बेसिक शिक्षा न्यूज़ । Basic Shiksha News | |
| Posted: 23 Aug 2020 06:24 PM PDT EDUCATION POLICY : शिक्षा मंत्रालय ने शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों से राय मांगी, एनईपी के हर विषय पर सुझाव मांगे नई दिल्ली। एजेंसी केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने रविवार को कहा कि शिक्षा मंत्रालय ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के क्रियान्वयन पर स्कूलों के शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों से सुझाव मांगे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, हम मानते हैं कि एनईपी-2020 को लागू करने में शिक्षकों की अहम भूमिका है। इसलिए हमने देशभर के सभी स्कूलों के शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों से सुझाव मांगने का फैसला किया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने एनईपी के हर विषय पर सुझाव मांगे स्कूल शिक्षा सचिव अनिता करवाल ने बताया कि शिक्षकों के लिए प्रक्रिया को आसान बनाने के वास्ते प्रश्नोत्तर प्रक्रिया के जरिये स्कूली शिक्षा के संबंध में एमपी के हरेक विषय पर सुझाव मांगे जा रहे हैं। प्रश्न ऐसे बनाए जा रहे हैं कि शिक्षक उससे अपने को जोड़ सके। की प्रक्रिया को किस तरह आगे बढ़ाया जाए। देश में स्कूली और उच्च शिक्षा में व्यापक सुधार का रास्ता प्रशस्त करने के लिए सरकार ने पिछले महीने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मंजूरी दी थी। *************************************** शिक्षा मंत्रालय ने NEP के क्रियान्वयन पर शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों से राय मांगी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन को लेकर शिक्षा मंत्रालय ने शिक्षकों और प्राधानाध्यापकों से सुझाव मांगे हैं। नई दिल्ली शिक्षा मंत्रालय ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के क्रियान्वयन पर स्कूलों के शिक्षकों और प्राधानाध्यापकों से सुझाव मांगे हैं। इसकी जानकारी खुद केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने रविवार को दी है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, ''हम मानते हैं कि एनईपी 2020 को लागू करने में शिक्षकों की अहम भूमिका है । इसलिए हमने देशभर के सभी स्कूलों के शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों से सुझाव मांगने का फैसला किया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने की प्रक्रिया को किस तरह आगे बढ़ाया जाए।'' देश में स्कूली और उच्च शिक्षा में व्यापक सुधार का रास्ता प्रशस्त करने के लिए सरकार ने पिछले महीने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को मंजूरी दी थी। इससे पहले 1986 में शिक्षा नीति बनायी गई थी। सभी विषयों के लिए मांगे सुझाव स्कूल शिक्षा सचिव अनीता करवाल ने बताया, 'शिक्षकों के लिए प्रक्रिया को आसान बनाने के वास्ते प्रश्नोत्तर प्रक्रिया के जरिए स्कूली शिक्षा के संबंध में एनईपी के हर एक विषय पर सुझाव मांगे जा रहे हैं । प्रश्न इस तरह बनाए जा रहे हैं कि शिक्षक उससे अपने को जोड़ पाएं। प्रत्येक प्रश्न में एनईपी के पैराग्राफ का संदर्भ दिया गया है ताकि अपने सुझाव अपलोड करने के पहले शिक्षक उसे बेहतर तरीके से समझ सकें।'' उन्होंने कहा, ''एनसीईआरटी के विशेषज्ञों की एक टीम सभी सुझावों पर गौर करेगी। सुझाव सीमित शब्दों के प्रारूप में मांगे गए हैं, लेकिन राष्ट्रीय पाठ्यक्रम प्रारूप में उपयोगी सुझाव को शामिल करने के लिए जरूरी लगने पर शिक्षक से निजी तौर पर संपर्क