर टेक्स्ट जोड़ने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। 

गूगल डुओ इंटीग्रेशन (Google Duo Integration)

गूगल मैसेजस में डुओ को इंटीग्रेट किया गया है। अब गुगल डुओ का बटन टॉप में दायीं तरफ दिखाई देगा। इस पर टैप करने से यूजर्स तुरंत गूगल डुओ पर वीडियो कॉल शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा, गूगल ने मैसेजस ऐप में वॉयस मैसेज फीचर को एड किया है। इसका मतलब है कि अब आप केवल टेक्स्ट मैसेज ही नहीं, बल्कि वॉयस मैसेज भी भेज सकते हैं। आने वाले कुछ समय में ये फीचर्स एंड्रॉयड यूजर्स को मिलने शुरू हो जाएंगे।
टेक्नोलॉजी से जुड़ी अन्य खबरों के लिए कृपया यहां क्लिक करें

AIRTEL 52.6 लाख और VODAFONE-IDEA को 45.1 लाख यूजर्स का घाटा, JIO मुनाफे में

Posted: 26 Jul 2020 03:35 AM PDT

नई दिल्ली। टेलीकॉम इंडस्ट्री में कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन का सबसे बड़ा नुकसान भारती एयरटेल और vodafone-idea को हुआ है। जबकि रिलायंस जिओ को फायदा हुआ है। मात्र अप्रैल महीने में एयरटेल ने करीब 52.6 लाख यूजर्स गंवाए हैं और वोडाफोन-आइडिया के 45.1 लाख यूजर्स कम हुए हैं। इस तरह दोनों कंपनियों के करीब 1 करोड़ यूजर्स कम हुए हैं। वहीं, इस दौरान रिलायंस जियो को फायदा हुआ है और उसके यूजर्स बढ़े हैं।

रिलायंस जियो ने इस दौरान मार्केट की खराब हालत के बावजूद भी 15.7 लाख से ज्यादा नए यूजर्स ऐड किए। हालांकि, मार्च 2020 में जियो को करीब 47 लाख नए यूजर्स मिले थे, जिसके मुकाबले यह आंकड़ा कम है लेकिन बाकी कंपनियों के मुकाबले जियो ने बेहतर परफॉर्म किया। बाकी कंपनियों की तरह जियो के यूजरबेस को नुकसान नहीं पहुंचा।

तेजी से बढ़ रहे टेलिकॉम यूजर्स

नए यूजर्स से जुड़े आंकड़े टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) की ओर से शेयर किए गए हैं। दरअसल, अप्रैल 2020 में लॉकडाउन होने के चलते ढेरों यूजर्स को अपने मोबाइल कनेक्शन बंद करने पड़े थे, इन यूजर्स में प्रवासी मजदूर और बाकी यूजर्स शामिल हो सकते हैं। टेलिकॉम रेग्युलेटर की ओर से कहा गया है कि अप्रैल में नए भारतीय टेलिकॉम यूजर्स 80 लाख से ज्यादा बढ़े हैं और इसके बाद भी नए यूजर्स लगातार ऐड हो रहे हैं। 

महंगे हो सकते हैं टैरिफ प्लान

एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड के यूजर्स 32.2 करोड़ से घटकर 31.4 करोड़ रह गए हैं। वहीं, जियो का यूजरबेस अप्रैल में हुई ग्रोथ के बाद 38.9 करोड़ हो गया है। हालांकि, मार्केट की मौजूदा स्थिति को देखते हुए माना जा रहा है कि टैरिफ प्लान महंगे हो सकते हैं। याद दिला दें, पिछले साल दिसंबर महीने में भी सभी कंपनियों के प्लान महंगे हुए थे।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

भिंड के पूर्व विधायक का बेटा और दामाद पुलिस अधिकारी से मारपीट के मामले में गिरफ्तार / BHIND MP NEWS

Posted: 26 Jul 2020 01:37 AM PDT

भोपाल। मध्यप्रदेश के भिंड में भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं पूर्व विधायक श्री नरेंद्र सिंह कुशवाहा के बेटे अभिनेंद्र सिंह कुशवाह और दामाद विक्रांत भदौरिया को इंदौर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि दोनों ने इंदौर में सब इंस्पेक्टर की कॉलर पकड़ी और मारपीट की। दोनों को घायल अवस्था में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए भागते समय दोनों गिर गए थे। 

पलासिया थाना प्रभारी विनोद दीक्षित ने बताया कि साकेत नगर से गिटार चौराहे के बीच एसआई सत्यजीत चौहान गश्त पर थे। इस बीच उन्हें कार MP 03 OC 3366 तेज रफ्तार में आती दिखी। उन्होंने कार चालक को रोका तो उसमें सवार अभिनेंद्र सिंह एवं विक्रांत भदौरिया भड़क गए और उन्होंने सब इंस्पेक्टर सत्यजीत चौहान के साथ अभद्रता करते हुए मारपीट की।

स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा तो दोनों लोग कार को छोड़कर भागने लगे। भागते समय दोनों गिर पड़े। एक को हाथ और दूसरे को पैर में चोट आई है। दोनों को कर्फ्यू का उल्लंघन, मास्क नहीं पहनने, सरकारी काम में बाधा डालने के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। 

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

HOTEL GULZAR JABALPUR के खिलाफ दर्ज मामले में जांच के बाद धाराएं बढ़ाई गईं / JABALPUR NEWS

Posted: 25 Jul 2020 02:06 PM PDT

जबलपुर। जिला दण्डाधिकारी एवं कलेक्टर भरत यादव द्वारा जारी प्रतिबंधात्मक आदेश का उल्लंघन कर होटल गुलजार में आयोजित की गई शादी की रिसेप्शन पार्टी के मामले में आपदा प्रबंधन एक्ट, महामारी अधिनियम एवं भारतीय दंड विधान की धारायें बढ़ा दी गई हैं।

थाना प्रभारी मदनमहल नीरज वर्मा ने बताया कि 13 जुलाई की दोपहर लगभग 1.45 बजे अखिलेश ठाकुर उम्र 35 वर्ष निवासी झण्डा चौक रांझी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह पटवारी हल्का नम्बर 9 में पदस्थ है। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जिला दण्डाधिकारी द्वारा प्रतिबन्धात्मक आदेश जारी कर सभी तरह के आयोजन बिना अनुमति के प्रतिबंधित किये गये हैं तथा अनुमति प्राप्त करने पर निश्चित संख्या में एवं कोविड -19 संक्रमण से बचाव सम्बधी सावधानियों का पालन करने के आदेश पारित किये गये हैं।

नगर निगम उपायुक्त राकेश अयाची द्वारा 30 जून को अपनी बेटी की शादी की रिशेप्शन पार्टी गुलजार होटल में आयोजित की गयी । पार्टी के आयोजन के सम्बंध में राकेश अयाची एवं होटल मालिक संजय उर्फ नीटू भाटिया द्वारा कोई अनुमति प्राप्त नहीं की गई एवं न ही प्रतिबंधात्मक आदेश के निर्देशों का पालन  किया गया ।पार्टी में काफी संख्या मेें लोग एकत्रित हुये तथा कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित हुये । दोनों के द्वारा जिला दण्डाधिकारी के आदेश का उल्लंघन किया गया है। रिपोर्ट पर धारा 188 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।

जांच में नगर निगम उपायुक्त एवं होटल मालिक संजय उर्फ नीटू भाटिया द्वारा कोविड-19 वैश्विक महामारी एवं आपदा प्रबंधन की अनदेखी की जाने से  अत्याधिक संख्या में लोगों का संक्रमित होना पाये जाने पर प्रकरण में धारा 269, 270 भा.द.वि. एवं आपदा प्रबंधन की धारा 51 तथा महामारी अधिनियम की धारा 3 बढाई गयी।

प्रकरण में विवेचना के दौरान पार्टी में कितने लोगों की उपस्थिति थी के सम्बंध में जानकारी हेतु वीडियो फुटेज चाहे गये, होटल मालिक संजय उर्फ नीटू भाटिया के द्वारा षणयंत्र पूर्वक साक्ष्य छिपाने एवं नष्ट किये जाने के उद्देश्य से उपलब्ध नहीं कराये गये, होटल गुलजार में लगे कैमरो के डीव्हीआर जप्त करते हुये प्रकरण में धारा 201, 120बी भादवि भी बढाई गयी है।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

जबलपुर में RSS के प्रांत सेवा प्रमुख की कोरोना वायरस से मौत / JABALPUR NEWS

Posted: 26 Jul 2020 03:35 AM PDT

जबलपुर। शनिवार देर रात 11:30 बजे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सेवा प्रमुख श्री योगेंद्र सिंह योगी जी का निधन हो गया। स्थिति गंभीर होने पर उन्हें जबलपुर से भोपाल ले जाया जा रहा था परंतु रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई है। श्री योगेंद्र सिंह जी का टेस्ट केशव कुटी में किया गया था। वह कोरोनावायरस संक्रमित पाए गए थे।

जबलपुर में पिछले दिनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं का कोरोनावायरस टेस्ट कराया गया था। परिणाम स्वरूप कई पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता संक्रमित पाए गए थे। श्री योगेंद्र सिंह जी भी इसी प्रक्रिया में संक्रमित पाए गए थे। उन्हें सिटी अस्पताल जबलपुर में भर्ती कराया गया था। 

शनिवार को उनकी हालत गंभीर होने लगी। देर रात उन्हें अच्छे इलाज के लिए भोपाल भेजने का फैसला किया गया। रात करीब 11:30 बजे जब उनकी एंबुलेंस जबलपुर से भोपाल की ओर लगभग 25 किलोमीटर दूर गई, श्री योगेंद्र सिंह जी ने अंतिम सांस ले ली।भाजपा नेता दीपंकर बैनर्जी के अनुसार उनका अन्तिम संस्कार 26 जुलाई रविवार को जबलपुर में कोरोना प्रोटोकाल के तहत किया जाएगा। स्व योगेंद्र सिंह ने ताउम्र अपना जीवन समाज सेवा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा को आगे बढ़ाने में अपना जीवन समर्पित किया।

26 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

Post Bottom Ad

Pages