किया जाएगा। ' सरकारी और निजी स्कूलों से मांगी राय मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से आग्रह किया है कि सरकारी स्कूलों, निजी स्कूलों या विभिन्न माध्यमिक स्कूल बोर्ड से संबद्ध स्कूलों के सभी शिक्षकों को सुझाव देने के लिए कहा जाए। करवाल ने कहा, ''राज्य और केंद्रशासित प्रदेश प्राथमिकता के आधार पर वीडियो कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं और इस प्रक्रिया के व्यापक प्रचार के लिए विभिन्न स्तरों पर शिक्षकों के वाट्सऐप ग्रुप या एससीईआरटी और डीआईईटी के जरिए संदेश भेज सकते हैं।'' इस संबंध में 24 से 31 अगस्त तक एक खास लिंक के जरिए सुझाव अपलोड किए जा सकते हैं । |
| SCIENCE, MATH : परिषदीय स्कूली बच्चों में गणित-विज्ञान का डर भगाने के लिए 30-30 स्टेज प्रोग्राम Posted: 23 Aug 2020 06:22 PM PDT SCIENCE, MATH : परिषदीय स्कूली बच्चों में गणित-विज्ञान का डर भगाने के लिए 30-30 स्टेज प्रोग्राम छात्र छात्राओं में गणित व विज्ञान का डर दूर करने के लिए यू-ट्यूब चैनल पर अच्छी जानकारियां मिलेंगी। हर रविवार शाम चार बजे से एक घंटे तक चलने वाले प्रोग्राम का प्रसारण 30 सप्ताह तक होगा। इसका नामभी 30-30 स्टेम रखा गया है। राज्य परियोजना निदेशक व महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने भेजे पत्र में कहा है कि 16 अगस्त से हर रविवार को ऑनलाइन साप्ताहिक कार्यक्रम शुरू हो गया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के साथ सेंटर फॉर क्रिएटिव लर्निंग, आईआईटी गांधीनगर और आईआईएसईआर पुणे ने मिलकर यह प्रोग्राम शुरू किया है। पत्र में कहा गया है कि हर रविवार को आने वाले कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गणित और विज्ञान विषय के सैद्धान्तिक समझ को बढ़ावा देना है। कहा गया है कि मानव विकास संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने इस प्रोग्राम के लिए ट्वीट कर लांच किया है। कक्षा छह से 12 तक के छात्र-छात्राओं के अलावा शिक्षकों अभिभावकों के लिए यह महत्वपूर्ण बताया गया है। जिला समन्वयक प्रशिक्षण महावीर ने बताया कि बीएसए ऑफिस में पत्र आ चुका है। शिक्षकों और बच्चों को लाइव प्रोग्राम के दौरान प्रश्न पूछने और उत्तर देने की व्यवस्था भी रहेगी। सीबीएसई भी इसमें शामिल है। समय पर शामिल न होने वाले रिकार्डिंग यू-ट्यूब पर देखा जा सकता है। यूट्यूब चैनल पर अच्छी जानकारियां मिलेंगी हर रविवार शाम चार बजे से 30 सप्ताह तक चलेगा यू-ट्यूब चैनल पर कक्षा छह से 12 तक के छात्र-छात्राएं ऑनलाइन ले सकेंगे फायदा ऑनलाइन शिक्षा सफल बनाएं: डायरेक्टर बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ. सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह ने सभी बीएसए को जारी किए पत्र में कहा है कि कोरोना वायरस की वजह से शैक्षिक सत्र 2020 21 की कक्षाएं स्कूलों में नहीं लग रही हैं, इस वजह से शिक्षण कार्य गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। छात्र-छात्राओं के लिए ऑनलाइन शिक्षण की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। पता लगा है कि इसमें भी काफी दिक्कतें आ रही हैं। निदेशक ने हेड टीचर, शिक्षक, अभिभावकों व छात्र-छात्राओं अधिकारियों के लिए कई निर्देश दिए हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर डिजीटल एजूकेशन एवं शिक्षकों को मानसिक रूप से तैयार रहने के लिए प्रधानमंत्री ई-विद्या प्रोग्राम के लिए राष्ट्रीय पहल हुई है। यह प्रक्रिया सरल करने को कहा गया है। |
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